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पूर्व CM विजय रूपाणी का DNA अभी तक नहीं हुआ मैच, जानिए क्यों आ रही है परेशानी
15 Jun, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Ahmedabad plane crash: 12 जून को अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया था। इस हादसे ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया, लेकिन हादसे के तीन दिन बाद भी रूपाणी की शिनाख्त नहीं हो सकी है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में मृतकों की पहचान के लिए चल रही डीएनए जांच में अब तक पूर्व मुख्यमंत्री का डीएनए मेल नहीं हुआ है।
पूर्व सीएम विजय रूपाणी का डीएनए अभी तक मैच नहीं हुआ
रविवार को अस्पताल के डिप्टी सिविल सुपरिटेंडेंट डॉ. रजनीश पटेल ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 31 लोगों के डीएनए सफलतापूर्वक मैच हो चुके हैं, जिनमें से 12 पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। लेकिन विजय रूपाणी का डीएनए रिपोर्ट अब तक नहीं मिल सकी है। उन्होंने कहा कि रूपाणी की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की देखरेख में जारी है और जैसे ही मेल होगा, परिवार को सूचना दे दी जाएगी।
विमान में सवार 241 यात्रियों को हुई थी मौत
हादसे के दिन एयर इंडिया की यह इंटरनेशनल फ्लाइट लंदन के लिए रवाना हो रही थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद तकनीकी खराबी के कारण क्रैश हो गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 यात्रियों की मौत हो गई। सिर्फ एक व्यक्ति को जीवित निकाला जा सका। यह हादसा भारत के विमानन इतिहास के सबसे दुखद और भयावह हादसों में शामिल हो गया है।
250 से ज्यादा डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम
अस्पताल प्रशासन और राज्य सरकार इस आपदा से निपटने में पूरी तत्परता से जुटे हुए हैं। सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि हादसे की खबर मिलते ही अस्पताल में 250 से ज्यादा डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और स्वयंसेवकों की टीम ने त्वरित राहत कार्य शुरू कर दिया। घायलों को प्राथमिक चिकित्सा दी गई और मृतकों की पहचान की प्रक्रिया तुरंत शुरू की गई।
कई शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त
डॉ. जोशी ने बताया कि कई शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के कारण पहचान मुश्किल हो गई थी, इसलिए फॉरेंसिक जांच और डीएनए मिलान की मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता दी जा रही है, जिसमें पार्थिव शरीर की सुपुर्दगी से लेकर मनोवैज्ञानिक मदद और आर्थिक राहत तक शामिल है।
हेल्प नंबर जारी
अहमदाबाद सिविल अस्पताल ने यात्रियों के परिजनों की सुविधा के लिए एक विशेष कंट्रोल रूम की स्थापना की है और 10 संपर्क नंबर भी जारी किए हैं: 9429915911, 9429916096, 9429916118, 9429916378, 9429916608, 9429916622, 9429916682, 9429916758, 9429916771 और 9429916875। परिजन अस्पताल के डी2 ब्लॉक स्थित कंट्रोल रूम में आकर या इन्हीं नंबरों के जरिए संपर्क कर सकते हैं। अस्पताल प्रशासन ने अपील की है कि लोग केवल इन्हीं अधिकृत नंबरों से आए कॉल का जवाब दें, ताकि गलत सूचना से बचा जा सके।
पांच साल बाद फिर शुरु हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा, हर-हर महादेव के जयकारों के बीच पहला जत्था रवाना
15 Jun, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। पांच वर्षों के लंबे इंतजार के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर बाबा के करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए शुरू हो गई है। शुक्रवार को हर-हर महादेव के जयकारों के बीच पहला जत्था धार्मिक उत्साह और आस्था के साथ रवाना हुआ। वर्ष 2019 के बाद पहली बार है जब यह पवित्र यात्रा फिर शुरू की गई है। कोरोना महामारी के कारण यात्रा पर रोक लगा दी गई थी, जो अब हट दी गई है।
विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित विशेष समारोह में विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने यात्रा का शुभारंभ किया। उन्होंने चीनी पक्ष द्वारा सहयोग प्रदान करने और भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों की सक्रिय भूमिका के लिए आभार प्रकट किया।
