उत्तर प्रदेश
दिल्ली और बेंगलुरु के लिए और सुगम होगी यात्रा, 29 मई से शुरू होगी अकासा एयर की उड़ान
8 May, 2024 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोरखपुर । विगत सात सालों से शानदार एयर कनेक्टिविटी की नजीर प्रस्तुत कर रहे गोरखपुर से दिल्ली और बेंगलुरु की यात्रा अब काफी सुगम हो जाएगी। विमानन सेवा प्रदाता कम्पनी अकासा एयर गोरखपुर से दिल्ली और गोरखपुर से बेंगलुरु के लिए नॉन स्टॉप उड़ान शुरू करने जा रही है। इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से शेड्यूल को मंजूरी मिलने के बाद टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो गई है। अकासा एयर की फ्लाइट से गोरखपुर से दिल्ली की दूरी महज 1 घण्टे 15 मिनट में तथा गोरखपुर से बेंगलुरु की दूरी 2 घण्टे 35 मिनट में पूरी हो जाएगी। अकासा एयर की वेबसाइट के मुताबिक 29 मई से गोरखपुर से दिल्ली की फ्लाइट दोपहर बाद 2 बजकर 45 मिनट पर रवाना होकर शाम चार बजे दिल्ली पहुंचेगी। जबकि दिल्ली से गोरखपुर की फ्लाइट शाम 4 बजकर 55 मिनट पर उड़ान भरकर 6 बजकर 45 मिनट पर गोरखपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेगी।
इसी तरह 29 मई से ही बेंगलुरु की फ्लाइट का भी शुभारंभ हो जाएगा। अकासा की फ्लाइट बेंगलुरु से पूर्वाह्न 11 बजकर 15 मिनट पर टेक ऑफ करेगी और 2 बजकर 05 मिनट पर गोरखपुर पहुंचेगी। जबकि गोरखपुर से बेंगलुरु के लिए विमान देर शाम 7 बजकर 20 मिनट पर उड़ान भरेगा और रात में 9 बजकर 55 मिनट पर बेंगलुरु पहुंचेगा। 29 मई से इन दोनों महानगरों (दिल्ली व बेंगलुरु) की एयर कनेक्टिविटी को लेकर अपनी फ्लाइट सेवा के लिए अकासा एयर ने टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी है। अकासा एयर की 29 मई से बेंगलुरु व दिल्ली के लिए हवाई सेवा शुरू होने से पहले ही यहां एलाइंस एयर और इंडिगो की प्रमुख शहरों के लिए उड़ान जारी है। जल्द ही अकासा की मुंबई के लिए भी उड़ान सेवा शुरू होने की उम्मीद है। इसके अलावा इंडिगो भी अगले दो माह में गोरखपुर से बेंगलुरु के बीच उड़ान शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के गोरखपुर के निदेशक आरके पराशर का कहना है कि अधिक विमानन कम्पनियों की तरफ से फ्लाइट सेवा शुरू होने से किराए में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और इसका लाभ यात्रियों को मिलेगा। उन्हें कम किराए पर यात्रा करने का अवसर मिलेगा। गोरखपुर से न तो अब दिल्ली दूर है और न ही मुम्बई, कोलकाता, हैदराबाद या बेंगलुरु। किसी जरूरी काम से इन शहरों में आना-जाना हो या फिर सैर सपाटा करने, चंद घंटों में दूरी पूरी हो जाती है। जबकि पहले इन शहरों में आने-जाने को 16 से 36 घण्टे लग जाते थे। यह संभव हुआ है राज्य व केंद्र सरकार के साझा प्रयासों से, सात सालों में गोरखपुर से प्रमुख शहरों के लिए शानदार एयर कनेक्टिविटी से। कभी हवाई जहाज की सेवा से वंचित गोरखपुर से वर्तमान में देश की राजधानी, आर्थिक राजधानी समेत सात प्रमुख शहरों के लिए उड़ान सेवा उपलब्ध है।
कांग्रेस-सपा व इंडी गठबंधन का चरित्र राम और भारत विरोधी-योगी
8 May, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार पर जाने से पूर्व अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री के निशाने पर कांग्रेस, सपा, राजद समेत इंडी गठबंधन के तमाम दल रहे। सपा नेता रामगोपाल यादव और राजद प्रमुख लालू यादव के बयानों पर भी उन्होंने खूब लताड़ा।
सीएम ने कहा कि समाजवादी पार्टी-कांग्रेस का चरित्र हिंदू और राम विरोधी है। ‘जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखि तिन तैसी’ ...यह रामभक्तों पर गोली चलाने, श्रीराम के अस्तित्व को नकारने और मर्यादा प्रभु श्रीराम की ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देने वाले लोग हैं। यह भारत की आस्था, भारत के राष्ट्र नायकों का सम्मान कर सकें, आजादी के आंदोलन में योगदान देने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति श्रद्धा का भाव रख सकें। इन लोगों से ऐसी उम्मीद करना बेमानी है।
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस, सपा, डीएमके, राजद, नेशनल कॉफ्रेंस एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। यह लोग हमेशा से अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करते रहे हैं। इनकी भावनाएं हिंदुओं और भारत की आस्था के विरोध में रहती हैं। इनका चरित्र तुष्टिकरण की नीति को पोषित करने वाला है। यह आतंकवाद समर्थक और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों के विपरीत आचरण करते रहे हैं। ऐसे लोगों से इससे अधिक उम्मीद नहीं की जा सकती है, लेकिन यह लोग जान लें कि ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देने का मतलब-विनाश काले, विपरीत बुद्धि। इनका वास्तविक चरित्र जनता-जनार्दन समझ रही है। कांग्रेस व इंडी गठबंधन से जुड़े लोगों ने शुरू से प्रयास किया कि अयोध्या में राम मंदिर के मामले में माननीय न्यायालय से फैसला न आने पाए। यह लोग बैरियर बनकर रोड़े अटकाते थे। जब मामला उच्चतम न्यायालय में गया, तब 7-8 वर्षों तक इन लोगों ने कुछ नहीं होने दिया पर जब मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र, फिर राज्य में सरकार बनी तो इस प्रक्रिया को तेजी से बढ़ाया गया। इस पर माननीय उच्चतम न्यायालय ने फैसला दिया। पीएम मोदी के मार्गदर्शन व नेतृत्व में अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ। देश और दुनिया का कोटि-कोटि श्रद्धालु आकर श्रद्धा व्यक्त करते हुए नई अयोध्या का दर्शन कर रहा है। कांग्रेस-सपा व इंडी गठबंधन के लोग रामद्रोहियों के साथ खड़े हुए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि रामगोपाल यादव का बयान सपा व कांग्रेस के साथ इंडी गठबंधन की वास्तविकता को प्रदर्शित करता है। यह लोग वोट बैंक के लिए न केवल भारत की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं, बल्कि प्रभु श्रीराम की ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देने का काम कर रहे हैं। इतिहास गवाह है कि जिसने भी ईश्वरीय सत्ता को चुनौती दी है, उसकी दुर्गति हुई है। रामगोपाल यादव का बयान सनातन आस्था के साथ खिलवाड़, कोटि-कोटि रामभक्तों का अपमान है। जिन लोगों ने पूरा जीवन राम मंदिर के लिए समर्पित किया है, उनकी आस्था पर कुठाराघात है। भारतीय समाज इसे कतई स्वीकार नहीं कर सकता। इनका बयान चिढ़ाने वाला है। तुष्टिकरण की नीति पर चलकर वोट बैंक को बचाए रखने की कवायद की जा रही है। ऐसे बयानों से इनकी वास्तविकता साफ झलक रही है।
