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Air India हादसे के बाद सख्ती, DGCA ने Boeing 787 विमानों की सुरक्षा जांच के दिए आदेश
13 Jun, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे के बाद नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने शुक्रवार को एयर इंडिया को अपने बोइंग विमानों पर अतिरिक्त जांच व रखरखाव निर्देशित किया है। गुरुवार को विमान दुर्घटना में 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई थी। एयर इंडिया को लिखे पत्र में डीजीसीए ने शुक्रवार को उन जांचों की सूची दी है, जो एयरलाइनर को 15 जून, 2025 से अपने सभी बोइंग 787-8/9 बेड़े पर करनी होंगी।
जांचों की 15 जून 2025 की समयसीमा
विमानन नियामक के पत्र में कहा गया है कि भारत से उड़ान भरने से पहले एक बार की जाने वाली जांचों में ईंधन पैरामीटर निगरानी और संबंधित प्रणाली की जांच, केबिन एयर कंप्रेसर और संबंधित प्रणालियों की जांच, इलेक्ट्रॉनिक इंजन नियंत्रण-प्रणाली परीक्षण, इंजन ईंधन संचालित एक्ट्यूएटर-संचालन परीक्षण और तेल प्रणाली जांच, हाइड्रोलिक प्रणाली की सेवाक्षमता जांच और टेक-ऑफ पैरामीटर की समीक्षा शामिल है।
बोइंग 787 विमानों की होगी सुरक्षा जांच
एक रिपोर्ट के अनुसार, टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया के बेड़े में 26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9 हैं। ये कार्रवाई संबंधित डीजीसीए क्षेत्रीय कार्यालयों के समन्वय में और जेनएक्स इंजन से लैस विमानों पर की जाएगी। अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार दोपहर उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक व्यक्ति बच गया।
अमित शाह की अध्यक्षता में बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शुक्रवार को एक बैठक हुई, इसमें मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पूरी घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए।
इस मीटिंग में केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल, केंद्रीय मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू और केंद्रीय राज्य मंत्री (एमओएस) मुरलीधर मोहोल भी शामिल हुए। इस बैठक के दौरान नागरिक उड्डयन विभाग, डीजीसीए, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन और राहत आयुक्त ने केंद्रीय गृह मंत्री को विमान दुर्घटना के पूरे घटनाक्रम, बचाव और राहत कार्यों और स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के बारे में पूरी जानकारी दी।
विमान दुर्घटना में ब्लैक बॉक्स की भूमिका: एयर इंडिया केस में क्या उम्मीदें?
13 Jun, 2025 05:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद: 12 जून को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के विमान के दो ब्लैक बॉक्स में से एक मिल गया है, इससे विमान हादसे की वजह का पता लगाने में मदद मिलेगी, जिसमें 241 लोग मारे गए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विमान के पिछले हिस्से में ब्लैक बॉक्स मिला और उसे सुरक्षित तरीके से रख दिया गया है. गुजरात एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि हमने विमान के मलबे से डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) बरामद किया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, विमान के अगले हिस्से में लगा ब्लैक बॉक्स अभी तक नहीं मिला है.
विमान दुर्घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड हुई जानकारी काफी अहम मानी जाती है. आइए जानते हैं ब्लैक बॉक्स क्या होता है और यह कैसे काम करता है.
ब्लैक बॉक्स क्या है?
विमान के एक कोने में रखे छोटे से बॉक्स को ब्लैक बॉक्स कहा जाता है. यह एक छोटी मशीन होती है जो उड़ान के दौरान विमान के बारे में जानकारी रिकॉर्ड करती है. ब्लैक बॉक्स मुख्य रूप से फ्लाइट रिकॉर्डर है. इसमें दो उपकरण होते हैं - कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर). सीवीआर रेडियो प्रसारण और पायलट की आवाज और इंजन की आवाज जैसी आवाजें रिकॉर्ड करता है. इसके जरिये जांच अधिकारी इंजन की गति और अन्य सिस्टम में खामी का पता लगा सकते हैं.
ब्लैक बॉक्स स्टील या टाइटेनियम जैसे मजबूत पदार्थों से बना होता है. यह भीषण आग में भी सुरक्षित रहता है. ब्लैक बॉक्स को विमान के पिछले हिस्से की ओर रखा जाता है, जहां दुर्घटना का प्रभाव आमतौर पर सबसे कम होता है. यह नारंगी या पीले रंग का आयताकार बॉक्स विस्फोट, आग, पानी के दबाव और तेज गति से होने वाली दुर्घटनाओं को झेल सकता है.
जांच में कैसे मदद करता है ब्लैक बॉक्स?
विमान में लगे दोनों ब्लैक बॉक्स- CVR और FDR उड़ान के बारे में जानकारी रिकॉर्ड करते हैं. इससे विमान दुर्घटना को फिर से रोकने में मदद मिलती है. CVR रेडियो प्रसारण और कॉकपिट में अन्य आवाज को रिकॉर्ड करता है, जिसमें पायलटों के बीच बातचीत और इंजन की ध्वनि शामिल हैं. जबकि एफडीआर जहाज से संबंधित 80 से अधिक विभिन्न प्रकार की जानकारी रिकॉर्ड करता है, जैसे ऊंचाई, हवा की गति, उड़ान की दिशा, ऑटोपायलट स्थिति आदि.
ब्लैक बॉक्स का आविष्करा
ब्लैक बॉक्स का आविष्कार 1950 के दशक में हुआ था. ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक डेविड वॉरेन ने 1953 में दुनिया के पहले वाणिज्यिक जेट एयरलाइनर कॉमेट की दुर्घटना की जांच कर रहे थे. उस समय उन्हें कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बनाने का विचार आया. उनका मानना था कि कॉकपिट में आवाज की रिकॉर्डिंग विमान दुर्घटना की जांच में मददगार होगी. वॉरेन ने 1956 में एक प्रोटोटाइप डिजाइन बनाया. लेकिन अधिकारियों को यह समझने में कई साल लग गए कि यह डिवाइस कितनी मूल्यवान हो सकती है और उन्हें दुनिया भर में वाणिज्यिक एयरलाइनों में लगाना शुरू किया.
एअर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन फ्लाइट ने 12 जून की दोपहर 1.39 बजे उड़ान भरी और एक मिनट के भीतर यह विमान 625 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गया. विमान ने उड़ान भरने के तुरंत बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को MAYDAY कॉल किया. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के एक बयान के अनुसार, इसके बाद ATC द्वारा विमान को किए गए कॉल का जवाब नहीं दिया गया.
