छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं मंत्रिमंडल का चिंतन शिविर 2.0 शुरू
8 Jun, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों का दो दिवसीय चिंतन शिविर 2.0 आज आईआईएम रायपुर में प्रारंभ हो गया है। छत्तीसगढ़ शासन के सुशासन एवं अभिसरण विभाग द्वारा भारतीय प्रबंधन संस्थान, रायपुर (आईआईएम) के सहयोग से दो दिवसीय चिंतन शिविर 2.0 का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम के शुभारंभ के पश्चात आज ‘परिवर्तनकारी नेतृत्व और दूरदर्शी शासन’, संस्कृति, सुशासन और राष्ट्र निर्माण तथा सक्षमता से सततता तक: विकास के लिए सार्वजनिक वित्त पर पुनर्विचार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सत्र का आयोजित किया जा रहा है। दो दिवसीय शिविर के दौरान भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, प्रो. हिमांशु राय (डायरेक्टर आईआईएम इंदौर), डॉ. रविंद्र ढोलकिया (आईआईएम अहमदाबाद), संजीव सान्याल (प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद सदस्य), पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक उदय माहुरकर, ग्लोबल डिजिटल स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. राजेंद्र प्रताप गुप्ता जैसे ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञ विभिन्न सत्रों को संबोधित करेंगे।
गर्मी के मौसम में मूंगफली की खेती बनी किसानों के लिए लाभदायक विकल्प
8 Jun, 2025 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : जशपुर जिले के किसान अब ग्रीष्मकालीन फसलों की ओर रुख कर खेती से अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर रहे हैं और इससे उनका जीवन स्तर भी बेहतर हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दूरस्थ अंचल में निवासरत किसानों तक पहुंचाया जा रहा है।
इसी क्रम में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (तिलहन) योजना के अंतर्गत जशपुर जिले के बगीचा विकासखण्ड के ग्राम दुर्गापारा निवासी किसान गुरुनारायण को धान की पारंपरिक खेती के स्थान पर ग्रीष्मकालीन मूंगफली की फसल लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कृषि विभाग द्वारा उन्हें निःशुल्क 20 किलोग्राम मूंगफली बीज प्रदान किया गया।
किसान गुरुनारायण ने बताया कि उनके पास कुल 3.303 हेक्टेयर भूमि है, जिसमें वे पूर्व में खरीफ एवं रबी दोनों ही सीजन में धान की खेती करते थे। उन्होंने बताया कि धान की खेती में पानी की अधिक खपत होती थी और उत्पादन भी संतोषजनक नहीं मिल पाता था, जिससे लागत अधिक और मुनाफा सीमित रह जाता था।
गुरुनारायण ने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी रवि रोशन टोप्पो से संपर्क कर सलाह ली और धान के बजाय मूंगफली की खेती अपनाने का निर्णय लिया। उन्होंने 0.200 हेक्टेयर में मूंगफली की फसल लगाई। विभाग द्वारा उन्हें बीज के साथ-साथ सूक्ष्म पोषक तत्व, खाद, दवाइयां और तकनीकी मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया।
किसान ने बताया कि नियमित निगरानी और समय-समय पर प्राप्त सलाह के कारण उनकी फसल बहुत अच्छी स्थिति में है। उन्होंने यह भी कहा कि बाजार में वर्तमान मूंगफली का मूल्य अच्छा होने से इस फसल से उन्हें बेहतर आमदनी की उम्मीद है।
इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि योजनाबद्ध प्रयासों, सही मार्गदर्शन और वैज्ञानिक कृषि पद्धतियों को अपनाकर किसान गर्मी के मौसम में भी खेती से मुनाफा कमा सकते हैं और परंपरागत खेती के दायरे से बाहर निकलकर नवाचार की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने वैज्ञानिक एवं उन्नत तकनीकों को अपनाने किया प्रेरित
