खेल
PKL 2024: हरियाणा स्टीलर्स ने पटना पाइरेट्स को हराकर इतिहास रचा, पहली बार चैंपियन बने
30 Dec, 2024 05:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
PKL 2024: प्रो कबड्डी लीग के 11 सीजन का खिताब हरियाणा स्टीलर्स ने पटना पाइरेट्स को हराकर जीत लिया है। हरियाणा की टीम ने पहली बार इस खिताब को जीता है। पिछली बार हरियाणा स्टीलर्स की टीम उपविजेता रही थी, लेकिन इस बार उनके प्लेयर्स ने कोई कमी नहीं छोड़ी और खिताब पर कब्जा जमा लिया। वहीं हरियाणा के कोच मनप्रीत सिंह ने कोच के तौर पर पहली बार ट्रॉफी अपने नाम की है। पुणे में हुए PKL सीजन 11 के फाइनल मुकाबले में हरियाणा स्टीलर्स ने पटना पाइरेट्स को 32-23 से पटखनी दी।
हरियाणा स्टीलर्स के प्लेयर्स ने शुरुआत से ही अपना दबदबा कायम रखा। फाइनल मैच में शिवम पटारे ने दोनों टीमों के प्लेयर्स की तरफ से सबसे ज्यादा 9 अंक बटोरे। मोहम्मदरेजा शादलू ने 7 अंक हासिल किए। राहुल सतपाल और जयदीप ने भी इनका अच्छा साथ दिया और पटना पाइरेट्स के रेडर्स को रोके रखा। शिवम पटारे के आगे पटना के प्लेयर्स की एक ना चली।
पहले हॉफ के बाद दोनों टीमें 15-12 के स्कोर पर थीं और हरियाणा के पास बढ़त थी। हरियाणा स्टीलर्स के प्लेयर्स यहीं नहीं रुके और खिताब जीतने ही आए थे। दूसरे हॉफ में उन्होंने पटना के प्लेयर्स को कोई मौका नहीं दिया और दबदबा कायम किया। हरियाणा स्टीलर्स का डिफेंस बहुत ही शानदार था और उसका पटना पाइरेट्स के रेडर्स के पास कोई जवाब नहीं था। अंत में हरियाणा ने अपने विरोधी प्लेयर्स को टिकने ही नहीं दिया। इसी वजह से हरियाणा की टीम खिताब जीतने में सफल रही।
पटना पाइरेट्स की टीम इससे पहले तीन बार प्रो कबड्डी लीग का खिताब जीत चुकी थी, लेकिन इस बार वे चूक गए और ट्रॉफी उनके हाथ से निकल गई। पटना ने सीजन 3, 4 और 5 में लगातार खिताब जीते थे। उसके बाद वह सिर्फ एक बार फाइनल मुकाबला हारे थे। दूसरी तरफ हरियाणा और उनके कोच मनप्रीत का ये पहला खिताब है। वह अपने कोचिंग करियर में ये ट्रॉफी नहीं जीत पाए थे। पिछले सीजन हरियाणा को फाइनल में पुनेरी पलटन के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
मनु भाकर के नाम का न होना खेल रत्न पुरस्कार की लिस्ट में, विवादों में घिरी चयन प्रक्रिया
24 Dec, 2024 05:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Manu Bhaker Khel Ratna Award: पेरिस ओलंपिक्स 2024 में भारत के लिए 2 मेडल जीतने वाली शूटर मनु भाकर का नाम खेल रत्न अवार्ड मिलने वाले एथलीटों की सूची में शामिल नहीं किया गया है. एक मीडिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ना तो नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) और ना ही खुद मनु भाकर ने इस अवार्ड के लिए आवेदन किया था. बता दें कि मेजर ध्यान चंद खेल रत्न अवार्ड भारत में किसी स्पोर्ट्स एथलीट को मिलने वाला सर्वोच्च सम्मान पुरस्कार है.
TOI अनुसार मनु भाकर का परिवार पद्मश्री पुरस्कार के लिए आवेदन करना चाहता था, जो भारत में चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है. पद्मश्री पुरस्कार अलग-अलग क्षेत्रों में सराहनीय कार्यों के लिए दिया जाता है. टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कुछ सूत्रों ने बताया, "मनु भाकर पद्मश्री पुरस्कार के लिए आवेदन करना चाहती थीं, लेकिन किसी को उनके माता-पिता को बताना होगा कि इसकी प्रक्रिया अलग होती है. यदि मनु ऐसा करना भूल गई हैं तो NRAI को उनकी ओर से आवेदन करना चाहिए."
NRAI अध्यक्ष ने दी सफाई
एनआरएआई के अध्यक्ष कलीकेश नारायण सिंह ने इस विषय पर सफाई देते हुए कहा, "आवेदन करना एथलीट की जिम्मेदारी है. फिर भी जब हमने देखा कि उनका नाम लिस्ट में नहीं है तो हमने खेल मंत्रालय से संपर्क साधा और मांग करके कहा कि मनु भाकर का नाम खेल रत्न पुरस्कार सूची में होना चाहिए."
बताते चलें कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और हाई-जम्प के पैरा एथलीट प्रवीण कुमार का नाम भी खेल रत्न के लिए अनुशंसित किया गया है. याद दिला दें कि मनु भाकर एक ही ओलंपिक्स में 2 अलग-अलग मेडल जीतने वाली भारत की पहली एथलीट बनी थीं. इसके अलावा वो ओलंपिक खेलों में शूटिंग में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट भी बनीं.
