मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
मुख्यमंत्री चौहान ने किया पौध-रोपण
26 Aug, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में मेट्रो ट्रेन कोच के मॉडल के अनावरण अवसर पर पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने नीम, जामुन, कदंब, सारिका इंडिका और मौलश्री के पौधे रोपे। पौध-रोपण में भोपाल महापौर मालती राय सहित जन-प्रतिनिधि, नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के पदाधिकारी सम्मिलित हुए।
देश की प्रगति के लिए जरूरी हैं अभियंता और वैज्ञानिक - मुख्यमंत्री चौहान
26 Aug, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश की प्रगति के लिए अभियंता और वैज्ञानिक दोनों आवश्यक हैं। जनजातीय बहुल क्षेत्र झाबुआ में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अंतर्गत करीब आठ वर्ष पूर्व खोला गया इंजीनियरिंग कॉलेज वर्ष 2019 में बंद करने के आदेश दे दिए गए। वर्ष 2020 में पुन: मुख्यमंत्री बनने के बाद मेरे संज्ञान में यह बात आयी और मैंने महाविद्यालय पुन: प्रारंभ करने के निर्देश दिए। आज लगभग 36 एकड़ क्षेत्र में नवनिर्मित कॉलेज भवन का लाभ 500 से अधिक विद्यार्थियों को प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री चौहान आज झाबुआ में 34 करोड़ 65 लाख की लागत के नवनिर्मित यूआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा, सांसद जी.एस. डामोर के साथ ही विधायक निर्मला भूरिया और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
भारत की गौरव गाथा गा रहा है चंद्रयान
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि झाबुआ का यह महाविद्यालय भवन पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम पर है। अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। भारत ने हाल ही में चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान उतारा है। इससे प्रत्येक देशवासी गौरवान्वित है। प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. कलाम का सपना साकार करने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री सहित राष्ट्रवासियों को इस विशेष उपलब्धि के लिए बधाई दी।
इंजीनियरिंग के साथ पढ़ाएंगे हेप्पीनेस और जीवन मूल्य
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि झाबुआ के इंजीनियरिंग कॉलेज में इंजीनियरिंग की विभिन्न शाखाओं के अध्ययन के साथ ही कम्युनिटी इंगेजमेंट, हेप्पीनेस और जीवन मूल्य विषय भी विद्यार्थियों को पढ़ाए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों में भी क्षमताएँ होती हैं, उन्हें अध्ययन के पूरे अवसर मिलना चाहिए।
हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाएं भी महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी में प्रारंभ की गई है। इसका उद्देश्य राष्ट्रभाषा के सम्मान के साथ ही योग्य विद्यार्थियों को भी आसानी से शिक्षा उपलब्ध करवाना है। जापान, जर्मनी और फ्रांस सहित कई देशों में अंग्रेजी में अध्ययन के स्थान पर उन देशों की भाषाओं में ही शिक्षा दी जाती है। क्षेत्रीय भाषाएं और हिन्दी विद्यार्थियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में योग्य बना सकती हैं।
विद्यार्थियों को कई तरह के प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों को अन्य ग्राम में पढ़ने केलिए जाने पर साइकिल के लिए राशि, 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर लैपटॉप और अपने गाँव में सर्वाधिक अंक लाने वाले बेटा-बेटी को स्कूटी प्रदान की जा रही है। सरकार ने उच्च शिक्षा महंगी होने की स्थिति को देखते हुए विद्यार्थियों को शिक्षण शुल्क देने की पहल की। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना का लाभ प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को मिल रहा है। सीएम राइज विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विभिन्न सुविधाओं के साथ प्रदान कर रहे हैं। आने वाले समय में प्रत्येक 15 से 20 ग्रामों के लिए एक सीएम राइज विद्यालय प्रारंभ किया जाएगा। आई.टी.आई. उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सीखो-कमाओ योजना में विभिन्न औद्योगिक संस्थानों में कार्य सीखने के साथ ही प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की व्यवस्था की गई है।
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय प्रौद्योगिकी संस्थान
झाबुआ में राज्य शासन द्वारा वर्ष 2015 में स्थापित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय प्रौद्योगिकी संस्थान झाबुआ, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल का घटक संस्थान है। इस संस्थान में चार इंजीनियरिंग ब्रांच होंगी, जिसमें से वर्तमान में दो ब्रांच मैकेनिकल इंजीनियरिंग तथा कम्प्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग 60-60 सीटों के साथ संचालित है। कॉलेज का नवनिर्मित विशाल परिसर ग्राम गडवाडा जिला झाबुआ में 14.44 हेक्टेयर भूमि (लगभग 36 एकड़) पर लगभग 34 करोड़ 65 लाख की लागत से तैयार किया गया है। कॉलेज परिसर में प्रशासनिक/शैक्षणिक भवन तथा बालक/बालिकाओं के लिए पृथक से 108-108 सीट के दो छात्रावास बनाए गए हैं। साथ ही ऑडिटोरियम, वर्कशॉप, गर्ल्स कॉमन रूम, कम्प्यूटर रूम, लायब्रेरी, फेकल्टी रूम, एचओडी रूम, लेब, डायनिंग हॉल, किचन, टी.