व्यापार
दशहरा के दिन फ्यूल की कीमत में हुए बदलाव, जानें आपके शहर में रेट
12 Oct, 2024 03:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
12 अक्टूबर 2024 को उत्तर प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें थोड़ी भिन्नता के साथ निर्धारित की गई हैं. प्रदेश के कई शहरों में ईंधन की दरें रोजाना की तरह सुबह 6 बजे निर्धारित की जाती हैं जो कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों और विदेशी मुद्रा दरों के आधार पर बदलती हैं. यूपी में आज पेट्रोल की औसत कीमत 94.56 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल की कीमत 87.66 रुपये प्रति लीटर है. यह कीमतें अलग-अलग शहरों में थोड़ा फर्क हो सकता है. लखनऊ में पेट्रोल 94.56 रुपये और डीजल 87.66 रुपये बिक रहा है जबकि कानपुर में ये 94.54 और 87.63 रुपये हैं.
पेट्रोल-डीजल का दाम
लखनऊ: पेट्रोल 94.56 रुपये, डीजल 87.66 रुपये
कानपुर: पेट्रोल 94.54 रुपये, डीजल 87.63 रुपये
प्रयागराज: पेट्रोल 94.72 रुपये, डीजल 87.86 रुपये
मथुरा: पेट्रोल 94.30 रुपये, डीजल 87.32 रुपये
आगरा: पेट्रोल 94.70 रुपये, डीजल 87.79 रुपये
वाराणसी: पेट्रोल 94.92 रुपये, डीजल 88.08 रुपये
मेरठ: पेट्रोल 94.36 रुपये, डीजल 87.41 रुपये
नोएडा: पेट्रोल 94.72 रुपये, डीजल 87.83 रुपये
गाजियाबाद: पेट्रोल 94.65 रुपये, डीजल 87.75 रुपये
गोरखपुर: पेट्रोल 94.46 रुपये, डीजल 87.54 रुपये
अलीगढ़: पेट्रोल 95.00 रुपये, डीजल 88.13 रुपये
बुलंदशहर: पेट्रोल 95.13 रुपये, डीजल 88.25 रुपये
मिर्जापुर: पेट्रोल 95.13 रुपये, डीजल 88.30 रुपये
मुरादाबाद: पेट्रोल 95.03 रुपये, डीजल 88.19 रुपये
रायबरेली: पेट्रोल 94.75 रुपये, डीजल 87.88 रुपये
रामपुर: पेट्रोल 94.96 रुपये, डीजल 88.12 रुपये
कीमतों में बदलाव के कारण
भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती हैं. इसके साथ ही, रुपये की डॉलर के मुकाबले कीमत भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसलिए, वैश्विक स्तर पर होने वाले परिवर्तनों का सीधा असर भारतीय बाजार पर देखने को मिलता है. आपके शहर में आज के पेट्रोल-डीजल के रेट जानकर आप अपनी यात्रा की योजना बेहतर तरीके से बना सकते हैं. समय-समय पर ईंधन की कीमतों की समीक्षा करके ही सही जानकारी प्राप्त करें और अपनी जरूरतों के अनुसार योजना बनाएं.
Tesla: टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग कार पेश, एलन मस्क का फ्यूचरिस्टिक कॉन्सेप्ट
11 Oct, 2024 03:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Tesla: टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग कार पेश, एलन मस्क का फ्यूचरिस्टिक कॉन्सेप्ट। सेल्फ-ड्राइविंग वाहन भविष्य की सबसे अनुकूल तकनीकों में से एक है। ये नए जमाने के वाहन अपने आस-पास की परिस्थितियों को समझते हैं, जिसमें यातायात, पैदल यात्री और शारीरिक खतरे शामिल हैं, और नियंत्रण में मानवीय हस्तक्षेप के बिना अपने मार्ग और गति को समायोजित कर सकते हैं।
एलन मस्क टेस्ला “वी, रोबोट” इवेंट
गुरुवार की शाम को, एलन मस्क की टेस्ला ने “वी-रोबोट” इवेंट में इस उन्नत एज तकनीक को दिखाया। उन्होंने इवेंट में टेस्ला की भविष्य की अवधारणा “रोबोटैक्सी” नामक सेल्फ-ड्राइविंग कारों का अनावरण किया। इस कार्यक्रम में रोबोटैक्सी और रोबोवैन का प्रदर्शन किया गया, जो एक चालक रहित वाहन है जिसे अधिक लोगों या सामान को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
एलन मस्क ने कंपनी की भविष्य की स्वयं संचालित कारों की अवधारणा, रोबोटैक्सी, साइबरकैब का अनावरण किया है, जिनकी लागत 30,000 अमेरिकी डॉलर से कम होगी, तथा अगले वर्ष तक कैलिफोर्निया और टेक्सास में अपनी मॉडल 3 और मॉडल वाई कारों में स्वचालित ड्राइविंग लाने की योजना की घोषणा की है।
स्वचालित कारों का भविष्य
घोषणा से पहले, विश्लेषकों को संदेह था कि टेस्ला अपना वादा पूरा करेगी, क्योंकि पूरी तरह से स्वायत्त वाहनों की आयु नौ साल और रोबोटैक्सिस की आयु पांच साल तक कम कर दी गई थी। मस्क ने कहा कि जिस कार्यक्रम में वे शामिल हुए थे, वहां 20 और साइबरकैब थे, और टेस्ला द्वारा कार्यक्रम के लिए सुरक्षित किए गए 20 एकड़ के स्थान पर उपस्थित लोगों के लिए 50 पूरी तरह से स्वायत्त वाहन थे।
