मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
टमाटर खरीदकर बंदूक के साए में पीसीसी लेकर पहुंचे कांग्रेसी
3 Jul, 2023 06:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दाम इतने ज्यादा हो गए कि लूट का खतरा बढ़ गया
भोपाल । टमाटर सहित तमाम सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने टमाटर और सब्जियों के दामों में हुई बढ़ोत्तरी के विरोध में प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ता 5 नंबर सब्जी मार्केट पहुंचे। वहां से टमाटर, धनिया, अदरक खरीदकर उसे ब्रीफकेस में रखकर केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पीसीसी दफ्तर पहुंचे।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, रघुनंदन शर्मा के साथ कांग्रेस प्रवक्ता सिद्वार्थ राजावत, विक्की खोंगल, सिद्धार्थ सिंह राजावत, कुंदन पंजाबी, अभिनव बरोलिया, फिरोज सिद्दीकी, विनय सिंह राजपूत बाजार से सब्जी लेकर बंदूक (एयरगन) लेकर कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। कांग्रेस प्रवक्ता विक्की खोंगल ने कहा कि लगातार टमाटर, अदरक सहित तमाम खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ते जा रहे हैं। केन्द्र सरकार मंहगाई को काबू करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। हालात ऐसे हैं कि आज टमाटर और पेट्रोल के रेट बराबर हो गए हैं। हमें डर है कि कहीं कोई हमसे सब्जियां लूटकर न ले जाए इसलिए सांकेतिक रूप से हमने सब्जी खरीदने के बाद उसे एयरगन के साए में लेकर आए हैं। और सब्जियों को पीसीसी की तिजोरी में संभालकर रखा है ताकि चोरी न हो जाए।
अधिकांश सब्जियां 60 रुपए किलो तक
प्रदेश में कद्दू, अरबी को छोड़ दिया जाए तो एक भी सब्जी ऐसी नहीं है जो 60 रुपए प्रति किलो के दाम से कम पर बिक रही है। अब तो मिर्ची, टमाटर से आगे निकल गई। टमाटर जहां 160 रुपए किलो बिक रहा है। वहीं, मिर्ची फुटकर में 200 रुपए किलो तक बिक रही है। ऐसे में धनिया भी कहां पीछे रहने वाला है। रविवार को मंडियों में धनिया का 300 रुपए किलो तक बिका। गोभी, भिंडी, लौंकी के दामों में भी उछाल आना शुरू हो गया है। सब्जी व्यापारी राजेश गुप्ता ने बताया कि सब्जियों की आवक कम हो गई है, इसलिए रेट लगातार बढ़ रहे हैं। पुरानी फसल समाप्ति की ओर है। ऐसे में जिनके पास सब्जी हैं वे ही ऊंचे दामों में बेच रहे हैं। फुटकर बाजार में अधिकांश सब्जियां 60 रुपए किलो तक पहुंच गई हैं। धनिया ही 300 रुपए किलो तक पहुंच गया है। हाट बाजार में ही यह 30 रुपए का 100 ग्राम बिका। अदरक भी 240 रुपए किलो तक बिका। सब्जियों के थोक व्यापारी शकील कुरैशी ने बताया कि पानी बरसा तो भाव और बढ़ जाएंगे। बारिश की वजह से खेतों में पानी भर जाता है। सब्जियां खराब होने लगती हैं। किसान इन्हें तोडऩे खेतों में नहीं जाते। जो सब्जी आती हैं वह महंगी होती हैं। अभी पैदावार भी कम है।
मंत्रालय में हुआ वंदे -मातरम गायन
3 Jul, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राष्ट्र-गीत वंदे-मातरम एवं राष्ट्र-गान "जन गण मन" का सामूहिक गायन आज मंत्रालय स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में हुआ। इस अवसर पर पुलिस बैंड ने मधुर धुनें प्रस्तुत की। वंदेमातरम गायन में अपर मुख्य सचिव श्री जे.एन.कंसोटिया, श्री एस.एन.मिश्रा, श्री अशोक वर्णवाल, सचिव श्री श्रीनिवास शर्मा एवं मंत्रालय सहित सतपुड़ा विंध्याचल भवन के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
पंडित भीमाशंकर शास्त्री ने समाज को जागृत करने का उल्लेखनीय कार्य किया - मुख्यमंत्री चौहान
3 Jul, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पंडित भीमाशंकर जी शास्त्री, भागवत कथा के मर्मज्ञ हैं। सामाजिक, धार्मिक और रचनात्मक कार्यों में उनका महत्वपूर्ण योगदान हैं। उन्होंने स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन, श्रमदान, मंदिरों के विकास जैसे कार्यों से समाज को जागृत करने का उल्लेखनीय कार्य किया है। पं. शास्त्री बाल विवाह को सामाजिक अपराध मानते हैं और अपनी हर कथा में लोगों से नशे से दूर रहने की बात को दोहराते हैं। मुख्यमंत्री चौहान मंदसौर के मंडी प्रांगण में हो रहे गुरुदेव भीमाशंकर जी शास्त्री की कथा में निवास कार्यालय समत्व से वर्चुअली सम्मिलित हुए तथा गुरुदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि परम पूज्य गुरुदेव शास्त्री जी की महिमा अनंत है। भगवान कृष्ण के उपासक शास्त्री जी द्वारा धर्म की स्थापना और रक्षा के लिए किए गए कार्य महत्वपूर्ण है। नदी, पर्यावरण और गौ-संरक्षण के साथ-साथ शास्त्री जी ने मतदाता जागरूकता के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सन्मार्ग पर चलने और सद्कर्म के लिए प्रदेशवासियों को उनका आशीर्वाद निरंतर प्राप्त होता रहे, यही हम सबकी कामना है। मंदसौर के मंडी प्रांगण में हुई कथा में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग, विधायक यशपाल सिसोदिया, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में धर्मावलंबी उपस्थित थे।
मुरैना के बाल सुधार गृह से फरार हुए आठ कैदी....
