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जापान में सिखाया जाता है बच्चे पैदा करना और पालना
6 Jan, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोक्यो। जापान का नागी दुनिया का अनोखा शहर है, जहां महिलाओं और पुरुषों को बच्चे पैदा करना और पालना सिखाया जा रहा है। इसके बदले उनसे शुल्क लिया जाता है। पहले बच्चे के लिए 420 डॉलर, दूसरे बच्चे के लिए 210 डॉलर। इससे ज्यादा बच्चे हों तो कोई पैसा नहीं। यहां हर महिला सिर्फ मां है। उसके पास ढेर सारे बच्चे हैं। वह हर किसी के बच्चों का ख्याल मां की तरह ही रखती है। अगर कोई अपने बच्चों को यहां के स्कूल में दाखिला कराता है तो बच्चों को लाखों रुपये वजीफा दिया जाता है। ऐसा सिर्फ इसलिए ताकि जन्मदर बढ़ाई जाए। जापान उन देशों में शामिल है, जो जन्मदर बढ़ाने के लिए तमाम तरह के तोहफे दे रहे हैं। युवाओं से अपील की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करें। क्योंकि इस मुल्क की तकरीबन 30 फीसदी आबादी बुजुर्ग हो चुकी है। 2 फीसदी लोगों की उम्र तो 100 के भी पार जा चुकी है। ऐसी स्थिति में नागी शहर चमत्कार की तरह सामने आया है। यहां जन्मदर जापान में सबसे ज्यादा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, 6,000 से कम आबादी वाले इस शहर में पेरेंट्स बच्चे पैदा करने के गुर सीखने के लिए जा रहे हैं। उन्हें कैसे पाला जाए, इसके बारे में जानकारी ले रहे हैं।
यहां एक कमेटी बनी हुई है, जो बच्चों की देखभाल करती है। उन्हें बेस्ट फैसिलिटी देती है, ताकि उनका मानसिक और शारीरिक विकास ठीक से हो सके। नागी हमेशा ऐसा नहीं था। सिर्फ 5 साल पहले यहां भी जापान के अन्य शहरों की तरह जन्मदर काफी कम थी। लेकिन इसी बीच सरकार ने अहम ऐलान किया। सरकार कपल्स को बच्चे पैदा करने पर इनाम के तौर पर लाखों रुपये देने लगी। दिलचस्प बात यह थी कि यह राशि हर बच्चे के जन्म के साथ बढ़ जाती थी। पहला बच्चा हुआ तो 60 हजार रुपये और अगर आपने 5वां बच्चा किया तो 2.5 लाख रुपये मिलने लगे। उसके बाद स्थिति बदल गई। जापान के अन्य शहरों में जहां जन्मदर दोगुनी है तो नागी शहर तीन गुनी। यह चमत्कार से कम नहीं। उसके बाद लोग यहां बच्चे पैदा करने और उन्हें पालने के गुर सीखने आने लगे।हालात ये हैं कि लोग यहां पर अपने बच्चों का दाखिला तक कराते हैं। इन बच्चों को सालाना 80 हजार से डेढ़ लाख रुपये रुपये वजीफा दिया जाता है।जिन लोगों को यहां बच्चा पैदा होता है, उन्हें जन्म के बाद एकमुश्त भुगतान दिया जाता है। जो प्रत्येक अगले बच्चे के जन्म के साथ दोगुना से अधिक हो जाता है।
सेंट पीटर्सबर्ग का तापमान 74 साल के निचले स्तर पर
5 Jan, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सेंट पीटर्सबर्ग । रूस के दूसरे सबसे बड़े शहर सेंट पीटर्सबर्ग में तापमान -25.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है, शहर के मुख्य मौसम पूर्वानुमानकर्ता अलेक्जेंडर कोलेसोव ने टेलीग्राम चैनल पर बताया कि शहर में 74 वर्षों में इतनी ठंड नहीं देखी गई। एक समाचार एजेंसी ने पूर्वानुमानकर्ता का हवाला देते हुए बताया कि पिछला रिकॉर्ड 4 जनवरी 1950 से कायम था, जब लेनिनग्राद में तापमान -25.1 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था। गुरुवार को पूरे सेंट पीटर्सबर्ग में तापमान -25 डिग्री सेल्सियस था, शहर के दक्षिणी और पूर्वी इलाकों में तापमान -28 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। लेनिनग्राद ओब्लास्ट के उत्तरपूर्वी हिस्से में तापमान -36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