उन्होंने बताया कि यात्रा 15 जून से 25 अगस्त तक चलेगी। यात्रा उत्तराखंड और सिक्किम के मार्गों से हो रही है, जिसमें कुल पांच बैच भेजे जाएंगे। हर बैच में 50 तीर्थयात्रियों को शामिल किया गया है। इस साल कुल 750 यात्रियों का चयन किया गया है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा न केवल हिंदू श्रद्धालुओं, बल्कि जैन और बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए भी गहन धार्मिक महत्व रखती है। इस यात्र को मोक्ष की ओर ले जाने वाली यात्रा माना जाता है।
धर्मार्थ कार्य विभाग और यूपीएसटीडीसी की ओर से तीर्थयात्रियों के ठहरने, खानपान और मार्गदर्शन की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। तीर्थ यात्रियों के लिए विशेष वातनूकुलित भवन तैयार किया गया है, इसमें एक समय में 288 श्रद्धालु ठहर सकते हैं। साथ ही, यात्रियों को राज्य पर्यटन विभाग द्वारा तैयार ब्रोशर किट भी दी जा रही हैं।
कैलाश मानसरोवर यात्रा सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि भारत और चीन के बीच सहयोग का एक महत्वपूर्ण प्रतीक भी बन चुकी है। केंद्र सरकार इस यात्रा के पुनः संचालन को एक सकारात्मक संकेत मान रही है, जो धार्मिक भावनाओं के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग की मिसाल भी है।
फ्लाइट के क्रैश पर संजय राउत ने साइबर हमले की आशंका जाहिर की
15 Jun, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । एयर इंडिया की फ्लाइट के क्रैश होने पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। फ्लाइट उड़ान भरने के महज 30 सेकंड में ही नीचे गिरकर क्रैश हो गई। इसके बाद शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने गंभीर सवाल उठाकर साइबर हमले की आशंका जाहिर की है।मुंबई में प्रेसवार्ता को संबोधित कर राउत ने कहा, मैं कोई तकनीकी विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन हादसे के पीछे कुछ गंभीर सवाल हैं। फ्लाइट अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के महज 30 सेकंड के भीतर कैसे दुर्घटनाग्रस्त हो गई? क्या यह महज तकनीकी खराबी थी, या फिर किसी दुश्मन देश द्वारा विमान की प्रणाली पर साइबर हमला किया था? उन्होंने हाल के दिनों में भारत के सैन्य और सामरिक प्रतिष्ठानों पर संभावित साइबर हमलों की घटनाओं का हवाला देकर हादसे की गहन तकनीकी और साइबर दृष्टिकोण से जांच की मांग की।
इतना ही नहीं राउत ने विमानन क्षेत्र में रखरखाव की स्थिति पर सवाल उठाकर पूछा कि अहमदाबाद में विमान का रखरखाव किस कंपनी या एजेंसी के अधीन था? उन्होंने कहा कि जब बोइंग के साथ विमान सौदा हुआ था, तब भाजपा इसके विरोध में थी, जबकि तब प्रफुल्ल पटेल नागरिक उड्डयन मंत्री थे।
राउत ने कहा, आज लोग हवाई यात्रा करने से डर रहे हैं। विमानन क्षेत्र में रखरखाव सबसे अहम पहलू है। आखिर अहमदाबाद को ही क्यों चुना गया? वहां का रखरखाव मानक के अनुरूप है या नहीं?दूसरी ओर, केंद्र ने हादसे की विस्तृत जांच के लिए एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति का गठन किया है। यह समिति हादसे की तह तक जाकर इसके वास्तविक कारणों का पता लगाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यह समिति मौजूदा मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपीएस) की समीक्षा करेगी और जरूरत पड़ने पर नई एसओपीएस व नीतियों की सिफारिश भी करेगी।
समिति को मिलेगी सभी डेटा तक पहुंच
इस समिति को फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर, रखरखाव रिकॉर्ड, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) लॉग और चश्मदीद गवाहों की गवाही तक पूरी पहुंच होगी। समिति तीन महीने के भीतर अपनी विस्तृत रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
विमान हादसा : लंदन में बेटा इंतजार करता रहा और पिता अनंतयात्रा पर चले गए
15 Jun, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | 12 जून को अहमदाबाद में हुए विमान दुर्घटना के बाद हर दिन दिल दहला देनेवाली कहानियां सामने आ रही हैं| ऐसी कई कहानियां हैं, जो हमें इस कड़वी सच्चाई को स्वीकार करने पर मजबूर कर रही हैं कि जब मौत आनी होती है, तो वह बिना किसी कारण के आती है और कड़ियां जुड़ती चली जाती हैं। लेकिन कभी-कभी मौत इस तरह आती है कि परिवार के सदस्यों को जीवन भर का गम दे जाती है। ऐसी ही कहानी है अहमदाबाद में रहने वाले एक पिता और लंदन में रहने वाले उसके बच्चों की। अहमदाबाद में रहने वाले वैष्णव रमणलाल परीख फादर्स डे के मौके पर अपने बेटे कुणाल और बेटी जान्हवी परीख से मिलने लंदन जा रहे थे। लेकिन बेटे ने यह नहीं सोचा था कि जिस पिता के साथ वह लंदन में फादर्स डे मनाने की योजना बना रहा था, वह कभी लंदन नहीं पहुंच पाएगा। जब वैष्णव रमनलाल परीख विमान में सवार हुए तो उन्होंने अपने बेटे को मोबाइल पर इसकी जानकारी दी। लेकिन कुछ मिनट बाद उनके बेटे को जो खबर मिली, उस पर उसके लिए यकीन करना मुश्किल था। 