उत्तर प्रदेश
बिहार और सिंगरौली जाने वालों को मिलेगा तेज व सुरक्षित सफर
17 Jun, 2025 07:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश: मीरजापुर और सोनभद्र को जोड़ने वाले लुंबिनी-दुद्धी मार्ग को 53 करोड़ रुपये की लागत से 10 मीटर चौड़ा किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग के प्रस्ताव को शासन की मंजूरी मिल गई है। वर्तमान में दो लेन की इस सड़क पर यातायात का भारी दबाव है। चौड़ीकरण के बाद यह मार्ग फोरलेन के बराबर हो जाएगा जिससे बिहार और सिंगरौली जाने वाले लोगों को सुविधा होगी।
लुंबिनी-दुद्धी मार्ग होगा दस मीटर चौड़ा |
53 करोड़ रुपये की लागत आएगी |
सोनभद्र-बिहार के लिए बेहतर कनेक्टिविटी |
मीरजापुर और सोनभद्र को जोड़ने वाली लुबिंनी-दुद्धी मार्ग दस मीटर चौड़ा किया जाएगा। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। सड़क को चौड़ा करने के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है, जिसपर मंजूरी मिल चुकी है। लंबिनी-दुद्धी मार्ग मीरजापुर से सोनभद्र को जाने वाला मार्ग है। सोनभद्र जनपद खनन व बिजली उत्पादन का क्षेत्र होने के कारण इस मार्ग पर प्रतिदिन दस हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं। मात्र दो लेन की सड़क होने के चलते इस मार्ग पर बड़े वाहनों को लेकर चलने में चालकों को परेशानी होती है। ऐसे में इस मार्ग को चौड़ी किया जाना अतिआवश्यक है। इसको देखते हुए लोक निर्माण विभाग की ओर से इसको चौड़ी करने के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया। लगभग 53 करोड़ रुपये की लागत से
लुबिंनी-दुद्धी मार्ग को दस मीटर चौड़ी किया जाएगा।
वर्तमान समय में यह सड़क सात मीटर चौड़ी है। दस मीटर यह और चौड़ी होने के बाद इसकी चौड़ाई कुल 17 मीटर हो जाएगी, जो फोरलेन के बराबर होगी। इसी मार्ग से सोनभद्र, चंदौली होते हुए लोग बिहार भी चले जाते है। इस मार्ग की लंबाई मीरजापुर से दुद्धी तक 170 किलोमीटर से अधिक है। यह रोड चौड़ी हो जाने से लोगों के आवागमन के लिए और बेहतर हो जाएगी। इसी रूट से लोग सिंगरौली व बिहार भी होकर जाते है। मीरजापुर- सोनभद्र मार्ग दस मीटर चौड़ी की जाएगी। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा।- जनार्दन यादव, अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग, मीरजापुर लंबिनी-दुद्धी मार्ग मीरजापुर से सोनभद्र को जाने वाला मार्ग है। सोनभद्र जनपद खनन व बिजली उत्पादन का क्षेत्र होने के कारण इस मार्ग पर प्रतिदिन दस हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं। मात्र दो लेन की सड़क होने के चलते इस मार्ग पर बड़े वाहनों को लेकर चलने में चालकों को परेशानी होती है। ऐसे में इस मार्ग को चौड़ी किया जाना अतिआवश्यक है। इसको देखते हुए लोक निर्माण विभाग की ओर से इसको चौड़ी करने के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया। लगभग 53 करोड़ रुपये की लागत से लुबिंनी-दुद्धी मार्ग को दस मीटर चौड़ी किया जाएगा। वर्तमान समय में यह सड़क सात मीटर चौड़ी है। दस मीटर यह और चौड़ी होने के बाद इसकी चौड़ाई कुल 17 मीटर हो जाएगी, जो फोरलेन के बराबर होगी। इसी मार्ग से सोनभद्र, चंदौली होते हुए लोग बिहार भी चले जाते है। इस मार्ग की लंबाई मीरजापुर से दुद्धी तक 170 किलोमीटर से अधिक है। यह रोड चौड़ी हो जाने से लोगों के आवागमन के लिए और बेहतर हो जाएगी। इसी रूट से लोग सिंगरौली व बिहार भी होकर जाते है।
टंकी पर बैठाकर गर्लफ्रेंड संग रोमांस पड़ा महंगा! 53,500 का चालान कटा, पुलिस ने 'गिफ्ट' की रसीद
17 Jun, 2025 03:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अक्सर बाइक पर कपल के रोमांस और स्टंट के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. ताजा मामला दिल्ली NCR के नोएडा का है. यहां एक कपल को चलती बाइक पर रोमांस करना भारी पड़ गया. रोमांस का वीडियो देख पुलिस ने भारी भरकम चालान काट दिया. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में कपल बिना हेलमेट पहने, ट्रैफिक नियमों की परवाह किए बिना बाइक पर रोमांस करता दिख रहा है. फिलहाल नोएडा पुलिस कपल को 53,500 रुपए का चालान पकड़ाया है.
दरअसल, बीते रविवार को सोशल मीडिया एक छह सेकेंड की क्लिप खूब वायरल हुई, जिसमें एक युवक बाइक चला रहा है, जबकि एक लड़की बाइक की टंकी पर बैठी हुई है. बाइक पर लड़की युवक के गले लगकर रोमांस करती दिख रही है. यही नहीं बाकायदा लड़की युवक के हेलमेट को अपने हाथों में पकड़ रखी है. वहीं बाइक का नंबर दिल्ली में रजिस्टर्ड है.