अंजू के निजी मामलों में हस्तक्षेप किये बिना साथ रहना चाहता है नसरुल्ला
5 Jan, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । पाकिस्तान निवासी प्रेमी नसरुल्ला से विवाह पश्चात स्वदेश लौटी अंजू अपने बच्चों और भारतीय पति अरविंद से अपेक्षित संबंध सुधारने में जुटी हैं। अंजू का कहना है कि बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए वह अरविंद के साथ निर्णायक फैसला लेना चाहती हैं ।हालांकि अंजू ने अभी तक अरविंद से तलाक लेने की कोई बात नहीं कही है, उसका कहना है कि तलाक की चर्चा बाद में होगी।
अंजू के भारत लौटने के बाद से लगातार सवाल पूछा जा रहा है कि वह फिर से पाकिस्तान जाएंगी या फिर नसरुल्ला भारत आएगा। अंजू ने तो पाकिस्तान वापसी पर बहुत खुलकर कुछ नहीं कहा है लेकिन नसरुल्ला ने अब खुलकर भविष्य के प्लान के बारे में बताया है।
भारत आने की योजना को लेकर नसरुल्ला ने बताया कि जल्दी ही वीजा के लिए आवेदन करने जा रहा है। नसरुल्ला का कहना है कि वह अंजू के साथ रहना चाहता है लेकिन भारत में उसके निजी मामलों में शामिल नहीं होना चाहता । नसरुल्ला ने कहा है कि उसके और अंजू के बीच बातचीत हो रही है और जल्दी ही दोनों मिलेंगे।
नसरुल्ला ने कहा कि अगर अंजू उसको भारत बुलाती है तो वह भारत आने को तैयार है। अगर अंजू फिर से पाकिस्तान लौटती है तो वह उसके इस फैसले का भी स्वागत करेगा। नसरुल्ला ने कहा है कि अंजू के साथ उसके संबंधों को लेकर कई तरह की बातचीत की जा रही है लेकिन उनमें कोई सच्चाई नहीं है। नसरुल्ला ने साफ किया है कि दोनों के बीच रिश्ते अच्छे हैं,उनके और अंजू के बीच कोई मनमुटाव नहीं है।
अंजू भारत के राजस्थान की और नसरुल्ला पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा का निवासी है। दोनों की करीब दो साल पहले फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। इसके बाद अंजू ने पाकिस्तान जाने का फैसला किया। एक महीने के लिए गई अंजू ने वहां जाकर वीजा का समय बढ़वा लिया और चार महीने से ज्यादा समय तक वहां रहीं।बता दें कि अंजू ने नसरुल्ला के साथ दुबई में बसने की इच्छा का भी इजहार किया है।
यूएई की कार्यवाही को अधिकांश पाकिस्तानियों ने बताया उचित
5 Jan, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तान के 950 लोगों को एक जहाज में भरकर दुबई से पाकिस्तान भेज दिया है। यूएई के इस फैसले पर कुछ लोगों ने पाकिस्तानियों की गलती बताई है तो कुछ ने संयुक्त अरब अमीरात के कदम को असंवेदनशील बताया। वहीं पाकिस्तान के लोगों ने मामले में भारत और पाकिस्तान की तुलना भी की है। कई पाकिस्तानियों ने कहा कि भारत की दुनिया में इज्जत है लेकिन पाकिस्तान की कोई इज्जत नहीं रह गई।
पाकिस्तान सूत्रों ने बताया कि पहले तो सऊदी पाकिस्तानियों को बाहर भेजता था लेकिन अब यूएई ने भी 950 लोगों को लात मारकर फेंक दिया है। पाक मूल के ब्रिटिश नागरिक ने कहा कि पाकिस्तानी अपनी हरकत की वजह से दूसरे मुल्कों में जलील होते हैं। पाकिस्तान के लोग बाहर जाकर भीख मांगते और कायदे कानून तोड़ते हैं। ऐसे में क्यों न उनको लोग वापस भेजें। पाकिस्तानियों ने अपने लोगों के साथ-साथ यूएई की सरकार पर भी गुस्सा निकाला है।
वहीं एक पाकिस्तानी बुजुर्ग ने कहा कि यूएई को अपने फैसले पर शर्म आनी चाहिए। पाकिस्तान एक इस्लामी मुल्क है और यूएई को इसका ध्यान रखना चाहिए। पाकिस्तान में दहशतगर्द इंडिया और दूसरे देश भेज रहे हैं। दूसरे देशों के भेजे एजेंट पाकिस्तान में जुल्म कर रहे हैं।