"अहमदाबाद, हौंसला रखना... हम भी टूटे हैं: एयर इंडिया क्रैश के बाद शहर की आंखों देखी"
13 Jun, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद. पूरे देश को झकझोर देने वाली अहमदाबाद विमान दुर्घटना का दर्द देश में हर जुबां बयां कर रही है. अहमदाबाद पर तो दुखों का ऐसा पहाड़ टूटा है कि जिसे देखो उसकी आंखें नम हो रही हैं. शहर को हौंसला देने और इस दुख से उबारने की कवायद भी शुरू हो गई है. बाकायदा शहर के मुख्य चौराहों पर बैनर-पोस्टर इस जख्म पर मरहम की तरह नजर आ रहे हैं. बैनर का शीषर्क कुछ हद तक ही सही अहमदाबाद के लोगों को ढ़ाढस बंधाने का काम कर रहा है. बैनर और पोस्टर पर लिखा है, '' हौंसला रखना अहमदाबाद, ये शहर उतना ही टूटा है जितना वो विमान.'' देखें ईटीवी भारत की ये ग्राउंड रिपोर्ट.
विमान हादसे के बाद शहर में अजीब सी खामोशी
गुरुवार को एयर इंडिया प्लेन क्रैश के बाद पूरा देश सदमे में है. लेकिन सबसे बड़ा जख्म अहमदाबाद को लगा है. ग्राउंड रिपोर्ट के लिए अहमदाबाद पहुंची ईटीवी भारत की टीम जब शुक्रवार सुबह एसजी रोड से एयरपोर्ट की ओर निकली तो एक अजीब सा सन्नाटा पूरे शहर को खाए जा रहा था. गुरुवार को हुए भयानक विमान हादसे की गवाही शहर की वीरान सड़कें दे रही थीं, धीरे-धीरे दिन चढ़ना शुरू हुआ और लोग अपने रूटीन के अनुसार बाहर निकलना शुरू हुए. चौराहों पर ट्रैफिक भी नजर आने लगा लेकिन हर शख्स मन में दुख का बोझ लिए नजर आ रहा था. इसी बीच ईटीवी भारत टीम की बातचीत 24 साल के कैब ड्राइवर उर्जन राजपूत से हुई.
ईटीवी भारत से बात करते हुए भावुक हुआ कैब ड्राइवर
ईटीवी भारत से बात करते हुए कैब ड्राइवर उर्जन राजपूत ने कहा, '' प्लेन क्रैश के बाद लोग काफी डर गए हैं. कभी सोचा नहीं था कि ऐसा हो जाएगा. हमारे पूर्व सीएम भी बहुत अच्छे थे लेकिन सोचा नहीं था कि ऐसा हो जाएगा.'' जब हमने कैब ड्राइवर से शहर में लगे इन पोस्टर्स के बारे में पूछा तो कैब ड्राइवर ने भावुक होकर कहा, '' लोग बहुत ज्यादा दुखी हैं, इसलिए ये पोस्टर लगे हैं. ऐसा हमने कभी देखा नहीं. इतनी सेफ्टी होने के बाद भी ऐसा हो गया.''
पूर्व सीएम विजय रूपाणी का निधन बड़ी क्षति
कैब ड्राइवर से जब पूर्व सीएम विजय रूपाणी के निधन पर प्रतिक्रिया ली गई तो कैब चालक ने कहा, '' उनके जाने से बहुत बड़ा नुकसान हुआ. वो काफी सक्रिय रहते थे. ये बहुत ही बड़ा नुकसान है.'' इस दौरान कैब ड्राइवर की आंखे नम हो गईं.
जहां फ्लाइट क्रैश हुई वहां रहने वाले युवक ने घर छोड़ा
दुर्घटना स्थल से कुछ दूर बनी बस्ती में रहने वाले एक युवक से हुई. 27 साल के प्रवीण यादव ने कहा, '' हम जहां रहते हैं वहां से फ्लाइट का टेक ऑफ रोज होता हुआ दिखता है. पर ऐसा हो जाएगा कभी कल्पना नहीं की थी. मैं बहुत डर गया था और घर छोड़कर दूसरे इलाके में चला गया. आज फिर लौट रहा हूं. अपनी लाइफ में ऐसी घटना कभी नहीं देखी. बहुत बुरा हुआ है.''
"8th Pay Commission की तैयारी शुरू? कर्मचारियों ने पत्र में रखीं ये 3 अहम मांगें"
13 Jun, 2025 04:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
8th Pay Commission को लेकर कर्मचारियों ने सरकार के सामने 3 बड़ी डिमांड रखी हैं। ये मांगें इतनी जरूरी हैं कि इनके बिना 1 करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों की सैलरी-पेंशन में संशोधन नामुमकिन है। इसी को लेकर कर्मचारी यूनियन ने वित्त मंत्री और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) के सचिव से आग्रह किया है कि इन मांगों पर ध्यान देकर इनका तत्काल निष्पादन कराया जाए।
8वें वेतन आयोग में देरी पर चिंता
भारत के पेंशनभोगियों की सबसे पुरानी और प्रमुख संस्था भारत पेंशनर्स समाज (BPS) ने 8वें वेतन आयोग (8th CPC) की प्रगति में हो रही देरी पर चिंता जताई है। संस्था ने वित्त मंत्री और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) के सचिव को पत्र लिखकर आयोग के Terms of Reference (ToR) को जल्द अंतिम रूप देने और आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों की तत्काल नियुक्ति की मांग की है।
ToR और आयोग अध्यक्ष नहीं हुए तय
BPS के महासचिव एस.सी. माहेश्वरी ने मंत्रालयों को लिखे इस पत्र में कहा है कि जनवरी 2025 में केंद्र सरकार द्वारा 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी देने की घोषणा स्वागत योग्य थी। लेकिन उसके बाद से ToR तय नहीं हुआ है और न ही आयोग के अध्यक्ष या सदस्यों की घोषणा की गई है। इससे देशभर के करोड़ों पेंशनभोगियों के बीच असमंजस और चिंता की स्थिति पैदा हो गई है।
सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैल रही
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस देरी की वजह से सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर कई तरह की अफवाहें और भ्रामक सूचनाएं फैल रही हैं, जिससे पेंशनरों का मनोबल प्रभावित हो रहा है।
BPS ने अपने लेटर में 3 मुख्य मांगें रखी हैं:
1- आयोग के ToR को शीघ्र अंतिम रूप दिया जाए।
2- आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की तत्काल घोषणा की जाए।
3- पेंशनरों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए।
सरकार ने कार्रवाई की तो अफवाहें रुकेंगी
माहेश्वरी के मुताबिक संस्था का मानना है कि अगर सरकार इस विषय पर जल्द कदम बढ़ाए तो अफवाहों पर रोक लगेगी और पेंशनभोगियों को भरोसा मिलेगा। साथ ही, इससे आयोग का काम भी समय पर और सुचारु रूप से पूरा हो सकेगा।
BPS ने उम्मीद जताई है कि सरकार उनकी इस अपील को गंभीरता से लेते हुए जरूरी कदम शीघ्र उठाएगी ताकि पेंशनभोगियों को राहत मिल सके और भविष्य की योजनाएं तय करने में उन्हें स्पष्टता मिल सके।
राजा की हत्या के बाद सोशल मीडिया चाल उलटी पड़ी, सोनम का प्लान बेनकाब
13 Jun, 2025 03:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Honeymoon Murder Case: इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। मेघालय के शिलांग में हनीमून के दौरान हुई इस हत्या की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी ने अपने पति की हत्या के ठीक एक घंटे बाद उनके इंस्टाग्राम अकाउंट से एक भावुक पोस्ट किया, जिससे पुलिस को गुमराह किया जा सके। लेकिन पुलिस की सतर्कता और डिजिटल सबूतों ने सोनम के इस शातिर प्लान को नाकाम कर दिया।
क्या था सोनम का प्लान?
