मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
अपने घरों में ही हर दिन धर्म से जुड़ी बैठक करते थे हिज्ब-उत-तहरीर के सदस्य
15 May, 2023 02:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । देश विरोधी गतिविधियों के चलते हाल ही में गिरफ्तार किए गए हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के सभी 16 सदस्य अपने घरों में ही हर दिन लगभग एक घंटे की धर्म और अन्य विषयों से जुड़ी बैठक करते थे। इसे 'दर्स' कहा जाता था। इसमें सनातन धर्म की विरोधी बातें भी होती थीं। नए लोगों को जोड़ने के लिए ये सभाएं की जाती थीं। यह भी पता चला है कि भोपाल में करीब एक दर्जन लोग और हैं, जो गिरफ्तार आरोपितों के संपर्क में थे। इनसे भी एटीएस पूछताछ कर सकती है। बता दें कि ये आरोपित 19 मई तक एटीएस की रिमांड पर हैं और इनसे पूछताछ की जा रही है। अपने आवास पर सभा करने में यह खुद को ज्यादा सुरक्षित मानते थे। पहले से जुड़े सदस्यों के अलावा कुछ नए सदस्य भी शामिल होते थे। नया सदस्य पहले से जुड़े लोगों में से ही किसी का नजदीकी होता था। इस कारण उनकी गतिविधियां किसी को पता नहीं चलीं।
इनका सबसे अधिक जोर लोगों को बरगलाकर (ब्रेन वाश कर) कट्टर बनाने पर रहता था। बदल-बदलकर चैटिंग एप का उपयोग करने और अन्य संदिग्ध गतिविधियों के चलते उन्हें पुलिस की कार्रवाई का भी डर था। इस कारण वह अपने घर में कोई हथियार नहीं रखते थे। सिर्फ एक सदस्य के यहां से एयर गन मिली है। जेहादी साहित्य इनके पास बहुत ज्यादा मात्रा में मिला है। एटीएस इनसे पूछताछ कर रही है। इसमें इनकी गतिविधियों के बारे में कुछ और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
शादी के दो महिने बाद ही विवाहिता ने जहर खाकर दी जान
15 May, 2023 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। गुनगा थाना इलाके में शादी के दो महीने बाद नवविवाहिता द्वारा जहर खाकर आत्महत्या किये जाने की घटना प्रकाश में आई है। उसकी शादी मंडीदीप में हुई थी, लेकिन इन दिनो वह परिवार में शादी होने के कारण इन दिनो ससुराल में रह रही थी। थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम चंदेरी, गुनगा में रहने वाली 20 वर्षीय रीतिका मीणा पति राकेश मीणा के पिता खेती किसानी करते हैं। उसकी शादी दो महीने पहले मंडीदीप में हुई थी। शादी के बाद वह ससुराल में रह रही थी, लेकिन परिवार में शादी होने के कुछ दिनो पहले वह ससुराल आ गई थी। यहॉ रितिका ने अपने परिवार वालो को बताया था, कि उसका पति उसे प्रताड़ित करता है। ससुराल आने पर उसकी पति से मोबाइल पर बातचीत होती थी। परिजनो ने पुलिस को बताया कि 1 मई की रात रितिका ने जहरीला पर्दाथ खा लिया था। हादसे की भनक लगने पर परिवार वाले उसे इलाज के लिये चूनाभट्टी स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। इलाज के दौरान उसकी हालत लगातार नाजूक होती गई, आखिरकार बीती 2 मई की सुबह नवविवाहिता ने दम तोड़ दिया। हॉस्पिटल से जानकारी मिलने पर पहुंची चुनाभट्टी पुलिस ने शून्य पर मर्ग कायम कर शव को पीएम के बाद परिवार वालो को सौंपते हुए मर्ग डायरी गुनगा पुलिस को भेज दी। मामला नवविवाहिता से जुड़ा होने के कारण इसकी जॉच एसडीओपी बैरसिया द्वारा की जा रही है। शुरुआती जॉच में सामने आया है कि नवविवाहिता को उसका पति प्रताड़ित करता था, और पति की प्रताड़ना से तंग आकर ही उसने यह कदम उठाया है। अधिकारियो का कहना है कि जॉच के आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी।
एमपी बोर्ड 5वीं और 8वीं के रिजल्ट हुए जारी, ऐसे चेक करें
15 May, 2023 12:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में 17 वर्ष बाद बोर्ड पैटर्न पर हुई 5वीं और 8वीं की परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गए हैं। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार भोपाल में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के सभागार में परिणाम किए। विद्यार्थी अपने परिणाम राज्य शिक्षा केंद्र की वेबसाइट https://rskmp.in/ पर देख सकते हैं।
आधिकारिक वेबसाइट- rskmp.in पर जाएं
होमपेज पर एमपी बोर्ड रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें
एक नया लॉगिन पेज खुलेगा
अपना यूजर आईडी और पासवर्ड डालें
