छत्तीसगढ़ (ऑर्काइव)
दुकान के बाहर लगाएं जीएसटी नंबर के साथ सर्टिफिकेट....
28 Jun, 2023 02:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। अगर आप जीएसटी रजिस्टर्ड हैं और अपने दुकान या गोडाउन के बाहर जीएसटी नंबर व सर्टिफिकेट नहीं लगा रहे हैं तो आप पर 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। अगर आप इस जुर्माने से बचना चाहते हैं तो आपको चाहिए कि आप नियम का पालन करते हुए अपनी दुकान व गोडाउन के बाहर जीएसटी नंबर व सर्टिफिकेट लगाएं।
जीएसटी आफिसर आए तो मांग सकते हैं आइडी कार्ड और आइएनएस 01 फार्म
साथ ही अगर आपने जीएसटी रजिस्ट्रेशन में दिए गए पते को बदल दिया है तो भी आपको अपने व्यावसायिक परिसर में जीएसटी नंबर व सर्टिफिकेट लगाना होता है। ऐसा नहीं होने पर जीएसटी अफसरों द्वारा कार्रवाई की जा सकती है। कर विशेषज्ञों का कहना है कि सभी को जीएसटी के इन नियमों का पालन करना होगा। उपभोक्ता के पास यह अधिकार है कि जब जीएसटी अफसर आएं तो वह उससे आइडी कार्ड व आिएनएस 01 फार्म मांग सकता है।
इन्हें भी जानना जरूरी
कर विशेषज्ञ से मिली जानकारी के अनुसार अगर आपकी वार्षिक बिक्री 40 लाख से ज्यादा है और सर्विस प्रोवाइडर है और वार्षिक टर्नओवर 20 लाख से ज्यादा है तो जीएसटी में रजिस्ट्रेशन जरूरी है। इसके साथ ही टर्नओवर 2 करोड़ है तो वार्षिक रिटर्न की जरूर नहीं है। वार्षिक टर्नओवर पांच करोड़ है तो 3बी और आर 1 फाइल करना होगा,5 करोड़ से ज्यादा है तो मंथली भी कर सकते है।
निर्धारित समय में दे नोटिस का जवाब
अगर आपके जीएसटी रिटर्न में मिसमैच है तो विभाग द्वारा आपको नोटिस जा सकता है। आपको नोटिस का जवाब निर्धारित तिथि तक देना होगा। जीएसटी अफसर के पास बहुत से अधिक है और वह विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई कर सकता है। जीएसटी की धारा धारा 67 के अंतर्गत इंफेक्शन,सर्च व सीज करने तक का अधिकार है। धारा 71 में बुक्स आफ अकाउंट चेक कर सकता है,स्टाक चेक नहीं कर सकता, लेकिन खाताबही नहीं ले जा सकता। धारा 67 के तहत दुकान को सील कर सकता है,खाताबही ले जा सकते है व डाउट हो तो आलमारी तुड़वा भी सकते है। पहले से इन्हें लिखना होता है कि क्यों जांच के लिए जा रहे है।
नियमों का पालन करें व्यापारी
कर विशेषज्ञ व पूर्व अध्यक्ष आयकर बार एसोसिएशन चेतन तारवानी ने कहा, व्यापारियों को जीएसटी नियमों का पालन करना चाहिए। पूरी ईमानदारी के साथ अपना रिटर्न भरें और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न करें। गड़बड़ी पाए जाने पर आप पर कार्रवाई हो सकती है।
नाइट चौपाटी पर जनहित याचिका हाई कोर्ट से खारिज....
28 Jun, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। पूर्व मंत्री राजेश मूणत द्वारा दायर जनहित याचिका की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है। पूर्व मंत्री का कहना है कि हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। पूर्व मंत्री ने अनुपम गार्डन, राजकुमार कालेज के पास बनाए जा रहे यूथ हब, ग्रीन कारीडोर व वेंडिंग जोन पर रोक लगाने के लिए जनहित याचिका दायर की थी। उनके द्वारा यह तर्क दिया गया था कि यूथ हब ग्रीन कारीडोर डेवलपमेंट प्लान, 2011 (रिवाइज्ड प्लान, 2021) के विरुद्ध था।
यूथ हब, ग्रीन कारीडोर और वेंडिंग जोन बनाए जाने का मामला
हाई कोर्ट ने इस तथ्य का संज्ञान लेते हुए कि यूथ हब ग्रीन कारीडोर का कार्य मई-2023 में पूर्ण हो चुका है के आधार पर जनहित याचिका को खारिज कर दिया है। मामले में रायपुर स्मार्ट सिटी व शासन की ओर से महाधिवक्ता सतीशचंद वर्मा व अधिवक्ता अनिमेश तिवारी ने पैरवी की।
इधर, पूर्व मंत्री का कहना है कि नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी ने एजुकेशन हब में चौपाटी का निर्माण के संबंध में गलत तथ्य प्रस्तुत करके कोर्ट को गुमराह करने का प्रयास किया है। हम हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। सुप्रीम कोर्ट में अपील करके नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा पेश किए गए गलत तथ्यों को उजागर करेंगे।