पुलिस जांच के अनुसार, सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी। 11 मई 2025 को इंदौर में हुई शादी के महज 12 दिन बाद, 23 मई को मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स जिले में राजा की हत्या कर दी गई। हत्या के लिए सोनम ने अपने प्रेमी राज के दोस्तों को 15 हजार रुपये नकद दिए और 20 लाख रुपये बाद में देने का वादा किया था। हत्या को अंजाम देने के लिए तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर शिलांग पहुंचे थे, जिन्हें राज ने इंदौर से तैयार किया था।
हत्या के बाद की चाल
23 मई को दोपहर 1 से 1:30 बजे के बीच राजा की हत्या धारदार हथियार (छोटी कुल्हाड़ी) से की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर दो गहरे घावों की पुष्टि हुई। हत्या के ठीक एक घंटे बाद, दोपहर 2:15 बजे, सोनम ने राजा के इंस्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, “एक जन्म में इतने दुख हैं तो… गुलदस्ता बनना तय है,” साथ ही एक अपशब्द भी इस्तेमाल किया गया था। इस पोस्ट का मकसद पुलिस को गुमराह कर यह दिखाना था कि राजा जिंदा हैं। इसके बाद सोनम ने राजा का फोन खाई में फेंक दिया, जहां उसका शव भी फेंका गया था।
पुलिस ने कैसे पकड़ा?
सोनम का प्लान शुरू में कामयाब रहा, क्योंकि हत्या के बाद वह और तीनों हत्यारे अलग-अलग रास्तों से फरार हो गए। सोनम गुवाहाटी से इंदौर पहुंची और फिर वाराणसी के रास्ते गाजीपुर, जहां वह नेपाल भागने की फिराक में थी। हालांकि, 9 जून 2025 को गाजीपुर के एक ढाबे पर उसने अपने भाई गोविंद को फोन किया, जिसके बाद ढाबा कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। मेघालय पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सोनम को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, राज कुशवाहा और तीन अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया।
सोनम की चाल क्यों हुई नाकाम?
सोनम और राज ने हत्या को हादसे का रूप देने की पूरी कोशिश की। लेकिन पुलिस ने कॉल डिटेल्स, लोकेशन डेटा, और समय रेखा (टाइमलाइन) के आधार पर साजिश का पर्दाफाश कर दिया। सोनम के फोन कॉल और सीसीटीवी फुटेज ने उसकी लोकेशन का पता लगाने में मदद की। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि सोनम ने 9 लाख रुपये नकद और शादी के गहने अपने साथ रखे थे, ताकि वह फरार होने के दौरान खर्च कर सके।
हिरासत में सभी आरोपी
फिलहाल, सोनम, राज कुशवाहा, और तीन अन्य आरोपी पुलिस हिरासत में हैं। मेघालय पुलिस डिजिटल सबूतों को मजबूत करने में जुटी है, जिसमें राजा की ID से की गई पोस्ट अहम साक्ष्य बन सकती है। सोनम को गाजीपुर से शिलांग ले जाया गया है, जहां उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस मामले ने पूरे देश में सनसनी मचा दी है, और लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि आखिर सोनम ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया, जबकि तलाक जैसे विकल्प मौजूद थे।
"मैं सोच चुका था अब सब खत्म है: अहमदाबाद प्लेन क्रैश के इकलौते बचे युवक की दिल दहला देने वाली आपबीती"
13 Jun, 2025 02:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए दिल दहला देने वाले एयर इंडिया विमान हादसे में जहां 265 लोगों की जान चली गई, वहीं एक 40 वर्षीय ब्रिटिश-भारतीय नागरिक विश्वास कुमार रमेश ने चमत्कारिक रूप से अपनी जान बचा ली। हादसे के बाद अस्पताल में भर्ती विश्वास कुमार से शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की, वे घायलों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे थे।
लगा कि अब मेरी मौत निश्चित है, लेकिन…
हादसे के बाद मीडिया से बात करते हुए विश्वास ने दूरदर्शन को बताया कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं कैसे बच गया। कुछ क्षणों के लिए लगा कि अब मेरी मौत निश्चित है, लेकिन जब आंख खुली तो देखा कि मैं जिंदा हूं। मैंने सीट बेल्ट खोली और बाहर निकल आया।
इमरजेंसी डोर के पास थी सीट
विश्वास कुमार की सीट 11A थी, जो आपातकालीन दरवाजे (Emergency Exit) के ठीक पास थी। बताया जा रहा है कि जब विमान हॉस्टल से टकराया, तब यह दरवाजा ढीला हो गया और वहीं से वह किसी तरह नीचे जमीन के पास गिर गए। उन्होंने बताया, मैं ग्राउंड फ्लोर के पास था, जहां थोड़ी जगह थी। वहीं से बाहर निकल सका। सामने की दीवार की ओर से शायद कोई नहीं निकल पाया।
भयावह मंजर
हादसे के कुछ ही क्षण बाद आग लग गई, जिससे उनके हाथ झुलस गए। अपनी आंखों के सामने हुई भयावह मौतों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, मेरी आंखों के सामने दो एयर होस्टेस और कई लोग मरते गए। बोलते-बोलते वह गला भर आया और वे अपने आंसू रोक नहीं सके।
हादसे का विवरण
विश्वस ने बताया कि टेकऑफ के एक मिनट बाद ही कुछ अजीब महसूस हुआ। उन्होंने कहा, ऐसा लगा जैसे प्लेन अटक गया हो। फिर अचानक हरे और सफेद लाइटें जलीं। पायलटों ने शायद ऊपर उठाने की कोशिश की, लेकिन प्लेन सीधे तेज गति से जाकर इमारत से टकरा गया।
एयर इंडिया की यह ड्रीमलाइनर फ्लाइट लंदन जा रही थी, जिसमें कुल 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर (2 पायलट सहित) सवार थे। विमान में भारी मात्रा में ज्वलनशील एविएशन फ्यूल मौजूद था, जिससे टक्कर के बाद भयंकर आग लग गई। कई घंटे तक धधकती आग और काले धुएं की लपटें दूर-दूर तक देखी गईं।
