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हमास 5 साल के सीजफायर को तैयार
26 Apr, 2024 10:18 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा। गाजा में जंग के 6 महीने बाद हमास के एक सीनियर अधिकारी ने 5 साल के सीजफायर की इच्छा जाहिर की है। खलील अल-हैय्या ने कहा है कि अगर फिलिस्तीन एक अलग और आजाद देश बनता है तो हम हथियार डाल देंगे और एक साधारण राजनीतिक पार्टी के तौर पर काम करेंगे। हालांकि, 7 अक्टूबर के हमले के बाद हमास का खात्मा करने की कसम खा चुका इजराइल इस समझौते के लिए सहमत हो इसकी संभावना न के बराबर है। अल-हैय्या का कहना है कि अगर फिलिस्तीन को 1967 की जंग से पहले के इलाके दिए जाते हैं तो वो इजराइल के खिलाफ युद्ध नहीं लड़ेगा।
अमेरिका ने छिपकर यूक्रेन को दीं लंबी दूरी की मिसाइलें
26 Apr, 2024 09:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने छिपकर यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें दी हैं। अमेरिका रक्षा विभाग पेंटागन ने बताया कि उसने यूक्रेन को एटीएसीएमएस की 12 मिसाइलें दी थीं। अमेरिका मीडिया के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले यूक्रेन को एटीएसीएमएस मिसाइल देने से मना कर दिया था। बाद में फरवरी के महीने में अमेरिकी राष्ट्रपति ने मिसाइल देने की मंजूरी दे दी। हालांकि, तब इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल गैरन गार्न ने बताया कि यूक्रेन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसकी जानकारी छिपाई गई।
मिसाइल देने के बाद इस डिलीवरी को 12 मार्च के सहायता पैकेज में शामिल कर दिया गया था। अप्रैल महीने की शुरुआत में एटीएसीएमएस मिसाइल यूक्रेन पहुंच गईं। इसकी रेंज 300 किलोमीटर है, यानी अगर जंग में इसका इस्तेमाल होता है तो यह रूस में 300 किमी अंदर तक अटैक कर सकती है।
एक साल में 500 एटीएसीएमएस मिसाइल बन रहीं
मिसाइलें जितनी ताकतवर होती हैं, उन्हें बनाने में उतनी ही मेहनत और समय लगता है। एटीएसीएमएस को बनाने वाली कंपनी लॉकहीड मार्टिन एक साल में 500 मिसाइलों का प्रोडक्शन करती है। यूक्रेन को मिसाइल देने से पहले अमेरिका ने कंपनी से ज्यादा से ज्यादा मिसाइलें खरीदीं, ताकी अमेरिका के जखीरे में इनकी कमी न हो। दरअसल, अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक रूस ने इस साल की शुरुआत में उत्तर कोरिया से बैलिस्टिक मिसाइल खरीदी थी और मार्च में इससे यूक्रेन के रिहाइशी इलाकों पर हमला किया। इसके बाद ही बाइडेन ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल देने पर सहमति जताई। पेंटागन ने बताया कि अमेरिका ने एटीएसीएमएस मिसाइल देते समय सभी नियमों का पालन किया है। वहीं बाइडेन ने बुधवार को यूक्रेन को 5 लाख करोड़ रुपए के सहायता पैकेज से जुड़े बिल पर साइन किया। पेंटागन के मुताबिक, इस पैकेज में भी यूक्रेन को एटीएसीएमएस मिसाइलें देने की बात कही गई है। इससे पहले अमेरिका ने पिछले साल नवंबर में यूक्रेन को कम दूरी वाली एटीएसीएमएस मिसाइल दी थी। इसकी रेंज 160 किमी थी।
तीसरे साल में रूस-यूक्रेन युद्ध
रूस और यूक्रेन का युद्ध अपने तीसरे साल में पहुंच गया है। यूक्रेन के हथियार और सैनिक दिन पर दिन कम होते जा रहे हैं। यूक्रेन-रूस जंग में अब तक 50 हजार से ज्यादा रूसी सैनिकों की मौत हुई है। वहीं यूक्रेन ने जंग के दूसरे साल में 27 हजार 300 रूसी सैनिकों को गंवाया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा हो सकता है। इससे पहले फरवरी में राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भी यूक्रेनी सैनिकों की मौत का आंकड़ा बता चुके हैं। जेलेंस्की के मुताबिक युद्ध में अब तक सिर्फ 31 हजार यूक्रेनी सैनिकों ने जान गंवाई है। हालांकि अमेरिकी खुफिया जानकारी के मुताबिक यूक्रेन के 70 हजार से ज्यादा सैनिकों की मौत हुई हैं।
