उत्तर प्रदेश
पटना में अपराधियों की बेजोड़ हिम्मत, चाचा-भतीजे को गोली मारने के बाद पुलिस पर भी की फायरिंग
14 Mar, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना. होली से पहले पटना जिले के नौबतपुर में अपराधियों ने एक बार फिर कहर बरपाया है. दरअसल नौबतपुर थाना क्षेत्र के छोटकी टगरेला गांव में गुरुवार देर शाम उस समय हड़कंप मच गया जब बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने घर के बाहर बैठे चाचा-भतीजों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी. बताया जा रहा है कि ललन यादव अपने दो भतीजों, प्रेम जीत कुमार और प्रेम कुमार, के साथ घर के बाहर बैठे थे. तभी अचानक बाइक पर सवार होकर आए अपराधियों ने तीनों पर गोलियां चला दी. गोलीबारी की आवाज से गांव में अफरा-तफरी मच गई.
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और डीएसपी टू दीपक कुमार मौके पर पहुंचे. पुलिस ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स रेफर कर दिया. इलाज के दौरान चाचा ललन यादव की मौत हो गई, जबकि प्रेम जीत कुमार और प्रेम कुमार गंभीर रूप से घायल हैं. वहीं सिटी एसपी ने अपराधियों की तलाश में जुट गई है और दोनों पक्षों के बीच कई राउंड गोलियां चली. पुलिस ने इलाके की नाकाबंदी कर अपराधियों की तलाश तेज कर दी है. शुरुआती जांच में आपसी रंजिश की आशंका जताई जा रही है, हालांकि पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है.
बता दें, इससे पहले अररिया में अपराधियों ने बड़ा कांड किया. अररिया में अपराधियों को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया. इस दौरान हुई झड़प के बीच एक ASI की मौत हो गयी. वहीं अपराधी अपने साथी बदमाश को पुलिस के चंगुल से छुड़ा भी ले गए. हाल के दिनों में बिहार के अलग-अलग जिलों में पुलिस टीम पर अपराधियों ने खूब हमले किए हैं.
बेटे का शव पेड़ पर मिला, परिवार ने हत्या का आरोप लगाया, पुलिस जांच में जुटी
14 Mar, 2025 02:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पटना में सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां पनसूही गांव के पास खेत में एक युवक का शव मिला. घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मृतक युवक की पहचान सीही गांव निवासी योगेंद्र मोची का पुत्र अमन कुमार के रूप में हुई है.
युवक के परिजन ने हत्या की आशंका जताई है. घरवालों ने बताया की युवक पढ़ाई करता था और अचानक घर से गायब हो गया था. वहीं शाम को ग्रामीणों के द्वारा सूचना मिली कि उसका शव गांव के पास बधार में एक पेड़ पर लटका हुआ है. इसके बाद घरवाले घर से आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस के अलावा फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची.
घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल
घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. उन्होंने पुलिस से कहा कि ये हत्या है. किसी ने बेटे को मारकर पेड़ पर लटका दिया. इसकी जांच होनी चाहिए. वहीं, पुलिस अधिकारी भी परिजन को समझाते दिखे. पुलिस ने घरवालों से कहा कि अगर किसी ने बेटे की हत्या की है तो उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. वैसे ये आत्महत्या का मामला लग रहा है. जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा.
क्या बोले डीएसपी?
पालीगंज डीएसपी प्रीतम कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा सूचना मिली कि सीही पनसूही गांव के पास बधार में एक युवक का शव लटका हुआ है. इसके बाद स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी. पहली नजर में आत्महत्या का मामला लग रहा है. फिलहाल घटना को लेकर पुलिस जांच कर रही है. मृतक के परिजन की तरफ से लिखित शिकायत मिलने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बिहार में रंगदारी ना मिलने पर मजदूर को गोलियों से भून डाला, दो गिरफ्तार
14 Mar, 2025 02:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के खगड़िया में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां अपराधियों ने चिमनी भट्ठा पर काम रहे एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक की पहचान यूपी के उन्नाव जिले के जेरा मौरावां निवासी राम किशुन के 61 वर्षीय पुत्र शंकर लाल के रूप में हुई है. वहीं, पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस दोनों से पूछताछ में जुटी हुई है.
इस वारदात के पीछे की वजह रंगदारी टैक्स बताया जा रहा है. वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. जिस मजदूर को गोली मारी गई है, वो मजदूर था. वह उत्तर प्रदेश का मूल निवासी बताया जा रहा है. मृतक का नाम शंकर लाल है. उसे तीन गोलियां मारी गई हैं, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई.
पुलिस ने दो बदमाशों को किया अरेस्ट
पुलिस के मुताबिक, चिमनी भट्ठा के संचालक के द्वारा रंगदारी की राशि नहीं दिए जाने के विरोध में बदमाशों ने उसके मजदूर को टारगेट किया. इधर इलाके में हड़कंप मच गया है. घटना गंगौर की है. हालांकि, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले में दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इनके नाम राजू पासवान और धर्मेंद्र पासवान हैं.
पुलिस के सामने दोनों बदमाशों ने अपना गुनाह भी कबूल लिया है. गिरफ्तार बदमाशों के पास से एक कट्टा, 21 कारतूस और तीन खोखा बरामद हुआ है. एसपी राकेश कुमार ने बताया कि रंगदारी नहीं देने के विरोध में वारदात को अंजाम दिया गया है. बदमाश मजदूर की हत्या करके चिमनी मालिक को दहशत में लाना चाहते थे.
मृतक उन्नाव का रहने वाला
जांच में पता चला है कि चिमनी मालिक से रंगदारी मांगी गई थी. लेकिन चिमनी मालिक ने इसकी शिकायत पुलिस से कभी नहीं की. मृतक यूपी के उन्नाव जिला का रहने वाला था. वहीं होली के ठीक पहले जिले में हत्या से इलाके में सनसनी है. वहीं पुलिस की मानें तो घटना में शामिल सभी बदमाश जल्द सलाखों के पीछे होंगे. पुलिस की छापेमारी लगातार जारी है.
