मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
भोपाल मेट्रो का सिविल वर्क 90 प्रतिशत से अधिक पूरा
9 Aug, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मेट्रो कंपनी ने निर्माण कार्यों की रफ्तार तेज कर दी है। मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन के लिए 25 से 30 अगस्त के बीच पहला रैक इंदौर पहुंचेगा, जबकि भोपाल के लिए 10 सितंबर तक रैक के पहुंचने की संभावना है। अधिकारियों के अनुसार इस रूट पर सिविल वर्क 90 प्रतिशत से अधिक पूरा हो चुका है। फिलहाल स्टेशन के अंदर लिफ्ट लगाने और बिजली से संबंधित कामों को पूरा किया जा रहा है। अंदर से सिविल वर्क पूरा हो चुका है। केवल बारीक काम शेष हैं। भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से सुभाष नगर तक 4.4 किलोमीटर ट्रैक पर मेट्रो का ट्रायल रन होना है। इसके लिए रेलवे ट्रैक और मेट्रो के स्टेशन बनाने का काम तेज कर दिया है। अगस्त के अंत तक इस रूट के सभी स्टेशनों व रूट का सिविल वर्क और पटरी बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। सितंबर 2023 से शुरू होने वाला ट्रायल रन तीन माह तक चलेगा। जनवरी 2024 में मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त इस मार्ग को परखेंगे। उनके संतुष्ट होने के बाद प्रायरिटी कारिडोर पर मेट्रो संचालन की अनुमति दी जाएगी। अधिकारियों के अनुसार अगले साल मेट्रो प्रायोरिटी कारिडोर पर दौड़ सकती है। अधिकारियों ने बताया कि प्रायरिटी कारिडोर में केवल रेलवे ट्रैक व स्टेशन का काम बाकी है। कारिडोर में आने और जाने के लिए 8.8 किलोमीटर का रेलवे ट्रैक बिछाया जाना है। इसमें 4.2 किलोमीटर ट्रैक बिछा लिया गया है। डीबी सिटी माल, केंद्रीय विद्यालय और रानी कमलापति स्टेशन के पास मेट्रो स्टेशन का काम अंतिम चरण में है।मेट्रो ट्रेन कैसी होगी, इसकी जानकारी देने के लिए मेट्रो का माक अप (मेट्रो की बोगी की प्रतिकृति) भोपाल आ चुका है। स्मार्ट पार्क में स्ट्रक्चर बनाकर इसे स्थापित किया गया है। साथ ही यहां तंबू लगा दिया गया है। लेकिन मुख्यमंत्री से अनावरण के लिए तिथि नहीं मिलने की वजह से इसे शहरवासियों के लिए खोला नहीं गया। आम लोग माक अप या मेट्रो के डिब्बे में पहुंचकर टीवी, अलार्म, इलेक्ट्रिक कनेक्शन सहित अन्य चीजों का अवलोकन कर सकेंगे। डिब्बे में 50 लोगों के बैठने और 250 लोगों के खड़े होने का इंतजाम किया गया है। इस बारे में मप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड एमडी मनीष सिंह का कहना है कि भोपाल और इंदौर में मेट्रो कारिडोर का काम तेजी से चल रहा है। मुख्यमंत्री की मंशानुसार प्रायरिटी कारिडोर में सितंबर से ट्रायल रन करना है। इसको लेकर तैयारियां पूरी की जा रही हैं।
गुजरात की तर्ज पर मप्र में भी चेकपोस्ट होंगे बंद
9 Aug, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश के चेकपोस्टों को बंद कर गुजरात की तर्ज पर वाहन जांचने की व्यवस्था का आधुनिकीकरण किया जाएगा। गुजरात माडल के लागू होने तक प्रदेश में चल रहे परिवहन चेकपोस्ट पर वाहनों के आवागमन को सुगम करने के लिए सात अस्थाई चेकपोस्ट (प्राणपुर, बिलौआ, नहर, समरसा, करहाल ,रानीगंज तिगेला, राजना) एवं इसके अतिरिक्त वर्तमान में चल रहे सभी छह चेकिंग प्वाइंट आज से ही बंद किए जाएंगे। प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि चेकपोस्ट पर वाहनों की मैनुअल चालानी कार्रवाई चरणबद्ध रूप से बंद की जाएगी। आने वाले समय में आधुनिक पीओएस मशीन से चालानी कार्रवाई की जाएगी और चालान की राशि आनलाइन जमा होगी। उन्होंने बताया कि अभी महाराष्ट्र, कर्नाटक, बंगाल, छत्तीसगढ़, तेलगांना, आंध्र प्रदेश, बिहार, केरल आदि राज्यों में परिवहन चेकपोस्ट पर मैनुअल चेकिंग की व्यवस्था चल रही है। मध्य प्रदेश में गुजरात माडल लागू करने के लिए सभी परिवहन चेकपोस्टों पर आवश्यक संसाधन जैसे ब्रेथ एनालाइजर, स्पीड रडारगन, पोर्टेबल तौलकांटे, बाडीवार्न कैमरा, पीओएस मशीन के साथ अतिरिक्त मानव संसाधन की भी आवश्यकता होगी, जिसे 14 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा। प्रदेश में संचालित 40 स्थायी चेकपोस्टों में से 19 इंटीग्रेटेड चेकपोस्टों का संचालन एमपीआरडीसी एवं मप्र बार्डर चेकपोस्ट डवलपमेंट कार्पोरेशन के मध्य हुए अनुबंध के अंतर्गत हो रहा है। मोटर ह्वीकल एक्ट के नियमानुसार एवं खाली चलने वाले वाहनों पर चालानी की कार्रवाई नहीं होगी। उधर, परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा ने बताया कि प्रदेश में चल रहे परिवहन चेकपोस्ट की वर्तमान व्यवस्था की तुलना में अन्य राज्यों द्वारा अपनाई जा रही प्रक्रिया का अध्ययन कर बेहतर वैकल्पिक व्यवस्था का सुझाव देने के लिए अपर परिवहन आयुक्त अरविन्द सक्सेना की अध्यक्षता में समिति गठित की थी। इसने 11 राज्यों में चल रही चेकपोस्टों की व्यवस्था का अध्ययन कर सुझाव एवं अनुशंसा दी गई है जिसे प्रदेश में जल्द लागू किया जाएगा। आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने प्रदेश की सभी जिला स्तरीय परिवहन उद्योग से जुड़ी संस्थाओं के साथ मंगलवार को पालिटेक्निक चौराहा स्थित हिंदी भवन में बैठक की। इसमें परिवहन चौकियों संबंधी एक सूत्रीय मांग को लेकर चर्चा की और कहा कि यदि यह नहीं मानी गई तो वे 16 अगस्त से हड़ताल पर चले जाएंगे। यहां से सभी परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा के पास पहुंचे और फिर राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के साथ बैठक की। बैठक के बाद परिवहन चेकपोस्ट बंद करने, गुजरात माडल लागू करने संबंधी आदेश जारी कर दिए गए। संगठन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने बताया कि शासन द्वारा उनकी कुछ मांगे मानने से फिलहाल हड़ताल पर जाने के निर्णय को स्थगित कर दिया है। यदि आश्वासन पर अमल नहीं होता है तो आगे निर्णय लिए जाएंगे।