3 Jul, 2023 12:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के एक बाल सुधार गृह से आठ कैदी भाग गए हैं। इस बात की जानकारी पुलिस की ओर से सोमवार दी गई है। साथ ही, बताया जा रहा है कि भआागने वाले आठों अपराधी दुष्कर्म और हत्या सहित विभिन्न अपराधों में शामिल होने के बाद यहां भेजे गए थे। एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना रविवार शाम को नैनागढ़ रोड पर स्थित किशोर गृह में हुई।
बाथरूम की दीवार तोड़कर भागे आरोपी
शहर के पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने कहा कि दुष्कर्म और हत्या के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे 12 किशोर विचाराधीन कैदियों में से आठ रविवार शाम करीब 7 बजे बाथरूम की दीवार तोड़कर भाग गए। उन्होंने बताया कि किशोर गृह में तैनात विशेष सशस्त्र बल के गार्ड ने रात करीब आठ बजे कोतवाली पुलिस थाने को सूचना दी।
पलंग के सरिया से तोड़ी दीवार
सुधार गृह के प्रमुख ने बताया कि यह सभी बच्चे बहुत पहले से इसकी प्लानिंग कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने सुधार गृह में मौजूद चीजों को अपने हथियार के रूप में इकट्ठा करना शुरू कर दिया था। बच्चों ने पलंग और कई अन्य जगह से सरिया निकालकर इस वारदात को अंजाम दिया है। इस गृह से कोई भाग न पाए इसके लिए हर तरफ ताला लगा होता है और कई गार्ड सुरक्षा के लिए तैनात होते हैं। इसके बाद भी इन किशोरों ने उनके कमरे के बाथरूम की दीवार को काटा और उसमें से फरार हो गए।
कैदियों की तलाश में जुटी टीम
घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही पुलिस ने कैदियों की तलाश शुरू कर दी है। उनका पता लगाने का काफी प्रयास किया जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि भागने वाले किशोर मुरैना, भिंड और श्योपुर जिलों के रहने वाले हैं।
सीएम शिवराज ने दी 'जनसेवा मित्र' के दूसरे चरण की सौगात....
3 Jul, 2023 12:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। युवाओं के विकास, कौशल उन्नयन, रोजगार के लिए बढ़े हुए कदमों में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को एक पहल और की है। युवाओं को रोजगार और कौशल विकास देने की मंशा के साथ मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप प्रोग्राम का दूसरा चरण रविवार को शुरू किया गया है।
सीखो और कमाओ की तर्ज पर शुरू किए गए इस प्रोग्राम में युवाओं को छह महीने के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान हर माह आठ हजार रुपए का स्टाइपेंड भी दिया जाएगा। योजना में शामिल होने के लिए युवा 10 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं।
प्रदेश के युवाओं के कौशल विकास, रोजगार साधन और उद्यमिता में सहयोग करने की मंशा के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप प्रोग्राम की कल्पना की। अटल बिहारी वाजपेई सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान ने मुख्यमंत्री के युवाओं के लिए साधे गए इस लक्ष्य को समझा और महज 2 माह में इस योजना को आकार दे दिया।
फरवरी में शुरू हुआ पहला चरण
प्रदेशभर के युवाओं को जोड़ने वाली इस महत्वाकांक्षी योजना में बड़ी संख्या में युवाओं ने उत्साह दिखाया। प्रदेश के सभी 313 ब्लॉक के लिए करीब 5 हजार इंटर्न की नियुक्ति की जाना थी, लेकिन आवेदन करने वालों की संख्या इससे कई गुना पर पहुंची। विभिन्न परख और छंटाई के बाद 4592 युवाओं को इस महत्वाकांक्षी प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस योजना से जुड़े युवाओं से फरवरी माह में राजधानी भोपाल में आयोजित बूट कैंप के जरिए बात की और इन्हें सीखने के लिए खुला आसमान दे दिया।
क्या सीख रहे युवा
करीब चार माह की प्रशिक्षण अवधि में ये युवा दुनियाभर की नामी कंपनियों और संस्थाओं, जिनमें हावर्ड्स, अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन और इनके जैसी कई संस्थाएं शामिल हैं, से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों तक में रहकर प्रशासनिक कार्य विधियां भी सीख रहे हैं।
वास्तविक हितग्राही तक लाभ
करीब चार महीने के इस प्रशिक्षण काल ने युवाओं को जोश से भरा है। आम आदमी की जमीनी और शासकीय कामों की परेशानियों को दूर करने में सहयोग किया है। साथ शासन की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में बड़ा सहयोग भी किया है।
और मिला प्रमोशन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बूट कैंप में युवाओं से किए गए वादे के मुताबिक इनके कार्यकाल को आगे बढ़ाया दिया गया है। साथ ही उनके वेतन में बढ़ोतरी कर 8 हजार की बजाए 10 हजार रुपए प्रति माह कर दिया गया है।
अब तैयारी दूसरे चरण की
दुनियाभर की इकलौती और अभिनव सीखने के साथ कमाई वाली इस योजना में अब कुछ जनसेवा मित्रों को और जोड़ने की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए आवेदन प्रक्रिया 2 जुलाई से शुरू कर दी गई है। 18 से 29 वर्ष के ऐसे युवा, जिन्होंने स्नातक डिग्री हासिल की है। वे इस योजना से जुड़ सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया 10 जुलाई तक जारी रहेगी।
टिकट के लिए युवाओं ने की दावेदारी
3 Jul, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । बीजेपी और कांग्रेस मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की मैदानी जंग के लिए तैयार हैं। दोनों पार्टियों के युवा संगठनों के पदाधिकारी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की तरफ से 20 प्रतिशत यानी 46 सीटों पर उम्मीदवारी का दावा किया गया है। वहीं, युवा कांग्रेस ने 35 टिकट मांगे हैं। दोनों ही संगठन उम्मीदवारों का चयन करने के लिए कई स्तरों पर सर्वे करा रहे हैं। युवाओं को टिकट के सवाल पर दोनों संगठनों का एक सा जवाब है- जिताऊ उम्मीदवार को ही मौका दिया जाएगा। दोनों पार्टियों के युवा नेता टिकट की दावेदारी को लेकर तर्क दे रहे हैं कि प्रदेश में कुल 5.40 करोड़ से अधिक वोटर्स हैं। इनमें से दो करोड़ 85 लाख यानी 52 प्रतिशत मतदाता 18 से 40 साल के बीच के हैं। 30 लाख वोटर्स ऐसे हैं, जो पहली बार वोट डालेंगे। यही हार-जीत की दिशा तय करेंगे। ऐसे में युवाओं को चुनाव मैदान में उतारा गया तो पार्टी को फायदा होगा। नई लीडरशिप भी डेवलप होगी।
