छत्तीसगढ़ (ऑर्काइव)
रायगढ़ में तेज आंधी-तूफान के चलते पलटी नाव, युवक ने तैरकर बचाई जान, एक अन्य लापता
29 May, 2023 12:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में तेज आंधी तूफान के चलते एक नाव पलट गई, जिससे 2 युवक नदी में डूब गए। इनमें से एक ने तैरकर जान बचा ली । वहीं दूसरे का घटना के 45 घंटे बाद भी पता नहीं चल सका है। उसकी तलाश जारी है। मामला लैलूंगा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम जमाबहार निवासी दो दोस्त संदीप लकड़ा और रोशन मिंज शनिवार की दोपहर मछली मारने खम्हार पाकुट डैम गए हुए थे। इसी दौरान अचानक मौसम बदल गया। जिसके चलते उनकी नाव पलट गई बताया जा रहा है कि आंधी-तूफान काफी तेज था। इस वजह से संदीप लकड़ा डैम में ही डूब गया। वहीं रोशन मिंज किसी तरह से बांध को पार करके बाहर चला गया। उसने गांव के लोगों को इसकी जानकारी दी। मगर तब तक देर हो गई थी। संदीप पानी में डूब चुका था। लोगों ने अपने स्तर पर उसे तलाशने का प्रयास किया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका।
जानकारी के बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। गोताखोरों को भी बुलाया गया था। उन्होंने शनिवार शाम से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन युवक का कुछ पता नहीं चला। फिर रविवार को भी रेस्क्यू शुरू किया गया। इसके बावजूद उसका कुछ पता नहीं चला। अब सोमवार को फिर से रेस्क्यू शुरू किया गया है।
जगदलपुर में मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने युवक को लाठी डंडों से पीटा, फिर चाकू मारकर की हत्या
29 May, 2023 12:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जगदलपुर : सुकमा जिले के चिंतागुफा में रहने वाले युवक की नक्सलियों ने डंडा व चाकू मारकर हत्या कर दी। वहीं, मृतक के पास नक्सलियों ने पर्चे भी फेंके हैं, जिसमें नक्सलियों ने युवक पर पुलिस मुखबिर का आरोप लगाया है।
जानकारी के मुताबिक, चिंतागुफा के रहने वाले युवक गणपति सेठिया की नक्सलियों ने शनिवार की रात हत्या कर दी। गणपति शनिवार की रात अपने घर पर मौजूद था। उसके साथ उसकी पत्नी रेवती व बेटी ज्योति भी साथ में थे, इसी दौरान करीब 4 से 5 नक्सली उसके घर पहुंचे। जबरदस्ती उसे घर से निकाला। फिर अपने साथ घर के बाहर लेकर गए। जहां उसपर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया। फिर लाठी-डंडे से बेहरमी से पिटाई की। जिसके बाद धारदार हथियार से हत्या कर दी।
परिजनों और ग्रामीणों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस रविवार की सुबह मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया। साथ ही पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
कोरबा में मूसलाधार बारिश और आंधी का कहर, हाईटेंशन टावर गिरा, कई जगह बिजली गुल
29 May, 2023 12:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोरबा : नौतपा लगने के साथ ही मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं। रविवार को लगातार चौथे दिन तेज आंधी तूफान और बारिश होने से बिजली व्यवस्था चरमरा गई। पाली ब्लॉक के कई गांव में ब्लैकआउट की स्थिति बनी रही। वहीं, तहसील मुख्यालय में भी कई घंटे तक बिजली बंद रही। तेज आंधी तूफान के चलते कई पेड़ धराशाई हो गए। कई घरों के छज्जे उड़ गए लोगों को कई प्रकार के समस्याओं से गुजरना पड़ा।
मदन के निकट मखुरा तालाब के पास हाईटेंशन टावर आंधी तूफान के चलते गिर गया। जिससे विद्युत व्यवस्था प्रभावित रही। बताया जा रहा है कि ट्रांसमिशन लाइन का यह टावर भिलाई केदामारा में ग्रेड के सब स्टेशन को कोरबा से बिजली आपूर्ति होती है, इस हाईटेंशन टावर के धराशाई होने से सब स्टेशन को होने वाली बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई है। कुल मिलाकर मौसम में लगातार बदलाव से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गई है। वहीं, लोगों को स्वास्थ्य का समस्याएं भी सामने आ रही है।
तेज आंधी तूफान और अकाशी बिजली से उन लोगों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। कई घरों के बिजली पंखे कूलर टीवी और अन्य विद्युत उपकरण खराब हो गया है।
जगदलपुर में मालगाड़ी के आगे कूदकर युवक ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस
29 May, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जगदलपुर के लामनी रेलवे ट्रैक पर सोमवार की सुबह एक युवक ने मालगाड़ी के आगे कूदकर मौत को गले लगा लिया। घटना की जानकारी लगते ही बोधघाट पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी। मृतक की पहचान की जा रही है।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए बोधघाट थाना प्रभारी दिलबाग सिंह ने बताया की जगदलपुर से विशाखापत्तनम की ओर जाने वाली मालगाड़ी सोमवार सुबह जैसे ही स्टेशन से निकलते हुए लामनी रेलवे ट्रैक के पास पहुंची कि अचानक देखा गया कि करीब 30 वर्षीय युवक आत्महत्या करने के लिए ट्रेन के सामने आ गया। जब तक ट्रेन ड्राइवर कुछ समझ पाता तब तक युवक ने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। जिसके बाद ट्रेन ड्राइवर ने घटना की जानकारी अपने अधिकारियों से लेकर पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी।
गोधन न्याय योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिली. गांवों में रोजगार के अवसर बढ़े
28 May, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महासंमुद : ज़िले के महासमुंद सहित सभी विकासखंण्ड के गांवों में सामाजिक, आर्थिक स्थिति के अलावा वहां के भूमिहीन एवं गरीब परिवारों की समस्याओं का समाधान, ग्रामीण महिलाओं का सामाजिक, आर्थिक एवं उनकी राजनीति क्षेत्र में सहभागिता तथा विभिन्न राज्य स्तरीय योजनाओं तथा पंचायती राज व्यवस्था के तहत ग्रामीणों के जीवन में गुणवत्तापूर्ण सुधार आ रहा है।
छत्तीसगढ़ शासन की सर्वाधिक लोकप्रिय योजनाओं में से एक गोधन न्याय योजना ने ज़िले में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति तो मिली ही बल्कि गांवों में रोजगार के अवसर भी बढ़े। इस योजना के तहत गौठानों में ग्रामीण पशुपालकों से 2 रूपए किलो में गोबर की खरीदी तथा अब 4 रूपए लीटर में गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। जिले के गौठानों में स्वसहायता समूह की महिलाओं को बड़ी संख्या में विभिन्न विभागों के समन्वय से मल्टीएक्टीविटी व्यवसायों से जोड़कर आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है। नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के तहत जिले में जल संरक्षण एव संवधर्न के साथ-साथ किसानों के लिए सिंचाई के साधन भी उपलब्ध हो रहे है। आपको गांव में जाकर पता चलेगा कि पालकों से दो रूपये किलो में गोबर खरीदा जा रहा है। ज़िले में अब तक इस योजना में गोबर ख़रीदी कर 11 करोड़ 66 लाख 15 हज़ार का भुगतान हितग्राहियों को किया जा चुका।
गौठानों में समूह की महिलायें वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन कर रही है। इससे जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है। साथ ही अब समूह की महिलायें रिपा अन्तर्गत गोबर डिस्टम्पर बना रही है। बिरकोनी गौठान में हाल ही शुरुआत में 1800 लीटर डिस्टम्पर पेंट का उत्पादन किया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से 1000 लीटर डिस्टम्पर का ऑडर मिला है। गोड़बहाल गौठान में दुग्ध संयन्त्र केंद्र की स्थापना से दुग्ध उत्पादन विभिन्न प्रकार की सामग्री बनाकर ग्रामीण अपनी आय बढ़ा रहे। वही बिरकोनी गौठान में रिपा अन्तर्गत स्थापित की गयी सीएनसी मशीन ने पूरे गौठान में एक अपनी अलग पहचान बना ली है। सीएनसी मशीन का उपयोग ज्यादातर लोग ज्यादा प्रोडक्शन निकालने के लिए करते हैं। माया समूह की अध्यक्ष सुश्री इंद्राणी कश्यप ने बताता कि शुरुआत में उन्हें 10 हज़ार का लाभ हुआ। पहले वह माँ-बाप से पैसे माँगा करती थी। किंतु अब ऐसा नहीं है। अन्य काम के साथ सीएनसी ( कम्प्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल") मशीन पर कार्ड बोर्ड ( थर्माकोल शीट) पर विभिन्न साज-सज्जा की आकृति, चित्र बनाकर और उसकी कटिंग करती है। इसकी डिमांड मार्केट में बहुत ज्यादा हो गई है। मुनाफ़ा भी अच्छा है। अभी और प्रशिक्षण की ज़रूरत है। प्रशासन सहयोग कर रहा है। समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्री सी-मार्ट के ज़रिए बेच रही। वही रोज़मर्रा की सामग्री स्कूल, शाला-आश्रमों सरकारी कार्यालयों में अपनी ज़रूरत के मुताबिक़ क्रय की जा रही है। दूसरे शहरों राज्यों में रोज़गार या काम की तलाश में जाने वाले में कमी आयी है।