लटेरी थाने के सामने दो समुदायों के बीच पथराव, छह घायल
9 Aug, 2023 04:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदिशा । जिले के लटेरी तहसील मुख्यालय पर बुधवार को पुलिस थाने के सामने भील और यादव समुदाय के लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान एक-दूसरे पर जमकर पथराव किया गया। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस घटना में छह लोगों को मामूली चोट आई है। घटना की जानकारी मिलने पर कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और एसपी दीपक कुमार शुक्ला लटेरी पहुंच गए हैं।
झोपड़ी हटाने से शुरू हुआ विवाद
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि बांदरसेना गांव के पास वन भूमि पर कब्जा करने को लेकर विवाद हुआ है। चार दिन पहले बांदर सेना गांव में रहने वाले भील समुदाय के लोगों ने वन भूमि पर लगी घास को हटाकर कब्जा कर लिया था। इसके बाद वहां एक झोपड़ी बना ली थी। एक दिन पहले उस गांव के यादव समाज के लोगों ने झोपड़ी को हटा दिया था। जिसके बाद मंगलवार की रात भील समाज के लोगों ने शराब के नशे में यादव मोहल्ला में जाकर जमकर हंगामा किया।
थाने के सामने ही भिड़ गए दोनों पक्ष
इसकी शिकायत करने के लिए बुधवार दोपहर को यादव समाज के लोग लटेरी स्थित पुलिस थाने पहुंचे थे। इसकी जानकारी लगते ही भील समाज के डेढ़ सौ से अधिक लोग लटेरी पहुंच गए और उन्होंने थाने के सामने सड़क पर खड़े होकर यादव समाज के लोगों पर पथराव कर दिया। जवाब में यादव समाज के लोगों ने भी पत्थर फेंके। पुलिस ने पहले आंसू गैस छोड़ते हुए हालात को काबू में करने का प्रयास किया और फिर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया।
एसपी बोले, पत्थरबाजों के खिलाफ करेंगे कार्रवाई
कलेक्टर भार्गव के मुताबिक पथराव में दोनों पक्षों के करीब छह लोगों को हल्की चोटें आई है। लटेरी शहर में अब स्थिति सामान्य है। इधर, एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि दोनों पक्षों को समझाइश देकर शांत कराया है। उनका कहना था पथराव करने वाले लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
भोपाल में मां और दादी के बीच सो रहे एक साल के मासूम पर छत से टूटकर गिरा प्लास्टर
9 Aug, 2023 03:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी के निशातपुरा थाना इलाके में घर में मां-दादी के साथ सो रहे एक वर्ष के बच्चे पर छत से प्लास्टर का टुकड़ा टूटकर गिर गया। इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए मासूम को स्वजन तुरंत पास के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन उसकी जान नहीं बच की। वहां चेक करने के बाद डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे में बालक की दादी को भी चोट लगी है, लेकिन वह खतरे से बाहर है। बच्चे का पिता एंबुलेस चालक है और वही उसे लेकर अस्पताल पहुंचा था।
घटना के वक्त पिता घर में नहीं था
निशातपुरा थाने के एसआइ बीपी विश्वकर्मा ने बताया कि कोलार रोड क्षेत्र का रहने वाला घनश्याम राजोरिया करोंद स्थित अटल मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में एंबुलेंस चलाने का काम करता है। अस्पताल में नौकरी करने के कारण घनश्याम परिवार के साथ रतन कालोनी में किराए के मकान में रहने लगा है। यहां घनश्याम के साथ उसकी पत्नी, मां के अलावा एक वर्ष का बेटा यश भी रहता था। सोमवार को रात में घनश्याम ड्यूटी पर अस्पताल चला गया था। घर में मासूम यश अपनी मां और दादी के साथ सो रहा था।
परिवार का इकलौता बेटा था
मंगलवार तड़के करीब चार बजे अचानक कमरे की छत से प्लास्टर का टुकड़ा उखड़कर यश और उसकी दादी पर गिर पड़ा। सीने पर प्लास्तर का टुकड़ा गिरने से यश बेसुध हो गया। घटना की सूचना मिलने पर बदहवास धनश्याम घर पहुंचा और बेटे को एंबुलेंस से अस्पताल लाया। वहां चेक करने के बाद डाक्टर ने यश को मृत घोषित कर दिया। इकलौते बच्चे की मौत से राजौरिया परिवार में मातम का महौल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस बार नए पैटर्न पर होगी एमपी बोर्ड 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा
9 Aug, 2023 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । नया शिक्षण सत्र शुरू हो चुका है। ऐसे में अगले साल होने वाली हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने तैयारी शुरू कर दी है। मंडल ने 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए विभिन्न विषयों की नंबर स्कीम जारी की है। दरअसल माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा के लिए होने वाले बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है। जो विद्यार्थियों के लिए जानना बेहद आवश्यक है। 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में बदलाव करते हुए अब वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को इसमें शामिल किया गया है। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा में अभी तक बहुविकल्पी प्रश्न पूछे जाते थे। लेकिन बड़े बदलाव के बाद अब रिक्त स्थान, सत्य असत्य और एक वाक्य वाले अति लघु उत्तरीय प्रश्नों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाने के साथ ही विद्यार्थियों के ज्ञान को भी परखा जाएगा।
नए पैटर्न पर होगी परीक्षा
5 और 6 अंक के दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को शामिल नहीं किया जाएगा। इनकी जगह पर तीन और चार अंक के प्रश्नों को जगह दी जाएगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 9वीं से 12वीं तक के विषय पर परीक्षा पैटर्न को तैयार कर अंक प्रणाली जारी कर दी गई है। नए पैटर्न के आधार पर ही 2023-24 की परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र का निर्माण किया जा रहा है। जल्द इसे जारी किया जाएगा।
ऐसे होगा अंकों का निर्धारण
10वीं के प्रत्येक विषय के प्रश्नपत्र 75 अंक के होंगे। वस्तुनिष्ठ प्रश्न 30 अंक के होंगे। सही विकल्प 6 अंक रिक्त स्थान के लिए 6 अंक का निर्धारण किया जाएगा। सत्य असत्य के लिए 6 अंक का निर्धारण होगा। सही जोड़ी के लिए 6 अंक दिए जाएंगे। एक वाक्य में उत्तर 6 अंक के लिए होंगे, जबकि 12 प्रश्न 2-2 अंकों के, 3 प्रश्न तीन तीन अंकों के और तीन प्रश्न चार चार अंकों के रहेंगे। इसके अलावा 25 अंकों के प्रोजेक्ट वर्क का निर्धारण किया गया है।
12वीं के अंकों का निर्धारण
12वीं के लिए 70 अंक के प्रश्नों में वस्तुनिष्ठ प्रश्न 28 अंक के सही विकल्प 6 अंक के रिक्त स्थान, सत्य असत्य के लिए 5 अंक का निर्धारण होगा। सही जोड़ी के लिए 6 अंक का निर्धारण किया गया। जबकि एक वाक्य में उत्तर 5 अंक के लिए होंगे। 7 प्रश्न 2-2 अंकों के, 4 प्रश्न तीन 3 अंक के और 4 प्रश्न 4-4 अंक के रहेंगे। इसके अलावा 30 अंक के प्रोजेक्ट वर्क का निर्धारण किया गया है।
12वीं के सामान्य विषय के प्रश्नपत्र 80 अंक के रहेंगे। जिसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न 32 अंक के रहने वाले हैं। इसके अलावा सही विकल्प के प्रश्न 6 अंको के रिक्त स्थान के लिए 6 अंक, असत्य असत्य के लिए 6 अंक, सही जोड़ी के प्रश्न के लिए 7 अंक, एक वाक्य में उत्तर के लिए 7 अंक, 10 प्रश्न 2-2 अंकों के, 4 प्रश्न 3-3 अंक के और 4 प्रश्न चार चार अंकों के रहेंगे।
अब तक 30 अंक के वस्तुनिष्ठ
बीईओ रेखा गिरी ने बताया कि अभी तक 30 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते थे। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में विकल्प पर आसानी होती थी। लेकिन अब इन प्रश्नों के बदले रिक्त स्थान, सत्य, असत्य आधारित प्रश्नों को इसमें शामिल किया जाएगा। उन्होनें बताया कि 9वीं से 12वीं तक के सभी विषयों के चैप्टर वाइज समूह तैयार कर अंकों का विभाजन किया गया है। ताकि छात्र पूरी किताब को पढ़े और इसे समझें। सभी विषयों के प्रश्नों का अंग योजना तैयार किया गया है। इस साल बोर्ड परीक्षा में नए पैटर्न पर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
‘एमपी के मन में मोदी’ अभियान को मिल रहा जनता का समर्थन
9 Aug, 2023 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भाजपा मप्र में एक तीर से दो शिकार करने की रणनीति पर काम कर रही है। इस रणनीति के तहत भाजपा ने ‘मोदी के मन में बसे एमपी और एमपी के मन में मोदी’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के साथ भाजपा मिशन 2023 और मिशन 2024 दोनों को साध रही है। पार्टी के रणनीतिकारों को उम्मीद है की इस अभियान से प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के साथ ही 29 लोकसभा सीटों पर भी जीत का माहौल बनेगा।
इसी बीच पार्टी ने चुनाव में मोदी के नाम को भुनाने की पूरी तैयारी कर ली है। ‘मोदी के मन में बसे एमपी, एमपी के मन में मोदी’ थीम पर कई ऑडियो और वीडियो गीत बनकर तैयार किए गए है। इन गानों में उनका पूरा मप्र कनेक्शन बताया गया है। यही नहीं केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं को शामिल कर उनके चेहरे को ही तवज्जो दी गई है। चुनाव से पहले इन गानों के जरिए यह बताया जाएगा कि, पीएम नरेंद्र मोदी का मप्र से क्या नाता रहा है। पीएम का एमपी के शहरों और गांवों से कितना पुराना रिश्ता है। इसलिए उन्हें प्रदेश की ज्यादा चिंता है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए समर्थन जुटाने के लिए विकास दूत के रूप में रजिस्ट्रेशन करने के लिए मोदी के मन में बसे एमपी और एमपी के मन में मोदी अभियान शुरू किया गया था। यह अभियान भाजपा की राष्ट्रीय इकाई द्वारा शुरू किया गया था, लेकिन इसे पीएम मोदी और एमपी के साथ उनके कनेक्शन पर केंद्रित किया जा रहा है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, रजिस्ट्रेशन के लिए बनाई गई वेबसाइट पर एक सप्ताह से भी कम समय में 6.95 लाख लोगों ने विकास दूत के रूप में पंजीकरण कराया है। कोई भी व्यक्ति मोबाइल नंबर, नाम, निर्वाचन क्षेत्र और उम्र लिखकर इसके लिए रजिस्ट्रेशन करा सकता है। वेबसाइट पर पीएम मोदी का एमपी से कनेक्शन समझाने के लिए वीडियो, रिंगटोन और गाने हैं। इसमें महाकाल लोक कॉरिडोर के उद्घाटन, मेगा टेक्सटाइल पार्क, सडक़ों, नल जल योजना, आवास योजना और आदिवासी विकास के बारे में न्यूज क्लिप हैं। वेबसाइट पर शॉर्ट वीडियो हैं कि कैसे पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण, आर्थिक विकास, बुनियादी ढांचे, विकास और संस्कृति के लिए काम किया है। राज्य के सोशल मीडिया संयोजक अभिषेक शर्मा ने कहा, यह कैम्पेन केंद्र द्वारा शुरू किया गया था और इसे अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।
