मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
उत्कर्ष उत्सव की कला यात्रा भोपाल के लिए अनूठा अनुभव
3 Aug, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : उत्कर्ष उत्सव की शुरुआत से एक दिन पहले, बुधवार 2 अगस्त 2023 को संस्कृति विभाग के सहयोग से संगीत नाटक अकादमी (एसएनए) द्वारा भोपाल में कला यात्रा निकाली गई। संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा और संचालक संस्कृति अदिति कुमार त्रिपाठी ने कला यात्रा को रवाना किया।
प्रदर्शन कला के क्षेत्र के विशेषज्ञ पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्रों की धुन पर अपनी पारंपरिक पोशाक और मुखौटों में 1200 प्रदर्शन करने वाले कलाकारों के साथ भोपाल की सड़कों पर रवीन्द्र भवन से न्यू मार्केट तक और वापस कार्यक्रम स्थल तक चले। यह वास्तव में कला रसिकों के साथ-साथ भोपाल शहर के लोगों के लिए एक अनूठा अनुभव था।
मंदसौर जिले की पारेषण क्षमता को मिली सृदढ़ता
3 Aug, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : एम.पी. ट्रांसको (म.प्र. पावर ट्रांसमिशन कंपनी) ने मंदसौर जिले के 132 के.व्ही. सबस्टेशन गरोठ में 50 एम.व्ही.ए. क्षमता का पावर ट्रांसफार्मर ऊर्जीकृत किया है। इससे मंदसौर जिले की विद्युत पारेषण क्षमता सुदृढ़ हुई है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बताया कि मंदसौर जिले के गरोठ क्षेत्र में कृषि एवं घरेलू उपभोक्ताओं की विद्युत की बढ़ती मांग के मद्देनजर एम.पी. ट्रांसको ने सबस्टेशन की क्षमता वृद्धि करते हुये 50 एम.व्ही.ए. क्षमता का पावर ट्रांसफार्मर की स्थापना कर इसे ऊर्जीकृत किया है। इस ट्रांसफार्मर के स्थापित होने से गरोठ सबस्टेशन की क्षमता बढ़कर 110 एम.व्ही.ए. हो गई है। लगभग 5 करोड़ 76 लाख रूपये की अनुमानित लागत से स्थापित इस ट्रांसफार्मर को इंदौर स्काडा सेंटर से रिमोट टेक्नालॉजी के माध्यम से ऊर्जीकृत करने में सफलता हासिल हुई है।
अब मंदसौर जिले में गरोठ और भानपुरा तहसील से जुड़े 210 गांवों के 55 हजार विद्युत उपभोक्ताओं को फायदा पहुँचेगा। अब उन्हें उचित वोल्टेज पर गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति होगी।
मंदसौर जिले में पहली बार रिमोट से हुआ ट्रांसफार्मर ऊर्जीकृत
एम.पी. ट्रांसको मंदसौर के अधीक्षण अभियंता के. एम. सिंघल ने बताया कि इंदौर से एच.एम.आई (हयूमन मशीन इंटरफेस) तकनीक का उपयोग करते हुये कम्प्यूटर का माउस क्लिक कर 180 किलोमीटर दूर गरोठ में इस ट्रांसफार्मर को ऊर्जीकृत किया गया। मंदसौर जिले में इस तकनीक का उपयोग पहली बार किया गया है। इस तकनीक में मानव और कम्प्यूटर मशीनों के तालमेल से सबस्टेशनों के उपकरणों को नियंत्रित और संचालित किया जाता है।
मुख्यमंत्री चौहान के साथ पौधे लगाकर मनाया जन्म-दिवस
3 Aug, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में जामुन, करंज और महुआ के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री चौहान के साथ मीनाक्षी यादव ने अपने जन्म-दिवस पर पौधे रोपे। उनके पति अखिलेश यादव और बेटी आइरिस साथ थीं। अतुल मालवीय ने भी अपने जन्म-दिवस पर पौधे लगाए।
इनके परिजन व परिचित भरत मालवीय और रुपेश व आरुष साथ थे। ग्वालियर के लोकतंत्र सेनानी त्रिलोक नाथ झा और सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश कुमार शर्मा, राजू पथरोल, संजीव गोयल, सुरेश नागवंशी तथा किरणजीत कौर ने भी पौध-रोपण में भाग लिया।
राष्ट्रपति मुर्मु का भोपाल आगमन
3 Aug, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का गुरुवार को भोपाल आगमन हुआ। विमानतल पर राष्ट्रपति का गर्मजोशी से हार्दिक स्वागत किया गया।
मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुलदस्ता भेंट कर राष्ट्रपति जी का स्वागत किया। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, नगरीय प्रशासन और विकास तथा भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना सहित सेना, प्रशासन तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी विमानतल पर राष्ट्रपति का भोपाल पहुँचने पर स्वागत किया गया।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति मुर्मु भोपाल में उन्मेष और उत्कर्ष कार्यक्रम में सम्मिलित होंगी।
राष्ट्रपति मुर्मु के राजभवन आगमन पर राज्यपाल पटेल ने किया स्वागत
3 Aug, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का राजभवन आगमन पर गरिमामय स्वागत किया गया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी. पी. आहूजा, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
भारत को समग्र विकास के उत्कर्ष तक ले जाएँ : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु
3 Aug, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि मध्यप्रदेश की जनजातीय विरासत अत्यंत समृद्ध है। यहां सर्वाधिक जनजातियाँ निवास करती है। हमारे सामूहिक प्रयास होने चाहिए कि हम अपनी संस्कृति, लोकाचार, रीति-रिवाज और प्राकृतिक परिवेश को सुरक्षित रखते हुए जनजातीय समुदाय के आधुनिक विकास में भागीदार बनें। नव उन्मेष से संयुक्त प्रतिभाएँ भारत को समग्र विकास के उत्कर्ष तक ले जायें। 'उन्मेष' और 'उत्कर्ष' जैसे आयोजन इस दिशा में तर्क संगत भी हैं और भाव संगत भी। ऐसा आयोजन एक सशक्त "कल्चरल ईको सिस्टम" का निर्माण करेगा। इसमें मध्यप्रदेश शासन का सक्रिय सहयोग सराहनीय है। मुर्मु ने कहा कि राष्ट्रपति बनने के बाद मेरी सर्वाधिक यात्राएँ मध्यप्रदेश में हुर्ह हैं। मैं आज पाँचवीं बार मध्यप्रदेश की यात्रा पर आई हूँ। मैं मध्यप्रदेश के 8 करोड़ निवासियों को यहाँ मेरे आत्मीय स्वागत के लिए धन्यवाद देती हूँ।