8 Jun, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : कृषि मंत्री रामविचार नेताम शनिवार को सरगुज़ा जिला प्रवास के दौरान विकासखण्ड उदयपुर के ग्राम उदयपुर में आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने उपस्थित कृषकों को बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को वैज्ञानिक खेती, सरकार की प्रमुख योजनाएं, उन्नत कृषि यंत्रों का उपयोग, प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कृषकों को रासायनिक खेती से होने वाले नुकसान के बारे में बताया एवं खेती में जल का उचित उपयोग करने हेतु सुझाव दिए। किसानों से खरीफ 2025 की तैयारी के संबंध चर्चा करते हुए कहा कि कृषि में वैज्ञानिक तरीकों और उन्नत तकनीकों को अपनाएं। किसी भी प्रकार की समस्या के सम्बन्ध में उपस्थित अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों से सलाह लें। कार्यक्रम में उपस्थित अम्बिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल ने भी विकसित कृषि संकल्प अभियान के फायदे बताते हुए किसानों से अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रम में शामिल होने अपील की। इस दौरान कृषि मंत्री नेताम ने किसानों को बीज वितरित किया।
इस दौरान किसानों को वैज्ञानिकों के द्वारा कृषकों के खरीफ संबधी समस्याओं का समाधान के साथ ही कृषि की आधुनिक तकनीक जैसे ड्रोन से यूरिया एवं कीटनाशक का छिड़काव, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के लाभ, उन्नत किस्मों से अधिक उत्पादन, समन्वित कृषि कार्यक्रम, उर्वरकों का समुचित मात्रा में उपयोग की जानकारी दी गई। खरीफ सीजन की विशेष तैयारी और फसल विविधीकरण के तरीके किसानों को सिखाए गए तथा उत्पादकता बढ़ाने के उपायों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया। वहीं उन्नत नस्ल के पशुपालन एवं मत्स्य पर भी प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में कृषि विभाग के उपसंचालक पी.एस. दीवान, कृषि वैज्ञानिक सूर्य प्रकाश गुप्ता सहित विभागीय अधिकारी एवं कृषक उपस्थित थे।
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने किया 'सेवा भारतीय मातृ छाया शिशु गृह' का निरीक्षण
8 Jun, 2025 08:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बिलासपुर में स्थित गैर शासकीय संस्था सेवा भारतीय मातृ छाया शिशु गृह (विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शिशु गृह में निवासरत बच्चों से आत्मीयता से मुलाकात की, उनका हालचाल जाना और संस्था द्वारा प्रदान की जा रही देखभाल सुविधाओं की जानकारी ली।
मंत्री राजवाड़े ने बच्चों के साथ समय बिताया और कहा, इन मासूम चेहरों की मुस्कान ही हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा है। ये बच्चे हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी हैं, और उनके सुरक्षित, स्वस्थ एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए राज्य सरकार पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने संस्था द्वारा बच्चों के संरक्षण, पोषण, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और पुनर्वास की दिशा में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दत्तक ग्रहण योग्य बच्चों के लिए कार्यरत ऐसी संस्थाएं समाज में सकारात्मक बदलाव की आधारशिला हैं।
सेवा भारतीय मातृ छाया शिशु गृह, एक मान्यता प्राप्त विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी है, जो परित्यक्त, अनाथ और असहाय बच्चों को आश्रय, देखभाल और सुरक्षित गोदन प्रक्रिया के माध्यम से नया परिवार प्रदान करती है। संस्था में बच्चों की उम्र के अनुसार पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं।
मंत्री राजवाड़े ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसी संस्थाओं को समय-समय पर तकनीकी और प्रशासनिक सहयोग प्रदान किया जाए ताकि बच्चों को बेहतर जीवनशैली मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि दत्तक ग्रहण प्रक्रिया को पारदर्शी, संवेदनशील और सरल बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है।