मस्क ने कहा कि साइबरकैब में कोई स्टीयरिंग व्हील या पैडल नहीं होगा और प्लग के बजाय इंडक्टिव चार्जिंग होगी।उन्होंने कहा कि टेस्ला ने वाहनों में कंप्यूटरों को “ओवरस्पेक” किया है, जिसे उन्होंने कंप्यूटिंग की अमेज़ॅन वेब सर्विसेज शैली कहा है – जहां इसे कारों के नेटवर्क में वितरित किया जा सकता है। ‘वी, रोबोट’ कार्यक्रम कैलिफोर्निया के बरबैंक स्थित वार्नर ब्रदर्स स्टूडियो में आयोजित किया गया।
ग्राहकों के लिए नई सुविधाओं के साथ रिलायंस ने लॉन्च किया जियोफाइनेंस ऐप
11 Oct, 2024 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (जेएफएसएल) ने पहले से बेहतर वित्तीय सेवाएं देने के लिए अपना पूर्णतया विकसित जियोफाइनेंस एप लॉन्च कर दिया है। जियोफाइनेंस एप का बीटा संस्करण करीब 4 माह पहले 30 मई, 2024 को लॉन्च किया गया था। तब से अब तक इसे 60 लाख उपभोक्ता डाउनलोड कर चुके हैं।
कंपनी का दावा है कि ग्राहकों के फीडबैक के आधार पर नया एप तैयार किया गया है। नया एप गूगल प्ले स्टोर, एप्पल एप स्टोर और माईजियो से डाउनलोड किया जा सकेगा। कंपनी ने अपने फाइनेंशियल प्रोडक्ट चेन में कई नई सेवाएं जोड़ी है। इनमें म्यूचुअल फंड पर लोन, संपत्ति पर लोन, होम लोन और होम लोन बैलेंस ट्रांसफर शामिल हैं। वित्तीय बाजार में पैर जमाने के लिए कंपनी प्रतिस्पर्धी दरों पर लोन उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है।
कंपनी के मुताबिक जियो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (जेपीबीएल) में करीब 15 लाख ग्राहक बचत खाता खुलवा चुके हैं। बैंक में बचत खाता सिर्फ 5 मिनट में डिजिटल तरीके से खोला जा सकता है। खाते के साथ डेबिट कार्ड भी मिलेगा और बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के कारण बचत खाता अधिक सुरक्षित भी होगा। इसके अतिरिक्त, यूपीआई पेमेंट, मोबाइल रिचार्ज और क्रेडिट कार्ड बिलों के भुगतान जैसी सेवाएं भी ग्राहकों के लिए उपलब्ध होंगी।
जेएफएसएल के प्रबंध निदेशक और सीईओ हितेश सेठिया ने कहा, "जेएफएसएल में हमारा मिशन तकनीक का लाभ उठाकर निर्बाध और सुविधाजनक वित्तीय सेवाएं लोगों तक पहुंचाना है। नया जियोफाइनेंस एप भारत में बना है, और जल्द ही कई नए फीचर्स के साथ, हम भारत के लोगों के लिए एक भरोसेमंद वित्तीय सहयोगी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।"
शेयर बाजार में फिर आई बिकवाली; सेंसेक्स 180 अंक गिरा, निफ्टी 31 अंक नीचे आया
11 Oct, 2024 01:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शुक्रवार को शेयर बाजार सपाट खुला, उसके बाद शुरुआती कारोबारी घंटों के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में बड़ी गिरावट देखी गई। बेंचमार्क सेंसेक्स 185.20 अंकों की गिरावट के साथ 81,426.21 पर खुला, जबकि निफ्टी 51.30 अंकों की गिरावट के साथ 24,947.15 पर खुला।
निफ्टी 50 कंपनियों में से 18 शेयरों में तेजी आई जबकि 32 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। एचसीएल टेक्नोलॉजीज, हिंडाल्को, जेएसडब्ल्यू स्टील, विप्रो और बजाज ऑटो के शेयरों में खरीदारी दिखी। दूसरी ओर, सिप्ला, ट्रेंट, एशियन पेंट्स, टीसीएस और पावर ग्रिड के शेयरों में गिरावट दिखी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने बाजार में निकट अवधि में अस्थिरता रहने की बात कही। उन्होंने कहा, "बाजार निकट अवधि में एफआईआई की बिक्री और डीआईआई की खरीद के बीच उतार-चढ़ाव के साथ अस्थिर रह सकता है।"
डॉलर के कमजोर होने के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे बढ़कर 83.96 पर पहुंच गया। हालांकि, विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और लगातार एफआईआई निकासी ने घरेलू मुद्रा में आगे की बढ़त को सीमित कर दिया।
उन्होंने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में दिन की कमजोर शुरुआत ने भी स्थानीय मुद्रा को आगे बढ़ने से रोक दिया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.97 पर खुला, जो पिछले दिन के बंद भाव से 1 पैसे अधिक है। इसके बाद रुपया 83.96 पर पहुंच गया। गुरुवार को रुपया 83.98 पर बंद हुआ था।
डीमैट खाते के नियमों में देरी का असर, इक्विटी म्यूचुअल फंड में 10% की कमी
11 Oct, 2024 01:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने निवेशकों के डीमैट खातों में प्रतिभूतियों के सीधे भुगतान को जरूरी बनाने से जुड़े दिशानिर्देशों को लागू करने की समयसीमा 11 नवंबर तक बढ़ा दी। यह नियम मूल रूप से 14 अक्तूबर से प्रभावी होना था।
इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 10% घटा
इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में सितंबर में 34,419 करोड़ रुपये निवेश आया, जो अगस्त की तुलना में 10 फीसदी कम है। एम्फी मुताबिक, सितंबर में इक्विटी कोषों में शुद्ध प्रवाह का लगातार 43वां महीना रहा है।
त्योहारों से पहले केंद्र ने राज्यों को दिए 1,78,173 करोड़ रुपये, यूपी को सबसे अधिक
केंद्र सरकार ने आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों को 1,78,173 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इसमें अक्तूबर 2024 में देय नियमित किस्त के अलावा एक अग्रिम किस्त भी शामिल है। इससे राज्यों के पूंजीगत व्यय में तेजी आएगी और उनके विकास,कल्याण संबंधी खर्च में मदद होगी। केंद्र की ओर से सबसे अधिक उत्तर प्रदेश को 31,962 करोड़ रुपये दिये गए। इसके बाद बिहार को 17,921 करोड़ रुपये, मध्य प्रदेश को 13,987 करोड़ रुपये और पश्चिम बंगाल को 13,404 करोड़ रुपये जारी किये गए। यह हस्तांतरण राज्यों को वित्तीय संसाधनों का निरंतर प्रवाह बनाए रखने पर केंद्र सरकार के फोकस को दर्शाता है। मंत्रालय का यह निर्णय वित्त सचिव और आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया गया है। पूर्वोत्तर राज्यों में मेघालय को 1,367 करोड़ रुपये, त्रिपुरा को 1,261 करोड़ रुपये और मणिपुर को 1,276 करोड़ रुपये मिले। चूंकि भारत वैश्विक आर्थिक गतिशीलता की जटिलताओं से जूझ रहा है, इसलिए राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान करने पर केंद्र सरकार का ध्यान महत्वपूर्ण है।
टाटा समूह के शेयरों में 10 फीसदी तक तेजी, केमिकल्स में सर्वाधिक
टाटा समूह की कंपनियों के शेयर में बृहस्पतिवार को दिन के कारोबार में 10 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली। टाटा केमिकल्स और टाटा टेलीसर्विसेज के शेयरों ने सबसे अधिक बढ़त दर्ज की। हालांकि, बाद में बढ़त कम हो गई। बीएसई पर टाटा इन्वेस्टमेंट्स का शेयर 5.71 फीसदी चढ़कर 6,924.40 पर बंद हुआ। टाटा केमिकल्स 4.07 फीसदी, टाटा टेक्नोलॉजीज 1.49 फीसदी और टाटा स्टील 0.41 फीसदी बढ़त में बंद हुए। टीसीएस 0.56 फीसदी गिरकर 4,228.4 पर बंद हुआ।
यूपीआई का बाजार में दबदबा, पहली छमाही में लेनदेन की संख्या 52 फीसदी बढ़कर 78.9 अरब
देश में यूपीआई के जरिये होने वाले लेनदेन की संख्या इस साल के पहले छह महीनों (जनवरी-जून) में सालाना आधार पर 52 फीसदी बढ़कर 78.97 अरब पहुंच गई है। 2023 की समान छमाही में यह आंकड़ा 51.9 अरब डॉलर था। वर्ल्डलाइन की ओर से बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-जून, 2024 के दौरान देश में यूपीआई के जरिये कुल 116.63 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन हुए। यह आंकड़ा एक साल पहले की समान अवधि में किए गए 83.16 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन से 40 फीसदी ज्यादा है।
टिकट साइज में 8% गिरावट
इस साल की पहली छमाही में यूपीआई लेनदेन के औसत टिकट आकार (प्रति लेनदेन मूल्य) में 8 फीसदी की गिरावट देखी गई। औसत टिकट आकार पिछले साल की पहली छमाही में 1,603 रुपये था, जबकि जनवरी-जून, 2024 में घटकर 1,478 रुपये रह गया। फोनपे अग्रणी मंच, गूगलपे दूसरे स्थान पर ः यूपीआई लेनदेन की संख्या और मूल्य दोनों के लिहाज से फोनपे अग्रणी यूपीआई मंच के तौर पर सामने आया है। गूगलपे दूसरे और पेटीएम तीसरे स्थान पर रहा।
ये हैं शीर्ष-5 लाभार्थी बैंक
रिपोर्ट के मुताबिक, यूपीआई लेनदेन के जरिये जिन पांच बैंकों में सर्वाधिक पैसा आया, उनमें यस बैंक, एसबीआई, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक व आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं।
बैंक छुट्टियों का कैलेंडर: क्या दशहरा और दुर्गा पूजा पर रहेंगे बंद?
11 Oct, 2024 10:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस महीने यानी अक्टूबर 2024 में बैंक कुल 15 दिन बंद रहेंगे। बैंक दूसरे व चौथे शनिवार के साथ हर रविवार को बंद रहते हैं। लेकिन, इस महीने कई महत्वपूर्ण त्योहार और दिवस भी हैं। गांधी जयंती बुधवार, 2 अक्टूबर को मनाई गई थी। वहीं, नवरात्रि, दुर्गा पूजा और राज्य-विशिष्ट त्यौहार जैसे कई क्षेत्रीय अवकाशों के कारण भी बैंकों की अतिरिक्त बंदी होगी।
क्या 11 अक्टूबर (शुक्रवार) को बैंक बंद रहेंगे?