कंकड़बाग में हिंसा, महिला को गोली लगी, तीन थानों की पुलिस मौके पर
14 Mar, 2025 01:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना. बिहार की राजधानी पटना में बीती रात जमकर हुए बवाल के कारण एक महिला की गोली लग गयी. मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार रात पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के मलाही पकड़ी स्थित वृंदावन अपार्टमेंट के लोगों और स्थानीय निवासियों के बीच जमकर बवाल हुआ. दोनों पक्षों में जमकर पथराव भी हुआ. इसी बीच स्थानीय लोगों ने अपार्टमेंट में रहने वाले ठेकेदार आलोक को पकड़ लिया और उनके साथ मारपीट की, जिसमें आलोक का सिर फट गया.
घटना की सूचना मिलने पर आलोक का भाई गोपाल उन्हें छुड़ाने पहुंचे. इस दौरान स्थानीय लोगों से उनकी भी झड़प हो गई. आत्मरक्षा में गोपाल ने गोली चला दी, जो सब्जी बेचने वाली मालती देवी को जा लगी. 40 वर्षीय मालती सब्जी बेचकर ऑटो से उतरी ही थीं कि यह हादसा हो गया. गोली लगने से मालती गंभीर रूप से घायल हो गईं. घटना के बाद स्थानीय लोग और उग्र हो गए और जमकर हंगामा किया.
कई थानों की पुलिस पहुंची
जानकारी के अनुसार देखते ही देखते अपार्टमेंट में भी पथराव शुरू हो गया. आनन-फानन में मालती देवी को नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, मालती को सीने के पास गोली लगी है, लेकिन गोली अंदर नहीं गई है. सूचना मिलने के बाद पत्रकार नगर, कंकड़बाग, चित्रगुप्त नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. इधर, गोपाल ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. एसपी सिटी ने बताया कि महिला को गोली लगी है और गोपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके पास से लाइसेंसी हथियार बरामद हुआ है. मामले की जांच की जा रही है.
होली पर गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एकता का संदेश दिया
14 Mar, 2025 01:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री योगी : पूरे देश भर में आज होली का त्योहार मनाया जा रहा है. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में जनता के बीच इस त्योहार को मनाने पहुंचे. इस मौक पर सीएम योगी ने राष्ट्रीय एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, भारत तभी विकसित हो सकता है जब इसके लोग एकजुट होंगे. उन्होंने कहा कि अगर भारत एकजुट हो गया तो दुनिया की कोई भी ताकत भारत को विकसित राष्ट्र बनने से नहीं रोक सकेगी.
सीएम ने आगे कहा, सनातन धर्म का एक ही उद्घोष है और वह उद्घोष है कि जहां धर्म होगा, वहां विजय होगी. पीएम मोदी ने देश को विकसित भारत का संकल्प दिया है. भारत तभी विकसित हो सकता है जब वह एकजुट होगा अगर वह एकजुट होगा तो सर्वश्रेष्ठ होगा, अगर वह सर्वश्रेष्ठ होगा तो दुनिया की कोई भी ताकत उसे विकसित होने से नहीं रोक पाएगी. इसलिए हमारी सभी कोशिश राष्ट्र को समर्पित होनी चाहिए. सीएम ने कहा, होली का संदेश सरल है- एकता से ही यह देश एकजुट रहेगा.
“सनातन धर्म की ताकत हमारी आस्था में है”
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सनातन धर्म की ताकत हमारी आस्था में है. उस आस्था की आत्मा हमारे त्योहारों में है. सनान धर्म की परंपरा जितनी समृद्ध है, इस धर्म में त्योहारों और उत्सवों की परंपरा जैसी है वो और किसी देश या धर्म के पास नहीं है. इन त्योहारों से ही भारत आगे बढ़ेगा. नॉर्थ से साउथ तक और ईस्ट से वेस्ट तक भारत के लोगों को उत्साह और आनंद के साथ इन समारोहों में शामिल होने का अवसर मिलता है.
महाकुंभ को लेकर क्या कहा?
सीएम योगी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा, जो भी लोग सनातन धर्म की आलोचना करते हैं उन्होंने इसकी और भारत की ताकत को प्रयागराज में महाकुंभ में देखा, जहां 66 करोड़ से अधिक लोगों ने बिना किसी भेदभाव के पवित्र डुबकी लगाई. उन्होंने आगे कहा, महाकुंभ जैसा अनोखा नजारा देखकर दुनिया हैरान रह गई. जो लोग सोचते थे कि हिंदू जाति के आधार पर बंटे हुए हैं, उन्हें यह देखना चाहिए. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में होलिका दहन स्थल पर पूजा और आरती की और उसके बाद होली के उत्सव की शुरुआत की.
लोगों के संग ऐसे मनाई होली
सीएम योगी ने लोगों के ऊपर पुष्प वर्षा कर और रंग उछाल कर होली खेली. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लोगों को होली की बधाई देते हुए लिखा- रंग और उमंग के महापर्व ‘होली’ के पावन अवसर पर आज गोरखपुर में भगवान नरसिंह जी की भव्य शोभायात्रा में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. होली का है एक संदेश- ‘एकता से ही अखंड रहेगा देश’ रंग, उमंग, उत्साह वाली होली, समता, समरसता, सौहार्द वाली होली, असत्य पर सत्य की विजय की होली, प्रदेश वासियों को ‘रंगोत्सव’ की पुनश्च शुभकामनाएं!पूरे देश भर में आज होली का त्योहार मनाया जा रहा है. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में जनता के बीच इस त्योहार को मनाने पहुंचे. इस मौक पर सीएम योगी ने राष्ट्रीय एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, भारत तभी विकसित हो सकता है जब इसके लोग एकजुट होंगे. उन्होंने कहा कि अगर भारत एकजुट हो गया तो दुनिया की कोई भी ताकत भारत को विकसित राष्ट्र बनने से नहीं रोक सकेगी.