राज्य सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से सरकार द्वारा सभी शासकीय विभागों, निगम, मंडलों, स्थानीय निकायों में रंग-रोगन कार्य के लिए गोबर डिस्टम्पर पेंट का उपयोग पहले ही अनिवार्य किया जा चुका है। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में दो रूपए किलो में गोबर की खरीदी करके इससे वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट एवं अन्य उत्पाद निर्मित किये जा रहे हैं। गोबर से विद्युत उत्पादन और प्राकृतिक डिस्टम्पर पेंट निर्माण की शुरूआत की गई है। गोधन न्याय योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिली है। गांवों में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। ग्रामीणों, पशुपालकों एवं महिला समूहों को आय का अतिरिक्त जरिया मिला है।
इसी माह छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री बिश्व भूषण हरिचन्दन महासमुंद जिले के ग्राम सिरपुर (बांसकुड़ा) में क़मार जनजाति की बिहान समूह की महिलाओं और हितग्राहियों से मुलाक़ात दौरान, उन्हें कार्यक्रम परिसर में आंगनबाड़ी और सरकारी उचित मूल्य की दुकान को गोबर डिस्टम्पर पेंट से पुताई से अवगत कराया।जिसकी सराहना हुई।
मालूम हो कि पिछले नवंबर में सचिवालय प्रशिक्षण प्रबंधन संस्थान (आईएसटीएम) और कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) नई दिल्ली के सहयोग से केन्द्रीय सचिवालय भारत सरकार के विभिन्न विभागों के दल के 40 असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर ने महासंमुद और बागबाहरा विकासखंण्ड के 20 गांवों में जाकर गांव की सामाजिक, आर्थिक स्थित का अध्ययन किया। गांव में सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियोंं, गौठानों में चल रही मल्टीएक्टिविटी और बिहान दीदियों द्वारा उत्पादित की जा रही सामग्री व गांव से रू-ब-रू. हुए । उन्होंने जिले के गौठानों में स्वसहायता समूह की महिलाओं से भी उनकी आर्थिक बेहतर बनाने किए जा रहे केंद्र और राज्य शासन की योजनाओं की जानकारी भी ली और योजनाओं की तारीफ़ की।
रीपा योजना के आने से महिलाओं के जीवन में आया बड़ा बदलाव
28 May, 2023 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मनेंद्रगढ़ : ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुरूप रीपा गोठानों में विभिन्न आय अर्जक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। रीपा में काम करके युवा उद्यमी और समूह की दीदियाँ बड़ी संख्या में लाभान्वित हो रही हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने 1 लाख 24 हज़ार की लागत से बोरी बेग निर्माण इकाई स्थापित किया। बोरी बेग बनाकर उन्होंने अब तक कुल 1 लाख 90 हज़ार रुपये की आय अर्जित की। इससे उन्हें शुद्ध 66 हजार रुपये का लाभ हुआ। उन्हें घर के कामों के साथ स्वरोज़गार के साधन मिल रहे हैं जिससे महिलायें बहुत ही उत्साहित नज़र आ रही हैं। दुबछोला रीपा में स्व-सहायता समूह की दीदियाँ बोरी बेग निर्माण के साथ मशाला उत्पादन, फ्लाई ऐश ब्रिक्स निर्माण, पेवर ब्लॉक निर्माण कार्य, अगरबत्ती निर्माण, फेब्रिकेशन का कार्य बेहतर तरीके से कर रही हैं।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला मिशन प्रबंधक तरुण सिंह ने बताया कि लक्ष्मी स्व-सहायता समूह दुबछोला की दीदीयाँ बोरी बेग निर्माण का कार्य करती हैं। गोठान से जुड़ने के बाद उन्हें रीपा योजना के माध्यम से शेड और भवन प्राप्त हुआ जिससे उनके कार्य का विस्तार हुआ। शासन के द्वारा पर्याप्त सुविधा उपलब्ध कराने से समूह की दीदियों की आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है। जिला प्रशासन के द्वारा समय समय पर मार्गदर्शन के साथ आर्थिक सहायता भी प्रदान किया जा रहा है। विभिन्न आय अर्जक गतिविधियों से जुड़कर वे अपने आप को आत्मनिर्भर एवं सशक्त महसूस कर रही हैं।
गोधन न्याय योजना कृषकों के लिए साबित हो रहा है वरदान
28 May, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जशपुरनगर : छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना नाम के अनुरूप ही अब महिलाओं, किसानों, आमजनों के लिए हो गई है। ग्रामीण महिलाएं अब घरेलू कार्य के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी से अपनी सहभागिता बढ़ा रही हैं। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौठानों में संचालित आय मूलक गतिविधियों से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं और अब वे अपने परिवार की जिम्मेदारी तथा उनका भरण-पोषण कर अपने जीवन स्तर बढ़ाने में सक्षम हो रही हैं। गोधन योजना अंतर्गत महिलाएं स्वप्रेरित होकर वर्मी टांका निर्माण कर स्वालम्बन की ओर कदम बढ़ा रहे है।
