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भारतीय मूल के शख्स को 20 साल की सजा
24 Apr, 2024 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिंगापुर। सिंगापुर में भारतीय मूल के एक शख्स को उसकी गर्लफ्रेड की हत्या के मामले में 20 साल की सजा हुई है। पुलिस के मुताबिक एम कृष्णन अपनी गर्लफ्रेड मल्लिका बेगम के कई पुरुषों के साथ संबंध होने से परेशान था। कृष्णन ने अपनी गर्लफ्रेड को बेरहमी से पीटा था, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। रिपोट्र्स के मुताबिक कृष्णन ने पिछले सप्ताह सिंगापुर की कोर्ट में अपना जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद उसे सजा सुनाई गई। कृष्णन शादीशुदा था, उस पर पत्नी को भी पीटने के आरोप हैं। जज वैलेरी थीन ने सजा सुनाते हुए कहा कि कृष्णन के महिलाओं के साथ बार-बार किए गए दुव्र्यवहार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उसे गुस्सा बहुत आता है, जिसके कारण वह हिंसक हो जाता है।
ताइवान में 6.3 तीव्रता का भूकंप
24 Apr, 2024 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ताइपे/टोक्यो। ताइवान में इस महीने फिर से बड़ा भूकंप आया। देश के पूर्वी तट पर सोमवार शाम 5 बजे से रात 12 बजे के दौरान 80 से ज्यादा बार झटके महसूस किए गए। इनमें सबसे ज्यादा तीव्रता 6.3 और 6 दर्ज की गई। भारतीय समय के मुताबिक, ये दोनों झटके रात 12 बजे के आसपास कुछ मिनटों के अंतराल पर आए। ताइवान में तब रात के 2:26 और 2:32 बजे थे। मौसम विभाग ने बताया कि भूकंप का केंद्र पूर्वी काउंटी हुलिएन में धरती से 5.5 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के कारण हुलिएन में दो इमारतों को नुकसान पहुंचा है। इनमें एक बिल्डिंग ढह गई, तो दूसरी सडक़ की तरफ झुक गई। जापान, चीन और फिलिपींस में भी हल्के झटके महसूस किए गए। फिलहाल किसी नुकसान की खबर नहीं है।
ब्रिटिश संसद से रवांडा निर्वासन विधेयक को मिली मंजूरी
23 Apr, 2024 05:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्रिटिश संसद ने दो महीने की कशमकश के बाद आखिरकार रवांडा निर्वासन विधेयक को मंजूरी दे दी। इससे आम चुनाव से पहले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को काफी राहत मिली है।पीएम सुनक ने उम्मीद जताई कि जुलाई तक रवांडा के लिए उड़ानें शुरू हो जाएंगी। रवांडा विधेयक को अवैध रूप से ब्रिटेन पहुंचने वाले शरणार्थियों पर रोक लगाने के उद्देश्य से लाया गया है। इसके तहत अवैध शरणार्थियों को रवांडा भेजा जाएगा, इसके लिए वहां की सरकार के साथ संधि की गई है।ब्रिटेन सरकार इसके लिए रवांडा को कुछ अग्रिम भुगतान भी कर चुकी है। प्रस्ताव के तहत रवांडा भेजे जाने के बाद शरणार्थी ब्रिटेन की नागरिकता के लिए आवेदन कर सकेंगे। जिन्हें मंजूरी मिल जाएगी वे लोग ब्रिटेन में बस जाएंगे, लेकिन जिनका आवेदन खारिज होगा उन्हें वापस अपने देश भेज दिया जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022 में ब्रिटेन में छोटी नौकाओं से इंग्लिश चैनल पार कर 45,744 अवैध शरणार्थी पहुंचे थे। ब्रिटेन के उच्च सदन लार्ड सभा में यह विधेयक अटका हुआ था। आखिर उसने मंगलवार तड़के निर्वाचित सदन कामंस सभा की प्रधानता स्वीकार कर ली। इससे पहले सोमवार सुबह पीएम सुनक ने आश्चर्यजनक रूप से प्रेसवार्ता आयोजित कर लार्ड सभा से रवांडा विधेयक को न रोकने की अपील की।सुप्रीम कोर्ट ने भी रवांडा विधेयक को मानवाधिकारों के विरुद्ध मानते हुए रोक लगा दी थी। SC ने कहा, जब ब्रिटेन खुद अफ्रीकी देश रवांडा को असुरक्षित मानता रहा है तो ऐसे में वह शरणार्थियों को वहां कैसे भेज सकता है। इस पर सरकार रवाडा सेफ्टी बिल लेकर आई। ब्रिटेन के गृह मंत्री जेम्स क्लेवर्ली ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि द सेफ्टी आफ रवांडा बिल को संसद से मंजूरी मिल गई, बस कुछ दिनों में यह कानून बन जाएगा।