वी. रूम, केरम रूम आदि की भी व्यवस्था है। वर्तमान में संचालित दो ब्रांच के अतिरिक्त आगामी सत्र से सिविल इंजीनियरिंग तथा इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग ब्रांच भी प्रारम्भ होंगी। इस इंजीनियरिंग कॉलेज से जिले एवं आसपास के लगभग 1000 विद्यार्थी प्रत्येक वर्ष लाभान्वित होंगे। जिले में कुल 168 छात्रावास है जिसमें 12 हजार 665 बालक/बालिकाएं निवासरत हैं। कॉलेज से पाँच (05) बैच में उत्तीर्ण छात्र-छात्राएँ लाभान्वित होकर रोजगार, उच्च अध्ययन तथा स्टार्टअप के लिये अग्रसर हैं। वर्तमान में लगभग 500 विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। संस्था में शैक्षणिक कार्यों के अतिरिक्त विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास तथा औद्योगिक ज्ञान के लिए विशेषज्ञ लेक्चर, ट्रेनिंग, इंटर्नशिप तथा इत्यादि गतिविधियां भी संपन्न करवाई जाती हैं। साथ ही जिले में आधुनिक शोध कार्यों द्वारा नवाचार किया जा रहा है जिससे जिले की विकास गति में वृध्दि होगी। इसके अतिरिक्त जिले में 07 महाविद्याओं में कुल 15 हजार विद्यार्थी अध्यनरत हैं। साथ ही जिले में एक पॉलिटेक्निक महाविद्यालय है जिसमें 04 ब्रांच में कुल 400 विधार्थी अध्यनरत हैं। झाबुआ जिले में 05 आईटीआई हैं जिनमें 09 ट्रेड्स चल रहे हैं और 756 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
खेती-किसानी को उन्नत बनाने के उपायों की तलाश के लिए तीन दिनी कार्यशाला
26 Aug, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश सरकार राज्य में खेती-किसानी को उन्नत बनाने के लिये सतत प्रयास कर रही है। इसी क्रम में 22 से 24 अगस्त को किसान-कल्याण एवं कृषि विभाग द्वारा डब्ल्यू.आर.आई. इण्डिया और फूड एण्ड लेण्ड यूज कोलिएशन (फोलू) इण्डिया के सहयोग से कार्यशाला की गई। कार्यशाला में कृषि को उन्नत बनाने के सर्वश्रेष्ठ उपायों की तलाश की गई। आयुक्त कृषि एम. सेलवेन्द्रन, एमडी मण्डी बोर्ड शुक्ला, डब्ल्यू.आर.आई इण्डिया की निदेशक डॉ. रुचिका सिंह, फोलू इण्डिया के कंट्री को-ऑर्डिनेटर डॉ. जयहरि के.एम., विभिन्न संगठनों के सदस्य और कृषि विभाग के 150 से अधिक अधिकारी शामिल हुए।
आयुक्त कृषि सेलवेन्द्रन ने कहा कि पूरे देश में सतत और उन्नत कृषि पद्धतियों के सफल मॉडल्स का परीक्षण करना और विशेष रूप से मध्यप्रदेश के लिये सर्वाधिक उपयुक्त पद्धतियों की पहचान करना कार्यशाला का उद्देश्य है। इन मॉडल्स में कृषि मूल्य श्रंखला से जुड़े विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है। कार्यशाला में प्रदेश सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिये किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार प्राकृतिक खेती के रकबे को बढ़ाने के लिये किसानों को देशी गाय के पालन के लिये 900 रूपये अनुदान दे रही है। कार्यशाला में सिविल सोसायटी संगठनों, खाद्य एवं कृषि से जुड़े निजी संगठनों के साथ-साथ फोलू इण्डिया को प्रमुख साझेदारों के रूप में शामिल किया गया है।
एमडी मण्डी बोर्ड शुक्ला ने कहा कि विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों की सहभागिता से कृषि को उन्नत बनाने में सहायता मिलेगी। संगठनों ने भी अपने प्रेजेंटेशन दिए।
समरसता के संकल्प के साथ सम्पन्न हुई स्नेह यात्रा
26 Aug, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रदेश के सभी जिलों में 16 अगस्त से देश के प्रतिष्ठित पूज्य संतों के नेतृत्व में शुरू हुई स्नेह यात्रा का 11 दिवस बाद शनिवार 26 अगस्त को अभूतपूर्व समापन हुआ। सभी जिलों की बस्तियों में भव्य और दिव्य समारोह में आमजन ने मुक्त कंठ से यात्रा की प्रशंसा करते हुए प्रदेश शासन का आभार जताया। संतों ने कहा यात्रा में वंचित वर्गों से मिला स्नेह यादगार रहा। संत और समाज का यह मिलन सकारात्मक सार्थक समाजिक परिवर्तन की प्रेरणा बनेगा। संतों ने कहा यह विराम है अंत नहीं। सामाजिक बदलाव का यह अभियान सतत जारी रहेगा। ज्ञातव्य हो कि 11 दिवसीय स्नेह यात्रा का आयोजन सभी वर्गो में भेदभाव समाप्त कर पूज्य संतों के नेतृत्व में समरसता का भाव विकसित करने के लक्ष्य से किया गया था। यात्रा को मिलने वाला जन-समर्थन और आमजन की सहभागिता अभूतपूर्व थी।
स्नेह यात्रा का भव्य और दिव्य समापन
जिस प्रकार स्नेह यात्रा अपने संचालन दिवसों में यादगार रही उसी प्रकार समापन समारोह भी भव्य और दिव्य रहे। समापन समारोह में यात्रा में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से सहयोग देने वाले लोगों को राज्य स्तरीय प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया गया। पूज्य संतों के प्रति भी आभार व्यक्त करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृतज्ञता पत्र प्रेषित किया है। समापन समारोह में सभी वर्गों के कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। स्थानीय संगीत मंडलियों द्वारा प्रेरणा गीतों की प्रस्तुति की गई। समापन समारोह का मुख्य आकर्षण सभी की सहभागिता से एकत्रित अन्न से बने सहभोज और सामूहिक संकीर्तन रहें, जिसमें आयोजक ग्राम के साथ आसपास के ग्रामीण जनों ने भी सहभागिता की।
सभी 53 जिलों में 72 प्रतिष्ठित संतों ने किया यात्रा का नेतृत्व
