मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
अगले 24 घंटों में इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, झमाझम से किसानों को राहत
6 Sep, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । अगस्त का महीना तपन और मानसून की बेरुखी में बीतने के बाद अब किसानों के लिए बड़ी राहत मिली है। लंबे ठहराव के बाद फिर पूरे प्रदेश में झमाझम वर्षा का दौर शुरू हुआ है। अगले 24 घंटों में भी मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। किसानों की सूख रही फसल को अमृत की बूंदे मिली हैं। आम लोगों को भी गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की जा चुकी है। अगले 24 घंटों में नरसिंहपुर, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना में भारी वर्षा का अनुमान है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले 24 घंटे के लिए कई जिलों में अति भारी वर्षा का अनुमान जताया है।
इन जिलों में वर्षा का अलर्ट
प्रदेश में टीकमगढ़, निवाड़ी, उज्जैन, आगर जिलों में आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं सीहोर, राजगढ, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगौन, आलीराजपुर, झाबुआ धार, इंदौर, देवास, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, दतिया, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर में भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इसके पीछे की मुख्य वजह उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी से चक्रवाती घेरा और निम्न दाब क्षेत्र के सक्रिय होना है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण 10 से 12 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी से एक और सिस्टम सक्रिय होगा। इस सिस्टम से पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहेगी। प्रदेश में 18 से 20 सितंबर तक वर्षा की सक्रियता रहेगी। बता दें प्रदेश में अब तक सामान्य से 19 फीसदी कम वर्षा हुई है।
प्रदेश में 19 प्रतिशत कम वर्षा
मध्य प्रदेश में अब तक (1 जून से 6 सितंबर) सामान्य से 19 प्रतिशत वर्षा कम हुई है। प्रदेश में औसत 26.16 इंच वर्षा हुई है, जबकि 32.43 इंच बारिश होनी थी। पूर्वी हिस्से में औसत से 16 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्से में औसत से 23 प्रतिशत कम हुई है। प्रदेश में सबसे ज्यादा वर्षा नरसिंहपुर में हुई है। यहां अब तक हुई वर्षा का आंकड़ा 41 इंच से अधिक है। सिवनी में 37.53 इंच, मंडला-जबलपुर में 35, डिंडोरी में 34 इंच से अधिक वर्षा हो चुकी है।
कहां कितनी वर्षा दर्ज
इंदौर, अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, पन्ना, सागर, शहडोल, उमरिया, रायसेन और नर्मदापुरम में 28 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। - दमोह, कटनी, निवाड़ी, बैतूल, भिंड, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में आंकड़ा 24 इंच से अधिक है।
बुधवार को सुबह 8.30 से शाम 5.30 तक दर्ज वर्षा
पचमढ़ी 29.0 रतलाम 29.0 सतना 22.0 छिंदवाड़ा 20.0 इंदौर 15.9 खजुराहो 15.2 जबलपुर 14.0 उमरिया 13.0 धार 10.0 शिवपुरी 8.0 उज्जैन 8.0 ग्वालियर 7.4 सागर 7.0 बैतूल 7.0 रायसेन 5.0 रीवा 4.0 नर्मदापुरम 3.0 खंडवा 3.0 मजालखंड 2.0 मंडला 2.0 नरसिंहपुर 2.0 दमोह 2.0 खरगौन 1.0 नौगांव 1.0 भोपाल शहर 0.8 भोपाल 0.6 (सभी आंकडे मिमी. में हैं)
आयुष विभाग ने पिछले 3 वर्ष में स्वास्थ्य सेवा का किया विस्तार
6 Sep, 2023 10:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। आयुष विभाग ने आयुष पद्धतियों आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी और योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा का विस्तार किया है। पिछले 3 वर्षों में विभाग ने आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन के प्रशासनिक एवं चिकित्सालय भवन, भोपाल एवं नरसिंहपुर में 50 बिस्तरीय चिकित्सालय भवन का निर्माण पूरा किया है। साथ ही आयुष चिकित्सा पद्धति के 29 औषधालय एवं 11 जिला आयुष कार्यालयों के भवनों का निर्माण पूरा किया गया है।
विभाग ने इस अवधि में 533 सीएचओ (आयुष कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर), 708 अंशकालीन योग प्रशिक्षक और सहायक की नियुक्ति भी की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम में 332 आयुष पैरा-मेडिकल कर्मियों को नियुक्ति-पत्र वितरित किये थे।
गर्मी से ताकतवर हुआ वायरस
6 Sep, 2023 10:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बुखार के 30 प्रतिशत और डायरिया के 20 प्रतिशत मरीज बढ़े, ओपीडी में मौसम के कारण बढ़ गए मरीज
भोपाल। उमस भरी गर्मी के चलते वायरस के नेचर में बदलाव देखने को मिल रहा है। उमस भरी गर्मी के कारण वायरस और ज्यादा ताकतवर हो रहा है। इसके चलते वायरल फीवर के साथ-साथ पेट दर्द और डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसके साथ ही फंगल इंफेक्शन के मरीज भी कम नहीं हो रहे है। हमीदिया अस्पताल में मरीजों में से 30 फीसदी वायरल फीवर के मरीज होते हैं, वहीं 20 फीसदी मरीज डायरिया और पेट दर्द, डेंगू और मलेरिया के लक्षण 10 से 15 फीसदी मरीज आ रहे हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि उमस भरी गर्मी के कारण वायरस ताकतवर हुआ है और वह बुखार, सर्दी, खांसी के साथ-साथ पेट पर भी असर डाल रहा है। इसके चलते लोगों को डायरिया, पेट दर्द की शिकायत हो रही है। मरीज को ठीक होने से 6 से 10 दिन का समय लग रहा है। इससे बचने के लिए पानी साफ का सेवन करें। ठंडी चीजों और तली भुनी चीजों का परहेज रखें। पूरी बांह के कपड़े पहनें, मच्छरों से बचाव रखें।
