मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, उफान पर नर्मदा, मालाखेड़ी के पुल से आवागमन बंद
16 Sep, 2023 12:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नर्मदापुरम । जिले में रुक-रुककर हो रही भारी वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चौबीस घंटे में 18 सेमी तक बारिश हो चुकी है। पूर्वी मप्र समेत कई इलाकों में हो रही भारी बारिश से नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ बढ़ रहा है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। उधर, जिले के सिवनी मालवा शिवपुर के पास मोरन नदी उफान पर आने से 7 ग्रामीण फंस गए। जिन्हें होमगार्ड की रेस्क्यू टीम ने बाहर बाहर निकाला। वहीं मवेशियों को नदी से बाहर निकलने का प्रयास जारी है । होमगार्ड कमांडेंट राजेश कुमार जैन ने बताया की होमगार्ड सैनिकों को तैनात किया गया है। मालाखेड़ी के आगे पुल पर पानी आने से मार्ग बंद कर दिया गया है।
बैतूल में आटो रिक्शा सहित चार लोग बहे
16 Sep, 2023 10:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश के बैतूल जिले में भारी बारिश के कारण बोरदेही थाना क्षेत्र की भैसई नदी में बाढ आई हुई। उफान पर चल रही नदी को पार करने के चक्कर में आटो समेत चार लोग बह गए। पुलिस और प्रशासन की टीम तलाश में जुटी हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, लगातार हो रही बारिश के कारण आमला विकासखंड के छिपन्या- पिपरिया मार्ग पर भैंसई नदी उफान पर है । नदी के पुल पर पानी होने के बाद भी शुक्रवार को शाम करीब 4.30 बजे एक आटो चालक और उसमे सवार तीन लोगों ने पुल को पार करने का प्रयास किया।उसी दौरान पानी के तेज बहाव से आटो पुल के किनारे पर आ गया और देखते ही देखते चारों लोग आटो सहित नदी में बह गए। सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और नदी में बहने वालों की तलाश शुरू की गई है। बोरदेही थाना प्रभारी सरविन्द धुर्वे के अनुसार नदी में बहने वालों में आटो चालक इमरत पन्द्राम समेत गणेश इरपाचे,रामसिंग विश्वकर्मा के नाम सामने आए हैं। जिले के चिचोली विकासखंड में आने वाले ग्राम चूना हजूरी के शासकीय स्कूल में शुक्रवार को कक्षा 11 वीं और 12 वीं की त्रैमासिक परीक्षा देने के लिए ग्राम गवा झड़प से सात विद्यार्थी पहुंचे थे। शाम 4.30 बजे परीक्षा देने के बाद स्कूल से निकलने के बाद से उनका कहीं पता नहीं चल पा रहा है। जानकारी मिलने के बाद प्रशासन और पुलिस के द्वारा उनका पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। डीपीसी संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूल के शिक्षक द्वारा सभी बच्चों को नदी नालों में बाढ़ के कारण स्कूल या गांव में ही रिश्तेदारों के घर रुकने के लिए कहा था। ग्राम चूना हजूरी से गवाझड़प गांव की दूरी सात किमी है। रास्ते में पांच नाले और एक नदी भी पड़ती है। गवाझड़प गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल नहीं है, इसलिए यहां के विद्यार्थी चूनाहजूरी के स्कूल जाते हैं। शुक्रवार को तेज वर्षा होने पर भी त्रैमासिक परीक्षा देने के लिए सतपाल मंगूलाल उइके, मधु जिराती इवने, छाया गोपाल यादव, सुषमा सुनील यादव, दीपिका बकस इवने, दीपिका मनोहरी मर्सकोले और शिवकुमार धरमसिंग उइके स्कूल गए थे।संभावना है कि सभी बच्चे पास के ग्राम चिखली और ढूमका में ही रिश्तेदारों के घर ठहर गए हैं। नेटवर्क की समस्या है इस कारण बीईओ, बीआरसी और शिक्षकों को रवाना किया गया है। बच्चों के घर ना पहुंचने से स्वजन चिंतित हैं।
मेमू ट्रेन में लगी आग, दो कोच जले
16 Sep, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश के रतलाम रेलमंडल अंतर्गत गुजरात के दाहोद स्टेशन से आनंद तक चलने वाली -09350 मेमू स्पेशल ट्रेन में आग लग गई। इस हादसे में रेल के दो कोच जल गए, लेकिन सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया। यह घटना शुक्रवार सुबह जेकोट स्टेशन पर हुई। ट्रेन के सुबह 11:45 बजे जेकोट पहुंचने पर गार्ड ने कोच के कंपार्टमेंट के नीचे आग लगती देख तत्काल सभी यात्रियों को बाहर निकलने के लिए कहा गया। अचानक आग लगने की खबर सुनकर यात्रियों में हडकंप मच गया। कंट्रोल व फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। फायर ब्रिगेड की टीम 12:30 बजे स्टेशन पर पहुंची और आधे घंटे में आग पर काबू पाया। आग लगने से मेमू के पीछे के दो कोच पूरी तरह जल गए। हालांकि यात्रियों के समय पर उतरने से जनहानि टल गई। जल हुए दो कोच हटाने के बाद ट्रेन को 1:14 बजे रवाना किया गया। 22 अप्रैल को भी रतलाम से डा. आंबेडकर नगर (महू) जाने वाली 09390 डेमू ट्रेन में जनरेटर कोच में आग लग गई थी। तब ट्रेन के प्रीतमनगर में खड़े होने के कारण यात्री ट्रेन से उतरकर सुरक्षित स्थान पर चले गए थे। रेलमंडल जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि मेमू ट्रेन में आग लगने के मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।मालूम हो कि मेमू व डेमू ट्रेन में हाट एक्सेल के चलते आग लगने, धुंआ निकलने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसके पीछे पर पर्याप्त मेंटेनेंस नहीं होना भी एक वजह है।
राजधानी सहित मप्र के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना
16 Sep, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, सागर संभाग के जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं अति भारी बारिश भी हो सकती है। रीवा, शहडोल, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में मध्य स्तर की बारिश होने के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रुक-रुककर बारिश का सिलसिला एक सप्ताह तक बना रह सकता है। गहरा कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी मध्य प्रदेश में आ गया है। मानसून द्रोणिका भी इस मौसम प्रणाली से होकर जा रही है।उधर, शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक पचमढ़ी में 146 मिमी यानी करीब छह इंच वर्षा हुई है, जो कि नौ घंटे में दर्ज की है। बैतूल में 89, नर्मदापुरम में 87, सिवनी में 65, छिंदवाड़ा में 55, भोपाल में 47, नरसिंहपुर में 38, रायसेन में 28, सागर में 27, इंदौर में 12, जबलपुर में 10.2, मलाजखंड एवं रतलाम में 10, सतना एवं सीधी में आठ, रीवा में सात, दमोह में छह, खंडवा में पांच, मंडला में चार, खजुराहो में 1.2, उज्जैन में एक, धार में 0.5, गुना में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। धान की फसल के लिए बारिश अमृत बन गई है। उधर, कृषि विज्ञानियों ने किसानों से खेतों में पानी के निकास की व्यवस्था करने की सलाह दी है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में पूर्वी मप्र पर सक्रिय हो गया है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, कोटा से पूर्वी मप्र पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर संबलपुर, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। एक अन्य द्रोणिका दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से लेकर कम दबाव के क्षेत्र से होकर उत्तरी ओडिशा तट तक जा रही है। एक अन्य द्रोणिका दक्षिणी कोंकण से कम दबाव के क्षेत्र से होकर मध्य महाराष्ट्र तक बनी हुई है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी हरियाणा में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से पूरे मप्र में झमाझम वर्षा होने की संभावना बन गई है।इस सीजन में एक जून से लेकर शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में 805.7 मिलीमीटर वर्षा हुई है। जो सामान्य वर्षा (894.4 मिमी.) की तुलना में 10 प्रतिशत कम है। पूर्वी मप्र में 926.5 मिमी. वर्षा हुई है। जो सामान्य वर्षा (983.2 मिमी.) के मुकाबले छह प्रतिशत कम है। पश्चिमी मप्र में 712.9 मिमी. वर्षा हुई है। जो सामान्य (826.1 मिमी.) की तुलना में 14 प्रतिशत कम है। मानसून ब्रेक की स्थिति बनने के कारण पांच सितंबर को मप्र में औसत से 19 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी, लेकिन 10 दिन से रुक-रुककर जारी वर्षा के कारण अब सामान्य से सिर्फ 10 प्रतिशत कम वर्षा रह गई है। कृषि विशेषज्ञ एवं पूर्व संचालक कृषि डा. जीएस कौशल ने बताया कि धान की फसल के लिए यह वर्षा अमृत की तरह है। उधर, लगातार वर्षा होने से खेतों में पानी भरने लगा है। इससे सोयाबीन, उड़द, मूंग आदि की फसल के गलने का खतरा है। इस वजह से किसानों को चाहिए कि वह खेतों में पानी के निकास की व्यवस्था करें।
भारत के सस्टेनेबल फ्यूचर के मॉडल को प्रसारित करें प्रवासी भारतीय - राज्यपाल
15 Sep, 2023 08:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि भारतीयता की वैश्विक दृष्टि और सस्टेनेबल फ्यूचर के मॉडल को दुनिया भर में प्रसारित किया जाना चाहिए। वैश्विक शांति और मानवता के कल्याण के लिए भारतीय दर्शन, संस्कृति और जीवन मूल्यों की सॉफ्ट पावर से दुनिया को परिचित कराने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका महत्वपूर्ण है। राज्यपाल लंदन प्रवास के दौरान फ्रेंड्स ऑफ़ एम.पी. संगठन के सदस्य प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद कर रहे थे। राज्यपाल श्री पटेल की पत्नी श्रीमती नर्मदाबेन पटेल, लंदन के डिप्टी मेयर श्री राकेश अग्रवाल, फ्रेंड्स ऑफ़ एम.पी. संगठन के प्रेसीडेंट श्री रोहित दीक्षित भी उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र कला, साहित्य, राजनीति, व्यापार, विज्ञान, प्रौद्योगिक अर्थ-व्यवस्था और आध्यात्म सभी में प्रवासी भारतीयों की प्रतिभा को दुनिया ने माना है। प्रवासी भारतीयों की उपलब्धियाँ हर भारतीय का गौरव है। यह गर्व की बात है कि मध्यप्रदेश आज देश में सर्वाधिक 19 प्रतिशत से अधिक विकास दर के साथ प्रगति कर रहा है। देश की अर्थ-व्यवस्था में राज्य का योगदान काफी बढ़ गया है। देश के फूड बॉस्केट और लॉजिस्टिक हब की पहचान के साथ ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश की चौथी रैंक है। राज्य की उद्योग संवर्धन नीति निवेश फ्रेंडली है, जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मास्युटिकल, पर्यटन, स्वास्थ्य, कृषि एवं खाद्य प्र-संस्करण और टेक्सटाईल के क्षेत्र में निवेश की अपार सम्भावनाएँ हैं। टैक्स व्यवस्था से अलग सहायता के लिए निवेश प्रोत्साहन योजना है। प्लांट मशीनरी और भवन पर निवेश प्रोत्साहन सहायता दी जा रही है। विकास खंडों में स्थापित होने वाली, निर्यातक इकाइयों, फूड प्रोसेसिंग और रोजगार सृजक इकाइयों को भी सहायता मिलती है। टेक्सटाईल परियोजनाओं को ब्याज अनुदान, औद्योगिक प्रयोजन के लिए विकसित परियोजना को भूमि मूल्य में 50 प्रतिशत की छूट, रोड, पानी, विद्युत संरचना विकास परियोजना व्यय पर 50 प्रतिशत सहायता जैसे अनेक प्रावधान नीति में हैं। औद्योगिक परियोजनाओं के क्रियान्वयन की मानीटरिंग इन्वेस्ट पोर्टल के द्वारा की जाती है। भूमि आवंटन की प्रक्रिया की जी.आई.एस. आधारित व्यवस्था है। समेकित आर्थिक विकास के आदर्श मॉडल के रूप में चंबल एक्सप्रेस-वे विकसित किया जा रहा है। केन्द्र सरकार की दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर योजना में राज्य के नीमच, रतलाम, मंदसौर, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, देवास और राजगढ़ जिले शामिल हैं।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सरकार के विकास प्रयासों को समाज के वंचित और जरूरतमंद तक पहुँचाने में प्रवासी भारतीयों का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। उन्होंने फ्रेंड्स ऑफ़ एम.पी. से अनुरोध किया है कि जनजातीय समुदाय की शिक्षा, स्वास्थ्य और सतत आजीविका प्रयासों को अपनी बौद्धिक और आर्थिक शक्ति से गतिमान करने में सहभागी बने। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व की गतिविधियों के सुचारु और प्रभावी संचालन के लिए कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। प्रवासी भारतीयों की जड़ें भारत भूमि में हैं, यह जितनी अधिक मजबूत होगी, प्रवासी भारतीय भी उतना ही अधिक पुष्पित, पल्लवित होंगे। जरूरी है कि अपनी जड़ों के साथ सतत सम्पर्क बनाए रखें। विदेशों में जन्मी अपनी संतानों को मातृभूमि की माटी की सुगंध की अनुभूति अवश्य कराएं। वर्ष में कम से कम एक बार जरूर मध्यप्रदेश आने का संकल्प करें, कोशिश करें कि प्रदेश प्रवास के दौरान नगरों, ग्रामों के गौरव दिवस आयोजन में शामिल हों।