प्रीमियर लीग स्टार माइकल एंटोनियो का भयानक कार एक्सीडेंट
14 Dec, 2024 05:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Michael Antonio: माइकल एंटोनियो का भयानक कार एक्सीडेंट हुआ है, जिनमें उनकी कार के आगे के हिस्से के परखच्चे उड़ गए और उन्हें भी काफी चोट आई है. कार एक्सीडेंट में घायल हुए स्टार माइकल एंटोनियो की हालत फिलहाल स्थिर है, वह सेंट्रल लंदन के अस्पताल में भर्ती हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, माइकल एंटोनियो की कार का एक्सीडेंट एपिंग फॉरेस्ट के किनारे कॉपिस रो में हुआ. उनकी कार पेड़ से टकरा गई थी, जिसके बाद वह कार के अंदर ही फंस गए. एंटोनियो एक घंटे से ज्यादा समय तक कार में ही फंसे रहे, इसके बाद एक शख्स ने उन्हें देखा और सूचना हेल्पलाइन पर इसकी जानकारी दी. इसके बाद उन्हें हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया.
सर्जरी के बाद अस्पताल में निगरानी जारी
बता दें, इस एक्सीडेंट में माइकल एंटोनियो के शरीर के निचले हिस्से में मल्टीपल फ्रैक्चर हुए हैं, जिसकी सर्जरी की जा चुकी है. वह फिलहाल अस्पताल में डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में हैं. एंटोनियो प्रीमियर लीग में वेस्ट हैम के लिए खेलते हैं. वेस्ट हैम ने माइकल एंटोनियो की हेल्थ पर अपडेट देते अपने एक बयान में कहा, "वेस्ट हैम यूनाइटेड पुष्टि कर सकता है सड़क दुर्घटना के बाद माइकल एंटोनियो के शरीर के निचले हिस्से में फ्रैक्चर की सर्जरी हुई है. आने वाले दिनों में उनकी अस्पताल में ही निगरानी की जाएगी".
साल 2015 से वेस्ट हैम की टीम का हिस्सा
लंदन में जन्मे जमैका के इंटरनेशनल खिलाड़ी माइकल एंटोनियो 2015 में वेस्ट हैम के लिए खेल रहे हैं. उन्होंने इस क्लब के लिए 323 मैचों में 83 गोल किए हैं. वहीं, इस सीज़न में माइकल एंटोनियो ने 15 मैचों में एक बार गोल किया है, जिसमें अक्टूबर की शुरुआत में घरेलू मैदान पर इप्सविच के खिलाफ 4-1 की जीत शामिल है.
फीफा ने 2030 और 2034 वर्ल्ड कप के मेज़बान देशों का किया ऐलान
14 Dec, 2024 05:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
FIFA 2023-34: फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा देशों में खेला जाने वाला का खेल है. इसलिए हर 4 चाल पर होने वाले फीफा वर्ल्ड कप का फैंस को बेसब्री से इंतजार रहता है. फीफा ने 2026 के बाद उसके अगले दो एडिशन की मेजबानी का भी ऐलान कर दिया है. फुटबॉल को चलाने वाली सर्वोच्च संस्था फीफा ने बताया कि 2030 में स्पेन, मोरोक्को और पुर्तगाल को मेजबानी दी गई है. वहीं 2034 एडिशन की मेजबानी सऊदी अरब करेगा. बता दें फीफा वर्ल्ड कप का अगला एडिशन 2026 में होना है. इसके लिए अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको को मेजबानी सौंपी गई है.
6 देश करेंगे 2030 वर्ल्ड कप की मेजबानी
फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी सौंपने के लिए फीफा ने वर्चुअल कांग्रेस का आयोजन किया. इस दौरान फीफा के अध्यक्ष जियानी इनफैंटिनो ने 2030 और 2034 के मेजबानों का ऐलान किया. उन्होंने बताया कि 2030 एक या दो नहीं बल्कि 6 देश फीफा वर्ल्ड कप को होस्ट करेंगे. स्पेन, मोरोक्को और पुर्तगाल के अलावा एक-एक मैच साउथ अमेरिकी देश उरुग्वे, पैराग्वे और अर्जेंटीना को दिए गए हैं. फीफा के ऐलान के साथ ये तय हो गया है कि फुटबॉल वर्ल्ड कप 100 साल बाद एक बार फिर से उरुग्वे में लौटेगा. इससे पहले उसने 1930 में फुटबाल वर्ल्ड कप की मेजबानी की थी. इस खास मौके के सम्मान में ही फीफा ने उसे एक मैच आयोजित करने का हक दिया है. इसलिए उद्घाटन समारोह भी उरुग्वे में ही रखा गया है.
