मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
स्कूली बच्चों को 1 लाख 20 हजार की ई-स्कूटी देगी एमपी सरकार
10 Aug, 2023 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । एमपी में स्कूली बच्चों को सरकार बड़ी सौगात दे रही है। प्रदेश के मेधावी विद्यार्थियों को राज्य सरकार ई-स्कूटी देगी। 23 अगस्त को लालपरेड ग्राउंड में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्कूटी के लिए बच्चों को राशि वितरित की जाएगी। ई-स्कूटी के लिए पेट्रोल स्कूटी से ज्यादा राशि दी जा रही है।
12वीं में स्कूल में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को पेट्रोल स्कूटी के लिए जहां 90 हजार रुपए की राशि मिलेगी, वहीं ई-स्कूटी के लिए 1 लाख 20 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। राशि में अंतर होने के कारण अब ऐसे बच्चे भी ई-स्कूटी की डिमांड करने लगे हैं, जिन्होंने पेट्रोल वाली स्कूटी की मांग की थी। लगभग 30 फीसदी बच्चों ने अपनी चॉइस बदलने के आवेदन दिए हैं। इनमें से अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। हालांकि स्कूल प्राचार्यों ने विद्यार्थियों से सूची में किसी भी तरह का बदलाव करने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। अब इसमें बदलाव नहीं किया जा सकता। भोपाल जिले में 129 विद्यार्थियों को राशि दी जाएगी।
भोपाल की जिला शिक्षा अधिकारी अंजनी त्रिपाठी के अनुसार कुछ बच्चे बदलाव चाहते हैं, लेकिन स्कूटी की पसंद पूरी तरह से बच्चों के ऊपर छोड़ी गई थी। उन्होंने खुद ही फॉर्म जमा किया है। अब इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं हो सकता। बच्चों के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। उनका लाइसेंस भी बनाने के लिए जा चुका है।
मोटर व्हीकल एक्ट 1988 की धारा 4 में मोटरयान चलाने के संबंध में आयु सीमा बताई गई है। इसके पहले नियम के मुताबिक कोई भी 18 वर्ष से कम आयु का व्यक्ति किसी सार्वजनिक स्थान में मोटर गाड़ी नहीं चला सकता। हालांकि कोई भी युवा 16 वर्ष की आयु का होने पर लाइसेंस बनवाकर 50 सीसी से कम इंजन क्षमता वाली गाड़ी चला सकता है।
पीएचक्यू के फरमान से हडकंप, थाना प्रभारियों को एकतरफा किया रिलीव
10 Aug, 2023 01:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी पुलिस इन दिनों गहरी नींद में सो रही है। 45 इंस्पेक्टर के तबादले होने के बाद भी उनको नए स्थान के रिलीव नहीं किया जा रहा था। थाना प्रभारी भी थानों में जमकर मौज काट रहे थे। जबकि दूसरे जिलों से इंस्पेक्टर के रवानगी मिलने के बाद वहां के थाने खाली थे और अधिकारी नए इंस्पेक्टर का इंतजार कर रहे थे। तबादले होने के बाद भी नए स्थान पर अपनी ज्वाइन नहीं करने की जानकारी पुलिस मुख्यालय को लगी तो उन्होंने राजधानी समेत पूरे प्रदेश के एसपी और पुलिस आयुक्त को फरमान जारी सभी को 9 अगस्त के दिन में रिलीव करने के लिए कहा। इसका असर ऐसा हुआ कि इस आदेश के कुछ घंटों में राजधानी से करीब छह टीआइ को तत्काल रवानगी दे दी गई।
तीन साल से जमे इंस्पेक्टरों के किए गए थे तबादले
हम बता दें कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आगामी चुनाव को देखते हुए 19 जुलाई को एक स्थान पर तीन साल से ज्यादा समय से जमे इंस्पेक्टरों के तबादले शहर से बाहर किए गए। इसमें राजधानी के करीब 45 इंस्पेक्टर के तबादले किए गए थे। लेकिन तबादला होने के बाद भी वह शहरी क्षेत्र के थाने छोड़ने को तैयार नहीं थे। अधिकारी भी इसको लेकर गंभीर नहीं थे और मामले को आगे बढ़ा रहे थे। उधर दूसरे जिलों से रवानगी लेकर कई इंस्पेक्टर राजधानी में आमद दे चुके थे।
अब जाकर नई जगह ज्वाइन करेंगे
जब पुलिस मुख्यालय को कई जिलों से ऐसी जानकारी मिली तो यह कठोर आदेश जारी कर दिया गया। तब जाकर राजधानी के टीआइ को एकतरफा उनके नए जिले में ज्वाइन करने के लिए रवानगी दे दी है। अब इन रिक्त जिलों में नए सिरे से पदस्थापना की जाएगी।
कई दिग्गज चाहते हैं बेटे-बहू का टिकट
10 Aug, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मालवा-निमाड़ के दावेदारों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा
भोपाल । भाजपा परिवारवाद को लेकर कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों पर हमला बोलती है। हाल ही में खरगोन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसी मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा था। हालांकि मालवा-निमाड़ में कई पार्टी नेताओं को आस है कि उनकी विरासत परिवार के व्यक्ति को सौंपी जाएगी। वे बेटे-बहू को विधानसभा का टिकट दिलवाने की जोड़-तोड़ में लगे हैं। ऐसे दावेदारों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा है। यदि पार्टी ने परिवारवाद से किनारा किया तो कई नेताओं के अरमानों पर पानी फिर जाएगा।
मालूम हो, पूर्व में भी कई भाजपा नेताओं के बेटों को टिकट दिया गया था। राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार को उनके पिता भैरूलाल पाटीदार की राजनीतिक विरासत सौंपी गई। विक्रम वर्मा की पत्नी नीना वर्मा धार से विधायक हैं। वन मंत्री रहे निर्भयसिंह पटेल के नहीं रहने पर उनके बेटे मनोज पटेल को टिकट दिया गया। देवीसिंह पटेल के बेटे अंतरसिंह पटेल, वीरेंद्र कुमार सकलेचा के बेटे ओमप्रकाश सकलेचा को चुनाव लड़ाया। सांसद रहे लक्ष्मीनारायण पांडे के बेटे डॉ. राजेंद्र पांडे चार बार के सांसद हैं। उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया, खातेगांव विधायक आशीष शर्मा, मनोज ऊंटवाल, राजेंद्र फूलचंद वर्मा और रेखा रत्नाकर को परिवार की वजह से टिकट मिला।
ये नेता चाहते हैं परिवार के लिए टिकट
