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कोरोना फिर बढ़ा रहा चिंता, केरल में सतर्कता जरूरी: विशेषज्ञों की राय
11 Jun, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश में कोरोना के मामले फिर से सामने आने लगे हैं. इसमें केरल में संक्रमित लोगों की संख्या सबसे अधिक है. अपने यहां पर कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने आगाह किया है कि यह बीमारी बुजुर्गों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों में अधिक गंभीर बनी हुई है, ऐसे में इन लोगों पर खास सावधानी बरतने जाने की जरूरत है.
वीना जॉर्ज ने आगे कहा कि केरल में ओमिक्रॉन जेएन.1 वेरिएंट एलएफ.7 और एक्सएफजी (Omicron JN.1 variant LF.7 and XFG) सबसे ज्यादा फैल रहा है. हालांकि ये वेरिएंट “इतने गंभीर गंभीर भी नहीं हैं,” लेकिन ये तेजी से बीमारी फैलाने में सक्षम है.
‘वेरिएंट गंभीर नहीं, बीमारी फैलाने में सक्षम’
मंत्री ने लोगों को सलाह देते हुए कहा, “सार्वजनिक जगहों और यात्रा के दौरान मास्क पहनना चाहिए. कोविड-19 वेरिएंट की पहचान करने के लिए जीनोमिक सीक्वेसिंग की जा रही है. दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में फैल रहे ओमिक्रॉन जेएन.1 वेरिएंट एलएफ.7 और एक्सएफजी केरल में सबसे आम वैरिएंट हैं. हालांकि ये वेरिएंट उतने गंभीर नहीं हैं, लेकिन इनमें बीमारी फैलाने की उच्च क्षमता है.”
इस समय केरल में कोरोना के 2,223 एक्टिव मामले हैं, जिनमें 96 लोगों का इलाज चल रहा है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “राज्य में अभी कोविड के 2,223 केस हैं. 96 लोगों का इलाज चल रहा है. इनमें से अधिकांश को अन्य तरह की बीमारियां भी हैं. केरल में सबसे अधिक केस एर्नाकुलम जिले में है जहां पर कोविड-19 के 431 मामले हैं. इसके बाद कोट्टायम में 426 मामले और तिरुवनंतपुरम में 365 मामले सामने आए.”
अनावश्यक निजी अस्पतालों में न भेजें मरीजः वीना
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे सर्दी, गले में खराश, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों वाले लोगों की तत्काल कोविड जांच करें. मंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. यह तब हुआ जब वीना जॉर्ज ने राज्य में स्थिति का आकलन करने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) की राज्य इकाई के साथ बैठक की.
साथ ही बैठक में संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि वे कोविड के कारण मरीजों को अनावश्यक रूप से निजी अस्पतालों में न भेजें. मंत्री ने लोगों से अनुरोध करते हुए कहा, “अस्पतालों में अनावश्यक रूप से जाने से बचना चाहिए. सर्दी, गले में खराश, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों वाले लोगों को मास्क पहनना चाहिए. अस्पताल में आने के लिए मास्क अनिवार्य है. समय-समय पर हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से साफ करना चाहिए.”
फिलहाल देश में कोरोना के मामले 7 हजार के करीब पहुंच चुके हैं. देश में कल मंगलवार तक कोविड-19 के 6,815 एक्टिव केस थे. भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, हाल ही में देश भर में कोविड-19 के नए वैरिएंट XFG के 163 मामले सामने आए हैं.
कोविड के बढ़ते केसों के बीच केंद्र सरकार सतर्क, कैबिनेट मंत्रियों के लिए टेस्ट अनिवार्य
11 Jun, 2025 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश में एक बार फिर कोरोना सिर उठा रहा है. दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक कोविड-19 मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. अब हर जगह कोरोना से बचने के उपाय पर काम शुरू हो गया है. कोरोना कहर को देखते हुए केंद्रीय कैबिनेट की बैठक को लेकर भी एक बड़ा फैसला हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज यानी बुधवार को कैबिनेट बैठक है. आज होने वाली कैबिनेट बैठक में शामिल होने वाले सभी मंत्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है.
दरअसल, यह कदम बढ़ते कोरोना के बढ़ते सक्रिय मामलों को ध्यान में रखते हुए सावधानी के तौर पर उठाया गया है. फिलहाल देश में एक्टिव कोविड मामले 6,800 से अधिक हो गए हैं, जो हाल के हफ्तों में तेजी से बढ़े हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि नए वेरिएंट्स और मौसमी बदलाव के कारण कोविड के मामलों में उछाल देखा जा रहा है.
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को टेस्टिंग, ट्रैकिंग और उपचार की रणनीति को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं. कैबिनेट बैठक जैसे उच्च-स्तरीय आयोजनों में शामिल होने वाले मंत्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य करना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह सुनिश्चित करेगा कि बैठक में शामिल कोई भी व्यक्ति अनजाने में कोरोना वायरस का वाहक न बने.
प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी कोविड प्रबंधन के लिए सख्त कदम उठाने पर जोर दिया है. मार्च 2023 में एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक में उन्होंने जीनोम सिक्वेंसिंग बढ़ाने और गंभीर श्वसन रोगों (SARI) के सभी मामलों की टेस्टिंग पर ध्यान देने की बात कही थी. इस बार भी सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती.