निरीक्षण के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी, बाल संरक्षण इकाई के सदस्य एवं संस्था की संचालिका सहित कई गणमान्य उपस्थित थे। सभी ने मंत्री को संस्था की कार्यप्रणाली एवं वर्तमान स्थिति से अवगत कराया।
49,000 करोड़ की बोधघाट परियोजना फिर से होगी शुरू, CM साय ने पीएम को दी जानकारी
8 Jun, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: बस्तर में वर्ष-1986 से अधर में अटकी बहुउद्देशीय बोधघाट बांध परियोजना फिर से शुरू होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ नई दिल्ली में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की चर्चा के बाद इसकी संभावना काफी बढ़ गई है। इस दौरान इंद्रावती-महानदी इंटरलिंकिंग परियोजना को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई है। दोनों परियोजनाओं से सात लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई हो सकेगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री साय ने इंटरनेट मीडिया एक्स (X) पर एक पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है कि प्रधानमंत्री को जानकारी दी है कि बस्तर संभाग लंबे समय से माओवादी हिंसा से प्रभावित रहा है, जिससे सिंचाई साधनों के विकास में पिछड़ गया है। यहां कुल बोये गए क्षेत्र 8.15 लाख हेक्टेयर में से केवल 1.36 लाख हेक्टेयर में ही सिंचाई सुविधाएं विकसित हो पाई हैं। बस्तर शांति और विकास की ओर द्रुत गति से बढ़ रहा है। ऐसे में दोनों परियोजनाएं पूरे बस्तर में कृषि विकास और रोजगार को बढ़ाने में मदद करेंगी। प्रधानमंत्री ने इसे गंभीरता से सुना और विचार करने की बात कही है।
परियोजना के महत्वपूर्ण तथ्य
दोनों परियोजनाओं की कुल लागत 49,000 करोड़ है।
बोधघाट सिंचाई परियोजना से दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले के 269 गांव लाभान्वित होंगे।
इससे खरीफ और रबी सीजन में 3,78,475 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।
कोरोना अपडेट: बिलासपुर में मिले 11 सक्रिय मरीज, सरकंडा में सबसे ज्यादा केस
8 Jun, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर। शहर में कोरोना मरीज मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को सरकंडा क्षेत्र में रहने वाली एक 45 वर्षीय महिला की कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की गई है। शहर में मौजूदा स्थिति में कोरोना के 11 सक्रिय मरीज हैं। अब स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर कोरोना को लेकर अलर्ट मोड में आ गया है। ऐसे में मरीजों के संपर्क में आने वालों को ट्रेस किया जा रहा है और उनका कोरोना सैंपल जांच के लिए लिया जा रहा है, ताकि यदि कोई मरीज मिलता है, तो उपचार की व्यवस्था कर कोरोना के मामलों को रोका जा सके।
कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि डरने की कोई भी बात नहीं है।
सभी मरीजों की स्थिति सामान्य है। कोरोना का नया वायरस खतरनाक नहीं है।
लेकिन सावधानी जरूरी हो गया है, ताकि इससे संक्रमित न हो।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने की सलाह शहरवासियों को दी है।
वही अब सभी के ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी ली जा रही है।
साथ ही मरीजों के संपर्क में आने वालों की जानकारी भी जुटाई जा है।
ताकि उनका भी कोरोना जांच हो सके। इनमें से संक्रमित मिलने वालों की इलाज की व्यवस्था की जाएगी।
86 वर्षीय बुजुर्ग को कराया गया अस्पताल में भर्ती
कोविड के नोडल अधिकारी का कहना है कि सभी मरीज की हालत सामान्य है, लेकिन एक मरीज 86 वर्ष के होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और स्थिति सामान्य है। वही आइसोलेशन में रहने वाले अन्य मरीजों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। उन्हें कहा गया है कि यदि उन्हें लगता है कि तबीयत में सुधार नहीं हो रहा है, तो वे स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सकते हैं। चिकित्सा टीम उनका इलाज करेंगे।