12 जून को वैष्णव रमनलाल परीख उसी विमान से अहमदाबाद से लंदन जा रहे थे जो मेघानीनगर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था| वैष्णव परीख के कृषि विभाग से सेवानिवृत्त होने के 6 महीने बाद उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई थी| जिसके बाद से वह अहमदाबाद में अकेले ही रहते थे| जबकि बेटा कुणाल और बेटी जान्हवी लंदन में रहते थे| बेटे ने कई बार अपने पिता वैष्णव परीख को लंदन में आकर रहने का अनुरोध किया| कुणाल अपने पिता की एकलता को खत्म करना चाहता था और लंदन में उनके साथ समय व्यतीत करना चाहता था| किसी प्रकार कुणाल अपने पिता को लंदन आने के लिए मना लिया और 12 जून को अहमदाबाद से सीधे लंदन की फ्लाइट भी बुक करवा दी| पिता लंदन आ रहे होने की बात से कुणाल काफी खुश था कि 15 जून को पिता के साथ फादर्स डे मनाएगा| लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था| अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड बाद एयर इंडिया का विमान मेघाणीनगर में हादसे का शिकार हो गया| जिसमें 12 क्रू मेम्बर और 229 यात्रियों की मौत हो गई| एक ओर लंदन में कुणाल अपने पिता का इंतजार करता रहा, वहीं दूसरी ओर वैष्णव परीख ऐसी यात्रा पर रवाना हो गए, जहां कभी लौटकर नहीं आएंगे| बेटे ने कल्पना भी नहीं की होगी वह कभी अपने पिता से नहीं मिल पाएगा| फिलहाल वैष्णव परीख की मौत की खबर मिलने के बाद कुणाल और जान्हवी अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए हैं, जो देर रात तक पहुंच सकते हैं|
हिमाचल में लैंडस्लाइड, पुणे में गाडिय़ां बहीं, मप्र में दो दिन बाद मानसून की एंट्री
15 Jun, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली/भोपाल। मानसून ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है। हिमाचल में लैंडस्लाइड हुई है। वहीं पुणे में गाडिय़ां बह गई हैं। मप्र में 16 जून तक मानसून की एंट्री हो सकती है। जबकि राजस्थान के जैसलमेर में बारिश हुई। मौसम विभाग ने 23 जिलों में आंधी-बारिश की संभावना जताई है।मौसम विभाग ने यूपी, पंजाब-हरियाणा समेत देश के 7 राज्यों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। सिरसा में पारा 47.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। हिसार में 44.6 डिग्री रहा। गुरुग्राम में अधिकतम तापमान 44 डिग्री दर्ज किया गया। उधर बीती रात पुणे में भारी बरसात हुई। पिंपरी चिंचवड़ शहर की सडक़ों पर पानी भर गया। नाले में चार से पांच गाडिय़ां बह गईं, गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ।
भरभराकर गिरा पूरा पहाड़
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला में शनिवार को सुबह पूरा पहाड़ भरभराकर सडक़ पर गिर गया। गनीमत यह रही कि कोई वाहन इसकी चपेट में नहीं आया। मौके पर मौजूद लोगों ने खतरे को भांपते हुए पहले ही ट्रैफिक रोक दिया। इसके बाद पहाड़ देखते ही देखते सडक़ पर गिर गया। किसी ने इसका वीडियो बना दिया, जो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। यह लैंडस्लाइड चंबा जिला के भरमौर विधानसभा क्षेत्र की बसु कुंडी सुनारा सडक़ पर हुआ। पहाड़ी गिरने के बाद चार से पांच मिनट तक धूल के गुबार उड़ते रहें। पहाड़ी का मलबा सडक़ से करीब 500 मीटर नीचे नाले में गया।
केदारनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर लौट रहा हेलीकॉप्टर क्रैश, पायलट समेत 7 लोग थे सवार
15 Jun, 2025 10:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): उत्तराखंड में फिर हेलीकॉप्टर हादसा सामने आया है. केदारनाथ धाम से यात्रियों को लेकर लौट रहा आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. वहीं घटना में कई लोगों के हताहत होने की खबर सामने आ रही है. जिस स्थान पर हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, वो स्थान गौरीकुंड से करीब 5 किमी ऊपर पैदल गौरी माई खर्क नामक स्थान है. सूचना के बाद रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंच गई हैं. वहीं हादसे पर सीएम पुष्कर सिंह धामी और पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सांसद अनिल बलूनी ने दुख जताया है.