स्नेह यात्रा का मूल उददेश्य समाज में समरसता और सद्भावना का विकास करना था। 53 जिलों के चिंहित सेवा बस्तियों में एक पूज्य संत के नेतृत्व में यात्रा पहुँचती थी। संतों का पारंपरिक स्वागत बस्ती के लोगों द्वारा किया जाता था। संत घर-घर जाते और लोगों से मिलते थे। मेल-मुलाकात के बाद आखिर में बस्ती में सब एक स्थान पर एकत्रित हो जाते, मंगलाचरण के साथ रक्षा-सूत्र बंधन, संक्षिप्त उद्बोधन के बाद प्रसाद वितरण होता था। यह सिलसिला चार-पाँच गाँव में चलता था। दोपहर भोज के समय सामूहिक संकीर्तन और सहभोज होता था। इसमें पूज्य संत भारतीय संस्कृति में निहित समतामूलक समाज की भावना को समरसता के मूल विचार के रूप में ऐतिहासिक सांस्कृतिक उदाहरणों से प्रस्तुत करते थे।
स्नेह यात्रा के नवाचार
स्नेह यात्रा आडम्बर और शोर-शराबे से दूर वर्गों में सद्भावना और समरसता जगाने का एक ईमानदार और गंभीर प्रयास था, यही कारण है कि इस यात्रा को जन-समुदाय की स्व-स्फूर्त सहभागिता मिली। यात्रा प्लास्टिक के प्रयोग से दूर रही। टेंट हाउस के पंडाल, कालीनों से दूर, चौपाल पर संवाद आयोजित हुए। पत्तों के बंधनवार और तोरण लगाए गए। सहभोज में कुल्हड़ और देशी दोना-पत्तल का उपयोग हुआ। सबने मिलकर अन्न संग्रह किया, मिलकर बनाया और साथ-साथ संत सानिध्य में प्रसाद ग्रहण किया। संत जनों ने वंचित वर्गों को स्वयं परोसकर खिलाया। संत जन बस्ती में घर-घर गए। उन्हें धार्मिक साहित्य, रूद्धाक्ष और तुलसी माला भेंट की। घर में स्वल्पाहार ग्रहण किया। देव स्थलों पर दीप जलाया और सदियों की दूरियों को पल भर में पाट दिया।
योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग और संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 16 अगस्त से शुरू हुई स्नेह यात्रा का संयोजन मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद के माध्यम से किया गया। यात्रा में अखिल विश्व गायत्री परिवार, रामचंद्र मिशन, योग-आयोग संस्थान, पतंजलि योगपीठ एवं आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास सहभागी संगठन रहें। इसके अतिरिक्त स्थानीय स्तर पर कार्यरत धार्मिक और सांस्कृतिक संगठनों ने भी यात्रा में बढ़-चढ़कर योगदान दे यात्रा को पूर्णता प्रदान की।
प्रदेश नगरीय विकास के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ प्राप्त कर रहा है
26 Aug, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश नगरीय विकास के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ प्राप्त कर रहा है। इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड्स कॉन्टेस्ट-2022 में उत्कृष्ट कार्यों के आधार पर प्रदेश की पाँच स्मार्ट सिटी को विभिन्न श्रेणी में 13 अवार्ड मिले हैं। प्रदेश को बेस्ट स्टेट का अवार्ड मिला है और इन्दौर नेशनल स्मार्ट सिटी अवार्ड में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश में 2 हजार 792 अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध किया जा रहा है, इससे 35 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। इन उपलब्धियों के लिए प्रदेशवासियों को बधाई। आज का दिन एक संकल्प और सपना साकार होने का दिन है। नगरीय विकास की दिशा में आगे बढ़ते हुए भोपाल और इन्दौर में आज हम मेट्रो ट्रेन के संचालन की ओर अग्रसर हो रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट पार्क में मेट्रो ट्रेन के मॉडल कोच के अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेट्रो ट्रेन केवल भोपाल शहर तक सीमित नहीं रहेगी। इसे भोपाल से मंडीदीप और फिर बैरागढ़ होते हुए सीहोर तक ले जाया जाएगा। मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन इन्दौर और भोपाल में सितम्बर माह में आरंभ हो जाएगा और अप्रैल-मई तक ट्रेन चलने लगेगी। अब भोपाल और इन्दौर मेट्रो रेल सिटी होंगे। मेट्रो ट्रेन से जनता को बहुत सुविधाएँ मिलेंगी। आवागमन का समय बचेगा और सफर भी आरामदायक होगा।
कोरोना की कठिन परिस्थितियों के बाद भी मेट्रो रेल के लिए तेजी से कार्य किया गया
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश बदल रहा है और तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारी पिछली सरकार ने भोपाल औऱ इन्दौर को मेट्रो सिटी बनाने का निर्णय लेकर इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया था, लेकिन दूसरी सरकार आने के कारण पंद्रह महीने काम बंद रहा। कोरोना की कठिन परिस्थितियों के बाद भी हमारी सरकार ने भोपाल और इन्दौर में मेट्रो रेल के लिए तेजी से कार्य किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पौध-रोपण भी किया। कार्यक्रम में भोपाल की महापौर मालती राय, प्रमुख सचिव नगरीय विकास नीरज मंडलोई, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन मनीष सिंह जन-प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
आमजन के अवलोकन के लिये खुला रहेगा मेट्रो ट्रेन कोच
स्मार्ट पार्क में मेट्रो ट्रेन कोच का वास्तविक मॉडल प्रदर्शित किया गया है। अनावरण के बाद मॉडल कोच को बच्चों एवं आमजन के अवलोकन के लिये खोला जायेगा। मेट्रो ट्रेन इस प्रकार के 3 कोच से मिल कर बनती है। भोपाल में 5 किलोमीटर एवं इंदौर में 6 किलोमीटर लम्बाई के मेट्रो ट्रॉयल रन की तैयारी तेजी से की जा रही है। भोपाल में मेट्रो की ऑरेंज एवं ब्लू लाइन निर्माणाधीन है, जिसकी कुल लम्बाई 31 किलोमीटर और लागत 7 हजार करोड़ रूपये है। ऑरेंज लाइन करोंद चौराहा से एम्स तक 17 किलोमीटर और ब्लू लाइन भदभदा चौराहा से रत्नागिरि चौराहा तक 14 किलोमीटर की लम्बाई की है। ऑरेंज लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है। इंदौर मेट्रो में येलो लाइन निर्माणाधीन है। इसकी कुल लम्बाई 31 किलोमीटर एवं लागत 7500 करोड़ है।
