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प्लेन क्रैश को लेकर MCA सचिव ने क्या-क्या दी जानकारी
14 Jun, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अहमदाबाद प्लेन क्रैश के धमाके के न सिर्फ गुजरात बल्कि पूरे देश को दहला कर रख दिया है। हादसे को 48 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन इसकी वजह अभी तक सामने नहीं आई है। 12 जून की दोपहर आखिर क्या हुआ था? अहमदाबाद से लंदन जा रहा प्लेन टेकऑफ करते ही कुछ दूर जाकर कैसे क्रैश हो गया?
इन सभी सवालों के जवाब ढूंढे जा रहे हैं। इसी बीच नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा ने पूरी घटना का विवरण साझा किया है।
2 बजे मिली प्लेन क्रैश की सूचना
समीर कुमार सिन्हा के अनुसार, 12 जून को लगभग 2 बजे हमें सूचना मिली कि अहमदाबाद से लंदन जा रहा प्लेन क्रैश हो गया है। अधिक जानकारी के लिए हमने फौरन अहमदाबाद ATC से संपर्क किया। हमें पता चला कि AI 171 में कुल 242 लोग सवार थे। इनमें 230 पैसेंजर्स, 2 पायलट और 10 क्रू मेंबर्स थे।
समीर कुमार सिन्हा ने बताया -
इस विमान ने 1:39 बजे रनवे से उड़ान भरी। 650 फीट के बाद विमान में कुछ खराबी आ गई और विमान ऊंचाई नहीं पकड़ पाया। इसी समय विमान के पायलट ने अहमदाबाद ATC को सूचना दी कि यह मेडे (पूरी तरह से आपातकालीन स्थिति) है।
ATC ने दी जानकारी
समीर कुमार सिन्हा ने आगे बताया, "ATC के अनुसार जब उन्होंने विमान से संपर्क करने की कोशिश की तो कोई जवाब नहीं मिला। ठीक 1 मिनट बाद विमान एअरपोर्ट से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मेघानी नगर इलाके में क्रैश हो गया।"
पेरिस-दिल्ली-अहमदाबाद तक भरी थी सुरक्षित उड़ान
AI171 की अन्य उड़ानों की जानकारी देते हुए समीर सिन्हा ने बताया "लंदन के लिए उड़ान भरने से पहले यह विमान पेरिस से दिल्ली और फिर दिल्ली से अहमदाबाद गया था। इस दौरान कोई भी हादसा नहीं हुआ। प्लेन क्रैश के बाद अहमदाबाद रनवे को 2:30 बजे बंद कर दिया गया था। सभी प्रोटोकॉल फॉलो करने के बाद रनवे शाम को 5 बजे खोला गया।"
5 दिनों में 3 देशों का दौरा करेंगे पीएम मोदी
14 Jun, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही तीन देशों की यात्रा पर जाने वाले हैं। पीएम मोदी 15 जून से 19 जून के बीच साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की यात्रा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने आज इसकी सूचना जारी करते हुए बताया कि पीएम मोदी की इस यात्रा का उद्देश्य प्रमुख वैश्विक साझेदारों के साथ भारत की द्विपक्षीय और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना है।
विदेश मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पीएम मोदी पहले साइप्रस जाएंगे। इसके बाद कनाडा में जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और फिर वो क्रोएशिया का रुख करेंगे।
साइप्रस का दो दिवसीय दौरा
विदेश मंत्रालय के अनुसार, साइप्रस गणराज्य के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के बुलावे पर पीएम मोदी 15 जून को दो दिवसीय साइप्रस यात्रा के लिए रवाना होंगे। पिछले 2 दशकों में भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली साइप्रस यात्रा होगी। इस दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति निकोस के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी।
विदेश मंत्रालय ने अपनी स्टेटमेंट में कहा-
यह यात्रा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाएगी। इसी के साथ भूमध्यसागरीय क्षेत्र और यूरोपीय संघ के साथ भारत का जुड़ाव और भी ज्यादा मजबूत होगा।
जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी
साइप्रस के बाद पीएम मोदी 16 और 17 जून को कनाडा की विदेश यात्रा पर रहेंगे। पीएम मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बुलावे पर जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी लगातार छठीं बार जी-7 सम्मेलन में शिरकत करेंगे। इस सम्मेलन में फ्रांस, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, जापान, इटली और कनाडा के दिग्गज नेता भी उपस्थित रहेंगे। इस दौरान पीएम मोदी कुछ देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी कर सकते हैं।
ऐतिहासिक होगा क्रोएशिया का दौरा
कनाडा के बाद पीएम मोदी 18 जून को क्रोएशिया की यात्रा करेंगे। पीएम मोदी की यह यात्रा बेहद ऐतिहासिक होगी। पीएम मोदी क्रोएशिया जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविक के बुलावे के बाद पीएम मोदी की यह यात्रा शेड्यूल की गई है। इस दौरान पीएम मोदी क्रोएशिया के राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच से भी मुलाकात करेंगे।
अहमदाबाद जैसी त्रासदी 47 साल पहले भी हुई थी – जब आसमान से गिरा भरोसा
14 Jun, 2025 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अहमदाबाद में एअर इंडिया का प्लेन AI-171, जो बोइंग 787-8 का एक ड्रीमलाइनर विमान था वह गुरुवार को बड़े हादसे का शिकार हो गया। इस घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई।
यह विमान हादसा भारत के सबसे बड़े विमान हादसों में से एक है। इससे पहले साल 1978 में भी एक बड़ा विमान हादसा हुआ था, जिसमें 213 लोगों की मौत हो गई थी। 47 साल पहले भी एअर इंडिया का ही एक विमान अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
साल 1978 की घटना
1978 में नए साल के पहले दिन एअर इंडिया का विमान AI-855, जिसका नाम 'एंपरर अशोका था', उसने मुंबई के सांता क्रूज इंटरनेशनल एअरपोर्ट (अब छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा) से दुबई के लिए उड़ान भरा था।
इस विमान में 190 यात्री और 23 क्रू मेंबर्स थे। विमान ने रात के वक्त रनवे संख्या 27 से टेकऑफ किया था और 18 हजार फीट की ऊंचाई पर जाकर अरब सागर की तरफ विमान हल्का सा मुड़ा था, लेकिन इस विमान का एल्टीट्यूड डायरेक्टर इंडिकेटर (ADI) खराब था।
एडीआई खराब होने की वजह से विमान के समतल होने पर भी विंग सीधे झुके होने का इशारा कर रहा था। इस विमान को 51 वर्षीय पायलट मदन लाल कुकर और इंदु विरमानी उड़ा रहे थे। एक के पास 18 हजार घंटे तो दूसरे के पास 4500 घंटे विमान उड़ाने का अनुभव था।
फ्लाइट इंजीनियर अल्फ्रेडो फारिया ने ADI की खराबी का पता चलते ही पायलट को चेताया था, लेकिन पायलटों ने चेतावनी को अनसुना कर दिया या फिर उन्हें चेतावनी देर से मिली और विमान 108 डिग्री के कोण पर गिरता रहा और फिर पानी में जा गिरा।
इस हादसे में विमान में सवार सभी 213 लोगों की मौत हो गई थी। माना जाता है कि पायलट विमान की दिशा का पता नहीं लगा पाए और यह बड़ी दुर्घटना घट गई थी।
अहमदाबाद विमान हादसा
12 जून, 2025 को अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में कुल 265 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है। एअर इंडिया का विमान AI-171 सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरा था और 30 सेकेंड के भीतर ही रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया।
पंजाब में कोरोना को लेकर एडवाइजरी जारी, लोगों से सतर्क रहने की अपील
14 Jun, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के बाद एक नया वेरिएंट JN-1 सामने आया है, जो फिर से पूरे देश में तबाही मचा रहा है. केरल से लेकर महाराष्ट्र, दिल्ली जैसे अधिकतर राज्यों में कोरोना अपने पैर तेजी से फैला रहा है. सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह मास्क पहन कर रखें और जरूरी सावधानियां बरतें.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देश भर में कोरोना के एक्टिव मामलों का आंकड़ा 7131 है. हालांकि 10,976 लोगों की रिकवरी भी हुई है. देश भर में कोरोना के अब तक 78 लोगों की मौतें हो चुकी है. शनिवार को कोरोना की वजह केरल और पश्चिम बंगाल में 2 व्यक्तियों ने अपनी जान गवा दी है.
केरल में स्थिति नाजुक
केरल राज्य में कोरोना ने अपने पैर पूरी तरह से फैला लिए है. केरल में न सिर्फ कोरोना के एक्टिव मामले बढ़ रहे हैं बल्कि मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. राज्य में अब तक कोरोना के कुल एक्टिव मामले 2055 हो चुके हैं. वहीं रिकवर हुए लोगों की संख्या 3736 है. केरल में अब तक 20 लोग कोरोना से अपना जान गवा चुके हैं. केरल राज्य में हर दिन 100 से भी अधिक कोरोना के एक्टिव केस सामने आ रहे हैं.
केरल के बाद गुजरात दूसरे नंबर पर
गुजरात की बात करें तो केरल के बाद यह दूसरे नंबर पर है, जहां कोरोना के एक्टिव मामले सबसे अधिक हैं. इस राज्य में कोरोना के एक्टिव केस 1358 हैं. वहीं रिकवर हुए लोगों की संख्या 1015 है. यहां पर कोरोना से अब तक कुल 2 लोगों की मौत हो चुकी है. गुजरात में एक दिन में 70 से अधिक एक्टिव मामले सामने आ रहे हैं.
अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में कोरोना के एक भी केस नहीं
भारत में अभी भी ऐसे दो राज्य है, जहां कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं हैं. हालांकि इन राज्यों में कोरोना पहले ही दस्तक दे चुका है. अरुणाचल प्रदेश में अब तक कुल 3 एक्टिव मामले सामने आए थे लेकिन उनकी रिकवरी की जा चुकी है. इसी तरह त्रिपुरा में केवल एक एक्टिव केस था. उसको भी रिकवरी हो चुकी है. इस तरह इन दोनों राज्यों में आज के समय कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं हैं.
अन्य राज्यों में कोरोना की स्थिति
बाकी के राज्यों की बात की जाए, तो दिल्ली में अब तक कुल एक्टिव केस 714 है. वहीं 1748 एक्टिव केस की रिकवरी की जा चुकी है. पश्चिम बंगाल में एक्टिव केसों की संख्या 747 है. उत्तर प्रदेश में अब तक 251 एक्टिव मामले सामने आए हैं. वहीं महाराष्ट्र में 629 और कर्नाटक में 395 कोरोना के एक्टिव मामले सामने चुके हैं.
पंजाब ने जारी की एडवाइजरी
पंजाब में अभी तक कोरोना के कुल 29 एक्टिव मामले सामने आए हैं. देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर पंजाब सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है. सरकार ने लोगों से अपील कर कहा कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से पहले मास्क पहनना अनिवार्य है. इसके अलावा उन्होंने हेल्थ वर्कर को भी मास्क पहनने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को खांसी या बुखार की शिकायत है, तो वो दूसरे के संपर्क में आने से बचे और खांसते वक्त मुंह पर रुमाल रख लें.
शुभांशु शुक्ला के ISS में जाने की तारीख तय
14 Jun, 2025 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने Ax-04 मिशन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था। हालांकि अब इस मिशन को लेकर अच्छी खबर सामने आई है। इसरो ने Ax-04 मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर ली है। शुभांशु शुक्ला 19 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना होंगे।
Ax-04 मिशन को नासा के केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। यह मिशन SpaceX, ISRO और Axiom Space का संयुक्त मिशन है। मिशन लॉन्च होने के साथ ही शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले चुनिंदा भारतीयों की फेहरिस्त में शामिल हो जाएंगे।
Falcon 9 रॉकेट में हुई थी लिक्विड ऑक्सीजन लीकेज
बता दें कि यह मिशन पहले ही लॉन्च होने वाला था। हालांकि Falcon 9 रॉकेट में लिक्विड ऑक्सीजन लीकेज की समस्या देखने को मिली थी, जिसके बाद मिशन को पोस्टपोन कर दिया गया था। हालांकि मिशन की अगली तारीख की घोषणा नहीं हुई थी। वहीं, अब इसरो ने साफ कर दिया है कि शुभांशु शुक्ला 19 जून को अंतरिक्ष में जाएंगे।
19 जून को लॉन्च होगा मिशन
स्पेसएक्स के इंजीनियरों ने Falcon 9 रॉकेट में ऑक्सीजन लीकेज को ठीक कर दिया है। इसरो, स्पेस एक्स और Axiom स्पेस की बैठक में तकनीकि पहलुओं की समीक्षा के बाद इस मिशन को लॉन्च करने के लिए 19 जून की तारीख निर्धारित की गई है।
नासा के साथ शोध में हिस्सा लेंगे शुभांशु
यह मिशन भारत के लिए भी बेहद खास होगा। इस मिशन के दौरान शुभांशु शुक्ला नासा के साथ संयुक्त शोध में हिस्सा लेंगे। साथ ही वो भारत के द्वारा डिजाइन किए गए 7 वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे। शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान भारत के गगनयान मिशन में बेहद मददगार साबित हो सकती है।
राजा रघुवंशी को मारने के लिए सोनम ने बनाए थे 5 प्लान
14 Jun, 2025 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिलांग। राजा रघुवंशी हत्याकांड में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। शातिर सोनम और उसके साथी सलाखों के पीछे हैं। वहीं, पुलिस की पूछताछ में एक और साजिश का पर्दाफाश हो गया है। सोनम और उसके साथियों ने राजा को मारने के लिए पांचवां प्लान भी बनाया था।
सोनम और उसके साथी हर हाल में राजा को मारना चाहते थे। उन्होंने शादी से पहले तीन बार राजा को मारने की कोशिश की थी। मेघालय में हनीमून के बहाने राजा का कत्ल चौथा प्रयास था, जिसमें वो कामयाब रहे। हालांकि अगर इस बार भी राजा जिंदा बचता तो सोनम ने राज के साथ मिलकर पांचवां प्लान भी तैयार कर लिया था।
क्या था सोनम का पांचवां प्लान?
सोनम रघुवंशी ने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा को मारने की एक और साजिश रची थी। सोहरा में अगर राजा की हत्या नहीं होती, तो सोनम उसे शिलांग से 80 किलोमीटर दूर डावकी में ले जाने वाली थी। यह क्षेत्र बांग्लादेश सीमा के बेहद करीब है और यहां से उमनगाट नदी बहती है। आरोपियों की साजिश थी कि घूमने के बहाने राजा को वहां ले जाकर हत्या कर देंगे और शव को नदी में फेंक देंगे।
SIT कर रही है पूछताछ
विशेष जांच दल (SIT) ने शुक्रवार को सोनम समेत सभी आरोपियों से पूछताछ की, जिसमें उनके पांचवें प्लान का खुलासा हुआ। मेघालय पुलिस ने सभी आरोपियों को अलग-अलग थानों के लॉक-अप में बंद किया है, जिससे पांचों आरोपी कोई नई कहानी न गढ़ सकें। सोनम रघुवंशी को पुलिस ने ईस्ट खाली हिल्स के सदर पुलिस थाने के महिला सेल में रखा है।
मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की संभावना, हाई लेवल कमेटी करेगी हादसे की जांच
14 Jun, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। 12 जून की दोपहर को हुआ अहमदाबाद प्लेन क्रैश लगातार सुर्खियों में है। पिछले 3 दशकों में यह सबसे भयानक विमान हादसा था, जिसमें 265 लोगों की मौत हो गई। मृतकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। इस वीभत्स दुर्घटना के बाद कई मृतकों की पहचान करना भी मुश्किल हो गया है।
इस हादसे में विमान के 241 पैसेंजर्स की जान चली गई। इसके अलावा बीजे मेडिकल कॉलेज के मेस में खाना खाने गए कई एमबीबीएस स्टूडेंट्स की मौत हो गई। घटना के कई घंटे बीतने के बाद भी मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
अहमदाबाद जोन 4 के डीसीपी कन्नन देसाई का कहना है-
अभी तक जितने शव मिले हैं, उसके मुताबिक मृतकों का आंकड़ा 265-270 के बीच में हो सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिन घटनास्थल का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने तबाही के मंजर की दर्दनाक तस्वीरें भी साझा की थीं। साथ ही हादसे में मारे गए गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी के परिवार से भी पीएम मोदी ने मुलाकात की।
DNA सैंपल का कलेक्शन जारी
विमान हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों का डीएनए सैंपल लिया जा रहा है। पायलट सभरवाल के पिता ने भी डीएनए सैंपल दिया है। सिविल अस्पताल स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज में डीएनए सैंपल के कलेक्शन का काम चल रहा है। इस दौरान सिर्फ डॉक्टरों और मृतकों के परिजनों को ही टेस्टिंग सेंटर में जाने की अनुमति है। गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी के बेटे ऋषभ रूपाणी भी डीएनए टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल देने अस्पताल जा सकते हैं।
ब्लैक बॉक्स मिला
अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद से ही ब्लैक बॉक्स की तलाश की जा रही थी। बीते दिन बीजे मेडिकल कॉलेज की छत से ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया है। AAIB ने फौरन इसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। ब्लैक बॉक्स से हादसे की सही वजह का खुलासा हो सकता है।
8 एजेंसियां करेंगी जांच
प्लेन हादसे की जांच करने के लिए केंद्र सरकार ने हाई लेवल कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी को 3 महीने के अंदर जांच रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं। कमेटी में 8 एजेंसियों के नाम शामिल हैं।
1. नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA)
2. एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS)
3. गुजरात पुलिस
4. एअरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB)
5. डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA)
6. यूनाइटेड किंगडम की एअर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टीगेशन ब्रांच (UK-AAIB)
7. यूनाइटेड स्टेट्स की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB)
8. फेडरल एविशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA)
DGCA ने दिए जांच के आदेश
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद DGCA ने एअर इंडिया के बेड़े में मौजूद सभी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की जांच के आदेश दिए हैं। एअर इंडिया के पास वर्तमान में कुल 34 बोइंग ड्रीमलाइनर विमान हैं, जिनमें 26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9 विमान शामिल हैं।
कई लोग लापता
अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल एअरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद विमान बीजे मेडिकल कॉलेज की मेस पर गिरा था। बीजे मेडिकल कॉलेज की डीन डॉक्टर मिनाक्षी पारिख ने बताया कि, "इस हादसे में 4 डॉक्टर और उनके परिवार के 2 सदस्यों की मौत हो गई। हॉस्टल और मेस के 6-7 लोग अभी भी लापता हैं।" हादसे के बाद से मेस के कुक ठाकुर रवि की मां और 2 साल की बेटी का भी पता नहीं चल सहै।
ड्रीमलाइनर के साथ पहले भी बैटरी की समस्या का सामना कर चुकी है एअर इंडिया
14 Jun, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। बोइंग का 787 ड्रीमलाइनर विमान पिछले 14 वर्ष से दुनिया की कई प्रमुख एयरलाइंस के बेड़े में है और यह पहली बार दुर्घटना का शिकार हुआ है। आइये जानते हैं भारतीय एयरलाइंस के साथ ड्रीमलाइनर के रिश्तों और अब तक के सफर के बारे में।
भारतीय एयरलाइंस के साथ रिश्ता
वर्तमान में एअर इंडिया और इंडिगो एयरलाइंस बी 787 विमान आपरेट कर रहे हैं। एअर इंडिया के बेड़े में 34 बी787 में से 27 बी787-8 पुराने विमान हैं। जुलाई में पहले बी787-8 को रेट्रोफिट के लिए भेजा जाएगा। पिछले वर्ष विस्तारा के साथ विलय के बाद शेष सात बी 787-9 एअर इंडिया के बेड़े में शामिल हुए थे। ड्रीमलाइनर में 18 बिजनेस क्लास सीटें और 238 इकोनमी क्लास सीटें हैं। विमान करीब 8,000 टेकआफ और लैडिंग कर चुका है।
20 अतिरिक्त विमानों का आर्डर
एअर इंडिया अपने बेड़े और विदेशी नेटवर्क का विस्तार कर रही है। उसने 20 अतिरिक्त बी787 विमानों का आर्डर दे रखा और उसके पास 24 अतिरिक्त विमान मंगाने का विकल्प है। हाल ही में इंडिगो ने नार्स अटलांटिक से लीज पर लिए गए बी787 का संचालन शुरू किया है। इंडिगो लंबी दूरी के संचालन के लिए ऐसे कुल छह विमानों को लीज पर लेने वाली है।
एअर इंडिया ने रोका था बेड़े का परिचालन
कुछ वर्ष पहले अमेरिकी निगरानी संस्था फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने कुछ समस्याओं के कारण ड्रीमलाइनर की डिलीवरी रोक दी थी। भारत की बात करें तो एअर इंडिया को 2013 में बैटरी में दिक्कत के कारण ड्रीमलाइनर को लेकर कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इसकी वजह से तत्कालीन सरकारी स्वामित्व वाली एअर इंडिया को भी ड्रीमलाइनर के अपने बेड़े की उड़ानों को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था। उस समय एयरलाइंस के पास ऐसे लगभग छह विमान थे। एअर इंडिया को इन समस्याओं के लिए बोइंग से मुआवजा भी मिला था।
ड्रीमलाइनर के तीन माडल
ड्रीमलाइनर के तीन माडल 787-8,787-9 और 787-10 हैं। 787-8 माडल की रेंज 13,530 किलोमीटर है। विमान की लंबाई 57 मीटर, ऊंचाई 17 मीटर और विंगस्पैन 60 मीटर है। ड्रीमलाइनर दुनिया भर में 425 से अधिक नान स्टाप रूट शुरू कर चुका है। इनमें से ज्यादातर रूट पर उड़ानें नहीं गईं थीं।
ईरान के परमाणु ठिकानों को नष्ट करने की खाई कसम
14 Jun, 2025 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। इजरायल ने शुक्रवार की सुबह ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमले किए हैं। हमले में ईरान के कई शीर्ष कमांडर भी मारे गए हैं। आइये जानते हैं कि कभी गुप्त रिश्ते रखने वाले ईरान और इजरायल एक दूसरे के जानी दुश्मन क्यों बन गए हैं और इस हमले के पीछे इजरायल का क्या मकसद है?
इजरायल और ईरान क्यों हैं दुश्मन
ईरान की 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद नेतृत्व ने तुरंत अमेरिका और इजरायल को अपने मुख्य शत्रु के रूप में पहचाना। इसकी वजह इस्लामी क्रांति से पहले ईरान के शासकों की अमेरिका और पश्चिमी देशों से करीबी थी। 1948 में इजरायल की स्थापना होने पर ज्यादातर मुस्लिम देश ने उसे मान्यता देने से मना कर दिया। अरब देशों के साथ असहज रिश्ते रखने वाला शिया बहुल देश ईरान इसका अपवाद था।
ईरान ने इजरायल को आधिकारिक तौर पर तो मान्यता नहीं दी लेकिन साझा रणनीतिक चिंताओं की वजह से दोनों ने गुप्त रिश्ते रखे। शाह मोहम्मद रजा पहलवी के शासन में ईरान ने शीत युद्ध के दौरान पश्चिमी देशों के अनुकूल विदेश नीति अपनाई। उसका अहम क्षेत्रीय सहयोगी अमेरिका था।
इजरायल अमेरिका के साथ समर्थन पर निर्भर था, ऐसे में उस समय उसने ईरान को अपना स्वाभाविक सहयोगी माना। ईरान के अंतिम शाह मोहम्मद रजा पहलवी इस्लामी क्रांति से पहले नए नेताओं की उपेक्षा की वजह से देश से भाग गए थे। उस समय वह गंभीर रूप से बीमार थे।
परमाणु हथियार विकसित करने का आरोप
पिछले दो दशकों में इजरायल ने बार-बार ईरान पर परमाणु हथियार विकसित करने का आरोप लगाया है। ईरान का कहना है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए आगे बढ़ा रहा है लेकिन संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी एजेंसी के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि तेहरान के पास परमाणु बम बनाने के लायक पर्याप्त यूरेनियम है और इससे वह कई परमाणु बम बना सकता है।
इजरायल के अस्तित्व को खतरा
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) और पश्चिमी देशों का आकलन है कि ईरान के पास 2003 तक एक संगठित परमाणु हथियार कार्यक्रम था। ईरान का कहना है कि उसका कार्यक्रम शांतिपूर्ण है, जबकि वह अभी भी हथियार-स्तर के करीब यूरेनियम को समृद्ध कर रहा है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने आकलन किया है कि ईरान बम बनाने का प्रयास नहीं कर रहा था। इजरायल परमाणु शक्ति संपन्न ईरान को अपने अस्तित्व के लिए खतरा मानता है। ईरान के हमास, हिजबुल्लाह और हाउती जैसे प्राक्सी समूहों के क्षेत्रीय नेटवर्क को तोड़ना इजरायल का प्रमुख लक्ष्य रहा है।
प्रतिरोध की धुरी हुई है कमजोर
पिछले चार दशकों में ईरान ने आतंकी प्राक्सी समूहों का एक नेटवर्क बनाया है, जिसे उसने प्रतिरोध की धुरी कहा। गाजा में हमास, लेबनान में हिजबुल्लाह, यमन में हाउती और इराक और सीरिया में छोटे मिलिशिया हाल के वर्षों में पूरे क्षेत्र में प्रभावी थे लेकिन 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर हमला करने के बाद छिड़े व्यापक संघर्ष में यह धुरी कमजोर हो गई है।
इजरायल का ईरान सबसे मजबूत प्रॉक्सी
हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ सैन्य अभियान चला कर इनकी कमर तोड़ दी है। सीरिया में ईरान के लंबे समय से सहयोगी रहे राष्ट्रपति बशर असद का पतन हो चुका है।
पिछले वर्ष इजरायल में ईरान के मिसाइल हमलों के बाद इजरायल ने उसके मिसाइल साइट्स को तबाह करने के साथ ईरान की एयर डिफेंस क्षमताओं को भी कमजोर कर दिया था। ईरान के प्राक्सी नेटवर्क के पतन के साथ-साथ ईरान की नई कमजोरी ने इजरायल को हमला करने का अवसर दिया।
अब इजरायल ने हमले का फैसला क्यों किया
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान पर हमला करने का समय खत्म हो रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि ईरान ने हाल में परमाणु हथियार बनाने के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर इसे रोका नहीं गया, तो ईरान बहुत कम समय में परमाणु हथियार बना सकता है।
इस बीच अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु वार्ता ने एक मौका दिया था लेकिन अपेक्षित नतीजे नहीं निकले। अगर समझौता हो जाता तो अमेरिका ईरान पर कुछ कठोर आर्थिक प्रतिबंधों को हटा सकता था। ऐसे में इजरायल के लिए ईरान पर हमला करना बहुत कठिन हो जाता। इजरायली अधिकारियों को डर था कि इस वार्ता से ईरान को समय मिल रहा है और वह परमाणु बम बनाने की दिशा में आगे बढ़ कदम बढ़ा रहा है।
आइएईए ने की ईरान की निंदा
गुरुवार को 20 वर्षों में पहली बार आइएईए के बोर्ड आफ गवर्नर्स ने अपने निरीक्षकों के साथ काम नहीं करने के लिए ईरान की निंदा की। ईरान ने तुरंत घोषणा की कि वह तीसरा संवर्धन स्थल स्थापित करेगा और कुछ सेंट्रीफ्यूज को अधिक उन्नत सेंट्रीफ्यूज से बदल देगा। तब तक इजरायल ने हमले का फैसला कर लिया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने नेतन्याहू से वार्ता जारी रहने तक ईरान पर हमला न करने को कहा है लेकिन ट्रंप का इजरायल को समर्थन देने का पुराना रिकॉर्ड रहा है और ऐसा लगता है कि इस हमले के लिए भी इजरायल को अमेरिका का पूरा समर्थन है।
दिल्ली-यूपी में जानलेवा हुई गर्मी, राजस्थान में तापमान 49 डिग्री पार
14 Jun, 2025 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में गर्मी का कहर जारी है। शुक्रवार को देशभर में 22 स्थानों पर अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया। राजस्थान के गंगानगर में इस मौसम में सबसे अधिक तापमान 49.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से आठ डिग्री अधिक है। उमस और गर्मी के कारण बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़े हैं।
उत्तर प्रदेश में 17 और पंजाब में दो लोगों की मौत
गर्मी के कारण उत्तर प्रदेश में 17 और पंजाब में दो लोगों की मौत हो गई। कुछ जगहों पर मौसम बदला तो बारिश और वज्रपात भी पड़ा। इससे उत्तर प्रदेश में तीन और उत्तराखंड में दो लोगों की मौत हो गई। आइएमडी के मुताबिक, गर्मी की स्थिति कम से कम दो दिन और बनी रहेगी। हालांकि दिल्ली में तापमान में मामूली कमी आई है।
उप्र में शुक्रवार को आगरा में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि झांसी में 44.9, बांदा में 44.6, हमीरपुर में 44.2 और लखनऊ में 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कानपुर व आसपास जिलों में 17 लोगों की मौत
उमस और गर्मी की वजह से कानपुर व आसपास जिलों में 17 लोगों की मौत हुई है। कानपुर में दो महिलाओं समेत छह लोगों के शव सड़क किनारे मिले। कानपुर सेंट्रल स्टेशन परिसर में चार लोगों के शव मिले। 11 जिलों में हीट वेव को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
रामपुर में बिजली गिरने से एक महिला की मृत्यु
मध्य यूपी से पूर्वांचल के जिलों में लू का प्रभाव कम हो रहा है। मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, रामपुर, आजमगढ़, गोरखपुर जैसे जिलों में बरसात हुई है। रामपुर में बिजली गिरने से एक महिला की मृत्यु हो गई।
अंबेडकरनगर में बारिश के दौरान बिजली की चपेट में आने से एक बच्ची समेत दो लोगों की मौत हो गई। कानपुर में 50 वर्षीय रिक्शा चालक पानी पीने के बाद सड़क पर गिर पड़ा और अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पंजाब में शाम होते बदला मौसम
पंजाब में लू के कारण दो और लोगों की मौत हो गई, लेकिन शाम होते ही मौसम में बदलाव आया। कई जिलों में तेज हवाएं चलीं और हल्की वर्षा हुई, जिससे गर्मी से राहत मिली। बठिंडा में दिन का तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के सिरसा में तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
मध्य प्रदेश में भी उच्च तापमान देखा गया। खजुराहो में 45.0 डिग्री सेल्सियस, नरमदापुरम में 44.4 डिग्री सेल्सियस और ग्वालियर में 44.5 डिग्री सेल्सियस का तापमान रिकार्ड किया गया। राजधानी दिल्ली में तापमान 36 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, लेकिन गर्मी का अनुभव करने वाला तापमान 50.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
उत्तराखंड में बरसी आफत, हिमाचल में भी बारिश
उत्तराखंड में जोरदार वर्षा से राहत के साथ आफत भी बरसी। हरिद्वार के लक्सर में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला व एक युवक की मृत्यु हो गई। कोटद्वार में वर्षा से रेलवे ट्रेक बाधित रहा, जिससे रेलों की आवाजाही प्रभावित हुई। पिथौरागढ़ में भारी वर्षा से तवाघाट-लिपुलेख(आदि कैलास मार्ग) मार्ग दो स्थानों पर मलबा आने से अवरुद्ध होने से दो सौ यात्री चार घंटे तक फंसे रहे।
कुंजुम, रोहतांग दर्रा में हिमपात
नैनीताल के तल्लीताल बाजार की दुकानों व होटलों में मलबा घुस गया है। हिमाचल में कांगड़ा, शिमला, सोलन, मंडी, कुल्लू, ऊना, चंबा, बिलासपुर, हमीरपुर सहित अन्य स्थानों पर वर्षा हुई। प्रदेश की ऊंची चोटियों बारालाचा, कुंजुम, रोहतांग दर्रा में हिमपात हुआ है।
ईरान में रह रहे भारतीय छात्रों में डर का माहौल
14 Jun, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। तेहरान में पढ़ रहे भारतीय छात्रों ने सरकार से इजरायली हवाई हमलों के बाद वहां से निकालने की अपील की है। तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा तबिया जहरा ने बताया-अभी स्थिति शांत है और हम सुरक्षित हैं। लेकिन हमें डर लग रहा है।
हमला तड़के करीब 3:30 बजे शुरू हुआ और हमने महसूस किया कि जमीन हिल रही है। यह एक चिंताजनक अनुभव था।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छात्रों से मुलाकात की
कश्मीर की रहने वाली जहरा ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छात्रों से मुलाकात की और उन्हें शांत रहने की सलाह दी। लेकिन, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कौन से क्षेत्र सुरक्षित हो सकते हैं।
उन्होंने सुरक्षा स्थिति के बारे में अनिश्चितता और कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट व्यवधान के कारण सीमित संपर्क का हवाला देते हुए भारत सरकार से निकासी की व्यवस्था करने का आग्रह किया।
छात्रों के संपर्क में भारतीय दूतावास
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की एक अन्य छात्रा अलीशा रिजवी ने कहा कि दूतावास ने हमें आपातकालीन उद्देश्यों के लिए अपने स्थानीय पते और संपर्क विवरण ईमेल करने के लिए कहा है। दूतावास निकासी की आवश्यकता पड़ने की स्थिति में डाटा एकत्र करने का प्रयास कर रहा है।
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने कही ये बात
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुहमी ने कहा कि कई छात्रों ने हवाई हमले के सायरन सुनने और झटके महसूस करने की बात कही है। हमें छात्रों और उनके परिवारों से सहायता का अनुरोध प्राप्त हो रहा है। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि वह तैयार रहे और अगर निकासी अपरिहार्य हो जाए तो आवश्यक कदम उठाए।
पाकिस्तान के बाद ईरान का एयरस्पेस बंद होने से बढ़ीं मुश्किलें
14 Jun, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। ईरान के नाभिकीय और सैन्य ठिकानों पर शुक्रवार को इजरायल के हमले के बाद ईरानी एयर स्पेस को अनिश्चित काल के लिए बंद किए जाने से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं और भारतीय विमानों के लिए तो यह कठिनाई दोगुनी है, क्योंकि पाकिस्तान का एयरबेस पहले से बंद है।
ईरान ने एयर स्पेस को बंद करने का फैसला किया
एअर इंडिया समेत अन्य विमानन कंपनियों के लिए संचालन, वित्तीय और लाजिस्टिक चुनौतियां काफी गंभीर हैं और आने वाले दिनों में इसमें और अधिक वृद्धि होने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता।
इजरायल के हमले के बाद पश्चिम एशिया में उत्पन्न हुए अभूतपूर्व तनाव के बाद ईरान ने जैसे ही अपने एयर स्पेस को बंद करने का फैसला किया, वैसे ही इराक और जार्डन ने भी अपना आसमान विमानों के लिए बंद कर दिया।
अंतरराष्ट्रीय एयर कॉरिडोर पर गहरा असर
इजरायल ने बेन गुरियन एयरपोर्ट से विमानों का संचालन बंद करने का एलान किया है। इन घटनाक्रमों से प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एयर कॉरिडोर पर गहरा असर पड़ा है और इसके चलते एयरलाइंस लंबा और अधिक लागत वाला वैकल्पिक मार्ग अपना रही हैं।
भारत से यूरोप, उत्तरी अमेरिका और खाड़ी देशों के लिए महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय रूट पर जाने वाले विमान पाकिस्तान के एयर स्पेस से बचते हुए ईरान और इराक होते हुए जाते थे। लेकिन अब यह विकल्प नहीं रह गया है।
एयरलाइंस न्यूनतम तीन घंटे की देरी का अनुमान लगा रही
ईरान, इराक की ओर से अपने एयरस्पेस बंद किए जाने के कारण विमानों को सऊदी अरब, मध्य एशियाई देशों और काकेशश क्षेत्र से होकर जाना पड़ रहा है। इससे फ्लाइट में अधिक समय लगेगा, लोगों को स्वाभाविक असुविधा होगी और अधिक लागत तो आएगी ही।
एयरलाइंस न्यूनतम तीन घंटे की देरी का अनुमान लगा रही हैं। इस असाधारण स्थिति का स्वाभाविक रूप से सबसे अधिक असर एअर इंडिया पर पड़ेगा। उसे अपनी 11 अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटों को रीरूट करना पड़ा है, जबकि पांच को बीच रास्ते से प्रस्थान एय़रपोर्ट पर लौटना पड़ा।
अन्य रूटों पर असर पड़ना तय
शुक्रवार को मुंबई से लंदन की एक फ्लाइट को अचानक ईरानी एयरस्पेस बंद होने की सूचना मिलने के बाद वापस आना पड़ा। जिन अन्य रूटों पर असर पड़ना तय है, उनमें न्यूयार्क, टोरंटो, फ्रैंकफर्ट, मिलान, शारजाह और विएना शामिल हैं।
ईरान को इजरायल की चेतावनी: आक्रामकता बंद करो, वरना चुकानी होगी कीमत
14 Jun, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर वह अपनी आक्रामकता जारी रखता है, तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि इजरायल ने खुद को बचाने के लिए सटीक कार्रवाई की है। यदि ईरान आगे बढ़ने का निर्णय लेता है, तो उसे इसके परिणामों का सामना करना पड़ेगा।
इजरायल चला रहा ऑपरेशन राइजिंग लायन
एक साक्षात्कार में अजार ने इस हमले (ऑपरेशन राइजिंग लायन) में अमेरिका की भागीदारी से इन्कार किया। हालांकि, उन्होंने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इसके बारे में सूचित किया गया था। यह पूछे जाने पर कि क्या इस हमले के बाद अब ईरान इस क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाएगा, अजार ने कहा कि यह पूरी तरह से ईरानियों पर निर्भर करता है। यदि वह अपनी आक्रामकता जारी रखता है, तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे।
रूवेन अजार ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई पर विभिन्न देश जिम्मेदारी से प्रतिक्रिया दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इजरायल ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी, मित्र देशों और पश्चिमी शक्तियों के साथ खुफिया जानकारी साझा की है। ये देश ईरान की ''क्रूरता और कट्टरता'' को समझते हैं।
परमाणु हथियार तैयार था, गुप्त नेटवर्क उन्हें असेंबल कर रहा था
रूवेन अजार ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में ईरान ने यूरेनियम संवर्धन की गति बढ़ा दी है। अब तक उसने नौ परमाणु बमों के लिए संवर्धित यूरेनियम जुटा लिया है। लेकिन, जिस तात्कालिक संदर्भ में हमें कार्रवाई करनी पड़ी, वह यह तथ्य है कि एक गुप्त समूह था, जो बैलिस्टिक मिसाइल पर परमाणु हथियार को असेंबल करने पर काम कर रहा था।
इससे ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती थी, जिसमें इजरायल पर परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया जा सके। राजदूत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने यह निर्धारित किया है कि ईरान ने सुरक्षा समझौते का उल्लंघन किया है। वह अवैध परमाणु गतिविधियों में शामिल है।
इजरायल अपनी रक्षा खुद कर रहा है
इजरायली राजदूत ने औपचारिक सैन्य गठबंधन के अस्तित्व से इन्कार किया, लेकिन ईरान और उसके सहयोगियों से खतरों का मुकाबला करने के लिए बढ़ते क्षेत्रीय सहयोग को रेखांकित किया।
कहा कि इजरायल अपने अस्तित्व के लिए स्वतंत्र रूप से ऑपरेशन राइजिंग लायन चला रहा है, जबकि अब्राहम समझौते के बाद अरब देशों के साथ समन्वय गहरा हुआ है। इजरायल अपनी रक्षा के लिए खुद ही कार्रवाई कर रहा है। हालांकि, हमारे भागीदारों की मदद और सहायता महत्वपूर्ण है।
ऑपरेशन सिंदूर का किया समर्थन
रूवेन अजार ने पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर की गई भारत की सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि इजरायल और भारत एक दूसरे की आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और इजरायल के बीच विश्वास का रिश्ता है। जैसे-जैसे दोनों देशों के सामने चुनौतियां बढ़ेंगी, यह रिश्ता और गहरा होता जाएगा।
अहमदाबाद प्लेन हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित, तीन महीने में देगी रिपोर्ट
14 Jun, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद में हाल ही में भयानक हादसा सामने आया, जिसने पूरे देश को सदमे में डाल दिया. गुरुवार को अहमदाबाद में एयर इंडिया का प्लेन क्रैश हुआ. इसी के बाद अब सभी के मन में एक ही सवाल है कि इस प्लेन क्रैश की क्या वजह रही. इसी सवाल का जवाब ढूंढने के लिए सिविल एविएशन मंत्रालय ने हाई लेवल कमेटी का गठन किया है.
उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच करेगी. समिति मौजूदा एसओपी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश सुझाएगी.
कौन-कौन होगा जांच कमेटी में शामिल
इस समिति की अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव, गृह मंत्रालय और भारत सरकार करेगी. इसमें सचिव, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार, अतिरिक्त सचिव/संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय, राज्य गृह विभाग, गुजरात सरकार से प्रतिनिधि, राज्य आपदा प्रतिक्रिया प्राधिकरण, गुजरात सरकार का प्रतिनिधि, पुलिस आयुक्त, अहमदाबाद, महानिदेशक, निरीक्षण और सुरक्षा, भारतीय वायु सेना महानिदेशक, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो/डीजी बीसीएएस, महानिदेशक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय/डीजी डीजीसीए, विशेष निदेशक, आईबी, निदेशक, फोरेंसिक विज्ञान सेवा निदेशालय, भारत सरकार इसका हिस्सा होंगे.