भीषण सड़क हादसे में दो भारतीय छात्रों की मौत
23 Apr, 2024 04:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
संयुक्त राज्य अमेरिका के एरिजोना में लेक प्लेजेंट के पास आमने-सामने की टक्कर में दो भारतीय छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। मृतकों की पहचान 19 वर्षीय निवेश मुक्का और 19 वर्षीय गौतम पारसी के रूप में की गई है। दोनों ही छात्र भारत के थे। वे अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के तौर पर पंजीकृत थे।पेरिया पुलिस के अनुसार, ‘स्टेट रूट- 74’ के ठीक उत्तर में कैसल हॉट स्प्रिंग्स रोड पर 20 अप्रैल को शाम करीब छह बजकर 18 मिनट दो कारों के बीच टक्कर हो गई। पुलिस ने एक बयान में कहा, ”यह पता लगाया जा रहा है कि वाहनों में टक्कर कैसे हुई।”उसने बताया कि सड़क हादसे में दोनों कारों के चालक घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया की मृतकों की पहचान 19 वर्षीय निवेश मुक्का और 19 वर्षीय गौतम पारसी के रूप में की गई है। उसने बताया कि दोनों भारतीय थे।
गरीब महिलाओं को एक लाख देने के कांग्रेस के वादे का पूर्व सीएम मनोहर लाल ने किया पोस्टमार्टम
23 Apr, 2024 03:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंडीगढ़। (Haryana Politics Hindi News) पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल भाजपा सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। लगातार पांच साल तक उन्होंने ही राज्य का बजट बनाया और विधानसभा में पेश किया। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए बजट आवंटन से लेकर, उसकी व्यवस्था करने तक, पूरा हिसाब-किताब मनोहर लाल की अंगुलियों पर रहता था।
एक लाख रुपये देने के वादे का पूर्व सीएम ने किया पोस्टमार्टम
अधिकारी योजनाएं बनाकर लाते और उसके बजट का प्रस्ताव रखते, लेकिन मनोहर लाल (Manohar Lal) के गुणा-भाग में ऐसे उलझ जाते कि उन्हें दोबारा प्रस्ताव बनाने पड़ते थे। मनोहर लाल अपने इस कौशल का लोकसभा चुनाव में भी बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं। करनाल समेत विभिन्न संसदीय क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार के दौरान मनोहर लाल ने कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र के उस वादे का जबरदस्त तरीके से पोस्टमार्टम किया है।
मनोहर बोले कांग्रेस का हिसाब-किताब काफी कमजोर
जिसमें कहा गया है कि देश की प्रत्येक गरीब महिला को एक लाख रुपये उनके खातों में दिए जाएंगे। मनोहर लाल ने हिसाब जोड़ते हुए बताया, कांग्रेस (Haryana Congress) वालों का हिसाब-किताब काफी कमजोर है। इनके यहां सब कुछ अंधा खाता यानी बिना हिसाब-किताब के ही चलता रहा है। इसलिए इस बार के चुनाव में बिना हिसाब लगाए एक लाख रुपये महिलाओं को देने का प्रलोभन दे रहे हैं।
देश का वार्षिक बजट ही 46 लाख करोड़ का-मनोहर लाल
मनोहर लाल के अनुसार, देश की गरीब महिलाओं को यदि एक लाख रुपये सालाना दिए गए तो बजट में 80 लाख करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी। देश का वार्षिक बजट ही 46 लाख करोड़ का है। फिर कर्मचारियों के वेतन, जनता की सुविधाएं, बिजली, पानी, सड़क, रेलवे व परिवहन की सुविधाएं अलग से हैं।