सीएम ने कहा कि पीएम भी कह रहे हैं कि इंडी गठबंधन से जुड़े कांग्रेस, सपा-राजद आदि दल पिछड़ी, अनुसूचित जाति व जनजाति के आरक्षण पर सेंध लगाने का प्रयास करेंगे। इनका घोषणा पत्र इस बात का उल्लेख करता है। कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार जब सत्ता में थी तो राजद व सपा उसके घटक दल थे। उस समय इन लोगों ने रंगनाथ मिश्रा व सच्चर कमेटी गठित की थी। रंगनाथ मिश्रा कमेटी ने उल्लेख किया था कि 27 में से छह फीसदी आरक्षण मुसलमानों को देना चाहिए। भाजपा ने उस समय इसका पुरजोर विरोध करते हुए कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता। फिर सच्चर कमेटी गठित करके अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण में सेंध लगाने का प्रयास किया था। इन लोगों ने मुस्लिमों की कुछ जातियों को अनुसूचित जाति-जनजाति में शामिल करने का प्रयास किया। भाजपा ने इसका भी विरोध किया था, क्योंकि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के विरोधी थे। उन्होंने कहा था कि धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं हो सकता। य़ह भारत के विभाजन का कारण बना था, इसलिए हमें ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए। इस कारण अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ी जाति के अधिकार बच पाए पर कांग्रेस, सपा व राजद को जब भी अवसर मिलेगा, यह इन जातियों के आरक्षण में सेंध लगाकर जबरन अल्पसंख्यकों को देने का प्रयास करेंगे। भारत के विभाजन की आधारशिला रखी जा रही है, जिसे नकारते हुए मतदाताओं को पुरजोर जवाब देना चाहिए।
सीएम योगी ने सपा पर बोला सियासी हमला
7 May, 2024 02:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ/उन्नाव। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अपमान करने वालों को ललकारा। सोमवार को शाहजहांपुर में उन्होंने कहा कि मैनपुरी में सपा के गुंडों ने प्रतिमा पर चढ़कर अपवित्र किया। महाराणा प्रताप की आन-बान-शान के प्रतीक भाला को तोड़ने का प्रयास किया, अपशब्द कहे। अकबर और औरंगजेब की इन औलादों को बताया जाना चाहिए कि यह नया भारत है। यहां राष्ट्रनायकों का अपमान बर्दाश्त नहीं है। सपाई गुंडे बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को भी अपवित्र करने का प्रयास कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने सपा को यह कहकर घेरा और चेताया कि चुनाव आने पर गुंडों की गर्मी बढ़ जाती है। चुनाव परिणाम आने दो, गुंडों की गर्मी भी उतर जाएगी...!
मुख्यमंत्री ने सोमवार को ताबड़तोड़ जनसभाएं कर उन्नाव से साक्षी महाराज, हरदोई से जयप्रकाश रावत और शाहजहांपुर से अरुण सागर को लोकसभा भेजने की अपील की। शाहजहांपुर में मुख्यमंत्री ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को मजबूत बताते हुए कहा कि चुनाव आने पर सपाई गुंडों को अवसर मिल जाता है। उन्हें लगता है कि फिर से जनता पर कहर ढाने लगेंगे...मगर, यह उनकी गलतफहमी है।
सपा राष्ट्रनायकों का कर रही अपमान
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि भाजपा बलिदानियों का सम्मान करती है, दूसरी ओर आइएनडीआइए गठबंधन में शामिल सपा राष्ट्रनायकों का अपमान कर रही। सीएम योगी ने उन्नाव की जनसभा में कहा कि सपा कहती थी अयोध्या में कोई परिंदा पर नहीं मार सकता है, कांग्रेसी कहते थे राम हुए ही नहीं। जब अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला विराजमान हो गए तब रामद्रोहियों के स्वर बदल गए। अब वह कहते हैं श्रीराम तो सबके हैं। सपा और कांग्रेस का दोहरा चरित्र देश के सामने आ चुका है।
उन्होंने श्रीरामचरितमानस की चौपाई ‘जाके प्रिय न राम-वैदेही तजिये ताहि कोटि बैरी सम, जद्यपि परम सनेही’ सुनाते हुए कहा कि इन राम द्रोहियों पर विश्वास नहीं करना, समय आ गया है चुनाव में इनको सबक सिखाना है। इसके बाद हरदोई में जनसभा को संबोधित किया।
लखनऊ से राजनाथ सहित दस प्रत्याशी मैदान में
7 May, 2024 02:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सपा उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा सहित कुल दस प्रत्याशी लखनऊ लोकसभा सीट के लिए मैदान में नजर आएंगे। नामांकन प्रक्रिया के बाद सोमवार को जिला निर्वाचन अधिकारी ने अंतिम सूची जारी की। सोमवार को नाम वासपी का दिन था।
आइएनडीआइए से सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा का पर्चा सही पाया गया और वैकल्पिक प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल करने वाले डा. आशुतोष वर्मा नामांकन खारिज हो गया। लखनऊ लोकसभा सीट पर कुल 41 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया था। जांच के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने 31 पर्चे खारिज कर दिए।
लखनऊ लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी प्रत्याशी
राजनाथ सिंह - भारतीय जनता पार्टी
रविदास मेहरोत्रा - समाजवादी पार्टी
सरवर मलिक - बहुजन समाज पार्टी
कपिल मोहन चौधरी - मेरा अधिकार राष्ट्रीय दल
गौरव वर्मा - हिंदू समाज पार्टी
सरवर अली - सरवर पार्टी
बृजेश कुमार यादव - किसान विश्व पार्टी
मो. अहमद - सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी
अखंड प्रताप सिंह - निर्दलीय
इश्तियाक अली - निर्दलीय
मोहनलालगंज लोकसभा में कौशल सहित ग्यारह प्रत्याशी
मोहनलालगंज सुरक्षित सीट पर केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर सहित 11 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस सीट पर कुल 22 प्रत्याशियों ने पर्चे दाखिल किए थे। निर्वाचन अधिकारी सौरभ जैन ने जांच के बाद 10 पर्चे खारिज कर दिए, जबकि कौशल किशोर के पुत्र विकास किशोर ने अपना नाम वापस ले लिया। कौशल किशोर तीसरी बार मोहनलालगंज से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
कौशल किशोर - भारतीय जनता पार्टी
आरके चौधरी - समाजवादी पार्टी
राजेश कुमार - बहुजन समाज पार्टी
बृजेश कुमार विक्रम - राष्ट्रीय समाज
श्याम लाल - पीपुल्स पार्टी आफ इंडिया
सूरज कुमार -सरदार पटेल सिद्वांत पार्टी
सुनीता छेदा - आम जनता पार्टी
सुशील रावत - निर्दलीय
रमेश कुमार - निर्दलीय
जितेंद्र कुमार - निर्दलीय
महेंद्र - निर्दलीय
पूर्वी क्षेत्र विस उपचुनाव में चार प्रत्याशी
पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन के निधन के बाद खाली हुई पूर्वी क्षेत्र विस सीट पर कुल चार प्रत्याशी मैदान में बचे हैं, जबकि छह प्रत्याशियों ने उपचुनाव के लिए नामांकन किया था। निर्वाचन अधिकारी सचिन वर्मा ने नामांकन पत्रों की जांच में दो को खारिज कर दिया।
ओम प्रकाश - भाजपा
मुकेश सिंह - कांग्रेस
आलोक कुशवाहा - बसपा
विनोद बाल्मीकि - निर्दलीय
मंत्री जयवीर सिंह के बेटे पर पथराव
7 May, 2024 02:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मैनपुरी। थाना बेवर के गांव तेजगंज स्थित मतदान केंद्र पर भाजपा एजेंट सुदेश प्रताप सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पोलिंग डंप का प्रयास किया जा रहा है तो विवाद होने लगा। इसी बीच भाजपा प्रत्याशी जयवीर सिंह के पुत्र सुमित प्रताप सिंह मौके पर पहुंच गए।