ड्राइविंग के समय नहीं लगाया हेलमेट
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दोनों बिना हेलमेट के एक्सप्रेस-वे पर तेज गति से बाइक चला रहे थे. युवती के हाथ में हेलमेट था, लेकिन उसने इसे पहनना जरूरी नहीं समझा. यह कपल न सिर्फ अपनी जान जोखिम में डाल रहा था, बल्कि आसपास के अन्य वाहन चालकों के लिए भी खतरा बन रहा था.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जहां लोगों ने इस लापरवाही पर जमकर आलोचना की. कई यूजर्स ने कपल के इस गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को खतरनाक बताया और कहा कि ऐसे लोगों की वजह से एक्सप्रेस-वे पर हादसे हो सकते हैं. कुछ ने इसे सड़क सुरक्षा नियमों की अवहेलना करार देते हुए पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग भी की.
नोएडा ट्रैफिक DCP लखन सिंह यादव ने बताया कि वीडियो का संज्ञान लेते हुए हमने मोटर वाहन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत 53,500 रुपए का चालान काटा है. उन्होंने कहा कि मामला रविवार दोपहर सेक्टर-39 पुलिस थाना क्षेत्र का है, जिसकी सूचना भी दे दी गई है.
नोएडा ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 से मार्च 2025 तक 8,88,909 चालान जारी किए गए, जिनमें बिना हेलमेट के वाहन चलाने के 4,72,720 चालान शामिल हैं.
अंतिम संस्कार के बाद बेटी जिंदा, सदमे में परिवार! पहचान की गलती या कुछ और? पुलिस जांच में जुटी
17 Jun, 2025 03:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेटी किसी और की, अंतिम संस्कार किसी और ने कर दिया, फिर व्यक्ति ने कुछ लोगों को हत्या का आरोपी बताकर उनके खिलाफ केस भी दर्ज करवा दिया… और जब अपनी बेटी जिंदा लौटी तो इलाके में हंगामा मच गया. घटना उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले की है. जिस लड़की के शव को एक व्यक्ति ने अपनी बेटी बताकर अंतिम संस्कार कर दिया था, उसकी बेटी जिंदा वापस मिल गई है. इसके बाद इलाके के लोग और पुलिस, दोनों हैरान हैं.
पुलिस इन सवालों का जवाब खोज रही है कि जिसका अंतिम संस्कार हुआ, आखिरकार वो लड़की कौन थी? किसी बेटी थी? कैसे उसकी मौत हुई? उसकी हत्या हुई है या फिर कहानी कुछ और ही है? वो कहां की रहने वाली है?
क्या है कहानी?
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे हमीरपुर जिले के जरिया क्षेत्र से गुजरता है. एक सप्ताह पहले इसी एक्सप्रेसवे के नीचे एक लड़की की लाश मिली थी. पुलिस को वहां लाश के होने की जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस ने आस-पास के इलाकों में जानकारी भेजी और शव को पहचानने की अपील की. इसी कड़ी में मुस्कुरा थाना क्षेत्र के बिहुनी गांव के रहने वाले मलखान प्रजापति आगे आए. उन्होंने शव को अपनी बेटी शिवानी प्रजापति बताया. इसके बाद पुलिस ने शव को उन्हें सौंप दिया.
मलखान ने बेटी शिवानी प्रजापति का अंतिम संस्कार कर दिया. साथ ही उन्होंने गांव के युवक मनोज अनुरागी और उसके पिता महेश अनुरागी पर अपहरण व हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया. केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की. पुलिस अपने खोजबीन के काम में लगी थी. तभी शिवानी प्रजापति के जिंदा होने की खबर मिली. इसके बाद पुलिस 17 वर्षीय बेटी शिवानी को जालौन के गोहांड कस्बे से बरामद कर लिया.
शिवानी के मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस महकमे से लेकर इलाके लोगों के बीच शिवानी के जिंदा वापस आने पर चर्चा शुरू हो गई. सवाल उठने लगे कि आखिर जिसका अंतिम संस्कार किया गया वो कौन थी?
मृत शिवानी कैसे हुई जिंदा
जरिया के थाना प्रभारी मयंक चंदेल ने बताया कि युवती के शव की पहचान उसके पिता ने की थी. पुलिस ने इसी के आधार पर कार्रवाई करने के बाद पिता को युवती का शव सौंप दिया था. साथ ही उनकी तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी. मामले की जांच आगे बढ़ी तो शिवानी के जिंदा होने की जानकारी हाथ लगी और पुलिस ने उसे जिंदा बरामद कर परिवार को सौंप दिया.
अब हाइवे पर मिली लाश किसकी थी? ये सवाल रहस्य बना हुआ है. थाना प्रभारी मयंक चंदेल ने कहा कि वास्तव में यह गलती मलखान प्रजापति की है, क्योंकि उन्होंने ही शव को अपनी बेटी का शव बताया था. इसी आधार पर शव को उन्हें सौंपा गया था.
मृतक युवती कौन?
एक्सप्रेसवे के पास मिली मृतक युवती की उम्र 25 वर्ष के करीब बताई जा रही है. पुलिस को शक है कि युवती किसी दूसरे जिले की हो सकती है, जिसकी हत्या कर शव को एक्सप्रेसवे के पास फेंक दिया गया हो. पुलिस घटना की जांच कर रही है और मामले से जुड़े सबूतों की तलाश कर रही है. हालांकि, पुलिस के हाथ घटना से जुड़ी कोई जानकारी नहीं लगी है. पुलिस अभी इन सवालों के जवाब ढूंढ़ रही है.
