खेल
कबड्डी वर्ल्ड कप 2025 पर विवाद, भारतीय टीम के लंदन टूर्नामेंट में भाग लेने पर IKF की नाराजगी
20 Mar, 2025 12:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Kabaddi World Cup 2025: कबड्डी वर्ल्ड कप 2025 वेस्ट मिडलैंड्स में 17 से 23 मार्च के बीच खेला जा रहा है। इसका आयोजन इंग्लैंड कबड्डी संघ और ब्रिटिश कबड्डी लीग ने विश्व कबड्डी फेडरेशन की छत्रछाया में किया है। जो खेल की समानांतर वैश्विक यूनिट है। दूसरी तरफ इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन भी कबड्डी वर्ल्ड कप का आयोजन करवाता है। इस तरह से फैंस को कबड्डी के दो वर्ल्ड कप देखने को मिलते हैं। बस इसी बात को लेकर पेंच फंस गया है। इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन ने बुधवार को कहा कि लंदन में हो रहा वर्ल्ड कप अनॉथराइज्ड है और भारतीय कबड्डी महासंघ से टूर्नामेंट में भाग लेने गई टीम के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है।
कबड्डी वर्ल्ड कप 2025 को लेकर सामने आया विवाद
इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन (IKF) ने बताया है कि ब्रिटेन में जो कबड्डी विश्व कप हो रहा है। वह वर्ल्ड कबड्डी फेडरेशन द्वारा आयोजित करवाया जा रहा है, जो इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन से मान्यता प्राप्त नहीं है। ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (OCA) से कबड्डी के खेल की इंटरनेशनल इकाई के तौर पर इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन (IKF) को मान्यता मिली है। ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (OCA), इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन (IKF) और एशियाई कबड्डी महासंघ 1990 से एशियाई खेलों और अन्य इंटरनेशनल कबड्डी टूर्नामेंटों में महिला और पुरुष वर्ग में कबड्डी के पदक टूर्नामेंट्स का संचालन करते हैं।
2020 में अमैच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया झेल चुकी है निलंबन
इससे पहले भी 2020 में एक भारतीय टीम पाकिस्तान में कबड्डी विश्व कप खेलने गई थी जबकि अमैच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया (AKFI) और खेल मंत्रालय ने कहा था कि उन्होंने किसी टीम को मंजूरी नहीं दी है। (AKFI) को 2024 में इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन ने निलंबित कर दिया था, क्योंकि 2018 के बाद से उसके चुनाव नहीं हुए थे। तब से अदालत द्वारा नियुक्त प्रशासक जस्टिस एस पी गर्ग संगठन का संचालन कर रहे हैं।
IKF ने AKFI से की कार्रवाई की मांग
हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने उनसे कबड्डी का संचालन चुनकर आई ईकाई (AKFI) को सौंपने के लिए कहा। भारत के विनोद कुमार तिवारी के चीफ हैं, जो 2022 में चार साल के लिए चुने गए। इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन को अमैच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बताया कि ब्रिटेन में तथाकथित विश्व कप खेलने गई भारतीय टीम को उससे कोई मंजूरी या मान्यता नहीं मिली है। IKF आगे AKFI से अनुरोध करेगा कि वह ब्रिटेन में तथाकथित कबड्डी विश्व कप में कथित भारतीय टीम के साथ उचित और न्यायसंगत तरीके से व्यवहार करने के लिए अपने अधिकार का प्रयोग करे। जिसमें भारत में इसके तत्वावधान में आयोजित होने वाली कबड्डी टूर्नामेंट और कार्यक्रमों में भागीदारी भी शामिल है।
रिटायरमेंट के बाद वापसी करने वाले सुनील छेत्री ने किया 95वां गोल, टीम इंडिया को दिलाई जीत
20 Mar, 2025 12:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Sunil Chhetri: भारतीय फुटबॉल में सुनील छेत्री की क्या अहमियत और स्थान है, इसका पता पिछले करीब डेढ़ दशक में देखने को मिला है. इसके बाद भी अगर किसी को कोई संदेह है या था, तो वो भी शायद अब दूर हो गया होगा. करीब एक साल पहले इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास लेने वाले पूर्व भारतीय कप्तान छेत्री ने एक बार फिर साबित कर दिया कि 40 की उम्र में भी, वो भारतीय फुटबॉल का सबसे भरोसेमंद नाम हैं. रिटायरमेंट से वापसी के बाद अपना पहला ही मैच खेल रहे छेत्री ने मालदीव के खिलाफ गोल दागा और भारतीय टीम को करीब 500 दिन में पहली जीत दिलाई.
AFC क्वालिफायर्स में दिखाया शानदार खेल
छेत्री ने पिछले साल जून में इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास का ऐलान किया था. उस वक्त भी भारतीय टीम संघर्ष कर रही थी और उनके जाने के बाद तो ये संघर्ष बढ़ ही गया था. ऐसे में AFC एशियन चैंपियनशिप के क्वालिफायर्स में जब भारतीय टीम के सामने चुनौती बढ़ती हुई दिख रही थी, तब छेत्री ने सबको चौंकाते हुए संन्यास से वापसी का ऐलान कर दिया. तब ये सवाल उठ रहे थे कि क्या वो 40 की उम्र में भी वैसा कमाल दिखा पाएंगे, जैसा कुछ साल पहले तक कर रहे थे. इसका जवाब भी अब मिल गया है.
489 दिनों बाद मिली जीत
बांग्लादेश के खिलाफ 25 मार्च को क्वालिफायर मैच से पहले बुधवार 19 मार्च को भारतीय टीम ने मालदीव के खिलाफ एक दोस्ताना मैच खेला. शिलॉन्ग में खेले गए इस मुकाबले के साथ ही छेत्री की टीम इंडिया में वापसी हुई और भारत के सबसे सफल फुटबॉलर ने टीम को निराश भी नहीं किया. टीम इंडिया ने इस मैच में मालदीव को 3-0 से हरा दिया. इसके साथ ही भारतीय टीम ने 489 दिनों के लंबे इंतजार के बाद कोई मुकाबला जीतने में सफलता हासिल की. इससे पहले जुलाई 2023 में टीम इंडिया ने सैफ चैंपियनशिप का फाइनल जीता था, जो उसकी आखिरी जीत थी.
