उत्तर प्रदेश
PMCH का नया स्वरूप तैयार: बिहार के मरीजों को मिलेगी अत्याधुनिक सुविधा, बाहर जाने की मजबूरी खत्म
10 Jun, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के सबसे पुराने अस्पतालों में एक पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल) के कायाकल्प का कार्य तकरीबन पूरा हो गया है. इसका सिविल या आधारभूत संरचना से संबंधित कार्य 90 फीसदी से अधिक पूरा हो चुका है. शेष कार्य आने वाले कुछ महीनों में पूरे हो जाएंगे. प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाय) के तहत पीएमसीएच के कायाकल्प की प्रक्रिया चल रही है. इस योजना में दो अन्य भागलपुर और गया मेडिकल कॉलेज के कायाकल्प की प्रक्रिया पूरी हो गई है.
तीनों अस्पतालों को अपग्रेड करने से संबंधित यह कवायद प्रधानमंत्री के स्तर से बिहार को दिए गए विशेष पैकेज का ही हिस्सा है. इसे लेकर हाल में मुख्य सचिव और विकास आयुक्त के स्तर पर हुई समीक्षा बैठक में पीएम पैकेज के क्रियान्वयन से संबंधित स्थिति सामने आई.
दो मेडिकल कॉलेजों की बदली सूरत
भागलपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज और गया स्थित अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल को 200-200 करोड़ रुपये खर्च करके अपग्रेड कर लिया गया है. इन दोनों मेडिकल कॉलेज नए कलेवर में दिखने लगे हैं. इनका उद्घाटन भी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने पिछले वर्ष सितंबर में कर दिया है. वहीं, पीएमसीएच को अपग्रेड करने की कवायद अंतिम चरण में है. इस पर भी 200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है. हालांकि इसके भवन समेत अन्य जरूरी चीजों का उद्घाटन होने के साथ ही इसे चालू कर दिया गया है.
लक्ष्य से अधिक बनी ग्रामीण सड़कें
बिहार की ग्रामीण अंचलों में सड़कों को सुदृढ़ करने के लिए पीएमजीएसवाय (प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना) में 22 हजार 500 किमी सड़कों का नेटवर्क तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था. परंतु इससे कहीं ज्यादा 2 हजार 864 किमी लंबी सड़क तैयार हो गई है. इस पर 18 हजार 909 करोड़ रुपये का खर्च आया है, जिसमें केंद्रीय हिस्सेदारी 11 हजार 474 करोड़ रुपये तथा राज्य की हिस्सेदारी 8 हजार 706 करोड़ रुपये है.
पेट्रोलियम एवं गैस के प्रोजेक्ट-बदल रहे बिहार
आईओसीएल के तहत बरौनी रिफाइनरी की क्षमता का विस्तार कार्य तेजी से चल रहा है. 14 हजार 810 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के अगस्त 2026 तक पूरा होने की संभावना है. अब तक आईओसीएल के तहत तीन प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं, जिनकी लागत 4 हजार 369 करोड़ रुपये है. इसमें बरौनी रिफाइनरी में 1500 करोड़ रुपये की लागत से बीएस-4 एवं बीएस-6 स्तर के ईंधन का शोधन संयंत्र का निर्माण. मोतिहारी से अमलेखगंज के बीच 324 करोड़ रुपये की लागत से पाइपलाइन निर्माण. पारादीप हल्दिया से दुर्गापुर के बीच 2 हजार 545 करोड़ रुपये की लागत से एलपीजी पाइपलाइन का एक्सटेंशन कार्य संपन्न.
इसी तरह एचपीसीएल के चार प्रोजेक्ट भी पूरे हुए हैं, जिनकी लागत 176 करोड़ रुपये है. पटना स्थित एलपीजी प्लांट पर 45 करोड़ रुपये खर्च करके इसकी की क्षमता दोगुणी की गई. इसी प्लांट में 15 करोड़ रुपये खर्च करके 1.5 टन का अतिरिक्त भंडारण क्षमता विकसित किया गया है. पूर्णिया के एलपीजी प्लांट को भी अपग्रेड करते हुए क्षमता को दोगुणी कर दी गई है. मुजफ्फरपुर के सगौली में 110 करोड़ की लागत से नया एलपीजी संयंत्र बनाया गया. गेल के तहत 2 हजार 300 करोड़ रुपये खर्च करके 617 किमी लंबी जगदीशपुर-हल्दिया पाइपलाइन तैयार की गई है.
भागलपुर में भी केंद्रीय विश्वविद्यालय
बोधगया में आईआईएम और भागलपुर में केंद्रीय विश्वविद्यालय इसी प्रोजेक्ट के हिस्से हैं. बोधगया में आईआईएम 543 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित हो गया है. इस संस्थान से पठन-पाठन भी शुरू हो गया है. वहीं भागलपुर के ऐतिहासिक स्थल विक्रमशीला के पास विक्रमशीला केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की कवायद तेजी से चल रही है. इसका डीपीआर तैयार नई दिल्ली स्थित स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर ने तैयार कर दिया है. इस पर अनुमोदन लेने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भेजा गया है. अनुमति मिलने के बाद इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. इस पर 500 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है.
'मॉडल चाय' वाली पर टूटा पुलिस का कहर, लखनऊ में बदसलूकी की हदें पार
10 Jun, 2025 10:23 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में मॉडलिंग की दुनिया छोड़कर चाय की दुकान लगा अपने परिवार का भरण पोषण कर रही सिमरन के साथ पुलिस मारपीट और अभद्रता करती हुई नजर आ रही है. वीडियो में एक महिला सिपाही बेरहमी से सिमरन की कॉलर पकड़कर उसे खिंचती हुई नजर आ रही है. पुलिस का कहना है कि उन्होंने सिमरन के देर रात दुकान बंद करने के लिए कहा था, लेकिन उसने दुकान बंद करने से मना किया था.
पारिवारिक परिस्थितियों की वजह से मॉडलिंग की दुनिया छोड़कर चाय की दुकान चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाली सिमरन गुप्ता से आधी रात को पुलिस ने अभद्र व्यवहार और मारपीट की. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. सिमरन गोरखपुर की रहने वाली है. सबसे पहले सिमरन ने गोरखपुर के हरिओम नगर तिराहे पर मॉडल चाय वाली के नाम से दुकान खोली थी और फिर वह लखनऊ चली आई.