पुलिसकर्मियों के जख्मों पर नमक! बिकरू कांड के घायल जवानों को इलाज के पैसे लौटाने का नोटिस, 20% सैलरी कटेगी
17 Jun, 2025 03:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के कानपुर के खौफनाक और चर्चित बिकरू कांड में घायल हुए पुलिसकर्मियों को पांच साल बाद शासन ने साढ़े छह लाख रुपये की वसूली का नोटिस जारी किया है. जांच में सामने आया कि इन पुलिसकर्मियों ने लाइफ सेविंग फंड के साथ-साथ मेडिकल खर्च का रीइंबर्समेंट भी ले लिया था. पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर यह वसूली की जाएगी, जिसमें न सिर्फ बिकरू कांड के घायल पुलिसकर्मी, बल्कि कुल 27 पुलिसकर्मियों के नाम शामिल हैं.
2 जुलाई 2020 को कानपुर के बिकरू गांव में कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था. इस हमले में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी. इस एनकाउंटर में सब-इंस्पेक्टर कौशलेन्द्र सिंह, सुधाकर पाण्डेय, अजय कुमार कश्यप, हेड कांस्टेबल अजय सिंह सेंगर और सिपाही शिवमूरत निषाद गंभीर रूप से घायल हुए थे. घायल पुलिसकर्मियों को तत्काल रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सरकार ने उनकी मदद के लिए हर पुलिसकर्मी को 1.5 लाख रुपये नकद और ड्यूटी जॉइन करने के बाद 5 लाख रुपये का चेक दिया था.
क्या है वसूली करने की वजह?
ज्वाइंट सीपी (कानून व्यवस्था) आशुतोष कुमार ने बताया कि जीवन रक्षक निधि के तहत दी गई राशि के अलावा, पुलिसकर्मियों ने मेडिकल खर्च का रीइंबर्समेंट भी ले लिया था. जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि दोहरे लाभ की वजह से ये राशि वापस ली जाएगी. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सिर्फ बिकरू कांड के पांच घायल पुलिसकर्मियों तक सीमित नहीं है. पुलिस मुख्यालय ने 27 पुलिसकर्मियों की लिस्ट जारी की है, जिनसे जीवन रक्षक निधि की वसूली की जानी है.
पुलिसकर्मियों में असमंजस
वसूली के नोटिस से पुलिसकर्मियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. उनका कहना है कि घायल होने के बाद मिली राशि का इस्तेमाल वह अपने इलाज और परिवार की जरूरतों के लिए कर चुके हैं. अब अचानक वसूली का आदेश उनके लिए आर्थिक बोझ बन सकता है. ज्वाइंट सीपी ने स्पष्ट किया कि वसूली का प्रोसेस मुख्यालय के निर्देशानुसार होगा. पुलिसकर्मियों को नोटिस का जवाब देने और राशि जमा करने के लिए समय दिया जाएगा. इस मामले में शासन की ओर से आखिरी फैसला जल्द आने की उम्मीद है.
बेतिया में दो टीचरों को किया गया निलंबित
17 Jun, 2025 11:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेतिया। उच्च माध्यमिक विद्यालय केसरिया नरकटियागंज के सहायक शिक्षक दिलीप कुमार व तमन्ना राजा को फर्जी उपस्थिति दर्ज करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करने के लिए प्रपत्र क गठित करने का निर्देश दिया गया है। दिलीप कुमार व तमन्ना राजा के ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर दैनिक उपस्थिति दर्ज करने में अनियमितता पाई गई थी।
उन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने अपनी उपस्थिति की फोटो की जगह फोटो से फोटो लेकर पोर्टल पर अपलोड किया था।
24 घंटे के भीतर मांगा गया था स्पष्टीकरण
इस पर उनसे 24 घंटे के भीतर साक्ष्य आधारित स्पष्टीकरण मांगा गया था। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नरकटियागंज ने 31 मई को विद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण में आरोप सही पाया गया।
रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों शिक्षकों ने पोर्टल पर फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज की। यह आचरण घोर लापरवाही, कर्तव्यहीनता,अनुशासनहीनता और उच्चाधिकारी के आदेश की अवहेलना है।
रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों शिक्षकों ने पोर्टल पर फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज की। यह आचरण घोर लापरवाही, कर्तव्यहीनता,अनुशासनहीनता और उच्चाधिकारी के आदेश की अवहेलना है।
यह शिक्षक पद की गरिमा के खिलाफ है। जिसके बाद अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार के आदेश के आलोक में डीईओ मनीष कुमार सिंह ने शिक्षक दिलीप कुमार व तमन्ना राजा को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया है।
कटरा चौक पर ट्रक-कार में भीषण टक्कर
17 Jun, 2025 11:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हाजीपुर। हाजीपुर के चेहरा कला प्रखंड अंतर्गत कटहरा थाना क्षेत्र के कटरा चौक के निकट अनियंत्रित ट्रक और कार की टक्कर में कार सवार सात लोग घायल हो गए।
सड़क हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के लोग एवं राहगीर जुट गए। घटना की जानकारी स्थानीय थाना की पुलिस को दी गई।
स्थानीय लोगों की मदद से आनन-फानन में इलाज के लिए सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महुआ भर्ती कराया गया। डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। डॉक्टर इलाज के बाद गंभीर हालत देखते हुए एक बच्चा समेत चार को पीएमसीएच रेफर कर दिया। घायल बच्चा समेत सभी का हालत गंभीर बताया गया है।
घायलों की सूची
