मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
प्रदेश में पर्यावरण के लिए व्यक्तिगत, शासकीय और सामुदायिक स्तर पर कार्य किया जा रहा है: मुख्यमंत्री चौहान
7 Sep, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राष्ट्रीय स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में इंदौर ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। देश के 10 दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में अव्वल रहने पर इंदौर को एक करोड़ 10 लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही भोपाल को 5वां, जबलपुर को 13वां और ग्वालियर को 41 वां स्थान प्राप्त हुआ है। 3 लाख से 10 लाख तक की जनसंख्या वाले शहरों में सागर को देश में 10 वां और 3 लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास को छटवां स्थान प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय पयार्वरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव द्वारा कुशाभाऊ ठाकरे इन्टरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस 2023 के राष्ट्रीय कार्यक्रम में यह पुरस्कार प्रदान किए गए। यह पहला अवसर है जब अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली से बाहर किसी अन्य राज्य में हुआ है।
शहरों को मिले डेढ़ करोड़ से लेकर 12.50 लाख रूपए तक के पुरस्कार
राष्ट्रीय कार्यक्रम में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में आगरा को एक करोड़ रूपए का द्वितीय और ठाणे (महाराष्ट्र) को 50 लाख रूपए का तृतीय और तीन से दस लाख आबादी की श्रेणी में अमरावती को 75 लाख रुप्ए का प्रथम, मुरादाबाद को 50 लाख रुपए का द्वितीय, गुंटूर को 25 लाख रुपए का तृतीय तथा तीन लाख से कम आबादी की श्रेणी में हिमाचल प्रदेश के परवानू को 37.50 लाख का प्रथम और काला अंब को 25 लाख रुपए का द्वितीय तथा उड़ीसा के अंगुल को 12.50 लाख रुपए का तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में शहरों द्वारा वायु प्रदूषण कम करने के श्रेष्ठतम प्रयासों पर केंद्रित पुस्तक "सार संग्रह" का विमोचन हुआ और स्वच्छ वायु कार्यक्रम की सफलता की कहानियों तथा मिशन लाइफ पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। मुख्यमंत्री चौहान तथा केंद्रीय मंत्री यादव ने दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा मिशन लाइफ, गौ-काष्ठ, अपशिष्ट प्रबंधन, कार्बन कैप्चर, प्रदूषण नियंत्रण के उपाय, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, क्लीन एयर प्रोजेक्ट, सेल्फी कियोस्क, सीमेंट उद्योग में प्रदूषण नियंत्रण, आदि पर केंद्रित प्रदर्शनी का फीता काट कर उदघाटन किया।
प्रकृति और पर्यावरण से प्रेम भारत की माटी में है
मुख्यमंत्री चौहान ने राष्ट्रीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति और पर्यावरण से प्रेम भारत की माटी में है। भारतीय संस्कृति की मान्यता है कि प्रकृति का शोषण नहीं अपितु उसका दोहन किया जाए। हम प्रकृति से उतनी मात्रा में ही संसाधन लें जिसकी भरपाई की जा सके। हमारा मानना है कि एक ही चेतना सभी में विद्यमान है। प्राणियों में सद्भावना और विश्व के कल्याण की मंशा हमारी विचार परम्परा में रची बसी है। वसुधैव कुटुम्बकम का भाव हमारे इसी दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह भारतीय चिंतन का मूल्य है और मिशन लाइफ के रूप में प्रधानमंत्री मोदी ने यह मंत्र पूरी दुनिया को दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मिशन लाइफ के जो मंत्र दिए हैं, उनको हमने साकार रूप से धरती पर नहीं उतारा तो आने वाले समय में यह धरती हमारी अगली पीढ़ियों के रहने लायक नहीं रहेगी। प्रधानमंत्री मोदी की मंशा के अनुरूप पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रदेश में व्यक्तिगत,शासकीय सामुदायिक स्तर पर कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैंने ढाई साल पहले प्रतिदिन स्वयं पौधा लागने का संकल्प लिया, मेरे इस प्रयास से लोग जुड़ते गए और अब पौधरोपण प्रदेश में अभियान बन गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने राष्ट्रीय कार्यक्रम में पुरस्कार प्राप्त नगरों को दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राष्ट्रीय कार्यक्रम में पुरस्कार प्राप्त करने वाले नगरों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वायु शुद्ध रखने के लिए किए गए कार्य आगामी पीढ़ियों को सुरक्षित रखने का प्रयास हैं। सभी प्रदेश स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए मानव कल्याण की दिशा में कार्य करते रहेंगे। मध्यप्रदेश के पर्यावरण संरक्षण और वायु की शुद्धता के लिए प्रयास निरंतर जारी रहेंगे क्योंकि यह गतिविधियाँ प्रदेश को गौरवान्वित करने के साथ-साथ मानवता के कल्याण की दिशा में भी योगदान देती हैं। पर्यावरण अनुकूल शैली अपनाना समय की आवश्यकता है। पर्यावरण पर पड़ रहे विपरीत प्रभाव के कारण वर्षा भी असामान्य रूप से होती है। इन संकेतों को हमें समझना होगा और वैश्विक स्तर पर निर्मित हो रही इस स्थिति को सुधारने में अपना अपना योगदान देना होगा।
स्वच्छ वायु सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि 15 अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सभी लोगों को स्वच्छ वायु सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की थी। उन्होंने स्वस्थ और उत्पादक जीवन का आश्वासन देते समग्र दृष्टिकोण के माध्यम से 100 से अधिक शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार करने के उद्देश्य और योजना की घोषणा की थी। अनुपालन में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा भारत में शहर और क्षेत्रीय पैमाने पर वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए कार्यों को रेखांकित करते हुए राष्ट्रीय स्तर की रणनीति के रूप में एक राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) को लागू किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 131 शहरों को चिन्हित किया गया है। समन्वय, सहयोग, भागीदारी और सभी हितधारकों के निरंतर प्रयासों से राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद मिल रही है। केंद्रीय मंत्री यादव ने ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट, ई-अपशिष्ट, जैव-चिकित्सा अपशिष्ट, बैटरी अपशिष्ट, निर्माण, विध्वंस अपशिष्ट और टायर तथा खतरनाक अपशिष्ट को कवर करने वाले अपशिष्ट प्रबंधन नियमों की अधिसूचना पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग, प्रमुख सचिव गुलशन बामरा सहित भारत सरकार के अधिकारी, विभिन्न नगर निगमों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
हनुमान कुंड टीम बनी विजेता, इंजीनियर संजीव सक्सेना के हाथों मिला 1.1 लाख का पुरुस्कार
7 Sep, 2023 06:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में नेहरू नगर चौराहे पर आयोजित 18 वी मटकी फोड़ प्रतियोगिता कल रात देर तक चले मुकाबले के बाद भोपाल के हनुमान कुंड टीम ने जीत ली। विजेता टीम को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं आयोजक संस्था मातृभूमि संगठन के संरक्षक इंजीनियर संजीव सक्सेना ने 1.1 लाख रुपये की राशि व ट्रॉफी प्रदान की। सोमवारा और बापू नगर की टीमें क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। इस प्रतियोगिता में भोपाल सहित आष्टा, बैतूल, सीहोर, हरदा आदि शहरों की टीमों ने भी हिस्सा लिया।
कुल 51 फ़ीट की ऊंचाई पर बाँधी गई मटकी को फोड़ने की कोशिश शाम 7 बजे से आरम्भ हुई और देर रात 2 बजे तक एक के बाद एक टीमों ने घेरा बनाकर कोशिशें कीं। इन टीमों में से कौन विजेता बनेगा इस बात को जानने की उत्सुकता और रोमांच के चलते रात दो बजे के बाद तक हजारों दर्शक प्रतियोगिता स्थल पर मौजूद रहे। प्रतियोगिता के दौरान भगवान् कृष्ण का जन्मोत्सव भी मनाया गया जिसके अंतर्गत संगीतमय कृष्ण भजनों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी गयीं। इस दौरान इंजीनियर संजीव सक्सेना ने महिषासुर मर्दिनी पाठ किया। यह पाठ उन्हें कंठस्थ है। साथ ही रात्रि 12 बजते ही कृष्ण जन्म उत्सव को मनाने के लिए जोरदार आतिशबाजी की गई.