पीएम सुनक की सख्ती, अफ्रीका भेजने के लिए प्लेन तैयार
26 Apr, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शरणार्थी का दर्जा पाने की कतार में लगे करीब 5,000 अवैध भारतीयों को अफ्रीका भेजने का आदेश जारी किया है। इन्हें जून से अफ्रीकी देश रवांडा भेजा जाएगा। पांच हजार भारतीयों में वे लोग भी शामिल हैं जो कानूनी तौर पर ब्रिटेन आए और फिर शरणार्थी दर्जे के लिए आवेदन किया। इनमें वे भारतीय भी शामिल हैं जो 1 जनवरी 2022 के बाद इंग्लिश चैनल पार करके अवैध रूप से ब्रिटेन में दाखिल हुए थे। फिलहाल ब्रिटेन के हिरासत केंद्रों में रह रहे इन भारतीयों पर अनिश्चित भविष्य का खतरा मंडरा रहा है। सुनक ने इन पांच हजार भारतीयों के शरणार्थी दर्जे के आवेदन को खारिज कर दिया है।
ब्रिटेन में शरणार्थी का दर्जा चाहने वाले 5,253 भारतीयों में से 60 प्रतिशत की उम्र 18 से 29 साल के बीच है। उनमें से 1,200 ने ब्रिटेन आने के लिए 2023 में नाव से खतरनाक इंग्लिश चैनल को पार किया। इंग्लिश चैनल मार्ग से अवैध रूप से ब्रिटेन आने वाले भारतीयों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है। इस रास्ते से 2022 में 849 भारतीय अवैध रूप से ब्रिटेन आए। ब्रिटिश गृह मंत्रालय के मुताबिक, 2024 में इंग्लिश चैनल रूट के जरिए करीब 2 हजार भारतीयों के ब्रिटेन आने की उम्मीद है।
रवांडा में निर्वासन पर पांच साल का समझौता होगा। शरणार्थी का दर्जा प्राप्त करने के लिए आवेदकों के पास दो विकल्प होंगे। पहला- अपना शेष जीवन रवांडा में बिताना, दूसरा- किसी दूसरे देश में शरण लेना। सनक ने साफ कर दिया है कि कोई भी शरणार्थी किसी भी हालत में ब्रिटेन वापस नहीं लौट पाएगा. यहां बता दें कि रवांडा को प्रत्येक शरणार्थी के लिए 63 लाख रु. मिलेंगे सभी देशों के शरणार्थियों के लिए 18,900 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. रवांडा पर कभी भी ब्रिटेन का शासन नहीं रहा, लेकिन यह 2009 में राष्ट्रमंडल में शामिल हो गया। रवांडा को ब्रिटेन से सालाना 5 हजार करोड़ रुपए का अनुदान मिलता है।
अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों की सलाह मानने से इजराइल का इंकार, राफा को ध्वस्त करने पर अमादा
25 Apr, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल अवीव। अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों ने इजराइल को सलाह दी है कि वह युद्ध से पीछे हट जाए। इसके बाद भी इजराइल ने गाजा के राफा शहर पर हमले की तैयारी पूरी कर ली है। इजराइल ने बुधवार को कहा कि वह राफा पर हमले की तैयारी में है और उसकी सेना आगे बढ़ रही है। उसके इस ऐलान से पड़ोसी देश मिस्र भी नाराज हो गया है। इजराइल यह हमला करेगा, इसकी कोई टाइमलाइन तय नहीं है, लेकिन हमला कभी भी हो सकता है।
अब इजराइल का कहना है कि हमास की 4 सशस्त्र यूनिटों ने राफा शहर में ठिकाना बना लिया है। ऐसे में उसे नेस्तनाबूद करने के लिए राफा पर जमीनी हमला करना जरूरी है। इस बार इजरायल यह सावधानी भी रख रहा है कि उस पर आम नागरिकों के कत्लेआम का आरोप न लगे। इसीलिए उसने हमले से पहले टेंट सिटी बसाने का प्लान बनाया है ताकि राफा से निकलने वालों को शरण दी जा सके। वहीं मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सीसी ने इजरायल को चेतावनी दी है कि यदि उसने राफा पर हमला किया तो गंभीर परिणाम होगे।राफा शहर पर हमले को लेकर मिस्र इसलिए चिंतित है क्योंकि वह उसकी सीमा से सटा हुआ है। पहले ही गाजा पर हमला होने के बाद से बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी मिस्र चले गए हैं। ऐसे में अब राफा पर अटैक होने से और बड़ी संख्या में फिलिस्तीनियों के मिस्र में घुसने का डर है। राफा शहर की आबादी करीब 10 लाख की है। मिस्र के अलावा अमेरिका का भी कहना है कि इजरायल को यह ऑपरेशन नहीं करना चाहिए। बता दें कि इजरायल ने दक्षिणी गाजा से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है। इसके बाद अब राफा पर हमले की तैयारी है।