युवा और नए चेहरों पर दोनों ही पार्टियों की नजर है। कांग्रेस ने फॉर्मूला तय कर लिया है कि उम्मीदवार के चयन का आधार बूथ जोड़ो-यूथ जोड़ो अभियान की सफलता होगा। इसी तरह बीजेपी में ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ अभियान भी युवा मोर्चा के पदाधिकारियों और सदस्यों की मेहनत पर टिका है। लिहाजा, दोनों ही दल टिकट फाइनल करने से पहले युवाओं को केंद्र में रखेंगे। बहुजन समाज पार्टी 2018 में सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ी थी। बुंदेलखंड-चंबल क्षेत्र की दो सीटों- भिंड और पथरिया पर ही उम्मीदवार जीत पाए। दोनों विधायकों- संजीव सिंह और रामबाई की उम्र 2018 में 40 साल थी। 2013 के चुनाव में बसपा के 4 उम्मीदवार जीते थे।
कांग्रेस ने इस अभियान में उन युवाओं को टारगेट किया है, जो इस चुनाव में पहली बार वोट डालने वाले हैं। युवा कांग्रेस की बूथ समितियों को जो जिम्मा दिया गया है, उनमें फस्र्ट टाइम वोटर की पहचान करना भी शामिल है। इन लोगों से लगातार संपर्क में बने रहने का टास्क भी अलग-अलग टीमों को मिलेगा। मतदाता सूची से जिन वोटरों का नाम कट गया है या जो उस क्षेत्र के निवासी नहीं है यानी फर्जी है, उनकी पहचान भी करना होगी। पिछले चुनाव में फर्जी वोटरों की कई शिकायतें आई थीं। उस समय संगठन पर इसे लेकर सवाल भी उठे थे।
विधानसभा चुनाव के लिए एक्टिव हुई बसपा
3 Jul, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मायावती की बहुजन समाज पार्टी मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियों में जुटी है। कभी विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र में काफी मजबूत रही बसपा लंबे समय से अलग-थलग पड़ी है। पिछले दो दिनों में रीवा और सतना के तीन बड़े नेताओं ने बसपा का दामन थामा है। चुनाव से पहले पार्टी के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। इससे विंध्य क्षेत्र में पार्टी की ताकत बढ़ेगी, लेकिन दो दशक पहले तक एमपी में तीसरी बड़ी ताकत बनने का सपना देखने वाली बसपा के लिए अभी रास्ता काफी लंबा है।
1993 और 1998 के विधानसभा चुनावों के बाद बसपा मध्य प्रदेश की सियासत में बड़ी ताकत के रूप में उभरी थी। साल 1993 के विधानसभा में बसपा के 11 विधायक थे। साल 1998 में भी पार्टी के 11 विधायकों ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद बसपा प्रदेश की सियासत में निष्क्रिय होती चली गई। 2018 में बसपा के महज दो विधायक चुने गए थे। इनमें से भी एक संजीव कुशवाहा बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
2003 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के दो विधायक जीते थे लेकिन उसे 7.26 प्रतिशत वोट मिले थे। 2008 में उसे 8.97 प्रतिशत मत मिले और सात विधायक जीते थे। 2013 में 6.29 प्रतिशत वोटों के साथ चार विधायक बसपा के टिकट पर विधानसभा पहुंचने में सफल रहे थे। 2018 में वोट का आंकड़ा कम होकर 5.1 फीसदी रह गया।
एमपी में बसपा के कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण मजबूत नेतृत्व का अभाव है। दूसरे दलों से आए नेताओं की लोकप्रियता का फायदा उठाकर पार्टी विधानसभा में सदस्यों की संख्या बढ़ाने में सफल रही, लेकिन उन्हें अपने साथ बनाए रखने में नाकामयाब रही। मौका मिलते ही इसके विधायक दूसरी पार्टियों में शामिल हो गए। पार्टी नेतृत्व की भी इसमें अहम भूमिका रही। चुनाव जीतने के बाद बीजेपी और कांग्रेस से अलग रहने की बजाय पार्टी नेतृत्व उन्हीं को अपना समर्थन देता रहा। इसके चलते बसपा एमपी में कभी अपना स्वतंत्र अस्तित्व नहीं बना पाई।
2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद बसपा नेतृत्व मध्य प्रदेश में फिर से एक्टिव हुआ। स्थानीय निकाय चुनावों में पार्टी ने बड़ी संख्या में अपने उम्मीदवार उतारे। हालांकि, पार्टी को ज्यादा कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद पार्टी ने ग्वालियर, चंबल, विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र में ताकत बढ़ाने की रणनीति बनाई। इसके लिए जिला और विधानसभा स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलनों की शुरुआत हुई। निष्क्रिय पड़े संगठन में जान फूंकने के लिए नए पदाधिकारी नियुक्त किए गए। इस साल 26 अप्रैल से ग्वालियर से बहुजनराज अधिकार यात्रा की शुरुआत हुई। यात्रा का मकसद अनुसूचित जाति के वोट बैंक में सेंध लगाना था।
2023 के विधानसभा चुनावों के लिए बसपा की एक ही रणनीति है कि किसी भी दल की सरकार उसक समर्थन के बिना नहीं बने। उसकी नजर बीजेपी और कांग्रेस के वैसे नेताओं पर है जो अपनी पार्टियों से असंतुष्ट हैं। एमपी में अनुसूचित जाति के लिए 35 और अनुसूचित जनजाति के लिए 47 सीटें आरक्षित हैं। उसकी सारी रणनीति इन्हीं 82 सीटों पर केंद्रित है। यदि इन सीटों पर उसे उम्मीदों के अनुरूप कामयाबी मिली तो वह फिर से तीसरी ताकत के रूप में उभर सकती है।
2024 से पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा का लिटमस टेस्ट
3 Jul, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। इस साल में अंत में मप्र सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है। इन्हीं राज्यों के चुनाव परिणाम में लोकसभा चुनाव की झलक दिखेगी। इसलिए भाजपा ने इन चुनावों को लेकर मजबूत रणनीति बनाने का काम शुरू कर दिया है। पार्टी ने एक ऐसी रणनीति बनाई है जिसके तहत वह विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत कर सकती है। इस रणनीति के तहत भाजपा का फोकस मंडल स्तर पर है। इस रणनीति के तहत देश की प्रत्येक लोकसभा से छह-छह नेताओं का चयन किया जाएगा जो चुनावी राज्यों में मंडल स्तर पर कमान संभालेंगे।