40 की उम्र में 95वां गोल
इस मुकाबले में भारतीय टीम के लिए पहला गोल राहुल भेके 34वें मिनट में किया, जबकि 66वें मिनट में लिस्टन कोलको ने बढ़त को दोगुना कर दिया. मगर भारतीय फैंस के लिए पैसा वसूल पल तो 76वें मिनट में आया. जब छेत्री ने एक शानदार गोल के साथ टीम इंडिया की जीत पर मुहर लगा दी और साथ ही टीम इंडिया की नीली जर्सी में उन्हें गोल करते देखने का हजारों फैंस का सपना पूरा हुआ. छेत्री के करियर का ये 95वां गोल है. इस उम्र में भी पहले जैसी ही तेजी और गोल दागने में उतनी ही सफाई ने साबित कर दिया कि इस स्टार की जगह लेना आसान नहीं है. साथ ही क्वालिफायर मैच से पहले टीम इंडिया का जोश भी इस जीत से बढ़ा होगा.
जूनियर विश्व कप निशानेबाजी की मेजबानी करेगा भारत
9 Mar, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारत इस साल 24 सितंबर से 2 अक्टूबर तक जूनियर विश्व कप निशानेबाजी की मेजबानी करेगा। विश्व कप निशानेबाजी में राइफल, पिस्टल और शॉटगन की प्रतियोगितायें । यह हाल के दिनों में का तीसरा शीर्ष अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) का टूर्नामेंट होगा जो भारत में आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रीय महासंघ के अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव ने कहा, ‘‘पिछले महीने रोम में आईएसएसएफ की कार्यकारी समिति की एक सार्थक बैठक हुई थी और सभी सदस्य महासंघों के अलावा आईएसएसएफ अध्यक्ष लुसियानो रॉसी ने भारत की शीर्ष अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने और खेल को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाने में सहायता करने के तरीके की प्रशंसा की थी।’’उन्होंने कहा, ‘‘हमें तब इसकी उम्मीद थी पर अब जब मेजबानी मिलने की आधिकारिक पुष्टि हो गई है तो हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उत्साहित हैं। ’’ वहीं भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के महासचिव सुल्तान सिंह ने कहा, ‘‘आईएसएसएफ ने अपने पत्र में हमसे दो संभावित समय की पुष्टि करने का अनुरोध किया है जिसमें एक सितंबर-अक्टूबर में और दूसरा अक्टूबर के अंत तथा नवंबर की शुरुआत के दौरान है। हम आंतरिक रूप से बैठक के बाद शीघ्र ही उन्हें इसके बारे में बताएंगे जिससे सदस्य महासंघ इसके अनुसार तैयारी कर सकें।’’ इससे पहले भारत ने दो महाद्वीपीय चैंपियनशिप और छह आईएसएसएफ प्रतियोगिताओं की मेजबानी की थी जिसमें दो विश्व कप फाइनल प्रतियोगितायें और चार सीनियर आईएसएसएफ विश्व कप शामिल हैं। साल 2023 में सीनियर विश्व कप भी भारत में हुआ था!
भारतीय दिग्गज ने 273 दिन बाद संन्यास से की वापसी, टीम इंडिया की खातिर लिया अहम कदम
7 Mar, 2025 08:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Sunil Chhetri: खेलों में संन्यास के ऐलान के बाद वापसी के कई उदाहरण देखने को मिले हैं और अब एक भारतीय दिग्गज भी ऐसी ही वापसी करने जा रहा है. जी हां, भारत के महानतम फुटबॉल खिलाड़ी और पूर्व कप्तान सुनील छेत्री ने संन्यास से वापसी का ऐलान कर दिया है. छेत्री ने टीम इंडिया को क्वालिफिकेशन हासिल करने में मदद करने के लिए ये बड़ा फैसला किया है. भारतीय फुटबॉल संघ ने गुरुवार को इसका ऐलान किया और बताया कि मार्च विंडो में होने वाले मुकाबले के लिए सुनील छेत्री वापसी करने जा रहे हैं.
संन्यास के 273 दिन वापसी का ऐलान
भारतीय फुटबॉल के सबसे सफल खिलाड़ी सुनील छेत्री ने पिछले साल ही इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास का ऐलान किया था. 40 साल के हो चुके छेत्री ने 6 जून को कुवैत के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला था, जो 0-0 से ड्रॉ रहा था. ये वर्ल्ड कप 2026 का क्वालिफायर मुकाबला था लेकिन भारतीय टीम को सफलता नहीं मिल पाई थी. तब आंसुओं के साथ छेत्री की विदाई हुई थी. अब 273 दिन बाद एक बार फिर उन्होंने भारतीय जर्सी पहनने का फैसला किया है.
25 मार्च को भारत-बांग्लादेश AFC मुकाबला
इन दिनों 2027 में होने वाले AFC एशियन कप के क्वालिफायर मुकाबले खेले जा रहे हैं और उसमें टीम इंडिया का एक अहम मुकाबला इस महीने के अंत में होना है. ये मैच भारत और बांग्लादेश के बीच 25 मार्च को खेला जाएगा, जो मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में होगा. इस मुकाबले की अहमियत को देखते हुए ही छेत्री ने ये फैसला किया है. छेत्री ने इंटरनेशनल फुटबॉल में 94 गोल दागे हैं, जो भारत की ओर से सबसे ज्यादा हैं. जबकि विश्व फुटबॉल में वो चौथे नंबर पर हैं. छेत्री के पास अब अपने आंकड़ों में इजाफा करने का मौका है.
शानदार फॉर्म में सुनील छेत्री
इसके साथ ही पहली बार नए कोच मानोलो मार्केज की टीम में सुनील छेत्री खेलते हुए दिखेंगे. पिछले साल छेत्री के संन्यास के बाद ही मार्केज को भारतीय टीम का नया कोच नियुक्त किया गया था. इसके बाद से टीम इंडिया ने जो 4 इंटरनेशनल मैच खेले, उसमें कोच ने फॉरवर्ड लाइन में अलग-अलग विकल्पों को इस्तेमाल किया. लेकिन खास सफलता नहीं मिली और 4 मुकाबलों में सिर्फ 2 गोल भारतीय टीम दाग सकी. ऐसे में मार्केज ने भारतीय फुटबॉल के सबसे सफल अटैकर को टीम में वापस बुलाने का फैसला किया है.