एक अन्य पाकिस्तानी ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के मीडिया में जिस तरह से ये खबर छपी है, उसमें जिस प्रकार हमारा जमकर मजाक उड़ाया गया है उस पर हमारे राजनेताओं को ध्यान देना चाहिए। वहीं एक दूसरे पाकिस्तानी ने कहा कि हम सऊदी और यूएई में जाकर बेईमानी करते हैं तो वहां के कानून में फंस जाते हैं।
यूरोप में ठंड से टूटा 25 वर्ष का रिकॉर्ड, स्वीडन में बुधवार को जनवरी की सबसे ठंडी रात की गई दर्ज
5 Jan, 2024 12:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूरोपीय देशों में स्वीडन के क्विक्कजोक-अरेनजारका में पारा शून्य से 43.6 डिग्री सेंटीग्रेड नीचे गिर गया। यह स्वीडन में 25 वर्षों में दर्ज जनवरी का सबसे कम तापमान है। उधर, अधिक ठंड और बर्फीले तूफान के कारण स्कैंडिनेविया में स्कूलों को बंद कर दिया गया, जबकि पश्चिमी यूरोप में तेज हवाओं और भारी बारिश के चलते बाढ़ में एक की मौत हो गई।
बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन नॉर्डिक क्षेत्र में तापमान शून्य से 40 डिग्री सेंटीग्रेड नीचे गिर गया। पूरे नॉर्डिक क्षेत्र में परिवहन बाधित होने से कई पुल बंद हैं और कुछ ट्रेनें व नौका सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं। डेनमार्क में पुलिस ने मोटर चालकों से अनावश्यक यात्राओं से बचने का आग्रह किया हैै। साइबेरिया, आर्कटिक क्षेत्र की शीतलहर पश्चिमी रूस में भी पहुंच गई है, जिससे तापमान शून्य से 30 डिग्री सेंटीग्रेड नीचे गिर गया है।
स्वीडन में सबसे ठंडी रात उत्तरी लैपलैंड में जल संकट
स्वीडन में बुधवार को 25 वर्षों में जनवरी की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई। उत्तरी लैपलैंड क्षेत्र में तापमान शून्य से 38.7 सेल्सियस नीचे जाने से पानी के पाइप जमने से जलसंकट कई घटनाएं सामने आईं हैं। इस कारण टाम्परे शहर में लोगों को बिना पानी के रहना पड़ रहा है। कुछ दिन यही स्थिति रह सकती है।
ब्रिटेन, आयरलैंड, नीदरलैंड में हैन्क तूफान
पश्चिमी यूरोप के कुछ हिस्सों में तूफान ने कहर बरपाया। ब्रिटेन, आयरलैंड और नीदरलैंड ‘हेन्क’ तूफान की गिरफ्त में हैं।
दो ट्रेनों की भीषण टक्कर से बड़ा हादसा, पटरी से उतरे डब्बे, तीन लोगों की हुई मौत
5 Jan, 2024 12:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंडोनेशिया के मुख्य द्वीप जावा पर शुक्रवार को दो रेलगाड़ियां आपस में टकरा गईं। अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में ट्रेन के डब्बे पलट गए, जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है।
अब तक तीन लोगों की मौत
राष्ट्रीय रेलवे पीटी केरेटा एपी इंडोनेशिया के प्रवक्ता अयेप हनापी ने कहा कि यह दुर्घटना पश्चिम जावा के बांडुंग शहर में सिकलेंग्का ट्रेन स्टेशन से लगभग 500 मीटर की दूरी पर हुई। उन्होंने कहा कि पूर्वी जावा प्रांत की राजधानी सुरबाया से बांडुंग जा रही एक ट्रेन ने सिसलेंग्का स्टेशन से पदालारंग की ओर जा रही एक कम्यूटर ट्रेन को टक्कर मार दी। पश्चिम जावा पुलिस के प्रवक्ता इब्राहिम टोम्पो ने कहा, लगभग तीन लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
घायलों को अस्पताल में किया गया भर्ती
इस घटना का वीडियो सामने आया है। उसमें दिखाया गया कि कई गाड़ियां पलट गईं और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। एम्बुलेंस घायलों को निकाल के अस्पताल ले जाती हुई नजर आई रही थी। एक गाड़ी पास के खेत में जा गिरी। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। इंडोनेशिया के पुराने रेल नेटवर्क पर अक्सर ट्रेन दुर्घटनाएं होती हैं।
