व्यापार
अदालत ने गूगल पर यूरोपीय कमीशन के 1.5 अरब यूरो के जुर्माने पर लगाई रोक
18 Sep, 2024 04:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विज्ञापन से जुड़े एंट्री ट्रस्ट केस में अदालत से गूगल को बड़ी राहत मिली है। आईटी कंपनी ने बुधवार को यूरोपीय संघ की ओर से पांच साल पहले लगाए गए 1.49 बिलियन यूरो के जुर्माने के खिलाफ दाखिल केस जीत लिया है। यूरोपीय कमीशन के जनरल कोर्ट ने गूगल के मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि वह यूरोपीय संघ की ओर से 2019 में लगाए गए जुर्माने को खारिज कर रहा है।
गूगल की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि न्यायालय ने आयोग के निर्णय को पूरी तरह से रद्द कर दिया। आयोग का निर्णय गूगल के विज्ञापन व्यवसाय के एक सीमित हिस्से पर लागू होता है।
क्या है पूरा मामला?
नियामकों ने गूगल पर आरोप लगाया था कि कंपनी ने थर्ड पार्टी साइट्स के साथ अपने समझौतों में खास तौर पर एक शर्त जोड़ी कि वे साइट्स गूगल की प्रतिद्वंदी कंपनियों की ओर से जारी विज्ञापन नहीं चलाएंगे। गूगल पर जुर्माना इसलिए लगाया गया क्योंकि उसकी शर्त के कारण वेबसाइट मालिकों और विज्ञापनदाताओं के पास बहुत सीमित विकल्प बचे थे। इसके कारण उन्हें ऊंची कीमतें चुकानीं पड़ी जिसका भार अंतत: उपभोक्ताओं पर पड़ा।
हालांकि जनरल कोर्ट ने गूगल को राहत देने वाले अपने फैसले में कहा कि कमीशन ने उक्त शर्त का मूल्यांकन करने में त्रुटि की। कमीशन यह साबित करने में विफल रहा कि गूगल की शर्त के कारण नवाचार प्रभावित हुआ, उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा और इससे कंपनी (गूगल) को अपना एकाधिकार मजबूत करने में मदद मिली।
नए कलेक्शन के साथ त्योहारों में बिक्री पर फोकस, वैश्विक ब्रांडों ने शुरू की तैयारी
18 Sep, 2024 01:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
त्योहारी सीजन के आगमन के साथ ही अपैरल ब्रांड्स ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी हैं। इसमें नए स्टोर खोलने के साथ ही नए कलेक्शन और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के साथ साझेदारी कर रहे हैं। इससे पहले देश में चुनाव और अत्यधिक गर्मी होने की वजह से सभी सेगमेंट में बिक्री प्रभावित हुई थी, अब इस सुस्ती के बाद उद्योग को वृद्धि के मजबूत संकेत मिल रहे हैं। शॉपर स्टॉप, रिलायंस रिटेल, आदित्य बिरला फैशन बड़े त्योहारी सीजन की तैयारी में जुट गए हैं, जिसमें नए कलेक्शन के साथ ग्राहकों को काफी कुछ नया अनुभव देने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं। वहीं वैश्विक लक्जरी ब्रांड घरेलू बाजार में नए स्टोर खोलने और उच्च स्तरीय संग्रहों के साथ बड़े त्योहारी सीजन की तैयारी कर रहे हैं। घड़ी का लक्जरी ब्रांड हब्लोट और बैकारेट ने भी भारतीय त्योहारों के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
नए कलेक्शन से बिक्री बढ़ाने पर रहेगा जोर
शॉपर्स स्टॉप ने त्योहारी सीजन के लिए नए कलेक्शन पेश किए है, कंपनी इसके जरिए बिक्री बढ़ाने पर फोकस कर रही है। कंपनी का कहना है आजकल के युवा ऐसे परिधान की तलाश करते जिसमें वे पारंपरिक लगने के साथ वस्टर्न लुक भी उनके पहनावे में दिखाई दे। इसलिए हमने अपने त्योहारी कलेक्शन में बंदेया कलेक्शन पेश किया जो आधुनक एथनिक स्टाइल का और उसे पुरुषों के लिए तैयार किया गया है। वहीं महिलाओं के लिए कशिश का फेस्टिवल कलेक्शन आजकल की महिलाओं के लिए पेश किया गया है। आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड ने त्योहारी सीजन के देखते हुए हाथ से बने हुए कलेक्शन जैपोर को विशेषकर महिलाओं के लिए पेश किया है। आदित्य बिरला के एथनिक बिजनेस सीईओ सूरज भट्ट का कहना है, इस सेगमेंट में बिक्री बढ़ाने के लिए यह कलेक्शन पेश किया है, यह डिजाइनर कलेक्शन भारत की सांस्कृति धरोहर को दर्शाता है।