विश्व की अग्रणी तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स का उपयोग होगा मेट्रो ट्रेन संचालन में
भोपाल-इंदौर मेट्रो को विश्व की अग्रणी तकनीक (ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन-4) से संचालित करने के लिये डिजाइन किया गया है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेन्स का भी उपयोग किया गया है। इस तकनीक से मेट्रो की सेफ्टी सुनिश्चित करने तथा ऊर्जा संरक्षण में काफी फायदा होगा। प्रत्येक कोच में कुल 8 दरवाजे होंगे। मेट्रो ट्रेन में सीसीटीवी कैमरा प्रणाली, डिस्प्ले यूनिट, एयर कंडीशनिंग(AC) सिस्टम, अत्याधुनिक प्रणाली की लाइटिंग व्यवस्था, आपातकालीन स्थिति में यात्रियों की चालक से बात हो सके, इसके लिए पेसेंजर इमरजेंसी कम्युनिकेशन यूनिट की व्यवस्था होगी। यात्रियों की आग से सुरक्षा के लिये सबसे सुरक्षित स्तर यानी HL-3 लेवल से ट्रेन का डिजाइन तैयार किया गया है। ट्रेन में फायर अलार्म, स्मोक अलार्म सिस्टम एवं फायर एक्सटिंग्विशर की व्यवस्था भी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी मैन विद अ विजन और मैन ऑन अ मिशन हैं - मुख्यमंत्री चौहान
26 Aug, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संपूर्ण विश्व इस बात पर एकमत है कि "यह भारत का दौर है। समस्या कोई भी हो, सारा विश्व समाधान के लिए भारत की ओर देखने लगा है।" यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व क्षमता से संभव हुआ है। पिछले 9 वर्षों के छोटे से अंतराल में भारत कुछ नहीं कर सकता से भारत ही कर सकता है की भावना सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त हुई है। यह भारत का सौभाग्य है कि हमें प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व और मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी मैन विद अ विजन-मैन ऑन अ मिशन हैं। उन्होंने वर्ग विशेष के तुष्टिकरण की जगह हर हितग्राही के संतुष्टिकरण की नीति के क्रियान्वयन के लिए टारगेटिंग 100 प्रतिशत सैचुरेशन का लक्ष्य रखा। सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास की भावना जीरो टॉलरेंस फॉर करप्शन और फोकस ऑन डायरेक्ट कम्युनिकेशन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की विशेषताएं हैं। मुख्यमंत्री चौहान प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात पर आधारित सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास पुस्तक के भाग 2 और भाग 3 के विमोचन अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। केन्द्रीय सूचना-प्रसारण, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने 9 साल सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के विषय पर केन्द्रित मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी मन की बात से लोगों की चिंताओं और आकांक्षाओं से सीधे जुड़ते हैं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सवा सौ करोड़ भारतवासियों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने का क्रांतिकारी नवाचार मन की बात आज देश के जन-जन की बात बन चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी अपनी सोच, अपने विचार और विजन को बहुत सहजता से समझा देते हैं। किसान हो या इंजीनियर, वैज्ञानिक हो या लेखक, छात्र हो या शिक्षक, आमजन हो या राजनेता, श्रोताओं का कोई भी समूह उनके साथ ऐसे जुड़ जाता है, मानो वे उन्हीं में से एक हैं। प्रधानमंत्री मोदी मन की बात से लोगों की चिंताओं और आकांक्षाओं से सीधे जुड़ते हैं।
प्रधानमंत्री जी की पुस्तकों का भोपाल में विमोचन होना हमारा सौभाग्य - मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सीधा संवाद, समावेशिता और भागीदारी, एकता और राष्ट्रीय पहचान, प्रेरणा और उत्साहवर्धन, सरकारी नीतियों तथा योजनाओं के बारे में जागरूकता, पारदर्शिता और जवाबदेही, डिजिटल पहुंच का विस्तार मन की बात के प्रमुख आयाम हैं। इसके माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण सहित अनेक सामाजिक मुद्दों पर देश के जन-जन से चर्चा की गई है। मन की बात देश के विभिन्न क्षेत्रों की परम्पराओं, त्यौहारों और प्रथाओं पर प्रकाश डालकर भारत की समृद्ध विरासत को भी प्रदर्शित करती है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों को पुस्तक के अध्ययन के लिए प्रेरित किया तथा पुस्तकों के विमोचन के लिए भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को चुनने के लिए आभार माना।
मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सबसे तेजी से बढ़ने वाले राज्यों में शामिल हुआ - केन्द्रीय मंत्री ठाकुर
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सबसे तेजी से बढ़ने वाले राज्यों में शामिल हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी के भाषणों के संग्रह के दोनों खंड शोधार्थियों, विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी हैं, इनसे सभी को कुछ न कुछ सीखने को मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की धारा को विकासवाद की ओर मोड़ा है। समतामूलक समाज का निर्माण, राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा पर बल, चंद्रयान की सफलता, 18 करोड़ 50 लाख लोगों का गरीबी रेखा से बाहर निकलना, प्रधानमंत्री श्री मोदी की नीतियों का ही परिणाम है।
प्रधानमंत्री मोदी के 86 भाषण खंड 2 में और 80 भाषण खंड 3 में संग्रहित हैं
