मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
श्रावण मास के पहले दिन एक घंटे पहले जागे महाकाल
4 Jul, 2023 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देशभर में आज से भगवान शिव के प्रिय सावन माह की शुरुआत हो गई है। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में मंगलवार को सावन मास के पहले दिन भगवान महाकाल भक्तों के लिए एक घण्टा पहले जागे। रात तीन बजे मंदिर के पट खोले गए, जिसके बाद पुजारी, पुरोहितों ने जलाभिषेक किया। इस दौरान भगवान महाकाल का श्रृंगार कर भस्मआरती की गई। हजारों श्रद्धालुओं ने चलायमान भस्मारती व्यवस्था के तहत दर्शन लाभ लिया।
मंगलवार सुबह भस्मारती के पूर्व भगवान महाकाल का जल से स्नान कराने के बाद भांग, अबीर, चन्दन से श्रृंगार कर मस्तक पर तिलक, आभूषण और नवीन वस्त्र अर्पित किए गए। महानिर्वाणी अखाड़ा महंत द्वारा भस्म अर्पित की गई। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। भगवान शिव को ये महीना अति प्रिय है। मान्यता है कि चातुर्मास के समय जब भगवान विष्णु शयन के लिए जाते हैं, तो सृष्टि संचालन का महादेव के पास आ जाता है। सावन मास में भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा की जाती है।
हारी हुई सीटों पर कांग्रेस जुलाई अंत तक घोषित करेगी उम्मीदवार
4 Jul, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भोपाल में हुई कांग्रेस की हाईपॉवर कमेटी की बैठक में तय हुआ कि कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की पहली सूची इसी माह के अंत में जारी कर देगी। ये सूची उन विधानसभाओं की रहेगी, जो हारी हुई है। ऐसी करीब 130 विधानसभाओं की जानकारी पार्टी के पास है। इन विधानसभा में घोषित उम्मीदवारों को काम करने का पर्याप्त मौका मिले और संगठन भी उन्हें समझ सके, इसके लिए ये पूरी कवायद की जा रही है, वहीं मालवा और निमाड़ के नेताओं को भी कई महत्वपूर्ण जवाबदारी देने पर विचार किया गया। इसके साथ ही प्रियंका या राहुल गांधी की एक बड़ी सभा उज्जैन में रखने की तैयारी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बंगले पर चली इस बैठक में प्रदेश के सभी बड़े नेताओं के साथ-साथ इंदौर से शोभा ओझा, सज्जनसिंह वर्मा, जीतू पटवारी, चन्द्रप्रभाष शेखर और इंदौर के संगठन प्रभारी महेन्द्र जोशी भी मौजूद थे। इनके अलावा दिग्विजयसिंह, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, राहुलसिंह जैसे बड़े नेता भी थे। बैठक में संगठन के आगामी कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की और भाजपा को घेरने की रणनीति भी बनाई गई। बैठक में दिग्विजयसिंह ने उन 66 सीटों का ब्योरा भी रखा, जिस पर कांग्रेस लगातार हारती आ रही है। इन सीटों पर दिग्विजयसिंह पिछले दिनों बैठक कर चुके हैं। बैठक में तय किया गया है कि इन 66 सीटों को मिलाकर दूसरी हारी हुई सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा जुलाई माह के अंत तक कर दी जाएगी, ताकि उम्मीदवारों को अपनी विधानसभा में जाने का पूरा समय मिले और वे सभी गुटों में सामंजस्य बिठा सके। इंदौर में 2, 3, 4, 5 और सांवेर विधानसभा सीट के प्रत्याशी भी जल्दी घोषित कर दिए जाएंगे। 2 से चिंटू चौकसे का नाम तय है, लेकिन बाकी विधानसभाओं में अभी तक किसी नाम पर कांग्रेस निर्णय नहीं ले सकी है। अगर नाम तय किए जाते हैं तो कांग्रेस को चुनाव तक दो महीने का पूरा मौका मिलेगा, क्योंकि अक्टूबर माह के अंत तक आचार संहिता लगने की संभावना है।
उज्जैन में प्रियंका गांधी की सभा कराने पर भी बात हुई, जिससे मालवा क्षेत्र की सीटों को साधा जा सके। फिलहाल निमाड़ और आदिवासी क्षेत्रों में कांग्रेस की अधिकांश सीटें हैं, लेकिन मालवा क्षेत्र भाजपा के कब्जे में है। इसी पर प्रभाव डालने के लिए प्रियंका की सभा करवाने की संभावना है। उनके साथ राहुल गांधी भी आ सकते हैं, लेकिन उनकी संभावना कम है, क्योंकि वे भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से उज्जैन में एक सभा कर चुके हैं। बैठक में कांग्रेस नेताओं को चुनाव संबंधी जवाबदारी देने पर भी चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि जीतू पटवारी को चुनावी कैम्पेन कमेटी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है, वहीं सज्जनसिंह वर्मा को भी पार्टी अहम जवाबदारी देकर उनका प्रदेश में उपयोग कर सकती है।
मुख्यमंत्री चौहान ने नेहरू स्टेडियम में किया संविदा कर्मचारियों को संबोधित
4 Jul, 2023 12:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के भव्य भवन का निर्माण हो रहा है और इसकी नींव के पत्थर संविदा कर्मचारी हैं। इन्होंने नियमित कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर और कहीं-कहीं उनसे भी अधिक कार्य किया है। कई अवसर पर जान की बाजी लगाकर दायित्व निभाया और अद्भुत कार्य कर दिखाया। कोविड के दौर में भी संविदा कर्मचारियों ने नागरिकों की जिन्दगी बचाई, जिसे मध्यप्रदेश कभी भुला नहीं पाएगा। संविदा कर्मचारियों की क्षमताएँ, सेवाभाव और कार्यकुशलता किसी से कम नहीं है। इस नाते इनके जीवन की अनिश्चितता को समाप्त करना आवश्यक है। यदि आज मध्यप्रदेश नंबर-वन है तो इसके लिये विभागों में कार्य कर रहे संविदा कर्मचारियों ने आगे बढ़ कर कार्य किया है। ये मध्यप्रदेश के लिए दाएं-बाएं हाथ और दिल की तरह हैं। मुख्यमंत्री चौहान आज लाल परेड मैदान परिसर स्थित नेहरू स्टेडियम में संविदा कर्मचारियों के विशाल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
नियमित कर्मचारियों की तरह अनेक लाभ मिलेंगे संविदा कर्मचारियों को
सम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान ने संविदाकर्मियों के हित में महत्वपूर्ण घोषणाएँ की। इसमें प्रतिवर्ष सेवा के अनुबंध को समाप्त करने, नियमित कर्मचारियों की तहत अवकाश, बीमा योजना, रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी, अनुकम्पा नियुक्ति के लाभ देने और नियमित पदों पर भर्ती में 50 प्रतिशत स्थानों पर संविदा कर्मियों को आरक्षण की सुविधाएँ शामिल हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वे आश्वस्त है कि संविदा कर्मचारी पहले से भी ज्यादा मेहनत और ईमानदारी से कार्य करेंगे। प्रदेश के नागरिकों की जिन्दगी बचाने, उन्हें विकास का लाभ देने, शिक्षा का प्रकाश फैलाने और जिन्दगी रोशन करने का कार्य संविदा कर्मचारियों को करना है। संविदा कर्मचारी अपने लिए नहीं, प्रदेश के लिए जी-जान से कार्य करेंगे। प्रतिवर्ष अनुबंध की व्यवस्था उचित नहीं है, इसलिए इसे समाप्त किया जा रहा है। अनेक संविदा कर्मचारियों को कार्य करते हुए 20-25 वर्ष तक हो गए हैं। इनकी जिन्दगी कठिन हो गई, रिन्यूअल का चक्कर खत्म करना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संविदा कर्मचारियों ने प्रदेश के विकास में अद्भुत कार्य कर दिखाया है। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरूआत संविदा कर्मचारियों की प्रशंसा में इस उक्ति से की - "जिनके काम में है दम-जो नहीं है किसी से कम - ऐसे लाखों संविदा कर्मचारियों पर हम करते हैं गर्व"। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संविदा कर्मचारियों के चेहरे की मुस्कुराहट देखकर उनकी जिन्दगी सार्थक हो गई है। पहले सरकार और कर्मचारी संघ के बीच संघर्ष होता रहता था। अब सरकार के मंत्री, संविदा कर्मचारियों का स्वागत करने आए हैं।