प्रारम्भ में राज्यपाल श्री पटेल का पुष्प-गुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया गया। राज्यपाल ने फ्रेंड्स ऑफ़ एम.पी. के प्रेसीडेंट श्री रोहित दीक्षित एवं अन्य पदाधिकारियों का शाल एवं गोंडी चित्रकला शैली की पेंटिंग भेंट कर सम्मान किया। राज्यपाल ने फ्रेंड्स ऑफ़ एम.पी. संवाद कार्यक्रम में प्रतिभागियों से मध्यप्रदेश के विकास और जन-कल्याण के सम्बन्ध में विचार और सुझाव प्राप्त किए। उपस्थित प्रतिभागियों ने मध्यप्रदेश से यू.के. के लिए एयर कनेक्टिविटी प्रारम्भ करने का सुझाव भी दिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने सिलेंडर रिफिलिंग योजना का किया शुभारंभ
15 Sep, 2023 08:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहनों को खुशखबरी देते हुए कहा कि रसोई गैस सिलेंडर सिर्फ 450 रूपए में उपलब्ध होगा। उन्होने सिलेंडर रिफिलिंग योजना का शुभारंभ किया। टीकमगढ़ जिले की जतारा तहसील के बिलगांय गाँव की लक्ष्मी रैकवार योजना की पहली हितग्राही बन गई है। केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार और वन राज्य मंत्री राहुल सिंह ने लक्ष्मी रैकवार से 450 रूपये में घरेलू गैस सिलेंडर प्राप्त करने के लिये आवेदन की प्रक्रिया पूरी करवाई। इसी प्रकार टीकमगढ़ के वार्ड नं. 26 की निवासी योजना की दूसरी उज्जवला योजना की हितग्राही अभिलाषा साहू से पंजीयन प्रक्रिया की पूर्ति करवाई।
मुख्यमंत्री चौहान ने साई हॉकी स्टेडियम टीकमगढ़ में आयोजित कार्यक्रम को ओंकारेश्वर से वर्चुअली संबोधित किया तथा टीकमगढ़वासियों को शुभकामनाएँ दीं। वे निरंतर हो रही वर्षा के कारण कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से सम्मिलित नहीं हो पाये।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने टीकमगढ़ में 268 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले नवीन चिकित्सा महाविद्यालय निर्माण का भूमि-पूजन किया। इसकी लागत 268 करोड़ आयेगी, टीकमगढ़ तहसील के ग्राम मधुबन की 35 एकड़ जमीन में बनेगा। इसमें 100 एमबीबीएस सीट की व्यवस्था रहेगी। आधुनिक सुबिधाओं और उपकरणों से यह सुसज्जित रहेगा। मेडिकल कॉलेज के आरंभ होने से टीकमगढ़ सहित आस-पास के जिले भी लाभान्वित होंगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकमगढ़ पहुँचकर आपसे प्रत्यक्ष चर्चा करने की मेरी प्रबल इच्छा थी, पहले भी कार्यक्रम बनाया था परंतु आपसे प्रत्यक्ष चर्चा संभव नहीं हुई। उन्होंने कहा कि आज निरंतर वर्षा के कारण टीकमगढ़ आ पाने में असमर्थ रहा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं शीघ्र ही टीकमगढ़ आकर आपसे रू-ब-रू चर्चा करूंगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने टीकमगढ़वासियों को मेडिकल कॉलेज के लिए बधाई देते हुए कहा कि कॉलेज से प्रतिवर्ष 100 डॉक्टर तैयार होंगे। कुल 66 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में फैला मेडिकल कॉलेज आधुनिकतम उपकरणों से सुसज्जित होगा। मेडिकल कॉलेज के आरंभ होने से टीकमगढ़ सहित आस-पास के जिले भी लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकमगढ़ अपने प्राकृतिक सौन्दर्य और सांस्कृतिक समृद्धता के लिए प्रसिद्ध है। सरकार और टीकमगढ़वासी मिलकर टीकमगढ़ को सुंदर शहर के रूप में विकसित करेंगे।
योजना का लाभ लेने पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैंने अपनी लाड़ली बहनों से राखी पर 450 रूपए में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने का वादा किया था, यह भी कहा था कि यह सुविधा जारी रखी जाएगी। मैंने वह वचन पूरा करते हुए इसके लिए योजना लागू कर दी है। अब लाड़ली बहनों और उज्जवला योजना की हितग्राही बहनों को प्रतिमाह एक सिलेंडर 450 रूपए की दर पर उपलब्ध होगा। बहनों को गैस कम्पनी से विक्रय दर पर ही सिलेंडर लेना होगा। लाड़ली बहनों को अंतर की राशि उनके बैंक खाते में रिफंड की जाएगी। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी बहनों के खाते में अनुदान राशि ऑयल कम्पनी द्वारा डाली जाएगी और यह अनुदान राशि राज्य सरकार द्वारा ऑयल कम्पनी को दी जाएगी। ऐसी लाड़ली बहनें जो उज्जवला योजना की लाभार्थी नहीं है, उनके बैंक खाते में अनुदान राशि सीधे राज्य सरकार डालेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनों को योजना का लाभ लेने के लिए पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा। पंजीयन के लिए एल.पी.जी. कनेक्शन आई.डी. और समग्र आई.डी. की जरूरत होगी। पंजीयन उन सभी केन्द्रों पर किया जाएगा, जहाँ लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है।
हमारी सरकार जो कहती है, वह करती है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार जो कहती है, वह करती है। लाड़ली बहनों को दी जाने वाली राशि में वृद्धि की बात कही थी तद्नुसार अक्टूबर माह में 1250 रूपए खाते में डाले जाएंगे। यह राशि क्रमबद्ध रूप से बढ़ाकर 3 हजार रूपए तक की जाएगी। लाड़ली बहनों की जिन्दगी बेहतर हो सके, यह इस दिशा में प्रयास है। बहनों के जीवन में कोई कष्ट न हो, उनका सम्मान और आत्मविश्वास बढ़े, इस उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएँ और कार्यक्रम क्रियान्वित किए जा रहे हैं। बहनों की पढ़ाई के लिए हर स्तर पर व्यवस्था और प्रोत्साहन, विद्यार्थियों को सायकिल, स्कूटी और लैपटाप के माध्यम से निरंतर प्रोत्साहित किया जा रहा है। उनके मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पर भी राज्य सरकार द्वारा भरवाई जा रही है।