फंगल इंफेक्शन के अब भी आ रहे 70 फीसदी मरीज
चिकित्सकों का कहना है कि आमतौर पर अगस्त माह के अंत तक फंगल इंफेक्शन के मरीजों की संख्या कम होने लगती है, लेकिन इस बार सितंबर में भी उमस भरी गर्मी रहने के कारण फंगल इंफेक्शन के मरीजों में कोई कमी नहीं आई है। ओपीडी में करीब 70 फीसदी मरीज फंगल इंफेक्शन के आए। इससे बचने के लिए सूती कपड़े पहनें। इसके अलावा टाइट कपड़े न पहनें।
जिग्नेश मेवाणी का CM शिवराज पर जुबानी हमला, बोले- 18 साल के शासन के बाद आई बहनों की याद
6 Sep, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरदा । जिले के ग्राम मोरगढी में बुधवार को एकता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें गुजरात के कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए प्रदेश की शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रदेश में सबसे लोकप्रिय साबित हो रही लाड़ली बहना योजना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जुबानी हमला बोला। जिग्नेश ने कहा कि प्रदेश में 18 साल शासन करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बहनाें की याद आई है। जिसमें महिलाओं को एक हजार रुपये देकर चुनावी लाभ लेने का प्रयास किया जा रहा है। जिग्नेश ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आएगी तो महिलाओं को रुपये भी दिए जाएंगे और उनके सम्मान की रक्षा भी की जाएगी।
आदिवासियों के सम्मान की रक्षा करने में नाकाम
जिग्नेश ने प्रदेश में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के खिलाफ हुए अपराधों को लेकर कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार इन वर्गों के लोगों के सम्मान की रक्षा करने में नाकाम रही है। जिग्नेश ने सीधी में भाजपा नेता द्वारा आदिवासी वर्ग के व्यक्त पर पेशाब करने वाले मामले पर सरकार को घेरा। जिग्नेश ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार बहन-बेटियों के खिलाफ हो रहे अपराधों को रोकने में नाकाम रही है। विधायक मेवाणी ने केंद्र सरकार पर उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रामू टेकाम ने की। इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओम पटेल, कांग्रेस नेत्री अवनि बसंल, कार्यकारी जिलाध्यक्ष बद्री पटेल, ग्राम सरपंच मिश्रीलाल कलमे, अयूब खत्री, चंपालाल भुसारे, खिरकिया जनपद अध्यक्ष रानू दशरथ पटेल के साथ कांग्रेस के ब्लाक व जिला इकाइयों के कार्यकर्ता और आमजन मौजूद रहे।
कृषि मंत्री पर स्थानीय नेताओं ने कसे तंज
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पवार ने कृषि मंत्री कमल पटेल पर तंज कसते हुए कहा कि 25 साल से क्षेत्र का नेतृत्व करने वाले नेता की जमीन खिसकती दिख रही है। लोग खरीदने की फिराक में घूम रहे हैं, लेकिन बिकना नहीं भाइयों। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग कहते हैं कि कांग्रेस ने 60 साल में कुछ नहीं किया। उन्हें बताना चाहते हैं कि वे जिस स्कूल में पढे, जहां इलाज कराया वह कांग्रेस की ही देन है। कार्यक्रम में करीब 10 आदिवासी ग्रामों के आदिवासी नृत्य कलाकारों ने गदली नामक नृत्य की प्रस्तुति दी।
पिछड़ा वर्ग विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति में इस वर्ष 22 करोड़ का प्रावधान
6 Sep, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । वर्तमान में हर युवा की इच्छा रहती है कि वह विदेशों में जाकर उच्च शिक्षा हासिल कर सके, परंतु पारिवारिक परिस्थिति और धन के अभाव के कारण सभी के लिये यह संभव नहीं हो पाता है। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा पिछड़ा वर्ग के प्रतिभाशाली युवाओं को विदेशों में उच्च अध्ययन के लिये विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति संचालित की जा रही है। इसके लिए विभाग इस वर्ष विभागीय बजट में 22 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।
योजना में प्रतिवर्ष पिछड़ा वर्ग के 50 चयनित विद्यार्थियों को विदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम, पीएचडी और व्यावसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिये विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति का प्रावधान है। पिछले वर्ष 8 करोड़ रूपये इस मद में व्यय किये गये थे। इस छात्रवृत्ति का लाभ युवा मुख्य रूप से ब्रिटेन, अमेरिका, आस्ट्रेलिया सहित यूरोपीय देशों में अध्ययन के लिये लेते हैं।
मतदाता जागरूकता के लिए भोपाल में भव्य रैली आयोजित