केदारनाथ में फिर हेली हादसा: आज सुबह आर्यन एविएशन कंपनी का हेलीकॉप्टर केदारनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर गुप्तकाशी बेस वापस लौट रहा था. बताया जा रहा है कि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. वहीं हेलीकॉप्टर में पायलट के अलावा पांच यात्री व एक बच्चा भी सवार था.
सीएम धामी ने हादसे पर जताया दुख: वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा कि रुद्रप्रयाग जिले में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का अत्यंत दुःखद समाचार मिला है. एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन एवं अन्य रेस्क्यू दल राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हैं. बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूं.
आज सुबह एक हेलीकॉप्टर मिसिंग की जानकारी मिली थी. जानकारी मिलते ही हेली की जांच एवं खोजबीन की गई. प्राथमिक जानकारी के अनुसार आर्यन एविएशन का एक हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम से यात्रियों को वापस गुप्तकाशी बेस पर ला रहा था. घाटी में अचानक मौसम खराब हो गया. पायलट ने हेली को घाटी से बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन इसी दौरान हेली क्रैश हो गया. हेली में पायलट के अलावा पांच यात्री व एक बच्चा भी सवार था. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस बल समेत सभी रेस्क्यू टीमें स्थानीय लोगों के सहयोग से खोज कार्य में जुटे हुए हैं, पूरे मामले में जल्द अपडेट दिया जाएगा.
राहुल चौबे, जिला पर्यटन अधिकारी व हेली सेवा नोडल अधिकारी
हेलीकॉप्टर में सवार लोगों के नाम
श्रद्धा राजकुमार जायसवाल ( 35 साल) महाराष्ट्र
काशी ( 25 साल) महाराष्ट्र
राजकुमार सुरेश जायसवाल ( 41 साल) गुजरात
विक्रम बीकेटीसी केदारनाथ उत्तराखंड
विनुद देवी (66साल) उत्तर प्रदेश
तुष्टि सिंह (19 साल) उत्तर प्रदेश
कैप्टन राजवीर सिंह चौहान (पायलट)
7 जून को भी हुआ था हेलीकॉप्टर हादसा: गौर हो कि 7 जून को ही केदारनाथ यात्रा रूट पर एक हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था. हेलीकॉप्टर ने बडासू हेलीपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी. लेकिन तकनीकी खामियों से हेलीकॉप्टर की केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बडासू के पास इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी. पायलट ने हेलीकॉप्टर को सड़क पर इमर्जेंसी लैंडिंग कराई थी. हेलीकॉप्टर क्रिस्टल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का था. जबकि हेलीकॉप्टर में पायलट समेत 6 लोग सवार थे और हादसे में पायलट को हल्की चोटें आई थी. वहीं हादसे में सभी यात्री सुरक्षित बच गए थे.
सुरक्षा बलों ने मणिपुर के 5 जिलों में की सर्चिंग, 300 से ज्यादा राइफल और गोला-बारूद बरामद
15 Jun, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंफाल। मणिपुर की इंफाल घाटी के पांच जिलों से 300 से ज्यादा राइफल समेत हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया है। यह बरामदगी मणिपुर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और सेना की संयुक्त टीमों ने शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात को एक जॉइंट ऑपरेशन के दौरान की।
जब्त की गई वस्तुओं में 151 एसएलआर राइफलें, 65 इंसास राइफलें, 73 अन्य राइफलें, पांच कार्बाइन गन, दो एमपी5 गन, 12 लाइट मशीन गन, छह एके सीरीज राइफलें, दो अमोघ राइफलें, एक मोर्टार, छह पिस्तौल, एक एआर-15
प्रधानमंत्री मोदी 15 से 19 जून को साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की यात्रा पर
15 Jun, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री मोदी 15 से 19 जून को साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की यात्रा पर रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले साइप्रस गणराज्य के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के निमंत्रण पर 15 से 16 जून को साइप्रस की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। यह दो दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली साइप्रस यात्रा होगी। राजधानी निकोसिया में पीएम मोदी राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस से बातचीत करेंगे और लिमासोल में व्यापार जगत के नेताओं को संबोधित करेंगे। अपनी यात्रा के दूसरे चरण में, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर, प्रधानमंत्री जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 16-17 जून को कनाडा के कनानास्किस की यात्रा करेंगे। यह जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री की लगातार छठी भागीदारी होगी। वहीं, 18 जून को पीएम मोदी क्रोएशिया की यात्रा करेंगे।