इजरायली सेना के सूत्रों का कहना है कि करीब 40 हजार टेंट खरीदे गए हैं। हर टेंट में 10 से 12 लोग रह सकते हैं। इजरायल इस बार राफा पर हमला करने से पहले टेंट सिटी तैयार करेगा ताकि वहां से बाहर निकलने वाले फिलिस्तीनियों को वहां रखा जा सके। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू खुद कई बार दोहरा चुके हैं कि राफा पर हमला किया जाएगा। गाजा का यही एक ऐसा शहर है, जिसमें अब तक इजरायली सेना नहीं घुसी थी। हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। उसके बाद से ही इजरायल हमलावर है और खान यूनिस समेत गाजा के कई शहरों को तबाह कर दिया है। इजरायल के हमलों में अब तक 35 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
5000 भारतीयों को रवांडा भेजेगी, ब्रिटेन सरकार
25 Apr, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने 5000 अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को,अफ्रीका के देश रवांडा भेजने का फैसला किया है। 5000 भारतीय अवैध रूप से ब्रिटेन में रह रहे थे। उन्होंने शरणार्थी का दर्जा पाने के लिए आवेदन किया था। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इसे ना मंजूर कर दिया है।
1 जनवरी 2022 के बाद से अवैध रूप से जो भी लोग ब्रिटेन पहुंचे हैं। ब्रिटेन सरकार द्वारा उन्हें शरणार्थी का दर्जा नहीं दिया जा रहा है। नाही ब्रिटेन सरकार उन्हें अपने देश में रखना चाहती है।
ब्रिटेन में रह रहे यह 5253 भारतीयों मे 60 फीसदी से अधिक 18 से 29 साल के बीच के हैं। इंग्लिश चैनल को नावों के जरिए पार करके यह लोग ब्रिटेन पहुंचे थे। अवैध रूप से ब्रिटेन भेजने वाले एजेटों ने इन युवाओं से लाखों रुपए वसूल किए थे। भारत सरकार से कोई सहायता इन्हें नहीं मिली। इसके बाद ब्रिटेन सरकार ने 5000 से अधिक भारतीयों को रवांडा भेजने का फैसला किया है।
ब्रिटेन सरकार रवांडा की सरकार को प्रति शरणार्थी 63 लाख रुपए अदा करेगी। ब्रिटेन में सभी देशों के जो शरणार्थी रह रहे थे। उसके लिए ब्रिटेन की सरकार ने 18900 करोड रुपए रवांडा की सरकार को दिए हैं। रवांडा 2009 में राष्ट्रमंडल में शामिल हो गया है। भारत सरकार ने अभी तक अपने नागरिकों को भारत वापस लाने के लिए कोई पहल नहीं की है। जिसके कारण अब यह रवांडा में रहने के लिए मजबूर होंगे।
हत्या के दो माह बाद भी परिवार को नहीं मिला न्याय
25 Apr, 2024 03:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बहादुरगढ़। (Nafe Singh Rathi Murder Case Hindi News) नफे राठी हत्याकांड में उनके पुत्र जितेंद्र राठी ने प्रदेश सरकार और भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए। जितेंद्र राठी ने कहा कि सरकार केस को जान बूझकर दबाने का काम कर रही है। उन्होंने नामजद आरोपितों का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है।
जितेंद्र ने इस दौरान सरकार और जांच अधिकारियों पर कई बड़े सवाल खड़े किए। उन्होंने पूछा कि गिरफ्त से बाहर दूसरे हमलावर किसी दूसरी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। हथियारों की बरामदगी अब तक नहीं हुई। गाड़ी पर जीपीएस लगाया तो किसने लगाया। अब तक पुलिस पता नहीं लगा पाई। आज दो माह हो चुके हत्या हुए।
आरोपित अभी पकड़ से बाहर हैं। एफआईआर में जिनके नाम हैं उन्हें गिरफ्तार करें। हमारे साथ न्याय करे। सीबीआई को अब तक केस ट्रांसफर नहीं हुआ। इसके पीछे सरकार की क्या मंशा है। आज दो माह हो चुके। कौन इस फ़ाइल को रोके बैठा है। जांच अब तक शुरू नही हुई। क्या सरकार सबूतों के खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है। भाजपा के बड़े नेता भी इस हत्याकांड में शामिल हैं।