ट्रेवल हिस्ट्री वालों में लक्षण मिले तो कराए जांच
नोडल अधिकारी प्रभात श्रीवास्तव का कहना है कि ज्यादातर मरीज की ट्रेवल हिस्ट्री निकली है। साफ है कि दूसरे प्रदेश से भ्रमण कर आने वालों के कोरोना से संक्रमित होने की आशंका है। ऐसे में ट्रेवल हिस्ट्री वालों में सर्दी, बुखार और कोरोना वायरस के अन्य लक्षण मिलते हैं, तो वे तत्काल अपना टेस्ट कराएं, ताकि संक्रमित होने पर उपचार किया जा सके और बढ़ते मामलों को रोका जा सके।
कोविड प्रोटोकाल का करें पालन
भीड़ वाली जगहों में जाने से बचें।
हाथ को धोते रहें या फिर सैनिटाइज करते रहें।
सामाजिक दूरी का पालन करें।
लक्षण आने पर तत्काल कोरोना जांच कराएं।
मास्क का उपयोग करें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं
सिम्स के एमएस लखन सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस से डरने की अवश्यकता नहीं है।
यह सिर्फ कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों को ही संक्रमित कर सकता है।
ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना अच्छा होगा।
जिसकी अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता होगी, उनेके संक्रमित होने की आशंका कम रहेगी।
मरवाही में इंसानी बस्ती तक पहुंचा भालू, महिला गंभीर रूप से घायल
8 Jun, 2025 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मरवाही वन मंडल में आज एक भालू ने घर के सामने खड़ी महिला पर अचानक हमला कर दिया। भालू के हमले से महिला बुरी तरह से घायल हो गई। महिला और आसपास के लोगो के द्वारा शोर मचाने के बाद भालू वहां से भाग निकला। महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल महिला खतरे से बाहर बताई जा रही है।
मामला मरवाही वन मंडल के बरवासन गांव का है जहां पर गांव की रहने वाली परवतिया बाई अपने घर के बाहर खड़ी थी, तभी अचानक वहां भालू आ धमका। इससे पहले की महिला कुछ समझ पाती। भालू ने महिला पर हमला कर दिया। भालू के अचानक हुए हमले से महिला हड़बड़ा गई और चीखने लगी। भालू के हमले से महिला घायल हो गई। महिला और आसपास के लोगों के द्वारा शोर मचाने के बाद भालू वहां से भाग गया। इसके बाद ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस एवं वन विभाग को घटना की सूचना दी और महिला को आनन-फानन में जिला अस्पताल लेकर आया गया। फिलहाल महिला का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
नशे में धुत कार चालक ने रौंदी चार जिंदगियां, एक की मौत, तीन गंभीर
8 Jun, 2025 12:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर में नशे में धुत कार चालक ने चार लोगों को रौंद दिया। हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई है और तीन लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपी कार चालक को तोरवा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कार से बीयर और शराब की बोतल बरामद कर कार को पुलिस ने जब्त कर लिया है।
दरअसल, तोरवा थाना क्षेत्र के ढेका लालखदान के पास एक तेज रफ्तार कार ने सड़क पर चल रहे लोगों को अपनी चपेट मे ले लिया। जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकी अन्य घायल हो गए। जिसे अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। चालक प्रणय जुनेजा ने शराब का सेवन किया हुआ था और अपने कार को तेज रफ्तार से दौड़ाया और चार लोगों की टक्कर मार दी। जिससे एक शख्स की मौके पर ही मौत हो गई और तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
वही सीएसपी अक्षय साबद्रा ने हादसे के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चालक ने शराब का सेवन किया हुआ था। उसने गाड़ी से चार लोगों को टक्कर मार दी। एक की मौत हो गई और तीन गंभीर हालत में भर्ती कराया गया है। चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बसव राजू की मौत से कमजोर पड़ा माओवादी नेटवर्क, 1400 से अधिक नक्सलियों ने किया सरेंडर