सीएम ने आगे कहा, सनातन धर्म का एक ही उद्घोष है और वह उद्घोष है कि जहां धर्म होगा, वहां विजय होगी. पीएम मोदी ने देश को विकसित भारत का संकल्प दिया है. भारत तभी विकसित हो सकता है जब वह एकजुट होगा अगर वह एकजुट होगा तो सर्वश्रेष्ठ होगा, अगर वह सर्वश्रेष्ठ होगा तो दुनिया की कोई भी ताकत उसे विकसित होने से नहीं रोक पाएगी. इसलिए हमारी सभी कोशिश राष्ट्र को समर्पित होनी चाहिए. सीएम ने कहा, होली का संदेश सरल है- एकता से ही यह देश एकजुट रहेगा.
“सनातन धर्म की ताकत हमारी आस्था में है”
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सनातन धर्म की ताकत हमारी आस्था में है. उस आस्था की आत्मा हमारे त्योहारों में है. सनान धर्म की परंपरा जितनी समृद्ध है, इस धर्म में त्योहारों और उत्सवों की परंपरा जैसी है वो और किसी देश या धर्म के पास नहीं है. इन त्योहारों से ही भारत आगे बढ़ेगा. नॉर्थ से साउथ तक और ईस्ट से वेस्ट तक भारत के लोगों को उत्साह और आनंद के साथ इन समारोहों में शामिल होने का अवसर मिलता है.
महाकुंभ को लेकर क्या कहा?
सीएम योगी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा, जो भी लोग सनातन धर्म की आलोचना करते हैं उन्होंने इसकी और भारत की ताकत को प्रयागराज में महाकुंभ में देखा, जहां 66 करोड़ से अधिक लोगों ने बिना किसी भेदभाव के पवित्र डुबकी लगाई. उन्होंने आगे कहा, महाकुंभ जैसा अनोखा नजारा देखकर दुनिया हैरान रह गई. जो लोग सोचते थे कि हिंदू जाति के आधार पर बंटे हुए हैं, उन्हें यह देखना चाहिए. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में होलिका दहन स्थल पर पूजा और आरती की और उसके बाद होली के उत्सव की शुरुआत की.
लोगों के संग ऐसे मनाई होली
सीएम योगी ने लोगों के ऊपर पुष्प वर्षा कर और रंग उछाल कर होली खेली. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लोगों को होली की बधाई देते हुए लिखा- रंग और उमंग के महापर्व ‘होली’ के पावन अवसर पर आज गोरखपुर में भगवान नरसिंह जी की भव्य शोभायात्रा में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. होली का है एक संदेश- ‘एकता से ही अखंड रहेगा देश’ रंग, उमंग, उत्साह वाली होली, समता, समरसता, सौहार्द वाली होली, असत्य पर सत्य की विजय की होली, प्रदेश वासियों को ‘रंगोत्सव’ की पुनश्च शुभकामनाएं!
बिजनौर में शराब के नशे में पिता ने बेटे की हत्या की, होली के दिन मना करने पर गुस्से में आया था
14 Mar, 2025 12:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बिजनौर से हत्या की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जहां शराब के नशे में एक पिता ने ही अपने बेटे को मौत के घाट उतार दिया. बेटे का कसूर इतना था कि उसने अपने पिता को होली के दिन शराब पीकर बाहर जाने के लिए मना किया था. बेटे ने कहा था कि अगर आप शराब पीकर घर से बाहर निकलेंगे तो त्योहार के दिन झगड़ा हो सकता है.
ये मामला थाना नूरपुर के धोलागढ का है. शराब पीकर आए पिता से घर पर बेटे राहुल ने कहा कि दिन में गांव में लोग होली खेलेंगे. आप घर से बाहर शराब पीकर मत निकालना नहीं तो त्योहार के दिन झगड़ा हो जाएगा. इसी बात पर गुस्सा होकर पिता ने अपने ही बेटे के सीने में चाकू उतार दिया.घायल बेटे को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
चाकू उठाकर बेटे के सीने में घोंप दिया
मृतक राहुल की उम्र 27 साल थी, जिसकी उसके पिता ने चाकू मारकर हत्या कर दी. यह घटना रात करीब 1:30 बजे की है, जहां थाना नूरपुर क्षेत्र के ग्राम धोलागढ़ गांव में पिता ने इस वारदात को अंजाम दिया. नूरपुर पुलिस के मुताबिक आरोपी विनोद कुमार शराब पीकर घर आया. बेटे राहुल ने और शराब पीने को मना किया तो गुस्से में आग-बबूला विनोद कुमार ने चाकू उठाकर अपने बेटे के सीने में घोंप दिया.
आरोपी पिता को पुलिस ने हिरासत में लिया
घटना के बाद, घायल राहुल को पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे सीएससी नूरपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने आरोपी पिता विनोद कुमार को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच जारी है. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई और पड़ोसियों में गहरा आक्रोश है. ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी बाप विनोद अक्सर शराब के नशे में रहता था और घर में विवाद करता था.पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है. एस पी देहात राम अर्ज ने बताया कि पिछले साल भी विनोद होली पर शराब पी कर गांव में लड़ाई- झगडा कर चुका था.
अंबेडकरनगर में गैस सिलेंडर रिसाव से आग लगने पर दो बेटियों की मौत, माता-पिता झुलसे
14 Mar, 2025 12:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में गैस सिलेंडर के रिसाव से घर में आग लग गई. आग लगने से एक ही परिवार के दो बेटियों की जिंदा जल कर मौत हो गई. इस हादसे में पति-पत्नी झुलस गए हैं. घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. घटना देर रात की है. इस हादसे के बाद घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है.
ये हादसा बेवाना क्षेत्र के समोखपुर गांव में हुआ है. यहां के हौसला प्रसाद दिल्ली में निजी संस्था में काम करते हैं. बुधवार को गांव वापस लौट थे. बृहस्पतिवार को नया गैस सिलिंडर लेकर आए थे. बीती रात्रि को घर के अंदर हौसला अपनी पत्नी कमला देवी, बड़ी बेटी दिव्यांशी, छोटी बेटी शिवांशी के साथ मौजूद थे. घर में खाना बनाने की तैयारी हो रही थी. नातिन श्रेया घर के अंदर सो रही थी.