कैबिनेट बैठक में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है, जिसमें स्वास्थ्य और आर्थिक नीतियां शामिल हैं. मंत्रियों को निर्देश दिया गया है कि वे टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही बैठक में शामिल हों. इसके अलावा, मास्क पहनने और सामाजिक दूरी जैसे कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की सलाह दी गई है. राज्यों में भी टेस्टिंग और वैक्सीनेशन अभियान तेज करने के निर्देश दिए गए हैं.
सिक्किम में हनीमून पर गए अंकिता-कौशलेंद्र लापता, क्या दोहराई जा रही है सोनम जैसी कहानी
11 Jun, 2025 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिक्किम: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रहने वाले कौशलेंद्र प्रताप सिंह और उनकी पत्नी अंकिता के लिए शादी के बाद का हनीमून एक खूबसूरत सपना था. दोनों की शादी 5 मई 2025 को हुई थी. शादी के कुछ ही दिन बाद, 24 मई को वे सिक्किम के मंगन जिले की ओर हनीमून मनाने के लिए रवाना हुए. लेकिन अब यही हनीमून एक रहस्यमयी घटना में बदल गया है. दोनों 29 मई से लापता हैं और आज तक उनका कोई सुराग नहीं मिला है.
कौशलेंद्र, जो 29 साल के हैं, दिल्ली में रहकर सिविल सेवा की तैयारी कर रहे थे. उनकी पत्नी अंकिता, 26 साल की, लखनऊ के मेदांता अस्पताल में डॉक्टर थीं. दोनों ही पढ़े-लिखे, समझदार और अपने जीवन को लेकर काफी गंभीर थे. उन्होंने सोचा था कि शादी के बाद कुछ दिन पहाड़ों में बिताकर फिर से अपने-अपने काम पर लौटेंगे. लेकिन किस्मत ने कुछ और ही तय कर रखा था.
शुरुआत में उनकी सिक्किम यात्रा अच्छी चल रही थी. वे परिवार से बात कर रहे थे, फोन पर फोटो भेज रहे थे और यात्रा का आनंद ले रहे थे. लेकिन 29 मई की शाम के बाद से अचानक उनका फोन बंद हो गया. न कोई मैसेज आया, न कॉल. सोशल मीडिया पर भी कोई एक्टिविटी नहीं थी. यह देखकर परिवार को चिंता होने लगी.
उसी दिन रात को खबर आई कि सिक्किम के मंगन जिले में भारी बारिश के कारण एक टूरिस्ट गाड़ी खाई में गिर गई. गाड़ी में कुल 11 लोग सवार थे — 1 ड्राइवर और 10 यात्री. हादसे में 3 लोगों को किसी तरह बचा लिया गया, 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 8 लोग अब भी लापता हैं. इन्हीं 8 लापता लोगों में कौशलेंद्र और अंकिता भी शामिल हैं.
इस खबर के बाद से उनके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. कोई भी चैन से नहीं सो पाया है. सबको एक ही बात सता रही है — क्या वे उस गाड़ी में थे? अगर थे, तो उनका अब तक कोई पता क्यों नहीं चला? और अगर नहीं थे, तो फिर कहां गए?
सेना, NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार खोजबीन कर रही हैं. लेकिन सिक्किम की पहाड़ी इलाके में मौसम बार-बार खराब हो जाता है — कभी तेज बारिश, कभी घना कोहरा — जिससे खोज का काम बहुत मुश्किल हो जाता है.
परिवार को हर दिन, हर पल एक उम्मीद है कि कोई खबर मिले, कोई फोन आए, या कोई ऐसा संकेत मिले जिससे पता चले कि कौशलेंद्र और अंकिता सुरक्षित हैं. पर अब तक कोई पक्की जानकारी नहीं मिल पाई है. यह घटना अब एक गहरे रहस्य में बदल चुकी है.
हालांकि हाल ही में शिलांग में एक हत्या का मामला सामने आया था, जिसमें पत्नी ने ही पति की हत्या करवाई थी, लेकिन कौशलेंद्र और अंकिता का मामला बिल्कुल अलग है. यहां कोई आपसी झगड़ा या विवाद नहीं था. दोनों ही अपने जीवन में खुश थे और उनका रिश्ता मजबूत था.
अब सवाल यही है — क्या यह सिर्फ एक हादसा था या इसके पीछे कोई और कहानी है?
परिवार को अब भी उम्मीद है कि उनका बेटा और बहू सही सलामत घर लौटेंगे. इस बीच, सिक्किम की वादियों में, तीस्ता नदी के किनारे, और उन पहाड़ियों के बीच एक सन्नाटा पसरा हुआ है. एक ऐसा सन्नाटा, जो एक नई जिंदगी शुरू करने निकले दो लोगों की कहानी को अधूरा छोड़ गया है. सभी को बस अब उस दिन का इंतज़ार है, जब यह रहस्य सुलझेगा और परिवार को उनके अपने फिर से मिलेंगे.
