व्यापार
एक साल से लगातार गिरावट झेल रहा यह बैंकिंग स्टॉक, आज फिर 15% की बड़ी गिरावट
25 Oct, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज बैंकिंग सेक्टर के शेयर उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार कर रहे हैं। वहीं प्राइवेट बैंक में से एक बैंक के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली है। पिछले एक साल से इस बैंक के शेयर ने नेगेटिव रिटर्न दिया है। बीते दिन इंडसइंड बैंक (Indusind Bank) ने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किये थे। इस नतीजे में बैंक ने बताया कि उनको इस तिमाही भी घाटे का सामना करना पड़ा। इसके बाद आज बैंक के शेयर में भारी गिरावट आई।
इंडसइंड बैंक का कैसा है वित्तीय प्रदर्शन
इंडसइंड बैंक ने बताया कि जुलाई से सितंबर तिमाही में बैंक के नेट प्रॉफिट में 40 फीसदी की गिरावट आई। अब बैंक का मुनाफा घटकर 1,331 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं, पिछले साल की समान तिमाही में बैंक ने बताया था कि उसे 2181 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है।
इसके अलावा बैंक ने बताया कि उसका नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 5 फीसदी बढ़कर 5,347 करोड़ रुपये हो गया है। इसी के साथ नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) भी 4.08 फीसदी हो गई। साल-दर-साल के अनुसार बैंक के ऊपर कर्ज में वृद्धि देखने को मिली है। अब बैंक के कर्ज में साल-दर-साल के हिसाब से 13 फीसदी की वृद्धि हुई है। वहीं चालू कारोबारी साल की दूसरी तिमाही में बैंक के पास डिपॉजिट राशि 15 फीसदी बढ़कर 4.12 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
बैंक द्वारा जारी तिमाही नतीजे में यह संकेत मिला है कि बैंक एक मजबूत पूंजी की स्थिति में है। दरअसल, बैंक ने मजबूत पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CRAR) बनाया रखा है। बैंक को टियर 1 कैपिटल का 15.21 फीसदी सपोर्ट है।
इंडसइंड बैंक शेयर का हाल
इंडसइंड बैंक के शेयर की बात करें तो पिछले एक साल में बैंक के शेयर ने नेगेटिव रिटर्न दिया है। आज भी बैंक के शेयर में 15 फीसदी की भारी गिरावट देखने को मिली है। करीब 9.50 बजे बैंक के शेयर 14.72 फीसदी या 188.45 रुपये गिरकर 1,091.60 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है।
अगर शेयर की परफॉर्मेंस की बात करें तो पिछले एक साल में बैंक के शेयर 22.73 फीसदी गिरे हैं। वहीं बीते छह महीने में इंडसइंड बैंक के शेयर ने 26.56 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की वेबसाइट के अनुसार इंडसइंड बैंक का मार्केट कैपिटलाइजेशन (INDUSIND BANK M-Cap) 84,976.46 करोड़ रुपये हैं।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
25 Oct, 2024 11:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेट्रोल-डीजल के दाम रोज सुबह 6 बजे अपडेट होते हैं। इनकी कीमतों में पिछले कुछ महीनों से कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसके बावजूद गाड़ीचालक को हमेशा लेटेस्ट रेट चेक करने के बाद ही टंकी फुल करवाना चाहिए।
दरअसल, देश के सभी शहरों में इनके दाम अलग होते हैं। ऐसे में अगर गाड़ीचालक एक शहर से दूसरे शहर जाता है तो उसे मालूम होना चाहिए कि किस शहर में फ्यूल प्राइस कम है। जैसे कि नोएडा और गुरुग्राम की तुलना में पेट्रोल-डीजल के दाम दिल्ली में कम है।
मेट्रोसिटी में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
बाकी शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
कैसे चेक करें लेटेस्ट रेट
गाड़ीचालक ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ऑफिशियल वेबसाइट और ऐप्स से लेटेस्ट रेट चेक कर सकते हैं। इसके अलावा वह मैसेज के जरिये भी लेटेस्ट रेट जान सकते हैं। मैसेज के जरिये लेटेस्ट रेट चेक करने के लिए उन्हें पेट्रोल पंप का डीलर कोड लिखकर 92249 92249 नंबर पर मैसेज करना होगा। अगर आपको पेट्रोल पंप के डीलर कोड नहीं पता है तो आप इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं।
मोदी सरकार का बड़ा कदम: कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स समाप्त करने की तैयारी!
24 Oct, 2024 06:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्र सरकार घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर लगने वाले अप्रत्याशित लाभ टैक्स को खत्म करने पर विचार कर रही। जिसको लेकर बातें तेज हो गई है। इस मामले में प्रधानमंत्री के सलाहकार तरुण कपूर ने बुधवार को कहा कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें 2022 के मुकाबले तेजी से घटी हैं। इसलिए अब कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर लगाने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय इस पर विचार करेगा। देश में अप्रत्याशित लाभ कर पहली बार जुलाई 2022 में लगाया गया था। उस समय दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतें आसमान छू रही थीं।
2022 में पहली बार लगाया था कर
तरुण कपूर ने कहा कि मुझे लगता है कि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अप्रत्याशित लाभ कर को समाप्त करने के लिए पहले ही वित्त मंत्रालय को पत्र लिख दिया है। अब फैसला वित्त मंत्रालय को लेना है। बता दें कि बुधवार को वैश्विक बाजार में ब्रेंट क्रूड 1.5 फीसदी सस्ता होकर 74.90 डॉलर प्रति बैरल रहा।
क्यों लगाया गया था टैक्स?