भारत के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने तथा भूमध्यसागरीय क्षेत्र और यूरोपीय संघ के साथ भारत के जुड़ाव को मजबूत करने के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगी।
मंत्रालय के अनुसार, कनाडा में शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी जी-7 देशों के नेताओं, अन्य आमंत्रित आउटरीच देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे, जिनमें ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और नवाचार, विशेष रूप से एआई-ऊर्जा संबंध और क्वांटम-संबंधी मुद्दे शामिल होंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री शिखर सम्मेलन के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।
इसके बाद अपने दौरे के अंतिम चरण में, क्रोएशिया गणराज्य के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के निमंत्रण पर, प्रधानमंत्री मोदी 18 जून को क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा करेंगे। पीएम मोदी प्रधानमंत्री प्लेंकोविच के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे और क्रोएशिया के राष्ट्रपति ज़ोरान मिलानोविच से भी मिलेंगे।
क्रोएशिया की यात्रा यूरोपीय संघ में भागीदारों के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करेगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली यात्रा होगी, जो द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
अब 19 जून को एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च होगा, भारतीय अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाएगा
15 Jun, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केंद्रीय विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी है कि 19 जून को एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च होगा। एक्सिओम-4 मिशन में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के रूप में पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाएंगे। 39 वर्षीय शुभांशु शुक्ला लखनऊ में जन्मे हैं। उन्हें जून 2006 में भारतीय वायुसेना में कमीशन मिला। उन्हें 2000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव हासिल है। वे सुखोई-30 एमके 1, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और एएन-32 जैसे फाइटर जेट्स को उड़ा चुके हैं। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के लिए भी मिशन महत्वपूर्ण होगा। वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर विशेष खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोग करेंगे।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट के जरिए जानकारी दी। उन्होंने बताया कि “भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ले जाने वाले एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्च तारीख अब 19 जून 2025 के लिए फिर से निर्धारित की गई है। साथ ही स्पेस एक्स टीम ने पुष्टि की है कि लॉन्च को पहले स्थगित करने वाले सभी मुद्दों पर पूरी तरह से काम किया गया है।” उन्होंने कहा कि आगे का कोई भी अपडेट समय के अनुसार साझा किया जाएगा।
दरअसल, 11 जून को मिशन कुछ तकनीकी परेशानी के कारण स्थगित करना पड़ा। चौथी बार ऐसा हुआ कि मिशन लॉन्च करने की तारीख बदली गई। 11 जून को मिशन स्थगित करने की घोषणा करते हुए इसरो ने जानकारी दी कि लॉन्च से पहले टेस्टिंग के दौरान प्रोपल्शन बे में एलओएक्स रिसाव का पता चला था।
13 जून को इसरो प्रमुख वी नारायणन ने एक बयान में कहा, “इसरो, नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के ज्वेज्दा मॉड्यूल में देखी गई समस्या को जिम्मेदारी के साथ हल करने के लिए काम कर रहा है, जिसके कारण एक्सिओम मिशन 4 (एक्स-4) में देरी हुई।”
इज़राइल-ईरान युद्ध पर भारत का रुख स्पष्ट, विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