कांग्रेस 80 लाख करोड़ रुपये बांटने की कर रही बात-भाजपा नेता
कांग्रेस इस बात का न तो हिसाब लगा सकी और न ही देश की जनता को जवाब दे सकी 46 लाख करोड़ रुपये के बजट में 80 लाख करोड़ रुपये अकेले गरीब महिलाओं को देने का पैसा कहां से आएगा। पूर्व मुख्यमंत्री अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने महिलाओं को स्वाभिमानी और आत्मनिर्भर बनाने की योजना दी है।
देश भर में ड्रोन दीदी तैयार की। ड्रोन दीदी अपनी मेहनत और स्वाभिमान से कमाई करेंगी और लखपति दीदी बन जाएंगी। मनोहर लाल कुछ लोगों द्वारा चुनाव में प्रत्याशियों व राजनीतिक दलों के विरोध को भी सही नहीं मानते, भले ही वह कांग्रेस का हो या फिर भाजपा (Haryana BJP) अथवा किसी दूसरे दल का।
'इंग्लिश चैनल' पार करते समय पांच लोगों की मौत
23 Apr, 2024 03:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तरी फ्रांस से खतरनाक इंग्लिश चैनल को पार करने की कोशिश करते समय मंगलवार को पांच प्रवासी मृत पाए गए हैं, इनमें एक बच्चा भी शामिल है। फ्रांसीसी मीडिया की रिपोर्ट्स में यह दावा किया कि शव मंगलवार को उत्तरी फ्रांस के विमेरॉक्स समुद्र तट पर पाए गए।यह समाचार ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक द्वारा कुछ प्रवासियों को एकतरफा टिकट पर रवांडा भेजने के नवीनतम प्रयास के कुछ ही घंटों बाद आया, जिसे आखिरकार संसद से मंजूरी मिल गई। मानवाधिकार समूहों ने इस कानून को अमानवीय और क्रूर बताया है।
मलेशियाई नौसेना के दो हेलीकॉप्टर परेड रिहर्सल के दौरान आपस में टकराए
23 Apr, 2024 11:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मलेशियाई नौसेना के दो हेलीकॉप्टर बीच हवा में टकराने से 10 लोगों की मौत हो गई है।नौसेना ने एक बयान में कहा कि मंगलवार को रॉयल मलेशियाई नौसेना परेड की रिहर्सल के दौरान दो हेलीकॉप्टरों के बीच हवा में टकराने से दस लोगों की मौत हो गई।रॉयल मलेशियाई नौसेना परेड रिहर्सल में कई हेलीकॉप्टर्स ने उड़ान भरी थी, जिसमें से दो अचानक बहुत करीब आ गए और दुखद हादसा हो गया।नौसेना ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि हेलीकॉप्टर अगले महीने नौसेना की 90वीं वर्षगांठ के जश्न के लिए उत्तरी पेराक राज्य में एक नौसैनिक अड्डे पर प्रशिक्षण ले रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई।इसमें कहा गया है कि सभी सवार लोगों की घटनास्थल पर ही मौत की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि अवशेषों को पहचान के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
ईरान से बढ़ते तनाव के बीच हिज्बुल्लाह ने इस्राइल पर दागे दर्जनों रॉकेट
23 Apr, 2024 11:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दुनिया के कई देश युद्ध में घिरे हुए हैं। जहां रूस-यूक्रेन जंग को दो साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है, वहीं हमास और इस्राइल बीते छह महीने से लड़ाई लड़ रहे हैं। इधर, ईरान और इस्राइल के बीच भी जंग छिड़ती दिख रही है। दो कट्टर दुश्मन देशों के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। इस बीच, हिजबुल्लाह ने उत्तरी इस्राइल में स्थित इस्राइली सेना मुख्यालय पर कत्युशा रॉकेटों से हमला किया। बता दें, हिजबुल्लाह लेबनान में स्थित एक सशस्त्र समूह है, जिसे ईरान का समर्थन प्राप्त है।हिजबुल्लाह ने एन ज़ेटिम बेस पर 91वें डिवीजन के तीसरे इन्फैंट्री ब्रिगेड के मुख्यालय पर रॉकेट हमले की पुष्टि की। साथ ही दावा किया कि उसने दर्जनों कत्युशा रॉकेट से हमला किया।