बात अगर इस टैक्स के लागू करने के कारण की करें तो केंद्र सरकार ने 1 जुलाई, 2022 को वैश्विक कीमतों में वृद्धि के जवाब में देश में उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स लागू किया। इस कदम का लक्ष्य तेल रिफाइनरियों के अत्यधिक मुनाफे को नियंत्रित करना था जो घरेलू आपूर्ति की कीमत पर ईंधन का निर्यात कर रहे थे।
Waree Energies IPO: आज होंगे शेयर अलॉट, जानें कहां और कैसे चेक करें अपना स्टेटस
24 Oct, 2024 04:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बीच आईपीओ का सिलसिला जारी है। बाजार के निवेशकों का फोकस Waaree Energies IPO की लिस्टिंग पर बनी हुई है। बता दें कि आज निवेशकों को आईपीओ अलॉट होगा। अगर आपने भी आईपीओ में निवेश किया है तो आपको अलॉटमेंट का स्टेटस चेक कर लेना चाहिए।
आप कैसे आईपीओ अलॉटमेंट का स्टेटस चेक कर सकते हैं। इसके अलावा इस आईपीओ कितने प्रीमियम के साथ लिस्ट होने की उम्मीद है।
कैसे चेक करें अलॉटमेंट स्टेटस
अगर आपने भी वारे एनर्जीस के आईपीओ में निवेश किया है तो आपको एक बार अलॉटमेंट स्टेटस चेक कर लेना चाहिए। अलॉटमेंट स्टेटस चेक करके आप जान सकते हैं कि आपको शेयर अलॉट हुआ है या नहीं।
बीएसई की वेबसाइट से चेक करें स्टेटस
सबसे पहले इस लिंक https://www.bseindia.com/investors/appli_check.aspx पर क्लिक करें।
इसके बाद इश्यू टाइप में इक्विटी पर क्लिक करें।
अब इश्यू नाम में Waaree Energies Limited को सेलेक्ट करें।
अब एप्लीकेशन नंबर या फिर पैन नंबर दर्ज करें।
इसके बाद 'I am not a Robot' पर क्लिक करके सर्च बटन को सेलेक्ट करें।
अब स्क्रीन पर आपको अलॉटमेंट स्टेटस शो हो जाएगा।
इसके अलावा आप लिंक इनटाइम इंडिया (https://linkintime.co.in/MIPO/Ipoallotment.html) पर भी जाकर अलॉटमेंट स्टेटस चेक कर सकते हैं।
Waaree Energies IPO के बारे में
Waaree Energies IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 21 से 23 अक्टूबर 2024 तक खुला था। इन तीन दिनों में आईपीओ कुल 76.34 टाइम्स सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ में सबसे ज्यादा दिलचस्पी संस्थागत निवेशकों (QIP) ने दिखाई है। बता दें कि इस आईपीओ का लॉट-साइज 9 शेयर है। वहीं आईपीओ का प्राइस बैंड 1,427 रुपये से 1,503 रुपये प्रति शेयर था। कंपनी ने इस आईपीओ 3,600 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू जारी किया था। इसके अलावा 48 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत जारी हुए थे।
क्या कहता है ग्रे मार्केट
ग्रे मार्केट के अनुसार वारे एनर्जी की लिस्टिंग प्रीमियम के साथ होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी के शेयर 1,550 रुपये से 1,570 रुपये प्रति शेयर के साथ लिस्ट होंगे। इसका मतलब है कि कंपनी के शेयर 105 फीसदी रिटर्न के साथ लिस्ट होंगे।
Piramal Pharma के Q2 नतीजे आए, स्टॉक में मची लूट, शेयर पहुंचा ऑल-टाइम हाई
24 Oct, 2024 03:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कंपनियों द्वारा तिमाही नतीजों का सिलसिला जारी है। आज बाजार खुलने के बाद फार्मा सेक्टर की कंपनी पीरामल फार्मा (Piramal Pharma) ने जुलाई से सितंबर तिमाही के नतीजे (Piramal Pharma Q2 Result) जारी किये थे। कंपनी द्वारा जारी नतीजों के बाद इनके शेयर में तूफानी तेजी देखने को मिली।
पीरामल फार्मा के तिमाही नतीजे (Piramal Pharma Q2 Result)
Piramal Pharma ने मंगलवार को बताया कि सितंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 23 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 5 करोड़ रुपये था। अगर कंपनी के रेवेन्यू की बात करें तो ही दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 2,242 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,911 करोड़ रुपये था।
इसके आगे उन्होंने कहा कि इस विकास गति को बनाए रखने के लिए कंपनी ने लेक्सिंगटन सुविधा में 80 मिलियन अमेरिकी डॉलर की विस्तार योजना की घोषणा की है, जिसके वित्त वर्ष 2027 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
पीरामल फार्मा के शेयरों का हाल (Piramal Pharma Share)
दूसरी तिमाही के नतीजे जारी होने के बाद आज कंपनी के शेयर तूफानी तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। करीब 12.04 बजे कंपनी के शेयर 14.44 फीसदी या 31.30 रुपये चढ़कर 248.00 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। अगर शेयर की परफॉर्मेंस की बात करें तो पिछले एक साल में इसने मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। जी हां, पिछले एक साल में पीरामल फार्मा के शेयर 170.81 फीसदी चढ़ें हैं। वहीं, बीते छह महीने में कंपनी के स्टॉक ने 78.13 फीसदी का रिटर्न दिया है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की वेबसाइट के अनुसार पीरामल फार्मा का एम-कैप (Piramal Pharma M-Cap) 33,024.39 करोड़ रुपये है।