यह अभियान लोकसभा चुनाव पर है, लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि इससे पार्टी को विधानसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर से निपटने में भी मदद मिलेगी। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, लाडली बहना, संबल, मुफ्त राशन, पीएम किसान सम्मान निधि योजना और गरीब कल्याण योजनाओं सहित भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई सभी बड़ी योजनाओं को पीएम मोदी के चेहरे के साथ प्रचारित किया जा रहा है। यह गाने और रिंगटोन के माध्यम से विधानसभा चुनाव के लिए सत्ता विरोधी लहर को हरा देगा। उन्होंने कहा, पहले इस अभियान को विधानसभा चुनाव के लिए शुरू करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन यह राज्य नेतृत्व के लिए वांछित प्रभाव नहीं छोड़ रहा था। बाद में इसे लोकसभा चुनाव के लिए लॉन्च करने का निर्णय लिया गया। भाजपा की नजर 2024 में सभी 29 लोकसभा सीटें जीतने पर है। 2019 में भाजपा ने 28 सीटें जीती थी और कांग्रेस के पास छिंदवाड़ा से नकुल नाथ के रूप में केवल एक सांसद हैं। इंदौर में एक रैली के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव 2023 में प्रचंड जीत दर्ज करने के साथ लोकसभा की सभी 29 सीटों पर जीत सुनिश्चित करने का आग्रह किया ।
महाकाल लोक का लोकार्पण भोले बाबा के मन भाया, मोदी जैसा भक्त है आया इसमें मोदी को महाकाल का भक्त बताते हुए महाकाल लोक के लोकार्पण के वीडियो दिखाए गए हैं। युवा को नॉलेज, नए मेडिकल कॉलेज गाने की थीम है...इसमें बताया गया है कि प्रदेश में कैसे कॉलेज और शिक्षा का क्षेत्र में विकास हुआ है। जनजाति मुख्य धारा में, घर-घर राशन.. यह गाना विशेष तौर पर जनजाति क्षेत्रों के लिए तैयार किया गया है। इसमें मजदूरों और किसानों का फोकस रखा गया है। प्रदेश के भाजपा पदाधिकारी का कहना है कि इन चुनावों का सीधा असर लोकसभा चुनावों पर भी नजर आएगा। इसलिए पीएम मोदी और अमित शाह को एमपी के मैदान में उतरना पड़ रहा है। हिंदी पट्टी के मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में होने वाले चुनावों में भाजपा के लिए सबसे अहम मध्य प्रदेश ही है। प्रदेश में (कमलनाथ सरकार के 15 महीने छोडक़र) बीते 17 साल से भाजपा काबिज है। यदि यहां भाजपा को झटका लगता है तो इसका सीधा असर लोकसभा चुनाव तक बना रहेगा। यही वजह है कि भाजपा का सबसे ज्यादा फोकस मध्यप्रदेश पर है। चुनाव में चेहरा पीएम मोदी ही होंगे लेकिन इसकी कोई आधिकारिक घोषणा समय आने पर होगी।
मध्य प्रदेश में 17 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। ऐसे में भाजपा और सरकार के लिए इन दिनों जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर देखने को मिल रही है। बीते दिनों आई कुछ सर्वे रिपोर्ट में भी पार्टी को खराब रेस्पांस मिल रहा है। इसी को देखते हुए अब पार्टी पुराने चेहरों को आगे रखने के बजाए पीएम मोदी के चेहरे को सामने ला रही है। ताकि सत्ता विरोध लहर और लोगों की नाराजगी का असर थोड़ा कम हो।
मोदी के नाम पर पार्टी एकजुट रहेगी। कई गुटों में बंटे नेता मोदी के नाम पर एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरेंगे। टिकट वितरण के ज्यादातर फैसले भी केंद्रीय नेतृत्व खुद लेगा। 100 से ज्यादा टिकट कटेंगे। नए और युवा उम्मीदवार को मौका मिलेगा। अगर पीएम मोदी और केंद्रीय नेतृत्व काम संभालेंगे तो भीतरघात को कंट्रोल करना आसान होगा। सत्ता विरोधी लहर को मोदी की अगुवाई में कंट्रोल करना आसान होगा। भाजपा के सर्वे में कई मंत्रियों और विधायकों की रिपोर्ट ठीक नहीं है। ऐसे में इनके टिकट काटने पड़ सकते हैं। मोदी की नेतृत्व में विद्रोह कर पाना मुश्किल होगा। सिंधिया गुट के बड़े स्तर पर टिकट कट सकते हैं। ऐसे में अगर बगावत हुई तो सिंधिया को भी अपने लोगों को चुप कराना पड़ेगा।
पूर्व दस्यु मलखान सिंह ने थामा कांग्रेस का दामन, कमल नाथ ने दिलाई सदस्यता
9 Aug, 2023 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । चंबल के बीहड़ों में आतंक का पर्याय रहे पूर्व डकैत मलखान सिंह ने बुधवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। वहीं, सागर और छतरपुर में जिला शिक्षा अधिकारी रहे निवाड़ी के संतोष शर्मा ने भी समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ले ली।
1982 में किया था आत्मसमर्पण