उन्होंने कहा कि जिस दिन एजुकेशन हब में चौपाटी का विरोध शुरू हुआ था, तब खेल एवं उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी को ज़मीन ट्रांसफर नहीं की गई थी। कोर्ट में कहा गया है कि चौपाटी का निर्माण पूर्ण ही चुका है, जबकि जनता के साथ छह महीने से अवैध चौपाटी की लड़ाई जारी है।
दस दिनों तक धरना
चौपाटी हटाओ की मांग को लेकर भाजपा नेता राजेश मूणत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने दस दिनों तक धरना-प्रदर्शन किया था। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी की ओर से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की जांच के आश्वासन के बाद भाजपा ने धरना स्थगित करने का फैसला लिया था।
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से की गई थी शिकायत
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप पुरी से मुलाकात कर रायपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 300 से अधिक प्रोजेक्ट में व्याप्त भ्रष्टाचार के संबंध में ज्ञापन सौंपा था। प्रतिनिधि मंडल ने कहा था कि हमारे पास लिस्ट है, जिसमें स्मार्ट सिटी द्वारा 185 योजनाओं को पूर्ण बताया जा रहा है, जो फर्जी है।
129 कार्यों को प्रगतीरत बताया जा रहा है, जिसमें से कई कार्य अस्तित्व में ही नहीं हैं। स्मार्ट सिटी के अंतर्गत हुए कार्यों को लेकर विस्तृत जांच की जरूरत है। पूरी 314 परियोजनाएं, जिनमें से कुछ को छोड़कर सभी में अनियमितताएं एवं लापरवाही है। भाजपा की शिकायत की जांच के लिए केंद्रीय टीम कुछ दिनों पहले रायपुर आई थी। टीम ने स्मार्ट सिटी कार्यालय समेत कई स्थानों की जांच की थी।
पीआरएसयू में रोजगार के अवसर बढ़ाने स्किल डेवलपमेंट सेंटर शुरू.....
28 Jun, 2023 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के अंतर्गत कई वर्षों से बंद यूनिवर्सिटी साइंस इंस्ट्रूमेंटेशन सेंटर (यूएसआइसी) को स्किल डेवलपमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। पुनर्स्थापित करने के बाद विश्वविद्यालय परिसर के छात्रों के साथ-साथ बाहर के छात्रों के छात्र भी ट्रेनिंग ले सकेंगे।
स्किल डेवलपमेंट सेंटर में छात्राें के लिए सुविधा
स्किल डेवलपमेंट सेंटर को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की 5वीं पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत विकसित किया गया है। स्किल डेवलपमेंट सेंटर में लेथ-मशीन, मिलिंग-मशीन, शेपर-मशीन, वेल्डिंग-मशीन और ग्राइंडिंग-मशीन पर ट्रेनिंग की सुविधा छात्राें को दी गई है।
आगे भविष्य में इस रोजगार मूलक स्किल-सेंटर में विभिन्न प्रकार की इलेक्ट्रिकल मशीनों, ग्लास-ब्लोइंग मशीन तथा इलेक्ट्रानिक-सर्किटस पर भी ट्रेनिंग शुरू की जाएगी। भौतिकी-अध्ययनशाला की अध्यक्षया प्रो. नमिता ब्रह्मे ने बताया कि यहां से ट्रेनिंग के बाद छात्र विभिन्न मैकेनिकल-वर्कशाप में रोजगार के अवसर प्राप्त करने के साथ स्वरोजगार की दृष्टि से छोटे पैमाने पर अपना स्वयं का वर्कशप संचालित कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय में अध्यनरत छात्रों के साथ बाहर के 10 छात्र ट्रेनिंग ले सकते हैं। सेंटर में उपलब्ध मशीनों पर ट्रेनिंग के लिए प्रवेश प्राप्त करने वाले परिसर के छात्रों के लिए एक माह के ट्रेनिंग-प्रोग्राम के लिए 15 सौ तथा बाह्य-छात्रों के लिए पच्चीस-सौ रुपये फीस निर्धारित की गई है। एक माह ट्रेनिंग करने वाले छात्रों को विश्वविद्यालय की ओर से ट्रेनिंग-सर्टिफिकेट दिया जाएगा। सेंटर में ट्रेनिंग के लिए प्रवेश तिथि से 10 जुलाई तक भौतिकी-अध्ययनशाला में जमा करना होगा।
चिरायु योजना गरीब बच्चों के लिए वरदान.....