घायल की पहचान पातेपुर थाना क्षेत्र के टेकनारी गांव निवासी मोहम्मद फजलु अंसारी के 45 वर्ष से पुत्र मोहम्मद अनु अंसारी, मोहम्मद अनु अंसारी के 35 वर्षीय पत्नी रूबाना खातून, अनु अंसारी के 13 वर्षीय पुत्र अमीर खातून, मोहम्मद अनु अंसारी के 10 वर्षीय पुत्री अक्सा फातमा, मोहम्मद अनु अंसारी के 12 वर्षीय पुत्र मोहम्मद कमर रजा, 5 वर्षीय पुत्र बैश राजा एवं 16 वर्षीय पुत्र अलीशा रहमान के रूप में हुई है।
शादी में गए थे सभी लोग
घटना के संबंध में बताया गया कि सभी अपने रिश्तेदार के घर मुजफ्फरपुर जिले के मनिहारी थाना अंतर्गत मुरादपुर गांव गए हुए थे।
शादी समारोह संपन्न होने के बाद वह सभी परिवार के सदस्य कार पर सवार होकर अपने घर पातेपुर थाना क्षेत्र के टेकनारी लौट रहे थे।
इसी दौरान कटहरा थाना क्षेत्र के कटरा चौक पर अनियंत्रित ट्रक और कार की टक्कर में सभी घायल हो गए। घटना के संबंध में घायल अमीरा ने बताया कि वह अपने नानी के घर मुजफ्फरपुर थाना क्षेत्र के मुरादपुर गांव शादी में शामिल होने के लिए परिवार के साथ गया था।
वहां से अपने घर लौट रहा था, इसी दौरान ट्रक ने कार में ठोकर मार दी। स्थानीय लोगों की मदद से इलाज के लिए सदस्य अस्पताल लाया गया।
भागलपुर में होल्डिंग टैक्स जमा करने का सुनहरा मौका
17 Jun, 2025 11:36 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भागलपुर। इस्टर्न बिहार चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज कार्यालय में मंगलवार से रविवार तक 11 बजे से संध्या चार बजे तक नगर निगम द्वारा लिए जाने वाले होल्डिंग टैक्स जमा करने के लिए छह दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया है।
चेंबर अध्यक्ष शरद कुमार सलारपुरिया ने जानकारी देते हुए यह बताया है कि शिविर वैसे लोगों के लिए है, जो वर्तमान वर्ष या उससे पहले का नगर निगम का होल्डिंग टैक्स किसी कारणवश जमा नहीं कर पाए हों, उन लोगों का टैक्स इस शिविर में जमा लिया जाएगा।
30 जून तक मिलेगी छूट
30 जून तक टैक्स का भुगतान करने वालों को पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी। चेंबर महासचिव सीए पुनीत चौधरी ने लोगों से अपील की है कि भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों का यानी कि वार्ड नंबर एक से वार्ड नंबर 51 तक का होल्डिंग टैक्स इस शिविर में जमा लिया जाएगा।
अधिक से अधिक संख्या में लोग इस शिविर का लाभ उठावें। चेंबर कार्यालय में आयोजित शिविर में संयोजक के रूप में चेंबर सचिव दीपक कुमार शर्मा अपनी भूमिका निभाएंगे। अनिल खेतान, अजीत जैन, प्रदीप जैन आदि उपस्थित रहे।
30 जून तक टैक्स का भुगतान करने वालों को पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी। चेंबर महासचिव सीए पुनीत चौधरी ने लोगों से अपील की है कि भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों का यानी कि वार्ड नंबर एक से वार्ड नंबर 51 तक का होल्डिंग टैक्स इस शिविर में जमा लिया जाएगा।
अधिक से अधिक संख्या में लोग इस शिविर का लाभ उठावें। चेंबर कार्यालय में आयोजित शिविर में संयोजक के रूप में चेंबर सचिव दीपक कुमार शर्मा अपनी भूमिका निभाएंगे। अनिल खेतान, अजीत जैन, प्रदीप जैन आदि उपस्थित रहे।
सांसद ढुलू महतो की संपत्ति की जांच मामले में बहस पूरी
17 Jun, 2025 11:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस एसएन प्रसाद और जस्टिस राजेश कुमार की खंडपीठ में सोमवार को धनबाद के सांसद ढुलू महतो की संपत्ति की जांच के लिए दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई हुई।
सभी पक्षों की बहस पूरी होने के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। सांसद ढुलू महतो की आय से अधिक संपत्ति की जांच के लिए सोमनाथ चटर्जी ने याचिका दाखिल की है।
पिछली सुनवाई के दौरान आयकर विभाग की ओर से बताया गया था कि ढुलू महतो की संपत्ति के बारे में एसबीआइ पटना की ओर से कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
मामले से जुड़े कुछ तथ्य जानने के लिए कई बार आग्रह किया गया, लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है। इसके बाद अदालत ने एसबीआइ को प्रतिवादी बनाने का निर्देश दिया था।
हाई कोर्ट ने ढुलू महतो की संपत्ति के संबंध में मांगी थी रिपोर्ट
इस दौरान हाई कोर्ट ने आयकर विभाग से ढुलू महतो की संपत्ति के संबंध में रिपोर्ट मांगी थी और पूछा था कि कोर्ट के आदेश के आलोक में अब तक इस मामले में क्या कार्रवाई हुई है। कोर्ट ने राज्य सरकार को भी निर्देश दिया था कि वह आयकर विभाग को आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध कराएं।
इस दौरान हाई कोर्ट ने आयकर विभाग से ढुलू महतो की संपत्ति के संबंध में रिपोर्ट मांगी थी और पूछा था कि कोर्ट के आदेश के आलोक में अब तक इस मामले में क्या कार्रवाई हुई है। कोर्ट ने राज्य सरकार को भी निर्देश दिया था कि वह आयकर विभाग को आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध कराएं।
सोमनाथ चटर्जी की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि विधायक बनने के बाद ढुलू महतो ने काफी संपत्ति अर्जित की है। नामांकन के दौरान उन्होंने संपत्ति की सही जानकारी नहीं दी है। इसलिए इसकी जांच कराई जाए।
कला के दम पर दिव्यांग जगन्नाथ ने जीता दिल
17 Jun, 2025 11:26 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पोटका। कोल्हान का प्रसिद्ध हरिणा मेला जो रोजो संक्रांति में 5 दिनों तक लगने वाले इस मेले में पिछले 10 सालों से बंगाल के झाड़ग्राम स्थित गोपीबल्लापुर के रहने वाले जगन्नाथ बेरा रोजगार के लिए प्रतिवर्ष बस मार्ग से हरिणा पहुंचते हैं।
