मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले को लेकर पेश याचिका खारिज
22 Jul, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र की राजनीति में गर्माहट पैदा करने वाले पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले को लेकर मप्र हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में प्रस्तुत जनहित याचिका खारिज कर दी। याचिकाकर्ता पर हाईकोर्ट ने 10 हजार रुपये हर्जाना भी लगाया है। कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता ने कोर्ट का महत्वपूर्ण समय खराब किया है। याचिका दायर करने से पहले उन्हें इस संबंध में सरकार के समक्ष अभ्यावेदन देना था, लेकिन ऐसा नहीं करते हुए वे सीधे हाई कोर्ट आ गए। यह हाई कोर्ट नियमों के विरुद्ध है। याचिकाकर्ता ने यह भी नहीं बताया कि जो बातें वे याचिका में कह रहे हैं उनका स्रोत्र क्या है। सरकार पहले ही मामले में हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज से जांच के आदेश दे चुकी है। ऐसे में याचिका का कोई मतलब नहीं रह जाता। शासन की ओर से पैरवी कर रहे एडवोकेट विशाल सनोठिया ने कोर्ट के समक्ष तर्क रखे कि आशंका होने के बाद न सिर्फ परीक्षा परिणाम के आधार पर होने वाली नियुक्तियां रोकी गई हैं, बल्कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में कमेटी भी गठित कर दी गई है। याचिकाकर्ता ने सिर्फ समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के आधार पर याचिका दायर की है। सभी पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था, जो शुक्रवार को जारी हुआ। याचिकाकर्ता को कोर्ट द्वारा लगाए गए 10 हजार रुपये के जुर्माने की राशि 30 दिन में जमा कराना होगी। हाई कोर्ट में यह जनहित याचिका रघुनंदनसिंह परमार ने दायर की थी। इसमें कहा था कि कर्मचारी चयन मंडल ने पटवारी संयुक्त भर्ती परीक्षा में आयोजित की थी। इस परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद से ही परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लग रहे थे। विवाद बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री ने इस परीक्षा से होने वाली नियुक्तियों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी। परीक्षा का परिणाम स्वयं गड़बड़ी की ओर इशारा कर रहा है। इससे स्पष्ट है कि दस टापर में से सात टापर ने ग्वालियर के एक ही कालेज से परीक्षा दी थी। कालेज भाजपा के भिंड विधायक का है। याचिका में कहा है कि गड़बड़ी की बात सामने आने के बाद परीक्षा से होने वाली भर्तियों पर रोक लगा दी गई है। ऐसे में वे अभ्यर्थी जिन्होंने ईमानदारी से परीक्षा दी थी, वे खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। जिन ईमानदार अभ्यर्थियों का चयन हो गया है उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है, क्योंकि परीक्षा के आधार पर होने वाली नियुक्तियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।
प्रथम स्वदेशी न्यूक्लियर पावर रिएक्टर से मप्र को मिलेगी बिजली
22 Jul, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रथम स्वदेशी न्यूक्लियर पावर रिएक्टर से मध्यप्रदेश को बिजली मिलेगी। एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने गुजरात के काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना से 218.98 मेगावाट विद्युत क्रय करने का एक पावर परचेस एग्रीमेंट किया। इस पावर परचेस एग्रीमेंट पर एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक (कामर्शियल-पारंपरिक) शैलेन्द्र जनार्दन और न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड की ओर से काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना के डायरेक्टर एसके राय ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर पावर मैनेजमेंट कंपनी के महाप्रबंधक आरवी सक्सेना एवं काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना के महाप्रबंधक एके मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अभियंता उपस्थित थे। पावर परचेस एग्रीमेंट के अंतर्गत प्रदेश को यह बिजली मात्र 4.40 प्रति यूनिट (सिंगल पार्ट टेरिफ) की दर से 30 जून से सतत सातों दिन, चौबीस घंटे सस्ती दर पर प्राप्त होने लगी है। काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना से प्राप्त होने वाली यह बिजली प्रदेश के उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्रदाय करने में उपयोगी सिद्ध होगी।भारत की प्रथम स्वदेशी निर्मित 700 मेगावाट न्यूक्लियर पावर रिएक्टर को गुजरात के काकरापार परमाणु विद्युत परियोजना (यूनिट-3) में स्थापित किया गया है। इस यूनिट ने 30 जून, 2023 को वाणिज्यिक विद्युत उत्पादन प्रारंभ कर दिया है। इस परियोजना की यूनिट-चार से अगले वर्ष फरवरी 2024 से विद्युत उत्पादन प्रारंभ होने की संभावना है। भारत के न्यूक्लियर ऊर्जा के कार्यक्रम में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे स्वच्छ और भरोसेमंद न्यूक्लियर ऊर्जा के माध्यम से देश की बढ़ती हुई ऊर्जा मांगों को पूरा करने में मदद मिलेगी। पावर मैनेजमेंट कंपनी के द्वारा किए गए पावर परचेस एग्रीमेंट में प्रदेश में इसी बिजली की आपूर्ति होगी।