14 Jun, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दोनों देश एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं। पिछले 24 घंटे में इजराइल की एयरस्ट्राइक में ईरान के 138 लोग मारे गए। ईरान की ओर से मिसाइलों और ड्रोन से अटैक किए जा रहे हैं। अब सवाल उठ रहा है कि इजराइल-ईरान युद्ध में भारत किसके साथ रहेगा? इसे लेकर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, शंघाई सहयोग संगठन (SCO) ने इजरायल और ईरान के बीच हाल ही में हुए घटनाक्रम पर एक बयान जारी किया है। इस मामले पर भारत की अपनी स्थिति 13 जून 2025 को हमारे द्वारा स्पष्ट की गई थी और यह वही है। हम आग्रह करते हैं कि तनाव कम करने के लिए बातचीत और कूटनीति के माध्यमों का उपयोग किया जाना चाहिए और यह आवश्यक है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय उस दिशा में प्रयास करे।
भारत के विदेश मंत्री ने ईरानी समकक्ष से की बात
विदेश मंत्री ने भी शुक्रवार को अपने ईरानी समकक्ष के साथ इस मामले पर चर्चा की और घटनाओं के इस मोड़ पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की गहरी चिंता से अवगत कराया। उन्होंने किसी भी तरह के आक्रामक कदम से बचने और कूटनीति की ओर जल्द लौटने का भी आग्रह किया। भारत की समग्र स्थिति को अन्य SCO सदस्यों को सूचित किया गया था। भारत ने इसे ध्यान में रखते हुए उपर्युक्त एससीओ बयान पर चर्चा में भाग नहीं लिया।
युद्ध के पक्ष में नहीं है भारत
इजराइल और ईरान युद्ध के पक्ष में भारत नहीं है। वह सिर्फ शांति चाहता है। इसे लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री से वार्ता की। इससे पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम नरेंद्र मोदी से बात की थी। ऐसे में भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने का आग्रह किया है।
केरल तट के पास सिंगापुर के जहाज में भीषण आग, Indian Coast Guard ने बचाई जानें
14 Jun, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय तटरक्षक बल ने नौसेना और वायु सेना के साथ मिलकर सिंगापुर के जहाज एमवी वान हाई 503 में लगी आग बुझाने और बचाव अभियान में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इसके साथ ही आग से प्रभावित इस जहाज को केरल तट के पास भारतीय तटरेखा से दूर ले जाने की भी सफल पहल की है, जो एक व्यापक समुद्री पर्यावरणीय आपदा रोकने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सुरक्षा बलों के इस संयुक्त अभियान की बदौलत प्रतिकूल मौसम के बावजूद जहाज पर लगी भयावह आग एवं अन्य कठिन चुनौतियों पर काबू पाया जा सका। गौरतलब है कि इस सप्ताह के प्रारंभ में सिंगापुर ध्वज वाले कंटेनर जहाज में लगी आग से इस जहाज के केरल तट के निकट होने के कारण बड़ा खतरा पैदा हो गया था।
'आग लगभग बुझ चुकी है'
बहरहाल, भारतीय तटरक्षक बल ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "बचाव अभियान में एक बड़ी सफलता तब मिली, जब 13 जून को भारतीय तटरक्षक बल से इस जहाज को ऑफशोर वारियर को ट्रांसफर कर दिया गया। प्रतिकूल मौसम के बावजूद भारतीय नौसेना के 'सीकिंग' हेलीकॉप्टर ने कोच्चि से 20 समुद्री मील दूर जहाज पर बचाव दल को उतारा। तटरक्षक बल के तीन जहाज सिंगापुर के कंटेनर जहाज को एस्कार्ट कर रहे हैं। अब जहाज तट से 35 समुद्री मील दूर है, आग लगभग बुझ चुकी है।''
एक्स पोस्ट में यह भी कहा गया है कि हालांकि प्रतिकूल मौसम ने हवाई अभियान को सीमित कर दिया, मगर बचाव दल के बोर्डिंग में देरी के बावजूद 13 जून को कोच्चि से उड़ान भरने वाले नौसेना के सींकिंग हेलीकाप्टर ने अत्याधिक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में बचाव दल के सदस्यों को जहाज पर सफलतापूर्वक उतारा। इसके बाद बचाव दल कोच्चि के तट से लगभग 20 समुद्री मील दूर आफशोर वारियर से 600 मीटर की रस्सी जोड़ने में सफल रहा। जहाज को अब 1.8 समुद्री मील की गति से पश्चिम की ओर खींचा जा रहा है और यह लगभग 35 समुद्री मील दूर है।
'यह एक शानदार उदाहरण'
भारतीय तटरक्षक, नौसेना और वायु सेना पर्यावरणीय आपदा को रोकने के लिए तालमेल से काम कर रहे हैं। समुद्री समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया का यह एक शानदार उदाहरण है।''
तटरक्षक बल नौवहन महानिदेशालय के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जहाज भारतीय तटरेखा से कम से कम 50 समुद्री मील की दूरी पर रहे, जब तक कि इसके मालिकों की ओर से अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार इस बारे में निर्णय नहीं लिया जाता है।
बाबा रामदेव का बड़ा बयान: 'क्या विमान हादसे के पीछे तुर्किये का हाथ है?'