कर्मचारियों के कुशल दायित्व निर्वहन से मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि चाहे स्वास्थ्य विभाग के फार्मासिस्ट हों, लैब टेक्नीशियन हों, ए.एन.एम. हों, स्टाफ नर्स हों या विद्युत विभाग के संविदा कर्मचारी, जो मध्यप्रदेश को उजाला देने का कार्य कर रहे हैं, सभी ने अपने दायित्व को बेहतर अंजाम दिया है। प्रदेश का सम्मान बढ़ाया है। ये सभी नींव के पत्थर हैं। जिस तरह मंदिर पर कलश दिखाई देता है, वे कलश जिस गुंबद पर टिका है, वह दीवारों पर टिका होता है। ये दीवारें नींव पर टिकी होती हैं। संविदा कर्मचारियों ने नियमित कर्मचारियों की तरह अपनी ड्यूटी बखूबी निभाई है। प्रदेश के हित में नियमित और संविदा कर्मचारियों ने कुशलता से दायित्व निर्वहन किया है। मध्यप्रदेश इसलिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश की विकास दर 16 प्रतिशत है, जो राज्यों में सर्वाधिक है। प्रति व्यक्ति आय, बजट के आकार, सड़कों का जाल बिछाने, सिंचाई साधन बढ़ाने, सीएम राइज विद्यालय प्रारंभ करने जैसे सभी क्षेत्रों में मध्यप्रदेश काफी आगे है।
प्रदेश के विकास का संकल्प लिया संविदा कर्मचारियों ने
मुख्यमंत्री चौहान ने संविदा कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण घोषणाओं के पश्चात प्रदेश के विकास के लिए बेहतर कार्य करने का संकल्प भी दिलवाया। बड़ी संख्या में उपस्थित संविदा कर्मचारियों ने दोनों हाथ उठाकर संकल्प लिया और मुख्यमंत्री चौहान द्वारा की गई घोषणाओं का ताली बजाकर हर्ष ध्वनि से स्वागत किया और आभार माना।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीखो-कमाओ योजना का किया शुभारंभ
4 Jul, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में मंगलवार से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीखो-कमाओ योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने एक युवा का खुद पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया। इस अवसर पर सीएम शिवराज ने कहा कि आपकी पढ़ाई में किसी प्रकार की दिक्कत को आने नहीं दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि पढ़ाई के बाद बड़ा विषय रोजगार का होता है। मैं आज इसी पर आपसे बात करने आया हूं। हम एक लाख सरकारी पदों पर नौकरी देने जा रहे हैं और यह भर्ती लगातार होगी लेकिन सरकारी पद सीमित संख्या में होते हैं। इसी कारण से हमने उद्यम क्रांति योजना बनाई है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि स्वयं के उद्योग लगाओ, स्टार्टअप शुरू करो। सरकार आपकी पूरी मदद करेगी।
प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों के बारे में बताते हुए सीएम ने कहा कि हम तेजी से प्रदेश में निवेश ला रहे है। 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ का निवेश लाने का कमिटमेंट हुआ है। इसके लिए प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता बढ़ेगी। उसके लिए युवाओं को स्किल्ड भी किया जाएगा।
सीएम ने विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि हम बेरोजगारी भत्ता देंगे और उस पर इतने बैरियर लगा देते हैं कि भत्ता मिलता ही नहीं पाता है। चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं पंख देती है, इसलिए बेटा-बेटियो, मैं आज तुम्हे पंख देने आया हूं। इसी कारण से हमने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना बनाई है।
योजना के बारे में और जानकारी देते हुए सीएम ने कहा कि इसके लिए पोर्टल भी बन रहा है और पोर्टल पर उद्योग अपने यहां वेकेंसी भी बताएंगे। जिसकी जैसी योग्यता होगी, वैसा काम मिलेगा। ऐसे 700 काम है। यह कंपनी युवाओं को काम सिखाएगी। काम सीखने के दौरान आठ से 10 हजार रुपये भी दिए जाएंगे।
जरूरत पड़ी तो योजना में करेंगे सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश और दुनिया की एक अनूठी योजना है। अगर इसमें कमियां पाई गईं तो सुधार भी कर लेंगे। मैं उद्योगपतियों से आह्वान करता हूं कि आइए हमारे यहां निवेश करें। मध्य प्रदेश के युवाओं में प्रतिभा है।
योजना में 18 से 29 वर्ष आयु तक के स्थानीय निवासी युवा पात्र हैं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आइटीआई उत्तीर्ण या उससे उच्च शिक्षा होनी चाहिए। योग्यता के आधार पर ही स्टायपेंड दिया जाएगा। 12वीं या उससे कम को आठ हजार रुपये, आइटीआइ पास को साढ़े आठ हजार रुपये, डिप्लोमा पास को नौ हजार और स्नातक या उससे अधिक को 10 हजार रुपये दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास जारी हैं। स्वतंत्रता दिवस पर एक साल में एक लाख सरकारी नौकरियां देने की बात कही गई थी। अब तक 55 हजार भर्तियां हो चुकी हैं और आगामी 15 अगस्त से पहले एक लाख से अधिक शासकीय भर्तियां हो जाएंगी।
रोजगार के लिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम आदि में स्व-रोजगार के लिए ऋण की व्यवस्था की गई है। युवा स्वयं का स्टार्टअप आरंभ कर सकते हैं। प्रदेश में अब तक 2800 स्टार्टअप कार्यरत हैं। प्रदेश की धरती पर निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी हैं।
उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश में लगभग 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ के निवेश की प्रतिबद्धता अभिव्यक्त की गई है। इन उद्योगों से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे। प्रदेश में आने वाले इन उद्योगों को दक्ष मेन पावर उपलब्ध कराने के लिए भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क आरंभ किया जा रहा है, जहां युवाओं को कौशल उन्नयन के अवसर मिलेंगे। इसी प्रकार के पार्क ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और इंदौर में भी आरंभ होंगे।
आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं मिनी आँगनवाड़ी कार्यकर्ता के मानदेय में वृद्धि का अनुसमर्थन
4 Jul, 2023 12:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद आज मंत्रालय में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि आँगनवाड़ी कार्यकर्ता को 3 हजार रूपये वृद्धि के बाद अब 13 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा और सहायिका एवं मिनी आँगनवाड़ी कार्यकर्ता को 750 रूपये वृद्धि के बाद प्रतिमाह बढ़ा हुआ मानदेय मिलेगा। आँगनवाड़ी कार्यकर्ता के मानदेय में प्रतिवर्ष 1000 और आँगनवाड़ी सहायिका एवं मिनी आँगनवाड़ी कार्यकर्ता के मानदेय में 500 रूपये प्रतिवर्ष की वृद्धि की जाएगी। साथ ही 62 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर सेवानिवृत्ति के समय आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को एक लाख 25 हजार रूपये और आँगनवाड़ी सहायिका एवं मिनी आँगनवाड़ी कार्यकताओं को एक लाख रूपये दिये जाएंगे।
10 नवीन महाविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में 10 नवीन महाविद्यालय की स्थापना, 4 महाविद्यालय में नवीन संकाय तथा 7 महाविद्यालय में स्नातकोत्तर विषय प्रारंभ किए जाने के लिये 589 नवीन पद सृजित करने की मंजूरी दी गई। इसके लिये आवर्ती व्यय भार 33 करोड़ 47 लाख 50 हजार रूपये प्रतिवर्ष एवं अनावर्ती व्यय 105 करोड़ 46 लाख 70 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई।
माँ अहिल्या देवी कल्याण बोर्ड एवं संत रविदास सांस्कृतिक एकता न्यास के गठन की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा माँ अहिल्या देवी कल्याण बोर्ड के गठन का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री चौहान की घोषणा 22 अप्रैल 2023 के आधार पर पाल-गडरिया, धनगर वर्ग के समग्र कल्याण के लिए माँ अहिल्या देवी कल्याण बोर्ड का गठन करने का निर्णय लिया गया। बोर्ड में एक अध्यक्ष एवं 4 सदस्य होंगे। बोर्ड के गठन से पाल-गडरिया, धनगर वर्ग के व्यक्तियों के लिए शासन की कल्याणकारी/ जन-हितकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा। इस वर्ग की आवश्यकता अनुसार कार्यक्रमों का निर्माण किया जा सकेगा। इससे इस वर्ग के आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक विकास को गति प्राप्त हो सकेगी। मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश लोक न्यास अधिनियम अन्तर्गत "संत रविदास सांस्कृतिक एकता न्यास" की स्थापना एवं गठन के लिये भी स्वीकृति प्रदान की।
धार जिले की बरखेड़ा मध्यम सिंचाई परियोजना के लिये 478 करोड़ 88 लाख रूपये की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा धार जिले की बरखेड़ा मध्यम सिंचाई परियोजना लागत राशि 478 करोड़ 88 लाख रूपये, सिंचाई क्षमता 15031 हेक्टेयर की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। परियोजना से कुक्षी तहसील के 43 ग्राम को सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।
डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण परियोजना को स्वीकृति
मंत्रि-परिषद ने केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तावित डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण परियोजना का क्रियान्वयन राजस्व विभाग द्वारा किये जाने एवं परियोजना के लिये प्रस्तावित केन्द्र प्रवर्तित योजना के अनुसार राज्य शासन द्वारा कार्यवाही किये जाने की स्वीकृति प्रदान की है।
नजूल भूमि का स्थायी पट्टे देने का अनुमोदन
मंत्रि-परिषद द्वारा निर्णय लिया गया कि नजूल अधिकारी जिला रीवा द्वारा प्रेषित प्रस्ताव अनुसार रिफ्यूजी कॉलोनी रीवा में निवासरत 30 आधिपत्य धारियों को निर्मित एवं खुली भूमि का क्षेत्रफल वर्ष 2004- 05 की गाइडलाइन के आधार पर प्रब्याजि का निर्धारण करते हुए तथा मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता (भू-राजस्व का निर्धारण तथा पुनर्निर्धारण) नियम 2018 में निर्धारण की विहित दर से दो गुना वार्षिक भू-भाटक अधिरोपित करते हुए तथा इस प्रकार संगणित प्रब्याजि तथा भू- भाटक पर वर्ष 2004-05 से वर्तमान तक के ब्याज से मुक्त करते हुए 30 वर्षीय स्थायी पट्टे पर भूमि का आवंटन स्वीकृत किया जाये। स्थायी पट्टे का प्रारूप नगरीय क्षेत्रों के शासकीय भूमि के धारकों के धारणाधिकार के संबंध में प्रारूप "घ" अनुसार नजूल भूमि का स्थायी पट्टा जारी किया जाये।
कुड़मी जाति को कुर्मी और कुरमी के साथ सूची क्रमांक 39 में शामिल करने की स्वीकृति
राज्य की पिछड़ा वर्ग की सूची में एक ही वर्ग की 2 जातियाँ, कुड़मी एवं कुर्मी, कुरमी पृथक-पृथक क्रमांक में दर्ज होने के कारण होने वाली समस्याओं के निराकरण के लिये बुंदेलखण्डीय गौर समाज द्वारा माँग की गई थी। इस पर विभागीय प्रस्ताव अनुसार मंत्रि-परिषद द्वारा विचारोपरांत कुड़मी जाति को सूची क्रमांक 76 से विलोपित कर सूची क्रमांक 39 में कुर्मी, कुरमी के साथ शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया। निर्णय से इस वर्ग को जाति प्रमाण-पत्र में आ रही समस्याओं के समाधान के साथ राज्य शासन द्वारा पिछड़ा वर्ग को प्रदाय किए जा रहे लाभ प्राप्त करने के लिये समान एवं समुचित अवसर उपलब्ध हो सकेंगें।
अन्य निर्णय
मंत्रि-परिषद द्वारा सहकारिता विभाग की सोयाबीन प्र-संस्करण संयंत्र, चौरई जिला छिंदवाड़ा स्थित परिसम्पत्ति पर स्थापित प्लांट एवं मशीनरी को स्क्रेप के रूप में निर्वर्तन किए जाने के लिए आमंत्रित चतुर्थ निविदा के H1 निविदाकार उच्चतम निविदा राशि 8 करोड़ 30 लाख 6 हजार रूपये की संस्तुति एवं H-1 निविदाकार द्वारा निविदा बोली मूल्य का 100% जमा करने के बाद विक्रय अनुबंध की कार्यवाही म.प्र. राज्य तिलहन उत्पादक सहकारी संघ के परिसमापक संयुक्त आयुक्त सहकारिता द्वारा किये जाने का निर्णय लिया गया।
मंत्रि-परिषद द्वारा कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की ब्लॉक-1, ग्राम- एहसानपुरा, तहसील- सारंगपुर, जिला-राजगढ़ भूमि परिसम्पत्ति सर्वे क्रमांक 45,54,55 एवं 56 कुल रकबा 17,400 वर्गमीटर के H-1 निविदाकार की उच्चतम निविदा राशि 2 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रूपये की संस्तुति करते हुए उसे विक्रय करने एवं H-1 निविदाकार द्वारा निविदा राशि का 100% जमा करने के बाद अनुबंध / रजिस्ट्री की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किये जाने का निर्णय लिया गया।
सतना-चित्रकूट मार्ग पर भीषण सड़क हादसा
