मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
लाड़ली बहना सम्मेलन:
10 Jul, 2023 11:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मंत्री सारंग ने बहनों में वितरित किये लाड़ली बहना योजना के प्रमाण पत्र
बहनों की आर्थिक स्मृद्धि का आधार बनीं मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना - मंत्री सारंग
भोपाल । मध्यप्रदेश की लाड़ली बहनों के लिये 10 तारीख सबसे ख़ास रही। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संपूर्ण प्रदेश में एक करोड़ 25 लाख पात्र बहनों के खाते में 1-1 हजार रूपये की राशि अंतरित की। इसी कड़ी में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने नरेला विधानसभा अंतर्गत 17 वार्डों में लाड़ली बहनों में योजना की हितग्राही बहनों में प्रमाण पत्र वितरित किये। मंत्री सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना प्रदेश की बहनों के जीवन को समृद्ध बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल है। आने वाले समय में योजना की राशि में वृद्धि कर 3000 रूपये तक महिलाओं के खाते में डाले जायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं के माध्यम से महिलाओं की जिंदगी में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है।
बहनों की आर्थिक स्मृद्धि का आधार बनीं लाडली बहना योजना
मंत्री सारंग ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश की बेटियों के साथ ही मातृशक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व के दशकों में जब गरीब के घर में बेटी का जन्म होता था तो माता-पिता के चेहरे पर मायूसी दिख जाती थी। साथ ही बेटी की परवरिश, पढ़ाई और विवाह की चिंता सताने लगती थी। गरीब वर्ग की इस व्यथा को दूर करने के लिये मुख्यमंत्री चौहान ने लाडली लक्ष्मी योजना, कन्या विवाह योजना के साथ ही अनेक योजनाएं प्रारंभ की। मंत्री सारंग ने कहा कि लाडली बहना योजना बहनों की आर्थिक स्मृद्धि का आधार बनीं है।
बहनों ने किया मंत्री सारंग का स्वागत
नरेला विधानसभा अंतर्गत समस्त 17 वार्डों में लाड़ली बहना सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में मंत्री सारंग के पहुंचने पर विभिन्न वर्गों की बहनों ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर बहनों ने मंत्री सारंग को तिलक लगाकर उनकी आरती उतारी एवं पुष्पगुच्छ भी भेंट किये। सभी बहनें मंत्री सारंग के स्वागत के लिये बेहद उत्साहित नज़र आईं।
कमाई का आधा हिस्सा किराए में देने वाली दिव्यांग और निराश्रित कामकाजी बहनाओं ने पायी स्कूटी
10 Jul, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज इंदौर में 23 दिव्यांग बहनों और 2 निराश्रित महिलाओं को स्कूटी की चाबी सौंपी। ये दिव्यांग और निराश्रित कामकाजी बहनें अपनी गाढ़ी कमाई का आधा हिस्सा परिवहन में खर्च कर रही थीं। मुख़्यमंत्री श्री चौहान द्वारा दी गई चाबी सिर्फ स्कूटी की नहीं, बल्कि बहनों की सफलता, सम्मान की चाबी है। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी. के प्रयासों से इंडियन रेड क्रॉस इंदौर के सहयोग से 25 जरूरतमंद दिव्यांग व निराश्रित कामकाजी बहनों और महिलाओं को स्कूटी प्रदान की गई है। इन जरूरतमंद महिलाओं ने जन-सुनवाई के दौरान आर्थिक सहायता के लिए आवेदन किए थे।
फिरदौस बम्बई बाजार से लाती हैं सामग्री
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर में सिरपुर निवासी फिरदौस बी को स्कूटी की चाबी सौंपी। फिरदौस अपने एक पैर से कमजोर हैं और कमजोरी के बाद भी पॉलीथिन सिलाई के काम में जुटी हैं। इस काम से वे हर माह 7 से 8 हजार रुपये की कमाई कर लेती हैं। सिलाई के लिए वो हर तीसरे दिन बम्बई बाजार से सामग्री खरीदने पहुँचती हैं। साथ ही रोज अपने बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने का काम करती हैं। उन्हें 15 से 20 रुपये सिटी बस के सफर में देना पड़ते हैं। मुख़्यमंत्री द्वारा प्रदान की गई स्कूटी से उन्हें और उनके परिवार को सुविधा होगी।
कोरोना में पति को खोया अब टिफिन सेंटर से दो बच्चों का कर रहीं पोषण
मालवीया नगर इंदौर निवासी अर्चना सोलंकी कोरोना काल में पति संजय सोलंकी की मृत्यु के बाद टिफिन सेंटर चलाकर दो बच्चों का पालन-पोषण कर रही हैं। स्कूटी मिलने से अब उन्हें सामग्री लाने में आसानी होगी। राजेन्द्र नगर की शीला वर्मा महू नाके की मेडिकल शॉप पर कंप्यूटर ऑपरेटर का काम कर रही हैं। अब उन्हें सिटी बस के सफर से मुक्ति मिलेगी और समय से काम पर पहुँच सकेंगी। मूसाखेड़ी की मुस्कान वर्मा 15 वर्ष पहले एक दुर्घटना में पति की मृत्यु के बाद घर-घर खाना बनाकर परिवार चला रही है। स्कूटी मिलने के बाद उन्हें भी काम पर जाने में सहूलियत। मुस्कान कहती है कि स्कूटी से ज्यादा घरों में खाना बनाने जा सकूंगी। न्यू रामनगर की दिव्यांग सरिता साहू और अहीरखेड़ी की लाछा राठौर की स्थिति भी कुछ ऐसी है। स्कूटी मिलने से वे आधी परेशानी से चिंता मुक्त हो गई।
सप्त क्रांति से महिलाओं एवं बेटियों के जीवन में लाया जा रहा है सकारात्मक बदलाव : मुख्यमंत्री चौहान
10 Jul, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में लाड़ली बहनों के प्रदेश स्तरीय विशाल सम्मेलन में कहा कि सप्त क्रांति के माध्यम से प्रदेश में महिलाओं एवं बेटियों के मान-स्वाभिमान को बढ़ाने, जीवन की सुरक्षा, सशक्त बनाने, कल्याण, शिक्षा तथा स्वास्थ्य में मदद देने और आजीविका के साधन तथा अवसर उपलब्ध कराने के कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। महिलाओं एवं बेटियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की पहल की जा रही है। यह एक सामाजिक क्रांति है।
मध्यप्रदेश में बहनों के उत्थान के लिए सप्त क्रांति
1. लाड़ली लक्ष्मी योजना
2. पंचायत एवं स्थानीय निकायों में 50% आरक्षण
3. शिक्षकों की भर्ती में 50% तथा पुलिस की भर्ती में 30% आरक्षण
4. मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना
5. बहनों के नाम सम्पत्ति की रजिस्ट्री पर 1% स्टाम्प शुल्क
6. मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना
7. आजीविका मिशन के माध्यम से हर बहन की आमदनी 10 हजार महीना करने का लक्ष्य। महिला स्व-सहायता समूह को विभिन्न गतिविधियों के लिए बैंकों से 2% ब्याज पर ऋण।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में दस तारीख का दिन अब ऐतिहासिक हो गया है। यह दिन बहनों के सम्मान, शान, स्वाभिमान, स्वावलंबन तथा सामाजिक क्रांति का दिन बन गया है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में मिल रही राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर तीन हजार रूपये प्रतिमाह तक किया जाएगा। साथ ही महिलाओं को आजीविका मिशन में अवसर उपलब्ध करा कर उनकी आमदनी हर माह 10 हजार रूपये तक की जायेगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में अब वैवाहिक पात्र महिलाओं की न्यूनतम आयु 23 वर्ष के स्थान पर 21 वर्ष की गई है। साथ ही ट्रेक्टर वाले परिवारों की महिलाओं को भी योजना में शामिल किया गया है। इन पात्र महिलाओं से आवेदन-पत्र जमा करने का सिलसिला 25 जुलाई से प्रारंभ किया जायेगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश की 1.25 करोड़ से अधिक बहनों के खाते में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की दूसरी किस्त की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की। उन्होंने वर्चुअली प्रदेश के सभी जिलों में मौजूद लाड़ली बहनों को संबोधित किया और प्रदेश में वार्ड तथा ग्राम पंचायतों में गठित लाड़ली बहना सेना की सदस्यों को शपथ भी दिलाई।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सप्त क्रांति में लाड़ली लक्ष्मी योजना क्रियान्वित करने, स्थानीय निकायों के निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने, पुलिस एवं शिक्षकों की भर्ती में महिलाओं के लिये क्रमश: 30 और 50 प्रतिशत आरक्षण देने, मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना में जरूरतमंद बेटियों की नि:शुल्क शादी कराने और उन्हें उपहार देने, सम्पत्तियों की रजिस्ट्री महिलाओं के नाम होने पर मात्र एक प्रतिशत रजिस्ट्री शुल्क देने, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में एक हजार रूपये प्रतिमाह देने और आजीविका मिशन में स्व-सहायता समूहों को विभिन्न गतिविधियों के लिए बैंकों से 2% की ब्याज दर पर ऋण दिलवाने के कार्य प्रभावी रूप से किये जा रहे हैं। आगामी 5 वर्षों में महिलाओं की मासिक आमदनी को बढ़ाकर 10 हजार रूपये तक करने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री चौहान ने लाड़ली बहना सेना के सदस्यों के कर्तव्यों और दायित्वों की जानकारी देते हुए कहा कि यह सेना संगठित प्रयास कर विभागीय अधिकारियों के सहयोग से जरूरतमंद बहनों को शासन की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ दिलाने का कार्य करेंगी। इनकी हर माह बैठक होगी। यह सेना एक नई सामाजिक क्रांति की संवाहक बनेंगी, महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का कार्य करेंगी और सामाजिक सुधार के अभियानों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने लाड़ली बहनों का स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि जब तक मेरी साँस रहेगी, मैं जीवन भर बहनों की सेवा करते रहूँगा। प्रयास यह है कि किसी भी महिला के साथ अन्याय नहीं हो, वे सशक्त तथा मजबूत बनें, उन्हें किसी भी बेबसी का सामना नहीं करना पड़े, वे खुशहाल जीवन जिये। उन्हें छोटी-छोटी जरूरतों के लिये किसी ओर के सामने देखना नहीं पड़े और वे आर्थिक रूप से मजबूत बनें। उनके पास अगर पैसा रहेगा, तो परिवार और समाज में उनका मान-स्वाभिमान बढ़ेगा। लाड़ली बहना योजना महिलाओं के मान-स्वाभिमान को बढ़ाने की योजना है। लाड़ली बहना योजना में एक हजार रूपये की राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर 1250 रूपये, 1500 रूपये, 1750 रूपये, 2000 रूपये, 2250 रूपये, 2500 रूपये, 2750 रूपये और फिर 3000 रूपये प्रतिमाह तक किया जायेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना के सफल क्रियान्वयन से प्रदेश में बेटियाँ अब बोझ नहीं वरदान बन गई हैं। योजना में 45 लाख से अधिक बेटियाँ लाभान्वित हो रही हैं। उन्हें इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की पढ़ाई की भी फीस भरने की जरूरत नहीं रहेगी, फीस मामा भरवाएगा। बेटियों के साथ ही अब प्रदेश के प्रतिभावान विद्यार्थियों को स्कूटी, लेपटॉप, साइकल आदि देने का काम तेजी से किया जा रहा है। आगामी 26 जुलाई को मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप वितरण किया जाएगा।
कार्यक्रम में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी और कविता पाटीदार, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. निशांत खरे, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, राज्य सफाई कामगार आयोग के अध्यक्ष प्रताप करोसिया, विधायक रमेश मैंदोला, मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय तथा महेन्द्र हार्डिया, गौरव रणदिवे, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर, जीतू जिराती तथा मनोज पटेल सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
उत्साह का अद्भुत वातावरण
सम्मेलन में उत्साह का अद्भुत वातावरण था। लाड़ली बहनों के अनुभव पर आधारित किस्सागोई, रागिनी मक्खर के दल द्वारा देवी आराधना, शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों पर आधारित नृत्य नाटिका, महिलाओं के सशक्तिकरण पर आधारित शस्त्र-अस्त्र कला प्रदर्शन सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों और गन्नू महाराज तथा द्वारका मंत्री की भजनों की प्रस्तुतियाँ हुई। भजनों की सुमधुर प्रस्तुतियों पर लाड़ली बहनों ने जयकारों से माहौल को उत्सवी बना दिया।
लाड़ली बहनों का अभिनंदन
सम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान ने पुष्प वर्षा कर लाड़ली बहनों का स्वागत-अभिनंदन किया। अपने स्वागत-सम्मान के प्रत्युत्तर में लाड़ली बहनों ने भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी बेटियों और लाड़ली बहनों के पांव पखार कर उनका सम्मान किया। अनेक सौगात मिलने पर आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री चौहान का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हितलाभ वितरित किये।
लाड़ली बहना सेना के सदस्यों को दिलायी शपथ
मुख्यमंत्री चौहान ने वर्चुअली पूरे प्रदेश में गठित लाड़ली बहना सेना की सदस्याओं को शपथ दिलाई कि "वे अपने क्षेत्र की बहनों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी देने और जागरूकता बढ़ाने का कार्य करेंगी। अपने क्षेत्र की बहनों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक मिले, इसके लिए हरसंभव सहयोग करेंगी, लाड़ली बहनों की अपने परिवार के सदस्य की तरह चिंता करेंगी और उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने में पूरी मदद करेंगी। नशामुक्ति, पेड़ लगाने, बिजली बचाने साफ-सफाई, बेटी-बचाने, बेटी-पढ़ाने और पानी बचाने जैसे सामाजिक सुधार के अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी। सम्मेलन में लाड़ली बहनों ने अपने भैय्या श्री शिवराज सिंह चौहान को 101 फीट लंबी राखी भेंट की।
कई जिलों में आज भारी वर्षा की चेतावनी