यह सफलता की कहानी एक स्वावलंबी महिला सुशीला कुजूर पति मनोज कुजूर निवासी ग्राम मितघरा विकास खण्ड बगीचा जिला जशपुर की निवासी है। जो पूर्णतः गृहणी है। सुशीला कुजूर बताती है कि उनके पास कुल 4.600 है जमीन है जिसमें में धान, मक्का, कुटकी एवं उड़द तथा साग सब्जी की खेती करती है तथा वह शासन की विभिन्न योजना का लाभ लेकर तकनीकी ढंग से खेती करवाती है जिससे उन्हें अच्छा लाभ प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोधन न्याय योजनातर्गत निर्मित गौठान का अवलोकन किया जिसमें वर्मी टाका से वर्मी खाद तैयार किया जा रहा है जो कि बहुत अच्छे किस्म का है तथा मैं उससे प्रभावित होकर ए. के. सिंह वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी बगीचा से मार्ग दर्शन प्राप्त कर अपने घर में लीची के पेड़ के नीचे खाली पडी हुई जमीन पर वर्मी टांका का निर्माण करवायी और अपने पास उपलब्ध जैविक कचरा एवं गोवर से सभी टांको की भराई कराई। उन्ही टांको में केचुआ डाल कर वर्मी खाद का निर्माण की है तथा उसी खाद का उपयोग कर अभी ग्रीष्मकाल में 0.400 हेक्टेयर में पत्ता गोभी का फसल लगायी है। वर्मी खाद से उत्पन्न पत्ता गोभी बहुत अच्छी है तथा ग्रीष्मकाल में भी अच्छा उत्पादन होने की संभावना है। इस तरह से खाद निर्माण करने खाली पड़ी जमीन का उपयोग हुआ और अलग से छाया की व्यवस्था नही करना पड़ी। इसके अलावा 0.200 हेक्टेयर में डबरी निर्माण कराकर मछली पालन के साथ ही अपने घर में मुर्गी एवं बकरी पालन का कार्य कर रही है। अपनी कृषि कार्य में गांव की कई महिलाओं को भी रोजगार उपलब्ध करा रही हैं।
उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री बघेल की गोधन न्याय योजना हम कृषकों के लिए एक वरदान है। जिससे हम गरीब कृषक अपने पास उपलब्ध जैविक कचरे का उपयोग कर कम लागत में वर्मी खाद तैयार कर जैविक विधि से खेती कर सकते हैं इस विधि से खेती कर विष रहित फसल एवं साग-सब्जी प्राप्त कर सकते है। जिसका बाजार में अच्छा मूल्य भी प्राप्त होता है तथा मानव शरीर में किसी प्रकार का नुकसान भी नहीं होता है। उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित की ही। साथ में गांव की अन्य महिलाओं को इस तरह की खेती करने के लिये प्रोत्साहित करती हैं।
जिस गांव में एक भी दुधारू पशु नहीं था, अब वह गांव मिल्क रूट से जुड़ रहा
28 May, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : ग्राम पंचायत बोलबोला की कहानी की शुरूआत 29 अप्रैल 2022 से होती है। विश्व पशु चिकित्सा दिवस का अवसर था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दिन पशु चिकित्सकों को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ को दुग्ध उत्पादन-व्यवसाय में अग्रणी बनाने का आव्हान किया था। इससे प्रेरित होकर कोंडागांव जिला प्रशासन ने उन गाँवों के लिए रणनीति बनाई, जहां दुग्ध उत्पादन नहीं होता था। जिले के बोलबोला ग्राम पंचायत में सामूहिकता, लगन और प्रशासन के सहयोग से ऐसा परिवर्तन आया कि जहां कोई दूधारू पशु था ही नहीं अब वहां दुग्ध का भरपूर उत्पादन हो रहा है, बल्कि जिला मुख्यालय और आस पास के गांवों को आपूर्ति की जा रही है। ग्राम बोलबोला अब मिल्क रूट से जुड़ने वाला है। एक ऐसे गाँव के लिए जहाँ एक भी दुधारू पशु नहीं था, अब आजीविका के लिए सबसे बड़े साधन के रूप में पशुपालन का बदलता जाना वहां के लिए क्रांति से कम नहीं है।
सुराजी गांव योजना
इस बदलाव के पीछे छत्तीसगढ़ शासन की सुराजी गांव योजना के तहत बनाया गया गौठान की महती भूमिका है। आदिवासी बहुल कोण्डागांव जिले में दुग्ध उत्पादन की कमी को देखते हुए जुलाई 2022 शासन ने हमर गरूवा हमर गौठान कार्यक्रम चलाया गया। पहले चरण में कोण्डागांव के नजदीक बोलबोला ग्राम पंचायत को चुना गया। कोण्डागांव जिले में मुख्यमंत्री बघेल द्वारा वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से गाय खरीदने के लिए राशि दी गई।
पशुपालन विभाग के अधिकारी डॉ. नीता मिश्रा बताती हैं कि राज्य में की गई 19वीं पशु संगणना में बोलबोला ग्राम पंचायत में दूधारू गाय नहीं थी। लेकिन गांव में गौठान बनने से लोग गौपालन के लिए आगे आए और यहां पशुपालन विभाग द्वारा गौठानों में महिला समूह को गौपालन के लिए प्रशिक्षण दिया गया। यहां पर गौठान से जुड़ी महिला समूहों को गौ-पालन के लिए तैयार किया गया। इसके बाद उन्हें प्रशिक्षण और ऋण अनुदान सहित गौठानों में चारा पानी और टीकाकरण सहित कई सुविधाएं उपलब्ध करायी गई।