घर के अंदर पिलर गिरने से छह साल की मासूम की मौत
22 Jul, 2023 04:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शहडोल जिले के गोहपारू थाना क्षेत्र के टेटकी गांव में खेलते-खेलते घर में दीवार का बना पिलर छह साल की मासूम के ऊपर गिर गया। इसमें मासूम दब गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई है।पुलिस ने बताया कि साधना सिंह पिता बुद्धसेन सिंह, उम्र छह वर्ष, निवासी टेटकी, घर में खेल रही थी। उस समय घर के अंदर दीवार का पिलर बना हुआ था। बारिश की वजह से वह गीला था। मासूम खेलते खेलते उसे छू रही थी। इससे पिलर मासूम के ऊपर जा गिरा। मलबे में मासूम दब गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
परिजनों का कहना है कि घर के अंदर दीवार का पिलर बना था।बरसात की वजह से पिलर पूरी तरीके से गीला था। मासूम घर के अंदर ही खेल रही थी। खेलते-खेलते ही वह पिलर उसके ऊपर ही गिर गया। मलबे में दबने से मासूम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। आनन-फानन में परिजन व आसपास के लोगों ने मलबे को हटाया, जब तक मासूम की मौत हो गई थी। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई पहुंची। पुलिस मामले की जांच कर रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि मर्ग कायम कर लिया है।
प्रॉपर्टी की खातिर दो बच्चियों समेत चार की हत्या कर लाशों को लगाया ठिकाने
22 Jul, 2023 04:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर में चार हत्याओं के मामले में सात आरोपियों को विशेष कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। मामला सात साल पुराना है, जहां दो महिलाओं और दो बच्चियों को मौत के घाट उतारा गया था। पारिवारिक और संपत्ति के विवाद के चलते चार लोगों की हत्या कर उनकी लाशों को ठिकाने लगाया गया था।मुख्य आरोपी महेश गोस्वामी ने सनशाइन टॉवर वाले मकान में इन चारों को बुलाया था।
रात को तेज आवाज में गाने बजाकर आरोपियों ने लाठी-डंडे से उन पर हमला किया गया था। मरने तक उन्हें पीटा गया।जीवाजी गंज में मुन्ना हलवाई की गली में बोरी में बंद महिला की लाश मिली थी। बहोडापुर थाना क्षेत्र के आरआर टावर इलाके में भी महिला की लाश मिली थी। बच्ची की लाश रेलवे फाटक आदर्श मिल रोड पर प्लास्टिक की कट्टी में मिली थी।
इनकी पहचान रिंकी, ईश्वरी देवी, मानवी और चेतना गोस्वामी के तौर पर हुई थी। जांच में पता चला कि महेश गोस्वामी के पिता पूरन गोस्वामी के खिलाफ रिंकी की बेटी ने छेड़छाड़ का मुकदमा दायर किया था। जांच में महेश और अन्य आरोपियों को नामजद किया गया। उनके विरुद्ध न्यायालय में चालान पेश हुआ। कोर्ट ने आरोपियों के विरुद्ध दोष सिद्ध पाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। यह सभी एक ही परिवार के लोग हैं।
माशिमं अब परीक्षा में पूछेगा तर्क आधारित प्रश्न
22 Jul, 2023 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । शैक्षणिक सत्र 2023-24 में मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) 10 वीं व 12 वीं बोर्ड परीक्षा में तर्क आधारित प्रश्न पूछेगा। मंडल ने अपनी बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया है। इसमें सबसे बड़ा बदलाव वस्तुनिष्ट प्रश्नों को लेकर किया गया है। अभी तक बहु विकल्प वाले प्रश्न पूछे जाते थे, लेकिन अब रिक्त स्थान, सत्य-असत्य और एक वाक्य वाले अति लघुउत्तरीय प्रश्नों को शामिल किया है। साथ ही लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे, ताकि इससे विद्यार्थियों के ज्ञान को परखा जा सके। वहीं पांच या छह अंक के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न शामिल नहीं होंगे इनकी जगह तीन से चार अंक प्रश्न शामिल होंगे। इस संबंध में माशिमं ने नौवीं से 12 वीं तक की विषयवार परीक्षा पैटर्न को तैयार कर अंक प्रणाली को स्पष्ट किया है। नए पैटर्न के आधार पर वर्ष 2023-24 की 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा के लिए प्रश्नपत्रों का निर्माण करवाया जाएगा। बता दें, कि माशिमं की 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 18 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल होते हैं। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 30 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछा जाता था, जिससे नकल में आसानी हो जाती थी। अभी तक वस्तुनिष्ट प्रश्रों में विद्यार्थी चार विकल्प होने से कोई भी लगा देते थे। अब विकल्प वाले प्रश्नों के बदले रिक्त स्थान, सत्य-असत्य आधारित प्रश्नों को शामिल किया है।