10 Jul, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, चंबल एवं उज्जैन संभाग के जिलों में वर्षा होने की पूरी संभावना हैं। जबलपुर, रायसेन, विदिशा सहित 14 जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के मध्य में बना ऊपरी हवा का चक्रवात कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। मानसून द्रोणिका भी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। इस वजह से प्रदेश में एक बार फिर मानसून की गतिविधियों में तेजी आ गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि मानसून द्रोणिका वर्तमान में राजस्थान पर बने कम दबाव के क्षेत्र से अजमेर, शिवपुरी, सीधी, डाल्टनगंज, शांति निकेतन से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। राजस्थान पर ही एक पश्चिमी विक्षोभ भी बना हुआ है।इसके अतिरिक्त गुजरात के तट से लेकर केरल के तट तक एक अपतटीय द्रोणिका भी बनी हुई है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून द्रोणिका मप्र से होकर गुजर रही है। साथ ही अरब सागर से लगातार आ रही नमी के कारण मानसून सक्रिय बना हुआ है। इस वजह से पूरे प्रदेश में वर्षा का सिलसिला अभी बना रहेगा। विशेषकर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में तेज बौछारें पड़ेंगी। उधर, 14 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात के बनने की संभावना है। उसके प्रभाव से मानसून की गतिविधियों में और तेजी आएगी। शुक्ला के मुताबिक अमूमन राजस्थान तक पहुंचकर हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात कमजोर पड़ने के बाद समाप्त हो जाते हैं, लेकिन वर्तमान में गुजरात से राजस्थान पहुंचा चक्रवात कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। दरअसल, उसे अरब सागर से लगातार नमी मिल रही है। इस वजह से वह शक्तिशाली हो गया है। इसके प्रभाव से राजस्थान की सीमा से लगे मप्र के क्षेत्र में वर्षा भी हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक श्यौपुर कलां, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी, उमरिया, छिंदवाड़ा, पन्ना, जबलपुर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, सिवनी एवं कटनी जिले में भारी वर्षा हो सकती है।इसी क्रम में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक जबलपुर में 31, मंडला में 23, छिंदवाड़ा में 13, रीवा में 13, सिवनी में 12, पचमढ़ी में आठ, ग्वालियर में 6.8, गुना में छह, उज्जैन में तीन, नौगांव, दमोह, धार एवं उमरिया में दो, रतलाम में एक, सागर में 0.4, सतना में 0.3, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई।
विहिप नेता राजेश तिवारी भाजपा में शामिल, सीएम, प्रदेश अध्यक्ष ने दिलाई पार्टी की सदस्यता
10 Jul, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। विश्व हिंदू परिषद के साथ लंबे समय से जुड़े रहे राजेश तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें भोपाल स्थित प्रदेश कार्यालय में विधिवत पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस अवसर पर मौजूद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनका पार्टी में स्वागत किया। गौरतलब है कि तिवारी गंज बासौदा से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं, और चुनाव से पहले ही वह सैकड़ों समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजेश तिवारी को भाजपा परिवार में शामिल होने पर बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पार्टी के लिए आज का दिन बड़ा सौभाग्यशाली है, सावन के पहले सोमवार को पार्टी में राजेश तिवारी के रूप में शुभ प्रवेश हुआ है। उनका लंबा सामाजिक जीवन रहा है, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंगल दल में काम करने के उनके लंबे अनुभव का पार्टी को लाभ मिलेगा। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने तिवारी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से लेकर बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद और सामाजिक क्षेत्र में लंबे समय तक काम करने वाले राजेश तिवारी के आने से भाजपा के काम को और मजबूती मिलेगी पार्टी को उनके कौशल का लाभ मिलेगा।
राजगढ़ के कुरावर में जानलेवा हादसा सफाई करने कुएं में उतरे तीन लोगों की मौत
10 Jul, 2023 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल/राजगढ़। राजगढ़ जिले के कुरावर थाना इलाके में हुए दर्दनाक हादसे में तीन लोगो की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम माना के रहने वाले विष्णु प्रसाद मोतीलाल उद्घाथ ओमप्रकाश घडीला कान्ता प्रसाद भनारान सिंह बारिश को लेकर गांव के कुएं की सफाई करने के लिये उसमें उतरे थे। अधिक गहरे कुंए मे उतरे तीनो थोड़ी देर बाद ही बेसूध हो गये, बाद में जब आसपास मौजूद गॉववालो को कुंए में कोई हलचल नजर नहीं आई तब उन्होनें काफी आवाज लगाई लेकर कोई जवाब न आने पर लोगो ने तत्काल ही नीचे जाकर उन्हें देखने के प्रयास शुरु कर दिये। साथ ही इसकी सूचना पुलिस को द गई। खबर मिलते ही कुरावर थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और गॉववालो की मदद से तीनो को कुंए से बाहर निकाला, जिनकी मौत हो चूकी थी। थाना पुलिस का कहना है, कि घटना किस कारण से हुई है फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन अनुमान है कि अधिक गहराई में जाने के कारण दम घुटने से उनकी जाल गई है। अचानक तीन लोगो की जान जाने की घटना से गॉव भर में मातम छा गया। मामला कायम कर पुलिस ने तीनो के शवो को पीएम के लिये भेज दिया है। पीएम रिर्पाट आने पर ही मौत के सही कारणो का खूलासा हो सकेगा।
शहडोल आएंगे कांग्रेस नेता राहुल गांधी, अगस्त में होगी जनसभा
10 Jul, 2023 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का मालवा-निमाड़ क्षेत्र में होगा कार्यक्रम।
भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शहडोल में जनसभा को संबोधित करने के बाद अब कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी शहडोल पहुंचेंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अगस्त में उनकी जनसभा प्रस्तावित की है। चुनाव अभियान के अंतर्गत प्रदेश में यह उनका पहला दौरा होगा। इसके पहले 21 जुलाई को पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ग्वालियर में जनसभा को संबोधित करेंगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का कार्यक्रम मालवा-निमाड़ क्षेत्र में कराने की तैयारी है।
प्रदेश कांग्रेस की कार्ययोजना वरिष्ठ नेताओं के अंचलवार कार्यक्रम कराने की है। चुनाव अभियान की शुरुआत प्रियंका गांधी वाड्रा जबलपुर से कर चुकी है। महाकोशल क्षेत्र में पार्टी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में 24 सीटों पर विजयी रही थी। वे अब 21 जुलाई के ग्वालियर आ रही हैं। ग्वालियर-चंबल अंचल में कांग्रेस ने 34 में से 26 सीटें जीती थी। तब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के साथ थे और अब भाजपा में हैं। उपचुनाव में 28 में से 19 सीटें भाजपा ने जीती थीं। यद्यपि, नगरीय निकाय के चुनाव में भाजपा को झटका लगा। ग्वालियर और मुरैना में महापौर कांग्रेस के बने।