वहीं रिलायंस रिटेल और डेनिम परिधान के अंतरराष्ट्रीय डेल्टा गैलिक इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने साझेदारी की है। जिसमें भारतीय घरेलू बाजार में नए परिधान का कलेक्शन पेश कर बिक्री बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। रिलायंस के स्वामित्व वाली एजेआईओ ने अपने प्लेटफॉर्म पर ब्रिटिश फैशन ब्रांड एएसओएस को लॉन्च किया है, एएसओएस भारतीय ऑनलाइन रिटेल बाजार में प्रवेश कर बिक्री करेगी। एजेआईओ के सीईओ विनीत नायर ने कहा भारत के युवाओं में अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की चाहत बढ़ती जा रही है। युवा ऑनलाइन नए फैशन और डिजाइन को तलाशते हैं, इसलिए हम एएसओएस के द्वारा उन्हें अंतरराष्ट्रीय फैशन के परिधान दे सकेंगे और एक मजबूती ब्रांड बनकर उभरेगे।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च हेड दीपक जसानी ने कहा कि त्योहारों के मौसम में भारतीय परिवार परिधान के साथ कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और कंज्यूमर स्टेपल जैसे क्षेत्रों में खर्च करते हैं। इसके अलावा शादी का मौसम आ रहा है जिसकी वजह से आभूषण और परिधानों की बिक्री में तेज उछाल आने की संभावना है। पहली छमाही काफी सुस्त रही है, दूसरी छमाही में आभूषण और परिधानों की कंपनियों की बिक्री 15 से 20 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है।
वैश्विक लक्जरी ब्रांड की त्योहारों के लिए तैयारी
जानकारों का कहना है कि वैश्विक लक्जरी ब्रांड घरेलू बाजार में नए स्टोर खोलने और उच्च स्तरीय संग्रहों के साथ बड़े त्योहारी सीजन की तैयारी कर रहे हैं। उनको उम्मीद है कि भारत के धनी लोग अब दिखावे और प्रतिष्ठा के लिए ब्रांड्स की खरीदारी करेगे और जिस पर खर्च करने में उन्हें परेशानी नहीं होगी। इसलिए ब्रांड्स मुख्य रूप से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों पर फोकस कर रहे हैं। डीएलएफ एम्पोरियों जल्द युवाओ के लिए रेडी टू वियल कलेक्शन के लिए नया जोन शुरू करने जा रहा है। जबकि द कलेक्टिव, राल्फ लॉरेन, हैकेट लंदन तथा टेड बेकर और फ्रेड पेरी भी स्टोर खोलने की योजना है। रिटेल विशेषज्ञ अमिल पटेल का कहना है कि त्योहारों पर खर्च करने के लिए भारतीय पूरी तरह तैयार दिखाई दे रहे हैं। इसकी बड़ी वजह बढ़ती डिस्पोजेबल आय और कामकाजी युवाओं की बढ़ती आबादी है, जो त्योहारों पर मांग को बढ़ाएगी। मुंबई में गणपति महोत्सव में जिस प्रकार से 20 प्रतिशत से अधिक आभूषण और 15 प्रतिशत से अधिक कपड़ों की खरीदारी देखने को मिले उससे लगता है कि इस बार परिधानों और आभूषण बिक्री में 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होगी।
सरकार का बड़ा कदम: कच्चे तेल से विंडफॉल टैक्स हटाया, क्रूड ऑयल कंपनियों को होगा फायदा
18 Sep, 2024 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकार ने मंगलवार को 18 सितंबर से घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर अप्रत्याशित कर को घटाकर 'शून्य' प्रति टन कर दिया। एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि नई दरें 18 सितंबर से प्रभावी हैं। सरकार के इस कदम से देश में क्रूड ऑयल एक्सपोर्ट करने वाली कंपनियों को काफी फायदा होगा।
कर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (एसएईडी) के रूप में लगाया जाता है और दो सप्ताह में औसत तेल की कीमतों के आधार पर पाक्षिक रूप से अधिसूचित किया जाता है। इस तरह का आखिरी संशोधन 31 अगस्त से प्रभावी हुआ था उस समय सरकार ने कच्चे पेट्रोलियम पर अप्रत्याशित लाभ कर 2100 रुपये प्रति टन से घटाकर 1850 रुपये प्रति टन निर्धारित किया था।
विंडफॉल टैक्स 2022 में लगाया गया था
डीजल, पेट्रोल और जेट ईंधन या एटीएफ के निर्यात पर एसएईडी को 'शून्य' पर बरकरार रखा गया है। भारत ने पहली बार 1 जुलाई, 2022 को अप्रत्याशित लाभ पर कर लगाया और उन देशों में शामिल हो गया जो ऊर्जा कंपनियों के असाधारण मुनाफे पर कर लगाते हैं।
टमाटर के दाम में बढ़ोतरी की संभावना, लीफ माइनर लार्वा और रोगों ने बढ़ाई मुश्किलें
