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6 हजार भारतीय जाएंगे इजराइल
12 Apr, 2024 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल अवीव। इजराइल-हमास जंग 6 महीने से जारी है। इस बीच अप्रैल-मई 2024 में 6 हजार भारतीय इजराइल जाएंगे। वे यहां श्रमिकों की कमी पूरी करेंगे। दिसंबर में करीब 800 से ज्यादा भारतीय नौकरी के लिए इजराइल पहुंचे थे। इनमें से ज्यादातर केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के थे।
दरअसल, मई 2023 में इजराइल और भारत के बीच लेबर फोर्स को लेकर एक समझौता हुआ था। इसके तहत 42 हजार भारतीय कामगार इजराइल में काम करने जाने वाले थे। दिसंबर में जंग को लेकर इजराइली पीएम नेतन्याहू ने पीएम मोदी से फोन पर बात की थी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच भारतीय लेबर को इजराइल भेजने के एग्रीमेंट में तेजी लाने पर सहमति बनी थी।
पीएम ट्रूडो ने कहा, सरकार अल्पसंख्यकों के साथ खड़ी
12 Apr, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओटावा । कनाडा में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मामला फिर उठा है। निज्जर की हत्या पर कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का बयान सामने आया है। दरअसल, कनाडा में चुनावी प्रक्रिया में विदेशी हस्तक्षेप की जांच चल रही है। इस मामले में पीएम ट्रूडो ने गवाही दी है। ट्रूडो ने कहा कि सरकार कनाडाई लोगों की सुरक्षा के मुद्दे हमेशा से दृढ़ता के साथ खड़ी रही और खालिस्तान समर्थक निज्जर की हत्या की बात को उठाकर यह साबित भी किया।
क्यूबेक न्यायाधीश मैरी-जोसी हॉग की अध्यक्षता वाले विदेशी हस्तक्षेप आयोग की सुनवाई के दौरान, ट्रूडो ने देश की पिछली कंजर्वेटिव सरकार पर वर्तमान भारत सरकार के साथ नरम रुख रखने का आरोप लगाया। ट्रूडो ने कहा कि हमारी सरकार हमेशा कनाडा में अल्पसंख्यकों और अल्पसंख्यकों के बोलने के अधिकारों की रक्षा के लिए खड़ी रही है, भले ही इससे विदेशों में बैठे उनके देश के लोग ही चिढ़ रहे हों।
कनाडा की राजनीति में विदेशी हस्तक्षेप के आरोपों की जांच कई मीडिया रिपोर्टों के बाद शुरू हुई, जिनमें लीक हुए दस्तावेज़ों का हवाला दिया गया था। कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (सीएसआईएस) के दस्तावेज में कहा गया है कि चीन ने पिछले दो संघीय चुनावों में गुप्त और भ्रामक हस्तक्षेप किया।
महिला ने पति-बच्चों की जान ली
12 Apr, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लॉस एंजिल्स । अमेरिका के लॉस एंजिल्स की एक ज्योतिष डैनियल जॉनसन ने सूर्य ग्रहण के बाद अपने पति की चाकू मारकर हत्या कर दी। फिर उसने अपनी दोनों बेटियों को चलती कार से बाहर फेंक दिया। इसके बाद उसने अपनी कार को एक पेड़ से टकरा दिया, जिससे महिला की भी मौत हो गई। महिला सूर्य ग्रहण को लेकर परेशान चल रही थी। वो लोगों के पास से नेगेटिव एनर्जी हटाने और उनकी राशि के जरिए भविष्य बताने का काम करती थी। हाल ही में उसने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट कर कहा था, यह सूर्य ग्रहण आध्यात्मिक युद्ध की चेतावनी है। ऐसे में अपने दिल को शुद्ध रखें और अपनी सुरक्षा पर ध्यान दें।
महेंद्रगढ़ स्कूल बस हादसे पर बड़ी कार्रवाई
11 Apr, 2024 06:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महेंद्रगढ़। नारनौल में कनीना के गांव उन्हाणी के पास आज एक दर्दनाक बस हादसे में छह स्कूली बच्चों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जिला शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त को निलंबित कर दिया गया है।