4 Jul, 2023 11:56 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सतना-चित्रकूट सड़क मार्ग पर सोमवार की रात एक भीषण सड़क हादसे में बाइक सवार तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक सतना चित्रकूट मार्ग पर चितहरा मोड़ के पास सोमवार को बाइक और ट्रक के बीच हुई टक्कर में बाइक सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।मृतकों की पहचान सीताराम कोल पिता मंगल कोल उम्र 48 वर्ष निवासी पिंडरा थाना मझगवां, छोटेलाल कोल पिता चुनुका कोल उम्र 56 वर्ष निवासी पिंडरा थाना मझगवां एवं छोटेलाल कोल पिता गंगू कोल उम्र 28 वर्ष निवासी डांडीटोला- शुकवाह थाना धारकुण्डी के रूप में हुई है।
चितहरा मोड़ पर स्थित नर्सरी के समीप सड़क पर खड़े लोड ट्रक में पीछे से उनकी बाइक टकरा गई और तीनों सड़क पर गिर गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि तीनों के सिर फट गए और तीनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।राहगीरों की नजर सड़क पर पड़ी बाइक और लोगों पर पड़ी तो उन्होंने मझगवां थाना पुलिस को सूचना दी। हादसे के वक्त तक मृतकों की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। बाद में बाइक के नम्बर के जरिए पुलिस ने उनके बारे में जानकारी जुटाई। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
मुख्यमंत्री ने राज कुशवाह का स्वयं पंजीयन कराकर किया सीखो-कमाओ योजना का शुभारंभ
4 Jul, 2023 11:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के युवाओं में क्षमता, ऊर्जा, प्रतिभा और टेलेंट है। उद्योगपति और व्यापारिक संस्थान इन्हें काम सिखाएंगे, तो वे उनके प्रतिष्ठान को मालामाल कर देंगे। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और युवाओं के हितों को समान रूप से ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। इससे युवाओं को काम सीखने का मौका मिलेगा और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को स्किल्ड मेनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। योजना के सफल क्रियान्वयन से मध्यप्रदेश आगे बढ़ेगा। सीखो-कमाओ योजना का संक्षिप्त रूप एस.के.वाय अर्थात् स्काय मतलब आसमान है।
युवा आगे आएँ, योजना से जुड़ें, आसमान में ऊँची उड़ान भरें और अपने जीवन को सफल और सार्थक बनाये। मैं युवाओं के सपनों को किसी भी कीमत पर मरने नहीं दूँगा। चिड़िया अपने बच्चों को घोसला नहीं पंख देती है, मैं आज पंख देने आया हूँ और इसीलिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लागू की गई है। मुख्यमंत्री चौहान रवीन्द्र भवन में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की लांचिंग के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आईटीआई उत्तीर्ण राज कुशवाह का स्वयं योजना के पोर्टल पर पंजीयन कराकर योजना का शुभारंभ किया।
उद्योग समूह भी हुए शामिल
मुख्यमंत्री चौहान ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रदेश के सभी कॉलेज, स्कूल और तकनीकी शिक्षा संस्थान कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा, कौशल और रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुमीना सिंह, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुउषा ठाकुर, खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में टाटा प्रोजेक्ट्स, वॉल्वो-आयशर, सन फार्मा, ट्राइडेंट, वर्धमान टेक्सटाईल और सागर ग्रुप के पदाधिकारी भी शामिल हुए। योजना की राज्य स्तरीय लांचिंग में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के छात्र-छात्राएँ उपस्थित थीं।
युवाओं से मेरा प्यार, दिल और आत्मीयता का नाता
मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं से आत्मीय संवाद में भाव-विभोर होते हुए उन्हें 'आई लव यू' कहा और कहा कि मेरे और आपके रिश्ते मुख्यमंत्री और विद्यार्थी के रिश्ते नहीं हैं, मेरा आपसे प्यार, दिल और आत्मीयता का नाता है। यह स्नेह और प्रेम का रिश्ता है। आप लोगों का बेहतर भविष्य बनाना हमारा संकल्प है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश निर्माण को समर्पित हैं। उनके नेतृत्व में देश का गौरव बढ़ा है। वे सभी क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। प्रदेश के युवाओं का बेहतर भविष्य कैसे सुनिश्चित हो, इस दिशा में राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा मिले, इस उद्देश्य से स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में अनेक कदम उठाए गए हैं। कर्मी कल्चर को समाप्त कर नियमित शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है। छात्रवृत्तियों, नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकें, मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप, दूसरे गाँव पढ़ने जाने वाली बालिकाओं को साइकिलें उपलब्ध कराकर बेहतर और नियमित शिक्षा की व्यवस्था की गई है। इस वर्ष शालाओं में कक्षा 12वीं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को ई-स्कूटी प्रदान की जाएगी।
युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार के लिए व्यापक गतिविधियां जारी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि युवाओं को रोजगार के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास जारी हैं। स्वतंत्रता दिवस पर एक साल में एक लाख सरकारी नौकरियाँ देने की बात कही गई थी। अब तक 55 हजार भर्तियाँ हो चुकी हैं और आगामी 15 अगस्त से पहले एक लाख से अधिक शासकीय भर्तियां हो जाएंगी। रोजगार के लिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम आदि में स्व-रोजगार के लिए ऋण की व्यवस्था की गई है। युवा स्वयं का स्टार्टअप आरंभ कर सकते हैं। प्रदेश में अब तक 2800 स्टार्टअप कार्यरत हैं।
प्रदेश की धरती पर निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी हैं। उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश में लगभग 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ के निवेश की प्रतिबद्धता अभिव्यक्त की गई है। इन उद्योगों से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे। प्रदेश में आने वाले इन उद्योगों को दक्ष मेन पावर उपलब्ध कराने के लिए भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क आरंभ किया जा रहा है, जहाँ युवाओं को कौशल उन्नयन के अवसर मिलेंगे। इसी प्रकार के पार्क ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और इंदौर में भी आरंभ होंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने दी योजना की जानकारी
मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि योजना में 18 से 29 वर्ष के युवा पात्र होंगे। मध्यप्रदेश के स्थायी निवासी योजना का लाभ ले सकेंगे। कक्षा 12वीं उत्तीर्ण को 8 हजार रूपए, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हजार 500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हजार रूपए, स्नातक या उच्च शिक्षित को 10 हजार रूपए की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी। युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसर उपलब्ध कराने के लिए 700 कोर्सेस चयनित किए गए हैं। इसमें सभी प्रकार के उद्योग, व्यापारिक प्रतिष्ठान, सर्विस सेक्टर आदि को शामिल किया गया है।
पोर्टल पर युवा अपनी योग्यता और रूचि के अनुसार गतिविधि चुन सकेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने पंजीकरण की प्रक्रिया को भी युवाओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि समग्र पोर्टल पर आधार ई-केवायसी आवश्यक है। पंजीयन के लिए मोबाइल नंबर एवं ई-मेल आईडी जरूरी है और बैंक खाता आधार से लिंक हो एवं डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर में सक्षम होना चाहिए। मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं के प्रश्नों और जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
योजना से अब तक 10 हजार 432 प्रतिष्ठान जुड़े
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना में अब तक 10 हजार 432 प्रतिष्ठानों ने पंजीयन करा लिया है और 34 हजार 785 वेकेंसी चिन्हित हैं। प्रदेश के साथ ही प्रदेश के बाहर के प्रतिष्ठानों को भी योजना से जोड़ा जा रहा है। यह देश और दुनिया की अद्भुत और अनूठी योजना है। योजना के क्रियान्वयन से जो फीडबेक सामने आएगा, उसके आधार पर भविष्य में आवश्यक सुधार भी किया जाएगा। हम युवाओं के साथ आगे बढ़ेंगे और मध्यप्रदेश को ऊँचाइयों पर पहुँचाएंगे।
प्रदेश के लिए सौभाग्यशाली है सीखो-कमाओ योजना - सांसद वी.डी. शर्मा
सांसद वी.डी. शर्मा ने मुख्यमंत्री चौहान द्वारा मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के रूप में युवाओं को दी गई सौगात के लिए शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए सौभाग्यशाली है। यह योजना उद्योगपतियों और युवाओं के लिए लाभप्रद है। इससे युवाओं को उचित प्लेटफार्म मिलेगा। उद्योगों तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को उपयुक्त इंटर्न मिल सकेंगे। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना पर लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
आज मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का होगा शुभारंभ
4 Jul, 2023 11:07 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
क्या है सीखो कमाओ योजना
योजना के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण, स्टाइपेंड के साथ कमाई के द्वार खुलेंगे।मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में 18 से लेकर 29 वर्ष तक के मध्यप्रदेश के निवासी युवा लाभान्वित होंगे इस योजना में 12 वी या आईटीआई पास अथवा उच्च शिक्षित युवा भी लाभान्वित हो सकेंगे।
योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग के दौरान 5 वीं से 12वीं उत्तीर्ण युवाओं को 8000, आईटीआई पास को 8500, डिप्लोमा धारी को 9000, और स्नातक अथवा उच्च शिक्षित युवाओं को 10 हजार रुपये स्टाइपेंड के रूप में प्रतिमाह प्रतिमाह दिया जाएगा।योजना के माध्यम से इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट एवं मार्केटिंग क्षेत्र, सेवा क्षेत्र होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म और ट्रैवल अस्पताल, रेलवे, आईटी और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट क्षेत्र , उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण आदि।ऐसे क्षेत्र जिनमें प्रशिक्षण उपरांत छात्र- प्रशिक्षणार्थी गिग इकोनोमी एवं ब्लू कॉलर जॉब्स हेतु उपयुक्त होंगे।
सीखो-कमाओ योजना में सबसे ज्यादा वेकैंसी धार जिले में
4 Jul, 2023 09:07 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को दोपहर 12 बजे रवींद्र भवन में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में के एमएमएसकेवाय पोर्टल का शुभारंभ करेंगे। इस योजना के तहत अब तक 10 हजार 574 प्रतिष्ठानों ने रजिस्ट्रेशन किया है। इसमें करीब 36 हजार प्रशिक्षण की रिक्तियां आई हैं। इसमें मध्य प्रदेश के अलावा 19 राज्यों की वैकेंसी है। सबसे ज्यादा धार जिले में 6410 वेकैंसी है। वहीं, सबसे ज्यादा प्रशिक्षण वाले कोर्स में सिविल इंजीनियरिंग के लिए 2196 रिक्तियां हैं। बता दें, सरकार प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को आठ से 10 हजार रुपये प्रतिमाह स्टाॅयपंड देगी। इसमें 75 प्रतिशत सरकार और 25 प्रतिशत राशि प्रतिष्ठान देगा। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में युवाओं को पूरी योजना की जानकारी देने के साथ संवाद करेंगे। कार्यक्रम में 1600 युवा शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में सरकार ने एक लाख जॉब का लक्ष्य है। प्रदेश के सभी 52 जिलों में रिक्तियां है। इसमें सबसे ज्यादा रिक्तियां धार 6410, है। इसके बाद इंदौर में 3241, भोपाल में 2561, सीहोर में 2397, देवास में 1505 और रायसेन में 1427 रिक्तियां मिली हैं। वहीं, कोर्सेस में सिविल इंजीनियरिंग में सबसे ज्यादा 2196 रिक्तियां है। इसके बाद फीटर में 1459, सुपरवाइजर साइट 1037, इलेक्ट्रिशियन में 894 और मशीनिस्ट के 604 पद हैं। इसमें छह माह से एक साल तक प्रशिक्षण का कोर्स है।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में 18 से 29 वर्ष आयु तक के मध्य प्रदेश के स्थानीय निवासी युवा पात्र है। इसमें शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई उत्तीर्ण या उससे उच्च है। चयनित युवा छात्र प्रशिक्षणार्थी कहलाएंगे। इसमें 12वीं पास युवाओं को हर माह आठ हजार रुपए और स्नातक, स्नातकोत्तर और डिप्लोमाधारी युवाओं को 10 हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा।
भोपाल में होगी अग्निवीर भर्ती शारीरिक परीक्षा
3 Jul, 2023 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अग्निवीर भर्ती शारीरिक प्रवीण्यता परीक्षा अगस्त के आखिरी सप्ताह से शुरू होगी
