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दिल्ली में किसानों को रोकने पुलिस हुई सक्रिय, उप्र, हरियाणा की सीमाएं सील
10 Feb, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । किसानों के एक और आंदोलन की तैयारी को देखते हुए दिल्ली पुलिस उत्तरप्रदेश और हरियाणा से लगी दिल्ली की सीमाओं पर बैरिकेड लगा रही है तथा 5,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जा रहा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। बृहस्पतिवार को, उत्तर प्रदेश के किसानों ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर धरना दिया । पुलिस ने दिल्ली तक उनके मार्च को रोक दिया। प्रदर्शन के परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण सड़कों पर भारी यातायात जाम देखने को मिला।
मुख्यत: उत्तरप्रदेश, हरियाणा और पंजाब के कई किसान संगठनों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाले कानून की मांग के लिए 13 फरवरी को एक और विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। यह उन शर्तों में से एक है जो किसानों ने तब निर्धारित की थी जब वे 2021 में कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन वापस लेने पर सहमत हुए थे। बाद में इन कानूनों को निरस्त कर दिया गया था।
एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी के अलावा, किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और खेतिहर मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफी, पुलिस मामलों को वापस लेने और लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए ‘‘न्याय की भी मांग कर रहे हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम यह जानने के लिए हरियाणा, पंजाब और उत्तरप्रदेश में अपने समकक्षों के साथ संपर्क में हैं कि कितने किसान संगठन विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे और अपेक्षित लोगों की संख्या क्या होगी। उचित समीक्षा के बाद, हम कानून और व्यवस्था की स्थिति सुनिश्चित करने के लिए एक योजना तैयार करेंगे।
बृहस्पतिवार को, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लगभग 100 गांवों के हजारों किसान सड़कों पर उतर आए, जिससे दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कई हिस्सों में यातायात ठप हो गया।
किसान नेता राकेश टिकैत बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शनकारियों से जुड़े जहां उनके संगठन भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के सदस्य स्थानीय प्राधिकरण कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
दोपहर 12 बजे के आसपास नोएडा में महामाया फ्लाईओवर से अपना मार्च शुरू करने वाले प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए चिल्ला सीमा पर एक तरफ नोएडा
हल्द्वानी में उपद्रव: आरोपियों की हो रही तलाश, सीएम ले रहे पल-पल का अपडेट
9 Feb, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हल्द्वानी। बीती रात हल्द्वानी में हुए उपद्रव के बाद सुरक्षा बलों पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। दंगों में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। उधर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पल पल का अपडेट ले रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने अपने एक्स अकाउंट से बैठक की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा है कि एक-एक दंगाइयों की पहचान की जा रही है और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार की सुबह एक्स पर लिखा, ‘दंगाइयों और उपद्रवियों के विरुद्ध करेंगे कठोरतम कार्रवाई हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना के संबंध में शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। पुलिस को अराजक तत्वों से सख़्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है, सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जायेगा। हल्द्वानी की सम्मानित जनता से अनुरोध है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।’बता दें कि नैनीताल जिले के हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में बृहस्पतिवार को नगर निगम ने ‘‘अवैध’’ रूप से निर्मित मदरसा एवं मस्जिद को जेसीबी मशीन से ध्वस्त कर दिया, जिसके बाद क्षेत्र में पैदा हिंसक स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना में 60 लोग घायल हुए हैं। घायलों में हल्द्वानी के एसडीएम(अनुमंडलाधिकारी) भी शामिल हैं। गुरुवार की शाम को हुई हिंसा में कुल 2 लोगों की मौत हो गई और वहीं 100 से अधिक लोग घायल हो गए। अब शहर में तनाव का माहौल है, जिसके चलते कर्फ्यू लगाया गया है।