पिछले साल तक विषयवार चैप्टरों के अनुसार अंक योजना निर्धारित थी। इसमें बता दिया जाता था कि किस सब्जेक्ट के कौन से चैप्टर से कितने अंक के प्रश्र पूछे जाएंगे। इससे विद्यार्थी बस इतने ही चैप्टर पढ़ते थे, लेकिन अब इसमें बदलाव किया गया है। इस बार सभी विषयों में चैप्टरों का समूह बनाया गया है। इस समूह में से कितने अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे, यह बताया गया है। अब विद्यार्थियों को सभी चैप्टर को पढ़ना होगा और शिक्षकों को पूरा चैप्टर पढ़ाना होगा। कुछ सालों से मंडल विद्यार्थियों की सहायता के लिए शिक्षकों द्वारा ब्लू प्रिंट तैयार कराकर जारी करता था।विद्यार्थी इस ब्लू प्रिंट से ही तैयारी कर लेते थे, लेकिन अब पूरी किताब को पढ़ना होगा। इस बारे में माशिमं की उपाध्यक्ष रमा मिश्रा का कहना है कि नौवीं से 12वीं तक के सभी विषयों के चैप्टर वाइज समूह तैयार कर अंकों का विभाजन किया गया है, ताकि विद्यार्थी पूरी किताब को पढ़ें और समझें। साथ ही सभी विषयों के प्रश्नों का अंक योजना तैयार किया गया है। इस साल बोर्ड परीक्षा में नए पैटर्न पर परीक्षा होगी।
महिला को नकाबपोशों ने मारी गोली, इलाज के दौरान हुई मौत
22 Jul, 2023 03:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छतरपुर में बाइक सवार चार नकाबपोश बदमाशों ने शुक्रवार को जिस महिला को दिनदहाडे गोली मारी थी, उसकी ग्वालियर में इलाज के दौरान मौत हो गई। उसे छतरपुर जिला अस्पताल से प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर हालत में ग्वालियर मेडिकल कॉलेज रैफर किया था। देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। महिला पर जब गोली चलाई गई, तब वह बेटी को लेने स्कूल जा रही थी।प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला का नाम ज्योति शुक्ला निवासी शांति नगर कॉलोनी है।
पति राहुल शुक्ला महाराजा कॉलेज में लैब टेक्निशियन है। घटना छतरपुर शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के भैंसासुर मुक्तिधाम के पास की है। ज्योति अपनी बेटी को स्कूल से लेने डिसेंट स्कूल जा रही थी। डॉक्टरों ने ऑपरेशन थियेटर ले जाकर ज्योति शुक्ला का इलाज शुरू किया। हालत बिगड़ती दिखी तो उसे ग्वालियर रैफर किया गया। बताया जा रहा है कि महिला अपने बेटे के दोस्त 18 वर्षीय सूर्यांश प्रजापति के साथ जा रही थी, जो गोलीबारी में घायल हुआ है। गोली महिला की दाहिनी छाती में जाकर लगी और बाद में रीढ़ की हड्डी में जा धंसी।
भाजपा मिशन 2023: रूठों को मनाएगी पार्टी, चुनाव प्रबंध समिति के तोमर बोले-
22 Jul, 2023 03:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
संगठन की नब्ज बराबर चल रही
भोपाल । मध्यप्रदेश में मिशन 2023 की तैयारी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में शनिवार शाम भाजपा दफ्तर में चुनाव से जुड़ी बड़ी बैठक हुई है। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह के दौरे सहित चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक में भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, चुनाव सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, कैलाश विजयवर्गीय और हितानंद शर्मा मौजूद रहे।
बैठक के अंदर की खबर यह है कि आगामी विधान सभा चुनाव के पहले भाजपा हर हाल में रूठों की नाराजगी दूर करेगी। बैठक में निर्णय लिया गया है कि पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को मनाएगा जाएगा। ऐसे लोगों से पार्टी कोर टीम के सदस्य वन टू वन चर्चा करेंगे। बैठक में रूठों को मनाने की रणनीति बनी है। नाराज होने के कारणों को दूर किया जाएगा। रूठों को मनाकर चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
संगठन की नब्ज बराबर चल रही
भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि- संगठन की नब्ज बराबर चल रही है, कोई चिंता की जरूरत नहीं है। भाजपा के सभी कार्यकर्ता मुस्तैदी से भाजपा के काम के लिए तैयार हैं। जिसके पास जो काम है वह कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं के परिश्रम से और जनता के आशीर्वाद से भाजपा की सरकार बनेगी। बैठकें होती रहती हैं, आगे भी होती रहेंगी।
कांग्रेस झूठ बोलने की गारंटी
कांग्रेस नेताओं के मध्यप्रदेश दौरे को लेकर कहा कि- कांग्रेस का कोई भी नेता आए, सभी जानते हैं कांग्रेस झूठ का पुलिंदा है। कांग्रेस के पास सिर्फ झूठ बोलने की गारंटी है। पहले भी जो उन्होंने कहा वह किया नहीं, आगे भी वह नहीं करेंगे। मध्यप्रदेश की जनता समझदार है। कांग्रेस के किसी भी नेता के आने से फर्क नहीं पडऩे वाला है।
सरकारी कर्मचारियों को अब महीने के पहले दिन ही मिलेगी सेलरी