उन्होंने विरोध किया तो अराजकतत्वों ने पथराव कर दिया। इस घटना में सुमित प्रताप का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। इसके साथ ही भाजपा एजेंट सुदेश प्रताप सिंह और भाजपा समर्थक कर्ण बहादुर सिंह पथराव की चपेट में आकर घायल हो गए।
पैक्सफेड चेयरमैन व पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा पर हमला
पैक्सफेड चेयरमैन प्रेमसिंह शाक्य, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह चौहान, जिपं सदस्य शुभम सिंह एक वाहन से नगला दुगई की ओर जा रहे थे। उन्होंने लघुशंका के लिए अपना वाहन रोका तभी बाइक से पहुंचे आधा दर्जन युवकों ने अखिलेश यादव जिंदाबाद का नारा लगाते हुए उन पर हमला कर दिया। इस घटना में उनका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। वाहन चालक को भी काफी चोट आई हैं।
मैनपुरी : मतदान सुबह 11 बजे तक।
मैनपुरी - 24.36
भोगांव - 24.98
किशनी - 25.43
करहल - 25.39
जसवंतनगर - 25.14
कुल - 25.13
हैवानियत मामले में पुलिस ने 12 आरोपितों को वीडियो व पूछताछ के आधार पर चिह्नित किया है
7 May, 2024 02:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कानपुर। काकादेव कोचिंग मंडी में पढ़ने आए इटावा के छात्र से हैवानियत मामले में पुलिस ने 12 आरोपितों को वीडियो व पूछताछ के आधार पर चिह्नित किया है। इन आरोपितों में से छह को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, बाकी की तलाश हो रही है। वहीं दूसरी ओर पीड़ित की तहरीर के आधार पर काकादेव थाने में आरोपितों के खिलाफ हत्या का प्रयास सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
रविवार को एक के बाद एक सात वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित हुए, जिसमें कुछ युवा एक किशोर के साथ मारपीट करते नजर आ रहे थे। वीडियो में किशोर को निर्वस्त्र करके पीटने और चेहरे पर आग का स्प्रे करके उसे डराने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं दो वीडियो में किशोर के नाजुक अंग में ईंट बांध कर लटकाया गया है। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस ने किया पर्दाफाश
सोमवार को फजलगंज थाने में आयोजित पत्रकार वार्ता में डीसीपी सेंट्रल जोन आरएस गौतम ने इस पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठाया।
उन्होंने बताया कि जो सात वीडियो प्रचलित हुए थे, उसके आधार पर पुलिस ने तनय चौरसिया उर्फ तन्मय निवासी एन ब्लाक रानीगंज थाना काकादेव, अभिषेक कुमार निवासी ग्राम श्रीनगर थाना कोतवाली जनपद महोबा, योगेश विश्वकर्मा निवासी ग्राम भिटिया पोस्ट लारा थाना बांसी जनपद सिद्धार्थनगर, संजीव कुमार यादव निवासी ग्राम दडवा पोस्ट खालिसपुर जनपद जौनपुर, हरगोविन्द तिवारी उर्फ केशव तिवारी ग्राम व पोस्ट ईकरी लखना थाना लवेदी जनपद इटावा और शिवा त्रिपाठी निवासी सोनवर्षा थाना बकेवर इटावा को गिरफ्तार कर लिया है। इनके अलावा नितिन, अनुज, पंकज, हर्षित, उदय और आकाश के नाम भी प्रकाश में आए हैं। इनकी गिरफ्तारी के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
पुलिस की जुबानी, यह थी कहानी
डीसीपी सेंट्रल जोन आरएस गौतम ने बताया कि पीड़ित छात्र एक अप्रैल को एसएससी और सेना की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के उद्देश्य से काकादेव कोचिंग मंडी आया था। केशव और शिवा पीड़ित छात्र के पूर्व परिचित हैं, जोकि यहां से नीट की तैयारी कर रहे थे। दोनों अभी ब्वायज हास्टल में रहते हैं। पीड़ित छात्र भी इनके पास आकर रहने लगा।
20 अप्रैल को पीड़ित छात्र ने केशव और शिवा को बताया कि वह ऑनलाइन गेम एविएटर खेलने में माहिर है और उसे 20 हजार रुपये मिल जाएं तो वह एक ही दिन में साढ़े तीन लाख रुपये कमा सकता है। इसी लालच में दोनों ने अपने परिचित छात्रों से रुपये उधार लेकर उसे दे दिए।
21 अप्रैल को उसने गेम खेला और दावा किया वह हार गया है। आरोप था कि पीड़ित छात्र खेल में जीता और उसने जीती रकम किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दी। इसी गुस्से में छात्र को हॉस्टल के कमरे में बंधक बना लिया। इसके अलावा तनय ने भी हॉस्टल में कमरा लिया हुआ था। पीड़ित छात्र को पांच दिनों तक इन्हीं दोनों कमरों में बंधक बनाकर रखा गया और प्रताड़ना दी गई, ताकि वह पैसा वापस कर दे।
पांच दिनों में बने 31 वीडियो
पत्रकार वार्ता के दौरान आरोपितों ने बताया कि पांच दिनों में कुल मिलाकर 31 वीडियो बने थे। इनमें से केवल सात प्रचलित हुए हैं और सातों वीडियो में तनय ही नजर आ रहा है।
तनय ने जलाया, नितिन ने पट्टे से पीटा
वीडियो में जो युवक पीड़ित को जलाते हुए दिख रहा है, वह तनय है। तनय कोचिंग मंडी में एक शिक्षक की गाड़ी चलाता है। उसने डी फार्मा व बी फार्मा भी किया है। पुलिस तनय को ही इस गिरोह का लीडर बता रही है। पट्टे से पीटने वाले युवक की पहचान नितिन की रूप में हुई है, जो फरार है। सामने आया है कि तनय पर ढाई लाख रुपये का कर्ज है। उसे उम्मीद थी कि छात्र उसे कमाकर देगा तो उसका कर्ज कम होगा। उम्मीद टूटने पर वह ज्यादा आक्रोशित हो गया।
कुकर्म की भी अफवाह
इस दौरान एक अफवाह यह भी रही कि पीड़ित के साथ आरोपितों ने कुकर्म किया। हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया है। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित का मेडिकल कराया गया है। उसका बयान भी हुआ है लेकिन उसने इस तरह के आरोपों से मना किया है।
प्रताड़ना से बेहोश हुआ तो पानी डालकर होश में लाए
पीड़ित की ओर से जो तहरीर दी गई है, उसमें अपने साथ हुई प्रताड़ना के बारे में भी लिखा है। पीड़ित के मुताबिक नाजुक अंग में ईंट बांधने की वजह से वह बेहोश हो गया। इसके अलावा मारपीट की वजह से भी वह कई बार बेहोश हुआ। वह जब-जब बेहोश हुए, पानी की छीटें डालकर उसे होश में लाया गया और दोबारा से प्रताड़ित किया गया। तहरीर में उसने लिखा है कि उसके साथ प्रताड़ना नितिन के कमरे में हुई।
आरोपितों के खिलाफ ये धाराएं लगीं
147: पांच से अधिक व्यक्तियों का विधि विरुद्ध जमाव।
148: ऐसे हथियार का प्रयोग जिससे मृत्यु हो सके।
343: तीन या इससे अधिक दिनों तक बंदी बनाना
34: एक ही आशय से किया गया अपराध
307: हत्या का प्रयास
348: किसी व्यक्ति को बंधक बनाकर धन अर्जित करने के लिए मजबूर करना
384: डरा धमका कर रंगदारी मांगना
386: किसी व्यक्ति को मृत्यु या गंभीर चोट का भय दिखाकर वसूली करना
506: धमकी देना
500: मानहानि
पाक्सो : नाबालिग का यौन शोषण
67 आइटी एक्ट : इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो प्रचलित करना
इस लोकसभा में दांव पर 'दबदबा'
7 May, 2024 02:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अंतिम समय तक प्रत्याशी चयन को लेकर वीआइपी सीट रायबरेली और अमेठी के साथ ही कैसरगंज लोकसभा सीट भी देशभर में चर्चा का विषय बनी रही। सबकी दृष्टि थी कि विवादों से घिरे सांसद बृजभूषण सिंह पर भाजपा क्या फिर भरोसा जताएगी या कोई और मैदान में आएगा ?