दुकान बंद करने को लेकर हुआ था विवाद
काफी टाइम से सिमरन लखनऊ में राम राम बैंक के पास अपनी चाय की दुकान लगाती आ रही है. सोमवार देर रात सिमरन के साथ एक महिला पुलिसकर्मी ने मारपीट की है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पिटाई की वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक लेटर जारी कर सफाई दी है. पुलिस ने बताया कि सोमवार देर रात करीब 2 बजे सिमरन को चाय की दुकान बंद करने को कहा गया था, लेकिन सिमरन ने दुकान बंद करने से मना कर दिया.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
साथ ही महिला पुलिसकर्मी से वह उलझ गई. जब महिला पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो इस दौरान उसका वीडियो किसी ने बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. पुलिस का कहना है कि 11 बजे के बाद सभी दुकानें बंद कराने का आर्डर है. इसी वजह से दुकानें बंद कराई जा रही थी. इससे पहले भी कई बार मॉडल चाय वाली को जल्दी दुकान बंद करने को कहा गया, लेकिन नही बंद की गई.
जान जोखिम में: गूगल मैप के भरोसे चले और अधूरे पुल पर लटक गई कार
10 Jun, 2025 10:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अगर आप गूगल मैप के सहारे सफर कर रहे हैं तो थोड़ा सावधान रहा रहिए, क्योंकि रास्ते में कहीं भी ये आपको धोखा दे सकता है. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि आए दिन इसकी वजह से हो रहे हादसों के कारण इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं. ताजा मामला यूपी के महाराजगंज जिले के फरेंदा थाना क्षेत्र का है. गोरखपुर-सोनौली हाईवे पर एक फ्लाईओवर बन रहा है. गूगल मैप के सहारे सफर कर रहे तीन लोग अचानक फ्लाईओवर पर जा पहुंचे और उनकी कार दूसरी तरफ फ्लाईओवर के अधूरे हिस्से में जा गिरी. गनीमत रही कि हादसे में सभी बाल-बाल बच गए.
घटना बीते रविवार रात करीब एक बजे की है. लखनऊ नंबर की एक कार गोरखपुर से सोनौली बॉर्डर की ओर जा रही थी. बताया जा रहा है कि ड्राइवर गूगल मैप की मदद से रास्ता तलाश रहा था, लेकिन मैप ने उन्हें सीधे निर्माणाधीन फ्लाईओवर पर चढ़ा दिया. फ्लाईओवर का एक हिस्सा बन चुका था, जबकि दूसरे सिरे पर अभी मिट्टी डालकर काम चल रहा था. जैसे ही कार उस अधूरे हिस्से में पहुंची, वह पुल के किनारे जाकर लटक गई.
कार सवार सभी लोग सुरक्षित
कार में सवार तीनों लोग गोरखपुर के रहने वाले हैं और पूरी तरह सुरक्षित बताए जा रहे हैं. हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. फरेंदा कोतवाल प्रशांत कुमार पाठक ने बताया कि तत्काल राहत कार्य शुरू किया गया और कार्यदायी संस्था की मदद से कार को नीचे उतार लिया गया.
हालांकि यह एक बड़ी लापरवाही का मामला उभरकर बनकर सामने आया है. गूगल मैप पर निर्भरता और निर्माण स्थल पर पर्याप्त संकेत न होना हादसे की बड़ी वजह मानी जा रही है. गनीमत रही कि समय रहते कार रुक गई, वरना एक बड़ा हादसा हो सकता था. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
न तो कोई बैरिकेडिंग थी, न डायवर्जन का संकेत
वहीं स्थानीय लोगों बताया कि कार्यदायी संस्था की लापरवाही के चलते फ्लाईओवर पर न तो कोई बैरिकेडिंग थी, न डायवर्जन का संकेत और न ही पर्याप्त साइन बोर्ड. ऐसे में तेज रफ्तार से गूगल मैप के निर्देशों का पालन करते हुए जा रहे वाहन सीधे अधूरे पुल पर चढ़ सकते हैं. इससे पहले भी इस स्थान पर हादसे हो चुके हैं. लोगों ने निर्माण एजेंसी और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं.
बरेली में गई थी तीन लोगों की जान
बता दें कि यूपी के बरेली जिले में गूगल मैप के गलत निर्देशों के कारण एक दर्दनाक हादसा हुआ था. तीन लोग कार में सवार होकर जा रहे थे, लेकिन गूगल मैप ने उन्हें एक अधूरे पुल का रास्ता दिखा दिया, जिससे कार पुल से गिर गई और तीनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी.
हनीमून मनाने गए कौशलेंद्र-अंकिता का 12 दिन बाद भी नहीं मिला कोई सुराग, सिक्किम हादसे का गहराया रहस्य
10 Jun, 2025 10:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस समय एमपी के इंदौर जिले का एक कपल चर्चा का विषय बना हुआ है, वो है राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी. दोनों मेघायल की राजधानी शिलांग घूमने गए थे. वहीं लापता हो गए. एक हफ्ते पहले राजा रघुवंशी की लाश शिलांग में मिली, जबकि सोनम शिलांग से 1162 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में मिली. वहीं एक कपल और मिसिंग है, जो यूपी के प्रतापगढ़ जिले का रहने वाला है. ये कपल सिक्किम में हनीमून मनाने गया था, लेकिन वहां इनके साथ एक ऐसा हादसा हो गया कि अब तक इनका कुछ पता नहीं चल पाया है.
बता दें कि सिक्किम के मंगन जिले में पर्यटकों को ले जा रही टूरिस्ट बस तीस्ता नदी में गिर गई थी. इस बस में कुल 11 लोग सवार थे, जिसमें प्रतापगढ़ का नवविवाहित जोड़ा कौशलेंद्र सिंह (29) और अंकिता सिंह (26) भी थे. ये अपने घर से हनीमून मनाने के लिए सिक्किम गए थे. घटना की जानकारी होते ही दोनों परिवारों में कोहराम मच गया. दोनों के परिजन आनन-फानन में सिक्किम पहुंच गए.
1000 फीट नीचे नदी में गिरी बस
सांगीपुर इलाके के राहाटिकर गांव के शेर बहादुर सिंह के इकलौते बेटे कौशलेंद्र प्रताप सिंह और पट्टी कोतवाली के धनगढ़ सराय छिवलहा निवासी राजेश सिंह की बेटी अंकिता सिंह की शादी 5 मई को ही हुई थी. दोनों ने हनीमून ट्रिप के लिए पूर्वोत्तर के राज्य सिक्किम को चुना और 24 मई को हनीमून के लिए घर से निकल गए. मंगन जिले में भारी बारिश के चलते इनकी बस फिसलकर लगभग 1000 फीट गहरी तीस्ता नदी में गिर गई.
मौसम के चलते नहीं चल पा रहा सर्च ऑपरेशन
घटना के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू तो हुआ, लेकिन मौसम दगा दे गया, जिसके चलते सर्च ऑपरेशन प्रभावित हो गया. हादसा उस समय हुआ, जब बीती 29 मई को यह लोग उत्तर सिक्किम के मंगन जिले से वापस गंगटोक स्थित होटल के लिए लौट रहे थे. मंगन से रवाना होने से पूर्व सुबह कौशलेंद्र की अपनी मां बेबी सिंह से आखिरी बार बात हुई थी.