ISL में 12 गोल और 2 असिस्ट
छेत्री की वापसी की एक बड़ी वजह उनकी मौजूदा फॉर्म भी है. इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास के बावजूद छेत्री अपने क्लब बेंगलुरु एफसी के लिए लगातार खेल रहे हैं. इंडियन सुपर लीग (ISL) के मौजूदा सीजन में छेत्री ने बेंगुलरु के लिए अभी तक 12 गोल दागे हैं, जिसमें केरला ब्लास्टर्स के खिलाफ एक शानदार हैट्रिक भी थी. इसके अलावा उनके नाम दो असिस्ट भी हैं, जिससे कुल मिलाकर 14 गोल में वो शामिल रहे हैं. ऐसे में मार्केज और भारतीय फुटबॉल संघ ने महान फुटबॉलर की फॉर्म का फायदा उठाने के लिए ये कदम उठाया है और छेत्री ने इसके लिए हामी भरी है.
D Gukesh विफल रहने के बावजूद शांत, हार्ट-रेट मॉनीटर ने भी पुख्ता किया
13 Feb, 2025 04:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विश्व शतरंज चैंपियनशिप में डिंग लिरेन के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले डी गुकेश अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। जीत के बाद भी उन्होंने अपनी जीत का जश्न शांति से मनाया। गुकेश ने जिस शांत तरीके से अपनी जीत और सफलता का जश्न मनाया, उसे देखकर पूरी दुनिया हैरान रह गई।
यह पता चला कि मानसिक कंडीशनिंग कोच पैडी अप्टन गुकेश की विश्व चैंपियनशिप टीम का हिस्सा थे। अप्टन 2011 के वनडे विश्व कप की जीत के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के साथ काम करने के लिए मशहूर हैं। गुकेश ने एक बार फिर वीसेनहाउस फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम में अपनी शांतचित्तता दिखाई है, जिसकी पुष्टि हार्ट-रेट मॉनिटर ने की है। फ्रीस्टाइल ग्रैंड स्लैम टूर के शुरुआती चरण में जीत हासिल करने में विफल रहने के बावजूद, गुकेश ने टूर्नामेंट के माध्यम से दिखाया है कि वह दबाव में भी प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं और इससे प्रभावित नहीं होते हैं, कुछ ऐसा जो भारतीय क्रिकेट के दिग्गज एमएस धोनी की याद दिलाता है।
फैबियानो कारुआना के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में हार के पहले गेम के दौरान, गुकेश के पास घड़ी पर सिर्फ़ एक मिनट बचा था, और उसकी हृदय गति 78 बीट प्रति मिनट (बीपीएम) थी। इस बीच, कारुआना, जिसके पास घड़ी पर 35 सेकंड और बचे थे, आश्चर्यजनक रूप से किनारे पर था, और उसकी हृदय गति 124 बीपीएम थी।
मैग्नस कार्लसन की हृदय गति से भी बेहतर
दिलचस्प बात यह है कि वीसेनहॉसन में चल रहे फ्रीस्टाइल ग्रैंड स्लैम में मॉनिटर हैं जो गेम के दौरान खिलाड़ियों की हृदय गति को मापते हैं और उन्हें वास्तविक समय में स्क्रीन पर प्रदर्शित करते हैं। इस बीच, यहां तक कि कारुआना ने गेम के दौरान गुकेश के संयम की ओर इशारा किया। डेविड हॉवेल से बात करते हुए, उन्होंने पूछा, "उसकी हृदय गति लगभग 70 थी?"
"यह काफी प्रभावशाली है... साथ ही, मैग्नस की हृदय गति भी बहुत ज़्यादा नहीं बढ़ती है," उन्होंने कहा। इस बीच, आधिकारिक टिप्पणीकार पीटर लेको और जुडिट पोलगर भी गुकेश के हृदय गति मॉनिटर नंबरों से हैरान हैं। लेको ने लाइव कवरेज के दौरान पोलगर से पूछा, "वह ऐसा कैसे करता है? वह कौन है!" पिछले साल सिंगापुर में गुकेश की जीत के बाद, अप्टन ने भारतीय जीएम की बाहरी दुनिया से खुद को अलग करने की क्षमता के बारे में भी बात की। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए, उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा कौशल है जिसकी एक शतरंज खिलाड़ी को ज़रूरत होती है। हाँ। किसी भी एथलीट के लिए, सबसे महत्वपूर्ण बात सही ढंग से ध्यान केंद्रित करना और पूरी तरह से मौजूद रहना है। और विशेष रूप से ऐसे खेल में जो लगभग पूरी तरह से मानसिक है और 6-7 घंटे तक चलता है, ध्यान बनाए रखने की क्षमता वास्तव में महत्वपूर्ण है, और बहुत कम लोग लगातार छह घंटे तक पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
कुछ खेलों में हम इसे स्विच अप और स्विच डाउन करने में सक्षम होना कहते हैं।" उन्होंने कहा कि आपके पास ऐसे समय होते हैं जब आप अगले कदम को समझते हैं। आप सभी विकल्पों को समझते हैं, आपने उन सभी चीजों के बारे में सोचा है जो आपको करने की ज़रूरत है, और फिर आपको बस अपने दिमाग को थोड़ा आराम देने की ज़रूरत है। आप अपनी आँखें बंद करते हैं और यह वास्तव में सभी दृश्य उत्तेजना को दूर करने के बारे में है। और यह लगभग रिचार्ज करने का एक तरीका है, थोड़ा सा रिचार्ज करें और बैटरी को ऊपर उठाएँ।
ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंद ने वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश को हराकर टाटा स्टील मास्टर्स का जीता खिताब
3 Feb, 2025 01:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Tata Steel Masters Title: भारत के स्टार चेस खिलाड़ी डी गुकेश हाल ही में वर्ल्ड चैंपियन बने थे. इसके बाद अब उन्हें पहली बार हार का सामना करना पड़ा है. भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंद ने उन्हें नीदरलैंड में हुए एक रोमांचक मुकाबले में मात दी और टाटा स्टील मास्टर्स का खिताब अपने नाम किया. प्रज्ञानंद ने टाई ब्रेक में वर्ल्ड चैंपियन गुकेश को 2-1 से हराकर सभी को चौंका दिया. उन्होंने ना सिर्फ गुकेश का मात दी है, बल्कि 2006 के बाद इस टूर्नामेंट को जीतने वाले पहले भारतीय ग्रैंडमास्टर बन गए हैं. बता दें पिछली बार चेस के दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने इस खिताब को जीता था.