28 Jun, 2023 01:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से चलाई जा रही चिरायु योजना अब उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है, जिनके लिए अपने नवजात का इलाज करा पाना नामुमकिन था। छत्तीसगढ़ में इस योजना के अंतर्गत पिछले दो वर्षों में 1837 जन्मजात हृदय रोगी बच्चों को नई जिंदगी मिली। वहीं वर्तमान में 156 हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को इलाज का इंतजार है।
चिरायु योजना से गंभीर बीमारियों का होता है फ्री इलाज
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार 156 हृदय रोगी बच्चों के हृदय का आपरेशन किया जाना है। स्क्रीनिंग के बाद लगातार इनका इलाज जारी है। कई ऐसे बच्चे हैं, जिनकी स्थिति वर्तमान में आपरेशन के लायक नहीं है। ऐसे में उनकी दवा चल रही है। वहीं कई बच्चों को आपरेशन की तिथि मिल चुकी है।
आपरेशन के लिए ऐसे पीड़ित बच्चे जिनकी राशि स्वीकृत नहीं हुई है, शासन स्तर पर उनकी समीक्षा भी की गई है। बता दें प्रदेश में चिरायु योजना के तहत जहां वर्ष 2021-22 में 525 हृदय रोगी बच्चों को निश्शुल्क आपरेशन के बाद नई जिदंगी मिली है। वर्ष 2022-23 में दो गुने से भी अधिक हृदय रोगी बच्चों को यानी कुल 1312 को निश्शुल्क आपरेशन से नया जीवन मिला।
चिरायु योजना को जानें
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम व चिरायु योजना में शून्य से 18 वर्ष तक के बच्चों में जन्मजात हृदय रोग, मोतियाबिंद, कटेफटे होट, टेढेमेढे हाथ-पैर समेत 44 की गंभीर बीमारियाें के इलाज का पूरा खर्च शासन द्वारा उठाया जाता है। इसमें स्वास्थ्य विभाग का चिरायु दल बच्चों बच्चों की स्क्रीनिंग कर शासन को रिपोर्ट भेजता है, जिसके आधार पर बच्चों के इलाज के लिए फंड जारी होता है। ऐसे बच्चे जिनका इलाज निश्शुल्क किया जाना है, स्वजन स्वास्थ्य विभाग से भी संपर्क कर सकते हैं।
चिरायु योजना राज्य नोडल अधिकारी डाक्टर वीआर भगत ने कहा, जिन हृदय रोगी बच्चों का सर्जरी पेडिंग है। उनका या तो आपरेशन से पूर्व इलाज चल रहा है। या वह वर्तमान में आपरेशन की स्थिति में नहीं है। यदि फिर भी किसी तरह की समस्या आ रही है। तो हम उसका निराकरण करेंगे। चिरायु अंतर्गत आने वाले केस को रोका नहीं जाता है।
राज्य में चिरायु योजना से हृदय रोगी बच्चों के इलाज पर एक नजर
वर्ष - स्क्रीनिंग - इलाज - पेंडिंग केस
2021-22 - 525 - 525 - 10
2022-23 - 1468 - 1312 - 156
अब इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की जांच के लिए दे रहे बुलावा....
28 Jun, 2023 12:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला नागरिक सहकारी बैंक घोटाले की जांच अब ईडी से करने की मांग उठ रही है। प्रदेश में कोयला परिवहन और शराब घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम का कभी कांग्रेस नेता विरोध करते थे। ईडी की कार्रवाई होने पर कभी कार्यालय का घेराव करते थे, तो कभी जिन नेताओं के घर छापा पड़ता था, उसके सामने हनुमान चालीसा का पाठ करते थे, लेकिन अब समय बदल गया है।
दरअसल, इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और उनकी सरकार के चार मंत्रियों का नाम सामने आया है। इंदिरा बैक घोटाला संघर्ष समिति के अध्यक्ष और कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री कन्हैया अग्रवाल ने घोटाले की जांच ईडी से करने की मांग की है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की जांच कांग्रेस सरकार ने शुरू करवाई है। इस मामले में भ्रष्टाचार की जांच ईडी से करवानी चाहिए, क्योंकि शेल कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये की राशि की बंदरबांट की गई है। जिन 16 कंपनियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे, उनका अता-पता नहीं है। क्योंकि कंपनियों ने कागजों में ही फर्जी कंपनी बनाकर लोन लिया था और पैंसों की बंदरबांट की गई। ईडी की जांच में नए तथ्य सामने आ सकते हैं।
जिनके खिलाफ जुर्म उनकी तलाश में जुटी पुलिस
बैंक घोटाले में जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हैं, उनकी तलाश में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। बैंक घोटाले में तत्कालीन मैनेजर उमेश सिन्हा सहित 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हैं, लेकिन इन 17 वर्षों में आरोपितों का पता-ठिकाना बदल चुका है, जिसकी वजह से पुलिस को जांच में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह आरोपितों तक शीघ्र पहुंचेंगे। फिलहाल पुराने प्रकरण को विशेष टीम के अधिकारी अध्ययन कर रहे हैं।
प्रभावित हितग्राही भी हो रहे एकजुट
इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की जांच फिर से शुरू होने के बाद अब निवेशकों को न्याय की उम्मीद जगी है। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के मुताबिक प्रियदर्शिनी बैंक के निवेशकों ने संपर्क साधना शुरू कर दिया है। शीघ्र ही राजधानी में इस पर बड़ी बैठक आयोजित की जाएगी। बैंक में गरीब से लेकर व्यापारी, नौकरीपेशा लोगों के खाते थे, जिनकी राशि घोटाले में डूब गई। 17 वर्ष बाद भी यह राशि वापस नहीं की जा सकी है।
फर्जी ईडी अफसर का रूतबा देख झांसे में आ गए बड़े-बड़े अधिकारी.....
