उत्तर प्रदेश
पूर्व BJP विधायक और अभिनेत्री की अनोखी लव स्टोरी, कैसे दुश्मनी बदली मोहब्बत में?
16 Jun, 2025 04:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तराखंड के ज्वालापुर से पूर्व बीजेपी विधायक सुरेश राठौर और अभिनेत्री उर्मिला सनावर के बीच चल रहा पुराना विवाद अब खत्म हो गया है. हाल ही में दोनों ने सहारनपुर में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी को चौंका दिया, जहां सुरेश राठौर ने उर्मिला को सार्वजनिक रूप से अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया.
डेढ़ साल पहले यह विवाद उस समय सामने आया, जब उर्मिला सनावर ने दावा किया था कि सुरेश राठौर ने उन्हें प्रेमजाल में फंसाकर नेपाल में गंधर्व विवाह किया था. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि शादी के कुछ समय बाद सुरेश राठौर ने उनसे दूरी बना ली और उन्हें अकेला छोड़ दिया. उर्मिला ने सोशल मीडिया पर दोनों की कई निजी तस्वीरें साझा की थीं, जिनमें कुछ बेहद निजी तस्वीरें भी शामिल थीं. इसके अलावा उन्होंने सुरेश राठौर पर जानलेवा हमले करवाने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया था. उर्मिला का आरोप था कि सहारनपुर स्थित उनके घर में कुछ अज्ञात महिलाएं घुस आईं.
दूसरी तरफ, सुरेश राठौर ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उर्मिला पर ब्लैकमेलिंग और बदनाम करने की कोशिश का आरोप लगाया था. उन्होंने ज्वालापुर थाने में उर्मिला के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई थी. वहीं, उर्मिला ने भी सहारनपुर पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत दी थी. इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से मीडिया में कई तरह के बयान आए, जिससे मामला लगातार सुर्खियों में बना रहा.
सुलह की घोषणा
इस पूरे विवाद को एक नया मोड़ तब मिला, जब दोनों ने एक साथ मीडिया के सामने आकर अपने रिश्ते को फिर से स्वीकार किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरेश राठौर ने कहा कि उर्मिला के प्रति उनका प्रेम अब भी उतना ही गहरा है और वे उनके साथ ही जीवन बिताना चाहते हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर निजी बातें साझा करने को लेकर उन्हें ऐतराज था, लेकिन अब वे दोनों अपने मतभेद भुलाकर साथ रहने को तैयार हैं.
उर्मिला सनावर ने क्या कहा?
उर्मिला सनावर ने कहा कि उनके विवाद का कुछ लोगों ने गलत फायदा उठाने की कोशिश की थी. उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें कुछ व्यक्तियों ने लालच और धमकियां दी थीं, ताकि वे सुरेश राठौर को फंसा सकें. उन्होंने कहा, कुछ लोगों ने हमारी लड़ाई का फायदा उठाकर हमें आपस में लड़वाने की कोशिश की, लेकिन अब सब खत्म हो चुका है.
सुरेश राठौर और उर्मिला दोनों पहले से ही शादीशुदा हैं और उनके बच्चे भी हैं. हालांकि, दोनों ने अपने पहले परिवारों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की. उर्मिला ने सिर्फ इतना कहा कि, वो मेरे पति थे, हैं और रहेंगे. हमारी लड़ाई अब खत्म हो चुकी है
कमाल की जोड़ी! UP पुलिस में एक साथ भर्ती हुए पिता-पुत्र, ढाई साल की मेहनत लाई रंग
16 Jun, 2025 03:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में एक पिता और बेटा एक साथ पुलिस में भर्ती हो गए. दोनों ने एक साथ परीक्षा दी थी और दोनों का ही उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती में एक साथ सिलेक्शन हो गया. ऐसे में उनके परिवार वालों में खुशी की लहर दौड़ गई. बेटे ने कहा कि वह अपने पिता के साथ ही लाइब्रेरी जाकर पढ़ाई करते थे. दोनों ने खूब मेहनत की, जो रंग लाई और दोनों का एक साथ सिलेक्शन हो गया.
उदयरामपुर नंगला के रहने वाले यशपाल नागर और उनके बेटे शेखर रविवार को एक साथ अपना नियुक्ति पत्र लेने के लिए लखनऊ के डिफेंस एक्सपो वेन्यू पहुंचे, जहां गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपे. अपॉइंटमेंट लेटर मिलने के बाद दोनों पिता-बेटे के चेहरे पर खुशी साफ झलकती रही थी. दोनों ने एक-दूसरे को बधाई दी. दोनों के बारे में तब पता चला जब वह अपना अपॉइंटमेंट लेटर लेने जाने से पहले नवीन मंडी में पहुंचे. यहां एसपी की ब्रीफिंग में दोनों के बारे में पता चला.