राष्ट्रपति मुर्मु रवीन्द्र भवन में "उत्कर्ष और उन्मेष" उत्सव के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रही थीं। केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय अंतर्गत संगीत नाटक अकादमी और साहित्य अकादमी द्वारा संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन के सहयोग से भोपाल में पहली बार 3 से 5 अगस्त तक भारत की लोक एवं जनजाति अभिव्यक्तियों के राष्ट्रीय उत्सव "उत्कर्ष" एवं "उन्मेष" का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रपति मुर्मु ने दीप प्रज्ज्वलन कर उत्सव का विधिवत शुभारंभ किया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि राष्ट्रप्रेम और विश्व बंधुत्व हमारे देश की चिंतन धारा में सदैव रहे हैं। प्राचीन काल से हमारी परंपरा कहती है "यत्र विश्व भवति एकनीडम्"। पूरा विश्व एक परिवार है। इस बार भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है और उसका आदर्श वाक्य "वन अर्थ, वन फेमिली एवं वन फ्यूचर" इसी भावना की अभिव्यक्ति है। यही भावना महाकवि जयशंकर प्रसाद की कविता में प्रतिबिंबित होती है: " अरूण यह मधुमय देश हमारा, जहाँ पहुँच अंजान क्षितिज को मिलता एक सहारा"।
राष्ट्रपति ने कहा कि साहित्य का सत्य हमेशा इतिहास के सत्य से ऊपर होता है। कवि वर रविन्द्रनाथ टैगोर और महर्षि नारद की रचनाओं में यह स्पष्ट है। साहित्य मानवता का आइना है, इसे बचाता है और आगे भी बढ़ाता है। साहित्य और कला संवेदनशीलता, करूणा और मनुष्यता को बचाती है। साहित्य और कला को समर्पित यह आयोजन सार्थक और सराहनीय है।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि विश्व आज गंभीर चुनौतियों से गुजर रहा है। विभिन्न संस्कृतियों में समन्वय और आपसी समझ विकसित करने में साहित्य और कला का महत्वपूर्ण योगदान है। साहित्य वैश्विक समुदाय को शक्ति प्रदान करता है। साहित्य की कालातीत श्रेष्ठता से हर व्यक्ति परिचित है। विलियम शेक्सपियर की अमर कृतियाँ आज भी इसका प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि साहित्य आपस में जुड़ता भी और जोड़ता भी है। मैं और मेरा से ऊपर उठकर रचा गया साहित्य और कला सार्थक होते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि 140 करोड़ देशवासियों की भाषाएँ और बोलियाँ मेरी है। विभिन्न भाषाओं में रचनाओं का अनुवाद भारतीय साहित्य को और समृद्ध करेगा। पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल विहारी वाजपेयी का संथाली भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल करने का प्रयास अत्यंत सराहनीय था।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि उन्मेष का अर्थ आँखों का खुलना और फूल का खिलना है। यह प्रज्ञा का प्रकाश और जागरण है। 19वीं शताब्दी में नव-जागरण की धाराएँ 20वीं सदीं के पूर्वार्द्ध तक प्रवहमान रहीं। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान स्वधीनता और पुनर्जागरण के आदर्शों को साहित्यकारों ने बखूबी अभिव्यक्त किया। उस समय का साहित्य देशभक्ति की भावना की अमर अभिव्यक्ति है। उस समय के साहित्य ने मातृभूमि को देवत्व प्रदान किया। भारत का हर पत्थर शालिग्राम बना। बंकिमचन्द्र चटर्जी, सुब्रमण्यम् जैसे महान साहित्यकारों की रचनाओं का जन-मानस पर गहरा प्रभाव रहा।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि "उत्कर्ष" जनजातीय समाज की उन्नति का उत्सव है। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि जिस दिन भारत का जनजातीय समाज उन्नत हो जाएगा, उस दिन भारत विश्व में विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित हो जाएगा। भारत में 700 से अधिक जनजातीय समुदाय हैं और इससे लगभग दो गुना उनकी भाषाएँ हैं। आज जब भारत का अमृत काल चल रहा है, तो हमारा यह दायित्व है कि जनजातीय भाषा और संस्कृति जीवित और विकसित होकर रहे।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के भोपाल आगमन पर उनका स्वागत और अभिनंदन किया और कहा कि भारत की हृदय स्थली मध्यप्रदेश में विभिन्न संस्कृतियाँ, 21 प्रतिशत जनजातीय आबादी के साथ अनेकता में एकता के सूत्र से बनी माला के मनकों के समान एक साथ, एकजुट होकर रह रही हैं। राष्ट्रपति मुर्मु के आगमन से उन्मेष और उत्कर्ष के आयोजन की गरिमा बढ़ी है, समस्त प्रदेशवासी गौरवान्वित अनुभव कर रहे हैं। सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध भोपाल में दोनों कार्यक्रम का आयोजन, साहित्य एवं कला-प्रेमियों के लिए निश्चित रूप से परम आनंद का विषय है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि 15 देशों के 550 से अधिक विभिन्न भाषाओं के रचनाकारों की 75 से अधिक कार्यक्रमों में सहभागिता का यह उत्सव, कला और संस्कृति की सभी परंपराओं के सामंजस्य का उत्सव बनेगा।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि उन्मेष के दौरान जनजातीय कवि-लेखक सम्मेलन, 'भारत एट सेवन्टी' पर कविता पाठ और मध्यप्रदेश के गीत के सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। उन्मेष और उत्कर्ष भारत की विभिन्न परंपराओं को जोड़ने का प्रयास है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” के विचार को सफल बनाने की सार्थक और सराहनीय पहल है। भारत दुनिया का ऐसा अद्भुत देश है, जहाँ से विश्व के समस्त ज्ञान-विज्ञान और दर्शन की विभिन्न धाराएँ विश्व में प्रवाहमान हुई हैं। हमारे प्राचीन ऋषि-मुनि और संत-परंपरा ने अपने अनुभव-अनुभूति साधना के ज्ञान को मानवता के कल्याण पथ के आलोकन में समर्पित किया है। इसीलिए उनकी रचनाएँ देश-काल की सीमाओं से परे आज भी प्रासंगिक है। कलात्मकता की शक्ति अद्भुत होती है।