एमपी बोर्ड 5वीं या 8वीं कक्षा की मार्कशीट स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी
चेक करें और डाउनलोड करें
पांचवीं और आठवीं के परीक्षा परिणाम घोषित
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के सभागार में पांचवीं और आठवीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम जारी किए।
मध्यप्रदेश में नहीं बनने देंगे केरल स्टोरी, नहीं चलेगा लव-जिहाद का कुचक्र : सीएम चौहान
15 May, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य की धरती पर लव-जिहाद का कुचक्र नहीं चलने देंगे और राज्य में केरल स्टोरी नहीं बनने देंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश को हम केरल स्टोरी नहीं बनने देंगे। मध्यप्रदेश की धरती पर आतंक के लिए कोई जगह नहीं है। हमने पहले भी सिमी के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। चंबल से डकैतों के आतंक को समाप्त किया है। नक्सलवाद छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा तक सीमित रह गया है। चौहान ने राज्य सरकार की सफलताओं का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साल ही आठ नक्सलवादी मुठभेड़ में ढेर किए गए, वहीं जैसे ही आतंकी संगठन, कट्टरपंथी, इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर प्रदेश में सक्रिय हो रहा है, इसकी जानकारी हुई तो एटीएस ने तुरंत कार्रवाई प्रारंभ की। ऐसी गतिविधियां किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी, इन्हें जड़ से समाप्त करना है।
सीएम ने आतंकी गतिविधियां संचालित करने वाले संगठनों की कार्यशैली को लेकर कहा कि इनका नेटवर्क ऐसा है, जो कई लोगों की जिंदगी तबाह करता है। इनका जो पैटर्न है, पहले धर्मांतरण करो, बेटी से शादी कर उसे भी धर्मांतरित करो और उसके बाद उसे आतंकवाद के दलदल में धकेल दो। मध्य प्रदेश को किसी भी कीमत पर हम केरल स्टोरी नहीं बनने देंगे। यहां लव-जिहाद धर्मांतरण का यह कुचक्र नहीं चलेगा। मध्य प्रदेश की एटीएस की टीम और केंद्रीय एजेंसियों ने संयुक्त रूप से 10 ऐसे लोगों को भोपाल और एक को छिंदवाड़ा से पकड़ा है। सभी पुलिस रिमांड पर हैं। उनसे पूछताछ जारी है। छह आतंकी हैदराबाद से तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार किये है, एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है।
सीएम चौहान ने कहा कि जो आतंकी संगठन से जुड़े लोग पकड़े गए हैं उनमें भोपाल से हिंदू से धर्मांतरित एक शख्स भी शामिल है। इन सब के तार हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े हुए हैं जो कट्टरपंथी संगठन है। इनसे पूछताछ में पता चला कि रायसेन से सटे जंगल में ट्रेनिंग कैंप लगाते थे। समाज में घुलने मिलने के लिए इनमें से कोई ट्रेनर होता था। कोई कंप्यूटर टेक्नीशियन होता था तो कोई दर्जी, कोई ऑटो ड्राइवर इत्यादि का काम कर रहा था।
परीक्षा देने गई युवती हुई गायब,घर में चल रही थी शादी की तैयारी
15 May, 2023 12:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुना । घर में शादी की खुशियों के साथ ही नाते-रिश्तेदारों को आमंत्रण पत्र भी बांटे जा रहे हैं। क्योंकि, 20 मई को उनकी लाड़ली की शादी जो है। लेकिन स्वजनों को अहसास भी नहीं होगा कि 13 मई को पीजी कालेज में पेपर देने आई उनकी लाड़ली अचानक गायब हो जाएगी। महाविद्यालय में एक अन्य युवती द्वारा दिए गए बुर्का को पहनकर लाड़ली आटो में बैठकर चली गई।
लड़का मुझे पसंद नहीं है
इतना ही नहीं, ममेरी बहन को संदेश भी छोड़ा कि जिस लड़के से शादी हो रही है, वह मुझे पसंद नहीं है। इधर, चाचा की शिकायत पर कैंट थाना पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार धरनावदा थानाक्षेत्र की रहने वाली 22 वर्षीय युवती शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एमए की पढ़ाई कर रही है। शनिवार को उसका पेपर था, तो अपने चाचा के साथ सुबह 11 बजे पेपर देने पीजी कालेज पहुंची।
भतीजी को कालेज उतारकर कार्ड बांटने गए थे चाचा
चाचा अपनी भतीजी को कालेज में उतारकर शादी के कार्ड बांटने शाढ़ौरा चले गए। लेकिन जब दोपहर दो बजे वापस कालेज पहुंचे, तो भतीजी गायब मिली। पुलिस के अनुसार युवती ने अपनी ममेरी बहन को मैसेज किया कि जिस लड़के से उसकी शादी हो रही है, वह उसे पसंद नहीं है इसलिए वह घर छोड़कर जा रही है। कैंट थाना प्रभारी विनोद छावई ने बताया कि कालेज से गायब युवती की गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