हर कठिनाई में हमारी सरकार आपके साथ है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई का रकबा निरंतर बढ़ा है। अब केन-बेतवा लिंक परियोजना को भी मंजूरी मिल गई है। किसानों को खेती के लिए हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा राज्य सरकार द्वारा किसानों की सहायता स्वरूप निरंतर राशि जारी की जा रही है। हम परिवार की भावना से सरकार का संचालन परिवार की भांति कर रहे हैं। आपके सुख-दुख, हमारे सुख-दुख हैं, हर कठिनाई में राज्य सरकार आपके साथ है। प्रदेशवासी सबका साथ-सबका विकास की प्रतिबद्धता के साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में विकास और जन-कल्याण के मार्ग पर अग्रसर है। विधायक श्री राकेश गिरि ने आभार माना। कार्यक्रम में क्षेत्र के जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
जन आशीर्वाद यात्रा के वाहन के सामने लेट गया कार्यकर्ता, यह था कारण
15 Sep, 2023 07:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छिंदवाड़ा । छिंदवाड़ा में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विरोध का सामना करना पड़ा। भारी वर्षा के बीच जब जन आशीर्वाद यात्रा परासिया पहुंची तो एक कार्यकर्ता यात्रा के वाहन के सामने लेट गया।
परासिया में हुआ विरोध प्रदर्शन
जानकारी के अनुसार भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विशेष विमान से पहुंचे थे। बताया जाता है कि जब यात्रा परासिया पहुंची, तो यहां कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। भमोड़ी में एक कार्यकर्ता वाहन के आगे लेट गया। इसके अलावा भाजपा कार्यालय के सामने भी नाराज लोगों ने नारेबाजी की।
अभी प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ परासिया में
उल्लेखनीय है कि परासिया विधानसभा में वर्तमान में कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है, यहां ताराचंद बावरिया और ज्योति डेहरिया दावेदार हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इसे लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। इसी का विरोध मंत्री के सामने किया गया। इसमें महिलाएं भी शामिल थीं। उनका कहना था कि प्रत्याशी के रूप में ज्योति डेहरिया नहीं चाहिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने ओंकारेश्वर में वैदिक रीति-रिवाज से पूजा अर्चना की
15 Sep, 2023 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एकात्म धाम, ओंकारेश्वर में आदिगुरु शकराचार्य जी की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम के लिए वैदिक रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना की और संतों के साथ यज्ञ शाला में आहुति अर्पित कर विशेष धार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान 18 सितंबर को ओंकारेश्वर में 108 फीट ऊंची आदि गुरु शंकराचार्य जी की बहु धातु की प्रतिमा का अनवारण करेंगे।
उल्लेखनीय है कि चिन्मय मिशन के स्वामी मित्रानंद ने शंकर संदेश वाहिनी के रूप में एक विशेष बस बनवाई, जिसमें आचार्य शंकर की कांस्य प्रतिमा स्थापित की गई इस बस को 29 दिसम्बर 2017 को वैलियानाड, केरल से मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्वामी परमात्मानंद जी, चिन्मय मिशन के स्वामी अयानन्द जी और संस्कृति सचिव मनोज श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाई। यह यात्रा भारत की चारों दिशाओं में स्थित उन चारों मठों में भी गई, जिन्हें आचार्य शंकर ने ही स्थापित किया। इस तरह समाज के बीच कण-कण में शंकर जाग्रत करते हुए, 'एकात्मता की मूर्ति का निर्माण प्रगति पथ पर था। इस तरह आदि गुरु शंकराचार्य की इस 108 फीट ऊंची मूर्ति में उन्हीं का दिया संदेश सर्वं खल्विदं ब्रह्म समाहित हुआ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज को यही ज्ञान प्राप्त हुआ था यही उन्हें गुरु मिले। भारत का मूल संदेश है कि सब में एक ही चेतना है, दो कहीं है ही नहीं, इसलिए हम एक हैं, यह एकात्मता का संदेश पूरे जगत को यहां से जाएगा। अद्वैत वेदांत ही है जो दुनिया को संघर्षों से बचा सकता है और शांति, स्नेह, प्रेम, आत्मीयता का संदेश दे सकता है। मेरा विश्वास है कि एकात्म धाम संघर्ष नहीं शांति, घृणा नहीं प्रेम और समन्वय के संदेश के साथ संपूर्ण विश्व को एक नई प्रेरणा देगा। सब सुखी हो, सबका मंगल हो, सबका कल्याण हो, सब निरोगी रहें यही संदेश यहां जाएगा। एकात्म धाम के रूप में अद्भुत रचना ओंकारेश्वर में हो रही है। पहले चरण में आचार्य भगवन की प्रतिमा का अनावरण होगा, उसके बाद बाकी के कार्य प्रारंभ होंगे।
एकात्मता की मूर्ति की शिल्प विशेषता
यह प्रतिमा 12 वर्ष के किशोर शंकर की 108 फीट ऊंची बहु धातु प्रतिमा है, जिसमें 16 फीट ऊंचे पत्थर से बना कमल का आधार है, 75 फीट ऊंचा पेंडिस्टल का निर्माण है। वहीं प्रतिमा में 45 फीट ऊंचा शंकर स्तम्भ पत्थर पर उकेरे गए आचार्य शंकर की जीवन यात्रा को दर्शाता है। इस मूर्ति के निर्माण में 250 टन से 31GL ग्रेड की स्टेनलेस स्टील का उपयोग हुआ है. साथ 100 टन मिश्रधातु कांस्य में 88 टन तांबा, 4 टन जस्ता और 8 टन टिन का मिश्रण है। इस प्रतिमा में कान्क्रीट के पेडिस्टल को 500 वर्षों का जीवन दर्शाने के उद्देश्य से निर्मित किया गया है। इस मूर्ति में 12 वर्षीय किशोर आचार्य शंकर के भाव भंगिमाएं जीवंत रूप से दिखाई पड़ेंगी, जो जन मानस में एकात्म भाव का संचार करते हुए लोगों के जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भर देगी।