पुरुस्कार वितरण अवसर पर इंजीनियर संजीव सक्सेना ने कहा कि अंग्रेजी शासन काल में लोगों को एकजुट करने और धर्म की डोर से बांधे रखने के लिए मटकी फोड़ प्रतियोगिता ने भारतीय जनमानस में अहम् भूमिका अदा की।
राजधानी के कई मंदिरों में मनेगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
7 Sep, 2023 05:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर राजधानी में सामाजिक, सांस्कृतिक, कलात्मक, खेल, धार्मिक आदि गतिविधियों का सिलसिला चल रहा है। इसी क्रम में आज भी शहर में अनेक ऐसी गतिविधियों का आयोजन होने जा रहा है, जिनका आप आनंद उठा सकते हैं। कोलार साई नाथ नगर मां दुर्गा मंदिर गायत्री चेतना केंद्र में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सुबह 11 बजे मनाई जाएगी। भेल बरखेड़ा यादव समाज इस्कान मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी दोपहर 12 बजे मनेगी। इसी तरह कृष्ण मंदिर खजूरीकलां में जन्माष्टमी पर्व के मौके पर धार्मिक अनुष्ठान होंगे। समय : दोपहर दो बजे। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के अंतरंग भवन वीथि संकुल में माह का प्रादर्श श्रंखला के तहत सितंबर माह के प्रादर्श के रूप में जिला मधुबनी, बिहार के लोक समुदाय से संकलित मिथिलांचल क्षेत्र में प्रचलित तांबे के अनुष्ठानिक पात्र कलशा को दर्शकों के अवलोकनार्थ प्रस्तुत किया गया है। आप इसे सुबह दस बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक देख सकते हैं।मध्य प्रदेश जनजातीय संग्रहालय की लिखंदरा दीर्घा में भील समुदाय की चित्रकार ग्लोरिया भभोर के चित्रों की प्रदर्शनी सह-विक्रय का संयोजन किया गया है। 41वीं शलाका चित्र प्रदर्शनी सितंबर माह के अंत तक रहेगी। इसे दोपहर 12 बजे से शाम आठ बजे तक देखा जा सकता है। मप्र उर्दू अकादमी, संस्कृति परिषद एवं संस्कृति विभाग द्वारा अंश हैप्पीनेस सोसायटी के सहयोग से महिला कलाकारों के लिए 15 दिवसीय चारबैत कार्यशाला चल रही है। कार्यशाला में उस्ताद मुख्तार द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर जीपी बिड़ला संग्रहालय में भगवान श्रीकृष्ण और महाभारत विषय पर प्रदर्शनी और ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया जा रहा है। 11 सितंबर तक प्रदर्शनी को सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक देखा जा सकता है।
मटकी फोड़ प्रतियोगिता में आज आएंगे गोविंदा
7 Sep, 2023 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर शहर आज कई कार्यक्रम
भोपाल । राजधानी में आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में नेहरु नगर में आयोजित मटकी फोड प्रतियोगिता में बालीवुड के अभिनेता गोविंदा भाग लेने आ रहे हैं। गुरुवार को नेहरू नगर चौराहे पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता का भव्य आयोजन रखा गया है। अभिनेता गोविंदा इस मटकी फोड़ प्रतियोगिता कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण होंगे। वह आज भोपाल पहुंचेंगे। विधायक पीसी शर्मा ने बताया कि मटकी फोड़ प्रतियोगिता में प्रदेशभर की टीमें शामिल होंगी। भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। मटकी फोड़ प्रतियोगिता की विजेता टीम को एक लाख 11 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। इसी जगह पर बुधवार को कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना द्वारा नेहरू नगर में मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें 10 से अधिक टीमों ने भाग लिया। यहां पर यह भी बता दें कि अभिनेता गोविंदा जन्माष्टमी के मौके पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता में शिरकत करने लगातार दूसरे साल भोपाल आ रहे हैं। पिछली बार वह करोंद में श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव समिति के आमंत्रण पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता के लिए आए थे। उधर अरेरा कालोनी दत्त मंदिर में तीन दिवसीय मल्हार उत्सव शुक्रवार से शुरू हो रहा है। महाराष्ट्रीयन समाज की ओर से वामन भालचंद्र बेहरे की स्मृति में संगीत समारोह मल्हार उत्सव हर दिन शाम 6:30 से शुरू होगा। शुक्रवार को अनिरुद्र जोशी सितार वादन की प्रस्तुति देंगे। वहीं नौ सितंबर शनिवार को सुरेखा भट्ट गायन और 10 सितंबर रविवार को प्रवीण शेवलीकर वायलिन वादन की प्रस्तुति देंगी। आयोजन समिति के प्रमुख संजय जोशी ने समारोह की जिम्मेदारी रोहिणी शिंगवेकर, चंद्रकांत बेहरे सहित अन्य लोगों को दी है। वहीं बुधवार को नेहरू नगर, अवधपुरी सहित अन्य छोटे-बड़े स्थानों पर मटकी फोड़ प्रतियोगिताएं हुईं। देर रात मशक्कत करने के बाद मटकियां फोड़ी गईं।
बारिश का दौर शुरु होने से खिले किसानों के चेहरे
7 Sep, 2023 03:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर पूरे प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हुआ है। सूखे की आहट से घबराए प्रदेश के किसानों के चेहरे फिर खिल गए। मौसम केंद्र ने अगले 24 घंटों में भी मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। किसानों की सूख रही फसल को अमृत की बूंदे मिली हैं। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की जा चुकी है। अगले 24 घंटों में नरसिंहपुर, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना में भारी वर्षा का अनुमान है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले 24 घंटे के लिए कई जिलों में अति भारी वर्षा का अनुमान जताया है। प्रदेश में टीकमगढ़, निवाड़ी, उज्जैन, आगर जिलों में आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं सीहोर, राजगढ, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगौन, आलीराजपुर, झाबुआ धार, इंदौर, देवास, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, दतिया, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर में भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इसके पीछे की मुख्य वजह उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी से चक्रवाती घेरा और निम्न दाब क्षेत्र के सक्रिय होना है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण 10 से 12 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी से एक और सिस्टम सक्रिय होगा। इस सिस्टम से पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहेगी। प्रदेश में 18 से 20 सितंबर तक वर्षा की सक्रियता रहेगी। बता दें प्रदेश में अब तक सामान्य से 19 फीसदी कम वर्षा हुई है। इंदौर, अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, पन्ना, सागर, शहडोल, उमरिया, रायसेन और नर्मदापुरम में 28 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। - दमोह, कटनी, निवाड़ी, बैतूल, भिंड, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में आंकड़ा 24 इंच से अधिक है।