व्यापार (ऑर्काइव)
डॉलर के मुकाबले 19 पैसे गिरा रुपया....
11 Aug, 2023 05:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर बाजारों में कमजोर धारणा और विदेशों में प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले मजबूत डॉलर के बीच शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे की गिरावट के साथ 82.85 (अनंतिम) पर बंद हुआ। विश्लेषकों ने कहा कि हालांकि, विदेशी फंड प्रवाह और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से भारतीय मुद्रा को समर्थन मिला, जबकि निवेशक भारत के औद्योगिक उत्पादन संख्या का इंतजार कर रहे थे।
रुपया हुआ कमजोर
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, स्थानीय इकाई अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.75 पर खुली। इंट्रा-डे कारोबार के दौरान इसने 82.73 के शिखर को छुआ और 82.87 के निम्नतम स्तर को छुआ, फिर डॉलर के मुकाबले 82.85 (अनंतिम) पर बंद हुआ, जो कि पिछले बंद से 19 पैसे कम है। बीते दिन गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे की तेजी के साथ 82.66 पर बंद हुआ।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा
सकारात्मक अमेरिकी डॉलर और कमजोर घरेलू बाजारों के कारण भारतीय रुपये में गिरावट आई। हालांकि, एफआईआई प्रवाह और कच्चे तेल की कीमतों में रात भर की गिरावट ने गिरावट को कम कर दिया। व्यापारी भारत के औद्योगिक उत्पादन और यूएस पीपीआई और उपभोक्ता भावना डेटा से संकेत ले सकते हैं। हमें उम्मीद है कि निकट अवधि में USDINR स्पॉट 82.40 से 83.30 के बीच कारोबार करेगा। भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में भी प्रमुख ब्याज दर को अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया, लेकिन खाद्य पदार्थों की कीमतों से मुद्रास्फीति बढ़ने पर सख्त नीति का संकेत दिया। जुलाई में अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति में नरमी दिखने के बाद विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर मजबूत हुआ, जिससे उम्मीद बढ़ी कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व दर वृद्धि को रोक देगा। इस बीच, डॉलर इंडेक्स जो दुनिया की छह करेंसी की एक टोकरी है। इसमें डॉलर की ताकत का अनुमान लगाता है। डॉलर 0.11 प्रतिशत बढ़कर 102.64 पर पहुंच गया। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.19 प्रतिशत गिरकर 86.24 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को 331.22 करोड़ रुपये की शेयर खरीदी।
शेयर मार्केट कैसा रहा
आज 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 365.53 अंक या 0.56 प्रतिशत गिरकर 65,322.65 पर बंद हुआ। व्यापक एनएसई निफ्टी 114.80 अंक या 0.59 प्रतिशत गिरकर 19,428.30 पर आ गया। आज एचसीएल टेक्नोलॉजीज, पावर ग्रिड, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए हैं।
सिंगापुर और यूएई के बाद अब पश्चिमी देशों में फैलेगा UPI का नेटवर्क....
