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मिसाइल हमलों के बीच पूरे यूक्रेन में धमाकों की आवाज
28 Apr, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कीव । रूसी मिसाइल हमलों के बीच कई यूक्रेनी क्षेत्रों में विस्फोटों की आवाज सुनी गई। स्थानीय मीडिया ने कहा कि विस्फोटों ने विशेष रूप से यूक्रेन के मध्य विन्नित्सिया क्षेत्र और पश्चिमी इवानो-फ्रैंकिव्स्क क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। मेयर इहोर तेरेखोव के अनुसार यूक्रेन के पूर्वी शहर खार्किव में भी कई विस्फोट हुए। यूक्रेनी वायु सेना ने कहा कि रूस ने हवाई हमले के दौरान यूक्रेन पर क्रूज मिसाइलें और एयरोबॉलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इसके अलावा यूक्रेनी टेलीग्राम चैनलों ने चेतावनी दी कि रूस संभवतः यूक्रेन पर एक नए मिसाइल हमले की तैयारी कर रहा है, क्योंकि टीयू-95 रणनीतिक बमवर्षकों के एक समूह ने रूस के उत्तर-पश्चिमी मरमंस्क क्षेत्र में ओलेन्या हवाई क्षेत्र से उड़ान भरी थी।
जापान के बोनिन द्वीप समूह में आया 6.5 तीव्रता का भूकंप
28 Apr, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोक्यो । जापान के बोनिन द्वीप समूह में 6.5 तीव्रता का भूकंप आया। जापान के बोनिन द्वीप समूह में संयुक्त राज्य जियोलॉजिकल सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने शनिवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भूकंप 503.2 किमी (312.7 मील) यूएसजीएस की गहराई पर था। इसके पहले भी जापान में तीव्र भूकंप आते रहे हैं। नए साल के पहले दिन ही यह देश भूकंप से दहल उठा था जब 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था। उन्होंने कहा कि भूकंप 503.2 किमी (312.7 मील), यूएसजीएस की गहराई पर था। इसके पहले भी जापान में तीव्र भूकंप आते रहे हैं। नए साल के पहले दिन ही यह देश भूकंप से दहल उठा था, जब 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था।
गिरफ्तारी के डर से श्रीलंका नहीं गए ईरानी गृह मंत्री अहमद वाहिदी
28 Apr, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलंबो । ईरानी राष्ट्रपति जब पाकिस्तान के दौरे पर थे, तब उनके साथ पूरी टीम थी। टीम में ईरानी गृह मंत्री भी थे। लेकिन ईरान के राष्ट्रपति पाकिस्तान का दौरा खत्म करके श्रीलंका पहुंचे तब वहां गृह मंत्री दिखाइ नहीं दिया। जिसके बाद चर्चाएं तेज हैं कि आखिर ईरानी गृह मंत्री अचानक पाकिस्तान से कहां गायब हो गए। इसका जवाब ये हैं कि वे श्रीलंका गए ही नहीं बल्कि पाकिस्तान से ही वापस लौट गए। चर्चा हैं कि उनकी गिरफ्तारी श्रीलंका में हो सकती थी। इसलिए उन्होंने पाकिस्तान से ही वापस ईरान लौटने का फैसला किया।
अहमद वाहिदी पर अर्जेंटीना ने ब्यूनस आयर्स में एक यहूदी सामुदायिक केंद्र पर 1994 के हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया था, जिसमें 85 लोग मारे गए थे। इंटरपोल ने रेड नोटिस जारी कर दुनिया भर की पुलिस एजेंसियों से वाहिदी को हिरासत में लेने का अनुरोध किया था और अर्जेंटीना ने पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों से वाहिदी को गिरफ्तार करने के लिए कहा था। इसके बाद अब ईरानी मंत्री को रायसी के साथ नहीं देखा गया, तब इसकी चर्चा तेज हो गई। रईसी ईरान समर्थित बिजली और सिंचाई परियोजना का उद्घाटन करने के लिए श्रीलंका पहुंचे थे।