इस्राइली सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए रॉकेट छोड़ने वाले स्रोतों को निशाना बनाया। इस्राइली सेना का कहना है कि एन ज़ेटिम बेस को करीब 35 रॉकेटों से निशाना बनाने की कोशिश की गई। हालांकि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ।इस्राइल और ईरान के बीच बढ़े तनाव के बाद से हताहतों की संख्या बढ़ती जा रही है। एक रिपोर्ट के आंकड़ों के मुताबिक, लेबनान में कम से कम 376 लोग, मुख्य रूप से हिजबुल्लाह लड़ाके और 70 नागरिक मारे गए हैं। वहीं, इस्राइली पक्ष के 10 सैनिक और आठ नागरिक मारे जा चुके हैं।
इस्राइल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। तेहरान ने हालिया उकसावों के जवाब में कड़ी चेतावनी जारी की है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने आगाह किया कि इस्राइल की किसी भी अगली गलती पर ईरान की ओर से कठोर जवाब दिया जाएगा।ईरानी शहर इस्फहान के पास हाल की घटनाओं की कनानी ने निंदा की और हमलों को दुर्भावनापूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि ईरान की वायु रक्षा ने हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया।इस बीच, रविवार को इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी की अमेरिका से वापसी के एक दिन बाद ही इराक ने सीरिया में अमेरिकी मिलिट्री बेस की ओर रॉकेट लॉन्च किए थे। सीरिया की सीमा से सटे इराक के शहर जुम्मार में एक छोटे ट्रक पर एक रॉकेट लॉन्चर को तैनात किया गया और उसी से अमेरिकी सैन्य अड्डे को निशाना बनाकर पांच रॉकेट दागे गए। इस दौरान जिस ट्रक पर रॉकेट लॉन्चर रखा हुआ था। उसमें विस्फोट हो गया। कहा जा रहा है कि ट्रक को निशाना बनाकर एयरस्ट्राइक की गई थी, जिसमें अमेरिकी युद्धविमान के शामिल होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
गाजा युद्ध के मुद्दे पर घर में घिरे बाइडन
23 Apr, 2024 10:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा में जारी युद्ध को लेकर अब अमेरिकी सरकार पर भी दबाव बढ़ रहा है और राष्ट्रपति जो बाइडन घर में ही घिरते जा रहे हैं। दरअसल गाजा युद्ध के मुद्दे पर अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ये विरोध प्रदर्शन व्यापक पैमाने पर हो रहे हैं और हालात ये हैं कि अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में अकादमिक सत्र बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है और हजारों छात्रों के साथ ही अध्यापक और अन्य स्टाफ भी फलस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शनों में शामिल हैं।
अमेरिकी की कोलंबिया यूनिवर्सिटी से लेकर कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी तक सभी में फलस्तीन समर्थक रैलियां निकाली जा रही हैं और हजारों छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र गाजा में हो रही आम नागरिकों की मौतों के लिए बाइडन सरकार और उनकी नीतियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। अमेरिकी मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोलंबिया यूनिवर्सिटी में कक्षाएं स्थगित चल रही हैं। येले पुलिस ने दर्जनभर प्रदर्शनकारी छात्रों को गिरफ्तार भी किया है। यूनिवर्सिटी परिसर में फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने तंबू भी गाड़ दिए हैं। ऐसा ही हाल अमेरिका के अन्य कॉलेजों का भी है।