हरियाणा की राजनीति में था नफे सिंह राठी का नाम शुमार
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रदेश अध्यक्ष एवं बहादुरगढ़ से दो बार विधायक रह चुके नफे सिंह राठी (Nafe Singh Rathi Murder) की को माह पहले उनकी गाड़ी में गोली मारकर हत्या कर दी गई। नफे सिंह राठी की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के प्रिय साथियों और इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के विश्वासपात्रों में होती थी।
नफे सिंह राठी का हरियाणा की राजनीति में बड़ा नाम रहा है। वह बहादुरगढ़ से 1996 और 2005 में इनेलो के टिकट पर दो बार विधायक रह चुके हैं। दो बार बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन भी रहे हैं। आल इंडियन स्टाइल रेसलिंग एसोसिएशन के प्रेसिडेंट का दायित्व भी नफे सिंह राठी ने निभाया है। अपने दौर में उन्होंने कुश्तियां भी लड़ी।
राठी ने एक साल 2009 में इनेलो के टिकट पर रोहतक से दीपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। राजनीतिक मजबूरियों के चलते 2014 में जब इनेलो ने नफे सिंह राठी का टिकट काट दिया था, तब वह निर्दलीय चुनाव लड़े थे। इनेलो के विघटन के बाद नफे सिंह जेजेपी में नहीं गए, लेकिन कुछ दिन भाजपा में रहने के बाद इनेलो में वापस लौट आए थे।
सुनीता विलियम्स तीसरी अंतरिक्ष यात्रा के लिए तैयार
25 Apr, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
न्यूयार्क । भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 6 मई को अपनी तीसरी अंतरिक्ष यात्रा पर जाएंगी। वो बोइंग के स्टारलाइनर कैलिप्सो मिशन का हिस्सा होंगी। अमेरिका स्पेस एजेंसी नासा के मुताबिक, मिशन के लिए 2 सीनियर साइंटिस्ट बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को चुना गया है।
फिलहाल सुनीता बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट पर क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन के पायलट की ट्रेनिंग ले रही है। बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट को 6 मई को रात 10 बजकर 34 मिनट पर एलायंस एटलस वी रॉकेट पर लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन के लिए नासा की मदद ली गई है।
दो हफ्ते तक आईएसएस में रहेंगे
अमेरिका स्पेस एजेंसी गुरूवार को स्पेसक्राफ्ट के बारे में पूरी जानकारी साझा करेगी। स्पेस एजेंसी के मुताबिक, स्पेसक्राफ्ट को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन के स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स-41 से लॉन्च किया जाएगा। दोनों यात्री दो हफ्ते तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) में रहेंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दरअसल, पहले यह स्पेसक्राफ्ट जुलाई 2022 में रवाना होने वाला था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे एक साल के लिए टाल दिया गया था।
पहली बार पाकिस्तान ने माना.....रावी के पानी पर पूरा अधिकार भारत का
25 Apr, 2024 10:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । पाकिस्तान के संघीय कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने स्वीकार किया हैं, कि भारत को एक संधि के तहत रावी नदी के पानी पर पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि यह संधि पाकिस्तान को कानूनी रूप से बाध्य करती है, कि वह पड़ोसी देश की जल आक्रामकता के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में न जाए। पाकिस्तान के मंत्री तरार ने नेशनल असेंबली (पाकिस्तानी संसद) में भारत के कार्यों पर चर्चा के लिए प्रस्तुत एक ध्यानाकर्षण नोटिस की कार्यवाही के दौरान कहा, पाकिस्तान और भारत के बीच एक जल संधि है। रावी