24 कैरेट की नहीं होती ज्वैलरी: शुद्ध सोने में निवेश के लिए बेहतरीन विकल्प
24 Oct, 2024 03:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत में गोल्ड की बहुत महत्वपूर्णता है। त्योहार हो या फिर शादी में सोना शुभ माना जाता है। गोल्ड जहां एक तरफ शुभ का प्रतीक है तो दूसरी तरफ यह निवेश के लिए काफी अच्छा ऑप्शन होता है। इस साल सोने की कीमतों में शानदार उछाल देखने को मिला। वहीं, चल रहे त्योहारी सीजन में गोल्ड की डिमांड बढ़ जाने से इनकी कीमतों में भी शानदार तेजी देखने को मिली है।
जब भी हम कोई गोल्ड की ज्वैलरी खरीदने जाते हैं तो सुनार हमसे पूछता है कि हमें कौन-से कैरेट में गोल्ड चाहिए। वैसे तो गोल्ड 6 तरह के कैरेट में बेचा जाता है। हर कैरेट बताता है कि सोना कितनी फीसदी शुद्ध है। सबसे ज्यादा प्योर गोल्ड 24 कैरेट का माना जाता है। जी हां, 24 कैरेट गोल्ड 99.9 फीसदी शुद्ध होता है। अब अगर आप सुनार को बोलेंगे की 24 कैरेट गोल्ड की ज्वैलरी बना दें तो वह मना कर देगा। दरअसल, 24 कैरेट गोल्ड की ज्वैलरी नहीं बनती है। ऐसे में मन में सवाल आता है कि आखिर 24 कैरेट गोल्ड की ज्वैलरी क्यों नहीं बनती है? इसक अलावा 24 कैरेट गोल्ड का हम क्या खरीद सकते हैं। हम आपको नीचे इन सवालों का जवाब देंगे।
24 कैरेट की क्यों नहीं बनती ज्वैलरी
24 कैरेट गोल्ड को सबसे शुद्ध माना जाता है। वहीं, 22 कैरेट, 18 कैरेट गोल्ड में मिलावट होती है। गोल्ड काफी लचीला होता है। ऐसे में ज्वैलरी बनाने के लिए इसमें दूसरे धातु को मिलाया जाता है। अगर सोने में दूसरी धातु न मिलाई जाए तो यह इतना मुलायम हो जाता है कि इसमें हाथ से ही तोड़ा जा सकता है। इस वजह से अधितकर सुनार ज्वैलरी बनाने के लिए 22 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल करते हैं।
24 कैरेट गोल्ड का क्या खरीद सकते हैं?
अब ऐसे में सवाल आता है कि अगर किसी व्यक्ति को 24 कैरेट गोल्ड खरीदना है तो वह इसे किस रूप में खरीद सकता है। इसका जवाब है ईंट। जी हां, आप 24 कैरेट के सोने के ईंट खरीदे जा सकते हैं। वहीं, ज्वैलरी खरीदने के लिए आपको 22 कैरेट, 18 कैरेट में से कोई एक सेलेक्ट करना चाहिए।
कठोर ज्वैलरी के लिए कितना कैरेट सोना सही
गोल्ड की ज्वैलरी पसंद करने वाले चाहते हैं कि वह जो गोल्ड ज्वैलरी पहन रहे हैं वह सख्त यानी कठोर है। ऐसे में सवाल आता है कि इसके लिए कितने कैरेट का गोल्ड सही रहेगा? जैसे की हमने ऊपर बताया कि गोल्ड काफी मुलायम धातु है। इसे सख्त करने के लिए इसमें कई धातु मिलाई जाती है। अब गोल्ड में दूसरी धातु की जितनी ज्यादा मिलावट होती उतनी ज्यादा ही यह कठोर होगी।
फेस्टिव सीजन में Air India Express की धमाकेदार ऑफर, सिर्फ 1606 रुपये में टिकट बुक करें
24 Oct, 2024 03:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फेस्टिव सीजन में लोग अपने घर या फिर किसी खास डेस्टीनेशन पर फेस्टिवल को सेलिब्रेट करने की इच्छा रखते हैं। वैसे तो वह पहले से ही इसके लिए फ्लाइट या ट्रेन की टिकट बुक करते हैं पर, लेकिन त्योहारी सीजन में इनकी डिमांड ज्यादा होने के कारण इनके किराए भी महंगे होते हैं।
अगर आप भी इस दीवाली या फिर उसके बाद कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) ने अपने ग्राहकों के लिए सेल ऑफर शुरू किया है। इस ऑफर के तहत अब पैसेंजर मात्र 1606 रुपये में फ्लाइट की टिकट बुक कर सकते हैं। आइए, इस सेल ऑफर के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Air India Express ने शुरू किया 'Flash Sale'
एयर इंडिया एक्सप्रेस की 'Flash Sale' लिमिटेड टाइम के लिए है। इस सेल के तहत आप गुवाहाटी-अगरतला, कोच्चि-बेंगलुरु, चेन्नई-बेंगलुरु और विजयवाड़ा-हैदराबाद जैसे कई रूट की यात्रा कर सकते हैं। इस सेल के तहत फ्लाइट बुकिंग 27 अक्टूबर 2024 तक ही होगी। हालांकि, आप इस सेल का लाभ उठाकर 1 नवंबर से 10 दिसंबर 2024 तक की तारीख में से किसी भी दिन की फ्लाइट बुक कर सकते हैं। यह सेल उन यात्रियों ने काफी लाभदायक रहेगी जो इस त्योहारी सीजन में कोई न्यू डेस्टिनेशन जाना चाह रहे हैं।
Xpress Lite की भी ऑफर
फ्लैश सेल के साथ ही एयरलाइन ने Xpress Lite ऑफर का एलान किया है। इस ऑफर में फ्लाइट टिकट की शुरुआती कीमत 1456 रुपये रहेगी। जो पैसेंजर एयरलाइन की वेबसाइट पर लॉग-इन करते हैं उन्हें जीरो कन्वीनियंस फीस का फायदा मिलेगा। इसके अलावा इस ऑफर में एक्सट्रा 3 किलो केबिन बैगेज को फ्री में प्री-बुक किया जा सकता है। यहां तक इसमें चेक-इन बैगेज रेट्स में डिस्काउंट जैसे कई लाभी भी मिलेगा।
Xpress Lite ऑफर में इसमें डोमेस्टिक फ्लाइट्स में 15 किलो के लिए केवल ₹1000 और इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर 20 किलो के लिए 1300 रुपये में डिस्काउंटेड चेक-इन बैगेज की सुविधा मिलेगी।