महेंद्रगढ़ के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के सहायक सचिव प्रदीप कुमार को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने बस ड्राइवर धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में स्कूल संचालक होशियार सिंह और प्रिसिंपल दीप्ति को हिरासत में लिया गया है।
वहीं घटना पर शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि आदेशों की अवहेलना करने वालों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके अलावा सभी स्कूल संचालकों से स्वयं प्रमाणित शपथ पत्र देना होगा। उन्होंने कहा कि इस घटना में जिम्मेदार बस चालक, स्कूल संचालक व प्राचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं स्कूल की मान्यता भी रद्द की जाएगी।
कारण बताओ नोटिस जारी किया गया
सीमा त्रिखा ने कहा कि राष्ट्रीय अवकाश के दिन स्कूल खोलने पर जीएल पब्लिक स्कूल प्रबंधक को मान्यता रद करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। हादसे का शिकार हुई स्कूल बस का 2018 के बाद का प्रदूषण सहित फिटनेस नहीं है। अब स्कूल प्रबंधक शपथ पत्र देंगे। स्कूल प्रबंधक स्कूल चलाएं लेकिन जिम्मेदारी से निभाएं।
शराब का सेवन नहीं करने को लेकर शपथ पत्र
उन्होंने कहा कि वाहन तय मापदंड के अनुसार हैं या नहीं हैं। यह भी अब सभी स्कूल प्रबंधक शपथ पत्र के माध्यम से जिलाशिक्षाधिकारी को सुनिश्चित कराएंगे। स्कूल प्रबंधक शपथ पत्र देंगे कि मां सरस्वति के मंदिर में काम करने के समय शराब का सेवन नहीं करेंगे। अभिभावक बच्चों को आंख बंद करके बस में बैठाते हैं। बस स्कूल प्रबंधक की मानी जाएगी, ठेकेदार की नहीं मानी जाएगी।
घटना में जान गंवानेवालों की हुई पहचान
वंश (14 वर्ष), पिता- दुष्यंत
रिकी (13 वर्ष), पिता- रविंद्र
अंशु (17 वर्ष), पिता- संदीप कुमार
याक्षु (14 वर्ष), पिता- संदीप कुमार
युवराज (15 वर्ष), पिता- संजय
सत्यम शर्मा (17 वर्ष), पिता- राकेश शर्मा
समुद्र में जहां इंसान नहीं पहुंच सकते, वहां पहुंचेंगे अमेरिकी ड्रोन
11 Apr, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिका ने एक अंडरवाटर ड्रोन तैयार किया है। जो लंबे समय तक समुद्र में रह सकता है। जहां मानव को किसी भी माध्यम से नहीं भेजा जा सकता है। वहां तक ड्रोन की पहुंच होगी। इस ड्रोन का उपयोग समुद्र के अंदर खोजबीन, रिसर्च और जासूसी के लिए किया जाएगा। यह ड्रोन हथियार का भी काम कर सकेंगे।
अमेरिका के एडवांस डिफेंस एजेंसी द्वारा इसे तैयार किया गया है। इस ड्रोन को विशालकाय समुद्री मछली मांटा रे की तरह आकार दिया गया है। इसे मांटा रे अंडरवाटर व्हीकल के रूप में जाना जाएगा। इसे फोल्ड करके कहीं पर भी ले जाया जा सकता है। समुद्र के अंदर बिना किसी आवाज के लंबे समय तक यह कार्य कर सकता है।
इसके पहले सिंगापुर के वैज्ञानिकों ने जो ड्रोन बनाया था, वह एक रोबोट था। वह लचीले पंखों के साथ पानी मे तैर सकता था। हाल ही में अमेरिका ने जो ड्रोन तैयार किया है। उसकी बॉडी एक ऐसी धातु से तैयार की गई है। जो समुद्र की गहराई में भारी दबाव में रहते हुए, अपने सभी काम, बिना बाधा के कर सके। इसमें कभी जंग भी नहीं लगेगी। समुद्री खोज और समुद्री जासूसी के लिए अमेरिका इसका सफलतम उपयोग करने की रणनीति बनाई है।
रुस ने फिर निभाई दोस्ती....चीन के विरोध के बाद भी भारत को दी मिसाइल ईगला एस