11 अक्टूबर को दशहरा (महाष्टमी/महानवमी) है। यह त्योहार देश के ज्यादातर हिस्सों में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह दिन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की आधिकारिक छुट्टियों की लिस्ट रहते हैं। इसलिए 11 अक्टूबर को बैंकों में कामकाज बंद रहेगा। बैंकिंग रेगुलेटर RBI ही छुट्टियों के शेड्यूल की देखरेख करता है। इसमें रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) अवकाश और खाता बंद करने के प्रतिबंध शामिल हैं, जो सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्र के बैंकों पर लागू होते हैं।
हालांकि, बैंकों की फिजिकल ब्रांच बंद होने के बावजूद ऑनलाइन और डिजिटल बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि ग्राहक बिना किसी परेशानी के लेनदेन कर सकें।
अक्टूबर 2024 में प्रमुख बैंक अवकाश
11 अक्टूबर: दशहरा (महाष्टमी/महानवमी)/आयुध पूजा/दुर्गा पूजा/दुर्गा अष्टमी
12 अक्टूबर: दूसरा शनिवार/दशहरा/दशहरा (महानवमी/विजयदशमी)/दुर्गा पूजा (दसैन)
13 अक्टूबर: रविवार
14 अक्टूबर: दुर्गा पूजा (दसैन) (गंगटोक में बैंक बंद रहेंगे)
17 अक्टूबर, 2024 (गुरुवार): महर्षि वाल्मीकि जयंती/कटी बिहू - कर्नाटक, असम और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में मनाई जाती है।
26 अक्टूबर, 2024 (शनिवार): परिग्रहण दिवस - जम्मू और कश्मीर में मनाया जाता है।
31 अक्टूबर, 2024 (गुरुवार): दिवाली (दीपावली) - देश भर में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार, विशेष रूप से गुजरात और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में। इस दिन सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती भी है।
इसके अलावा, बैंक दूसरे और चौथे शनिवार (12 और 26 अक्टूबर) के साथ-साथ महीने के हर रविवार को वैधानिक रूप से बंद रहेंगे।
राज्यों के हिसाब से बैंक अवकाश
अक्टूबर के महीने में अलग-अलग राज्यों में कुछ खास त्योहार मनाए जाएंगे, जिनके चलते बैंकों में अवकाश रहेगा। उदाहरण के लिए, असम 17 अक्टूबर को कटि बिहू मनाएगा, जबकि जम्मू और कश्मीर 26 अक्टूबर को परिग्रहण दिवस मनाएगा। इसी तरह, कई राज्य अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में अलग-अलग तिथियों पर दुर्गा पूजा और दशहरा मनाएंगे।
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड का आईपीओ, भारत में बेसब्री से इंतज़ार
10 Oct, 2024 05:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दुनिया की बड़ी ऑटो मेकर कंपनी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) के IPO का इंतजार भारत में बेसब्री हो रहा है. इस IPO को कई मायनों में काफी अहम माना जा रहा है. एक तो ये है कि मारुति सुसुकी के बाद पहली ऐसी कंपनी है जिसका IPO शेयर बाजार में आ रहा है. दूसरा इस IPO देश का सबसे बड़ा IPO भी कहा जा रहा है. तीसरी बात ये है कि हुंडई अपने देश के अलावा पहली बार किसी दूसरे देश में अपना IPO लेकर आ रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर इस IPO लेकर किस तरह की अपडेट सामने आई है.
हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड का इश्यू साइज 27,870 करोड़ रुपए (लगभग 3.3 अरब डॉलर) का है. ये IPO आम लोगों के लिए 15 अक्टूबर को खुलेगा. IPO के लिए प्राइस बैंड 1,865-1,960 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है. दक्षिण कोरियाई कंपनी हुंडई की भारतीय यूनिट एचएमआईएल ने बुधवार को अपने प्रस्तावित IPO की रूपरेखा पेश की. यह IPO 17 अक्टूबर को बंद होगा जबकि एंकर यानी प्रमुख निवेशक 14 अक्टूबर को शेयरों के लिए बोली लगा सकेंगे. कंपनी ने कहा कि प्रस्तावित IPO पूरी तरह प्रवर्तक कंपनी हुंदै मोटर की तरफ से 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर आधारित है.
भारतीय बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ बनने की ओर
यह भारतीय बाजार का सबसे बड़ा IPO होगा. इससे पहले पब्लिक सेक्टर की इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के IPO का आकार 21,000 करोड़ रुपए था. इनके अलावा, भारत में पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस नवंबर, 2021 में 18,300 करोड़ रुपये का IPO लेकर आई थी. इसके अलावा कोल इंडिया लिमिटेड ने अक्टूबर, 2010 में 15,199 करोड़ रुपये का IPO पेश किया था. रिलायंस पावर ने जनवरी, 2008 में 11,563 करोड़ रुपये का IPO पेश किया और जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया अक्टूबर, 2017 में 11,176 करोड़ रुपये का IPO लेकर आई थी.
त्योहारी सत्र में कारों की मांग में वृद्धि की उम्मीद
हुंदै मोटर इंडिया ने अपने IPO के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक रोडशो कार्यक्रम भी आयोजित किया. इस दौरान एचएमआईएल के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) तरुण गर्ग ने कहा कि कंपनी को चालू त्योहारी सत्र में कारों की मांग में बहुत अच्छी वृद्धि की उम्मीद है और वह वाहन उद्योग के समक्ष वैश्विक चुनौतियों को लेकर चिंतित नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत वृद्धि के लिए एक बहुत मजबूत बाजार है, जो लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि किसी तरह की नरमी और उतार-चढ़ाव हमेशा होता रहेगा. वैसे भी, हमने हमेशा जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर के महीनों को गर्मी और अन्य कारणों से देखा है. लेकिन अब हम त्यौहारों के मौसम में प्रवेश कर चुके हैं.