एयरलाइन के लॉयल्टी मेंबर्स के लिए खास ऑफर
एयर इंडिया एक्सप्रेस इस सेल में लॉयल्टी मेंबर्स को एक्सक्लुसिव बेनिफिट्स दे रही है। अगर कोई लॉयल्टी मेंबर्स बिजनेस सीट में अपग्रेड करवाता है तो उसे 50 फीसदी का डिस्काउंट मिलेगा। इसके अलावा उन्हें फूड और एक्सप्रेस अहेड प्रायोरिटी सर्विसेज पर भी 25 फीसदी का डिस्काउंट मिलेगा। वहीं, स्टूडेंट्स, सीनियर सिटीजन, डॉक्टर और नर्स, और सशस्त्र बलों के मेंबर को टिकट बुकिंग पर स्पेशल डिस्काउंड मिलेगा।
Petrol Diesel Price Today: तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
24 Oct, 2024 01:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल कंपनियों ने 24 अक्टूबर 2024 (गुरुवार) के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol-Diesel Price) जारी कर दिये हैं। रोजाना सुबह 6 बजे इनके दाम अपडेट होते हैं। ऐसे में गाड़ीचालक को लेटेस्ट रेट चेक करने के बाद ही टंकी फुल करवानी चाहिए।
आज के लेटेस्ट रेट
इंडियन ऑयल की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, अलग-अलग शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol- Diesel Price 24 October 2024)
मेट्रोसिटी में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
सभी शहरों में अलग होती है कीमत
देश के सभी शहरों में फ्यूल प्राइस अलग होते हैं। दरअसल, पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर जीएसटी (Goods & Service Tax- GST) नहीं लगता है। इस पर राज्य सरकार द्वारा वैट (Value Added Tax-VAT) लगाया जाता है। वैट की दरें हर राज्य में अलग होती है, जिसकी वजह से फ्यूल प्राइस भी अलग होते हैं।
कैसे चेक करें लेटेस्ट रेट
गाड़ीचालक मैसेज के जरिये भी लेटेस्ट रेट चेक कर सकते हैं। इसके लिए गाड़ीचालक को पेट्रोल पंप का डीलर कोड लिखकर 92249 92249 नंबर पर मैसेज करना होगा। इसके बाद रिप्लाई में उन्हें लेटेस्ट रेट पता चल जाएगा। अगर आपको पेट्रोल पंप का डीलर कोड नहीं पता तो आप इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। इसके अलावा आप ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ऑफिशियल वेबसाइट और ऐप्स पर भी जाकर लेटेस्ट रेट चेक कर सकते हैं।
हुंडई की लिस्टिंग के दूसरे दिन शेयरों में तूफानी तेजी, निवेशकों की खुशी का ठिकाना नहीं
23 Oct, 2024 05:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) के आईपीओ की शेयर मार्केट में लिस्टिंग काफी फीकी रही थी। लेकिन, इसमें दूसरे दिन जबरदस्त उछाल देखने को मिला। यह दिन में कारोबार के दौरान एनएसई पर 6 फीसदी बढ़कर 1,928.90 रुपये पर पहुंच गया था। हालांकि, इसके आईपीओ ने निवेशकों को काफी निराश किया था।
सात फीसदी टूटा था शेयर
दक्षिण कोरियाई ऑटो मेकर हुंडई की भारतीय यूनिट मंगलवार (22 अक्टूबर) को शेयर मार्केट में लिस्ट हुई थी। इसका आईपीओ 1,960 रुपये प्रति शेयर के भाव पर आया था, लेकिन यह पहले दिन 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ। यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ था। इसने एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपये के इश्यू को पीछे छोड़ा। हालांकि, यह भी ज्यादातर बड़े आईपीओ की तरह निवेशकों को मुनाफा देने में नाकाम रही।
महंगा था हुंडई का प्राइस बैंड?
हुंडई के आईपीओ को निवेशकों की काफी ठंडी प्रतिक्रिया मिली। 27,870 करोड़ रुपये की आरंभिक शेयर बिक्री का मूल्य बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर था। शेयर बाजार के जानकारों का मानना था कि प्राइस बैंड काफी ज्यादा है और इसमें निवेशकों के लिए निकट अवधि में ज्यादा पैसे बनाने की गुंजाइश नहीं है।
साथ ही, हुंडई के आईपीओ का GMP भी काफी गिर गया था। एक वक्त तो यह नेगेटिव में चला गया था। लेकिन, बाद में रिकवर करके हरे निशान में आया। इससे भी देश के सबसे बड़े आईपीओ को लेकर निवेशकों का उत्साह फीका पड़ गया।
OFS से भी उत्साह हुआ मंदा
हुंडई का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल था। इसका मतलब कि इस आईपीओ से सारा पैसा हुंडई की प्रमोटर कंपनी को मिला और इसे भारत में हुंडई के कारोबार को बढ़ाने पर नहीं खर्च किया जाएगा। इससे भी निवेशकों का उत्साह मंदा हुआ। इसमें आईपीओ में प्रमोटर हुंडई मोटर कंपनी (एचएमसी) ने 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री की, जिसमें कोई नया इश्यू शामिल नहीं था।
लंबे इंतजार के बाद आया IPO
हुंडई दो दशक में आईपीओ लाने वाली पहली कार निर्माता है। इससे पहले जापानी ऑटो मेकर मारुति सुजुकी 2003 में अपना आईपीओ लाई थी। हुंडई ने में भारत में अपना कारोबार शुरू किया। यह फिलहाल अलग-अलग सेगमेंट में में 13 मॉडल बेचती है। यह मारुति सुजुकी के बाद देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी है।