11 Apr, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मास्को । भारत के पुराने और भरोसेमंद दोस्त रूस ने यूक्रेन युद्ध के बीच भारत को सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल ईगला एस की आपूर्ति कर दी है। भारत जल्द ही इस मिसाइल को हिमालय में चीन के खिलाफ तैनात करेगा। यह मिसाइल कहीं भी आसानी से ले जाई जा सकती है, और कंधे पर रखकर फायर की जा सकती है। इसके जरिए फाइटर जेट, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को निशाना बनाया जा सकता है। रूस ने इस मिसाइल की आपूर्ति उस समय पर की है, जब चीन और भारत के बीच तनाव काफी बढ़ा हुआ है। वहीं यूक्रेन युद्ध के बीच रूस और चीन के बीच दोस्ती बिना किसी लिमिट वाली हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह मिसाइल देना दिखाता है कि चीन के साथ करीबी होने के बाद भी रूस भारत के साथ दोस्ती को कमजोर नहीं करने जा रहा है। भारतीय सेना ने साल 2021 में सबसे पहली बार इस सोवियत डिजाइन वाली मिसाइल का इस्तेमाल शुरू किया था। चीन के साथ 4 साल से चल रहे तनाव के बीच भारत कंधे पर रखकर दागे जाने वाली मिसाइल को बड़े पैमाने पर खरीद रहा है। इसके पहले साल 2020 में गलवान हिंसा के दौरान भारत के कई जवान शहीद हो गए थे। विशेषज्ञों का कहना है कि रूस का यह मिसाइल देना दिखाता है कि दोस्ती के बाद भी चीन हथियार मामले में रूसी नेतृत्व को भारत के खिलाफ झुका नहीं पाया। चीन भारत को हथियार बेचने का रूस से विरोध करता रहा है, लेकिन पुतिन ने साफ कह दिया है कि वह ड्रैगन की इस बात को नहीं मानने वाले हैं।
ऑब्जरवर रीसर्च फाउंडेशन के नंदन उन्नीकृष्णन ने कहा, आम जनता को इस समझौते की असली शर्तें नहीं पता हैं, लेकिन आम राय यही है कि किसी हथियार को देने से पहले रूस उसके इस्तेमाल के संबंध में कोई शर्त नहीं लगाता है। उन्होंने कहा कि अब तक रूस और चीन के रिश्तों ने भारत और रूस के बीच रक्षा भागीदारी को प्रभावित नहीं किया है। हाल ही में भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल फिलीपींस को बेची है जिस रूस के साथ मिलकर बनाया है। फिलीपींस के साथ चीन का तनाव चल रहा है और मनीला का अमेरिका के साथ रक्षा समझौता भी है। बताया जा रहा हैं कि फिलीपींस जल्द ही ब्रह्मोस मिसाइल को दक्षिण चीन सागर में दादागिरी दिखा रहे चीन के खिलाफ तैनात करेगा। फिलीपींस के पूर्व रक्षा मंत्री डेलफिन लोरेंजाना का कहना है कि दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस उनके देश की संप्रभुता के खिलाफ किसी दुस्साहस का करारा जवाब देगी। वहीं अमेरिकी प्रोफेसर क्रिस्टोफर क्लारी का कहना है कि रूस पर चीन के बढ़ते प्रभाव और भविष्य में होने वाले असर से भारत चिंतित हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत को इस बात से चिंतित होना चाहिए कि अगर कोई बड़ा सैन्य टकराव होता है, तब चीन रूस पर हथियारों की आपूर्ति को रोकने के लिए अपना पूरा दबाव डाल सकता है।
आज ईद....इसके पहले पाकिस्तान ने कर दी लाख पुलिस फोर्स की तैनाती
11 Apr, 2024 11:34 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । पाकिस्तानी आवाम को लगातार आतंकी हमले का खतरा सता रहा है। इसकारण आनन-फानन में पाकिस्तानी सरकार ने मस्जिदों के बाहर और बाजारों में एक लाख पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी अधिकारियों ने ईद-उल-फितर की छुट्टी से पहले देश भर में मस्जिदों और बाजारों में 100,000 से अधिक पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है।