बुर्का पहनकर दूसरी युवती के साथ आटो से रवाना
इधर, जब चाचा की अपनी भतीजी नहीं मिली, तो उन्होंने कालेज के सीसीटीवी कैमरों में देखा, तो एक युवती दोपहर 12.48 बजे बुर्का पहनकर कालेज से जाती हुई दिख रही है। कालेज में एक लड़की बुर्के में आई, जिसने उसे बुर्का दिया। इसके बाद भतीजी ने बुर्का पहना और दोनों एक साथ निकल गईं। कालेज से निकलकर वह हनुमान चौराहा पर पहुंची। यहां से उन्होंने आटो बदला और कैंट रोड तरफ चली गईं।
20 मई को होना है शादी
जानकारी के अनुसार जो युवती कालेज से गायब हुई है, उसकी शादी 20 मई को होना है। घर में शादी की तैयारियां चल रही हैं। आमंत्रण पत्र बांटे जा रहे हैं। लेकिन शादी के करीब छह दिन पहले अचानक लाड़ली के गायब होने से परिवार की खुशियां काफूर हो गई हैं।
भोपाल में छेड़खानी का विरोध करने पर महिला को बाल पकड़कर घसीटा
15 May, 2023 12:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । अयोध्या नगर में एक महिला के साथ शनिवार देर रात आधा दर्जन लोगों ने मिलकर मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। महिला का आरोप है कि आरोपित होटल में बैठकर शराब पी कर अश्लील इशारे कर रहे थे। जब विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर बाल पकड़कर घसीट दिया गया। आरोपित एक पुलिसकर्मी के करीबी थे, इस कारण पुलिस छेड़खानी के स्थान पर धमकाने और मारपीट का मामला दर्ज किया, महिला का कहना है कि उसके खिलाफ भी एफआइआर दर्ज करने का दबाव बनाया गया। अयोध्या नगर में िस्थत राजबंधन होटल पर 35 वर्षीय महिला होटल के बाहर अपने रिश्तेदार के साथ बैठी थी, उस समय एक युवक आया खान खाने आया, जो जो एक पुलिस पुलिसकर्मी की जमीन पर काम करता है। उसने पीडिता की रिश्तेदार को देखकर अश्लील इशारे करना शुरू कर दिए। महिला ने विरोध किया तो युवक ने फोन कर कुछ लोगों को बुलाकर महिला के साथ मारपीट कर दी और उसके बाल पकड़कर घसीट दिया। घटना के बाद जब बवाल मचा तो पुलिस मौके पर पहुंच गई। आरोपितों की पहचान ओमप्रकाश , मोहन लोधी, वीरेंद्र राजपूत और उदयभान के रूप में हुई है।
महिला का आरोप , पुलिस मिल गई
महिला का आरोप है कि आरोपित एक पुलिसकर्मी के यहां काम करता है, इसलिए पुलिस ने उनको एफआइआर दर्ज कराने पर धमकाया।मारपीट करने वाले पुलिस कर्मी के लोग थे, इसलिए छेड़खानी के स्थान पर मारपीट की एफआइआर की गई है। टीआइ नीलेश अवस्थी का कहना है कि मामले में आरोपित पक्ष पर एफआइआर कर ली गई है। महिला का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भी बहुप्रसारित हो रहा है। इसमें वह मारपीट के बाद घाव दिखा रही है।
स्वराज भवन का भूमि कर सीएम शिवराज बोले भिंड के विकास में नहीं छोड़ेंगे कसर
15 May, 2023 11:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भिंड । भिंड जिले की लहार तहसील में स्थित रावतपुराधाम में सोमवार की सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वराज भवन का भूमि पूजन, पौधारोपण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि भिंड के विकास में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ी जाएगी। हमेशा ही भिंड सहित प्रदेश के विकास में लगे हुए हैं। भूमिपूजन के बाद सीएम हेलीकाप्टर से भोपाल के लिए रवाना हो गए। बता दें कि रविवार की शाम सीएम अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ रावतपुराधाम पहुंचे थे। जहां उन्होंने मां ललिता देवी का अनुष्ठान किया था। सोमवार की सुबह आठ बजे सीएम अपनी पत्नी के साथ मंदिर परिसर में बने आस्था मंच पहुंचे। इस दौरान रावतपुरा महंत रवि शंकर महाराज भी मौजूद रहे। रावतपुराधाम के सानिध्य में यहां पूजा पाठ शुरू किया गया। पूजन सुबह 10 बजे तक चला। इसके बाद सीएम ने मंदिर परिसर में पौधारोपण किया। वहीं मंदिर परिसर से बाहर निकलकर सुबह 10.30 बजे सीएम महिला स्वराज भवन का भूमिपूजन करने पहुंचे। बता दें कि यह भवन महिलाओं के कल्याणार्थ संचालित स्व सहायता समूहों के लिए शुरू किया जा रहा है। भूमिपूजन के दौरान सीएम के साथ रावतपुरा महंत, भिंड विधायक संजीव सिंह मौजूद रहे। इसके बाद सीएम हैलीपेड के लिए रवाना हो गए। हैलीपेड पर पूर्व विधायक रसाल सिंह, मथुरा प्रसाद महंत सहित अन्य नेता पहुंचे थे।