Share Market Close:शेयर मार्केट में गिरावट का सिलसिला: सेंसेक्स 158 अंक लुढ़का
23 Oct, 2024 05:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बीच आज लगातार तीसरे दिन मार्केट लाल निशान पर बंद हुआ। विदेशी पूंजी की लगातार निकासी के बीच ऑटो, फार्मा और कैपिटल गुड्स के शेयरों में मुनाफावसूली के कारण आज बाजार में गिरावट आई।
उतार-चढ़ाव भरे सत्र में सेंसेक्स 138.74 अंक या 0.17 फीसदी की गिरावट के साथ 80,081.98 अंक पर बंद हुआ।आज इंट्रा-डे में सेंसेक्स 80,000 अंक से नीचे गिरकर 79,891.68 के निचले स्तर पर पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 36.60 अंक या 0.15 फीसदी गिरकर 24,435.50 अंक पर बंद हुआ।
आज के टॉप गेनर और लूजर स्टॉक
आज सेंसेक्स में महिंद्रा एंड महिंद्रा, सन फार्मा, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, अदानी पोर्ट्स, लार्सन एंड टुब्रो, आईसीआईसीआई बैंक और टाइटन के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। बजाज फाइनेंस के शेयर आज के टॉप गेनर रहे। इनके साथ टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और बजाज फिनसर्व के शेयर तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं।
धीमी कमाई और एफआईआई की तीखी प्रतिक्रिया से निवेशकों की मानसिकता निराशाजनक हो गई, जिससे बाजार की धारणा प्रभावित हुई। हालांकि, हालिया गिरावट के बाद मिड और स्मॉल-कैप सौदेबाजी का अनुभव कर रहे हैं, हालांकि इस गति-संचालित खरीदारी की स्थिरता अनिश्चित बनी हुई है अमेरिका में 10-वर्षीय उपज में वृद्धि हुई है, जो फेड द्वारा दर में कटौती की धीमी गति का संकेत है, जो उभरते बाजारों के प्रति जोखिम-मुक्त भावना के लिए तैयार है।
अनुसंधान प्रमुख, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर
एशियाई बाजारों में, सियोल, शंघाई और हांगकांग ऊंचे स्तर पर बंद हुए जबकि टोक्यो निचले स्तर पर बंद हुआ। यूरोपीय बाजार मिश्रित रुख पर कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार सपाट बंद हुए। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.97 प्रतिशत गिरकर 75.30 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 3,978.61 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 5,869.06 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
सपाट बंद हुआ रुपया
आज के कारोबारी सत्र में रुपया सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में भारतीय करेंसी ग्रीनबैक के मुकाबले 84.07 पर खुली और पूरे सत्र में एक सीमित दायरे में कारोबार किया। अंततः डॉलर के मुकाबले रुपया पिछले सत्र के समापन स्तर 84.08 (अनंतिम) पर बंद हुई। मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 1 पैसे की गिरावट के साथ 84.08 पर बंद हुआ था
जन धन योजना से जन-निवेश: क्या म्यूचुअल फंड उद्योग को चाहिए नई दिशा?
23 Oct, 2024 03:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
साल 1995 में, एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड ऑफ इंडिया (भारतीय म्यूचुअल फंड एसोसिएशन) बनाने के लिए कुछ पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर म्यूचुअल फंड्स (एमएफ) के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर एक साथ आए।
यह एसोसिएशन बनाने के पीछे उद्देश्य उन निवेशकों को आकर्षित करने का था , जिनकी सोच प्रॉपर्टी, गोल्ड या बैंक डिपॉजिट से आगे नहीं बढ़ पाती थी या इससे अलग उन्होंने कुछ नहीं नहीं देखा था। हालांकि, इसके बाद भी कई दशकों तक म्यूचुअल फंड के मजबूत प्रदर्शन के बावजूद, भारतीय निवेशकों ने इसे काफी हद तक नजरअंदाज कर दिया। साल 2014 तक, म्यूचुअल फंड (एमएफ) भारतीय परिवारों के फाइनेंशियल एसेट्स का 5 फीसदी से भी कम प्रतिनिधित्व करते थे।
लेकिन साल 2024 तक तेजी से आगे बढ़ते हुए स्थिति पूरी तरह बदल गई है। आरबीआई गवर्नर सहित कई लोगों ने हाल ही में म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार के बारे में चिंता जताई है, जिनमें भारी संख्या में भारतीय निवेशक पैसा लगा रहे हैं, जिससे बैंकों की डिपॉजिट ग्रोथ सुस्त पड़ गई है। पिछले दशक में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री 6 गुना बढ़ गई है और अब यह बैंक डिपॉजिट के 30 फीसदी के बराबर है।
आखिर इस ग्रोथ को किसने संचालित किया है? जबकि पिछली पीढ़ी के निवेशकों ने मुख्य रूप से अपनी जमा पूंजी को पूरी तरह से सुरक्षित रखने पर फोकस किया था और पीपीएफ और बैंक डिपॉजिट जैसे कन्जर्वेटिव कहे जाने वाले निवेश के विकल्पों को चुना था, वहीं आज का युवा अपने निवेश पर अधिक रिटर्न चाहता है। भारत में, निवेशक अब अपनी लाइफ स्टाइल को फाइनेंस करने और अपने जीवन के तमाम लक्ष्य को पूरा करने में मदद के लिए अपनी बचत में 'कुछ ज्यादा' की तलाश कर रहे हैं।