दक्षिण कोरिया पर दागे गए 200 से अधिक तटीय तोपखाने गोले
5 Jan, 2024 12:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दक्षिण कोरिया पर शुक्रवार की सुबह लगातार 200 से अधिक तटीय तोपखाने गोले दागे गए हैं। दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उत्तर कोरिया ने उनपर गोले दागे हैं। दो दक्षिण कोरियाई द्वीपों के निवासियों को एक अज्ञात स्थिति के कारण खाली करने का आदेश दिया गया था।
दक्षिण कोरिया ने अपने बयान में कहा कि गोलीबारी के कारण दक्षिण कोरिया से किसी नुकसान की खबर नहीं है। गोले उत्तरी सीमा रेखा (NLL) के उत्तर में गिरे, जो दोनों कोरिया के बीच समुद्री सीमा है।
कोरियाई द्वीपों के निवासियों को खाली करने का आदेश
दो दक्षिण कोरियाई द्वीपों के निवासियों को एक अज्ञात स्थिति के कारण खाली करने का आदेश दिया गया था। निवासियों को भेजे गए एक पाठ संदेश और एक द्वीप अधिकारी द्वारा पुष्टि की गई, जिसमें शुक्रवार को दोपहर 3 बजे (0600 GMT) से दक्षिण कोरियाई सैनिकों द्वारा की जाने वाली नौसैनिक गोलीबारी का हवाला दिया गया।
योनप्योंग द्वीप के एक अधिकारी, जो विवादित उत्तरी सीमा रेखा (एनएलएल) समुद्री सीमा के ठीक दक्षिण में स्थित है, ने कहा कि दक्षिण कोरियाई सेना के अनुरोध पर निकासी का आदेश दिया गया था। रिपोर्टों के मुताबिक, दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया ने उनकी विवादित समुद्री सीमा पर तोपखाना अभ्यास किया है।
2010 में उत्तर कोरिया ने किया हमला
2010 में, उत्तर कोरियाई तोपखाने ने येओनपयोंग द्वीप पर कई राउंड गोलीबारी की, जिसमें दो नागरिकों सहित चार लोगों की मौत हो गई, यह 1953 में कोरियाई युद्ध समाप्त होने के बाद से अपने पड़ोसी पर सबसे भारी हमलों में से एक था। उत्तर कोरिया ने उस समय कहा था कि उसे उकसाया गया था दक्षिण कोरियाई लाइव-फायर अभ्यास द्वारा हमला, जिसने उसके क्षेत्रीय जल में गोले गिराए।
टोक्यो के हानेडा एयरपोर्ट पर दो विमानों की हुई टक्कर, सफलतापूर्वक रेसक्यू किए गए कुछ यात्रियों ने सुनाई आपबीती।
4 Jan, 2024 03:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नए साल के पहले दिन जापान में भूकंप ने जबरदस्त तबाही मचाई तो दूसरे दिन टोक्यो में एक भीषण विमान हादसा हो गया। विमान दुर्घटना की तस्वीर देखकर दुनिया दंग रह गई। मंगलवार को टोक्यो के हानेडा एयरपोर्ट के रनवे पर दो विमान आपस में टकरा गए।
टक्कर के बाद जापान एयरलाइंस के विमान में आग लग गई। पूरी एयरलाइंस एक आग के गोले में तब्दील हो गई। विमान से धुएं का गुबार उठने लगा। जापान एयरलाइंस की उड़ान जेएएल-516 में कुल 379 लोग सवार थे।
यात्रियों ने जान बचाने के लिए विमान से कूदने का फैसला कर लिया और विमान से यात्री इमरजेंसी दरवाजे से बाहर निकलने लगे। दरवाजे से बाहर निकलने के बाद यात्री खुले मैदान में भागने लगे। गनीमत रही कि विमान में सवार सभी 379 यात्री अपनी जान बचाने में कामयाब रहे।
पांच मिनट के भीतर विमान से बाहर आए सभी यात्री
महज पांच मिनट के भीतर ही सभी यात्रियों को विमान से बाहर रेस्क्यू किया गया। विमान में मौजूद क्रू मेंमबर्स की चौकसी ने यात्रियों की जान बचा दी। हालांकि, यात्रियों को अपने सामना विमान में ही छोड़कर कूदना पड़ा।
विमान में शामिल यात्रियों ने सुनाई आपबीती
जापान एयरलाइंस के विमान में सवार 17 वर्षीय स्वीडिश एंटोन डेइबे ने स्वीडिश अखबार आफ्टनब्लाडेट को बताया," कुछ ही मिनटों में पूरा केबिन धुएं से भर गया। हम खुद फर्श पर लेट गए, फिर आपातकालीन दरवाजे खोले गए और हम बाहर कूद गए।"