मेदांता हॉस्पिटल में काम करती थी अंकिता
कौशलेंद्र के पिता शेर बहादुर और अंकिता के भाई व चाचा अभी भी सिक्किम में दोनों के मिलने की उम्मीद में जमे हुए हैं तो वहीं दो परिवारीजन रविवार को वापस आ गए. बताया जा रहा है कि अंकिता लखनऊ के मेदांता अस्पताल के मेडिसिन विभाग में काम करती थी. वहीं कौशलेंद्र अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और दिल्ली में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहा था.
JAC कभी भी जारी कर सकता है 11वीं कक्षा का रिजल्ट
9 Jun, 2025 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। झारखंड बोर्ड की ओर से इस वर्ष 11वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन 20 से 22 मई 2025 तक करवाया गया था। एग्जाम में भाग लेने वाले लाखों छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके अभिभावकों को अब रिजल्ट जारी होने का इंतजार है जो जल्द ही खत्म हो सकता है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से पहले ही अन्य सभी कक्षाओं का परिणाम घोषित किया जा चुका है, ऐसे में अनुमान है कि अगले एक या दो दिनों में बोर्ड की ओर से नतीजे जारी किए जा सकता है। परिणाम ऑनलाइन जारी किया जायेगा जिसे स्टूडेंट्स स्वयं ही मोबाइल से चेक कर पाएंगे।
कहां और कैसे चेक कर पाएंगे नतीजे
झारखंड बोर्ड की ओर से रिजल्ट जारी होते ही डायरेक्ट लिंक ऑफिशियल वेबसाइट jac.jharkhand.gov.in और jacresults.com पर एक्टिव हो जायेगा। इसके बाद स्टूडेंट्स इसमें से किसी भी साइट पर जाकर मांगी गई डिटेल दर्ज करके परिणाम की जांच कर सकेंगे। आसानी से नतीजे चेक करने के लिए नीचे दी गई स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं-
JAC 11th Result 2025 चेक करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट jacresults.com पर जाना होगा।
वेबसाइट के होम पेज पर आपको रिजल्ट से संबंधित लिंक पर क्लिक करना होगा।
इसके बाद आपको रोल कोड एवं रोल नंबर दर्ज करके सबमिट करना होगा।
अब आपकी मार्कशीट स्क्रीन पर ओपन हो जाएगी जहां से आप इसे डाउनलोड करके इसका प्रिंटआउट भी निकाल सकेंगे।
ओरिजिनल मार्कशीट स्कूल से होगी प्राप्त
सभी छात्रों को बता दें कि रिजल्ट जारी होने पर वे केवल रिजल्ट की डिजिटल कॉपी ही डाउनलोड कर पाएंगे। ओरिजिनल मार्कशीट नतीजे जारी होने के कुछ दिन बाद आपके संबंधित स्कूल में भेज दी जाएगी जहां से आप इसे प्राप्त कर पाएंगे।
पास होने के लिए कितने फीसदी चाहिए अंक
झारखंड बोर्ड 11th में पास होने के लिए स्टूडेंट्स को न्यूनतम 33 फीसदी अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। सभी छात्रों को 5 विषयों में से 4 विषयों में न्यूनतम अंक हासिल करना होगा। दो विषयों में फेल होने पर स्टूडेंट्स कंपार्टमेंट एग्जाम में भाग लेकर इसी साल परीक्षा पास कर सकेंगे और अपना साल खराब होने से बचा सकेंगे। एग्जाम से जुड़ी लेटेस्ट अपडेट के लिए सभी छात्रों को समय समय पर ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करने की सलाह दी जाती है।
मेघालय हनीमून मर्डर: सोमन रघुवंशी का दावा- 'पति को मारा, फिर किडनैप कर गाजीपुर लाए'
9 Jun, 2025 06:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी की शिलॉन्ग में लाश मिलने के बाद से ही लगातार उसकी पत्नी सोनम की तलाश की जा रही थी. इंदौर से लेकर शिलॉन्ग तक पुलिस इस केस को सुलझाने की कोशिश में जुटी हुई थी. आखिरकार इस केस में सोनम का पता चल गया है. मेघालय के डीजीपी के बयानों की मानें तो सोनम ही अपने पति की हत्या की साजिश में शामिल है लेकिन सोनम ने यूपी के गाजीपुर में ढाबे वाले को जो कहानी सुनाई है उससे यह पूरा मामला उलट समझ में आ रहा है.
पुलिस की थ्योरी के मुताबिक सोनम रघुवंशी का राज नाम के शख्स के साथ अफेयर था. ऐसे में सोनम ने राज के साथ मिलकर हत्यारों को सुपारी दी और राजा रघुवंशी की हत्या करवा दी. लेकिन, इस मामले में एक बड़ा खुलासा तब हुआ जब सोनम ने गिरफ्तारी से पहले एक ढाबे वाले को अपनी कहानी बयां की. सोनम गिरफ्तार होने से पहले गाजीपुर के काशी ढाबा पर पहुंची थी. यहां पर उसने ढाबे वाले को अपनी पूरी कहानी बताई और एक फोन करने के लिए उसका फोन मांगा.
सोनम ने ढाबे वाले से फोन लेकर अपने भाई को कॉल किया था और इसके बाद उसने कथित तौर पर सरेंडर किया है. पुलिस ने फिलहाल उसे हिरासत में रखा है और पूछताछ की जा रही है. गाजीपुर में काशी ढाबा चलाने वाले साहिल यादव ने बताया है कि सोनम जब वहां पहुंची तो वो बहुत घबराई हुई थी और रो-रोकर अपनी कहानी बता रही थी. सोनम ने साहिल से कहा कि शिलॉन्ग में उसके साथ लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया है. इसके बाद उसकी आंखों के सामने ही उसके पति की हत्या की गई है.
फैमिली से मांगी मदद फिर ढाबे वाले के पास पहुंची
साहिल यादव ने बताया कि जब सोनम भागते हुए उनके ढाबे पर आई थी तो कुछ लोग उनके ढाबे पर खाना खा रहे थे. उनमें एक महिला भी शामिल थी. सोनम पहले भागते हुए उनके पास गई थी और मदद के लिए कहा था. सोनम ने उनसे भी मोबाइल मांगा था. जब उन्होंने मदद करने से मना कर दिया तो सोनम ने साहिल से मोबाइल मांगा था और कुछ बात करने को कहा था. ढाबे वाले ने कहा कि सोनम को उसने मोबाइल दे दिया जिसके बाद सोनम ने कॉल किया.