हुनमानजी की पूजा के लिया था रविशंकर महाराज का आशीर्वाद
यहां बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह रविवार शाम को ही रावतपुरा सरकार मंदिर में आ गए थे और रात्रि विश्राम किया था। रावत पुरा में आने के बाद मुख्यमंत्री ने सबसे पहले हनुमानजी के दर्शन किए और रावतपुरा के महंत रविशंकर महाराज का आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्हाेंने पार्टी के कार्यकर्ताओं नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान मंत्री ओपीएस भदौरिया, भिंड विधायक संजू कुशवाह भी मौजूद थे।
मंदिर के पास ही बनाया गया था हैलीपेड
मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए रावतपुरा में मंदिर परिसर से 5 सौ मीटर की दूरी पर ही हैलीपेड बनाया गया था। जहां पर मुख्यमंत्री का हैलीकाप्टर उतरा था।
मप्र में 6 हजार से अधिक लोगों को सेवानिवृत्ति के बाद भी नहीं मिला पेंशन का लाभ
15 May, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद शेष जीवन पेंशन के भरोसे जीने की आश होती है, लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसे साढ़े छह हजार से अधिक प्रकरण लंबित है, जिनमें सेवानिवृत्त होने के बाद भी लोगों को पेंशन का लाभ नहीं मिला है।
हालांकि यह आंकड़ा पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी कम हो गया है। वर्ष 2022 में पेंशन के 39,273 प्रकरण लंबित थे। एक अप्रैल 2023 की स्थिति में प्रदेश में पेंशन के 6,527 प्रकरण लंबित है। इधर सरकार का दावा है कि निराकरण के बाद पेंशन प्रकरणों में एक साल में 50 प्रतिशत की कमी हुई है।
30 जून तक लंबित प्रकरणों के निराकरण का रखा लक्ष्य
राज्य सरकार का दावा है कि एक वर्ष में प्रकरणों का त्वरित निराकरण करते हुए लंबित पेंशन प्रकरणों की संख्या में 50 प्रतिशत कमी की गई हैं। 31 मार्च 2023 तक लंबित 4619 प्रकरण निराकरण योग्य तो है, लेकिन इनमें यह देखा जाएगा कि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के प्रकरणों में विभागीय जांच/ न्यायायलय प्रकरण आदि तो नहीं है। ऐसे प्रकरणों का शत-प्रतिशत निराकरण 30 जून 2023 तक करने का लक्ष्य रखा गया है। शेष 1267 प्रकरण लोकायुक्त / न्यायालय में लंबित है और 641 प्रकरणों की विभागीय जांच चल रही है।
सरकारी जमीन पर काबिज 90 हजार लोगों को मिलेगा मालिकाना हक
15 May, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लोगों को तीन साल पुराना रिकार्ड और कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार प्रीमियम देना होगा
भोपाल । जिले की सरकारी जमीन पर निवास कर रहे लगभग 90 हजार लोगों को मालिकाना हक मिल सकेगा। इसके लिए लोगों को तीन साल पुराना रिकार्ड और कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार प्रीमियम देना होगा। अब तक 31 दिसंबर 2014 तक सरकारी जमीन पर काबिज लोगों को ही रिकार्ड दिखाना पड़ता था, इससे सिर्फ 30 हजार लोगों को फायदा मिलता था, लेकिन धारणाधिकार नियमों में संशोधन के बाद से 31 दिसंबर 2020 तक काबिज लोग मालिकाना हक पाने के पात्र हो गए हैं। अब इसमें 60 हजार परिवार और नए जुड़ गए हैं। बता दें कि अब तक करीब 9,560 परिवारों ने मालिकाना हक के लिए आवेदन दिया है। इसमें 2,453 परिवारों को जमीन का मालिकाना हक दिया जा चुका है।
गूगल मैप से होगा सत्यापन
धारणाधिकार के तहत वर्ष 1989 से 31 दिसंबर 2014 तक (25 साल) रहने का रिकार्ड पेश करना पड़ रहा था, अब इसे बढ़ाकर 31 दिसंबर 2020 कर दिया है। जिला प्रशासन गूगल मैप के जरिये के 2020 तक सरकारी जमीन पर काबिज लोगों का सत्यापन करेगा।
जमीन की लीज देना पड़ेगी
सरकारी जमीन पर काबिज परिवारों को चार रुपये प्रति वर्गमीटर सालाना भू-भाटक पर जमीन की लीज देना पड़ेगी। इसके तहत एक हजार वर्गफीट के मकान का सिर्फ 400 रुपये लीज रेंट सालाना जमा करना पड़ेगा। ऐसी जमीनें जो पहले से सरकारी थीं, वहां काबिज लोगों को वर्तमान कलेक्टर गाइडलाइन की दर से पांच प्रतिशत प्रीमियम देना पड़ता था, जिसे घटाकर एक प्रतिशत कर दिया गया है।
कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार देना होगा प्रीमियम
नगरीय क्षेत्र की सरकारी भूमि पर जो लोग 31 दिसंबर 2020 या उससे पहले से रह रहे हैं, वे वर्तमान कलेक्टर गाइडलाइन की दर से एक प्रतिशत प्रीमियम चुकाकर पट्टा ले सकेंगे। ऐसे लोग 31 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं।