क्या है एकात्मता की मूर्ति की परिकल्पना
आदि गुरु शंकर की प्रतिमा एकात्मता की मूर्ति की कल्पना ने 9 फरवरी 2017 को तब जन्म लिया, जब ओंकारेश्वर में नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान साध्वी ऋतंभरा स्वामी अवधेशानन्द गिरि, स्वामी तेजोमयानंद जैसे अनेक महान संतों के मध्य आदि शंकर की स्मृति का संचार हुआ। इसी दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संतों की उपस्थिति में जनता के सामने शंकर की विशाल प्रतिमा की स्थापना का संकल्प लिया और एकात्मता की मूर्ति की घोषणा की। आचार्य शंकर की अमर स्मृति को धरातल पर उतारने के लिए एक बार फिर मुख्यमंत्री के साथ संतों और विद्वानों की बैठक हुई जिसमें शंकर के विचारों के प्रचार-प्रसार पर केंद्रित सभी गतिविधियों और आयोजनों के लिए 1 मई 2017 को आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के गठन की बात रखी गई।
गोटमार मेले में सौ से ज्यादा लोग घायल, वर्षा भी नहीं रोक सकी उत्साह
15 Sep, 2023 06:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छिंदवाड़ा । प्रशासन की सख्ती, पुलिस की मुस्तैदी और यहां तक कि मूसलाधार वर्षा भी सालों से चली आ रही गोटमार मेले की परंपरा को रोक नहीं सकी।हर साल की तरह इस साल भी जिला मुख्यालय से सौ किमी दूर पांढुर्णा में गोटमार मेले का आयोजन हुआ, जिसमें जाम नदी के किनारे पांढुर्णा और सावरगांव के लोगों ने एक, दूसरे पर जमकर पत्थर बरसाए, इस पत्थरबाजी में सौ से ज्यादा लोग घायल हो गए। सुबह 4.30 बजे चंडी मां की पूजन-अर्चना के बाद जाम नदी के बीचों बीच पलाश का पेड़ लगाकर पूजा-अर्चना की गई। पलाश के पेड़ पर झंडा लगाया गया। जिसके बाद दोपहर करीब 12.45 बजे गोटमार खेल शुरू हुआ। पांढुर्णा और सावरगांव के ग्रामीणों ने एक-दूसरे पर पत्थर बरसाए। जाम नदी के संगम पर वर्षों पुरानी परंपरा चली आ रही है। इस बार निश्चित दायरे में रहकर ही गोटमार खेला गया वर्षा के कारण इस बार मेले में शामिल होने वाले लोगों की कमी रही।
वर्षा के चलते जाम नदी का जलस्तर बढ़ गया है। कलेक्टर मनोज पुष्प और एसपी विनायक वर्मा के अलावा अन्य अफसर भी मेले में मौजूद रहे। मेला स्थल और शहर भर में पुलिस बल तैनात रहां। पांढुर्णा में धारा 144 लागू की गई थी। हथियारों के प्रदर्शन पर भी प्रतिबंध लगाया था। मेला स्थल पर दो एएसपी, 7 एसडीओपी, 10 थाना प्रभारी, 30 एसआई, 50 एएसआई और करीब 500 एसएएफ, होमगार्ड, वन विभाग, जिला पुलिस बल के जवान तैनात रहे। मौके पर 10 एंबुलेंस के साथ डाक्टरों की टीम मौजूद रही। आबकारी विभाग ने अवैध शराब बिक्री रोकने के लिए कार्रवाई की। नदी में पानी होने के कारण इस बार 8 तैराक भी मौजूद रहे। मेले को लेकर प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्था की, ड्रोन कैमरे से मेले की निगरानी की जाती रही।
प्रेमी जोड़ों की कहानी से शुरू हुआ मेला
किवदंती है कि वर्षों पहले पांढुर्णा का युवक सावरगांव की युवती को भगा ले गया था। दोनों जैसे ही जाम नदी पर पहुंचे, तो युवती के परिवार सावरगांव वालों ने युवक पर पत्थरों की बौछार कर दी। जैसे ही, युवक पक्ष को खबर लगी, तो उन्होंने भी बचाव के लिए पत्थर बरसाए। इस पत्थरबाजी में जाम नदी के बीच दोनों की मौत हो गई थी। गांववालों ने उनके शव को मां चंडिका के दरबार में ले जाकर रखा। पूजा-अर्चन के बाद अंतिम संस्कार किया गया। इसी घटना की याद में मां चंडिका की पूजा-अर्चना कर प्रायश्चित स्वरूप एक-दूसरे को पत्थर मारकर गोटमार मेला मनाते हैं। इस परंपरा में अब तक 14 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं।
कुछ परिवार गोटमार मेले को काला दिन मानते हैं
कुछ घरों के परिवार के लोगों में अपनों के खोने का दर्द भी है।मेले में सुबह पांढुर्ना-सावरगांव स्थित जाम नदी के तट पर दो पक्षों के बीच एक-दूसरे पर पत्थर बरसाए जाते हैं।गोटमार मेले के प्रति एक धार्मिक आस्था के सामने पत्थरों की बौछार और खून खराबा कोई मायने नहीं रखता। शहर में कुछ परिवार गोटमार मेले को काला दिन मानते हैं।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल लंदन में अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित
15 Sep, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि उत्कृष्ट एवं असाधारण कार्य का अभिनंदन ही मानवता के विकास का आधार है। मानव जीवन की बेहतरी के लिए सकारात्मक प्रयासों और उत्कृष्ट कार्यों की सराहना समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा उत्कृष्टता के सम्मान की पहल मानव जाति की भलाई के लिए शांति और सद्भाव के प्रयासों को मजबूत करने का सराहनीय प्रयास है।
राज्यपाल श्री पटेल वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा लंदन में ब्रिटिश पार्लियामेंट आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में राज्यपाल श्री पटेल को अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। संपूर्ण विश्व के सामाजिक, शैक्षिक, पर्यावरण, महिला सशक्तिकरण, आध्यात्मिक, पुरातात्विक, ऐतिहासिक, अनुसंधान और विकास और सांस्कृतिक गतिविधियों में अतुलनीय योगदान करने वाली 20 विशिष्ट विभूतियाँ सम्मानित हुईं। समारोह में राज्यपाल की पत्नी श्रीमती नर्मदाबेन पटेल, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री रामदास अठावले भी उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि उत्कृष्टता के लिए किसी प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि किसी भी क्षेत्र का उत्कृष्ट कार्य महान प्रयासों और दक्षता का परिणाम होता है, लेकिन व्यवहारिक जगत में उत्कृष्टता बढ़ाने के लिए कीर्तिमानी प्रतिभाशाली लोगों को सम्मानित करना जरूरी है। उत्कृष्ट कार्यों का सम्मान विजेताओं के उत्कृष्ट कार्यों के अनुसरण के लिए युवाओं और अन्य को प्रेरित और नये कीर्तिमान स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करता है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत व्यक्तियों के असाधारण कार्यों को मान्यता देना एक सराहनीय प्रयास है। श्री पटेल ने विश्व भर में उत्कृष्ट कार्यों की पहचान और उनका दस्तावेजीकरण करने के गहन प्रयासों के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के पदाधिकारियों को बधाई दी। श्री पटेल ने सम्मानित विभूतियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि वे गरीब एवं वंचित वर्ग के कल्याण के लिए निरंतर और बेहतर प्रयास करते रहेंगे। कार्यक्रम में मेम्बर ऑफ़ पार्लियामेंट यू.