दरअसल, कर्नाटक चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा पूरी तरह सतर्क हो गई है। इसलिए आगामी पांच राज्यों के साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर संयुक्त रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की अगुवाई में शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि देश की प्रत्येक लोकसभा से छह-छह नेताओं का चयन किया जाएगा जो चुनावी राज्यों में मंडल स्तर पर कमान संभालेंगे। बैठक में राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद के अलावा कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
अगले आम चुनाव से पहले 2023 भी पूरी तरह से चुनावी रंग का साल है। चुनावी समर की शुरुआत फरवरी महीने में नॉर्थ-ईस्ट के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के साथ हुई। अब कर्नाटक विधानसभा चुनाव भी संपन्न हो गया है। इन चार राज्यों के चुनाव में भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों ने अपना चुनावी हिसाब-किताब परख लिया है। इन दलों की अगली परीक्षा नवंबर-दिसंबर में संभावित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होंगे। इन्हें 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से सेमीफाइनल भी कहा जा सकता है। सत्ता के सेमीफाइनल को जीतने के लिए भाजपा ने अभी से पूरी तैयारी शुरू कर दी है। 2024 के आम चुनाव से पहले भाजपा के लिए इन पांच राज्यों के चुनाव उनकी चुनावी रणनीतियों की परख तो होंगे ही, साथ ही जनता के मूड की झलक भी देखी जा सकेगी। जानकार यह भी मानते हैं कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव को एक ही तराजू में नहीं तोला जा सकता है। विधानसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दे अहम होते हैं, वहीं लोकसभा चुनाव में जनता राष्ट्रीय परिदृश्य को देखते हुए वोट देती है। यह तो तय है कि सेमीफाइनल में जो जीतेगा, वह पूरे आत्मविश्वास के साथ आम चुनाव में आएगा। इन चुनावों के नतीजों से पक्ष और विपक्ष की रणनीति पर बहुत असर पड़ेगा।
मप्र सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की विजय पताका फहराने के लिए पार्टी ने नई रणनीति पर काम शुरु किया है। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की इस रणनीति के तहत देश की प्रत्येक लोकसभा से छह-छह नेताओं का चयन किया जाएगा जो चुनावी राज्यों में मंडल स्तर पर कमान संभालेंगे। इन नेताओं को हर मतदाता तक पहुंचना होगा और भाजपा के लिए समर्थन मांगना होगा। बैठक में संतोष ने कार्यकर्ताओं का चयन कर उन्हें चुनावी राज्यों में भेजने की बात पर जोर देतें हुए इस काम को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। ये कार्यकर्ता इन राज्यों के मंडल स्तर तक पहुंच कर पार्टी के समर्थन में जनता को जोडऩे का काम करेंगे। साथ ही भाजपा सरकार की जनहितेषी कार्यों से वहां की जनता को अवगत कराएंगे। इसके साथ ही भाजपा सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क करेंगे। बैठक में प्रधानमंत्री के मध्यप्रदेश आगमन को लेकर भी चर्चा की गई जिसमें पीएम मोदी के राजधानी में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए पार्टी के नेताओं की जबाबदारी सौपी जाएगी। इसको लेकर पार्टी की अगली बैठक दो दिन बाद फिर से होगी जिसमें कार्यों का विभाजन किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को भोपाल आ रहे हैं। इस अवसर पर देश के चुनिंदा कार्यकर्ताओं का एक महाकुंभ भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री देश भर के इन 2500 कार्यकर्ताओं से मेरा बूथ सबसे मजबूत के संकल्प को लेकर संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री के साथ संवाद के इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले कार्यकर्ता पूरे देश से चुने जाएंगे और उनके चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस कार्यक्रम में भाग लेने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे।पी। नड्डा 26 जून को भोपाल आ जाएंगे। कार्यकर्ता महाकुंभ का यह आयोजन भले ही भोपाल में होगा, लेकिन देश के सभी 10 लाख बूथ और 15 हजार मंडल इस कार्यक्रम से जुड़े रहेंगे तथा प्रधानमंत्री अलग-अलग बूथों और मंडलों में मौजूद कार्यकर्ताओं से भी मेरा बूथ सबसे मजबूत के संकल्प को लेकर संवाद करेंगे। राजधानी में आने वाले विभिन्न प्रदेश के कार्यकर्ताओं की व्यवस्था की जबाबदारी प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा की रहेगी। शैलेन्द्र शर्मा को कार्यक्रम स्थलों पर झांकी प्रदर्शनी आदि की व्यवस्था दी गई है। पूर्व सांसद आलोक संजर को मातीलाल नेहरू स्टेडियम पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मंच एवं पंडाल की व्यवस्था का काम सौपा गया है। इसके अलावा अगर रोड शो के कार्यक्रम को प्रधानमंत्री की और से हरी झंडी मिल जाती है तो इस कार्यक्रम को विधायक रामेश्वर शर्मा और प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा संभालेंगे। बैठक में बीएल संतोष ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे से एक दिन पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भोपाल आएंगे। वे सीएम और पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर प्रधानमंत्री की यात्रा और कार्यक्रमों की तैयारियों को अंतिम रूप से देखेंगे। नड्डा यहां से पीएम के साथ शहडोल भी जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी शहडोल में स्किलसेल एनिमिया, आयुष्मान भारत से संबंधित कार्यक्रमों के अलावा अति पिछड़ी अनुसूचित जाति के प्रमुखों के साथ सवाद भी करेंगे।
उज्जैन में महाकाल दर्शन के नाम पर ठगी करने वालों पर केस दर्ज
3 Jul, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में एक पंडित ने तीन लोगों के साथ मिलकर छह श्रद्धालुओं से ठगी की थी। पंडित ने गर्भगृह में प्रवेश व भस्म आरती के नाम पर श्रद्धालुओं से 21 हजार रुपये वसूल लिए। इस पर संबंधित पंडित व उसके साथियों के खिलाफ महाकाल पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि नंदकशोर शर्मा निवासी दुर्ग (छत्तीसगढ़) ने पंडित घनश्याम शर्मा से भस्म आरती दर्शन तथा भगवान का जलाभिषेक करने के लिए संपर्क किया था। पुजारी ने उनसे 21 हजार रुपये की मांग की। श्रद्धालु इसके लिए राजी हो गया और उसने पुजारी के खाते में आनलाइन पेमेंट कर दी। नियमानुसार गर्भगृह में प्रवेश के लिए प्रति व्यक्ति 750 रुपये व भस्म आरती अनुमति शुल्क प्रति व्यक्ति 200 रुपये लगता है। इस हिसाब से छह श्रद्धालुओं का कुल शुल्क 5700 रुपये बनता है, लेकिन पुजारी ने 15300 रुपये अधिक वसूल लिए।