भोपाल । भारतीय सेना में अग्निवीर भर्ती के तहत शारीरिक परीक्षा अगस्त के आखिरी सप्ताह से शुरू होगी। इस बार शारीरिक प्रवीण्यता परीक्षा को लेकर सबसे बड़ा बदलाव हुआ है। यह परीक्षा भोपाल में होगी। इससे पहले ग्वालियर, सागर, छतरपुर, शिवपुरी जिले में शारीरिक भर्ती परीक्षा हुआ करती थी। पहली बार ग्वालियर के सेना भर्ती कार्यालय द्वारा किसी दूसरे भर्ती सेंटर के जिले में शारीरिक परीक्षा करवाई जा रही है। ग्वालियर के सेना भर्ती कार्यालय के तहत प्रदेश के 14 जिले आते हैं। इसमें भोपाल शामिल नहीं है। पहले आसपास के जिलों में शारीरिक भर्ती होती थी, जहां कई बार उसी दिन अभ्यर्थी पहुंच जाते थे, लेकिन अब भोपाल जाना होगा। इसलिए एक दिन पहले ही निकलना होगा।
दरअसल भारतीय सेना में अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में इस साल बदलाव कर पहले लिखित परीक्षा करवाई गई। ग्वालियर स्थित सेना भर्ती कार्यालय को करीब 400 पदों पर भर्ती करना है। इसके चलते 21 हजार अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में शामिल हुए थे। इसमें से जो अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। अब उन्हीं की शारीरिक प्रवीणता परीक्षा होगी। परीक्षा परिणाम तो अप्रैल में आ चुका है, लेकिन अभी गर्मी के चलते शारीरिक प्रवीणता परीक्षा टाल दी गई है। सेना के अधिकारियों ने बताया बीते रोज इस संबंध में बैठक हुई। इसमें तय हुआ अगस्त के आखिरी सप्ताह से शारीरिक परीक्षा शुरू हो जाएगी। एक दिन में औसतन 500 अभ्यर्थी शामिल होंगे। सात से 10 दिन परीक्षा चलेगी। इसके बाद उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का मेडिकल टेस्ट होगा। सेना के अधिकारियों ने बताया पहली बार सेना भर्ती कार्यालय के अंतर्गत आने वाले 14 जिलों के अलावा किसी अन्य जिले में शारीरिक परीक्षा करवाई जाएगी। परीक्षा भोपाल में करवाई जाएगी। इस संबंध में भोपाल के प्रशासनिक अधिकारियों से बैठक हो गई है। शेड्यूल जारी होते ही अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी कर दिए जाएंगे। उन्हें ई-मेल के जरिए प्रवेश पत्र भेजे जाएंगे।
इन जिलों के अभ्यर्थियों को शारीरिक परीक्षा देने जाना होगा भोपाल
ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड, मुरैना, दतिया, श्योपुर, अशोकनगर, गुना, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, निवाड़ी, पन्ना जिले के अभ्यर्थियों को परीक्षा देने भोपाल जाना होगा।
इन चरणों से गुजरना होगा
- 1600 मीटर दौड़। 5.30 मिनट से 5.45 मिनट में पूरा करनी होगी। समय के हिसाब से अलग-अलग अंक दिए जाएंगे।
- 10 पुल अप
- 9 फीट लंबी कूद
- जिग जैग बैलेंस
अब यात्रियों के हिसाब से होगी मेट्रो में कूलिंग
3 Jul, 2023 10:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हर कोच में होगी पैसेंजर कम्यूनिकेशन यूनिट
मेट्रो के आठ स्टेशनों का काम लगभग पूरा
एक कोच का मॉडल जल्द ही स्मार्ट पार्क में स्थापित होगा
भोपाल । मेट्रो ट्रेन के कोच अत्याधुनिक सुविधा से लैस होंगे। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए आग से निपटने के लिए फायर अलार्म के साथ फायर सिस्टम भी होगा। ताकि जरूरत पडऩे पर यात्री आग बुझा सकें। हर कोच में चार फायर व स्मोक अलार्म होंगे। आपात स्थिति के लिए पुश बटन होगा। ताकि यात्री को तुरंत मदद मिले। मेट्रो कोच में हर यात्री पर प्रबंधन की निगाह होगी। सीसीटीवी कैमरे में यात्रियों की आवाजाही रिकॉर्ड होगी। एसी के सेंसर यात्रियों की संख्या और दबाव की स्थिति के अनुसार कूलिंग कम-ज्यादा करेंगे।
मनीषसिंह, एमडी, मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट का कहना है कि मेट्रो ट्रेन का काम तेजी से किया जा रहा है। अब यह नजर आने लगा है। तय समय में हम इसे जनता को समर्पित करेंगे।
सितंबर में ट्रायल रन, कोच लगभग तैयार
मेट्रो ट्रेन का सितंबर से ट्रायल रन शुरू होगा। कोच लगभग तैयार हैं। एक कोच का मॉडल जल्द ही स्मार्ट पार्क में स्थापित होगा। यह चेन्नई में तैयार हो रहा है। मेट्रो को चलाने के लिए दो मॉडल तैयार हो रहे हैं। एक ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन दो व दूसरा ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन चार रहेगा। दूसरे ग्रेड की ट्रेन को ड्राइवर चलाएगा, जबकि चौथे ग्रेड की ट्रेन पूरी तरह ऑटोमेटिक होगी। शुरुआत में जीओए दो ट्रेन को संचालित किया जाएगा।
डिपो में लोडिंग-अनलोडिंग का काम हुआ पूरा
मेट्रो ट्रेन के सुभाष नगर डिपो का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। यहां लोडिंग-अनलोडिंग का काम पूरा हो गया है। इंसपेक्शन का काम 55 फीसदी हुआ है। आठ मेट्रो स्टेशन के ओपन फाउंडेशन का 94 प्रतिशत काम हो गया है। इनमें गर्डर कॉस्टिंग का 63 फीसदी काम हो गया है।
हर कोच में पैसेंजर कम्यूनिकेशन यूनिट
मेट्रो के हर कोच में पैसेंजर कम्यूनिकेशन यूनिट होगी। इसके माध्यम से पैसेंजर सीधे ड्राइवर से बात कर सकेगा। इससे किसी भी आपात स्थिति में यात्री व ड्राइवर का जुड़ाव बना रहेगा। ग्रेड चार वाली ट्रेन में ऑपरेशन कंट्रोल रूम से बात की जा सकेगी।
सियासी दलों के निशाने पर नौकरशाह
3 Jul, 2023 09:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस ने अधिकारियों को दी चेतावनी, बोली- गुलामी न करें, सरकारें बदलती हैं
भोपाल । मध्यप्रदेश में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को रूरु्र कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई है और कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव पर एफआईआर दर्ज की गई है. अब विपक्ष इस कार्रवाई को लेकर सरकार पर हमलावर हो गई है. अधिकारी भी एक बार फिर कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं. कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अधिकारी पैसे लेन-देन कर इस तरह के केस दर्ज करवाते हैं. अधिकारी ध्यान से सुन लें, इन फर्जी केस के खिलाफ हम इतने आंदोलन करेंगे कि इन्हें अपनी पुश्ते याद आ जाएंगी. जो अधिकारी गुलामी की पराकाष्ठा कर रहे हैं, उनके लिए ये सीधी चेतावनी है. इस पर मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार किया है.
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जीतू पटवारी ने जब विधानसभा में किसानों के ऊपर हो रहे अत्याचार पर आवाज़ उठाई, तो उन्हें विधानसभा से हटा दिया गया. कुणाल चौधरी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि ध्यान से सुन लें इस फर्जी मामले के खिलाफ़ हम इतने आंदोलन करेंगे की सबको अपनी अपनी पुस्ते याद आ जाएंगी. ये इस तरह से सरकार से डरकर रोज़ केस दर्ज करने का काम करते हैं, ताकि कांग्रेस अपने क्षेत्रों में लोगों की आवाज उठाने से दब सके.