18 Sep, 2024 01:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टमाटर आने वाले समय में लोगों की जेब ढीली कर सकता है। इसकी वजह टमाटर की फसल में कीटों और रोगों का लगना है, जिसने महाराष्ट्र के नासिक जिले में निफाड के किसानों को परेशान कर दिया है। टमाटर में सरपेन्टाइन लीफ माइनर (पत्ती सुरंगक) की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह एक छोटी मक्खी (लिरियोमाइजा ब्रासिका) का लार्वा है, जो टमाटर और अन्य सब्जियों की फसलों को नुकसान पहुंचाता है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी क्रॉप वेदर वॉच ग्रुप की समीक्षा रिपोर्ट में बताया गया है कि नासिक जिले में निफाड क्षेत्र में टमाटर में कीटों और रोगों की तीव्रता आर्थिक सीमा स्तर (इकनॉमिक थ्रेशहोल्ड लेवल यानी ईटीएल) से ऊपर पहुंच गई है। ईटीएल वह बिंदु है, जिस पर किसी रोग या कीट की आबादी एक निश्चित स्तर पर पहुंच जाती है, जहां आर्थिक नुकसान को रोकने के लिए नियंत्रण उपाय शुरू किए जाने चाहिए। लेकिन, चेतावनी के बावजूद ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
बुवाई में पिछड़ गया महाराष्ट्र
महाराष्ट्र टमाटर बुआई में पिछड़ गया है। नासिक जिले में टमाटर की औसत खेती करीब 21,000 हेक्टेयर में होती है और उत्पादन प्रति हेक्टेयर 30 टन होता है। नासिक के अंतर्गत आने वाले पिंपलगांव से दिल्ली, मध्य प्रदेश, असम और हरियाणा जैसे बाजारों में टमाटर की आपूर्ति होती है। बांग्लादेश व पाकिस्तान को निर्यात भी होता है।
धान में लीफ फोल्डर की समस्या
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में धान की फसल में लीफ फोल्डर कीट की समस्या भी आर्थिक सीमा स्तर से ऊपर पाई गई है। 11 हेक्टेयर में फसल प्रभावित हुई है। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में गन्ने में लाल सड़न देखी गई है। इसे गन्ने का कैंसर भी कहा जाता है।
आलू और प्याज की बुवाई भी कम क्षेत्र में
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2.89 लाख हेक्टेयर के लक्षित क्षेत्र में से 1.55 लाख हेक्टेयर में टमाटर की बुवाई हुई है, जबकि 2023-24 में अखिल भारतीय स्तर पर कुल 2.67 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की गई थी।
आलू की बुवाई 0.41 लाख हेक्टेयर के लक्षित क्षेत्र में से 0.30 लाख हेक्टेयर में की गई है।
प्याज के मामले में 3.82 लाख हेक्टेयर के लक्षित क्षेत्र में से 2.90 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई है।
गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार; सेसेक्स 100 अंक फिसला, निफ्टी 25400 के नीचे
18 Sep, 2024 01:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिकी फेड के ब्याज दरों पर बहुप्रतीक्षित फैसले से पहले बुधवार को शुरुआती कारोबार में बेंचमार्क इक्विटी सूचकांकों में गिरावट आई। इस दौरान आईटी सेक्टर के शेयरों में कमजोरी दिखी
शुरुआती कारेबार में तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 130.24 अंक गिरकर 82,949.42 अंक पर आ गया। एनएसई निफ्टी 37.75 अंक गिरकर 25,380.80 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में टेक महिंद्रा, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एशियन पेंट्स और सन फार्मा सबसे ज्यादा पिछड़ गईं। बजाज फाइनेंस, आईटीसी, बजाज फिनसर्व और एचडीएफसी बैंक लाभ में रहे।
एशियाई बाजारों में, टोक्यो में तेजी रही, जबकि शंघाई में गिरावट रही। मंगलवार को अमेरिकी बाजार मिलेजुले रुख पर बंद हुए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, "आज रात आने वाले फेड के फैसले पर दुनिया भर के बाजार की नजर टिकी हुई है। शायद फेड की कार्रवाई से अधिक महत्वपूर्ण फेड की टिप्पणी और संदेश होगा।"
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को खरीदार बन गए और उन्होंने 482.69 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.46 प्रतिशत घटकर 73.36 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी रिकॉर्ड तेजी जारी रखते हुए बीएसई का सूचकांक 90.88 अंक या 0.11 प्रतिशत चढ़कर 83,079.66 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी 34.80 अंक या 0.14 प्रतिशत चढ़कर 25,418.55 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