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि विचार-भावना और आत्म-शक्ति के समन्वय से ही रचना का सृजन होता है। इसके लिए किसी साधन-संसाधन की आवश्यकता नहीं होती। इसका जीवंत प्रतिरूप जनजातीय समुदाय की कलात्मकता है, जिसकी कला, रचना-कौशल, संगीत और नृत्य, काल की सीमाओं से परे अमिट मूल्यों, मौलिक सादगी और गहन अनुभूति का अद्भुत आभास कराते हैं। भारत की भाषाई, भौगोलिक विविधताओं के उदार मिश्रण ने श्रेष्ठतम साहित्य का निर्माण किया, जिसकी बानगी, अनूठी और अप्रतिम विविधता है। डिजिटल क्रांति के दौर में उत्कर्ष का आयोजन संस्कृति, कला, साहित्य और भाषा के सृजनकारों के बीच वैश्विक विमर्श और सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण में सहयोगी होगा। भारत की प्राचीन सूक्ति “वसुधैव कुटुंबकम” की प्रामाणिकता के साथ भारत की एकता और श्रेष्ठता को विश्व में स्थापित करने में यह आयोजन सफल होगा। राज्यपाल पटेल ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय साहित्य, लोक एवं जनजातीय अभिव्यक्तियों के सफल अनूठे आयोजन के लिए संस्कृति मंत्रालय, साहित्य अकादमी तथा संगीत नाटक अकादमी को बधाई दी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश का सौभाग्य है कि हमें अंतर्राष्ट्रीय साहित्य उत्सव 'उन्मेष' और लोक एवं जनजातीय अभिव्यक्तियों के उत्सव 'उत्कर्ष' जैसे भव्य और गरिमामय आयोजन की मेजबानी का सौभाग्य प्राप्त हुआ। भारत अत्यंत प्राचीन और महान राष्ट्र है। भारत वह भूमि है, जिसने वसुधैव कुटुम्बकम, सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे भवन्तु निरामय: अर्थात सभी सुखी हों और सबके निरोग रहने का संदेश दिया। रोटी, कपड़ा और मकान के साथ-साथ व्यक्ति के सुख के लिए मन, बुद्धि और आत्मा का सुख भी आवश्यक है। मनुष्य को यह सुख अगर कोई देता है, तो वह साहित्य, संगीत और कला ही है। आज बड़ी संख्या में गणमान्य साहित्यकार, कलाकार और संगीतकारों ने यहाँ अपनी उपस्थिति से शोभा बढ़ाई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक तरफ वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न और शक्तिशाली भारत का निर्माण कर रहे हैं और दूसरी तरफ हमारी कला, संस्कृति, परम्पराओं, साहित्य, जीवन मूल्यों के संरक्षण और संवर्धन के लिए भी निरंतर प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि "मुझे विश्वास है कि साहित्य, कला और संगीत में दुनिया को एक बनाए रखने का सामर्थ्य है। भौतिकता की अग्नि में दग्ध मानवता को शाश्वत शांति का दिग्दर्शन कला, संगीत और साहित्य ही कराएंगे।"
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मु की स्वच्छता के लिए प्रतिबद्धता से देश उत्साह के साथ प्रेरणा प्राप्त करता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परम्पराओं में आस्था से उनके प्रति आदर और सम्मान का भाव उत्पन्न होता है और देश अपने मूल्यों को याद करता है। मोदी की पहल से ही 'उन्मेष' और 'उत्कृष' जैसे नवाचार सामने आते हैं। हमारे यहाँ बहुत सी भाषाएँ और बोलियों के होते हुए भी देश में मूलभूत एकता है। हमारे साहित्यकार, कलाकार, संगीतज्ञों को ऐसे आयोजनों से अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है। ऐसे आयोजन विश्व को एकसूत्र में बांधने में समर्थ और सक्षम हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश प्राचीनकाल से कला और संस्कृति की संगम-स्थली रहा है। यहाँ कला, संस्कृति और वैभवपूर्ण अतीत तथा समृद्धशाली वर्तमान है। यह साहित्यकारों की कर्मभूमि और कलाकारों की तीर्थ भूमि रही है। भीमबैठका, बाघ, नचनाकुठार, खजुराहो इसके सजीव और साक्षात प्रमाण हैं। प्रदेश में कला और संस्कृति के राजाश्रय की प्राचीन परम्परा रही है। राजा भोज हों या माता देवी अहिल्याबाई हों, उन्होंने साहित्य और संगीत के संरक्षण में अपना जीवन समर्पित किया। इस धरती पर बाणभट्ट, कालिदास, राजशेखर, पतंजलि, भतृहरि, पदमाकर और केशवदास जैसे रत्न हुए हैं। इनका स्मरण कर हम आनंद और गर्व का अनुभव करते हैं। लता मंगेशकर, किशोर कुमार, पंडित कुमार गंधर्व, उस्ताद अलाउद्दीन खां जैसे कलाकारों को इसी प्रदेश ने जन्म दिया, यह सौभाग्य हमारे प्रदेश को प्राप्त है। गोपाल शरण सिंह, दादा माखनलाल चतुर्वेदी, हरिशंकर परसाई, वृंदावनलाल वर्मा, नरेश मेहता, अमृतलाल वेगड़, भवानी प्रसाद मिश्र जैसे साहित्यकार इस माटी से उपजे। अनेकों पत्रकार वेदप्रताप वैदिक, अवनीश जैन, सुशील दोषी यहाँ के थे। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जैसे कवि हृदय राजनेता भी इस प्रदेश से रहे, यह उनकी कर्म-स्थली रही। ऐसे प्रदेश में उन्मेष और उत्कर्ष के आयोजन के लिए मैं हृदय से आभारी हूँ।
प्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष संध्या पुरेचा, साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव उमा नंदूरी उपस्थित थीं। समारोह में संगीत नाटक अकादमी, साहित्य अकादमी, आजादी के अमृत महोत्सव तथा हर घर हेल्दी मिशन पर केन्द्रित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रपति मुर्मू ने हर घर हेल्दी मिशन के अंतर्गत विश्व रिकार्ड बनाने के लिए केन्द्रीय संयुक्त सचिव संस्कृति उमा नंदूरी तथा माय एफएम रेडियो के पदाधिकारी को प्रमाण पत्र प्रदान किया।
विभिन्न राज्यों और अंचलों के नृत्य प्रस्तुत