1996 से भारत में परिचालन कर रही कंपनी का महत्वपूर्ण कदम
एचएमआईएल ने 1996 में भारत में परिचालन शुरू किया था और यह विभिन्न खंडों में 13 मॉडल बेच रही है. यह IPO भारतीय उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दो दशक के बाद कोई वाहन विनिर्माता कंपनी अपना IPO ला रही है. इससे पहले जापान की ऑटो मेकर कंपनी मारुति सुजुकी 2003 में IPO लाई थी. मूल कंपनी हुंदै ओएफएस रूट के जरिये अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच रही है. चूंकि यह पब्लिक इश्यू पूरी तरह से ओएफएस पर आधारित है, लिहाजा इस IPO से एचएमआईएल को कोई राशि नहीं मिलेगी. ऊपरी मूल्य दायरे पर IPO का आकार 27,870 करोड़ रुपए और कंपनी का बाजार मूल्यांकन इश्यू के बाद लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये (लगभग 19 अरब डॉलर) रहने का अनुमान जताया गया है.
इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में उछाल, दूरसंचार कंपनियों को 8% ज्यादा कमाई
10 Oct, 2024 05:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि में तिमाही आधार पर 1.59 फीसदी बढ़कर 96.96 करोड़ पहुंच गई। जनवरी-मार्च तिमाही में देश में 95.44 करोड़ इंटरनेट ग्राहक थे। कुल 96.96 करोड़ ग्राहकों में 4.20 करोड़ लोग वायर के जरिये इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, जबकि वायरलेस इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या 92.75 करोड़ पहुंच गई है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की ओर से ‘इंडिया टेलीकॉम सर्विसेज परफॉर्मेंस इंडिकेटर’ रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान मोबाइल सेवाओं के लिए हर ग्राहक से दूरसंचार कंपनियों को होने वाली कमाई सालाना आधार पर 8.11 फीसदी बढ़कर 157.45 रुपये पहुंच गई है। मासिक आधार पर इन कंपनियों का प्रति उपयोगकर्ता औसत मासिक राजस्व (एआरपीयू) जनवरी-मार्च तिमाही के 153.54 रुपये की तुलना में 2.55 फीसदी बढ़ा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में दूरसंचार सेवा क्षेत्र का समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) बढ़कर 70,555 करोड़ रुपये पहुंच गया है। इसमें तिमाही आधार पर 0.13 फीसदी और सालाना आधार पर 7.51 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
ब्रॉडबैंड से 94 करोड़ लोग चलाते हैं इंटरनेट
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रॉडबैंड के जरिये इंटरनेट चलाने वालों की संख्या अप्रैल-जून तिमाही में 1.81 फीसदी बढ़कर 94.07 करोड़ पहुंच गई। जनवरी-मार्च तिमाही में इनकी संख्या 92.40 करोड़ थी। हालांकि, नैरोबैंड इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या 3.03 करोड़ से घटकर 2.88 करोड़ रह गई।
टेलीफोन ग्राहक : 120.56 करोड़
देश में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 120.56 करोड़ हो गई। इसमें जनवरी-मार्च की तुलना में 0.53 फीसदी और सालाना आधार पर 2.70 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
शहरी इलाकों में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या 66.53 करोड़ से बढ़कर 66.71 करोड़ पहुंच गई। ग्रामीण इलाकों में भी यह संख्या 53.85 करोड़ है, जो तिमाही आधार पर अधिक है।
117 करोड़ वायरलेस ग्राहक
देश में वायरलेस ग्राहकों की संख्या शुद्ध रूप से 50.4 लाख बढ़कर अप्रैल-जून में 117.05 करोड़ पहुंच गई है। मासिक आधार पर संख्या 0.43 फीसदी और सालाना आधार पर 2.36 फीसदी बढ़ी है। इस दौरान वायरलाइन ग्राहकों की संख्या मासिक आधार पर 3.90 फीसदी और सालाना आधार पर 15.81 फीसदी बढ़कर 3.51 करोड़ पहुंच गई।
दूरसंचार घनत्व बढ़कर 85.95 फीसदी
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कुल दूरसंचार घनत्व तिमाही आधार पर 85.69 फीसदी से बढ़कर 85.95 फीसदी पहुंच गया। ग्रामीण इलाकों में यह 59.19 फीसदी से बढ़कर 59.65 फीसदी पहुंच गया, जबकि शहरी दूरसंचार घनत्व 133.72 फीसदी से घटकर 133.46 फीसदी रह गया। वायरलेस दूरसंचार घनत्व 83.27 फीसदी से बढ़कर 83.45 फीसदी पहुंच गया है।
हर 100 दूरसंचार सब्सक्राइबर्स को प्रति महीने सात या उससे कम समस्याओं का सामना करना पड़ा।
ग्रामीण व पहाड़ी इलाकों की 75 फीसदी और उससे ज्यादा दूरसंचार संबंधी शिकायतें अगले दिन ही सुलझा ली गईं। वहीं, सात दिन के भीतर 100 फीसदी समस्याओं का निपटान कर दिया गया।
ग्रामीण व पहाड़ी क्षेत्रों में, दूरंसचार सब्सक्राइबर्स की कॉल सेंटर/कस्टमर केयर तक पहुंच 95 फीसदी से ज्यादा।
90 सेकंड के भीतर दूरसंचार ऑपरेटर ने 95 फीसदी से ज्यादा कॉल (वॉयस टु वॉयस) के जवाब दिए।
रतन टाटा ने नमक से लेकर हवाई जहाज तक टाटा ग्रुप को कैसे बनाया ग्लोबल ब्रांड
10 Oct, 2024 02:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
'भारत का पहला प्राइवेट स्टील प्लांट किसने लगाया, पहला फाइव स्टार होटल किसने बनाया, पहला पावर प्लांट, पहली सॉफ्टवेयर कंपनी, पहली कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस की नींव किसने रखी... वो रोल मॉडल हैं। संपत्ति क्या है? वे समाज की भलाई के लिए पैसा कमा रहे हैं। इससे अच्छा काम भला एक इंसान और क्या कर सकता है। इसीलिए वे जिंदगी में मेरे रोल मॉडल हैं।'
रतन टाटा के बारे में ये शब्द थे भारतीय शेयर मार्केट के 'बिग बुल' कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला के। इसी से रतन टाटा की शख्सियत का अंदाजा लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं कि रतन टाटा का कारोबारी सफर कैसे शुरू हुआ और उन्होंने टाटा ग्रुप को बुलंदियों के मुकाम पर कैसे पहुंचाया?