6 Sep, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। भोपाल में शत-प्रतिशत मतदान के संकल्प की पूर्ति के लिए बुधवार को मतदाता जागरूकता कार्निवाल और वॉकथॉन रैली का आयोजन किया गया। प्लेटिनम प्लाजा से शुरू हुए इस रैली को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद पांडे और अरुण गोयल तथा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश अनुपम राजन ने रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। रैली में हजारों की संख्या में कॉलेज और स्कूलों के छात्र-छात्राओं, एन.सी.सी., एन.एस.एस., नेहरू युवा केन्द्र के वॉलेटियर्स, रेपिड एक्शन फोर्स, मध्यप्रदेश सशस्त्र बल और जिला पुलिस बल के जवानों, बाइकर्स, साइकिल रैली, प्राइड वीमन वोटर की सदस्य सहित बड़ी संख्या में आमजन इस रैली में शामिल हुए।
रैली में सबसे आगे प्राइंट वीमन वोटर्स का दल रवाना किया गया। इसके बाद रेपिड एक्शन फोर्स, एसएएस, जिला पुलिस बल, एनसीसी, एनएसएस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। महिला-पुरूष हाथों में मतदाता जागरूकता नारों की तख्तियाँ लेकर चले। पुलिस बैंड उनका लगातार उत्साह वर्धन करता रहा। रैली की शुरूआत गणेश वंदना और हनुवंतिया बैंड के ढोलों की प्रस्तुति से की गई। युवाओं ने भारत माता की जय और वोट करेगा भोपाल के नारों से पूरे वातावरण में जोश और जूनून के साथ भाग लिया।
रैली अटल पथ से डिपो चौराहा काटजू चौराहा रंग महल चौराहा से स्मार्ट सिटी पार्किंग होते हुए टीटी नगर स्टेडियम में रैली का गरिमा पूर्ण समापन हुआ।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे एवं अरुण गोयल और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश अनुपम राजन द्वारा कार्निवाल में डेमोक्रेसी वॉल पर हस्ताक्षर भी किए गए।
जिनका अधिक विरोध उन्हें बदलेगी भाजपा
6 Sep, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। प्रदेश की 103 आकांक्षी यानी 2018 में हारी सीटों में से भाजपा ने 39 पर प्रत्याशियों की घोषणाकर मैदान मारने का आगाज तो कर दिया, लेकिन अधिकांश प्रत्याशियों के विरोध ने पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। जिस तरह से प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है, उससे पार्टी को बड़ा डैमेज होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में पार्टी के रणनीतिकार इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि जिन क्षेत्रों में प्रत्याशियों का सबसे अधिक विरोध हो रहा है, उनको बदल दिया जाए। इस तरह संभावना जताई जा रही है कि करीब दर्जन भर सीटों पर प्रत्याशियों को बदला जा सकता है।
गौरतलब है कि मप्र में भाजपा ने 17 अगस्त को 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। कहा गया कि यह मास्टर स्ट्रोक है। इससे हारी हुई सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों को तैयारी करने के लिए वक्त मिलेगा। इन सीटों पर हार को जीत में तब्दील किया जा सकता है। हालांकि, यह परेशानी का सबब बन गया है। 39 में से 16 सीटों पर विरोध हो रहा है। भोपाल में भाजपा कार्यालय पर हर दिन अलग-अलग क्षेत्रों से कार्यकर्ता आ रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं विधानसभा क्षेत्रों में भी रोजाना विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस कारण रणनीतिकार इस बात पर मंथन करने को मजबूर हो रहे हैं कि जहां प्रत्याशियों का अधिक विरोध हो रहा है, वहां बदलाव किया जा सकता है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार दिन पर दिन बढ़ते विरोध को देखते हुए भाजपा अपनी पहली सूची से एक दर्जन प्रत्याशियों को बदल सकती है। सूत्रों की मानें तो इस पर शुक्रवार को हुई बैठक में संभावनाएं तलाशी गई। बैठक में पार्टी नेताओं ने पहली सूची में जारी प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की। नेताओं ने कहा कि जिस तरह से कुछ स्थानों पर विरोध हो रहा है, वह किसी भी स्थिति से उचित नहीं है। कार्यकर्ताओं को समझाना होगा कि जो भी निर्णय लिए गए हैं, वे पार्टी हित में हैं। सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को नेताओं ने पहली सूची के बाद हो रहे विरोध को लेकर चर्चा की। इस मामले में पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियों के क्षेत्रों से फीडबैक लिया था, जिसमें यह बात सामने आ रही थी कुछ स्थानों में प्रत्याशियों को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष है, जबकि वहां कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ तैयारी में जुटी हुई है। नेताओं ने ऐसे क्षेत्रों में प्रत्याशी बदले जाने की संभावनाओं को तलाशने की बात की। बताया गया है कि इस संबंध में शीर्ष नेतृत्व से चर्चा होने के बाद ही कोई बड़ा कदम उठाया जा सकता है। यदि दिल्ली से हरी झंडी मिलती है, तो चाचौड़ा सहित कई विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी प्रत्याशी बदल सकती हैं।