राष्ट्रपति मुर्मु के सम्मुख विभिन्न नृत्यों की झलकियां प्रस्तुत की गईं। इस विंहगम, मनोहारी और आकर्षक प्रस्तुति में कलाकारों ने विभिन्न राज्यों और अंचलों के नृत्य प्रस्तुत किए। तीन से 6 अगस्त तक हो रहे इस भव्य समारोह में 100 से अधिक भाषाओं में 14 देशों के 575 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। "एक भारत श्रेष्ठ भारत" की भावना को दर्शाती 1000 से अधिक कलाकारों की सांस्कृतिक प्रदर्शनी भी आयोजित है। समारोह में साहित्य अकादमी द्वारा पुस्तक प्रदर्शनी, जनजातीय समुदायों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और भक्ति, सिनेमा तथा आदिवासी साहित्य पर सामूहिक परिचर्चा होगी।
राष्ट्रपति मुर्मु को राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री चौहान ने दी विदाई
3 Aug, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु को नई दिल्ली वापसी पर राजा भोज विमान तल पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भावभीनी विदाई दी। मुर्मु गुरूवार को एक दिवसीय प्रवास पर भोपाल आई थीं।
राष्ट्रपति मुर्मु को विमानतल पर राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री चौहान ने भगवान कृष्ण और राधा की अष्टधातु की प्रतिमा स्मृति-चिन्ह के रूप में भेंट की। महापौर मालती राय, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा भी उपस्थित थे। राष्ट्रपति मुर्मु ने भारतीय सेना के विमान से लगभग साढ़े 4 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान किया।
विवाहित युवक ने पति से अलग रह रही महिला को शादी का झांसा देकर लिवइन में रख किया दुष्कर्म
3 Aug, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी की मिसरोद पुलिस ने पति से अलग रह रही महिला की शिकायत पर ऐसे आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है, जिसने अपने विवाहित होने की बात छिपाकर महिला का शादी का झांसा दिया और लिवइन में रखकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा। बीते दिनो महिला के मोबाइल पर उसकी पत्नि का फोन आने से पीड़ीता को उसकी सच्चाई पता चली, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 35 वर्षीय महिला ने अपनी शिकायत में बताया की वह मूल रुप से बैतूल जिले की रहने वाली है। वर्तमान में वह एक एक अस्पताल में काम करती है। उसकी शादी पहले हुई थी, लेकिन पति से अनबन के कारण वह पति से अलग हो चुकी है। एक शादी समारोह में उसकी पहचान पिपरिया में रहने वाले अंकित शर्मा नाम के युवक से हुई थी। अंकित फिलहाल भोपाल में रहकर प्राइवेट काम करता है। बातचीत के दौरान अंकित ने महिला का मोबाइल नंबर ले लिया और बाद में उनके बीच फोन पर बातचीत होने लगी। उनकी पहचान जल्द ही प्रेम प्रसंग में बदल गई। अंकित ने महिला के सामने शादी करने का प्रस्ताव रखा, पीड़ीता को भी सहारे की तलाश थी, और दोनो एक दूसरे को पंसद करते थे, जिसके चलते उसने अपनी सहमति दे दी। आरोप है कि इसके बाद अंकित शर्मा ने उसे जल्द शादी करने का झांसा देते हुए अपने साथ लिवइन रिलेशन में रहने के लिए तैयार कर लिया। दोनों मिसरोद इलाके की एक कॉलोनी में किराए का मकान लेकर रहने लगे। साथ रहने के दौरान अंकित ने महिला का कई बार शारीरिक शोषण किया। बीते दिनों महिला के मोबाइल नंबर पर एक एक महिला का फोन आया। बातचीत करते हुए उसने पीड़ीता को बताया कि वह अंकित की पत्नी बोल रही है, और पिपरिया में रहती है, साथ ही उसने यह भी कहा कि वह उसके पति से बातचीत क्यों करती है। तब महिला का पता चला कि अंकित पहले से ही विवाहित है। आरोप है कि खुद के शादीशुदा होने की बात अकिंत ने उसे नहीं बताई थी। अकिंत के विवाहित होने की बात पता चलने पर पीड़ीता पुलिस के पास जा पहुंची। शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी खिलाफ बलात्कार का मामला कायम कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी हैं।
पूर्व सीएम कमलनाथ के नाम पर पैसै मांगने वाला हिरासत में
3 Aug, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। पूर्व सीएम कमलनाथ के मोबाइल नंबर का प्रयोग कर अन्य नेताओ से रकम मांगने वाले शातिर आरोपी को राजधानी भोपाल की क्राइम ब्रांच टीम ने बीजलपुर इंदौर से पकड़ लिया है। अधिकारियो के अनुसार आरोपी तनिष्क छाजेड़ पिता सुधीर कुमार (24) निवासी बीजलपुर इंदौर से शुरुआती पूछताछ मे आरोपी ने बताया है कि उसने वह इसी तरह बड़े नेताओं के फोन नंबर का इस्तेमाल कर सर्वर और मोबाइल नंबर स्पूफ कर उनके परिचित लोगों को अपने झांसे में फंसा लेता था। जॉच में सामने आया है कि शातिर पूर्व में भी कई बड़े लोगों के नाम पर पैसे अपने खाते में ट्रांसफर करवा चुका हैं। गौरतलब है कि आरोपी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर कांग्रेस नेताओं से पैसे की मांग की थी। पुलिस मामले में आगे की जॉच कर रही है, जिसमें कई खुलासे हो सकते है।
पूर्वी मप्र में बारिश का सिलसिला जारी