खाना बनाने की हो रही थी तैयारी, तभी लगी आग
बताया जा रहा है कि खाना बनाने के लिए शिवांशी ने जैसे ही चूल्हा जलाने के लिए माचिस जलाई, वैसे ही पूरे घर में आग लग गई. हौसला, कमला देवी और शिवांशी आग से बचने के लिए बाहर भागे. घर के अंदर फंसी दिव्यांशी और श्रेया आग में गंभीर रूप से झुलस गईं. इनको बचाने के चक्कर में कमला देवी और हौसला भी आग में झुलस गए.
होली की खुशियां मातम में बदलीं
आग लगने की सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे. आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया. लेकिन आग इतनी तेज थी कि ग्रामीणों को आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया. इसकी सूचना फिर फायर ब्रिगेड को दी गई. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने दमकलकर्मियों की मदद से घंटों बाद आग पर काबू पाया. चारों लोगों को जिला अस्पताल भिजवाया गया. यहां दिव्यांशी और श्रेया को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. हौसला व कमला देवी की हालत नाजुक बनी हुई है. पूरे गांव में शोक की लहर है. होली की खुशी मातम में बदल गई है. थाना प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि आग लगने से दो लोगों की मौत हुई है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया गया है. घायलों का इलाज चल रहा है.
काशी में चिता भस्म की होली को लेकर विवाद, विद्वत परिषद ने शुद्धि अनुष्ठान का किया ऐलान
14 Mar, 2025 12:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चिता भस्म की होली को लेकर अब नया विवाद सामने आया है. काशी विद्वत कर्मकांड परिषद ने इसे आशास्त्रीय बताते हुए मसाने की होली खेलने वालों की शुद्धि के लिए अनुष्ठान करने का फैसला लिया है. काशी विद्वत कर्मकांड परिषद के अध्यक्ष और काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के पूर्व अध्यक्ष आचार्य पंडित अशोक द्विवेदी ने बताया कि बिना वजह श्मशान जाने वालों पर दस से तीस दिनों तक का सूतक लगता है.
उन्होंने आगे कहा कि कूर्म पुराण में ये स्पष्ट लिखा हुआ है कि लोभ या मनोरंजन के लिए श्मशान जाने वालों पर ये सूतक लगता है. गरुण पुराण, विष्णु धर्मसूत्र, याज्ञवल्क्य स्मृति और काशी खंड में भी इसपर विस्तार से लिखा गया है. काशी विद्वत परिषद ने भी यही बात दोहराई है कि चिताओं का अपमान हुआ है. शुद्धि के लिए पिंडदान करने का विधान है. ये 21 मार्च को मणिकर्णिका तीर्थ पर शास्त्रोक्त विधि से पिंडदान कराया जाएगा. मसान की होली खेलते समय चिताओं की राख को रौंदा गया. उनका अपमान किया गया और उनकी राख उड़ाई गई. सभी मृत आत्माओं से प्रार्थना कर क्षमा मांगी जाएगी.
विरोध के बाद चिता भस्म की होली
काशी तीर्थ पुरोहित, मणिकर्णिका तीर्थ पुरोहित, काशी विद्वत परिषद, काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व न्यासी, काशी विद्वत कर्मकांड परिषद, अखिल भारतीय विद्वत परिषद इन सभी संस्थाओं और विद्वत समाज के विरोध के बावजूद 10 और 11 मार्च को चिता भस्म की होली खेली गई. 10 मार्च को हरिश्चंद्र घाट जबकि 11 मार्च को मणिकर्णिका घाट पर चिता भस्म की होली खेली गई.
इसको लेकर भी विरोध जताया गया है. यह तय हुआ है कि अधार्मिक आयोजनों को बंद करने के लिए विद्वत समाज अब आंदोलन शुरू करेंगे. श्मशान में डीजे, नाच गाना और हुल्लड़ बाजी बंद कराने के लिए शासन से मदद ली जाएगी. काशी विद्वत कर्मकांड परिषद के अध्यक्ष और काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के पूर्व अध्यक्ष आचार्य पंडित अशोक द्विवेदी ने ये सभी बातें कहीं हैं.
घारमपुर गांव में दिल दहला देने वाली घटना, चाचा-भतीजे की हत्या
14 Mar, 2025 12:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बरेली के घारमपुर गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां चाचा-भतीजे की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई. घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. मृतकों के नाम दौलत खां (50 वर्ष) और भतीजा रहीस खां (32 वर्ष) हैं.
वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों बदमाश फरार हो गए थे. लेकिन पुलिस ने देर रात उन्हें मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. दोनों के पैर में गोली लगी है. दोनों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. घटना गुरुवार की सुबह करीब आठ बजे की है. दौलत खां और रहीस खां बाइक से जा रहे थे. तभी गांव के ही शरीफ खां, अब्बास खां और उनके साथियों ने उन्हें बुखारा रोड पर घेर लिया. इसी बीच, दौलत खां पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. रहीस खां जान बचाकर भागा. लेकिन करीब सौ मीटर दूर आरोपियों ने उसे भी घेर लिया और कई गोलियां मार दीं. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
हत्या के बाद फरार हो गए थे आरोपी
घटना के बाद आरोपी शरीफ खां और अब्बास खां मौके से फरार हो गए थे. पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी. बृहस्पतिवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि दोनों आरोपी पितांबरपुर रेलवे स्टेशन के पास मौजूद हैं. दोनों बाहर भागने की फिराक में थे. फरीदपुर पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस पर फायरिंग, जवाबी कार्रवाई में लगी गोली
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि हत्या में इस्तेमाल किए गए तमंचे पास के एक खंडहर में छिपाए गए हैं. जब पुलिस उन्हें लेकर असलहा बरामद करने गई, तो दोनों ने मौके से भागने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिससे दोनों के पैर में गोली लग गई. इसके बाद पुलिस ने उन्हें फिर से काबू में कर लिया.
हत्या में इस्तेमाल तमंचे बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से दो तमंचे बरामद किए हैं. इनका इस्तेमाल चाचा-भतीजे की हत्या में किया गया था. पुलिस के मुताबिक, हत्या की वजह जमीन को लेकर पुरानी रंजिश थी. इस मामले में पहले भी दोनों पक्षों के बीच विवाद हो चुका था. घटना के बाद फरीदपुर थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची. वहां से 315 और 312 बोर के कई खोखे बरामद किए गए. इससे साफ हुआ कि हमलावरों ने बेहद नजदीक से गोलियां चलाई गई थी. पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और जांच शुरू कर दी. इस वारदात के बाद एडीजी रमित शर्मा, एसएसपी अनुराग आर्य और एसपी दक्षिणी अंशिका वर्मा ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और जल्द से जल्द मामले के निपटारे के निर्देश दिए.