मध्य प्रदेश में अब तक (1 जून से 6 सितंबर) सामान्य से 19 प्रतिशत वर्षा कम हुई है। प्रदेश में औसत 26.16 इंच वर्षा हुई है, जबकि 32.43 इंच बारिश होनी थी। पूर्वी हिस्से में औसत से 16 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्से में औसत से 23 प्रतिशत कम हुई है। प्रदेश में सबसे ज्यादा वर्षा नरसिंहपुर में हुई है। यहां अब तक हुई वर्षा का आंकड़ा 41 इंच से अधिक है। सिवनी में 37.53 इंच, मंडला-जबलपुर में 35, डिंडोरी में 34 इंच से अधिक वर्षा हो चुकी है।
CM का ऐलान, भोपाल में बनेगा स्टेट मीडिया सेंटर, सीनियर जर्नलिस्ट को अब 20000 रु. सम्मान निधि
7 Sep, 2023 03:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल के मालवीय नगर में पत्रकार भवन बनाया जाएगा। इसे नया स्वरूप देंगे। ये मॉडर्न फैसिलिटी से लैस होगा। CM हाउस में मुख्यमंत्री ने गुरुवार को हुए पत्रकार समागम में कई घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनी ने इस बार प्रीमियम की राशि 27% बढ़ा दी है। बढ़ी हुई प्रीमियम राशि देना कई पत्रकारों के लिए कठिनाई पैदा करेगा, इसलिए हमने तय किया है प्रीमियम की राशि पिछले साल की तरह ली जाएगी। बढ़ा हुआ भार राज्य सरकार वहन करेगी। बीमा के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 16 सितंबर से बढ़ाकर 25 सितंबर कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा, 'इस चुनाव के बाद भी हम ही रहने वाले हैं, लेकिन ये सब चीजें पहले ही पूरी कर दूंगा। बाद में भी इसे आगे बढ़ाने का काम हम ही करेंगे।'
स्टेट मीडिया सेंटर होगा नया पत्रकार भवन
CM ने कहा, 'मालवीय नगर में पत्रकार भवन तोड़ दिया गया। जमीन वैसी ही पड़ी हुई है। इस भवन को नया स्वरूप देने का संकल्प मन में आया है। यह भवन स्टेट मीडिया सेंटर का स्वरूप लेगा। यहां पत्रकार वार्ता और दूसरी एक्टिविटीज के लिए आधुनिक सुविधाएं होंगी। लाइब्रेरी, कैंटीन और जो भी जरूरत हो सकती है व्यवस्था करेंगे।
CM ने ये ऐलान भी किए
65 साल से अधिक उम्र के सीनियर पत्रकार, उनकी पार्टनर (पति या पत्नी) के बीमा का पूरा प्रीमियम सरकार के द्वारा ही भरा जाएगा।
पत्रकारों, उनके आश्रितों को सामान्य बीमारियों में अभी तक आर्थिक सहायता का प्रावधान 20000 रुपए था। इसे बढ़ाकर 40000 रुपए कर रहे हैं।
गंभीर बीमारियों के लिए 50000 से बढ़ाकर इसको सीधा 100000 रुपए किया जाएगा। अगर और कोई जरूरत होगी तो सरकार ध्यान रखेगी।
बुजुर्ग पत्रकारों को सम्मान निधि अब तक 10000 रुपए प्रतिमाह दी जाती थी। इसको भी बढ़ाकर 20000 रुपए किया जा रहा है।
सम्मान निधि प्राप्त करने वाले पत्रकार के निधन पर उनकी पत्नी को 800000 रुपए की सहायता एकमुश्त दी जाएगी।
अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को आवास ऋण ब्याज अनुदान योजना के अंतर्गत अधिकतम ऋण की सुविधा 25 लाख से बढ़ाकर 30 लाख रुपए की जाएगी।
अधिमान्य पत्रकार के बेटा - बेटी की शिक्षा के लिए बैंक से लोन लिया जाता है तो 5% ब्याज अनुदान 5 साल तक राज्य सरकार वहन करेगी। छोटे शहरों और कस्बों के पत्रकारों को डिजिटल ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। इसमें माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय का सहयोग लिया जाएगा। पत्रकार सुरक्षा कानून बनेगा। इसके लिए समिति गठित की जाएगी। समिति में पत्रकारों को भी रखा जाएगा।
जिलों में भी पत्रकारों की कॉलोनी बनाने का रास्ता निकालेंगे
पिछले दिनों भोपाल में हमने दो पत्रकार कॉलोनी बनाई। जमीन आवंटित की। जिला और दूसरे स्थानों पर भी पत्रकार मिलते हैं तो कॉलोनी की मांग करते हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कारण कुछ कठिनाइयां बीच में आई हैं, लेकिन हम रास्ता निकालकर जहां हमारी सोसाइटी है, पत्रकारों को जमीन देने की व्यवस्था करेंगे। लीगल जो भी रास्ता होगा निकालेंगे।
मध्यप्रदेश एक मिसाल : कभी स्वास्थ्य सेवाएं ही वेंटिलेटर पर थीं, आज हजारों आईसीयू बेड बचा रहे हैं जिंदगी
7 Sep, 2023 02:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जब कोरोना बड़े-बड़े देशों के हैल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की कमर तोड़ रहा था, कई राज्य जांच, इलाज और वैक्सीनेशन की समस्याओं में उलझे थे, तब शिवराज सरकार ने कोरोना संकट के उस दौर में भी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की। कभी बीमारू राज्य के तमगे वाले मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं ही वेंटिलेटर पर थी लेकिन पिछले कुछ सालों से प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में जबरदस्त मजबूती आई है।
आत्मनिर्भर स्वस्थ मध्यप्रदेश
कोरोना संकट के दौर में प्रदेश ने खुद को जंग के लिए तैयार किया और ‘आत्मनिर्भर स्वस्थ मध्य प्रदेश’ बन गया। 3 साल पहले तक जिस प्रदेश में मात्र 277 आईसीयू बेड थे, आज प्रदेश में इन आईसीयू बिस्तरों की संख्या 2000 पार हो चुकी है। सभी 51 जिला चिकित्सालय और 8 सिविल अस्पताल में डायलिसिस इकाई, 49 जिला चिकित्सालय और 4 सिविल अस्पताल में पीपीपी मोड पर सी.टी. स्केन की सुविधा मरीजों की जिंदगी बचाने में भूमिका निभा रहे हैं।
करोड़ों लोगों को मिल रहा है लाभ