कांग्रेस की अधिकारियों को चेतावनी
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि जो अधिकारी सरकार की गुलामी की पराकाष्ठा कर रहे हैं, उनके लिए ये सीधी चेतावनी है. सरकार के प्रेशर में ना आएँ फर्ज़़ी केस दर्ज करना बंद कर दें. सरकारें बदलती भी है. जब हमारी सरकार आएगी तब सारी स्थितियां एक बार में ठीक करने का काम किया जाएगा. चाहे हम किसान के खिलाफ आवाज उठाएं या चाहे नौजवान और बेरोजगारी के खिलाफ आवाज़ उठाए.
भाजपा ने किया पलटवार
कांग्रेस के अधिकारियों को चेतावनी देने पर मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ये काम कांग्रेस करती थी. भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस तरह का कोई काम करती है ना हमें इसकी ज़रूरत है. गुंडे बदमाशों के खिलाफ़ केस दर्ज नहीं होंगे, तो किसके खिलाफ होंगे. कांग्रेस के गुंडे बदमाश लोग है, गुंडागर्दी, चोरी, वसूली, और 2 नंबर के काम और कालाबाजारी करें, लेकिन कार्यकर्ता पर केस दर्ज न हो. जितने कालाबाजारी है उनके कांग्रेस से संबंध क्यों है? कमलनाथ की आदत है किसी को धमकाना किसी को चमकाना. कभी अधिकारी, कभी कर्मचारी और कभी कार्यकर्ताओं को धमकाते हैं. यह हारी हुई मानसिकता का परिचायक है. ड्राइंग रूम में बैठकर कह देना कि मैं सरकार बना रहा हूँ. सरकार बनते ही ये कर दूँगा. बच्चे की पुलिस जैसी आदत है. हाथ में नकली बंदूक लेकर लोगों को चमकाते रहते हैं.
सालों बाद भी नहीं सुलझा शिक्षकों का मसला
3 Jul, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश के हजारों शिक्षकों की समस्या सालों बाद भी नहीं सुलझ पाई है। पांच साल बाद भी सरकार तय नहीं कर पाई है कि शिक्षकों को क्रमोन्नति देना है अथवा पदोन्नति। प्रदेश के 80 हजार शिक्षक प्रदेश सरकार से मामले को सुलझाने की आस लगाए बैठे हैं। सूत्रों के अनुसार, वर्ष 2018 से यह नोटशीट मंत्रालय और लोक शिक्षण संचालनालय की बीच घूम रही है। इसबीच यह नोटशीट स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार और प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी के हाथों से भी गुजरी है। शिक्षक भी कई बार आंदोलन कर चुके, पर निर्णय नहीं हुआ। इसकी असल वजह कनिष्ठ अधिकारी को अपने अधिकार सौंपने की परंपरा है। इस कारण शिक्षकों को तीन से पांच हजार रुपये प्रतिमाह का नुकसान हो रहा है। सरकार ने दो लाख 87 हजार शिक्षकों को वर्ष 2018 में नियमित किया है। इनमें से 80 हजार शिक्षक उसी साल 12 वर्ष की सेवा पूरी कर क्रमोन्नति के लिए पात्र हो गए। जनजाति कार्य विभाग ने तय समय पर लाभ दे दिया, पर स्कूल शिक्षा विभाग ने नहीं दिया। तब से शिक्षक लगातार लाभ देने की मांग कर रहे हैं। पहले क्रमोन्नति देने की बात हुई, पर बाद में कहा गया कि समयमान वेतनमान दिया जाना चाहिए। इससे शिक्षकों को ग्रेड-पे का नुकसान है, फिर भी वे तैयार हैं, नोटशीट भी चली, जिसमें कई बार सुधार भी हुआ, पर निर्णय नहीं हुआ। अब कहा जा रहा है कि सहायक, उच्च श्रेणी शिक्षक और व्याख्याता जैसी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए। प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों को क्रमोन्नति और उच्च माध्यमिक शिक्षक को समयमान वेतनमान का लाभ दे सकते हैं। यह मामला अधिकारियों में अधिकार के बंटवारे के कारण उलझा है। दरअसल, व्याख्याता का नियुक्तिकर्ता आयुक्त लोक शिक्षण है। ऐसे ही उच्च श्रेणी शिक्षक का संयुक्त संचालक और सहायक शिक्षक का जिला शिक्षा अधिकारी। पूर्व में आयुक्त ने अपने अधिकार प्रत्यायोजित कर संयुक्त संचालक और संयुक्त संचालक ने जिला शिक्षा अधिकारी को सौंप दिए। यानी जो काम आयुक्त का है, वह संयुक्त संचालक करे। यही व्यवस्था वह नए शिक्षक संवर्ग को लेकर चाहते हैं और वित्त विभाग इसके लिए तैयार नहीं है, वह बार-बार कह रहा है कि नियोक्ता अधिकारी अपने अधिकार का उपयोग कर क्रमोन्नति, समयमान वेतनमान दें। इस बारे में आजाद अध्यापक-शिक्षक संघ अध्यक्ष भरत पटेल का कहना है कि प्रमुख सचिव, मंत्री स्तर पर कई बार बात हो चुकी है, सभी आश्वासन देते हैं कि जल्दी मामला सुलझ जाएगा, पर निर्णय नहीं हो पा रहा है। हम फिर से आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। संयुक्त मोर्चा की संभागीय बैठकें शुरू हो गई हैं।
कांग्रेस युवाओं के लिए तैयार करेगी अलग से वचन पत्र
3 Jul, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । आगामी विधानसभा चुनाव के मददेनजर प्रदेश कांग्रेस युवाओं के लिए अलग से वचनपत्र तैयार करेगी। इसके लिए कांग्रेस युवाओं की चौपाल लगाएगी और इसमें सुझाव मांगे जाएंगे। कांग्रेस द्वारा प्रदेश के विश्वविद्यालयों, कालेजों सहित उन स्थानों पर युवा चौपाल लगाई जाएंगी, जहां बड़ी संख्या में युवा एकत्रित होते हैं। पार्टी सरकार में आने पर स्वरोजगार के लिए नई योजनाएं लागू कर ग्राम और कस्बा स्तर पर ही अवसर उपलब्ध कराने का वचन दे सकती है। प्रदेश कांग्रेस ने इस बार महिला, युवा और किसानों के लिए अलग-अलग वचन पत्र तैयार करने का निर्णय लिया है। राज्य और जिला स्तर पर वचन पत्र जारी होंगे। वहीं, प्रत्याशी अपने हिसाब से विधानसभा क्षेत्र का वचन पत्र तैयार कराएंगे।पार्टी सरकार में आने पर युवाओं के लिए क्या करेगी, इसका उल्लेख अलग से किया जाएगा। इसके लिए युवाओं से ही सुझाव लिए जाएंगे। वचन पत्र समिति के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि वचन पत्र को लेकर हमारी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। जो नए सुझाव आए हैं, उसके आधार पर युवा और किसानों के लिए अलग से वचन पत्र तैयार होंगे।युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा.विक्रांत भूरिया ने बताया कि युवाओं से चौपाल लगाकर सुझाव लिए जाएंगे। इसके आधार पर वचन पत्र तैयार होगा। जिस युवा से सुझाव लिया जाएगा, उसका पूरी जानकारी संगठन अपने पास रखेगा।जब वचन पत्र जारी होगा तब संबंधित को सूचित किया जाएगा कि पार्टी ने आपके सुझाव को वचन पत्र में शामिल किया है और सरकार में आने पर उसे पूरा किया जाएगा। पार्टी वचन पत्र में स्वरोजगार के लिए नई योजनाएं लागू करने का वचन दे सकती है। इसमें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कृषि, कुटीर एवं ग्रामोद्योग आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने की कार्ययोजना भी प्रस्तुत की जाएगी।