18 Sep, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश की मुख्य तेल कंपनियां हर दिन पेट्रोल-डीजल के दाम को अपडेट करती हैं। मार्च के महीने से अभी तक इनकी कीमतों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ। कुछ शहरों में ही पेट्रोल-डीजल के भाव में पैसे भर का बदलाव देखने को मिला है।
चूंकि, फ्यूल प्राइस रोज अपडेट होता है तो ऐसे में गाड़ीचालक को सलाह दी जाती है कि वो लेटेस्ट रेट चेक करने के बाद ही गाड़ी की टंकी फुल करवाएं। आज के अपडेट के अनुसार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है,यानी सभी शहरों में इनके दाम जस के तस बने हुए हैं।
महानगरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.76 रुपये और डीजल की कीमत 87.66 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.95 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.93 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.75 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.73 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.32 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.92 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.38 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.63 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.34 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.03 रुपये प्रति लीटर
अब UPI से ही सीधे ATM में जमा करे कैश, Debit Card की भी जरूरत नहीं
17 Sep, 2024 07:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई-आईसीडी (UPI-ICD) की शुरुआत की है, जिससे अब आप बिना डेबिट कार्ड के भी एटीएम के जरिए अपने बैंक खाते में कैश जमा कर सकते हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा, एक्सिस बैंक और यूनियन बैंक जैसे कई बैंकों ने इस सुविधा को लागू कर दिया है। हालांकि, फिलहाल यह सुविधा कुछ ही एटीएम में उपलब्ध है, लेकिन इसे धीरे-धीरे पूरे देश में पेश किया जाएगा। इसके साथ ही, यूपीआई से पेमेंट की लिमिट भी बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दी गई है।
यूपीआई से कैश जमा करने की प्रक्रिया:
ATM चुनें: सबसे पहले, ऐसा ATM ढूंढें जो UPI-ICD को सपोर्ट करता हो।
QR कोड स्कैन करें: एटीएम की स्क्रीन पर दिख रहे क्यूआर कोड को अपने UPI ऐप के माध्यम से स्कैन करें।
कैश डिपॉजिट विकल्प चुनें: ATM के स्क्रीन पर कैश डिपॉजिट विकल्प को चुनें।
विवरण दर्ज करें: UPI से लिंक मोबाइल नंबर दर्ज करें और यूपीआई आईडी या आईएफएससी कोड भरें।
राशि दर्ज करें: अपने बैंक खाते में जमा करने वाली राशि दर्ज करें और ट्रांजैक्शन को कंफर्म करें।
कैश डालें: ATM के डिपॉजिट स्लॉट में कैश डालें। एटीएम कैश की गिनती करेगा और आपके खाते में तुरंत जमा कर देगा।
बजाज हाउसिंग IPO में गड़बड़ी, LIC और टाटा टेक्नोलॉजीस के IPO से जुड़े मुद्दे का खुलासा
17 Sep, 2024 04:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बजाज हाउसिंग फाइनेंस का शेयर लिस्ट होने के साथ ही निवेशकों के लिए मल्टीबैगर बन गया. IPO में जिन लोगों को शेयर अलॉट हुआ उन्हें लिस्टिंग के साथ 134 प्रतिशत का प्रीमियम मिला है. जबकि बहुत से लोगों को कई लॉट की बिडिंग करने के बावजूद शेयर अलॉट नहीं हुआ है. अब इसकी वजह सामने आई है कि आखिर उन्हें शेयर अलॉट क्यों नहीं हुआ? किस वजह से निवेशकों के हाथ से ये सुनहरा मौका निकल गया? इस गड़बड़ी का कनेक्शन LIC और टाटा टेक्नोलॉजीस के IPO से भी है. असल में बजाज हाउसिंग फाइनेंस के IPO में करीब 14.60 लाख बिडिंग एप्लीकेशन कैंसिल हो गई. ये तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हुआ, जिसके चलते उनके हाथ से IPO में सस्ते भाव पर शेयर पाने का मौका चला गया.