यह दस्तावेज देना पड़ेंगे
बिजली बिल, जल प्रदाय बिल, किसी सरकारी कार्यालय का कोई पत्र या दस्तावेज, जनगणना 2011 में उल्लेखित पता संपत्ति कर, मतदाता सूची में नाम आदि। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान-दो के तहत धारणाधिकार का भी लाभ पात्र हितग्राहियों को दिया जाएगा। प्राप्त आवेदनों का परीक्षण करने के बाद ही लोगों को सरकारी भूमि पर रहने का मालिकाना हक दिया जाएगा। नियम में बदलाव के बाद से इनकी संख्या संभवत: बढ़ गई है।
आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक बोले-
15 May, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्र मप्र में पेट्रोल डीजल के दाम 30 रुपये कम करना चाह रही, मप्र सरकार ही खिलाफ
भोपाल । मध्यप्रदेश में केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम 30 रुपये तक कम करना चाहती है। इसके लिए दो बार बैठकें भी हो चुकी हैं, लेकिन सहमति नहीं बन पाई है। मध्यप्रदेश सरकार ही केंद्र के इस निर्णय के खिलाफ है। यह बातें आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक और ग्राहक पंचायत के राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनकर सबनीस ने कही।
वे इंदौर में आयोजित अभ्यास मंडल की व्याख्यानमाला में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देशभर में पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहती है। यदि यह संभव हुआ तो देशभर में पेट्रोल और डीजल के दाम में बड़ा भारी अंतर आएगा। सबनीस ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में दो बैठकें हुई हैं जिसमें हम राज्यों को इससे होने वाले फायदे बता चुके हैं।
मध्यप्रदेश सरकार का डर गलत
सबनीस ने कहा, मध्य प्रदेश सरकार समेत अन्य राज्यों को यह आशंका है कि जीएसटी के दायरे में पेट्रोल और डीजल के आने से उनकी कमाई में भारी गिरावट आएगी। इस पर केंद्र सरकार उन्हें अतिरिक्त सहयोग देने के लिए तैयार है लेकिन इसके बावजूद कुछ राज्य इस पर सहमति नहीं बना पा रहे हैं।
उप्र में पेट्रोल डीजल मप्र से सस्ता फिर भी वहां हो रहा तेज विकास
सबनीस ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार केंद्र के इस निर्णय पर मौखिक सहमति दे चुकी है। वहां पहले से ही मध्यप्रदेश की तुलना में पेट्रोल और डीजल के दाम बहुत कम हैं फिर भी वह यह नहीं कह रहे की राज्य का बजट कम हो जाएगा या विकास कार्यों पर असर पड़ेगा जबकि मप्र में कहा जाता है की इससे राज्य का बजट कम हो जाएगा और विकास कार्यों पर असर पड़ेगा। यदि मध्यप्रदेश सरकार और अन्य सभी राज्य इस पर सहमति बना लें तो देशभर में पेट्रोल और डीजल के दाम बहुत कम हो जाएंगे। सबनीस ने इसके अलावा कई अन्य विषयों पर भी बातचीत की और कहा कि ग्राहकों को जागरूक होना पड़ेगा तभी बाजार बेहतर बनेंगे।
कर्नाटक हार के बाद एमपी में रणनीति बदलेगी भाजपा
15 May, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद अब भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों का फोकस पांच राज्यों में शिफ्ट होने जा रहा है। हिंदी पट्टी के अहम राज्य मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में दोनों के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा। इन तीनों राज्यों में एकमात्र मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है। बाकी दोनों जगह पार्टी विपक्ष की भूमिका है। बीजेपी की कोशिश है कि 2023 में वह तीनों राज्यों में फिर से सत्ता पर काबिज हो सके।
कर्नाटक के चुनाव परिणाम का सीधा असर मध्यप्रदेश की राजनीति पर पड़ना तय माना जा रहा है। छह महीने बाद प्रदेश में चुनाव होना हैं। यहां भी भाजपा के कमोबेश वैसे ही हाल हैं, जो कर्नाटक में थे। कर्नाटक की तरह ही मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा है। शिवराज सरकार के मंत्रियों पर सबसे ज्यादा आरोप हैं। सरकार में अफसरशाही के दबदबे के अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं की नाराजगी भी सबसे अहम मुद्दा है। शिवराज सरकार की अनेक लोकलुभावन घोषणाओं के बावजूद कई सर्वे रिपोर्ट में भाजपा की हालत खराब नजर आ रही है। मुख्यमंत्री के प्रति पार्टी के ही वरिष्ठ नेताओं में गहरी नाराजगी है। पार्टी के कार्यकर्ता भी अपने सीएम से जबरदस्त निराश दिख रहे हैं। इसका मुख्य कारण अफसरशाही है जहां पार्टी कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं हो रही है।