पहले 16 साल तक देश की सेवा
यशपाल नागर दिल्ली में आर्मी ऑर्डनेंस कोर में नौकरी कर रहे थे. इससे पहले साल 2019 में वह 16 साल तक देश की सेवा करने के बाद आर्मी ऑर्डनेंस कोर से रिटायर हो गए थे. भारतीय सेना में वह साल 2003 में भर्ती हुए थे. इसके बाद उन्होंने दिल्ली में आर्मी ऑर्डनेंस कोर में नौकरी शुरू की थी. लेकिन जब 2024 सिपाही भर्ती में उनका नंबर आया तो उन्होंने दिल्ली में आर्मी ऑर्डनेंस कोर की नौकरी से रिजाइन दे दिया.
अब दोनों एक साथ करेंगे ट्रेनिंग
अब पिता और बेटे एक समय पर एक साथ ट्रेनिंग लेंगे, जिसको लेकर दोनों काफी एक्साइटेड और खुश हैं. पिता शाहजहांपुर तो बेटा बरेली में ट्रेनिंग लेगा. इसी महीने दोनों ट्रेनिंग के लिए जाएंगे. यशपाल की पत्नी एक हाउसवाइफ हैं. शेखर के अलावा उनकी एक बेटी और बेटा और भी है. दोनों ही पढ़ाई कर रहे हैं. यूपी पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती होने के बाद शेखर ने कहा कि वह आगे भी परीक्षाओं की तैयारी करते रहेंगे. शेखर ने कहा कि पिछले ढाई साल से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. इसके साथ ही शेखर सीडीएस और यूपी दरोगा की परीक्षा की तैयारी भी कर रहे हैं.
"चंद्रशेखर आज़ाद ने किया मेरा और कई महिलाओं का शोषण": इंदौर की पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी का विस्फोटक आरोप
16 Jun, 2025 03:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के नगीना लोकसभा सीट से सांसद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद एक बार फिर विवादों में हैं. इस बार उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं पीएचडी स्कॉलर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ रोहिणी घावरी ने. रोहिणी का आरोप है कि चंद्रशेखर आज़ाद ने उनका और कई अन्य युवतियों का शोषण किया. डॉ. रोहिणी मूल रूप से इंदौर की रहने वाली हैं. लेकिन वर्तमान में वे स्विट्जरलैंड में रह रही हैं और एक एनजीओ चला रही हैं.
रोहिणी के मुताबिक, वर्ष 2019 में उन्हें उच्च शिक्षा के लिए स्विट्जरलैंड जाने का मौका मिला था, जहां उन्हें एक करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान की गई, ताकि वे अपनी पीएचडी पूरी कर सकें. बीते पांच वर्षों से वहीं रहकर शोध और सामाजिक कार्य किए हैं.
संयुक्त राष्ट्र (UN) में उनके एक भाषण ने उन्हें खासा चर्चा में ला दिया था, जिसकी शुरुआत उन्होंने ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से की थी. इससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी पहचान मिली.
आरोपों की जद में चंद्रशेखर आज़ाद
डॉ. रोहिणी के मुताबिक, जब वह चंद्रशेखर आजाद के साथ रिश्ते में थीं, तब उन्हें यह जानकारी मिली कि चंद्रशेखर पहले से शादीशुदा हैं. उनके अनुसार, यह जानकारी उनके लिए एक भावनात्मक आघात थी. रोहिणी का कहना है कि अब तक उन्होंने चुप्पी साधे रखी थी, लेकिन जब अन्य लड़कियों ने भी इसी तरह के अनुभव साझा किए, तो उन्होंने इस मामले को सार्वजनिक करने का फैसला किया.
रोहिणी का दावा है कि कई युवतियां उनसे संपर्क कर रही हैं और सभी का आरोप है कि चंद्रशेखर आजाद ने उनके साथ भी गलत बर्ताव किया है. उन्होंने साफ किया है कि अब वो कानूनी रास्ता अपनाएंगी और इस मामले को कोर्ट तक ले जाएंगी.
चुनाव तक चुप क्यों रहीं?
इस सवाल पर डॉ. रोहिणी ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 तक इसलिए चुप्पी बनाए रखी, क्योंकि उन्हें डर था कि उनके आरोपों से चंद्रशेखर आज़ाद को नुकसान हो जाएगा. लेकिन अब, जब उन पर स्वयं सवाल उठाए जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है, तो उन्होंने फिर से मुखर होकर अपनी बात सामने रखी है.
गौरतलब है कि चुनाव के दौरान डॉ. रोहिणी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने चंद्रशेखर को “माफ” करने की बात कही थी. पर अब वह कहती हैं कि परिस्थितियां बदल गई हैं, और चुप रहना अब संभव नहीं.
क्या बोले चंद्रशेखर आजाद?
इन गंभीर आरोपों के बीच चंद्रशेखर आजाद ने भी अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा, “यह मामला एक महिला के सम्मान से जुड़ा है. मेरे संस्कार मुझे यही सिखाते हैं कि महिलाओं का हमेशा सम्मान करना चाहिए. मुझे जानकारी मिली है कि वह कोर्ट जा रही हैं, तो मैं भी कोर्ट में ही इसका जवाब दूंगा.”