के. श्री वीरेंद्र शर्मा, आध्यात्मिक नेता श्री राज राजेश्वर गुरूजी, मनोविज्ञानी डॉ. दिवाकर सुकुल, श्री अनुरुद्ध, डिप्टी मेयर लंदन श्री राकेश अग्रवाल, वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के प्रेसीडेंट श्री संतोष शुक्ला, पुरस्कार विजेता एवं गणमान्य जन उपस्थित थे।
आभा से जुडेगी प्रदेश के मरीजों की प्रत्येक जानकारी
15 Sep, 2023 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल, प्रदेश भर के मरीजों की प्रत्येक जानकारियों को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) से जोड़ा जाएगा। इस मिशन की शुरुआत भोपाल और सीहोर से की जाएगी। इन्हें हेल्थ माइक्रो सिटी के रूप में तैयार किया जाएगा। बाद में इनमें इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन जिलों को भी शामिल किया जाएगा। यह जानकारी आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत द डिजिटल हेल्थकेयर रेवोल्युशन कान्क्लेव में दी गई। कान्क्लेव का शुभारंभ लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा प्रभुराम चौधरी ने किया। इसमें विभाग के अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान, आयुक्त डा. सुदाम खाडे और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी अदिति गर्ग समेत में सरकारी व निजी क्षेत्र के डाक्टर, अस्पताल प्रतिनिधि, फार्मासिस्ट, पैथोलाजिस्ट समेत अन्य स्वास्थ्य पेशेवर शामिल हुए। कान्क्लेव में बताया गया कि बीमारी के दौरान डाक्टर ने मरीजों को क्या दवाएं दीं, जांच कहां से हुई और रिपोर्ट में क्या निकला या मरीजों ने किस दुकान से दवाएं लीं, ये सारी जानकारियां अब आनलाइन होगी। प्रदेश में स्वास्थ्य से जुड़ी छोटी सी छोटी जानकारी का हिसाब भी अब डिजिटल प्लेटफार्म पर होगा। माइक्रोसाइट्स ऐसे जिले हैं, जहां सभी स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं (अस्पताल, क्लीनिक), प्रयोगशालाओं व फार्मेसी का एक परिभाषित डिजिटल हेल्थ इको सिस्टम है। इन जिलों में सभी प्रकार के अस्पताल, लैब, फीजियोथेरेपी सेंटर, मेडिकल स्टोर समेत अन्य सभी रजिस्टर होंगे। राज्य में छह माइक्रोसाइट भोपाल, सीहोर, इंदौर जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन शामिल हैं। वहीं देशभर में 100 माइक्रोसाइट प्रोजेक्ट तैयार किए जा रहे हैं। चिकित्सा की आधुनिक और पारंपरिक दोनों प्रणालियों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाले सभी स्वास्थ्य पेशेवरों की जानकारी हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री में सेव होगी। जिसमें चिकित्सक, पैरा-मेडिकल प्रोफेशनल्स समेत अन्य शामिल हैं। वहीं हेल्थकेयर फैसिलिटीज रजिस्ट्री में स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी संस्थानों का रिकोर्ड होगा। जिसमें अस्पताल, क्लीनिक समेत अन्य स्वास्थ्य संस्थाएं शामिल हैं। यह जानकारी एक क्लिक पर देखी जा सकेंगी। कार्यक्रम में आयुष्मान निरामय भारत की सीईओ अदिति गर्ग ने बताया कि इस योजना के तहत सरकारी और निजी क्षेत्रों के डाक्टरों के साथ स्वास्थ्य से जुड़े हर कर्मचारी की आभा आइडी तैयार की जाएगी। इसके साथ ही दवा की दुकानें, फार्मासिस्ट, लैब को भी इस आइडी से जोड़ा जाएगा। ऐसे मे आभा आइडी को क्लिक कर मरीज की बीमारी से लेकर, डाक्टर, दुकानदार, लैब तक की जानकारी मिल जाएगी।
रेडियो कॉलर के बगैर निगरानी संभव नहीं: यादव
15 Sep, 2023 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कूनो अभ्यारण्य में लगातार हो रही चीतों की मौत पर चीता प्रोजेक्ट प्रमुख एसपी यादव ने सफाई दी है कि कूनो में किसी चीते की मौत रेडियो कॉलर से नहीं हुई। उन्होंने ने कहा, इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि किसी चीते की मौत रेडियो कॉलर के कारण हुई है। मैं कहना चाहता हूं कि रेडियो कॉलर के बिना जंगल में निगरानी संभव नहीं है। कूनो नेशनल पार्क में बसाए गए चीतों की लगातार हो रही मौतों के बीच इस प्रोजेक्ट के प्रमुख एसपी यादव का अहम बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि रेडियो कॉलर के कारण एक भी चीता की मौत नहीं हुई। यादव राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के सदस्य सचिव भी हैं। उन्होंने चीता प्रोजेक्ट के एक वर्ष पूरे होने पर श्री यादव ने कहा कि मांसाहारी और जानवरों की निगरानी दुनिया भर में रेडियो द्वारा की जाती है। यह एक सिद्ध तकनीक है। उन्होंने कहा, इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि किसी चीते की मौत रेडियो कॉलर के कारण हुई है। मैं कहना चाहता हूं कि रेडियो कॉलर के बिना जंगल में निगरानी संभव नहीं है। इस तरह की खबरें सामने आ रही थीं कि कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत का कारण रेडियो कॉलर से जुड़ा संभावित संक्रमण हो सकता है। इस पर यादव ने यह सफाई दी है। यादव ने बताया कि कुल 20 चीते नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे, जिनमें से 14 (वयस्क) पूरी तरह से स्वस्थ हैं। चार चीते भारत की धरती पर पैदा हुए थे और उनमें से एक अब छह महीने का है और ठीक है। जलवायु संबंधी कारकों के कारण तीन शावकों की मौत हो गई। इस साल मार्च से कूनो नेशनल पार्क में नौ चीतों की मौत हो गई। यादव ने कहा कि कुनो राष्ट्रीय उद्यान में शिकार या अवैध शिकार के कारण किसी चीते की मौत नहीं हुई। आमतौर पर, इतनी लंबी दूरी के स्थानांतरण में, चीता मर सकता है क्योंकि यह एक संवेदनशील जानवर है लेकिन ऐसी कोई मौत नहीं होती। चीते को एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप में ले जाने का प्रयास कभी नहीं किया गया और यह पहला जंगली से जंगली स्थानांतरण था और इसमें बहुत सारी चुनौतियाँ थीं।