वहीं जगन्नाथ बेरा दोनों हाथों से दिव्यांग है। मगर कला का वह अनुपम भेट लोगों को दिया जो सभी ने एक स्वर में कहा वाह उस्ताद वाह यानी एक स्वस्थ मनुष्य भी एक साथ ढोलक, झाल एवं करताल का ऐसा ताल प्रस्तुत किया, जिसे देखते ही आप दंग रह जायेंगे।
दिव्यांग होते हुए भी दोनों हाथों से मजबूर जगन्नाथ ने समाज के समक्ष अपने मजबूरी को प्रकट नहीं किया और अपने हौसले और हिम्मत को हथियार बनाया एवं बंगाल में ही कला का प्रशिक्षण लेकर आज कई राज्यों में लगने वाले मेले में अपने जीविका उपार्जन के लिए मेले में जाकर जगह-जगह कला का प्रदर्शन करते हैं और रोजगार कर रहे हैं।
क्या बोले जगन्नाथ ?
वहीं अपने शब्दों में जगन्नाथ ने कहा कि मुझे सरकारी सहयोग के रूप में मात्र ₹1000 प्रतिमाह बंगाल सरकार देती है। मगर अन्य सुविधाओं से महरूम हुँ। मुझे इसका मलाल नहीं मगर जब तक मेरे शरीर में जान है, मैं कला के माध्यम से समाज को सीख एवं हिम्मत देते हुए उन्हें यह सीख दे जाऊंगा की दिव्यंगता मजबूरी नहीं आप कौशल के माध्यम l एक मुकाम पा सकते हैं। अपना जीविका उपार्जन कर सकते हैं। आगे बढ़ सकते हैं।
वहीं, इस समाज के लोगों को कला का अनुपम भेंट देते हुए जगन्नाथ उन दिव्यांगों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गए कि आप दिव्यांग हो मन से दिव्यांग मत बनो आगे बढ़ो और अपने हुनर के बल पर रोजगार कर समाज में एक नया स्थान कायम करो, जिससे दिव्यांग समाज भी आगे बढ़े और रोजगार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाये।
वहीं, जगन्नाथ के कला को देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लगातार जमा रहा और उनके कला का सभी ने प्रशंसा की कहा कि इस तरह कलाकार अनुपम उपहार कम देखने को मिलता है। ऐसे कलाकारों को संजोए रखने की आवश्यकता है। वही जगन्नाथ अपने कलला के बल पर रोज हजारों रुपए कमा लेता है।
रिमझिम फुहारों ने दी गर्मी से राहत
17 Jun, 2025 11:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में हुई रिमझिम फुहारों ने गर्मी से राहत दी है।
राजधानी का तापमान गिर गया है और लोगों ने गर्मी से राहत पाई है। मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान की बात करें तो 17 जून को राज्य के दक्षिणी हिस्से यानी पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला खरसावां के अलावे निकटवर्ती मध्य भाग यानी रांची, रामगढ़, हजारीबाग, खूंटी, गुमला और बोकारो में कहीं कहीं मेघगर्जन के साथ 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाओं का झोंका बहेगा।
साथ ही बिजली गिरने को लेकर यलो अलर्ट भी जारी किया गया है। इन जिलों में यह स्थिति 18 जून को भी बनी रहेगी।
19 और 20 जून को राज्य के उत्तर पूर्वी हिस्से यानी देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, जामताड़ा, धनबाद, गिरिडीह और साहिबगंज के कई हिस्सों में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में भी 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवा के बहने और बिजली गिरने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने कहा कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में अगले चार दिनों तक भारी वर्षा के संकेत हैं। इसे लेकर यलो व आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि संभावित अलर्ट काे लेकर आमजनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। वर्षा के साथ साथ तेज हवा बहने और वज्रपात होने की भी संभावना है। इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
उन्होंने अलर्ट को देखते हुए आमजनों से सतर्क और सावधान रहने की अपील की है। सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने और पेड़ के नीचे खड़ा न होने, बिजली के खंभों से दूरी बनाकर रखने और किसानों को अपने खेत में न जाने की सलाह दी है।
ऐसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य में कहीं कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा 60 मिमी सिमडेगा में रिकॉर्डकी गई।
सबसे अधिक अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस डाल्टेनगंज का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 19.9 डिग्री सेल्सियस गुमला का रिकॉर्ड किया गया।
झारखंड की राजधानी रांची समेत दूसरे जिलों के मौसम का हाल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
वहीं राजधानी रांची की बात करें तो अधिकतम 35.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
कानपुर विवाद ने बढ़ाई सरकार की टेंशन: DM-CMO की लड़ाई में BJP विधायक आमने-सामने
17 Jun, 2025 10:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में आजकल अधिकारियों के बीच की खींचतान अब सामने आने लगी है. यह शुरुआत लखनऊ से होते हुए आजमगढ़ गई और अब कानपुर पहुंच गई है. कानपुर में डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह और सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी के बीच का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. यहां तो एक कदम आगे बढ़ते हुए मामले में जनप्रतिनिधियों की एंट्री भी हो गई है. उन्होंने सीएमओ के पक्ष में डिप्टी सीएम को पत्र भी लिखा है. वहीं एक जनप्रतिनिधि ने तो बकायदा डीएम का समर्थन कर दिया है और सीएमओ को हटाने की अपील की है. यानि सत्ता पक्ष के विधायक ही खेमों में बंट गए हैं.