पिछले 2 दशक में, ज्यादातर इक्विटी फंड ने निवेशकों की संपत्ति में 15-20 गुना बढ़ोतरी की है, जो कि बैंक डिपॉजिट जैसे पारंपरिक निवेश के विकल्प में हासिल किए गए रिटर्न की गई तुलना में लगभग 4-5 गुना अधिक है। निवेशकों के लिए जागरूकता अभियान "म्यूचुअल फंड सही है" के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया गया कि अधिक से अधिक निवेशक इस नए एसेट क्लास के बारे में समझें और इसे लेकर जागरूक हो जाएं, जिसे उन्होंने लंबे समय तक नजरअंदाज कर दिया था।
हालांकि, म्यूचुअल फंड अब तक सिर्फ 5 करोड़ निवेशकों तक ही पहुंच पाए हैं, यानी इसकी पहुंच आबादी के करीब 3 फीसदी लोगों तक ही है। अब तक 10 में से एक भी बैंक अकाउंट होल्डर ने म्यूचुअल फंड प्रोडक्ट में निवेश नहीं किया है। इसके अलावा म्यूचुअल फंड एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) का दो तिहाई हिस्सा टॉप 15 शहरों से आता है, जो यह संकेत देता है कि अभी म्यूचुअल फंड की पहुंच बहुत कम क्षेत्रों व लोगों तक है। इंडस्ट्री की शुरुआत तो मजबूत हुई है, लेकिन अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है।
Jan Dhan Yojana से हुआ बैंकिंग सिस्टम को लाभ
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में जन धन अकाउंट के बारे में घोषणा की, तो बैंकिंग इंडस्ट्री ने इसे सरकार द्वारा थोपे गए एक काम के रूप में देखा होगा। 10 साल बाद, बैंकिंग सिस्टम को इससे बहुत ज्यादा लाभ हुआ है। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, 14 अगस्त, 2024 तक 53.12 करोड़ जनधन खाताधारक थे, और इन अकाउंट में कुल 2.31 ट्रिलियन रुपये (2.31 लाख करोड़ रुपये) जमा हैं।
सरकार के जन धन पहल ने एक ऐसी नई पीढ़ी को बैंकिंग सिस्टम के तहत लाने का काम किया, जो पहले बैंकिंग सिस्टम से दूर थे। वहीं बढ़ रही आय और बचत के साथ, अब ऐसे ग्राहकों की नई पीढ़ी तैयार हो चुकी है, जो एडवांस लोन और डिपॉजिट प्रोडक्ट के लिए ज्यादा खर्च करने को तैयार हैं और वे इस तरह के ज्यादा प्रोडक्ट खरीदने में अपना इंटरेस्ट दिखा रहे हैं। जन धन अकाउंट को ज्यादा प्रोत्साहन केवाईसी मानदंडों के सरल होने से मिला है, जिससे बैंकिंग सुविधा से वंचित लाखों भारतीयों को अपने जीवन में पहली बार बैंक अकाउंट खोलने का मौका मिला ।
JAM (जन धन, आधार और मोबाइल) ने देश में पेमेंट इकोसिस्टम में पूरी तरह से क्रांति ला दी है और वित्तीय समावेशन को इतना सशक्त बनाया है, जितना किसी अन्य पहल में नहीं हुआ है। इसी तरह, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को फाइनेंशियलाइजेशन और वेल्थ क्रिएशन के लाभ से अबतक दूर रही जनता तक पहुंचाने के लिए एक समान जन निवेश मूवमेंट की आवश्यकता है। इसके लिए इंडस्ट्री और रेगुलेटर्स के बीच लगातार और सक्रिय रूप से जुड़ाव की भी जरूरत है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि इस भारी संभावनाओं वाले बाजार में और मजबूत होने के लिए, एक इंडस्ट्री के रूप में हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हम निवेशकों को लिक्विड और डेट फंड के बारे में अधिक जागरूक बनाएं और इस कैटेगरी के बारे में उनको सही जानकारी दें। तो क्या अब "लिक्विड/डेट फंड सही है" का समय है?
कोविड-19 महामारी के बाद, भारतीय शेयर बाजारों में लगातार तेजी देखी गई है, जिसने बड़ी संख्या में रिटेल निवेशकों को इक्विटी म्यूचुअल फंड की ओर आकर्षित किया है। आज इक्विटी और हाइब्रिड फंड इंडस्ट्री एयूएम का 2/3 से अधिक प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि लगभग एक दशक पहले यह सिर्फ 1/3 था। यह एक स्वागत योग्य ट्रेंड है और यह ट्रेंड वेल्थ क्रिएशन में मदद करता है। हालांकि, एयूएम को आकर्षित करने के लिए लगातार बढ़ रहे शेयर बाजार पर पूरी तरह से निर्भर रहना एक बड़ा जोखिम है।
इक्विटी बाजारों में लंबे समय तक गिरावट म्यूचुअल फंड एयूएम ग्रोथ पर उल्टा असर डाल सकती है। इसलिए किसी भी निवेशक के पोर्टफोलियो को बेहतर रिस्क एडजस्टेड रिटर्न देने और सुरक्षा व लिक्विडिटी की समान रूप से महत्वपूर्ण आवश्यकता को पूरा करने के लिए अलग अलग एसेट क्लास के मिक्स की आवश्यकता होती है।
इंडिविजुअल निवेशकों के पास इक्विटी फंड एयूएम का 88 फीसदी हिस्सा है, लेकिन डेट फंड एयूएम का 12 फीसदी से भी कम है। इससे साफ होता है कि जहां तक डेट फंड का सवाल है। एमएफ इंडस्ट्री लिक्विड फंड जैसे कुछ बहुत दिलचस्प उत्पाद पेश करता है, जो न केवल हाई सेफ्टी, हाई लिक्विडिटी प्रदान करते हैं, बल्कि बैंक डिपॉजिट के 3 फीसदी सालाना रिटर्न की तुलना में डबल रिटर्न दे रहे हैं। अफसोस की बात है कि म्यूचुअल फंड की इस कैटेगरी पर लगभग विशेष रूप से कॉर्पोरेट निवेशकों का ही वर्चस्व बना हुआ है और रिटेल निवेशक इसके लाभ के बारे में काफी हद तक अनजान हैं।