8 Jun, 2025 11:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जगदलपुर। बस्तर के घने जंगलों में दशकों से बारूद के दम पर खड़ी माओवादी हिंसा अब अंत के कगार पर है। माओवादियों के केंद्रीय सैन्य प्रमुख बसव राजू की मौत ने पूरे संगठन की रीढ़ को तोड़ दिया है। नंबाला केशव राव उर्फ बसव राजू माओवादियों का प्रमुख रणनीतिकार भी था।
उसकी मौत के बाद संगठन दो फाड़ दिख रहा है। समर्पण करने वाले माओवादियों से सुरक्षा बलों को मिले इनपुट के अनुसार बसव राजू के मारे जाने के बाद अगला प्रमुख बनने की दौड़ में शामिल शीर्ष माओवादी भूपति व देवजी के बीच भ्रम की स्थिति बनी हुई है कि वे इस लड़ाई को आगे जारी रखें या नहीं।
क्षेत्रीय ब्यूरो (सीआरबी) प्रमुख भूपति उर्फ अभय की ओर से बार-बार शांति वार्ता के लिए वातावरण बनाने की बात की जा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि वह समर्पण की तैयारी में है और तेलंगाना व महाराष्ट्र पुलिस के संपर्क में है। दूसरी ओर केंद्रीय मिलिट्री कमीशन (सीएमसी) प्रमुख देवजी अभी लड़ाई को जारी रखने के पक्ष में बताया जा रहा है।
बस्तर आइजीपी सुंदरराज पी. ने भी दावा किया है कि कई शीर्ष माओवादी समर्पण के लिए पुलिस के संपर्क में हैं। अप्रैल से जून 2025 के बीच 12 बड़ी मुठभेड़ों में से नौ में अग्रिम खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई की गई। बसव राजू की मौत के बाद माओवादियों ने पत्र जारी कर स्वीकारा किया कि उसकी सुरक्षा में तैनात कंपनी नंबर सात के दो माओवादियों ने उसकी उपस्थिति की जानकारी पुलिस तक पहुंचाई थी।
पिछले दिनों शीर्ष माओवादी सुधाकर और भास्कर को भी स्पष्ट सूचना के आधार पर ही ढेर किया गया। पिछले 16 माह में 1400 से अधिक माओवादियों के समर्पण से भी स्पष्ट है कि अब कैडरों का भरोसा माओवादी संगठन से टूटा है।
20 साल बाद बाहर आई हिड़मा की तस्वीर
माओवादी संगठन में केंद्रीय समिति सदस्य कुख्यात माओवादी हिड़मा की 20 वर्ष बाद नई तस्वीर सुरक्षा एजेंसियों को मिली है। पांच लेयर सुरक्षा में रहने वाले हिड़मा की तस्वीर बाहर आने से स्पष्ट हैं कि उसकी सुरक्षा में भी सेंध लग चुकी है।
बीजापुर में पांच और माओवादियों के शव मिले
बीजापुर के इंद्रावती टाइगर रिजर्व क्षेत्र में तीन दिनों से जारी मुठभेड़ में सात माओवादी ढेर हुए हैं। इनमें 40 लाख का इनामी सुधाकर, 45 लाख का इनामी भास्कर शामिल है। शनिवार को पांच और माओवादियों के शव मिले। इनमें दो महिला और तीन पुरुष हैं। उनकी पहचान की जा रही है। बता दें कि पिछले 16 महीनों में सुरक्षा बलों ने 409 माओवादियों के शव बरामद किए हैं।
माओवादी विरोधी अभियान में शामिल जवानों से मिलेंगे शाह
गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को दिल्ली में छत्तीसगढ़ में माओवादी विरोधी अभियान में शामिल पुलिस अधिकारियों से मिले। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों का सम्मान किया और कहा कि अभियान को बहादुरी से सफल बनाने वाले जवानों से मिलने के लिए उत्सुक हूं और जल्द ही छत्तीसगढ़ आकर उनसे भेंट करूंगा। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, गृहमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे।
जबलपुर-रायपुर के बीच नई इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन शुरू, यात्रा में 2 घंटे की बचत
8 Jun, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी! जबलपुर स्थित मदन महल स्टेशन से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बीच एक नई इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन रोजाना संचालित की जाएगी। रेलवे ने इस संबंध में आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, जिससे दोनों शहरों के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