पार्टी इसे बड़ी सफलता मानकर विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। वहीं, विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस को सर्वाधिक नुकसान हुआ था। यहां के 30 विधानसभा क्षेत्रों में केवल सात सीटों पर पार्टी प्रत्याशी जीते थे। यहां तक की पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह तक को हार का सामना करना पड़ा था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ और अजय सिंह ने स्थानीय नेताओं से समन्वय बनाकर यहां संगठन को मजबूत किया और अब चुनाव अभियान के अंतर्गत राहुल गांधी का पहला कार्यक्रम शहडोल में प्रस्तावित किया है। उल्लेखनीय है कि एक जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां जनसभा को संबोधित करने के साथ आदिवासियों के साथ संवाद किया था। इसके पहले सतना में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कोल महाकुंभ में भाग ले चुके हैं।
संगठन पदाधिकारियों को मिलेंगे अलग-अलग क्षेत्रों के दायित्व
पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि केंद्रीय संगठन के पदाधिकारियों को प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में भेजा जाएगा। इसके लिए संगठन स्तर पर तैयारी चल रही है। सितंबर से इनका आना प्रारंभ हो जाएगा। जिला और तहसील स्तर पर कार्यक्रम होंगे। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा सहित सभी वरिष्ठ नेता चुनाव अभियान के अंतर्गत प्रदेश के अलग-अलग अंचल में आएंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ द्वारा कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
देवताओं ने एक रात में किया था मड़कोलेश्वर शिव मंदिर का निर्माण
10 Jul, 2023 01:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दमोह से करीब 20 किलोमीटर दूर दमोह छतरपुर मार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत सीतानगर के पास मड़कोलेश्वर शिव मंदिर है। यहां भगवान शिव की विशाल पिंडी स्थापित है। जहां पूरे प्रदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। ऐसी मान्यता है कि मंदिर का निर्माण स्वयं देवताओं ने एक रात में किया था। इसके अलावा इस स्थान पर तीन नदियों का संगम होने के कारण इस स्थान को त्रिवेणी संगम भी कहा जाता है। यहां पर सुनार, कोपरा नदी आकर मिलती है, कुछ दूरी पर इन दोनों नदियो में जुड़ी नदी भी मिल जाती है, जिस कारण से इसे त्रिवेणी संगम कहते हैं।
दूर-दूर से भक्त मड़कोलेश्वर शिव मंदिर के दर्शन करने आते हैं तथा भगवान भोलेनाथ के सामने अपनी मनोकामना रखते हैं। स्थानीय लोगों की माने तो यह मंदिर बड़ा रहस्मयी माना जाता है क्योंकि इस मंदिर को बनाने के लिए सिर्फ पत्थर का उपयोग किया गया है, जिसमें कहीं भी जोड़ नहीं है। वहीं, मंदिर में विराजमान भगवान भोलेनाथ का शिवलिंग दिन प्रतिदिन अपना आकार बदलता और बढ़ता ही जा रहा है।
इस स्थान के बारे में लोग बताते है कि करीब 1000 वर्ष पूर्व यहां पर एक गांव हुआ करता था, जिसका नाम था मड़कोला। जहां जहरीले, कीड़े तथा भयंकर जानवर रहा करते थे। यहां के लोग किसी तरह मौत से लड़कर जिंदगी गुजार रहे थे। किंवदंती है कि यहां पर एक चबूतरा बना हुआ था जिस पर भगवान भोलेनाथ दिखाई दिए जिसके बाद एक रात्रि में स्वयं देवताओं के द्वारा मंदिर बनाया जा रहा था। तभी इसी गांव की एक महिला ने आटा पीसने वाली हाथ चक्की चला दी। जिसकी आवाज सुनकर देवता अंतर्ध्यान हो गए और यहां से चले गए। हालांकि तब तक मंदिर तो पूरा बन चुका था, लेकिन कलश नहीं रख पाया।
वहीं, इस घटना के बाद इस गांव में किसी अज्ञात बीमारी का प्रकोप कहर बनकर टूटा और पूरा गांव वीरान हो गया। कुछ लोग बचे थे जो इस गांव को छोड़ कर चले गए। इस घटना के बाद यहां लोग आने से डरने लगे। कुछ समय बाद यहां पर एक संत आये जिनका नाम था शिवोहम महाराज। उन्होंने यहां पर कठिन तपस्या करके भगवान भोलेनाथ को मनाया तथा उनकी साधना की जिसके बाद यहां पर अनेक चमत्कार होने लगे और आसपास के पड़ोसी गांव से लोग आने लगे और यह स्थान जागृत होकर भक्तों के प्रति आस्था का केंद्र बन गया। यहां मकर संक्रांति और शिवरात्रि पर मेला भी लगता है। हजारों की संख्या में दूर-दूर से भक्त आते हैं। इसके अलावा सावन के महीने में हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शनों के लिए आते हैं।
ईको ग्रीन कर्मचारियों को हटाने की तैयारी कर रहा निगम....
10 Jul, 2023 12:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर। नगर निगम के अधिकारियों ने ईको ग्रीन के कर्मचारियों को अब हटाकर आउटसोर्स के माध्यम से रखने की तैयारी शुरू की है। इसके लिए मेयर इन काउंसिल की बैठक में चर्चा हो चुकी है और निगम परिषद में प्रस्ताव भेजा जाना है। अब इन कर्मचारियों को डिपो से फोन किए जा रहे हैं कि उनकी मांगों पर विचार चल रहा है। तब तक वे काम पर लौट आएं, अन्यथा उन्हें नौकरी से हटा दिया जाएगा। आज फूलबाग पर ईको ग्रीन कर्मचारियों के आंदोलन में आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय समानता दल, बहुजन समाज पार्टी व ओबीसी महासभा शामिल होगी।
दरअसल, ईको ग्रीन के 485 कर्मचारियों ने एक माह के अंदर दूसरी बार अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की है। कर्मचारियों की मांगें हैं कि उन्हें नगर निगम में नियमित कर दिया जाए। इसके अलावा पिछले साढ़े तीन साल से उन्हें प्रोविडेंट फंड यानी पीएफ की राशि नहीं दी जा रही है। ऐसे में उनकी इस राशि का भुगतान भी कराया जाए। नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने इसके लिए एक कमेटी का गठन कर कर्मचारियों की समस्या के निराकरण के प्रयास किए। जब तक कमेटी की रिपोर्ट आती, तब तक कर्मचारियों ने एक सप्ताह पहले फिर से हड़ताल शुरू कर दी है। कमेटी द्वारा अनुशंसा कर दी गई है कि इन कर्मचारियों के पीएफ की राशि खातों में जमा करा दी जाए, लेकिन इन्हें आउटसोर्स के माध्यम से नगर निगम में रखा जा सकता है। इन्हें नियमित करना निगम के हाथ में नहीं, बल्कि शासन स्तर का फैसला है। इस पर कर्मचारी राजी नहीं हैं। ऐसे में नगर निगम के अधिकारियों ने अपनी ओर से निर्णय लेते हुए इन्हें निगम के माध्यम से वेतन का भुगतान करने के बजाय आउटसोर्स के माध्यम से रखने की प्रक्रिया शुरू की है। उधर कर्मचारी अब भी अपनी मांगों पर अड़े हैं। इसके चलते शहर में पूरी संख्या में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए टिपर वाहन नहीं चल पा रहे हैं।
रिटायर्ड फौजी की गला रेतकर हत्या...