28 Jun, 2023 12:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। आबकारी और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को ईडी से बचाने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने अमरावती से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अश्वनी भाटिया निवासी कौशल्य विहार अमरावती महाराष्ट्र और निशांत इंगडे निवासी पथरौल तालुआ अमरावती महाराष्ट्र को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित अश्वनी भाटिया खुद को ईडी के सेंट्रल कमांड का ज्वाइंट डायरेक्टर बताकर अधिकारियों से बात करता था। आरोपित स्वयं को ईडी, ईओडब्ल्यू, आयकर विभाग और एसीबी का अधिकारी होना बताकर देश भर में अधिकारियों को शिकार बनाया है। रायपुर में अलग-अलग आबकारी और पर्यावरण के चार अधिकारियों सहित खरगौन मप्र के भी एक अधिकारी से ठगी की है। आरोपित पर्यावरण संरक्षण मंडल रायपुर के दो अधिकारियों से कुल 10 लाख 60 हजार रुपये की ठगी की है।
छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग में पदस्थ अधिकारी ने थाना राखी में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि 16 मई को कार्यालय के लेंडलाइन नंबर पर अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नई दिल्ली से बात करना बताया। कुछ जानकारियां पूछी गई। उसने फोन पर पूछा कि उपायुक्त आबकारी कौन है, अभी हाल ही में रिटायर्ड उपायुक्त कौन है उनका मोबाइल नंबर पूछने के साथ ही एसएन साहू व रमेश अग्रवाल कौन है उनका मोबाइल नंबर पूछा। जिस पर प्रार्थी द्वारा उक्त सभी जानकारियां अज्ञात व्यक्ति को दे दी। प्रार्थी को ईडी का धौंस दिखाकर लगातार धमकाया जा रहा था। इसी प्रकार पर्यावरण संरक्षण मंडल नवा रायपुर में पदस्थ दो अधिकारियों के द्वारा 18 मार्च को फोन कर पहले डराया गया। इसके बाद बचाने के लिए दोनों से 10 लाख 60 हजार रुपये ले लिए गए।
इंटरनेट से निकालते थे नंबर :
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि आरोपित निशांत इंगडे इंटरनेट के माध्यम से देश के अलग-अलग राज्यों व जिलों में पदस्थ उच्चाधिकारियों का मोबाइल नंबर व उनके कार्यालय का लैंडलाइन नंबर निकालता था। इसके बाद आरोपित अश्वनी भाटिया नंबर में फोन करता था। खुद को अलग-अलग जांच एजेंसी का अधिकारी बताता था। अश्वनी भाटिया अंग्रेजी भाषा में बात करने के साथ ही एक उच्चाधिकारी की तरह बात करता था, जिससे पीड़ित आसानी से उसका शिकार बन जाते थे। उसकी बातों से डर जाते थे। आरोपितों का ईडी सहित उक्त अन्य शासकीय जांच एजेंसियों से कोई संपर्क नहीं है।
जिन राज्यों में छापे वहां नजर :
जानकारी के अनुसार ईडी सहित अन्य जांच एजेंसी जहां कार्रवाई करती थी, उसे विभाग के अधिकारियों का की वेबसाइट से आरोपित नंबर निकालते थे। इसके बाद उन्हें बचाने का झांसा देकर ठगी करते थे।
पैसे देने गए थे महाराष्ट्र :
आरोपित अश्वनी मिलने के लिए महाराष्ट्र के अमरावती बुलाता था। यहां से ठगी का शिकार हुए अधिकारी वहां गए थे। पैसे मिलने के बाद अश्वनी ने इस बात का आश्वासन भी दिया था कि अब कभी भी छापा या जांच नहीं होगी।
इन राज्यों के अधिकारियों को किया गया फोन :
आरोपियों ने छत्तीसगढ़, मप्र के अलावा बिहार, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं दिल्ली सहित देश भर के विभिन्न राज्यों के कई उच्चाधिकारियों को फोन के माघ्यम से डरा-धमकाकर शिकार बनाने की कोशिश की गई। इसमें कई लोग फंस भी गए।
SECL कर्मचारी ने रकम लौटाई, फिर भी खाते से निकाल लेते पूरा वेतन.....
27 Jun, 2023 01:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के कोरबा में बेटी की शादी के लिए पिता ने रकम उधार ली। उसने सूदखोरों को पूरा पैसा भी लौटा दिया, बावजूद इसके उनका मन नहीं भरा। वे एसईसीएल कर्मी के खाते से हर माह पूरा वेतन निकाल लेते। बदले में सिर्फ 10 हजार रुपये खर्च के लिए देते रहे। जब परिवार ने इसका विरोध किया तो सूदखोरों गालियां देते हुए उन्हें धमकी दी। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले में एक आरोपी को पहले ही पकड़ा जा चुका था। मामला कुसमुंडा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, सर्वमंगला नगर निवासी रामायण केंवट (50) एसईसीएल कर्मचारी हैं। उनकी जान पहचान बांकीमोंगरा के शांतिनगर निवासी संजय आजाद व वीर बहादुर केशरी से थी। रामायण ने अपनी बेटी की शादी के लिए करीब चार साल पहले दोनों से डेढ़ लाख रुपये उधार लिए थे। इस दौरान उसने अपनी पेमेंट स्लिप के अलावा पैन कार्ड, डेबिट कार्ड और आधार कार्ड दे दिए। रामायण ने समय रहते उधार ली सारी रकम सूद समेत चुका दी। आरोप है कि इसके बाद भी दोनों उनके खाते से रुपये निकालते रहे।
आरोपी हर महीने उनके खाते से सारा वेतन निकाल लेते और बदले में खर्च के लिए 10 हजार रुपये देते थे। इससे परिवार को गुजर बसर करने में परेशानी हो रही थी। तंग आकर एसईसीएल कर्मी की पत्नी और पुत्री रकम मांगने आरोपियों के पास पहुंच गईं। आरोप है कि दोनों ने उन्हें धमकी दी। इस पर वे पुलिस के पास पहुंचे और मामला दर्ज करा दिया। पुलिस आरोपियों को पकड़ कर उनके पास से अलग-अलग लोगों के 20 आधार कार्ड, छह एटीएम कार्ड, 20 पैन कार्ड, 20 परिचय पत्र, 40 पेमेंट स्लिप सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
रायपुर समेत कई जिलों में मूसलाधार बारिश, मौमस विभाग ने जारी किया अलर्ट.....