अधिकारियों ने कहा कि हालांकि पाकिस्तान में ईद के मौके पर आतंकी हमले विरले ही होते हैं, लेकिन खुफिया एजेंसियों ने गृह मंत्रालय को अलर्ट कर दिया है कि आतंकवादी ईद की छुट्टी का इस्तेमाल नागरिकों, सरकारी और सैन्य भवनों और पुलिस आवास परिसरों को निशाना बनाने के लिए कर सकते हैं। पाकिस्तान में हाल के वर्षों में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है, जिसमें से ज्यादातर की जिम्मेदारी पाकिस्तानी तालिबान और अलगाववादियों द्वारा ली गई है, जो मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत से संचालित होते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में उन स्थानों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां हाई-प्रोफाइल हस्तियों के ईद की नमाज अदा करने की उम्मीद है। बता दें कि ईद-उल-फितर पाकिस्तान में गुरुवार को मनाई जाएगी। मंगलवार को चांद नहीं दिखी, इसकारण बुधवार को ईद नहीं मनी। ईद के मौके पर पाकिस्तान में तीन दिवसीय छुट्टी ऐलान किया गया है। वहीं, अफगानिस्तान में सुरक्षा बढ़ा दिए गए हैं। गृह मंत्रालय के तालिबान प्रवक्ता अब्दुल मतीन कानी ने कहा कि अफगानिस्तान में ईद-उल-फितर के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेनाएं पूरी तरह सतर्क हैं। उन्होंने कहा कि मस्जिदों सहित सभी भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बल तैनात रहने वाले है।
वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक और इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज के प्रबंध निदेशक अब्दुल्ला खान ने कहा कि उन्हें संभावित आतंकी हमलों के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं है, मगर आतंकवादी सॉफ्ट टारगेटेस को निशाना बना सकते हैं, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग मस्जिदों और खुले स्थानों पर नमाज अदा करते हैं और ईद मनाते हैं।
खुल गई पीएम जस्टिन ट्रूडो की पोल.....भारत ने ही चीन ने किया था चुनाव में हस्तक्षेप
11 Apr, 2024 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओटावा । कनाडाई सरकारी मीडिया ने कनाडा की सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (सीएसआईएस) के दावों से कहा था कि भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने 2019 और 2021 में कनाडा के संघीय चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की। भारत कनाडाई मीडिया के इन दावों को पूरी तरह नकार चुक है। लेकिन अब कनाडा की उसके ही दस्तावेजों ने पोल खोल दी है। कनाडा के चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप के आरोपों से जुड़ी आधिकारिक जांच में निष्कर्ष निकला है कि भारत ने कनाडा की राजनीति में हस्तक्षेप की कोशिश नहीं की। जांच में सामने आया हैं कि देश में 2021 के चुनावों की निगरानी करने वाले वरिष्ठ कनाडाई अधिकारियों के एक पैनल को भारत की ओर से राष्ट्रीय चुनावों को प्रभावित करने के किसी भी प्रयास के बारे में नहीं सूचित किया गया था। एक चुनाव अधिकारी ने जांच पैनल को बताया, मुझे विश्वास नहीं है कि 2021 के चुनाव के दौरान हमने भारत सरकार की ओर से अभियान में इसतरह के टूल्स के इस्तेमाल के सबूत देखे थे।हालांकि इसी गवाही के मुताबिक कनाडा की इंटेलिजेंस एजेंसी ने पाया कि चीन ने पिछले दो चुनावों में हस्तक्षेप किया था। कनाडा की सुरक्षा खुफिया सेवा की ओर से भारत पर आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद यह सच्चाई सामने आई है। 