भाजपा ने विरोध को दबाने के लिए डैमेज कंट्रोल पर काम करना शुरू कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने सभी विधानसभा क्षेत्रों से फीडबैक लिया है। राज्य कार्यसमिति की बैठक के बाद दोनों नेताओं ने हालात की समीक्षा की। दिग्गज नेताओं को विरोध को थामने के लिए मैदान में उतारा जा रहा है। मुरैना में नरेंद्र सिंह तोमर की मध्यस्थता का असर दिखा भी है। मुरैना जिले की सबलगढ़ सीट पर पूर्व विधायक मेहरबान सिंह की बहू सरला विजेंद्र रावत उम्मीदवार है। 2018 में कांग्रेस के बैजनाथ कुशवाह ने रावत को तीसरे स्थान पर धकेल दिया था। फिर भी उन्हें टिकट दिया है। इस पर पार्टी के प्रदेश मंत्री रणवीर रावत का विरोध सामने आया था। उनके बेटे आदित्य ने तो सोशल मीडिया पर ही पार्टी के खिलाफ पोस्ट डाल दी थी। हालांकि, केंद्रीय मंत्री और सांसद नरेंद्र सिंह तोमर ने रणवीर रावत को मनाया। इसके बाद रावत बोले कि जो पोस्ट डाली गई थी उसको डिलीट कर दिया गया है। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं।
भाजपा ने प्रत्याशियों की जो पहली सूची जारी की है उसमें से 39 में से 16 सीटों पर विरोध हो रहा है। जिन सीटों पर विरोध हो रहा है उनमें सबलगढ़, गोहद (अजा), पिछोर, चाचौड़ा, बंडा, महाराजपुर, छतरपुर, चित्रकूट, शाहपुरा, लांजी, पांढुर्णा, भोपाल उत्तर, सोनकच्छ, झाबुआ, कुक्षी और धरमपुरी सीट शामिल है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018 में बागियों ने ही भाजपा के समीकरण बिगाड़ दिए थे। लिहाजा इस बार वरिष्ठ नेताओं को डैमेज कंट्रोल में लगाया गया है। इसके बावजूद कुछ सीटों पर असंतुष्टों ने निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है। भाजपा से पहली प्रतिक्रिया पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे की आई। उन्हें शहपुरा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। धुर्वे शहपुरा की बजाय डिंडौरी से टिकट मांग रहे हैं। वहीं, पिछले चुनाव में बागी बने और पार्टी छोड़ चुके लोगों को टिकट देने से भी कई सीटों पर भाजपा में नाराजगी सामने आ रही है। भाजपा की पहली लिस्ट में पिछली बार चुनाव लड़ चुके 16 लोगों के टिकट काटे गए हैं। इन सीटों पर ही सबसे अधिक विरोध के स्वर सुनाई पड़ रहे हैं। घोषित प्रत्याशियों को लेकर बुंदेलखंड, ग्वालियर-चंबल और मालवा-निमाड़ में एक गुट नाराज है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर-चंबल में बगावत के सुरों को साधने की कोशिश की है। दावेदार खामोश हैं। वो मान गए हैं या फिर समय के इंतजार में हैं, इसे लेकर पार्टी आशंकित है। एक महिला नेत्री इतने गुस्से में हैं कि उन्होंने सर्वे पर ही सवाल खड़े कर दिए। बोलीं- ये कैसा सर्वे कि मेरी सीट पर ऐसी महिला को टिकट दे दिया गया, जो पिछले पंचायत चुनाव में मुझसे हार गई थी। भोपाल उत्तर में भाजपा ने इस बार पूर्व महापौर आलोक शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। शर्मा के टिकट को लेकर संघ से जुड़े भाजपा नेता मांगीलाल बाजपेई नाराज हैं। बोले कि-आलोक ने सीएम को पता नहीं कौन सी घुट्टी पिला दी है कि महापौर का चुनाव वही लड़ते हैं और विधानसभा का चुनाव भी वही लड़ते हैं। जबकि पार्टी में निष्ठावान कार्यकर्ताओं की कमी नहीं है। उन्होंने शर्मा को हराने का दावा किया है। पन्ना के गुन्नौर में भाजपा प्रत्याशी राजेश वर्मा का विरोध भाजपा नेत्री अमिता बागरी कर रही हैं। उन्होंने पार्टी पर वंशवाद का आरोप लगाया है। कहा कि पहले पिता,अब बेटे को टिकट दिया जा रहा है। पार्टी को सिर्फ एक परिवार के प्रत्याशी पर ही भरोसा है। 2018 में मुझे आश्वासन दिया गया था कि अगली बार मौका मिलेगा। बावजूद मुझे टिकट नहीं मिला। अब मैं निर्दलीय चुनाव लड़ूंगी।
मध्यांचल पर भाजपा-कांग्रेस का फोकस
6 Sep, 2023 08:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। आसन्न विधानसभा चुनाव में मध्यभारत अंचल दोनों प्रमुख दलों के लिए कड़ी चुनौती पेश करने जा रहा है। भाजपा की ओर झुकाव रखने वाले इस अंचल में बड़ी चुनौती कांग्रेस के सामने होगी क्योंकि पिछले दो दशकों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बाद भी 2018 के विधानसभा चुनाव में वह यहां भाजपा की 33 सीटों के मुकाबले करीब आधी 17 सीटें ही ला सकी थी। कांग्रेस के लिए सिर्फ 2018 के प्रदर्शन को दोहराना काफी नहीं होगा। मजबूत स्थिति में बैठी भाजपा 2018 के कमजोर प्रदर्शन को याद भी नहीं करना चाहेगी। उसकी कोशिश 2003 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को दोहराने की है जिससे अपने मजबूत इलाके में वह कांग्रेस को फिर दहाई के आंकड़े के नीचे रोक सके।
मध्यभारत अंचल की पहचान भाजपा के गढ़ के रूप में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का पैतृक गांव जैत इसी क्षेत्र के सीहोर जिले में आता है तो विदिशा में उनकी राजनीति पुष्पित-पल्लवित हुई। ऐसे में सीहोर-विदिशा भाजपा की होम पिच है तो कुछ ऐसा ही मिजाज नर्मदापुरम और हरदा का भी है। सागर में भाजपा के भूपेंद्र सिंह,गोपाल भार्गव और गोविंद सिंह मोर्चा संभाले हुए हैं। मध्यभारत अंचल में भाजपा के सामने गढ़ बचाए रखने तो कांग्रेस के सामने सीटें बढ़ाने की चुनौती कांग्रेस वर्ष 2018 में भाजपा के मुकाबले करीब आधी सीटें ही जीत सकी थी
आंकड़े बताते हैं कि पिछले 20 सालों में कांग्रेस की सीटें भाजपा के मुकाबले आधी या उससे कम रही हैं। कांग्रेस ने 2018 में दो दशकों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 17 सीटें हासिल कर लीं लेकिन डेढ़ साल के अंदर टूट के बाद उपचुनावों में अशोकनगर, रायसेन और सागर में एक-एक सीट गंवाने के बाद यह सफलता फीकी पड़ गई। भाजपा की बात करें तो 2003 से 2018 तक के विधानसभा चुनावों में 2003 में भाजपा का प्रदर्शन कांग्रेस को आठ सीटों पर समेट 34 सीटों के साथ सर्वश्रेष्ठ रहा था। इसके बाद भी सरकार भाजपा की रही लेकिन परिसीमन के बाद सीटों की संख्या बढऩे के बाद भी बंटवारे का फायदा भाजपा को 2003 की लहर जैसा नहीं मिल सका।