गौरतलब है कि मलखान सिंह ने अपने गिरोह के साथियों के साथ वर्ष 1982 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उनका झुकाव भाजपा की ओर हुआ। 2014 के चुनावों में उन्होंने भाजपा के लिए प्रचार भी किया था। लेकिन 2019 में भाजपा की ओर से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने पार्टी छोड़ दी।
पत्नी है सरपंच
इसके बाद मलखान उत्तर प्रदेश के शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे और चुनाव भी लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उनकी पत्नी ललिता राजपूत फिलहाल गुना की सुगनयाई ग्राम पंचायत की सरपंच हैं।
वहीं, निवाड़ी के संतोष शर्मा ने भी समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ली। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया भी उपस्थित थे।
20 साल में 4 चुनाव, 12 से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाई पार्टी
9 Aug, 2023 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कभी कांग्रेस का किला रहा मध्य प्रदेश का पूर्वी इलाका विंध्य अब बीजेपी की ताकत बन गया है। अर्जुन सिंह जैसे मुख्यमंत्री और कद्दावर नेता के गृह क्षेत्र में अब उनकी विरासत पुत्र अजय सिंह राहुल भैया संभालते हैं। ‘सफेद शेर’ के नाम से विख्यात दिवंगत विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी भी इसी अंचल का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। निश्चित रूप से ऐसे नेतृत्व की कमी कांग्रेस को विंध्य में खलती है। जैसे-जैसे समय बीतते गया मध्य प्रदेश के राजनीतिक नक्शे में विंध्य में बीजेपी का वर्चस्व बढ़ता गया।
विंध्य अंचल की 24 सीटों में से कांग्रेस 2008 में सिर्फ दो और 2003 में चार सीट ही जीत सकी थी। इस क्षेत्र में कांग्रेस का सबसे अच्छा प्रदर्शन 2013 में ही रहा जब 12 सीटों पर उनके विधायक जीतकर आए। नागौद से यादवेंद्र सिंह, चित्रकूट से प्रेम सिंह, सिंहावल से कमलेश्वर पटेल, चुरहट से अजय सिंह, मैहर से नारायण त्रिपाठी, अमरपाटन से राजेंद्र सिंह, मऊगंज से सुखेंद्र सिंह, गुढ़ से सुंदर लाल तिवारी, चितरंगी से सरस्वती संह, ब्योहारी से रामपाल सिंह, कोतमा से मनोज अग्रवाल और पुष्पराजगढ़ से फुंदेलाल सिंह मार्को विधायक चुने गए थे। इसी चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार पांच सीटों पर दूसरे नंबर पर रह थे। रागांव से उषा चौधरी और मनगवां से शीला त्यागी बसपा विधायक बनी थीं। वहीं रामपुर बघेलान, सेमरिया, देवतलाब, रीवा और अमरपाटन में बसपा प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे।
वैसे तो विंध्य वह क्षेत्र है जहां हमेशा से ब्राह्मण और ठाकुर नेताओं का दबदबा रहा है, लेकिन एक और बड़े समुदाय कुर्मी का प्रतिनिधित्व भी असरदार रहा। पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता इंद्रजीत पटेल कुर्मियों का नेतृत्व करते रहे। अब बीजेपी के रामखेलावन पटेल न केवल विंध्य, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में कुर्मियों का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग और पंचायत ग्रामीण विकास राज्य मंत्री पटेल मध्यप्रदेश कुर्मी समाज के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। विंध्य में सिंहावल से विधायक और पूर्व मंत्री इंद्रजीत पटेल के पुत्र कमलेश्वर पटेल भी कुर्मी हैं।
ब्राह्मण और ठाकुरों का गढ़ माने जाने वाले विंध्य में अन्य जातियों के प्रतिनिधियों का भी राजनीति में खासा दखल है। बहुजन समाज पार्टी ने 2008 के चुनाव में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन किया जब पार्टी के तीन विधायक जीतकर आए। रामपुर बघेलान से राम लखन सिंह, सिरमौर से राजकुमार उर्मलिया और त्योंथर से राम गरीब कोल विजयी हुए। इससे पहले 2003 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी में अन्य जातियों के वोट बंट गए थे। तब गोपड़बनास से कृष्ण कुमार सिंह, सिंगरौली से बंशमणि वर्मा, मेहर से नारायण त्रिपाठी विजयी हुए थे। रामपुर बघेलान से राष्ट्रीय सामंत दल के हर्ष सिंह, मऊगंज से डॉ. आईएमपी वर्मा बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। इस तरह कांग्रेस के लिए विंध्य में न केवल ब्राह्मण-ठाकुर वर्ग, बल्कि अन्य जातियों के वोटरों को साधना भी चुनौती होगी।
2018 के विधानसभा की बात करें तो इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 6 सीटें मिली थीं, क्षेत्र से चुनाव जीतकर कांग्रेस के 6 विधायक विधानसभा पहुंचे। 2018 के चुनाव में बसपा 2 सीटों पर नंबर 2 की पोजीशन पर थी। वहीं 1-1 सीटों पर समाजवादी पार्टी और गोडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी दूसरे नंबर पर आए थे। यानी बीजेपी और कांग्रेस के अलावा दूसरे दलों को भी लोग यहां वोट देते हैं।
2013 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला था। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को विन्ध्य में 30 में से 12 सीटों पर जीत मिली थी। साथ ही साथ बीएसपी के दो विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। खास बात यह रही कि बीएसपी के 5 कैंडिडेट नंबर 2 पर भी रहे थे। यहां भाजपा को 16 सीटों पर जीत मिली थी।