बता दें कि यह नई इंटरसिटी ट्रेन मदन महल से सुबह 6:10 बजे रवाना होगी और बालाघाट व गोंदिया होते हुए दोपहर 1:50 बजे रायपुर स्टेशन पहुंचेगी। वापसी में यह ट्रेन रायपुर से दोपहर 2:45 बजे चलकर रात 10:30 बजे मदन महल पहुंचेगी। इस इंटरसिटी एक्सप्रेस से मदन महल और रायपुर के बीच का सफर महज 6 घंटे 40 मिनट में पूरा होगा।
वर्तमान में, रायपुर से जबलपुर के बीच केवल अमरकंटक एक्सप्रेस संचालित होती है, जिसे यह दूरी तय करने में लगभग 9 घंटे लगते हैं। एक ही ट्रेन होने के कारण अमरकंटक एक्सप्रेस में अक्सर लंबी वेटिंग लिस्ट रहती है, जिससे यात्रियों को कंफर्म सीट मिलने में परेशानी होती है। नई इंटरसिटी के शुरू होने से यात्रियों को कंफर्म बर्थ मिलने में सुविधा होगी और उनके यात्रा समय में 2 घंटे 20 मिनट की बचत होगी।
इंटरसिटी में होंगे 15 कोच
नई मदन महल-रायपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस में यात्रियों की सुविधा के लिए एक वातानुकूलित कुर्सी यान, 4 आरक्षित द्वितीय श्रेणी यान, 8 द्वितीय साधारण जनरल कोच, 1 एसएलआर, और 1 जनरेटर कोच सहित कुल 15 एलएचबी कोच होंगे।
यात्रियों को मिलेगी राहत
फिलहाल, अमरकंटक एक्सप्रेस में टिकटों की भारी मारामारी देखी जा रही है। 16 जून तक स्लीपर क्लास में और 14 जून तक एसी थ्री टायर में औसतन 50 के करीब वेटिंग चल रही है। जबलपुर से रायपुर आने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में 16 जून तक और एसी थ्री टायर में 15 जून तक वेटिंग है। नई इंटरसिटी ट्रेन के चलने से यह दबाव कम होने और यात्रियों को आसानी से टिकट मिल पाने की उम्मीद है।
गर्मी से बेहाल रायपुर, मानसून की एंट्री में हो रही देरी
8 Jun, 2025 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: रायपुर में फिलहाल गर्मी से राहत मिलने के आसार कम दिखाई दे रहे हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, राजधानी रायपुर में आने वाले कुछ दिनों तक गर्मी लगातार बढ़ेगी, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम मानसून फिलहाल दंतेवाड़ा में अटका हुआ है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दंतेवाड़ा में मानसून 11 जून तक रुका रहेगा।
इसके पीछे मुख्य कारण 59 डिग्री पूर्व और 27 डिग्री उत्तर में स्थित एक पश्चिम विक्षोभ है, जिसके प्रभाव से हवा की दिशा में बदलाव आ गया है। इस बदलाव के कारण मानसूनी हवा की गति प्रभावित हुई है और वे आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। हालांकि, 11 जून के बाद बंगाल की खाड़ी में एक नया मानसूनी सिस्टम बनने की संभावना है। इस सिस्टम के बनने से अटके हुए मानसून को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी, जिससे छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में बारिश की शुरुआत हो सकती है।
तापमान और बढ़ने की आशंका
वर्तमान स्थिति की बात करें तो, बीते सोमवार को रायपुर में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से अधिक था। आने वाले दिनों में यह तापमान और बढ़ने की आशंका है, जब तक कि बंगाल की खाड़ी में बनने वाला नया मानसूनी सिस्टम सक्रिय होकर बारिश की शुरुआत नहीं कर देता।
देर तक रहेगा मानसून
इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून ने सामान्य तारीख से पहले केरल में दस्तक दे दी है। अमूमन एक जून को केरल पहुंचने वाला मानसून, इस बार आठ दिन पहले यानी 24 मई को ही वहां पहुंच गया। अगर मानसून अपने सामान्य वापसी की तारीख 15 अक्टूबर पर ही लौटता है, तो इस साल मानसून की कुल अवधि 145 दिन होगी।
सरकारी नौकरी का मौका! आबकारी आरक्षक भर्ती के लिए आवेदन शुरू, 27 जून तक भरें फॉर्म
7 Jun, 2025 10:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नौकरी का इंतजार कर रहे छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद अब आबकारी आरक्षक के खाली पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी हो गया है। इसी के साथ ही आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। ऐसे में इच्छुक अभ्यार्थी खाली पदों के लिए आवेदन कर सकते है।