मादक पदार्थ बरामदगी मामले के अनुसंधान ठप
16 Jun, 2025 12:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। ड्रग्स तस्करों ने शहर में नेटवर्क बिछा रखा है। स्मैक और ड्रग्स कभी पकड़े भी गए तो पुलिस तस्करों तक नहीं पहुंच सकी। राजधानी से लेकर ग्रामीण इलाके में नशे की पड़िया आराम से पहुंच रही हैं। बीते कुछ महीने में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में यदा कदा पुलिस को स्मैक की पुड़िया के साथ कैरियर हाथ लगे भी लेकिन गिरफ्तारी के बाद भी जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।
मौके पर हुई दो चार गिरफ्तारी और कुछ ग्राम स्मैक बरामदगी तक की पुलिस की कार्रवाई सिमट कर रही गई। पुलिस बड़ी मछली तक नहीं पहुंच पा रही और दूसरी तरफ इसका फायदा उठा रहे तस्कर अपना दायरा बढ़ाते जा रहे।
सितंबर 2023 में कंकड़बाग थाने की पुलिस ने 590 ग्राम स्मैक के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से 88 हजार रुपये और कार भी बरामद की गयी थी। इसमें एक फतुहा और दो वैशाली के रहने वाले थे। दिसंबर 2023 में रामकृष्णा नगर से सात लोगों को पांच सौ ग्राम स्मैक के साथ पकड़ा गया था।
सभी आरोपित चेन का हिस्सा थे। अक्टूबर 2024 में बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद बांध पर दो तस्करों 252 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसी वर्ष मार्च माह में भोजपुर में हुई 25 करोड़ की लूट हुई। पटना-आरा सीमा पर जांच बढ़ाई गई। तभी परेव पुल के पास बाइक पर सवार दो युवक पुलिस को देखकर भागने लगे। उन्हें दबोचा गया तो उनके पास से 500 ग्राम स्मैक बरामद हुई।
स्मैक की सप्लाई किसके इशारे पर की जा रही थी? कहां से की जा रही है? कहां डंप किया गया है? इस नेटवर्क से कौन लोग जुड़े है? बरामद स्मैक किसे पहुंचानी थी या इसकी सप्लाई कहां होनी थी? इसकी जांच जांच वहीं अटक गई, जहां से शुरू हुई थी।
युवा टारगेट, झोपड़पट्टी के आसपास बिक्री
स्मैक की खेप पटना में मंगाकर उसे नाबालिगों से पत्रकार नगर, आरके नगर, पीरबहोर, कदमकुआं, कंकड़बाग, जक्कनपुर, गर्दनीबाग सहित अन्य इलाकों में पुड़िया में बेचा जा रहा है। पूर्व में कंकड़बाग थाना गेट के पास झोपड़ी से महिला को गिरफ्तार किया गया था। बुद्धा कालोनी में भी पुड़िया बेचने वाले दंपति को पकड़ा गया, लेकिन इनके पास से वह पुड़िया कहां से आ रहे थे? वह किन लोगों के संपर्क में थे? इसकी तह तक जाने की पुलिस जरूरत नहीं समझी। प्रत्येक पुड़िया पर कमीशन पर दिया जाता। यह गिरोह गिरोह युवाओं को टारगेट करता था।
कहीं जा रही जान, तबाह हो रहा परिवार
नशे की ओवरडोज से कई युवाओं की जान तक चली गई। हाल के दिनों में इस तरह के कई मामले भी सामने आ चुके हैं। शव मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो वहां से इंजेक्शन या नशीली चीज मिली। कुछ दिन पूर्व दानापुर में एक युवक का शव बरामद हुआ। पुलिस पहुंची तो उसकी जेब में नशीली चीज मिली। आशंका जताई कि नशे की आवेरडोज से उसकी मौत हुई है।
अपैल में दानापुर में एक जर्जर मकान परिसर में युवक का शव मिला। मौके पर नशे का इंजेक्शन गिरा हुआ था। फुलवारीशरीफ में एक व्यक्ति का शव मिलने की सूचना मिली। पुलिस की मानें तो स्वजन द्वारा मृतक के नशे का सेवन करने की बात भी बताई गई। सितंबर 2023 में आलमगंज में एक नशेड़ी युवक ने अपनी ही मां की हत्या कर दी। दिसंबर 2023 में बकाया दस हजार रुपये वापस नहीं लौटाने पर 21 वर्षीष युवक को नशे की ओवरडोज दे दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
शराब के नशे में दामाद ने ससुर को लाठी से पीटकर मार डाला