साहिल ने भी की सोनम के भाई से बात
ढाबा संचालक साहिल ने बताया कि सोनम ने जब उनके मोबाइल से कॉल किया था तो वह फूट-फूट कर रोने लगी थी. उसने फोन पर कहा हेलो भैया… इसके बाद उसने साहिल से भी भाई की बात करवाई थी. साहिल ने उसके भाई को ढाबे का पता दिया था और उन्होंने कहा था कि वह जल्द से जल्द वहां पहुंच रहे हैं. इसके बाद फोन कट गया था. साहिल से रहा न गया और उसने सोनम से पूछा कि क्या हुआ है? इस पर सोनम ने बताया कि उसकी शादी मई में हुई थी. इसके कुछ दिन बाद ही वह अपने पति के साथ मेघालय घूमने गई थी. वहां पर उसके जेवर लूटने की कोशिश की गई.
आंखों के सामने पति को मार डाला
सोनम ने ढाबे वाले को रोते हुए बताया कि जो लुटेरे उनके पास आए थे उन्होंने पहले जेवर लूट लिए. इसके बाद सोनम के सामने ही राजा की बेरहमी से हत्या कर दी. हत्या के दौरान सोनम बेहोश हो गई थी. हत्यारे सोनम को उठा ले गए और उसे एक कमरे में कई दिनों तक बंद रखा. अपहरण करने के बाद सोनम को आरोपी गाजीपुर लाए और यहां छोड़कर चले गए. जब ढाबे वाले ने उससे पूछा कि वह ढाबे तक कैसे पहुंची तो उसने कुछ नहीं बोला. सोनम ढाबे पर रात करीब 1 बजे पहुंची थी जहां पर पुलिस 3 बजे के करीब पहुंची और सोनम को अपने साथ ले गई.
आवास की कमी होगी दूर! योगी सरकार ने बनाया 'फ्लैट लाइक फैक्ट्री' का मास्टर प्लान, 2 साल में लक्ष्य पूरा
9 Jun, 2025 05:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने यहां लघु उद्योगों को लगातार बढ़ावा दे रही है. अब यूपी सरकार राज्य में मध्यम और लघु उद्योगों (MSME) को बढ़ावा देने के मकसद से एक खास योजना लाने का प्लान कर रही है, इसके तहत 125 करोड़ रुपये की अनुमानित खर्च के साथ ग्रेटर नोएडा में फ्लैट जैसी फैक्ट्री स्पेस तैयार करने का फैसला किया है.
ये फैक्ट्री स्पेस ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-28 में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) द्वारा तैयार किया जाएगा. मामले से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती सर्वेक्षण और मास्टर प्लान की तैयारी प्रोसेस में है, लेकिन 2 साल के अंदर प्रोजेक्ट को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है.
आधुनिक सुविधाओं के साथ देने की तैयारी
एक अधिकारी ने कहा, “योजना के अनुसार, यह आइडिया एक शेयर्ड कॉम्पलेक्स में एमएसएमई यूनिट्स को अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा प्रदान करना है, जिससे उनकी उत्पादन लागत और अन्य इनपुट लागत भी कम हो जाएगी. इसे YEIDA की ओर से सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ पूरी तरह से तैयार यूनिट्स के रूप में दिया जाएगा, ताकि ये यूनिट्स आसानी से अपना उत्पादन और संचालन शुरू कर सकें.”
अधिकारियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले से ही बड़े एमएसएमई बेस के साथ, यह प्रोजेक्ट न केवल नए निवेश लाकर आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करेगी, बल्कि सामान्य रोजगार के अवसरों को बनाने में मदद भी करेगी. अधिकारी ने बताया, “यह प्रोजेक्ट ईपीसी मॉडल यानी इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (Engineering, Procurement, and Construction) पर आधारित होगी, जिसकी 3 साल की डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड होगी.”
बहुमंजिला होगी ये फ्लैट लाइक फैक्ट्री
यह “फ्लैटेड” फैक्ट्री में बहुमंजिला इमारत के रूप में होंगी. इसमें एक बेसमेंट, एक ग्राउंड फ्लोर और तीन मंजिलें होंगी. और ये कुल मिलाकर 38,665 स्क्वायर मीटर से अधिक क्षेत्र को कवर करेंगी.
प्रोजेक्ट प्लान के अनुसार, मेन मल्टी स्टोरिज बिल्डिंग के साथ, सरकार भविष्य की किसी भी जरूरत के हिसाब से एक कॉम्पलेक्स तैयार करेगी. अधिकारी ने कहा, “फ्लैटेड फैक्ट्री में आंतरिक जल आपूर्ति, बिजली, अग्नि सुरक्षा प्रणाली, लिफ्ट, साथ ही एचवीएसी (हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग) की सुविधा भी होगी, जो एमएसएमई की जरूरतों को पूरा करेगी.”
हाईवे से भी जुड़ी रहेगी ये स्पेशल फैक्ट्री
अधिकारी ने कहा कि साथ ही सरकार सीसीटीवी, एक्सेस कंट्रोल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम जैसी पहले से स्थापित सुरक्षा सुविधाएं भी मुहैया कराएगी. इसके अलावा बिल्डिंग की डिजाइन को ग्रीन बिल्डिंग स्टैंडर्ड के मुताबिक रखने का प्रस्ताव किया गया है. कॉम्पलेक्स में सामानों को लाने-ले जाने को आसान बनाने के लिए हाईवे से जोड़ने वाली 24 और 30 मीटर चौड़ी सड़कें भी प्रस्तावित की गई हैं.
कॉम्पलेक्स में बेहतरीन सुविधा दिलाने की योजना के बारे में अधिकारियों ने बताया कि सरकार चारदीवारी (boundary walls), गेट, गार्ड रूम, आंतरिक सड़कें (internal roads), पार्किंग, जल निकासी, सीवेज, जलापूर्ति, प्लंबिंग पंप, अग्नि सुरक्षा प्रणाली (fire safety systems) और भूनिर्माण भी उपलब्ध कराएगी, जिससे एमएसएमई यूनिट्स की स्थापना आसान और तेज गति से करने में मदद मिलेगी, जिससे अन्य तरह के खर्चों में कमी आए.
यूपी में सख्त हुए मैरिज रजिस्ट्रेशन नियम: अब वीडियो रिकॉर्डिंग और पुरोहित का शपथ पत्र अनिवार्य
9 Jun, 2025 05:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश में फर्जी शादियों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं. स्टांप एवं पंजीकरण विभाग के अपर महानिरीक्षक (एआईजी) को अब राज्य भर में शादी पंजीकरण की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है. खास तौर पर भागे हुए जोड़ों के मामले में विवाह समारोह की वीडियो रिकॉर्डिंग अनिवार्य कर दी गई है. यह फैसला इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद लिया गया है, ताकि शादी पंजीकरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित की जा सके.