10 Jul, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर। ग्वालियर के पुरानी छावनी इलाके में एक रिटायर्ड फौजी की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। उसकी हाथ की नसें भी काटी गई हैं। इस मामले में रिटायर्ड फौजी की एक महिला रिश्तेदार पर पुलिस को शक है। जो दो दिन उसके साथ उसी घर में रही। फिलहाल न तो हत्यारे तक पुलिस पहुंच सकी है न ही हत्या की वजह स्पष्ट हुई है। फिलहाल पुरानी छावनी पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया है। मृतक के स्वजनों काे भी सूचित कर दिया गया है।
मूल रूप से आलमपुर दबोह में रहने वाला देवेंद्र माहौर रिटायर्ड फौजी है। 2020 में वह फौज से रिटायर्ड हुआ है। इसके बाद पुरानी छावनी इलाके में स्थित बरां गांव में उसने अपना मकान बना लिया था। यहीं वह रहने लगा था। गांव में उसका परिवार रहता था। यहां वह अकेला रह रहा था। दो दिन से वह घर से बाहर नहीं निकला था। घर का दरवाजा बंद था। आसपास रहने वाले लोगों को जब दुर्गंध आई तो पुलिस को सूचना दी। सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया ने बताया कि सूचना मिलते ही यहां पहुंचे। घर के अंदर जब पहुंचे तो शव खून से लथपथ पड़ा था। उसका गला काटा गया था, हाथ की नसें भी काटी गई है। धारदार हथियार से कई वार किए गए हैं। जब आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ की गई तो बताया गया कि कुछ दिनों पहले एक महिला रिश्तेदार देवेंद्र माहौर के यहां रहने के लिए आई थी। वह देवेंद्र के साथ ही रह रही थी। वह रिश्ते में देवेंद्र की साली लगती है। वही दो दिन से गायब है। सीएसपी भदौरिया ने बताया कि इसके चलते प्रथम दृष्टया वही संदिग्ध है। उसी की तलाश चल रही है। उसके मिलने के बाद पूरी कहानी स्पष्ट हो सकेगी।
आशनाई में हत्या की आशंका: सीएसपी रवि भदौरिया ने बताया कि जिस तरीके से हत्या की गई है, उससे शक है- आशनाई हत्या की वजह हो सकती है। वहीं मृतक शराब का नशा करने का आदी था।
तैयार हो रही ‘माननीयों’ की कुंडली
10 Jul, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सांसद-विधायकों के कामकाज व सक्रियता का सर्वे कर ले गए मेहमान
भोपाल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले मंत्र के बाद अल्पकालीन विस्तारकों ने 7 दिन तक मैदानी मोर्चे पर रहकर सांसदों और विधायकों की स्थिति का आकलन किया है। भाजपा सूत्रों के अनुसार इन अल्पकालीन विस्तारकों ने विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनाव के लिए एक साथ काम किया है। मप्र में सक्रिय रहे अल्पकालीन विस्तारकों ने प्रदेश की हर विधानसभा और लोकसभा सीट पर सर्वे किया है। इस दौरान माननीयों (विधायकों और सांसदों )के कामकाज व सक्रियता का सर्वे किया गया है। इस सर्वे के आधार पर माननीयों की कुंडली तैयार की जाएगी। मप्र में माननीयों की कुंडली दूसरे राज्यों के अल्पकालीन विस्तारक तैयार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 27 जून को भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अल्पकालीन विस्तारकों को जरूरी टिप्स देकर मप्र सहित चुनाव वाले पांचों राज्यों के लिए रवाना किया था। भोपाल में बिहार के कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई थी। प्रदेश के अन्य सभी छोटे-बड़े गांव व शहरों में दूसरे राज्यों से आए ये अल्प कालीन विस्तारकों ने घर-घर जाकर दस्तक दिया। मोदी के इन विस्तारकों ने दिन भर मंडल और बूथों पर घूम-घूम कर सांसद-विधायकों की सक्रियता का ब्यौरा भी लिया। इन कार्यकर्ताओं ने केंद्र की योजनाओं के बारे में हितग्राहियों से पूछा कि उन्हें अब तक केंद्र-राज्य की कौन-कौन सी योजनाओं का लाभ मिला। योजनाओं का क्रियान्वयन कैसा है? स्थानीय बाशिंदों से क्षेत्रीय विधायक- सांसद का नाम भी पूछा गया। मप्र में 825 विस्तारकों ने 7 दिन तक सभी 230 विधानसभा सीटों पर सर्वे किया है। इन सभी की रिपोर्ट को एकजाई कर प्रधानमंत्री को सौंपी जाएगी।
बूथों की जमीनी हकीकत जुटाई गई
प्रदेश में भाजपा संगठन लगातार दावा कर रहा है कि देश में सबसे मजबूत बूथ पर पकड़ मप्र में है। प्रदेश संगठन के इन दावों की हकीकत जानने के लिए इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कदम आगे बढ़ाया है। इसके तहत भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने बाहरी राज्यों के कार्यकर्ताओं के माध्यम से मप्र में बूथों की जमीनी स्थिति पता करा रहा है। मेरा बूथ-सबसे मजबूत कार्यक्रम में 27 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में बाहरी राज्यों से भोपाल आए लगभग तीन हजार कार्यकर्ताओं में से सवा आठ सौ विस्तारकों को भाजपा ने मप्र में बूथों की जमीनी हकीकत पता करने के लिए सात दिनों के प्रवास पर अलग-अलग 1082 मंडलों में भेजा था। उनके माध्यम से पार्टी जानना चाहती है कि हर बूथ पर पन्ना समिति, अर्ध पन्ना समिति बनी है या नहीं। इनके साथ मध्य प्रदेश के भी ढाई सौ कार्यकर्ताओं को बूथों पर भेजा गया था। प्रदेश में 65 हजार से अधिक बूथ हैं। देश के सभी राज्यों से आए बूथ कार्यकर्ताओं से कहा गया था कि हम संकल्प लें कि राज्यों के विधानसभा चुनाव में हर बूथ पर भाजपा को जिताएंगे। बूथ जीता तो चुनाव जीता। 2023 में राज्यों में भाजपा की सरकार बनेगी और वर्ष 2024 में नरेन्द्र मोदी एक बार फिर देश का नेतृत्व करेंगे।
हर बूथ की विस्तार से समीक्षा
मप्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में सात दिनों तक कार्यकर्ताओं ने बूथ विस्तारक बनकर काम किया। हर कार्यकर्ताओं को एक-एक मंडल की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें आने वाले बूथों पर विस्तारकों ने बूथ कमेटी, पन्ना कमेटी और अर्ध पन्ना प्रमुख के लिए अब तक किए गए प्रयासों को परखा। बूथ की मजबूती के लिए बैठक करके उन नई बातों से अवगत कराया, जिन्हें यहां लागू नहीं किया गया था। हर बूथ की विस्तार से समीक्षा की और प्रदेश संगठन के लिए रिपोर्ट भी तैयार की। बूथ पर भेजने से पहले इन कार्यकर्ताओं को एक दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया गया था। बूथ भेजे गए इन विस्तारकों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सेवा का पाठ भी पढ़ाया। जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं को लक्ष्य दिया था, उसी के अनुरूप विस्तारकों ने बूथ पर भाजपा कार्यकर्ताओं को समाज सेवक बनकर काम करने की प्रेरणा दी। पीएम ने कहा था कि आप देखना आपकी तरफ देखने का दृष्टिकोण बदल जाएगा। उन्हें सीख दी गई कि जनता की रोजमर्रा की जिंदगी से जुडकऱ आपका बूथ मजबूत होगा।