16 Jun, 2025 12:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजीपुर। बिरनो थाना के बिहरा गांव में शनिवार की देर रात नशे में धुत दामाद ने 65 वर्षीय ससुर गुदरी राम की लाठी से पीटकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपित फरार हो गया। जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन के बाद शव को लेकर थाने आई।
इस मामले में गुदरी के पुत्र मुन्ना राम ने मुहम्मदाबाद कोतवाली के बैरान गांव निवासी अपने जीजा संजय कुमार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। घटना का कारण मामूली विवाद बताया जा रहा है।
गुदरी राम की पुत्री रेशमा की शादी मुहम्मदाबाद के बैरान गांव के संजय के साथ हुई है। रेशमा की मां की मृत्यु करीब डेढ़ वर्ष पूर्व हुई तो वह पिता को खाना बनाने के लिए घर आकर रहने लगी।
पत्नी के ससुराल में रहने के बाद करीब पांच माह पूर्व संजय भी आ गया। यही मेहनत मजदूरी करता था। रेशमा की माने तो वह शराब का आदी था। शनिवार की रात खाना खाकर सभी लोग सो रहे थे।
इसी बीच रात के पहर संजय घर में रखा अनाज उठाकर छिपाने जाने लगा। गुदरी की नींद खुली तो वह उसे टोके, इसको लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। गुस्से में तमतमाया दामाद संजय लाठी उठाकर ससुर के सिर के ऊपर चला दिया।
पिता की चीख सुनकर रेशमा पहुंची तो आरोपित भाग निकला। आनन-फानन गुदरी को निजी चिकित्सक के यहां ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया गया।
पिता की मौत के बाद रेशमा दहाड़े मारकर रोने लगी। थानाध्यक्ष बालेंद्र कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश की जा रही है।
पिता से अलग रहता है बेटा
बिहरा गांव निवासी गुदरी राम गांव स्थित सिवान में बने डेरे पर पुत्री रेशना संग रहते थे। उनका इकलौता पुत्र मुन्ना पिता से अलग रहता है। रात के पहर पिता की हत्या की जानकारी होने पर मुन्ना पहुंचा और इसकी जानकारी पुलिस को दी।
खेत बेचकर पुत्री रेशमा के बेटियों की शादी किए थे गुदरी
दामाद संजय राम के नशा का आदी होने के कारण गुदरी राम उसकी दो पुत्रियों की शादी खेत बेचकर किए। इसको लेकर पुत्र मुन्ना व गुदरी में विवाद भी हुआ था, मगर बेटी की हालत को देखते हुए गुदरी राम ने अपने पुत्र की एक न सुनी थी।
करोड़ों की लागत से बना आलीशान मकान 'सरकारी जमीन' पर! जमीन धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला।
16 Jun, 2025 12:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. पीजीआई के साउथ सिटी निवासी डॉ. संतोष कुमार ने बिजनौर में 31 लाख का प्लॉट खरीदने के बाद 1.5 करोड़ रुपए खर्च कर उस पर मकान बनवा लिया. लेकन जब उन्हें पता चला कि यह नगर निगम की जमीन है तो उनके होश उड़ गए. पीड़ित डॉक्टर ने तीन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया.
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित डॉक्टर ने तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया. मामले में उन्होंने दो प्रॉपर्टी डीलरों और जमीन की रजिस्ट्री करने वाले व्यक्ति पर फर्जीवाड़ा कर उन्हें सरकारी जमीन बेचने का आरोप लगाते हुए बिजनौर थाने में केस दर्ज कराया है. शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
पीड़ित के उड़े होश
डॉ. संतोष कुमार के मुताबिक, पड़ोसी उमाकांत शर्मा व उसके दोस्त विकास उर्फ गगन ने बिजनौर के सरवन नगर में अपनी प्लाटिंग बताते हुए वहां 2000 स्क्वायर फीट का प्लॉट दिखाया था. प्लॉट पसंद आने पर संतोष कुमार ने उसे खरीद लिया और मकान बनवा दिया. लेकिन सच्चाई मालूम होने पर उनके होश उड़ गए.
प्लॉट पसंद आने पर संतोष ने 31 लाख रुपये का भुगतान कर 12 दिसंबर 2020 को उसकी रजिस्ट्री पत्नी गीता के नाम कराई. रजिस्ट्री उमाकांत, विकास के साथी राम औतार ने की. जमीन खरीदने के बाद डॉ. संतोष कुमार ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च कर मकान बनवा लिया. लेकिन जमीन नगर निगम की होने पर उनके होश उड़ गए.