रतन टाटा का कारोबारी सफर
रतन टाटा पढ़ाई खत्म करने के बाद सीधे टाटा ग्रुप से नहीं जुड़े। उनकी पहली नौकरी अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी- इंटरनेशनल बिजनेस मशीन कॉर्पोरेशन (IBM) में थी। इसकी भनक उनके परिवार को भी नहीं थी। जब टाटा ग्रुप के तत्कालीन चेयरमैन जेआरडी टाटा (JRD Tata) को रतन टाटा की नौकरी का पता चला, तो वह काफी नाराज हुए।
उन्होंने रतन टाटा को फोन किया और अपना बायोडाटा शेयर करने को कहा। उस वक्त रतन टाटा के पास अपना बायोडाटा भी नहीं था। उन्होंने आईबीएम में ही टाइपराइटर पर अपना बायोडाटा बनाया और उसे जेआरडी टाटा के पास भेजा। इसके बाद 1962 में टाटा ग्रुप से आधिकारिक तौर पर जुड़े। वह भले ही टाटा परिवार के सदस्य थे, लेकिन उन्होंने पहले निचले स्तर पर काम करके तजुर्बा लिया।
रतन टाटा साल 1991 में टाटा संस (Tata Sons) और टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने। उनकी अगुआई में टाटा ग्रुप ने नई बुलंदियों को छुआ। रतन टाटा ने 21 साल तक टाटा ग्रुप का नेतृत्व किया। उन्होंने 2012 में चेयरमैन का पद छोड़ दिया, लेकिन टाटा संस, टाटा इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, और टाटा केमिकल्स के चेयरमैन एमेरिटस बने रहे। उनके मार्गदर्शन में इन कंपनियों ने बुलंदी के नए मुकाम को छुआ।
कितनी संपत्ति छोड़ गए रतन टाटा
Tata Group का कारोबार दुनिया में फैला हुआ है। इसका दखल रसोई का नमक बनान से लेकर आसमान में हवाई जहाज उड़ाने तक है। टाटा ग्रुप के पास 100 से अधिक लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियां हैं। इनका कुल बिजनेस तकरीबन 300 अरब डॉलर का है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिवंगत रतन टाटा (Ratan Tata Net Worth) अपने पीछे अनुमानित तौर पर करीब 3800 करोड़ रुपये की संपत्ति छोड़ गए हैं।
रतन टाटा की परोपकार कार्यों में गहरी दिलचस्पी थी। उनकी दरियादिली की अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उनकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा दान में जाता था। ये दान टाटा ट्रस्ट होल्डिंग कंपनी के तहत होता था। रतन टाटा हर मुश्किल के वक्त देश के लोगों के साथ खड़े रहते थे। फिर चाहे वह 2004 की सुनामी हो, या फिर कोरोना महामारी का प्रकोप।
रतन टाटा अपने सामाजिक कार्यों के साथ आर्थिक तंगी से जूझने वाले छात्रों की भी आगे बढ़ने में मदद करते थे। उनका ट्रस्ट मेधावी छात्रों को पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप देता है। यह स्कॉलरशिप J.N. Tata Endowment, Sir Ratan Tata Scholarship और Tata Scholarship के माध्यम से दी जाती है।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
10 Oct, 2024 01:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी तेल कंपनियों ने 10 अक्टूबर (गुरुवार) के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम अपडेट कर दिये हैं। हर रोज सुबह 6 बजे इनकी कीमत अपडेट होती है। ऐसे में गाड़ीचालक को सलाह दी जाती है कि वह लेटेस्ट रेट चेक करने के बाद ही टंकी फुल करवाएं। आइए जानते हैं कि आपके शहर में पेट्रोल-डीजल कितने रुपये लीटर मिल रहा है।
देश की इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) जैसी सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल की कीमतों को अपडेट करती हैं। यह सिलसिला साल 2017 से जारी है।
सरकारी तेल कंपनियों ने आज 10 अक्टूबर 2024 (गुरुवार) के लिए भी फ्यूल प्राइस अपडेट कर दिया है। आज भी सभी शहरों में तेल के दाम जस के तस बने हुए हैं। इसका मतलब है कि आप पुरानी प्राइस से ही पेट्रोल और डीजल खरीद सकते हैं। हालांकि, शहरों के हिसाब से कीमतों में अंतर है।
सभी शहर में अलग होते हैं दाम
देश के महानगरों और बाकी शहरों में पेट्रोल-डीजल की प्राइस अलग-अलग होती है। इसकी वजह वैट है। दरअसल, फ्यूल प्राइस पर जीएसटी की जगह वैट लगाया जाता है। वैट की दरें राज्य सरकार तय करती है। ऐसे में हर राज्य में वैट की दर अलग होती है, जिस वजह से सभी शहरों में इसके दाम भी अलग होते हैं।
महानगरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.85 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.44 रुपये प्रति लीटर है।
बाकी शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 94.99 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.85रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.37 रुपये प्रति लीटर