भीषण लू से बेहाल उत्तर भारत, IMD ने जारी किया चेतावनी भरा ऑरेंज अलर्ट
11 Jun, 2025 09:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश भर में भीषण गर्मी का दौर जारी है। पंजाब के बठिंडा में मंगलवार को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक था। राजधानी दिल्ली में भी मौसम का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वहीं, पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में भी गर्मी तेवर दिखा रही है। प्रदेश में सबसे गर्म ऊना रहा, जहां मौसम का सबसे गर्म दिन रहा। यहां तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। राजस्थान के गंगानगर में भी तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
दिल्ली के लिए बुधवार तक ऑरेंज अलर्ट जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली के लिए बुधवार तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लोगों को सतर्क रहने और गर्मी से खुद को बचाने के लिए कदम उठाने की चेतावनी दी गई है। आईएमडी ने कहा कि बुधवार को दिन का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है, जबकि रात के वक्त भी पारा 29 डिग्री के आसपास रहेगा।
पंजाब में ऑरेंज अलर्ट
पंजाब में मंगलवार को लुधियाना का अधिकतम तापमान 45, चंडीगढ़, अमृतसर, पटियाला, फरीदकोट व गुरदासपुर का 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार 13 जून तक राज्य में लू चलने की आशंका है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भठिंडा में 47 डिग्री तक तापमान पहुंच गया।
हिमाचल के पांच जिलों में लू का प्रकोप
हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को पांच जिलों ऊना, मंडी, कांगड़ा, बिलासपुर और कुल्लू में लू चली। शिमला भी सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। सुंदरनगर में 2019 के बाद 10 जून को सबसे अधिक 39.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने राज्य में अगले दो दिन गर्मी के तेवर और कड़े होने की आशंका जताई है।
दून में सीजन का सबसे गर्म दिन
उत्तराखंड में बीते एक सप्ताह से मौसम शुष्क है और चटख धूप खिलने से पारा कुलांचे भर रहा है। मंगलवार को दून में सीजन का सबसे गर्म दिन रहा और इस वर्ष पहली बार पारा 39.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। कई अन्य मैदानी क्षेत्रों में भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। हालांकि, बुधवार से प्रदेश में वर्षा के आसार हैं, जिससे गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
तेज हवाएं चलने को लेकर चेतावनी जारी
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार बुधवार को उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चंपावत और नैनीताल में आकाशीय बिजली चमकने, वर्षा के तीव्र दौर होने और तेज हवाएं चलने को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
जम्मू-कश्मीर में भी प्रचंड गर्मी
जम्मू-कश्मीर में भी गर्मी प्रचंड रूप दिखा रही है। मंगलवार को जम्मू का अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और लोग बेहाल दिखे। श्रीनगर में भी अधिकतम पारा 33.5 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार, गर्मी से शुक्रवार तक राहत मिलने की संभावना नहीं है। पारा 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहेगा। 13-14 जून को बादल छाएंगे और हल्की वर्षा के आसार हैं।
सीमावर्ती इलाकों में नशा तस्करी पर वार, मणिपुर पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों का साझा अभियान
11 Jun, 2025 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुवाहाटी। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पिछले 48 घंटों के दौरान मणिपुर और असम में 100 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के ड्रग्स जब्त की है और नौ तस्करों को गिरफ्तार किया है।
मणिपुर गृह विभाग के अधिकारी ने दी जानकारी
मणिपुर गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डीआरआइ, सीमा शुल्क, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा चूड़चंद्रपुर जिले के सीमावर्ती इलाकों में ''ऑपरेशन व्हाइट वेल'' नामक एक विशेष अभियान चलाया गया।
संयुक्त टीम ने 54.29 करोड़ रुपये मूल्य की 7,755.75 ग्राम हेरोइन और 87.57 लाख रुपये मूल्य की 6,736 ग्राम अफीम जब्त की, साथ ही 35.63 लाख रुपये नकद भी जब्त किए।
दो वॉकी-टॉकी और एक वाहन जब्त
अधिकारी ने कहा कि दो वॉकी-टॉकी और एक वाहन जब्त किया गया है और पांच लोगों को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 के तहत गिरफ्तार किया गया है।
चार ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया
उन्होंने बताया कि चूड़चंद्रपुर जिले के सिंगनगाट उप-मंडल के थाडौ वेंग स्थित एक घर से बरामद की गई ये दवाएं कई साबुन की डिब्बियों और छोटे टिन के डिब्बों में रखी हुई थीं। वहीं, असम में कछार जिले से 45 करोड़ रुपये की कीमत की ड्रग्स जब्त की गई और चार ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
सीएम सरमा ने की पुलिस की तारीफ
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ड्रग्स की बरामदगी के लिए पुलिस की सराहना की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि दो एंटी ड्रग्स अभियानों में कछार जिला पुलिस ने विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर दो आपरेशन में 45 करोड़ रुपये की 1.5 लाख याबा टैबलेट जब्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। असम पुलिस हमारे युवाओं की सुरक्षा के लिए दृढ़ है।