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि स्कूल-कॉलेजों में युद्ध को लेकर प्रदर्शन बढ़ रहे हैं। छात्र तंबुओं में रह रहे हैं और इससे विश्वविद्यालयों का कामकाज प्रभावित हो रहा है। इससे अराजगता का माहौल पैदा हो रहा है। न्यूयॉर्क पुलिस ने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से कई प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में लिया है। दरअसल फलस्तीन समर्थक छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान बैरिकेड तोड़े और अराजकता फैलाई। जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में भी फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारी छात्रों ने 15 के करीब तंबू गाड़ दिए हैं। छात्रों के विरोध प्रदर्शन की कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
यूएई के बाद.....अब चीन में भयावह बाढ़ का खतरा
22 Apr, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग। यूएई और ओमान सहित कुछ खाड़ी देशों ने बीते हफ्ते भारी बारिश और बाढ़ का सामना किया है। दुनिया के प्रमुख शहरों में शुमार दुबई में एक दिन में ही एक साल के बराबर बारिश हुई, जिससे जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया। यूएई के बाद चीन भी भारी बारिश और बाढ़ का सामना कर रहा है। दक्षिणी चीन में भूस्खलन के बाद और ज्यादा भीषण बाढ़ का अंदेशा है। चीन की ये बाढ़ कितनी भयावह है, कि करीब 12 करोड़ लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं। इस बारिश के बाद इलाके की प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और इसके 19 फीट तक बढ़ने की संभावना है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन से सामने आई तस्वीरों में सड़कों और शहरों में पानी भरा हुआ दिख दे रहा है। हजारों लोगों को अपने घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा है। हांगकांग के पास 127 मिलियन लोगों की आबादी वाले गुआंगडोंग क्षेत्र में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है। मौसम में तजी से आए बदलाव के बाद चीन के राष्ट्रीय मौसम कार्यालय ने निवासियों को सोमवार और मंगलवार को बड़े तूफान की चेतावनी जारी की है, जिससे बाढ़ भयावह रूप ले सकती है।
चीन के मौसम विभाग केंद्र ने कहा है कि कि बेई नदी बेसिन में ग्वांगडोंग से होकर गुजरने वाले तीन स्थान भारी बारिश के प्रभाव के चलते सदी में एक बार देखी जाने वाली बाढ़ का सामना करने वाले है। बारिश के बाद नदी का पानी खतरे के निशान से 19 फीट ऊपर तक बढ़ने की संभावना है। जल बेसिन के अन्य हिस्सों में ऐसी बाढ़ आने की आशंका है जो हर 50 साल में केवल एक बार देखी जाती है। बेई नदी पर लगे चेतावनी गेजों ने शनिवार को बीस अलग-अलग निगरानी बिंदुओं पर अलार्म बजाया।
बारिश में फंसे नागरिकों की मदद के लिए बचावकर्मी उतरे हुए हैं। राहतकर्मियों ने देश के दक्षिण पूर्व प्रांत से 80,000 से अधिक लोगों को रेस्कयू किया है। बारिश के चलते इलाके के सभी सैकड़ों स्कूलों को बंद कर दिया गया है और दस लाख से अधिक घरों में बिजली नहीं है। बारिश और बाढ़ से गुआंगजो, गुआंग्डोंग, शोगुआ सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। रविवार तक शाओगुआ में अप्रैल में लगभग 600 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी, जबकि पिछले साल 400 मिमी से कुछ अधिक बारिश हुई थी।
अमेरिका पाकिस्तान को दो रोटी खिलाकर.....चार थपड़ मार रहा : साजिद तरार