दरिंदे ने तीन साल की बच्ची से किया दुष्कर्म
9 Feb, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नोएडा। तीन साल की मासूम से रेप करने वाला दुष्कर्मी पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया है। आरोपी ने पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश की थी । इस पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की जिससे आरोपी घायल हो गया। जिसे बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस आरोपी पर तीन साल की बच्ची से रेप का आरोप है। उसने बच्ची को खेतों में ले जाकर उसके साथ रेप किया था। इसके बाद बच्ची लहूलुहान हालत में लोगों को मिली थी। लोगों की सूचना के बाद बच्ची के परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को खबर देने के साथ ही बच्ची को अस्पताल ले जाया गया था। फिलहाल पुलिस बच्ची के साथ रेप के आरोपी के खिलाफ कार्रवाई में जुटी हुई है। ग्रेटर नोएडा में 3 साल की बच्ची से रेप करने वाले आरोपी से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड में आरोपी के पैर में गोली लगी है, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को घायल अवस्था में इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। इस आरोपी ने खेतों में 3 साल की बच्ची से रेप की घटना को अंजाम दिया था।जानकारी के अनुसार, यह घटना ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा थाना इलाके की है। यहां पुलिस की रेप के आरोपी से मुठभेड़ हो गई। इस दौरान आरोपी ने भागने की कोशिश की। इस दौरान उसने पुलिस पर हमला कर दिया। बचाव में पुलिस ने गोली चलाई, जो आरोपी के पैर में जा लगी। इससे आरोपी घायल हो गया। इसके बाद पुलिस आरोपी को अस्पताल ले गई। इस दौरान आरोपी ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि गलती हो गई, अब ऐसी गलती नहीं होगी।
पश्चिम बंगाल की जेलों में महिला कैदी हो रहीं गर्भवती
9 Feb, 2024 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता । कलकत्ता उच्च न्यायालय के सामने एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, गुरुवार को अदालत के सामने एक जनहित याचिका दायर (पीआईएल) की गई। जिसमें जानकारी दी गई कि राज्य की जेलों में महिला कैदी गर्भवती हो रही हैं। इसमें बताया गया कि जेलों में अपनी सजा काटने के दौरान महिला कैदी गर्भवती हो रहीं हैं। यह जानकारी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति टीएस शिवगनामन और न्यायमूर्ति सुप्रतिम भट्टाचार्य की पीठ के सामने लाई गई। याचिका में अदालत से सुधार गृहों के पुरुष कर्मचारियों के उन बाड़ो में काम करने पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया, जहां महिला कैदियों को रखा जाता है। इसमें कहा गया कि यह एक बहुत ही गंभीर मामला है।
न्याय मित्र ने अदालत को बताया कि जेलों में अब तक कम से कम 196 शिशुओं ने जन्म लिया है। यह मामला जेल के अंदर बंद महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा है। उन्होंने अदालत से आग्रह किया कि सुधार गृहों के पुरुष कर्मचारियों का उन बाड़ों में प्रवेश पूरी तरह रोका जाए, जहां महिला कैदियों को रखा जाता है।
मुख्य न्यायाधीश शिवगनामन ने इस मामले में एक आदेश पारित किया और कहा, हमारे संज्ञान में लाया गया यह मु्दा बहुत गंभीर है। हम इन सभी मामलों को आपराधिक मामलों की सुनवाई करने वाली पीठ को स्थानांतरित (ट्रांसफर) करना उचित समझते हैं।
हजारों टन बर्फ में दबे कई घर