हरे निशान पर खुला शेयर बाजार में; सेंसेक्स 500 अंक चढ़ा, निफ्टी 25000 के पार
10 Oct, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फेडरल रिजर्व की नवीनतम नीति बैठक के मिनटों में अमेरिका में ब्याज दरों में और कटौती के संकेत मिलने के बाद, वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के बीच सकारात्मक रुझान के कारण भारतीय प्रमुख इक्विटी सूचकांक भी गुरुवार को बढ़त के साथ खुले। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 513 अंक या 0.63% बढ़कर 81,980.40 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी50 130 अंक या 0.52% बढ़कर 25,112.65 पर पहुंच गया।
बाजार में निवेशकों का ध्यान गुरुवार के मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगा, विशेष रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर, ताकि फेड के आगे के फैसले पर रुझान मिल सके। इसके अलावे कंपनियों के परिणामों पर भी बाजार की नजर बनी रहेगी।
सेक्स के शेयरों में, एलएंडटी, पावर ग्रिड , एमएंडएम, एनटीपीसी और टाटा स्टील शीर्ष लाभार्थियों रहे और इनमें प्रत्येक में 1% से अधिक की वृद्धि हुई। इसके विपरीत, इंफोसिस , टाटा मोटर्स , टेक महिंद्रा , हिंदुस्तान यूनिलीवर और एशियन पेंट्स गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे।
महाराष्ट्र में एक नए उर्वरक संयंत्र के लिए राष्ट्रीय केमिकल्स द्वारा एलएंडटी को 1,000 करोड़ रुपये का अनुबंध दिए जाने के बाद एलएंडटी के शेयरों में शुरुआती कारोबार में लगभग 2% की तेजी आई। व्यापक, अधिक घरेलू रूप से केंद्रित निफ्टी स्मॉलकैप 100 और मिडकैप 100 में से प्रत्येक में 0.5% से अधिक की वृद्धि हुई ।
फिसला शेयर बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ बंद
9 Oct, 2024 04:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर बाजार में एक दिन की राहत के बाद गुरुवार को फिर बिकवाली के बादल छा गए। हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन एमपीसी के फैसलों से उत्साहित बाजार आखिरी सत्र में फिसल गया और बेंचमार्क सूचकांक आखिरकार लाल निशान पर बंद हुए। इसे पहले मंगलवार को हरे निशान पर बंद होने से पहले सेंसेक्स और निफ्टी लगातार छह कारोबारी सत्रों में गिरावट के साथ बंद हुए थे।
बुधवार को 30 शेयरों वाला बेंचमार्क सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 167.71 (0.20%) अंक टूटकर 81,467.10 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 31.21 (0.12%) अंक गिरकर 24,981.95 पर पहुंच गया। बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले एक पैसे मजबूत होकर 83.96 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
देश का सबसे बड़ा IPO 15 अक्टूबर को होगा ओपन, जानिए प्राइस बैंड और अन्य डिटेल्स
9 Oct, 2024 04:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दक्षिण कोरियाई ऑटोमेकर हुंडई की भारतीय यूनिट- हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) अपना आईपीओ लाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उसने प्राइस बैंड समेत दूसरी डिटेल की भी जानकारी देगी। यह देश का अब तक सबसे बड़ा आईपीओ होगा। हुंडई का कहना है कि उसका 27,870 करोड़ रुपये का आईपीओ 15 अक्टूबर से सब्सक्रिप्शन के खुलेगा। आइए इस आईपीओ की पूरी डिटेल जानते हैं।
कितना होगा प्राइस बैंड
हुंडई ने अपने आईपीओ के लिए 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा, जो एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को पीछे छोड़ देगा। एंकर निवेशकों के लिए 14 अक्टूबर को खुलेगा। वहीं, रिटेल इन्वेस्टर्स 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक पैसे लगा सकेंगे। अलॉटमेंट 18 अक्टूबर को होगा। हुंडई की BSE और NSE पर एंट्री 22 अक्टूबर को होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
आईपीओ से बनेगा रिकॉर्ड
प्रस्तावित आईपीओ पूरी तरह से प्रमोटर हुंडई मोटर कंपनी द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) है। इसमें कोई फ्रेश इक्विटी नहीं जारी होगी। इसका मतलब है कि शेयरों की बिक्री से होने वाली पूरी कमाई पैरेंट कंपनी को जाएगी। यह जापानी कार निर्माता मारुति सुजुकी की 2003 में लिस्टिंग के बाद दो दशकों में किसी ऑटोमेकर का पहला आईपीओ है।
हुंडई का मार्केट शेयर