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषणों पर केन्द्रित सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के खंड 2 और खंड 3 काविमोचन किया। खंड 2 में प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल के दूसरे वर्ष अर्थात जून 2020 से मई 2021 तक के 86 भाषणों का संग्रह है। यह संग्रह आत्मनिर्भर भारत, सिटीजन-फर्स्ट गवर्नेंस, कोविड-19 और बदलता विश्व, उदीयमान भारत, जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान, टेक इंडिया-न्यू इंडिया, हरित भारत- ओजस्वी-स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत-सक्षम भारत, शाश्वत भारत-आधुनिक भारत और मन की बात के दस खंडों में विभाजित है।
खंड 3
खंड 3 में प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल के तीसरे वर्ष अर्थात जून 2021 से मई 2022 तक के 80 भाषणों का संग्रह है। पुस्तक में स्टार्टअप इंडिया, सुशासन सबका प्रयास, स्वास्थ्य पर बदलता विश्व, उदीयमान भारत, छोटा किसान बने देश की शान, नारी शक्ति-राष्ट्र शक्ति, खेलो इंडिया-फिट इंडिया, शाश्वत भारत और मन की बात नाम से 9 खंड हैं। यह पुस्तकें हर भारतीय के मन में राष्ट्र प्रथम की भावना को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाने के भाव जगाती है। कार्यक्रम में खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग तथा अधिकारीगण, जनप्रतिनिधि और विद्यार्थी उपस्थित थे।
सीएम की घोषणा के 24 घंटे बाद पांढुर्णा को 54वां जिला बनाने का नोटिफिकेशन हुई जारी
26 Aug, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एलान के 24 घंटे में छिंदवाड़ा से हटाकर पांढुर्णा को नया जिला बनाने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। पांढुर्णा 54वां जिला होगा। इसका मुख्यालय पांढुर्णा में रहेगा। इसके लिए एक महीने में वादे और आपत्ति आमंत्रित किए गए है।
राज्य शासन की तरफ से प्रकाशन के लिए नोटिफिकेशन के अनुसार नए पांढुर्णा जिले में पांढुर्णा और सौंसर तहसील के कुल 137 पटवारी हल्के शामिल किए गए हैं। इनमें पांढुर्णा के 74 और सौंसर तहसील के 63 पटवारी हल्के शामिल हें। पांढुर्णा जिले में दो विधानसभा क्षेत्र सौंसर ओर पांढुर्णा होंगे। यह परिवर्तन सुविधा जनक प्रशासन की द्ष्टि से किया जा रहा है। इसके जारी प्रस्ताव में प्रकाशन की तारीख के 30 दिन में विचार करने दावे और आपत्ति पेश करने का समय दिया गया है।
बता दें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को छिंदवाड़ा के सौंसर में हनुमान लोक के भूमिपूजन में करने के बाद जनसभा को संबोधित करते पांढुर्णा को नया जिला बनाने का एलान किया था। इसके बाद कैबिनेट की स्वीकृति से पहले ही राज्य सरकार ने प्रकाशन का प्रस्ताव जारी कर दिया है। इससे पहले उज्जैन से नागदा को अलग कर जिला बनाने की भी घोषणा की गई है। हाल ही सीएम ने शिवपुरी से पिछोर को भी अलग कर जिला बनाने की घोषणा कर दी है।
इससे पहले रीवा से मऊगंज को अलग कर जिला बना दिया गया है। यहां पर कलेक्टर और एसपी की भी तैनाती हो गई है। नए जिले में 15 अगस्त को ध्वजारोहण भी विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने किया।
राज्यपाल पटेल ने नवनियुक्त मंत्रियों को शपथ दिलाई
26 Aug, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राज्य मंत्रि-मण्डल के नवनियुक्त मंत्रियों को आज राजभवन में शपथ दिलाई। राज्यपाल पटेल ने गौरीशंकर बिसेन और राजेंद्र शुक्ल को मंत्री एवं राहुल सिंह लोधी को राज्य मंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, वित्त, वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, जल संसाधन आयुष (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री रामकिशोर कांवरे, सांसद प्रदेश अध्यक्ष भाजपा वी.डी.शर्मा, विधायकगण एवं अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के सांदीपनि सभागार में गरिमापूर्वक आयोजित किया गया। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने शपथ ग्रहण समारोह की कार्यवाही का संचालन किया।
नगर निगम में नौकरी का झांसा देकर बेरोजगार से ठगे 3 लाख, आरोपित शिक्षक पर 3 साल बाद FIR
26 Aug, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुरैना । मुरैना नगर निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर कोई भी किसी से रुपये ठग लेता है। एक के बाद एक ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे हैं। ताजा मामला सबलगढ़ का है। सरकारी स्कूल के शिक्षक ने बेरोजगार युवक को नगर निगम में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। उससे तीन लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ित की शिकायत पर शिक्षक पर सबलगढ़ थाने में एफआइआर दर्ज हुई है। एफआइआर को दर्ज करवाने के लिए पीड़ित को तीन साल तक सबलगढ़ थाने से लेकर भोपाल में सीएम हाउस तक के चक्कर काटने पड़े।
गैपरा प्राइमरी स्कूल में पदस्थ शिक्षक दिनेश रावत पुत्र कलुआराम रावत सालों से सबलगढ़ में दीवान पैलेसे के सामने किराए के मकान में रह रहा है। शिक्षक दिनेश रावत ने पड़ोस में ही रहने वाले सतेंद्र पुत्र रघुनंदन शर्मा को अपने प्रभावभरी बातों में फंसा लिया। पढ़े-लिखे बेरोजगार सतेंद्र शर्मा को मुरैना नगर निगम में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया। शिक्षक दिनेश ने खुद की पहुंच नगर निगम के बड़े अफसरों तक बताई। शिक्षक की बातों में आकर सतेंद्र ने बड़े भाई बिंदु शर्मा से तीन लाख रुपये उधार लेकर 10 नवंबर 2019 को शिक्षक दिनेश रावत को दे दिए। उसके बाद न तो सतेंद्र की नौकरी लगी, ना हीं शिक्षक ने रुपये वापिस लौटाए। शिक्षक ने फर्जीवाड़ा करते हुए किसी सुमेर शाक्य के नाम का चेक भी सतेंद्र को दिया, लेकिन वह बाउंस हो गया। सतेंद्र की शिकायत पर शिक्षक दिनेश रावत पर धारा 420 के तहत केस दर्ज किया है।