9 Feb, 2024 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू। कश्मीर के सोनमर्ग के सरबल इलाके में एवलांच के बाद बर्फीले तूफान जैसे हालात बन गए। एवलांच का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें लोग खुद को बचाने के लिए भागते नजर आ रहे हैं। हालांकि इस एवलांच में बड़ी तादाद में संपत्तियों का नुकसान हुआ है। फिलहाल किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। सोनमर्ग में जोजिला सुरंग निर्माण के लिए कार्यशाला के पास हुआ। अधिकारियों ने फरवरी के पहले हफ्ते में भारी बर्फबारी के बाद कश्मीर घाटी के ऊंचे इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। साथ ही लोगों को अगले 24 घंटों तक हिमस्खलन संभावित क्षेत्रों की ओर जाने से बचने की सलाह दी गई है।
भारत-म्यांमार के बीच फ्री मूवमेंट बंद
9 Feb, 2024 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मंत्रालय ने भारत-म्यांमार के बीच फ्री मूवमेंट रिजीम को खत्म करने का फैसला लिया है। इससे दोनों देशों के बीच बॉर्डर के पास रहने वाले लोगों का फ्री मूवमेंट बंद हो गया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा- भारत की आंतरिक सुरक्षा और नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों की डेमोग्राफी को बरकरार रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। इससे पहले अमित शाह ने असम में 20 जनवरी को ऐलान किया था कि भारत-म्यांमार के बीच बॉर्डर की फेंसिंग की जाएगी। दोनों देशों के बीच फिलहाल 1600 किमी लंबी बॉर्डर है।
दुनिया में जनवरी 2024 का महीना रिकॉर्ड में दर्ज अब तक का सबसे गर्म महीना रहा
9 Feb, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दुनिया में जनवरी 2024 का महीना रिकॉर्ड में दर्ज अब तक का सबसे गर्म महीना रहा। वहीं, पिछले 12 महीने का वैश्विक औसत तापमान पेरिस समझौते में निर्धारित पूर्व औद्योगिक काल के स्तर से 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर गया। यूरोपीय जलवायु एजेंसी ने यह जानकारी दी। हालांकि, इसका मतलब पेरिस समझौते में निर्दिष्ट 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा का स्थायी उल्लंघन नहीं है, क्योंकि यह कई वर्षों में दीर्घकालिक जलवायु परिवर्तन को संदर्भित करता है।
बीते वर्ष जून के बाद से हर महीना रिकॉर्ड स्तर पर सबसे गर्म महीना रहा है। वैज्ञानिक इस असाधारण गर्मी का कारण अल नीनो और मानव की गतिविधियों के कारण हो रहे जलवायु परिवर्तन के संयुक्त प्रभावों को मान रहे हैं। अल नीनो मध्य प्रशांत महासागर में सतही जल के असामान्य रूप से गर्म होने की अवधि है ।
जनवरी, 2024 में वैश्विक औसत तापमान 1850-1900 के जनवरी के औसत तापमान से 1.66 डिग्री सेल्सियस अधिक था, जिसे पूर्व-औद्योगिक काल संदर्भ अवधि माना गया है। कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (सी3एस) ने बताया कि जनवरी 2024, 13.14 डिग्री सेल्सियस के औसत तापमान के साथ जनवरी, 2020 की तुलना में 0.12 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म रहा। इससे पहले जनवरी, 2020 सबसे गर्म जनवरी का महीना था।
सी3एस के वैज्ञानिकों ने कहा कि पिछले 12 महीनों (फरवरी 2023-जनवरी 2024) का वैश्विक औसत तापमान रिकॉर्ड में सबसे अधिक था और 1850-1900 पूर्व-औद्योगिक अवधि के औसत से 1.52 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
देशों ने 2015 में पेरिस में जलवायु के बिगड़ते प्रभावों से बचने के लिए पूर्व-औद्योगिक स्तर (1850-1900) की तुलना में औसत तापमान वृद्धि को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे और अधिमानतः 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने पर सहमति व्यक्त की थी।
सी3एस की उपनिदेशक सामंथा बर्गेस ने कहा, 2024 एक और रिकॉर्ड तोड़ने वाले महीने के साथ शुरू हो रहा है, जिसमें न केवल रिकॉर्ड गर्म जनवरी, बल्कि हमने पिछले 12 महीने की अवधि में पूर्व औद्योगिक स्तर से 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान का भी अनुभव किया है। उन्होंने कहा, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में तेजी से कमी वैश्विक तापमान को बढ़ने से रोकने का एकमात्र तरीका है।
वर्ष 2023 सबसे गर्म वर्ष रहा था, जिसमें पूर्व-औद्योगिक काल के स्तर की तुलना में औसत वैश्विक तापमान में वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा के करीब वृद्धि देखी गई। विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने दिसंबर में कहा था कि 2024 और भी बदतर हो सकता है क्योंकि अल नीनो के चरम पर पहुंचने के बाद आमतौर पर वैश्विक तापमान पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है।