विमान में मौजूद 17 वर्षीय यात्री स्वेड एंटोन डेइबे ने कहा,"टक्कर के बाद विमान में अफरा-तफरी मच गई। केबिन के अंदर हर तरफ धुआं फैल गया। आग लगने के बाद हम फर्श पर लेट गए और तुरंत इमरजेंसी दरवाजा खोला गया। विमान से बाहर आने के बाद हम भागने लगे। हालांकि, हमें यह पता नहीं था की हम कहां जा रहे हैं।"
59 वर्षीय यात्री सातोशी यामाके ने जानकारी देते हुए बताया,"मुझे लगा कि शुरुआती टक्कर में हवाई जहाज एक तरफ झुक गया था।" वहीं, एक महिला यात्री ने कहा,"मैं ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगा कि मैं बच नहीं पाऊंगी।"
यात्री श्री यामाके ने कहा,"इतनी अफरातफरी की वजह से सभी को बाहर निकलने में लगभग पांच मिनट लग गए। उन्होंने कहा, "मैंने देखा कि आग ने करीब 10, 15 मिनट में पूरे विमान में फैल गई थी।"
वहीं एक अन्य यात्री ने बताया," हम केवल यह कह सकते हैं कि यह एक चमत्कार था, हम मर सकते थे"।
जापानी तटरक्षक विमान में मौजूद पांच लोगों की हुई मौत
हालांकि, दुर्घटना में शामिल दूसरा विमान जापानी तटरक्षक विमान था। इस विमान में सवार 6 क्रू मेंमबर्स में से पांच की मौत हो गई। कोस्ट गार्ड का विमान भूकंप प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री पहुंचाने जा रहा था। कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जापान कोस्ट गार्ड के विमान ने यात्री विमान को टक्कर मार दी थी।
टेक्स्ट बुक 90 इवेक्वेशन ट्रेनिंग ने बचाई यात्रियों की जान
कुछ मिनटों में 379 यात्रियों को बाहर निकालने के लिए विमान के क्रू मेंबर्स ने जो सूझबूझ और चतुराई दिखाई उसकी काफी चर्चा हो रही है। सभी यात्रियों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू करना कोई किस्मत की बात नहीं थी बल्कि क्रू मेंमबर्स को मिली टेक्स्ट बुक 90 इवेक्वेशन की ट्रेनिंग थी।
विमान सुरक्षा के जानकार और यूके के क्रैनफील्ड विश्वविद्यालय में सुरक्षा और दुर्घटना जांच के प्रोफेसर ग्राहम ब्रेथवेट ने बताया कि आमतौर पर विमान को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि आपात कालीन स्थिति में पूरे विमान को 90 सेकंड में खाली किया जा सके।
जेएएल के एक पूर्व फ्लाइट अटेंडेंट ने बीबीसी को बताया कि क्रू मेंमबर्स को कमर्शियल फ्लाइट्स में सर्विस की इजाजत देने से पहले उन्हें तीन सप्ताह तक कठोर ट्रेनिंग से गुजरनी पड़ती है। इस दौरान क्रू मेंमबर्स की लिखित परीक्षा और टेक्स्ट बुक 90 इवेक्वेशन प्रोसेस की ट्रेनिंग दी जाती है।
श्रीलंका में चीन के जासूसी जहाजों को एंट्री नहीं
4 Jan, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलम्बो। भारत ने हिंद महासागर क्षेत्र में बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल की है। श्रीलंका ने चीन के जासूसी जहाजों की एंट्री पर एक साल के लिए रोक लगा दी है। चीन का जासूसी जहाज शियांग सेंग हॉन्ग 3 इस महीने के अंत में श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह में आने वाला था।
पिछले दो साल के दौरान चीन के दो बड़े जासूसी जहाजों ने श्रीलंका के हंबनटोटा और कोलंबो बंदरगाहों पर लंगर डाला था। कोलंबो के डिफेंस स्टाफ कॉलेज के अटॉर्नी इंदिका परेरा का कहना है कि चीन के जासूसी जहाजों की श्रीलंका में आवाजाही और लंगर डालने के बारे में भारत कई बार विरोध दर्ज करा चुका है। अमेरिका ने भी श्रीलंका को चेताया था। परेरा के अनुसार श्रीलंका ने भारत और अमेरिका की तरफ से कड़ी आपत्ति दर्ज कराने के बाद चीन के जहाजों पर रोक का कदम उठाया है।