2008 के विधानसभा चुनाव में विंध्य में भाजपा को बंपर जीत मिली थी। भारतीय जनता पार्टी को 24 सीटों पर विजय मिली थी। बता दें कि 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की विंध्य में बहुत ही करारी हार हुई थी। पार्टी को मात्र 2 सीटें मिली थीं। यहां तक कि कांग्रेस से ज्यादा तो चुनाव में बसपा को सीटें मिल गई थीं। बसपा के 3 प्रत्याशियों को जीत मिली थी।
2003 के विधानसभा चुनाव में 10 साल बाद भाजपा ने साा प्राप्त की थी। इसमें विंध्य का बड़ा योगदान था। बता दें कि विंध्य में भी भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था और यहां पर पार्टी ने 28 में से 18 सीटों पर कब्जा किया था, वहीं कांग्रेस की बात करें तो पार्टी को सिर्फ 4 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ा था, साथ ही समाजवादी पार्टी ने भी इस चुनाव में अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया था। सपा के 3 प्रत्याशी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।
वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा ने 24 सीटों पर कब्जा जमाया, जिसमें से रैगांव, नागौद, मैहर, अमरपाटन, रामपुर बाघेलान, सिरमौर, सेमरिया, त्योंथर, मऊगंज, देवतालाब, मनगवां, रीवा, गुढ़, चुरहट, सीधी, चितरंगी, सिंगरौली, देवसर, धौहनी, ब्यौहारी, जयसिंहनगर, जैतपुर, बांधवगढ़ और मानपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की जीत हुई, जबकि कांग्रेस को चित्रकूट, सतना, सिहावल, कोतमा, अनूपपुर और पुष्पराजगढ़ में जीत मिली। बाद में अनूपपुर से बिसाहूलाल भाजपा में शामिल होकर उपचुनाव जीते, वहीं रैगांव सीट में जुगुलकिशोर बागरी के निधन के बाद उपचुनाव में कांग्रेस को जीत मिल गई।
विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस की लुटिया कितनी तेजी से डूबी, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस चार सीटों पर तीसरे स्थान पर खिसक गई। ब्यौहारी में कांग्रेस नेता रामपालसिंह, गुढ़ से सुंदरलाल तिवारी, देवतालाब से विद्यावती पटेल और रामपुर बाघेलान से रामशंकर पायासी मैदान में उतरे, लेकिन उन्हें तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।
भोपाल की जसविंदर कौर बनीं ग्लैमोन मिसेज इंडिया, दुबई में जीता खिताब
9 Aug, 2023 01:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । दुबई में आयोजित ग्लैमोन इंडिया ब्यूटी पैजेंट सीजन आठ में भोपाल के न्यू जेल रोड निवासी जसविंदर कौर सलूजा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए ग्लैमोन मिसेज इंडिया का खिताब जीता है। देश-विदेश की ख्याति प्राप्त हस्तियों ने उन्हें ताज पहनाया। जसविंदर ने जीरो फिगर समूह में अपनी सुंदरता के साथ ही सौम्य व्यवहार से निर्णायक मंडल को प्रभावित करते हुए यह खिताब प्राप्त किया। इस स्पर्धा में भारत की 43 महिलाओं ने हिस्सा लिया था।
लगातार दूसरी बार भोपाल की सुंदरी ने जीता खिताब
यह लगातार दूसरी बार है जब भोपाल की झोली में यह खिताब आया है। पिछले साल थाइलैंड के फुकेट में आयोजित ग्लैमोन मिसेज इंडिया ब्यूटी पेजेंट में भोपाल की शिवांगी पांडे ने यह खिताब जीता था।
अजमान पैलेस में हुआ आयोजन
इंडिया ब्यूटी पेजेंट दुबई के अजमान पैलेस में हुआ। मान दुआ के निर्देशन में हुए आयोजन में देश की ख्याति प्राप्त विवाहित महिलाओं ने अपने सौंदर्य और ग्लैमर से सबको प्रभावित किया। निर्णायक मंडल ने रिजवान साजन, लारा वेना, लारा तिब्बत आदि शामिल थे। अपने-अपने क्षेत्र की प्रसिद्ध हस्तियां प्रतीक सूरी, समायरा, आई वालानी एवं शिवांगी पांडेय ने विजेताओं के चयन में सहयोग किया। भव्य आयोजन में प्रतिभागियों ने कैटवाक कर सबको प्रभावित किया। जीरो फिगर के आधार पर चरणबद्ध चयन के बाद सवाल-जवाब का सत्र हुआ। इसी आधार पर जसविंदर का चयन किया गया।
जब तक जीवन है, सपने देखूंगी
जसविंदर से निर्णायक मंडल ने सवाल किया कि वह एक कौन-सा नियम होगा जो आप तोड़ना पसंद करेंगी। जसविंदर ने कहा कि जो लोग विवाहित महिलाओं से केवल यह उम्मीद करते हैं कि वह घर का काम करे और केवल बच्चों की मां बनकर रहे। यह नियम मैं तोड़ना चाहती हूं। विवाहित होने का मतलब यह नहीं है कि सपने देखना बंद कर दें। जसविंदर को बेस्ट स्माइल, फोटेजेनिक और बेस्ट कास्ट्यूट अवार्ड भी मिला है। जसविंदर पूर्व में एयरलाइंस केबिन क्रू स्टाफ मेंबर भी रह चुकी हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने कमल नाथ पर साधा निशाना- मोहब्बत की दुकान से नफरत की तस्करी
9 Aug, 2023 01:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की छिंदवाड़ा में हुई रामकथा में कमल नाथ और नकुल नाथ के शामिल होने को लेकर अब एआइएमआइएम सांसद असदु्द्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। सांसद ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, कांग्रेस के मध्य प्रदेश के 'दिग्गज' नेता साफ-साफ वही कह रहे हैं जो मोहन भागवत कहते हैं, भारत हिंदू राष्ट्र है। भारत सिर्फ एक समुदाय का देश नहीं है। भारत कभी हिंदू राष्ट्र ना था, ना है और ना कभी होगा इंशा अल्लाह। 'मोहब्बत की दुकान' में नफरत की तस्करी हो रही है। दूसरों पर बी-टीम का ठप्पा लगाने का अधिकार इन्हें कहां से मिला? कल के दिन अगर भाजपा हार भी जाए, तो इस नफरत में क्या कोई कमी आएगी?