आरोपियों के खिलाफ दर्ज कराया केस
उन्होंने मामले की जानकारी होने पर तीन आरोपियों को खिलाफ केस दर्ज कराया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की जा रही है. आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी. डॉ. संतोष कुमार ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
बरेली में तनाव: मौलाना तौकीर रजा हाउस अरेस्ट, पुलिस से तीखी झड़प के बाद सड़कों पर सन्नाटा
16 Jun, 2025 11:56 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को रविवार को बरेली में उस वक्त उनके आवास पर ही नजरबंद कर दिया गया, जब वह मुस्लिम समाज पर कथित अत्याचारों के खिलाफ गिरफ्तारी देने के लिए कलेक्ट्रेट तक मार्च निकालने की तैयारी में थे। इस दौरान मौलाना के समर्थकों और पुलिस बल के बीच तीखी झड़प देखने को मिली, जिससे इलाके में तनाव का माहौल बन गया।
सुबह से ही मौलाना तौकीर रजा के आवास के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थक जुटना शुरू हो गए थे। मौलाना ने घोषणा की थी कि वह अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे "जुल्म" के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए अपनी गिरफ्तारी देंगे। हालांकि, पुलिस ने किसी भी तरह की भीड़ को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त इंतजाम किए थे। जैसे ही मौलाना ने घर से बाहर निकलने की कोशिश की, पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इस दौरान पुलिस और मौलाना के समर्थकों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। समर्थक बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश कर रहे थे, जबकि पुलिस उन्हें नियंत्रित करने का प्रयास कर रही थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, मौलाना तौकीर रजा के आवास और आसपास के संवेदनशील इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल, प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC) और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवान तैनात कर दिए गए। पूरे शहर में निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू कर दी गई है, जिसके तहत चार से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी है।
नजरबंद किए जाने के बाद मौलाना तौकीर रजा ने मीडिया से बात करते हुए देश के मौजूदा हालात पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा, "ये देश में कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।" मौलाना ने बजरंग दल जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की भी पुरजोर मांग की। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी की तैयारी को "देश में नई क्रांति लाने की पहल" बताया, जिसका उद्देश्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए लड़ना है।
पुलिस की कड़ी चौकसी के बावजूद, मौलाना तौकीर के कुछ वफादार समर्थक और आईएमसी के नेता सेठ दामोदर पार्क के बाहर धरने पर बैठ गए। वे मौलाना की रिहाई और उनकी मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे थे। हालांकि, पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए कोई बल प्रयोग नहीं किया, लेकिन स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
बरेली में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है, और प्रशासन किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तरह से सतर्क है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब देश के विभिन्न हिस्सों में धार्मिक मुद्दों को लेकर पहले से ही तनाव का माहौल बना हुआ है।
मथुरा में बड़ा हादसा: निर्माणाधीन खुदाई बनी काल, 6 मकान गिरे, रेस्क्यू जारी
16 Jun, 2025 11:39 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक साथ 6 मकानों के भरभराकर गिरने का मामला सामने आया है. मलबे के नीचे दबने से 3 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, अभी भी कई लोग मलबे में दबे हुए बताए जा रहे हैं, जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. अचानक मकानों के गिरने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी. स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां बाड़े में (खुली भूमि) में JCB से खुदाई चल रही थी. इस दौरान यह हादसा हो गया.
मथुरा के थाना गोविंद नगर क्षेत्र में एक बड़ी घटना सामने आई है. यहां कच्ची सड़क पर बने 6 मकान अचानक भरभराकर गिर गए. यह मकान कच्चे टीले पर बने हुए थे. मकान गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग अपने घरों से बाहर निकल आए.
अचानक भरभरा कर गिरे 6 मकान
जानकारी के मुताबिक, रविवार दोपहर करीब 12 बजे ये हादसा हुआ. अबतक 3 लोगों की मौत हो चुकी है. 4 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है. अभी भी 10-12 लोगों के दबे होने की खबर है. मलबे मे दबे हुए लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू जारी है.
सूचना मिलने पर पुलिस, नगर निगम, प्रशासन और दमकल की टीम मौके पर पहुंची हैं. रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. मृतकों की पहचान तोताराम (38), दो सगी बहनें यशोदा (6) और काव्या (3) के तौर पर हुई है.
जेसीबी से चल रही थी खुदाई
सभी 6 मकान जो ढहे हैं, वो मिट्टी के टीले पर बने हुए थे. लोगों ने बताया कि यहां बाड़े (खुली भूमी) में JCB से खुदाई चल रही थी. तभी अचानक मिट्टी धसी और एक के बाद एक सभी मकान मलबे में तब्दील हो गए.
लोगों ने बताया कि जब हादसा हुआ तो ऐसा लगा कि भूकंप आ गया हो. लोगों को भागने तक का मौका नहीं मिला. वहीं पुलिस लोगों से पूछताछ कर घटने की जांच में जुट गई है.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर खुले रहेंगे सरकारी स्कूल
16 Jun, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सभी सरकारी स्कूल खुले रहेंगे। माह का तीसरा शनिवार होने पर भी स्कूल खुले रहेंगे।
इस दिन सभी स्कूलों में 'योग संगम' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चे, शिक्षक, अभिभावक और विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य योग करेंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के निर्देश पर राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला शिक्षा अधीक्षकों को इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिया। इसे लेकर भेजे गए पत्र में बकायदा केंद्र के पत्र भी सम्मिलित किया गया है।
शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह ने अपने पत्र में सभी स्कूलों में केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा जारी प्रोटोकॉल के अनुसार सुबह 6.30 बजे से 7.45 बजे तक सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम के आयोजन करने के निर्देश दिए है।
इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि तथा अन्य गणमान्य लोगों को भी बुलाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों से इस आयोजन को लेकर गूगल शीट पर रिपोर्ट भी देने को कहा गया है।
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन की जवाबदेही संबंधित स्कूलों के प्रधानाध्यापक और योग क्लब की होगी। शिक्षा विभाग ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी के रूप में स्कूलों में एक दिन तथा एक साथ सूर्य नमस्कार तथा योगाभ्यास का आयोजन कराया था।
बताते चलें कि सरकारी स्कूलों में प्रत्येक माह के तीसरे शनिवार को अवकाश रहता है। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर स्कूल खुले रहेंगे। हालांकि, स्कूल कितनी देर खुले रहेंगे, जिलाें को भेजे गए पत्र में इसका उल्लेख नहीं किया गया है।
केंद्र के पत्र में इतना ही कहा गया है कि सुबह 6.30 बजे से 7.45 बजे तक योग संगम के आयोजन के लिए स्कूल खुले रहेंगे।
इसे लेकर शिक्षकों में संशय भी है कि स्कूल सुबह 7.45 तक ही खुले रहेंगे या अन्य दिनों की तरह पूर्वाह्न 11.30 बजे तक। शिक्षकों ने अपने-अपने संघ के जरिए विभाग के माध्यम से इससे स्पष्ट करने की मांग उठाई है।
उत्पाद सचिव मनोज कुमार से आज एसीबी करेगी पूछताछ
16 Jun, 2025 11:28 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड में जारी शराब घोटाले में उत्पाद एवं मद्यनिषेध विभाग के वर्तमान सचिव मनोज कुमार पर गंभीर आरोप लगे हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मनोज कुमार को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। सोमवार को उनसे गहन पूछताछ होगी। उन पर फर्जी बैंक गारंटी को छिपाने, अवैध वसूली को संरक्षण देने और एक खास बीयर कंपनी को लाभ पहुंचाने जैसे संगीन आरोप हैं। इस घोटाले से राज्य सरकार को 38 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
एसीबी की जांच में खुलासा हुआ है कि फर्जी बैंक गारंटी के आधार पर मैनपावर आपूर्ति करने वाली एजेंसियों को ठेके दिए गए। मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सिक्यूरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज जैसी कंपनियों ने 2023 से फर्जी गारंटी के जरिए काम शुरू किया, जिससे सरकार को 38 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व नुकसान हुआ। जांच में यह भी सामने आया कि नवंबर 2024 में छत्तीसगढ़ की दो कंपनियों मेसर्स दीशिता वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स ओम साईं विबरेजेज प्राइवेट लिमिटेड को बिना मंत्री की जानकारी के 11 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया गया, जबकि इन कंपनियों पर 450 करोड़ रुपये का बकाया था। मनोज कुमार पर इन अनियमितताओं को छिपाने का आरोप है।
शराब पर अवैध वसूली और खास बीयर कंपनी को लाभ
शराब घोटाले में एक और सनसनीखेज खुलासा यह है कि एमआरपी से अधिक कीमत पर शराब बिक्री के जरिए अवैध वसूली की गई। जांच के अनुसार, बीयर की प्रति बोतल पर 10 रुपये अतिरिक्त वसूले गए, जिससे हर महीने करीब 48 लाख रुपये और सालाना 57 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई। यह पैसा नीरज कुमार सिंह और मनोज कुमार के करीबी रिश्तेदार अंशु के जरिए पहुंचाया जाता था। अंशु को हर माह 50 लाख रुपये दिए जाते थे।
इसके अलावा, एक खास बीयर कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए अन्य ब्रांडों की आपूर्ति रोककर दबाव बनाया गया। दुकानदारों को इस कंपनी की बीयर बेचने के लिए मजबूर किया गया, जिसके पीछे मनोज कुमार की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।
एसीबी की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
एसीबी ने इस मामले में अब तक 27 लोगों को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। पूर्व उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे, संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह, और झारखंड स्टेट बिवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) के पूर्व महाप्रबंधक सुधीर कुमार और सुधीर कुमार दास को गिरफ्तार किया जा चुका है।
नीरज कुमार सिंह, जो अवैध वसूली का प्रमुख किरदार माना जाता है, भी जेल में है। छत्तीसगढ़ के कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है, क्योंकि वह पूछताछ में शामिल नहीं हुए। एसीबी ने पूर्व आयुक्त अमित प्रकाश से भी पूछताछ की, लेकिन उनके जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए।
दो आईएएस अधिकारियों, करण सत्यार्थी और फैज अक अहमद, जिन्होंने इस घोटाले को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, को एसीबी ने गवाह के तौर पर बुलाया है। इनसे पूछताछ के दौरान नए तथ्य सामने आने की उम्मीद है।
जानकारी के मुताबिक, सरकार मनोज कुमार को उनके पद से हटाने की कार्रवाई शुरू कर सकती है। जांच में यह भी सामने आया है कि मनोज कुमार ने नौ महीनों में 200 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा होने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया। एसीबी का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर चल रहे इस घोटाले की जानकारी मनोज कुमार को थी और अब उनसे सख्त पूछताछ की जाएगी।
नकली विजिलेंस अफसर कोलकाता से गिरफ्तार
16 Jun, 2025 11:25 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जमशेदपुर। कदमा और टेल्को समेत कई थाना क्षेत्रों में नकली विजिलेंस अफसर और सीबीआई अधिकारी बनकर लोगों को ठगने वाले जयंत कुमार जायसवाल को जमशेदपुर पुलिस ने कोलकाता से गिरफ्तार किया है। आरोपी महिलाओं को धमकाकर लाखों रुपये के आभूषण ठगता था।
पुलिस पूछताछ में जयंत ने बताया कि आइपीएल में सट्टेबाजी में हारने के बाद उसने ठगी का रास्ता अपनाया। वह देश के विभिन्न हिस्सों में घूम-घूमकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता था।
ठगी की घटनाओं के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले
कदमा और टेल्को थाना क्षेत्र में हाल ही में हुई ठगी की घटनाओं के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे जयंत की पहचान हुई।
चूंकि वह जमशेदपुर का रहने वाला नहीं था, इसलिए उसकी पहचान करने में थोड़ा समय लगा। जयंत घरों में घुसकर महिलाओं को धमकाता था और खुद को विजिलेंस या सीबीआई का अधिकारी बताता था।
इसके बाद वह उनसे लाखों रुपये के आभूषण ठगकर फरार हो जाता था। पुलिस जयंत को जमशेदपुर ला रही है और उससे पूछताछ कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने और कहां-कहां इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है। पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से कई और मामलों का खुलासा हो सकता है।
धनबाद से मुंबई जाने वाले यात्री ध्यान दें!