स्वास्थ्य क्षेत्र में मजबूती से उभरते मध्य प्रदेश में जिला चिकित्सालयों के 60 प्रतिशत बिस्तरों पर ऑक्सीजन सप्लाई की उपलब्धता और सभी जिला चिकित्सालय में आईसीयू वार्ड बनाकर 730 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। साफ है स्वास्थ्य सेवाओं में एमपी बेमिसाल हो रहा है। प्रदेश में 11 हजार से अधिक वेलनेस सेंटर्स क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
सेक्सटार्शन का शिकार हुआ रेलवे कर्मचारी, दोस्त ने महिला मित्र के साथ मिलकर ऐंठ लिए छह लाख रुपये
7 Sep, 2023 01:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । गोविंदपुरा क्षेत्र में एक रेलवे कर्मचारी के साथ अड़ीबाजी कर रुपये ऐंठने का मामला सामने आया है। आरोपित उसका सहकर्मी है, जिसने पहले अपनी महिला मित्र के साथ सांठगांठ कर उससे उसकी दोस्ती करवाई। बाद में यौन शोषण के मामले में फंसाने की धमकी देकर रुपये ऐंठने शुरु कर दिए। पुलिस जांच में सामने आया है कि वह दो साल में करीब छह लाख रुपये ऐंठ चुका था। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
गोविंदपुरा थाने के एसआइ वासुदेव सविता ने बताया कि शक्ति नगर में रहने वाले 52 वर्षीय संजय कटारे रेलवे में ट्रेन कंट्रोलर हैं। उन्होंने थाने में शिकायत की थी कि उनके रेलवे में साथी ट्रेन कंट्रोलर नेहरू नगर निवासी निपेंद्र सिंह से करीब 22 साल पुरानी दोस्ती है। उन्होंने अपनी महिला मित्र 27 वर्षीय काजल परमार से कुछ साल पहले मिलवाया था। बाद में दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई। कुछ दिनों बाद काजल फोन पर मदद के बहाने उनसे रुपये मांगने लगी। शुरुआत में तो वह उसे दोस्ती के नाते पांच हजार रुपये तो कभी दस हजार रुपये देकर उनकी मदद कर दिया करते थे। दिसंबर 2021 में उसने उनसे पांच हजार रुपये मांगे। जब उन्होंने आनाकानी की तो वह उनको यौन शोषण के मामले में फंसाने की धमकी देने लगी। बदनामी के कारण उन्होंने वह रकम दे दी। बाद में उसने फिर मांग की तो उन्होंने परेशान होकर उसके नंबर को ब्लाक कर दिया। बाद में वह उसके साथी दोस्त निपेंद्र सिंह के मोबाइल से फोन कर रुपये मांगने लगी, इससे वह बेहद परेशान हो गए। उन्होंने इस पूरे प्रकरण के बारे में पत्नी से बातचीत की। बाद में उन्होंने पत्नी के हिम्मत देने पर इस अड़ीबाजी की थाने में शिकायत कर दी थी।
पीड़ित से बच्चा होने की धमकी देती थी, पुलिस ने सबूत मांगे तो पेश नहीं कर पाई
एसआइ वासुदेव सविता ने बताया कि जब शिकायत पर जांच कर महिला को बयान देने के लिए बुलाया तो वह शुरुआत में कहने लगी कि संजय कटारे ने उनको यौन शोषण किया और उनसे उसका एक बेटा भी है। लेकिन जब उसके संबंध में साक्ष्य मांगे तो वह नहीं दे पाई। बाद में जांच में साक्ष्य मिले कि महिला अपने साथी निपेंद्र सिंह के साथ मिलकर अड़ीबाजी कर रुपये ऐंठ रही थी। इस पर दोनों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।
दो किमी का रूट रहेगा जनदर्शन यात्रा का, बरसेंगे फूल, दो बजे मंच पर पहुंचेगे सीएम
7 Sep, 2023 01:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । 10 सितंबर को फूलबाग मैदान पर राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन और जनदर्शन यात्रा को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। वहीं मौसम की स्थिति कोे लेकर भी प्रशासन की चिंता है। जनदर्शन यात्रा का रूट अब पांच किमी से घटाकर दो किमी ही प्रस्तावित किया गया है क्योंकि पांच किमी में समय ज्यादा लग रहा था। अब महाराज बाड़ा होकर यात्रा को नहीं ले जाया जाएगा। अचलेश्वर मंदिर पर सीएम पूजन के बाद प्रसादी में शामिल होंगे और इसके बाद यात्रा महाराज बाड़ा दौलतगंज ,सराफा न हाेते हुए अचलेश्वर से ही इंदरगंज से फूलबाग मैदान को जाएगी। फिलहाल इस रूट पर मंथन चल रहा है लेकिन प्रशासन और भाजपा के नेताओं के साथ फायनल चर्चा बाकी है। सीएम दो बजे फूलबाग मैदान के मंच पर पहुंचेेगे। वहीं मुरार ग्रामीण में जागेश्वर धाम भी सीएम जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में 10 सितम्बर को फूलबाग मैदान पर “राज्य स्तरीय महिला हितग्राही सम्मेलन” आयोजित होगा। इस आयोजन में मुख्यमंत्री सिंगल क्लिक के जरिए प्रदेश भर की बहनों के खाते में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत धनराशि अंतरित करेंगे। साथ ही सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत हितलाभ भी वितरित करेंगे। मुख्यमंत्री इस अवसर पर विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। इसके पहले मुख्यमंत्री अचलेश्वर महादेव मंदिर पर भंडारे में जनमानस के साथ प्रसादी ग्रहण करने के बाद शहर में “जन दर्शन यात्रा” भी करेंगे। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल ने ग्वालियर में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में आयोजित होने जा रहे कार्यक्रमों की तैयारियों की संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर बुधवार को समीक्षा की। जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई बैठक में अपर कलेक्टर अंजू अरूण कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अपर कलेक्टर टीएन सिंह व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश मीणा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
महिला बाइकर्स भी रखने की तैयारी,महिलाएं बरसाएंगी फूल
सीएम की जनदर्शन यात्रा में इंदौर की तरह महिला बाइकर्स भी चल सकतीं हैं। इसको लेकर तैयारी की जा रही है। वहीं जनदर्शन यात्रा के रूट पर बड़ी संख्या में महिलाएं अलग अलग जगह पर फूल बरसाएंगी।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस कार्यक्रम में पहुंचे सीएम शिवराज, स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के विजेता शहरों को मिलेगा पुरस्कार