11 Aug, 2023 10:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बीते दिन मौद्रिक नीति पर लिए गए फैसलों का एलान किया है। इसी के साथ आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि यूपीआई की पहुंच अब विदेश तक पहुंच रहा है। पश्चिमी देशों के साथ जापान में भी यूपीआई अपनी पहुंच बना रहा है। 21 फरवरी, 2023 को आरबीआई ने सिंगापुर के Paynow के साथ यूपीआई को लिंकेज किया है। इसके बाद दोनों देशों के बीच तेज और अधिक पारदर्शी तरीके से यूपीआई भुगतान शुरू हुआ।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपने सिंगापुर के समकक्ष रवि मेनन, जो सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक हैं, के साथ मिलकर नया लिंकेज लॉन्च किया।
तीसरी मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए, गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई यूपीआई भुगतान में एआई (AI) का उपयोग करने और यूपीआई-लाइट में ऑफलाइन पेमेंट में उपयोग की जाने वाली नियर-फील्ड संचार (एनएफसी) तकनीक को तैनात करने की योजना बना रहा है। इस से यूपीआई लाइट हो रहे छोटे ट्रांजेक्शन की लिमिट को 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया।
जापान में भी पहुंच जाएगा यूपीआई
विदेश में कई देशों में यूपीआई के जरिये पेमेंट शुरू हो चुका है। सिंगापुर के साथ कोलेबोरेशन पहले ही हो चुका है। हाल में यूपीआई को यूएई की भुगतान प्रणाली इंटीग्रेटेड पेमेंट प्लेटफॉर्म (आईपीपी) के साथ जोड़ा गया है। इसके लिए आईपीपी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर भी किया गया है।
बाहर के देशों को यूपीआई से जोड़ने को लेकर शक्तिकांत दास ने कहा कि आने वाले महीनों में कई देशों में यूपीआई के जरिये भुगतान हो सकेगा। कुछ अन्य देशों के साथ भी उनकी भुगतान प्रणालियों को यूपीआई के साथ जोड़ने के लिए चर्चा चल रही है। इसमें कुछ उन्नत अर्थव्यवस्थाएं भी शामिल हैं। इन्होंने यूपीआई से जुड़ने में रुचि दिखाई है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि यूपीआई अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हो गया है।यह शायद दुनिया में सबसे कुशल और उन्नत भुगतान प्रणाली है। हाल ही में जी 20 (G20) के वित्त मंत्रियों और गवर्नरों की बैठक में, यूपीआई को व्यापक रूप से मान्यता दी गई थी। जल्द ही कई और देशों में यूपीआई के जरिए पेमेंट हो पाएगी।
आपको बता दें कि यूपीआई से लिंकेज करने के लिए हाल में ही जापानी मंत्री ने संपर्क किया है। इसकी जानकारी डिप्टी गवर्नर ने दी है। डिप्टी गवर्नर कहते हैं कि हमें खुशी है कि जापान जैसा उन्नत अर्थव्यवस्था वाला देश यूपीआई में रुचि दिखा रहा है।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
11 Aug, 2023 10:52 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश की सरकारी तेल कंपनियों ने शुक्रवार को पेट्रोल-डीजल के नए दाम जारी कर दिये हैं। आपको बता दें कि तेल कंपनी रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के दामों को रिवाइज करते हैं। आज भी पेट्रोल-डीजल के नए रेट्स जारी किये गए हैं। वैसे तो गाड़ी चालक के लिए आज भी राहत की खबर है।
पिछले साल मई में पेट्रोल-डीजल के दाम बदले गए थे। अभी देश में पेट्रोल-डीजल के दाम जैसे के तैसे बने हुए हैं। आइए जानते हैं आज आपके शहर में प्रति लीटर पेट्रोल-डीजल की कीमत कितनी है?
कच्चे तेल के दाम
पेट्रोल-डीजल की कीमत वैश्विक कच्चे तेल की कीमत के आधार पर तय किया जाता है। वैश्विक कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। ब्रेंट क्रूड का भाव 0.56 गिरावट के साथ 82.90 डॉलर प्रति बैरल और डब्लूटीआई क्रूड 83.05 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है। पेट्रोल -डीजल की कीमत में ढुलाई की लागत, टैक्स और डीलर कमीशन आदि शामिल होता है। हर राज्य में इनके चार्जिस अलग होती है। इस वजह से हर राज्य में पेट्रोल -डीजल की कीमत लगभग अलग होता है।
आप अपने फोन से भी पेट्रोल-डीजल के ताजा रेट्स चेक कर सकते हैं। आपको अपने फोन से 92249 92249 पर RSP डीलर कोड लिखकर मैसेज करना है। इसके बाद आप अपने शहर के पेट्रोल-डीजल के नए रेट्स के बारे में जान सकते हैं। इंडियन ऑल ऐप के जरिये भी पेट्रोल-डीजल के रेट चेक कर सकते हैं।
लाल निशान पर खुला शेयर बाजार; सेंसेक्स 183 अंक टूटा, निफ्टी 19500 से फिसला....
11 Aug, 2023 10:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के साथ कारोबार की शुरुआत हुई। बाजार के प्रमुख इंडेक्स लाल निशान पर कारोबार करते दिखे। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स में 180 से अधिक अंकों की गिरावट दिखी। दूसरी ओर निफ्टी भी फिसलकर 19500 के नीचे पहुंच गया। सुबह 09 बजकर 51 मिनट पर सेंसेक्स 254.29 (0.39%) अंकों की गिरावट के साथ 65,433.89 जबकि निफ्टी 79.30 (0.41%) अंक फिसलकर 19,463.80 अंकों पर कारोबार होता दिखा।
आरबीआई गवर्नर ने जीडीपी अनुमान को 6.5 फीसदी पर रखा....