2022 में कतर ने किया था आयोजन
फुटबॉल वर्ल्ड कप के 2034 एडिशन की मेजबानी सऊदी अरब को सौंपी गई है. यह दूसरी बार होगा जब खाड़ी देश में खेल के इस महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा. इससे पहले 2022 में कतर ने फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी कर चुका है. ये अरब जगत का पहला देश था, जहां फीफा वर्ल्ड कप हुआ था. इसके बाद सऊदी अरब ने टूर्नामेंट के लिए दावेदारी ठोकी. उसकी कोशिश थी कि 2030 की मेजबानी उसे मिल जाए लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
सऊदी अरब ने ऑस्ट्रेलिया को पछाड़ा
2034 के एडिशन की मेजबानी के लिए बोली लगाने वाला सऊदी अरब अकेला देश था. सऊदी अरब के अलावा पहले इस रेस में ऑस्ट्रेलिया भी शामिल था लेकिन फिर ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी वक्त पर अपना नाम वापस ले लिया, जिसके बाद सऊदी अकेला दावेदार बचा. सऊदी अरब ने इस मेजबानी को पाने के लिए जमकर पैसे लुटाए. उसने दुनिया के सबसे मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो को अपने देश में खेलने के लिए बुलाया. स्टेडियम से लेकर तमाम इंफ्रास्टक्चर पर खर्च किए. इस दौरान वह लगातार मेजबानी की कोशिश करता रहा. अब जाकर उसे सफलता मिली है.
Rafael Nadal Retirement: राफेल नडाल ने टेनिस से संन्यास लिया, कहा- 'मुझे याद रखना तो ऐसे...'
22 Nov, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड्स से मिली हार के बाद ना सिर्फ डेविस कप में स्पेन के सफर का अंत हुआ बल्कि टेनिस के महान खिलाड़ी राफेल नडाल के करियर का भी अंत हुआ. 2 दशक तक वर्ल्ड टेनिस के सीने पर राज करने के बाद नडाल ने नम आंखों से खेल को अलविदा कहा.
डेविस कप के पहले मुकाबले में स्पेन का प्रतिनिधित्व नडाल ने किया, जिसमें उन्हें सीधे सेटों में 6-4, 6-4 से हार का सामना करना पड़ा. इसी के साथ टेनिस को छोड़कर जाते-जाते भी नडाल इतिहास रच गए. वो इस खेल के इकलौते ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिसने डेविस कप में अपना पहला और आखिरी मैच गंवाया है. उसके अलावा बीच के सारे मुकाबले जीते हैं. नडाल ने 2004 में खेला डेविस कप का अपना पहला मैच भी गंवाया था.
राफेल नडाल का टेनिस करियर कई ऐतिहासिक रिकॉर्डों का गवाह रहा है. उनके नाम 22 ग्रैंडस्लैम हैं. इतने ज्यादा ग्रैंडस्लैम जीतने वाले वो दूसरे टेनिस स्टार हैं. टेनिस में कई सितारे आए, जगमगाए और चले गए लेकिन किंग ऑफ क्ले का टैग सिर्फ नडाल को मिला तो इसलिए क्योंकि अपने 22 ग्रैंडस्लैम में उन्होंने सबसे ज्यादा 14 बार फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया है.
नडाल के करियर की दूसरी उपलब्धियों की बात करें तो उन्होंने 1080 सिंगल्स जीते हैं. वो 209 हफ्तों तक लगातार वर्ल्ड नंबर 1 रहे. उनके नाम 92 सिंगल्स टाइटल्स हैं, जिनमें 63 सिंगल्स टाइटल्स सिर्फ क्ले कोर्ट पर जीते हैं. राफेल नडाल के नाम ओलंपिक की कोर्ट पर भी 2 गोल्ड मेडल दर्ज हैं, वो 5 बार ATP प्लेयर ऑफ द ईयर बने और 5 बार साल का अंत वर्ल्ड नंबर वन रहकर किया
डेविस कप 2024 में आखिरी मैच खेलने के साथ ही राफेल नडाल की आंखें नम हो गईं. उनके परिवार की आंखें नम हो गईं. उन्होंने उस लम्हें को भावुक कर देने वाला बताया. नडाल ने संन्यास लेते हुए कहा कि वो चाहते हैं कि दुनिया उन्हें एक अच्छे इंसान के तौर पर याद रखे. जो बच्चे उन्हें फॉलो करें वो उनसे भी बड़े सपने देखें. जीवन में उनसे भी ज्यादा कुछ हासिल करें.