इन महिला समूहों के साथ उनके परिवार के पुरूष सदस्य तथा गांव के अन्य ग्रामीण भी गौपालन करने और सहयोग करने के लिए आगे आए। इसके साथ ही गाय खरीदने और दुग्ध चिंलिंग प्लांट लगाने के लिए हितग्राहियों को ऋण अनुदान दिया गया। जिला प्रशासन द्वारा पशुपालन के लिए डीएमएफ और मनरेगा से शेड तैयार कराया गया। समूह के सदस्य तथा अन्य ग्रामीणों को दुग्ध चिलिंग प्लांट के संचालन के लिए ओडिशा में प्रशिक्षण भी दिया गया।
तमाम प्रक्रियाओं के बाद समूह के लोगों द्वारा डेयरी व्यवसाय का कार्य शुरू किया गया। बोलबोला गौठान के सामुदायिक डेयरी में हितग्राहियों ने दूधारू पशु रखे और दुग्ध उत्पादन शुरू किया। इस समय हितग्राहियों के पास 32 दूधारू पशु हैं जिनसे प्रतिदिन 300 लीटर दुग्ध का उत्पादन हो रहा है। दूधारू पशु खरीदने के लिए 16 पशुपालकों को आदिवासी परियोजना, राज्य डेयरी उद्यमिता योजना से सहायता उपलब्ध करायी गई है। पशुओं को हरे चारे की व्यवस्था के लिए गौठान में नेपियर घास की खेती की जा रही है, जिससे पशुओं को हरे चारे की उपलब्धता हर समय बनी रहे।
दुग्ध की बिक्री से प्रतिदिन करीब 13 हजार रूपए की हो रही आय
अब बोलबोला ग्राम पंचायत गांव में दुग्ध की कमी नहीं है बल्कि यहां से अब कोण्डागांव और आस-पास के गांवों में दुग्ध विक्रय के लिए जाने लगा है। दुग्ध की बिक्री से प्रतिदिन गौठान से जुड़े समूह को करीब 13 हजार रूपए मिल रहे हैं। गौठान में प्रतिदिन 640 किलो गोबर की भी बिक्री की जा रही है। गोबर से 1280 रूपए की अतिरिक्त आमदनी मिल रही है। गौमूत्र से कीटनाशक बनाने के लिए जल्द काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। बोलबोला गांव की सफलता से प्रेरित होकर छोटे बंजोड़ा ग्राम पंचायत में भी दुग्ध उत्पादन की ओर अग्रसर होने जा रहे हैं।
घर में दूध वाली चाय पी रहे हैं, बच्चों को भी दूध पिला रहे हैं - कोयली मंडावी
ग्राम जरे बेंदरी पंचायत बोलबोला के नई रोशनी महिला स्व-सहायता समूह की सचिव कोयली मंडावी बताती हैं कि पहले हमारे यहां दुग्ध उत्पादन नहीं होता था अब दुग्ध उत्पादन हो रहा है। उसे घर-घर जाकर 50 रूपए प्रति लीटर बेच रहे हैं। जो दुग्ध बचता है उसका पनीर बनाकर भी बेच रहे हैं। यहीं नहीं पहले हम बिना दुग्ध वाली लाल चाय पीते थे। अब दुग्ध वाली चाय पी रहे हैं और बच्चों को भी दुग्ध पिला रहे हैं।
गांव की आर्थिक स्थिति में आया सुधार - सरपंच पोयाम
सरपंच रत्नूराम पोयाम ने बताया कि गांव के लोगों की आर्थिक स्थिति तो बढ़िया हुई ही है। गांव के बच्चों के स्वास्थ्य में भी सुधार आया है। इसके साथ ही यहां के लोगों का दुग्ध का उपभोग भी बढ़ा है। पशुपालक पिलसाय और केशूराम मरकाम बताते हैं कि हमारे गांव के लिए हर तरह से सुखद बदलाव आ रहे हैं। समूह की महिलाओं के पास पैसा आया है। मिल्क रूट से जुड़ने की संभावनाओं के चलते आर्थिक आय और भी बढ़ेगी। गांव में हम लोग नैपियर घास आदि भी लगा रहे हैं जिससे हमारी गायों का दुग्ध उत्पादन भी काफी बढ़ा है। सरकार की योजनाओं से हमारे गांव को नई दिशा मिली है।
गौरतलब है कि नई रोशनी स्वसहायता समूह के सदस्यों ने मिलकर फार्मर इंट्रेस्ट ग्रुप बनाया है और समिति का नाम है मावा बोलबोला कोंडानार डेयरी प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति बनाई है। कोण्डागांव जिला प्रशासन ने जिले के गौठानों को दुग्ध क्रांति केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए योजना बनायी जा रही है। गौठानों को मिल्क रूट से जोड़ने के साथ ही दुग्ध उत्पादकों की सहकारी समिति बनाने की योजना पर भी काम शुरू कर दिया गया है। बोलबोला ग्राम में चिलिंग प्लांट प्रारंभ करने की तैयारी है। साथ ही दुग्ध की बिक्री के लिए जिला मुख्यालय में आउटलेट खोलने की योजना है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ऑस्ट्रेलिया में सेंट जॉन गॉड हॉस्पिटल के विशेषज्ञों से की चर्चा