इस तरह हुआ सर्वे
पार्टी ने अल्पकालिक विस्तारकों को सर्वे की जो जिम्मेदारी दी थी उसके तहत उन्होंने स्थानीय लोगों से किसी भी चौराहे, गली, सडक़ से लेकर दुकान व आवासों में जाकर विधायक के बारे में चर्चा की। आमजन यदि विधायक के पक्ष में बोलें तो कार्य बेहतर। पसंद न हो तो लोगों के खिलाफ बोलने पर नापसंद की राय बनाई गई है। भाजपा की मजबूती का आधार ही हमारा बूथ है। पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार चुनाव पूर्व गुजरात से भी सर्वे के लिए पदाधिकारी आएंगे। 2013 व 2018 में बड़ी संख्या में गुजरात से आए पदाधिकारियों के सर्वे के आधार पर टिकट वितरण हुआ था। ये दावा आज भी किया जाता है। ऐसे में हर माह अलग-अलग लोगों व ऐजेंसियों से सर्वे कार्य कराया जाएगा। अंतिम सर्वे गुजरात के नेता करेंगे। सभी प्रकार के सर्वे के बाद ही पार्टी अंतिम निर्णय लेगी। पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि सर्वे में विभिन्न विषय शामिल रहते हैं। कई बार तो इस प्रकार के सर्वे में घोषणा पत्र में जोडऩे लायक मुद्दे भी सामने आते हैं। सर्वे अंतिम समय तक चलेगा। ये आंतरिक होता है, इसलिए किसके बारे में रिपोर्ट कार्ड में क्या आया, ये नहीं बताया जाता। मप्र में बूथ विस्तारक योजना के तहत बहुत सराहनीय काम किया गया है इसलिए देश के अन्य राज्यों से आए कार्यकर्ताओं को संगठन ने मप्र के हर मंडल तक भेजा था। इसका उद्देश्य सीखना-सिखाना था, जो नई बातें हैं उन्होंने हमें सिखाईं, कुछ अच्छे काम यहां से सीखे।
ले रहे हैं फीडबैक
गौरतलब है कि प्रदेश में भाजपा नेताओं की सक्रियता पर लगातार सवाल उठ रहे थे। इसलिए प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर भाजपा हाईकमान ने इस बार मैदानी फीडबैक हासिल करने दूसरे राज्यों के कार्यकर्ताओं को तैनात किया था। इन कार्यकर्ताओं ने सांसद-विधायकों के कामकाज और फील्ड में उनकी सक्रियता का फीडबैक भी लिय है। संगठन एप पर यह फीडबैक भी दर्ज किया जा गया है कि जनप्रतिनिधि क्षेत्र में पिछली बार कब आए थे। भोपाल शहर के क्षेत्रवासियों ने भाजपा के तीनों विधायकों की सक्रियता और जनता से लगातार संपर्क का फीडबैक दिया लेकिन भोपाल उत्तर, मध्य और दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में स्थिति आज भी पूर्ववत बताई गई है। सांसद की सक्रियता पर लोगों ने सवाल खड़े किए। हर बूथ पर ये कार्यकर्ता 50- 60 लोगों से संपर्क कर संगठन के एप में उनका फीडबैक दर्ज किया है। पार्टी कार्यकर्ता, क्षेत्रीय लोगोंं और लाभार्थियों से योजनाओं का ब्यौरा लिया गया।
जिताऊ को ही टिकट
मप्र में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों की तैयारी परवान चढ़ती जा रही है। खासकर भाजपा और कांग्रेस सरकार बनाने के लिए चुनावी तैयारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में भाजपा का लक्ष्य है कि गुजरात की तरह ही मप्र में भी रिकॉड जीत दर्ज की जाए। इसके लिए पार्टी की रणनीति है कि इस बार के चुनाव में केवल जिताऊ उम्मीदवारों को ही टिकट दिया जाए। इसके लिए पार्टी सांसदों पर भी दांव लगा सकती है। इसलिए सांसदों और विधायकों के कामकाज व सक्रियता का सर्वे एक साथ कराया जा रहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार क्षेत्रीय, जातिय समीकरणों को देखते हुए भाजपा आगामी चुनाव में सांसदों को विधानसभा का टिकट देने की रणनीति पर काम कर रही है। गौरतलब है की मप्र भाजपा के कई सांसद भी विधानसभा चुनाव लडऩे की मंशा जाहिर कर चुके हैं। 2018 के चुनाव से सबक लेते हुए भाजपा इस बार केवल उन्हीं चेहरों पर दांव लगाएगी जो जिताऊ हैं। वहीं पार्टी अपने कुछ सांसदों को भी उतार सकती है। भाजपा इस बात का पता लगा रही है कि सांसदों को उतारने से जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन से जुड़े क्या फायदे हो सकते हैं। भाजपा इस कवायद के जरिए मुख्यतौर पर जातीय संतुलन और जीत की संभावना को बढ़ाने की कोशिश ही कर रही है।
लोकप्रियता का सर्वे करा रही पार्टी
विधायकों के साथ ही मप्र की सभी 29 लोकसभा सीटें के लिए भाजपा एक साथ कई मोर्चों पर तेजी से काम करने में जुट गई है। पार्टी का फोकस 2019 में हारी हुई एक मात्र छिंदवाड़ा लोकसभा सीटों के साथ-साथ उन सीटों पर भी है, जहां से भाजपा सांसद लगातार जीत रहे हैं। खासतौर से उन सीटों पर जहां से एक ही नेता ने लोकसभा का पिछला दोनों चुनाव जीता हो।लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी के सबसे लोकप्रिय चेहरे हैं लेकिन स्थानीय स्तर पर सांसदों की लोकप्रियता और जनता से उनका जुड़ाव भी जीत हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भाजपा इससे पहले भी कई बार विभिन्न राज्यों में नेताओं के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी की धार को कुंद करने के लिए बड़े पैमाने पर अपने चुने हुए नेताओं का टिकट काट चुकी है और भाजपा को इसका लाभ भी हासिल हुआ है। इसलिए भाजपा के टिकट पर एक ही सीट से लगातार चुनाव जीतने वाले सांसद, खासतौर से ऐसे सांसद जो 2014 और 2019 का चुनाव एक ही क्षेत्र से जीते हैं, उन्हें 2024 में भी अपनी सीट को बरकरार रखने के लिए अपनी लोकप्रियता साबित करनी होगी।
कार्यकर्ता महाकुंभ में पीएम मोदी देंगे जीत का मंत्र
10 Jul, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जंबूरी मैदान में 10 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता जुटाएगी भाजपा
भोपाल । मप्र में भाजपा अपने चुनाव प्रचार का श्रीगणेश 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 107वीं जयंती करेगी। इस अवसर पर राजधानी के जंबूरी मैदान में कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में 10 लाख से अधिक कार्यकर्ता जुटाए जाएंगे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीत का मंत्र देंगे। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत केंद्रीय नेतृत्व उपस्थित रहेगा। गौरतलब है कि इस साल के आखिर में जिन राज्यों में चुनाव हैं, उनमें मप्र भी शामिल है। इस लिहाज से इस महाकुंभ को बेहद अहम माना जा रहा है।