नदी पर पानी का अधिकार भारत का है, हम इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, इस मुद्दे पर भारत के खिलाफ आईसीजे का सहारा नहीं लिया जा सकता। दोनों देशों के बीच 1960 में हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि के तहत भारत रावी, सतलज और ब्यास नदियों के पानी पर दावा करता है। संसद के निचले सदन में नोटिस पेश करने वाले पीटीआई एमएनए जरताज गुल ने तरार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि बुधवार को कानून मंत्री ने रावी नदी पर भारत का अधिकार स्वीकार कर लिया है, जो खेदजनक है। गुल को जवाब देकर कानून मंत्री ने कहा कि कानूनी मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।
कानून मंत्री ने कहा, इस (सिंधु जल संधि) पर दोनों देशों ने 1960 में हस्ताक्षर किए थे, हालांकि, भारत इससे बाहर निकलना चाहता है, लेकिन आईसीजे ने भारत को बाहर निकलने से रोक दिया है। उन्होंने कहा कि हालांकि पाकिस्तान किशनगंगा पनबिजली परियोजना के मुद्दे पर सफल हुआ। भारत ने शाहपुर कंडी बैराज के पूरा होने के साथ रावी नदी से पाकिस्तान की ओर पानी का प्रवाह रोक दिया है। शाहपुर कंडी बैराज पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित है। रिपोर्ट के अनुसार, रावी से जम्मू और कश्मीर को अब 1,150 क्यूसेक पानी मिलेगा जो पहले पाकिस्तान को आवंटित किया गया था। इस पानी का उपयोग कठुआ और सांबा जिलों में 32,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई के लिए किया जाएगा। सिंचाई और जलविद्युत उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण शाहपुर कंडी बैराज परियोजना को पिछले तीन दशकों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। हालांकि, अब यह पूरा होने वाला है।
भारत और आर्मेनिया की दोस्ती देख भड़का अजरबैजान, दी धमकी
25 Apr, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बाकू। आर्मेनिया-भारत एक दूसरे करीब आ रहे हैं क्योंकि भारत आर्मेनिया को हथियारों की सप्लाई कर रहा है। इस बढ़ती दोस्ती को देखकर आर्मेनिया का कट्टर दुश्मन अजरबैजान बौखलागया है। अजरबैजान पाकिस्तान का अचछा दोस्त है, वह कश्मीर के मुद्दे पर उसका साथ देता रहा है। अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने कहा कि फ्रांस, भारत और ग्रीस की ओर से आर्मेनिया को हथियार दिए जा रहे हैं जो अजरबैजान के खिलाफ है।
अजरबैजान के राष्ट्रपति अलीयेव ने कहा कि जब फ्रांस, भारत और ग्रीस आर्मेनिया को हमारे खिलाफ हथियारों की सप्लाई करेंगे तो हम चुपचाप नहीं बैठ सकते। उन्होंने कहा कि ऐसा करके वह हमें साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। हम इसे खामोश रहकर नहीं देख सकते। आर्मेनिया और भारत के संबंध पिछले कुछ सालों में मजबूत की ओर बढ़े हैं। आर्मेनिया ने हाल ही में भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने की इच्छा जताई थी। आर्मेनिया के श्रम मंत्री ने एक साक्षात्कार में कहा था कि मुझे लगता है कि भारत के साथ हमारे संबंध इतने परिपक्व हैं कि इन्हें रणनीतिक साझेदारी के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
पिछले साल एक रिपोर्ट में कहा गया था कि फ्रांस भी आर्मेनिया को हथियार सप्लाई करेगा। इस पर अजरबैजान के राष्ट्रपति ने कहा था कि आर्मेनिया को सैन्य सहायता भेजने का उसका निर्णय दक्षिण काकेशस में हिंसक शत्रुता को बढ़ावा दे सकता है। एक बार फिर अजरबैजान के राष्ट्रपति अलीयेव ने धमकी दी है। उन्होंने आर्मेनियाई सरकार और उसकी मदद कर रहे पक्षों को साफ शब्दों में कहा है कि अगर हमें अपने लिए कोई गंभीर खतरा दिखता है तो हम सख्त कदम उठाएंगे।