दबदबा तो है...अक्सर इन शब्दों से अपने अस्तित्व को मजबूत करते रहने वाले बृजभूषण का प्रभाव ही माना जाएगा कि टिकट कहीं और नहीं गया, उनके घर में ही आया, उनके छोटे पुत्र करण भूषण के लिए। अब इस चर्चित सीट पर मैदान में खड़े विरोधियों से मुकाबले में अब दबदबा दांव पर है। राजनीतिक परिदृश्य पर रमन मिश्र की रिपोर्ट...
भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या से सटी कैसरगंज लोकसभा सीट का चुनावी पारा यूं तो सांसद बृजभूषण की उम्मीदवारी को लेकर गहराए रहस्य के साथ ही गर्म था। अब जबकि उनके बेटे करण भूषण को भाजपा से टिकट मिल गया है तो बहुत कुछ साफ हो गया है। राजनीतिक जानकार कह रहे हैं- भले ही बेटा मैदान में है, मगर लड़ तो बृजभूषण ही रहे हैं।
चुनावी तैयारी में वह पहले ही कितने आगे निकल चुके हैं, इससे अंदाज लगा लीजिए कि टिकट फाइनल होने से पहले तक बृजभूषण 165 सभाएं कर चुके थे। दूसरी ओर अन्य दल भाजपा के फैसले का इंतजार करते रह गए। बहरहाल, अब यहां चुनावी मैदान सज चुका है। सपा से भगतराम मिश्र मैदान में हैं। वह जातीय समीकरण और सत्ता के विरोध के सहारे मुकाबले को रोचक बनाने की कोशिश में हैं तो कैडर वोट के सहारे बसपा के नरेंद्र पांडेय भी लड़ाई में आने की आस लगाए हुए हैं।
उम्मीदवारों में किसकी राजनीतिक उम्मीदों को जनता अपने वोटों से सींचेगी, यह जानने हम कैसरगंज की सड़कों पर निकले। आग उगलते सूरज से यहां केवल मौसम में ही तपिश नहीं है बल्कि, जन चर्चाओं में भी चुनावी तपिश का अहसास होता है, लेकिन अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से आस्था की बयार भी बह रही है।
बालपुर बाजार में दुकानों पर खरीदारों की भीड़ है। सब्जी की दुकान पर महिलाएं खड़ी हैं। चुनाव का माहौल पूछने पर जवाब मिला- कइसन चुनाव भइया?, कोई वोटवा मांगय आवय तब कुछ जान मिलय, वैसे अयोध्या जी मा मंदिर बन गवा ई बहुत अच्छा भवा।’ बीच में ही बात काटते हुए माथे पर टीका लगाए बुजुर्ग बोले- ‘चुनाव कउनव नाही हय, अबकी तव मैदान साफ हय।’ उनका इशारा शायद टिकट वितरण में देरी और भाजपा के उम्मीदवार को लेकर था। यहां लोगों से चुनाव को लेकर संवाद आगे बढ़ा तो बेसहारा पशुओं को लेकर टीस उभरी जरूर, लेकिन कानून व्यवस्था व राम मंदिर निर्माण की चर्चा में सब गुम हो जाता है।
यह इलाका कटराबाजार विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां से भाजपा के बावन सिंह लगातार तीन बार से विधायक हैं। आगे बढ़ने पर तिराहे पर टैक्सी वाहनों का जमावड़ा है। चुनावी सवालों पर लोग खुलकर बोलने में संकोच करते हैं। निश्शुल्क राशन, किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला गैस योजना से संतुष्ट हैं, लेकिन रोजगार की व्यवस्था न होने से लोग व्यथित हैं।
दुकानदार सतीश कहते हैं- अब दौर बदल गया है। कानून व्यवस्था सुधरी है। पड़ोसी दुकानदार और अधिकांश ग्राहक भी सहमति जताते हैं। 1952 से 2019 तक कुल 17 चुनावों में कैसरगंज सीट ने बसपा को छोड़ हर दल को मौका दिया है। समाजवादी झंडा यहां पर सर्वाधिक पांच बार लहरा चुका है। सपा के टिकट पर चार बार पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा और एक बार बृजभूषण शरण सिंह ने जीत दर्ज की थी।
2014 से बृजभूषण यहां कमल खिलाए हुए हैं। इससे पहले 1989 में रुद्रसेन चौधरी और 1991 में लक्ष्मी नारायण मणि त्रिपाठी यहां भाजपा को जीत दिला चुके हैं। कांग्रेस तीन बार ही जीत सकी है। इस बार क्या समीकरण पलटेंगे।
इस पर कटराबाजार मार्ग पर स्कूल के समीप छाया में खड़े सियाराम कहते हैं- टिकट वितरण में बहुत देरी हुई है। भाजपा के पास संसाधन के साथ ही तैयारी भी पूरी है, लेकिन विपक्ष कमजोर है। सपा और बसपा ने बहराइच व लखनऊ में रहने वालों को उम्मीदवार बनाया है। वे इतने कम समय में मतदाता तक कैसे पहुंचेंगे?