14 Jun, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एअर इंडिया का Air India Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर, फ्लाइट AI-171 गुरुवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल हवाई अड्डे से टेकऑफ के कुछ मिनटों बाद ही क्रैश हो गया। विमान हादसे की जांच चल रही है। इसी बीच योगगुरू बाबा रामदेव ने विमान हादसे को लेकर एक ऐसी बात कही है, जिसकी काफी चर्चा चल रही है।
बाबा रामदेव ने कहा कि मुझे ये पता चला है कि तुर्किये की एक एजेंसी जो विमानों में मेंटेनेंस का काम करती है, कहीं तुर्किये ने तो इसके जरिए दुश्मनी नहीं निकाली, कहीं उसने तो कोई साजिश नहीं रची है। मुझे पता चला है कि तुर्किेये की एक एजेंसी जो मेंटेनेंस का काम करती है। ऐसे में एविएशन सेक्टर पर भारत को और नजर रखनी चाहिए। बाबा रामदेव ने आगे कहा कि भारत को अब इस तरह के संवेदनशील मामलों में तो विदेशी हस्तक्षेप को कम करना पड़ेगा।
बाबा रामदेव ने तुर्किये का क्यों किया जिक्र?
दरअसल, तुर्किये की कंपनी टर्किश टेक्निक एक ग्लोबल एविएशन सर्विस प्रोवाइडर है। भारत में एअर इंडिया और इंडिगो भी इस कंपनी की सर्विस लेती है।
एयर इंडिया अपनी एयरलाइंस बोइंग 777 के बेड़े की मेंटेनेंस के लिए टर्किश टेक्निक के पास अपने विमानों को भेजती थी, जिसमें बुनियादी रखरखाव, पुनर्वास और रेट्रोफिट का काम किया जाता था। हालांकि, विमानन कंपनी एअर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड (AIESL) व कुछ अन्य देशों में भी विमानों की मेंटेनेंस करवाती थी।
गौरतलब है पाकिस्तान के साथ हुए सैन्य संघर्ष के बाद भारत ने तुर्किये का बायकॉट करना शुरू कर दिया। इसके बाद एअर इंडिया ने टर्किश टेक्निक से सेवा लेना बंद कर दिया था।
प्लेन क्रैश को लेकर MCA सचिव ने क्या-क्या दी जानकारी
14 Jun, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अहमदाबाद प्लेन क्रैश के धमाके के न सिर्फ गुजरात बल्कि पूरे देश को दहला कर रख दिया है। हादसे को 48 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन इसकी वजह अभी तक सामने नहीं आई है। 12 जून की दोपहर आखिर क्या हुआ था? अहमदाबाद से लंदन जा रहा प्लेन टेकऑफ करते ही कुछ दूर जाकर कैसे क्रैश हो गया?
इन सभी सवालों के जवाब ढूंढे जा रहे हैं। इसी बीच नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा ने पूरी घटना का विवरण साझा किया है।
2 बजे मिली प्लेन क्रैश की सूचना
समीर कुमार सिन्हा के अनुसार, 12 जून को लगभग 2 बजे हमें सूचना मिली कि अहमदाबाद से लंदन जा रहा प्लेन क्रैश हो गया है। अधिक जानकारी के लिए हमने फौरन अहमदाबाद ATC से संपर्क किया। हमें पता चला कि AI 171 में कुल 242 लोग सवार थे। इनमें 230 पैसेंजर्स, 2 पायलट और 10 क्रू मेंबर्स थे।
समीर कुमार सिन्हा ने बताया -
इस विमान ने 1:39 बजे रनवे से उड़ान भरी। 650 फीट के बाद विमान में कुछ खराबी आ गई और विमान ऊंचाई नहीं पकड़ पाया। इसी समय विमान के पायलट ने अहमदाबाद ATC को सूचना दी कि यह मेडे (पूरी तरह से आपातकालीन स्थिति) है।
ATC ने दी जानकारी
समीर कुमार सिन्हा ने आगे बताया, "ATC के अनुसार जब उन्होंने विमान से संपर्क करने की कोशिश की तो कोई जवाब नहीं मिला। ठीक 1 मिनट बाद विमान एअरपोर्ट से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मेघानी नगर इलाके में क्रैश हो गया।"
पेरिस-दिल्ली-अहमदाबाद तक भरी थी सुरक्षित उड़ान
AI171 की अन्य उड़ानों की जानकारी देते हुए समीर सिन्हा ने बताया "लंदन के लिए उड़ान भरने से पहले यह विमान पेरिस से दिल्ली और फिर दिल्ली से अहमदाबाद गया था। इस दौरान कोई भी हादसा नहीं हुआ। प्लेन क्रैश के बाद अहमदाबाद रनवे को 2:30 बजे बंद कर दिया गया था। सभी प्रोटोकॉल फॉलो करने के बाद रनवे शाम को 5 बजे खोला गया।"
5 दिनों में 3 देशों का दौरा करेंगे पीएम मोदी
14 Jun, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही तीन देशों की यात्रा पर जाने वाले हैं। पीएम मोदी 15 जून से 19 जून के बीच साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की यात्रा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने आज इसकी सूचना जारी करते हुए बताया कि पीएम मोदी की इस यात्रा का उद्देश्य प्रमुख वैश्विक साझेदारों के साथ भारत की द्विपक्षीय और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना है।