रिकार्डिंग वाली पेन ड्राइव थाने से गायब
साल 2020 से सतेंद्र थाने से लेकर मुख्यमंत्री तक को आवेदन देकर शिकायत कर चुका था, लेकिन एफआइआर नहीं हुई। सबलगढ़ एसडीओपी तक अपनी जांच में शिक्षक को धोखाधड़ी का दोषी बता चुके हैं। मुख्यमंत्री आवास के अवर सचिव महेश तेजस्वी भी एफआइआर के लिए मुरैना पुलिस को पत्र लिख चुके हैं, लेकिन सबलगढ़ थाने में शिक्षक पर केस दर्ज नहीं हुआ। हालत यह रहीकि आवेदन के साथ सतेंद्र शर्मा ने एक पेनड्राइव भी जांच कर रहे एएसआइ राजेंद्र विमल को दी, जिसे थाने से गायब कर दिया। इस पेनड्राइव में शिक्षक द्वारा रुपये लेने व रुपये लौटाने की बातचीत की 27 रिकार्डिंग थीं।
मुझ पर करवाया फर्जी केस
रुपये मैंने नहीं लिए, बल्कि विजयपुर के आरोदा गांव के सुमेर शाक्य ने लिए हैं। यह बस कुछ बेरई गांव का बिंदु शर्मा करवा रहा है, उसने मुझ पर फर्जी केस करवाया है। मेरा एक भाई काेरोना में मर गया, अब मुझे मार देंगें, इससे ज्यादा क्या होगा? धोखाधड़ी की एफआइआर मुझ पर हो गई है, अब मुझे फांसी चढ़वा दें।
दिनेश रावत, आरोपित शिक्षक
मैंने वापस कर दी होगी पेनड्राइव
सतेंद्र शर्मा ने आवेदन व पेनड्राइव दी थी। मैंने पेनड्राइव उन्हें ही वापिस कर दी होगी। मेरे पास वह नहीं है और मैं पेनड्राइव को रखकर करता भी क्या? यह पेनड्राइव आवेदन के पास ही होगी।
राजेंद्र विमल, एएसआइ, सबलगढ़ थाना
बीमारी से परेशान बुजुर्ग आदिवासी ने खुद को आग लगाई, मौत
26 Aug, 2023 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायसेन । जिले के सिलवानी थाना क्षेत्र के ग्राम जुनिया के राजीव नगर टोला में बीमारी से परेशान एक बुजुर्ग आदिवासी ने खुद को आग लगा ली। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बुजुर्ग लंबे समय से पैर में इंफेक्शन से परेशान था। उसके एक पैर में सूजन बढ़ती ही जा रही थी। सूचना मिलने के बाद सिलवानी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम हेतु सिविल अस्पताल पहुंचा दिया है।
अकेला रहता था बुजुर्ग
सिलवानी से महज तीन किलोमीटर दूर ग्राम जुनिया के राजीव नगर टोला में 66 साल के रामचरण आदिवासी पिता मुन्ना आदिवासी ने शुक्रवार की देर रात अपने ही कच्चे के मकान के बाहर आंगन में खुद को तेल डालकर आग के हवाले कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि मृतक का एक पुत्र बृजेश जो कि दो साल से ग़ायब है, उसका कुछ पता नहीं है। मृतक की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। वह घर में अकेला ही रहता था। कुछ समय से वह पैर की बीमारी से पीड़ित था, पैर में इन्फेक्शन होने से तकलीफ के चलते ऐसा कदम उठाना बताया जा रहा है। बताया यह भी जा रहा है कि रायसेन में इलाज के दौरान डाक्टर और अटेंडर की बात बुजुर्ग ने सुन ली थी जिसमें पैर में इन्फेक्शन बढ़ने से बुजुर्ग का पैर काटने की बात कर रहे थे। वृद्ध विचलित होकर अस्पताल से वापिस आ गया और रात में आत्महत्या कर ली। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है, जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने शुरू की जांच
इस संबंध में एसआई अमरसिंह धाकड़ ने बताया कि राजीव नगर में वृद्ध रामचरण आदिवासी ने बीमारी से परेशान होकर तेल डालकर आग लगा ली, पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है।
मानसून छुट्टी पर गया
26 Aug, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । पिछले तीन दिनों से जारी बारिश का सिलसिला शुक्रवार को थम गया। क्योंकि चक्रवातीय घेरा कमजोर पड़ गया है। 24 घंटे के भीतर आसामान भी साफ हो जाएगा। आसमान साफ होने पर धूप निकलना शुरू होगी और पश्चिमी हवा भी दस्तक दे सकती है, जिससे शहर में गर्मी बढ़ेगी।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मध्यप्रदेश में 5-6 सितंबर तक तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी या लोकल सिस्टम की एक्टिविटी हो सकती है। तेज बारिश नहीं होने से सामान्य बारिश का आंकड़ा लुढक़ सकता है। अभी प्रदेश में ओवरऑल बारिश का आंकड़ा 8 प्रतिशत कम है। औसत 26 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 28.30 इंच बारिश होनी चाहिए थी। अगस्त में तेज बारिश नहीं होने के कारण आंकड़े में लगातार गिरावट आ रही है। करीब 10 दिन का फिर मानसून ब्रेक होने से आंकड़े में और भी गिरावट होगी।
इसलिए मानसून ब्रेक की स्थिति
मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि दक्षिण उत्तर प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती घेरा सक्रिय था। इसी से होते हुए मानसून ट्रफ लाइन गुजर रही थी। अब यह सिस्टम कमजोर पड़ कर उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास है। इसका मध्यप्रदेश पर ज्यादा असर नहीं है। इस कारण प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क हो रहा है। हालांकि, ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी या हल्की मध्यम बारिश हो सकती है। 5 से 6 सितंबर तक मौसम शुष्क रहेगा। कहीं-कहीं लोकल सिस्टम की वजह से कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। वैज्ञानिक डॉ. सिंह ने बताया कि मानसून का यह सेकंड हाफ है। एक-दो दिन में ट्रफ लाइन हिमालय की तरफ शिफ्ट हो जाएगी। इससे मध्य भारत के मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में मानसून ब्रेक जैसी स्थिति रहेगी।