खेलो एमपी यूथ गेम्स 2023
6 Sep, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश में खेलों के प्रति युवाओं को जागरूक करने, खेल को सर्व सुलभ बनाने, ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रों के प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान और उन्हें खेलों की तकनीकी पद्धति से प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये प्रदेश में कई अभिनव पहल किये जा रहे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में पहली बार हुए खेलों इण्डिया यूथ गेम्स की सफलता के बाद घोषणा की थी कि खेलो इण्डिया यूथ गेम्स की तर्ज पर मध्यप्रदेश में खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन भी किया जाएगा। इस कड़ी में 12 से 28 सितम्बर तक प्रदेश में विभिन्न चरणों में खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी।
खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन प्रदेश के सभी 52 जिलों के 313 विकासखण्डों में किया जाएगा। यूथ गेम्स 4 चरणों, ब्लॉक, जिला, संभाग एवं राज्य स्तर पर किया जाएगा। ब्लॉकस्तरीय चयन स्पर्धा 12 से 14 सितंबर के मध्य किया जाएगा। जिलास्तरीय प्रतियोगिता 16 से 18 सितंबर, संभागस्तरीय 20 से 23 सितंबर तथा राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन 24 से 28 सितंबर तक किया जाएगा। राज्यस्तर पर प्रदेश के 8 संभाग भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, रीवा, सागर, उज्जैन एवं शहडोल की टीमें सहभागिता करेंगी। 24 खेलों में राज्यस्तरीय प्रतियोगिताएँ प्रदेश के 7 शहर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, उज्जैन, रीवा एवं जबलपुर में किये जाएंगे।
जिला एवं संभाग स्तर पर प्रदेश में प्रचलित 18 खेल एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, फुटबॉल, हॉकी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, मलखम्ब, तैराकी, वेटलिफ्टिंग, कुश्ती, टेबिल टेनिस, योगासन, वॉलीबॉल, टेनिस और शतरंज का आयोजन किया जाएगा।
राज्यस्तर पर 6 खेल ताइक्वांडो, फैंसिंग, रोइंग, क्याकिंग-कनोइंग, शूटिंग एवं आर्चरी जैसे खेलों का आयोजन किया जाएगा। राज्यस्तर पर एथलेटिक्स, शूटिंग प्रतियोगिताएँ स्पोर्टस कॉम्पलेक्स शिवपुरी में होंगी। भोपाल के टी.टी. नगर स्टेडियम में बॉक्सिंग, ताक्वांडो, जूडो, फैंसिंग, टेनिस, फुटबॉल, वॉलीबॉल, कुश्ती, शतरंज प्रतियोगिताएँ होंगी। भोपाल की बड़ी झील में क्वाकिंग-कनोइंग और रोइंग तथा प्रकाश तरण पुष्कर में तैराकी प्रतियोगिता की जाएंगी। इंदौर के बॉस्केटबॉल काम्प्लेक्स में बास्केटबॉल और वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताएँ तथा एमरॉल्ड हाइट्स स्कूल में टेबल टेनिस के मुकाबले होंगे। ग्वालियर में मध्यप्रदेश बेडमिंटन अकादमी बेडमिंटन और मध्यप्रदेश महिला हॉकी अकादमी कम्पू ग्वालियर में हॉकी की प्रतियोगिताएँ होंगी। स्पोर्टस कॉम्पलेक्स उज्जैन में मलखम्ब और योगासन, जबलपुर के रानीताल स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स में खो-खो एवं तीरंदाजी तथा स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स रीवा में कबड्डी के मुकाबले खेले जाएंगे।
खेलो एमपी यूथ गेम्स 2023
6 Sep, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश में खेलों के प्रति युवाओं को जागरूक करने, खेल को सर्व सुलभ बनाने, ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रों के प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान और उन्हें खेलों की तकनीकी पद्धति से प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये प्रदेश में कई अभिनव पहल किये जा रहे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में पहली बार हुए खेलों इण्डिया यूथ गेम्स की सफलता के बाद घोषणा की थी कि खेलो इण्डिया यूथ गेम्स की तर्ज पर मध्यप्रदेश में खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन भी किया जाएगा। इस कड़ी में 12 से 28 सितम्बर तक प्रदेश में विभिन्न चरणों में खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी।
खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन प्रदेश के सभी 52 जिलों के 313 विकासखण्डों में किया जाएगा। यूथ गेम्स 4 चरणों, ब्लॉक, जिला, संभाग एवं राज्य स्तर पर किया जाएगा। ब्लॉकस्तरीय चयन स्पर्धा 12 से 14 सितंबर के मध्य किया जाएगा। जिलास्तरीय प्रतियोगिता 16 से 18 सितंबर, संभागस्तरीय 20 से 23 सितंबर तथा राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन 24 से 28 सितंबर तक किया जाएगा। राज्यस्तर पर प्रदेश के 8 संभाग भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, रीवा, सागर, उज्जैन एवं शहडोल की टीमें सहभागिता करेंगी। 24 खेलों में राज्यस्तरीय प्रतियोगिताएँ प्रदेश के 7 शहर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, उज्जैन, रीवा एवं जबलपुर में किये जाएंगे।