हादसे के बाद बोइंग अध्यक्ष की प्रतिक्रिया: एयर इंडिया को जांच में मिलेगी पूरी मदद
13 Jun, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के हादसे के बाद विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने जांच में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है. बोइंग के अध्यक्ष और सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने एयर इडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन से बात कर इस दुखद घटना पर संवेदना जताई और जांच में पूरी मदद का भरोसा दिया. उन्होंने बताया कि बोइंग की टीम भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के नेतृत्व में चल रही जांच में समर्थन के लिए तैयार है.
नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नैडु ने बताया कि इस त्रासद हादसे के बाद अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के मानकों के अनुसार विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने औपचारिक जांच शुरू कर दी है. इसके अलावा, भारत सरकार ने विमान सुरक्षा को बेहतर बनाने और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए एक उच्चस्तरीय विशेषज्ञ समिति गठित की है. यह समिति विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से मिलकर बनेगी जो घटना की गहराई से जांच कर सुरक्षा मानकों को मजबूत करने की रणनीति तैयार करेगी.
एयर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने इस दुखद हादसे को लेकर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "यह एयर इंडिया के लिए बेहद कठिन दिन है. हमारी पूरी कोशिशें अब यात्रियों, क्रू सदस्यों और उनके परिवारों की सहायता पर केंद्रित हैं." उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश भी जारी किया जिसमें उन्होंने इस दुख की घड़ी में संवेदनाएं व्यक्त कीं.
हादसे वाली फ्लाइट बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रही थी. विमान में लगभग 242 लोग सवार थे, जिनमें यात्री, दो पायलट और 10 केबिन क्रू सदस्य शामिल थे. उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद यह विमान अहमदाबाद के मेघाणी नगर इलाके में एक हॉस्टल पर गिर गया, जहां इंटर्न डॉक्टर रहते थे. इस दुर्घटना में 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक यात्री बच गया है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
इस दुखद हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नैडु भी हादसे के बाद तुरंत दुर्घटना स्थल का दौरा कर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली. एयर इंडिया के मालिक टाटा समूह ने मृतकों के परिवारों के लिए एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है.
अहमदाबाद विमान हादसे पर अमित शाह का बयान: 'दुर्घटना को कोई नहीं रोक सकता था'
13 Jun, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद: अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के भयावह हादसे ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है. यह विमान गुरुवार दोपहर 1:38 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में 241 यात्रियों की मौत हो गई, जिनमें 12 क्रू मेंबर भी शामिल थे. सिर्फ एक यात्री बचा है, जो अस्पताल में उपचाराधीन है.
दुर्घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार देर शाम अहमदाबाद पहुंचे. उन्होंने दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया, इसके बाद सिविल अस्पताल में घायल यात्रियों और जीवित बचे इकलौते ब्रिटिश नागरिक से मुलाकात की. उन्होंने इस त्रासदी को "राष्ट्रीय आपदा" करार देते हुए कहा कि इसने पूरे देश को गहरे शोक में डाल दिया है.
ज्वलनशील ईंधन बना मौत की वजह
गृह मंत्री शाह ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, इस विमान में लगभग 1,25,000 लीटर ईंधन भरा हुआ था. दुर्घटना के तुरंत बाद इतनी भीषण आग लगी कि किसी को बचाने का कोई मौका नहीं मिला. जब तक राहत टीमें पहुँचीं, तब तक पूरा मलबा आग की चपेट में आ चुका था. उन्होंने कहा कि यह घटना इतनी गंभीर थी कि पल भर में सब कुछ जलकर राख हो गया.
🇮🇳 भारत सरकार की तत्काल प्रतिक्रिया
शाह ने बताया कि दुर्घटना की जानकारी मिलते ही केंद्रीय और राज्य सरकारें सक्रिय हो गईं, हादसे के 10 मिनट के भीतर ही केंद्र सरकार को सूचना मिली. मैंने तुरंत गुजरात के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और नागरिक उड्डयन मंत्री से संपर्क किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तत्काल फोन कर पूरी स्थिति की जानकारी ली.
उन्होंने आगे कहा, दुर्घटनाएं अनियंत्रित होती हैं, लेकिन प्रशासन की तत्परता का असली मूल्यांकन आपदा के समय होता है.
डीएनए जांच से की जा रही मृतकों की पहचान
चूंकि अधिकतर शव बुरी तरह जल चुके हैं, ऐसे में डीएनए जांच के माध्यम से पहचान की जा रही है. गृह मंत्री शाह ने बताया, गुजरात में ही लगभग 1,000 डीएनए नमूने लिए जा रहे हैं. राज्य की फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) और नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) इस प्रक्रिया को पूरा करेंगी. विदेशों में रहने वाले परिजनों से संपर्क किया जा चुका है, उनके भारत पहुँचने के बाद उनके भी डीएनए सैंपल लिए जाएंगे. डीएनए रिपोर्ट के आधार पर ही शवों को परिजनों को सौंपा जाएगा.
सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है
गृह मंत्री ने आश्वासन दिया कि, सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी — चाहे वह चिकित्सा हो, मानसिक परामर्श, आवास या शवों को उनके घर तक पहुँचाने की व्यवस्था. उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA ने घटना की जांच शुरू कर दी है. यह हादसा भारत के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा विमान हादसा माना जा रहा है. विमान में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य सवार थे, जिनमें से 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे.
जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर
सिविल अस्पताल ट्रॉमा सेंटर: 6357373831 / 6357373841
विमान हादसे में मचा कोहराम: एकमात्र जीवित यात्री की जुबानी मौत का मंजर, PM मोदी करेंगे दौरा
13 Jun, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद: गुरुवार दोपहर भारत में एक भयंकर विमान हादसा हुआ जब अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट, जिसमें 230 से अधिक यात्री और 12 क्रू सदस्य (2 पायलट सहित) सवार थे, अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विमान ने 1:39 बजे उड़ान भरी और तुरंत बाद कप्तान सुमीत सभरवाल ने ‘मेडे’ (Mayday) आपातकालीन संदेश भेजा. इसके बाद विमान से कोई संपर्क नहीं हो पाया. विमान अहमदाबाद के मेघाणी नगर क्षेत्र में बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय इलाके में गिर गया.
एयर इंडिया ने नई जानकारी जारी करते हुए बताया कि विमान में सवार कुल 242 लोगों में से 241 की मौत की पुष्टि हुई है. एकमात्र जीवित बचे यात्री का अस्पताल में इलाज चल रहा है. यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, एक कनाडाई और सात पुर्तगाली नागरिक शामिल थे. जीवित बचा यात्री ब्रिटिश नागरिक है, जिसका भारतीय मूल है. दुर्भाग्यवश, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस विमान में सवार थे, जिनकी मौत हो गई है.
इस हादसे के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नैडु दुर्घटना स्थल पर पहुंचे. एयर इंडिया के मालिक टाटा ग्रुप ने मृतकों के परिजनों के लिए एक करोड़ रुपये की एक्स-ग्रैशिया राशि घोषित की है.
AI-171 हादसे में बहन की मौत, परिजन बोले — DNA सैंपल दिया है, अब बस इंतज़ार है"
हमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया AI-171 विमान हादसे में मृतकों की पहचान के लिए DNA टेस्ट की प्रक्रिया जारी है. इस हादसे ने कई परिवारों को गहरा दर्द दिया है. नडियाद के एक निवासी ने मीडिया से बात करते हुए टूटे स्वर में अपना दुख साझा किया.
"आज जो दुर्घटना हुई है उसमें मेरी बहन भी शामिल थी, जो मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए नडियाद आई हुई थी. आज वह यहां से रवाना होने वाली थी. मैं उन्हें एयरपोर्ट तक छोड़ने गया था, जैसे ही मैं वापस आया मुझे सूचना मिली कि फ्लाइट क्रैश हो चुकी है..."
यात्रियों का सब्र टूटा: अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उड़ानों में देरी से मचा हंगामा
13 Jun, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद: 12 जून का दिन देश के लिए किसी काले दिन से कम नहीं था. गुरुवार दोपहर गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का प्लेन क्रैश हो गया. विमान में क्रू मेंबर सहित कुल 242 लोग सवार थे. एक यात्री को छड़कर बाकी सारे 241 लोगों (क्रू मेंबर्स समेत) की मृत्यु हो गई है. वहीं इस भीषण दुर्घटना के बाद अहमदाबाद से जाने वाली लगभग सारी फ्लाइट्स को रीशेड्यूल कर दिया गया. कई फ्लाइटें कैंसिल भी हुईं, जिसके बाद एयरपोर्ट पर परेशान यात्रियों ने जमकर हंगामा किया.
अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हालात बेकाबू
अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हालात बेकाबू हैं. अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे को कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया था. भीषण हादसे के बाद अहमदाबाद से दिल्ली, अहमदाबाद-भोपाल-अहमदाबाद, रायपुर-अहमदाबाद सहित कई राज्यों से आने-जाने वाली कुछ फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया. वहीं कई इंटरनेशनल उड़ानें रीशेड्यूल कर दी गई हैं. लिहाजा एयरपोर्ट पर देशी और विदेशी यात्री घंटों फंसे रहे और परेशान नजर होकर हंगामा करते रहे.
12 घंटे से फ्लाइट के इंतजार में यात्री
वहीं यात्रियों का कहना है कि 12 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत गया है, लेकिन फ्लाइट्स का कुछ पता नहीं चल रहा है. हम कहां जाएं, एक महिला यात्री नीलम ने बताया कि वह सुबह से आई हुई हैं, लेकिन फ्लाइट रीशेड्यूल की कोई जानकारी नहीं मिल रही है. 12 घंटे बीत गया है, इंटरनेशनल यात्रियों को कहीं बिठाया जाया और डोमेस्टिक यात्रियों को कहीं और.एयरपोर्ट पर यात्रियों की चीख-पुकार मची हुई है. यात्रियों का कहना है कि हमें फ्लाइट्स को लेकर कोई जानकारी नहीं दी जा रही है. फ्लाइट्स कब रीशेड्यूल होंगी कुछ पता नहीं है. जबकि कई यात्री एयरपोर्ट पर सुबह से बैठे हुए हैं और अब रात हो चली है.
एयरपोर्ट प्रबंधन ने माना प्लेन क्रैश से उड़ाने डिले
वहीं, इस मामले में मीडिया को नाम न बताने की शर्त पर एक एयरपोर्ट अधिकारी व एयर इंडिया के अधिकारी ने हमारे संवाददाता विकास कौशिक को बताया, "हां फ्लाइट घंटों से डिले चल रही है. इसकी वजह एयर इंडिया प्लेन क्रैश है. जिसके चलते सारी उड़ानें प्रभावित हुई हैं.'' उन्होंने कहा कि हमारा प्रबंधन पूरी कोशिश कर रहा है कि किसी भी यात्री को कोई असुविधा न हो. वह कोशिश में लगे हैं यात्रियों को पूरी सुविधा दी जाए और जल्द उनकी समस्या का समाधान किया जाए.