चलती ट्रेन में यात्री पर डंडे से हमला, पुलिस जांच में जुटी
8 Feb, 2024 05:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। चलती ट्रेन में अज्ञात व्यक्ति द्वारा डंडे से हमला करने की घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के ठाणे जिले में हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस में सवार 27 वर्षीय युवक पर एक अज्ञात व्यक्ति ने चलती ट्रेन के बाहर से लकड़ी के डंडे से कथित तौर पर हमला कर दिया था। जिससे वह घायल हो गया।
पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी है। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक अधिकारी ने कल्याण में बताया कि यह घटना सोमवार को जिले के अंबिवली और कल्याण के बीच दोपहर को हुई थे। बताया जा रहा है कि नासिक के मनमाड का रहने वाला एक श्रमिक ट्रेन के सामान्य श्रेणी की एक बोगी में दरवाजे पर खड़ा था। पटरी के पास मौजूद एक अज्ञात व्यक्ति ने बिना किसी उकसावे के उस पर लकड़ी के डंडे से वार किया। अधिकारी ने बताया कि पीड़ित को आंख पर चोट आई है। उसे इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
उन्होंने बताया कि कल्याण में जीआरपी ने मंगलवार को मिली शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 336 (मानव जीवन या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए जल्दबाजी या लापरवाही से कार्य करना) और 338 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालकर गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उस अज्ञात अपराधी को पकड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
पीएम मोदी: देश के लिए मनमोहन सिंह ने पेश की मिसाल
8 Feb, 2024 12:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राज्यसभा में सांसदों के विदाई समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आज पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के तारीफों के पुल बांध दिए। राज्यसभा में कई सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है, जिनके लिए पीएम मोदी भाषण दे रहे थे। पीएम मोदी ने इस बीच मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ की। बता दें कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का भी कार्यकाल खत्म हो रहा है।पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह की दिल खोलकर तारीफ की। पीएम ने कहा कि मेरे मनमोहन से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा देश के लिए मार्गदर्शक का काम किया। मोदी ने कहा कि जब भी देश के लोकतंत्र की बात होगी मनमोहन की चर्चा जरूर होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह 6 बार इस सदन को अपने मूल्यवान विचारों से नेता के रूप में और प्रतिपक्ष के नेता के रूप में भी बहुत बड़ा योगदान दे चुके हैं। मैं उस पल को नहीं भूल सकता हूं जब पूर्व पीएम व्हीलचेयर पर संसद में वोटिंग के लिए आए थे और लोकतंत्र के लिए मिसाल पेश की थी।पीएम मोदी ने कहा कि मनमोहन को पता था कि उनकी पार्टी तेगी नहीं, लेकिन फिर भी वो चुनाव में हिस्सा लेने व्हीलचेयर तक पर पहुंच गए।
2 किलोमीटर दूर हुआ एक और अवैध फैक्ट्री का खुलासा
8 Feb, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरदा । मध्य प्रदेश के हरदा में फैक्ट्री में धमाका हुआ। जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और करीब 200 लोग घायल हो गए। वहीं अब एक और फैक्ट्री के बारे में खबर आ रही हैं। जो कि ब्लास्ट वाली फैक्ट्री से करीब 2 किलोमीटर दूर है।