24 घंटे में कैसा रहा मौसम
प्रदेश में गुरुवार को हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। रीवा, सागर और शहडोल संभाग और इनसे लगे जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई। भोपाल में सुबह फुहार पड़ी। नर्मदापुरम में भी बारिश हुई। इंदौर, जबलपुर और उज्जैन संभाग में भी बूंदाबांदी जारी रही।
भोपाल में पटवारियों का प्रदर्शन, तिरंगा यात्रा लेकर सीएम हाउस की ओर बढ़े, पुलिस ने रोका
26 Aug, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । वेतनमान विसंगति दूर करने, वेतनवृद्धि और पदवृद्धि जैसी मांगों को लेकर बीते तीन दिन से सामूहिक अवकाश पर रहने वाले पटवारियों ने शनिवार को आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया। प्रदेश के लगभग 19 हजार पटवारी अपनी मांगो को लेकर शनिवार सुबह 11 बजे को राजधानी भोपाल के अटल पथ पर एकजुट हुए। वह यहां से हाथों में तिरंगा लेकर यात्रा निकालते हुए मुख्यमंत्री निवास तरफ बढ़ रहे थे। जहां पहले से तैनात भारी पुलिस बल ने उन्हें बैरिकेड लगाकर रोक दिया है। उधर पटवारियों के सामूहिक अवकाश की वजह से कलेक्ट्रेट, एसडीएम और तहसील कार्यालयों में काम प्रभावित हो रहे हैं।
मध्यप्रदेश पटवारी संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि मुख्यमंत्री निवास तक शांतिपूर्वक तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। हमारी मांगें पूरी नहीं होने पर प्रदेशभर के पटवारी 28 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने बताया कि हम चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं। पहले चरण में 21 अगस्त से सभी सरकारी ग्रुप से लेफ्ट हो गए थे और आनलाइन काम का बहिष्कार किया था। दूसरे चरण में 23 से 25 अगस्त तक तीन दिन तक सामूहिक अवकाश पर रहे। अब 26 अगस्त को भोपाल में तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं।
इन मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
मध्यप्रदेश में पटवारियों को 1998 में निर्धारित किए गए वेतनमान के अनुसार ही वर्तमान 2023 में वेतन दिया जा रहा है। पिछले 25 साल में प्रदेश के पटवारियों के वेतनमान में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। जबकि, पटवारियों से पूरे सेवाकाल में कार्य लेने वाले राजस्व विभाग एवं उसकी पद स्थापना वाले भू-अभिलेख विभाग के सभी पदोन्नत पदों (राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख) के वेतनमान में कई बार वृद्धि की गई। पटवारी वेतनमान पे ग्रेड 2800 के लिए वर्ष 2007 पटवारी महाअधिवेशन सनावद में घोषणा की गई थी। राजस्व मंत्री ने 2800 पे-ग्रेड किए जाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इस पर अमल नहीं हो पाया है।
यह भी मांगे हैं पटवारियों की
- समयमान की वेतन विसंगति को सुधारा जाए।
- पदोन्नति दी जाए। क्रमशः आरआइ, नायब तहसीलदार और तहसीलदार।
- गृह भाड़ा और यात्रा भत्ते संबंधी अन्य भत्ते बढ़ाए जाएं।
रक्षक बनी बेटियां, सड़क पर कानून व्यवस्था संभालने से लेकर अपराधियों को धूल चटा रहीं
26 Aug, 2023 01:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । हर साल 26 अगस्त को पूरी दुनिया महिला समानता दिवस मनाती है। महिला समानता दिवस...यह वह दिन है, जो महिलाओं को समाज में समान अधिकार, अवसर की याद दिलाता है। बेटियों को लेकर अब समाज की सोच बदलने लगी है, इसी का असर है- अब बेटियां समाज और देश की रक्षक बन रही हैं। पुलिस में भर्ती होकर सड़क पर कानून व्यवस्था संभालने से लेकर अपराधियों को धूल चटाने और सेना में जाकर देश की रक्षा में भी पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर डटी हुई हैं। पहली बार ग्वालियर में ऐसा मौका है, जब सबसे ज्यादा महिला पुलिस अफसरों पर शहर की कानून-व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी है। कई इलाके ऐसे हैं, जहां सनसनीखेज अपराध होते हैं, ऐसे इलाकों में भी महिला पुलिस कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। ग्वालियर में करीब 3500 पुलिसकर्मी हैं। इसमें से महिला पुलिस अधिकारी और महिला पुलिसकर्मियों की संख्या करीब 300 है।
रेंज की डीआइजी से लेकर डीएसपी और महिला टीआइ तक शहर में
ग्वालियर रेंज की डीआइजी कृष्णावेणी देसावतु हैं। ग्वालियर में डीआइजी से लेकर डीएसपी और टीआइ तक महिलाएं हैं। आइपीएस विदिता डागर पनिहार थाने का प्रभार संभाल रही हैं। पनिहार हाइवे का थाना है, यहां से शहर में अपराधियों की एंट्री होती है। यहां आइपीएस विदिता डागर रात में भी फोर्स को लेकर कार्रवाई करने निकल जाती हैं। रात में खुद चेकिंग करती हैं। ग्वालियर में ग्वालियर सर्किल, यूनिवर्सिटी सर्किल, बेहट सर्किल और महिला सेल की जिम्मेदारी महिला पुलिस अधिकारियों पर हैं। ग्वालियर सर्किल डीएसपी शुभा श्रीवास्तव, यूनिवर्सिटी सर्किल हिना खान, महिला सेल डीएसपी किरण अहिरवार संभाल रही हैं। वहीं पड़ाव थाने की जिम्मेदारी टीआइ इला टंडन पर है। हाल ही में टीआइ प्रीति भार्गव भी ग्वालियर आई हैं।