भारत के अजरबैजान और आर्मेनिया दोनों के साथ राजनयिक संबंध हैं। मध्य एशिया और ईरान के रास्ते रूस और यूरोप तक जाने के लिए यह भौगोलिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। 2022 में भारत ने आर्मेनिया को 250 मिलियन डॉलर के पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, एंटी टैंक हथियार और गोला बारूद देने का सौदा किया था। यह भारत की ओर से पिनाका का पहला निर्यात था। आर्मेनिया कश्मीर को लेकर भारत के पक्ष का समर्थन करता है।
कोलंबिया यूनिवर्सिटी में विरोध के चलते अब ऑनलाइन लगेंगी क्लास
25 Apr, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिका के अनेक हिस्सों में इजराइल-हमास के बीच जारी युद्ध के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। पिछले हफ्ते ‘न्यूयॉर्क आइवी लीग’ के छात्रों ने इजराइल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था, जो मंगलवार तक एक बड़े आंदोलन में बदल गया। कोलंबिया विश्वविद्यालय के मैनहट्टन परिसर में प्रदर्शन कर रहे 100 से अधिक छात्रों को गिरफ्तार किये जाने से ये प्रदर्शन और तेज हो गया। पुलिस ने कई स्थानों से प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। कोलंबिया में तनाव बढ़ता देख विश्वविद्यालय ने बचे हुए सेमेस्टर के लिए ऑनलाइन क्लास आयोजित करने का फैसला लिया है।
गाजा में युद्ध से निपटने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ छात्रों ने प्रदर्शन तेज कर दिया। ऐसे में कोलंबिया विश्वविद्यालय ने घोषणा की है कि वह ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि कई छात्रों के माता-पिता ट्यूशन फीस वापस करने की भी मांग कर रहे हैं। एक आधिकारिक बयान में कोलंबिया विश्वविद्यालय के अध्यक्ष ने कहा कि कई समुदायों के छात्रों डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमने सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए कार्रवाई की घोषणा की है। गाजा में विनाशकारी मानवीय परिणामों वाला एक भयानक संघर्ष चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि सोमवार को न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के पास प्रदर्शन कर रहे 133 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था और अदालत में पेश होने के लिए समन जारी किया था। न्यूयॉर्क शहर के महापौर एरिक एडम्स ने बताया कि इस सप्ताह विरोध-प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों पर बोतलों और अन्य वस्तुओं से हमला किया। कनेक्टिकट में स्थित येल विश्वविद्यालय में छात्रों ने प्रदर्शन रोकने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने 47 छात्रों सहित 60 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुतिन की सेना को मिलेगा नया ब्रह्मास्त्र........एस-500 का परीक्षण हुआ सफल
24 Apr, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मास्को । यूक्रेन युद्ध के बीच रूस की सेना को नया ब्रह्मास्त्र मिलने वाला है। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने इसकी पुष्टि की है कि रूसी एयर डिफेंस फोर्सेस को एस-500 एयर और मिसाइल डिफेंस इस साल मिलेगा है। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम में दो नए बदलाव भी किए गए हैं। शोइगू ने बताया कि यह अत्याधुनिक सिस्टम दो रूप में उपलब्ध होगा। पहला- बलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम और दूसरा- ज्यादा लंबी दूरी तक फाइटर जेट को मार गिराने वाले मिसाइल सिस्टम के रूप में दिया जाएगा। रूसी एस-500 मिसाइल सिस्टम को सबसे पहले साल 2015 में पेश किया गया था। इसके बाद से लगातार इसे डिजाइन किया जा रहा था और साल 2021 में इस ग्रीक देवता के नाम पर प्रोमेथस या गॉड ऑफ फायर नाम दिया गया था।