7 Sep, 2023 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस-2023 पर केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा मध्य प्रदेश पर्यावरण विभाग के सहयोग से भोपाल में गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित इस सम्मेलन का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश के पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग भी शामिल हैं। यह कार्यक्रम पहली बार भोपाल में आयोजित किया जा रहा है।
शहरों को मिलेगा पुरस्कार
इस कार्यक्रम में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में प्रथम तीन स्थान पाने वाले शहरों को भी पुरस्कृत किया जाएगा। मध्यप्रदेश ने इसमें विशेष सफलता हासिल की है। दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में इंदौर ने प्रथम और भोपाल ने 5वां स्थान, जबलपुर ने 13वां और ग्वालियर ने 41वां स्थान प्राप्त किया है। तीन से 10 लाख तक शहरों की श्रेणी में सागर को देश में 10वां और 3 लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास को 6वां स्थान मिला है।
प्रदर्शनी के साथ लघु फिल्म का प्रदर्शन भी होगा
कार्यक्रम में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम की सफलता की कहानियों पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी होगा। इस अवसर पर कुशाभाऊ ठाकरे सभागार परिसर में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें मिशन लाइफ, गौ-काष्ठ, अपशिष्ट प्रबंधन, कार्बन कैप्चर, प्रदूषण नियंत्रण के उपाय, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, क्लीन एयर प्रोजेक्ट, सेल्फी कियोस्क, सीमेंट उद्योग में प्रदूषण नियंत्रण, भीमा बांस रोपण आदि स्टाल लगाए गए हैं।
जन्माष्टमी पर मथुरा जाने वाली सभी ट्रेनों में वेटिंग 100 के पार
7 Sep, 2023 12:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण के घर मथुरा जाने के लिए ट्रेनों मेें जगह मिलनी मुश्किल हो गई है। ग्वालियर से मथुरा जाने वाली विभिन्न ट्रेनों में गुरुवार तक आरक्षित सीटों की जमकर मारामारी मची हुई है। जन्माष्टमी पर ग्वालियर से जाने वाली 20 से अधिक ट्रेनों मे एक भी आरक्षित सीट नहीं बची। इन ट्रेनों में वेटिंग भी 100 से अधिक चली गई है। उधर रेल प्रशासन का दावा है कि जन्माष्टमी पर श्रद्घालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए कई ट्रेनों को अतिरिक्त ठहराव दिए गए हैं। ग्वालियर से मथुरा जाने वाली गाड़ी संख्या 12625 केरला एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12409 गोंडवाना एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12625 कर्नाटका एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12723 तेलंगाना एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12919 मालवा एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 22403 नई दिल्ली एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12721 दक्षिण एक्सप्रेस, पातालकोट एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12189 महाकौशल एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12617 मंगला लक्षदीप एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12807 समता एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 18477 उत्कल एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों में स्लीपर श्रेणी की कंफर्म सीट उपलब्ध नहीं हैं। जन्माष्टमी के दिन इन ट्रेनों में 40 से 80 की वेटिंग टिकट मिल रहा है।
ट्रेन न मिलने पर बस का सहारा ले रहे हैं लोग
सीट न मिलने से परेशान यात्रियों को बस का सहारा लेना पड़ रहा है। गौरतलब है कि ग्वालियर समेत आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग जन्माष्टमी मनाने कान्हा की नगरी मथुरा पहुंचते हैं। ट्रेनों में इस बार भी श्रद्घालुओं की भीड़ हो रही है। बुधवार को भी मथुरा जाने वाली सभी ट्रेनों में भारी भीड़ रही। हालांकि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर देश भर से मथुरा आने वाले यात्रियों की संख्या को देखते हुए रेलवे ने व्यवस्थाएं की हैं। वीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी-आगरा छावनी का विस्तार भी मथुरा जंक्शन तक किया गया है। यह ट्रेन बुधवार को भी मथुरा तक गई थी। वहीं आज भी यह ट्रेन मथुरा तक जाएगी। इसके अलावा नई दिल्ली-आगरा छावनी इंटर सिटी एक्सप्रेस का विस्तार ग्वालियर तक किया गया है। बिलासपुर-अमृतसर एक्सप्रेस का भूतेश्वर रेलवे स्टेशन पर ठहराव किया गया है।
मध्य प्रदेश में झमाझम शुरू, किसानों को राहत, जानें किस जिले में कितना गिरा पानी
7 Sep, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में अगस्त का सूखा सितंबर पूरा कर रहा है। अगस्त माह में जहां बारिश औसत से बेहद कम हुई तो वहीं सितंबर की शुरुआत से ही मानसून प्रदेश में मेहरबान है और प्रदेश के लगभग सभी क्षेत्रों में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर शुरू हो चुका है। इस बारिश के कारण न सिर्फ सोयाबीन, धान और मक्का की फसल को फायदा होगा, बल्कि किसानों को भी इससे खासी राहत मिली है। इंदौर शहर में करीब 18 दिन बाद मेघ मेहरबान है। शहर के पूर्वी हिस्से के मुकाबले पश्चिमी हिस्से में ज्यादा बारिश हुई। सितंबर में इस सीजन में पहली बार अच्छी बारिश हुई। बारिश के कारण दिन के पारे में भी गिरावट देखने को मिली।
मध्यम से तेज बारिश की संभावना
भोपाल स्थित मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक वर्तमान में दक्षिणी उड़ीसा के अंदरुनी हिस्से में 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवाती हवाओं का घेरा बना है। मानसून द्रोणिका लाइन बीकानेर, गुना, मंडला, रायपुर होते कलिंगपट्टनम तक जा रही है। इन दोनों सिस्टम के कारण इंदौर में अगले तीन से चार दिन मध्यम से तेज बारिश की संभावना है। इसके अलावा कुछ हिस्से में बारिश तेज बौछारे भी पड़ेगी।
बैतूल में मानसून सक्रिय
बुधवार सुबह से बैतूल सहित जिले के अन्य हिस्सों में तेज बारिश शुरू होने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। मानसून के रूठ जाने से खरीफ सीजन की फसलें मुरझाने लगी थीं। बुधवार सुबह आठ बजे तक बैतूल में 6.1 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।