प्रमोद कृष्णन ने भी कमल नाथ पर साधा था निशाना
इसके पहले कमल नाथ पर आचार्य प्रमोद कृष्णन ने भी ट्वीट कर निशाना साधा था, उन्होंने लिखा था मुसलमानों के ऊपर 'बुलडोजर' चढ़ाने और आरएसएस का एजेंडा हिंदू राष्ट्र की खुल्लमखुल्ला वकालत कर के 'संविधान' की धज्जियां उड़ाने वाले 'भाजपा' के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता। आज रो रही होगी गांधी की 'आत्मा' और तड़प रहे होंगे पंडित नेहरू और भगत सिंह, लेकिन सैक्यूलरिज्म के ध्वज वाहक जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह और मल्लिकार्जुन खरगे, सब खामोश हैं।
कमल नाथ बोले- मैं नहीं जानता क्यूं किसी के पेट में दर्द हो रहा है
प्रमोद कृष्णन के ट्वीट को लेकर जब कमल नाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था कि कोई कुछ भी कहे, मैं नहीं जानता क्यूं किसी के पेट में दर्द हो रहा है। कथा के समापन के दौरान कमल नाथ ने यह भी कहा था कि मैं गर्व से कहता हूं कि हिंदू हूं, हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं।
तीसरा मोर्चा बिगाड़ेगा एक सैकड़ा सीटों पर गणित
9 Aug, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश में तीन माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में भाजपा व कांग्रेस ही नहीं जुटी हैं, बल्कि इस बार कई छोटे दल भी ताल ठोकने को तैयार हो रहे हैं। अंतर इतना है कि यह छोटे दल एक साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। इन दलों का प्रदेश की करीब एक सैकड़ा सीटों पर असर माना जाता है। इसके लिए इन दलों के नेताओं के बीच बैठकों का दौर जारी है। इस बीच बसपा द्वारा प्रदेश में अकेले चुनाव लडऩे की घोषणा से इस गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। उधर, बीते माह भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के बीच गठबंधन को लेकर बैठक की जा चुकी है। राव की पार्टी का तेलंगाना और कर्नाटक में अच्छा प्रभाव है, लेकिन प्रदेश में अभी इसका प्रभाव शून्य माना जाता है, लेकिन जिस तरह से बीते एक माह पहले प्रदेश के कई पूर्व जनप्रतिनिधियों ने राव की पार्टी को ज्वाइन किया है, उससे इस पार्टी का असर बढऩा तय है। इसकी वजह है इनमें से कई नेताओं का अपने इलाके में प्रभाव माना जाता है।
फिलहाल जिन छोटे दलों के बीच चुनावी समझौता को लेकर चर्चाएं चल रही हैं उनमें जयस, भीम आर्मी, ओबीसी महासभा, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, किसान संगठन शामिल हैं। अगर यह गठबंधन हो जाता है, तो प्रदेश की सरकार बगैर इनके समर्थन के बनना मुश्किल होगा। ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग, आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार, भ्रष्टाचार तैसे मुद्दों पर ये दल एक हो रहे हैं। दरअसल इनमें से कई संगठनों का अपने -अपने इलाकों में बड़ा प्रभाव है। इसमें जयस का आदिवासी बहुल सीटों में अच्छा प्रभाव है। खासतौर पर मालवा निमाड़ अंचल की सीटों पर तो यह संगठन बेहद प्रभावशाली है। इसी तरह से महाकौशल अंचल के तहत आने वाली कुछ सीटों पर गोगापा का भी अब तक के बीते कुछ चुनावों में असर दिखाई देता रहा है। इस मामले में छोटे दलों के नेताओं का कहना है कि गठबंधन के लिए जल्द ही सभी दलों के प्रमुखों की बैठक होगी। इसमें 18 दल शामिल होंगे। वहीं पूर्व सांसद कंकर मुंजारे, पूर्व विधायक किशोर समरीते, गोगापा से विधायक रहे दरबू सिंह उईके ने मिलकर एक गठबंधन बनाया है।
प्रदेश में ओबीसी यानी अन्य पिछड़ा वर्ग मतदाता 48 फीसदी, अनुसूचित जनजाति वोटर 17 फीसदी और अनुसूचित जाति राज्य की आबादी का 21 फीसदी है। ऐसे में यदि इन जातियों का गठजोड़ छोटे दल निकाल लेते तो भाजपा, कांग्रेस का खेल बिगडऩे की संभावनाएं हैं। बता दें कि,राज्य मेें ओबीसी आरक्षण का मुद्दा लंबे समय से गर्म है। इससे जुड़े कुछ मामले अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं।
ग्वालियर, चंबल, विंध्य और बुंदेलखंड अंचल वह इलाका है, जो उप्र की सीमा से सटा हुआ है और इन इलाकों में बसपा और सपा का प्रभाव है। ग्वालियर-चंबल में अजा नतीजे प्रभावित कर सकते हैं , तो विंध्य में पिछड़ा वर्ग ,बुंदेलखंड में समाजवादियों की जड़े काफी गहरी रही है। इसके अलावा कई ऐसे सामाजिक संगठन है जो विंध्य, ग्वालियर-चंबल और महाकौशल में प्रभाव रखते है। इन संगठनों की भी चुनाव में बड़ी भूमिका होती है। इसी तरह से महाकौशल व विंध्य के कुछ जिलों में गोगापा का तो मालावा निमाड़ में जयस का प्रभाव है।
छोटे दलों की शुरूआती तैयारी के मुताबिक ये दल चुनाव मैदान में दलित आदिवासी और ओबीसी गठजोड़ बना कर उतर सकते हैं। यदि ये गठबंधन हुआ तो दलित आदिवासी सीटों के मामले में बुंदेलखंड की 25, ग्वालियर, चंबल 16 और विंध्य की 12 सीट समेत महाकौशल की करीब 35 सीटों पर नए राजनीतिक आंकड़े बनेंगे। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 सीटें जीतकर 40.09 फीसदी वोट हासिल किए थे और भाजपा ने 109 सीटों पर जीतकर 41 फीसदी वोट पाए थे।
कई जिलों में एमआरपी से अधिक रेट पर बिक रही शराब
9 Aug, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश के कई जिलों में एमआरपी से अधिक रेट पर शराब बेची जा रही है। ताजा मामला राजधानी भोपाल से सामने आया है। जहां विक्रय मूल्य से अधिक दाम पर शराब बेचना भारी पड़ गया। आबकारी विभाग की जांच के बाद कलेक्टर ने दो दुकानों का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही दुकानों पर जुर्माना भी लगाया है।
प्रदेश के कई जिलों में अधिक मूल्य पर शराब बेची जा रही है। वहीं भोपाल में अनियमितता कर रहे शराब दुकान संचालकों के खिलाफ आबकारी विभाग की सख्ती जारी है। झिरनिया और तारासेवनिया दुकान की शिकायत मिलने पर आबकारी विभाग ने जब जांच की तो पता चला कि दुकान में विक्रय मूल्य से ज्यादा कीमत पर ग्राहकों को शराब बेची जा रही है। आबकारी विभाग की पड़ताल में मिली जानकारी के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने दोनों दुकानों का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही दोनों दुकानों पर 10-10 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है। बताया जा रहा है कि यह दोनों दुकाने अवधेश अटेरिया की है।