22 Jul, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को अब महीने के प्रथम दिन ही वेतन मिल जाएगा। प्रमुख राजस्व आयुक्त ने सभी संभागायुक्त और कलेक्टरों से कहा है कि आहरण-संवितरण अधिकारी (डीडीओ) को निर्देशित करें कि कर्मचारियों को वेतन देने में किसी भी सूरत में देरी न हो। यह निर्देश वेतन देरी से मिलने की शिकायतों को देखते हुए दिए गए है। इसका लाभ प्रदेश भर के सभी 15 लाख कर्मचारियों को होगा हैं। खासकर जिलों से शिकायतें आ रही थीं कि वेतन पांच से 10 तारीख को दिया जा रहा है। चुनावी साल में इस शिकायत को शासन ने गंभीरता से लिया और संभागायुक्त एवं कलेक्टरों को निर्देश दिए।प्रदेश के सीएम राइज स्कूलों में भी शिक्षकों का टोटा है। यही कारण है कि इन स्कूलों में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। जनजातीय कार्य विभाग ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति गेस्ट टीचर मैनेजमेंट प्रणाली (जीएफएमएस) से करने का प्रविधान है।विभाग ने जहां-जहां पोर्टल से नियुक्ति प्रक्रिया में समस्या आ रही है, वहां के लिए विभागीय जिला संयोजकों की देखरेख में समिति बना दी है, जो नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करेगी। ये वही स्कूल हैं, जिनमें विश्व स्तरीय सुविधाएं देने का दावा किया जा रहा है।स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में 50 हजार से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं। दोनों ही विभाग सीएम राइज स्कूलों का भी संचालन करते हैं। जिनमें शिक्षकों की पदों को नहीं भर पा रहे हैं।मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में 4 प्रतिशत की वृद्धि करने का फैसला किया, जो इसे केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित डीए के बराबर लाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए डीए बढ़ाने की घोषणा की। महंगाई भत्ता बढ़ाने के फैसले को साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। एमपी सरकार ने 15 मार्च को कैबिनेट बैठक के बाद राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए डीए बढ़ाने की भी घोषणा की थी। एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया था कि भत्ता 1 जनवरी 2023 से पूर्वव्यापी प्रभाव से बढ़ाया गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने 2014 में 30 साल की सेवा पूरी करने वाले राज्य सरकार के कर्मचारियों को तीसरे वेतनमान (तृतीय समयमान वेतनमान) का लाभ देने का भी निर्णय लिया था। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि 1 जुलाई 2023 तक 35 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले सभी लोगों को चतुर्थ समयमान वेतनमान (चतुर्थ समयमान वेतनमान) का लाभ भी दिया जाएगा। आदेश में कहा गया है कि इस डीए बढ़ोतरी के कारण जनवरी से जून तक के महंगाई भत्ते के बकाए का भुगतान तीन किस्तों में किया जाएगा। सीएम ने कहा कि छठे वेतनमान के तहत मध्य प्रदेश राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों को उनके महंगाई भत्ते में भी आनुपातिक वृद्धि देखने को मिलेगी।
11 जिलों में 25 जुलाई से भारी वर्षा की संभावना
22 Jul, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । आज शनिवार को जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। बैतूल, सीहोर, इंदौर उज्जैन सहित 11 जिलों में भारी वर्षा होने के आसार है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून द्रोणिका प्रदेश के रायसेन, छिंदवाड़ा जिला से होकर गुजर रही है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे मिल रही नमी से विभिन्न जिलों में वर्षा हो रही है। उधर गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात इछावर क्षेत्र में भारी वर्षा होने से बाढ़ से हालात बन गए हैं। इसी के चलते शुक्रवार को कोलार डैम के दो गेट खोले गए। सिर्फ इछावर क्षेत्र में चार घंटे में पांच इंच वर्षा दर्ज की गई। वहीं सीहोर जिले में दो इंच वर्षा हुई है। मौसम विभाग ने बैतूल, रतलाम, उज्जैन, आगर, छिंदवाड़ा, सीहोर, हरदा, खंडवा, खरगोन, इंदौर, देवास जिले में वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है। इसी तरह नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, रायसेन, नर्मदापुरम, बड़वानी, झाबुआ, धार, शाजापुर, मंदसौर, नीमच जिले में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि 24 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने के संकेत मिले हैं। उसके प्रभाव से 25 जुलाई से मप्र के अधिकतर जिलों में भारी वर्षा होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, रायसेन, छिंदवाड़ा से कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। दक्षिणी ओडिशा एवं उत्तरी आंध्र प्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ के दक्षिणी भाग पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के असर से रुक-रुककर वर्षा हो रही है। हालांकि कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने की रफ्तार काफी मंद होने की वजह से अपेक्षाकृत नमी नहीं मिल रही है। इससे अधिकतर स्थानों पर तेज बौछारें पड़ने के बजाए रुक-रुककर वर्षा हो रही है। मानसून