सुमित्रा महाजन: लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष अपने बेटे मिलिंद को विधानसभा चुनाव लड़ाना चाहती हैं।
थावरचंद गेहलोत: कर्नाटक के राज्यपाल के बेटे जितेंद्र 2018 में घट्टिया से चुनाव हार गए थे। इस बार आलोट से उनके टिकट का प्रयास है।
सत्यनारायण जटिया: भाजपा के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य बेटे के लिए आगर से टिकट चाहते हैं। वे बोल चुके हैं कि नेता का पुत्र होना दोष नहीं है।
नंदकुमार चौहान: नंदकुमार चौहान ने खंडवा सांसद के रूप में प्रतिनिधित्व किया। उनके बेटे हर्षवर्धन बुरहानपुर से टिकट चाहते हैं।
डीजी डामोर: झाबुआ सांसद भी अंदरखाने चाहते हैं कि उनके बेटे को टिकट मिले।
विजय शाह: पत्नी भावना शाह को महापौर बना चुके हैं। अब बेटे दिव्यादित्य को विधानसभा का टिकट दिलाना चाहते हैं।
मालिनी गौड़: इंदौर चार की विधायक बेटे एकलव्य गौड़ को आगे कर रही हैं।
सुलोचना रावत: जोबट विधायक चाहती हैं कि पार्टी उनके बेटे विशाल को टिकट दे।
गायत्रीराजे पंवार: विधायक चाहती हैं कि विरासत बेटे विक्रम को दी जाए।
अंतरसिंह आर्य: पूर्व मंत्री अपने बेटे विकास को विरासत सौंपना चाहते हैं।
लोकेंद्र सिंह: मांधता से बेटे दिग्विजय ङ्क्षसह का टिकट मांग रहे हैं।
हुकुम यादव: बेटे मंगल यादव को चुनाव लड़ाना चाहते हैं। इनकी बहू खंडवा नगर पालिका अध्यक्ष हैं।
बाबूलाल महाजन: खरगोन से बहू के लिए टिकट मांग रहे हैं।
गोपाल कनोज: मनावर से बेटे शिव कुमार के लिए प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा का सारा दांव शिवराज पर
10 Aug, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीएम की सभाओं में उमड़ी भीड़ ने कांग्रेस की चिंताएं बढ़ाईं
भोपाल । मप्र में विधानसभा चुनावी के लिए भाजपा ने पूरा दमखम लगा दिया है। प्रदेश और केंद्र के दिग्गज नेता रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। लेकिन तमाम नेताओं की सक्रियता के बाद भी प्रदेश में जो मैदानी नजारा देखने को मिल रहा है उससे यह स्पष्ट है कि मप्र के आगामी चुनावों में भाजपा ने सारा दांव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर लगा दिया है। मुख्यमंत्री की सभाओं में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। सभाओं में उम्मीदवारों और टिकट पाने वालों का कोई जिक्र नहीं है। सभाओं में महिलाओं की सबसे अधिक भीड़ नजर आ रही है। इससे कांग्रेस में हडक़ंप मचा हुआ है। इसकी वजह यह है कि कांग्रेस प्रदेश की सत्ता में वापसी का सपना देख रही है। इसके लिए उसने लोकलुभावन घोषणाएं की कर दी है, लेकिन शिवराज की लोकप्रियता के आगे कांग्रेस के सारे दांव फेल हो रहे हैं।
दरअसल, कांग्रेस को लग रहा है कि इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार के खिलाफ जबरदस्त एंटी इनकम्बेंसी है। लेकिन सीएम की सभाओं में उमड़ रही भीड़ ने कांग्रेस के सारे मुगालते दूर कर दिया है। खुद मुख्यमंत्री का कहना है कि वह जननायक हैं और उन्हें पार्टी ने जननायक बनाया है। उन्हें जनता का काम करना है। वह सभाओं में लोगों से सीधा संवाद करके कह रहे हैं कि कि कमल का निशान देखो और मुझे देखो। इस बात को भूल जाओ कि किसे टिकट मिल रहा है और कौन उम्मीदवार है। मुख्यमंत्री की रणनीति यह है कि वह विधायकों के खिलाफ स्थानीय स्तर पर नाराजगी को खत्म करना चाहते हैं। चुनाव क्षेत्रों में बदलाव, कमजोर कामकाज वाले विधायकों को टिकट नहीं देने और मतदाताओं को सीधे पार्टी और अपनी छवि के साथ जोडऩा चाहते हैं। इन सभाओं को देखकर लगता नहीं कि पुरानी सरकार के खिलाफ कोई रुझान है।
गौरतलब है कि मप्र के इतिहास में शिवराज सिंह चौहान का सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड है। लेकिन अपनी सक्रियता, जनता से सीधा संवाद और जनोपयोगी योजनाओं के कारण 17 वर्ष से अधिक के कार्यकाल के बाद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता कम नहीं हुई, बल्कि बढंी है। हाल ही में उनके नीमच, पिपलिया मंडी, गंधवानी, सिंगरौली और प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में दौरे हुए जिनमें भारी संख्या में भीड़ उमड़ी। खास तौर पर लाडली बहना योजना लॉन्च होने के बाद मुख्यमंत्री की सभाओं में महिलाओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। मुख्यमंत्री की भीड़ भरी सभाओं से भाजपा के चुनाव अभियान को नई गति मिली है। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मप्र के इकलौते ऐसे नेता हैं जिनकी हर वर्ग, हर जाति, हर धर्म के लोगों में मजबूत पकड़ है। शिवराज सिंह चौहान आज भी ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें भाजपा के कार्यकर्ता आसानी से अप्रोच कर सकते हैं। प्रदेश के जितने कार्यकर्ताओं और नेताओं को मुख्यमंत्री नाम से जानते हैं,वह अपने आप में मिसाल हैं। भाजपा के किसी अन्य नेता का कार्यकर्ताओं से इतना व्यापक संवाद नहीं है। मुख्यमंत्री मिशन 2023 के तहत भी संघ के एजेंडे को पूरा करने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री का पूरा फोकस आदिवासियों पर लगा हुआ है। वे आदिवासी क्षेत्र के लगातार दौरे कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने संघ के एजेंडे पर चलते हुए लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाया और प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को भव्य रुप से फिर से बनाने का जिम्मा भी लिया। इसी के तहत महाकाल परिसर को भव्य बनाया गया है। आने वाले दिनों में ओमकारेश्वर में भी करोड़ों रुपए की कार्य होंगे। इनके अलावा अन्य प्रमुख मंदिरों को भी व्यवस्थित किया जाएगा।