16 Jun, 2025 11:23 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धनबाद। धनबाद से लोकमान्य तिलक मुंबई के बीच चलने वाली साप्ताहिक एसी स्पेशल ट्रेन 17 जून से जनरल व स्लीपर के कोच के साथ चलेगी।
अभी 10 थर्ड एसी इकोनामी कोच, पांच थर्ड एसी व पांच सेकेंड एसी कोच के साथ चल रही ट्रेन में साधारण श्रेणी के छह, स्लीपर के छह, इकोनामी चार, थर्ड एसी व दो व सेकेंड एसी दो कोच जोड़े जाएंगे। जनरल व स्लीपर कोच जुड़ने से कम आय वर्ग वाले यात्री कम किराए में मुंबई पहुंच सकेंगे।
कोच संयोजन में बदलाव के बाद धनबाद से 24 जून तक तथा वापसी में लोकमान्य तिलक से 26 जून तक ही टिकट बुक हो रहे हैं। फेरे विस्तार नहीं होने से जुलाई से टिकट बुकिंग नहीं हो रही है इससे यात्रियों में मायूसी है।
आखिर किस बात पर लड़के को करनी होगी 7 दिन मंदिर की सफाई? न्याय परिषद का चौंकाने वाला आदेश
14 Jun, 2025 06:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के गोपालगंज की जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने एक बच्चे को एक अनोखी सजा सुनाई, जहां नाबालिग को सुधरने का एक मौका दिया और उसे जेल नहीं भेजा, बल्कि सजा के तौर पर थावे मंदिर में एक हफ्ते तक सफाई करने के लिए कहा. दरअसल किशोर न्यायिक बोर्ड के प्रधान न्यायिक दंडाधिकारी (Chief Judicial Magistrate) ने ऐसा फैसला नाबालिग बच्चों को आपराधिक मानसिकता से बचाने के लिए लिया.
मजिस्ट्रेट का मानना है कि किशोरों को सुधरने का मौका दिया जाना चाहिए, जिससे की जुर्म के रास्ते पर न चलें. उन्होंने हाल ही में शराब तस्करी में शामिल एक नाबालिग आरोपी को सुधरने के लिए लिए मौका दिया और सात दिन तक मंदिर में सफाई करने का फैसला सुनाया. क्योंकि किशोर ने तस्करी में पकड़े जाने के बाद अपना जुर्म कबूल कर लिया था और कहा था कि तस्करों ने उसे पैसों का लालच दिया था.
मजिस्ट्रेट ने सुधरने का दिया मौका
किशोर पिछले साल उत्तर प्रदेश से शराब की तस्करी करने के आरोप में पकड़ा गया था. उसके साथ एक और तस्कर था, जिसे जेल भेज दिया गया था. लेकिन ये नाबालिग था. इसलिए इसका मामला किशोर न्याय बोर्ड में दर्ज कराया गया था, जिसके बाद इस मामले में केस चला. पुलिस और दूसरे पक्ष ने अपनी-अपनी दलीलें पेश कीं, जिन्हें सुनने के बाद मजिस्ट्रेट ने अपना फैसला सुनाया और किशोर को सुधरने का एक चांस दिया, जिसके बाद किशोर ने भी सुधरने की शपथ ली और दोबारा कोई गलत काम न करने की बात कही.
मंदिर में साफ-सफाई का काम
किशोर को थावे मंदिर में एक हफ्ते तक सफाई करने का आदेश दिया गया. इस मामले पर थावे मंदिर के पुजारी संजय पांडे ने कहा कि बोर्ड की ओर से एक पत्र के जरिए आदेश की जानकारी दी गई. अब उसी के आधार पर किशोर से मंदिर में साफ-सफाई का काम कराया जाएगा. किशोर का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और उसने अपनी गलती भी मानी थी. इसलिए उसे सुधार का मौका दिया गया है.