यह आवेदन जमा करने की तारीख
छत्तीसगढ़ व्यापमं की ओर से आबकारी आरक्षक के रिक्त पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अभ्यर्थी 27 जून शाम 5 बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसमें आबकारी आरक्षक के 200 पदों की भर्ती की जाएगी। त्रुटि सुधार 28 जून से 30 जून तक किया जा सकेगा। परीक्षा 27 जुलाई रविवार को आयोजित की जाएगी। आवदकों को छत्तीसगढ़ का स्थानीय निवासी होना अनिवार्य है। इसमें 12वीं पास अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं।
आरक्षकों के 200 और उप निरीक्षक के 90 पदों पर होगी भर्ती
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेजेस कार्पोरेशन लिमिटेड के नवनियुक्त अध्यक्ष के पदभार ग्रहण समारोह में भर्ती प्रक्रिया की जानकारी दी। बताया कि आबकारी आरक्षक के 200 और उप निरीक्षक के 90 पदों पर भर्ती होगी। हालांकि अभी आरक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं। फिलहाल इच्छुक अभ्यार्थी व्यापमं की वेब साइट में जाकर चेक कर सकते हैं।
सीएम ने कही ये बात
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि शराब घोटाले में पूर्व मंत्री अंदर हैं। 2000 करोड़ का घोटाला हुआ है, इससे शर्म की बात और क्या हो सकती है। कांग्रेस सरकार में नकली होलोग्राम और नकली शराब की बिक्री हुई। हमारी सरकार में ऐसा बिल्कुल भी नहीं होगा। नए अध्यक्ष के पदभार के बाद विश्वास है कि राजस्व की बढ़ोतरी होगी।
सिंचाई, बिजली और रोजगार: CM साय ने PM मोदी से की बोधघाट-इंद्रावती-महानदी इंटरलिंकिंग पर बात
7 Jun, 2025 09:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बहुउद्देशीय बोधघाट बांध परियोजना और इंद्रावती-महानदी इंटरलिंकिंग परियोजना के राष्ट्रीय परियोजना के रूप में निर्माण के संबंध में विस्तार से चर्चा की है। उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग लंबे समय से नक्सल प्रभावित रहा है, इसी वजह से संभाग सिंचाई साधनों के विकास में पिछड़ गया है।
बांध परियोजना निर्णायक परियोजना साबित होगी…
संभाग में सिंचाई साधनों की समस्या को दूर करने और चहुमुखी विकास को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार बहुउद्देशीय बोधघाट बांध परियोजना और इंद्रावती-महानदी लिंक परियोजना पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि बस्तर क्षेत्र के चहुमुखी विकास के लिए बोधघाट बहुउद्देशीय बांध परियोजना निर्णायक परियोजना साबित होगी।
यह परियोजना, लंबे समय से इन्द्रावती नदी पर प्रस्तावित है। इंद्रावती, गोदावरी नदी की बड़ी सहायक नदी है। गोदावरी जल विवाद अभिकरण के वर्ष 1980 के अवॉर्ड में भी अन्य योजनाओं के साथ इस परियोजना का उल्लेख है। इस अवॉर्ड में उल्लेखित अन्य परियोजनाओं का क्रियान्वयन दूसरे राज्यों द्वारा किया जा चुका है परंतु दूरस्थ अंचल में होने एवं नक्सल समस्या के कारण इस परियोजना को प्रारंभ नहीं किया जा सका।
बस्तर के विकास की रफ्तार होगी डबल
बहुउद्देशीय बोधघाट बांध परियोजना से संभाग में सिंचाई साधनों का दायरा बढ़ने के साथ ही बस्तर के विकास को डबल रफ्तार मिलेगी। इस परियोजना से 125 मेगावाट का विद्युत् उत्पादन, 4824 टन वार्षिक मत्स्य उत्पादन जैसे अतिरिक्त रोजगार, खरीफ एवं रबी मिलाकर 3,78,475 हेक्टेयर में सिंचाई विस्तार एवं 49 मि.घ.मी पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगा।
वही इंद्रावती- महानदी इंटरलिंकिंग परियोजना से कांकेर जिले की भी 50,000 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सहित कुल 3,00,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। बस्तर को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में दोनों परियोजना एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
क्या है बहुउद्देशीय बोधघाट बांध परियोजना ?