10 Aug, 2023 04:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की 3 दिन की मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग के नतीजे आज आ गए हैं. आरबीआई ने इस बार भी रेपो रेट की दर में इजाफा नहीं किया है. इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष (2023-24) के लिए GDP के ग्रोथ रेट के अनुमान को 6.5 फीसदी पर कायम रखा है. हालांकि, केंद्रीय बैंक ने अपने मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.1 फीसदी से बढ़ाकर 5.4 फीसदी कर दिया है.
सब्जियों के भाव रिकॉर्ड लेवल पर
आपको बता दें इस समय बाजार में सब्जियों के भाव रिकॉर्ड लेवल पर है. टमाटर और अन्य सब्जियां महंगी होने की वजह से रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति के अनुमान में बढ़ोतरी की है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बृहस्पतिवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि घरेलू स्तर पर आर्थिक गतिविधियां मजबूत बनी हुई हैं.
ग्लोबल मार्केट का दिख रहा असर
शक्तिकांत दास ने कहा कि खरीफ की बुवाई और ग्रामीण मांग में सुधार तथा सेवाओं में तेजी और उपभोक्ता भरोसा बढ़ने से परिवारों के उपभोग को समर्थन मिलेगा. उन्होंने कहा है कि कमजोर वैश्विक मांग, वैश्विक वित्तीय बाजारों में अस्थिरता, भूराजनीतिक तनाव परिदृश्य के लिए जोखिम हैं.
कितनी रह सकती है GDP ग्रोथ
इन सब कारकों को ध्यान में रखकर मौद्रिक नीति समिति (MPC) का अनुमान है कि 2023-24 में वास्तविक जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसदी रहेगी. पहली तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर आठ फीसदी, दूसरी में 6.5 फीसदी, तीसरी में 6 फीसदी और चौथी में 5.7 फीसदी रहने का अनुमान है. वहीं, अगले वित्त वर्ष यानी 2024-25 की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
महंगाई पर बोले आरबीआई गवर्नर
महंगाई के बारे में दास ने कहा कि टमाटर और अन्य सब्जियां महंगी होने से निकट भविष्य में मुख्य मुद्रास्फीति पर दबाव रहेगा. हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि बाजार में नई फसल की आवक शुरू होने के साथ स्थिति में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि जुलाई में मानसून और खरीफ की बुवाई में उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है. गवर्नर ने आगाह करते हुए कहा कि बारिश के असमतल वितरण पर निगाह रखने की जरूरत है.
CPI 5.4 फीसदी रहने का अनुमान
दास ने कहा कि 2023-24 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुद्रास्फीति 5.4 फीसदी पर रहने का अनुमान है. दूसरी तिमाही में मुद्रास्फीति 6.2 फीसदी, तीसरी में 5.7 फीसदी और चौथी में 5.2 फीसदी रहेगी. गले वित्त वर्ष यानी 2024-25 की पहली तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति के 5.2 फीसदी पर रहने का अनुमान है.
खाने-पीने का सामान हुआ महंगा
मई में खुदरा मुद्रास्फीति 4.3 फीसदी पर थी जो जून में बढ़कर 4.8 फीसदी पर पहुंच गई. मुख्य रूप से खाने-पीने का सामान महंगा होने से खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ी है.
NSE ने किया सचेत, शेयर बाजार में निवेश करने वाले इन 4 लोगों से रहें सावधान....
10 Aug, 2023 04:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की तरफ से निवेशकों को चार लोगों की किसी भी सुनिश्चित रिटर्न योजना में पैसा लगाने को लेकर आगाह किया गया है. एनएसई (NSE) ने गो एल्गो से जुड़े अमित मिश्रा व शिवम चौहान और केके एडवाइजरी से जुड़ी काजल पटेल व अल्पेश पटेल को लेकर निवेशकों को आगाह किया है.