3 Aug, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कई दिनों से अच्छी बारिश के लिए तरसा रहे बादल आज राजधानीवासियों पर मेहरबान हो गए और सुबह से ही बारिश की दौर शुरु हो गया। मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी के आसपास बने अवदाब के क्षेत्र के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। आज गुरुवार को भी रीवा, जबलपुर, शहडोल, सागर संभाग के जिलों में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। इसके अलावा ग्वालियर, उज्जैन, भोपाल संभाग के जिलों में भी कहीं-कहीं छिटपुट बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में अवदाब का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में पश्चिम बंगाल से लगे गांगेय क्षेत्र में बना हुआ है। इसके कमजोर पड़कर झारखंड के आसपास पहुंचने की संभावना है। उधर मानसून द्रोणिका का पश्चिमी सिरा हिमालय की तलहटी में पहुंच गया है, जबकि पूर्वी छोर बिहार से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रहा है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन दो मौसम प्रणालियों के असर से मिल रही नमी के कारण पूर्वी मप्र में लगातार वर्षा हो रही है। बुधवार-गुरुवार को भी रीवा, जबलपुर, शहडोल, सागर संभाग के जिलों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन संभागों के जिलों में भी कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ सकती हैं।इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक जबलपुर में 168.1, उमरिया में 73.2, मंडला में 69, सीधी में 36.2, रतलाम में 28, बैतूल में 23, सतना में 20.2, ग्वालियर में 16.7, उज्जैन में 15, मलाजखंड में 13.8, खजुराहो में 12, इंदौर में 9.7, दमोह में नौ, सागर में 8.4, दतिया में 7.4, पचमढ़ी में 6.2,रीवा में 5.6, टीकमगढ़ एवं नौगांव में पांच, नरसिंहपुर में चार, नर्मदापुरम और छिंदवाड़ा में तीन, सिवनी में 1.2, भोपाल एवं धार में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। जबलपुर में भारी वर्षा के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
गुटबाजी से कैसे पार पाएंगे कांतिलाल भूरिया ?
3 Aug, 2023 01:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गणेश कुमार
मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़ा कद रखने वाले कांतिलाल भूरिया को प्रदेश कांग्रेस की ओर से चुनाव समिति की कमान सौंपी गई है। 32 लोगों की टीम बनाई गई है। पांच बार के सांसद रहे कांतिलाल भूरिया को कांग्रेस की ओर से सर्वमान्य नेता के बजाय एक आदिवासी नेता के तौर पर ही पहचान दी गई। ऐसे में सवाल बरबस ही उठता है कि आखिर कई गुटों में बंटी मध्य प्रदेश कांग्रेस की सियासी गाड़ी को वहां तक संभाल कर ले जाएंगे ?
मिशन 2023 की तैयारी में जुटी कांग्रेस में गुटबाजी बढ़ रही है। ग्वालियर चंबल में गुटबाजी इस कदर बढ़ गई कि कांग्रेसी एक दूसरे के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करा रहे हैं तो वही बीच सड़कों पर मारपीट भी करने लगे हैं। जोरा विधानसभा से टिकट की दावेदारी कर रहे संजय सिंह यादव और माटू यादव के गुट में मारपीट हुई। ग्वालियर ग्रामीण से दावेदारी कर रहे हैं साहब सिंह गुर्जर और प्रदेश महामंत्री दशरथ के बीच मारपीट और फिर साहब सिंह पर एफ आई आर हुई। ग्वालियर सीट के दावेदार योगेंद्र सिंह तोमर ने कांग्रेस की बैठक के दौरान जिला अध्यक्ष के सामने बंदूक निकाल ली।
एक ओर घटना 4 जुलाई की ही लोगों के जुबान पर है। पूर्व कैबिनेट मंत्री जयवर्धन सिंह के स्वागत में पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का दो गुट आपस में ही भिड़ गया। दरअसल, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह मंगलवार को सिटी सेंटर स्थित होटल सेंट्रल पार्क के बाहर पहुंचे थे। उनके स्वागत के लिए यूथ कांग्रेस के नेता अपने अपने समर्थकों को लेकर होटल के बाहर खड़े थे। इसी दौरान दो नेताओं के समर्थकों में बहस होने लगी।
जब तक इसे शांत कराया जाता तब तक ये समर्थक आपस में ही भिड़ गए। कुछ कार्यकर्ता डंडे भी निकाल लाए। इसी दौरान मौके पर मौजूद विधायक लाखन सिंह और प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह ने हंगामे को शांत कराने की कोशिश की लेकिन कोई कार्यकर्ता उनकी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था। करीब एक घंटे तक तनातनी की स्थिति बनी रही।
कांग्रेस ने भूतपूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को मैदान में उतार दिया है। इस बीच, उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे पार्टी नेताओं को एकता सूत्र में बांधने के लिए हिदायत दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि अगर ऐसी ही गुटबाजी रही तो साल 2023 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए अंतिम चुनाव होगा।
वायरल वीडियो कहां का है ये साफ नहीं हो सका है। लेकिन उनके साथ कांतिलाल भूरिया भी दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में कई लोग दिग्विजय को घेरे हुए दिख रहे हैं। दिग्विजय सिंह कह रहे हैं कि अगर ईमानदारी से चुनाव नहीं लड़े तो आप लोग घर बैठ जाएगा। उन्होंने कहा कि आप लोग आपस में बात करने के लिए तैयार ही नहीं हैं। ऐसे ही चलता रहा तो कांग्रेस कभी भी सत्ता में वापसी नहीं करेगी।
मई महीने की बात है। कांग्रेस सांसद और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह खंडवा इलाके में थे। निमाड़ में कांग्रेस अलग-अलग गुटों में बंटी है। ऐसे में कांग्रेस के मंडलम-सेक्टर की बैठक में कमलनाथ गुट और अरुण यादव गुट के लोग आमने-सामने आ गए। बहस इतनी बढ़ी कि मंडलम-सेक्टर की बैठक लेने आए दिग्विजय सिंह को नाराज होकर मंच से कहना पड़ा- कांग्रेस भाड़ में जाए, तुम इसी तरह बहस करते रहो।
गौर करने योग्य यह भी है कि जो लोग मध्य प्रदेश की राजनीति को जानते हैं, उन्हें पता है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी कोई नई बात नहीं है। कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताया जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस के कई नेताओं से सवाल उठाया था कि चुनाव जीतने के बाद विधायक दल सीएम का चेहरा तय करता है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने भी सीएम के चेहरे पर अपनी बात रखी थी।