27 Jun, 2023 12:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री के साथ ही जमकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी है। कई जिलों के लिए यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम के अनुसार, 27 जून को सुबह 8:30 बजे तक प्रदेश के बिलासपुर, पेंड्रा, मुंगेली, दुर्ग, बेमेतरा और कबीरधाम जिलों में भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में एक दो स्थानों पर अति भारी से सीमांत भारी वर्षा होने की संभावना है। प्रदेश के रायगढ़ जिला में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना है।
वहीं प्रदेश के कोरिया, कोरबा, जांजगीर, रायपुर, महासमुंद, बालोद, राजनांदगांव, बीजापुर जिलों एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। बता दें कि ऑरेंज अलर्ट उन इलाकों के लिए जारी किया जाता है, जहां मूसलाधार बारिश की आशंका रहती है। वहीं यलो अलर्ट भारी बारिश के लिए जारी किया जाता है।
27 जून को सुबह 8:30 से 28 जून के सुबह 8.30 तक प्रदेश के बिलासपुर, पेंड्रा, मुंगेली, दुर्ग, बेमेतरा और कबीरधाम जिलों में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रदेश के कांकेर जिला में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। यहां पर यलो अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश के अधिकतर स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई और दो स्थानों में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में अधिकतम तापमान 31.9 ARG सूरजपुर और न्यूनतम तापमान20.10C कबीरधाम में दर्ज किया गया। वहीं बारिश की बात करें तो महासमुंद में-14, माना -13 , तखतपुर -12 , पथरिया-11 , सुकमा, पिथौरा-10 दर्ज किया गया।
द केरला स्टोरी के निर्माता अब बनाएंगे ''बस्तर'' फिल्म......
27 Jun, 2023 12:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। फिल्म द केरला स्टोरी के निर्माता अब छत्तीसगढ़ के बस्तर पर फिल्म बना रहे हैं। मुंबई स्थित प्रोडक्शन हाउस ने इंटरनेट मीडिया पर फिल्म के आधिकारिक लोगों ने पोस्टर लांच किया है। पोस्टर में जंगल, रायफल, धुंआ और नक्सल झंडा नजर आ रहा है। पोस्टर पर लिखा गया है ‘छिपा हुआ सच जो देश में तूफान लेकर आएगा।’ इसके नीचे बस्तर लिखा है।
विपुल शाह और निर्देशक सुदीप्तो सेन की घोषणा
निर्माताओं ने घोषणा की है कि यह फिल्म पांच अप्रैल 2024 को रिलीज की जाएगी। फिल्म का नाम बस्तर होगा। फिल्म को केरला स्टोरी फिल्म बनाने वाले निर्माता विपुल शाह और डायरेक्टर सुदीप्तो सेन ही बना रहे हैं। इस जोड़ी ने इस पर काम शुरू कर दिया है। फिल्म के कुछ हिस्सों को असल बस्तर में फिल्माया जाएगा।
हालांकि इस फिल्म में कलाकार कौन होंगे यह तय नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि बड़े निर्माता-निर्देशक की फिल्म होने के कारण इस फिल्म में बड़े कलाकारों को लिया जा सकता है। स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया जाएगा।
बस्तर में नक्सल सबसे बड़ी समस्या है। इस फिल्म में इससे जुड़ी घटनाओं को दिखाया जा सकता है। इससे पहले भी नक्सलवाद समस्या पर कई फिल्में बन चुकी हैं। फिल्म निर्माता प्रकाश झा भी नक्सलवाद पर फिल्म ला चुके हैं, जिसमें अभिनेता मनोज वाजपेयी ने अभिनय किया था।
निर्माता विपुल अमृतलाल शाह, आंखें, हालिडे, फोर्स, कमांडो, वक्त, नमस्ते लंदन, सिंह इज किंग, द केरल स्टोरी'''', सनक, ब्लाकबस्टर वेब शो ह्यूमन जैसी बेहतरीन फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं।
मौत से चंद घंटे पहले यूट्यूबर देवराज ने इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया था अंतिम वीडियो......