जहाज हिंद महासागर क्षेत्र की मैपिंग करते हैं
चीन के जासूसी जहाज हिंद महासागर की मैपिंग के लिए श्रीलंका में लंगर डालते हैं। श्रीलंका के दक्षिण में हिंद महासागर के अथाह विस्तार में पेट्रोलियम, गैस और मिनरल के भंडार हैं। चीन इनका डेटा जमा करता है। जहाजों से डेटा सैटेलाइट के जरिए चीन पहुंचता है। वहां से डेटा को प्रोसेस करके नेवी को दिया जाता है।
समुद्र में पहुंच बढ़ाने का चीन का बड़ा गेम प्लान
चीन का पूर्वी क्षेत्र प्रशांत महासागर में खुलता है। शेष चीन का 70 प्रतिशत हिस्सा लैंड लॉक है। हिंद महासागर के व्यापारिक और सामरिक क्षेत्र में चीन का गेम प्लान श्रीलंका और पाकिस्तान के ग्वादर के जरिए समुद्र में पहुंच बढ़ाना है। 2023 में चीन के 25 जासूसी शिप ने हिंद महासागर में लंगर डाले थे।
16 साल की लडक़ी से वर्चुअल गैंगरेप
4 Jan, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन। ब्रिटेन में पहली बार एक 16 साल की लडक़ी से मेटावर्स में रेप का मामला सामने आया है। ब्रिटिश पुलिस के मुताबिक,पीडि़ता का आरोप है कि एक वर्चुअल रिएलिटी गेम में कुछ अनजान लोगों ने उसके अवतार के साथ गैंगरेप किया। इस दौरान उसे शारीरिक तौर पर तो कुछ नुकसान नहीं पहुंचा है, लेकिन अधिकारियों के मुताबिक उसके दिमाग पर रेप पीडि़ता जितना ही गहर असर पड़ा है। पीडि़ता ने वर्चुअल रिएलिटी हेडसेट पहन रखे थे। मेटावर्स में रेप के बाद ये पहला मामला है, जिसमें पुलिस जांच कर रही है।
जापान में अब लैंडस्लाइड का खतरा
4 Jan, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टाकियो। जापान में 1 जनवरी को आए 7.6 तीव्रता के भूकंप के बाद अब भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। जापान के मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि भूकंप से कई सडक़ें, इमारतें तबाह हुई हैं। ऐसे में बारिश से मलबा निचले इलाकों में बह सकता है। जिससे लैंडस्लाइड हो सकती है। इशिकावा में नए साल के पहले दिन आए भूकंप के बाद सुनामी आ गई थी। वाजिमा शहर में करीब 4 फीट ऊंची (1.2 मीटर) लहरें उठीं थीं। हालांकि 1 जनवरी की शाम को सरकार ने सुनामी की हाईएस्ट वॉर्निंग वापस ले ली थी। वहीं, भूकंप से अब तक 64 लोगों की मौत हो चुकी है।
ईरान में 2 धमाके, 81 लोगों की मौत, 171 घायल
4 Jan, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेहरान । ईरान के केरमन शहर में बुधवार को दो धमाकों में 81 लोग मारे गए। 171 घायल हुए हैं। यह धमाके रिवोल्यूशनरी गाड्र्स (ईरान की सेना) के पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी के मकबरे पर हुए। पुलिस ने कहा- यह फिदायीन हमला था। इसकी जांच की जा रही है।
बुधवार को कासिम सुलेमानी की मौत की चौथी बरसी थी। दरअसल, 3 जनवरी 2020 को बगदाद हवाई अड्डे पर अमेरिकी हवाई हमले में शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इसी लिए बुधवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान एक के बाद एक दो बड़े धमाके हुए।
हर तरफ चीख-पुकार मच गई
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, पहला धमाका साहेब अल-जमान मस्जिद के पास हुआ। इसके थोड़ी देर बाद ही दूसरा विस्फोट भी हुआ। धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। घटनास्थल पर धुएं का अंबार देखा गया। थोड़ी ही देर में इलाका मृतकों और घायलों से पट गया। हर तरफ चीख-पुकार मच गई। यह वही जगह है, जहां कासिम सुलेमानी को दफनाया गया था।
भगदड़ में भी कई लोग घायल हुए