साल 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस चुनाव जीती थी, लेकिन गुटबाजी के कारण सरकार डेढ़ साल से अधिक नहीं चल पाई और कमल नाथ को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ गया था। तब कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से बगावत करते हुए भाजपा ज्वाइन कर ली थी। जिसके बाद सरकार गिर गई थी।
कहीं भूरिया के भ्रमजाल में आदिवासियों को लुभा तो नहीं रही कांग्रेस
3 Aug, 2023 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मोनिका झा
ऐसे तो चुनावी समर में टिक नहीं पाएगी कांग्रेस
चुनावी मोड में आ चुके मध्य प्रदेश पर राज्य ही नहीं, देश के दूसरे प्रदेशों की भी नजर है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के सभाओं का दौर शुरू हो चुका है। हर नेता अपने हिसाब से जनता को अपने पक्ष में करने के लिए बातें कर रहा है। हाल ही में कांग्रेस ने अपने चुनावी टीम की घोषणा की है।कांग्रेस पार्टी ने भी मंगलवार को चुनाव प्रचार अभियान समिति की घोषणा कर दी। इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बनाई गई इस समिति में 32 नेता हैं और इनकी कमान सौंपी गई है पार्टी के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया को।
इनके नाम की घोषणा से इतना तो तय है कि कांग्रेस आदिवासी वोटरों को लुभाने के लिए ऐसा कर रही हैं। एक समय में कांतिलाल भूरिया राज्य के सबसे बड़े आदिवासी नेता के तौर पर पहचाने जाते थे। हाल के दिनों में कांग्रेस की गुटबाजी ने उन्हें साइड कर दिया। कई गुटों में बंटी कांग्रेस के नेता कांतिलाल भूरिया को अधिक तवज्जो नहीं देते थे। अब जब कांग्रेस नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को लगा कि आदिवासियों को अपने पक्ष में करना, बेहद जरूरी है, तो भूरिया को आगे किया गया।
असल में, आदिवासी बहुल रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट से कांतिलाल भूरिया पांच बार सांसद रह चुके हैं। आदिवासी समाज में उनकी बेहतर पकड़ के चलते कांग्रेस पार्टी ने उन्हें भारी विरोध के बाद भी चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाया है। दरअसल, मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 47 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। वहीं राज्य की 84 सीटों पर यह समुदाय जीत हार का फैसला करने में अहम भूमिका निभाता है।
मध्य प्रदेश में कहा जाता है कि जिसने आदिवासी समाज का वोट जीत लिया, उसने ही सूबे की सत्ता पर काबिज होना है। पिछले विधानसभा चुनावों के पहले तक ये वोट भाजपा को जा रहा था। बीते तीन सालों में जिस प्रकार से भाजपा सरकार की ओर से जनजातियों के लिए कई प्रकार की योजनाओं को लागू किया गया, उससे कांग्रेस के हाथ-पांव फूले हुए हैं।
साल 2018 में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 47 सीटों में से भाजपा सिर्फ 17 ही जीत सकी थी, वहीं कांग्रेस के खाते में 30 सीटें आईं। राज्य में प्रचलित कहावत के अनुसार, कांग्रेस ने ही सरकार बनाई। वहीं 2013 में भाजपा ने 47 में से 31 सीटों पर चुनाव जीता था, उस समय बिना किसी रोकटोक के भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी। इसलिए इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों आदिवासी समुदाय को लुभाने की कोशिश में है।
वर्तमान की सभाओं को देखने पर पता चलता है कि कांग्रेस की आदिवासियों के बीच अपेक्षाकृत पकड़ कम है। हाल ही में जब इंदौर में आदिवासी युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया और मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी थे, उस समय भी खाली कुर्सियों को लेकर सोशल मीडिया पर खूब तस्वीरें वायरल हुई थीं। बात आदिवासी की हो रही है और सम्मेलन इंदौर का ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर को चुना गया।
यह कार्यक्रम आदिवासियों के मुद्दों और समस्याओं को लेकर राज्य में कांग्रेस से संवाद के लिए आयोजित किया गया था। आदिवासी युवा महापंचायत में कमलनाथ के साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह मौजूद थे। और तो और, नेशनल स्टूटेंड्स यूनियन ऑफ इंडिया के प्रभारी कन्हैया कुमार भी उपस्थित थे। वही कन्हैया कुमार, जो जेएनयू के बवाल से खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं। बावजूद ये तीनों इस ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर की खाली कुर्सियों को नहीं भर सके।
सोशल मीडिया पर कमलनाथ के इस सम्मेलन का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो के साथ ही यूजर्स ने लिखा है कि मध्य प्रदेश की जनता ने कांग्रेसियो का पोल खोल कर रख दिया, अब कांग्रेस मुक्त भारत हो रहा है। अब कांग्रेसियों की जनसभा में कोई आदमी जाना नहीं चाहता, कांग्रेसियो के झूठे वादे को मध्य प्रदेश की जनता जान चुकी है। एक यूजर ने तो यहां तक लिख दिया कि जो चंद लोग कुर्सी पर बैठे दिखाई दे रहे हैं, वो इसलिए कि वो अपने घर से इंदौर आए, उसका किराया और वापसी जाने का किराया लेने का इंतजार कर रहे हैं। कारण, पार्टी कार्यकर्ता ने इसी शर्त पर इन्हें उनके गांव से इंदौर बुलाया था।