बता दें कि अब तक पिछले दो चुनावों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश भर में निकाली जाने वाली जनआशीर्वाद यात्रा का समापन इसी कार्यकर्ता महाकुंभ में होता रहा है। कार्यकर्ता विजय संकल्प लेकर क्षेत्र में रवाना हो जाते हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन राजधानी के जंबूरी मैदान में होगा। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत केंद्रीय नेतृत्व उपस्थित रहेगा। पार्टी नेताओं के अनुसार प्रदेश चुनाव प्रभारी बनाए गए भूपेन्द्र यादव के भोपाल आगमन के बाद कार्यकर्ता महाकुंभ की तैयारियां प्रारंभ कर दी जाएंगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में पहली बार भाजपा कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन किया था। इसके बाद से हर विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी यह आयोजन कर कार्यकर्ताओं को विजय संकल्प दिलाकर रवाना करती है। प्रदेश में लगभग 65 हजार से ज्यादा बूथ हैं। हर बूथ से 20 कार्यकर्ताओं को भोपाल आमंत्रित किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह भाजपा का बड़ा शक्ति प्रदर्शन होता है।
महाकुंभ से चुनावी शंखनाद की परंपरा
मप्र में पार्टी ने पिछले तीन विधानसभा चुनावों में भी कार्यकर्ता महाकुंभ से ही चुनावी शंखनाद किया था। इस बार भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ही चुनाव अभियान की औपचारिक शुरुआत कराने के प्रयास चल रहे हैं। इसके लिए उनसे समय मांगा गया है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री कुछ बड़ी योजनाओं की घोषणा भी कर सकते हैं। पार्टी नेताओं के अनुसार प्रदेश चुनाव प्रभारी बनाए गए भूपेन्द्र यादव के भोपाल आगमन के बाद कार्यकर्ता महाकुंभ की तैयारियां प्रारंभ कर दी जाएंगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में पहली बार भाजपा कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन किया था, इसके बाद से हर विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी यह आयोजन कर कार्यकर्ताओं को विजय संकल्प दिलाकर रवाना करती है। विधानसभा चुनाव के पहले होने वाले इस बड़े आयोजन में पार्टी के 10 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं को शामिल कराने की तैयारी है। कार्यकर्ताओं को विजय संकल्प दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। औपचारिक रूप से 25 सितंबर से प्रदेश में भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान का श्रीगणेश भी प्रधानमंत्री के माध्यम से कराने की तैयारी है।
अगस्त में जन आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे शिवराज
प्रदेश के सभी जिलों में लाडली बहना योजना के सम्मेलन के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जन आशीर्वाद यात्रा पर निकलने वाले है। उनकी यह यात्रा अगस्त माह से शुरू होगी। इसको लेकर तैयारियां की जा रही है। यात्रा को लेकर प्लानिंग शुरू हो गई है। इसके लिए पिछले चुनावों की तरह जन आशीर्वाद रथ तैयार होगा। भारतीय जनता पार्टी द्वारा तय कार्यक्रमों के आधार पर सीएम शिवराज सिंह चौहान गांव-गांव में जन आशीर्वाद रथ को लेकर जाएंगे और लोगों को सरकार के काम और योजनाओं की जानकारी देंगे। सीएम शिवराज की इस जन आशीर्वाद रथयात्रा को कोर कमेटी ने सहमति दे दी है। इसके बाद प्रदेश संगठन के नेताओं ने इसके लिए कवायद शुरू कर दी है। पिछली जन आशीर्वाद यात्राओं के रोडमैप की पड़ताल शुरू कर दी गई है। इस रोडमैप के आधार पर संशोधन के साथ सीएम की आशीर्वाद रथ यात्रा का रूट चार्ट तैयार किया जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रथयात्रा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर समाप्त होगी और इसी दिन राजधानी के जंबूरी मैदान में कार्यकर्ताओं का महाकुंभ 25 सितंबर को होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य केंद्रीय नेताओं को आमंत्रित किए जाने पर सहमति बन चुकी है। रथ यात्रा के समापन की तारीख स्पष्ट होने के बाद अब संगठन रथ यात्रा शुरू करने के लिए समय और मुहूर्त की जानकारी जुटाएगा। इसके बाद राष्ट्रीय पदाधिकारियों और प्रदेश संगठन के नेताओं की मौजूदगी में यह यात्रा शुरू होगी।
विधानसभा का मानसून सत्र होगा हंगामेदार
10 Jul, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को दिए पूरी तैयारी के साथ आने के निर्देश
आज होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक
भोपाल । पंद्रहवीं विधानसभा का आखिरी सत्र 11 जुलाई से शुरू होगा। चुनावी साल में होने वाला यह सत्र काफी हंगामेदार होने के आसार हैं। इसके लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र को लेकर सीएम हाउस में बैठक की। इस दौरान सीएम ने सभी मंत्रियों को पूरी तैयारी के साथ आने को कहा है। सरकार के मंत्री विस मानसून सत्र में विपक्ष के सवालों का बेबाकी से जवाब देंगे।
मंत्री विधानसभा के अंतिम सत्र में तथ्य और तर्कपूर्ण ढंग से प्रश्नों के उत्तर, विधानसभा में प्रश्नों के उत्तर में सरकार की उपलब्धियों की जानकारी भी शामिल करने के निर्देश दिए है। वहीं अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि उत्तर ठीक ढंग से तैयार कर भेजें। इस बैठक में बताया गया कि तारांकित, अतारांकित प्रश्नों के जवाब भेजे गए। ध्यानाकर्षण और संभावित प्रश्नों के उत्तरों की तैयारी भी पूरी रखने के निर्देश दिए गये हैं।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज
कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज रविवार को होने वाली थी, लेकिन विधानसभा सत्र की तारीख के आगे बढऩे से अब कल बैठक का आयोजन किया जाएगा। यह बैठक पीसीसी चीफ कमलनाथ के निवास पर होगी। सदन में सत्तापक्ष को घेरने विपक्ष रणनीति बनाएगा। तकनीकी टीम बीएलए, बूथ प्रबंधन और चुनाव से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी देगी। विपक्ष इस बार कई विषयों पर ध्यानाकर्षण और स्थगन प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है।
इस सत्र में पांच बैंठकें होंगी
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 10 जुलाई से शुरू होने वाला था, लेकिन सरकार की लाड़ली बहना योजना के दूसरे माह की किस्त कार्यक्रम के चलते 10 जुलाई को सरकार की ओर से विधानसभा का मानसून सत्र 11 जुलाई से बुलाने का प्रस्ताव भेजा गया था। इसलिए इसे बदलकर 11 जुलाई से आयोजित किया गया है। विधानसभा मानसून सत्र 11 जुलाई को शुरू होगा और 15 जुलाई तक चलेगा। इन पांच दिनों में पांच बैठकें होंगी।
दमोह जिला जेल में खुलेगी कैंटीन
10 Jul, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महिला कैदी खरीद सकेंगी चूड़ी-बिंदी-क्रीम और पुरुष कैदी नारियल-अगरबत्ती
भोपाल । दमोह जिला जेल में अब महिला कैदी अपनी पसंद की चूड़ी, बिंदी, क्रीम और सुहाग की सामग्री लेकर शृंगार कर सकेंगी। वहीं पुरुष कैदी नारियल, अगरबत्ती, धूप बत्ती से लेकर सलाद, नमकीन, मूंगफली दाने, गुड़ सहित कई पसंदीदा वस्तुएं ले सकेंगे। बता दें अब जिला जेल में कैंटीन खुलने वाली हैं। जेल में खुलने जा रही इस कैंटीन से कैदियों के लिए हर माह 1500 रुपये का सामान अलग से लेने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