22 Apr, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । अमेरिका ने चीन की तीन कंपनियों और बेलारूस की एक कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिया हैं। लंबी दूरी की मिसाइल सहित पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए इन कंपनियों से उपकरणों की सप्लाई होती है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इससे जुड़ी जानकारी दी है, जो पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है। चीन, पाकिस्तान का सर्वकालिक सहयोगी है। वह पाकिस्तान के महत्वाकांक्षी सैन्य आधुनिकीकरण कार्यक्रम के लिए हथियारों और रक्षा उपकरणों का मुख्य आपूर्तिकर्ता रहा है। पाकिस्तानी जानकार ने कहा कि अमेरिका से जब पैसा लिया जाएगा तब इस तरह के दबाव आएगा।
विदेशी मामलों के जानकार साजिद तरार ने कहा, पाकिस्तान आज कमजोर है, दुनिया पाकिस्तान को जितना हो सके उतना कमजोर करने की कोशिश कर रही है। तरार ने पाकिस्तान के नेताओं को लताड़ लगाकर कहा कि आज आईएमएफ पाकिस्तान की तुलना उन देशों के साथ करता है, जहां गृह युद्ध चल रहा है। पाकिस्तान के नेताओं को सोचना चाहिए कि आज हम किस हाल तक पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया भी सोचती होगी कि पाकिस्तान लॉन्ग टर्म को लेकर क्यों काम नहीं करता।
इजरायल के साथ तनाव के बीच ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी 22 अप्रैल को पाकिस्तान की यात्रा पर आने वाले हैं। उससे पहले अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए हैं। माना जा रहा है कि यह पाकिस्तान को संदेश है, कि वे ईरान से दूर रहे, गैस पाइपलाइन की डील न करे। इस पर तरार ने कहा, ईरान के साथ पाइपलाइन की डील करो या न करो मरना पाकिस्तान को ही है। क्योंकि अगर डील की, तब अमेरिका प्रतिबंध लगाएगा और अगर नहीं की तब अरबों का जुर्माना लगेगा। उस आदमी पर केस होना चाहिए, जिसने ये डील की है। ये सीधे तौर पर सिग्नल है। जब ईरान जंग में है, तब उनके राष्ट्रपति को नहीं बुलाना चाहिए। ये ठीक उसी तरह है, जैसे यूक्रेन युद्ध के दौरान इमरान रूस चले गए थे।
तरार ने कहा कि अमेरिका पैसा दे रहा है और फिर प्रतिबंध लगा रहा है। ये ठीक उसी तरह है जैसे दो रोटी खिलाकर कोई चार थप्पड़ मारे।
प्रेम विवाह करने के कारण युवक की चाकू से गोदकर हत्या
22 Apr, 2024 02:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यमुनानगर। (Haryana Crime Hindi News) दूसरी बिरादरी में प्रेम विवाह करने की रंजिश में हनुमान कॉलोनी निवासी 24 वर्षीय अभिषेक का चाकुओं से गोदकर मर्डर कर दिया गया। जिस युवती से उसने प्रेम विवाह किया उसके भाइयो ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। हमले में अभिषेक के दो साथी आकाश व अभिषेक भी घायल हो गए। जिनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
युवती ने एक साल पहले किया था प्रेम विवाह
आकाश की ओर से पुलिस को दी शिकायत के अनुसार, हनुमान कॉलोनी निवासी 24 वर्षीय अभिषेक ने गधौली कालोनी निवासी निशा से एक वर्ष पहले प्रेम विवाह किया था। इस विवाह से निशा के परिवार के लोग खुश नहीं थे। जिसके चलते अभिषेक व निशा इस समय पंजाब के जीरकपुर में रह रहे थे।
मृतक अभिषेक का फाइल फोटो।
दो दिन पहले वह अपने ताऊ की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए था। रविवार की रात विदाई होने के बाद अभिषेक अपने दोस्तों के साथ कॉलोनी में ही कार में बैठा हुआ था। तभी दो बाइकों पर निशा का भाई सचिन गुर्जर, चन्ना सिंह अपने साथियों आर्यन, राहुल उर्फ टिंकू, अभिषेक कुमार व अन्य के साथ आए।
बचाने आए लोगों को आरोपियों ने रॉड से पीटा
आरोपितो ने आते ही अभिषेक पर चाकुओं से हमला कर दिया। बीच-बचाव में शशिकांत व आकाश आए तो उनको भी रॉड से पीटा गया। चाकुओं से वार कर घायल कर दिया। वारदात को अंजाम देखकर हमलावर भाग निकले। गंभीर रूप से घायलों को निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां पर अभिषेक को मृत घोषित कर दिया गया।