राकेश टोकते हैं- अब मोबाइल के युग में हर कोई पहुंच जाता है। प्रत्याशी स्वयं इतने बड़े क्षेत्र में प्रत्येक मतदाता तक नहीं पहुंच सकते, लेकिन उनका संदेश जरूर पहुंच सकता है। विरतिया गांव को जाने वाले मार्ग के समीप रेलवे क्रासिंग पर भी कुछ लोग यही चर्चा कर रहे थे कि चुनाव में सपा ने प्रत्याशी तो ठीक दिया है, लेकिन यदि टिकट की घोषणा 15 दिन पहले हो जाती तो चुनाव का पूरा माहौल बदल जाता। शफीक बोले- चुनाव एकतरफा नहीं है। मतदाताओं की अलग-अलग विचारधारा है।
2019 के लोकसभा चुनाव की स्थिति
बृजभूषण शरण सिंह, भाजपा को मिले वोट-5,81,358
चंद्रदेव राम यादव, सपा-बसपा गठबंधन को मिले वोट-3,19,757
विनय कुमार पांडेय विन्नू, कांग्रेस को मिले वोट-37,132
इस बार ये हैं मैदान में...
भगतराम मिश्र (सपा)
करण भूषण सिंह (भाजपा)
नरेंद्र पांडेय (बसपा)
सबके अपने दावे-मुद्दे
भैरमपुर में छात्र सत्यम का सधा सा जवाब है-रोजगार की व्यवस्था करने वाली सरकार को ही मतदान करूंगा। पहाड़ापुर में भैंस चरा रहे रामकुमार बोले- यहां भाजपा की लड़ाई सपा से है। बसपा से कौन चुनाव लड़ रहा है, इसकी जानकारी नहीं है। बुजुर्ग राम जियावन हों या फिर युवा मनीष, सतीश व शिवम, सभी का मानना है कि सपा व बसपा का संगठन कमजोर है, जिससे भाजपा को मजबूती मिली है।
कर्नलगंज का परिदृश्य एकदम बदला हुआ है। यहां क्षत्रिय, ब्राह्मण व अनुसूचित वर्ग के मतदाता की सोच एक है। मनोज कुमार अनुच्छेद 370, अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण को अंडर करंट मानते हैं। तरबगंज में व्यापारी नेता हरी सिंह का कहना है कि यहां कोई लड़ाई नहीं है। बेलसर चौराहे पर चाय पीने आए इम्तियाज ने कहा कि चुनाव में चार सौ पार का दावा हवा-हवाई हो जाएगा। मतदाता खामोश हैं, परिणाम आएगा तब पता चलेगा।
इस बार इतने मतदाता- 1898276
पुरुष मतदाता-1006252
महिला मतदाता-891651
नीतीश कुमार फिर बोले लड़का-लड़की के बारे में
7 May, 2024 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तारडीह (दरभंगा)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा 2005 से पहले किसकी सरकार थी, यह याद है ना। लोगों को रात में निकलने में डर लगता था। जब से हमारी सरकार आई तब से रात में लड़का-लड़की सब साथ में घूमते हैं। अब डर नहीं लगता है।
वे सोमवार को तारडीह प्रखंड के पोखरभिंडा में एनडीए प्रत्याशी गोपालजी ठाकुर के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवंबर 2005 से हम सरकार में हैं। तब से बिहार के विकास के लिए काम कर रहे हैं। बिना नाम लिए कहा कि वे (Lalu Yadav Rabri Devi) तो राज्य में 15 साल राज किए। हट गए तो अपनी पत्नी को बना दिए।
उन्हें सिर्फ परिवार की चिंता
नीतीश ने आगे कहा कि अब बेटे-बेटी को बना रहे। नौ-नौ गो बेटा-बेटी पैदा किए। उन्हें सिर्फ परिवार की चिंता है। उनके राज में न तो कहीं बिजली थी, ना आने-जाने का रास्ता। कानून व्यवस्था नहीं थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका परिवार राज्य और देश है। हम काम करते हैं और वे कमाने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा से हम लोगों का संबंध तो 1995 से है। बीच में गलतियां हो गईं, जिसे सुधार लिया गया है। सीएम ने कहा कि बिहार में अब लड़कियां पढ़ रही हैं। पहले प्रजनन दर अधिक थी, लेकिन जब लड़कियां पढ़ती हैं तो प्रजनन दर घटती है। महिलाओं को नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है।
अभी तक चार लाख को रोजगार मिल गया
नीतीश ने कहा कि बिहार पुलिस में देश व अन्य राज्यों के अनुपात में सबसे ज्यादा महिला पुलिसकर्मी आज राज्य में हैं। उनकी सरकार ने यह तय किया है कि इस कार्यकाल के खत्म होते-होते 10 लाख को सरकारी नौकरी और 10 लाख को रोजगार देंगे। अभी तक चार लाख को रोजगार मिल गया है। एक लाख को बहुत जल्द मिलने वाला है। जरूरत पड़ी तो उसके आगे भी नौकरी दी जाएगी।
नीतीश ने कहा कि 17 माह के कार्यकाल में की गई बहाली को वे (Tejashwi Yadav) अपना कार्य बताते हैं, जबकि इसके लिए रोडमैप पूर्व में ही तैयार कर लिया गया था। लड़कियों के साथ राज्य की महिलाओं को आर्थिक एवं सामाजिक क्षेत्र में हिस्सेदारी बढ़ाई गई। पंचायत, नगर निकाय के चुनाव में आरक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह जीविका की भी चर्चा की। राज्य में स्वयं सहायता समूह बहुत समृद्ध है। 10 लाख 51 हजार स्वयं सहायता समूह में एक करोड़ 31 लाख महिलाएं जुड़कर आर्थिक और सामाजिक रूप से समृद्ध हो रही हैं।
साइबर अपराधी ठगी करने के नए-नए पैंतरे अपना रहे है
7 May, 2024 01:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भागलपुर। विदेशों में विभिन्न कंपनियों में बेहतर जाॅब दिलाने का झांसा देने वाले साइबर ठग जाॅब दिलाने के नाम पर लिंक भेज झटके में खाता खाली कर दे रहे हैं। बीते एक साल में साइबर शातिर दो दर्जन से अधिक पढ़े-लिखे लोगों के बैंक खाते से लाखों का चूना एक झटके में लगा चुके हैं।
MBA की छात्रा के खाते से लगभग दो लाख गायब
साइबर ठगी के शिकार लोगों में एमबीए की छात्रा, मेडिकल प्रोफेशनल, इंजीनियर आदि भी शामिल हैं। जरा भी ऐसे अनचाहे मैसेज या लिंक को टच किया नहीं कि आपके साथ साइबर फ्राॅड हो सकता है। जोगसर थानाक्षेत्र के हनुमान नगर की रहने वाली एमबीए की छात्रा अंशिका प्रिया से नौकरी के नाम पर खाते से एक लाख 75 हजार रुपये की साइबर ठगी एक झटके में कर ली गई।
घटना की बाबत छात्रा अपने मौसेरे भाई निशांत के साथ जोगसर थाने में 15 फरवरी 2024 की शाम शिकायत की थी। छात्रा बेंगलुरु में रहकर एमबीए की पढ़ाई कर रही थी। वहां से वह भागलपुर स्थित हनुमान नगर स्थित मौसी के यहां आई थी। इस दौरान उसके मोबाइल पर एक यूएस की कंपनी में नौकरी का अवसर बता लिंक भेजा गया था। जिसे क्लिक करते ही उसके खाते से एक लाख 75 हजार रुपये की निकासी कर ली गई।
स्त्री रोग विशेषज्ञ वीणा सिन्हा को लगा चुके हैं छह लाख का चूना
22 दिसंबर 2023 को साइबर शातिर ने इस बार स्त्री रोग विशेषज्ञ वीणा सिन्हा के खाते से छह लाख 35 हजार रुपये का चूना लगा दिया था। साइबर ठगी की जानकारी पर डा.सिन्हा के पुत्र सत्यशील कुमार ने जोगसर थाने में केस दर्ज कराया था। अब तक मामले में पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है। एक दिसंबर 2023 को सुबह नौ बजे इंटरनेट बैंकिंग को ओपन किया। इंटरनेट बैंकिंग खोलने के तुरंत बाद चार चरणों में छह लाख 35 हजार रुपये की निकासी कर ली गई थी।