कई यात्रियों ने फ्लाइट रीशेड्यूल की
आपको बता दें ईटीवी भारत के संवादादाता विकास कौशिक जब अहमदाबाद पहुंचे तो उन्होंने एयरपोर्ट का मंजर देखा, जहां यात्री काफी परेशान हैं. वहीं सह यात्रियों से बातचीत के दौरान जानकारी मिली कि कई विशाखापट्टनम से अहमदाबाद जाने वाली एक निजी एयरलाइन की फ्लाइट में 46 यात्रियों को सफर करना था. मगर हादसे की जानकारी मिलते ही 46 में से 45 यात्रियों ने अपनी फ्लाइट रीशेड्यूल करा ली, महज एक यात्री विशाखापट्टनम से व्हाया हैदराबाद अहमदाबाद पहुंचे.
कुछ देर के लिए बंद हुआ था रनवे
हादसे को देखते हुए कुछ वक्त के लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने अहमदाबाद एयरपोर्ट को बंद करने का फैसला लिया था. कुछ देर के लिए एयरपोर्ट ऑपरेशंस व रनवे को बंद किया था, लेकिन बाद में इसे शुरू कर दिया गया. एयरपोर्ट ऑपरेशंस व रनवे बंद होने से ज्यादातर फ्लाइट्स घंटों लेट हो गईं, जिससे यात्रियों का बुरा हाल हो गया.
बता दें कि गुरुवार दोपहर लंदन के लिए टेक ऑफ करते ही प्लेन क्रैश हो गया. यह प्लेन बोइंग 787 ड्रीमलाइनर था. प्लेन में 230 यात्री सहित 12 क्रू मेंबर थे. जिसमें 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाल और 1 कनाडा के विदेशी यात्री भी शामिल थे. प्लेन क्रैश होने के बाद मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग से टकराया. भीषण हादासे के बाद का मंजर बहुत ही भयानक था. वहीं प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री अमित शाह सहित सभी नेताओं ने हादसे पर दुख जताया है.
हादसे की जांच में जुटा AAIB, केंद्र सरकार की सीधी निगरानी
12 Jun, 2025 07:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Ahmedabad Plane Crash: एअर इंडिया की शुरुआत 1932 में उद्यमी जेआरडी टाटा ने की थी। 1953 में भारत सरकार ने इसका अधिग्रहण कर लिया था। 2022 में 2.2 अरब डॉलर के सौदे में एयरलाइन का संचालन फिर अपने हाथ में ले लिया। अब अहमदाबाद हादसे के बाद विमानन कंपनी की साख को बड़ा झटका लगा है। आइए इस बारे में जानते हैं। देश की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित एयरलाइनों में से एक एअर इंडिया की ओर से संचालित बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार को अहमदाबाद में हादसे का शिकार हो गया। विमान अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा था, जो उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान पर चालक दल के सदस्यों समेत 242 लोग सवार थे। अधिकारियों के अनुसार, हादसे में किसी के बचने की उम्मीद काफी कम है। निजीकरण के बाद सुविधाओं के मामले में अपनी खराब होती छवि के बीच अहमदाबाद विमान हादसा एअर इंडिया के लिए एक बड़े झटके की तरह है। सरकारी टैग हटने के बाद अब तक विमानन कंपनी की साख फिर से बहाल करने के लिए टाटा समूह की ओर से क्या-क्या किया गया है? अहमदाबाद हादसे के क्या मायने हैं? आइए विस्तार से जानते हैं।
1932 में स्थापित एयरलाइन के लिए विमान हादसा बड़ा झटका क्यों?
एअर इंडिया की शुरुआत 1932 में उद्यमी जेआरडी टाटा ने की थी। 1953 में भारत सरकार ने इसका अधिग्रहण कर लिया था। सरकार के अधीन, वर्षों के कुप्रबंधन और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण एयरलाइन पर कर्ज का बोझ बढ़ता गया। उसके बाद टाटा समूह ने 2022 में 2.2 बिलियन डॉलर के सौदे में एयरलाइन का संचालन अपने हाथ में ले लिया। उसके बाद से एयरलाइन को वापस ऊंचाइयों की पर पहुंचाने की कोशिश हो रही है। लेकिन, एअरलाइन की सेवाओं पर सवाल उठने से समय-समय पर उसकी छवि खराब होती रही है। खुद केंद्रीय मंत्री विमान में मौजूद सुविधाओं पर सवाल उठा चुके हैं। इस बीच, अहमदाबाद में हुआ यह हादसा विमानन कंपनी के लिए एक बड़े झटके की तरह है। यहां से आगे की राह विमानन कंपनी के लिए बहुत कठिनाई भरी हो सकती है।
कितना बड़ा है एअर इंडिया का बेड़ा, कितनी उड़ानें?
एअर इंडिया वर्तमान में 43 घरेलू और 41 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ान भरती है। मई महीने तक के आंकड़ों के अनुसार, यह 191 विमानों का संचालन करती है। इसके बेड़े में एयरबस और बोइंग दोनों विमान निर्माता कंपनियों के संकीर्ण (नैरो) और चौड़ी (वाइड) बॉडी मॉडल शामिल हैं। वर्तमान में यह देश की एकमात्र एयरलाइन है जो ऑस्ट्रेलिया से लेकर यूरोप और उत्तरी अमेरिका तक लंबी दूरी के गंतव्यों तक सीधी उड़ान भरती है। इसकी कम लागत वाली इकाई, एयर इंडिया एक्सप्रेस, भारत और विदेश में 55 गंतव्यों के लिए उड़ान भरती है, जिसका मुख्य ध्यान मध्य पूर्व के देशों पर है।
एअर इंडिया के विलय की क्या कहानी है? टाटा समूह ने नवंबर में एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस को अपने उस समय के मौजूदा एयरलाइन्स विस्तारा और AIX कनेक्ट के साथ विलय कर दिया। इसके बाद यह इंडिगो के बाद भारत का सबसे बड़ा एयरलाइन समूह बन गया। एयर इंडिया का विस्तारा के साथ भी विलय हो चुका है। एयर इंडिया एक्सप्रेस का AIX कनेक्ट के साथ विलय हुआ है। इन एयरलाइनों के पास भारत के घरेलू विमानन बाजार का लगभग 30% हिस्सा है। सिंगापुर एयरलाइंस, जिसने टाटा के साथ मिलकर पूर्ण-सेवा वाली एयरलाइन विस्तारा शुरू की थी, संयुक्त एयर इंडिया समूह में 25% की मालिक है।
एअर इंडिया ने कितने विमानों के ऑर्डर दे रखे हैं?