India vs China ACT 2024 Final: भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर चीन को 1-0 से हराया
22 Nov, 2024 04:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच भारतीय महिला हॉकी टीम और चीन की महिला हॉकी टीम के बीच खेला गया. बिहार के राजगिर स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारतीय टीम ने बाजी मारी और तीसरी बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया. सलीमा टेटे की अगुवाई में भारतीय टीम ने इस मैच में चीन को 1-0 से हराया. दीपिका इस मुकाबले में भारतीय टीम की जीत की हीरो रहीं, उन्होंने ही ये गोल किया. (फोटो- PTI)
भारत और चीन के बीच खेले गए फाइनल मैच में पहले 2 क्वार्टर गोलरहित रहे, यानी हाफ-टाइम तक कोई भी टीम गोल नहीं दाग पाई थी. पहले हाफ में भारत को चार पेनल्टी कॉर्नर मिले, जबकि चीन को दो पेनल्टी कॉर्नर मिले. हालांकि, दोनों ही टीमें इसे भुनाने में असफल रहीं. इसके बाद तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में दीपिका गोल करने में कामयाब रहीं. (फोटो- PTI)
इस मुकाबले से पहले चीन की टीम हेड टू हेड आंकड़ों में भारतीय टीम से काफी आगे थी. लेकिन फाइनल मैच में भारतीय टीम का दबदबा रहा. बता हें, भारतीय ने इस मुकाबले में अपने सभी मैच जीते और खिताब पर कब्जा किया. भारतीय टीम ने फाइनल में कदम रखने के लिए जापान के खिलाफ सेमीफाइनल में 3-0 से जीत दर्ज की थी. इसके अलावा लीग स्टेज के दौरान चीन को 3-0 से भी हराया था. (फोटो- PTI)
ये तीसरा मौका है जब भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है. इससे पहले भारत ने 2016 और 2023 में भी बाजी मारी थी. 2016 में भी भारत ने फाइनल में चीन को ही हराया था और 2023 में जापान को धूल चटाई थी. (फोटो- PTI)
बता दें, सलीमा टेटे को इस टूर्नामेंट से पहले ही भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया था. सलीमा टेटे के लिए बतौर कप्तान पहला ही टूर्नामेंट काफी सफल रहा और वह टाइल को अपने नाम करने में कामयाब रहीं. बता दें, इस मैच में चीन ने गोल करने की काफी कोशिश की, लेकिन वह एक भी गोल नहीं कर सकी. (फोटो- PTI)
रोनाल्डो के दो गोल से पुर्तगाल की पोलैंड पर बड़ी जीत...........क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की
17 Nov, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मैड्रिड । स्टार स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो के दो गोल के दम पर पुर्तगाल ने पोलैंड को 5-1 से हराकर नेशंस लीग फुटबॉल टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। स्कॉटलैंड ने क्रोएशिया को 1-0 से हराकर नौ मैचों में अपनी पहली जीत दर्ज करके टूर्नामेंट के शीर्ष स्तर पर बने रहने की अपनी उम्मीदें कायम रखीं है।
इस बीच बुखारेस्ट में रोमानिया और कोसोवो के बीच मैच को इंजरी टाइम में रोक दिया गया और बाद में इस मैंच को गोल रहित ड्रॉ पर रद्द कर दिया गया। दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हाथापाई हुई और कोसोवो के खिलाड़ी मैदान से बाहर चले गए। यूरोपीय फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था यूईएफए ने नहीं बताया कि खेल को बीच में क्यों रोक दिया गया लेकिन कथित तौर पर कोसोवो के खिलाड़ी सर्बियाई समर्थक नारे सुनकर नाराज थे। यूईएफए ने जारी बयान में कहा, ‘रोमानिया और कोसोवो के बीच यूईएफए नेशंस लीग मैच रद्द कर दिया गया है। यूईएफए उचित समय पर आगे की जानकारी देगा। ग्रुप ए4 में पहले ही अपना पहला स्थान सुनिश्चित कर चुके स्पेन ने कोपेनहेगन में डेनमार्क को 2-1 से हराया। फ्रांस, इटली, जर्मनी, स्पेन और पुर्तगाल क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं।
रोनाल्डो ने पोर्टो में खेले गए मैच में शानदार प्रदर्शन किया और उन्हें मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। उन्होंने पेनल्टी किक पर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का 134वां गोल किया और फिर बाद में ओवरहेड किक पर गोल करके पुर्तगाल की तरफ से अपने कुल गोल की संख्या 135 पर पहुंचा दी। पोलैंड की इस हार से क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें खत्म हो गईं।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 में मलेशिया को 4-0 से हराकर की शानदार शुरुआत
12 Nov, 2024 12:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय महिला हॉकी टीम ने विमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 में मलेशिया के खिलाफ अपने अभियान की धमाकेदार शुरुआत की। जहां उसने 4-0 से बड़ी जीत हासिल की। ऐतिहासिक शहर राजगीर में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने अपने आक्रामक खेल और मजबूत रक्षात्मक रणनीति से मलेशिया को हर मोर्चे पर पछाड़ दिया। संगीता कुमारी ने 8वें और 55वें मिनट में दो गोल किए। जबकि प्रीति दुबे (43') और उदिता (44') ने एक-एक गोल कर टीम की जीत को सुनिश्चित किया। इस जीत के साथ भारतीय टीम को तीन महत्वपूर्ण अंक मिले, जिससे वह टूर्नामेंट में एक मजबूत दावेदार बनकर उभरी।