नाइजीरियन फेसबुक फ्रेंड ने 80 हजार का लगाया चूना
नाइजीरियन फेसबुक फ्रैंड सारा मोंबाटा ने 27 दिसंबर को साइबर ठगी को अंजाम देते हुए बेंगलुरु के बनसंकरी इलाके में रहने वाले इंजीनियर राकेश अग्रवाल को 80 हजार रुपये का चूना झटके में लगा दिया था। मामले में अब तक पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। पुश्तैनी जमीन के कागजात दुरुस्त कराने भागलपुर पहुंचे राकेश अग्रवाल को उनकी नाइजीरियन फेसबुक फ्रेंड सारा मोंबाटा ने व्हाट्सएप्प काॅल कर बताया था कि वह इंडिया पहुंची है। दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने उसे रोक रखा है। पेनाल्टी के रूप में पांच लाख रुपये भरने को कह रहे हैं।
फेसबुक फ्रेंड के उस रिक्वेस्ट पर राकेश ने मोंबाटा के खाते में 80 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये। रुपये ट्रांसफर के बाद उसने मोबाइल पर काॅल रिसीव करना ही बंद कर दिया। अब तक मामले में साइबर टीम को कोई सफलता नहीं मिल सकी है।
60 करोड़ में यूपी से खरीदा गया था प्रश्न पत्र
7 May, 2024 01:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। नीट (नेशनल एंट्रेंस कम एलिजिबिलिटी टेस्ट) परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका में डीएवी स्कूल, बोर्ड कालोनी से गिरफ्तार अभ्यर्थी आयुष राज ने चौंकाने वाला राजफाश किया है। इससे प्रश्न पत्र लीक की पुष्टि हो गई है और तार झारखंड से जुड़ गए हैं।
पटना पुलिस ने शास्त्री नगर थाने में प्रश्न पत्र लीक की प्राथमिकी की है। इसमें अब तक एक अभ्यर्थी की मां, राजफाश करने वाले आयुष के पिता समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों में दानापुर नगर परिषद का कनीय अभियंता सिकंदर यादवेंदु भी शामिल है।
झारखंड नंबर की डस्टर कार और मोबाइल बरामद
इनके पास से झारखंड नंबर की डस्टर कार एवं मोबाइल बरामद हुए हैं। प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने वाला राकी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है, पुलिस सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही किंग पिन का पता चलेगा, जिसने प्रश्न पत्र उड़ा कर गुर्गों के बीच बांटे। पुलिस को अब तक मिली जानकारी में पता चला है कि नालंदा के नगरनौसा प्रखंड की भूतहाखार पंचायत के बलवा पर गांव निवासी कुख्यात परीक्षा माफिया संजीव कुमार ने रॉकी को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए थे।
40 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था
संजीव के पुत्र डॉ. शिव कुमार का नाम गत मार्च में बीपीएससी टीआरई 3 प्रश्न पत्र लीक में सामने आया था, उसे मध्य प्रदेशके उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था, अभी जेल में है। संजीव की पत्नी ममता देवी भूतहाखार पंचायत की मुखिया रही हैं। ममता 2020 में हरनौत से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं।
वह विजेता की निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहीं थीं। अभ्यर्थी के अभिभावकों ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि प्रति अभ्यर्थी 40 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने वालों ने कहा था कि राकी ने संजीव के माध्यम से 60 करोड़ में उत्तर प्रदेश से प्रश्न खरीदा था।
आयुष ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि परीक्षा से एक दिन पूर्व (चार मई) की रात ही उसे प्रश्न पत्र और उनके उत्तर मिल गए थे। परीक्षा माफिया के लोगों ने रामकृष्ण नगर के खेमनीचक स्थित लर्न ब्वायज हास्टल एवं लर्न प्ले स्कूल में रात भर रखकर प्रश्नों के उत्तर रटवाए थे। वहां उसके जैसे 20-25 अन्य छात्र भी थे।
दूसरे दिन गिरोह के सदस्य सभी छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक लेकर गए थे। आयुष ने पुलिस की पूछताछ में दावा किया कि जिन प्रश्नों के उत्तर उसे रटवाए गए थे, वे ही प्रश्न परीक्षा में शत प्रतिशत मिले थे। ऐसे में पुलिस मान रही है कि प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले ही माफिया के माध्यम से अभ्यर्थियों तक पहुंच गए थे।
गाड़ी के नंबर से पकड़े गए सेटर
रविवार को एक केंद्रीय एजेंसी की रांची (झारखंड) इकाई से एसएसपी को नीट का प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना मिली। उन्हें डस्टर का रजिस्ट्रेशन नंबर (जेएच01बीडब्ल्यू-0019) के बारे में बताया गया कि इस गाड़ी में परीक्षा माफिया के लोग घूम रहे हैं। इसके बाद कार की खोज शुरू हुई।
शास्त्री नगर थाना अध्यक्ष अमर कुमार के नेतृत्व में टीम ने रविवार की दोपहर 2:05 बजे राजवंशी नगर मोड़ के पास घेराबंदी कर पटेल भवन की ओर से आ रही कार को रोक लिया। उसमें सिकंदर यादवेंदु (पुसहों, विधान थाना, समस्तीपुर), अखिलेश कुमार (सुल्तानपुर, दानापुर) और बिट्टू कुमार (बड़का गांव, गढ़ नोखा, रोहतास) सवार थे।
कार के डैश बोर्ड में मिला था आयुष का एडमिट कार्ड
तीनों सवारों समेत कार शास्त्री नगर थाने लाई गई। वहां पुलिस ने वाहन की तलाशी ली तो डैश बोर्ड के सेल्फ से चार नीट अभ्यर्थी अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार, आयुष राज और अनुराग यादव के एडमिट कार्ड मिले। सख्ती से पूछताछ करने पर सिकंदर ने बताया कि इन सभी विद्यार्थियों को उसने अलग-अलग सेंटरों पर परीक्षा देने के लिए पहुंचाया है।
चूंकि, आयुष शास्त्री नगर थाने के समीप बोर्ड कालोनी स्थित डीएवी स्कूल में परीक्षा दे रहा था तो पुलिस वहां फौरन पहुंच गई। केंद्राधीक्षक ने एडमिट कार्ड देख कर पुलिस को बताया कि यह अभ्यर्थी कमरा नंबर 28 में परीक्षा दे रहा है। पुलिस सेंटर के बाहर ही खड़ी रही, जैसे ही आयुष निकला, उसे पकड़ लिया गया। आयुष ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसे शनिवार की रात प्रश्न पत्र व उत्तर रटवाए गए थे, इसके बाद वह परीक्षा देने आया था।
सिकंदर ने चार साथियों के उगले नाम
गिरफ्तारी के बाद कनीय अभियंता सिकंदर ने संजीव सिंह, राकी, नीतीश और अमित आनंद के नाम बताएं, जिनके माध्यम से वह नीट में धांधली करवाता था। राकी प्रश्न पत्र उपलब्ध कराता था। शेष सदस्य रुपये देने वाले अभ्यर्थियों की तलाश करने से लेकर उत्तर रटवाने और परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने व लाने का काम करते थे। पुलिस ने रविवार की देर रात खेमनीचक, कोतवाली, जक्कनपुर, राजीव नगर और दानापुर क्षेत्र में छापेमारी की। वहां से आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इनके नाम नहीं बताए हैं।
रांची सिविल कोर्ट के एडीजे सात विशाल श्रीवास्तव की अदालत ने गवाही बंद कर दी है
7 May, 2024 01:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। हाईकोर्ट और सरकार द्वारा बार-बार एमपी/एमएलए से जुड़े मुकदमों से संबंधित सरकारी/निजी गवाहों को कोर्ट में पेश कर ट्रायल पूरा करने पर जोर दिया जाता है। वहीं, कुछ मामलों में शिथिलता भी बरती जाती है।
मामले में ये बनाए गए थे नामजद अभियुक्त
हजारीबाग जिले के बड़कागांव के ढेंगा में 14 अगस्त, 2015 को हुए चर्चित गोलीकांड के मामले में रांची सिविल कोर्ट के एडीजे सात विशाल श्रीवास्तव की अदालत ने गवाही बंद कर दी है। मामले को लेकर बड़कागांव थाना कांड संख्या 167/15 दर्ज किया गया था, जिसमें पूर्व विधायक योगेंद्र साव, उनकी पत्नी निर्मला देवी सहित दर्जनों लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था।
इस वजह से कोर्ट ने बंद की गवाही
सरकार की तरफ से केस के सूचक तत्कालीन एसडीओ अनुज प्रसाद, अनुसंधानकर्ता इंस्पेक्टर अवधेश सिंह और चिकित्सक के साथ तत्कालीन थाना प्रभारी रामदयाल मुंडा की गवाही नहीं कराई जा सकी। कोर्ट द्वारा बार-बार गवाहों को बुलाने के बावजूद सरकार द्वारा गवाह नहीं पेश किए जाने पर कोर्ट ने गवाही बंद कर आगे की कार्यवाही करते हुए आरोपियों के बयान दर्ज कराने का आदेश दे दिया है।
किसान अधिकार महारैली में हुई थी झड़प
कांड के सूचक अनुज प्रसाद, रामदयाल मुंडा अभी नौकरी में हैं, वहीं कांड के अनुसंधानकर्ता अवधेश सिंह सेवानिवृत्त होकर हजारीबाग जिले के केरेडारी में एक कंपनी में सुरक्षा सलाहकार की नौकरी कर रहे हैं। बता दें कि किसान अधिकार महारैली के दौरान पुलिस-पब्लिक के बीच हुई झड़प में छह लोग घायल हो गए थे। जबकि, पुलिस की चार्जशीट में किसी के घायल होने का जिक्र नही किया गया था, जिसे लेकर हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिट दायर किया गया था। हाईकोर्ट में सरकार की तरफ से शपथ दायर कर बड़कागांव थाना कांड संख्या 167/2015 की घटना में लोगों के घायल होने की बात स्वीकार करते हुए सीआइडी से जांच कराने की बात कही गई थी।
वहीं, ट्रायल कोर्ट ने जब सरकार द्वारा सीआइडी जांच के आदेश और हाईकोर्ट के आदेश पर सहायक लोक अभियोजक से जवाब मांगा तो चार महीने बाद कोर्ट में यह जवाब दिया गया कि हाईकोर्ट ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है।
चार सीटों पर मंगलवार को नामांकन प्रक्रिया पूरी हुई....
7 May, 2024 01:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड में लोकसभा चुनाव के तहत तीसरे चरण (देश के छठे) की चार सीटों पर मंगलवार को नामांकन प्रक्रिया संपन्न हो गई। अंतिम दिन गिरिडीह संसदीय सीट पर एनडीए से आजसू के उम्मीदवार चंद्रप्रकाश चौधरी ने नामांकन पत्र दाखिल किया। इसी सीट पर आइएनडीआइए से झामुमो के उम्मीदवार मथुरा महतो ने भी नामांकन किया।
रांची से कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी ने दाखिल किया नामांकन
वहीं, रांची संसदीय सीट पर आइएनडीआइए से कांग्रेस उम्मीदवार यशस्विनी सहाय ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया। तीसरे चरण की चार सीटों पर अंतिम दिन कुल 50 उम्मीदवारों ने अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। इनमें रांची के 16, गिरिडीह के 12, जमशेदपुर के 12 तथा धनबाद के 10 उम्मीदवार सम्मिलित हैं। इन सीटों पर अब तक 118 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है।
इन उम्मीदवारों ने नामांकन लिया वापस
इनमें गिरिडीह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 25, धनबाद से 28, रांची से 33 और जमशेदपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 32 उम्मीदवार सम्मिलित हैं। इधर, दूसरे चरण (देश का पांचवां) की सीटों में मंगलवार को कोडरमा में दो उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। वहीं, चतरा में भी एक उम्मीदवार जयप्रकाश भोगता ने नाम वापस लिया है। इन्होंने भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर नामांकन कर दिया था। वहीं, हजारीबाग सीट पर नामांकन दाखिल करने वाले सभी उम्मीदवार डटे रहे गए। यहां कोई नामांकन वापस नहीं हुआ।
नामांकन वापसी के बाद इतने लड़ेंगे चुनाव
नामांकन वापसी के बाद तीनों सीटों पर कुल 54 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं। नामांकन वापसी के बाद चतरा में कुल 22 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। कोडरमा में 15 उम्मीदवारों के बीच हार-जीत का फैसला होगा। वहीं, हजारीबाग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से किसी भी उम्मीदवार द्वारा नामांकन वापस नहीं लेने के कारण यहां कुल 17 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे।
गिरिडीह उपचुनाव में अर्जुन बैठा सहित सभी हैं डटे
झारखंड विधानसभा के गांडेय उपचुनाव में भी नामांकन वापसी के अंतिम दिन किसी भी उम्मीदवार ने अपनी उम्मीदवारी वापस नहीं ली। यहां से कुल 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। यहां आजसू से बागी होकर नामांकन दाखिल करनेवाले अर्जुन बैठा भी चुनाव मैदान में डटे रह गए। इन्होंने भी नाम वापस नहीं लिया।
दुल्हन की मांग भरकर फिर गया जेल
7 May, 2024 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गिरिडीह। शहर के दुखिया महादेव मंदिर में अमूमन जलाभिषेक और शादी की शहनाई बजती रहती है, लेकिन सोमवार को मंदिर परिसर में अलग ही माहौल था। यहां एक जोड़े की शादी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ था। आखिर, हो भी क्यों नहीं, सेहरा बांधकर आए दूल्हे के हाथों में हथकड़ी जो लगी थी। पुलिस अधिकारी और जवान साथ थे। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं था। हवाला दिया गया कोर्ट के आदेश का।
आरोपित बंदी ने पीड़िता के साथ लिए सात फेरे
पता चला कि कोर्ट के आदेश पर लड़का पैरोल पर सुरक्षा के बीच मंदिर पहुंचा था। उस पर दुष्कर्म का आरोप था। उसी लड़की के साथ उसने सात फेरे लिए। दरअसल, इस शादी की पटकथा पहले प्यार फिर धोखे से घिरी रही। अंतत: जेल में बंद आरोपित ने पीड़िता के साथ शादी कर ली। न्यायालय के आदेश पर आरोपित बंदी ने हथकड़ी लगाए पीड़िता के साथ सात फेरे लिए।
शादी में किया गया था भोज का इंतजाम