वहीं किसानों का कहना है कि यदि कुछ दिन वर्षा नही होती तो फसलें सूख जाती और किसानों को कर्ज के दलदल में फंसना पड़ जाता। अब भले ही देर से बारिश शुरू हुई है लेकिन सोयाबीन और मक्का की फसल से कुछ पैदावार की उम्मीद तो है। इस सीजन में अब तक जिले में कुल 725 मिमी वर्षा दर्ज की जा चुकी है। पिछले वर्ष इस अवधि में 1382 मिमी वर्षा हुई थी। औसत सामान्य वर्षा 1083.9 मिमी है। मौसम केंद्र द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार पूरे सप्ताह अच्छी वर्षा होने के आसार हैं।
छतरपुर में जारी रहेगा बारिश का दौर
छतरपुर में बुधवार को सुबह से ही बादल छाए और दोपहर के बाद से बरसने शुरू हो गए। करीब दो घंटे तक शहर सहित ग्रामीण अंचल में बारिश होती रही। बारिश होने से किसानों की मूंगफली, तिल, पिपरमेंट, उड़द की फसलों को राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार सिस्टम बना हुआ है, इसलिए अभी बारिश होती रहेगी। बीते दो दिन से शहर सहित बिजावर बड़ामलहरा, लवकुशनगर, हरपालपुर, चंदला आदि क्षेत्रों में जमकर बारिश हो रही है।
जिले में इस बार सीजन में पिछले साल के अपेक्षा कम ही बारिश हुई है। अभी 28 मिमी औसत बारिश से कम है। बारिश का सीजन शुरू होने से पांच सितंबर तक 597 मिमी बारिश हुई है। जबकि औसत बारिश 800 मिमी के करीब है। अगर इसी तरह बादल मेहरबान रहे तो बारिश का आंकड़ा बदल सकता है।
नर्मदापुरम में भारी बारिश का अलर्ट जारी
नर्मदापुरम जिले में दो दिन से हो रही बारिश ने किसानों को राहत दी है। 24 घंटे में जिले के कई इलाकों में बारिश हुई है वहीं मौसम विभाग ने भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। नर्मदापुरम में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक 12 सितंबर से नया सिस्टम एक्टिव होने जा रहा है। बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवाओं का घेरा बनने की बात सामने आ रही है जिसके कारण तेज वर्षा होगी। कई इलाके जलमग्न भी हो सकते हैं। 18 से 20 सितंबर तक बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।
सीहोर में बादल छाए, अब अच्छी वर्षा का इंतजार
सीहोर में 24 घंटे में 5.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। बुधवार को सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और मौसम में ठंडक घुली हुई है। जिले में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हुई। मौसम विभाग की माने तो आगामी पांच दिनों में चार इंच वर्षा हो सकती है।
मौसम ठंडा होने के कारण से फसलें जो मुरझा रही थी, उन्हें थोड़ी राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में बदलाव होने के कारण तापमान में करीब 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। आगामी पांच दिनों तक हल्की बारिश होने की संभावना है। इस दौरान करीब चार इंच बरसात होगी। यदि इस समय बारिश होती है तो फसलों को फायदा होगा।
बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इसके पीछे की मुख्य वजह उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी से चक्रवाती घेरा और निम्न दाब क्षेत्र के सक्रिय होना है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण 10 से 12 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी से एक और सिस्टम सक्रिय होगा। इस सिस्टम से पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहेगी। प्रदेश में 18 से 20 सितंबर तक वर्षा की सक्रियता रहेगी। बता दें प्रदेश में अब तक सामान्य से 19 फीसदी कम वर्षा हुई है।
इन जिलों में वर्षा का अलर्ट
प्रदेश में टीकमगढ़, निवाड़ी, उज्जैन, आगर जिलों में आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं सीहोर, राजगढ़, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ धार, इंदौर, देवास, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, दतिया, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
9 सितंबर को डेढ़ लाख अनियमित कर्मचारी काम बंद हड़ताल पर रहेंगे
7 Sep, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के आवाहन पर प्रदेश के अनियमित संवर्ग के डेढ़ लाख कर्मचारी 9 सितंबर को कम बंद हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान प्रदेश के कोने-कोने से भोपाल पहुंचकर अंबेडकर जयंती मैदान तुलसी नगर में विशाल महा रैली निकालकर धरना देंगे एवं मुख्यमंत्री को 12 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपेंगे।
मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने बताया है कि राज्य सरकार अनियमित संवर्ग के स्थायी कर्मियों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों अंशकालीन कर्मचारियों पीडीएस कर्मचारियों पंचायत चौकीदारों वन सुरक्षा श्रमिकों की न्याय उचित मांगों की लंबे समय से अपेक्षा कर रही है। बार-बार गुहार लगाने के बाद भी राज्य सरकार मांगों को संज्ञान में नहीं ले रही है। अनियमित कर्मचारियों की सरकार ने अभी तक महापंचायत नहीं बुलाई है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद भी अनियमित संवर्ग के कर्मचारियों को नियमित कारण, सातवें वेतनमान का लाभ, अनुकंपा नियुक्ति ,10 लख रुपए ग्रेजुटी एवं मृत्यु होने पर 10 लख रुपए का आर्थिक अनुदान , कलेक्टर दर का वेतन, पीएफ, बीमा ,अवकाश ,मेडिकल सुविधा के अधिकार से अनियमित संवर्ग के कर्मचारी वंचित है। 20 साल की सेवा करने के बावजूद भी बिना नियमित करण के ही अनियमित संपर्क के कर्मचारी सेवानिवृत हो रहे हैं फिर भी सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। अपनी 12 सूत्रीय न्यायोचित मांगों के समर्थन में प्रदेश के डेढ़ लाख अनियमित कर्मचारियों ने सरकार से आर पार का संघर्ष करने का निर्णय लिया है। अब भोपाल में अनियमित संवर्ग के लाखों कर्मचारी 9 सितंबर 2023 को महा आंदोलन करके सरकार को ईंट का जवाब पत्थर से देने का काम करेंगे।