इन चुनाव परिणामों ने केंद्रीय नेतृत्व को परेशानी में डाल दिया है। हाईकमान लंबे समय से एमपी में सत्ता और संगठन में बड़े बदलावों की तैयारी कर रहा था। अब इन तैयारियों को अमलीजामा पहनाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। यह उन नेताओं के लिए राहत की बात हो सकती है, जिन्हें मंत्रिमंडल से बाहर करने की आशंका जताई जा रही थी। जिन नेताओं को चुनाव में टिकट कटने का डर सता रहा था, वे भी फिलहाल राहत की सांस ले सकते हैं। बीजेपी नेतृत्व मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में गुजरात फार्मूला लागू करने की तैयारी कर रहा है। गुजरात में एंटी इनकंबेंसी से निपटने के लिए करीब 40 फीसदी सीटिंग विधायकों की जगह नए चेहरों को बीजेपी ने टिकट दिया था। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदलने के साथ कैबिनेट में भी बदलाव किया गया था। कर्नाटक के नतीजों के बाद बीजेपी को एमपी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति नए सिरे से बनानी होगी।
नाम न छापने के अनुरोध पर एक सांसद ने कहा कि, भाजपा हाईकमान मध्यप्रदेश को लेकर एक बड़ी सर्जरी कर सकता है। संगठन में फेरबदल होने की चर्चा बहुत तेज है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। अब यह देखने लायक होगा कि उन्हें बदला जाता है या नहीं। चुनाव से पांच माह पहले पार्टी सीएम बदलकर अब कोई जोखिम नहीं लेगी। क्योंकि अगर सीएम बदला जाता है तो जनता के सामने चेहरे का संकट होगा। ऐसे में पार्टी ये जोखिम लेने से बचेगी। हाईकमान आने वाले दिनों में किसी केंद्रीय स्तर के नेता को प्रदेश की जिम्मेदारी देगी ताकि चुनाव से पहले सत्ता संगठन के बीच तालमेल बनाया जा सके।
कर्नाटक के चुनाव परिणाम आने के बाद आने वाले दिनों में प्रदेश के कई बड़े नेताओं का भविष्य तय होगा। लंबे समय से संगठन में बदलाव की मांग की जा रही है। जबकि लंबे अरसे से मंत्रिमंडल के विस्तार से लेकर कई नियुक्तियों का मामला लंबित है। पार्टी अब जल्द इस पर निर्णय लेगी ताकि अंसतोष को खत्म किया जा सके। हाल ही में सत्ता और संगठन ने हर जिले में जाकर कार्यकर्ताओं से मिलकर गोपनीय सर्वे भी किया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान भी टिकट के ख्वाहिश मंदों की रिपोर्ट ले चुके हैं। टिकटों के दावेदारों के लिए तीन तीन इंटरनल सर्वे भी किया जा रहा है। खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपने समर्थकों और अपनी स्थिति जानने के लिए सर्वे तक करवा चुके हैं। संगठन के सर्वे में मोटे तौर पर यह बात निकल कर सामने आई है कि सत्ता और संगठन के बीच तालमेल की कमी है। कार्यकर्ताओं में असंतोष है। जबकि सीएम के सर्वे में मंत्रियों के प्रति नाराजगी और संगठन की कमजोरी उजागर हुई है। संगठन ने अपने सर्वे में दावा किया कि, अफसरशाही इतनी हावी है कि कार्यकर्ताओं और लोकल नेताओं की सुनवाई नहीं हो रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने स्मार्ट उद्यान में जाट महासभा के पदाधिकारियों के साथ पौध-रोपण किया
14 May, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट उद्यान में आम, अमरूद और बरगद के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री के साथ जाट महाकुंभ के लिये भोपाल पधारे विभिन्न प्रांतों के प्रतिनिधियों और जाट महासभा के पदाधिकारियों ने भी पौध-रोपण किया। प्रमुख रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा, हरियाणा के अभय चौटाला सतीश नांदल, मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल पप्पू गोरा, शिव पटेल, राधे जाट, संदीप बेड़ा, राजेश पटेल, एच. पी. सिंह, ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह और डॉ. राहुल पटेल शामिल थे। मुख्यमंत्री चौहान के नरेंद्र सलूजा और उनके पुत्र मीत सलूजा ने अपनी जन्म- वर्षगाँठ पर साथ पौध-रोपण किया।
मुख्यमंत्री चौहान को सीताराम महायज्ञ में पधारने का निमंत्रण