शिवराज की लोकप्रियता की सबसे बड़ी वजह यह है कि वे मंत्रालय में बैठकर काम करने वाले नेताओं में नहीं हैं। वे लगातार प्रदेश का दौरा करते रहते हैं। कांग्रेस के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती भाजपा का शक्तिशाली संगठन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता है। इन दोनों का कांग्रेस के पास जवाब नहीं है। शिवराज सिंह चौहान की जनता से संवाद करने की शैली जबरदस्त है। वे बेजोड़ मास कम्युनिकेटर हैं। इस मामले में कमलनाथ उनके समक्ष नहीं टिकते। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिस जुनून के साथ चुनाव प्रचार करने मैदान में उतरते हैं उसका मुकाबला भी 77 वर्षीय कमलनाथ नहीं कर सकते। हालांकि कमलनाथ अब बेहतर वक्ता हो गए हैं लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष नहीं टिकते। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे प्रदेश की प्रत्येक तहसील का कई बार दौरा किया है। जबकि कमलनाथ ने प्रदेश का कभी भी इतना व्यापक दौरा नहीं किया। ग्रामीण पृष्ठभूमि और कृषक होने के कारण शिवराज सिंह चौहान की प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में अपील कमलनाथ के मुकाबले कहीं अधिक हैं। दूसरी और कमलनाथ का व्यक्तित्व शहरी है लेकिन कांग्रेस शहरों में इतनी कमजोर है कि इसका लाभ उठाने की स्थिति में नहीं है। मुख्यमंत्री की महिलाओं में लोकप्रियता भी कांग्रेस के लिए चुनौती है। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री कांग्रेस के समक्ष एक चुनौती बन गए हैं।
मप्र में विधानसभा चुनाव से पहले शिवराज अल्ट्रा एक्टिव मूड पर नजर आ रहे हैं। सीएम विकास पर्व के तहत हर जिले में पहुंच रहे हैं जहां विकास की सौगात देने के साथ कई दावे भी कर रहे हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कारण भाजपा का सामाजिक आधार बढा है। पहली बार प्रदेश सरकार का एक तिहाई बजट महिलाओं को समर्पित किया गया। महिलाओं के अलावा आदिवासियों, दलितों और युवाओं पर भी प्रदेश सरकार विशेषकर मुख्यमंत्री का खास फोकस है। इसी माह भोपाल में यूथ महापंचायत होने वाली है जिसमें युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाओं की घोषणा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने एक लाख से अधिक सरकारी पद भरने के निर्देश भी दे रखे हैं। औद्योगिक निवेश के मामले में भी मध्य प्रदेश देश के तेजी से बढ़ते हुए राज्यों में शामिल हो गया है। मुख्यमंत्री के प्रयासों से 15 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं जिन्हें अमलीजामा पहनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के जितने प्रवास करते हैं इसके पहले किसी मुख्यमंत्री ने शायद ही इतने दौरे किए हों। इसलिए उन्हें एक तरह से जनता का मुख्यमंत्री कहा जा सकता है। सुशासन के मोर्चे पर भी मुख्यमंत्री को अव्वल रेटिंग मिली है। शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के एकमात्र मुख्यमंत्री जो चार अलग-अलग कार्यकाल के दौरान 17 साल से अधिक समय से मुख्यमंत्री हैं। उनकी गतिशीलता, परिश्रम करने की कूवत और संवेदनशीलता उन्हें प्रदेश की राजनीति में अलग मुकाम देती है।
चुनाव सिर पर...भोपाल में अटकी जिलों के प्रवक्ताओं की सूची
10 Aug, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । विधानसभा चुनाव सिर पर है और पार्टी ने अपनी गतिविधि तेज कर दी है, लेकिन जिलों में नई व्यवस्था के तहत जो प्रवक्ता बनाए जाना थे, उनकी सूची भोपाल में अटकी हुई है तो कई जिलों से जो नाम आए हैं, वो भाजपा की कसौटी पर खरे उतर नहीं रहे हैं। प्रदेश का मीडिया संगठन भी चाहता है कि एकसाथ पूरे प्रदेश के नाम घोषित किए जाएं और सभी का एक बड़ा प्रशिक्षण वर्ग हो।
भाजपा ने सोशल मीडिया के साथ-साथ मीडिया पर भी काम करना शुरू कर दिया है। इसको लेकर दो माह पहले भोपाल में मीडिया विभाग की एक बैठक हुई थी, जिसमें तय हुआ था कि प्रत्येक जिले में तीन-तीन प्रवक्ताओं की नियुक्ति होगी, जिसमें से एक महिला होगी और दो पुरुष। इनमें भी तेजतर्रार कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। फिलहाल भाजपा में एक प्रदेश मीडिया प्रभारी, प्रवक्ता, सहमीडिया प्रभारी और जिलास्तर पर मीडिया प्रभारियों का संगठन बना हुआ है, लेकिन तीन प्रवक्ताओं की नियुक्ति के बाद यह कुनबा और बढ़ जाएगा। इसके पीछे पार्टी की सोच है कि आगामी विधानसभा चुनाव में सबको अपने-अपने काम का बंटवारा कर दिया जाए, जिससे मीडिया प्रबंधन भी हो सके। अभी दो दिन मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल भी इंदौर में थे। उन्होंने भी सूची को लेकर संभाग स्तर पर बात की है, वहीं संगठन द्वारा जो नाम भेजे गए हैं, उन्हें जल्द ही घोषित करने के लिए कहा है। दरअसल कुछ जिलों से ऐसे नाम सामने नहीं आ रहे हैं, जो संगठन की कसौटी पर खरे उतर सके और तेजतर्रार हो, वहीं कई जिलों में सहमीडिया प्रभारी की भी नियुक्ति की जाना है और इसके साथ ही विभिन्न मोर्चा के मीडिया प्रभारी भी घोषित होना है, लेकिन लगता नहीं है कि एक पखवाड़े में इनकी घोषणा हो जाए।
रक्षाबंधन पर बहनों को शिवराज देंगे बड़ी सौगात
10 Aug, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लाड़ली बहना योजना की राशि में हो सकता है 250 रूपए का इजाफा
भोपाल । विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा का सबसे ज्यादा फोकस लाडली बहना योजना पर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर जिले में लाडली बहना योजना का प्रचार-जोर शोर से कर रहे हैं। इस बीच 5 अगस्त को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा करते हुए कहा कि रक्षाबंधन के दो दिन पहले यानी 28 अगस्त को वो प्रदेश की सभी बहनों से टीवी के माध्यम से संवाद करेंगे। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान क्या बहनों को फिर से बड़ी सौगात देने जा रहे हैं? सूत्रों के अनुसार, सीएम लाडली बहना योजना की राशि में वृद्धि करने की घोषणा करते हुए राशि 1250 रूपए कर सकते हैं। हालांकि इसकी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