जिला एवं संभाग स्तर पर प्रदेश में प्रचलित 18 खेल एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, फुटबॉल, हॉकी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, मलखम्ब, तैराकी, वेटलिफ्टिंग, कुश्ती, टेबिल टेनिस, योगासन, वॉलीबॉल, टेनिस और शतरंज का आयोजन किया जाएगा।
राज्यस्तर पर 6 खेल ताइक्वांडो, फैंसिंग, रोइंग, क्याकिंग-कनोइंग, शूटिंग एवं आर्चरी जैसे खेलों का आयोजन किया जाएगा। राज्यस्तर पर एथलेटिक्स, शूटिंग प्रतियोगिताएँ स्पोर्टस कॉम्पलेक्स शिवपुरी में होंगी। भोपाल के टी.टी. नगर स्टेडियम में बॉक्सिंग, ताक्वांडो, जूडो, फैंसिंग, टेनिस, फुटबॉल, वॉलीबॉल, कुश्ती, शतरंज प्रतियोगिताएँ होंगी। भोपाल की बड़ी झील में क्वाकिंग-कनोइंग और रोइंग तथा प्रकाश तरण पुष्कर में तैराकी प्रतियोगिता की जाएंगी। इंदौर के बॉस्केटबॉल काम्प्लेक्स में बास्केटबॉल और वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताएँ तथा एमरॉल्ड हाइट्स स्कूल में टेबल टेनिस के मुकाबले होंगे। ग्वालियर में मध्यप्रदेश बेडमिंटन अकादमी बेडमिंटन और मध्यप्रदेश महिला हॉकी अकादमी कम्पू ग्वालियर में हॉकी की प्रतियोगिताएँ होंगी। स्पोर्टस कॉम्पलेक्स उज्जैन में मलखम्ब और योगासन, जबलपुर के रानीताल स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स में खो-खो एवं तीरंदाजी तथा स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स रीवा में कबड्डी के मुकाबले खेले जाएंगे।
मध्य प्रदेश में भारी बिजली संकट
6 Sep, 2023 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिजली की मांग 15000 उपलब्ध 9000 मेगावाट
भोपाल । कम बारिश होने के कारण एक और बिजली का उत्पादन कम हो रहा है। वहीं बिजली की मांग निरंतर बढ़ती ही जा रही है। सिंचाई के लिए किसानों को बिजली मांग के अनुरूप उपलब्ध नहीं हो रही है। मध्य प्रदेश में इस समय 15000 मेगावाट बिजली की मांग है। लेकिन मध्य प्रदेश में 9000 मेगावाट बिजली उपलब्ध हो पा रही है। जिसके कारण फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। किसानो की फसलें बर्बाद हो रही है। बिजली कंपनियों ने 15000 मेगावाट के लॉन्ग टर्म अनुबंध बिजली कंपनियों से कर रखे हैं। बिजली कंपनियों द्वारा बिजली की सप्लाई मांग के अनुरूप नहीं की जा रही है। अनुबंध के अनुसार यदि बिजली सप्लाई नहीं करते हैं, तो भी जिन कंपनियों के सरकार के साथ लॉन्ग टर्म अनुबंध है। इन्हें बिजली कंपनियों से बिना बिजली सप्लाई किये पैसा मिलता है। 2020-21 में भी जब बिजली की मांग बढ़ी थी। तब अनुबंध करने वाली बिजली कंपनियों ने बिजली की सप्लाई नहीं की थी। सरकार को लगभग 900 करोड रुपए बिना बिजली के इन बिजली कंपनियों को 2020-21 में भुगतान करना पड़ा था।
बिजली की कटौती शुरू
मध्य प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में बिजली की कटौती शुरू हो गई है। 3 घंटे घोषित और तीन से 4 घंटे तक अघोषित कटौती बिजली की देखने को मिल रही है। किसानों को सिंचाई के लिए बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। कई स्थानों पर सिंचाई नहीं होने से फसल भी बर्बाद हो रही है। जिससे किसानों में गुस्सा देखने को मिल रहा है।
10 से 12 रुपए यूनिट में बिजली खरीदने की तैयारी
मध्य प्रदेश में नवंबर माह में विधानसभा चुनाव होना है। बिजली कटौती से सरकार के हाथ पैर फूल गए हैं। सरकार ने किसी भी कीमत पर बिजली खरीदने के निर्देश बिजली कंपनियों को दिए हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव दिल्ली गए हैं। वह बिजली खरीदने के लिए विभिन्न कंपनी से बात कर रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से उन्हें 10 से 12 रूपये प्रति यूनिट में भी यदि बिजली उपलब्ध हो, तो खरीदने की हरी झंडी दी गई है।
संत को सपना आया तो की गई खोदाई, ढाई फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा निकली
6 Sep, 2023 12:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदिशा । ओंकारेश्वर में रहने वाले संत हरिदास त्यागी द्वारा जिले की लटेरी तहसील के गांव धरगा में बीच बस्ती की जमीन के नीचे हनुमान जी की मूर्ति दबी होने के दावा करने के बाद बुधवार को सुबह के समय ग्रामीणों की भीड़ खोदाई में जुट गई। यह जमीन वन विकास निगम की होने की आशंका के चलते जिला प्रशासन ने करीब एक घंटे तक खोदाई रुकवा दी। जांच के बाद यह जमीन गांव के ही एक किसान की निकली। इसके बाद ग्रामीणों ने फिर खोदाई शुरू की, जिसमें से करीब ढाई फीट ऊंची पाषाण से बनी हनुमान जी की मूर्ति निकली है। ग्रामीणों के मुताबिक दो दिन पहले धरगा गांव में ओंकारेश्वर के संत हरिदास त्यागी महाराज आए है। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि गांव के बीच खाली जमीन में सिद्ध स्थान है और यहां जमीन के नीचे हनुमान जी की मूर्ति दबी है। इसके बाद मंगलवार शाम को ग्रामीणों की बैठक हुई और सुबह आठ बजे से खाली पड़ी जमीन की खोदाई शुरू कर दी।
ग्रामीणों की अधिकारियों से हुई बहस
करीब घंटे भर बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल, वन और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने खोदाई रुकवा दी। इस दौरान कुछ ग्रामीणों की अधिकारियों से काफी बहस भी हुई। नाराज ग्रामीणों ने खाली पड़ी जमीन पर भजन कीर्तन शुरू कर दिया। खोदाई की जगह पर पूजन शुरू हो गया। करीब एक घंटे बाद राजस्व विभाग की टीम ने दस्तावेजों के आधार पर यह जमीन गांव के ही किसान दुर्ग सिंह की पाई।