27 Jun, 2023 12:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के उभरते हुए कलाकार का सोमवार को सड़क हादसे में निधन हो गया। “दिल से बुरा लगता है” पढ़ते ही एक लड़के की शक्ल याद आ जाती है। इंटरनेट मीडिया पर इस वाक्य को मीम बना देने वाले देवराज पटेल अब हमारे बीच नहीं रहे। वे इंटरनेट मीडिया, खासतौर पर यूट्यूब पर शार्ट वीडियो बनाने के लिए जाने जाते थे। अपने वीडियो में देवराज अक्सर दिल से बुरा लगता है को पंच लाइन की तरह इस्तेमाल करते थे। लोगों को उनके ये वीडियो खूब पसंद आते रहे। छोटी उम्र में ही देवराज ने बड़ा नाम कमा लिया था।
दुर्घटना के पहले इंटरनेट मीडिया पर साझा किया था वीडियो
देवराज ने सड़क दुर्घटना के लगभग चार घंटा पहले एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया था। मजाकिया अंदाज में वीडियों में वे कह रहे थे "हेलों देास्तों, भगवान ने मेरा शक्त ऐसा बनाया है ना कि लोगों को समझ नहीं आता, क्यूट बोले या क्यूटिया..। वीडियो के आखिर में वो बाय भी बोलते हैं, लेकिन ये किसको पता था कि ये उनका आखिरी बाय होगा।
देवराज के रायपुर में रहने वाले दोस्ताें का कहना है कि वे असल जीवन में बहुत मजाकिया थे। सभी से बहुत प्यार से बात करते थे। अपनी मजाकिया वीडियो से यूट्यूब पर अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले देवराज पटेल के यूट्यूब पर 4 लाख 38 हजार सब्सक्राइबर हैं। इंस्टाग्राम पर उनके 55.9 हजार फालोवर्स हैं। देवराज पटेल यूट्यूब के दुनिया के प्रसिद्ध कलाकार भुवन बाम के साथ साल 2021 में कामेडी ड्रामा वेब सीरीज वेबसीरीज ढिंढोरा में भी काम कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख
कुछ दिन पहले वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ नजर भी आए थे। वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। इसमें वे कहते कह रहे थे "छत्तीसगढ़ में दो ही लोग मशहूर हैं... एक मैं और एक मोर काका (सीएम भूपेश बघेल)..."। इसके बाद सीएम अपनी हंसी नहीं रोक पाए थे। इसी इसी वीडियों को सीएम ने अपने ट्विटर हैंडल से साक्षा करते हुए देवराज की आकस्मिक मृत्यु पर दुख जताया है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि "दिल से बुरा लगता है" से करोड़ों लोगों के बीच अपनी जगह बनाने वाले, हम सबको हंसाने वाले देवराज पटेल आज हमारे बीच से चले गए। इस बाल उम्र में अद्भुत प्रतिभा की क्षति बहुत दुखदायी है। ईश्वर उनके परिवार और चाहने वालों को यह दुःख सहने की शक्ति दे. ओम् शांति:।
ईडी से बचाने का झांसा देकर आबकारी असफरों से ठगी.....
27 Jun, 2023 12:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से बचाने का झांसा देकर आबकारी विभाग के दर्जनभर अफसरों से लाखों रुपये वसूलने वाले दो ठगों को पुलिस ने अमरावती (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया है। रायपुर पुलिस आज पूरे मामले का राजफाश कर सकती है। बतादें कि कथित तौर पर दो हजार करोड़ की शराब गड़बड़ी की जांच कर रहे ईडी की कार्रवाई से बचाने का झांसा देकर अफसरों से वसूली की गई थी। जब आबकारी अफसरों को ईडी अपने दफ्तर बुला रही थी, तब ये दोनों सक्रिय हुए थे। इसके बाद कई अफसरों को अपने झांसे में लेकर वसूली कर ली।
डायरेक्टर से मुलाकात का झांसा
जानकारी के अनुसार ईडी की कार्रवाई से बचाने और कथित तौर पर डायरेक्टर से मुलाकात करवाने का झांसा देकर ठगों ने कुछ अफसरों से 50-50 लाख रुपये में सौदा किया था। एडवांस के तौर पर पांच-पांच लाख रुपये वसूले गए थे।
आबकारी अपर आयुक्त ने थाने में की शिकायत
राखी थाने में आबकारी अपर आयुक्त राकेश मंडावी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने शिकायत में बताया कि अमरावती के अश्वनी भाटिया और उसके साथी ने खुद को महाराष्ट्र का लाइजनर बताया। अफसरों से दावा किया उनकी ईडी के डायरेक्टर और अन्य अधिकारियों से पहचान है। राज्य में आबकारी गड़गड़ी की जो जांच चल रही है, उसमें कार्रवाई से बचा सकते हैं। कुछ लोगों ने झांसे में आकर लगभग पांच-पांच लाख रुपये दे दिए। आरोपित और पैसे की मांग कर रहे थे। पुलिस ने ब्लैकमेलिंग और छल-कपट का केस दर्ज किया है।
पैसे देने गए थे महाराष्ट्र
गिरोह ने आबकारी भवन के अधिकारियों के अलावा कई जिला आबकारी अधिकारी और उपायुक्त से संपर्क किया। कुछ लोग ठगों के झांसे में आ गए। उनसे मिलने महाराष्ट्र भी गए और पैसा भी दे आए। पुलिस को अंदेशा है कि अलग-अलग राज्यों में ईडी की कार्रवाई चल रही है। ये आरोपित वहां भी सक्रिय रहे हैं। कई लोगों से रकम वसूली की है।
आज आएगा वर्ल्ड कप का शेड्यूल, रायपुर को मिलेगी मैच की मेजबानी......