दावा किया गया कि कासिम सोलेमानी की कब्र के पास धमाके हुए। हालांकि, विस्फोट के कारण के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। विस्फोटों के बाद मची भगदड़ में भी कई लोग घायल हुए हैं। बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस साल दिल्ली को मिलेगा एक और म्यूजियम
3 Jan, 2024 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अमेरिका से भारत वापस लाए गए 300 से अधिक पुरावशेष जल्द ही जनता पुराना किला में देख सकेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर पिछले साल अमेरिका ने अलग अलग हिस्सों में इन्हें भारत को सौंप दिया था। इन पुरावशेष में अधिकतर मूर्तियां हैं।इन ऐतिहासिक मूर्तियों को पुराने किले में रखा जाएगा जिसकी तैयारियां की जा रही हैं।अप्रैल तक यहां म्यूजियम शुरू कर देने की भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) की योजना है। पुराना किला में पहले से भी इसी तरह का एक म्यूजियम है। जहां विदेश से वापस लाईं गई कई मूर्तियों को रखा गया है। पुराना किला की बात करें तो यह किला भी अपने आप में एक इतिहास है। दिल्ली का यह पहला किला है जिसका मुगलों से बहुत पहले का लंबा इतिहास है और यह बात हवा हवाई में नहीं की जा रही है, इसके पूरे प्रमाण हैं। पुराना किला के टीले पर कभी बने महल से पांडवों ने अपनी राजधानी चलाई है। धार्मिक ग्रंस्थों के अनुसार यह वही स्थान है जहां पांडवों की राजधानी थी। इस समय को पांच हजार साल पुराना माना जा रहा है। इसी से संबंधित साक्ष्य जुटाने के लिए पुराना किला में 1955 से अब तक छह बार खोदाई हुई है। आजादी के बाद से लेकर अभी तक छह बार इसके इतिहास को लेकर साक्ष्य जुटाने के लिए खोदाई हुई है।अभी तक करीब 3100 साल पहले से यहां बसावट के प्रमाण मिल चुके हैं। अमेरिका से लाई गईं मूर्तियों की बात करें तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर न्यूयार्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास को कुछ साल पहले अमेरिकी अधिकारियों ने जो मूर्तियां लौटाई थीं, वे भारत आ चुकी हैं और पुराना किला में पहुंचा दी गई हैं। बहुत सी कलाकृतियां 11वीं शताब्दी से 14वीं शताब्दी की अवधि के बीच की हैं। कुछ पुरावशेष 2000 ईसा पूर्व के हैं। टेराकोटा का एक फूलदान दूसरी शताब्दी का है। करीब 45 पुरावशेषष ईसा पूर्व दौर के हैं। कांस्य संग्रह में मुख्य रूप से लक्ष्मी नारायण, बुद्ध, विष्णु, शिव पार्वती और 24 जैन तीर्थंकरों की प्रसिद्ध मुद्राओं की अलंकृत मूर्तियां हैं। देवताओं के अलावा कंकलामूर्ति, ब्राह्मी और नंदीकेश की भी मूर्तियां हैं।इन कलाकृतियों में तीन सिर वाले ब्रह्मा, रथ पर आरूढ़ सूर्य, शिव की दक्षिणामूर्ति, नृत्य करते गणेश की प्रतिमा भी है।इसी तरह खड़े बुद्ध, बोधिसत्व मजूश्री, तारा की मूर्तियां हैं। जैन धर्म की मूर्तियों में जैन तीर्थंकर, पद्मासन तीर्थंकर, जैन चौबिसी के साथ अनाकार युगल और ढोल बजाने वाली महिला की मूर्ति शामिल हैं।
देश में पिछले पांच दशक में सबसे ज्यादा बरोजगारी: प्रियंका कक्कड़