सूत्रों ने बताया कि इस फैक्ट्री की क्षमता 1500 किलो बारूद स्टॉक करने की है। जब 600 किलो के स्टॉक में हुए धमाके ने 11 लोगों की जान ले ली, तब अगर हादसा होता तब कितना नुकसान होगा, इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है। कई एकड़ में अभी भी बारूद और बम फैले हुए हैं। आग लगने की सूरत में यहां बचाव के भी इंतज़ाम नहीं है और यहां काम करने वाले मौत के मुहाने पर बैठकर काम करते हैं। उधर इस पूरे मामले में नर्मदापुरम संभागयुक्त पवन शर्मा ने बताया कि पटाखा फैक्ट्री के 2 लाइसेंस निलंबित थे। फैक्ट्री संचालक के पास 4 लाइसेंस थे, जिनमें से दो लाइसेंस 1 महीने के लिए निलंबित किए गए थे। 300 किलो के एल-5 लाइसेंस वैध थे। 15 किलो के एल-2 के दो लाइसेंस अब भी निलंबित थे। वहीं, जिस जमीन पर पटाखा फैक्ट्री चलाई जा रही थी, उसमें से आधा क्षेत्र कृषि और आधे पर व्यापार की इजाजत थी। फैक्ट्री के बेसमेंट को लेकर संभागायुक्त ने कहा कि स्टॉक को रखने के लिए छोटा सा हिस्सा बनाया गया था। उस हिस्से में पानी और मुर्रम भरा मिला है। कमिश्नर शर्मा ने बताया कि हादसे में 11 लोगों की मौत हुई है और एक शव की पहचान नहीं हुई है। वहीं, 32 टैंकर और 12 पोकलेन मशीनों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था।
कागजों पर हुआ मस्जिद का काम, रमजान के बाद रखेंगे नींव
8 Feb, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अयोध्या में दशकों पुराना विवाद खत्म होने के बाद यहां भव्य राम मंदिर तो तैयार हो गया है, मगर उस जगह पर मस्जिद का काम शुरु ही नहीं हुआ है, जिसके निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने साल 2019 में आदेश दिया था। बताया जा रहा है कि मस्जिद का काम फिलहाल कागजों पर हो गया है, बाकी रमजान के बाद नींव रखी जाएगी। दरअसल, अयोध्या जिले के धन्नीपुर में बाबरी के बदले बनने वाली मस्जिद का नाम पैगंबर के नाम पर ‘मुहम्मद बिन अब्दुल्ला मस्जिद’ रखा गया है। मिली जानकारी के अनुसार धन्नीपुर में प्रस्तावित मस्जिद की जमीन पर जल्द शुरू होगा। बताया जा रहा है कि रमजान के बाद मस्जिद की नींव रख दी जाएगी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सीनियर अधिकारी की मानें तो अयोध्या में भव्य मस्जिद का निर्माण इसी साल मई से शुरू कर दिया जाएगा और इसे पूरा होने में तीन-चार साल लगने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि रमजान के बाद मई महीने में एक शुभ मुहूर्त देखकर मस्जिद की नींव रख दी जाएगी।
हालांकि अब तक तारीख को लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है। अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के प्रोजेक्ट की देखरेख कर रहे इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की विकास समिति के प्रमुख हाजी अराफात शेख के मुताबिक मस्जिद के लिए पैसे जुटाने के लिए एक क्राउड-फंडिंग वेबसाइट लॉन्च की जाएगी। गौरतलब है कि राम मंदिर के लिए भी क्राउड फंडिंग हुई थी और रामभक्तों ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट और बैंक अकाउंट के जरिए दान किया था। दरअसल अयोध्या में राम मंदिर और मस्जिद को लेकर साल 2019 में एक ही वक्त में फैसला आया। अब सवाल उठता है कि अयोध्या में राम मंदिर बन गया, मगर मस्जिद की अब तक नींव भी क्यों नहीं रखी गई? इसे लेकर आईआईसीएफ यानी इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद के निर्माण में इस कारण देरी हुई है, क्योंकि वे डिजाइन में और ज्यादा पारंपरिक तत्व जोड़ना चाहते हैं।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने श्रीराम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर साल 2019 में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने विवादित स्थल को हिन्दू पक्ष को सौंपने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि विवादित भूमि पर राम मंदिर बनाया जाएगा, वहीं मुस्लिम पक्ष को मस्जिद के निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन अलग जगह पर प्रदान की जाएगी, जो कि धन्नीपुर मस्जिद स्थल नवनिर्मित राम मंदिर से करीब 22 किमी दूर है। हाजी अरफात शेख ने कहा कि नई मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिद होगी, जिसके लिए मक्का के इमाम इस मस्जिद का शिलान्यास करने आएंगे। मस्जिद परिसर में चिकित्सा, शैक्षिक और अन्य सामाजिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
हिलांस किचन बना रहा महिलाओं को आत्मनिर्भर