अंतिम राउंड में जीत की हासिल
नीदरलैंड के विज आन जी में खेले गए टाटा स्टील मास्टर्स टूर्नामेंट में 14 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था, जिसे राउंड-रॉबिन फॉर्मेट में खेला गया. इस दौरान गुकेश और प्रज्ञानंद 13वें राउंड के बाद टाई पर आ गए थे. दोनों ने क्लासिक गेम को गंवा दिया था और 8.5 पॉइंट्स की बराबरी पर थे. बता दें गुकेश को जहां अर्जुन एरिगेसी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. वहीं प्रज्ञानंद को विंसेंट कीमर ने हराया था. इससे मुकाबला टाईब्रेकर में चला गया. इसके बाद अंतिम राउंड में दोनों के बीच भिड़ंत हुई, जिसमें प्रज्ञानंद ने बाजी मार ली.
गुकेश को हराकर बने दूसरे भारतीय चैंपियन
डी गुकेश पिछले कुछ समय से लगातार हर टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं. वर्ल्ड चैंपियन बनन के बाद से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा हुआ था. वहीं इस टूर्नामेंट में फाइनल राउंड तक पहुंचने कामयाब रहे. सभी को उम्मीद थी कि उनकी ही जीत होगी. लेकिन प्रज्ञानंद ने बड़ा उलटफेर कर दिया और टूर्नामेंट को जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए. इसने सभी फैंस को चौंका दिया. वहीं हार के बाद गुकेश भी काफी निराश नजर आए. दूसरी ओर वियतनाम के थाई डाई वैन गुयेन ने टाटा चैलेंजर्स 2025 का टाइटल जीता. इसके अलावा प्रज्ञानंद की बहन ग्रैंडमास्टर जी वैशाली इस टूर्नामेंट में 9वें नंबर, जबकि दिव्या देशमुख ने 12वें नंबर पर रहीं.
डब्ल्यूडब्ल्यूई : जे उसो ने जॉन सीना को हराकर रॉयल रंबल 2025 खिताब जीता
2 Feb, 2025 05:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (डब्ल्यूडब्ल्यूई) डब्ल्यूडब्ल्यूई इंडियानापोलिस में खेला गया। इसमें जे उसो ने जॉन सीना को हराकर रॉयल रंबल 2025 जीत लिया है। मेन इवेंट में ये पहला मौका है जब उसो को ये खिताब मिला है। है। रॉयल रंबल में मशूहर यूट्यूबर आई शो स्पीड भी अचानक ही शामिल हो गये।
रॉयल रंबल की शुरुआत रे मिस्टीरियो और पेंटा के बीच मुकाबले से हुई। दोनों ने एक-दूसरे पर अटैक करना शुरू किया। इसके बाद चैड गेबल, कैरमेलो हेस उतरे पर पर प्रशंसक तब हैरान हो गये। जब इस मुकाबले में यूट्यूबर स्पीड घुस ये। स्पीड कुछ ही मिनट रिंग में रह पाए और उन्हें ब्रॉन ब्रेकर ने एलिमिनेट कर बाहर कर दिया।
इस रॉयल रंबल मैच में 8वें नंबर पर अकीरा की एंट्री होने वाली थी पर कार्मेलो ने उनके ऊपर पहले ही अटैक कर दिया। ऐसे में अकीरा प्रवेश नहीं कर पाये और उनकी जगह ट्रिपल एच ने स्पीड को रिंग में भेज दिया। स्पीड ने आते ही ओटिस को एलिमिनेट कर दिया। लेकिन इसके बाद ब्रेकर ने स्पीड पर एक तगड़ा स्पीयर मूव लगा दिया। इसके बाद उन्होंने स्पीड को रिंग के बाहर फेंक दिया और नीचे खड़े ओटिस ने स्पीड को पकड़कर कमेंट्री टेबल पर पटक दिया। स्पीड की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बठिंडा में कबड्डी चैंपियनशिप के दौरान विवाद, खिलाड़ियों के बीच बेईमानी से हमले का आरोप
25 Jan, 2025 01:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बठिंडा: पंजाब के बठिंडा में शुक्रवार को आयोजित नॉर्थ जोनल इंटर यूनिवर्सिटी और ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी महिला कबड्डी चैंपियनशिप 2024-25 में बड़ा विवाद खड़ा हो गया. तमिलनाडु-बिहार की महिला कबड्डी खिलाड़ियों के बीच विवाद तब शुरू हुआ. जब तमिलनाडु की टीम ने बिहार की दरभंगा यूनिवर्सिटी टीम पर बेईमानी से हमला करने का आरोप लगाया.
बिहार की टीम का पक्षपाती फैसला
तमिलनाडु की मदर टेरेसा यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि मैच की शुरुआत से ही रेफरी उनके विरोधी टीम के पक्ष में था. जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई. दरभंगा यूनिवर्सिटी की टीम द्वारा किए गए गलत हमलों और रेफरी की लापरवाही ने विवाद को और बढ़ा दिया. जब तमिलनाडु की टीम ने इसका विरोध किया, तो रेफरी ने कथित तौर पर एक खिलाड़ी के साथ मारपीट की, जिसके कारण दोनों टीमों के बीच हाथापाई हुई.
यूनिवर्सिटी के सपोर्टर्स ने बढ़ाई हिंसा
दरभंगा यूनिवर्सिटी के सपोर्टर भी विवाद में कूद पड़े और मारपीट को बढ़ा दिया. इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिसमें दोनों टीमों के सपोर्टर एक-दूसरे पर कुर्सियां और टेबल फेंकते नजर आए. वीडियो में कुछ पुरुष भी दिखे, जिनके बारे में यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वे अधिकारी थे या दर्शक.
खेल मंत्री ने कबड्डी विवाद पर कहा- 'अब सब कुछ नियंत्रण में'
तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि खिलाड़ियों को मामूली खरोंचें आई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि मैच के दौरान अंकों को लेकर विवाद हुआ था. स्टालिन ने कहा, "यह एक छोटी सी घटना थी, अब सब कुछ नियंत्रण में है. खिलाड़ियों को फर्स्ट ऐड दिया गया है और वे दिल्ली में रहेंगे. जल्द ही वे चंडीगढ़ के लिए रवाना होंगे."
ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने की शादी: पत्नी का नाम हिमानी, सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीर
20 Jan, 2025 07:44 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Neeraj Chopra: भारत के ओलंपिक चैंपियन सुपरस्टार नीरज चोपड़ा ने नए साल में अपने फैंस को एक शानदार और हैरान करने वाला तोहफा दिया है. जैवलिन थ्रो स्टार नीरज चोपड़ा ने अपने जिंदगी में नए अध्याय की शुरुआत कर ली है. जी हां, नीरज चोपड़ा शादी के बंधन में बंध गए हैं. वो एक से दो हो गए हैं. उनके जीवन की एक नई पारी की शुरुआत हो गई है. नीरज की पत्नी का नाम हिमानी है. नीरज ने रविवार 19 जनवरी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अपनी शादी की 3 फोटो शेयर कर फैंस को इसकी जानकारी दी.
फोटो शेयर कर फैंस को दी जानकारी
27 साल के नीरज अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पत्नी हिमानी के साथ मंडप पर बैठे हुए शादी की फोटो शेयर की, जहां सिर्फ परिवार के ही कुछ सदस्य नजर आए. साथ ही एक फोटो उन्होंने अपनी मां के साथ भी पोस्ट की. जैवलिन स्टार ने लिखा, ''जीवन के नए अध्याय की शुरुआत अपने परिवार के साथ की. सभी के आशीर्वाद ने हमें एक साथ इस पल तक पहुंचाया.'' नीरज की पत्नी हिमानी कौन हैं और क्या करती हैं, फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और नीरज ने भी इस बारे में कुछ खुलासा नहीं किया है. ये भी साफ नहीं है कि क्या दोनों का पुराना रिश्ता है और या फिर करोड़ों दिलों की धड़कन नीरज ने अपने परिवार की पसंद से शादी की है.
शादी के ऐलान से किया हैरान
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा की शादी का हर किसी को बेसब्री से इंतजार था. कई अलग-अलग इंटरव्यू में उनसे पूछा जाता था कि वो कब शादी करेंगे या क्या उनकी कोई गर्लफ्रेंड है भी या नहीं, मगर नीरज ने कभी भी इसे लेकर कोई खुलासा नहीं किया. यहां तक कि पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद भी जब उनके परिवार से शादी के बारे में पूछा गया. तो उन्होंने भी कभी कुछ नहीं बताया. लेकिन अब नीरज और उनके परिवार ने चुपचाप बिना किसी हलचल के शादी की खबर देकर सबको चौंका दिया.
नीरज की उपलब्धियां
हरियाणा के पानीपत जिले में खंडरा गांव से आने वाले नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में भारत को नई पहचान दिलाई. उन्होंने 2016 में U-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप जीतकर सबसे पहले नाम कमाया था. फिर 2018 में उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीते थे. उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि टोक्यो ओलंपिक 2021 में आई जब नीरज ने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता था और एथलेटिक्स में ओलंपिक मेडल, वो भी गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बने थे. नीरज ने फिर पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर अपनी उपलब्धि को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया था. इसके अलावा नीरज वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का गोल्ड और डाइमंड लीग जीतने वाले भी पहले भारतीय बने.
भारत में तेजी से आगे बढ़ रहा एथलेटिक्स : फराह
19 Jan, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । दिग्गज एथलीट मो फराह ने कहा है कि भारत में अन्य खेलों के साथ ही एथलेटिक्स भी अब तेजी से आगे बढ़ रहा है। यही कारण है कि अधिक से अधिक युवा इस क्षेत्र में आगे आ रहे है जो एक सकारात्मक बात है। युवा खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से एथलेटिक्स के क्षेत्र को बदल सकते हैं। फराह ने कहा है कि आजकल भारत में एथलेटिक्स तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और युवाओं में इतनी क्षमता है कि वे इस क्षेत्र में बेतर प्रदर्शन कर सकते हैं क्योंकि उनमें काफी प्रतिभा है। फराह ने कहा कि जिस प्रकार भारत खेल में तेजी से आगे बढ़ रहा है वह सभी को प्रभावित कर रहा है। टाटा मुंबई मैराथन के 20वें सत्र के ब्रांड दूत बनने पर भारत आये फराह ने कहा, ‘‘देश के विकास, युवा एथलीटों की प्रतिभा को देखना एक शानदार अनुभव है। आप अगर कड़ी मेहनत करें तो जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है और यही भारत में भी हो रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि भारत में एथलेटिक्स लगातार आगे बढ़ रहा है। यह हालांकि अभी नंबर एक पर नहीं पहुंचा है पर इसमे तेजी आ रही है। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे राष्ट्रमंडल खेलों और अन्य चैंपियनशिप के लिए भारत आना याद है। युवा एथलीटों को यहां प्रदर्शन कतरे देखना अच्छा सुखद अनुभव है।
अर्जेंटीना के फुटबॉलर माउरो इकार्डी और वांडा नारा के बीच तलाक, पत्नी पर साथी खिलाड़ी से रिश्ते का आरोप
18 Jan, 2025 03:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Mauro Icardi: कहा जाता है कि आज के समय में सच्चा प्यार और सच्चा यार मिलना मुश्किल होता है. वर्तमान समय में लोग बेहद सोच समझकर रिश्ते बनाते हैं. हालांकि फिर भी कई बार लोगों को अपने पार्टनर से धोखा मिल जाता है. कई बार तो रिश्तों में धोखे की वजह करीबी या फिर दोस्त ही होते हैं. अर्जेंटीना के फुटबॉलर माउरो इकार्डी और उनकी पत्नी वांडा नारा के बीच भी कुछ ऐसा ही हुआ है. माउरो इकार्डी और वांडा नारा का तलाक होने वाला है. इकार्डी ने नारा पर आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी का उनके साथ खिलाड़ी से रिश्ता रहा है. वैसे आपको बता दें कि सालों पहले इकार्डी ने भी अपने साथी खिलाड़ी मैक्सी लोपेज को चीट करके ही साल 2014 में नोरा से शादी की थी लेकिन अब खुद उनके साथ धोखेबाजी हो गई है.