LIC के बाद सबसे बड़ी गड़बड़ी
एक खबर के मुताबिक बजाज हाउसिंग फाइनेंस के IPO में कुल बिड्स में से 16 प्रतिशत बिड्स तकनीकी गड़बड़ी की वजह से पूरी नहीं हो सकीं और उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया. इससे पहले LIC के IPO के वक्त इतनी बड़ी संख्या में बिड्स डिस्क्वालिफाई हुईं थीं. LIC के IPO के वक्त करीब 20.62 लाख बिड्स एप्लीकेशन खारिज हो गईं थीं.
टाटा टेक्नोलॉजीस IPO में बड़ी गड़बड़ी
देश में इससे पहले टाटा टेक्नोलॉजीस के IPO भी काफी अच्छा सब्सक्रिप्शन मिला था. उसका शेयर भी 140 प्रतिशत से अधिक के प्रीमियम पर लिस्ट हुआ था. लेकिन तब भी करीब 6 लाख (5.98 लाख बिड्स एप्लीकेशन) डिस्क्वालिफाई हो गईं थी. इस तरह इन निवेशकों के हाथ से भी शेयर मिलने का मौका चला गया.
आखिर कौन-सी गड़बड़ी का करना पड़ा सामना?
बिडिंग डिस्क्वालिफाई होने पर बैंक और मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि सबसे ज्यादा डिस्क्वालिफिकेशन ऑपरेशनल गड़बड़ी को लेकर हुए हैं. इसमें बड़ा नंबर UPI प्रोसेस का पूरा नहीं होने का है. UPS सिस्टम में खराबी की भी कई रिपोर्ट आई हैं. इससे पहले भी देश में कई और IPO के दौरान लाखों बिड्स डिस्क्वालिफाई हुई हैं. रिलायंस पावर के IPO में ये संख्या 1.59 लाख, डॉम्स इंडस्ट्रीज के IPO में 3.51 लाख, आईनॉक्स इंडिया के IPO में 4.14 लाख, प्रीमियर एनर्जीस के आईपीओ में 1.97 लाख, मोतीसंस ज्वैलर्स के आईपीओ में 9.60 लाख और ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेस के IPO में ये संख्या 4.94 लाख थी.
किआ कार्निवल की बुकिंग शुरु......3 अक्टूबर को होगी लांच
17 Sep, 2024 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। किआ इंडिया 3 अक्टूबर को अपनी नई कार्निवल लांच करने जा रही है। अब कंपनी ने आधिकारिक तौर पर इसकी बुकिंग शुरु कर दी है। कंपनी की वेबसाइट के द्वारा ऑनलाइन या डीलरशिप के जरिए भी इस बुक करवाया जा सकता है। इच्छुक ग्राहक 2 लाख रुपए देकर किआ कार्निवल को बुक कर सकते हैं। अपकमिंग एमपीवी में 2.2-लीटर, 4-सिलेंडर टर्बो-डीजल इंजन दिया जा सकता है, जो 200 बीएचपी की पावर जेनरेट कर सकता है। कंपनी इसके साथ 1.6-लीटर पेट्रोल हाइब्रिड इंजन भी दे सकती है। 2024 किआ कार्निवल में 12.3 इंच की टचस्क्रीन स्क्रीन, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, रियर इंफोटेनमेंट स्क्रीन, वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले, वायरलेस चार्जर, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, 360-डिग्री कैमरा और हेड-अप डिस्प्ले जैसे फीचर्स मिल सकते हैं।
सोने की कीमतों में गिरावट, चांदी हुई महंगी
17 Sep, 2024 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश के सराफा बाजारों में चांदी के वायदा भाव में मंगलवार को तेजी देखने को मिल रही है, जबकि सोने के वायदा भाव गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। मंगलवार को सोने के वायदा भाव 73,400 रुपये के करीब, जबकि चांदी के वायदा भाव 89,650 रुपये के करीब कारोबार कर रहे थे। वैश्विक बाजार में सोने के वायदा भाव में सुस्ती और चांदी के वायदा भाव में तेजी देखने को मिल रही है। सोने के वायदा भाव की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का बेंचमार्क अक्टूबर कॉन्ट्रेक्ट 198 रुपये की गिरावट के साथ 73,298 रुपये के भाव पर खुला। इस समय यह 76 रुपये की गिरावट के साथ 73,420 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। चांदी के वायदा भाव की शुरुआत तेज रही। एमसीएक्स पर चांदी का बेंचमार्क दिसंबर कॉन्ट्रेक्ट 118 रुपये की तेजी के साथ 89,727 रुपये पर खुला। इस समय यह 41 रुपये की तेजी के साथ 89,650 