3 Jan, 2024 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने रोजगार और बेरोजगारी के स्तर को लेकर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल में देश में बेरोजगारी दर पिछले पांच दशक में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयानों और बेरोजगारी के स्तर को लेकर उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर यह दावा किया है। मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने झारखंड में पीएम मोदी की 2014 में एक जनसभा में दिए भाषण को लेकर कहा कि उस समय उन्होंने झारखंड की महिलाओं की दुर्दशा, युवाओं में व्याप्त बेरोजगारी और उनकी महानगरों में स्थिति का जिक्र करते हुए चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि बीजेपी की सरकार बनी तो वो झारखंड में ही रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। ताकि यहां की महिलाओं व अकुशल श्रमिकों को दूसरे शहरों जाकर रहने के की जलालत न झेलनी पड़े। प्रिंयका कक्कड़ ने मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल के दौरान स्थिति सुधरने के बजाय और ज्यादा खराब हुए हैं। उन्होंने कहा कि 2023 में दिल्ली में टैक्सी ड्राइवर, पनवारी की दुकान या घर में वर्तन मांजने वाली माताओं और बहने आज भी राजधानी से बाहर के ही हैं। मोदी सरकार ने साल 2014 में मेक इन इंडिया योजना की शुरुआत की थी। इस योजना पर 450 करोड़ का खर्च भी किया। इसके पीछे मोदी सरकार ने दो मकसद तय किए थे। पहला साल 2022 तक मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में योगदान 25 प्रतिशत तक पहुंचाना। 10 करोड़ जॉब्स पैदा करना। प्रियंका कक्कड़ ने सवाल उठाते हुए पूछा कि साल 2014 में मैन्यूपफक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में 17 फीसदी योगदान था। साल 2019 में घटकर 13.6 प्रतिशत हो गया। साल 2022 में यह और घटकर 13.32 प्रतिशत रह गया। यह दिखाता है कि हमारे देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर भारी संकट में है। उन्होंने कहा कि मोदी राज में जितना योगदान मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में योगदान है, उतना योगदान तो 1970 में भी था। साफ है कि मोदी सरकार के कार्यकल में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का योगदान पिछले पांच दशक में सबसे कम है।
संपर्क में रहने की अवधि बढ़ा सकती कोविड संक्रमण की संभावना को
3 Jan, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । एक्सपोज़र के बाद सार्स-कोव-2 ट्रांसमिशन की संभावना को समझने के लिए ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इंग्लैंड और वेल्स में 70 लाख संपर्कों के साथ एनएचएस कोविड ऐप के डेटा का उपयोग किया। ताजा अध्ययन से पता चला है कि निकटता से अधिक, कोविड वाले लोगों के संपर्क में रहने की अवधि संक्रमण की संभावना को बढ़ा सकती है।
अधिक दूरी पर लंबे एक्सपोज़र से नजदीकी दूरी पर कम एक्सपोज़र के समान जोखिम है। रिपोर्ट किए गए सकारात्मक परीक्षण से पुष्टि किए गए संचरण की संभावना शुरू में एक्सपोज़र की अवधि (1.1 प्रतिशत प्रति घंटा) के साथ रैखिक रूप से बढ़ी और कई दिनों तक बढ़ती रही। हालांकि अधिकांश संपर्क कम अवधि के थे, ट्रांसमिशन आमतौर पर एक घंटे से लेकर कई दिनों तक चलने वाले एक्सपोज़र के परिणामस्वरूप हुआ था।
संपर्कों में परिवारों का योगदान लगभग 6 प्रतिशत था, पर प्रसारण में हिस्सेदारी 40 प्रतिशत थी। ऑक्सफोर्ड के मेडिसिन विभाग के लुका फेरेटी ने कहा, “पर्याप्त तैयारी के साथ, डिजिटल संपर्क अनुरेखण के आधार पर सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को सूचित करने वाले जोखिम के गोपनीयता-संरक्षण वाले सटीक विश्लेषण, एक नए रोगज़नक़ के उभरने के कुछ सप्ताह के भीतर किए जा सकते हैं।” अध्ययन में अप्रैल 2021 और फरवरी 2022 के बीच ऐप से 70 लाख कोविड संपर्कों का विश्लेषण किया गया, जिसमें 2.3 करोड़ घंटे का एक्सपोज़र और 2,40,000 सकारात्मक परीक्षण शामिल थे।