न्यायालय के आदेश पर आरोपित को सुबह 10 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच अजीडीह स्थित बाबा दुखहरण नाथ मंदिर लाया गया। पीड़िता के परिवार वालों के साथ आरोपित के परिवार के लोग शादी की तैयारी किए थे। मंदिर के पुजारी ने दोनों की शादी कराई। इस शादी के लिए न्यायालय से चार घंटे का विशेष पैरोल दिया गया था। शादी के बाद मंदिर परिसर में रस्म अदायगी के साथ खान-पान की भी व्यवस्था की गई थी। आरोपित बंदी को दोपहर वापस सेंट्रल जेल लाया गया और नवब्याहता को ससुराल विदा किया गया।
लॉकडाउन के समय दोनों की हुई थी पहचान
बता दें कि यह मामला जमुआ थाना क्षेत्र के बदडीहा का है। पीड़िता ने प्राथमिकी में कहा था कि 2020 में लाॅकडाउन के दौरान उसे गावां थाना क्षेत्र के युवक से मोबाइल पर जान पहचान हुई थी। फिर दोनों मिलने लगे। युवक ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद शादी से इन्कार कर दिया था। इस मामले में आरोपित युवक और पीड़िता के घरवालों में आपस में बात कर दोनों की शादी कराने की बात कही। जेल में बंद आरोपित और पीड़िता शादी के लिए सहमत हुए। दोनों पक्षों के घरवाले न्यायालय में आकर आवेदन किया और शादी कराने के लिए न्यायालय से आदेश की मांग की थी। न्यायालय ने जेल में बंद आरोपित की शादी मंदिर में कराने का आदेश दिया था।
अब ED तैयारी में आलमगीर को घेरने की
7 May, 2024 01:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। लोकसभा चुनाव के मध्य में ही मंत्री आलमगीर आलम के करीबियों के आवास से करोड़ों रुपये की बरामदगी ने सत्ताधारी गठबंधन पर सवाल उठा दिए हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बरामद रुपये पिछले दो-तीन महीनों में प्रखंड विकास पदाधिकारियों के तबादलों से अर्जित राशि है।
आलमगीर को घेरने की ईडी की तैयारी
इस राशि का इस्तेमाल अभी चुनाव के दौरान होना था। कुछ ऐसे ही प्रमाण ईडी को भी प्राप्त हुए हैं। इन प्रमाणों के आधार पर अब ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को घेरने की कवायद में ईडी जुट गई है।
रुपयों की बरामदगी पर आलमगीर का बयान
अपने पीएस के नौकर के आवास से इतनी बड़ी धन राशि बरामद होने पर मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि वह सरकारी मुलाजिम है और उसके खिलाफ सरकार नियमानुसार कार्रवाई करेगी।
संजीव लाल को हटाने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर उन्हें हटाया जाएगा। वहीं प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि ईडी के आधिकारिक बयान पर पार्टी कोई विचार देगी। इसके पूर्व मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि कौन क्या कह रहा है, वे यह नहीं जानते। जिस संजीव लाल बारे में कहा जा रहा है वह सरकारी पदाधिकारी हैं और उन्हें अपना पीएस उनके अनुभव को देखते हुए बनाया गया था ताकि विभागीय कार्य सुचारू रूप से चले। पीएस संजीव लाल को निश्चित तौर पर हटाने की बात भी आलम ने कही है।
संजीव लाल पहले भाजपाई मंत्रियों के पीए थे
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कैश बरामदगी को लेकर कहा कि वे संजीव कुमार के नौकर के लिए बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। यह पहले स्पष्ट होना चाहिए कि मंत्री आलमगीर के पीएस के यहां मिला है या नौकर के यहां मिला है। दूसरी बात यह है कि संजीव लाल पहले किस-किस के पीएस रहे थे। वे भाजपा नेता और मंत्री रह चुके सीपी सिंह और विमला प्रधान के पीएस भी रहे हैं।
ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह कैसे समझ लिया कि यह 15 दिनों का पैसा होगा, एक महीने का या चार साल का होगा। यह 10 साल का भी हो सकता है। प्रधानमंत्री जिस तरह से एजेंडा सेट कर रहे हैं, उससे लगता है कि प्रधानमंत्री ने पहले स्वतंत्र एजेंसी को गुलाम बनाया और अब उस गुलाम एजेंसी के बास बनकर बात कर रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और स्टार प्रचारक राहुल गांधी आज चाईबासा आ रहे हैं।
7 May, 2024 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चाईबासा। सिंहभूम लोकसभा में सियासी पारा चरम पर पहुंच गया है। बीती 3 मई को भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाईबासा आये थे। अब अखिल भारतीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सात मई को सुबह 11.30 बजे चाईबासा के टाटा काॅलेज मैदान में एक चुनावी आमसभा को संबोधित करने आ रहे हैं।
जोबा मांझी के लिए राहुल बनाएंगे माहौल
राहुल गांधी की यह आम सभा झारखंड मुक्ति मोर्चा से सिंहभूम लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रही विधायक सह झारखंड सरकार की पूर्व कैबिनेट मंत्री जोबा मांझी के पक्ष में आयोजित की गई है। सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में राहुल गांधी की यह तीसरी चुनावी सभा होगी।
2014 में सन्नी सिंकू के पक्ष में की थी राहुल ने सभा
28 नवंबर, 2014 को राहुल गांधी ने कांग्रेस के जगन्नाथपुर विधानसभा के प्रत्याशी सन्नी सिंकू के पक्ष में सभा की थी। जगन्नाथपुर विधानसभा में सन्नी सिंकू को निर्दल गीता कोड़ा से हार का सामना करना पड़ा था। गीता कोड़ा ने उन्हें भारी बहुमत से चुनाव हराया था। राहुल गांधी की दूसरी चुनावी सभा 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान 8 मई 2019 को कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा के पक्ष में की गई थी। इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा ने भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान सांसद लक्ष्मण गिलुवा को करीब साठ हजार मतों से पराजित कर चुनाव जीता था। अब देखना यह है कि अपनी चौथी चुनावी सभा में राहुल गांधी आइएनडीआइए गठबंधन की प्रत्याशी जोबा मांझी को जीत दिलवा पाते हैं या नहीं।
पिछली बार जिसे जिताने को मांगे थे वोट, अबउसे ही हराने की करेंगे अपील
यहां मजे की बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में तत्कालीन भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण गिलुवा को जीत दिलाने और गीता कोड़ा को हराने के लिए 6 मई 2019 को इस टाटा काॅलेज मैदान में आमसभा की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में उसी टाटा कालेज मैदान में उसी गीता कोड़ा को भाजपा प्रत्याशी के तौर पर जीत दिलाने के लिए 3 मई 2024 को आमसभा कर चुके हैं। विडंबना यह है कि 2019 में राहुल गांधी जिस गीता कोड़ा को जीताने के लिए आए थे, इस बार उसी गीता कोड़ा को हराने के लिए टाटा कालेज मैदान में आम सभा करेंगे।