28 May, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : ऑस्ट्रेलिया के अध्ययन दौरे पर गए स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव और अधिकारियों ने आस्ट्रेलिया के जीलोंग शहर के सेंट जॉन गॉड हॉस्पिटल का दौरा कर विशेषज्ञों से चर्चा की। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सेंट जॉन गॉड हॉस्पिटल में निर्धारित मानकों पर दी जाने वाली गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं, मेडिकल ऑडिट प्रणाली, छात्रों को दिए जाने वाले गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण एवं प्रोटोकॉल के साथ ही गोल्डन ऑवर में मरीज़ को किस तरह से सेवाएँ प्रदान की जाती है, इनका अध्ययन किया। सेंट जॉन गॉड हॉस्पिटल के विशेषज्ञों ने राज्य की टीम को ग्रामीण क्षेत्रों में दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी।
वरिष्ठ कॉर्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. जैन ने मेडिकल ऑडिट प्रणाली विकसित करने की आवश्कता पर दिया सुझाव
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सेंट जॉन गॉड हॉस्पिटल में प्रमुख कॉर्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. जितेंद्र कुमार जैन से मुलाकात की। पिछले 20 वर्षो से ऑस्ट्रेलिया में सेवा प्रदान कर रहे डॉ. जैन ने बताया की अनुशासन के साथ क्वालिटी और टीम वर्क के आधार पर ही हम अपने अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. से चर्चा के दौरान उन्होंने अस्पतालों में बेहतर स्किल के साथ ही मेडिकल ऑडिट प्रणाली विकसित करने की आवश्कता पर बल दिया। डॉ. जैन ने बताया कि मरीज़ की मृत्यु होने की स्थिति में मल्टीपल और इंडिपेंटेड ऑडिट होना चाहिए। मरीज़ के परिजनों से मेडिकल कन्सेंट के साथ ही फाइनेंसियल कन्सेंट भी लेना चाहिए। सभी मरीजों का फॉलो-अप स्वयं डॉक्टर द्वारा लिया जाना भी सुनिश्चित करना चाहिए जिससे मरीज़ व उनके परिजन बेहतर इलाज के प्रति आश्वस्त हो सकें।
डॉ. जैन ने बताया कि स्नातकोत्तर कर रहे चिकित्सा विशेषज्ञों का सर्जरी के दौरान लॉग बुक एनालिसिस होना चाहिए। इस लॉग बुक का मल्टीपल लेवल पर मूल्यांकन भी होना चाहिए जिससे कि छात्र का आत्मविश्वास कार्य के प्रति हमेशा बना रहे। उन्होंने बताया कि बिना टीम वर्क के सर्जिकल कार्य करना बहुत कठिन है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डॉ. जितेंद्र जैन से सेवारत डॉक्टरों को बाहर जाने से रोकने जैसे विषयों पर भी चर्चा की। इस पर डॉ. जैन ने कहा कि डॉक्टर को एक इंडिपेंडेंस और इंसेंटिवाइज्ड मोटिवेशन की जरूरत होती है। मेडिकल क्षेत्र में यह पहले नहीं था, पर अब काफी ज्यादा आ चुका है और इसे सतत बनाए रखने की जरूरत है।
डॉ. जैन ने छत्तीसगढ़ से गए स्वास्थ्य विभाग की टीम से मिलकर ख़ुशी जाहिर की और मुलाकात के लिए अपना आभार व्यक्त किया। डॉ. जितेन्द्र कुमार जैन रायपुर के पंडित जवाहरलाल नेहरु चिकित्सा महाविद्यालय के 1988 बैच के छात्र हैं और आज ऑस्ट्रेलिया के जाने माने हार्ट-की-होल (Heart-key-hole (कॉर्डियोथोरेसिक) सर्जन के रूप में जाने जाते हैं। हार्ट-की-होल सर्जरी हृदय के ऑपरेशन की एक नवीनतम तकनीक है। डॉ. जैन भारत के साथ अमेरिका और न्यूजीलैंड में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
फैमिली फिजिशियन पर हुई चर्चा
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ऑस्ट्रेलिया में फैमिली फिजिशियन और जनरल प्रैक्टिशनर के रूप में कार्यरत डॉ. रूपाली जैन से भी चर्चा की। डॉ. रूपाली जैन ने मरीज़ों को जर्नल प्रैक्टिशनर द्वारा जांच के बाद ही चिकित्सा विशेषज्ञ तक पहुंचने की बात कही जिससे कि अस्पतालों में मरीज़ों के लोड को कम किया जा सके। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में दी जाने वाली फैमिली फिजिशियन सेवाओं के महत्व को रेखांकित किया और स्पेश्लिस्ट लिंक के विषय पर राज्य की टीम के साथ अपने अनुभव साझा किए।
गोडम गौठान है स्वसहायता समूहों की आजीविका का आधार
28 May, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सारंगढ़ बिलाईगढ़ : जिले के सारंगढ़ विकासखंड के गोडम गोठान का परिसर, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) और महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) के सहयोग ने 6 महिला स्व सहायता समूहों को आजीविका के लिए आधार प्रदान किया है।
आमतौर पर किसी आजीविका का वित्तीय सहारा मजबूत नहीं होता तो उसकी बुनियाद कमजोर मानी जाती है। इसी बुनियाद को राज्य सरकार ने स्थापित किया है। गौठान, आजीविका के लिए सभी स्व सहायता समूह को स्थान दे रहा है। वहीं बिहान और रीपा समूह को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं। सावित्री स्व सहायता समूह आचार, बड़ी और साइकिल का सजावटी फूल बना रही है। इस समूह को दो लाख का ऋण मिला है। इनके समूह में 10 सदस्य हैं।