2008 में नारा ने मैक्सी लोपेज से की शादी
वांडा नारा अर्जेंटीना की रहने वाली हैं और वे एक मॉडल हैं. 38 वर्षीय नारा ने 2008 में अर्जेंटीना के फुटबॉलर मैक्सी लोपेज से शादी की थी. तब लोपेज और इकार्डी साथ में सैम्पडोरिया क्लब के लिए फुटबॉल खेलते थे. बताया जाता है कि लोपेज और इकार्डी के बीच दोस्ती का अच्छा रिश्ता था. हालांकि इसी बीच इकार्डी और लोपेज की पत्नी वांडा एक दूसरे को पसंद करने लगे. दोनों का अफेयर शुरू हो गया. इसके बाद 2013 में वांडा और लोपेज का तलाक हो गया. वहीं बाद में इकार्डी इंटर मिलान के लिए खेलने लगे. 2014 में सैम्पडोरिया और इंटर मिलान के बीच हुए मैच में जब खिलाड़ी हैंड शेक कर रहे थे तब लोपेज ने इकार्डी से हाथ भी नहीं मिला था. इकार्डी ने लोपेज को धोखा दिया था. दोनों की दोस्ती दुश्मनी में बदल गई थी.
2014 में इकार्डी-वांडा ने कर ली शादी
वांडा ने लोपेज को तलाक देने के बाद इकार्डी से शादी रचा ली. दोनों की शादी मई 2014 में हुई थी. हालांकि फिर बाद में इकार्डी के साथ वो ही हुआ जो उन्होंने अपने दोस्त मैक्सी लोपेज के साथ किया था. अब वांडा ने इकार्डी से धोखेबाजी की. वांडा को आगे जाकर इकार्डी की पूर्व टीम के साथ खिलाड़ी कीता बाल्डे से प्यार हो गया. कीता अभी सेनेगल के लिए खेलते हैं. जब वे और इकार्डी इंटर के लिए साथ खेलते थे तब कीता का इकार्डी की पत्नी संग अफेयर शुरू हो गया. इसे लेकर कीता बाल्डे की एक्स वाइफ सिमोना गुआटिएरी ने भी आरोप लगाए हैं. सिमोना और कीता ने 2022 में शादी की थी लेकिन दो महीने बाद ही सिमोना के लिए मानों सब कुछ खत्म हो चुका था. वांडा नारा और कीता के अफेयर की पुष्टि करते हुए उन्होंने बताया था कि वांडा ने दुबई में मेरे पति के साथ रहते हुए मुझे फोटो भेजी थी. उन्होंने कहा, 'एक महिला जो मेरे पति के साथ सोई और फिर उसने मुझे ये फोटो भेजीं. मुझे नहीं पता कि क्या कहना है. मैं और ज्यादा डिटेल्स में नहीं बताऊंगी. यह बहुत भयानक है'.
बेवफाई के आरोप, ले रहे तलाक
इकार्डी ने अपनी पत्नी नारा पर आरोप लगाया है कि वे घर पर भी कीता बाल्डे के साथ मौजूद थीं. CCTV फुटेज में दोनों साथ देखे गए थे. यह बात इकार्डी ने सिमोना गुआटिएरी को भी बताई थी. बता दें कि शादी के बाद इकार्डी और वांडा दो बेटियों फ्रांसेस्का और इसाबेला के पैरेंट्स बने थे. हालांकि नारा की धोखेबाजी के चलते साल 2019 से ही इकार्डी और नारा के तलाक का मामला कोर्ट में है.
Kho Kho World Cup 2025: भारतीय पुरुष और महिला खो-खो टीम सेमीफाइनल में, पुरुष टीम ने श्रीलंका महिला टीम ने बांग्लादेश को मात दी
18 Jan, 2025 01:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Kho Kho World Cup 2025: रामजी कश्यप, कप्तान प्रतीक वाइकर और आदित्य गणपुले जैसे खिलाड़ियों की अगुआई में भारतीय पुरुष टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए श्रीलंकाई को बड़े अंतर से हराकर खो खो विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। टीम इंडिया ने टर्न 1 में 58 अंक बनाए। उन्होंने ड्रीम रन के ज़रिए श्रीलंका को एक भी अंक हासिल करने से रोका, जिससे पहले टर्न के अंत में खेल की मज़बूत शुरुआत सुनिश्चित हुई। श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने टर्न 2 में कड़ी मेहनत की, जिसमें अनिकेत पोटे और आदित्य गणपुले ने बढ़त बनाई।
100 अंक के साथ जीत
रामजी कश्यप जल्द ही अपनी टीम के लिए पार्टी में शामिल हो गए, लेकिन श्रीलंकाई हमलावर भी कम नहीं थे। उन्होंने सुनिश्चित किया कि भारतीय टीम दूसरे टर्न के दौरान अपनी लीड को और बड़ी ना कर सके। हालांकि भारत ने इस टर्न के महत्वपूर्ण क्षणों में अच्छा खेल दिखाया और पर्याप्त बढ़त बना ली थी, जिससे उन्हें टर्न 3 की शुरुआत में एक मजबूत मंच मिल गया। टर्न 3 में, भारतीयों ने आक्रामक हमला किया। शिवा रेड्डी, वी सुब्रमणि, वज़ीर प्रतीक वायकर ने श्रीलंकाई लोगों को शांत रखने के लिए ढेर सारे स्काई डाइव और पोल डाइव किए। ज़िम्मेदारी श्रीलंकाई लोगों पर थी, लेकिन उन्हें मेरी पहल करने की अनुमति नहीं थी, क्योंकि तीसरे टर्न के अंत में भारतीय 100 अंक तक पहुँच गए, जिससे खो खो विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में उनकी जगह लगभग पक्की हो गई। पबानी सबर मैच के अंतिम टर्न के पहले बैच में अनिकेत पोटे और शिवा रेड्डी के साथ शामिल हुईं। जैसे ही मैच 100-40 के स्कोर पर समाप्त हुआ, भारतीयों ने बहुत आसानी से सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली।
भारतीय महिला टीम भी सेमी फाइनल में पहुंची
कौशल और टीम वर्क के शानदार प्रदर्शन में, भारतीय महिला खो-खो टीम ने बांग्लादेश पर 109-16 की शानदार जीत के साथ 2025 विश्व कप के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। कप्तान प्रियंका इंगले की अगुआई में, टीम ने पहले ही टर्न से अपना दबदबा दिखाया, जिसमें अनुभवी खिलाड़ी नसरीन शेख और प्रियंका इंगले ने शुरुआत से ही लय बनाए रखी।गत चैंपियन ने अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखा, क्योंकि उन्होंने टर्न 2 में एक शानदार ड्रीम रन बनाया, जिसमें इंगले, अश्विनी शिंदे और रेशमा राठौड़ की तिकड़ी ने असाधारण 5 मिनट और 36 सेकंड तक कब्ज़ा बनाए रखा, जिससे उनकी महत्वपूर्ण बढ़त में 6 महत्वपूर्ण अंक जुड़ गए।
मैच टर्न 3 में रेशमा राठौड़ के शानदार स्काई डाइव