ईरान की मीडिया ने बताया कि वाहिदी ईरान वापस आ गए, जहां उन्होंने एक नए प्रांतीय गवर्नर को शामिल करने के लिए एक समारोह में भाग लिया। श्रीलंकाई विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि आंतरिक मंत्री को ईरानी प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया गया था। 1994 के हमले का दावा या समाधान कभी नहीं किया गया, लेकिन अर्जेंटीना और इजराइल को लंबे समय से संदेह है कि ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह ने ईरान के अनुरोध पर इस घटना को अंजाम दिया है।
पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे ने कार्डिनल रंजीत के आरोप खारिज किए
28 Apr, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलंबो । श्रीलंकाई पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने वर्ष 2019 में ‘ईस्टर संडे’ पर हुए आतंकी हमले की जांच को लेकर अपने खिलाफ लगाए गए देश के कैथोलिक चर्च के प्रमुख कार्डिनल मैलकॉम रंजीत के आरोपों को खारिज कर दिया। श्रीलंका में 21 अप्रैल, 2019 को 11 भारतीयों सहित 270 लोग मारे गए थे, जब आतंकी संगठन ‘आईएसआईएस’ से जुड़े स्थानीय इस्लामी चरमपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के नौ आत्मघाती हमलावरों ने तीन कैथोलिक चर्च और कई आलीशान होटल में सिलसिलेवार विस्फोट को अंजाम दिया था।
74 वर्षीय राजपक्षे ने कहा कि ‘ईस्टर संडे’ पर हमले इस्लामी चरमपंथियों के एक समूह द्वारा किए गए थे। रिपोर्ट में कहा गया था कि, ‘‘तत्कालीन सरकार की सर्वोच्च जांच शाखा सीआईडी हमलों से पहले कई महीनों तक उन्हीं व्यक्तियों और समूहों की गतिविधियों की जांच कर रही थी जिन्होंने आत्मघाती बम विस्फोट किए थे, लेकिन वह आतंकवादियों को हमले से पहले पकड़ने में विफल रही।’’
राजपक्षे एक पूर्व राजनेता और सैन्य अधिकारी हैं, जिन्होंने नवंबर 2019 से जुलाई 2022 में अपने इस्तीफे तक श्रीलंका के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
कैंसर से जूझ रहे पिता और भाभी से मिलना चाहते थे प्रिंस हैरी, पर फिर अटका दौरा, जानें क्या है वजह
27 Apr, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन। ब्रिटेन के शाही परिवार के सदस्यों की सेहत कुछ ठीक नहीं है। राजकुमारी केट मिडलटन बता चुकी हैं कि उन्हें कैंसर है, उधर किंग चार्ल्स भी कैंसर से जूझ रहे हैं। इन सबके बीच, अटकलें लगाई जा रही थीं कि राजकुमार हैरी अपने पिता से मिलने के लिए ब्रिटेन आ सकते हैं। वहीं, इनविक्टस गेम्स समारोह का हिस्सा बनने की भी चर्चा थी। हालांकि, अब बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर दी है। मीडिया रिपोर्ट में कुछ सूत्रों के हवाले से कहा गया कि जब भी हैरी ब्रिटेन जाते हैं, तो उनकी यात्राएं हमेशा इस बात पर निर्भर करती हैं कि वह कितनी सुरक्षित है। इसलिए इनविक्टस गेम्स समारोह में भाग लेना है या नहीं यह तय करने से पहले उनकी सुरक्षा टीम को यह सुनिश्चित करना होगा कि सेंट पॉल को मेट्रोपॉलिटन पुलिस द्वारा पर्याप्त रूप से संरक्षित किया गया है या नहीं। इसके साथ ही टीम को यह भी देखना होगा कि जब प्रिस हैरी लंदन में हों तब उनकी सुरक्षा में कोई कमी न रहे। सूत्रों ने यह भी दावा किया, हैरी अपने परिवार के साथ ब्रिटेन में अधिक समय बिताना चाहते हैं। पर उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हों तो उनके पास कोई रास्ता नहीं बचता है कि वह ऐसा कर सकें। एक अंदरूनी सूत्र का कहना है कि प्रिंस हैरी यात्रा के रद्द करने को लेकर दुखी हैं। क्योंकि उन्होंने केवल अपनी सुरक्षा के के लिए नहीं बल्कि परिवार, जनता और अपने अधिकारियों की सुरक्षा के लिए अनुरोध किया था।