गोठान की गरिमा स्व सहायता समूह को रीपा की ओर से एक लाख 30 हजार रुपए का ऋण मिला है, जिनसे वह मुर्रा मशीन खरीदी है। इसी प्रकार महालक्ष्मी समूह को आलू चिप्स के व्यापार के लिए 7 लाख 85 हजार रुपए का पहली किस्त मिला है जिससे उन्होंने लगभग 10 लाख का मशीन खरीदी की है। मशीन को स्थापित करने, उत्पादन और भंडारण के लिए गौठान परिसर में में एक बड़ा सा शेड बना हुआ है। शीघ्र ही उत्पादन शुरू किए जाएंगे। संतोषी स्व सहायता समूह द्वारा वर्मी कंपोस्ट से जैविक खाद का निर्माण किया जा रहा है। पिछले दिनों 257 बोरी जैविक खाद की बिक्री की गई है और 150 बोरी की बिक्री कुछ दिनों में किया जाना है। इस समूह द्वारा फ्लाई ऐश ब्रिक्स की मशीन स्थापित हो चुकी है। इससे ईंट और सीमेंट खंभा का उत्पादन भी शुरू हो गया है। उजाला स्व सहायता समूह द्वारा गौठान परिसर में मुर्गी फार्म का संचालन किया जा रहा है। इसी प्रकार सुरभि स्व सहायता समूह द्वारा 25 लाख के लोन से प्रिंटिंग पैकेजिंग मशीन खरीदी की गई है और मशीन से उत्पादन चालू है। सभी समूह निरंतर कार्य कर रहे हैं। इनकी उपलब्धि और विकास ही राज्य सरकार की मंशा है।
सड़क दुर्घटना; जन्मदिन मनाने जा रहे स्कूटी सवार दम्पति को ट्रेलर ने ठोका
28 May, 2023 01:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पुसौर के जतरी गांव में अपने परिचित होम्योपैथी चिकित्सक के घर बच्चे का जन्मदिन मनाने स्कूटी से खरसिया आ रहे थे। जिन्हें ग्राम रानीसागर में रेलवे ओव्हर ब्रिज के ऊपर शनिवार रात ट्रेलर ने वाहन को अपने गिरफ्त में ले लिया।
पत्नी की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका उपचार जारी है। घटना की सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गई है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शनिवार शाम 6-7 बजे नेशनल हाइवे 49 में ग्राम रानी सागर रेलवे लाइन के उपर बनाये गए ओव्हर ब्रिज में तेज रफ्तार बेकाबू ट्रेलर सीजी 07 बीजे 0893 वाहन ने बाइक सवार दो बच्चे समेत दम्पति को अपने चपेट में लिया है। हादसे का शिकार हुए बाइक सवार पुसौर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम जतरी निवासी तोरेश पिता घनश्याम पटेल उम्र 30 साल उसकी पत्नी बिना पटेल 28 साल निवासी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई ।
इस दुर्घटना में उनके दो बच्चे वेदांसी पिता तोरेश डेढ़ साल, श्रेयांश पटेल 6 साल की घायल होने की जानकारी मिल रही है। बताया गया कि तोरेश डीबी पावर में कर्मचारी है जबकि उसकी पत्नी जिंदल उद्योग में कार्यरत थी। सड़क दुर्घटना की खबर मिलते ही खरसिया पुलिस टीम घटना स्थल पहुंच कर मामले की जांच में जुटते हुए दोनों मृत के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाते हुए दोनों घायलों को खरसिया सिविल अस्पताल में आरंभिक उपचार के बाद मेडिकल कालेज अस्पताल रिफर किया गया है।
देखा जाए तो सड़क दुर्घटनाओं, से प्रशासन,पुलिस प्रशासन के लगातार जागरुकता अभियान एवं दंडात्मक कार्यवाही के बाद भी बड़े वाहन सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। रफ्तार पर अंकुश लगा पाने में यातायात व अन्य जिम्मेदार विभाग पूरी तरह से नाकाम है। भारी वाहनों के मौत रूपी वारंट लेकर चलने से छोटे, बाइक सवार असमय काल के आगोश में समा रहे है। पिछले 4 दिन में सड़क दुर्घटना 9 लोगो की जान भी चली गई है।
तेज हवाओं के साथ वर्षा के बाद बिलासपुर में सुबह का मौसम हुआ खुशनुमा
28 May, 2023 01:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पश्चिमी विक्षोभ के असर से शनिवार रात को बिलासपुर में तेज हवाओं के साथ झमाझम वर्षा हुई थी। जिसका असर न्यूनतम तापमान पर पड़ा। तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 22 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। रविवार सुबह सूर्योदय के साथ ठंडक का एहसास हुआ। मौसम खुशनुमा हो गया। ठंडी हवाएं चली। मौसम विभाग की माने तो दिन में आज मौसम शुष्क बना रहेगा।
हीटवेव समाप्त होने के बाद मौसम में तेजी से बदलाव हुआ। न्यायधानी में गर्मी 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था जिसमें अब गिरावट आई है। एक दिन पहले अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पश्चिमी विक्षोभ के असर से शनिवार शाम रात को हुई वर्षा के बाद परिस्थितियां थोड़ी बदली।