“फाल्कन‑9 बूस्टर में तकनीकी खराबी, शुभांशु शुक्ला की स्पेस फ्लाइट पर लगी ब्रेक”
11 Jun, 2025 08:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Axiom-4 Mission: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुंभाशु शुक्ला का Axiom-4 मिशन एक बार फिर स्थगित हो गया है। शुक्ला को इस मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेजा जाना था। ‘स्टैटिक फायर’ परीक्षण के बाद बूस्टर की जांच के दौरान लिक्विड ऑक्सीजन (LOx) रिसाव का पता चला। इसके बाद एक बार फिर इस मिशन पर ब्रेक लग गया है। फिलहाल तकनीकी टीम इस गड़बड़ी को ठीक करने में जुटी हुई है। इसकी मरम्मत पूरी हो जाने के बाद लॉन्च की अनुमति दी जाएगी। SpaceX कंपनी ने इसकी जानकारी दी है।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज बुधवार को इतिहास रचने वाले थे। शुक्ला के साथ तीन अन्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए एक्सिओम-4 मिशन बुधवार को भारतीय समयानुसार शाम 5.30 बजे प्रक्षेपित होने वाले थे। शुभांशु शुल्का का यह मिशन पहले भी टल चुका है।
अंतरिक्ष में दो सप्ताह बिताएंगे, करेंगे 60 प्रयोग
एक्स-4 मिशन, आईएसएस की यात्रा के लिए, दुनिया की सबसे बड़ी निजी अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान और फाल्कन 9 रॉकेट का उपयोग कर रहा है। एक्स-4 मिशन पर सवार अंतरिक्ष यात्री, भारत, पोलैंड, हंगरी और अमेरिका से एक-एक, आईएसएस में दो सप्ताह बिताएंगे और लगभग 60 प्रयोगों, वैज्ञानिक अध्ययनों और आउटरीच कार्यक्रमों में शामिल होंगे। भारत, पोलैंड और हंगरी 40 से अधिक वर्षों में अपने पहले अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेज रहे हैं, और अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री हैं।
11 जून तक कर दिया था स्थगित
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 9 जून को ऐलान किया कि भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) ले जाने वाले एक्सिओम-4 मिशन को प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण 11 जून शाम 5:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
इसरो ने एक्स पर दी जानकारी
इसरो ने एक्स पर कहा, एक्सिओम-4 मिशन का अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर प्रक्षेपण मौसम की स्थिति के कारण, भारतीय गगनयात्री को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजने के लिए एक्सिओम-4 मिशन का प्रक्षेपण 10 जून 2025 से 11 जून 2025 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। प्रक्षेपण का लक्षित समय 11 जून 2025 को शाम 5:30 बजे IST है।
भारत की मौसम भविष्यवाणी प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव: गृह मंत्री शाह
11 Jun, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि एक दशक पहले भारत मौसम पूर्वानुमान में काफी पीछे था, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश इस मामले में विकसित देशों के समकक्ष पहुंच गया है।
अमित शाह ने दिए ये आदेश
बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में शाह ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) को प्रभावी बाढ़ प्रबंधन के लिए राज्यों के साथ समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश दिया।
देश का आपदा प्रबंधन 'जीरो कैजुअल्टी अप्रोच' के साथ आगे बढ़ रहा
शाह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश का आपदा प्रबंधन 'जीरो कैजुअल्टी अप्रोच' के साथ आगे बढ़ रहा है। हमें इस मामले में विश्व में नंबर एक बनना है। उन्होंने देश में बाढ़ की समस्या को कम करने के लिए उठाए जा रहे दीर्घकालिक उपायों की समीक्षा की और पिछले वर्ष की बैठक में लिए गए निर्णयों पर उठाए गए कदमों पर चर्चा की।
उन्होंने बैठक में बाढ़ प्रबंधन के लिए विभिन्न एजेंसियों द्वारा अपनाई गई नई तकनीकों और उनके नेटवर्क के विस्तार पर चर्चा की। उन्होंने बाढ़ नियंत्रण और जल प्रबंधन के लिए विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों द्वारा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अधिकतम उपयोग पर जोर दिया।
अमित शाह ने कही ये बात
उन्होंने जल शक्ति मंत्रालय, एनडीएमए और नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी) को ग्लेशियल झीलों की निगरानी करने और किसी भी प्रकार के विस्फोट की स्थिति में समय पर कदम उठाने की सलाह भी दी।
शाह ने कहा कि एनडीएमए को राज्य प्राधिकरणों के साथ बाढ़ की तैयारियों और निवारण के लिए समन्वय करना चाहिए। शाह ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से एनडीएमए द्वारा जारी सुझावों को समय पर लागू करने की अपील की।
उन्होंने बाढ़ पूर्वानुमान में सटीकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया और कहा कि बाढ़ निगरानी केंद्रों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होना चाहिए। शाह ने नर्मदा नदी के चारों ओर वन क्षेत्र बढ़ाने की बात भी की, जिससे नदी बेसिन को पुनर्जीवित किया जा सकेगा। उन्होंने बिहार और उत्तर प्रदेश में मजबूत बाढ़ प्रबंधन के लिए नई तकनीकों का उपयोग करने का सुझाव दिया।
क्या होती हैं ट्रांजिट रिमांड, जिसके आधार पर मेघायल पुलिस सोनम को अपने साथ ले गई
10 Jun, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। बहुचर्चित राजा रघुवंशी मर्डर मामले में कथित आरोपी पत्नी सोनम को कोर्ट से 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड मिली है। लेकिन सवाल हर किसी के जहन में उठ रहा है कि आखिर ट्रांजिट रिमांड होता क्या है?