14 May, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज बकतरा जिला सीहोर के नागरिकों के प्रतिनिधि-मंडल ने भेंट कर सीताराम महायज्ञ में पधारने का निमंत्रण दिया। यह महायज्ञ राम जानकी मंदिर प्रांगण बकतरा में 20 से 28 मई की अवधि में हो रहा है। यज्ञ के साथ ही श्रीराम दरबार एवं शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव भी होगा।
मुख्यमंत्री चौहान से भेंट करने वालों में महंत गिरीश दास पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल, सहित लाल सिंह पटेल, महेश पटेल, गणेश पटेल, मंगल सिंह, उदय पटेल, बीएल चौहान और विनोद चौहान आदि शामिल थे। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रतिनिधि-मंडल द्वारा दिए गए सुझावों के संदर्भ में जिला प्रशासन सीहोर को आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए निर्देश दिए।
प्रदेश में बनेगा वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड : मुख्यमंत्री चौहान
14 May, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जाट समाज साहसी, परिश्रमी और वीर समाज है। यह समाज देश के लिए अन्न भंडार भरने का कार्य भी करता है। भारतीय सेना में जाट रेजीमेंट को शामिल किया गया है। समाज में महाराज रणजीत सिंह से लेकर महाराजा यशोधर्मन, सूरजमल, भक्त कर्माबाई, महाराजा पोरस, पूरनमल, राजा महेंद्र प्रताप सिंह जैसी हस्तियाँ रही हैं। वीर तेजाजी महाराज जाट समाज के आराध्य हैं। इस नाते जाट समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए मध्यप्रदेश में वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा। तेजाजी महाराज के निर्वाण दिवस तेजा दशमी पर ऐच्छिक अवकाश भी रहेगा। साथ ही शैक्षणिक भवन के लिए भोपाल, इन्दौर और ग्वालियर में आवश्यक पहल की जाएगी। स्कूली पाठ्यक्रम में जाट महापुरूषों के इतिहास को भी शामिल किया जाएगा, जिससे युवा पीढ़ी प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त कर सके।
मुख्यमंत्री चौहान आज भोपाल के बीएचईएल दशहरा मैदान में जाट महाकुंभ को संबोधित कर रहे थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा, मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल, विधायक नीना वर्मा, हरियाणा से आए अभय चौटाला, यशपाल मलिक, महिला मोर्चा मध्यप्रदेश की अध्यक्ष माया नारोलिया, प्रहलाद पटेल, सानिका जाट, हनुमान बेनीवाल, युद्धवीर सिंह, शैलाराम सारण, राधेश्याम पटेल, रामदीन पटेल, बीलाश पटेल, नरेन्द्र जाखड़, शिव पटेल, राधेश्याम पटेल, निर्मल चौधरी सहित जाट समाज के जन-प्रतिनिधि और संस्थाओं के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी जाट समाज के प्रतिनिधि सम्मेलन में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने महाकुंभ में आए प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि वीर तेजस्वी तेजाजी महाराज ने गो-हत्या रोकने और गो-वंश-संरक्षण के लिए अथक प्रयास किए। ऐसा माना जाता है कि जाटों की उत्पत्ति भगवान शिव की जटाओं से हुई है। मुगलों के प्रतिरोध के लिए जाट एक बड़ी सैन्य शक्ति के रूप में सामने आए थे। भरतपुर के शासक राजाराम जाट ने औरंगजेब के खिलाफ संगठित विद्रोह का कार्य किया था। उसी तरह महाराजा सूरजमल और उनके पुत्र जवाहर सिंह के शौर्य की कथाएँ सुनने को मिलती हैं। राजा नाहर सिंह, हीरा सिंह, भूपिंदर सिंह, रघुवीर सिंह जींद, राजा महेंद्र प्रताप सिंह जैसे जाट शासकों ने अमिट छाप छोड़ी है। स्वामी केशवानंद ने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया और समाज-सुधार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मध्यप्रदेश के नर्मदांचल में हरदा, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, देवास, धार और इन्दौर में बड़ी संख्या में जाट समाज निवास करता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने समाज द्वारा दिए गए अन्य सुझावों पर भी परीक्षण के बाद आवश्यक कदम उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें बाल्यकाल में जाट समाज से काफी स्नेह मिला है। सार्वजनिक जीवन में कार्य की शुरुआत के दौर में वरिष्ठ नेता विक्रम वर्मा का मार्गदर्शन मिला। इसके बाद एक साथी के रूप में कमल पटेल जुड़े। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रारंभ में तेजाजी महाराज की तस्वीर के समक्ष नमन किया। जाट महाकुंभ में पधारे अतिथियों का स्वागत किया गया।