मैच टर्न 3 में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया, जब रेशमा राठौड़ के शानदार स्काई डाइव ने भारत को टूर्नामेंट में लगातार पांचवीं बार 100+ अंक हासिल करने में मदद की। यह दबदबा अंतिम टर्न तक जारी रहा, जहां भारत ने जीत को सुनिश्चित करने के लिए एक और शानदार तीन-पॉइंट ड्रीम रन बनाया। बांग्लादेश को पूरे मैच में अपनी लय हासिल करने में संघर्ष करना पड़ा, टर्न 2 में वे केवल चार आसान टच ही कर पाए, क्योंकि भारत की रक्षा अभेद्य साबित हुई। इस शानदार जीत ने शनिवार, 18 जनवरी को होने वाले एक उत्सुकता से प्रतीक्षित सेमीफाइनल मुकाबले की नींव रखी, जिसमें भारत प्रतिष्ठित ट्रॉफी जीतने की अपनी खोज जारी रखेगा।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह में मनु भाकर और डी गुकेश को मिला मेजर ध्यानचंद खेलरत्न सम्मान
17 Jan, 2025 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Major Dhyan Chand Khel Ratna Award: राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया, जहां खेल जगत के कुछ प्रमुख खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार से दो ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर और शतरंज के विश्व चैंपियन डी गुकेश को सम्मानित किया गया। इन दोनों खिलाड़ियों को तालियों की गड़गड़ाहट के बीच इस सम्मान से नवाजा गया, जो उनकी कड़ी मेहनत को दर्शा रहा है। मनु भाकर ने ओलंपिक में देश का नाम रोशन किया है, जबकि डी गुकेश शतरंज ने हाल ही में चेस चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया था।
हरमनप्रीत को भी किया गया सम्मानित
इसके अलावा, भारतीय मेंस हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को भी देश के सर्वोच्च खेल सम्मान से नवाजा गया। हरमनप्रीत सिंह टोक्यो और पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा थे और पेरिस ओलंपिक में उन्होंने टीम का नेतृत्व भी किया। उनके नेतृत्व में भारतीय हॉकी ने बड़ी सफलता हासिल की, और वह इस सम्मान के पूरे हकदार भी हैं।
पैरा एथलीटों को भी मिला सम्मान
इसी समारोह में पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता हाई जंप के खिलाड़ी प्रवीण कुमार को भी मेजर ध्यानचंद खेल रत्न सम्मान दिया गया। प्रवीण कुमार ने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता था और पेरिस ओलंपिक में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया, जो उनके समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रतीक है। उनका जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा है, विशेष रूप से उनके जन्म से जुड़े शारीरिक विकार के बावजूद उन्होंने जो उपलब्धियां प्राप्त की हैं, वे काफी प्रेरणादायक हैं।
अर्जुन पुरस्कार से 32 खिलाड़ियों को सम्मानित
इस बार 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिनमें से 17 पैरा एथलीट थे। अर्जुन पुरस्कार पाने वालों में पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान अमन सेहरावत, निशानेबाज स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह, और मेंस हॉकी टीम के सदस्य जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, संजय और अभिषेक शामिल थे। इन खिलाड़ियों की सफलता से यह साबित होता है कि भारतीय खेल जगत में लगातार सुधार की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। इन खिलाड़ियों ने अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और संघर्ष से देश को गर्व महसूस कराया है और उनकी उपलब्धियां न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम हैं, बल्कि भारतीय खेल संस्कृति की मजबूत नींव का भी प्रतीक हैं।
आइस हॉकी लीग सीजन 2: मार्युल स्पामो ने हमास क्विंस को 11-0 से हराया, फाइनल में जगह बनाई
11 Jan, 2025 04:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Ice Hockey League Season 2: महिला वर्ग में गत विजेता मार्युल स्पामो ने आइस हॉकी लीग सीजन 2 के पहले सेमीफाइनल में हमास क्विंस के खिलाफ 11-0 की शानदार जीत हासिल करते हुए फाइनल में जगह बनाई। कप्तान पद्मा चोरोल इस मैच में प्रमुख खिलाड़ी रही, जिन्होंने चार गोल किए और सीजन की दूसरी हैट्रिक पूरी की । पुरुषों के वर्ग में हमास वारियर्स ने वसीम बिलाल की कप्तानी में 11-3 की शानदार जीत दर्ज की, जिससे उन्होंने सेमीफाइनल में जगह बनाई। वसीम ने छह गोल किए। चांगथांग शांस ने शम वोल्व्स के खिलाफ 2-2 के ड्रॉ के बाद सेमीफाइनल में जगह पाई, जबकि जांस्कर चादर टैमर्स ने अपने अंतिम ग्रुप स्टेज मैच में 4-0 की जीत के साथ अपनी सीजन की समाप्ति की।
चांगथांग शांस ने शम वोल्व्स के खिलाफ ड्रॉ से सेमीफाइनल में प्रवेश किया
ग्रुप स्टेज का आखिरी दिन चांगथांग शांस और शम वोल्व्स के बीच रोमांचक मुकाबले से शुरू हुआ। पिछले साल के रनर-अप शांस ने पहले पीरियड में रक्षात्मक दृष्टिकोण अपनाया, और 9वें मिनट में वोल्व्स के स्टानजिन नामग्याल द्वारा की गई गलती के कारण आत्म-गोल से 1-0 की बढ़त बनाई। 26वें मिनट में टेयरिंग नुर्बू द्वारा शानदार बराबरी गोल के बाद, वोल्व्स ने वापसी की वहीं दूसरे पीरियड में दोनों टीमों ने महत्वपूर्ण मौके गंवाए। अंतिम पीरियड में तीव्र क्रिया हुई, जब नुर्बू का दूसरा गोल वोल्व्स को 47वें मिनट में 2-1 की बढ़त दिलाया। लेकिन शांस के कप्तान चांबा त्सेतन ने 50वें मिनट में देर से गोल करके अपनी टीम को 2-2 से बराबरी पर लाया और सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की।