दरअसल जब किसी आरोपी को उस राज्य या शहर से गिरफ्तार किया जाता है, जो मूल केस दर्ज होने वाले स्थान से अलग होता है, तब वहां की स्थानीय अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेना जरूरी होता है। इसका मकसद होता है कि अदालत की अनुमति से आरोपी को असली केस वाले राज्य में ले जाना। उदाहरण के तौर पर, अगर केस दिल्ली में दर्ज है लेकिन आरोपी को मुंबई में पकड़ा गया है, तब मुंबई की अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेकर आरोपी को दिल्ली लाया जा सकता है।
72 घंटे यानी तीन दिन की रिमांड का मतलब है कि पुलिस को इतना समय दिया गया है कि वह आरोपी को संबंधित राज्य की अदालत तक ले जाए। इस दौरान पुलिस को आरोपी की सुरक्षा, मेडिकल जांच और अन्य कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होता है।
आकाश से आए खतरे को चुटकी में करेगा ढेर, सेना को मिलेगा QRSAM एयर डिफेंस
10 Jun, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना अपनी ताकत बढ़ाने में जुटी है। इसी कड़ी में भारतीय रक्षा मंत्रालय चीन और पाकिस्तान बार्डर पर तैनाती के लिए क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (QRSAM) की तीन रेजिमेंट को खरीदने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। इस डील की अनुमानित कीमत लगभग 30 हजार करोड़ रुपए है। यह एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह से स्वदेशी है।
दिन और रात दोनों समय है कारगर
QRSAM दिन और रात दोनों समय विरोधियों द्वारा किए गए हमले को रोकने में सक्षम है। अधिकारियों ने कहा कि इस एयर डिफेंस सिस्टम की सफल टेस्टिंग की जा चुकी है। इसे डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने बनाया है। उन्होंने कहा कि QRSAM को आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है।
क्या है इसकी खासियत
जानकारी के मुताबिक QRSAM सिस्टम में मूविंग टारगेट खोजने की क्षमता है। यह विरोधी को ट्रैक कर सकता है। साथ ही, बेहद कम समय के अंतराल में फायर कर सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक इसकी रेंज 30 किलोमीटर है। QRSAM सिस्टम आकाश जैसी मौजूदा एयर डिफेंस सिस्टम को सपोर्ट करने का काम करेगी।
भारत के पास अभी ये एयर डिफेंस सिस्टम है मौजूद
भारत के पास अभी आकाशतीर, S-400 सिस्टम और आयरन ड्रोन जैसे एयर डिफेंस सिस्टम मौजूद हैं। इन्होंने 7 से 10 मई के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के समय भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम को अभेद किला बनाकर रखा था।
DRDO 350 KM रेंज की एयर डिफेंस सिस्टम भी कर रहा तैयार
मॉर्डन वार फेयर को देखते हुए DRDO बहुत कम दूरी की एयर डिफेंस सिस्टम भी तैयार कर रहा है। जिसकी रेंज 6 किलोमीटर है। साथ ही, DRDO प्रोजेक्ट कुशा के तहत 350 किलोमीटर रेंज वाली वायु रक्षा प्रणाली भी तैयार करने में जुटा है। जिसे 2029 तक भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा।
तुर्की और चीनी ड्रोन हमले से निपटने के लिए ये है तैयारी
तुर्की और चीनी ड्रोन से निपटने के लिए भारतीय सेना को नए रडार, जैमर और लेजर आधारित प्रणालियां भी उपलब्ध कराई जा रही है।
दुनिया ले रही भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम को खरीदने में दिलचस्पी
भारत के स्वदेशी एयरडिफेंस सिस्टम को खरीदने में दुनिया के कई देश अब दिलचस्पी दिखाने लगे हैं। चीन को फूटी आंख नहीं सुहाने वाला ताइवान आधिकारिक नाम रिपब्लिक ऑफ चाइना (Republic of China) ने भारत से D4S खरीदने के लिए संपर्क किया है। (DRDO) ने भारत के स्वदेशी ड्रोन, डिटेक्ट, डिटर और डिस्ट्रॉय सिस्टम (D4S) विकसित किया है।
D4S दुश्मन के ड्रोन को बेअसर करने के लिए सॉफ्ट किल (इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग, जीपीएस स्पूफिंग) और हार्ड किल (लेजर आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार) का उपयोग करता है। D4S ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी ड्रोन अटैक को पूरी तरह से नाकाम कर दिया था।
केंद्रीय मंत्री गडकरी बोले- भारत का सड़क बुनियादी ढांचा अमेरिका से भी बेहतर होगा
10 Jun, 2025 03:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देशभर में सड़कों खासकर हाईवे की स्थिति सुधारने में लगातार लगी हुई है. कई जगहों पर शानदार हाईवे का जाल भी बिछ गया है और कई जगहों पर काम चल भी रहा है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दावा करते हुए कहा कि अगले 2 सालों में भारत में सड़कों का बुनियादी ढांचा अमेरिका के बराबर हो जाएगा. इसके पीछे उनका कहना है कि सरकार ने पिछले एक दशक में सड़कों और राजमार्गों पर खर्च बढ़ाया है.