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। वैश्विक बाजार में सोने के वायदा भाव तेज शुरुआत के बाद नरम पड़ गए, जबकि चांदी के वायदा भाव सुस्त शुरुआत के बाद चढ़ गए। कॉमेक्स पर सोना 2,609.80 डॉलर प्रति औंस के भाव पर खुला। पिछला बंद भाव 2,608.90 डॉलर प्रति औंस था। इस समय यह 3.10 डॉलर की गिरावट के साथ 2,605.80 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार कर रहा था। कॉमेक्स पर चांदी के वायदा भाव 31.07 डॉलर के भाव पर खुले, पिछला बंद भाव 31.13 डॉलर था। इस समय यह 0.02 डॉलर की तेजी के साथ 31.15 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार कर रहा था।
मानसून सीजन ने सितंबर में गिराई डीजल की मांग, 12.3 फीसदी घटी बिक्री
17 Sep, 2024 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। राज्यों के रिटेल विक्रेताओं की डीजल बिक्री सितंबर के पहले पखवाड़े में पिछले महीने की तुलना में कम हो गई। शुरुआती बिक्री डेटा के अनुसार मानसून की बारिश ने औद्योगिक गतिविधि और आवाजाही को प्रभावित किया। दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक और उपभोक्ता भारत में ईंधन की मांग आमतौर पर जून से शुरू होने वाले चार महीने के मानसून सीजन के दौरान कम हो जाती है क्योंकि देश के कुछ हिस्से भारी बाढ़ से प्रभावित होते हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य के खुदरा विक्रेताओं ने सितंबर की पहली छमाही में 2.4 मिलियन मीट्रिक टन डीजल बेचा, जो अगस्त की समान अवधि से 4 प्रतिशत कम और एक साल पहले की तुलना में 12.3 प्रतिशत कम है। डीजल का उपयोग ज्यादातर ट्रकों और वाणिज्यिक वाहनों द्वारा किया जाता है। मुख्य रूप से यात्री वाहनों में उपयोग होने वाले गैसोलीन की बिक्री 1.23 मिलियन टन पर स्थिर रही। हालाँकि, आंकड़ों से पता चलता है कि गैसोलीन की बिक्री पिछले साल पहली सितंबर से 5.1 प्रतिशत कम थी। गतिशीलता को सीमित करने के अलावा मानसून की बारिश ने कृषि क्षेत्र की मांग को भी प्रभावित किया है क्योंकि किसान सिंचाई के लिए गैसोइल से चलने वाले जनरेटर का उपयोग करते हैं। एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में गैसोइल की खपत सीधे औद्योगिक गतिविधि से जुड़ी हुई है। राज्य के खुदरा विक्रेताओं इंडियन ऑयल कॉर्प, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड के पास देश के लगभग 90 प्रतिशत खुदरा ईंधन आउटलेट हैं। चार राज्य ईंधन खुदरा विक्रेताओं ने सितंबर की पहली छमाही में 1.32 मिलियन टन तरलीकृत पेट्रोलियम गैस बेची, जो पिछले महीने से 3.3 प्रतिशत अधिक और पिछले वर्ष से 2.9 प्रतिशत कम है। आंकड़ों से पता चलता है कि विमानन ईंधन की बिक्री पिछले महीने से 1.1 प्रतिशत कम होकर 303,600 टन रही।
रुपया दो पैसे की बढ़त के साथ 83.84 डॉलर पर
17 Sep, 2024 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर रुख और वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बीच रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में दो पैसे मजबूत होकर 83.84 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों में सुस्त रुख और विदेशी पूंजी की निकासी ने स्थानीय मुद्रा की तेजी को सीमित किया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मामूली गिरावट के साथ 83.87 प्रति डॉलर पर खुला, हालांकि शुरुआती सौदों के बाद वापसी करते हुए 83.84 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से दो पैसे की बढ़त दर्शाता है। रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.86 पर बंद हुआ था। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत गिरावट के साथ 100.38 पर रहा।
एलआईसी ने डिजिटल मंच के लिए इंफोसिस को चुना