मैच की शुरुआत में मलेशिया को भारत के गोलकीपर सविता की सतर्कता के कारण बढ़त का मौका नहीं मिल सका। मलेशिया की नूर मोहम्मद ने एक मौका बनाया, लेकिन सविता ने बेहतरीन बचाव किया। मलेशिया को शुरुआती पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन उसे भुनाने में वह असफल रहीं। इसके बाद भारतीय टीम ने मैच का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। दीपिका के शॉट को संगीता कुमारी ने 8वें मिनट में गोल में बदलते हुए भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद भी टीम ने मलेशिया पर दबाव बनाए रखा और कई मौके बनाए, हालांकि प्रीति दुबे कुछ मौकों पर गोल नहीं कर सकीं। दूसरे क्वार्टर में भारतीय टीम का आक्रमण जारी रहा, लेकिन उसे और गोल नहीं मिला। हाफ टाइम के पहले लालरेमसिआमी ने शानदार रन के बाद एक और पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किया, लेकिन नेहा का शॉट गोल में नहीं बदल सका।
तीसरे क्वार्टर में भारत ने अपना आक्रामक खेल जारी रखा और 43वें मिनट में प्रीति दुबे तथा 44वें मिनट में उदिता के गोल से स्कोर 3-0 कर लिया। अंत में संगीता कुमारी ने 55वें मिनट में अपना दूसरा गोल कर भारत की बढ़त को 4-0 पर पहुंचा दिया और मलेशिया की वापसी की उम्मीदों को खत्म कर दिया। अब भारतीय टीम का अगला मुकाबला 12 नवंबर को कोरिया के खिलाफ होगा। इस टूर्नामेंट का सीधा प्रसारण सोनी स्पोर्ट्स टेन 1 और लाइव स्ट्रीमिंग सोनीलिव पर होगी। सभी भारतीय मैचों का प्रसारण डीडी स्पोर्ट्स पर भी किया जाएगा।
जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के आदर्श रहे जान जेलेज्नी बने उनके कोच
10 Nov, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । लगातार दो ओलंपिक में पदक जीतने वाले स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने अपने करियर में एक रोमांचक नए अध्याय की शुरुआत की। उन्होंने शनिवार को जैवलिन थ्रो के दिग्गज जान जेलेज्नी के साथ एक नई पारी की शुरुआत की है। तीन बार के ओलंपिक चैंपियन और मौजूदा विश्व रिकॉर्ड धारक जेलेज्नी लंबे समय से चोपड़ा के आदर्श रहे हैं और अब वे कोच के रूप में उनका मार्गदर्शन करने वाले है।
दरअसल, नीरज अभी तक जर्मन कोच क्लॉस बार्टोनिएट्ज के साथ काम कर रहे थे, लेकिन बार्टोनिएट्ज ने हाल ही में कोचिंग से संन्यास लिया है। चोपड़ा ने कहा, मैं हमेशा से जान की तकनीक और सटीकता का मुरीद रहा हूं। वह इतने वर्षों तक खेल में सर्वश्रेष्ठ रहे और मेरा मानना है कि उनके साथ काम करना अमूल्य होगा क्योंकि हमारे थ्रो करने की शैली काफी मेल खाती है। उनका ज्ञान बेजोड़ है और भविष्य में उनका मार्गदर्शन मेरे लिए अहम साबित होगा। अपने करियर में अगले स्तर की ओर बढ़ने के लिए जान का मेरे साथ होना सम्मान की बात है।
वहीं जेलेज्नी ने कहा, मैंने कई साल पहले ही नीरज के बारे में एक बेहतरीन प्रतिभा के रूप में बात की है। जब मैंने उन्हें उनके करियर की शुरुआत में देखा था, तब मुझे शीर्ष परिणामों के लिए बहुत संभावनाएं महसूस हुईं। मैंने कहा कि अगर मुझे चेकिया के बाहर से किसी को कोचिंग देनी पड़े, तब मेरी पहली पसंद नीरज ही होगा। मुझे उनकी कहानी पसंद है और मुझे उनमें बहुत संभावनाएं नज़र आती हैं, क्योंकि वह युवा हैं और सुधार करने में सक्षम हैं। कई एथलीट कोचिंग के लिए मुझसे संपर्क कर रहे हैं, इसलिए मेरे लिए यह काम करना बहुत सम्मान की बात है। हम एक-दूसरे को और करीब से जान रहे हैं और दक्षिण अफ्रीका में एक पारंपरिक शीतकालीन शिविर में व्यक्तिगत रूप से शुरुआत करने वाले है। मुझे उनकी प्रगति पर विश्वास है, खासकर तकनीकी पहलू में, ताकि वह मुख्य चैंपियनशिप में शीर्ष स्थान हासिल करना जारी रख सकें।
1992, 1996 और 2000 ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता जेलेज्नी के नाम अब तक के दस सर्वश्रेष्ठ थ्रो में से पांच हैं, और उन्होंने 1996 में जर्मनी में 98.48 मीटर के वर्तमान रिकॉर्ड को हासिल करने के दौरान चार बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ा था। जब चोपड़ा ने टोक्यो 2020 में स्वर्ण पदक जीता था, तब जान जेलेज्नी दोनों अन्य पदक विजेताओं जैकब वाडलेज (रजत) और विटेजस्लाव वेस्ली (कांस्य) के कोच थे। उन्होंने दो बार की ओलंपिक चैंपियन और तीन बार की विश्व चैंपियन बारबोरा स्पोटाकोवा को भी कोचिंग दी है।
तीन बार ओलंपिक और विश्व चैंपियन जेलेज्नी बने नीरज चोपड़ा के नए कोच