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि यह जमीन वन विकास निगम की जमीन से लगी हुई है, इसलिए खोदाई रुकवाई थी। जब जमीन निजी निकली तो सीमांकन कर यह जमीन किसान को सौंप दी। प्रशासन की जांच पूर्ण होने के बाद ग्रामीणों ने फिर खोदाई शुरू कर दी। करीब चार फीट की खोदाई के बाद जमीन से हनुमान जी की मूर्ति निकली है। मूर्ति निकलते ही इस क्षेत्र में पूजा पाठ का दौर शुरू हो गया है।
अब मंदिर बनाने की चर्चा
इधर, त्यागी महाराज ने बताया कि वे छह माह पहले गांव आए थे। तब वे खाली पड़ी जमीन पर विश्राम करने गए थे। इसी दौरान उन्हें सपना आया था कि जमीन के नीचे हनुमान जी की मूर्ति दबी है। इसी के बाद कुछ लोगों को यह जानकारी देकर वापस ओंकारेश्वर चले गए थे। जब उन्हें पता चला कि मूर्ति अब तक नहीं निकाली गई तो वे दोबारा गांव पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से जमीन की खोदाई कर हनुमान जी की मूर्ति निकाली गई। अब यहां मंदिर निर्माण की बात कही जा रही है।
भाजपा की दूसरी सूची में होंगे चौंकाने वाले नाम
6 Sep, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज अमित शाह के साथ सूची को लेकर होगी चर्चा
भोपाल । विधानसभा चुनाव में जहां भाजपा ने बिना चुनावी घोषणा के 39 प्रत्याशियों वाली पहली सूची जारी कर सबको चौका दिया है, उसी तरह पार्टी की दूसरी सूची भी चौंकाने वाली होगी। जानकारी के अनुसार दूसरी सूची में भी 2018 में हारी सीटों के प्रत्याशियों के नाम है। गौरतलब है कि पिछले चुनाव में हारी 103 सीटों को इस बार जीतने के लिए भाजपा ने पूरा दम लगा दिया है। अब 64 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किया जाना है।
जानकारी के अनुसार भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की दूसरी सूची पर मंथन लगभग पूरा कर लिया है। अब दिल्ली से मुहर लगने के बाद भाजपा वापस सरप्राइज पॉलीटिक्स करेगी। सूत्रों के अनुसार बीते रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ दूसरी सूची को लेकर मंथन हो चुका है। इसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित अन्य दिग्गजों के साथ तीन अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई है। वीडी ने दूसरी सूची की चुनिंदा सीटों को लेकर भी राष्ट्रीय अध्यक्ष को स्थिति बताई है। इस बैठक में भाजपा के सभी प्रादेशिक दिग्गज नेता मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक नड्डा के साथ बैठक में रणनीतिक कैम्पेन और फीडबैक को लेकर चर्चा हुई। आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान मंथन होगा, जिसके बाद आगे की लाइन फाइनल होगी। शाह जन आशीर्वाद यात्रा के शुभारंभ के लिए मंडला और श्योपुर आ रहे हैं। संभावना है कि आशीर्वाद यात्रा के बाद रणनीतिक बैठक हो सकती है।
सूची कब जारी करनी है आज होगा तय
प्रत्याशियों की दूसरी सूची कब जारी करने है आज इसको लेकर अमित शाह से चर्चा होगी।जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान दूसरी सूची को जारी किया जाए या आशीर्वाद यात्रा समाप्त होने तक इंतजार किया जाए। इस पर अभी कुछ तय नहीं हुआ। शाह से चर्चा के बाद तय किया जाएगा। चुनिंदा सीटों पर नामों को लेकर बेहद उलझन रही। इन सीटों को लेकर प्रदेश स्तरीय सर्वे फीडबैक, नेताओं के मत, शीर्ष नेतृत्व के सर्वे के आधार पर फैसला होगा। भाजपा के लिए अभेद्य रही सीटों को लेकर शुरुआती तौर पर तय हुआ कि बड़े चेहरों के बजाय स्थानीय मजबूत चेहरों को उतारें। दीर्घकालीन रणनीति से ऐसी सीटों पर काम होगा। दूसरी सूची को लेकर मंथन के दो अहम दौर पूरे हो चुके हैं। पहला दौर बीते शुक्रवार को सीएम हाउस पर देर रात तक चला था। इसमें सीटों को फाइनल किया गया। दूसरा अहम दौर हाल ही में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मंथन का रहा। इसमें प्रारंभिक रूप से. अब तक के मंथन की पूरी रिपोर्ट दी गई।
दूसरी सूची में एससी व एसटी के ज्यादातर प्रत्याशी
भाजपा सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को चुनावी तैयारियों में पछाडऩे के बाद अब भाजपा दूसरी सूची में अनुसूचित जाति-जनजाति सीटों के ज्यादातर प्रत्याशी घोषित कर देगी। खासतौर पर जिन सुरक्षित सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है, उन सीटों के प्रत्याशी घोषित कर दिए जाएंगे। भाजपा ने पहली सूची में भी एससी व एसटी के 21 प्रत्याशी घोषित किए थे। एससी एसटी के लिए प्रदेश में 82 सीटें सुरक्षित हैं, इनमें से 47 एसटी और 35 एससी के लिए सुरक्षित हैं। पार्टी नेताओं का मानना है कि दूसरी सूची में भाजपा बड़ा उलटफेर कर सकती है। कई हारी हुई सीटों पर नए चेहरों के साथ कई विधायकों का टिकट काट भी जा सकती है। जन आशीर्वाद यात्राएं प्रारंभ होने के कारण दूसरी सूची पर अंतिम दौर की चर्चा नहीं हो पाई है। माना जा रहा है कि इसी या अगले सप्ताह तक सूची को केंद्रीय चुनाव समिति के समक्ष विचार के लिए भेजा जा सकता है। भाजपा ने सभी दलों को चौंकाते हुए प्रदेश की 39 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। इनमें से 13 अनुसूचित जनजाति (एसटी) आठ अनुसूचित जाति (एससी) और 18 सामान्य सीटें हैं। ये सभी भाजपा की हारी हुई सीटें हैं। अब दूसरी सूची में पार्टी उन सीटों पर फोकस कर रही है, जहां अनुसूचित जाति और जनजाति के कांग्रेस विधायक हैं। दरअसल, 2018 में भाजपा को सुरक्षित सीटों पर बड़ा नुकसान हुआ था। पार्टी एसटी वर्ग की 47 में मात्र 16 सीटें ही जीत पाई थी। जबकि, 2013 में पार्टी के पास एक निर्दलीय समर्थक के साथ 32 सीटें थी। एससी वर्ग में भी भाजपा के पास 28 सीटें थीं, लेकिन 2018 के चुनाव में मात्र 18 सीटें ही बच पाई थीं। यही कारण है है कि भाजपा ने केंद्रीय स्तर से इन सीटों पर कई बार सर्वे करवाया है।