एयर इंडिया ने फरवरी 2023 में एयरबस और बोइंग से संयुक्त रूप से 470 जेट विमानों का विश्व का सबसे बड़ा ऑर्डर दिया था। पिछले वर्ष दिसंबर में एयरबस से 100 जेट विमानों का ऑर्डर मिला था। रॉयटर्स ने जून की शुरुआत में बताया था कि एयर इंडिया, एयरबस और बोइंग के साथ एक बड़े नए विमान सौदे के लिए बातचीत कर रही है। यह बातचीत 200 अतिरिक्त सिंगल-आइल विमान खरीदने से जुड़ी है।
निजीकरण के बाद एअर इंडिया में क्या-क्या हुआ?
एअर इंडिया के निजीकरण के बाद टाटा समूह की पहल पर 2023 के मध्य में विमानन कंपनी के नए लोगो, ब्रांडिंग और चालक दल के लिए विमान पोशाक का अनावरण किया गया। एअरलाइन ने अपने विमान के अंदरूनी हिस्सों के लिए 40 करोड़ डॉलर की लागत से नवीनीकरण और रेट्रोफिटिंग योजना भी शुरू की है। हालांकि, यह परियोजना आपूर्ति शृंखला से जुड़ी दिक्कतों के कारण अटकी हुई है। एअरलाइन ने अपने अधिकांश सिंगल आइल एयरबस ए320 नियो विमानों को रेट्रोफिट किया है और अपने लंबी दूरी के बोइंग 777 और 787 जेट को अपडेट करने पर काम कर रहा है। अहमदाबाद में हुआ विमान हादसा विमानन कंपनी को फिर से सुधारने की टाटा समूह की कोशिशों को फिर से बेपटरी कर सकता है। इस हादसे के बाद एयरलाइन की साख बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। इस हादसे के बाद विमानन कंपनी की ओर से किए जा रहे सुधार कार्यों के समय पर पूरा होने की राह में अड़चनें आ सकती हैं।
एअर इंडिया विमान हादसे के बाद अब तक क्या अपडेट हैं?
अहमदाबाद हवाई अड्डे के करीब गुरुवार को हुए विमान हादसे के बाद एक अधिकारी ने बताया कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) एअर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच करेगा। दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर बोइंग 787 विमान में 12 चालक दल के सदस्यों सहित 242 लोग सवार थे। अधिकारी ने बताया कि एएआईबी के महानिदेशक और एजेंसी के जांच निदेशक समेत अन्य अधिकारी अहमदाबाद के लिए रवाना होंगे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत, AAIB भारतीय हवाई क्षेत्र में परिचालन करने वाले विमानों से संबंधित सुरक्षा घटनाओं को दुर्घटनाओं और गंभीर घटनाओं के रूप में वर्गीकृत करने के लिए जिम्मेदार है। यह दुर्घटनाओं की विस्तृत जांच करता है तथा सुरक्षा में सुधार के उपाय भी सुझाता है। बोइंग ने एक बयान में कहा, "हम प्रारंभिक रिपोर्टों से अवगत हैं और अधिक जानकारी जुटाने के लिए काम कर रहे हैं।" नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने विमान दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री रूपाणी का निधन, विमान हादसे में भीषण जनहानि
12 Jun, 2025 07:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश हो गया। इसमें 12 क्रू मेंबर समेत 242 लोग सवार थे। अब तक हादसे में केवल दो लोगों के बचने की बात आई है। बाकी सभी लोगों की मौत हो गई है।
पुलिस कमिश्नर के हवाले से जानकारी दी कि प्लेन की सीट नंबर 11-A पर बैठे हुए भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार हादसे में जिंदा बच गए हैं। उनका वीडियो भी सामने आया है। वहीं एक और जिंदा बचा यात्री अस्पताल में भर्ती है। इससे पहले AP ने कहा था कि विमान में सवार सभी लोगों की मौत हो गई है।
एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।
हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद परिमल नाथवानी ने X पर यह जानकारी दी। हालांकि कुछ देर बाद उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी।
प्लेन जिस बिल्डिंग से टकराया, वहां अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। जानकारी के मुताबिक हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए हैं।
हादसे की जगह से मिले ज्यादातर शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान करने में बेहद मुश्किल आ रही है। उनकी पहचान DNA टेस्ट के बाद ही संभव होगी।
2020 में एअर इंडिया एक्सप्रेस प्लेन क्रैश हुआ था, 21 की मौत
केरल के कोझिकोड में 7 अगस्त 2020 को एअर इंडिया एक्सप्रेस का विमान रनवे से फिसलकर क्रैश हो गया था। इसमें 21 यात्रियों की मौत हुई थी, जबकि 110 लोग घायल हुए थे। इसमें कोरोना के दौरान वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से भारतीयों को लाया जा रहा था।
उड़ान भरते ही क्यों क्रैश होते हैं प्लेन? जानिए 5 बड़ी वजहें
12 Jun, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया का प्लेन टेकऑफ करने के कुछ ही मिनटों के बाद क्रैश हो गया. अब जानते हैं टेकऑफ के दौरान इस तरह के हादसे अक्सर क्यों हो जाते हैं.
आज दोपहर एअर इंडिया का एक पैसेंजर प्लेन बोइंग 737 गुजरात के अहमदाबाद के रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया. विमान क्रैश होने के बाद आग की लपटों में समा गया. उसके बाद काफी देर तक धुएं का काला गुबार देखा गया. ये तस्वीरें विचलित करने वाली हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विमान में आग लगते ही बड़ी-बड़ी लपटें उठीं और धुएं का गुबार देखा गया. एअर इंडिया के इस यात्री विमान में 242 लोग सवार थे. ये हादसा हादसा सरदार वल्लभ भाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट के करीब हुआ. बताया जा रहा है कि विमान एयरपोर्ट की बाउंड्री से लगकर हादसे का शिकार हो गया. खबर ये है कि एअर इंडिया प्लेन का हादसा टेकऑफ के दौरान हुआ.
टेकऑफ के दौरान 35 फीसदी विमान हादसे होते हैं. आइए जानते हैं कि टेकऑफ के दौरान ही क्यों होते हैं प्लेन हादसे.
टेकऑफ के समय विमान जमीन से तेजी से स्पीड पकड़ता है. इस दौरान पायलट को सीमित वक्त में कई अहम फैसले लेने पड़ते हैं. इस दौरान इंजन, रनवे, मौसम और विमान के सिस्टम पर सबसे अधिक प्रेशर होता है. ऐसे में कोई भी छोटी भूल-चूक बड़े हादसे को न्योता दे सकती है.