लाडली बहना योजना के अंतर्गत अभी पात्र महिलाओं को मप्र सरकार हर महीने की 10 तारीख को खातों में पैसे ट्रांसफर करती है। इस योजना की राशि को सीएम ने चरणबद्ध तरीके से बढ़ाकर 3000 रुपए करने की घोषणा की है। सीएम ने बताया है कि किस तरह से इस योजना की राशि में वृद्धि की जाएगी। अब माना जा रहा है कि रक्षा बंधन के दो दिन पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की सभी पात्र बहनों का राखी का तोहफा दे सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, लाडली बहना योजना की राशि में 250 रुपए की वृद्धि की जा सकती है। जिसके बाद प्रत्येक पात्र महिला के खाते में 1250 रुपए ट्रांसफर किये जाएंगे। वित्त विभाग को इस संबंध में निर्देश भी जारी किए गए हैं। फिलहाल बढ़ी हुई कब से मिलेगी इसके बारे में खुलासा नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले 1250 रुपए महिलाओं के खाते में डालने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा।
हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना की पात्रता नियम में भी बदलाव किया था। इस बदलाव के बाद 21 साल से उम्र की महिलाएं इस योजना के लिए पत्र होंगी। इसके साथ ही जिन महिलाओं के पास ट्रैक्टर है वो महिलाएं भी इसके लिए 20 अगस्त तक अप्लाई कर सकती हैं। पहले 23 साल तक की महिलाओं को इस योजना के लिए पात्र माना गया था। बता दें कि प्रदेश में 1 करोड़ से ज्यादा महिलाओं का रजिस्ट्रेशन लाडली बहना योजना के लिए किया गया है।
लाड़ली बहना योजना को मप्र में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए गेम चेंजर के रूप में देखा जा रहा है। सीएम ने इसी साल 28 जनवरी को नर्मदा जयंती के अवसर पर इस योजना की घोषणा की थी । योजना में जून से 1.25 करोड़ से ज्यादा महिलाओं के खाते में प्रतिमाह 10 तारीख को एक हजार रुपए ट्रांसफर किए जा रहे हैं। सीएम ने 10 जून को जबलपुर में योजना की पहली किस्त जारी करते समय आगामी समय में राशि को 1000 रुपए से बढाकर क्रमश: 1250 रुपए, 1500, 1750, 2 हजार, 2250, 2500 2750 रुपए करते हुए 3 हजार रुपए करने की बात कही थी। सीएम हर रोज योजना की राशि बढ़ाकर 3 हजार रुपए करने की बात दोहराते हैं। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले योजना की राशि बढ़ाया जाना तय है। चूंकि अक्टूबर की शुरुआत में विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो सकती है। ऐसे में सितंबर में राशि बढ़ाने की घोषणा में कानूनी पेंच आ सकता है। चूंकि मुख्यमंत्री लगातार खुद को 1.25 करोड़ बहनों के भाई के रूप में प्रचारित कर रहे हैं, इसलिए वे रक्षाबंधन से पहले महिलाओं से संवाद के दौरान योजना की राशि बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं। अभी योजना में 1.25 करोड़ महिलाओं के खाते में हर महीने करीब 1250 करोड़ रुपए जमा किए जा रहे हैं। प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनीष रस्तोगी का कहना है कि 26 अगस्त को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की लाभार्थियों से संवाद करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक सीएम की संभावित घोषणा को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। विभाग के पास इतना बजट है कि रक्षाबंधन पर बढऩे वाली राशि 250 रुपए मिलाकर कुल 1,250 रुपए सभी बहनों को मिल सकेंगे। अभी 1.26 करोड़ से अधिक बहनों को 1260 करोड़ रुपए से ज्यादा दिया जा रहा है। इस साल विभाग को 12 हजार करोड़ की राशि अतिरिक्त दी गयी है। शिवराज महिलाओं से कहते हैं कि अब हर महीने राशि डालता जाऊंगा। रक्षाबंधन 30 अगस्त को है। प्रदेश की 1.26 करोड़ बहनों के खाते में 1,000 डाले जा रहे हैं, सीएम कह चुके हैं कि ये राशि बढ़ाकर 3000 कर दूंगा। बता दें हर साल सरकार पर 18 हजार करोड़ का बोझ पड़ेगा।
मानसून पहुंचा हिमालय की तराई में
10 Aug, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । बंगाल की खाड़ी से आया कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर पड़ गया है। इस कारम सोमवार को बारिश का सिलसिला थम गया। मानसून अब हिमालय की तराई में पहुंच गया है। इस कारण 12 अगस्त तक शहर सहित जिले में बारिश की संभावना नहीं है। आठ अगस्त से आसमान साफ हो जाएगा, जिससे उमस भरी गर्मी बढ़ेगी। दिन के तापमान में बढ़तोरी दर्ज होगी। गर्मी के कारण बादल भी छाएंगे।
बंगाल की खाड़ी से आए कम दबाव के क्षेत्र की वजह से चार दिनों में शहर में झमाझम बारिश हुई। मौसम में भी ठंडक रही, लेकिन कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पूर्वी मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश की ओर चला गया। इस वजह से बारिश नहीं हो सकी। शहर में बादल ही छाए। दिन में चार से छह किमी प्रतिघंटा की गति से हवा चलने से उमस से राहत रही, लेकिन यह राहत एक दिन की है। अधिकतम तापमान सामान्य रहा। मौसम केंद्र भोपाल के रडार प्रभारी डा वेदप्रकाश सिंह का कहना है कि चार से पांच दिनों तक बारिश की संभावना नहीं है।