दूसरी ओर, सरकारी योजनाओं में आदिवासियों की बात करें, तो केंद्र सरकार सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 15 नवंबर को देश के इतिहास और संस्कृति में जनजातीय समुदायों के योगदान को याद करने के लिए जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित किया। वर्ष 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15 नवंबर को भारत की आज़ादी के 75 साल पूरे होने के जश्न के हिस्से के रूप में बहादुर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने हेतु 15 नवंबर को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मंज़ूरी दी है।
15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंड की जयंती मनाई जाती है। यह दिन सभी जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने और जनजातीय क्षेत्रों व समुदायों के सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रयासों को फिर से सक्रिय करने के लिए भी मनाया जाता है। जनजातीय गौरव दिवस समारोह 2047 में देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर दूर-दराज के इलाकों, गांवों में रहने वाले जनजातीय लोगों को मूलभूत सुविधाएं, रोजगार, शिक्षा देने का संकल्प लेने की दिशा में एक कदम है।
महिला के साथ किया दुष्कर्म, शादी के लिये महिला ने किया इंकार तो देने लगा बदनाम करने की धमकी
3 Aug, 2023 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। कमला नगर थाना पुलिस ने विधवा महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया है। महिला के तीन बच्चे है, और उसके पति की मौत हो चुकी है। आरेपी ने पहले उसके साथ जर्बदस्ती की थी। लेकिन बाद मे वह महिला पर शादी करने का दबाव बनाने लगा। पीड़ीता के इंकार करने पर वो उसे बदनाम करने की धमकी देने लगा। परेशान होकर महिला थाने जा पहुंची। कमला नगर पलिस के अनुसार 38 वर्षीय महिला ने अपनी शिकायत में बताया की वह एमपी नगर इलाके में रहती है। कुछ साल पहले उसके पति की मौत हो चुकी है, ओर वह अपने तीन बच्चों के साथ रहते हुए घरों में साफ-सफाई का काम करती है। करीब तीन साल पहले वहॉट्सएप पर उसकी पहचान सचिन सोलंकी नाम के युवक से हो गई थी। कई दिनो की चैटिंग के बाद इस साल की शुरूआत में उसकी सचिन से मुलाकात हुई। नजदीकियां बढ़ीने पर मई के महीने में सचिन उसे राहुल नगर स्थित अपने घर ले गया और वहां उसने महिला के साथ जबरन शारीरिक संबंध बना लिए। इसके बाद आरोपी उसे बदनाम करने की धमकी देकर लगातार दुष्कर्म करने लगा। बीते दिनों सचिन ने महिला
को शादी करने का प्रस्ताव दिया। महिला का कहना था कि उसके बच्चे बड़े-बड़े है, वह शादी नहीं कर सकती। इस पर सचिन ने धमकी दी कि अगर महिला ने उससे शादी नहीं की तो वह उसे बदनाम कर देगा। और बीते कई दिनों से वो महिला को परेशान करने लगा। तगं आकर थाने पहुंची महिला की शिकायत पर पुलिस ने बलात्कार का प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी।
सीएम शिवराज चार अगस्त को प्रदेश के जनसेवा मित्रों से करेंगे संवाद, नियुक्ति पत्र भी सौंपेंगे
3 Aug, 2023 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रदेश में इस समय करीब 4695 जनसेवा मित्र काम कर रहे
भोपाल । युवाओं को आगे रखकर प्रदेश विकास की नई तहरीर लिखने की तरफ कदम बढ़ा चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर युवाओं के बीच होंगे। चार अगस्त को करीब 10 हजार से ज्यादा युवाओं से वे चर्चा करेंगे। इस दौरान वे प्रदेशभर से चुने गए जनसेवा मित्रों को नियुक्ति पत्र और प्रदेश विकास की जिम्मेदारी सौंपेंगे। इस दौरान वे जनसेवा मित्र भी मौजूद रहेंगे, जो पिछले छह माह से प्रदेश के हर ब्लॉक तक पहुंचकर जनसेवा कर रहे हैं।
प्रदेश के सभी 52 जिलों के 313 ब्लॉक में इस समय करीब 4695 जनसेवा मित्र काम कर रहे हैं। करीब छह माह की इनकी प्रशिक्षण अवधि पूरी होने के बाद इस कार्यक्रम का अगला चरण शुरू किया जा रहा है। इसके लिए इतनी ही संख्या में नए जनसेवा मित्र और जोड़े गए हैं। साथ ही पहले से कार्यरत जनसेवा मित्रों का कार्यकाल बढ़ाकर इनके मानदेय में बढोत्तरी की गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चार अगस्त को प्रदेशभर के इन सभी युवाओं से मुलाकात करने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री इन जनसेवा मित्रों को नियुक्ति पत्र तथा कार्यकाल बढोत्तरी का प्रमाण पत्र सौंपेंगे।
ये हैं जनसेवा मित्र
अटल बिहारी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान द्वारा तैयार किए गए दुनिया के अभिनव और अनूठे प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप प्रोग्राम की शुरूआत की गई है। 18 से 29 आयुवर्ग के स्नातक और स्नातकोत्तर युवाओं को इसमें शामिल किया गया है। सीखने के दौरान कमाई के अवसर देते हुए चुने गए सभी इंटर्न को 8 हजार रुपये प्रति माह का मानदेय भी दिया जा रहा है। फरवरी माह में शुरू हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत करीब 4695 युवा कार्य कर रहे थे। जबकि इसके अगले चरण में इतने ही युवाओं को और जोड़ा गया है। इस लिहाज से अब मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप प्रोग्राम के दूसरे बैच में कुल 9390 जनसेवा मित्र कार्य करेंगे।
सीएम शिवराज ने बदला अंदाज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले कुछ समय से युवाओं के साथ होने वाली मुलाकातों में अपना अंदाज बदला हुआ है। मंच, पुष्प मालाएं, स्वागत-सत्कार और भाषण के हालात को दरकिनार करते हुए उन्होंने अब युवाओं के बीच जाकर उनसे बातचीत करने का क्रम अपनाया है। यूथ पंचायत, युवा समागम और सीएम इंटर्नशिप प्रोग्राम की शुरूआत के लिए आयोजित बूटकैंप के दौरान उनका यह अंदाज युवाओं को खासा भाया था। इसी तर्ज पर वे अब युवाओं के साथ नजर आ रहे हैं। सीएम शिवराज कहते हैं कि मुझे सबसे ज्यादा खुशी तभी महसूस होती है, जब मैं अपने भांजा-भांजियों के साथ, अपने प्रदेश की युवा पीढ़ी के साथ होता हूं।