विदेश मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पीएम मोदी पहले साइप्रस जाएंगे। इसके बाद कनाडा में जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और फिर वो क्रोएशिया का रुख करेंगे।
साइप्रस का दो दिवसीय दौरा
विदेश मंत्रालय के अनुसार, साइप्रस गणराज्य के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के बुलावे पर पीएम मोदी 15 जून को दो दिवसीय साइप्रस यात्रा के लिए रवाना होंगे। पिछले 2 दशकों में भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली साइप्रस यात्रा होगी। इस दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति निकोस के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी।
विदेश मंत्रालय ने अपनी स्टेटमेंट में कहा-
यह यात्रा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाएगी। इसी के साथ भूमध्यसागरीय क्षेत्र और यूरोपीय संघ के साथ भारत का जुड़ाव और भी ज्यादा मजबूत होगा।
जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी
साइप्रस के बाद पीएम मोदी 16 और 17 जून को कनाडा की विदेश यात्रा पर रहेंगे। पीएम मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बुलावे पर जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी लगातार छठीं बार जी-7 सम्मेलन में शिरकत करेंगे। इस सम्मेलन में फ्रांस, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, जापान, इटली और कनाडा के दिग्गज नेता भी उपस्थित रहेंगे। इस दौरान पीएम मोदी कुछ देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी कर सकते हैं।
ऐतिहासिक होगा क्रोएशिया का दौरा
कनाडा के बाद पीएम मोदी 18 जून को क्रोएशिया की यात्रा करेंगे। पीएम मोदी की यह यात्रा बेहद ऐतिहासिक होगी। पीएम मोदी क्रोएशिया जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविक के बुलावे के बाद पीएम मोदी की यह यात्रा शेड्यूल की गई है। इस दौरान पीएम मोदी क्रोएशिया के राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच से भी मुलाकात करेंगे।
अहमदाबाद जैसी त्रासदी 47 साल पहले भी हुई थी – जब आसमान से गिरा भरोसा
14 Jun, 2025 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अहमदाबाद में एअर इंडिया का प्लेन AI-171, जो बोइंग 787-8 का एक ड्रीमलाइनर विमान था वह गुरुवार को बड़े हादसे का शिकार हो गया। इस घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई।
यह विमान हादसा भारत के सबसे बड़े विमान हादसों में से एक है। इससे पहले साल 1978 में भी एक बड़ा विमान हादसा हुआ था, जिसमें 213 लोगों की मौत हो गई थी। 47 साल पहले भी एअर इंडिया का ही एक विमान अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
साल 1978 की घटना
1978 में नए साल के पहले दिन एअर इंडिया का विमान AI-855, जिसका नाम 'एंपरर अशोका था', उसने मुंबई के सांता क्रूज इंटरनेशनल एअरपोर्ट (अब छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा) से दुबई के लिए उड़ान भरा था।
इस विमान में 190 यात्री और 23 क्रू मेंबर्स थे। विमान ने रात के वक्त रनवे संख्या 27 से टेकऑफ किया था और 18 हजार फीट की ऊंचाई पर जाकर अरब सागर की तरफ विमान हल्का सा मुड़ा था, लेकिन इस विमान का एल्टीट्यूड डायरेक्टर इंडिकेटर (ADI) खराब था।
एडीआई खराब होने की वजह से विमान के समतल होने पर भी विंग सीधे झुके होने का इशारा कर रहा था। इस विमान को 51 वर्षीय पायलट मदन लाल कुकर और इंदु विरमानी उड़ा रहे थे। एक के पास 18 हजार घंटे तो दूसरे के पास 4500 घंटे विमान उड़ाने का अनुभव था।
फ्लाइट इंजीनियर अल्फ्रेडो फारिया ने ADI की खराबी का पता चलते ही पायलट को चेताया था, लेकिन पायलटों ने चेतावनी को अनसुना कर दिया या फिर उन्हें चेतावनी देर से मिली और विमान 108 डिग्री के कोण पर गिरता रहा और फिर पानी में जा गिरा।
इस हादसे में विमान में सवार सभी 213 लोगों की मौत हो गई थी। माना जाता है कि पायलट विमान की दिशा का पता नहीं लगा पाए और यह बड़ी दुर्घटना घट गई थी।
अहमदाबाद विमान हादसा
12 जून, 2025 को अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में कुल 265 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है। एअर इंडिया का विमान AI-171 सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरा था और 30 सेकेंड के भीतर ही रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया।