देश
सारी दुनिया में भारत का स्वर्ण भंडार 9वें नंबर पर
20 Jan, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सारी दुनिया के देशों में रिजर्व स्वर्ण भंडार के मामले में भारत का नौवां नंबर है। सबसे ज्यादा सोना अमेरिका के पास है। अमेरिका के पास 81336 टन सोना है। दूसरे नंबर पर जर्मनी है। इसके पास 3352 टन सोना है। इटली के पास 2452 टन सोना है। फ्रांस के पास 2437 टन सोना है। रूस के पास 2333 टन सोना है। चीन के पास 2191 टन सोना है। वही स्विट्जरलैंड के पास 1040 टन सोना है।जापान के पास 846 टन सोना है। भारत के पास 801 टन सोना है। नीदरलैंड के पास 612 टन सोना है।
फ़ोबर्स सूची में गोल्ड रिजर्व के आधार पर जिन देशों के पास सोने का स्टॉक रिजर्व के रूप में है। उनकी सूची जारी की गई है। इस सूची में भारत नवे स्थान पर है। सऊदी अरब के पास 323 टन गोल्ड रिजर्व के रूप में रखा गया है। ब्रिटेन ने 310 टन सोना रिजर्व के रूप में रखा है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा नियम के अनुसार मुद्रा के उतार-चढ़ाव और जोखिम को कम करने के लिए गोल्ड रिजर्व का नियम बनाया गया है।जब डॉलर का रेट घटता है,तब सोने की कीमत बढ़ती है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा में स्वर्ण भंडार काफी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करता है।
अमेरिका में 2008 में जो आर्थिक मंदी आई थी। उससे बाहर निकलने के लिए अमेरिका ने उस समय अपना सोना बेचकर आर्थिक मंदी से निजात पाई थी। विश्व बैंक द्वारा सभी देशों को गोल्ड रिजर्व की मात्रा बढ़ाने का निर्देश दिया गया था। उसके बाद से सभी देशों ने बड़ी मात्रा में सोना खरीदा। जिसके कारण 2008 के बाद से लगातार सोने के भाव बढ़ते रहे। इसका सबसे ज्यादा लाभ अमेरिका को हुआ,और अमेरिका अपनी आर्थिक मंदी से बाहर निकल पाया।
हेली-टूरिज्म नीति लाने वाला देश का पहला राज्य होगा केरल
20 Jan, 2024 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केरल पर्यटन विभाग वर्ष 2024 में नए कीर्तिमान स्थापित करने के तहत हेली-टूरिज्म सहित कई योजनाओं को नया रूप दे रहा है। पर्यटन निदेशक पी बी नूह ने बताया कि केरल व्यापक हेली-टूरिज्म की नीति लाने वाले देश का पहला राज्य है। इसके तहत हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाताओं की ओर से पेश किए गए पैकेजों का विवरण देने वाली एक माइक्रो-साइट बनाई है। यह एक ही बार में विभिन्न स्थलों की यात्रा करने की योजना बना रहे पर्यटकों के लिए बहुत मददगार सिद्ध होगी। इससे राज्य परस्पर जुड़ा एक पर्यटन हॉटस्पॉट बन जायेगा।
उन्होंने बताया कि केरल को वैश्विक एडवेंचर टूरिज्म मानचित्र पर लाने के उद्देश्य से सरकार ने इस वर्ष चार अंतरराष्ट्रीय साहसिक खेल (एडवेंचर स्पोर्टस) आयोजनों की मेजबानी करने का निर्णय लिया है। राज्य में पहाड़ों, नदियों, समुद्र तटों और नहरों का मिश्रण होने के कारण बिग टिकट वाला एडवेंचर टूरिज्म कार्यक्रम भी शुरू किया जाने वाला है। इससे इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं उत्पन्न होंगी। नूह ने कहा कि सरकार डेस्टिनेशन वेडिंग के लिये अनुकूल माहौल बनाने, दुनिया भर से जोड़ों को आकर्षित करने और पर्यटन एवं स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिये प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि केरल पर्यटन की संशोधित रणनीति नए गंतव्यों को पेश करने, नवीन पर्यटन सर्किट बनाने, बुनियादी ढांचे के विकास और क्षमता निर्माण परियोजनाओं में निवेश करने, पुरस्कार विजेता जिम्मेदार पर्यटन पहल को व्यापक बनाने पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि नई परियोजनाओं के साथ-साथ राज्य के मुख्य प्राकृतिक आकर्षण के केन्द्र जैसे समुद्र तट , हिल स्टेशन, हाउस बोट और बैक वाटर, आगंतुकों के अनुभव की समृद्ध होगा। एडवेंचर वेलनेस और रिस्पांसिबल टूरिज्म को पूरे जोश के साथ आगे बढ़ाया जायेगा।
कोहरे के कारण ट्रेनों और हवाई यातायात प्रभावित
20 Jan, 2024 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली में कड़ाके की ठंड का प्रकोप बना हुआ है, इससे शुक्रवार सुबह ट्रेनों की आवाजाही और हवाई यातायात पर असर पड़ा।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि कोहरे और खराब दृश्यता के कारण दिल्ली आने वाली 20 से अधिक ट्रेनों के आगमन में छह घंटे या इससे अधिक का विलंब हुआ। घने कोहरे और कम दृश्यता के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कई उड़ान संचालन प्रभावित हुआ। कई यात्रियों ने दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ानों के देरी से आने की शिकायत की।
उत्तर भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 3-6 डिग्री सेल्सियस रहा। दिल्ली में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 25 जनवरी तक इसतरह के हालात बने रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने बताए कारण....जिसके चलाते उत्तर भारत में पड़ रही भीषण सर्दी
20 Jan, 2024 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तर भारत में साल 2024 में ठंड का रूप कुछ बदला-बदला दिख रहा है। इस बार पहाड़ पर बर्फ नहीं है, मैदानी इलाकों में बारिश नहीं है, लेकिन ठंड ने फिर भी आफत मचा रखी है। इस बार उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भीषण शीतलहर का सितम है। यहां 29 दिसंबर से अधिकतम तापमान सामान्य से 5-8 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया, जिससे कंपकंपा देने वाली ठंड पड़ी।
29 दिसंबर से लगातार सूरज गायब रहा और शीतलहर और कोहरा अपने शबाब पर रहे। 7-8 जनवरी के दौरान थोड़ी राहत महसूस की गई, जो कि पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित थी, लेकिन 8 जनवरी के बाद फिर ठंड की वहीं स्थिति लौट आई। इसके साथ ही 12 से 17 जनवरी के बीच उत्तर पश्चिम भारत के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया।
14 जनवरी को कोहरे की चादर अपने चरम पर पहुंच गई, जिससे उत्तर भारत के मैदानी इलाके अमृतसर से डिब्रूगढ़ और पूरे हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में विजिबिलिटी जीरो हो गई। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत पर किसी भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी, प्रचलित अल-नीनो की स्थिति और एक मजबूत जेट स्ट्रीम शामिल है।
आमतौर पर दिसंबर से जनवरी तक उत्तर पश्चिम भारत में 5-7 वेस्टर्न डिस्टर्बेंस होते हैं। जो जमा देने वाली ठंड को कम करते हैं। हालांकि, इस सर्दी में इसबार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अनुपस्थित रहे। इस बार केवल दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दिखाई दिए। एक दिसंबर में और दूसरा जनवरी में जिनका प्रभाव गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश तक सीमित रहा। इसके अलावा पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में सामान्य से कम बारिश होने से कड़ाके की ठंड और बढ़ गई है। इस क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी में भारी कमी देखी गई, जो औसत से लगभग 80 प्रतिशत कम थी, जिससे शीतलहर की तीव्रता बढ़ गई। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस में कमी को भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के ऊपर प्रचलित अल-नीनो स्थितियों के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। यह घटना उत्तर भारत में कम शीतलहर के दिनों को दर्शाती है, यह प्रवृत्ति वर्तमान मौसम में भी ध्यान देने योग्य है।
इसके अलावा उत्तर भारत में समुद्र तल से 12 किमी ऊपर, लगभग 250-320 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज जेट स्ट्रीम हवाओं ने ठंड के मौसम को बढ़ा दिया है। मजबूत जेट स्ट्रीम पैटर्न जारी रहने की संभावना है, जिससे अगले कुछ दिनों तक उत्तर भारत में लगातार ठंड पड़ने का अनुमान है।
कागज से बने तिरंगे झंडों को जमीन पर ना फेंकें.....वरना होगी कार्रवाई
20 Jan, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । गणतंत्र दिवस समारोह को अब केवल एक सप्ताह का ही शेष बचा है। 26 जनवरी को देखकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है कि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजन के दौरान उपयोग होने वाले कागज से बने भारतीय झंडे को समारोह खत्म होने के बाद जमीन पर ना फेंका जाए।
गृह मंत्रालय ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज देश के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है और झंडे की गरिमा के अनुरूप कागज के तिरंगे का निजी तौर पर निपटान किया जाना चाहिए। आपसे सुनिश्चित करने का अनुरोध किया जाता है कि जनता द्वारा उपयोग किए जाने वाले कागज से बने झंडों को कार्यक्रम के बाद जमीन पर नहीं फेंका जाता है। इसतरह के झंडों को झंडे की गरिमा के अनुरूप, निजी तौर पर निपटाया जाना चाहिए।
सोनोग्राफी की गलत रिपोर्ट देने पर जुर्माना 15 लाख रुपये का
19 Jan, 2024 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। मेडिकल रिपोर्ट गलत देने वाले पर उपभोक्ता फोरम ने सख्ती दिखाते हुए लाखों का जुर्माना भरने को कहा है। दरअसल गर्भवती महिला की अल्ट्रा सोनोग्राफी टेस्ट रिपोर्ट गलत देने को लेकर राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग ने डॉक्टर और अस्पताल पर साढ़े सात-साढ़े सात लाख यानी कुल 15 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। यह राशि पीड़ित महिला को मुआवजे के तौर पर देने को कहा गया है।
जानकारी अनुसार राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग के एपी शाही की अध्यक्षता वाली पीठ का कहना है कि अल्ट्रा सोनोग्राफी इसलिए कराई जाती है, ताकि गर्भ में पल रहे शिशु के शारीरिक विकास में विकार संबंधी जानकारी से अवगत हुआ जा सके। ऐसे में डॉक्टर व संबंधित अस्पताल की रिपोर्ट में बच्चे के लिंब को नार्मल बताना, जबकि ऐसा नहीं था। पीठ ने माना कि सोनोग्राफी टेस्ट करते समय घोर लापरवाही बरती गई थी, जिसकी वजह से बच्चा अपंग पैदा हुआ। उस बच्चे के घुटनों के नीचे से दोनों पैर नहीं थे और एक हाथ भी कुहनी के नीचे से गायब था। इस हालत में बच्चा जीवनभर स्पेशल नर्स केयर में रहेगा। इसकी वजह से उसके माता-पिता को भी जीवन भर मानसिक प्रताड़ना सहने को मजबूर होना पड़ा। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए पीठ ने कहा कि इसे नकारा नहीं जा सकता। अत: राष्ट्रीय आयोग ने इस मामले में राज्य उपभोक्ता आयोग द्वारा डॉक्टर व अस्पताल पर लगाए गए 75-75 हजार रुपए के जुर्माने को नाकाफी बताया और उसे कुल 15 लाख रुपये बतौर जर्माना भरने को कहा है।
मौसम विभाग ने बताए कारण....जिसके चलाते उत्तर भारत में पड़ रही भीषण सर्दी
19 Jan, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तर भारत में साल 2024 में ठंड का रूप कुछ बदला-बदला दिख रहा है। इस बार पहाड़ पर बर्फ नहीं है, मैदानी इलाकों में बारिश नहीं है, लेकिन ठंड ने फिर भी आफत मचा रखी है। इस बार उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भीषण शीतलहर का सितम है। यहां 29 दिसंबर से अधिकतम तापमान सामान्य से 5-8 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया, जिससे कंपकंपा देने वाली ठंड पड़ी।
29 दिसंबर से लगातार सूरज गायब रहा और शीतलहर और कोहरा अपने शबाब पर रहे। 7-8 जनवरी के दौरान थोड़ी राहत महसूस की गई, जो कि पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित थी, लेकिन 8 जनवरी के बाद फिर ठंड की वहीं स्थिति लौट आई। इसके साथ ही 12 से 17 जनवरी के बीच उत्तर पश्चिम भारत के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया।
14 जनवरी को कोहरे की चादर अपने चरम पर पहुंच गई, जिससे उत्तर भारत के मैदानी इलाके अमृतसर से डिब्रूगढ़ और पूरे हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में विजिबिलिटी जीरो हो गई। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत पर किसी भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी, प्रचलित अल-नीनो की स्थिति और एक मजबूत जेट स्ट्रीम शामिल है।
आमतौर पर दिसंबर से जनवरी तक उत्तर पश्चिम भारत में 5-7 वेस्टर्न डिस्टर्बेंस होते हैं। जो जमा देने वाली ठंड को कम करते हैं। हालांकि, इस सर्दी में इसबार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अनुपस्थित रहे। इस बार केवल दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दिखाई दिए। एक दिसंबर में और दूसरा जनवरी में जिनका प्रभाव गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश तक सीमित रहा। इसके अलावा पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में सामान्य से कम बारिश होने से कड़ाके की ठंड और बढ़ गई है। इस क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी में भारी कमी देखी गई, जो औसत से लगभग 80 प्रतिशत कम थी, जिससे शीतलहर की तीव्रता बढ़ गई। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस में कमी को भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के ऊपर प्रचलित अल-नीनो स्थितियों के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। यह घटना उत्तर भारत में कम शीतलहर के दिनों को दर्शाती है, यह प्रवृत्ति वर्तमान मौसम में भी ध्यान देने योग्य है।
इसके अलावा उत्तर भारत में समुद्र तल से 12 किमी ऊपर, लगभग 250-320 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज जेट स्ट्रीम हवाओं ने ठंड के मौसम को बढ़ा दिया है। मजबूत जेट स्ट्रीम पैटर्न जारी रहने की संभावना है, जिससे अगले कुछ दिनों तक उत्तर भारत में लगातार ठंड पड़ने का अनुमान है।
पीएम मोदी के कार्यक्रम वाले मार्गों पर एसपीजी का नियंत्रण, 30 हजार जवानों से छावनी में बदली अयोध्या
19 Jan, 2024 11:13 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अयोध्या । प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर एसपीजी ने डेरा डाल दिया है। परिसर समेत प्रधानमंत्री के आवागमन के सभी मार्गो पर सुरक्षा व्यवस्था उन्हीं के नियंत्रण में है। इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए 30,000 से अधिक जवान अलग-अलग स्थानों पर मोर्चा संभाल चुके हैं। पुलिस अधिकारियों ने इन्हें जिम्मेदारियां आवंटित करते हुए तमाम दिशा-निर्देश दिए हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 7,000 से अधिक अतिथियों के पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान जिले का सुरक्षा घेरा अभेद्य किया गया है। येलो जोन व रेड जोन के अलावा विभिन्न इलाकों में 10,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लैंडमाइन डिटेक्शन, फेस रिकॉग्निशन समेत तमाम आधुनिक उपकरणों का भी प्रयोग किया जा रहा है।
जन्म प्रमाण के तौर पर अब आधार कार्ड मान्य नहीं
19 Jan, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । श्रम मंत्रालय के अंतर्गत कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने आधार कार्ड को अपने मान्य दस्तावेजों की सूची से बाहर कर दिया है। यानी अब ईपीएफ खाते में जन्मतिथि अपडेट कराने के लिए आधार को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसे लेकर ईपीएफओ द्वारा सर्कुलर भी जारी किया जा चुका है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा 16 जनवरी, 2024 को जारी किए गए सर्कुलर में बताया गया कि आधार जारी करने वाली सरकारी एजेंसी यूआईडीएआई से एक पत्र प्राप्त हुआ है। इसमें कहा गया है कि जन्मतिथि के प्रमाण पत्र के रुप में स्वीकार दस्तावेजों की लिस्ट से आधार को हटाया जाए। इसके बाद आधार कार्ड को ईपीएफओ के मान्य दस्तावेजों की लिस्ट से हटा दिया गया है।
ईपीएफओ के मुताबिक, जन्म तिथि के लिए प्रूफ के लिए दसवीं कक्षा का सर्टिफिकेट इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, किसी सरकारी बोर्ड या यूनिवर्सिटी से जारी हुई अंक तालिका भी प्रयोग में लाई जा सकती है। अगर जन्मतिथि प्रमाण के लिए कोई भी दस्तावेज नहीं है तो सदस्य की चिकित्सीय जांच के बाद सिविल सर्जन द्वारा जारी किया गया मेडिकल प्रमाण पत्र भी जन्मतिथि अपडेट के लिए दे सकता है। साथ ही पासपोर्ट, पैन नंबर, डोमिसाइल सर्टिफिकेट और पेंशन दस्तावेज को भी मान्यता प्रदान की गई है।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल लोगों पर असम पुलिस ने लिया एक्शन
19 Jan, 2024 10:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत जोड़ो न्याय यात्रा से जुड़े कुछ लोगों पर आज असम की जोरहाट पुलिस ने एक्शन लिया है। जोरहाट के पुलिस अधीक्षक मोहन लाल मीणा ने कहा कि पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए, कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के संबंध में कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने बताई वजह
दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी यात्रा ने अपने मूल मार्ग को बदल लिया था, जिसकी पुलिस को जानकारी नहीं थी, इसके चलते यात्रा से जुड़े कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
राहुल गांधी नाव से ब्रह्मपुत्र नदी पार की
अपनी यात्रा के छठे दिन, राहुल गांधी ने शुक्रवार को नाव से ब्रह्मपुत्र नदी पार की और असम के एक द्वीप माजुली के लिए रवाना हुए। पार्टी ने राहुल की एक तस्वीर साझा की, जिसमें वह साथी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ शुक्रवार को ब्रह्मपुत्र में नाव पर सवार थे।
हिमंत सरकार यात्रा में डाल रही खलल
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार भारत जोड़ो यात्रा को असफल बनाने में लगी है। उन्होंने कहा कि हम 25 जनवरी तक असम में हैं और राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है कि भारत जोड़ो यात्रा यहां सफल न हो।
जयराम ने कहा कि असम सरकार यात्रा में बाधाएं पैदा कर रही है, लेकिन हमें विश्वास है कि असम के सभी वर्ग, जिनमें युवा और महिलाएं भी शामिल हैं, वो राहुल गांधी की बात सुनेंगे।
राहुल का भाजपा पर ये आरोप
राहुल ने भी हिमंत सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि देश की "सबसे भ्रष्ट सरकार" राज्य में काम कर रही है। राहुल ने भाजपा और आरएसएस पर नफरत फैलाने का भी आरोप लगाया।
लाल सागर में ड्रोन हमलों के बीच नौसेना प्रमुख का बड़ा बयान
19 Jan, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि नौसेना का काम भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा सुनिश्चित करना है। उनका यह बयान लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हालिया संदिग्ध ड्रोन हमलों और भारतीय तटरेखा पर पाकिस्तानी जहाजों की तैनाती के मद्देनजर आया है। एडमिरल कुमार ने कहा, नौसेना का काम यह सुनिश्चित करना है कि हम भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करें, उन्हें बढ़ावा दें और आगे बढ़ें। उन्होंने कहा, हम किसी भी तरह की समुद्री डकैती नहीं होने देंगे।
2008 से चला रहे समुद्री डकैती विरोधी अभियान
पत्रकारों से बात करते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि पिछले साल के अंत तक भारतीय जलक्षेत्र में समुद्री डकैती की घटनाएं लगभग खत्म हो गई थीं। उन्होंने कहा, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे राष्ट्रीय हित सुरक्षित हों। हम साल 2008 से हिंद महासागर में अभियान चला रहे हैं। इनमें समुद्री डकैती विरोधी अभियान भी शामिल हैं। 2008 से हमने समुद्री डकैती से निपटने के लिए 106 जहाजों को तैनात किया है।
अन्य साझेदारों के साथ मिलकर कर रहे काम
उन्होंने आगे कहा, समुद्री डकैती की घटनाएं पिछले साल के अंत तक लगभग शून्य हो गईं थीं। हालांकि, बाद में इनमें वृद्धि देखी गई है। यह शायद लाल सागर में ड्रोन हमलों का परिणाम है। इसलिए, हमने कार्रवाई की है। पर्याप्त संख्या में अपने जहाजों की तैनाती की है। हम किसी को भी समुद्री डकैती की अनुमति नहीं देंगे। इसके लिए हम उचित कदम उठा रहे हैं। एडमिरल हरि कुमार ने बताया कि भारतीय नौसेना अपने जल क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए क्षेत्र के अन्य भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रही है।
भारतीय ध्वज वाले किसी भी जहाज पर नहीं हुआ हमला
उन्होंने बताया कि भारत के झंडे वाले किसी भी व्यापारिक जहाज पर कोई हमला नहीं हुआ है। पिछली बार बड़ी संख्या भारतीय नौसेना के कर्मियों के दल को लेजा रहे जहाज पर समुद्री डाकुओं ने हमला किया था। इसका हमने तुरंत जवाब दिया और अपने सैनिकों को तैनात किया। हम इस क्षेत्र के अन्य भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कई साझेदार भी चाहते हैं कि प्रशांत क्षेत्र स्वतंत्र, खुला, समावेशी, नियम-आधारित और सुरक्षित हो। हम अपने सभी साझेदारों का सहयोग करेंगे। इनमें क्षेत्र के छोटे देश भी शामिल हैं।
देश में तेजी से फैल रहा जेएन.1 का संक्रमण
19 Jan, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कोविड-19 का नया वेरिएंट जेएन.1 तेजी से अपना पैर पसार रहा है। भारतीय एसएआरएस- सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) के अनुसार देश में जेएन.1 के 1,226 मामले सामने आए हैं। कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा मामला दर्ज किया गया है।
आईएनएसएसीओजी की डेटा के अनुसार, 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस वेरिएंट की उपस्थिति का पता लगाया गया है। कर्नाटक में जेएन.1 सब वेरिएंट के 234 मामले, आंध्र प्रदेश में 189, महाराष्ट्र में 170, केरल में 156 और पश्चिम बंगाल में 96, गोवा में 90, तमिलनाडु में 88 और गुजरात में 76 मामले हैं। राजस्थान में जेएन.1 के 37 मामले हैं। वहीं तेलंगाना में 32, छत्तीसगढ़ में 25, दिल्ली में 16, उत्तर प्रदेश में सात, हरियाणा में पांच, ओडिशा में तीन और उत्तराखंड और नगालैंड में एक-एक मामला दर्ज किया गया है। देश में कोविड मामलों की संख्या में बढ़ोतरी और जेएन.1 सब वेरिएंट का पता लगने के बाद केंद्र सरकार ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को लगातार निगरानी बनाए रखने को कहा है। बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जेएन.1 वेरिएंट को पहले वीओआई के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
यमन के पास एक और जहाज पर ड्रोन अटैक
19 Jan, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अरब सागर में यमन के पास फिर से एक जहाज पर ड्रोन अटैक हुआ है। इसके बाद जहाज में आग भी लग गई। हालांकि बाद में इस पर काबू पा लिया गया। जेन्को पिकार्डी नाम के इस जहाज पर मार्शल आइलैंड का फ्लैग लगा हुआ था। भारतीय नेवी ने बताया कि हमला मंगलवार रात करीब 11 बजकर 11 मिनट पर हुआ।
नेवी के मुताबिक, हमले के वक्त जहाज अदन की खाड़ी में यमन के अदन पोर्ट से करीब 111 किमी दूर था। अटैक के तुरंत बाद जहाज ने मदद के लिए सिग्नल भेजा। जहाज पर 22 क्रू मेंबर्स सवार हैं, जिसमें से 9 भारतीय हैं। हमले में किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है। ड्रोन अटैक की सूचना मिलते ही नेवी ने वॉरशिप ढ्ढहृस् विशाखापट्टनम को मदद के लिए रवाना किया। देर रात करीब 12 बजकर 30 मिनट पर वॉरशिप ने वहां पहुंचकर हमले का मुआयना किया। आग से वेसल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। बॉम्ब एक्सपट्र्स ने कहा कि जहाज आगे की यात्रा जारी रख सकता है। हालांकि, हमला किसने किया इसकी जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।
मोहन यादव ने कहा- अशोक काल से है एमपी और बिहार का गहरा रिश्ता