आरोपियों का इलाज जारी, आगे की जांच शुरू
मुठभेड़ में घायल दोनों आरोपियों को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है. इलाज के बाद पुलिस उन्हें फिर से कस्टडी में लेकर पूछताछ करेगी. पुलिस का कहना है कि मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है. बदमाशों के पास से दो तमंचे बरामद किए हैं. इनका इस्तेमाल चाचा-भतीजे की हत्या में किया गया था. पुलिस के मुताबिक, हत्या की वजह जमीन को लेकर पुरानी रंजिश थी. इस मामले में पहले भी दोनों पक्षों के बीच विवाद हो चुका था.
पुलिस-प्रशासन ने किया मौका मुआयना
घटना के बाद फरीदपुर थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची. वहां से 315 और 312 बोर के कई खोखे बरामद किए गए. इससे साफ हुआ कि हमलावरों ने बेहद नजदीक से गोलियां चलाई गई थी. पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और जांच शुरू कर दी. इस वारदात के बाद एडीजी रमित शर्मा, एसएसपी अनुराग आर्य और एसपी दक्षिणी अंशिका वर्मा ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और जल्द से जल्द मामले के निपटारे के निर्देश दिए. मुठभेड़ में घायल दोनों आरोपियों को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है. इलाज के बाद पुलिस उन्हें फिर से कस्टडी में लेकर पूछताछ करेगी. पुलिस का कहना है कि मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है.
बरेली: हिंदू संगठनों ने होटल में छापेमारी, युवक-युवती को संदिग्ध हालत में पकड़ा
14 Mar, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बरेली के आंवला थाना क्षेत्र के रामनगर रोड स्थित एक होटल में हिंदू संगठनों ने छापेमारी कर एक युवक और युवती को संदिग्ध हालत में पकड़ा. बताया जा रहा है कि युवती हिंदू समुदाय से और युवक मुस्लिम समुदाय से है. अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को इसकी जानकारी दी और होटल पर कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने युवक और युवती को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी. वहीं दो समुदायों का मामला होने से हिंदू संगठन में गुस्से में है.
हिंदू संगठनों का आरोप है कि इस होटल में देह व्यापार चल रहा है. संगठन के जिला महामंत्री हिमांशु सोलंकी ने बताया कि उन्हें पहले से ही होटल में अवैध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी. इसी वजह से उन्होंने अपनी टीम के साथ होटल में छापेमारी की, जब वह होटल पहुंचे तो वहां एक कमरे में युवक और युवती संदिग्ध हालत में मिले. जिला अध्यक्ष अनुपम शंखधार ने भी आरोप लगाया कि होटल का मैनेजर ग्राहकों को उनकी मांग के अनुसार महिलाओं के नंबर उपलब्ध कराता है. उन्होंने दावा किया कि होटल में इस तरह की अनैतिक गतिविधियां काफी समय से चल रही थी, लेकिन प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा था.
हिंदू संगठनों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
छापेमारी के बाद हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने होटल के बाहर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. संगठन के नेताओं का कहना है कि इस तरह की घटनाएं समाज को गलत दिशा में ले जा रही हैं और युवाओं को बहकाने का काम कर रही हैं. उन्होंने प्रशासन से मांग की कि होटल के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. ताकि आगे से कोई भी ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा न दे सके.
युवक-युवती को हिरासत में लिया गया
हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और होटल में जांच की. पुलिस ने संदिग्ध हालत में मिले युवक और युवती को हिरासत में लिया और थाने ले गई. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और होटल के रजिस्टर और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. मामला दो समुदायों से जुड़ा है. ऐसे में हिंदू संगठन इसे लेकर ज्यादा आक्रोशित हैं. संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस तरह के मामलों को लव जिहाद से भी जोड़ा जा सकता है और इसे गंभीरता से लेना चाहिए.
प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और होटल के मैनेजर समेत अन्य कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है. हिंदू संगठनों की मांग है कि इस होटल को सील किया जाए और इसके मालिक और स्टाफ पर कानूनी कार्रवाई की जाए. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कानूनी कदम उठाए जाएंगे.
बिहार के आरा में परिवार के 5 सदस्यों ने खाया जहर, तीन की मौत; पुलिस जांच जारी
13 Mar, 2025 06:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार के भोजपुर ज़िला के बिहिया थाना क्षेत्र स्थित बेलवनिया गांव से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां बेरहम पिता ने पहले अपने चार बच्चों को जहर मिला दूध पिलाया फिर खुद भी जहर खा लिया. जहरीला दूध पीने से तीन बच्चों की मौत हो गई. वहीं एक बच्चे और उसके पिता का अस्पताल में इलाज चल रहा है. जिन लोगों की मौत हुई, उसमें दो लड़की और एक लड़का शामिल है. बच्चों की मां करीब एक साल पहले छत से गिरकर जख्मी हुई थी, इसके बाद उन्हें इलाज के लिए ले जाया गया. मगर बदकिस्मती से उनकी जान भी नहीं बच सकी.
बच्चों की मौत से पसरा मातम
इस घटना से पूरे इलाके में मातम सा पसरा हुआ है. सभी लोग बिहिया थाना क्षेत्र के बेलवनिया गांव के रहने वाले हैं. फिलहाल घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. मगर सूत्रों के अनुसार पत्नी की मौत के बाद पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. इसलिए कहा जा रहा है कि इसी वजह से उसने बच्चों को दूध में ज़हर मिला कर पिला दिया और फिर ख़ुद भी पी लिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने सभी को आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया और मामले की छानबीन में जुटी हुई है.