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने देशभर में सड़कों के निर्माण को लेकर समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में कहा, “हम दिल्ली में इतने हाईवे बना रहे हैं कि हम दिल्ली से देहरादून महज 2 घंटे में, दिल्ली से अमृतसर 3.5 से 4 घंटे में, दिल्ली से कटरा 6 घंटे में तो दिल्ली से श्रीनगर 8 घंटे में, दिल्ली से जयपुर सिर्फ 2 घंटे में पहुंच जाएंगे.”
हाईवे से सफर से समय और पैसे की बचत
देश के अन्य शहरों में बनाए जा रहे हाईवे और ट्रैफिक जाम से निजात को लेकर उन्होंने कहा, “चेन्नई से बेंगलुरु तक का सफर महज 2 घंटे में तो बेंगलुरु से मैसूर एक घंटे में किया जा सकेगा. मेरठ से दिल्ली महज 50 मिनट में पहुंच जाएंगे. हम इस तरह के करीब 25 और ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बना रहे हैं और मुझे लगता है कि इससे देशभर में सड़कों पूरा नक्शा बदल जाएगा. हम उत्तराखंड में केदारनाथ और हेमकुंड रोपवे बना रहे हैं. हम दिल्ली को ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्याओं से मुक्त करने के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपये की सड़कें बना रहे हैं.”
भारतीय सड़कों का चेहरा कब तक बदलेगा, इस पर नितिन गडकरी ने कहा, “आपने अभी-अभी न्यूज रील देखी है, लेकिन मेन पिक्चर तो अभी शुरू बाकी है. पाइपलाइन में प्रोजेक्ट्स तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. आप अगले दो सालों में, देख पाएंगे कि भारतीय सड़क बुनियादी ढांचा अमेरिका की तरह हो जाएगा.” उन्होंने कहा, “अमेरिका के कुछ लोग मुझसे मिले और उन्होंने कहा कि हमारा बुनियादी ढांचा अमेरिका से कहीं बेहतर है.”
लाजिस्टिक कॉस्ट में आई खासी कमीः गडकरी
उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की ओर से बिछाई गई अच्छी सड़कों ने भारत में लाजिस्टिक कॉस्ट को काफी कम कर दिया है, इससे निर्यात प्रतिस्पर्धा में और सुधार होगा. उन्होंने कहा, “अगर हम अपने निर्यात को बढ़ाते हैं, तो यह हमारे कृषि क्षेत्र, विनिर्माण और सेवाओं सहित अन्य सभी क्षेत्रों में खासा सुधार करेगा.”
लॉजिस्टिक्स कॉस्ट को लेकर केंद्रीय सड़क मंत्री ने कहा कि भारत में मुख्य चिंता लॉजिस्टिक्स कॉस्ट को लेकर हुआ करती थी क्योंकि यह 16 फीसदी थी, जबकि चीन में यह 8 फीसदी और अमेरिका तथा यूरोपीय देशों में 12 फीसदी थी. उन्होंने कहा, “पहले हमारी सड़कें अच्छी नहीं थीं, हमारे बंदरगाह भी अच्छे नहीं थे. यातायात की भीड़भाड़ से लागत काफी बढ़ गई.” उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सड़कों में सुधार के साथ बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार ने लॉजिस्टिक्स कॉस्ट को 9 फीसदी तक कम कर दिया.
अभी भी चल रहे सरकार के कई प्रोजेक्टः गडकरी
सरकार के अगले महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को लेकर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि 25 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, 3,000 किलोमीटर का बंदरगाह संपर्क राजमार्ग और धार्मिक पर्यटन सर्किटों को जोड़ने वाली 1 लाख करोड़ रुपये की सड़कों का काम चल रहा है. साथ ही उन्होंने बौद्ध सर्किटों और चार धामों को ऑल वेदर रोड यानी हर मौसम में चलने वाली सड़क जोड़ने की बात कही.
जम्मू-कश्मीर के बारे में गडकरी ने बताया, “हम जम्मू और श्रीनगर के बीच 36 सुरंग बना रहे हैं इसमें 23 बन चुकी हैं और 4-5 पर काम चल रहा है. हम पर्वतमाला योजना के तहत 15 रोपवे तैयार कर रहे हैं, इसके अलावा 35 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क भी हैं.”
लगातार बढ़ता चला गया सड़क नेटवर्क
आज के समय भारत में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है, और इसके नेशनल हाईवे करीब 146,000 किलोमीटर की कुल लंबाई में फैले हुए हैं. फरवरी 2025 की शुरुआत में मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, भारत का राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) नेटवर्क 2004 में 65,569 किमी से बढ़कर 2014 में 91,287 किमी तथा 2024 में 1,46,145 किमी हो जाएगा. इस दौरान चार या अधिक लेन वाले नेशनल हाईवे 2014 में 18,371 किमी से 2.6 गुना बढ़कर 2024 में 48,422 किमी हो गए.
इसी तरह परिचालन हाई-स्पीड कॉरिडोर 2014 में 93 किलोमीटर से बढ़कर 2024 तक आते-आते 2,138 किलोमीटर तक पहुंच गया. नेशनल हाईवे के निर्माण की गति 2014-15 में जहां 12.1 किमी प्रतिदिन थी वो 2.8 गुना बढ़कर 2023-24 में 33.8 किमी प्रतिदिन हो गई.