2019 और 2021 के जिन चुनावों की बात हो रही है उसमें पीएम जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को जीत हासिल हुई थी। जब से चीन की इस चुनाव में भूमिका की खबर आई है, तब से कनाडा में विपक्ष नाराज है। रिपोर्ट्स से नाखुश विपक्षी विधायकों के दबाव में ट्रूडो ने विदेशी हस्तक्षेप की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया है। भारत ने पहले दावों का खंडन किया था और कहा था कि वह अन्य देशों की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप नहीं करता।
ईरान को क्यों हो रहा अपने दो दोस्त रूस और सीरिया पर शक
11 Apr, 2024 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेहरान । सीरिया के दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर इजराइली हमले को लेकर ईरान ने अपने दो दोस्तों की भूमिका पर ही सवाल उठाया है। ईरानी आम लोगों के बीच दमिश्क में आईआरजीसी अधिकारियों पर हमले के लिए इजराइल को खुफिया जानकारी देने में रूस और सीरिया की संभावित भागीदारी का शक है। दरअसल 1 अप्रैल को दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हमले पर त्वरित और निर्णायक प्रतिक्रिया के आह्वान के बीच ये अटकलें लग रही हैं। हालांकि ईरानी अधिकारियों और सैन्य कमांडरों ने फिर कहा हैं कि वह इस हमला का जवाब जरूर देगा। रिपोर्ट के मुताबिक, कई अरब मीडिया आउटलेट्स का दावा है कि अगर इजरायल हमास के साथ अपने संघर्ष में राफा पर हमला करने से पीछे हट जाता है, तब ईरान इजरायल से बदला लेने की बात को छोड़ सकता है। ईरानी अखबार के संपादकीय में पूछा गया है, रूस, जो सीरियाई हवाई क्षेत्र को नियंत्रित करता है, ईरानी ठिकानों पर हवाई हमलों को क्यों नहीं रोकता है। सीरिया पर सवाल उठाकर कहा गया है कि पिछले महीनों के दौरान सीरिया में ईरान को बहुत नुकसान हुआ है और यह निश्चित रूप से सीरिया के घुसपैठियों द्वारा किए गए देशद्रोह के कारण है।
अखबार में इसका जिक्र है कि हिजबुल्लाह ने 7 अक्टूबर से इजरायली हवाई हमलों में मारे गए अपने सदस्यों के रूसी और सीरियाई खुफिया विभाग से संपर्क की बात स्वीकारी है। साथ ही सोशल मीडिया पर ऐसी रिपोर्ट भी साझा की गई हैं जो कहती हैं कि सीरियाई अधिकारी चाहते हैं कि ईरान सीरिया छोड़ दें। संपादकीय में इस बात पर जोर दिया गया है कि ईरान की खुफिया और सुरक्षा क्षमताओं को मजबूत किया जाए और भविष्य में इस तरह के दुखद नुकसान को रोकने के लिए इस ओर ज्यादा ध्यान दिया जाए।
इजरायल को आंख दिखाना एर्दोगन को पड़ेगा भारी.....इजरायल ने उठाया यह कदम
11 Apr, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिकी संगठनों से तुर्की में निवेश नहीं करने को कहा
तेलअवीव । गाजा में चल रहे इजरायली हमले के बीच तुर्की और इजरायल के बीच भारी तनाव आ गया है। दोनों व्यापार को लेकर जैसे को तैसा वाले व्यवहार पर उतर चुके हैं। इसकी शुरुआत तब हुई जब गाजा में इजरायली हमले के विरोधी तुर्की ने तत्काल प्रभाव से अपने 54 तरह के उत्पादों को इजरायल में निर्यात पर पाबंदी लगा दी। तुर्की के इस रुख को देखकर इजरायल ने भी तुरंत घोषणा कि वहां तुर्की से आयात करने वाले सामानों पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है।
तुर्की ने जिन 54 उत्पादों के निर्यात पर पाबंदी लगाई है, उसमें एल्यूमिनियम, स्टील, भवन निर्माण के सामान, जेट ईंधन, और केमिकल खाद शामिल हैं।