घर के लोगों के शादी में जाने पर खाया जहर
बच्चों को जहर देने वाले पिता का नाम अरबिंद कुमार है, जिसकी बिहिया हाइवे के पास इलेक्ट्रॉनिक का दुकान है और वो अपने परिवार से अलग गांव में ही अपने घर में रहता था. घर के अन्य सदस्य एक शादी समारोह में गए थे, तभी अरविंद ने यह कदम उठाया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी. पुलिस के अनुसार, अरविंद और उनके चारों बच्चों को गंभीर हालत में सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी दो बेटियों नंदनी कुमारी (12) और डॉली कुमारी (5) और बेटा टोनी (6) की मौत हो गई.
पत्नी की मौत के बाद से गुमसुम रहता था शख्स
अरविंद और एक अन्य बच्चे का इलाज अभी जारी है. मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अरविंद की पत्नी की पिछले साल मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद से वह उदास और गुमसुम रहता था. आशंका है कि तनाव के चलते उसने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और फिर खुद भी खाकर आत्महत्या की कोशिश की. इस घटना से गांव में मातम छा गया है और लोग सदमे में हैं.
ऑस्ट्रेलिया की लिव और बिहार के आलोक की शादी, पटना में हुआ खास आयोजन
13 Mar, 2025 05:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार: प्यार न जात देखता है और न ही धर्म. प्यार जब होता है तो बस हो जाता है. कुछ ऐसी ही कहानी है ऑस्ट्रेलिया की लिव और बिहार के आलोक की है. ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली लिव की शादी बिहार के आलोक से राजधानी में हुई है. इस अनोखी शादी में लिव के तो रिश्तेदार थे ही साथ ही साथ स्थानीय लोग भी बड़े अनोखे मौके पर एकत्रित हुए थे. इस शादी के लिए लिव के रिश्तेदार ऑस्ट्रेलिया से भारत आए हुए थे.
पटना के एक होटल में इस शादी का आयोजन हुआ. शादी का सेहरा बांधे आलोक मूल रूप से मुजफ्फरपुर के निवासी है. आलोक बचपन से पढ़ने में काफी तेज थे. सैनिक स्कूल से उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की और हायर एजुकेशन के लिए ऑस्ट्रेलिया चले गए. ऑस्ट्रेलिया में ही स्टडी करने के दौरान आलोक की मुलाकात लिव से हुई. यह मुलाकात धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. हालांकि इन दोनों ने एक दूसरे को करीब पांच साल डेट भी किया.
ऑस्ट्रेलिया से आईं छह महिलाएं
दो अलग-अलग धर्म और दो अलग-अलग संस्कृतियों की इस अनोखी शादी में शामिल होने के लिए आलोक के पैतृक गांव से 100 से भी ज्यादा पुरुष व महिलाएं बाराती बनकर शामिल हुई. वही लिव के घर से भी ऑस्ट्रेलिया से छह महिलाएं आई और वह भी अनोखी शादी में शामिल हुई. इस दौरान हिंदू रीति रिवाज की सभी रस्मों का पूरे तरीके से पालन किया गया. शादी को लेकर के जितना ही खुश आलोक दिख रहे थे उतने ही खुशी लिव के चेहरे पर भी दिखाई दे रही थी.
भारतीय रीति रिवाज हुई शादी
इस दौरान लिव ने एकदम पारम्परिक भारतीय दुल्हन की वेशभूषा को अपनाया हुआ था, वही आलोक भी सेहरा बांधे हुए थे. शादी में भारतीय रीति रिवाज के अनुसार शुरू से लेकर अंत तक विधिवत रस्मों का पालन किया गया. दोनों नव दंपति ने इन रस्मों को निभाने का वचन भी दिया. इस दौरान लिव के चेहरे पर गजब की खुशी दिखाई दे रही थी. लिव के परिवार से ऑस्ट्रेलिया से आई छह महिलाएं भी इन रस्मों को देखकर के आश्चर्यचकित थी.उन्होंने भी इस शादी का बखूबी आनंद उठाया. बताया जा रहा है कि लिव और आलोक दोनों ही ऑस्ट्रेलिया में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. शादी के बाद दोनों ही नव दंपति ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना भी हो गए.
300 सालों से इस गांव में नहीं खेली गई होली, बाबा बड़राव की वजह से रंगों से दूर लोग
13 Mar, 2025 05:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के बोकारो जिले के एक गांव के लोग होली के रंग का नाम सुनकर ही डर उठते हैं. इस गांव में पिछले लगभग 300 वर्षों से होली नहीं खेली जाती है. खास बात यह है कि 5 हजार से अधिक आबादी वाले इस गांव में कोई भी होली खेलने की हिम्मत नहीं जुटा पाता. कुछ बातों का ध्यान रखते हुए गांव के बाहर बसे अपने परिजनों के घरों में लोग होली खेल सकते हैं, लेकिन गांव में नहीं. खास बात यह कि इस गांव में ब्याह कर आई महिलाएं भी यहां की परंपरा में ढल जाती हैं. बता दें कि बोकारो जिले के कसमार प्रखंड स्थित दुर्गापुर होली नहीं खेलने की वजह को लेकर दिलचस्प कहानी जुड़ी हुई है.
दरअसल, इलाके के राजा दुर्गा प्रसाद की हत्या होली के दिन रामगढ़ राजा के द्वारा किए जाने को लेकर है. हालांकि, गांव के लोगों को पूर्वजों ने यह जरूर बताया है कि हत्या के बाद बाद करीब 100 वर्ष गांव में कुछ खानाबदोश मल्हार जाति के लोग 8 दिनों से आकर ठहरे हुए थे इन लोगों ने होली के दिन रंग और गुलाल की होली खेली, पर उसी दिन दो लोगों की मौत हो गई. गांव में महामारी फैल गई. जब गांव के लोगों ने गांव के पाहन से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि यह होली खेलने की वजह से हुई है. उसके बाद दुर्गा पहाड़ के पास स्थित बाबा बड़राव के पास जाकर पूजा अर्चना की गई गलती के लिए क्षमा मांगी गई तब फिर गांव में शांति स्थापित हुई.