27 Jun, 2023 12:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। आइसीसी वनडे विश्व कप 2023 का बेसब्री से इंतजार कर रहे क्रिकेट प्रेमियों के लिए आज का दिन बेहद खास है। दरअसल, बीसीसीआई आज एकदिवसीय विश्व कप का शेड्यूल जारी कर सकता है।
वहीं वर्ल्ड कप 2023 का शेड्यूल जारी होने के बीच छत्तीसगढ़ के क्रिकेट प्रेमी रायपुर में एक मैच खेले जाने की संभावना जता रहे हैं। हालांकि आज दोपहर बाद तस्वीर साफ हो जाएगी कि रायपुर स्टेडियम को वर्ल्ड कप 2023 के लिए किसी भी मैच की मेजबानी मिलेगी या नहीं। बतादें कि अक्टूबर-नवंबर महीने में वर्ल्ड कप 2023 के मैच खेले जाएंगे। विश्व कप के यह मुकाबले भारत के 12 मैदानों पर खेले जाएंगे।
हालांकि रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के अलावा कई इंटरनेशनल स्तर के कई मैच खेले जा चुके हैं। यहां इसी साल 2023 में 21 जनवरी को भारत-न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला का दूसरा मैच खेला गया था। इसी वजह से क्रिकेट प्रेमी कयास लगा रहे हैं, रायपुर स्टेडियम को भी भारतीय टीम के एक मैच की मेजबानी मिल सकती है।
रायपुर स्टेडियम में विश्व कप के मैच के खेले जाने की संभावना कम
हालांकि रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में विश्व कप 2023 के मैच के खेले जाने की संभावना कम जताई जा रही है। रायपुर स्टेडियम को अभी तक बीसीबीआई को नहीं सौंपने को इसके पीछे की मुख्य वजह मान रहे हैं।
दरअसल, जानकारों का कहना है, छत्तीसगढ़ सरकार ने रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ को अभी तक लीज पर नहीं सौंपा है। लिहाजा कहा जा रहा है कि जब तक रायपुर स्टेडियम स्टेट क्रिकेट संघ को लीज पर नहीं सौंपा जाता है, तब तक मैच को लेकर बीसीसीआई रुचि कम दिखाता है।
अब तक रायपुर स्टेडियम में हुए ये मैच
वर्ष-2013 में आइपीएल के दो मैच, 2014 में टी-20 चैलेंजर ट्राफी के मैच, 2015 में दूसरी बार आइपीएल, वर्ष 2016 से लगातार रणजी ट्राफी के मैच, सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 ट्राफी के मैच व बीसीसीआइ के घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों के मैचों का आयोजन शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम नवा रायपुर में किया जा चुका है। इसके अलावा रायपुर में रोड सेफ्टी वर्ल्ड क्रिकेट सीरीज के कई मुकाबले खेले गए हैं।
विहिप ने राज्य सरकारों से की मांग....
26 Jun, 2023 05:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने देश की राज्य सरकारों से ईद-उल-जुहा के मौके पर गौवंश की हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है। विहिप महामंत्री मिलिंद परांडे ने मीडिया से बातचीत में कहा, मुसलमानों के त्यौहार ईद-उल-जुहा पर देशभर में लाखों पशुओं की हत्याएं होती हैं, लेकिन सुनने में आया है कि इस बार 29 जून को मनाए जाने वाले ईद-उल-जुहा पर भारत के स्थान-स्थान में लाखों गौवंश को काटने के लिए उन्हें पहले से ही लाकर रखा गया है।
हालांकि, दुनियाभर के अन्य देशों में ईद पर गौवंश नहीं काटा जाता तो, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश में ही गौवंश को काटने का षड़यंत्र और हठ क्यों किया जाता है? निश्चित ही, ईद के नाम पर हिन्दुओं की आस्था को चोट पहुंचाने के लिए गौवंश की दुर्दांत हत्याएं की जाती है और इस बार भी उनकी योजना है जो कि हिन्दू समाज को किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है। भारत भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण, श्रीमहावीर, श्री बुद्ध तथा श्री गुरुनानक जी की धरती है, जहां हिन्दू गौवंश की रक्षा के लिए कटिबद्ध है।
विहिप महामंत्री ने कहा, अभी हाल ही में नांदेड महाराष्ट्र में मुसलमानों ने गौवंश को एक स्थान में रखे जाने की बजरंग दल को झूठी सूचना दी। निहत्थे बजरंग दल के कार्यकर्ता जब वहां पहुंचे तो पहले से ही हथियारबंद मुस्लिमों ने घात लगाकर उन पर हमला कर दिया जिसमें एक बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या भी कर दी गई। गौभक्त हिन्दू समाज को ऐसे षडयन्त्रों से सावधान रहने की आवश्यकता है।
गौवंश की रक्षा करने की देश में परंपरा है। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय तथा भारतीय कानून देश में गौवंश हत्या निषेध करते है। विश्व हिन्दू परिषद देश की सभी राज्य सरकारों से आग्रह करती है कि ईद-उल-जुहा पर होने वाली गौवंश की हत्याओं को रोकें अन्यथा बजरंग दल के कार्यकर्ता गौवंश की रक्षा के लिए कटिबद्ध हैं, जो लोकतांत्रिक तरीके से अपना काम करेंगे।
छत्तीसगढ़ के 100 चुनिंदा भाजपा कार्यकर्ता भोपाल रवाना....