जिनका अधिक विरोध उन्हें बदलेगी भाजपा
7 Sep, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। प्रदेश की 103 आकांक्षी यानी 2018 में हारी सीटों में से भाजपा ने 39 पर प्रत्याशियों की घोषणाकर मैदान मारने का आगाज तो कर दिया, लेकिन अधिकांश प्रत्याशियों के विरोध ने पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। जिस तरह से प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है, उससे पार्टी को बड़ा डैमेज होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में पार्टी के रणनीतिकार इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि जिन क्षेत्रों में प्रत्याशियों का सबसे अधिक विरोध हो रहा है, उनको बदल दिया जाए। इस तरह संभावना जताई जा रही है कि करीब दर्जन भर सीटों पर प्रत्याशियों को बदला जा सकता है।
गौरतलब है कि मप्र में भाजपा ने 17 अगस्त को 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। कहा गया कि यह मास्टर स्ट्रोक है। इससे हारी हुई सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों को तैयारी करने के लिए वक्त मिलेगा। इन सीटों पर हार को जीत में तब्दील किया जा सकता है। हालांकि, यह परेशानी का सबब बन गया है। 39 में से 16 सीटों पर विरोध हो रहा है। भोपाल में भाजपा कार्यालय पर हर दिन अलग-अलग क्षेत्रों से कार्यकर्ता आ रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं विधानसभा क्षेत्रों में भी रोजाना विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस कारण रणनीतिकार इस बात पर मंथन करने को मजबूर हो रहे हैं कि जहां प्रत्याशियों का अधिक विरोध हो रहा है, वहां बदलाव किया जा सकता है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार दिन पर दिन बढ़ते विरोध को देखते हुए भाजपा अपनी पहली सूची से एक दर्जन प्रत्याशियों को बदल सकती है। सूत्रों की मानें तो इस पर शुक्रवार को हुई बैठक में संभावनाएं तलाशी गई। बैठक में पार्टी नेताओं ने पहली सूची में जारी प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की। नेताओं ने कहा कि जिस तरह से कुछ स्थानों पर विरोध हो रहा है, वह किसी भी स्थिति से उचित नहीं है। कार्यकर्ताओं को समझाना होगा कि जो भी निर्णय लिए गए हैं, वे पार्टी हित में हैं। सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को नेताओं ने पहली सूची के बाद हो रहे विरोध को लेकर चर्चा की। इस मामले में पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियों के क्षेत्रों से फीडबैक लिया था, जिसमें यह बात सामने आ रही थी कुछ स्थानों में प्रत्याशियों को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष है, जबकि वहां कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ तैयारी में जुटी हुई है। नेताओं ने ऐसे क्षेत्रों में प्रत्याशी बदले जाने की संभावनाओं को तलाशने की बात की। बताया गया है कि इस संबंध में शीर्ष नेतृत्व से चर्चा होने के बाद ही कोई बड़ा कदम उठाया जा सकता है। यदि दिल्ली से हरी झंडी मिलती है, तो चाचौड़ा सहित कई विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी प्रत्याशी बदल सकती हैं।
भाजपा ने विरोध को दबाने के लिए डैमेज कंट्रोल पर काम करना शुरू कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने सभी विधानसभा क्षेत्रों से फीडबैक लिया है। राज्य कार्यसमिति की बैठक के बाद दोनों नेताओं ने हालात की समीक्षा की। दिग्गज नेताओं को विरोध को थामने के लिए मैदान में उतारा जा रहा है। मुरैना में नरेंद्र सिंह तोमर की मध्यस्थता का असर दिखा भी है। मुरैना जिले की सबलगढ़ सीट पर पूर्व विधायक मेहरबान सिंह की बहू सरला विजेंद्र रावत उम्मीदवार है। 2018 में कांग्रेस के बैजनाथ कुशवाह ने रावत को तीसरे स्थान पर धकेल दिया था। फिर भी उन्हें टिकट दिया है। इस पर पार्टी के प्रदेश मंत्री रणवीर रावत का विरोध सामने आया था। उनके बेटे आदित्य ने तो सोशल मीडिया पर ही पार्टी के खिलाफ पोस्ट डाल दी थी। हालांकि, केंद्रीय मंत्री और सांसद नरेंद्र सिंह तोमर ने रणवीर रावत को मनाया। इसके बाद रावत बोले कि जो पोस्ट डाली गई थी उसको डिलीट कर दिया गया है। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं।
भाजपा ने प्रत्याशियों की जो पहली सूची जारी की है उसमें से 39 में से 16 सीटों पर विरोध हो रहा है। जिन सीटों पर विरोध हो रहा है उनमें सबलगढ़, गोहद (अजा), पिछोर, चाचौड़ा, बंडा, महाराजपुर, छतरपुर, चित्रकूट, शाहपुरा, लांजी, पांढुर्णा, भोपाल उत्तर, सोनकच्छ, झाबुआ, कुक्षी और धरमपुरी सीट शामिल है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018 में बागियों ने ही भाजपा के समीकरण बिगाड़ दिए थे। लिहाजा इस बार वरिष्ठ नेताओं को डैमेज कंट्रोल में लगाया गया है। इसके बावजूद कुछ सीटों पर असंतुष्टों ने निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है। भाजपा से पहली प्रतिक्रिया पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे की आई। उन्हें शहपुरा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। धुर्वे शहपुरा की बजाय डिंडौरी से टिकट मांग रहे हैं। वहीं, पिछले चुनाव में बागी बने और पार्टी छोड़ चुके लोगों को टिकट देने से भी कई सीटों पर भाजपा में नाराजगी सामने आ रही है। भाजपा की पहली लिस्ट में पिछली बार चुनाव लड़ चुके 16 लोगों के टिकट काटे गए हैं। इन सीटों पर ही सबसे अधिक विरोध के स्वर सुनाई पड़ रहे हैं। घोषित प्रत्याशियों को लेकर बुंदेलखंड, ग्वालियर-चंबल और मालवा-निमाड़ में एक गुट नाराज है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर-चंबल में बगावत के सुरों को साधने की कोशिश की है। दावेदार खामोश हैं। वो मान गए हैं या फिर समय के इंतजार में हैं, इसे लेकर पार्टी आशंकित है। एक महिला नेत्री इतने गुस्से में हैं कि उन्होंने सर्वे पर ही सवाल खड़े कर दिए। बोलीं- ये कैसा सर्वे कि मेरी सीट पर ऐसी महिला को टिकट दे दिया गया, जो पिछले पंचायत चुनाव में मुझसे हार गई थी। भोपाल उत्तर में भाजपा ने इस बार पूर्व महापौर आलोक शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। शर्मा के टिकट को लेकर संघ से जुड़े भाजपा नेता मांगीलाल बाजपेई नाराज हैं। बोले कि-आलोक ने सीएम को पता नहीं कौन सी घुट्टी पिला दी है कि महापौर का चुनाव वही लड़ते हैं और विधानसभा का चुनाव भी वही लड़ते हैं। जबकि पार्टी में निष्ठावान कार्यकर्ताओं की कमी नहीं है। उन्होंने शर्मा को हराने का दावा किया है। पन्ना के गुन्नौर में भाजपा प्रत्याशी राजेश वर्मा का विरोध भाजपा नेत्री अमिता बागरी कर रही हैं। उन्होंने पार्टी पर वंशवाद का आरोप लगाया है। कहा कि पहले पिता,अब बेटे को टिकट दिया जा रहा है। पार्टी को सिर्फ एक परिवार के प्रत्याशी पर ही भरोसा है। 2018 में मुझे आश्वासन दिया गया था कि अगली बार मौका मिलेगा। बावजूद मुझे टिकट नहीं मिला। अब मैं निर्दलीय चुनाव लड़ूंगी।