एआईजी प्रतिदिन उप रजिस्ट्रारों द्वारा किए गए शादी पंजीकरण के काम की समीक्षा करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि तय गाइडलाइंस का सख्ती से पालन हो रहा है. इसकी एक मासिक रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी, जिससे निगरानी प्रक्रिया में जवाबदेही बनी रहे. जब तक शादी पंजीकरण के नए नियम विधिवत रूप से लागू नहीं हो जाते, तब तक स्टांप एवं पंजीकरण विभाग के महानिरीक्षक को इन दिशा-निर्देशों का पालन कराने की जिम्मेदारी दी गई है. सभी डिप्टी रजिस्ट्रारों को निर्देश दिए गए हैं कि वे फर्जीवाड़े पर लगाम का लक्ष्य
पुरोहित को देना होगा शपथ पत्र
विवाह पंजीकरण के दौरान अब पुरोहित या विवाह संपन्न कराने वाले व्यक्ति को शपथ पत्र देना होगा. इस हलफनामे में पुरोहित का नाम, पिता का नाम, स्थायी और वर्तमान पता, आधार कार्ड की प्रति, मोबाइल नंबर, फोटो और यह घोषणा शामिल होगी कि उसने विवाह संपन्न कराया है. इसके अलावा, विवाह समारोह की वीडियो रिकॉर्डिंग भी अनिवार्य होगी, खासकर भागे हुए जोड़ों के मामलों में. यह व्यवस्था शादी की वैधता को सत्यापित करने के लिए की गई है.
डिप्टी रजिस्ट्रारों को विवाह प्रमाण-पत्र के पीछे यह स्पष्ट रूप से लिखना होगा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की अधिसूचना (14.10.2024) के निर्देशों का पालन किया गया है. उन्हें पुरोहित के शपथ पत्र की जांच करनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि वे प्रक्रिया से संतुष्ट हैं और पंजीकरण के समय मौजूद थे. दूसरी ओर, सहायक महानिरीक्षक इस अनुपालन की निगरानी करेंगे और देखेंगे कि डिप्टी रजिस्ट्रार अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक से कर रहे हैं या नहीं. इसकी पुष्टि के लिए कार्यालयों के रजिस्टर में मासिक प्रविष्टि भी दर्ज की जाएगी.
नए नियम से क्या होगा?
ये नए नियम खास तौर पर भागे हुए जोड़ों द्वारा फर्जी शादी और उम्र के प्रमाण-पत्रों के इस्तेमाल को रोकने के लिए बनाए गए हैं, जिनका दुरुपयोग अक्सर कोर्ट से सुरक्षा हासिल करने के लिए किया जाता है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पहले भी नकली दस्तावेज जारी करने वाली संस्थाओं की जांच के निर्देश दिए थे, जिसमें टाउट और एजेंटों की भूमिका सामने आई थी. वीडियो रिकॉर्डिंग और शपथ पत्र जैसे कदमों को सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि शादी की वैधता पर सवाल न उठें.
प्रशासन का मानना है कि ये उपाय फर्जी शादियों को रोकने और विवाह संस्था की पवित्रता को बनाए रखने में मदद करेंगे. जनता और कानूनी विशेषज्ञ इन नियमों के लागू होने पर नजर रखे हुए हैं, जो उत्तर प्रदेश में शादी पंजीकरण को एक व्यवस्थित ढांचा देने का काम करेंगे.
दरभंगा-मुबंई रूट पर अकासा एयरलाइंस की बुकिंग शुरू
9 Jun, 2025 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दरभंगा। अब दरभंगा और मुंबई हवाई मार्ग पर अकासा एयरलाइंस के विमान उड़ान भरेंगे। एयरलाइंस कंपनी ने टिकटों की बुकिंग शुरू कर दी है। आगामी एक जुलाई से अकासा एयरलाइंस कंपनी ने टिकटों कि बुकिंग तेज कर दी है।
बड़ी संख्या में मधुबनी, अररिया, सीतामढ़ी, सुपौल, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और मिथिलांचल सहित पड़ोसी देश नेपाल तक के लोग दरभंगा और मुंबई शहर के बीच अकासा एयरलाइंस के विमान में हवाई सफर करने के लिए टिकटों की बुकिंग करा रहे हैं।
पहले दिन अकासा के विमान क्यूपी- 1529 में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को 21 हजार से अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है। फ्लाइट विमान मुंबई के छत्रपति शिवाजी राव एयरपोर्ट से दरभंगा के लिए 10:55 बजे उड़ान भरेगी। जो दरभंगा और मुंबई हवाई मार्ग पर दो घंटा 35 मिनट बिताएगी।
इसके बाद दरभंगा एयरपोर्ट पर 1:30 बजे पहुंचेगी। एयरपोर्ट पर 40 मिनट यात्री को भरने के लिए ठहराव होगा। फिर 2:10 बजे विमान यात्री को लेकर दरभंगा से मुंबई के लिए उड़ान भरेगी। जो मुंबई छत्रपति शिवराज राव एयरपोर्ट पर 4:45 बजे पहुंचेगी।
बता दें कि कुछ माह पूर्व अकासा एयरलाइंस कंपनी ने बिहार में पहली बार अपनी सेवा दरभंगा एयरपोर्ट से देने की घोषणा की थी। जिसमें दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली और मुंबई के लिए एक एक स्लॉट बुक कराया था। चार अप्रैल से एयरलाइंस कंपनी ने दरभंगा और दिल्ली हवाई मार्ग पर सेवा देना शुरू की।
इसके बाद दरभंगा और मुंबई के बीच एयरलाइंस कंपनी की उड़ान सेवा शुरू करने की चर्चा तेज हो गई। अब कंपनी ने दरभंगा और मुंबई के बीच आगामी एक जुलाई से उड़ान सेवा प्रारंभ करने की घोषणा कर दी है। इसमें स्पाइसजेट और अकाशा एयरलाइंस कंपनी की विमान दरभंगा और मुंबई के बीच प्रतिदिन सीधी उड़ान जारी रखेंगे।
गुरुवार से एक बार फिर शुरू होगी बेंगलुरु की फ्लाइट
दरभंगा और बेंगलुरु के बीच बंद पड़ी स्पाइसजेट कंपनी की उड़ान सेवा गुरुवार को फिर शुरू की जाएगी। इसके लिए टिकट की बुकिंग शुरू है। बता दें कि एयरपोर्ट से रविवार को 14 विमानों का आवागमन हुआ। सभी फ्लाइटें निर्धारित समय पर या पहले पहुंच गईं।
मुंबई से आनेवाली स्पाइसजेट की फ्लाइट एसजी 115 निर्धारित समय नौ बजे पहुंच गई। दिल्ली से आनेवाली अकासा की फ्लाइट क्यूपी 1405 निर्धारित समय 10:55 से 38 मिनट पहले पहुंच गई। दिल्ली से आनेवाली स्पाइसजेट की फ्लाइट एसजी 937 निर्धारित समय 11:00 बजे से सात मिनट पहले पहुंची।
कोलकाता से आनेवाली इंडिगो की फ्लाइट 6ई7234 निर्धारित समय 11:55 से 10 मिनट पहले पहुंच गई। मुंबई से आनेवाली इंडिगो की फ्लाइट 6ई535 निर्धारित समय 1:05 से नौ मिनट पहले पहुंच गई।