NSE की तरफ से दो अलग-अलग बयान जारी
एनएसई की तरफ से जारी दो अलग-अलग बयान में कहा गया कि ये लोग एक्सचेंज के किसी भी पंजीकृत सदस्य से संबद्ध या अधिकृत व्यक्ति के तौर पर पंजीकृत नहीं हैं. निवेशकों को सावधान करते हुए एक्सचेंज ने उनसे शेयर बाजार में सुनिश्चित रिटर्न की पेशकश करने वाले किसी भी व्यक्ति या संस्था द्वारा पेश की गई ऐसी किसी भी योजना या उत्पाद की सदस्यता नहीं लेने को कहा क्योंकि कानून इसकी अनुमति नहीं देता.
क्रेडेंशियल शेयर करने को लेकर किया आगाह
एक्सचेंज ने निवेशकों को पंजीकृत सदस्य और अधिकृत व्यक्तियों के विवरण की जांच करने के लिए अपनी वेबसाइट पर ‘अपने स्टॉक ब्रोकर को जानें/पता लगाएं’ की सुविधा भी दी है. एनएसई की तरफ से बताया गया कि उपरोक्त चारों शेयर बाजार में निवेश पर रिटर्न सुनिश्चित करने और ट्रेडिंग के लिए सिक्योरिटीज मार्केट टिप्स दे रहे थे. साथ ही निवेशकों से अपने क्रेडेंशियल शेयर करने के लिए कहकर उनके ट्रेडिंग खाते को मैनेज करने की पेशकश भी कर रहे थे.
एनएसई ने बताया कि ऐसी योजनाओं में भागीदारी निवेशक के अपने जोखिम, लागत और परिणामों पर है क्योंकि ऐसी योजनाएं न तो मान्य हैं और न ही एक्सचेंज की तरफ से समर्थित हैं.
म्यूचुअल फंड एसआईपी में रिकॉर्ड 15,245 करोड़ निवेश, जुलाई में खोले गए 33 लाख नए खाते....
10 Aug, 2023 04:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
म्यूचुअल फंड निवेशक एसआईपी पर जमकर भरोसा दिखा रहे हैं। यही कारण है कि जुलाई में एसआईपी के माध्यम से निवेश रिकॉर्ड 15,245 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह तब हुआ है, जब इक्विटी म्यूचुअल फंड के निवेश में मासिक आधार पर 12 फीसदी की गिरावट आई है। जुलाई में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 7,626 करोड़ रुपये आए हैं। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में 33 लाख नए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) खाते खुले हैं। जून में एसआईपी योगदान 14,734 करोड़ और मई में 14,749 करोड़ रुपये था। दिलचस्प यह है कि अक्तूबर, 2022 से लगातार एसआईपी में मासिक निवेश 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा आ रहा है।
आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल से जुलाई के दौरान कुल 58,500 करोड़ रुपये एसआईपी में आए हैं। 2022-23 में इसी अवधि में 1.56 लाख करोड़ रुपये आए थे। वहीं, ओवरनाइट फंड, कम और मध्यम अवधि की योजनाओं से निकासी हुई है। एसआईपी मासिक निवेश का माध्यम है, जिसके जरिये 500 रुपये मासिक से भी निवेश किया जा सकता है।
इक्विटी फंडों में लगातार 29वें महीने शुद्ध प्रवाह जारी है। हालांकि, जुलाई में निवेश जून के 8,637 करोड़ से घटकर 7,626 करोड़ रुपये रह गया था। कुल 43 कंपनियों का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) यानी निवेशकों के निवेश का मूल्य जुलाई में 46.37 लाख करोड़ रहा है, जो जून में 44.39 लाख करोड़ रुपये था। हाइब्रिड योजनाओं में 12,421 करोड़ जुलाई में आए, जबकि जून में 14,193 करोड़ रुपये आए थे। डेट योजनाओं में जुलाई में 61,400 करोड़ का निवेश आया है।
दिल्ली-एनसीआर में 14 फीसदी महंगे हुए मकान, सात ई-दोपहिया कंपनियों को 9000 करोड़ का घाटा....