मुख्यमंत्री चौहान 4 जुलाई को करेंगे मुख्यमंत्री सीखो- कमाओ योजना के पंजीयन की शुरुआत
3 Jul, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं को कौशल विकास के साथ ही लर्न एंड अर्न की तर्ज़ पर ऑन जॉब ट्रेनिंग की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की लागू की है। मुख्यमंत्री 4 जुलाई को इस योजना में युवा आवेदकों के पंजीयन की प्रक्रिया की शुरुआत करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान भोपाल के रवींद्र भवन में होने वाले कार्यक्रम में युवाओं से संवाद भी करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश के युवाओं में कौशल विकास क्षमता को बढ़ा कर उन्हें रोज़गार से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का प्रभावी क्रियान्वयन शुरू किया है। इस योजना में युवाओं को उद्योगों के साथ सर्विस सेक्टर में कौशल प्रशिक्षण दिलाते हुए स्टाइपेंड की व्यवस्था की गई है। युवाओं को नवीनतम तकनीक और प्रक्रिया से व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रथम चरण में एक लाख युवाओं को रोज़गारोन्मुखी कौशल में प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य है। आवश्यकतानुसार लक्ष्य को बढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को 8 हज़ार से 10 हज़ार रूपये प्रतिमाह स्टाइपेंड प्राप्त होगा। प्रशिक्षण के बाद निर्धारित परीक्षा उत्तीर्ण करने पर अथवा फ़ॉर्मेटिव एसेसमेंट के बाद मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोज़गार बोर्ड द्वारा स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। इसके लिए योजना से कंपनियों और सर्विस सेक्टर को जोड़ा गया है। योजना में देश एवं प्रदेश के ऐसे औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान पात्र होंगे, जिनके पास PAN और GST पंजीयन है। अब तक लगभग 10 हज़ार 429 प्रतिष्ठानों को पंजीकृत किया जा चुका है। इनमें 23 अन्य राज्य के प्रतिष्ठान भी शामिल हैं। प्रतिष्ठानों द्वारा लगभग 34 हज़ार 690 वेकेन्सी(प्रशिक्षण की सीट) क्रिएट की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में 18 से 29 वर्ष आयु तक के मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी युवा पात्र हैं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई उत्तीर्ण या उससे उच्च है। चयनित युवा छात्र, प्रशिक्षणार्थी कहलाए जाएंगे। प्रत्येक कोर्स के लिए देय स्टाइपेंड का निर्धारण प्रावधानित न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया गया है। इसमें 12वीं या उससे कम कक्षा उत्तीर्ण युवाओं को 8 हज़ार रूपये प्रतिमाह, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हज़ार 500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हज़ार तथा स्नातक उत्तीर्ण अथवा इससे उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले प्रशिक्षणार्थी युवाओं को 10 हज़ार रूपए प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जाएगा।
युवा, मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का पंजीयन https://mmsky.mp.gov.in/ पर नि:शुल्क कर सकते हैं। पंजीयन के बाद संबंधित को लॉगिन आईडी एवं पासवर्ड SMS अथवा ई-मेल द्वारा प्राप्त होगा। पंजीयन के समय किसी समस्या का समाधान पोर्टल पर दिए गए हेल्प-डेस्क पर संपर्क कर किया जा सकता है।
सेवा और वसुधैव कुटुम्बकम् के भाव से होगा जीवन सार्थक: मुख्यमंत्री चौहान
2 Jul, 2023 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
16 सेवा योगी उत्कृष्ट कार्यों के लिए हुए सम्मानित
जी-20 अंतर्गत सी-20 सेवा समिट का हुआ समापन
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारतीय समाज और भारत के मूल में सेवा का भाव समाहित है। एक ही चेतना सभी प्राणियों में व्याप्त है। यह भारतीय संस्कृति का मूल विचार है। संत कबीर ने भी कहा कि साहिब तेरी साहिबी, सब घट रही समाय, जो मेहंदी के पात में, लाली लखी न जाय। अर्थात् परमात्मा प्रत्येक मनुष्य में हैं लेकिन दिखाई नहीं देता। जिस तरह लाल रंग, हरी मेहंदी के पत्ते में समाहित है, लेकिन दिखता नहीं है। सेवा और साधना से मनुष्य का योगदान दिखाई देता है। मुख्यमंत्री चौहान आज कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन हॉल में जी-20 के सेवा समिट के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने अनेक समाजसेवियों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे सहित अनेक अतिथि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम, मनुष्यों के साथ ही पशु-पक्षियों और पर्यावरण की रक्षा के लिए भी सजग रहते हैं। जन्म से ही सेवा की घुट्टी पिलाई जाती है। जियो और जीने दो का भाव मन में होता है। बिना संवेदना और अपनत्व भाव के सेवा नहीं हो सकती । देश के हर गाँव और कस्बे में कथाएँ होती हैं, तो कहा जाता है धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो। यह मंत्र भारत ने ही दिया है। हमारे संतों ने हजारों साल पहले कहा कि सभी प्राणी सुखी हों, इसके लिए हम मन में बंधुत्व का भाव रखें। यह सेवा समिट विश्व मानवता, विश्व बंधुत्व और सेवा के भाव को सशक्त बनाएगा। यह भाव जीवन को सार्थक बनाता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारत का दृष्टिकोण, अपने आप में दुनिया की तमाम समस्याओं का समाधान भी है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी वसुधैव कुटुम्बकम् के भाव को सशक्त बना रहे हैं। पेड़ लगाने का कार्य आचरण में हो, भाषण में नहीं, तभी हमारी भूमिका सार्थक होगी। अन्य लोग