कानपुर में स्वास्थ विभाग की लचर व्यवस्था किसी से छुपी नहीं है. सैकड़ों की संख्या में झोलाछाप अस्पताल और भ्रष्टाचार इस विभाग की पहचान बन चुकी है. डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की लाख कवायद के बावजूद जब स्थिति नहीं सुधरी तो उन्होंने अनियमिताएं, लापरवाही समेत अनेक कारणों के आधार पर सीएमओ हरिदत्त नेमी को कानपुर से हटाने की सिफारिश शासन से कर दी.
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ उतरे CMO!
इसके बाद सोशल मीडिया पर सीएमओ के कई ऑडियो वायरल हुए, जिसमें डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही थीं. इसके अलावा अल्ट्रासाउंट सेंटर को अनुमोदित करने के रेट, पैसे कमाने के तरीके जैसी बातें की गई थीं. हालांकि सीएमओ हरिदत्त नेमी ने बताया कि यह ऑडियो उनके नहीं हैं. इसके बाद डैशबोर्ड की बैठक से डीएम ने सीएमओ को जाने को भी बोल दिया.
इस पूरे प्रकरण में अब तीन-तीन जनप्रतिनिधियों की एंट्री भी हो गई है. एक तरफ जहां डीएम ने सीएमओ को हटाने की संस्तुति शासन से की है तो वहीं दूसरी तरफ विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, एमएलसी अरुण पाठक और विधायक सुरेंद्र मैथानी ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि सीएमओ हरिदत्त नेमी को कानपुर में ही बनाए रखा जाए.
अपने पत्र में उन्होंने सीएमओ को मृदभाषी और व्यवहार कुशल बताया है. इस पत्र के वायरल होने के बाद अब शहर में चर्चा यह हो गई है कि किसका पलड़ा भारी रहेगा. क्या डीएम की संस्तुति पर सीएमओ को हटाया जाएगा या फिर जन प्रतिनिधियों के पत्र के बाद हरिदत्त नेमी कानपुर के सीएमओ बने रहेंगे.
बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने CM योगी को लिखा लेटर
अब इस पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है. बिठूर से भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने एक पत्र सीएम योगी को लिखा है. डीएम के पक्ष में लिखे इस पत्र में उन्होंने कहा है कि, “सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी के संरक्षण में सैकडों प्राइवेट अस्पताल अवैध रूप से संचालित हैं. जिले के प्राइवेट अस्पतालों को सीएमओ का संरक्षण प्राप्त होने के कारण मरीजों से मनमानी वसूली की जा रही है. उक्त अवैध प्राइवेट अस्पतालों से डॉ. हरिदत्त नेमी भारी धन उगाही करते हैं.”
“सीएमओ द्वारा जनपद के सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था खराब होने के कारण गरीब तबके की जनता प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के लिए मजबूर है. हाल ही में वायरल एक ऑडियो क्लिप में सीएमओ द्वारा जिलाधिकारी, कानपुर नगर के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी से स्पष्ट है कि डॉ. हरिदत्त नेमी एक बेहद निरंकुश अधिकारी हैं.
दोनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दें- सुरेंद्र मैथानी
“अतः आपसे प्रार्थना है कि जनपद कानपुर नगर के सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी के खिलाफ जांच करवाते हुए दोषी पाए जाने की दशा में कानपुर नगर से स्थानान्तरित करने हेतु संबंधित को निर्देशित करने की कृपा करें. उधर सीएमओ के पक्ष में डिप्टी सीएम को पत्र लिखने वाले बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि मुझे पत्र लिखवाया गया. उन्होंने यह भी कहा कि डीएम और सीएमओ दोनों को सस्पेंड कर देना चाहिए.
कुंभ भगदड़ की याद दिला अखिलेश का सरकार पर वार: 'मासूमों की मौत का हिसाब दो', जांच की फिर उठी मांग
17 Jun, 2025 10:34 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
समाजवादी पार्टी मुखिया और सांसद अखिलेश यादव ने महंगाई, बेरोजगारी, जनगणना, कुंभ भगदड़ में मौत और कौशांबी जैसे मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सोने का भाव आसमान छू रहा है. सरकार विकसित भारत का दावा कर रही है. गरीब परिवार अपनी बेटी की शादी नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कुंभ भगदड़ में मौत के आंकड़ों को लेकर भी निशाना साधा.
अखिलेश यादव ने कहा कि कुंभ में 82 लोगों की मौत होने के आंकड़े सामने आ गए हैं. मगर, सरकार है कि अभी भी आंकड़े छुपा रही है. कुंभ भगदड़ में मौतों की सच्चाई सामने आई है. मरने वाले लोगों के परिवारों को कैश में पैसा दिया जा रहा था. ये सरकार पवित्र काम में भी झूठ बोल रही है. सरकार में कौन है जो कुंभ में मरने वालों के परिवारों को कैश बांट रहा है.