10 Aug, 2023 04:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (एसएमईवी) का दावा है कि सात इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों को पिछले साल उनकी सब्सिडी बंद होने के बाद 9,000 करोड़ से अधिक का संचयी घाटा हुआ है। बकाया भुगतान व बाजार के कारण यह घाटा हुआ है। सरकार ने इन कंपनियों को दी गई सब्सिडी वापस करने का भी निर्देश दिया है।
एसएमईवी ने कहा, उद्योग भारतीय ईवी क्षेत्र में जहां एक अरब डॉलर लगाने के बारे में निवेशकों के साथ बात कर रहा है, वहीं इतना घाटा तो पहले से ही होने की आशंका है। साथ ही, सरकार हीरो इलेक्ट्रिक, ओकिनावा ऑटोटेक, एम्पीयर ईवी, रिवोल्ट मोटर्स, बेनलिंग इंडिया, एमो मोबिलिटी और लोहिया ऑटो से सब्सिडी वापस मांग रही है। इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को बढ़ावा देने के लिए फेम-2 योजना के तहत 2019 में 10,000 करोड़ की सब्सिडी की घोषणा हुई थी।
चालू कैलेंडर साल की दूसरी (अप्रैल-जून) तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में मकानों की कीमतें सालाना आधार पर औसतन 14 फीसदी बढ़ी हैं। हालांकि, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में दाम तीन फीसदी घटे हैं। क्रेडाई, कोलियर्स इंडिया व लियासेस फोरास की संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार, मजबूत मांग के कारण दूसरी तिमाही में आठ प्रमुख शहरों में मकानों के दाम सालाना आधार पर सात फीसदी बढ़े हैं। कोलकाता में कीमत सालाना आधार पर सबसे अधिक 15 फीसदी बढ़ी। दिल्ली-एनसीआर में 14 फीसदी, हैदराबाद में 13 फीसदी, पुणे में 11 फीसदी, अहमदाबाद में 10 फीसदी, बंगलूरू में 10 फीसदी और चेन्नई में 6 फीसदी की वृद्धि रही।
वित्त मंत्रालय ने लोगों को भारतीय सीमा शुल्क के नाम पर पैसे ऐंठने वाले धोखेबाजों से सावधान रहने के लिए आगाह किया। इसने कहा, भारतीय सीमा शुल्क विभाग व्यक्तिगत बैंक खाते में सीमा शुल्क का भुगतान करने के लिए कभी भी कॉल या एसएमएस नहीं भेजता है। सीमा शुल्क से सभी संचार में एक डीआईएन होता है जिसे सीबीआईसी वेबसाइट पर सत्यापित किया जा सकता है।
बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस ने पालतू बिल्लियों के लिए बीमा पॉलिसी पेश की है। कंपनी के एमडी तपन सिंघल ने कहा, यह पॉलिसी स्वदेशी मूल, क्रॉस-ब्रीड और विदेशी नस्ल की पालतू बिल्लियों और कुत्तों को एक व्यापक कवर प्रदान करती है।
मारुति सुजुकी इंडिया का पुरानी कारों का कारोबार 50 लाख इकाइयों को पार कर गया है। कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी शशांक श्रीवास्तव ने कहा, पुरानी कारों के कारोबार ‘ट्रू वैल्यू’ को 2001 में शुरू किया गया था। यह भरोसेमंद पुरानी कारों का कारोबार बन गया है।
सेबी ने आईपीओ के बंद होने के बाद एक्सचेंजों पर शेयरों की सूचीबद्धता की समय सीमा को 6 दिनों से घटाकर 3 दिन कर दिया है। सेबी ने बुधवार को कहा, नई समय सीमा एक दिसंबर के बाद खुलने वाले आईपीओ के लिए अनिवार्य होगी।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
10 Aug, 2023 10:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल कंपनियों ने आज एक बार फिर से कल ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने के बाद आज देश में पेट्रोल और डीजल के कीमतों को रिवाइज किया है। आपको बता दें कि कल कच्चा तेल 0.79 प्रतिशत चढ़कर 86.85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था।
जो लोग वाहन चलाते हैं उनके लिए राहत की खबर यह है कि आज एक बार फिर से तेल कंपनियों ने जनता को राहत पहुंचाते हुए देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में स्थिर रखा है। आपको बता दें कि मई 2022 से राष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतें स्थिर बनी हुईं हैं।
कम हो रहा घरेलू उत्पादन
आपको बता दें की भारत में भी कच्चे तेल का उत्पादन होता है लेकिन देश में जितनी तेल की मांग है उसके अनुसार पूरा नहीं होता और इसी वजह से भारत अन्य देशों से कच्चा तेल आयात करता है। हालिया सामने आई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने की कोई योजना कारगर होती नहीं दिख रही है।
पिछले 10 साल में केंद्र सरकार ने घरेलू क्षेत्रों से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं लेकिन उत्पादन नहीं बढ़ा है। पिछले तीन साल में घरेलू क्रूड उत्पादन करीब चार प्रतिशत कम हुआ है वहीं इसी दौरान मांग में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
बढ़त के साथ बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 149 अंक मजबूत हुआ, निफ्टी 19600 के पार....