इस प्रतिबंध से ठीक पहले तुर्की के विदेश मंत्री हकान फिदान ने कहा था कि इजरायल ने तुर्की सेना के कार्गो प्लेन को गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने वाले ऑपरेशन में शामिल होने से रोक दिया है। उन्होंने कसम खाकर कहा कि जब तक गाजा में युद्धविराम नहीं होता और वहां बिनी किसी रुकावट के मानवीय मदद ले जाने की अनुमति नहीं मिलती तब तक इजरायल के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए जाएंगे।
तुर्की के निर्यात प्रतिबंधों पर प्रतिक्रिया देकर इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल कात्ज ने कहा, एर्दोगन फिर गाजा के हमास हत्यारों के समर्थन के लिए तुर्की के लोगों के आर्थिक हितों की बलि दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अमेरिका के संगठनों से संपर्क कर कहा है कि वे तुर्की में निवेश न करें और तुर्की के सामानों का आयात करने से बचें। तुर्की के सांख्यिकी ऑफिस के आंकड़ों के अनुसार साल 2023 में तुर्की ने 5.4 अरब डॉलर का सामान इजरायल को निर्यात किया था। दोनों देशों ने सालों की दुश्मनी भुलाकर साल 2022 में अपने रिश्ते सामान्य किए थे और अपने राजदूतों को एक-दूसरे की राजधानियों में रहने की अनुमति दी थी।
इजरायल पर व्यापार प्रतिबंध उस वक्त में सामने आया है, जब तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन पर इजरायल के साथ व्यापार रोकने का दबाव बढ़ता जा रहा था। आलोचकों का कहना है कि एर्दोगन सरकार दोहरे मापदंड अपना रही है, एक ओर सरकार गाजा में युद्ध के लिए इजरायल पर बड़े आरोप लगा रही है। वहीं दूसरी तरफ, इजरायल के साथ व्यापारिक संबंधों को भी बरकरार रखा है। इस्लामिक नीतियों पर चलने वाले एर्दोगन साल 2003 में सत्ता में आने के बाद से ही इजरायल के खिलाफ मुखर रहे हैं। फिलिस्तीनियों के प्रति इजरायल के रवैये की वहां सख्त आलोचना करते रहे हैं।
जली गुरुग्राम रोडवेज की बस बीच सड़क पर
10 Apr, 2024 06:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
करनाल। (Haryana Roadways Bus Fire Incident) हाईवे स्थित बलडी बाईपास पर खाली खड़ी गुरुग्राम रोडवेज की बस का टायर फटने से भयंकर आग लग गई। देखते ही देखते आग पूरी बस में फैल गई।इस समय चालक और परिचालक बस को सड़क किनारे खड़ी करके पास स्थित टाटा कंपनी में गए थे।
आसपास के लोगों ने दमकल विभाग और पुलिस को सूचना दी। आग बुझाने तक वह पूरी तरह जल चुकी थी। टायर फटने से आग लगना बताया गया है। गनीमत रही कि टायर फटने व आग लगने के दौरान बस में कोई नहीं था।
ईरान प्रॉक्सी मिलिशिया से इजरायल पर करवा सकता है हमला
10 Apr, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल अवीव। ईरान इजराइल पर सीधे हमला नहीं करेगा बल्कि अपनी प्रॉक्सी मिलिशिया से इजरायल पर हमला करवा सकता है। ये संगठन ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल इजरायल को नुकसान पहुंचाने के लिए कर सकते हैं। यह दावा अमेरिका की खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने किया है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी के लोगों का दावा ऐसे समय सामने आया है, जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इजराइल की ओर से हाल ही में सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हमले में ईरान के शीर्ष जनरल समेत सात लोगों की मौत हो गइ थी। ईरान ने इस हमले का बदला लेने की