जेल विभाग द्वारा अभी प्रदेश में केवल दो केंद्रीय जेलों में कैंटीन का संचालन किया जा रहा है। अब प्रदेश की सभी जिला जेलों में कैंटीन की सुविधा प्रारंभ की जाएगी। इसी क्रम में दमोह जिला जेल में भी कैंटीन की सुविधा शुरू की जाएगी। महानिदेशक जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं अरविंद कुमार ने इसके लिए जिला जेल अधीक्षक को पत्र लिखकर जिला जेल में कैंटीन शुरू करने को कहा है।
जांच और पूरी सुरक्षा के साथ मिलेगी सामग्री
कैंटीन के स्थान की सुरक्षा, कर्मचारी, स्टेशनरी की व्यवस्था जिला जेल को करना होगी। जेल की कैंटीन में प्रिंटेड कैरी बैग में सामग्री अधिकारी को उपलब्ध कराई जाएगी। अधिकारी मांगपत्र से मिलान कर कैदी को सामग्री सुपुर्द करेंगे। सामान की सघन तलाशी के बाद ही कैदियों को यह प्रदाय की जाएगी। भेजी गई सामग्री और जमा राशि का पूरा ब्यौरा भी कैंटीन संचालक को रखना होगा।
कैदी सक्षम नहीं तो परिजन जमा कर सकेंगे पैसे
बंदियों को जेल में काम करने के एवज में मेहनताना मिलता है। यह राशि जमा होती रहती है। इसमें से वे हर माह 1500 रुपये कैंटीन में सामान लेने में खर्च कर सकेंगे। यदि बंदी राशि जमा करने में सक्षम नहीं है तो उनके परिजन भी यहां कैंटीन से सामग्री उपलब्ध कराने के लिए 1500 रुपये हर माह जमा करा सकेंगे। कैंटीन से माह में अधिकतम चार बार सामग्री ली जा सकेगी। एक बार में अधिकतम 375 रुपये की सामग्री ली जा सकेगी। जिला जेल के जेलर सीएल प्रजापति का कहना है कि जेल विभाग के निर्देशानुसार कैंटीन तो शुरू होना है, लेकिन दमोह में स्टाफ की कमी के चलते अभी शुरू नहीं की जा सकेगी। इसमें कुछ समय लगेगा।
आधी खाली चल रही वंदे भारत, अब किराया घटाकर यात्री बढ़ाने की तैयारी
10 Jul, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल-जबलपुर और भोपाल-इंदौर वंदे भारत को नहीं मिल रहे पर्याप्त यात्री
अब रेलवे बोर्ड ने बीते 30 दिन की समीक्षा कर किराया कम करने को कहा
भोपाल । हाल ही भोपाल से शुरू हुईं दो वंदे भारत नई ट्रेनों को पर्याप्त यात्री नहीं मिल रहे हैं। इसमें वंदे भारत का ज्यादा किराया बड़ी वजह मानी जा रही है। इसलिए रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार जबलपुर से भोपाल के रानी कमलापति (आरकेएमपी) रेलवे स्टेशन तक और इंदौर से भोपाल रेलवे स्टेशन तक चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का किराया कम होना तय है। रेलवे बोर्ड ने पिछले 30 दिनों में ऑक्यूपेंसी स्तर यानी यात्रियों की संख्या को देखकर विभिन्न वातानुकूलित ट्रेनों की ऐसी चेयर कार और एक्जीक्यूटिव श्रेणी में किराया छूट योजना शुरू की है। इसमें मूल किराए में अधिकतम 25 प्रतिशत तक छूट दी जाएगी। नया किराया तय करने का जिम्मा रेलवे बोर्ड ने जोनल रेलवे को सौंप दिया है। हालांकि, भोपाल से होकर चलने वाली इन दोनों वंदे भारत में ट्रेन का किराया कब से कम होगा। इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
जुलाई माह के अंत तक ही कम होगा किराया
दरअसल, रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों के पिछले 30 दिनों के दौरान 50 प्रतिशत से कम भरी सीटों ऑक्यूपेंसी लेवल को ध्यान में रखकर तय करने को कहा है। ये दोनों वंदे भारत ट्रेन उद्घाटन के बाद 28 जून से प्रारंभ हुई हैं। ऐसे में इन ट्रेनों को अभी 11 दिन ही हुए हैं। ऐसे में रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि जुलाई माह के अंत तक ही किराए को लेकर कोई निर्णय होगा। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि यह निर्णय मुख्यालय को लेना है। अभी इस पर विचार किया जाएगा।
जबलपुर से आने वाले यात्री ज्यादा
जबलपुर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन आने वाली वंदे भारत ट्रेन में 28 जून से 6 जुलाई तक 8 दिन में चार दिन बर्थ ऑक्यूपेंसी लेवल यानी यात्री संख्या 50 प्रतिशत से अधिक रही। जबकि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से जबलपुर जाने वाली ट्रेन में सिर्फ एक दिन बर्थ ऑक्यूपेंसी 50 प्रतिशत से अधिक रही। इससे साफ है कि दोनों तरफ से ट्रेन लगभग आधी खाली चल रही है। बता दें, दोनों शहरों के बीच जबलपुर से आने पर ऐसी चेयर कार का किराया 955 और एग्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 1790 रुपये है। वहीं, भोपाल से जाने पर एसी चेयर कार का किराया 1055 रुपये और एग्जीक्यूटिव चेयर का कार का किराया 1880 रुपये है।
मुख्यालय को भेजी किराए की तुलनात्मक रिपोर्ट
भोपाल और जबलपुर मंडल की तरफ से वंदे भारत ट्रेन में बर्थ ऑक्यूपेंसी कम होने पर किराए को लेकर मुख्यालय ने रिपोर्ट मांगी थी। अधिकारियों ने ओवरनाइट वॉल्वो बस की स्लीपर सीट का किराया, सडक़ मार्ग से टैक्सी से लगने आने वाला किराया और रेलवे की दूसरी एसी कोच की गाडिय़ों के किराए की तुलनात्मक रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेजी है। इसमें भोपाल से जबलपुर तक बस की वॉल्वो बस की स्लीपर बर्थ का किराया एक हजार रुपये और दोनों ही शहर के लिए आने-जाने में टैक्सी का खर्चा करीब 6500 रुपये समेत रेल के एसी कोच के किराए की तुलनात्मक रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेजी है। इस रिपोर्ट के आधार पर जबलपुर जोनल मुख्यालय को अब वंदे भारत ट्रेन के किराए को लेकर निर्णय लेना है।
जनप्रतिनिधि बोले- रीवा तक चलाएं
वहीं, जबलपुर रेलवे जोन को जनप्रतिनिधियों की तरफ से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को रीवा तक चलाने का प्रस्ताव मिला है। अब रेलवे इन प्रस्तावों को बोर्ड को भेजने की तैयारी कर रहा है। जनप्रतिधिनियों ने जबलपुर-आरकेएमपी वंदे भारत के रूट को बढ़ाने पर यात्रियों की संख्या बढऩे की बात कही है।
आरकेएमपी से जबलपुर जाने वाली वंदे भारत में सीट ऑक्यूपेंसी प्रतिशत
28 जून- 38.30 प्रतिशत
29 जून- 49.43 प्रतिशत
30 जून- 60.00 प्रतिशत
1 जुलाई- 40.94 प्रतिशत
2 जुलाई- 45.28 प्रतिशत
3 जुलाई-37.55 प्रतिशत
5 जुलाई-39.25 प्रतिशत
6 जुलाई- 34.72 प्रतिशत
जबलपुर से आरकेएमपी आने वाली वंदे भारत में सीट ऑक्यूपेंसी प्रतिशत
28 जून- 40.38 प्रतिशत
29 जून- 67.17 प्रतिशत
30 जून- 50.19 प्रतिशत
1 जुलाई- 39.25 प्रतिशत
2 जुलाई- 57.36 प्रतिशत
3 जुलाई-56.42 प्रतिशत
5 जुलाई-41.13 प्रतिशत
6 जुलाई- 37.17 प्रतिशत