9 Aug, 2023 05:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन शेयर बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 149.31 (0.23%) अंको ंकी बढ़त के साथ 65,995.8 अंकों पर जबकि निफ्टी 61.70 (0.32%) अंक उछलकर 19,632.55 के स्तर पर बंद हुआ। बुधवार के कारोबारी सेशन के दौरान महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स के शेययरों में तीन-तीन प्रतिशत का उछाल दिखा। बुधवार को सेंसेक्स में दिन के निचले स्तरों से 550 अंकों की मजबूत दिखी। बुधवार को बाजार की मजबूती में मेटल और ऑटो स्टॉक्स का सबसे अधिक योगदान रहा।
SBI, PNB, HDFC और ICICI Bank के ATM से पैसा निकालने पर अब देना पड़ेगा चार्ज
9 Aug, 2023 03:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश के सभी बैंक अपने ग्राहकों को हर महीने एक निश्चित संख्या में एटीएम लेनदेन मुफ्त में देते हैं। अगर महीने भर के अंदर ये सीमा पार हो जाती है, तो ग्राहकों को प्रत्येक एटीएम लेनदेन पर अतिरिक्त भुगतान करना होगा, चाहे ये वित्तीय हो या गैर-वित्तीय।
भारतीय रिजर्व बैंक के नवीनतम दिशानिर्देशों के अनुसार, बैंक मुफ्त लेनदेन की संख्या से अलग प्रत्येक निकासी पर अधिकतम 21 रुपये का शुल्क ले सकते हैं। आइए, जान लेते हैं कि कौन से बैंक एक महीने में कितने ट्रांजेक्शन की लिमिट देते हैं और उसके बाद आपको कितना चार्ज भरना पड़ेगा।
एक महीने में कितने ट्रांजेक्शन होंगे फ्री?
अधिकांश बैंक ग्राहकों को हर महीने 5 मुफ्त लेनदेन की पेशकश करते हैं। यदि इसका उपयोग नहीं किया जाता है, तो ये सीमा अगले महीने तक आगे नहीं बढ़ती है। आइए, देश की कुछ प्रमुख बैंको के नियमों के बारे में जान लेते हैं।
पंजाब नेशनल बैंक एटीएम
पीएनबी मेट्रो और गैर-मेट्रो दोनों क्षेत्रों में अपने एटीएम पर हर महीने 5 मुफ्त लेनदेन की अनुमति देती है। इसके बाद ग्राहकों को प्रत्येक लेनदेन पर 10 रुपये देने होंगे। वहीं, अन्य बैंकों के एटीएम पर पीएनबी मेट्रो सिटी में तीन और गैर-मेट्रो सिटी में पांच मुफ्त लेनदेन की पेशकश करता है। इसके बाद बैंक वित्तीय लेनदेन के लिए 21 रुपये प्लस टैक्स वसूलेगा। गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए PNB 9 रुपये प्लस कर लगाएगी।
एसबीआई एटीएम
भारतीय स्टेट बैंक 25,000 रुपये से अधिक की औसत मासिक शेष राशि के लिए अपने एटीएम पर 5 मुफ्त लेनदेन (गैर-वित्तीय और वित्तीय सहित) प्रदान करता है। इस राशि से ऊपर लेनदेन असीमित है। सीमा से अधिक वित्तीय लेनदेन के लिए एसबीआई एटीएम पर जीएसटी के साथ 10 रुपये का शुल्क लगता है। अन्य बैंक एटीएम पर, ये प्रति लेनदेन 20 रुपये प्लस जीएसटी है।
आईसीआईसीआई बैंक एटीएम
ICICI Bank अपने ग्राहकों को हर महीने गैर-मेट्रो क्षेत्रों में 5 और 6 मेट्रो क्षेत्रों में 3 मुफ्त लेनदेन की अनुमति देती है। उसके बाद, आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम पर प्रत्येक गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 8.5 रुपये और प्रत्येक वित्तीय लेनदेन के लिए 21 रुपये का शुल्क लिया जाता है।