भोपाल में 11वीं की छात्रा से दुष्कर्म, वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दो माह से कर रहा था शारीरिक शोषण
6 Sep, 2023 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मिसरोद इलाके में 15 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता 11वीं कक्षा की छात्रा है। आरोपित उसे स्कूल से घुमाने के बहाने लेकर गया और बाद में दोस्त के कमरे पर ले जाकर दुष्कर्म किया। आरोपित ने उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया और वीडियो बहुप्रसारित करने की धमकी देकर दो माह तक उसका दैहिक शोषण भी किया। मामले का खुलासा तब हुआ, जब पीड़िता घर से भाग गई और 'गौरवी' संस्था के संपर्क में आई। 'गौरवी' की टीम ने जब पीड़िता को समझा-बुझाकर पूछताछ की, तब उसने अपने साथ हो रही ज्यादती के बारे में बताया। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है। मिसरोद पुलिस के मुताबिक नर्मदापुरम रोड पर एक कालोनी में नाबालिग अपने स्वजनों के साथ रहती है।वह जून के महीने में अपनी मां की सहेली के घर गई थी, जहां पर उसकी पहचान आरोपित विमलेश से हुई थी।बाद में दोनों में गहरी दोस्ती हो गई। जुलाई 2023 को आरोपित छात्रा के स्कूल पहुंच गया, जहां से उसे वह घुमाने के बहाने अपने साथ लेकर गया और आशिमा माल घुमाने के बाद दोस्त के कमरे पर ले जाकर डरा-धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
उसके बाद आरोपित ने पीडि़ता को उसके घर पर भी छोडा और उसे धमकी दी कि उसका अश्लील वीडियो उसने बना लिया है, अगर उसने घटना के बारे में किसी को बताया तो वह उसका वीडियो इंटरनेट मीडिया के अलग-अलग माध्यमों पर बहुप्रसारित कर देगा। इसके बाद आरोपित ने उसकी मर्जी के खिलाफ दो बार अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर दैहिक शोषण भी किया। जब पीडिता की मां को घटनाक्रम की जानकारी हुई तो मां ने बेटी को डांट दिया। उसके बाद छात्रा घर छोड़कर आरोपित के रिश्तेदार के घर पहुंच गई। लड़की अपने घर नहीं जाना जा रही थी तो रिश्तेदार ने उसके बारे में गौरवी संस्था से संपर्क किया तथा छात्रा को संस्था की महिला प्रतिनिधियों के साथ भेज दिया। संस्था ने जब उसकी परामर्श की तो छात्रा ने ज्यादती की बात बताई। इसके बाद मामले की शिकायत मिसरोद थाने में कर दी गई। आरोपित एक निजी कंपनी में मैनजर है।
हर जिले में एक सीट पर नया चेहरा उतारेगी पार्टी
6 Sep, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मप्र विधानसभा चुनाव में इस बार नया प्रयोग करेगी भाजपा
भोपाल । विधानसभा चुनाव-2023 के लिए हारी हुई सीटों में से 39 पर अपने प्रत्याशी उतारकर भाजपा चुनावी कवायद में आगे है। दूसरे दौर में भी हारी हुई सीटों पर मंथन जारी है। कुल 230 में से अब 191 सीटें बाकी हैं, जहां प्रत्याशी तय किए जाना हैं। भाजपा सूत्रों की मानें तो जीते हुए विधायकों के साथ ही भाजपा प्रदेश के 40 से 45 जिलों में एक-एक प्रत्याशी ऐसा उतारने की रणनीति पर काम कर रही है, जो नया चेहरा हो। इतना ही नहीं, यह चेहरा मूल पार्टी के नेता, कार्यकर्ता से इतर भी हो सकता है। मोदी-शाह की रणनीति हमेशा चौंकाने वाली रही है।
पार्टी के ही एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक 54 जिलों में से 40 से 45 में एक-एक सीट पर पार्टी कुछ नए नाम लाएगी और टिकट देगी। इनमें कुछ प्रोफेशनल, अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले, लेकिन भाजपा की रीति-नीति को मानने वाले होंगे। इस इंटरनल रणनीति पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की वर्किंग जारी है। इसमें ऐसे नाम देखे जा रहे हैं जो फिलहाल दावेदारी में नहीं हैं।
अब कई कतार में
पहली सूची में पार्टी ने 39 में से 30 टिकट अनुभवी नेताओं को दिए, फिर चाहे प्रीतम सिंह लोधी हो या मधु वर्मा या राजकुमार मेव। यही कारण है कि अब कई सीटों पर उन नेताओं की आस जागी है, जो पिछले चुनाव हारे थे। हालांकि, पार्टी नेताओं का कहना है कि जो सर्वे में आगे रहा, उसका नाम आगे आ गया। बावजूद पिछला चुनाव हारे नेताओं की लंबी फेहरिस्त है और नई सूची जारी होने के बाद वहां भी बवाल होना तय है। दरअसल, 2018 में 230 सीटों में से भाजपा को 109 सीटें मिली थीं। उसे 121 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा 40 सीटें ऐसी हैं, जहां जीत का अंतर बहुत कम था। इसलिए पार्टी इन पर फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।