वातावरण में हल्की नमी महसूस हुई। मौसम विशेषज्ञ सिराज खान का कहना है कि वर्षा के बाद भले ही न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आई है लेकिन अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना कम है। गर्मी व उमस का असर अभी रहेगा। अगले एक-दो दिनों तक शाम को आसमान में बादल वाह बूंदाबांदी भी संभावित है। हीटवेव समाप्त होने के बाद यह भी संभव है कि अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं जाएगा।
हालांकि इसका मतलब यह नहीं कि गर्मी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा गर्मी का असर अभी रहेगा। इधर वर्षा के बाद आमजन को थोड़ी राहत जरूर मिली है। मौसम में बदलाव को लेकर मौसम विज्ञानी लगातार नजर रखे हुए है। खासकर खेती को लेकर लगातार अपडेट दी जा रही है।
मौसम विभाग ने इस साल कम वर्षा होने के भी अनुमान जारी किया है। ऐसी स्थिति में किसानों को थोड़ा सावधान होने की भी जरूरत है। इधर गर्मी और मौसम में बदलाव के बाद स्वास्थ्य को लेकर भी दिक्कतें बढ़ गई हैं। मौसमी बीमारियों का प्रकोप धीरे-धीरे अब बढ़ेगा। अस्पताल के ओपीडी में रोजाना मरीजों की भीड़ लग रही है।
पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने की ग्रामीणों की हत्या
28 May, 2023 01:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से एक नक्सली वारदात की खबर आ रही है। खबरों के अनुसार यहां नक्सलियों ने एक ग्रामीण हत्या कर दी है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने ग्रामीण पर पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाया है। हालांकि इस घटना की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
दरअसल, यह घटना सुकमा के चिंतागुफा थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने अपनी क्रूरता का परिचय देते हुए एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया है। बताया जा रहा है कि हथियारबंद वर्दीधारी नक्सली देर रात ग्रामीण गणपत सेठिया के घर पहुंचे। नक्सलियों ने ग्रामीण पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया है, इससे पहले कि ग्रामीण कुछ समझ पाता नक्सलियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली मौके से फरार हो गए। घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।
सड़क हादसा: नांदघाट में खड़ी ट्रेलर में जा घुसी यात्री बस; एक की मौत, 12 घायल
28 May, 2023 01:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर-रायपुर नेशनल हाइवे मार्ग पर एक यात्री बस खड़ी ट्रेलर में जा घुसी। इस भीषण सड़क हादसे में एक यात्री की मौत हो गई जबकि 12 घायल हो गए। यह नांदघाट में ये भीषण सड़क हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि 12 घायलों में महिला यात्री भी शामिल हैंं। हादसे के बाद नादघाट पुलिस मौके पर पहुंच गई है। घायलों को स्थानीय शासकीय अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
समूह के महिलाओं की आय का अतिरिक्त जरिया है जैविक खाद निर्माण
27 May, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सारंगढ़ बिलाईगढ़ : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए की गई आधारभूत और महत्वपूर्ण कार्यक्रम ‘नरवा गरवा घुरूवा बारी’ राज्य के गांव-गांव में चल रहे हैं। पशुपालकों से गोबर खरीदना और स्वसहायता समूह को खाद बनाने के लिए देना, समूह द्वारा समिति को बेचना, समिति से किसानों को बिक्री ये एक उत्पादन से विक्रय का एक कारीडोर बनाया गया है। पशुपालकों और स्वसहायता समूह के खातों में राशि का भुगतान ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है, वहीं खेतों में जैविक खाद का उपयोग कर, वर्षों से रासायनिक खाद से हुई उपजाऊ क्षति को दूर किया जा रहा है।
‘नरवा गरवा घुरूवा बारी’ कार्यक्रम अंतर्गत जिले के सारंगढ़ विकासखंड के ग्राम रापांगुला गोठान में सूर्या स्वसहायता समूह में 11 सदस्य वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन का कार्य कर रही हैं। समूह की अध्यक्ष कमला सिदार ने बताया कि 26 मई को 95 क्विंटल 40 किलो जैविक खाद का बिक्री समूह द्वारा किया गया है। एक सप्ताह पूर्व 135 बोरी जैविक खाद की बिक्री भी सेवा सहकारी समिति कटेली में की गई है। आगामी दिनों में भी वर्मी कम्पोस्ट का जैविक खाद गौठान में है, जिसकी बिक्री करेंगे। गौठान के जैविक खाद से हुई आमदनी हमारे समूह की महिला सदस्यों के लिए आय का अतिरिक्त जरिया है।