पोस्टमार्टम हाउस पर परिवार का हंगामा
अभिषेक की हत्या का पता लगते ही पोस्टमार्टम हाउस पर स्वजन व उसके दोस्तों की भीड़ जमा हो गई। हत्या को लेकर उनमें रोष बना हुआ था। वही पत्नी निशा का रो रोकर बुरा हाल था। वह दो बार बेहोश भी हुई। किसी तरह से उसे संभाला। शायरी यमुनानगर थाना प्रभारी (Yamunanagar Police) जगदीश चंद्र ने बताया कि मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है आरोपियों की तलाश की जा रही है प्रेम विवाह को लेकर रंजिश में यह हत्या की गई है।
इजराइली सेना के कट्टरपंथी दस्ते को बैन करेगा अमेरिका
22 Apr, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल अवीव/वॉशिंगटन। इजराइल-हमास जंग के बीच अमेरिका इजराइल की डिफेंस फोर्स (आईडीएफ)की एक बटालियन पर बैन लगाने की तैयारी में है। नेत्जाह येहुदा नाम की इस टुकड़ी पर वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों के खिलाफ मानवाधिकार के उल्लंघन के आरोप हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन जल्द ही बटालियन को ब्लैक लिस्ट भी कर सकते हैं। दरअसल, नेत्जाह येहुदा इजराइल के कट्टरपंथ सैनिकों का एक दस्ता है, जो वेस्ट बैंक में तैनात रहता है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के इस फैसले पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि आईडीएफ पर बैन नहीं लगना चाहिए क्योंकि वे आतंकियों से लड़ रहे हैं। सेना की एक यूनिट पर प्रतिबंध लगाना बहुत ही बेतुका है। हमारी सरकार इस फैसले के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
अमेरिका के सामने नहीं झुकेंगे
नेतन्याहू के अलावा इजराइल के नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर बेन ग्विर ने भी अमेरिका के फैसले की आलोचना की है। ग्विर ने कहा कि हमारे सैनिकों पर बैन लगाना हद पार करने जैसा है। यह बेहद गंभीर मामला है। हम अपनी सेना और नेत्जाह येहुदा बटालियन की रक्षा करते रहेंगे। बेन ग्विर ने इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट को भी अमेरिकी आदेशों के सामने झुकने से मना किया है। इसके अलावा इजराइल के वित्त मंत्री बेजेल स्मोट्रिच ने भी सेना पर बैन की बात का विरोध किया। स्मोट्रिच ने कहा कि नेत्जाह येहुदा पर अमेरिकी प्रतिबंध के फैसले का हम मजबूती से सामना करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि इजराइल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। ऐसे में आईडीएफ की टुकड़ी पर बैन लगाना पागलपन है। यह सब एक साजिश का हिस्सा है, जिससे फिलिस्तीन एक आजाद देश बन जाए।
जंग से पहले वेस्ट बैंक में हुए अत्याचारों की वजह से लिया फैसला
एक्सियोस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सेना की टुकड़ी पर बैन का यह फैसला 7 अक्टूबर की जंग से पहले के मामलों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक, नेत्जाह येहुदा पर वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों पर अत्याचार करने का आरोप है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि यह बैन सेना की दूसरी टुकडिय़ों या पुलिस पर नहीं लगेगा क्योंकि उन्होंने जांच में पूरा सहयोग दिया है। आईडीएफ की बटालियन नेत्जाह येहुदा का गठन साल 1विनोद उपाध्याय / 21 अप्रैल, 2024 में हुआ था। इसे इसलिए बनाया गया था ताकि रूढि़वादी सैनिक बिना भेदभाव के काम कर सकें। नेत्जाह येहुदा के सैनिक किसी भी महिला से बात नहीं करते है। इन्हें पूजा-पाठ और धर्म से जुड़ी पढ़ाई के लिए ज्यादा समय दिया जाता है।