द्रोणिका के नीचे आने से आष्टा और हरदा में भारी वर्षा की स्थिति बनी है। शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मलाजखंड में 16, खरगोन में 11, नर्मदापुरम में आठ, धार में आठ, सिवनी में पांच, नरसिंहपुर में चार, इंदौर में 1.2, जबलपुर, मंडला में एक, पचमढ़ी में 0.8,उज्जैन में 0.6, छिंदवाड़ा में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। उधर गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात हरदा जिले के हरसूद में 15, सीहोर जिले के इछावर में 14, खंडवा जिले के खालवा में 12, हातोद एवं सोनकच्छ में नौ, खरकिया में आठ, आलोट, आष्टा, इंदौर, पिपरिया में सात सेमी वर्षा हुई। सीहोर में तेज वर्षा क्षेत्र के कई गांवों के लिए आफत बनकर बरसी। इसी के चलते इछावर क्षेत्र के 15 से ज्यादा गांव टापू बन गए हैं। वहीं कई गांवों में पानी भर गया है। दरअसल, सीहोर जिले में पार्वती, कुलांस, सीप, अजनाल, पपनास, सीवन सहित लगभग सभी नदियां उफान पर थीं। कुलांस, सीप, घोड़ा पछाड़ और इछावर क्षेत्र के नदी-नाले उफान पर होने से कोलार डैम भी भर गया। भोपाल से भैरूंदा होते हुए इंदौर जाने वाले मार्ग पर सीप नदी पर बना डायवर्ट पुल डूबने से आवागमन बाधित रहा।
खुले में नहीं बेच सकेंगे मांस, लगाना होगा पर्दा और काला कांच
22 Jul, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मांस दुकानों के लिए गाइड लाइन जारी,
धार्मिक आयोजनों और त्योहारों को देखते निगम ने उठाया कदम
भोपाल। आगामी दिनों में होने वाले धार्मिक आयोजन और त्योहार को देखते हुए नगर निगम ने शहर की मांस दुकानों को लेकर गाइड लाइन जारी की है। किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावनाएं आहत नहीं हों इसके लिए निगम ने यह कदम उठाया है। गाइड लाइन का पालन न करने वाले दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए हमेशा यानी स्थायी रूप से दुकान को बंद कर दिया जाएगा। इसको लेकर निगम के समस्त जोनल अफसरों और स्वास्थ्य अधिकारियों को आदेशित कर दिया गया है।
निगम के 19 जोन के अंतर्गत आने वाले 85 वार्डों की समस्त मटन-चिकन और मच्छली की दुकान को लेकर जारी की गई गाइड लाइन का पालन सख्ती से कराने का अफसरों से कहा गया है। धार्मिक अवसरों पर विशेष रूप से गाइड लाइन का पालन कराने और निरीक्षण के दौरान मांसाहारी संस्थानों में अनियमितता पाई जाने पर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। कालाबाजारी नहीं होने और खुले रूप से मांसाहारी क्रय-विक्रय होने की स्थिति में नियमानुसार कार्रवाई की जाकर दुकान को स्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा। यह आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।
यह है गाइड लाइन
मटन-चिकन दुकानदार को अपनी दुकान में काले कांच, जाली व पर्दा अनिवार्य रूप से लगाना होगा। खुले रूप से मांस का विक्रय नहीं कर सकेंगे। किसी भी परिस्थिति में दुकान के बाहर मांस नहीं दिखाना चाहिए। दुकानों के गेट पर पर्दा लगाना अनिवार्य होगा। मांस को नेट से ढंकना होगा। मांसाहार क्रय-विक्रय संस्थान में साफ.-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना होगा। मांसाहारी दुकानों से निकलने वाले समस्त प्रकार के अपशिष्ट को डस्टबिन में एक कर निगम के संचालित मांस अपशिष्ट संग्रहण वाहन में ही मांस अपशिष्ठ डालना होगा। ऐसे किसी भी प्रकार के मांस का व्यापार न करें जो कि प्रतिबंधित मांस विक्रय की श्रेणी में आता हो। धार्मिक स्थल के समीप दुकान का संचालन नहीं करना, जिससे किसी कि भी धार्मिक भावनों को ठेस न पहुंचे। आपत्तिजनक स्थल और मुख्य मार्ग या जनता के विरोध वाले स्थान पर मटन, चिकन, मछली विक्रय की दुकान का संचालन किसी भी स्थिति में नहीं होगा।
चुनावी पोस्टर और पंपलेट में अब नई एंट्री, पोस्टर में पूछा गया सवाल-
22 Jul, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मप्र के मन में क्यों है मोदी?
भोपाल । मध्यप्रदेश में मिशन 2023 की तैयारी शुरू हो गई है। राष्ट्रीय नेताओं के दौरे के साथ पोस्टर और बैनर की राजनीति शुरू हो गई है। चुनावी साल में प्रदेश की राजनीति में चुनावी पोस्टर और पंपलेट में अब नई एंट्री हो गई है। इसी कड़ी में एमपी के मन में मोदी के पोस्टर और पंपलेट छाये हुए है।
पोस्टर में सवाल पूछा गया है कि मप्र के मन में क्यों है मोदी? सवाल के जवाब के लिए मिस कॉल देने के लिए नंबर और एक स्कैनर भी जारी किया गया है। स्कैनर को स्कैन करते ही एमपीकेमनमेंमोदी डॉट कॉम वेबसाइट खुल रही है। वेबसाइट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अभियानों के बारे में जानकारी दी गई है। पीएम मोदी के नेतृत्व में कैसे मध्यप्रदेश में विकास किया गया है।
वेबसाइट पर अभियान के जरिए मोदी को जिताने का संकल्प दिलाया जा रहा है। जिताने के संकल्प में अब तक पांच लाख से भी ज़्यादा लोगों ने रजिस्टर किया है। रजिस्ट्रेशन में व्यक्ति का नाम, नंबर जिले का नाम, विधानसभा का नाम मांगा गया है। एमपी के मन में मोदी अभियान के गाने को भी फीचर किया गया है।