भी ऐसे कार्यों से प्रेरित होते हैं। मुझे संतोष है कि मैं ढाई वर्ष से निरंतर प्रतिदिन पौधा लगा रहा हूँ। धरती की सेवा के लिए और कम से कम अपनी आवश्यकता की आक्सीजन को ध्यान में रखते हुए हर व्यक्ति को पेड़ लगाना चाहिए। दीन-दुखियों और दरिद्रों की सेवा से भी जीवन सार्थक होता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह सम्मेलन सेवा के भाव को एक नया अर्थ देगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने सिविल : 20 सेवा समिट में देश-विदेश से आए समस्त प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति मन का और आत्मा का सुख प्राप्त करना चाहता है। यदि कोई नागरिक आपराधिक प्रवृत्ति का है तो भी उसमें दया का भाव विद्यमान होता है। आत्मा के सुख के लिए व्यक्ति सेवा कार्य में संलग्न हो जाता है। मन और आत्मा के सुख को प्राप्त करने का भाव परोपकार और सेवा कार्य की प्रेरणा प्रदान करता है। मुख्यमंत्री चौहान ने इससे जुड़े व्यवहारिक जीवन के अनुभव साझा करते हुए उदाहरण भी दिए।
- मुख्यमंत्री चौहान मूलतः सेवा योगी- डॉ. सहस्रबुद्धे
डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान मूलतः सेवा योगी है। उन्होंने दो दशक से प्रदेश की सेवा करते हुए जनता के साथ अपनत्व का रिश्ता बनाया है। जनता को अपने साथ जोड़ते हैं इसलिए प्रदेश के मामा कहलाते हैं। सेवा करना हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है। जी 20 में सेवा का विषय शामिल किया जाना अपने आप में गर्व की बात है। भारत में हुए सेवा सम्मेलन में वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश पूरे विश्व को प्रेरणा देगा।
- सेवा को समर्पित दो पुस्तक का विमोचन
मुख्यमंत्री चौहान ने 2 पुस्तक - सेवा, सुशासन और सहभागिता के 2 दशक और सेवा-सेंस ऑफ़ सर्विस : कॅम्पेंडियम ऑफ़ प्रेक्टिसेज अक्रॉस जी -20 कन्ट्रीज का विमोचन किया।
- उत्कृष्ट कार्य करने वाले सेवा योगी हुए सम्मानित
मुख्यमंत्री चौहान ने सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 16 सेवा योगियों को शाल और स्मृति-चिन्ह देकर सम्मानित किया। इन सेवा योगियों में डॉ. अंबर पारे, जीशान निज़, प्रमांशु शुक्ला, मोहन सोनी, सैयद शाहिद मीर, मनीष भावसार, सुश्री सुनीता भुविस्टाले, शिवराज ख़ुशवा, पद्मश्री उमाशंकर पांडे, पूनम चंद गुप्ता, पराग दीवान, जयराम मीना, रीतेश क्षोत्रिय, विनोद तिवारी, डॉ. सपन कुमार (पत्रलेख) और सुश्री दीप माला पांडे शामिल हैं।
- सिविल 20 सेवा वर्किंग ग्रुप की अनुशंसाएँ
सिविल सम्मेलन के 2 दिवसीय मंथन में सेवा वर्किंग ग्रुप की सेवा पॉलिसी, नवाचार और बेस्ट प्रेक्टिसेज पर चर्चा हुई और 7 अनुसंशाएँ प्रस्तुत की गईं।
राष्ट्रों के बीच क्रॉस-कंट्री लर्निंग, सहयोग और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए जी 20 देशों से अनुकरणीय सेवा प्रथाओं का संकलन करना।
सेवा वसुधैव कुटुम्बकम् के दर्शन को बढ़ावा देने वाले नागरिक समाजों/स्वैच्छिक संगठनों का एक वैश्विक नेटवर्क स्थापित करना, जिससे विश्व स्तर पर सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ाया जा सके।
सरकार द्वारा सामाजिक कार्यों में बड़े पैमाने पर भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य स्तरीय सेवा अभियान करना।
सार्थक जीवन को बढ़ावा देने के लिए एक नीति / मॉड्यूल विकसित करना और सेवा को स्वयं-सेवा और परोपकार जैसी नि:स्वार्थ सेवा के लिए एक समावेशी शब्द के रूप में स्थापित करना।
सेवा के लिए सभी परियोजनाओं और कार्यक्रमों को एक विकास उपकरण के रूप में उपयोग कर संगठन और व्यक्तियों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना। इसका उद्देश्य विश्व स्तर पर सेवा की सुविधा के लिए व्यक्तियों और सीएसओ का एक वैश्विक गठबंधन स्थापित करना भी है।
सिद्धांत और व्यवहार के बीच की खाई को पाटने और स्वयंसेवी गतिविधियों में बच्चों और युवाओं को शामिल करने के लिए अकादमिक पाठ्यक्रमों में सेवा मॉड्यूल की शुरुआत करना।
राष्ट्र-निर्माण के लिए बुजुर्गों और सेवानिवृत्त लोगों के कौशल और ज्ञान का उपयोग करके, बुजुर्ग आबादी के लिए एक मजबूत समर्थन प्रणाली स्थापित करना।
ट्राइबल म्यूजियम, साँची स्तूप और प्रदर्शनी से जानी प्रदेश की संस्कृति
जी-20 देशों से आए प्रतिनिधियों को प्रदेश की संस्कृति और इतिहास से परिचय कराने के लिए भोपाल के ट्राइबल म्यूजियम, रायसेन जिले में स्थित साँची स्तूप का भ्रमण करवाया गया। कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में रेस्पांसिबल टूरिज्म मिशन और सेवा क्षेत्र में कार्य करने वाले संगठनों के कार्य की प्रदर्शनी लगाई गई। जी-20 के प्रतिनिधियों का ट्राइबल म्यूजियम में स्थानीय जनजातीय संस्कृति और साँची स्तूप से प्रदेश के ऐतिहासिक वैभव से साक्षात्कार हुआ। प्रदर्शनी में एकात्म धाम, संस्कृति और पर्यटन विभाग, गोंड पेंटिंग, वनवासी कल्याण परिषद, नर्मदा समग्र, भारत विकास परिषद, शिवगंगा समग्र ग्राम विकास परिषद जैसे सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं के पदाधिकारियों ने प्रदेश में हो रहे सेवा कार्यों के बारे में जानकारी दी। साथ ही प्रदेश की कला और हस्तशिल्प से परिचय करवाया।
सम्मेलन का दूसरा दिन
सम्मेलन के दूसरे दिन के पहले सत्र में विकास की प्रक्रिया, सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने में सेवा के मार्गदर्शक सिद्धांतों पर चर्चा हुई। इसमें भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष अरुण मिश्रा और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.वी.आर सुब्रमण्यम ने अपने विचार रखे। नीति आयोग के सीनियर कंसलटेंट आनंद शेखर ने सत्र का संचालन किया। दूसरे सत्र में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के डायरेक्टर जनरल बी.आर. नायडू, मध्यप्रदेश राज्य नीति और योजना आयोग के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी एवं समाजसेवी सुधांशु मित्तल ने सेवा और सुशासन पर विचार रखे। दूसरे सत्र का संचालन एसडीएम जावद (नीमच) सुश्री शिवानी गर्ग ने किया। दूसरे दिन के अंतिम सत्र में सेवा के द्वारा सामाजिक विकास में आध्यात्मिक संगठनों की भूमिका पर वक्ताओं ने विचार रखे। सत्र में अक्षय पात्र फाउंडेशन के भारतरशभा दास, दिव्य प्रेम सेवा मिशन के फाउंडर आशीष गौतम और अर्श विद्या मंदिर के फाउंडर और हिंदू धर्म आचार्य सभा के सेक्रेटरी जनरल परमात्मा नंद सरस्वती जी ने अपने विचार रखे। गोवर्धन इकोविलेज के डायरेक्टर गौरंग दास ने संचालन किया।