हुंडई मोटर इंडिया ने 1996 में भारत में कामकाज शुरू किया और फिलहाल अलग-अलग सेगमेंट में 13 मॉडल बेचती है। हुंडई फिलहाल मार्केट शेयर के मामले में मारुति सुजुकी के बाद दूसरे नंबर पर है। घरेलू मार्केट में इसकी हिस्सेदारी करीब 14.6 फीसदी है। सितंबर में हुंडई ने 64,201 गाड़ियां बेचीं, जो सालाना आधार पर 10 फीसदी कम रही। 2024 में अब तक हुंडई ने 5.77 लाख गाड़ियां बेची है। यह सालाना आधार पर लगभग फ्लैट है।
विमान कंपनी के शेयरों ने किया कमाल, 70 रुपये से कम कीमत पर भरी ऊंची उड़ान
9 Oct, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बजट एयरलाइन स्पाइसजेट के शेयरों में बुधवार को जोरदार तेजी देखी गई है। दरअसल, स्पाइसजेट ने विमान पट्टे पर देने वाली कंपनी बैबकॉक एंड ब्राउन एयरक्राफ्ट मैनेजमेंट (बीबीएएम) के साथ 132 मिलियन डॉलर का विवाद सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया है।
स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा कि पट्टेदारों- होराइजन एविएशन 1 लिमिटेड, होराइजन II एविएशन 3 लिमिटेड और होराइजन III एविएशन 2 लिमिटेड के साथ 131.85 मिलियन अमेरिकी डॉलर (1,107 करोड़ रुपये) का विवाद 22.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर में सुलझा लिया गया है। ये सभी पट्टेदार बीबीएएम के प्रबंधन के अधीन हैं।
बीबीएएम के साथ यह समझौता हमें अपनी देनदारियों को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी। हमने क्यूआईपी के जरिए जो रकम जुटाई है, उसकी बदौलत हम ग्रोथ पर ध्यान केंद्रित करने, अपने बेड़े को उतारने और अपनी सेवाओं का विस्तार करने के लिए अच्छी स्थिति में हैं।
स्पाइसजेट ने बताया कि यह समझौता पिछले महीने क्यूआईपी के जरिए 3,000 करोड़ रुपये जुटाने के बाद हुआ है। इससे स्पाइसजेट को अपनी बैलेंस शीट मजबूत करने और कुल देनदारियों को कम करने में मदद मिलेगी। एयरलाइन ने कहा कि इस बड़े विवाद को सुलझाकर स्पाइसजेट ने एक बड़ी बाधा को दूर कर दिया है। इससे एयरलाइन को वित्तीय स्थिरता मिलेगी और उसका ऑपरेशन बेहतर तरीके से चलेगा।
मंगलवार को भी आया था उछाल
स्पाइसजेट के शेयरों मंगलवार को भी तगड़ा उछाल आया था। एयरलाइन ने एलान किया था कि नवंबर के आखिर तक उसके बेड़े में 10 और विमान शामिल होंगे। इससे निवेशकों ने स्पाइसजेट के शेयरों में जमकर खरीदारी की और उसके शेयर 9 फीसदी तक उछल गए थे।
वहीं, आज भी स्पाइसजेट के शेयर 8 फीसदी के उछाल के साथ 67.98 पर पहुंच गए थे। दोपहर 1 बजे तक स्पाइसजेट के शेयर 6.34 फीसदी के उछाल के साथ 66.78 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
FADA के आंकड़े: इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 55% की उछाल, ई-कारों में 7.76% की आई गिरावट
9 Oct, 2024 04:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यात्री वाहनों में 19 फीसदी की बड़ी गिरावट के बीच इलेक्ट्रिक कारों (ई-कार) की खुदरा बिक्री भी सितंबर, 2024 में मासिक और सालाना आधार पर घटी है। हालांकि, अन्य श्रेणी के वाहनों की बिक्री में करीब 55 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के मुताबिक, सितंबर में देशभर में कुल 5,874 ई-कारें बिकीं। यह आंकड़ा सितंबर, 2023 में बिकीं 6,368 ई-कारों की तुलना में 7.76 फीसदी और अगस्त, 2024 की 6,338 इकाइयों के मुकाबले 7.32 फीसदी कम है।
हालांकि, ई-दोपहिया वाहनों की बिक्री पिछले माह सालाना आधार पर 40.45 फीसदी व मासिक आधार पर 1.74 फीसदी बढ़कर 90,007 इकाई पहुंच गई। ई-तिपहिया वाहनों की बिक्री क्रमशः 9.30 फीसदी व 3.55 फीसदी बढ़कर 62,889 इकाई पहुंच गई। इस दौरान देशभर में कुल 855 ई-वाणिज्यिक वाहन बिके। यह आंकड़ा सितंबर, 2023 की तुलना में 54.61 फीसदी व अगस्त, 2024 से 27.04 फीसदी अधिक है।
बाजार हिस्सेदारी में उछाल
बिक्री घटने के बावजूद ई-कारों की बाजार हिस्सेदारी सितंबर में 0.2 फीसदी बढ़कर 2.1 फीसदी पहुंच गई।
ई-दोपहिया वाहनों की बाजार हिस्सेदारी सालाना और मासिक आधार पर क्रमशः 2.6 फीसदी एवं 0.9 फीसदी बढ़कर 7.5 फीसदी पहुंच गई।
ई-तिपहिया वाहनों की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 59 फीसदी पहुंच गई। ई-वाणिज्यिक वाहनों की भी बढ़कर 1.15 फीसदी पहुंच गई है।
चार प्रमुख वजहें...जिनसे बिक्री में आई गिरावट
फाडा के उपाध्यक्ष साईं गिरिधर ने कहा, सितंबर में ई-कारों की बिक्री कई वजहों से घटी है।
ग्राहकों के पास अधिक विकल्प नहीं है।
सामान्य कारों की तुलना में ई-कारों की कीमत करीब डेढ़ गुना अधिक है।
चार्जिंग स्टेशन की कमी के कारण लोगों में ई-कारों की रेंज को लेकर डर की स्थिति रहती है।
श्राद्ध और पितृपक्ष के साथ भारी बारिश का भी बिक्री पर असर पड़ा है।