गांव के लोगों का कहना है कि पूर्वजों ने बताया है कि बाबा बड़राव को रंग पसंद नहीं है. गांव के लोगों का कहना है कि होली के दिन यह लोग कहीं होली खेलने नहीं जाते हैं अगर कोई ससुराल और मामा घर जाता है तो वहां होली खेल सकता है. लेकिन, होली के दिन अगर इस गांव के लोग कहीं दूसरे गांव जाते हैं तो लोग भी उन्हें रंग देने से डरते हैं. दुर्गापुर गांव में 11 टोला है जिसकी कुल आबादी लगभग 5 हजार से अधिक है. लोगों का कहना है कि जो महिलाएं यहां ब्याह करती है वह भी गांव की परंपरा से ढल जाती हैं.गांव के लोगों ने बताया कि यह कथा बड़े-बुजुर्गों के द्वारा बताई गई है, जो आज तक चली आ रही है.
कोई भी व्यक्ति यहां होली खेलने की हिम्मत नहीं जुटाता है. गांववालों का कहना है कि रामगढ़ के राजा पद्म की पत्नी रानी अपने मायके बंगाल से होकर होली के दो दिन पूर्व किस रास्ते से गुजर रही थी. इसी दौरान यहां के राजा दुर्गा प्रसाद के द्वारा उन्हें रोक कर उनके द्वारा ले जाए जा रहे सामानों की जांच की गई. बस के बीच भर कर ले जाए जा रहे नई साड़ी को भी निकाल कर देखा गया. इस बात की जानकारी रानी ने जाकर राजा को दी और राजा होली के दिन अपने दल बल के साथ वहां पहुंचे और दुर्गा प्रसाद को हमला कर मौत के घाट उतार दिया. लोगों का कहना है की होली के दिन हम लोग रंग गुलाल नहीं खेलते हैं लेकिन पूरा पकवान जरूर हम लोग बनाते हैं और खाते भी हैं.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद और कन्हैया कुमार के बीच बढ़ी खींचतान
13 Mar, 2025 05:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार की सियासत में अपने दम पर खड़े होने के लिए बेताब कांग्रेस विधानसभा चुनाव से पहले दो धड़ों में बंटी नजर आ रही है. बिहार की सियासी पिच पर कन्हैया कुमार के एक्टिव होने से आरजेडी से ज्यादा कांग्रेस के नेता ही बेचैन माने जा रहे हैं. कन्हैया कुमार के बिहार सक्रिय होने से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद खुश नहीं हैं. इसके चलते ही राहुल गांधी के साथ बुधवार को बिहार कांग्रेस नेताओं के साथ होने वाली बैठक टल गई है. कन्हैया बनाम अखिलेश की लड़ाई में बिगड़ न जाए कांग्रेस का 2025 गेम?
कांग्रेस साढ़े तीन दशक से बिहार की सत्ता से बाहर है, जिसके चलते उसका जनाधार पूरी तरह से खिसक गया है. कांग्रेस के तमाम नेता पार्टी छोड़कर चले गए हैं तो कार्यकर्ता भी जमीनी स्तर पर सक्रिय नहीं है. ऐसे में कांग्रेस बिहार में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बैसाखी के सहारे राजनीति करती रही. दिल्ली चुनाव के बाद कांग्रेस अब आत्मनिर्भर बनने की जुगत में है, जिसके चलते ही सियासी माहौल गर्मा गया है. कांग्रेस की नजर बिहार की सियासत पर ही अपने दम पर खड़े होने की है, जिसके चलते ही सियासी उठा पटक शुरू हो गई है.
कांग्रेस के दो भूमिहार नेता में शह-मात
कांग्रेस कन्हैया कुमार के जरिए बिहार में अपने लिए सियासी उम्मीदें देख रही है, जिसके चलते ही उन्हें उतारा है. ऐसे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह का मानना है कि कांग्रेस पार्टी जिस तरह कन्हैया कुमार को बिहार में प्रमोट कर रही है, उससे कांग्रेस और आरजेडी के संबंध बिगड़ सकते हैं. इसका पॉलिटिक्ल इम्पैक्ट सिर्फ गठबंधन की राजनीति पर ही नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी सियासत पर भी पड़ता दिख रहा, जिसमें दो भूमिहार नेता आमने-सामने खड़े हुए नजर आ रहे हैं.
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और कन्हैया कुमार एक ही पार्टी से हैं और एक ही समाज से आते हैं. दोनों नेता भूमिहार समाज से आते हैं और दोनों ही गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं.अखिलेश प्रसाद को सोनिया गांधी की लॉबी का माना जाता है तो कन्हैया कुमार राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं. राहुल के साथ भारत जोड़ो यात्रा में कन्हैया कुमार कंधे से कंधा मिलकर पदयात्रा करते नजर आए थे. अब बिहार कांग्रेस के दोनों ही दिग्गज नेताओं के बीच शह-मात का खेल शुरू हो गया है.
कन्हैया बनाम अखिलेश प्रसाद
बिहार की राजनीति में अचानक कन्हैया कुमार का सक्रिय होना अखिलेश सिंह समर्थकों को नागवार गुजर रहा है. ऐसे में दोनों अब बिहार में अपना दम दिखाना चाह रहे हैं. अखिलेश प्रसाद सिंह बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. इनका ओरिजनल रूट कांग्रेस नहीं है, लालू यादव की पार्टी आरजेडी से होते हुए कांग्रेस सियासी ठिकाना बना है. लालू यादव और अखिलेश सिंह की गोटी बिल्कुल सेट है. लालू यादव की वजह से ही वह राज्यसभा भी पहुंचे हैं. कांग्रेस और आरजेडी को राज्य में गठबंधन की डोर में बांधे रखने में अखिलेश सिंह की अहम भूमिका मानी जाती.
वहीं कन्हैया कुमार वामपंथी राजनीति से कांग्रेस में आए हैं. राहुल गांधी के करीबी हैं और युवा नेता है. कन्हैया की युवाओं में मजबूत पकड़ मानी जाती है. बेबाकी तरीके से कन्हैया अपनी बात रखने की ताकत रखते हैं और सामने वाली की बोलती बंद करने की क्षमता है. राहुल गांधी अब कन्हैया कुमार को बिहार में आगे बढ़ा रहे हैं तो अखिलेश प्रसाद सिंह को रास नहीं आ रहा है. इस तरह कन्हैया कुमार और अखिलेश सिंह को लेकर बिहार कांग्रेस अब दो खेमे में बंट गई है. ऐसे में एक गुट प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के साथ है जबकि दूसरा गुट कन्हैया कुमार के साथ. फीडबैक लेने वाले थे.