18 Jan, 2024 09:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना/भोपाल । बिहार की राजधानी पटना में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने गुरुवार को कहा कि माता सीता की जन्मस्थली बिहार आकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं। ऐसी पवित्र धरती को मैं प्रणाम करता हूं। यह भगवान महावीर स्वामी जी की धरती है, जिससे बिहार की पहचान है। साथ ही सम्राट अशोक की भी धरती है। सम्राट अशोक का मध्य प्रदेश के उज्जैन से खासतौर पर अलग तरह का रिश्ता रहा है। हजारों साल से मध्य प्रदेश और बिहार का रिश्ता है। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा-दीक्षा भी उज्जैन में हुई। ये बातें मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने पटना में श्री कृष्ण चेतना विचार मंच द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में कहीं। इसमें विभिन्न संगठनों द्वारा डा. मोहन यादव को पुष्पगुच्छ, शाल व अभिनंदन पत्र भेंट कर और मुकुट पहनाकर स्वागत किया गया।
डा. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद उन्होंने आम जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया है। नागरिकों के लिए विभिन्न सुविधाओं का विकास कर उनके जीवन को सहज, सरल बनाने के साथ ही दूसरी महत्वपूर्ण प्राथमिकता उन महापुरुषों के योगदान से नई पीढ़ी को अवगत करवाने का कार्य भी करना है, जिससे भारतीय समाज को संस्कार मिले। भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के प्रसंगों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की पहल के साथ ही नई शिक्षा नीति में सनातन संस्कृति का पाठ्यक्रमों में समावेश हमारा संकल्प है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण के चरण पड़े हैं, उन स्थानों को तीर्थ स्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय भी पहुंचे मुख्यमंत्री
डा. मोहन यादव ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में कार्यकर्ताओं एवं नेताओं से मुलाकात की। भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में क्षमता की कोई कमी नहीं है लेकिन नेतृत्व की कमी के कारण चार दशक से यह प्रदेश एक ही जगह खड़ा है। देश में पांच बीमारू राज्य थे, चार राज्य आगे निकल गए। बिहार आकर ऐसा लग रहा है कि घर आया हूं।
भाजपा आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है। यहां के कार्यकर्ताओं को ऐसा प्रशिक्षण, शिक्षण मिलता है जहां राष्ट्रभक्त के रूप में लोकतंत्र को मजबूत करने वाले नेता तैयार होते हैं। भाजपा एक ऐसी पार्टी है जहां छोटे छोटे कार्यकर्ता भी कब पीएम एवं सीएम बन जाए कोई नहीं जानता। उन्होंने बिहार की तारीफ करते हुए कहा कि हम सभी जानते हैं कि दो से तीन हजार साल पहले इस प्रदेश ने ही लोकतंत्र का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। आपातकाल के दौरान भी बिहार ने संघर्ष का शंखनाद कर देश में उदाहरण पेश किया। कई राज्य भले औद्योगिक क्षेत्र में आगे बढ़े हों, लेकिन उस कारखाने की दीवारें भी बिहार के लोगों के पसीने से ही सुगंधित होती हैं। सभी राज्यों में बिहार के ही सबसे ज्यादा आइएएस एवं आइपीएस हैं। इससे पहले बिहार प्रदेश कार्यालय पहुंचने पर प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पुष्पगुच्छ और अंग वस्त्र देकर उनका स्वागत किया। मंच पर भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, पूर्व मंत्री रामकृपाल यादव, नंद किशोर यादव, नवल किशोर यादव सहित अन्य लोग उपस्थित थे। शाम को डा. यादव इस्कान मंदिर गए।
रनवे पर फटा विमान का टायर, 130 यात्री बाल-बाल बचे
18 Jan, 2024 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई । चेन्नई से कुआलालंपुर जा रहे एक अंतरराष्ट्रीय विमान का बृहस्पतिवार को यहां रनवे पर ही टायर फट गया। हालांकि इसमें सवार सभी 130 यात्री सुरक्षित हैं और उन्हें विमान से सुरक्षित तरीके से उतार लिया गया है। हवाई अड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि विमान का पिछला टायर मलेशिया की राजधानी के लिए उड़ान भरने से कुछ वक्त पहले फट गया। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद सभी यात्रियों को प्लेन से उतारा गया और उन्हें शहर के नजदीकी होटलों में ठहराया गया है। अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि विमान अब शुक्रवार सुबह उड़ान भरेगा। उन्होंने कहा है कि घटना के कारण उड़ान संचालन प्रभावित नहीं हुआ है।