कांग्रेस में इस बार जिताऊ के साथ-साथ टिकाऊ को ही टिकट
7 Sep, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। दूध की जली कांग्रेस इस बार मध्य प्रदेश के चुनाव में छाछ भी फूंक-फूंक कर पीना चाहती है। चुनाव में सबसे अहम टिकट वितरण की रणनीति में ही पार्टी ने बड़ा बदलाव करने का मन बनाया है। कांग्रेस इस बार जिताऊ के साथ-साथ टिकाऊ उम्मीदवार को टिकट वितरण में ज्यादा तरजीह देने की रणनीति पर काम कर रही है। इनदिनों राजधानी भोपाल में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकें हो रही हैं। कमेटी हर सीट पर नामों की एक सूची कांग्रेस इलेक्शन कमेटी को सौंपेगी। यहां विस्तृत चर्चा के बाद नाम फाइनल किया जाएगा। कांग्रेस पहली सूची सितंबर के अंत तक जारी कर सकती है।
मध्य प्रदेश की स्क्रीनिंग कमेटी में कर्नाटक की छाप दिख रही है। मध्य प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी में सांसद सप्तगिरी उल्का को शामिल किया गया है, जिन्होंने कर्नाटक कांग्रेस के टिकट वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कांग्रेस इस बार जिताऊ के साथ-साथ टिकाऊ उम्मीदवार भी खोज रही है। फील्ड में काम के आधार पर उम्मीदवार जिताऊ होगा, उसे टिकट दिया जाएगा। पार्टी जिताऊ और टिकाऊ उम्मीदवार खोज रही है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में टिकट वितरण के लिए 2 स्तर पर सर्वे कराए जा रहे हैं। मप्र में कमलनाथ के लिए काम करने वाली एक एजेंसी सर्वे तैयार कर रही है। वहीं हाईकमान से जुड़ी एक टीम भी सर्वे कर रही है। दोनों सर्वे के आधार पर पर्यवेक्षक और इलेक्शन कमेटी के सदस्य लिस्ट तैयार करेंगे। लिस्ट में जिताऊ-टिकाऊ के आधार पर नंबरिंग किया जाएगा। हाल ही में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि कमलनाथ का सर्वे ही फाइनल माना जाएगा। कमलनाथ हर सीट पर जिताऊ के साथ टिकाऊ उम्मीदवार खोज रहे हैं।
चुनाव के दौरान कांग्रेस के टिकट वितरण में बड़े नेताओं की सिफारिशों का दबदबा रहा है। बड़े नेता सीधे दिल्ली से अपने समर्थकों का टिकट फाइनल करा देते थे। मप्र के चुनाव में यह ज्यादा देखा जाता रहा है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक सिफारिश पॉलिटिक्स इस बार भी चलेगी, लेकिन तरीका बदला गया है। इस बार बड़े नेता जिन सीटों को जीताने की गारंटी लेंगे और रिपोर्ट भी उस पर मुहर लगाएगी, वहीं पर उनके समर्थकों को टिकट दिया जाएगा। मप्र में लगातार 3 चुनाव में जिन सीटों पर कांग्रेस हार रही है, वहां दिग्विजय की सिफारिश को तवज्जों दी जाएगी।
मप्र में पिछले साल हॉट सीटों पर कांग्रेस ने बड़े चेहरे को मैदान में उतारा था। मसलन, मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कांग्रेस ने पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव को टिकट दिया था। यादव चुनाव जीतने में सफल नहीं हुए थे। यादव को शिवराज के क्षेत्र में उतारने से कांग्रेस को निमाड़ में नुकसान अधिक हो गया। क्योंकि, पूरे चुनाव में यादव बुधनी विधानसभा में ही व्यस्त रहे। कांग्रेस इस बार हॉट सीटों पर चुनाव लड़ाने के लिए जॉइंट किलर खोज रही है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक हॉट सीटों पर लोकल नेता या समाजिक पृष्ठभूमि से आए लोगों को टिकट देने की तैयारी है, जिससे समीकरण उलट-पलट सके।
कांग्रेस बाहरी नेताओं को टिकट देने के लिए भी फॉर्मूला तैयार किया है। पार्टी उन्हीं दलबदलुओं को टिकट देगी, जो चुनाव जीतने के साथ-साथ वफादार हो। हाल ही में कमलनाथ और दिग्विजय की जोड़ी ने बड़ी संख्या में भाजपा नेताओं को पार्टी में शामिल कराया है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक जिन नेताओं को पार्टी में शामिल कराया जा रहा है, उनमें से अधिकांश को सरकार आने के बाद एडजेस्टमेंट का भरोसा दिया जा रहा है। कांग्रेस सितंबर अंत या अक्टूबर के पहले हफ्ते तक उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक पार्टी पहली सूची में उन्हीं उम्मीदवारों को जगह देगी, जिनके पार्टी छोडऩे की संभावनाएं शून्य है। यानी बड़े नेताओं की उम्मीदवारी की घोषणा सितंबर के अंत तक हो सकती है।
लोकसभा चुनाव से पहले मप्र का चुनाव कांग्रेस के लिए काफी अहम है। यहां भाजपा से पार्टी का सीधा मुकाबला है। अगर यहां चुनाव हारती है, तो पार्टी के प्रति गलत नैरेटिव सेट होगा, जिसका सीधा असर लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा। प्रदेश में हार के बाद गठबंधन में भी कांग्रेस को कम तरजीह मिलेगी। मप्र को लेकर अब तक जितने भी सर्वे आए है, उसमें करीबी का मुकाबला दिखाया जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस यहां बिल्कुल रिस्क नहीं लेना चाहती है। 2018 में लगभग सीट बराबर होने की वजह से कांग्रेस की सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई। विधायकों के पाला बदल लेने की वजह से सरकार गिर गई। कांग्रेस इस बार हॉट सीट पर भी कड़ी टक्कर देने की तैयारी में है, जिससे भाजपा के क्षेत्रीय क्षत्रप अपने क्षेत्र में ही सीमित हो जाए और पार्टी के लोकल वर्सेज नेशनल नेतृत्व की रणनीति कामयाब हो जाए।