राजा चार्ल्स और केट मिडलटन के कैंसर होने के साथ-साथ राजकुमार हैरी के लिए बढ़ते कानूनी संकटों के बीच, रिपोर्ट से पता चलता है कि वह अपनी यात्रा को सुरक्षा कारणों के चलते रद्द करने पर विचार कर रहे हैं। हैरी अपनी पत्नी और अपने दो बच्चों के साथ घर छोड़कर कैलिफोर्निया चले गए थे। उस समय से पिता और पुत्र के बीच संबंध खराब होने लगे थे। ऐसे में बढ़े तनाव के बीच यह फैसला सामने आया है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रिटेन के प्रिंस हैरी को हाल ही में लंदन हाईकोर्ट से झटका लगा था। ब्रिटेन में अपनी सुरक्षा को लेकर उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अदालत का रुख किया था। मामले में सुनवाई के दौरान न्यायाधीश सर पीटर लेन ने कहा था कि पुलिस सुरक्षा हटाने का फैसला गैरकानूनी या तर्कहीन नहीं था। इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रिंस हैरी अपनी आगामी यात्रा की सुरक्षा को लेकर संतुष्ट नहीं हैं।
भारत आ रहे जहाज पर हूती विद्रोहियों ने मिसाइल से किया हमला
27 Apr, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। शनिवार को लाल सागर में हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर हमला बोला है। भारत आ रहे जहाज पर उन्होंने मिसाइल दागी जिससे जहाज को काफी नुकसान हुआ है। विद्रोहियों ने ही बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। वे लाल सागर और अदन की खाड़ी के इलाके से गुजरने वाले जहाजों पर बीते कई महीनों से हमले कर रहे हैं। ब्रिटेन की मेरीटाइम सिक्योरिटी फर्म एंब्रे ने बताया है कि हमले के चलते जहाज को नुकसान हुआ है। एंब्रे ने बताया कि जिस जहाज पर हमला हुआ, उस पर पनामा का झंडा लगा है, लेकिन जहाज का स्वामित्व ब्रिटिश कंपनी के पास है। हालांकि कहा जा रहा है कि इस जहाज को बीते दिनों बेच दिया गया था और अब सेशेल्स की कंपनी के पास इस जहाज का स्वामित्व है। जिस जहाज पर हमला हुआ, वह ऑयल टैंकर है और रूस के प्रिमोर्स्क से भारत के वाडिनार आ रहा था।
अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट से गुजरने वाले जहाजों को निशाना बनाने के लिए ही अमेरिका और ब्रिटेन की सेनाओं ने बीते दिनों यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमले भी किए थे। हालांकि इसके बावजूद हूती विद्रोहियों के हमले नहीं रुक रहे हैं। भारत ने भी अरब सागर और अदन की खाड़ी में अपनी नौसेना को तैनात किया हुआ है और युद्धक जहाजों से निगरानी भी बढ़ाई है। ईरान समर्थित हूती विद्रोही इस्राइल हमास युद्ध के बाद से ही लाल सागर और अदन की खाड़ी से गुजरने वाले जहाजों को निशाना बना रहे हैं। हूती विद्रोही फलस्तीन के समर्थन में ऐसा कर रहे हैं और पहले हूती विद्रोहियों के निशाने पर इस्राइल से संबंधित जहाज ही होते थे, लेकिन बीते काफी दिनों से अन्य देशों के जहाजों को भी निशाना बनाया जा रहा है। इसके चलते कई शिपिंग कंपनियों ने अपने जहाजों को दक्षिणी अफ्रीका के लंबे रूट से भेजा जा रहा है। इससे माल की ढुलाई की लागत बढ़ गई है और वैश्विक स्तर पर महंगाई भी बढ़ी है।
Haryana Bus Accident के बाद प्रशासन सख्त
27 Apr, 2024 02:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जींद। Haryana News: डीसी मोहम्मद इमरान रजा द्वारा 10 वर्ष पुरानी स्कूल बसों को सड़कों पर उतारते ही चालान और इम्पाउंड करने के आदेशों के बाद कार्रवाई के डर से स्कूल संचालक नई स्कूल बसें खरीद रहे हैं। अब तक जिले के निजी स्कूलों में 60 से ज्यादा नई बसों की खरीद की जा चुकी है।