9 Nov, 2024 04:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Neeraj Chopra: दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने शनिवार को एक बड़ा एलान किया है। उन्होंने अपने करियर में एक रोमांचक नए अध्याय की शुरुआत की घोषणा की है। नीरज ने शनिवार को महान भाला फेंक एथलीट यान जेलेज्नी को अपना नया कोच नियुक्त करने का एलान किया। तीन बार के ओलंपिक और विश्व चैंपियन और मौजूदा विश्व रिकॉर्ड धारक जेलेज्नी लंबे समय से चोपड़ा के आदर्श रहे हैं।
नीरज ने नए कोच का एलान करते हुए कहा, 'बचपन से मैंने उनके वीडियो देखने में बहुत समय बिताया और मैंने उनके तकनीक और सटीकता की तारीफ की है। वह इतने वर्षों तक अपने खेल में सर्वश्रेष्ठ रहे हैं और मेरा मानना है कि उनके साथ काम करना शानदार होगा क्योंकि हमारी भाला फेंकने की शैली एक जैसी है और उनके पास काफी ज्ञान है। जेलेज्नी का मेरे साथ होना मेरे लिए सम्मान की बात है क्योंकि मैं अपने करियर में अगले स्तर की ओर बढ़ रहा हूं और मैं उनके साथ शुरुआत करने के लिए इंतजार नहीं कर सकता।'
'वह एक महान प्रतिभा हैं, उनकी क्षमता अद्वितीय है'
जेलेज्नी के मार्गदर्शन में नीरज अपनी कामयाबी को एक अलग स्तर पर ले जाने की कोशिश करेंगे। इस मौके पर जेलेज्नी ने कहा, 'मैंने कई साल पहले नीरज के बारे में बात की थी और उन्हें एक महान प्रतिभा बताया था। जब मैंने उन्हें करियर की शुरुआत में देखा था तो मुझे महसूस हुआ कि वह काफी आगे तक जाएंगे। मैंने यह भी कहा कि अगर मुझे चेकिया के बाहर के किसी व्यक्ति को कोचिंग देना शुरू करना चाहिए, तो मेरी पहली पसंद नीरज होगी। मुझे उनकी कहानी पसंद है और मुझे बड़ी क्षमता दिखाई देती है, क्योंकि वह युवा हैं और सुधार करने में सक्षम हैं।
नीरज चोपड़ा की प्रगति पर रहेगा ध्यान
जेलेज्नी ने कहा, 'कोचिंग के लिए मुझसे संपर्क करने वाले कई एथलीट रहे हैं। इसलिए मेरे लिए इस जिम्मेदारी को लेने का मतलब है कि मेरे लिए यह बड़े सम्मान की बात है। हम एक-दूसरे को और करीब से जान रहे हैं और दक्षिण अफ्रीका में एक पारंपरिक शीतकालीन शिविर में व्यक्तिगत रूप से शुरुआत करेंगे। मैं उनकी प्रगति में विश्वास करता हूं। विशेष रूप से उनके तकनीकी पहलू में काफी भरोसा है। मैं चाहता हूं कि वह मुख्य चैंपियनशिप में शीर्ष स्थान हासिल करना जारी रख सकें।'
98.48 मीटर के विश्व रिकॉर्ड के साथ बने थे चेकिया के स्वर्ण पदक विजेता
1992, 1996 और 2000 के ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता जेलेज्नी के नाम अब तक के शीर्ष दस सर्वश्रेष्ठ थ्रो में से पांच थ्रो हैं। 1996 में जर्मनी में 98.48 मीटर के थ्रो के साथ उन्होंने विश्व रिकॉर्ड कायम किया था। उन्होंने चार मौकों पर विश्व रिकॉर्ड तोड़ा। जेलेज्नी इससे पहले जाकुब वादलेच और वितेजस्लाव वेस्ली के कोच भी रह चुके हैं। उन्होंने दो बार के ओलंपिक चैंपियन और तीन बार के विश्व चैंपियन बारबोरा स्पातोकोवा को भी कोचिंग दी है।
FIH अवॉर्ड में भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को 'गोलकीपर ऑफ द ईयर' अवॉर्ड, हरमनप्रीत सिंह बने 'प्लेयर ऑफ द ईयर'
9 Nov, 2024 03:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
International Hockey Federation (FIH) अवॉर्ड में भारतीय खिलाड़ियों का जलवा देखने को मिला. भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को 'प्लेयर ऑफ द ईयर' अवॉर्ड से नवाजा गया. वहीं, भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने 'गोलकीपर ऑफ द ईयर' पुरस्कार हासिल किया है. शुक्रवार रात इन दोनों भारतीय खिलाड़ियों को ओमान में 49वीं FIH कांग्रेस के दौरान सम्मानित किया गया. हरमनप्रीत सिंह ने नीदरलैंड के जोएप डी मोल और थियरी ब्रिंकमैन, जर्मनी के हेंस मुलर और इंग्लैंड के जैक वालेस को पीछे छोड़ प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड अपने नाम किया.
हरमनप्रीत सिंह ने तीसरी बार FIH प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड जीता
पेरिस ओलंपिक में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने सबसे ज्यादा 10 गोल किए थे. उन्होंने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में गोल करने के अलावा स्पेन के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारत के लिए दोनों गोल दागे थे. वहीं, पेरिस ओलंपिक के बाद हॉकी को अलविदा कहने वाले पीआर श्रीजेश ने गोलकीपर कैटेगरी में टॉप अवॉर्ड जीता. पीआर श्रीजेश ने नीदरलैंड के पिरमिन ब्लैक, स्पेन के लुइस कैलजाडो, जर्मनी के जीन पॉल डेनेबर्ग और अर्जेंटीना के टॉमस सैंटियागो को पछाड़कर अवॉर्ड अपने नाम किया. बताते चलें कि हरमनप्रीत सिंह ने तीसरी बार FIH प्लेयर ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीता है.