PM Kisan Yojana: कब आएगी 19वीं किस्त? किसानों को मिलेगी राहत
23 Oct, 2024 03:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस महीने 5 अक्टूबर 2024 को पीएम किसान योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) की 18वीं किस्त जारी की थी। इस किस्त के जारी होने के बाद अब किसान 19वीं किस्त की आस लगाए बैठे हैं। अगर आप भी पीएम किसान योजना की 19वीं किस्त (PM Kisan Yojana 19th Installment) का इंतजार कर रहे हैं तो हम आपको बताएंगे कि यह किस्त कब जारी होने वाली है।
पीएम किसान योजना के बारे में
केंद्र सरकार ने साल 2018 में देश के किसानों को आर्थिक लाभ देने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी। इस योजना में किसानों को सालाना 6,000 रुपये दी जाती है। यह राशि किस्त में मिलती है। हर किस्त में किसानों के अकाउंट में 2,000 रुपये की राशि आती है। इस योजना की खासियत है कि इसमें किसानों के बैंक अकाउंट में डायरेक्ट आती है।
कब आएगी 19वीं किस्त
पीएम किसान योजना की किस्त साल में तीन बार आती है। इसका मतलब है कि हर चार महीने में किस्त की राशि आती है। अक्टूबर में 18वीं किस्त आई है और इसके चार महीने के बाद यानी फरवरी 2025 में 19वीं किस्त आएगी। हालांकि, अभी तक सरकार ने 19वीं किस्त को लेकर कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी है।
ई-केवाईसी है जरूरी
पीएम किसान योजना का लभ पाने के लिए किसानों को ई-केवाईसी (E-Kyc) करवाना जरूरी है। अगर कोई किसान ई-केवाईसी नहीं करवाते हैं तो उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा। किसान तीन तरीकों से ई-केवाईसी करवा सकते हैं।
ओटीपी आधारित eKYC
बायोमेट्रिक आधारित eKYC
फेस ऑथेंटिकेशन आधारित eKYC
लाभार्थी लिस्ट में चेक करें नाम
सरकार लाभार्थी किसानों की सूची जारी कर देते हैं। इन सूची में अपना नाम चेक करके किसान जान सकते हैं कि उन्हें योजना का लाभ मिलेगा या नहीं। लाभार्थी लिस्ट में नाम चेक करने का स्टेप-
पीएम किसान की ऑफिशियल वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं।
अब यहां पर "Beneficiary Status" के ऑप्शन को सेलेक्ट करें।
इसके बाद अपना आधार नंबर या फिर बैंक अकाउंट नंबर नंबर भरें।
अब "Get Data" को सेलेक्ट करें।
इसके बाद आपको स्क्रीन पर अपनी सभी डिटेल्स शो हो जाएगी। इन डिटेल्स के जरिये आप चेक कर सकते हैं कि आपको योजना का लाभ मिलेगा या नहीं।
Today Gold Price: सोना-चांदी की कीमत ने छू लिया आसमान! देखिए आपके प्रदेश में क्या है हाल
23 Oct, 2024 03:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोने में निवेश करने वालों को एक साल में 17 फीसदी का फायदा हुआ है, जबकि बैंक एफडी पर अधिकतम 8.5 फीसदी ब्याज ही मिलता है। फरवरी में आम बजट में सोने और चांदी के आयात शुल्क में कमी आने के बाद इनके दाम में गिरावट आई थी।
सितंबर में भाव में उतार-चढ़ाव देखे गए, लेकिन उसके बाद दोनों ही बहुमूल्य धातुओं के दाम में तेजी बनी हुई है। अब तो सोने-चांदी का भाव नए कीर्तिमान गढ़ रहे हैं। हालांकि भाव बढ़ने से मात्रा के लिहाज से कुल कारोबार घटा है।
पहले प्रति दिन अमूमन 35 किलो ठोस सोने और गहनों की बिक्री होती थी। अब यह बिक्री घटकर औसतन 30 किलो प्रतिदिन पर आ गई है। हालांकि चोटी पर भाव होने की वजह से टर्नओवर बढ़ा है।
अब दिवाली पर खपत भी बढ़ने की संभावना है। शहर में मौजूदा टर्नओवर करीब 25 करोड़ रोज का है, जो दिवाली में बढ़कर औसतन 125 करोड़ प्रतिदिन हो जाने का अनुमान है।
उप्र सराफा एसोसिएशन के मंत्री राम किशोर मिश्रा ने बताया कि सोने-चांदी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इसमें निवेश पर बहुत अच्छा रिटर्न मिला है। सोने में मिले 17 फीसदी और चांदी में 26 फीसदी रिटर्न बैंक एफडी पर मिलने वाले ब्याज बहुत ज्यादा हैं।
एफडी में वरिष्ठ नागरिकों को अधिकतम रिटर्न मिलता है, जो 8.5 फीसदी है। उन्होंने बताया कि बीते एक महीने में ही चांदी के भाव में प्रति किलो 9100 और सोने के भाव में 4100 रुपये प्रति दस ग्राम की तेजी आ चुकी है।
निवेश के लिए अभी करें इंतजार
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा के मुताबिक जिस तरह से सोने-चांदी में तेजी है, उसे देखते हुए यह निवेश के लिए सही समय नहीं है। हालांकि 2025 में चांदी के भाव एक लाख 15 हजार प्रति किलो और सोने के भाव 85 से 86 हजार प्रति 10 ग्राम तक जा सकते हैं।
सोने-चांदी के भाव
तारीख
सोना
चांदी
15 अक्तूबर
78000
92500
16 अक्तूबर
78500
94100
17 अक्तूबर
78700
93700
18 अक्तूबर
79350
94700
19 अक्तूबर
79800
99000
21 अक्तूबर
80300
100000
नोट: 20 अक्तूबर को थोक सराफा बाजार बंद था। सोने के भाव प्रति दस ग्राम और चांदी का भाव प्रति किलो में उप्र सराफा एसोसिएशन के अनुसार।
बीते छह सालों के भाव
वर्ष
सोना
चांदी