वहीं 65% हादसे मानवीय भूल से होते हैं. और इसका एक बड़ा हिस्सा टेकऑफ के दौरान होता है. टेकऑफ के दौरान विमान का पायलट अहम होता है.
प्लेन का इंजन फेल होना: विमान के टेकऑफ के दौरान प्लेन का इंजन फुल पॉवर में रहता है. ऐसे में विमान से किसी पक्षी का टकराना, फ्यूल प्रेशर समस्या और इंजन में समस्या हादसे की वजह बनती है.
विमान पायलट की गलती: एविएशन क्रैश की एक बड़ी वजह पायलट की गलती हो सकती है. ऐसा तब होता है जब टेकऑफ के समय पायलट विमान की स्पीड, रनवे लिफ्ट ऑफ पॉइंट और पिच एंगल का सही से आकलन नहीं कर पाता है.
कई बार विमान के हाइड्रोलिक्स, लैंडिंग गियर,ऑटोथ्रॉटल सिस्टम और एयर स्पीड इंडिकेटर में फॉल्ट आने के कारण प्लेन हादसे का शिकार हो जाता है.
विमान के टेकऑफ के समय तेज हवाएं, तूफान, विजिबिलिटी कम होने की वजह से प्लेन हादसे होते हैं.
वहीं इमरजेंसी में पायलट के विवेक से और सही फैसला नहीं लेने से दुर्घटनाएं होती हैं.अगर इंटरनेशनल एविएशन की रिपोर्ट्स की मानें तो टेकऑफ और लैंडिंग में होने वाले अधिकतर प्लेन क्रैश में मानवीय भूल ही जिम्मेदार होती है.
वहीं अगर प्लेन के टेकऑफ के दौरान रनवे पर कोई जानवर, पक्षी या गाड़ी या कोई अन्य विमान आ जाए, तो हादसे को टाला नहीं जा सकता है. इसमें पायलट के पास प्लेन को बचाने का समय कम रहता है.
विमान हादसों के पीछे इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) की रिपोर्ट कहती है कि मानवीय भूल की वजह से 65 फीसदी टेकऑफ दुर्घटनाएं होती हैं. 20 प्रतिशत प्लेन हादसे तकनीकी खराबी की वजह से होते है. मौसम की खराबी के कारण 10 फीसदी प्लेन हादसे के शिकार हो जाते हैं. वहीं 5 फीसदी हादसों में दूसरे कारण होते हैं.
कितना अनुभवी था पायलट? जानिए किसके भरोसे थी सैकड़ों जानें
12 Jun, 2025 06:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद: गुरुवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. लास्ट मिनिट बने एक वीडियो में दिखाया गया है कि बोइंग 787 ड्रीमलाइनर मेघानीनगर के पास एक इमारत से टकराने से पहले अपनी ऊंचाई खो देता है और उसमें विस्फोट हो जाता है.
विमान की कमान कौन संभाल रहा था?
डीजीसीए के अनुसार, विमान की कमान कैप्टन सुमीत सभरवाल के पास थी. उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर भी थे. कैप्टन सुमीत सभरवाल एलटीसी हैं और उन्हें 8200 घंटे का अनुभव है. सह-पायलट को 1100 घंटे उड़ान का अनुभव है.
केंद्रीय नागरिक मंत्री ने क्या कहा?
केंद्रीय नागरिक मंत्री राम मोहन नायडू ने एक्स पर पोस्ट किया. कहा कि अहमदाबाद में विमान दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध और व्यथित हूं. हम उच्चतम अलर्ट पर हैं. मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहा हूं और सभी विमानन और आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसियों को त्वरित और समन्वित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. बचाव दल को तैनात किया गया है, और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि चिकित्सा सहायता और राहत सहायता साइट पर पहुंचाई जाए। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं विमान में सवार सभी लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं.एटीसी के अनुसार, विमान ने अहमदाबाद से रनवे 23 से 1339 IST (0809 UTC) पर उड़ान भरी थी. इसने एटीसी को मेडे कॉल दिया, लेकिन उसके बाद एटीसी के कॉल पर विमान द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई. रनवे 23 से उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान हवाई अड्डे की परिधि के बाहर जमीन पर गिर गया. दुर्घटना स्थल से भारी काला धुआं निकलता देखा गया.
अहमदाबाद के लिए रवाना हुए अमित शाह, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया शोक
12 Jun, 2025 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद: गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गई. जानकारी के मुताबिक इस विमान में करीब 242 यात्री सवार थे. इश विमान हादसे के बाद तमाम लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी है. गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से बात भी की है. बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया है. विमान हादसे के बाद इस फ्लाइट में सवार लोगों की लिस्ट भी सामने आ गई है. यह विमान दोपहर 1 बजकर 38 मिनट सरदार पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और दो मिनट बाद 1 बजकर 40 मिनट पर क्रैश होने की खबर आई. यह फ्लाइट एयरपोर्ट की बाउंड्री भी ठीक से पार नहीं कर पाया था और ऊपर जाते ही अचानक नीचे गिरता दिखाई दिया. फिर धुएं का गुबार उठने लगा.
राष्ट्रपति ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मैं अहमदाबाद में दुखद विमान दुर्घटना के बारे में जानने के लिए गहराई से व्यथित हूं. यह एक हृदय-संबंधी आपदा है. मेरे विचार और प्रार्थनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं. राष्ट्र अवर्णनीय दुःख में उनके साथ खड़ा है
राहुल गांधी ने भी व्यक्त की संवेदना
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अहमदाबाद एयर इंडिया क्रैश दिल दहला देने वाला है. यात्रियों और चालक दल के परिवारों को दर्द और चिंता महसूस हो रही है कि यह अकल्पनीय है. मेरे विचार इस अविश्वसनीय रूप से कठिन क्षण में उनमें से हर एक के साथ हैं. प्रशासन द्वारा तत्काल बचाव और राहत के प्रयास महत्वपूर्ण हैं - हर जीवन मायने रखता है. उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सभी कांग्रेस कार्यकर्ता एकसाथ हैं.
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में 12 क्रू मेंबर्स शामिल
अहमदाबाद विमान हादसे में 12 क्रू मेंबर्स शामिल थे. इनकी डिटेल्स सामने आई है.