हैदराबाद से आनेवाली इंडिगो की फ्लाइट 6ई537 निर्धारित समय 2:20 से पांच मिनट पहले पहुंच गई। दिल्ली से आनेवाली इंडिगो की फ्लाइट 6ई360 निर्धारित समय चार बजे से छह मिनट पहले पहुंच गई।
बिहार में सियासी सरगर्मी तेज, राजद-AIMIM की बढ़ती नज़दीकी बनी चर्चा का विषय
9 Jun, 2025 04:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। कांग्रेस की चाल-ढाल राजद को पूर्णतया आश्वस्त नहीं होने दे रही। असहजता का एक कारण मुस्लिम मतों में बिखराव की चिंता भी है, जो राजद के माय (मुसलमान-यादव) समीकरण का एक मजबूत स्तंभ है।
बिहार में सीमांचल की 24 सहित विधानसभा की लगभग 40 सीटों पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक हैं। इस दोहरी चिंता के बीच राजद के लिए एक आसरा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) का है।
इस बार एआइएमआइएम को भी अपने स्तर से किसी प्रभावी गठबंधन की आशा नहीं। ऐसे में अंदरखाने दोनों एक-दूसरे को साधने में लगे हैं।
हालांकि, विधायकों के तोड़-फोड़ के पुराने कारनामों और सीटों के लिए मारामारी से हिचकिचाहट भी कम नहीं। ऊपरी तौर पर ऐसा लगता है कि कांग्रेस पर्याप्त संख्या में पसंदीदा सीटों के लिए राजद पर दबाव बनाए है।
अंदरूनी सच्चाई में एक कारण जनाधार भी है। मुसलमान कभी कांग्रेस का पक्षधर हुआ करते थे, जो बाद में लालू के लिए भी प्रतिबद्ध हुए। अब एआइएमआइएम के अलावा जन सुराज पार्टी भी उन्हें साधने में लगी है।
लोकसभा चुनाव में विजयी रहे कांग्रेस के तीन सांसदों में से दो मुसलमान ही हैं। बिहार में भविष्य के लिए कांग्रेस को इससे बड़ा भरोसा है।
ऐसे में महागठबंधन में बड़े भाई की भूमिका वाले राजद का असहज होना स्वाभाविक है। विवशता में वह अंदरखाने अपनी गोटियां बिछाने में लगा है।
यह मानकर कि इससे कांग्रेस कुछ तो दबाव में आएगी और नहीं तो राजद के पास नुकसान की भरपाई का एक विकल्प होगा।
पिछले चुनाव में राजद को हुआ था नुकसान
विधानसभा के पिछले चुनाव में राजद को सीमांचल में असदुद्दीन ओवैसी की एआइएमआइएम के कारण ही गच्चा खाना पड़ा था।
उसकी तुलना में कांग्रेस कुछ अधिक सफल रही थी। तब एआइएमआइएम, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट बनाया था।
एआइएमआइएम 20, बसपा 78 और रालोसपा 99 सीटों पर लड़ी थी। रालोसपा का खाता नहीं खुला, जबकि बसपा से विजयी रहे एकमात्र जमां खान जदयू में चले गए, जो अभी मंत्री हैं।
सर्वाधिक सफलता एआइएमआइएम को मिली थी, जिसे सीमांचल ने पांच विधायक दिए। उनमें से चार को राजद ने अपने पाले में कर लिया।
एआइएमआइएम के साथ एकमात्र विधायक अख्तरूल ईमान रह गए, जो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। वही अख्तरूल ईमान इस बार राजद से गठबंधन को लेकर सर्वाधिक उत्सुक हैं।
उनका कहना है कि सांप्रदायिक शक्तियों के विरुद्ध एकजुटता आवश्यक है। इसके लिए पुराने कारनामों और मतभेदों को भूल जाना ही बेहतर होगा। 2019 में भी हमने इसके लिए प्रयास किया था।
दूसरी ओर राजद में इस प्रकरण पर लालू और तेजस्वी के अलावा दूसरा कुछ नहीं बोलेगा। हालांकि, ऐसे गठबंधन के कारण ध्रुवीकरण की आशंका से उसके दर्जनों विधायक घुले जा रहे, जो पिछले चुनाव में कम मतों के अंतर से विजयी रहे थे।
PK का राजनीतिक मोड ऑन! किसी के पीछे नहीं, अब खुद आगे चलेंगे
9 Jun, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
खगड़िया। बिहार चुनाव में इस बार लालू, नीतीश व मोदी के लिए नहीं, किसी पार्टी के लिए नहीं, बल्कि इस बार वोट अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए देना है। जनता का राज स्थापित करने के लिए देना है।
उक्त बातें जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने खगड़िया शहर से सटे मथुरापुर खेल मैदान में रविवार को आयोजित ‘बिहार बदलाव सभा’ को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में वोट अपने-अपने बच्चों के लिए करिए। उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद व तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि आपलोग अपने बच्चों की चिंता नहीं करते हैं, परंतु नेता अपने बच्चों की चिंता करते हैं।
उनका बेटा नौवीं पास हो या न हो, पर उन्हें ‘राजा’ बनाना चाहते हैं, इसलिए आप सब भी अपने बच्चों की चिंता करें। उनकी शिक्षा व रोजगार को लेकर वोट करें। जनता का राज, जन सुराज को स्थापित करें।
उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि वोट बिहार के लोगों का है, इसलिए फैक्ट्री भी बिहार में लगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, इसबार चुनाव में जन सुराज का राज स्थापित हुआ, तो तीन संकल्पों को अवश्य पूरा किया जाएगा। बोले, जनता का राज स्थापित हुआ, तो इसबार छठ में घर आने वाले लोगों को बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। बच्चे इंग्लिश स्कूल में पढ़ें, इसके लिए सरकार पैसा देगी।
इस मौके पर जन सुराज के जिलाध्यक्ष विनय कुमार वरुण, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, लोक गायक सुनील छैला बिहारी, शिक्षक नेता मनीष कुमार सिंह आदि मौजूद थे।
CM योगी के बहराइच दौरे से ठीक पहले 500 किलोग्राम विस्फोटक बरामद, सुरक्षा एजेंसियों के उड़े होश
9 Jun, 2025 03:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बहराइच दौरे से दो दिन पहले रविवार को पेट्रोलियम मंत्रालय से अधिकृत एक तेल कंपनी के कर्मचारियों द्वारा प्रशासन को सूचना दिए बगैर भारी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल करने पर 50 से अधिक कर्मचारियों को थाने बुलाकर पूछताछ की जा रही है.
मंगलवार को बहराइच में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा प्रस्तावित है और स्थानीय बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह ने इस घटना को सुरक्षा चूक बताते हुए सीएम का दौरा रद्द करने की मांग की है.
अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल
एसडीएम आलोक प्रसाद और अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय की तरफ से अधिकृत कंपनी के लोग सर्वेक्षण के लिए आए हुए हैं. कंपनी के लोग अमोनियम नाइट्रेट नामक विस्फोटक का इस्तेमाल कर जमीन के अंदर तीस मीटर ड्रिलिंग कर रहे थे. इनकी गलती यह थी कि इन्होंने काम शुरू करने से पहले ग्रामीणों और प्रशासन को सूचना नहीं दी.
ग्रामीण और विधायक भड़के
आलोक प्रसाद ने कहा कि इसकी वजह से ग्रामीण आक्रोशित हो गये और स्थानीय विधायक भी नाराज हो गए. सूचना मिलते ही पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है. एसडीएम ने बताया कि कंपनी के करीब 200 कर्मचारी अलग-अलग गावों में शिफ्ट में कार्यरत हैं.
60 लोगों से थाने में पूछताछ
अधिकतर कर्मचारी पश्चिम बंगाल से आए हैं, जो ठीक से हिंदी नहीं बोल सकते. क्षेत्रीय जनता में आक्रोश है. इन कर्मियों पर कोई हमला न कर दे, इसको देखते हुए सभी 200 से अधिक लोगों को हरदी थाने बुलाया गया है. एएसपी ने बताया कि आज की ड्यूटी पर तैनात कंपनी के लगभग 50-60 अधिकारियों और कर्मचारियों से थाने में पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि किसी कर्मचारी को हिरासत में नहीं लिया गया है और पूछताछ एवं जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी विधायक ने जताई चिंता
वहीं घटना को लेकर महसी विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा कि एक तरफ मंगलवार को जिले में मुख्यमंत्री का आगमन है, ऐसे में 500 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री के साथ सैकड़ों बाहरी लोग जिले में मौजूद हैं. काफी खतरनाक हो सकता है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों ने भारत नेपाल सीमा के रास्ते 47 आतंकवादियों के भारत में प्रवेश का संदेह जताया है.
प्रमुख सचिव तक पहुंचा मामला
विधायक ने कहा कि मैंने उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद से फोन पर बात करके कहा है कि जब तक इस मामले का पूरी तरह निस्तारण ना हो तब तक मुख्यमंत्री का दौरा रद्द किया जाए. संबंधित कंपनी अल्फा जिओ इंडिया लिमिटेड कंपनी के अधिकारी कुलदीप शर्मा ने पत्रकारों से बताया, हमने सभी संबंधित अधिकारियों को फरवरी में सूचित किया था, लेकिन विस्फोटक के साथ काम शुरू करने से पहले हमें सूचना देनी चाहिए थी, हमसे चूक हुई है. रविवार के कारण सूचना दिए बगैर हमने काम शुरू कर दिया, ये चूक हमसे हुई है.
मंगलवार को मुख्यमंत्री बहराइच के चित्तौरा में निर्मित महाराज सुहेलदेव के भव्य स्मारक का लोकार्पण एवं उद्घाटन करने आने वाले हैं. प्रशासन और भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न संगठन दौरे की तैयारी में जोर-शोर से लगे हुए हैं.
प्रेमी ने शादी से इनकार किया तो मिली मौत, सोशल मीडिया की दोस्ती बनी दुश्मन
9 Jun, 2025 03:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के संभल में विवाहिता की हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया. यहां तीन जून को पेड़ पर एक विवाहित युवती का शव लटका हुआ मिला था. मृतका की पहचान ज्योति के रूप में हुई थी. ज्योति का शव गुन्नौर थाना क्षेत्र के सेजना गांव के जंगल में पेड़ से लटका मिला था. पुलिस ने अब इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए ज्योति के फेसबुक प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपी का नाम नीटू है. हत्याकांड का खुलासा करते हुए एएसपी अनुकृति शर्मा ने बताया कि मृतका ज्योति अपने पति के साथ खुश नहीं थी. पिछले करीब तीन महीने से वह पति से अलग मायके में रह रही थी. इसी बीच ज्योति की अलीगढ़ के युवक से फेसबुक पर दोस्ती हुई. दोनों के बीच बातचीत होने लगी. अनुकृति शर्मा ने बताया कि नीटू कई बार ज्योति से मिलने भी आया.
ससुराल नहीं जाना चाहता है ज्योति
एएसपी ने बताया कि इधर युवती के परिवार वाले उसपर ससुराल जाने का दबाब बना रहे थे. चूंकि ज्योति अपने ससुराल नहीं जाना चाहती थी. इस पर उसके घरवालों ने कई बार उसको मारा-पीटा था. ससुराल जाने को लेकर बीते माह 29 और 30 मई को घर वालों ने ज्योति को फिर मारा-पीटा था. इसके बाद ज्योति और नीटू में बातचीत हुई. ज्योति ने नीटू के साथ चलने की जिद की.
ज्योति ने बानाया प्रेमी पर शादी का दवाब
अनुकृति शर्मा ने बताया कि इस पर नीटू 31 मई को ज्योति को लेकर गुरुग्राम चला गया था, जहां अगले दिन युवती ने नीटू के साथ रहने और शादी करने की जिद की. उन्होंने बताया कि ज्योति ने नीटू से शादी न करने पर उसको मामले में जेल भिजवाने की भी धमकी दी. नीटू शादी करना नहीं चाहता था. ज्योति की ओर से शादी का दबाव बनाने पर नीटू ने उसे मारने का प्लान बनाया.
प्रेमी ने ज्योति का गला घोंटा फिर…
उन्होंने बताया कि इसके बाद नीटू ज्योति को गुरुग्राम से वापस गुन्नौर ले आया. फिर सेजना गांव के जंगल में अपने दो दोस्तों रंजीत कुमार और संजीत कुमार के साथ मिलकर नीटू ने पहले खेत में ज्योति का गला घोंटा और इसके बाद उसके शव को रस्सी लेकर पेड़ से लटका दिया, ताकि लोगों को लगे कि ज्योति ने सुसाइड किया है.
एएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देकर आरोपी मौके से भाग गए. फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी नीटू की गिरफ्तारी करके उसको जेल भेज दिया है. पुलिस उसके दोनों साथियों की तलाश में भी जुटी हुई है.