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना भारत, पीएम मोदी ने गिनाई 11 साल की उपलब्धियां
10 Jun, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने अपने रक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति देखी है, जिसमें रक्षा उत्पादन में आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता पर स्पष्ट ध्यान दिया गया है. पीएम मोदी ने भारत के लोगों के सामूहिक संकल्प और रक्षा में भारत को अधिक आत्मनिर्भरता और तकनीकी उत्कृष्टता की ओर ले जाने के अटूट दृढ़ संकल्प पर गर्व व्यक्त किया.
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘पिछले 11 सालों में हमारे डिफेंस सेक्टर में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं, जिसमें मॉडर्नाइजेशन और डिफेंस प्रोडक्शन के मामले में आत्मनिर्भर बनने पर स्पष्ट ध्यान दिया गया है. यह देखकर खुशी होती है कि भारत के लोग भारत को और मजबूत बनाने के संकल्प के साथ कैसे एकजुट हुए हैं.’
उन्होंने एक ट्वीट को रिट्वीट किया है. माई गवर्नमेंट इंडिया ट्विटर हैंडल से पिछले 11 सालों में भारत के उत्थान, शक्ति, साझेदारी और प्रगति के बारे में बताया गया है. बताया गया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में मात्र 11 वर्षों में भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं, रणनीतिक वैश्विक साझेदारी को मजबूत किया है और स्पेस एक्सप्लोरेशन में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं.’
‘राष्ट्र ने आत्मनिर्भर नवाचार को अपनाया’
केंद्र सरकार ने लिखा, ‘आत्मनिर्भर भारत के उनके संकल्प से प्रेरित होकर, राष्ट्र ने आत्मनिर्भर नवाचार को अपनाया है और व्यापार व टेक्नोलॉजी में अपने प्रभाव का विस्तार किया है. यह प्रधानमंत्री मोदी के साहसिक दृष्टिकोण और मजबूत भारत के प्रति अटूट प्रतिबद्धता से प्रेरित होकर एक आत्मविश्वासी, निर्णायक और सम्मानित वैश्विक नेता के रूप में भारत के उदय की कहानी है.’ दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के 11 साल पूरे हो चुके हैं. इस दौरान केंद्र सरकार की ओर से तमाम ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं.
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में लगेगा FRS सिस्टम, चेहरा पहचानते ही अलर्ट
10 Jun, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अमरनाथ यात्रा के पहलगाम मार्ग पर तीर्थयात्रियों पर किसी भी आतंकवादी हमले को रोकने के लिए चेहरा पहचान प्रणाली (एफआरएस) लगाई है. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि इस प्रणाली में एक विशेषता है जो किसी भी संग्दिध व्यक्ति के निगरानी कैमरे की नजर में आने पर सुरक्षा बलों को वास्तविक समय में सचेत कर देती है. अमरनाथ यात्रा की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय और संग्दिध आतंकवादियों की तस्वीरें इस प्रणाली में डाली गई हैं.
अधिकारी ने कहा कि जिन आतंकवादियों की तस्वीरें उपलब्ध कराई गई है यदि उनसे मेल खाता कोई संग्दिध व्यक्ति फ्रेम में आएगा, सुरक्षा बलों की निगरानी केंद्र पर हूटर बजने लगेगा, ताकि खतरे को खत्म करने के लिए वास्तविक समय में कदम उठाए जा सकें.
तीन लाख तीर्थयात्रियों ने कराया रजिस्ट्रेशन
एफआरएस डिजिटल फोटोग्राफ या वीडियो से चेहरे की विशेषताओं का विश्लेषण करके तथा डाटाबेस में मिलान ढूंढकर किसी व्यक्ति की पहचान करता है. इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए तीन लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करना जरूरी
अधिकारी ने कहा कि अमरनाथ यात्रा पहले भी आतंकवादियों के निशाने पर रही है. इस यात्रा के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करना जरूरी हो गया है, क्योंकि हर वर्ष लाखों तीर्थयात्री पवित्र गुफा में दर्शन के लिए आते हैं. दरअसल अप्रैल के आखिर में पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर संशय लग रहा था. लेकिन आतंक के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के बड़े पलटवार और सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त के बाद तीर्थ यात्री बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं.
3 जुलाई से शुरू होगी यात्रा
बता दें कि इस साल की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी. इसके लिए 331,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा खुद उप राज्यपाल मनोज सिन्हा कर रहे हैं. उन्होंने बोर्ड से परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा के लिए सुविधाओं, आवास और सेवाओं को बढ़ाने को लेकर भी बात की है.
मौसम ने डाली थी बाधा, अब 11 जून को रवाना होंगे शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष की ओर
10 Jun, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शैक्षणिक संस्थान सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) ने अपने पूर्व छात्र की अंतरिक्ष यात्रा का जश्न मनाने के लिए आज लखनऊ में व्योमनाइट समारोह का आयोजन करेगा. इस दौरान ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की ऐतिहासिक यात्रा पर रवाना होने का लाइव प्रसारण कल (11 जून) शाम 5.00 बजे से सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जाएगा.
लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला (39) को बधाई देने वाले 15 से अधिक होर्डिंग्स यहां लगाए गए हैं. शुभांशु शुक्ला लगभग चार दशक बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बनेंगे. इसके पहले राकेश शर्मा ने 1984 में रूस के सोयूज अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष की यात्रा की थी.
व्योमनाइट समारोह का आयोजन
सीएमएस की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया था कि सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (अलीगंज शाखा) के पूर्व छात्र और भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अन्तरिक्ष उड़ान के उपलक्ष्य में व्योमनाइट समारोह का आयोजन कल शाम पांच बजे से कानपुर रोड पर स्थित सीएमएस के ऑडिटोरियम में किया जाएगा. इसमें शुभांशु की अन्तरिक्ष उड़ान का सीधा प्रसारण किया जायेगा.
अन्तरराष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन की यात्रा
व्योमनाइट का आयोजन शुभांशु की अन्तरराष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन की यात्रा के सम्मान में किया जा रहा है. इस अवसर पर शुभांशु के माता-पिता और अन्य परिवारजनों के साथ ही बड़ी संख्या छात्र, शिक्षक और लखनऊ प्रबुद्ध नागरिक शुभांशु की इस ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के सीधे प्रसारण को देखकर इस गौरवमयी व प्रेरणादायी पलों के साक्षी बनेंगे.
आईएसएस की यात्रा के लिए तैयार
व्योमनाइट कार्निवाल के अवसर पर ए. एक्स-4 लांच के सीधे प्रसारण के साथ ही इंटरएक्टिव मिशन कंट्रोल सेंटर बूथ, आई.एस.एस. कपोला का मॉडल, डेफाई ग्रैविटी फोटो बूथ एवं टेलीस्कोप की स्थापना विशेष आकर्षण के केन्द्र होंगे. भारतीय वायुसेना के पायलट शुभांशु शुक्ला चालक दल के तीन अन्य सदस्यों के साथ स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्षयान से आईएसएस की यात्रा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
BSF की नई वर्दी में हाईटेक टच! डिजिटल प्रिंटिंग और स्मार्ट कैमोफ्लाज से लैस
10 Jun, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीएसएफ के जवानों को अब नई वर्दी मिलेगी। नई वर्दी में 50 प्रतिशत खाकी, 45 प्रतिशत हरा और 5 प्रतिशत भूरा रंग शामिल होगा। इस विशेष संयोजन का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार जवानों को बेहतर कैमोफ्लाज प्रदान करना है, जिससे वे दुश्मन की नजर से छिप सकें। यह वर्दी आपरेशन के दौरान जवानों को अधिक सुरक्षा भी प्रदान करेगी।
कैसा होगी नई वर्दी?
राजस्थान फ्रंटियर के महानिरीक्षक एमएल गर्ग ने बताया कि पहले बीएसएफ की काम्बैट ड्रेस में 50 प्रतिशत काटन और 50 प्रतिशत पालिस्टर का मिश्रण था। नई वर्दी में अब 80 प्रतिशत कॉटन, 19 प्रतिशत पॉलिस्टर और एक प्रतिशत स्पैंडेक्स का उपयोग किया जाएगा। यह वर्दी हल्की, लचीली और गर्म मौसम के अनुकूल होगी।
नई वर्दी में डिजिटल प्रिटिंग तकनीक का उपयोग किया गया है, जो इसे आकर्षक और टिकाऊ बनाती है। बीएसएफ के डीआइजी योगेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि अगले एक साल में पूरे बल को नई वर्दी में देखा जाएगा। यह वर्दी जवानों को लंबे समय तक ड्यूटी पर सहज और आत्मविश्वासी बनाए रखेगी, विशेषकर गर्मी और उमस वाले क्षेत्रों में।
PM मोदी का प्रतिनिधिमंडल के सम्मान में रात्रिभोज, शाम 7 बजे होगा आयोजन
10 Jun, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार शाम को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का रुख बताने के लिए विश्व की राजधानियों की यात्रा पर गए थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सदस्य प्रधानमंत्री के साथ अपनी प्रतिक्रिया साझा करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी प्रतिनिधिमंडल को आज डिनर पर आमंत्रित किया है। डिनर का आयोजन शाम 7 बजे होगा। पीएम मोदी, प्रधानमंत्री आवास, लोक कल्याण मार्ग पर सभी सदस्यों से मुलाकात करेंगे।
पहले ही प्रतिनिधिमंडलों से मिल चुके हैं विदेश मंत्री
प्रतिनिधिमंडलों में 50 से अधिक व्यक्ति शामिल थे, जिनमें से अधिकतर वर्तमान सांसद हैं। पूर्व राजनयिक भी इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा थे, जिन्होंने 33 विदेशी राजधानियों और यूरोपीय संघ का दौरा किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर पहले ही प्रतिनिधिमंडलों से मिल चुके हैं और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत रुख को व्यक्त करने में उनके प्रयासों की प्रशंसा की है।
सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा चार प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व किया गया, जिनमें दो भाजपा सांसद, एक जदयू सांसद और एक शिवसेना के सांसद शामिल थे, जबकि तीन का नेतृत्व विपक्षी सांसदों ने किया, जिनमें कांग्रेस, द्रमुक और राकांपा (शरद गुट) के एक-एक सांसद शामिल थे।