कसम खाई है। ईरान की चेतावनी से इजरायल में सेनाएं अलर्ट हो गई हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी खुफिया जानकारी से जुड़े लोगों ने कहा कि इजरायल पर ईरानी हमला सीधे तौर पर ईरान के बजाय ईरानी प्रॉक्सी बलों करेंगे। तेहरान इससे सावधान है और अमेरिका या उसके सहयोगियों को कोई मौका नहीं देना चाहता है, जिससे वह उस पर सीधे जवाबी हमला कर सकें। ईरान और उसके प्रॉक्सी मिलिशिया समूह अमेरिकी सैनिकों या संपत्तियों पर हमला करने के लिए तैयार नहीं दिखते हैं लेकिन ईरान के पास अपनी सभी प्रॉक्सी सेनाओं पर पूर्ण कमान और नियंत्रण नहीं है। इसलिए अमेरिकी संपत्तियों पर हमले की संभावना से पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि इजरायली हमले के जवाब में मिलिशिया ग्रुप अमेरिका और उसके सहयोगी क्षेत्र में इजरायली और अमेरिकी संपत्तियों के खिलाफ संभावित हमले की तैयारी कर रहे हैं। अमेरिकी खुफिया का कहना है कि ईरान ने अपने कई प्रॉक्सी मिलिशिया समूहों से ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके इजरायल के खिलाफ एक साथ बड़े पैमाने पर हमला करने को कहा है। इस हमले को वो इसी हफ्ते या जल्द से जल्द अंजाम देना चाहते हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि हमले के लिए वे रमजान खत्म होने तक इंतजार कर रहे हैं।
सूत्र का दावा है खतरा साफ और विश्वसनीय है। उन्होंने हमले को अंजाम देने के लिए यूनिट बना ली हैं और सही समय का इंतजार कर रहा हैं। राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय ने इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की है। कार्यालय ने इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की है तो इसका खंडन भी नहीं किया है।
चंद्रयान-3 मिशन टी को मिला जॉन एल ‘जैक’स्विगर्ट जूनियर अवॉर्ड
10 Apr, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। चंद्रयान-3 मिशन को सफल बनाने वाले वैज्ञानिकों का अमेरिका में बजा डंका। भारत की चंद्रयान-3 मिशन टीम को अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए प्रतिष्ठित 2024 जॉन एल ‘जैक’ स्विगर्ट जूनियर पुरस्कार मिला है। कोलोराडो में वार्षिक अंतरिक्ष संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह के दौरान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्य दूत डीसी मंजूनाथ ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले पहले देश के रूप में, इसरो द्वारा विकसित मिशन चंद्रयान-3 मानवता की अंतरिक्ष अन्वेषण आकांक्षाओं को समझ और सहयोग के लिए नए क्षेत्रों तक विस्तारित करता है। स्पेस फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने जनवरी में पुरस्कार की घोषणा के समय कहा था-अंतरिक्ष में भारत का नेतृत्व दुनिया के लिए प्रेरणा है। चंद्रयान-3 टीम के अग्रणी कार्य ने अंतरिक्ष अन्वेषण के स्तर को फिर बढ़ा दिया है। चंद्रयान की लैंडिंग हम सभी के लिए एक मॉडल है। बधाई हो।
बता दें कि भारत ने पिछले साल अगस्त महीने में मिशन चंद्रयान-3 के तहत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर इतिहास रच दिया था और चांद के इस क्षेत्र पर उतरने वाला वह दुनिया का पहला देश बन गया था. इसरो के इस कदम की पूरी दुनिया में सराहना की गई थी और पूरी दुनिया ने भारत की इस कामयाबी का लोहा माना था।
सऊदी अरब से पाकिस्तान को झटका....कश्मीर राग में नहीं दिया साथ