- यह केवल भ्रांति है कि महिलाएं पुरुषों से किसी भी मामले में कम हैं। चाहें आप चांद पर जाने वाली कल्पना चावना की बात करें या ओलंपिक में मेडल जीतने वाली पीवी सिंधु की। हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों से कदम से कदम मिलाकर काम कर रही हैं। बल्कि आगे चल रही हैं। रही बात पुलिसिंग की तो आज के दौर की पुलिसिंग बदल गई है। नौकरी के लिए अभी भी उच्च स्तर की शारीरिक फिटनेस की आवश्यकता है। हालांकि अब जो अधिक महत्वपूर्ण है- वह नैतिक चरित्र, उत्कृष्ट पारस्परिक समस्या, समाधान और संघर्ष समाधान कौशल। महिलाएं समस्या समाधान के लिए बिलकुल अलग दृष्टिकोण लेकर आती हैं। खासकर जब बात महिला अपराध की हो। महिला पुलिस अधिकारी अपनी कार्यशैली से जनता पर अपनी छाप छोड़ रही हैं।
विदिता डागर, प्रशिक्षु आइपीएस
- महिला पुलिस अधिकारी फील्ड में अपना शत प्रतिशत दे रही हैं। संवेदना और साहस के साथ काम कर रही हैं। किसी भी फरियादी को साथ पूरी संवेदना के साथ सुनती हैं और जरूरत पड़ने पर साहस दिखाने में पीछे नहीं हटती। अपराधियों पर कार्रवाई करती हैं। महिला पुलिस अधिकारी और महिला पुलिसकर्मी खासकर महिला अपराधों में पूरी संवेदना के साथ काम करती हैं। इससे पीड़िता और उसके स्वजन के दिमाग में पुलिस की जो छवि बनी है, वह बदल रही है।
शुभा श्रीवास्तव, सीएसपी, ग्वालियर सर्किल
भोपाल में पीएम मोदी के 'मन की बात' संबोधनों पर केंद्रित दो किताबों का लोकार्पण
26 Aug, 2023 12:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम पर केंद्रित प्रथम एवं द्वितीय संस्करण का अनावरण किया गया। केंद्रीय सूचना-प्रसारण, खेल व युवा कल्याण मंत्री अनुराग ठाकुर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कार्यक्रम के मंच से इन पुस्तकों का लोकार्पण किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि इन किताबों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कौन से भाषणों को शामिल किया जाए, यह बहुत बड़ी चुनौती थी क्योंकि उनका हर एक भाषण एक संदेश देता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि आप सभी को यह पुस्तक अवश्य पढ़ना चाहिए।
भोपाल में पीएम मोदी के 'मन की बात' संबोधनों पर केंद्रित दो किताबों का लोकार्पण भोपाल में पीएम मोदी के 'मन की बात' संबोधनों पर केंद्रित दो किताबों का लोकार्पणकुशाभाऊ ठाकरे सभागार, भोपाल में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 'मन की बात' कार्यक्रम के प्रथम एवं द्वितीय संस्करण का अनावरण कार्यक्रम
मेट्रो माडल कोच के अनावरण कार्यक्रम में बोले शिवराज, मेट्रो को मंडीदीप और सीहोर तक ले जाएंगे
26 Aug, 2023 12:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानीवासियों को जल्द ही मेट्रो की सौगात मिलने जा रही है। भोपाल में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन सितंबर में होगा। लेकिन इससे पहले शनिवार को यानी आज मेट्रो के माडल कोच का अनावरण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सुबह करीब सवा दस बजे मुख्यमंत्री शिवराज पहुंचे और और इस माडल कोच का अनावरण किया। कार्यक्रम में भूपेंद्र सिंह मंत्री नगरीय आवास एवं विकास विभाग एवं महापौर मालती राय के साथ-साथ अन्य गणमान्य हस्तियां मौजूद रहीं।
बटन दबाकर किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर मेट्रो माडल कोच का अनावरण किया। इसके बाद वे कोच के अंदर भी गए और इसका मुआयना किया। मेट्रो माडल कोच का जो कि मेट्रो ट्रेन का ही वास्तविक माडल है एवं मेट्रो ट्रेन इस प्रकार के तीन कोच से मिलकर बनती है। प्रत्येक कोच की लंबाई 22 मीटर और चौड़ाई 2.9 मीटर है। इस कोच की लागत करीब 5 करोड़ रुपए है।
मंडीदीप, सीहोर तक ले जाएंगे मेट्रो
इस अवसर पर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि आज एक सपना और संकल्प पूरा हो रहा है। सितंबर माह के अंत में हम इसका ट्रायल रन कर देंगे और अप्रैल में विधिवत रूप से इसे शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि 15 महीने में कांग्रेस की सरकार के दौरान इसके काम में देरी हुई, पर अब इसका काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस मेट्रो ट्रेन को हम इधर मंडीदीप तक और बैरागढ़ होते हुए सीहोर ले जाएंगे।
पटरी पर नहीं दौड़ेगा, लेकिन सबकुछ असली मेट्रो जैसा
माडल कोच पटरी पर तो नहीं दौड़ सकेगा, लेकिन इसमें सब कुछ असली जैसा ही है। अनावरण के बाद इसको आमजन न सिर्फ देख सकेंगे बल्कि अनुभव भी ले सकेंगे।इसमें यात्रियों को मेट्रो ट्रेन में सफर का अनुभव होगा, जिसमें बकायदा मेट्रो में आपका स्वागत है... अगला स्टेशन एम्स है... दरवाजे बाईं तरफ खुलेंगे... कृपया दरवाजों से हटकर खड़े हों जैसे निर्देश सुनाई देंगे।
यह है माडल की खासियत
माक अप मेट्रो के डिजाइन एवं तकनीकी विशेषताओं के गहन अध्ययन एवं अनुमोदन के लिए बनाया गया है, लेकिन यह वास्तविक जैसा ही है। विशेषकर बच्चों के लिए एक मनोरंजन एवं ज्ञानवर्धन का उपकरण भी बनेगा। माक अप/माडल मेट्रो ट्रेन का ही प्रारूप है।
- ड्राइवर मोटर कार के 1-1 माक-अप/माडल की लंबाई लगभग 22 मीटर और चौड़ाई लगभग 2.9 मीटर है।
- ट्रेन आपरेटर एवं यात्री सीटें हैं।
- चार आटोमैटिक गेट है।
- कांच की खिड़कियां हैं।
- माडल के अंदर और बाहर आकर्षक पेंटिंग की गई है।
- पकड़ने के लिए ग्रैब हैंडल है।
- एलईडी पैनल, डिजिटल रूट मैप और साइनेज भी हैं।
- पूरा कोच एयर कंडिशनर है।
- आटोमैटिक हेडलाइट है।