हमास वारियर्स ने चांगला ब्लास्टर्स को हराया
हमास वारियर्स ने चांगला ब्लास्टर्स को 11-3 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। वारियर्स ने शुरुआती समय में धमाकेदार प्रदर्शन किया, जिसमें हिलाल अल शेख ने सिर्फ 4 मिनट में पहला गोल किया। कप्तान वसीम बिलाल ने 8वें मिनट में बढ़त दोगुनी की। हालांकि ब्लास्टर्स के कप्तान नामगैल नुर्बू ने 10वें मिनट में गोल करके प्रतिक्रिया दी, लेकिन वारियर्स ने अपने जवाबी हमलों से बढ़त बनाए रखी, और वसीम ने पहले पीरियड के आखिरी क्षणों में गोल करके 3-1 की बढ़त दिलाई। दूसरे पीरियड में ईसा मोहम्मद ने वारियर्स की बढ़त और बढ़ाई। जबकि ब्लास्टर्स ने एक गोल किया, वारियर्स ने और गोल किए, जिसमें वसीम की शानदार हैट्रिक भी शामिल थी । अंत में वारियर्स ने 11-3 के स्कोर के साथ मैच खत्म किया। इस जीत के साथ हमास वारियर्स ने न केवल सेमी-फाइनल में जगह बनाई, बल्कि इस सीजन में किसी भी टीम द्वारा किए गए सबसे अधिक गोल का रिकॉर्ड भी तोड़ा।
गत विजेता मार्युल स्पामो ने हमास क्विंस को 11-2 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया
पहले महिला सेमीफाइनल में गत विजेता मार्युल स्पामो ने हमास क्विंस को 11-2 से हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाई। रिंछेन डोलमा ने पहले ही मिनट में गोल करके स्पामो के लिए शुरुआत की।इसके बाद कप्तान पद्मा चोरोल ने दूसरे मिनट में गोल किया। शबिना खावसर ने 9वें मिनट में एक और गोल किया।पद्मा ने अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए 14वें मिनट में हैट्रिक पूरी की। पहले पीरियड के अंत तक स्पामो ने 5-0 की बढ़त बनाई। दूसरे पीरियड में स्पामो का दबदबा और बढ़ा, और उन्होंने 8-1 की बढ़त बनाई। अंतिम पीरियड में भी स्पामो का प्रदर्शन जारी रहाऔर पद्मा ने अपने चौथे गोल से 11-2 के स्कोर से मैच खत्म किया। मार्युल स्पामो अब फाइनल में अपने चैंपियनशिप खिताब की रक्षा के लिए तैयार है।
मनु भाकर, डी गुकेश, हरमनप्रीत सिंह और प्रवीण कुमार को मिला ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
2 Jan, 2025 04:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Dhyan Chand Khel Ratna Award: ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड का ऐलान कर दिया गया है। खेल मंत्रालय ने ये जानकारी दी। खेल मंत्रालय ने बताया कि ओलंपिक मेडल विजेता मनु भाकर और शतरंज वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश सहित 4 एथलीटों को ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार मिलेगा। मनु भाकर और वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश के अलावा हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को भी ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड देश का खेलों में सर्वोच्च सम्मान है। इसके अलावा खेल मंत्रालय ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए 32 खिलाड़ियों को चुना जिसमें 17 पैरा एथलीट हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि अर्जुन अवॉर्ड के लिए चुने गए 32 खिलाड़ियों में एक भी क्रिकेटर शामिल नहीं हैं।
टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने का मिला इनाम
22 साल की मनु भाकर 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो मेडल जीतने वाली भारत की पहली एथलीट बनीं थी। टोक्यो ओलंपिक में हॉकी कप्तान हमरनप्रीत ने भारतीय हॉकी टीम को लगातार दूसरा ब्रॉन्ज जिताने में अहम भूमिका अदा की थी। वहीं, 18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश हाल ही में सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन बने और पिछले साल शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम को ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जिताने में अहम रोल अदा किया। चौथे खेल रत्न अवॉर्ड विजेता पैरा हाई-जंपर प्रवीण हैं, जो पेरिस पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने में सफल रहे।
लाइफटाइम अचीवमेंट से नवाजे जाएंगे दिग्गज एथलीट
दिग्गज एथलीट सुचा सिंह और मुरलीकांत राजाराम पेटकर का नाम लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के लिए चुना गया है। सभी एथलीट 17 जनवरी के दिन राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के हाथों मेजर ध्यान खेल रत्न अवॉर्ड ग्रहण करेंगे। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड किसी खिलाड़ी द्वारा पिछले 4 वर्षों की अवधि में खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है। वहीं, पिछले चार वर्षों की अवधि में खेलों और खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अच्छे प्रदर्शन और नेतृत्व, खेल कौशल और अनुशासन की भावना दिखाने के लिए अर्जुन अवॉर्ड दिया जाता है।
अर्जुन अवॉर्ड विजेता एथलीट की लिस्ट
सलीमा टेटे (हॉकी), अभिषेक (हॉकी), संजय (हॉकी), जरमनप्रीत सिंह (हॉकी), सुखजीत सिंह (हॉकी), राकेश कुमार (पैरा-तीरंदाजी), प्रीति पाल (पैरा-एथलेटिक्स), जीवनजी दीप्ति (पैरा-एथलेटिक्स), अजीत सिंह (पैरा-एथलेटिक्स), सचिन सरजेराव खिलारी (पैरा-एथलेटिक्स), श्री धर्मबीर (पैरा-एथलेटिक्स), प्रणव सूरमा (पैरा-एथलेटिक्स), एच होकाटो सेमा (पैरा-एथलेटिक्स), सिमरन (पैरा-एथलेटिक्स), नवदीप (पैरा-एथलेटिक्स).