शहर में फिर से बारिश का दौर कमजोर हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन चार दिन तेज बारिश की उम्मीद कम है, हालांकि धूप खिलने के बाद लोकल क्लाउड बनकर गरज चमक के साथ हल्की और मध्यम बारिश हो सकती है। सीजन में बारिश का आंकड़ा अब सामान्य से 101 मिमी कम हो गया है। शहर में अब तक मानसून की गतिविधियां कमजोर रही हैं। हल्की और मध्यम बारिश के दौर भले ही चल रहे हो लेकिन तेज बारिश के दौर लगातार नहीं बने हैं, इसलिए शहर में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है। बुधवार को भी शहर में मौसम का मिजाज इसी तरह रहा। कभी हल्की धूप रही तो कभी बादल रहे, यह स्थिति दिन भर दिखाई दी। हालांकि 14-15 अगस्त के बाद नया सिस्टम एक्टिव होने से फिर मानसून गति पकड़ेगा और बारिश का अगला दौर शुरू होने की उम्मीद है।
मानसूनी सिस्टम के एक्टिव नहीं होने से अगले 24 घंटे में कहीं भी तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी जरूर हो सकती है। भोपाल में बादल छाए रहेंगे। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग में बारिश हो सकती है।
जीरो से 5 वर्ष तक के बच्चों को सभी टीके आवश्यक रूप से लगाने की अपील : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी
9 Aug, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि जीरो से 5 वर्ष तक के बच्चों के सभी टीके आवश्यक रूप से लगवायें। टीकाकरण जानलेवा बीमारियों से बचाता है। मंत्री डॉ. चौधरी सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 अभियान की राज्य स्तरीय मीडिया कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि 5 वर्ष आयु तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के लिये सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के पहले चरण 7 से 12 अगस्त, दूसरे चरण 11 से 16 सितम्बर और तीसरे चरण 9 से 14 अक्टूबर 2023 में गर्भवती महिलाओं और 5 साल तक के बच्चों, जिनके कुछ टीके छूट गये हैं, का टीकाकरण पूरा करने के लिये क्षेत्र में विशेष टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जायेगा। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि टीकाकरण के महत्व से आम नागरिकों को परिचित कराना जरूरी है। शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिये जन-जागरूकता बहुत जरूरी है। जन-जागरूकता बढ़ाने में मीडिया की भूमिका अहम है। कोविड टीकाकरण में मीडिया और सभी वर्गों के सहयोग से मध्यप्रदेश में उल्लेखनीय कार्य हुआ है।
डायरेक्टर एनएचएम (टीकाकरण) डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया कि टीकाकरण सत्र से पहले गर्भवती महिलाओं और 5 वर्ष तक के बच्चों वाले सभी परिवारों का सर्वेक्षण कर मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के लाभार्थियों की पहचान की जायेगी। जिन चिन्हित लाभार्थियों ने यू-विन ऑनलाइन पोर्टल पर पहले रजिस्टर नहीं करवाया है, उनका रजिस्ट्रेशन करवाया जायेगा। रजिस्ट्रेशन के बाद बच्चे के टीकाकरण की जानकारी आसानी से ऑनलाइन उपलब्ध होगी। रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर निर्धारित टीकाकरण के लिये नियमित रिमांडर संदेश भी मिलते रहेंगे। नागरिकों को चाहिए कि वे रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर को बदलें नहीं, क्योंकि टीकाकरण के संदेश रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर ही प्राप्त होंगे। कार्यक्रम में यूनिसेफ के कार्यक्रम अधिकारी अनिल गुलाटी और प्रशांत कुमार भी उपस्थित थे।
"मेरी माटी मेरा देश" अभियान भारत माता की आराधना - मुख्यमंत्री चौहान
9 Aug, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'मेरी माटी-मेरा देश' महत्वपूर्ण अभियान है। इस अद्भुत गतिविधि से पूरे प्रदेश में देशभक्ति की भावना का संचार होगा। यह एक तरह से भारत माता की आराधना और पूजा है। अभियान से सभी प्रदेशवासियों को जोड़ा जाए। सभी जन-प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, नगरीय निकायों के सदस्य, सामाजिक, स्वयंसेवी, व्यापारी और धार्मिक संगठन, विद्यार्थी, खिलाड़ी, कर्मचारी, भजन मंडलियां, स्थानीय कलाकारों को अभियान से जोड़ा जाए। अभियान की थीम पर सांस्कृतिक गतिविधियों की प्रतियोगिताएँ भी हों। मेरी माटी-मेरा देश केवल शासकीय कार्यक्रम न बनकर रह जाए, देशभक्ति के इस कार्यक्रम से सभी व्यक्ति मन से जुड़ें। हर घर पर तिरंगा फहराया जाए और अमृत उद्यानों में पौध-रोपण भी हो। मैं स्वयं भी 14 अगस्त को लाड़ली बहनों के साथ 75 पौधे लगाऊंगा। नई पीढ़ी को देशभक्ति के संस्कार देना आवश्यक है, अत: मेरी माटी मेरा देश अभियान से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री चौहान अभियान पर केन्द्रित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को संबोधित कर रहे थे। समत्व भवन में हुई बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार, प्रमुख सचिव संस्कृति शिवशेखर शुक्ला तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। सभी जिलों के जिला कलेक्टर बैठक में वर्चुअली शामिल हुए।
स्मारक स्थल पर ली जाएगी पंच प्रण की शपथ
बैठक में जानकारी दी गई कि आजादी के अमृत महोत्सव के समापन समारोह के रूप में इस अभियान में 9 से 15 अगस्त तक गतिविधियां संचालित होंगी। शिलाफलकम (स्मारक) की स्थापना, पंच प्रण की शपथ, वसुधा वंदन, वीरों का वंदन, राष्ट्रध्वज फहराना तथा राष्ट्रगान का गायन अभियान के प्रमुख घटक हैं। प्रत्येक पंचायत तथा नगरीय निकाय में विद्यमान स्थानीय विद्यालय परिसर में शिलाफलकम (स्मारक) की स्थापना की जाएगी। स्मारक स्थल पर हाथ में दीपक लेकर पंच प्रण की शपथ के बाद व्यक्तियों द्वारा पोर्टल https://yuva.gov.in/meri_maati_mera_desh पर सेल्फी अपलोड की जाएगी। पंच प्रण के अंतर्गत भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने, गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, देश की समृद्ध विरासत पर गर्व, एकता को सुदृढ़ करने, देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करने और नागरिक होने का कर्तव्य निभाने की शपथ ली जाएगी।