आईटीआर में चूक का मतलब सीधा जुर्माना, समझें नियम और प्रक्रिया
9 Jun, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। आयकर विभाग की ओर से इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। इसके लिए फॉर्म टू व फोर आ चुके हैं। 50 लाख तक व्यक्तिगत आय या सैलरीड वर्ग के आयकरदाता अपना आईटीआर दाखिल कर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त बिजनेस वाले आयकरदाता जिन्हें आडिट की जरूरत नहीं है वह अपना आईटीआर दाखिल करा रहे हैं। ऐसे में आईटीआर दाखिल करने में काफी सावधानी की जरूरत है, क्योंकि एक भी गलत जानकारी बाद में जुर्माना का कारण बन सकता है।
आयकर विशेषज्ञों के अनुसार, आय के सभी स्रोत नहीं बताने पर दो सौ प्रतिशत तक जुर्माना लगाया जा सकता है। अन्य स्रोत से आय छिपाने पर भी 50 से 200 प्रतिशत तक जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त अपने विदेशी आय, एसेट, खातों और शेयरों सहित अन्य जानकारी को भी निर्धारित फॉर्म में भरने होंगे।
आईटीआर फॉर्म चयन में रखें सावधानी:
सीए आशीष रोहतगी एवं सीए रश्मि गुप्ता ने बताया कि आकलन वर्ष 2025–26 में इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) भरते समय आपको कुछ खास सावधानियां बरतनी चाहिए, खासकर क्योंकि फॉर्म आईटीआर वन और आईटीआर फोर में कई नए बदलाव किए गए हैं। ऐसे में सभी प्रमुख सावधानियों को देख कर ही आईटीआर भरने की जरूरत है।
इसमें सबसे पहले सही आईटीआर फॉर्म का चयन करना चाहिए। आईटीआर वन केवल उनके लिए है जिनकी आय 50 लाख से कम है और उन्हें वेतन, एक घर व ब्याज आदि से आय होती है। आईटीआर फोर उनके लिए है जो प्रिजम्पटिव इनकम स्कीम के तहत रिटर्न दाखिल करना चाहते हैं।
आईटीआर दाखिल करने के लिए यह फॉर्म रखें तैयार
फॉर्म 16, बैंक स्टेटमेंट, ब्याज प्रमाण पत्र, मेडिकल बीमा, गृह ऋण, शिक्षा ऋण आदि के डिटेल्स, आधार और पैन कार्ड। इसके अतिरिक्त इस साल में हुए बदलाव को ध्यान में रखते हुए एचआरए की डिटेल्स में वर्क पैलेस, वास्तविक एचआरए रिसिव, वास्तविक एचआरए भुगतान, बेसिक सैलरी की जानकारी, 80सी, 80डी, 80ई, 80ईई, 80ईईए और 80 ईईबी के दावा के समय अब पालिसी नंबर, बैंक के नाम, ऋण की जानकारी देना अनिवार्य है। गलत या अधूरी जानकारी देने पर क्लेम रिजेक्ट हो सकता है।
अब 15 सितंबर तक दाखिल हो सकेगा आईटीआर
सीए आशीष रोहतगी, सीए रश्मि गुप्ता ने बताया कि आईटीआर फॉर्म जारी में होने वाली विलंब को देखते हुए विभाग ने आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ा चुका है।
इसके लिए बीते सप्ताह ही अधिसूचना जारी की गई थी। इसके तहत अंतिम तिथि 31 जुलाई से बढ़ाकर 15 सितंबर कर दिया गया है। ऐसे में अब आयकर दाताओं को अपने-अपने आयकर रिटर्न दाखिल कर अंतिम समय में होने वाली भीड़ से बच सकते हैं।
अब नहीं दौड़ना पड़ेगा इधर-उधर, रिम्स में हाईटेक सेंट्रल लैब शुरू
9 Jun, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। रिम्स में बन रहा सेंट्रल लैब पूरी तरह से तैयार हो गया है, अगले दो-तीन दिनों में भवन निर्माण विभाग इसे रिम्स को हैंडओवर कर देगा, जिसके बाद रिम्स प्रबंधन की ओर से इसका उद्घाटन कर जांच की सुविधा शुरू की जाएगी।
इस नए लैब का निर्माण करीब 75 लाख रुपये से किया गया है, जहां एक ही छत के नीचे सभी तरह के जांच की सुविधा मरीजों को उपलब्ध हो जाएगी और उब मरीजों को विभिन्न जांचों के लिए अलग-अलग तल्ले पर जाना नहीं होगा।
इस लैब में मरीजों को विभिन्न प्रकार की जांच सेवाएं प्रदान की जाएंगी, जैसे कि पैथोलाजी जांच जहां रक्त, मूत्र, मल और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों की जांच हो सकेगी।
साथ ही बायोकेमिस्ट्री जांच, जहां रक्त में विभिन्न रसायनों के स्तर की जांच होगी। माइक्रोबायोलॉजी जांच, जहां वायरल इंफेक्शन व संक्रमण पैदा करने वाले जीवाणुओं की पहचान। हिस्टोपैथोलाजी जांच, जहां ऊतकों की जांच करके बीमारियों का पता चलेगा।
क्या बोले डॉक्टर?
रिम्स पीआरओ डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि सेंट्रल लैब के बनने से रिम्स में मरीजों को जांच सेवाएं एक ही छत के नीचे मिलेंगी, जिससे उनका समय और परेशानी से बचेंगे।
साथ ही, लैब की आधुनिक सुविधाएं और विशेषज्ञ तकनीशियन मरीजों को सटीक और विश्वसनीय जांच परिणाम प्रदान करेंगे।
मरीजों को जांच रिपोर्ट लेने के लिए भी भटकना नहीं पड़ेगा, उन्हें ग्राउंड फ्लोर में ही अलग से काउंटर बनाए गए हैं जहां पर आसानी से वे रिपोर्ट ले सकेंगे। आने वाले समय में मोबाइल पर भी रिपोर्ट देने की व्यवस्था की जाएगी।
मरीजों को मिलेंगी ये सुविधाएं
एक ही छत के नीचे जांच सेवाएं
आधुनिक सुविधाएं
विशेषज्ञ तकनीशियन
एमबीबीएस सीट बढ़ने में भी होगा मददगार
लैब के बन जाने के बाद मरीजों के साथ-साथ एमबीबीएस सीट 250 करने में भी आसानी होगी। सीट बढ़ाने के लिए वर्तमान आधारभूत संरचना, फैकल्टी और व्यवस्था को पहले ही दुरुस्त करने संबंधित दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं। कहा गया था कि क्षमता के अनुसार लैब, हास्टल सहित अन्य सुविधा का आकलन जरूरी है।
लैब में अभी नहीं लगी है मशीनें
सेंट्रल लैब में अत्याधुनिक मशीने लगायी जाएगी। हालांकि अभी तक मशीने आयी ही नहीं है। इन मशीनों में आटो एनालाइजर, यूरिन आटो इनालाइजर, काग्लेशन ऑटो इनालाइजर, हेमेटोलाजी आटोएनालाइजर मशीनें शामिल हैं।
लैब के शुरू होने से 24 घंटे ब्लड जांच की सुविधा मरीजों को मिलेगी। जांच के साथ-साथ रिपोर्ट भी मरीजों को यहीं पर मिलेगी। अभी लैब को पूरी तरह संचालित होने में वक्त लग सकता है, प्रबंधन इसके शुरू होने की सटीक समय बताने में असमर्थ है।