अटल पथ पर खूनी खेल: 'बार-बार चेकिंग' से गुस्साए स्कॉर्पियो सवार ने पुलिसवालों को रौंदा
14 Jun, 2025 06:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार राजधानी पटना में वाहन चेकिंग दौरान स्कार्पियो सवार युवकों ने तीन पुलिसकर्मियों को रौंद दिया था. इसमें से एक महिला कांस्टेबल की मौत हो गई. वहीं, दो दरोगा भी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था. घटना के बाद दोनों कार सवार आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आखिर क्यों उन्होंने पुलिसकर्मियों को देखकर कार की स्पीड कम करने की जगह उन पर चढ़ा दी.
पटना के अटल पथ पर पुलिस बुधवार को गाड़ियों की चेकिंग कर रही थी. इस दौरान पुलिस ने एक स्कार्पियो कार को रुकने का इशारा किया. कार सवार युवकों ने गाड़ी को रोकने की बजाय तीन पुलिसकर्मियों को रौंद दिया. कार के नीचे आने से ड्यूटी पर तैनात एसके पुरी थाने के तीन पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गए. इनमें एसआई दीपक मणि, एएसआई अवधेश कुमार और महिला कांस्टेबल कोमल शामिल थी.
तीन आरोपी अरेस्ट
तीनों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद कांस्टेबल कोमल को मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी होते ही पटना के एसएसपी अवकाश कुमार तुरंत मौके पर पहुंच गए और उन्होंने टक्कर मारने वाले दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. पकड़ गए आरोपियों की पहचान प्रॉपर्टी डीलर निखिल, अंकित और कुलदीप के तौर पर हुई है. वहीं, एक आरोपी राजा अब भी फरार चल रहा है. निखिल और अंकित को घटना के तुरंत बाद अरेस्ट कर लिया गया था.
जानें पुलिसकर्मियों पर क्यों चढ़ाई कार
वहीं, कुलदीप को अगले दिन अरेस्ट किया गया था. स्कार्पियो कार को प्रॉपर्टी डीलर निखिल चला रहा था. यह कार भी उसी की है. बाकी लोग कार में मौजूद थे. पुलिस की पूछताछ में प्रॉपर्टी डीलर निखिल और अंकित ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से रोजाना जेपी गंगा पथ पर स्कॉर्पियो से घूमने जाते थे. इस दौरान वह बार-बार हो रही चैकिंग से परेशान हो गए थे. इस बात से परेशान होकर उन्होंने पुलिसकर्मियों पर कार चढ़ा दी.
गोरखपुर में विक्षिप्त महिला से गैंगरेप, पुलिस का 'हाफ एनकाउंटर', एक आरोपी गिरफ्तार
14 Jun, 2025 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोरखपुर में मानसिक रूप से विक्षिप्तमहिला से गैंगरेप के मुख्य आरोपी को शुक्रवार की देर रात गोरखपुर पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के घेराबंदी करने के बाद आरोपी युवक ने पुलिस पर फायरिंग की और भागने लगा. पुलिस की जवाबी कार्यवाही में आरोपी युवक को पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. युवक बेलघाट थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ गैंगरेप का मुख्य आरोपी है.
आरोपी की पहचान बेलघाट थाना क्षेत्र के बेलाव निवासी शफीक खान उर्फ गोलू के रूप में हुई है. पुलिस ने शफीक के पास से एक तमंचा और एक खोखा भी बरामद किया है. इस मामले में पुलिस दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी. शुक्रवार की देर रात पुलिस मुखबिर की सूचना पर मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए हीरा मंडी गई थी.
तीन लोगों ने किया महिला से गैंगरेप
पुलिस टीम जब उसे पकड़ने गई तो वह भागने लगा. उसने पुलिस पर फायरिंग भी कर दी. इसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मुख्य आरोपी शफीक उर्फ गोलू को पैर में गोली लग गई, जिसके बाद वह गिर पड़ा और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, गोरखपुर के बेलघाट थाना क्षेत्र में बुधवार को तीन आरोपियों ने एक महिला के साथ गैंगरेप किया था.
नदी के किनारे जा रही थी महिला, तभी पकड़ा
55 वर्षीय एक महिला बुधवार की शाम को शाहपुर तटबंध होते हुए नदी के किनारे जा रही थी. आरोप है कि इसी दौरान तीन युवकों ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ रेप किया. तीनों आरोपियों के चंगुल में फंस चुकी महिला ने अपने आप को बचाने के लिए शोर मचाया. उसकी आवाज सुनकर जब एक महिला वहां पहुंची तो तीनों आरोपी वहां से फरार हो गए.
पीड़ित महिला के पति ने की शिकायत
इसके बाद वो महिला पीड़िता को उसके घर ले गई और परिजनों को घटना की जानकारी दी. इसके बाद पीड़ित महिला के पति ने इसकी शिकायत पुलिस से की, जिसके बाद गुरुवार को पुलिस ने आरोपी सोनू और गप्पा , मुहम्मद रजा उर्फ बबलू, और शफीक खान उर्फ गोलू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया और आरोपियों की तलाश में जुट गई.
शुक्रवार की दोपहर पुलिस ने आरोपी सोनी और बबलू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वहीं शुक्रवार की देर रात मुठभेड़ में तीसरे मुख्य आरोपी शफीक को गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस उसे भी जेल भेजने में तैयारी में जुट गई है.