समिति द्वारा उपयुक्त समझे जाने वाले किसी अन्य सदस्य, जिसमें विमानन विशेषज्ञ, दुर्घटना जांचकर्ता और कानूनी सलाहकार शामिल हैं, को भी समिति में शामिल किया जा सकता है. समिति के पास सभी रिकॉर्ड तक पहुंच होगी, जिसमें अन्य बातों के अलावा, उड़ान डेटा, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर, विमान रखरखाव रिकॉर्ड, एटीसी लॉग और गवाहों की गवाही शामिल है.
3 महीने में पेश की जाएगी रिपोर्ट
साथ ही इसमें साइट निरीक्षण करना भी शामिल होगा. चालक दल, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर और संबंधित कर्मियों का इंटरव्यू लेकर जानकारी हासिल की जाएगी. अगर विदेशी नागरिक या विमान निर्माता शामिल हैं तो अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ सहयोग करना होगा. समिति तीन महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
241 यात्रियों की हुई मौत
अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 ने लंदन के लिए उड़ान भरी थी. उड़ान भरने के बाद प्लेन आसमान में 625 फीट की ऊंचाई तक ही पहुंचा था कि 5 मिनट के बाद ही प्लेन क्रैश हो गया. इस विमान में 242 यात्री सवार थे. जिसमें से सिर्फ एक ही यात्री बच पाया. हादसा इतना भयानक था कि सभी की मौत हो गई. साथ ही हादसा में भारी नुकसान हुआ. यह प्लेन जाकर बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया. हॉस्टल में इतनी भयानक तस्वीर सामने आई कि प्लेन से टकराने से सब कुछ तहस-नहस हो गया. 65 छात्रों की मौत हो गई.
गर्मी के साथ बदला मौसम, यूपी और उत्तराखंड में बारिश और वज्रपात
14 Jun, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में गर्मी का कहर जारी है। शुक्रवार को देशभर में 22 स्थानों पर अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया। राजस्थान के गंगानगर में इस मौसम में सबसे अधिक तापमान 49.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से आठ डिग्री अधिक है। उमस और गर्मी के कारण बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़े हैं।
उत्तर प्रदेश में 17 और पंजाब में दो लोगों की मौत
गर्मी के कारण उत्तर प्रदेश में 17 और पंजाब में दो लोगों की मौत हो गई। कुछ जगहों पर मौसम बदला तो बारिश और वज्रपात भी पड़ा। इससे उत्तर प्रदेश में तीन और उत्तराखंड में दो लोगों की मौत हो गई। आइएमडी के मुताबिक, गर्मी की स्थिति कम से कम दो दिन और बनी रहेगी। हालांकि दिल्ली में तापमान में मामूली कमी आई है।
उप्र में शुक्रवार को आगरा में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि झांसी में 44.9, बांदा में 44.6, हमीरपुर में 44.2 और लखनऊ में 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कानपुर व आसपास जिलों में 17 लोगों की मौत
उमस और गर्मी की वजह से कानपुर व आसपास जिलों में 17 लोगों की मौत हुई है। कानपुर में दो महिलाओं समेत छह लोगों के शव सड़क किनारे मिले। कानपुर सेंट्रल स्टेशन परिसर में चार लोगों के शव मिले। 11 जिलों में हीट वेव को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
रामपुर में बिजली गिरने से एक महिला की मृत्यु
मध्य यूपी से पूर्वांचल के जिलों में लू का प्रभाव कम हो रहा है। मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, रामपुर, आजमगढ़, गोरखपुर जैसे जिलों में बरसात हुई है। रामपुर में बिजली गिरने से एक महिला की मृत्यु हो गई।
अंबेडकरनगर में बारिश के दौरान बिजली की चपेट में आने से एक बच्ची समेत दो लोगों की मौत हो गई। कानपुर में 50 वर्षीय रिक्शा चालक पानी पीने के बाद सड़क पर गिर पड़ा और अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पंजाब में शाम होते बदला मौसम
पंजाब में लू के कारण दो और लोगों की मौत हो गई, लेकिन शाम होते ही मौसम में बदलाव आया। कई जिलों में तेज हवाएं चलीं और हल्की वर्षा हुई, जिससे गर्मी से राहत मिली। बठिंडा में दिन का तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के सिरसा में तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
मध्य प्रदेश में भी उच्च तापमान देखा गया। खजुराहो में 45.0 डिग्री सेल्सियस, नरमदापुरम में 44.4 डिग्री सेल्सियस और ग्वालियर में 44.5 डिग्री सेल्सियस का तापमान रिकार्ड किया गया। राजधानी दिल्ली में तापमान 36 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, लेकिन गर्मी का अनुभव करने वाला तापमान 50.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
उत्तराखंड में बरसी आफत, हिमाचल में भी बारिश
उत्तराखंड में जोरदार वर्षा से राहत के साथ आफत भी बरसी। हरिद्वार के लक्सर में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला व एक युवक की मृत्यु हो गई। कोटद्वार में वर्षा से रेलवे ट्रेक बाधित रहा, जिससे रेलों की आवाजाही प्रभावित हुई। पिथौरागढ़ में भारी वर्षा से तवाघाट-लिपुलेख(आदि कैलास मार्ग) मार्ग दो स्थानों पर मलबा आने से अवरुद्ध होने से दो सौ यात्री चार घंटे तक फंसे रहे।
कुंजुम, रोहतांग दर्रा में हिमपात
नैनीताल के तल्लीताल बाजार की दुकानों व होटलों में मलबा घुस गया है। हिमाचल में कांगड़ा, शिमला, सोलन, मंडी, कुल्लू, ऊना, चंबा, बिलासपुर, हमीरपुर सहित अन्य स्थानों पर वर्षा हुई। प्रदेश की ऊंची चोटियों बारालाचा, कुंजुम, रोहतांग दर्रा में हिमपात हुआ है।