नफरत बढ़ाने का काम करती है सरकार
सपा मुखिया ने कहा कि हमें ऐसी सरकार से अलर्ट रहना होगा. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने जनगणना पर भी बात की. उन्होंने कहा कि जनगणना भी शुरू हो रही है. हमें उस पर नजर रखनी होगी. बीजेपी की सरकार नफरत बढ़ाने का काम करती है. दिल्ली और लखनऊ की नीतियों से बड़े स्तर पर बेरोजगारी देखने को मिल रही है. बीजेपी सरकार पहले से चल रहे मेले रोक रही है. मेले से कारोबार और मेलजोल बढ़ता है. ये कारोबार विरोधी सरकार है.
लड़ाने का काम कर रहे हैं दोनों डिप्टी सीएम
अखिलेश यादव ने कहा कि कौशांबी के मुद्दे पर सरकार के दोनों डिप्टी सीएम लड़ाने का काम कर रहे हैं. इस सरकार में हर महीने एक पानी की टंकी गिरती है. ये सरकार पीडीए की हक मार रही है. सीएम के आफिस के लोग जमीनों का काम कर रहे हैं. सीएम के सलाहकार का इस्तीफा हो रहा है. सलाहकार के पार्टनर विदेशों में छुपे बैठे हैं.
उत्तराखंड में बरामद पैसा किसका है?
सरकार का एक आईएएस लापता है. ये सच भी सामने आना चाहिए कि उत्तराखंड में बरामद पैसा किसका है.एक पोस्ट में अखिलेश यादव ने कहा, जब बड़े लोग आए थे तो फरार आईएएस और पड़ोसी राज्य से गायब हुए खजाने का ही कुछ अता-पता चल जाता और उत्तर प्रदेश को स्थायी डीजीपी मिल जाता तो यूपी का कुछ भला ही हो जाता.
मेरा सबकुछ नंद गोपाल का': बांके बिहारी कॉरिडोर के लिए जमीन दान कर महिला ने पेश की मिसाल
17 Jun, 2025 10:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मथुरा में बांके बिहारी कॉरिडोर को लेकर मामला काफी गर्माया हुआ है. एक तरफ जहां ठाकुर बांके बिहारी कॉरिडोर का लगातार विरोध किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अब प्रशासन को समर्थन भी मिलने लगा है. कॉरिडोर के दायरे से प्रभावित होने वाले परिवार की एक महिला ने मथुरा जिला अधिकारी ने मुलाकात कर उन्हें अपना समर्थन दिया है. इस दौरान महिला के साथ उनके दो बेटे भी डीएम कार्यालय पहुंचे थे.
ठाकुर बांके बिहारी कॉरिडोर के दायरे में आने वाला एक 75 गज का मकान श्रीयति गोस्वामी के नाम पर है. सोमवार को श्रीयति अपने दो बेटे अंशुल और आकाश के साथ मथुरा जिलाधिकारी से मुलाकात करने पहुंची. यहां उन्होंने बांके बिहारी कॉरिडोर का समर्थन करते हुए जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह से मुलाकात की. साथ ही अपने प्लाट के बिक्री संबंधी सहमति शपथ पत्र जिलाधिकारी को सौंपा दिया.
बांके बिहारी कॉरिडोर को मिला समर्थन
इस बारे में जानकारी देते हुए बांके बिहारी कॉरिडोर के दायरे में आने वाली मकान का मालकिन श्रीयति गोस्वामी ने बताया कि ठाकुर बांके बिहारी के विकास के लिए मैंने अपनी जमीन की आहुति दी है. मैं सरकार और प्रशासन से मांग करती हूं कि मुझे उचित से उचित मुआवजा मिले. वहीं, इस बारे में जानकारी देते हुए मथुरा के जिलाधिकारी सीपी सिंह ने कहा कि ये बहुत ही सौभाग्य विषय है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कॉरिडोर बनाने के लिए जो आदेश दिए गए थे, उसमें आज एक स्थानीय व्यक्ति ने अपना समर्थन दिया गया है.
ब्रज वृंदावन देवालय समिति
उन्होंने एक समर्थन पत्र में हुए ठाकुर बांके बिहारी कॉरिडोर के दायरे में आने वाली अपनी जमीन देने की बात कही है. वहीं इसके बाद ब्रज वृंदावन देवालय समिति ने भी बांके बिहारी कॉरिडोर का समर्थन दिया गया है. देवालय समिति के अध्यक्ष आलोक कृष्ण गोस्वामी ने अपना समर्थन पत्र देकर कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु और गोस्वामियों के किसी भी प्रकार के अधिकार का अहित न होने के चलते ब्रज वृंदावन देवालय समिति ने मथुरा जिला प्रशासन और जिलाधिकारी को बांके बिहारी कॉरिडोर के समर्थन का पत्र दे रहे हैं.
पूर्व BJP विधायक और अभिनेत्री की अनोखी लव स्टोरी, कैसे दुश्मनी बदली मोहब्बत में?
16 Jun, 2025 04:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तराखंड के ज्वालापुर से पूर्व बीजेपी विधायक सुरेश राठौर और अभिनेत्री उर्मिला सनावर के बीच चल रहा पुराना विवाद अब खत्म हो गया है. हाल ही में दोनों ने सहारनपुर में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी को चौंका दिया, जहां सुरेश राठौर ने उर्मिला को सार्वजनिक रूप से अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया.