26 Jun, 2023 05:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। मेरा बूथ-सबसे मजबूत, अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को देशभर के 3000 भाजपा कार्यकर्ताओं से बात करेंगे। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रदेश भाजपा के 100 कार्यकर्ता रविवार को भोपाल रवाना हुए। यह कार्यक्रम 27 जून को होना है। प्रधानमंत्री यहां मुख्य रूप से भाजपा के बूथ लेवल कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत करेंगे। मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में देशभर से कार्यकर्ता पहुंचेंगे। इस कार्यक्रम का 10 लाख बूथों पर सीधा प्रसारण भी किया जाएगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बताया कि इस सम्मेलन से भाजपा कार्यकर्ताओं में नए उत्साह का संचार होगा। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर से महामंत्री केदार कश्यप के साथ प्रदेश मंत्री रामू रोहरा के नेतृत्व 100 कार्यकर्ताओं को भोपाल रवाना किया गया है। साव ने विश्वास व्यक्त किया कि निश्चित रूप से ये कार्यकर्ता पूरा उत्साह लेकर वहां से लौटेंगे और पार्टी के काम में मदद करेंगे।
कार्यकर्ताओं को चुनावी बूस्टर डोज
विधानसभा और लोकसभा चुनाव के पहले इस तरह के कार्यक्रम से कार्यकर्ताओं को बूस्टर डोज मिलेगा। भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा कर कार्यकर्ताओं में नया उत्साह का संचार होगा। एक दिन पहले पहुंचने पर कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र से 10 कार्यकर्ताओं के नामों का चयन किया गया है। सभी चयनित कार्यकर्ताओं का मूल्यांकन अन्य राज्यों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया है। इनमें से प्रमुख कार्यकर्ताओं को चुनावी बूथ प्रबंधन में भी शामिल होंगे।
स्कूल के पहले दिन बच्चों से बोले सीएम बघेल- शिक्षा के साथ खेल और अनुशासन भी जरूरी....
26 Jun, 2023 05:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। आज के दौर में स्कूलों में शिक्षा का वातावरण बनाना जरूरी है। बच्चों को शिक्षा के साथ खेलकूद और अनुशासन पर भी ध्यान देना है। छात्र जीवन में ही समय की कीमत समझनी होगी। उक्त बातें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षा सत्र 2023-24 के शुभारंभ और शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर आज प्रोफेसर जेएन पांडेय शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय में कहीं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रत्येक स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है और इस मंदिर को भी हमेशा साफ सुथरा रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूलों के खुलने से राज्य में शिक्षा के प्रति फिर से रूझान बढ़ा है और वर्तमान में प्रत्येक वर्ग के लोग अपने बच्चों को इन स्कूलों में पढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं।
मुख्यमंत्री ने तिलक लगाकर व मिठाई खिलाकर छात्रों को कराया शाला प्रवेश
मुख्यमंत्री ने शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर स्कूली बच्चों को तिलक लगाकर, माला पहनाकर तथा उन्हें मिठाई खिलाकर शाला प्रवेश कराया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को गणवेश, पुस्तकें तथा स्कूल बैग का भी वितरण किया। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं, प्राचार्यों और अभिभावकों को नये शिक्षा सत्र के शुभारंभ और शाला प्रवेशोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि यही बच्चे हमारा भविष्य हैं और इन बच्चों को शिक्षा का उचित वातावरण देना हमारी जिम्मेदारी है ताकि इनका पढ़ाई में मन लगा रहे।
स्कूल के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत
मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक प्रो जेएन पांडेय शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम स्कूल के जीर्णोद्धार के लिए 5 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत करते हुए कहा कि शिक्षा के मंदिरों को सुदृढ़ और सुंदर बनाने के लिए राशि की कभी कभी भी आड़े नहीं आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के स्कूलों के जीर्णोद्धार और मरम्मत के लिए बजट में 12 सौ करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की थी। इस राशि से वर्तमान में 23 हजार स्कूलों में काम चल रहा है।
दूसरे चरण में 4318 बालवाड़ियों का शुभारंभ
शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री बालवाड़ी योजना के दूसरे चरण में वर्चुअल रूप से 4 हजार 3 सौ 18 बालवाड़ियों का शुभारंभ किया। राज्य में बालवाड़ियों के जरिए पांच से छः वर्ष के बच्चों को बुनियादी शिक्षा के प्रति जागरुक करने का प्रयास किया जाता है। बालवाड़ी में बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा प्रदान की जाती है ताकि स्कूल जाने में उन्हें कोई घबराहट का सामना न करना पड़े। बालवाड़ी योजना के पहले चरण में 5 सितंबर 2022 को 5 हजार 1 सौ 73 बालवाड़ी की शुरूआत की गयी थी।