स्वागत भाषण में लक्ष्मीनारायण (पप्पू भाई) गोरा ने जाट समाज के महापुररूषों के योगदान की जानकारी दी। जाट समाज के साहस और शौर्य की प्रतीक हस्तियों पर केन्द्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
एम्प्री प्रदेश का इंजन ऑफ इनोवेशन बने : राज्यपाल पटेल
14 May, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि "एक सप्ताह-एक प्रयोगशाला" कार्यक्रम आत्म-निर्भर भारत निर्माण की सार्थक पहल है। कार्यक्रम से भावी पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण के प्रयासों में योगदान की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि सी.एस.आई.आर. एम्प्री प्रदेश में अनुसंधान, शिक्षा और उद्योग जगत के बीच सार्थक और समान हिस्सेदारी वाली साझेदारी विकसित कर इंजन ऑफ इनोवेशन बने।
राज्यपाल पटेल आज कॉउंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के एडवांस्ड मैटेरियल्स एंड प्रोसस्सेस रिसर्च इंस्टिट्यूट (सी.एस.आई.आर. एम्प्री) के सभागार में "एक सप्ताह-एक प्रयोगशाला" के शुभारंभ अवसर पर शिक्षाविद, शोधकर्ता, उद्योगपति, उद्यमी, स्टार्ट-अप, स्कूल और कॉलेज के छात्र और आम जनता को संबोधित कर रहे थे। एम्प्री की गतिविधियों पर केन्द्रित फिल्म का प्रदर्शन और वन वीक वन लेब पुस्तिका का लोकार्पण किया गया। संस्थान द्वारा उद्यम के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए दस्तावेज का विनिमय भी किया गया।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि दुनिया में आज वही राष्ट्र और समाज आगे होगा, जो तकनीकी ज्ञान में दूसरों की तुलना में आगे रहेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमारे नागरिकों की सोच और समाज का वातावरण वैज्ञानिक हो, इसके लिए बहुआयामी प्रयास किए हैं। जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान को आगे बढ़ाते हुए जय अनुसंधान के द्वारा देश में विज्ञान और अनुसंधान के लिए मज़बूत वातावरण निर्मित किया है। उन्होंने नई शिक्षा नीति के द्वारा समग्र, अनुसंधान, चर्चा और विश्लेषण आधारित शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने का क्रांतिकारी कार्य किया है। नई शिक्षा नीति में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसे व्यावहारिक विज्ञान के विषयों को ज्ञान की अन्य शाखाओं से जोड़ा गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इंटरएक्टिव प्रयोगशालाओं के जरिए विज्ञान को मज़ेदार, रोचक और जानकारी पूर्ण बनाते हुए, बचपन से ही बच्चों में वैज्ञानिक शिक्षा के प्रति रूझान बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण और विवेक पूर्ण सोच विकसित करने में सी.एस.आई.आर जैसी संस्थाओं और वैज्ञानिकों का आगे आना सराहनीय पहल है।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि आज़ादी का अमृत उत्सव राष्ट्र के अतीत के गौरव से युवाओं को परिचित और आज़ादी के 100 वर्षों की पूर्णता पर राष्ट्र के भविष्य निर्माण के लिए प्रतिबद्ध भावी पीढ़ी तैयार करने का संकल्प है। इस प्रसंग में सी.एस.आई.आर. एम्प्री को पिछले वर्षों की यात्रा का अभिलेखन कर, वर्ष 2047 के लिए एक विजन विकसित करना चाहिए।
सी.एस.आई.आर. एम्प्री के निदेशक डॉ. अवनीश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सप्ताह के दौरान 14 से 18 मई तक अलग-अलग तरह के 10 कार्यक्रम किये जायेंगे। इसका उद्देश्य प्रयोगशाला के शोध को आमजन तक पहुँचाना है। उन्होंने बताया कि रीजनल रिसर्च लेबोरेटरी के रूप में 14 मई 1981 को संस्थान की नई दिल्ली में स्थापना हुई थी, जिसे वर्ष 1983 में भोपाल स्थानांतरित कर दिया गया। वर्ष 2007 में भविष्यवादी दृष्टिकोण के साथ संस्थान का पुनर्गठन किया गया। संस्थान के 100 वैज्ञानिकों और तकनीशियनों की टीम निरंतर डिजिटल एवं हरित परिवर्तनों में अपनी भूमिका के प्रभावी निर्वहन के लिए शोध एवं अनुसंधान कार्य कर रही है।
सी.एस.आई.आर. एम्प्री के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. मोहम्मद अकरम खान ने आभार माना। प्रारम्भ में राज्यपाल पटेल ने आयोजन स्थल पर प्रयोगशाला के शोध एवं अनुसंधान कार्यों पर केन्द्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। स्टाल पर अनुसंधानों के व्यवहारिक उपयोग और वाणिज्यिक संभावनाओं संबंधी जानकारी प्राप्त की।