एचडीएफसी बैंक एटीएम
HDFC Bank के ATM पर हर महीने 5 मुफ्त लेनदेन की सीमा है। गैर-बैंक एटीएम के लिए मेट्रो क्षेत्रों में इसकी सीमा 3 लेनदेन और गैर-मेट्रो क्षेत्रों में 5 लेनदेन है। सीमा पार होने के बाद ग्राहकों से प्रत्येक वित्तीय लेनदेन के लिए 21 रुपये और प्रत्येक गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 8.5 रुपये शुल्क लिया जाएगा।
एक साल में इन स्मॉल कैप फंड्स ने दिया 39 प्रतिशत तक का रिटर्न....
9 Aug, 2023 03:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय शेयर बाजार ने पिछले कुछ समय में काफी तेजी से दौड़ लगाई है। इस कारण म्यूचुअल फंड्स स्कीमों ने भी निवेशकों को जमकर रिटर्न दिया है। हाल के दिन स्मॉल कैप फंड्स में निवेशकों का ज्यादा रुझान देखा गया है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक साल में ज्यादातर बड़े स्मॉल कैप फंड्स ने 20 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। आज रिपोर्ट में उन स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने बाजार को आउटपरफॉर्म किया है।
किन स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स ने दिया सबसे अधिक रिटर्न?
क्वांट स्मॉल कैप फंड
क्वांट स्मॉल कैप फंड के डायरेक्ट प्लान ने निवेशकों को एक साल में 39.76 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस म्यूचुअल फंड स्कीम के तहत ज्यादातर पैसा निफ्टी स्मॉलकैप 250 शेयरों में लगाया जाता है।
एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड
एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड के डायरेक्ट प्लान ने निवेशकों को 38.05 प्रतिशत का रिटर्न दिया है, इस स्कीम के माध्यम से एसएंडपी बीएसई 250 स्मॉल कैप इंडेक्स को ट्रैक किया जाता है।
फ्रैंकलिन इंडिया स्मॉलर कंपनी फंड
फ्रैंकलिन इंडिया स्मॉलर कंपनी फंड के डायरेक्ट प्लान ने 35.51 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस स्कीम की ओर से निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स को ट्रैक किया जाता है।
निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड
निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड के डायरेक्ट प्लान ने निवेशकों को 35.12 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस स्कीम के तहत ज्यादातर निवेश निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स के शेयरों में किया जाता है।
टाटा स्मॉल कैप फंड
टाटा स्मॉल कैप फंड के डायरेक्ट प्लान ने 35 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस स्कीम की ओर से भी ज्यादातर निवेश निफ्टी स्मॉलकैप 250 शेयरों में किया जाता है।
आईटीआई स्मॉल कैप फंड
आईटीआई स्मॉल कैप फंड ने निवेशकों को 29.90 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस स्कीम की ओर से निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स को ट्रैक किया जाता है।
लाल निशान पर खुला शेयर बाजार; सेंसेक्स 186 अंक टूटा, निफ्टी 19550 से फिसला....