बैतूल जिले में भारी बारिश, नदी-नाले उफान पर, सतपुड़ा और पारसडोह के गेट खोले
15 Sep, 2023 01:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बैतूल । जिले में शुक्रवार सुबह से तेज वर्षा जारी रहने से नदी नालों में बाढ़ की स्थित निर्मित हो गई है। ताप्ती नदी पर बने पारसडोह जलाशय के तीन गेट 70 सेमी की ऊंचाई पर खोल दिए गए हैं। सारनी के सतपुड़ा जलाशय के भी सात गेट 11 फीट की ऊंचाई पर खोलकर तवा नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। सारनी क्षेत्र में मोरडोंगरी नदी के पुल पर पानी आ जाने से आसपास के 10 गांवों का संपर्क सारनी से टूट गया है।
पारसडोह जलाशय के तीन गेट खोले
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री विपिन वामनकर ने बताया कि गुरुवार सुबह से हो रही तेज वर्षा की वजह से पारसडोह जलाशय में जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। सुबह तीन गेट 70 सेमी की ऊंचाई से खोले गए हैं। वर्षा जारी रही तो एक गेट और खोला जाएगा। इससे ताप्ती नदी में जल स्तर बढ़ गया है। आसपास के क्षेत्रों में सूचना दे दी गई है।
सतपुड़ा के सात गेट खोले
सारनी से दीन दयाल गुर्जर ने बताया कि क्षेत्र में तेज वर्षा सुबह से हो रही है। इससे सतपुड़ा जलाशय में जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। जलाशय प्रबंधन के द्वारा सात गेट 11 फीट की ऊंचाई से खोल दिए हैं। इससे तवा नदी में बाढ़ की स्थिति बन गई है। उधर सारनी से चोपना जाने वाले मार्ग भी पानी पुल के ऊपर से बह रहा है। इस वजह से वहां आवाजाही बंद हो गई है।
एमसीयू के दीक्षा समारोह में साढ़े चार सौ विद्यार्थियों को मिली उपाधि, ड्रेस कोड देखकर अभिभूत हुए उपराष्ट्रपति
15 Sep, 2023 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी में बिशनखेड़ी स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) के नए परिसर में पहली बार दीक्षा समारोह का आयोजन शुक्रवार को किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शामिल हैं। सुबह करीब 11 बजे उपराष्ट्रपति एमसीयू पहुंचे और दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संस्थान के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम में प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री राजेंद्र शुक्ल, प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव, सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और संस्थान के कुलपति केजी सुरेश भी उपस्थित हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संस्थान के विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की। जून 2018 से दिसंबर 2022 के उत्तीर्ण विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। कार्यक्रम में विद्याथियों समेत सभी लोग पारंपरिक भारतीय परिधान में पहुंचे। पुरुष विद्यार्थी जहां कुर्ता-पायजामा और सिर पर साफा पहने हैं। वहीं महिला विद्यार्थी साड़ी और साफे में नजर आ रही हैं। समारोह में धारण किए जाने वाले अंग वस्त्र केरल से मंगाए गए हैं।
उपराष्ट्रपति ने ड्रेस कोड की सराहना की
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि इस विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षा समारोह के अवसर मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि दीक्षा समारोह में तीनों मेडल बालिकाओं ने हासिल किए हैं। जो मैंने दुनिया और देश में नहीं देखा, उसे देखकर अभिभूत हूं। यहां विद्यार्थियों के पारंपरिक विधान अंग वस्त्र देख मुझे बहुत खुशी हो रही है। मुझे उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम चारों दिशाओं की झलक यहां दिख रही है। आपके इस ड्रेस कोड को सदा याद रखूंगा। उपराष्ट्रपति ने कहा कि पत्रकारिता समाज सेवा है व्यवसाय नहीं है। सकारात्मक समाचारों को महत्व देना जरूरी है। इस पर सभी को सोचना जरूरी है।
विद्यार्थियों ने ली शपथ
कार्यक्रम में विद्यार्थियों को दीक्षा दी गई। इसमें विद्यार्थियों को शपथ दिलाई गई कि आपको गौरव मिले, जिनसे आपकी विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़े और समस्त मानवता का कल्याण हो। देश के प्रति आपका नैतिक दायित्व है। राष्ट्र के सुख दुख को अपना सुख-दुख समझें अपने चरित्र और बुद्धि के विकास से राष्ट्र को समृद्ध और सुखी बनाएं कि आपकी शिक्षा आपको तेज प्रदान करें और शुभ प्रेरणाय जीवन के विकट संघर्षों में भी आपकी मानवता और विश्वास अटल रहे।
400 से ज्यादा विद्यार्थियों को दी जा रही उपाधि
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पीएचडी स्कालर आलोक कुमार पांडे, दिनेश कुमार राय, निधि जैन, स्निग्धा वर्धन आदि उपाधि प्रदान की गई। छात्रा बागेश्वरी नंदिनी को स्वर्गीय डाक्टर अनिल चौबे स्मृति मेडल से सम्मानित किया गया। अंजली कुमारी को रामेश्वर तिवारी मेडल से सम्मानित किया गया। उपराष्ट्रपति द्वारा 18 पीएचडी स्कालर समेत कुल 21 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई। तीन विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। समारोह के दौरान स्नातकोत्तर व पीएचडी के कुल 443 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी।
नवीन परिसर का लोकार्पण