'यह सम्मान मेरे साथियों के बिना संभव नहीं था'
FIH प्लेयर ऑफ द ईयर बनने के बाद हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि सबसे पहले तो मैं इस सम्मान के लिए FIH का आभार व्यक्त करता हूं. ओलंपिक में मेडल जीतकर अपने वतन लौटना शानदार रहा, जहां हमारा स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. यह बहुत ही खास एहसास था, मैं यहां पर अपने साथियों का जिक्र करना चाहूंगा, आपके बिना यह कुछ भी संभव नहीं हो पाता. वहीं, पीआर श्रीजेश ने तीसरी बार बेस्ट गोलकीपर अवॉर्ड जीतने के बाद कहा कि मैं आज बहुत खुश हूं, मेरे खेल करियर के इस आखिरी खेल सम्मान के लिए शुक्रिया. यह पुरस्कार पूरी तरह से मेरी टीम का है, डिफेंस का है जिसने यह सुनिश्चित किया कि ज्यादातर हमले मुझ तक न पहुंचें. यह पुरस्कार मिडफील्डर और फॉरवर्ड का है जिन्होंने मैंने जितने गोल खाए उससे अधिक गोल करके मेरी गलतियों को छुपाया.
Women's Asian Hockey Champions Trophy 2024 के लिए टीम इंडिया राजगीर पहुंची, ग्लास ब्रिज पर तस्वीर खिंचवाकर ट्रॉफी जीतने का लिया संकल्प
7 Nov, 2024 03:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एशियन महिला हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी में भाग लेने के लिए टीम इंडिया सोमवार को ही राजगीर पहुंच चुकी है। टीम की खिलाड़ी नवनिर्मित स्टेडियम में अभ्यास के लिए पसीना बहा रही हैं। इससे फुर्सत के दो क्षण निकाल बुधवार को खिलाड़ियों ने देश के इकलौते ग्लास ब्रिज का दीदार किया। खिलाड़ियों ने इसका जमकर लुत्फ उठाया। ग्लास ब्रिज पर ही ट्रॉफी के साथ तस्वीर खिंचवाकर इसे जीतने का संकल्प दोहराया।
टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने राजगीर के प्राकृतिक सौंदर्य का जमकर गुणगान किया। टीम की सभी खिलाड़ी ग्लास ब्रिज पर पहुंचकर काफी उत्साहित दिखीं। कर्मियों से यहां के बारे में जानकारी भी ली। खिलाड़ियों ने बिहार सरकार द्वारा निर्मित ग्लास ब्रिज की सराहना करते हुए कहा कि इससे बिहार में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। यहां के पर्वत, वादियां व ग्लास ब्रिज सभी अनोखे हैं। डीएम शशांक शुभंकर व डीएफओ राजकुमार एम. ने कहा कि ग्लास ब्रिज का दीदार कर इंडिया टीम की खिलाड़ी काफी उत्साहित हुईं।
इस टूर्नामेंट में चीन, जापान, कोरिया, मलयेशिया और थाईलैंड जैसी एशिया की शीर्ष टीमें हिस्सा ले रही है। सलीमा टेटे को टीम का कप्तान तो वहीं नवनीत कौर को टीम उपकप्तान नियुक्त किया गया। 11 नवंबर को जापान व दक्षिण कोरिया के मुकाबले से एशियन महिला हॉकी चैम्पियंस ट्रॉफी की शुरुआत होगी।
राउंड रॉबिन फार्मेट में सभी छह टीमें एक-दूसरे से मैच खेलेंगी। इनमें से चार टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगी। 20 नवंबर को टॉप की दो टीमों के बीच फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। लीग स्टेज में भारत के सभी मुकाबले शाम 7.30 बजे से खेले जाएंगे। 11 नवंबर को भारत का पहला मुकाबला मलेशिया से होगा।
पेरिस ओलंपिक 2024 की गोल्ड मेडलिस्ट इमान खलीफ पर विवाद, मेडिकल रिपोर्ट में महिला नहीं पुरुष होने का दावा
5 Nov, 2024 03:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस ओलंपिक 2024 में गोल्ड मेडल पर मुक्का मारने वाली अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खलीफ पर तब भी विवाद हुआ था और अब तो उन्हें लेकर एक चौंकाने वाला ही खुलासा हुआ है. मेडिकल रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि अल्जिरियाई बॉक्सर महिला नहीं पुरुष है. सामने आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इमान खलीफ के शरीर में कई अंग पुरुषों वाले हैं.
इमान खलीफ के पुरुष होने के संकेत दिए थे
रिपोर्ट के मुताबिक इमान खलीफ के पास आंतरिक अंडकोष और XY गुणसूत्र हैं, जो पुरुषों में पाए जाते हैं. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि उनके अंदर मौजूद ये चीजें 5-अल्फा रिडक्टेस अपर्याप्तता नामक डिसऑर्डर की ओर इशारा करते हैं. पेरिस ओलंपिक के दौरान भी उनके सामने लड़ने वाली कई महिला बॉक्सरों ने इशारों ही इशारों इमान खलीफ के पुरुष होने के संकेत दिए थे.
शरीर में आंतरिक अंडकोष और माइक्रोपेनिस की पुष्टि की
पेरिस के क्रेमलिन-बिसेत्रे अस्पताल के एक्सपर्ट्स ने भी पिछले साल इमान खलीफ को लेकर दी अपनी रिपोर्ट में कई खुलासे किए थे. रिपोर्ट के मुताबिक इमान खलीफ में आंतरिक अंडकोष का अस्तित्व और गर्भाशय की कमी जैसे बायोलॉजिकल लक्षण है. रिपोर्ट में बताया गया है कि एक MRI में इमान खलीफ में माइक्रोपेनिस की मौजूदगी का भी पता चला है.