बहुउद्देशीय बोधघाट बांध परियोजना, गोदावरी नदी की बड़ी सहायक इन्द्रावती नदी पर प्रस्तावित है। राज्य में इन्द्रावती नदी कुल 264 कि. मी. में प्रवाहित होती है। यह परियोजना दंतेवाड़ा जिले के विकासखंड एवं तहसील गीदम के ग्राम बारसूर से लगभग 8 कि.मी. एवं जगदलपुर शहर से लगभग 100 कि. मी. दूरी पर प्रस्तावित है।
परियोजना की विशेषताएं
दोनों परियोजनाओं की अनुमानित लागत 49000 करोड़ रूपए है। जिसमें इंद्रावती-महानदी लिंक परियोजना की लागत लगभग 20 हजार करोड़ रूपए एवं बहुउद्देशीय बोधघाट बांध परियोजना में लगभग 29 हजार करोड़ रुपए की लागत संभावित है। जिसमें हाइड्रोपावर इलेक्ट्रोमैकेनिकल कार्य, सिविल कार्य (सिंचाई) भी शामिल हैं। इस परियोजना में उपयोगी जल भराव क्षमता 2009 मि.घ.मी, कुल जल भराव क्षमता 2727 मि.घ.मी, पूर्ण जल भराव स्तर पर सतह का क्षेत्रफल 10440 हेक्टेयर सम्भावित है।
इन जिलों का होगा लाभ
बहुउद्देशीय बोधघाट बांध परियोजना से दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा जिले के 269 गांवों को बड़ा लाभ होगा। जबकि इंद्रावती-महानदी इंटरलिंकिंग परियोजना से कांकेर जिले के अनेकों गांवों में सिंचाई सुविधा का विस्तार हो सकेगा। बस्तर संभाग को विकसित, आत्मनिर्भर और सक्षम बनाने की दिशा में दोनों परियोजना एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
अमित शाह ने नक्सल ऑपरेशंस के अधिकारियों से मिलकर बढ़ाया मनोबल, कही 'ये' बड़ी बात!
7 Jun, 2025 09:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में नक्सलवाद के खिलाफ चलाए गए अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारियों से मुलाकात की। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी इस दौरान मौजूद रहे।
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा की हाल ही में नक्सलवाद के विरुद्ध चलाए गए अभियानों में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारियों से भेंट कर इन अभियानों की ऐतिहासिक सफलता पर उन्हें बधाई दी। इन अभियानों को अपनी बहादुरी से सफल बनाने वाले जवानों से भी मिलने के लिए उत्सुक हूँ और जल्द ही छत्तीसगढ़ आकर उनसे भेंट करूँगा। मोदी सरकार नक्सलवाद के दंश से भारत को मुक्त करने के लिए संकल्पित है।
बैंक खाते किराए पर देकर कमीशन कमाता था, 2.5 करोड़ की ठगी में संलिप्त गिरफ्तार
7 Jun, 2025 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कवर्धा, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में एक बड़े साइबर ठगी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में पुलिस ने 2.5 करोड़ रुपये से अधिक की ऑनलाइन ठगी में संलिप्त एक आरोपी नामदेव साहू को गिरफ्तार किया है। नामदेव साहू, जो हाथीडोम गांव का निवासी है, इस गिरोह के लिए अपने बैंक खातों को किराए पर देता था और इसके बदले में उसे ठगों से 10 फीसदी का कमीशन मिलता था।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि नामदेव साहू आईसीआईसीआई बैंक में एक करेंट अकाउंट चला रहा था, जिसमें अभी भी 70 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उस खाते को तुरंत होल्ड करा दिया है, ताकि आरोपी या उसके साथी उस रकम को निकाल न सकें।
कैसे काम करता था यह गिरोह?
यह गिरोह कथित तौर पर "कृषि केंद्र" की आड़ में देशभर में ऑनलाइन ठगी को अंजाम देता था। नामदेव साहू जैसे लोग, जिन्हें "म्यूल अकाउंट होल्डर" कहा जाता है, अपने बैंक खातों को किराए पर देकर इस ठगी में मदद करते थे। ठग विभिन्न तरीकों से लोगों को ठगते थे और ठगी गई राशि को इन किराए के खातों में जमा करवाते थे। नामदेव साहू को इस काम के लिए 10% कमीशन मिलता था।
देशभर में 56 मुकदमे दर्ज
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी नामदेव साहू के खिलाफ देशभर के 16 राज्यों में कुल 56 साइबर ठगी के मुकदमे दर्ज हैं। यह दिखाता है कि इस गिरोह का नेटवर्क कितना फैला हुआ था।
मास्टरमाइंड अभी भी फरार
पुलिस ने बताया है कि इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड सत्या दुबे अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है और इस मामले में आगे की जांच जारी है। यह गिरफ्तारी साइबर अपराधों के खिलाफ पुलिस की बड़ी सफलता मानी जा रही है, जो ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को सतर्क रहने का भी संदेश देती है।