साल 2021 के मई महीने में पुतिन ने इस बात की पुष्टि की थी कि एस-500 का टेस्ट किया गया है और यह सफल रहा है। हाल ही में रूसी सेना के हवाले से कहा गया था कि इस मिसाइल सिस्टम का बड़े पैमाने पर टेस्ट किया है। इस टेस्ट में रूसी सिस्टम ने हाइपरसोनिक मिसाइल को मार गिराने में अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया। इसके अलावा मिसाइल ने एक परमाणु सबमरीन से दागी गई क्रूज मिसाइल को भी मार गिराया था।
एस-500 को रोड-मोबाइल एयर एंड मिसाइल डिफेंस सिस्टम माना जाता है जिसे रूस की कंपनी अलमाज एंटे ने बनाया है। इस सिस्टम की रेंज 600 किमी तक है। यह सिस्टम 800 किमी की दूरी से ही लक्ष्यों की पहचान कर लेता है। एस-500 सिस्टम एक साथ 10 सुपरसोनिक मिसाइलों को एक के बाद एक निशाना बनाने में सक्षम है। यह एयर डिफेस सिस्टम हाइपरसोनिक या मैक 10 की स्पीड से उड़ रही मिसाइलों को भी मार गिराने में सक्षम है। एस-500 की इतनी ज्यादा रेंज है कि वह दुश्मन की मिसाइलों, स्पेसक्राफ्ट और अंतरिक्ष में निचली कक्षा में चक्कर काट रहे हथियारों को भी तबाह करने में सक्षम हैं।
इस अत्याधुनिक सिस्टम में मिसाइल के अंदर ही रेडार भी लगा होता है। एस 500 को एस-400, एस-300 और अन्य प्लेटफार्म के साथ एक सिंगल एयर एंड मिसाइल डिफेंस नेटवर्क में शामिल किया जा सकता है। लॉन्चर्स के अलावा एस-500 में एक कमांड पोस्ट व्हीकल, लक्ष्य की पहचान करने वाले रेडार, कई और अन्य रेडार भी शामिल होते हैं।
इजरायल को डर उसका खास दोस्त ही उसके लिए खतरा पैदा कर रहा
24 Apr, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेलअवीव । अमेरिका मध्य पूर्व में इजरायल का सबसे मजबूत सहयोगी है, लेकिन वाशिंगटन ने तेल अवीव को तनाव में ला दिया है। दरअसल अमेरिकी सुरक्षा और राजनयिक स्रोतों से हाल के दिनों में जिस तरह से लीक सामने आए हैं, इन घटनाओं ने इजरायल की सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है। खासकर जब वे इजरायल और ईरान से जुड़े हैं। इजरायल में रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि सुरक्षा और राजनयिक स्थिरता को बढ़ावा देने के बजाय ये लीक चिंता, दबाव और अराजकता पैदा कर रहे हैं।
दरअसल इजरायल अपनी रक्षा के लिए एक खास रणनीति पर काम करता रहा है, आंख के बदले आंख और दांत के बदले दांत। इजरायल विरोधियों पर हमला करके उन्हें तबाह करता है, लेकिन साथ ही वह कभी भी सार्वजनिक रूप से इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं लेता है। मध्य पूर्व के तनावपूर्ण क्षेत्र में यह संतुलन बेहद जरूरी है। इजरायल ने किसी हमले की सार्वजनिक जिम्मेदारी लेने से परहेज किया, फिर चाहे वह दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हमला या फिर ईरान के हमले के जवाब में एस्फहान शहर को निशाना बनाना हो।
लेकिन पेंटागन ने ईरान पर हमले की जानकारी अमेरिका मीडिया को लीक की। इजरायल के सूत्रों के हवाले से बताया है कि तेल अवीव में इस बात को लेकर निराशा है कि आखिर पेंटागन ने मामले में चुप्पी रखने के बजाय अमेरिकी मीडिया को जानकारी लीक क्यों कर दी। इजरायली सूत्रों का मानना है कि ऐसा करके अमेरिकी पक्ष ने अनावश्यक तनाव और कूटनीतिक जटिलताओं को बढ़ाया है।
इजरायल में अमेरिका के इस जानकारी को सार्वजनिक करने को लेकर व्यापक चिंता है। इजरायल ने 24 से 48 घंटे पहले अमेरिका को हमले के बारे में सूचना दी थी। इजरायली सूत्रों का मानना है कि इस जानकारी को लेकर अमेरिकी अधिकारियों को संयम बरतना चाहिए था, लेकिन इस जानकारी को लीक कर तनाव और भय का माहौल बनाया गया।
इजरायल का मानना है कि पहले से तनाव भरे माहौल में लगातार हो रहे लीक से फायदे के बजाय नुकसान अधिक हो सकता है। ये लीक इजरायल की रणनीति को कमजोर करते हैं और ईरान को भड़काते हैं, जो क्षेत्र में व्यापक संघर्ष को बढ़ा सकते हैं। इन लीक का प्रभाव इजरायल और ईरान से बाहर भी होगा।
दुष्यंत चौटाला को लगा एक और झटका...