ब्रिटिश एनआरई भारत में हुई कमाई पर टैक्स देंगे
22 Apr, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन। ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने एक और कड़ा कानून पेश किया है। ब्रिटेन में रहने वाले एनआरआई (अनिवासी भारतीयों) को भारत में बैंक एफडी, स्टॉक मार्केट और रेंट से मिलने वाली आय पर मिलने वाली टैक्स छूट को 15 साल से घटाकर 4 साल कर दिया है। ब्रिटेन में रहने के पांचवें साल से एनआरआई को भारत में होने वाली आय पर 50 प्रतिशत टैक्स देना पड़ेगा।
अब तक एनआरआई को 15 साल तक केवल ब्रिटेन में प्राप्त होने वाली आय पर टैक्स देना पड़ता था। नया कानून अगले साल अप्रैल से प्रभावी हो जाएगा। लंदन के टैक्स कंसल्टेंट सौरभ जेटली ने बताया कि नए नियम के बाद ब्रिटेन में रहने वाले पांच लाख एनआरआई में से लगभग 50 हजार ने दुबई शिफ्ट होने का प्लान बनाया है। दुबई में पर्सनल टैक्स रेट जीरो है और कॉर्पोरेट टैक्स मात्र 9 प्रतिशत है। लंदन में एस्टेट टैक्स भी 40 प्रतिशत है जबकि दुबई में एनआरआई पर शून्य एस्टेट टैक्स है। जेटली के मुताबिक सुनक के नए कानून के बाद एनआरआई का ब्रिटेन में व्यापार करने को लेकर मोहभंग हो रहा है।
83 हजार भारतीयों ने ब्रिटेन की नागरिकता ली
पिछले पांच साल में 83 हजार 468 भारतीयों ने भारत की नागरिकता को छोडक़र ब्रिटेन की सिटिजनशिप ली है। यूरोप के किसी भी देश में ये सर्वाधिक है। इससे पहले 2022 तक गोल्डन वीसा स्कीम के तहत 254 भारतीय धनकुबेरों ने ब्रिटेन की नागरिकता ली थी।
रूस के 8 इलाकों में यूक्रेन का ड्रोन अटैक
22 Apr, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मॉस्को/कीव । यूक्रेन की स्पेशल फोर्सेज ने शनिवार रात लंबी दूरी तक मार करने वाले ड्रोन्स से रूस के 8 इलाकों पर हमला किया। हमले में रूस के 3 पावर सब-स्टेशन्स और एक फ्यूल डिपो में आग लग गई। बेलगोरोद शहर के गवर्नर ने बताया कि हमले में 2 आम नागरिकों की मौत भी हुई है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने भी इस अटैक की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि रूस के डिफेंस सिस्टम ने यूक्रेन के करीब 50 ड्रोन्स को मार गिराया है।
रूस भी यूक्रेन में इस तरह के हमले कर एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाता है। यूक्रेन में ठंग की वजह से तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। यहां न्यूनतम तापनाम माइनस में दर्ज किया जा रहा है। रूसी सेना इसी का फायदा उठाकर यूक्रेन पर हमला कर रही है, जिससे आम नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि शनिवार रात करीब 2 बजे यूक्रेन ने अपने कई ड्रोन्स रूस के 8 इलाकों में भेजे। हमले का टारगेट रूस का एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर था जो मिलिट्री से जुड़ी इंडस्ट्रीज को ऊर्जा देता है। रिपोट्र्स के मुताबिक हमला यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस, डिफेंस इंटेलिजेंस और स्पेशल फोर्सेस का एक जॉइंट ऑपरेशन था। यूक्रेन के हमले के बाद कई इलाके में पावर और पानी सप्लाई ठप हो गई है।
हाल ही के महीनों में यूक्रेन ने रूस के तेल रिफाइनरियों, टर्मिनलों के साथ-साथ एनर्जी इंफ्रा पर हमले बढ़ाए हैं। यूक्रेन रूस को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए इस तरह के हमले कर रहा है। यह हमले लंबी दूरी और एडवांस टेक्नोलॉजी वाली ड्रोन्स की मदद से किए जा रहे हैं। इससे पहले मार्च में भी यूक्रेन ने रूस की 3 रिफाइनरीज को निशाना बनाया था।