युवाओं के सपनों को साकार करने में मददगार बनेगी मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना- सारंग
2 Jul, 2023 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने रविवार को नरेला विधानसभा के वार्ड 76, 78, 77 एवं 75 में अनेक विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। कार्यक्रम के दौरान मंत्री सारंग ने अपने उद्बोधन में कहा कि नरेला विधानसभा में निरंतर सड़क एवं नालियों के नवीनीकरण के साथ ही नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करते हुए विभिन्न विकास कार्य प्रगतिरत हैं। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना के बारे में युवाओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की सीखो कमाओ योजना युवाओं के सपनों को साकार करने में मददगार बनेगी। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय रहवासियों ने विकास कार्यों की सौगात के लिये मंत्री सारंग पर पुष्पवर्षा कर उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, क्षेत्र के गणमान्य नागरिक, कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में स्थानीय रहवासी उपस्थित रहे।
मंत्री सारंग ने जनता को राज्य सरकार की योजना के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना की शुरूआत की गई है। इसके तहत युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों एवं उद्योगों की ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग के साथ राज्य सरकार द्वारा युवाओं को 8 से 10 हजार तक की राशि का स्टायपेंड भी दिया जायेगा। इस योजना में 1 अगस्त से ट्रेनिंग शुरु होगी और पहला स्टायपेंड 1 सितंबर को दिया जाएगा।
नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 76 रास्लाखेड़ी में नाली व सड़क निर्माण के साथ बस स्टॉप एवं प्राथमिक विद्यालय निर्माण कार्य, वार्ड 78 विश्वकर्मा नगर फेस-2 में सिवेज टेंक, पार्क के बाउंड्री वॉल एवं नाली निर्माण कार्य, वार्ड 77 जैन कॉलोनी व एकता नगर में नाली एवं सड़क निर्माण कार्य तथा वार्ड 75 अंतर्गत छः घरा व नेवरी में सड़क एवं नाली निर्माण कार्य का भूमिपूजन मंत्री सारंग ने किया। उन्होने कहा कि नरेला के समग्र विकास के लिये वे दृढ़ संकल्पित है, क्षेत्रवासियों की सुविधाओं में निरंतर वृद्धि के उद्देश्य के साथ नरेला के हर गली-हर मोहल्ले में विकास कार्य अनवरत जारी रहेंगे।
नरेला विधानसभा अंतर्गत 76, 78, 77 एवं 75 में भूमिपूजन कार्यक्रम के पूर्व मुख्य कार्यक्रम स्थल आगमन पर रहवासियों द्वारा मंत्री सारंग का भव्य स्वागत किया गया। डीजे ढोल-नगाड़ों आदि के साथ सैकड़ों की संख्या में रहवासियों एवं कार्यकर्ताओं ने मंत्री सारंग पर जोरदार पुष्पवर्षा की। रहवासियों के स्वागत से अभिभूत मंत्री सारंग ने कहा कि जनता ने जो अपार स्नेह, आशीर्वाद व समर्थन दिया है वह एक ऋण की भांति है, इस ऋण को क्षेत्र के समग्र विकास के माध्यम से उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि नरेला विधानसभा विकास के मायने में कहीं से भी अछूती नहीं रहेगी।
पांच जुलाई से फिर शुरु होगा झमाझम बारिश का दौर
2 Jul, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बन गया है। इसके असर से पांच जुलाई से पूर्वी मप्र में एक बार फिर झमाझम वर्षा का दौर शुरू हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में वर्तमान मौसम प्रणालियों के कमजोर पड़ जाने के कारण फिलहाल भारी वर्षा की उम्मीद नहीं है, लेकिन रुक-रुककर छिटपुट बौछारें पड़ती रहेंगी। बीच-बीच में धूप भी निकलेगी। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात कमजोर पड़कर उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तरफ चला गया है। पंजाब से लेकर मणिपुर तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है, जो उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बने चक्रवात से लेकर बिहार होते हुए गुजर रही है। इन दो मौसम प्रणालियों के असर से पूर्वी मप्र में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। रविवार को सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि फिलहाल प्रदेश में किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से वर्षा की गतिविधियों में कमी आने लगी है। हालांकि वातावरण में नमी बरकरार रहने पर तापमान बढ़ने पर गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं छिटपुट बौछारें पड़ती रहेंगी। उधर, बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात के आगे बढ़ने पर पांच जुलाई से प्रदेश में एक बार फिर वर्षा का नया दौर शुरू हो सकता है। प्रदेश में अधिकतर क्षेत्रों में जून माह में औसत से 14 प्रतिशत अधिक वर्षा हो गई है। विशेषकर पूर्वी मप्र में तो सामान्य से 27 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई, जबकि पश्चिमी मप्र में भी एक प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। प्रदेश के 52 में 31 जिलों में सामान्य या उससे अधिक वर्षा हो चुकी है। लेकिन 21 जिलों में कम वर्षा हुई है और यहां के किसान अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक इंदौर में 14, नर्मदापुरम में नौ, मंडला में सात, गुना में सात, सतना में छह, खंडवा में पांच, शिवपुरी में चार, सीधी में तीन, ग्वालियर में 2.7, रतलाम, उमरिया, पचमढ़ी, नौगांव और दमोह में एक-एक जबलपुर में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।
कलेक्ट्रेट का घेराव, पत्थरबाजी के मामले में विधायक को कारावास