10 Apr, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सऊदी । पाकिस्तान के साथ संयुक्त बयान में सऊदी अरब जम्मू-कश्मीर पर भारत के रुख का समर्थन करता दिखाई दिया। सऊदी ने भारत और पाकिस्तान से अपने बकाये मुद्दों को द्विपक्षीय रूप से हल करने का आग्रह किया। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच बैठक के बाद दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया। पाकिस्तान के नवनिर्वाचित पीएम शरीफ अपने पहले विदेश दौरे के तहत सऊदी अरब पहुंचे। हालांकि कश्मीर मुद्दे को लेकर सऊदी अरब ने उन्हें झटका दिया है।
क्राउन प्रिंस ने कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा बताया है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा है कि इस मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को बातचीत से सुलझाना होगा। क्राउन प्रिंस का यह रुख शाहबाज के साथ 7 अप्रैल को बैठक हुई। बातचीत के बाद संयुक्त बयान में आया है। पाक अब तक कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में जनमत संग्रह का राग अलापता रहा है। लेकिन, भारत इस मसले पर द्विपक्षीय बातचीत का समर्थन करता है।
कनाडा में भारतीय मूल के सिक्ख कारोबारी गिल की गोली मारकर हत्या
10 Apr, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोरंटो । भारतीय मूल के कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक बूटा सिंह गिल की कनाडा के एडमॉन्टन शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक गिल के करीबी दोस्त ने कहा कि गिल शहर के एक सिख मंदिर के एक प्रमुख सदस्य थे और उनके पंजाबी समुदाय के साथ मजबूत संबंध थे।
वहीं, शहर के कैवनघ इलाके में दिन के समय हुई गोलीबारी में एक अन्य व्यक्ति की भी मौत हो गई, जिसकी पहचान तत्काल नहीं हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिल के पास एडमोंटन स्थित एक लक्जरी होम बिल्डिंग कंपनी गिल बिल्ट होम्स लिमिटेड का स्वामित्व था।
गोलीबारी के तुरंत बाद एक्स पर पोस्ट में कहा गया, पुलिस नागरिकों से कैवनघ ब्लव्ड एसडब्ल्यू और 30 एवेन्यू एसडब्ल्यू के क्षेत्र से बचने के लिए कह रही है, जबकि पुलिस दोपहर के आसपास आवासीय क्षेत्र में हुई गोलीबारी की जांच कर रही है। फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं। इस समय सार्वजनिक सुरक्षा के लिए कोई तत्काल चिंता नहीं है और प्रतिक्रिया देने वाले अधिकारियों ने घटनास्थल को सुरक्षित कर लिया है।
पुलिस ने अपराधी के बारे में कोई विवरण नहीं दिया गोलीबारी के बाद, लगभग 50 लोग, जिनमें से अधिकांश दक्षिण एशियाई गृह-निर्माता समुदाय से थे, घटनास्थल पर एकत्र हुए। इस घटनाक्रम पर पूर्व नगर पार्षद मोहिंदर बंगा ने कहा कि गिल, जिन्हें वह कई वर्षों से जानते थे, की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब वह निर्माण स्थल पर अपने श्रमिकों की जाँच कर रहे थे।
रिपोर्ट के अनुसार, बंगा ने कहा कि पीड़ित का पंजाबी समुदाय के साथ मजबूत संबंध था और वह एक धार्मिक और मददगार व्यक्ति था। बग्गा ने कहा, वह किसी भी स्थिति में मदद की जरूरत वाले किसी भी व्यक्ति की मदद करने के लिए तैयार और इच्छुक था। वह सेंट अल्बर्ट ट्रेल पर हमारे सिख मंदिर के एक प्रमुख सदस्य थे। बंगा ने कहा, (पंजाबी समुदाय, पूर्वी भारतीय समुदाय एक घनिष्ठ समुदाय है, और वे सभी यहां रहना चाहते हैं ताकि, आप जानते हैं, अगर वे किसी भी तरह से मदद कर सकते हैं। गिल अपने पीछे पत्नी, बेटी और एक बेटा छोड़ गए हैं।