314 करोड़ की लागत से बनेगा भव्य हनुमान लोक
9 Aug, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र में विश्व प्रसिद्ध हनुमान मंदिर बनने जा रहा है। छिंदवाड़ा के सौंसर के पास जामसावली मंदिर का भूमि पूजन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। सीएम ने विधानसभा सत्र में 314 करोड़ की लागत से हनुमान लोक बनाने की घोषणा की गई थी। हनुमान लोक की ड्राइंग और डिजाइन बनकर तैयार हो गई है। भव्य मंदिर 30 एकड़ में बनेगा।
माना जा रहा है कि सितंबर माह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हनुमान लोक का भूमिपूजन कर सकते हैं। इसे लेकर रूपरेखा तैयार हो चुकी है, महज तिथि तय होना बाकी है। वहीं, सोमवार को मंदिर की ड्राईंग और डिजाईन आ गई। मुख्य मंदिर के पास पूरे परिसर को हनुमान लोक का स्वरूप दिया जा रहा है। इसके लिए प्रारंभिक चरण में 35 करोड़ का टेंडर भी लगाया जा चुका है। पूरा परिसर अब 30 एकड़ क्षेत्रफल में रहेगा, जिसके लिए 25 एकड़ भूमि अधिग्रहीत करने की तैयारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार, पारंपरिक वास्तुकला से प्रेरित कुल परिसर क्षेत्रफल 30 एकड़ का होगा, जिसमें मुख्य प्रवेश द्वार मराठवाड़ा वास्तुकला से प्रेरित रहेगा। इस प्रवेश द्वार में पैदल यात्री, ई वाहन और आपातकालीन निकास के प्रावधान की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही मुख्य प्रांगण में बाल हनुमान की कहानी का चित्रण किया जाएगा। साथ ही मंदिर प्रशासन कार्यालय और भगवान हनुमान की भित्ति चित्रों और मूर्तियों वाली दीवार महाकाल लोक की तर्ज पर विकसित की जाएगी। संतरांचल सहित पूरे जिले में हनुमान लोक की परिकल्पना साकार होने का इंतजार किया जा रहा है।
मप्र में कम हुईं मानसूनी गतिविधियां
9 Aug, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश में पिछले सप्ताह लगातार वर्षा के बाद मानसून की गतिविधियां थम गई हैं। प्रदेश में विशेष तौर पर पूर्वी हिस्सों में अच्छी वर्षा देने वाली मौसम प्रणाली का प्रभाव खत्म हो गया है, वहीं वर्षा कराने वाली द्रोणिका (मानसून ट्रफ लाइन) के पश्चिमी और पूर्वी दोनों सिरे हिमालय की तराई में पहुंच गए हैं। इस सीजन में ऐसा पहली बार हुआ है कि द्रोणिका के दोनों सिरे इतने ऊपर गए हैं।
इसके चलते प्रदेश में वर्षा थम गई है। वर्षा कम होते जाने के कारण तापमान में बढ़त होने लगी है। पूर्वी मध्यप्रदेश के जिलों में अधिकतम तापमान एक से तीन डिग्री की बढ़त दर्ज की गई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले तीन-चार दिनों तक प्रदेशभर में तापमान बढ़ेगा। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि चार दिन तक प्रदेश के अधिकतर जिलों में झमाझम वर्षा की वजह बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पडऩे के बाद अब बिहार की तरफ चला गया है। मानसून द्रोणिका भी बिहार से होकर मणिपुर तक जा रही है। प्रदेश के शेष संभागों के जिलों में भी छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं।
राजधानी के बाजारों में बढ़ी ‘बाहरी’ राखियों की मांग
9 Aug, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भाई-बहन के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन की रौनक बाजार में नजर आने लगी है। शहर में राखियों के लिए थोक बाजार में बिक्री जोर-शोर से चल रही है। इस साल त्योहार के उल्लास के साथ बिक्री भी दोगुनी होने की उम्मीद है। इसके पीछे भी खास कारण बताए जा रहे हैं। देशभर के अलग-अलग शहरों से आ रही राखी मानो भोपाल के बाजार को एक सूत्र में बांध रही है। अलग-अलग राखियों की आपूर्ति भोपाल में देश के अलग-अलग बाजारों से होती है।
राखी के बाजार में समय के साथ विविध पैटर्न और डिजाइनों की बहुतायत भी हो गई है। देश के अलग-अलग हिस्सों से अलग-अलग तरह की राखियों की आपूर्ति भोपाल के थोक बाजार में होती है। भोपाल के थोक बाजार से ये राखियां मप्र और महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों-कस्बों और गांव के रिटेल बाजार में पहुंचती हैं। भोपाल में राखी का थोक बाजार करीब 5 करोड़ से ज्यादा का आंका जाता है। खास बात है कि नई एकीकृत कर प्रणाली जीएसटी लागू होने के बाद भी राखी को टैक्स फ्री श्रेणी में ही रखा गया है। ऐसे में राखी के बाजार में न तो सरकारी हस्तक्षेप और न ही कार्रवाई का डर नजर आता है।
जानकारी के अनुसार भोपाल में जयपुर से चूड़ा राखी लूंबा, जरी राखी आती है। वहीं कोलकाता से जरदोसी, रेशम और चंदन की राखी, हैदराबाद से मिनी जरदोसी (बारीक जरदोसी) के काम वाली राखी, सूरत-राजकोट से डायमंड(नग), मेटल और चांदी राखी और नारियल के लिए कंदौरा, दिल्ली-कोलकाता से बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर और लाइट-म्यूजिक वाली वाली राखी और मुंबई से रिंग डोरी, कास्टिंग मेटल की राखी आती हैं।
थोक कारोबारियों के अनुसार, राखी के बाजार में कलकत्ता और राजकोट का प्रभुत्व नजर आता है। रिटेल ग्राहकों को सबसे ज्यादा पसंद आने वाली राखियों में रेशम और डायमंड वाली मेटल की राखियां शामिल हैं। थोक कारोबारियों के अनुसार, थोक बाजार में सबसे सस्ती राखियों के दाम 25 पैसे से शुरू होते हैं, जबकि सबसे महंगी राखी के दाम थोक बाजार में 125 रुपये प्रति नग तक जाते हैं। चांदी या सोने के काम वाली राखी के दाम वजन के हिसाब से तय होते हैं। ये राखियां मांग पर बनवाई जाती हैं। सबसे ज्यादा बिकने वाली राखियों में कोलकाता और राजकोट की राखियों का नंबर आता है। जरी और रेशम की राखियां तो हर ग्राहक खरीदता है, लेकिन नए दौर में राजकोट से आ रही नग वाली राखियों का चलन भी बढ़ रहा है। बीते वर्षों से कपल राखियां और चूड़ा राखियों की बिक्री बढऩे लगी है। ये जयपुर से बनकर आती हैं। बच्चों की राखियां हमेशा की तरह मांग में रहती है। समय के साथ टेडी बियर और कार्टून कैरेक्टर बदलते रहते हैं।