16 Sep, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने सोमवार को कहा कि उसने अगली पीढ़ी के डिजिटल मंच को अपनाकर अपने डिजिटल रूपांतरण को आगे बढ़ाने के लिए इंफोसिस को चुना है। इस पहल के तहत ग्राहकों, एजेंटों और कर्मचारियों के लिए बेहतर अनुभवों और डेटा आधारित वैयक्तिकरण पर ध्यान दिया जाएगा। कंपनी ने इस सौदे की राशि के बारे में नहीं बताया। एक बयान के अनुसार इंफोसिस ने भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम के साथ अपने सहयोग की घोषणा की, ताकि एलआईसी डीआईवीई नामक अपनी डिजिटल रूपांतरण पहल को आगे बढ़ा सके। सौदे के तहत इंफोसिस अगली पीढ़ी का डिजिटल मंच तैयार करेगी, जो एलआईसी के ग्राहकों, एजेंटों और कर्मचारियों के लिए बेहतर जुड़ाव और डेटा आधारित वैयक्तिकृत अनुभव देने पर ध्यान केंद्रित करेगा। बयान में कहा गया कि एलआईसी ने बैंकिंग, वित्तीय और बीमा क्षेत्रों में इंफोसिस की गहन विशेषज्ञता और अनुभव को देखते हुए उसे चुना।
जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर एक्सेसिबल लग्जरी खंड में प्रवेश करेगी
16 Sep, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुरुग्राम । जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया अगले दो वर्षों में चार नई ऊर्जा वाले वाहन पेश करने की योजना के साथ एक्सेसिबल लग्जरी खंड में प्रवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके लिए एक नयी खुदरा श्रृंखला एमजी सेलेक्ट’ की स्थापना की जा रही है। एक्सेसिबल लग्जरी में ऐसे उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद आते हैं, जो कीमत के लिहाज से सामान्य उत्पादों और अत्यधिक महंगे उत्पादों के बीच में होते हैं। कंपनी की योजना पहले साल में भारत के 12 शहरों में विशेष अनुभव वाले केंद्र स्थापित करने की है। अधिकारी ने बताया कि एमजी सेलेक्ट के साथ हम अगले दो वर्षों में चार नये उत्पाद लाएंगे। उन्होंने कहा कि हम नये मंच और उत्पाद लाएंगे और ये नयी ऊर्जा वाहनों (एनईवी) के मंच होंगे। इसलिए इसमें प्लग-इन हाइब्रिड, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहन होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि एमजी सेलेक्ट पूरी तरह से ईवी श्रृंखला नहीं है।
टोरेंट पावर हरित परियोजनाओं के लिए 64,000 करोड़ निवेश करेगी
16 Sep, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गांधीनगर । टोरेंट पावर ने सोमवार को नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए 64,000 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई। कंपनी ने बताया कि इससे करीब 26,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। विविध क्षेत्र में काम करने वाली टोरेंट समूह की एकीकृत बिजली कंपनी टोरेंट पावर लिमिटेड ने हरित और टिकाऊ भविष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। कंपनी ने सोमवार को गांधीनगर में री-इन्वेस्ट कार्यक्रम के चौथे संस्करण में केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय को दो शपथ पत्र सौंपे। री-इन्वेस्ट का आयोजन नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने सीआईआई के साथ मिलकर किया है। बयान के अनुसार कंपनी ने 2030 तक 57,000 करोड़ रुपये के निवेश से 10 गीगावाट की स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षमता हासिल करने के लिए एक शपथ पत्र सौंपा है। इस निवेश से लगभग 25,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है। दूसरा शपथ पत्र 7,200 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक लाख किलो टन प्रति वर्ष (केटीपीए) क्षमता वाले ग्रीन अमोनिया उत्पादन संयंत्र के लिए है। कंपनी के मुताबिक इससे करीब 1,000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।