मानसून ने बरपाया कहर, उत्तराखंड में लैंडस्लाइड, गुजरात में आई बाढ़
3 Jul, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । पूरे देश में इस समय मॉनसून ने कहर बरपाना शुरु कर दिया है। जहां उत्तराखंड में लैंडस्लाइड से आवागमन अवरुद्ध हो रहा है, वहीं गुजरात के अनेक इलाकों में बाढ़ के हालात बनने से लोगों को रैस्क्यू करने की नौबत आ रही है। यहां भारी बारिश का असर पूरी तरह से दिखने लगा है। इस बीच, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि गुजरात सरकार भारी बारिश के बीच लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार को भारत के हर एक हिस्से को मॉनसून ने कवर कर लिया है। इससे पहले साल 2001 और 2022 में भी मॉनसून ने इसी समय पूरे देश को अपनी आगोश में ले लिया था। वहीं 2001 और 2009 में मॉनसून ने 3 जुलाई तक को देशभर को कवर किया था। आमतौर पर पूरे देश को मॉनसून 8 जुलाई तक कवर करता है। मॉनसून न केवल भारत में पहुंचा है, बल्कि कई राज्यों में आफत बनकर भी बरस रहा है। उत्तराखंड के कई पहाड़ी इलाकों में लैंड स्लाइड की घटनाएं सामने आ रही है। वहीं गुजरात के कई शहरों में बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने हैं तो बिहार में तेज बारिश के साथ बिजली गिरने के मामले भी सामने आ रहे हैं। दिल्ली में रविवार सुबह मौसम सुहावना रहा और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से दो डिग्री कम था। हालांकि दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में उमस भरी गर्मी भी देखने को मिली। मौसम विभाग की मानें तो आज बारिश होने की संभावना नहीं बन रही है। लेकिन 4 जुलाई के बाद एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर में मॉनसून एक्टिव होगा।
मुंबई के अधिकतर इलाकों में नहीं हुई बारिश
महाराष्ट्र के मुंबई में इस समय बारिश थमी हुई है। यहां अनेक इलाकों में कल से बारिश नहीं होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि सप्ताह भर भारी बारिश होने के बाद सप्ताहांत में हल्की बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार सुबह समाप्त हुए पिछले 24 घंटे में कोलाबा वेधशाला में जहां 14 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं सांताक्रूज मौसम स्टेशन में इस अवधि में 22।2 मिमी बारिश दर्ज की गई। रिपोर्ट में कहा गया कि इससे पहले शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटों में कोलाबा में 45।4 मिमी और सांताक्रूज मौसम स्टेशन में इसी अवधि में 110 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांकि शनिवार को उत्तर महाराष्ट्र के नासिक और नंदुरबार जिलों में अच्छी बारिश हुई लेकिन जलगांव में अधिकतर इलाकों में बारिश नहीं हुई। मराठवाड़ा के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों में बारिश नहीं हुई है।
भारी बारिश से धसकने लगे उत्तराखंड के पहाड़
उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते पहाड़ों के धसकने के समाचार मिल रहे हैं। यहां ज्यादातर पहाड़ी रास्तों पर लैंडस्लाइड के मामले सामने आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के लामबगड़ में जलस्तर बढ़ने और भूस्खलन के कारण सड़क पर मलबा आने के बाद से ही बद्रीनाथ हाईवे बंद हो गया है। लामबगड़ में जलस्तर बढ़ने और सड़क पर मलबा आने के कारण बद्रीनाथ हाईवे बाधित हुआ है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में अगले कुछ दिन भारी बारिश और लैंड स्लाइड का खतरा बना हुआ है। ऐसे में लोगों को बाहर जाने से पहले सतर्क रहने की जरूरत है।
बिहार में बिजली गिरने से तीन की मौत
बिहार में भारी बारिश हो रही है, यहां बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत के समाचार भी हैं। यहां के अधिकतर हिस्सों में पिछले तीन दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में आज से अगले कुछ दिनों तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की जा सकती है। उधर बिहार में अलग-अलग स्थानों पर वज्रपात की चपेट में आने से एक बच्ची सहित तीन लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के अरवल जिले में दो लोगों और औरंगाबाद जिले में एक बच्ची की वज्रपात की चपेट में आने से मौत होने पर उनके परिजनों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि आपदा की इस घड़ी में वह पीड़ित परिवार के साथ हैं।
यूपी में कहीं झमाझम तो कहीं बूंदाबांदी
उत्तर प्रदेश में कहीं झमाझम बारिश हो रही है तो कहीं पर हल्की बूंदाबांदी से राहत है। यहां रविवार को कई इलाकों में रुक-रुक कर तो कहीं तेज बारिश हुई है। जानकारी के अनुसार लखनऊ से सटे जिले बाराबंकी में भी तेज बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने भी जुलाई के पहले सप्ताह में हर दिन कहीं न कहीं बारिश की संभावना जताई है। 7 जुलाई को भी पश्चिमी और पूर्वी यूपी के अनेक स्थान पर बारिश की संभावना है। जबकि 4 जुलाई को पश्चिमी यूपी में कुछ जगहों पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है। इसके साथ ही पूर्वी यूपी में लगभग सभी स्थानों पर बारिश की संभावना है। इसके अलावा मौसम विभाग का अनुमान है कि 5 जुलाई को पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लगभग सभी स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है।
बाढ़ से बचाने एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश होने से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। यहां लोगों को बाढ़ से बचाने एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के आंकड़े से पता चला है कि वलसाड और नवसारी जिलों के कुछ हिस्सों में रविवार सुबह समाप्त हुए पिछले 24 घंटे की अवधि में अत्यधिक भारी बारिश हुई। सड़कों पर पानी भर जाने या उसके बह जाने के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) फंसे हुए लोगों को बचाने के अभियान में लगे हैं। जामनगर सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक है जहां शुक्रवार से बारिश संबंधी घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो गई है। शुक्रवार को घर से बाढ़ का पानी निकालने के दौरान कुएं में गिरने से तीन साल की एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि भारी बारिश के बाद लापता हुए दो लोगों के शव शनिवार को बचाव दल को मिले।