कांग्रेस का बिगड़ न जाए सियासी गेम
कांग्रेस पार्टी के भीतर एक ऐसा वर्ग है जो लालू की छाया से निकलना चाह रही है. शायद यही वजह है नए कांग्रेस प्रभारी और कन्हैया कुमार की सक्रियता वैसे लोगों को खटक रही है. कांग्रेस पार्टी अपना जनाधार बढ़ाने के लिए कन्हैया कुमार की भूमिका को और बड़ा करना चाहती है. कन्हैया कुमार के नेतृत्व में यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई की टीम रोजगार और पलायन के मुद्दे पर 16 मार्च से पश्चिम चंपारण से पदयात्रा शुरू कर रही. कन्हैया इस पदयात्रा में मुख्य आकर्षण होंगे. कन्हैया कांग्रेस में रहते हुए बिहार में अपना भविष्य देख रहे हैं और ठीक वैसे ही कांग्रेस भी कन्हैया कुमार से वैसी ही उम्मीद बिहार में पाल रखी है, जिसके चलते बिहार की सियासी पिच पर उतारने का दांव चला है.
वहीं, बिहार की सियासत में हमेंशा इस बात की चर्चा रहती है कि लालू यादव हमेशा बिहार कांग्रेस को अपनी मुट्ठी में रखना चाहते हैं. कांग्रेस जैसे ही ताकतवर होगी, लालू यादव को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए, बिहार में जो भी कांग्रेस का अध्यक्ष रहा लालू यादव का कृपा पात्र रहा. मदन मोहन झा और भक्त चरण दास की जोड़ी ने लालू यादव के नाक में दम जरूर कर दिया था. इसके बाद लालू यादव ने अपनी केमिस्ट्री के नेता अखिलेश प्रसाद को प्रदेश की कमान दिलाई, लेकिन कन्हैया कुमार अचानक सक्रिय होने से बिहार की सियासत में तूफान खड़ा हो गया है.
बिहार कांग्रेस में विवाद इतना बढ़ गया है कि पार्टी को 12 मार्च को राहुल गांधी के साथ बिहार के नेताओं की बैठक स्थगित करनी पड़ी है. इस बैठक में राहुल गांधी प्रदेश के नेताओं से विधानसभा चुनाव पर फीडबैक लेने वाले थे. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह बहुत नाराज चल रहे हैं. बिहार के नए प्रभारी कृष्णा अल्लावारु जिस स्टाइल में काम कर रहे हैं, उससे प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह तालमेल नहीं बैठा पा रहे हैं. हालांकि वह इसका विरोध भी नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि प्रभारी को सीधा केंद्रीय नेतृत्व का आशीर्वाद मिला हुआ है. इसी बीच कन्हैया कुमार की बिहार वापसी ने आग में घी डालने का काम किया है. ऐसे में कांग्रेस का मिशन-2025 कहीं गड़बड़ा न जाए?
रांची एसएसपी ने दी उपद्रवियों को कड़ी चेतावनी, कहा- शांति भंग करने वालों को 10 फीट नीचे गाड़ देंगे
13 Mar, 2025 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: पूरे देश में होली का उत्सव शुरू हो गया है. रंग और गुलाल वाली होली 14 मार्च यानी शुक्रवार की खेली जाएगी. त्योहार को शांति से मनाने के लिए झारखंड की राजधानी रांची में पुलिस सख्त हो गई है. अराजकतत्वों पर नजर रखी जा रही है. एसएसपी रांची भी एक्शन मोड़ में हैं. उन्होंने उपद्रवियों पर सख्ती से निपटने को कहा है. उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा है कि कोई भी व्यक्ति अगर होली के दौरान जान बूझकर बदमाशी करता है, शांति भंग करने की कोशिश करेगा तो उसे 10 फीट नीचे जमीन में गाड़ देंगे.
रांची एसएसपी चंदन कुमार सिंहा अपने तेज तर्रार तेवरों के रूप में जाने जाते हैं. इस बार उपद्रवियों की दी गई उनकी चेतावनी चर्चा में बनी हुई है. होली के उपलक्ष्य में आयोजित हुई शांति समिति की बैठक में उन्होंने अराजकतत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है. हाल ही में उनका प्रमोशन हुआ है. एसएसपी की उपद्रवियों को चेतावनी देने वाले बयान की वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
अराजकता फैलाने वालों पर रखें नजर
होली को लेकर रांची के समाहरणालय परिसर में शांति समिति की बैठक आयोजित हुई, जिसमें एसएसपी चंदन कुमार सिंहा मौजूद रहे. बैठक में उन्होंने उपद्रवी और शरारती तत्व पर कढ़ाई से निपटने की बात कही. इस बीच उन्होंने शांति समिति के लोगों से अपील की. उन्होंने कहा कि सभी को अराजकतत्वों पर नजर रखने की जरूरत है. ऐसे लोग समाज में अराजकता फैलाते हैं. उन्होंने कहा कि इन लोगों को रोकना हम सब का दायित्व है.
जमीन के 10 फीट नीचे गाड़ देंगे-एसएसपी
एसएसपी ने कहा किजो लोग जानबूझकर हुड़दंग कर होली में अशांति फैलाने की कोशिश करेंगे, ऐसे लोगों की जानकारी पुलिस प्रशासन को दें. उन्होंने चेतावनी लहजे में कहा कि प्रशासन ऐसे उपद्रवी और शरारती तत्वों को जमीन के 10 फीट नीचे गाड़ देगा. उन्होंने कहां की फोर्सज की डेप्लॉयमें ट राजधानी के सभी जगह पर रहेगी. लगातार पुलिस की टीम गस्ती करेगी. किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना होती है तो तुरंत पुलिस को इन्फॉर्म करें, पुलिस हाजिर हो जाएगी. उन्होंने लोगों से भी आपसी विवाद को बढ़ावा ना देते हुए सौहार्द पूर्ण वातावरण में त्योहार मनाने की अपील की है.