सभी पंचायतों और नगरीय निकायों में लगाए जाएंगे 75 पौधे
वसुधा वंदन के अंतर्गत अमृत सरोवरों अथवा विद्यालयों तथा उपयुक्त सार्वजनिक स्थानों के आसपास 75 पौधे लगाए जाएंगे। वीरों का वंदन के अंतर्गत कर्तव्य पर रहते हुए अपने जीवन का बलिदान देने वाले स्थानीय वीरों, वीरांगनाओं का स्मरण कर स्वतंत्रता सेनानियों, सेवानिवृत्त रक्षा, अर्धसैनिक बल और राज्य पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्र-गान के बाद समारोह का समापन होगा। बताया गया कि सभी नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों में अभियान के आयोजन के लिए तैयारियाँ जारी हैं।
मप्र न सिर्फ राज्यों बल्कि दूसरे देशों के लिए भी एक मिसाल है- यूएन प्रतिनिधी शोम्बी शार्प
9 Aug, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के कार्यालय में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला से मुलाकात की। प्रतिनिधियों में यूनाइटेड नेशन रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर शोम्बी शार्प, यूनिसेफ मध्यप्रदेश की राज्य प्रतिनिधि मार्गरेट ग्वाडा, चीफ ऑफ़ स्टाफ रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर ऑफिस राधिका कौर बत्रा एवं संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपी) के राज्य प्रभारी सुनील जैकब शामिल थे। प्रतिनिधियों ने मध्य प्रदेश के आतिथ्य और राज्य में टिकाऊ और महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश न केवल अन्य राज्यों के लिए बल्कि अन्य देशों के लिए भी एक अविश्वसनीय उदाहरण है।
प्रतिनिधियों से बात करते हुए प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि टूरिज्म बोर्ड द्वारा महिलाओं की सुरक्षा में सुधार और एकल महिला यात्रियों को राज्य में आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ”महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना पर लगातार काम किया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन (आरटीएम) के तहत, 10,000 महिलाओं को पहले से ही आतिथ्य और पर्यटन उद्योग में फ्रंटलाइन कार्यकर्ता बनने के लिए कुशल बनाया जा रहा है और बताया कि वर्तमान में 40,000 महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।“ उन्होंने कहा कि एमपी पहले से ही सांची, भीमबेटका और खजुराहो सहित 3 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों का घर है और इसके अलावा 4 और स्थलों ओरछा, मांडू, भेड़ाघाट एवं सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को अस्थायी रूप से यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में सूचीबद्ध किया गया है। ग्वालियर को रचनात्मक शहरों के नेटवर्क के तहत चुना गया है।
शोम्बी शार्प ने गर्मजोशी से स्वागत और आतिथ्य के लिए प्रमुख शुक्ला और एमपी टूरिज्म बोर्ड का आभार व्यक्त किया और सामूहिक सतत विकास को प्रोत्साहित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र और मध्यप्रदेश सरकार के बीच साझेदारी की सराहना पर जोर दिया। शार्प ने कहा कि भारत की उनकी पहली आधिकारिक यात्रा मध्य प्रदेश में थी और वह इस राज्य से आत्मीय रूप से लगाव महसूस करते हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश के बाघों को देखने, वास्तुकला एवं प्राकृतिक सौंदर्य को देखने, साथ ही हॉट एयर बलून में उड़ने की इच्छा भी व्यक्त की।
राधिका कौल बत्रा सुरक्षित पर्यटन स्थलों की परियोजना के प्रति महिलाओं के दृढ़ संकल्प और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने मध्य प्रदेश के आकर्षक राज्य की एक और यात्रा करने की इच्छा भी जताई। अतिरिक्त प्रबंध निदेशक विवेक श्रोत्रिय ने भी अतिथियों का स्वागत किया।
टूरिज्म बोर्ड के निदेशक (कौशल) मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार को शोम्बी शार्प, मार्गरेट ग्वाडा, राधिका कौर बत्रा एवं सुनील जैकब ने मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा भारत सरकार के सहयोग से निर्भया कोष से संचालित महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना के हितधारकों, विभिन्न कौशल में प्रशिक्षण प्राप्त एवं पर्यटन स्थलों पर आजीविका से जुड़ रही युवतियों से संवाद कर उनका हौंसला बढ़ाया। परियोजना सहयोग संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी उन्होंने परियोजना क्रियान्वयन के स्थलीय प्रक्रियाओं के विषय में विस्तार से चर्चा की और परियोजना के प्रमुख समन्वय विभागों पुलिस, महिला एवं बाल विकास विभाग और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के प्रतिनिधियों से भी चर्चा की।
अल्पसंख्यक कल्याण के लिये केन्द्र से मिलने वाली राशि का शत-प्रतिशत उपयोग हो
9 Aug, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की अध्यक्ष सैयद शहजादी ने कहा है कि अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित योजनाओं के लक्ष्यों को शत-प्रतिशत हासिल किया जाये। उन्होंने कहा कि केन्द्र से प्राप्त होने वाली राशि का समय पर पूरा उपयोग हो। आयोग की अध्यक्ष आज मंत्रालय में सरकार के विभिन्न विभागों के कार्यक्रमों की समीक्षा कर रही थीं। बैठक में सचिव पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण स्वतंत्र कुमार सिंह, आयुक्त पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण गोपाल चन्द्र डाड भी मौजूद थे।