2 Jul, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जीतू पटवारी सहित तीन को एक-एक साल का कारावास की सजा
भोपाल । कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के साथ तीन अन्य लोगों को राजगढ़ जिले में कलेक्ट्रेट का घेराव, पत्थरबाजी के मामले में एक-एक साल के कारावास की सजा सुनाई है। इसके अलावा अनुपस्थित होने पर 10 आरोपितों के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं। इस मामले में तीन आरोपी पहले से फ़रार हैं। चारों को जुर्माना भरने के बाद जमानत मिल गई है। राजधानी के विशेष एमपीएमएलए न्यायालय ने वर्ष 2018 से लंबित मामले की सुनवाई करते हुए कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और उनके साथी सुरेन्द्र, कृष्णमोहन ,घनश्याम को एक-एक वर्ष के कारावास एवं 10 -10 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है। यह सजा विशेष न्यायाधीश विधान माहेश्वरी ने शनिवार को सुनाई। बता दें कि युवक कांग्रेस द्वारा किसानों व आमजन की समस्याओं को लेकर एक सितंबर 2009 को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में राजगढ़ कलेक्ट्रेट का घेराव किया था। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि किसानों को समय पर बिजली और खाद-बीज नहीं मिल रहे हैं। तात्कालीन राऊ विधायक एवं युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी इसमें शामिल थे। पुलिस ने कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ते हुए प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया। इसी बीच पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच झूमा-झटकी की नौबत भी बन गई थी। इस दौरान कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव में दिग्विजय सिंह घायल हुए। वहीं कलेक्ट्रेट गेट के कांच सहित कुछ शीशे भी टूटे। इस घटना के बाद राजगढ़ कोतवाली में राऊ विधायक जीतू पटवारी, पूर्व विधायक कृष्ण मोहन मालवीय, युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे चंदरसिंह सौंधिया सहित 17 लोगों के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने, तोड़फोड़ करने सहित उपद्रव करने का प्रकरण दर्ज किया था। न्यायालय ने भारतीय दंड विधान की धारा 147 में छह माह एवं एक हजार रुपये अर्थदंड, आइपीसी की धारा 332 में छह माह और सात हजार रुपये जुर्माना, सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण कानून की धारा तीन में एक वर्ष की सजा और 2000 रुपये का जुर्माना लगाया है। आरोपितों के विरुद्ध राजगढ़ के कलेक्टर कार्यालय के मुख्य द्वार पर सहयुक्तिगण के साथ मिलकर विधि विरुद्ध जमाव कर सामान उद्देश्य के लिए पथराव किए जाने एवं पुलिस बल के साथ सहयोग न कर बलवा किए जाने, वाहनों में तोड़फोड़ सहित अन्य आरोप थे। सभी पर भारतीय दंड विधान की धारा-148, 294, 353, 332 या 332/149 323 या 323/149, 506 भाग दो, 336, 427 एवं धारा-3 प्रिवेंशन आफ डैमेज टू पब्लिक प्रापर्टी एक्ट 1984 के तहत आरोप सिद्ध पाए गए हैं। निर्णय आने के बाद जीतू पटवारी ने कहा कि माननीय न्यायालय के निर्णय का पूरा सम्मान है। जनहित के लिए संघर्ष जनप्रतिनिधि की मौलिक पहचान है, लोकतंत्र की रक्षा के लिए मैं संघर्ष करता रहूंगा। मेरे नेता राहुल गांधी भी राजनीतिक द्वेषता से प्रेरित ऐसे ही मुकदमे का सामना कर रहे हैं। हम नफरत के खिलाफ मोहब्बत की लड़ाई लड़ते रहेंगे।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ट्वीट किया कि भोपाल की एमपीएमएलए कोर्ट ने पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को किसान आंदोलन के एक पुराने मुकदमे में सजा सुनाई है। हम अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन इससे असहमत हैं। हम ऊंची अदालत में इस फैसले को चुनौती देंगे।
यूजी व पीजी की करीब 8.39 लाख सीटें खाली
2 Jul, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । उच्च शिक्षा विभाग द्वारा यूजी-पीजी कॉलेजों में ई- प्रवेश के लिए संचालित की जा प्रक्रिया में अब तक मात्र सवा लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। अभी भी यूजी व पीजी की करीब 8.39 लाख सीटें खाली है। यूजी और पीजी में प्रवेश के लिए पहला मुख्य राउंड खत्म हो चुका है। यूजी-पीजी में अब तक मात्र 1.15 लाख प्रवेश हुए हैं, जबकि 60 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने आवंटित सीटें छोड़ दी हैं। प्रदेश के 1318 कालेजों की यूजी-पीजी की करीब 9.54 लाख सीटों के लिए ई-प्रवेश प्रक्रिया चलाई जा रही है। इस तरह यूजी-पीजी की करीब 8.39 लाख सीटें अभी भी खाली हैं। इसके लिए कालेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) चरण चलाए जा रहे हैं। यूजी में अब तक आवंटित करीब 1.28 सीटों में से 85,062 पर ही प्रवेश हुए हैं और 43,475 ने सीटें छोड़ दी है। पीजी में आवंटित 47,079 सीटों में से 30,158 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है और 16,921 ने सीटें छोड़ी हैं। विभाग द्वारा केवल एक ही मुख्य राउंड चलाया जा रहा है। अब शेष 8.39 लाख सीटों को सीएलसी राउंड चलाकर भरा जाएगा। यूजी पीजी में प्रवेश के लिए सीएलसी का पहला चरण भी जारी है। इसमें यूजी-पीजी में अब तक 2.15 लाख ने अपनी पसंद के कालेज का विकल्प चुना है। इसमें यूजी में सवा लाख नए पंजीयन और 2.21 लाख ने अपने पसंद के कालेज का विकल्प दिया है। वहीं पीजी में 45 हजार पंजीयन और 63 हजार विद्यार्थियों ने पसंदीदा कालेज का विकल्प भरा है। विभाग द्वारा 1279 कालेजों से ई-प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसमें पहले चरण के बाद पहले सीएलसी राउंड से 39 नए निजी कालेज जोड़े गए हैं। इसके बाद कालेजों की संख्या बढ़कर 1318 हो गई हैं। सीटों की संख्या भी 8.87 लाख से बढ़कर 9.54 पहुंच गई है। ऐसे में अब दूसरे चरण के विद्यार्थियों के लिए विकल्प बढ़ गए हैं। हालांकि 39 कालेजों में प्रवेश का मौका सीएलसी प्रथम चरण में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को मिलेगा। विद्यार्थियों का सीट छोड़ने के पीछे कालेजों का विकल्प बढ़ना भी है।