सात विभागों को 9,453 करोड़ का बजट जारी
22 Jul, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले सात विभागों को विकास कार्य के लिए तीन माह का नौ हजार 453 करोड़ रुपये बजट जारी किया गया है। यह बजट जुलाई, अगस्त और सितंबर माह में खर्च किया जाएगा। इसमें लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन, नर्मदा घाटी विकास, नगरीय विकास एवं आवास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जनजातीय कार्य और औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग को बजट जारी का इसका व्यय निर्धारण किया गया है।
विभागों को इन तीन माह में विकास कार्यों के लिए यह बजट दिया गया है। सर्वाधिक 2700 करोड़ रुपये का बजट लोक निर्माण विभाग को दिया गया है। यह व्यय निर्माण कार्य सहित आयोजनों में उपयोग किया जाएगा। वहीं जल संसाधन और नर्मदा घाटी विकास को क्रमश: 1650 और 2400 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग के विकास कार्यों पर 900 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।
इन विभागों को बजट जारी, विकास कार्यों पर होगा व्यय
विभाग -- जुलाई-- अगस्त-- सितंबर-- कुल
लोक निर्माण -- 900-- 900-- 900-- 2700
जल संसाधन -- 550-- 550-- 550-- 1650
नर्मदा घाटी विकास-- 800--800-- 800-- 2400
नगरीय विकास एवं आवास-- 300--300-- 300-- 900
पंचायत एवं ग्रामीण विकास-- 330-- 225-- 330-- 885
जनजातीय कार्य-- 193-- 193-- 193-- 579
औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन -- 110-- 110-- 119-- 339
अब कमल नाथ के लिए गद्दार के लगे पोस्टर
22 Jul, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रोशनपुरा चौराहे पर लगाए गए पोस्टरों में कमल नाथ को पहले के बाद दूसरे परमाणु परीक्षण में देरी के लिए दोषी ठहराया गया
भोपाल। जैसे-जैस मप्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, भाजपा व कांग्रेस के बीच सियासी वार-पलटवार तीक्ष्ण हो रहा है। जुबानी हमलों के अलावा पोस्टर-बैनर के जरिए विरोधी नेताओं पर निशाना साधा जा रहा है। इसी सिलसिले में अब कमल नाथ का एक नया पोस्टर सामने आया है, जिसमें उन्हें गद्दार बताया गया है।
शुक्रवार को रोशनपुरा बेतवा अपार्टमेंट के आसपास किसी अज्ञात ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के पोस्टर लगाए हैं। इनमें कमल नाथ को गद्दार की उपाधि दी गई है। साथ ही पोस्टर में लिखा गया है कि 1947 के पहले परमाणु परीक्षण के बाद दूसरा परीक्षण करने में क्यों लगे 24 साल? इस साजिश में किस देशद्रोही का था हाथ? पोस्टर के नीचे लिखा है कि जानने के लिए स्कैन करें। स्कैनर पर कमल नाथ का फोटो भी है। पोस्टर जैसे ही कांग्रेसियों ने लगे देखे, तो विरोध शुरू कर दिया है। इसके पीछे भाजपा की साजिश बताई जा रही है।
गौरतलब है कि बीते दिनों कमल नाथ को भ्रष्टाचारी बताते हुए पोस्टर शाहपुरा मनीषा मार्केट में किसी अज्ञात ने लगाए थे। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घोटालेबाज व घोषणावीर बताने वाले शहर के अलग-अलग जगहों पर पोस्टर लगे मिले। पोस्टर युद्ध के साथ-साथ भाजपा व कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ जाती है। विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भाजपा के नेताओं पर पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के पोस्टर लगवाने के लिए आरोप लगाया था। इसके बाद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा था कि कमल नाथ के पोस्टर कांग्रेस के ही लोग लगा रहे हैं, जिन्हें पार्टी में तवज्जो नहीं मिल रही है। गुटबाजी के चलते कांग्रेस के ही बड़े नेता के इशारे पर उनके समर्थक खुद ही कमल नाथ का पोस्टर लगा रहे हैं। भाजपा की इसमें कोई भूमिका नहीं है।
क्या सिंधिया के गढ़ में प्रियंका गांधी कर पाएंगी हाथ मजबूत?
22 Jul, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गवलियर। मप्र की राजनीतिक में गवलियर-चंबल अंचल का बड़ा ही महत्व है। इसलिए सभी पार्टियों की कोशिश रहती है कि इस अंचल का जीता जाए। इसी उद्देश्य से कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार को ग्वालियर जिले के दौरे थीं। प्रियंका गांधी का 40 दिनों में यह मध्यप्रदेश का दूसरा दौरा था। इससे पहले वह 12 जून को जबलपुर गईं थीं। वहीं उनके ग्वालियर दौरे की बात करें तो उन्होंने यहां से चुनावी अभियान का आगाज किया। दरअसल, यह इलाका केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माना जाता है। इसके साथ ही यह इस समय राजनीति का केंद्र बिंदु बना हुआ है।