किया वादा, निभाया भी
पिछले बूटकैंप के दौरान सीएम शिवराज ने युवाओं से वादा किया था कि छह माह की इंटर्नशिप पूरी होने पर उनका कार्यकाल बढ़ाया जाएगा। साथ ही मानदेय 8 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रुपये कर दिया जाएगा। अपने इस वादे को पूरा करते हुए सीएम ने प्रदेश के 313 ब्लॉक में तैनात 4695 जनसेवा मित्रों का कार्यकाल छह माह के लिए बढ़ा दिया है। साथ ही उनका मानदेय भी अब 10 हजार रुपये कर दिया गया है। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी लोकेश शर्मा ने बताया कि सीएम युवा इंटर्नशिप प्रोग्राम को आकार देने की मंशा डेवललमेंट सेक्टर में फिनिशिंग स्कूल अवधारणा के माध्यम से हाल के स्नातकों को कौशल संवर्धन को विकसित करना है। जिससे अंत्योदय सेवा वितरण और सीखने के साथ आय कमाने के साधन भी बन सकें। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से प्रदेश के युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सहयोगी संस्थानों के साथ उच्च स्तर के प्रोफेशनल वातावरण का अनुभव भी हुआ है।
क्या किया है, क्या करेंगे जनसेवा मित्र
फरवरी माह में नियुक्त किए गए जनसेवा मित्रों ने प्रदेश सरकार की विकास यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की करीब 16 हजार पंचायतों तक पहुंच बनाकर लोगों तक विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन और वास्तविक हितग्राहियों तक पहुंचाने में सफलता हासिल की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना लाड़ली बहना योजना के सर्वे के दौरान उन्होंने करीब 21 लाख महिलाओं से संपर्क किया। उनके ई-केवाइसी करने में जनसेवा मित्रों ने सहयोग दिया। प्रदेशभर से करीब 5.8 लाख से ज्यादा महिलाओं ने आवेदन करने में उन्होंने मदद की है। जनसेवा अभियान 2.0 के दौरान उन्होंने विशेष ग्रामसभा आयोजन भी किए। अब सीएम युवा इंटर्नशिप प्रोग्राम के दूसरे चरण में प्रदेशभर में 9 हजार से ज्यादा जनसेवा मित्र जमीनी काम करेंगे। यह सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक हितग्राहियों तक पहुंचाने के प्रयास करेंगे। इसके साथ ही इन युवाओं को दुनियाभर की नामी कंपनियों और संस्थाओं से विश्वस्तरीय कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से मजबूत बनाने की भी सरकार की मंशा है।
लाल परेड ग्राउंड बनेगा साक्षी
मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र की द्वितीय चरण के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद राजधानी के लाल परेड ग्राउंड में पहुंचेंगे। वे पुष्प वर्षा और कुछ नए तरीकों से युवाओं की अगवानी करेंगे। इस दौरान प्रदेश की जनजातीय और अन्य प्रचलित कलाओं का प्रदर्शन, नाटकों का मंचन, सांस्कृतिक आयोजन और कई तरह की प्रतियोगिताएं भी इस दौरान होंगी।
भोपाल-इंदौर के बाद ग्वालियर में चुनावी शंखनाद करेंगे शाह
3 Aug, 2023 11:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने जबलपुर के बाद ग्वालियर-चंबल अंचल से प्रदेश में चुनाव का शंखनाद किया है। भाजपा इसके जवाब में बड़ा संभागीय सम्मेलन कर सकती है। ग्वालियर भाजपा को प्रदेश नेतृत्व से प्रदेश कार्यसमिति की बृहद बैठक का आयोजन करने के संकेत मिले हैं। यह बैठक अगस्त के अंतिम सप्ताह या सितंबर के प्रथम सप्ताह में हो सकती है। इसकी तारीख, स्थान की घोषणा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से हरी झंडी मिलने के बाद की जाएगी। कार्यसमिति से पहले संभागीय सम्मेलन होगा। इसमें चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, चुनाव सह प्रभारी केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव मौजूद रहेंगे। भाजपा की ओर से गृहमंत्री अमित शाह भोपाल और इंदौर में चुनाव का शंखनाद कर चुके हैं। अब ग्वालियर में तैयारी है। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक ग्वालियर में करने पर विचार भाजपा के चुनाव रणनीति के सूत्रधार अंचल में बड़े आयोजन की तैयारी कर रहे हैं। प्रदेश कार्यसमिति के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह को भी आमंत्रित किया जाएगा। बैठक के समापन पर नगर में गृहमंत्री अमित शाह की बड़ी सभा किए जाने पर विचार किया जा रहा है। संत रविदास समरस यात्रा के बाद इसकी तैयारी शुरू कर दी जाएगी। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक से पहले संभागीय सम्मेलन भी किया जा सकता है।
अंचल की 34 सीटों पर कांग्रेस की असली परीक्षा
ग्वालियर-चंबल अंचल की 34 विधानसभा सीटें बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य में प्रदेश में सत्ता की चाबी मानी जाती है। इसलिए भाजपा व कांग्रेस के रणनीतिकारों का अंचल पर फोकस है। 2018 के विधानसभा चुनाव में मिले जनाधार से कांग्रेस को अंचल से उम्मीदें हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है उस समय परिस्थितियां अलग थीं। अंचल के मतदाताओं के सामने ज्योतिरादित्य सिंधिया का चेहरा था। इस चुनाव में कांग्रेस की परीक्षा है। क्योंकि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अब भाजपा के पाले में खड़े में हैं।
जनाधार मजबूत करने प्रियंका गांधी की सभा हुई
अंचल में जनाधार मजबूत करने कांग्रेस विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को जनाक्रोश रैली के माध्यम से चुनावी मैदान में उतार चुकी है। प्रियंका गांधी की सभा का जवाब देने भाजपा अंचल के केंद्र ग्वालियर में बड़ा राजनीतिक आयोजन करने की तैयारी कर रही है।