आयोग की अध्यक्ष शहजादी ने कहा कि केन्द्र सरकार अल्पसंख्यकों के समग्र विकास के लिये प्रतिबद्ध है। इसे ध्यान में रखते हुए इन वर्गों के शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक कल्याण के लिये केन्द्र सरकार की मदद से राज्यों में योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में मुस्लिम, क्रिश्चियन, जैन, सिक्ख, बौद्ध और पारसी वर्ग के छात्रों के शैक्षणिक सुधार के लिये करीब एक लाख 40 हजार विद्यार्थियों को प्री-मेट्रिक छात्रवृत्ति में करीब 48 करोड़ रूपये की छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई गई है। इन वर्गों के 23 हजार 700 विद्यार्थियों को 16 करोड़ 15 लाख की पोस्ट-मेट्रिक छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई गई। टेक्निकल कोर्स के लिये 2530 विद्यार्थियों को 7 करोड़ 50 लाख रूपये की मेरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई गई।
बैठक में बताया गया कि अल्पसंख्यक वर्ग की छात्राओं के लिये 7 गर्ल्स हॉस्टल भोपाल, बुरहानपुर, श्योपुर और खरगौन में संचालित हो रहे हैं। इन हॉस्टल्स में कम्प्यूटर ट्रेनिंग की व्यवस्था भी है। बैठक में प्रधानमंत्री जन-विकास कार्यक्रम की समीक्षा भी की गई। यह कार्यक्रम अल्पसंख्यक बहुल भोपाल, बुरहानपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, इंदौर, खरगौन और खण्डवा में मुख्य रूप से चलाये जा रहे हैं। इस कार्यक्रम के जरिये अल्पसंख्यकों के सामाजिक और आर्थिक सुधार के लिये कार्य किये जा रहे हैं। जानकारी दी गई कि भोपाल के शासकीय यूनानी कॉलेज में 180 क्षमता का गर्ल्स हॉस्टल बनकर तैयार हो गया है। खण्डवा के पॉलीटेक्निक कॉलेज में स्मार्ट क्लॉस-रूम तैयार किया गया है। भोपाल में रैनबसेरा भवन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। बैठक में अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम की योजनाओं की समीक्षा की गई।
मदरसों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा भी दें
राष्ट्रीय आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को परम्परागत शिक्षा के साथ अंग्रेजी शिक्षा देने की भी व्यवस्था हो। बताया गया कि राज्य में 1755 मदरसे संचालित हो रहे हैं। इन विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकें और मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। बैठक में महिला-बाल विकास की आँगनवाड़ी, मुख्यमंत्री निकाह योजना और स्व-सहायता समूहों की गतिविधियों की भी समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री चौहान के साथ पौधे लगाकर आरंभ किया मेरी माटी-मेरा देश, मिट्टी को नमन-वीरों का वंदन अभियान
9 Aug, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पीपल, कदंब और महुआ के पौधे रोपे। राष्ट्रीय सेवा योजना के भोपाल स्थित क्षेत्रीय निदेशालय ने मुख्यमंत्री चौहान के साथ पौधे लगाकर 9 से 30 अगस्त तक चलने वाले 'मेरी माटी-मेरा देश, मिट्टी को नमन-वीरों का वंदन' अभियान आरंभ किया। क्षेत्रीय निदेशालय के राहुल सिंह परिहार, डॉ. आर.के. विजय, डॉ. ए.के. सक्सेना, डॉ. राजकुमार वर्मा और डॉ. अशोक ने पौधे रोपे। अनुसूचित जनजाति वित्त विकास निगम की अध्यक्ष निर्मला बारेला तथा रानू शर्मा ने भी अपने जन्म-दिवस पर पौधा रोपा। गुरूकुल ड्रीम फाउंडेशन के आकाश बरूआ, जयेश श्रीवास्तव, आकाश त्रिपाठी, मोहित सिंह और तुव्यम जैन ने भी पौधे लगाए।
लाड़ली बहनों के खाते में 10 अगस्त को होगी मासिक सहायता की राशि अंतरित
9 Aug, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जन-कल्याण और विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित कार्यक्रमों और योजनाओं का प्रदेश की जनता पर व्यापक सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है। बड़ी संख्या में प्रदेशवासी इन योजनाओं और कार्यक्रमों से जुड़े हैं। रीवा में 10 अगस्त को लाड़ली बहनों के खातों में मासिक आर्थिक सहायता राशि अंतरित की जाएगी। इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम से सभी जिलों की ग्राम पंचायतें और वार्ड वर्चुअली जुड़ेंगे। मुख्यमंत्री चौहान 10 अगस्त को रीवा में होने जा रहे मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के कार्यक्रम के लिए जिलों में जारी तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व भवन में हुई बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। संभागायुक्त तथा कलेक्टर्स बैठक से वर्चुअली जुड़े।
लाड़ली बहना सेना निभाएंगी सक्रिय भूमिका
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक ग्राम और वार्ड में बनी लाड़ली बहना सेना की बहनों की शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में भागीदारी सुनिश्चित की जाए। महिला सशक्तिकरण में यह सेना महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में समर्थ है। ग्राम पंचायतों और वार्डों में 10 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम में लाड़ली बहना योजना पर केन्द्रित रंगोली, लोकगीत, लोक नृत्य, नुक्कड़ नाटक और अन्य स्थानीय सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन कर राशि अंतरण के पल को उत्सव के रूप में मनाया जाए।
पूर्व दस्यु मलखान सिंह ने थामा कांग्रेस का दामन
9 Aug, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने दिलाई सदस्यता
भोपाल । चंबल के बीहड़ों में आतंक का पर्याय रहे पूर्व डकैत मलखान सिंह ने बुधवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। वहीं, सागर और छतरपुर में जिला शिक्षा अधिकारी रहे निवाड़ी के संतोष शर्मा ने भी समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ले ली। चार दशक पहले चंबल के बीहड़ में डकैत रहे मलखान सिंह बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उन्होंने सदस्यता ग्रहण की। सागर और छतरपुर में जिला शिक्षा अधिकारी रहे संतोष शर्मा ने भी कांग्रेस जॉइन की।