राज्य में साल के अंत में चुनाव है। ऐसे में प्रियंका के ग्वालियर क्षेत्र के दौरे के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस का पहला फोकस यह है की सिंधिया को उनके ही गढ़ में घेरा जाए। इसलिए प्रियंका गांधी ने सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में कदम रखने के बाद प्रियंका सबसे पहले वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। उसके बाद यहां मेला ग्राउंड में कांग्रेस नेता की रैली को संबोधित किया। दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से गिर गई थी। प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के नेता उस पल को भूले नहीं हैं। इसलिए आगामी चुनाव में कांग्रेस ने पूरी तैयारी सिंधिया को उनके घर में मात देने की की है। कांग्रेस सीधे-सीधे सिंधिया परिवार को टारगेट करने में जुटी है। वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई की समाधि स्थल पर तमाम ऐसे पोस्टर लगाए गए, जिसमें सिंधिया परिवार को टारगेट किया गया था। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस इस इलाके में मिली सफलता को फिर से दोहराना चाहती है, लेकिन उसके सामने इस बार कई नई चुनौतियां दिखाई दे रही हैं। इन्हीं से निपटने के लिए पार्टी ने अभी से प्रियंका गांधी को मैदान में उतार दिया है।
ग्वालियर का सियासी समीकरण
ग्वालियर संभाग में कुल पांच जिले आते हैं जिनमें ग्वालियर, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर और दतिया जिले आते हैं। इन पांच जिलों में कुल 21 विधानसभा सीटें पड़ती हैं। दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में ग्वालियर भी उन क्षेत्रों में थे, जिसने कांग्रेस को अधिक सीटें दिलाकर राज्य में वर्षों बाद पार्टी की सरकार बनाने में मदद की थी। पिछले चुनाव में 114 सीटें जीतने वाली कांग्रेस को यहां से 16 सीटें मिली थीं। वहीं भाजपा को इस इलाके में महज पांच सीटें ही मिल सकी थीं। 109 सीटें जीतने वाली भाजपा को ग्वालियर क्षेत्र में नुकसान हुआ था। कांग्रेस को इस चुनाव में ग्वालियर और चंबल अंचल की 34 सीटों से काफी उम्मीद है। 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को इस इलाके में अच्छी सफलता मिली थी। कांग्रेस की कोशिश है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के बिना फिर से उसी प्रदर्शन को दोहराएं। इस दिशा में पहली सफलता कांग्रेस को निकाय चुनाव में मिल गई है। ग्वालियर-मुरैना में वह महापौर का चुनाव जीत चुकी है। अब उस इलाके के वोटरों को साध कर विधानसभा चुनाव जीतने की तैयारी कर रही है।
कांग्रेस से सिंधिया की बगावत
दिसंबर 2018 में कांग्रेस सरकार बनने के करीब 15 महीने बाद मार्च 2020 को मध्य प्रदेश के सियासी ड्रामा हो गया। 22 सिंधिया समर्थक विधायकों ने पार्टी से बगावत कर ली। इस बीच 10 मार्च 2020 को, कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के गृह मंत्री अमित शाह से मिलने दिल्ली आए। इस मुलाकात के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अगले दिन यानी 11 मार्च को सिंधिया ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।
नौ कांग्रेस विधायक भी साथ लाए
विधायकों के लगातार इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने यहीं से अपनी हार मान ली और 20 मार्च को दोपहर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपना इस्तीफा सौंप दिया। अगले दिन 21 मार्च को, दिल्ली में जे पी नड्डा की उपस्थिति में, विधायकी से इस्तीफा दे चुके सभी 22 बागी भाजपा में शामिल हो गए। वहीं ग्वालियर संभाग क्षेत्र से भी नौ विधायक भाजपा में शामिल हुए। इनमें रक्षा संतराम सरोनिया (भांडेर सीट, दतिया) जयपाल सिंह जज्जी (अशोक नगर सीट), महेंद्र सिंह सिसोदिया (बमोरी सीट गुना), इमरती देवी (डबरा सीट, ग्वालियर) प्रद्युम्न सिंह तोमर (ग्वालियर सीट), जसमंत जाटव (करेरा सीट, शिवपुरी), मुन्नालाल गोयल (ग्वालियर पूर्व सीट), ब्रजेंद्र सिंह यादव (मुंगावली सीट, अशोकनगर) और सुरेश धाकड़ (पोहारी सीट, शिवपुरी)। सरकार गिरने के बाद भी कांग्रेस में इस्तीफे का दौर नहीं थमा। 23 जुलाई 2020 को पार्टी के अन्य तीन विधायकों ने कांग्रेस को अलविदा कह भाजपा का दामन थाम लिया। इसके अलावा, तीन सीटें (जौरा, आगर और ब्यावरा) अपने संबंधित मौजूदा विधायकों के निधन के कारण खाली हो गईं। तीन नवंबर 2020 को सभी 28 खाली सीटों को भरने के लिए उपचुनाव कराया गया। इस उपचुनाव में 28 में से भाजपा को 19 और कांग्रेस को नौ सीटें मिलीं। ग्वालियर संभाग क्षेत्र में इन नतीजों की बात करें तो कांग्रेस को बड़ा झटका लगा और उसके विधायकों की संख्या 16 से घटकर 10 रह गई। दूसरी ओर सिंधिया गुट के साथ आने से भाजपा को फायदा हुआ और उसके विधायक छह से बढक़र 11 हो गए।
दूल्हा तो तय नहीं हुआ, फूफा नाराज हो गए
22 Jul, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीएम शिवराज बोले- कांग्रेस सरकार में कई योजना बंद करने के लिए प्रियंका गांधी को जवाब देना चाहिए