मेडिकल रिपोर्ट में पुरुष होने का दावा
अब अगर सामने आए ये मेडिकल रिपोर्ट सही हैं तो फिर बात गंभीर है. ऐसे में ये देखना भी दिलचस्प रहेगा कि इमान खलीफ पर क्या एक्शन होता है. वैसे ये कोई पहली बार नहीं है कि जब इमान खलीफ के जेंडर को लेकर सवाल उठाए गए हैं. पेरिस ओलंपिक के दौरान से तो ऐसा हो ही रहा है. उससे पहले पिछले साल जब सवाल उठे तो उन्हें इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन का बैन झेलना पड़ा था. जेंडर पर उठे सवाल को लेकर इमान खलीफ की ओर से फिलहाल ताजा बयान तो नहीं आया है. लेकिन पहले उन्होंने खुद को बाकी महिला की तरह ही बताया था. जबकि सामने आई मेडिकल रिपोर्ट उनके उस बयान से ठीक उलट है.
हरमनप्रीत सिंह: HIL नीलामी में सबसे महंगे बने भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह
14 Oct, 2024 03:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत में भले ही सबसे प्रसिद्ध खेल इस समय क्रिकेट है, लेकिन एक वक्त पर हॉकी ने भारतीय फैंस के दिलों पर राज किया है। भारतीय हॉकी टीम के नाम ही सबसे ज्यादा 8 ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने का विश्व कीर्तिमान दर्ज है। लेकिन अब हॉकी का पुराना दौर लौटता हुआ नजर आ रहा है। भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक 2024 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, जो उसका लगातार दूसरा मेडल था। अब हॉकी के दमदार प्रदर्शन को देखते हुए हॉकी इंडिया लीग का 7 साल बाद आयोजन होगा। इसके लिए हॉकी इंडिया लीग ऑक्शन 2024 का आयोजन हो रहा है। जिसमें अभी तक भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह सबसे महंगे बिके हैं।
हरमनप्रीत सिंह ऑक्शन में बिके 78 लाख रुपये में
ऑक्शन में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह को सूरमा हॉकी क्लब ने 78 लाख रुपये में खरीदा है। पहले दिन ऑक्शन में बिके प्लेयर्स में से हरमनप्रीत की कीमत सबसे ज्यादा है। हरमनप्रीत एक शानदार ड्रैग फ्लिकर हैं, जो दबाव की स्थिति में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करते हैं। पेनाल्टी स्ट्रोक और कॉर्नर को गोल में बदलने में उन्हें महारथ हासिल है। वह अपने दम पर टीम को जिताने की काबिलित रखते हैं। उन्होंने नेशनल टीम के लिए खेलते हुए 234 मैचों में 205 गोल किए हैं। भारतीय उप-कप्तान हार्दिक सिंह की सेवाएं भी यूपी रुद्रस ने 70 लाख रुपये में हासिल कीं। वह पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता टीम का भी अहम हिस्सा थे।
युवाओं के लिए बड़ा अवसर है हॉकी इंडिया लीग
नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ी होने के बाद हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि मैं वास्तव में उत्साहित हूं क्योंकि मुझे पंजाब टीम ने चुना है। हमारी टीम का नाम सूरमा हॉकी क्लब है। यह और भी खुशी की बात है कि हॉकी इंडिया लीग वापस आ रहा है। यह हमारे युवाओं के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का एक अच्छा अवसर है और हॉकी का भविष्य उज्जवल है। हॉकी इंडिया लीग की 7 साल बाद वापसी हो रही है। इससे पहले पांच सीजन हो चुके हैं और पिछली बार साल 2017 में कलिंगा लैसर्स ने दबंग मुंबई को हराकर खिताब जीता था।
प्री क्वार्टर फाइनल में लक्ष्य सेन को मिला फायदा, विपक्षी खिलाड़ी ने नाम लिया वापस
10 Oct, 2024 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने आर्कटिक ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट पुरुष एकल के अंतिम-16 में प्रवेश कर लिया है। उनके प्रतिद्वंद्वी रास्मस गेमके ने पहले दौर से अपना नाम वापस ले लिया जिससे लक्ष्य अगले दौर में पहुंच गए। पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक के मुकाबले में पराजय का सामना करने वाले सेन का सामना सातवीं वरीयता प्राप्त चोउ तियेन चेन और फ्रांस के क्वालिफायर अर्नार्ड मेर्केल के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।
सेन के अलावा क्वालिफायर किरण जॉर्ज की टक्कर चीनी ताइपै के जू वेइ वांग से होगी। इससे पहले दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू जल्दी हारकर बाहर हो गईं थी, लेकिन उदीयमान खिलाड़ी मालविका बंसोड ने अपना शानदार फॉर्म जारी रखते हुए दुनिया की 23वें नंबर की खिलाड़ी सुंग शुओ युन को हराकर महिला एकल के प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया था। छठी वरीयता प्राप्त सिंधू को कनाडा की मिशेले ली ने अंतिम-32 के मैच में 21-16, 21-10 से हराया था। वहीं, फरवरी में अजरबैजान इंटरनेशनल जीतने वाली बंसोड ने 21-19, 24-22 से जीत दर्ज की थी।