दीक्षा कार्यक्रम से पहले एमसीयू परिसर में पहुंचकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संस्थान के नवीन परिसर माखनपुरम का लोकार्पण किया। बिशनखेड़ी के पास 50 एकड़ में विश्वविद्यालय का माखनपुरम परिसर बसा हुआ है, जिसमें दो अकादमिक भवन तक्षशिला एवं विक्रमशिला हैं। विश्वविद्यालय के चार-चार मंजिला भव्य इन दो ब्लाक में कुल 10 विभाग संचालित होते हैं। इस साल विश्वविद्यालय द्वारा सिनेमा अध्ययन विभाग शुरू किया गया है। यहां भारतीय भाषा विभाग की भी स्थापना की गई है।
जल्द आ सकती है भाजपा की दूसरी लिस्ट
15 Sep, 2023 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की तैयारियां जोरों पर है। इसी कड़ी में बुधवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक में दूसरी लिस्ट को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, समिति ने 2018 में हारी 103 सीटों में से 64 सीटों पर दावेदारों के नामों पर चर्चा किया। जानकारी के अनुसार करीब 40 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगा दी गई है। अब दूसरी सूची जल्द जारी हो सकती है।
दरअसल, दिल्ली स्थित कार्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। इस बैठक में मप्र के साथ ही छत्तीसगढ़ और राजस्थान को लेकर भी चर्चा की गई है। सूत्रों के मुताबिक, समिति ने मप्र की करीब 40 सीटों पर मुहर लगाई है। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, मप्र विधानसभा चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, सीएम शिवराज सिंह चौहान, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, फग्गन सिंह कुलस्ते मौजूद थे। बता दें कि पिछले चुनाव में हारीं 103 सीटों पर भाजपा पहले उम्मीदवार घोषित कर रही है। पार्टी ने 17 अगस्त को 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में सीटों के साथ ही चुनावी रणनीति पर भी चर्चा की गई। दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में बुधवार को तकरीबन पौने दो घंटे केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पिछले चुनाव में हारी हुई शेष बची 64 सीटों पर चर्चा की गई। बताया जाता है की जिन सीटों पर सिंगल नाम थे उस पर सामुहिक सहमति जताई गई। तकरीबन 40 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मोहर लगाई गई। नाम फाइनल करने के पहले विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया। पार्टी के अंदरूनी सर्वे पर भी उन नामों पर सहमति थी। गौरतलब है कि पिछले दिनों दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के आवास पर भाजपा कोर ग्रुप की बैठक हुई थी, जिसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। बैठक में हारी हुईं 64 सीटों को लेकर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में नेता पुत्रों को भी टिकट देने का मामला सामने आया था, लेकिन तब उस पर निर्णय नहीं हो सका था। केंद्रीय चुनाव समिति ने कोर ग्रुप की बैठक में जिन नामों पर सहमति बनी थी, उसी पर मोहर लगाई है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में जिन 64 सीटों पर चर्चा की गई उनमें से 24 सीटों पर आम सहमति नहीं बन पाई है। बैठक में ग्वालियर-चंबल और निमाड़-मालवा क्षेत्र की हारी हुई सीटों पर पेंच फंसा रहा। इन सीटों पर केंद्रीय चुनाव समिति में सहमति बनने की उम्मीद थी, किंतु इन पर समिति ने चर्चा ही नहीं की। बैठक में हारी हुई जिन 24 दूसरी सीटों को लेकर भी चर्चा हुई, इनमें से अधिकांश ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की हैं, यहां से एक सीट पर दो से तीन दावेदारों के नाम थे, जिससे उन पर किसी भी तरह की चर्चा नहीं की गई और चुनाव समिति को इन सभी सीटों पर एक बार फिर से नामों को लेकर मंथन करने को कहा गया। सूत्रों का कहना है कि किसी रणनीति के तहत कुछ नामों को बाद रोका भी जा सकता है, लेकिन इनकी संख्या 4 से 5 नामों की होगी। बैठक में तय किया गया है कि विधानसभा चुनाव में पिछली बार पंद्रह हजार से ज्यादा मतों से हारने वाले किसी भी नेता को फिर से टिकट देने पर विचार नहीं किया जाएगा। इस फार्मूले के आधार पर मप्र के कई नेता टिकट की लाइन से बाहर हो गए हैं।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि जिन सीटों पर पेंच फंसा है उन पर अमित शाह की निगरानी में चर्चा होगी। भाजपा चुनाव समिति ने जिन प्रमुख उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई उनमें मप्र कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के छिन्दवाड़ा जिले की छिन्दवाड़ा शहर विधानसभा सीट शामिल है। यहां से विवेक साहू को टिकट दिया गया है। मुरैना विधानसभा सीट से रघुराज कंसाना को टिकट दिया गया है। कंसाना सिंधिया खेमे के माने जाते हैं। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के नेता विपक्ष गोविंद सिंह के खिलाफ भिंड जिले की लहार विधानसभा से अमरीश गुड्डू को टिकट दिया गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की खासम खास इमरती देवी को ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा से टिकट दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, झाबुआ की थांदला विधानसभा सीट से कल सिंह, इंदौर जिले की देपालपुर से मनोज पटेल, छतरपुर जिले की राजनगर सीट से अरविंद पटेरिया, सागर जिले की देवरी सीट से बृज बिहारी पटेरिया, ग्वालियर जिले की भीतरवार विधानसभा सीट से मोहन सिंह राठौर को टिकट दिया गया है। जल्द ही भाजपा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी। आपको बता दें, इससे पहले भाजपा 39 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर चुकी है। मप्र विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा कमजोर सीटों को तरजीह दे रही है और उन पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर रही है। ये वो सीटे हैं, जिन्हें भाजपा पिछले विधानसभा चुनावों में हार गई थी।