भोपाल। मध्य प्रदेश में जल्द ही विधानसभा का चुनाव होने वाले हैं। चुनाव को लेकर लगातार दौरे किए जा रहे हैं। इसी बीच सीएम शिवराज सिंह ने प्रियंका गांधी के ग्वालियर दौरे को लेकर कहा कि, कांग्रेस जब थी तो कई योजनाएं बंद कर दी थी, प्रियंका जी को इसका जवाब देना चाहिए। इसके साथ ही सीएम ने कहा 2003 में मिस्टर बंटाधार की सरकार थी, तब बिजली पानी सडक़ कुछ भी नहीं था और अब प्रदेश तेजी से आगे बढ़ा रहा। विपक्ष के गठबंधन इंडिया पर भी मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि दूल्हा तो तय नहीं हुआ, फूफा नाराज हो गए
चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे को जमकर घेर रहे है। सीएम शिवराज सिंह ने आज पौधारोपण कर एक अपने बयान में कहा, मुस्कुराइए हम मध्यप्रदेश में है। क्योंकि मप्र में तेजी से विकास हो रहा है। इसके साथ ही सीएम शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में विकास पर्व चल रहा है और मुझे यह कहते हुए गर्व है की बीजेपी सरकार ने पिछले 17 वर्षों में विकास का एक नया इतिहास रचा है। विपक्ष के गठबंधन इ्रडिया को लेकर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि दूल्हा तो तय नहीं हुआ, फूफा नाराज हो गए। सभी दागदार एक साथ हो गए है। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा, मोदी की लोकप्रियता की बाढ़ से सभी एक पेड पर चढ़ गए है। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि, नीतीश, लालू, सभी नेताओं के बयान देख लीजिए। अलग-अलग राज्यों में एक दूसरे को पानी पी पी के कोसने वाले,आपस में लडऩे वाले है। अब दिल्ली में दोस्ती इसलिए कर रहे है क्युकी जानते है कि मोदी जी भ्रष्टाचार करने वालों को किसी भी कीमत पर नही छोड़ेंगे।
इसलिए हम विकास पर्व बना रहे है
सीएम ने कहा 2003 तक जहां प्रदेश में टूटी फूटी एक लाख किलोमीटर तक मध्यप्रदेश में सडक़े थी जिसको गड्ढों में ढूंढना पढ़ता था। आज 4 लाख 11 हजार किलोमीटर तक शानदार सडक़े बना कर जनता को उन्नति दी हैं। उन्होंने कहा कि रोज हजारों करोड़ो रुपए के विकास के कामो का लोकार्पण किया जा रहा है। बिजली के मामले जहां 2800 मेगा वार्ड उपलब्धता होती थी 2003 तक, अब हम ने 28 हजार बिजली बनाई। इसलिए हम विकास पर्व बना रहे हैं। मुस्कुराइए क्योंकि मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है।
कई योजनाएं बंद कर दी थी
जब कांग्रेस की सवा साल की सरकार बनी थी तब कमलनाथ जी ने हमारी सभी योजना बंद करदी थी। फिर वो बच्चों को लैपटॉप देने की हो या फिर बुजुर्गों की यात्रा को लेकर हो। साथ ही बहनों को जो एक हजार रुपए देते थे हर महीने वो भी बंद करदी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री विकास योजना के तहत गरीबों को जो मकान दिए जाते थे उस योजना को भी बंद करदी थी। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि अब जब प्रियंका जी आई है तो उन्हें इसके जवाब देना चाहिए।
लोगों को फिर दिलाई बंटाधार की याद
सीएम शिवराज ने प्रदेश के मतदाताओं को दिग्विजय सिंह के साथ-साथ कमल नाथ के शासनकाल की भी याद दिलाई और खबरदार रहने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने ग्वालियर दौरे पर आईं प्रियंका गांधी वाड्रा से भी कांग्रेस की वादाखिलाफी को लेकर जवाब मांगा। शिवराज ने कहा कि याद कीजिए वो दिन, जब 2003 तक श्रीमान बंटाधार जी की सरकार हुआ करती थी। तब ना बिजली थी, ना पानी और ना ही सडक़ें। इसके अलावा सवा साल वो भी थे, जब जनता से किए गए वादे निभाए नहीं गए। कांग्रेस ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया। प्रियंका गांधी जी अब मध्य प्रदेश आई हैं, तो उन्हें इन बातों का जवाब देना होगा।
कर्नाटक की घटना बहुत दुखद
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, अहिंसा परमो धर्म, जियो और जीने दो, उसके ध्वजवाहक जो हमारे जैन संत थे। उनके शरीर के टुकड़े टुकड़े करना ये क्रूरतम अपराध है। इसके आगे उन्होंने कहा कि अपराधी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा, मैं कर्नाटक की सरकार से कहूंगा कि किसी भी कीमत पर अपराधी छोड़े ना जाए ये केवल जैन संतों का सवाल नहीं है। जैन संत वंदनीय है, पूजनीय है, त्याग के अनुपम उदाहरण है वो। उनका अपना कुछ नहीं है वह लोक कल्याण के लिए काम करते हैं। ये देश का अपमान है। देश के विश्वास का कत्ल किया गया है। यह संतों के विश्वास का कत्ल किया गया है। अपराधियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाना चाहिए। सीएम शिवराज ने मणिपुर की घटना पर दुख जताते हुए कहा कि, आरोपियों को कठौर दंड मिलना चाहिए। मणिपुर के मुख्यमंत्री ने अपना संकल्प प्रकट किया है। भारत में बेटियो को देवियों की तरह पूजा जाता है। जो हुआ वो जघन्य अपराध हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जैन मुनि लोक कल्याण के लिए यह अपना जीवन व्यतीत करते हैं। यह देश का अपमान है। देश के विश्वास का कत्ल है। संतो के विश्वास का कत्ल है। किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।