मलखान सिंह ने दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे। जहां मेरा प्रचार होगा, वहां कांग्रेस जीतेगी। पहले अन्याय के खिलाफ बंदूक उठाई थी, आज अन्याय के खिलाफ बिगुल बजाया है। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को साफ कर देंगे। कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाकर बैठा देंगे। उन्होंने कहा कि अन्याय और अत्याचार नहीं बढ़ता तो मैं बागी नहीं बनता। सिद्धांत वाली पार्टी जानकर भाजपा के लिए कभी प्रचार किया था, लेकिन भाजपा में अब अन्याय-अत्याचार बढ़ गया है। रेप हो रहे हैं, लोगों की जमीनें छीनी जा रही हैं, इसीलिए मैंने भाजपा का त्याग किया। मलखान कभी बीहड़ के दस्यु किंग कहलाते थे। खुद को डाकू कहलाना गलत बतलाते हैं। उनके अनुसार वे अन्याय के खिलाफ बागी थे। गांव के रामजानकी मंदिर की 100 बीघा जमीन को मंदिर में मिलाने के लिए उन्होंने हथियार उठाए थे। उस दौरान वे पंच भी थे। पीसीसी चीफ व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मलखान सिंह जो कह रहे हैं, वो बात पूरा प्रदेश कह रहा है।
मलखान ने तो मेरे खिलाफ भी प्रचार किया था
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा मलखान सिंह को 20 साल साथ रखकर शोषण करती रही। मलखान सिंह अन्याय के खिलाफ बागी हुए थे। उन्होंने भाजपा में अन्याय होते देखा तो उनके खिलाफ बगावत की। मलखान सिंह को आप लाए? इस सवाल पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वे अपनी मर्जी से आए। उन्होंने तो विधानसभा चुनाव में मेरे खिलाफ भी प्रचार का ढाई हजार वोट का नुकसान पहुंचाया था।
मंदिर की जमीन के लिए बागी बना
15 जून 1982 में मलखान सिंह और उनकी गैंग ने तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की मौजूदगी में समर्पण कर दिया था। ये सरेंडर देखने के लिए मैदान में 30 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ इक_ी हो गई थी। इसके बाद मलखान 6 साल जेल में रहे। साल 1989 में सभी मामलों में बरी करके उन्हें रिहा कर दिया गया। मलखान भारतीय जनता पार्टी से प्रभावित हुए और उसके लिए प्रचार करना शुरू कर दिया। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी का प्रचार करने के लिए वे कई मंचों का चेहरा बने। अपने भाषणों में कांग्रेस को कोसा और नरेंद्र मोदी को जिताने की अपील की। मलखान कहते हैं कि मेरे आत्मसमर्पण में राजीव गांधी की पहल थी। तब कांग्रेस के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह थे। मेरी लड़ाई गांव के रामजानकी मंदिर की 100 बीघा जमीन के लिए थी। यह जमीन मंदिर के नाम हो गई तो मैंने समर्पण कर दिया।
नाराज होकर 2019 में छोड़ दी थी भाजपा
मलखान सिंह 2019 में भाजपा ने टिकट ना मिलने पर भाजपा से खफा हुए और पार्टी छोड़ दी। बाद में उन्होंने अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया का दामन थाम लिया। धौरहरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए।
1982 में किया था आत्मसमर्पण
गौरतलब है कि मलखान सिंह ने अपने गिरोह के साथियों के साथ वर्ष 1982 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उनका झुकाव भाजपा की ओर हुआ। 2014 के चुनावों में उन्होंने भाजपा के लिए प्रचार भी किया था। लेकिन 2019 में भाजपा की ओर से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने पार्टी छोड़ दी।
पत्नी है सरपंच
इसके बाद मलखान उत्तर प्रदेश के शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे और चुनाव भी लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उनकी पत्नी ललिता राजपूत फिलहाल गुना की सुगनयाई ग्राम पंचायत की सरपंच हैं। वहीं, निवाड़ी के संतोष शर्मा ने भी समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ली। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया भी उपस्थित थे।
15 तक छाए रहेंगे आंशिक बादल, बारिश की संभावना हुई कम
9 Aug, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । आगामी पंद्रह अगस्त तक आंशिक बादल छाए रहेंगे। इसी बीच बारिश की संभावना भी कम रहेगी। वातावरण में नमी होने के कारण छिटपुट बौछारें पड रही है। वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई भी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। इस वजह से मध्य प्रदेश में मानसून की गतिविधियों में कमी आने लगी है। धूप निकलने के कारण तापमान बढ़ने पर कहीं-कहीं बौछारें भी पड़ सकती हैं। उधर, मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक उज्जैन एवं धार में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बिहार के पास हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात काफी कमजोर पड़ने के साथ बांग्लादेश की तरफ चला गया है। मानसून ट्रफ भी हिमालय की तलहटी में पहुंच गई है। हालांकि पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू कश्मीर पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। गुजरात और उसके आसपास भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर में भी अभी कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। वर्तमान में हवा का रुख लगातार पश्चिमी बना हुआ है। इससे हवाओं के साथ आ रही नमी के कारण बादल बने हुए हैं। तापमान बढ़ने की स्थिति में स्थानीय स्तर पर कहीं-कहीं हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई भी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। इस वजह से अब धीरे-धीरे बादल छंटने लगे हैं। कहीं-कहीं हल्की धूप निकलने लगी है। इस वजह से दिन के तापमान में भी बढ़ोतरी होने लगेगी।