डेढ़ साल पहले यह विवाद उस समय सामने आया, जब उर्मिला सनावर ने दावा किया था कि सुरेश राठौर ने उन्हें प्रेमजाल में फंसाकर नेपाल में गंधर्व विवाह किया था. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि शादी के कुछ समय बाद सुरेश राठौर ने उनसे दूरी बना ली और उन्हें अकेला छोड़ दिया. उर्मिला ने सोशल मीडिया पर दोनों की कई निजी तस्वीरें साझा की थीं, जिनमें कुछ बेहद निजी तस्वीरें भी शामिल थीं. इसके अलावा उन्होंने सुरेश राठौर पर जानलेवा हमले करवाने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया था. उर्मिला का आरोप था कि सहारनपुर स्थित उनके घर में कुछ अज्ञात महिलाएं घुस आईं.
दूसरी तरफ, सुरेश राठौर ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उर्मिला पर ब्लैकमेलिंग और बदनाम करने की कोशिश का आरोप लगाया था. उन्होंने ज्वालापुर थाने में उर्मिला के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई थी. वहीं, उर्मिला ने भी सहारनपुर पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत दी थी. इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से मीडिया में कई तरह के बयान आए, जिससे मामला लगातार सुर्खियों में बना रहा.
सुलह की घोषणा
इस पूरे विवाद को एक नया मोड़ तब मिला, जब दोनों ने एक साथ मीडिया के सामने आकर अपने रिश्ते को फिर से स्वीकार किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरेश राठौर ने कहा कि उर्मिला के प्रति उनका प्रेम अब भी उतना ही गहरा है और वे उनके साथ ही जीवन बिताना चाहते हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर निजी बातें साझा करने को लेकर उन्हें ऐतराज था, लेकिन अब वे दोनों अपने मतभेद भुलाकर साथ रहने को तैयार हैं.
उर्मिला सनावर ने क्या कहा?
उर्मिला सनावर ने कहा कि उनके विवाद का कुछ लोगों ने गलत फायदा उठाने की कोशिश की थी. उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें कुछ व्यक्तियों ने लालच और धमकियां दी थीं, ताकि वे सुरेश राठौर को फंसा सकें. उन्होंने कहा, कुछ लोगों ने हमारी लड़ाई का फायदा उठाकर हमें आपस में लड़वाने की कोशिश की, लेकिन अब सब खत्म हो चुका है.
सुरेश राठौर और उर्मिला दोनों पहले से ही शादीशुदा हैं और उनके बच्चे भी हैं. हालांकि, दोनों ने अपने पहले परिवारों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की. उर्मिला ने सिर्फ इतना कहा कि, वो मेरे पति थे, हैं और रहेंगे. हमारी लड़ाई अब खत्म हो चुकी है
कमाल की जोड़ी! UP पुलिस में एक साथ भर्ती हुए पिता-पुत्र, ढाई साल की मेहनत लाई रंग
16 Jun, 2025 03:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में एक पिता और बेटा एक साथ पुलिस में भर्ती हो गए. दोनों ने एक साथ परीक्षा दी थी और दोनों का ही उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती में एक साथ सिलेक्शन हो गया. ऐसे में उनके परिवार वालों में खुशी की लहर दौड़ गई. बेटे ने कहा कि वह अपने पिता के साथ ही लाइब्रेरी जाकर पढ़ाई करते थे. दोनों ने खूब मेहनत की, जो रंग लाई और दोनों का एक साथ सिलेक्शन हो गया.
उदयरामपुर नंगला के रहने वाले यशपाल नागर और उनके बेटे शेखर रविवार को एक साथ अपना नियुक्ति पत्र लेने के लिए लखनऊ के डिफेंस एक्सपो वेन्यू पहुंचे, जहां गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपे. अपॉइंटमेंट लेटर मिलने के बाद दोनों पिता-बेटे के चेहरे पर खुशी साफ झलकती रही थी. दोनों ने एक-दूसरे को बधाई दी. दोनों के बारे में तब पता चला जब वह अपना अपॉइंटमेंट लेटर लेने जाने से पहले नवीन मंडी में पहुंचे. यहां एसपी की ब्रीफिंग में दोनों के बारे में पता चला.
पहले 16 साल तक देश की सेवा
यशपाल नागर दिल्ली में आर्मी ऑर्डनेंस कोर में नौकरी कर रहे थे. इससे पहले साल 2019 में वह 16 साल तक देश की सेवा करने के बाद आर्मी ऑर्डनेंस कोर से रिटायर हो गए थे. भारतीय सेना में वह साल 2003 में भर्ती हुए थे. इसके बाद उन्होंने दिल्ली में आर्मी ऑर्डनेंस कोर में नौकरी शुरू की थी. लेकिन जब 2024 सिपाही भर्ती में उनका नंबर आया तो उन्होंने दिल्ली में आर्मी ऑर्डनेंस कोर की नौकरी से रिजाइन दे दिया.
अब दोनों एक साथ करेंगे ट्रेनिंग
अब पिता और बेटे एक समय पर एक साथ ट्रेनिंग लेंगे, जिसको लेकर दोनों काफी एक्साइटेड और खुश हैं. पिता शाहजहांपुर तो बेटा बरेली में ट्रेनिंग लेगा. इसी महीने दोनों ट्रेनिंग के लिए जाएंगे. यशपाल की पत्नी एक हाउसवाइफ हैं. शेखर के अलावा उनकी एक बेटी और बेटा और भी है. दोनों ही पढ़ाई कर रहे हैं. यूपी पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती होने के बाद शेखर ने कहा कि वह आगे भी परीक्षाओं की तैयारी करते रहेंगे. शेखर ने कहा कि पिछले ढाई साल से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. इसके साथ ही शेखर सीडीएस और यूपी दरोगा की परीक्षा की तैयारी भी कर रहे हैं.