8 Feb, 2024 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नैनीताल । उत्तराखंड के नैनीताल के जिला कलेक्ट्रेट में महिला स्वयं सहायता समूह के द्वारा संचालित हिलांस किचन से जुड़ी महिलाएं सशक्त हो रही हैं। ये महिलाएं आत्मनिर्भर हो ही रही हैं। यहां आपको कम कीमत में लजीज पहाड़ी पकवानों की थाली मिल जाएगी। हिलांस किचन की संचालिका रजनी आर्या ने बताया कि वह पिछले एक साल से जिला कलेक्ट्रेट परिसर में अपने महिला सहायता समूह सलोनी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ मिलकर इस किचन को संचालित कर रही हैं। उनके साथ 7 महिलाएं जुड़ी हैं। रजनी बताती हैं कि इस पहल से महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं और अपनी आर्थिकी मजबूत कर रही हैं।
महिलाओं और स्वयं सहायता समूह को सुदृढ़ करने के लिए और महिलाओं को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत यह हिलांस किचन 2019-20 में तैयार किए गए थे। नैनीताल में भी तीन हिलांस किचन की शुरूआत की गई और उन्हें चलाने की जिम्मेदारी महिला स्वयं सहायता समूहों को दी गई। रजनी बताती हैं कि सरकार की इस योजना का लाभ लेकर ही वह अपने समूह की महिलाओं के साथ यहां काम कर रही हैं। रजनी ने बताया कि हिलांस किचन में उन्होंने पहाड़ी थाली को अपने मेन्यू में शामिल किया है। वह यहां पहाड़ी व्यंजनों को परोस रही हैं। जिनमें भट की चुड़कानी-भात, झोली-भात, पहाड़ी राजमा चावल, डुबके-भात, रोटी सब्जी से लेकर कई तरह के पहाड़ी व्यंजन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां परोसे जाने वाले व्यंजनों के रेट सरकारी योजना के तहत तय हैं जो बेहद कम हैं और इसके साथ ही पहाड़ी खाने का असली जायका भी यहां मिल रहा है। उनके यहां परोसी जाने वाली कुमाऊंनी थाली का स्वाद आप मात्र 60 रुपये में ले सकते हैं। इस थाली में चावल, भट की चुड़कानी, सब्जी, रोटी, रायता होता है। साथ ही झोली भात, राजमा चावल भी मात्र 30 रुपये हाफ प्लेट और 60 रुपये फुल प्लेट में मिलता है।
अयोध्या में केएफसी का आउटलेट खुलने को तैयार...लेकिन एक शर्त
8 Feb, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अयोध्या । भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में पर्यटकों की भरमार हो गई है। औसतन हर रोज लाखों लोग रामलला का दर्शन करने आ रहे हैं। इसके बाद फूड कंपनियां भी लगातार अपना आउटलेट खोलने की तैयारी में हैं। हाल ही में डोमिनोज की अपार सफलता के बाद अधिकारियों ने केंटुकी फ्राइड चिकन (केएफसी) का एक आउटलेट खोलने की संभावना का संकेत दिया है। अगर वे खाने में केवल शाकाहारी आइटम बेचते हैं, तब उन्हें अनुमति दी जा सकती है।
बताया जा रहा है केएफसी ने अयोध्या-लखनऊ राजमार्ग पर अपनी यूनिट तैयार की है। क्योंकि हम अयोध्या में मांसाहारी खाद्य पदार्थों की बिक्री की अनुमति नहीं देते हैं। अगर वह केवल शाकाहारी चीजें बेचने का फैसला करते हैं, तब हम अयोध्या में केएफसी को जगह देने के लिए तैयार हैं। बता दें कि अयोध्या में पंच कोसी मार्ग के भीतर मांस और शराब परोसने पर सख्त प्रतिबंध लागू है। इस मार्ग में पंच कोसी परिक्रमा शामिल है, जो अयोध्या के चारों ओर 15 किलोमीटर का तीर्थ सर्किट है, जो रामायण से जुड़े पवित्र स्थलों की यात्रा करता है।
उन्होंने कहा, हमारे पास अयोध्या में अपनी दुकानें स्थापित करने के लिए बड़े खाद्य श्रृंखला आउटलेट्स से प्रस्ताव हैं। हम उनका खुले दिल से स्वागत करते हैं, लेकिन एक ही प्रतिबंध है कि वे पंच कोसी के अंदर मांसाहारी खाद्य पदार्थ नहीं परोस सकते हैं। अयोध्या में मांस खाने पर प्रतिबंध कोई अकेला मामला नहीं है। हरिद्वार भी अपनी शहरी सीमा के भीतर इसी तरह का प्रतिबंध लगाता है। परिणामस्वरूप, केएफसी जैसे प्रतिष्ठान शहर के बाहर, विशेष रूप से हरिद्वार-रुड़की राजमार्ग पर स्थित हैं।
कृष्णा नदी में मिली रामलला जैसी भगवान विष्णु की प्राचीन मूर्ति
7 Feb, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आर्कियोलॉजिस्ट ने बताया अतिदुर्लभ, शास्त्रों में भी है इसका जिक्र