2018
32500
39500
2019
36600
46400
2020
53300
65600
2021
49275
67400
2022
51700
56800
2023
62600
73000
Petrol Diesel Price Today: तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
23 Oct, 2024 02:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के दाम अपडेट होते हैं। तेल की कीमतों को तय करना और अपडेट करने की जिम्मेदारी देश की मुख्य ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की होती है। वर्ष 2017 से तेल की कीमतों को रोज अपडेट किया जाता है।
बता दें कि देश के सभी शहरों में फ्यूल प्राइस के दाम अलग होते हैं। ऐसे में तेल की कीमतों को चेक करके ही टंकी फुल करवानी चाहिए।
क्यों चेक करना चाहिए लेटेस्ट रेट
पेट्रोल-डीजल के दाम जीएसटी के दायरे में नहीं आता है। इस पर राज्य सरकार वैट (Value Added Tax- VAT) लगाते हैं, जिसकी दर अलग-अलग होती है। यही कारण हैं कि सभी शहरों में इनके दाम अलग होते हैं।
नए अपडेट के अनुसार, आज भी सभी शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर बने हुए हैं। आइए, जानते हैं कि आज आपके शहर में पेट्रोल-डीजल कितने रुपये लीटर मिल रहा है।
इंडियन ऑयल की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, अलग-अलग शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol- Diesel Price 23 October 2024)
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
बाकी शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
कैसे चेक करें लेटेस्ट रेट
आप तेल कंपनियों की ऑफिशियल वेबसाइट और ऐप्स से लेटेस्ट रेट चेक कर सकते हैं। इसके अलावा पेट्रोल पंप के डीलर कोड लिखकर 92249 92249 पर मैसेज करके भी ताजा दाम जान सकते हैं।
Hyundai Listing Price: हुंडई का IPO निराशाजनक: डिस्काउंट पर हुई लिस्टिंग!
22 Oct, 2024 06:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश के सबसे बड़े आईपीओ हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (Hyundai Motor Iindia Limited) की आज शेयर मार्केट में एंट्री हो गई। यह 1.33 फीसदी डिस्काउंट के साथ 1934 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ। इसका मतलब कि निवेशकों को लिस्टिंग पर कोई मुनाफा मिलने की जगह नुकसान हुआ। हालांकि, लिस्टिंग के बाद थोड़ी खरीदारी दिखी।
यह आईपीओ अपने साइज, वैल्यूएशन और जीएमपी को लेकर काफी चर्चा में रहा। हालांकि, इसे सब्सक्रिप्शन के लिहाज से अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला। खासकर, रिटेल इन्वेस्टर ने इस आईपीओ से दूरी बनाकर रखी।
हुंडई पर बुलिश हैं ग्लोबल एनालिस्ट
हुंडई को लेकर ग्लोबल एनालिस्ट का रुख काफी पॉजिटिव है। दो ग्लोबल एनालिस्ट ने लिस्टिंग से पहले ही हुंडई के कवरेज की शुरुआत कर दी है और उनका रुख काफी बुलिश है। जापानी ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने हुंडई पर BUY रेटिंग के साथ कवरेज शुरू किया है। उसने 2,472 रुपए का टारगेट प्राइस दिया है।
वहीं, ऑस्ट्रेलियाई इन्वेस्टमेंट बैंक- मैक्वायरी (Macquarie) ने हुंडई को आउटपरफॉर्म की रेटिंग दी है। उसने टारगेट प्राइस 2,235 रुपये रखा है। यह हुंडई आईपीओ के इश्यू प्राइस के मुकाबले 26 फीसदी से अधिक है।
Hyundai Motor में क्या खास है?
नोमुरा का कहना है कि भारतीय कार इंडस्ट्री में ग्रोथ की काफी गुंजाइश है। फिलहाल, देश में हर 1000 लोगों में से सिर्फ 36 के पास कार हैं। ऐसे में यह सेक्टर काफी तेजी से बढ़ सकता है। हुंडई इंडिया को FY25-27 के बीच 8 फीसदी वॉल्यूम ग्रोथ की उम्मीद है। इस दौरान हुंडई 7-8 नए मॉडल बाजार में पेश करेगी।
वहीं, मैक्वायरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि Hyundai Motor पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट के ग्रोथ पर बड़ा दांव लगा रही है। एनालिस्ट ने कहा कि यह अपने सेक्टर की प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के मुकाबले प्रीमियम मल्टीपल पर ट्रेड करने की स्थिति में है। ब्रोकरेज का मानना है कि आने वाले समय में हुंडई को ऑपरेशनल एफिशिएंसी का भी लाभ मिलेगा।
Hyundai Motor IPO की डिटेल
हुंडई का आईपीओ 15 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला और 17 अक्टूबर को बंद हुआ। इस इश्यू का प्राइस 1960 रुपये था। इसे निवेशकों से कोई खास रिस्पॉन्स नहीं मिला। यह कुल 2.37 गुना ही सब्सक्रिप्शन हुआ। रिटेल कैटेगरी में इसे 50 फीसदी ही सब्सक्रिप्शन मिला।
दरअसल, हुंडई का यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल था। इसका मतलब कि आईपीओ से मिलने वाला पूरा पैसा प्रमोटर को मिलेगा और उसे कंपनी का कारोबार बढ़ाने के लिए खर्च नहीं किया जाएगा। ऑटो सेक्टर की बिक्री भी डाउन है। हुंडई का जीएमपी भी एक वक्त नेगेटिव में पहुंच गया था। इस सबका असर सब्सक्रिप्शन पर पड़ा था।