9 Aug, 2023 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में लाल निशान पर ट्रेडिंग की शुरुआत हुई। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच प्रमुख इंडेक्स कमजोरी के साथ कारोबार करते दिखे। सुबह 9 बजकर 42 मिनट पर सेंसेक्स 260.60 (0.40%) अंकों की गिरावट के साथ 65,585.90 अंकों के पर जबकि निफ्टी 58.30 (0.30%) अंक फिसल कर 19,512.55 पर कारोबार करता दिखा। हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में लाल निशान पर ट्रेडिंग की शुरुआत हुई। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच प्रमुख इंडेक्स कमजोरी के साथ कारोबार करते दिखे। सुबह 9 बजकर 42 मिनट पर सेंसेक्स 260.60 (0.40%) अंकों की गिरावट के साथ 65,585.90 अंकों के पर जबकि निफ्टी 58.30 (0.30%) अंक फिसल कर 19,512.55 पर कारोबार करता दिखा। बाजार में आरआईएल और टीसीएस जैसे शेयरों में बिकवाली के कारण दबाव बढ़ा। कोल इंडिया के शेयरों में दमदार नतीजों के कारण बढ़ोतरी दर्ज की गई। बता दें कि दो दिनों की तेजी के साथ मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे।
छह महीने के उच्च स्तर पर पहुंचे गेहूं के दाम....
9 Aug, 2023 10:12 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीमित आपूर्ति और त्योहारी सीजन से पहले मांग बढ़ने से घरेलू बाजार में गेहूं की कीमत छह माह के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। सरकार ने हाल में संकेत दिया था कि गेहूं की बढ़ती कीमत थामने के लिए आयात शुल्क खत्म किया जा सकता है। गेहूं की कीमत बढ़ने से खाद्य महंगाई बढ़ने की आशंका है। देश में सालाना 10.8 करोड़ टन गेहूं की खपत होती है।
दिल्ली के एक कारोबारी ने कहा कि गेहूं पैदा करने वाले सभी राज्यों में आपूर्ति करीब-करीब रुक गई है। आटा मिलों को भी बाजार से आपूर्ति मिलने में दिक्कत हो रही है। इंदौर में गेहूं के दाम मंगलवार को 1.5 फीसदी चढ़कर 25,446 रुपये प्रति टन पहुंच गए, जो 10 फरवरी के बाद सर्वाधिक है। चार माह में गेहूं के दाम 18 फीसदी बढ़े हैं। मुंबई के एक डीलर ने कहा कि त्योहारी मौसम में आपूर्ति बनाए रखने के लिए सरकार को गोदामों से खुले बाजार में भंडार भेजना चाहिए।
उधर, खाद्य मंत्रालय के सचिव संजीव चोपड़ा ने पिछले हफ्ते कहा था कि सरकार गेहूं पर 40 फीसदी के आयात शुल्क को घटाने पर विचार कर रही है। साथ ही, मिलर्स व कारोबारियों के लिए भंडारण सीमा भी घटाई जा सकती है।
निर्यात प्रतिबंध से घट सकती है धान बुआई
गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध से धान की बुआई पांच फीसदी घट सकती है। इस फैसले से कृषि आय घटेगी और उत्पादकों को अन्य फसल उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। एक प्रमुख किसान समूह ने कहा, निर्यात रोकने से कीमतें कई वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। भारतीय किसान संघ के महासचिव मोहिनी मोहन मिश्रा ने कहा, निर्यात पाबंदी की घोषणा मौजूदा बुआई सीजन के ठीक बीच में हुई। इससे किसानों में गलत संकेत गया है।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
9 Aug, 2023 10:07 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी तेल कंपनियों की ओर से पेट्रोल-डीजल के दाम अपडेट कर दिए गए हैं। बुधवार को भी कच्चे तेल की कीमत में राहत जारी है। बीपीसीएल (BPCL), एचपीसीएल (HPCL) और इंडियन ऑयल (Indian Oil) की ओर से पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है। लगभग सभी बड़े महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर बने हुए हैं।
कच्चे तेल की कीमत में उतार-चढ़ाव बना हुआ है और यह 85 डॉलर के ऊपर टिका हुआ है। कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का भाव 86.14 डॉलर प्रति बैरल पर है, जबकि डब्लूटीआई क्रूड की कीमत 82.84 डॉलर प्रति बैरल पर है।
कैसे चेक करें अपने शहर में पेट्रोल-डीजल के भाव?
आप भी आसानी से अपने शहर के पेट्रोल-डीजल के ताजा भाव एसएमएस के जरिए पता कर सकते हैं। इसके लिए इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, 92249 92249 पर RSP डीलर कोड लिखकर आप पेट्रोल-डीजल के दाम पता कर सकते हैं।