रायचूर । कर्नाटक के रायचूर जिले के एक गांव में कृष्णा नदी से भगवान विष्णु की प्राचीन मूर्ति मिली है। इस मूर्ति में सभी दशावतार को उसकी ‘आभा’ चारों ओर उकेरे हुए हैं। इस मूर्ति के साथ एक प्राचीन शिवलिंग भी मिला है। आर्कियोलॉजिस्ट ने इस मूर्ति को अतिदुर्लभ बताया है। यह मूर्ति इस तथ्य को देखते हुए उल्लेखनीय है कि इस मूर्ति की विशेषताएं अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में हाल ही में प्रतिष्ठित ‘रामलला’ की मूर्ति से मिलती जुलती हैं। रायचूर यूनिवर्सिटी में प्राचीन इतिहास और पुरातत्व के लेक्चरर डॉ. पद्मजा देसाई ने विष्णु की इस मूर्ति के बारे में बताया कि कृष्णा नदी बेसिन में पाई गई इस विष्णु मूर्ति में कई विशेषताएं हैं। इस में भगवान विष्णु के चारों ओर की आभा मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिम्हा, वामन, राम, परशुराम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि जैसे ‘दशावतार’ को दिखाया गया है। मूर्ति की विशेषताओं के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस मूर्ति में विष्णु खड़ी अवस्था में हैं और उनकी चार भुजाएं हैं। उनके दो ऊपरी हाथों में ‘शंख’ और ‘चक्र’ हैं, वहीं दो निचले हाथ ‘कटि हस्त’ और ‘वरदा हस्त’ वरदान देने की स्थिति में हैं।
प्रसिद्ध पुरातत्वविद की मानें तो यह मूर्ति वेंकटेश्वर से मिलती जुलती है, जैसा कि शास्त्रों में उल्लेख गया है। हालांकि, इस मूर्ति में गरुड़ नहीं है, जो आमतौर पर विष्णु की मूर्तियों में पाया जाता है। इसके बजाय दो महिलाएं हैं। उन्होंने बताया, ‘चूंकि भगवान विष्णु को सजावट का शौक है, इसलिए मुस्कुराते हुए विष्णु की इस मूर्ति को मालाओं और आभूषणों से सजाया गया है। डॉ। देसाई ने कहा कि यह मूर्ति किसी मंदिर के गर्भगृह की शोभा रही होगी। ऐसा प्रतीत होता है कि मंदिर को नुकसान पहुंचाने के दौरान इसे नदी में फेंका गया होगा। उनका मानना है कि यह मूर्ति ईसा पश्चात 11वीं या 12वीं शताब्दी की है।
द्वारका एक्सप्रेसवे शुरु होने पर बनी सहमति, अंतिम रूप देने में जुटे अधिकारी
7 Feb, 2024 04:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुरुग्राम । द्वारका एक्सप्रेसवे शुरु होने पर केन्द्र सरकार के साथ सहमति बन गई है। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ने अगले 15 दिन में एक्सप्रेसवे शुरू होने की उम्मीद जताई है। उधर, मौखिक आदेशों के बाद अब एनएचएआई के अधिकारी भी द्वारका एक्सप्रेसवे को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार द्वारका एक्सप्रेसवे के शुरू होने की अटकलें तेज हो गई हैं। इसके लिए मंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। बैठक में गुरुग्राम के हिस्से वाले द्वारका एक्सप्रेसवे को खोलने के लिए सहमति बनी है। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को मौखिक आदेश जारी कर दिए हैं। अधिकारियों के मुताबिक इस माह लोगों को इस मार्ग पर यातायात की सुविधा मिलने लगेगी। जल्द ही औपचारिक रूप से इसके लोकार्पण की भी घोषणा की जाएगी।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी अगले 15 दिनों में एक्सप्रेस वे को शुरू करने की सहमति दी है। एक्सप्रेसवे को चार हिस्सों में विभाजित किया गया है। इसमें पहला हिस्सा महिपालपुर के पास शिव मूर्ति से द्वारका तक का है। दूसरा द्वारका अर्बन एक्सटेंशन रोड से बजघेड़ा तक है। तीसरा हिस्सा बजघेड़ा से बसई रेल ओवरब्रिज, दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर का है। चौथा हिस्सा बसई आरओबी से खेड़की दौला तक है। इसमें गुरुग्राम में पड़ने वाले राजमार्ग के हिस्से में क्लोवरलीफ इंटरचेंज शामिल है, यह दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे (एनएच -48) और खेड़की दौला के पास दक्षिणी पेरिफेरल रोड (एसपीआर) को जोड़ेगा।
बैठक में खेड़की दौला टोल प्लाजा को हटाने की भी चर्चा की गई। टोल की समय अवधि पूरी हो चुकी है। राज्य सरकार भी टोल शिफ्ट करने के लिए दूसरी जगह देने को तैयार है। ऐसे में जल्द से जल्द इस टोल को शिफ्ट किया जाए। नितिन गडकरी ने राव को बताया कि टोल वसूली के लिए नई योजना तैयार कर ली गई है। कंपनी गुरुग्राम -रेवाड़ी -पटौदी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण को लेकर गंभीर नहीं है। निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। इस पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि कंपनी के साथ बैठक कर निर्माण कार्य की समीक्षा की गई है। इस दौरान जुलाई तक निर्माण कार्य पूरा कर लेने के निर्देश दिए गए हैं।