24 Apr, 2024 02:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंडीगढ़। (Haryana Politics Hindi News) जेजेपी नेता रणधीर सिंह ने पार्टी छोड़ी और चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया। रणधीर सिंह ने डेयरी डेवलपमेंट कोऑपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया। रणधीर सिंह गुहला चीका से जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह के बेटे हैं। बताया जा रहा है कि विधायक ईश्वर सिंह भी पार्टी में नाराज चल रहे हैं।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगे आरोप को उनके वकील ने बताया झूठा
24 Apr, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर दो अलग-अलग मामलों में गंभीर आरोप हैं। क्या उन्होंने निष्पक्ष चुनाव के नतीजों को पलटकर और अवैध रूप से सत्ता में बने रहने का प्रयास किया था? वहीं पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर राष्ट्रपति अभियान के दौरान पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को कथित रूप से छुपाए गए पैसे के भुगतान को कवर करने के लिए कानून के तहत आरोप लगाया है। ट्रम्प पर तथाकथित गुप्त धन मामले में व्यावसायिक रिकॉर्ड को गलत साबित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है।
अभियोजकों ने कहा कि ट्रंप ने 2016 राष्ट्रपति चुनाव से पहले पोर्न स्टार को गुप्त रूप से धन देकर न केवल प्लेबॉय मॉडल के साथ अपने यौन संबंध को छिपाने की कोशिश की, बल्कि उन्होंने पैसे देने की जानकारी छिपाकर 2016 के राष्ट्रपति चुनाव को ही भ्रष्ट किया। हालांकि, ट्रंप के वकीलों ने कोर्ट में विरोधी वकीलों के आरोपों को नकार कर कहा, कि ट्रंप ने ऐसी कोई गलती नहीं की है।
उनका आरोप था कि झूठे रिकॉर्ड राज्य और संघीय चुनाव कानून के उल्लंघन को कवर करने के प्रयास का हिस्सा थे, हालांकि यह अभी भी प्रत्यक्ष चुनाव हस्तक्षेप का प्रकार नहीं है जैसा कि ट्रम्प पर अन्यंत्र आरोप लगाया गया है। ट्रंप ने स्वयं न्यूयॉर्क मुकदमे और उनके खिलाफ तीन अन्य आपराधिक मामलों को चुनावी हस्तक्षेप के रूप में संदर्भित किया है, बिना सबूत के सुझाव दिया है कि वे व्हाइट हाउस में लौटने के उनके अभियान को कमजोर करने की डेमोक्रेटिक योजना का हिस्सा हैं। न्यूयॉर्क मामले को पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ सबसे कम परिणामी के रूप में देखा जाता है।
2 नेवी हेलिकॉप्टर टकराए,10 की मौत
24 Apr, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कुआलालंपुर। मलेशियाई नेवी के 2 हेलिकॉप्टर मंगलवार को हवा में टकरा गए। हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई है। मलेशियाई नेवी ने बताया कि रॉयल मलेशियन नेवी परेड की रिहर्सल के दौरान यह हादसा हुआ। मारे गए सभी लोग नेवी के क्रू मेंबर्स थे। हादसा मंगलवार सुबह 9.30 बजे पेराक में लुमुत नेवल बेस पर हुआ। सभी शवों को लुमुत एयरबेस के अस्पताल भेजा गया है, जहां इनकी पहचान की जाएगी। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, मरने वाले सभी लोगों की उम्र 40 साल से कम है।