स्कूल हादसे में छह लोगों की मौत हो गई
अब हर सोमवार को जिला परिवहन विभाग द्वारा नई बसों की फिटनेस जांच के बाद पासिंग की जाएगी। बता दें कि 15 अप्रैल को कनीना में स्कूल बस हादसे में छह स्कूली बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद सभी जिलों में जिला परिवहन विभाग के अधिकारी हरकत में आए और स्कूल बसों की जांच की गई।
10 साल से ज्यादा पुरानी बस नहीं चला सकते
इस दौरान जिन बसों में खामियां पाई गईं, उन पर जुर्माना लगाया गया। डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने निजी स्कूल संचालकों के साथ बैठक में निर्देश दिए थे कि जिले में कहीं पर भी 10 वर्ष से ज्यादा पुरानी स्कूल बस नहीं चलने दी जाएगी। 10 साल पुरानी बस चलाने पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं जिला परिवहन विभाग की टीम ने स्कूलों में जाकर बसों की जांच की और फिटनेस नहीं मिलने पर जुर्माना किया गया। एक सप्ताह में 50 से ज्यादा बसों की जांच कर उन पर जुर्माना लगाया गया।
इससे स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया। काफी स्कूल संचालकों ने तीन दिनों तक अपने स्कूल बंद भी रख कर विरोध जताया। कार्रवाई के डर से कुछ स्कूल संचालक अब नई बसें खरीद रहे हैं।
पुरानी बसों की फिटनेस जांच के लिए 28 तक का समय
पुरानी हो चुकी स्कूल बसों की फिटनेस जांच के लिए जिला परिवहन विभाग ने स्कूल संचालकों को 28 अप्रैल तक का समय दिया है। 20 अप्रैल से अब तक आठ से 10 स्कूल संचालक ही अपनी बसों की फिटनेस जांच के लिए आए हैं, जबकि सूत्रों की मानें तो 100 से ज्यादा स्कूलों में अभी भी ऐसी बसें चल रही हैं, जिनकी फिटनेस अधूरी है।
इन बसों में सीसीटीवी कैमरे, फायर सेफ्टी उपकरण, स्पीडो मीटर नहीं हैं। अब देखना यह होगा कि 28 अप्रैल के बाद फिर से बसों की जांच का अभियान चलाया जाएगा या फिर मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा। अभिभावकों का कहना है कि बच्चों की जिंदगी का सवाल है, इसलिए यह अभियान लगातार चलते रहना चाहिए और नियमों को पूरा नहीं करने वाली बसों के चालान करने चाहिए।
दो देशों के बीच सुरक्षा सहयोग से तीसरे को कोई नुकसान न हो
27 Apr, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग। फिलीपींस को भारत द्वारा दी गई ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की डिलीवरी के बाद चीन आगबबूला हो गया है। इसकी वजह है कि फिलीपींस को ऐसे समय भारत से क्रूज मिसाइलों डिलीवरी मिली है, जब उसका बीजिंग से साउथ चाइना सी में तनाव व्याप्त है। फिलीपींस को भारत द्वारा दी गई ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की पहली खेप मिलने के बाद चीनी सेना ने एक बयान जारी किया है, जिसमें चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग में इस बात का ख्याल रखा जाए कि इससे किसी तीसरे देश के हितों को नुकसान नहीं पहुंचे।
दक्षिण चीन सागर में दूसरे थॉमस शोल और स्कारबोरो शोल को लेकर चीन और फिलीपींस के बीच तनाव है। फिलीपींस ने चीन की आक्रामकता का मुकाबला करने और अपनी रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भारत से ब्रह्मोस मिसाइलों का अधिग्रहण किया है, ये उसकी अपनी रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाने की तरफ एक अहम रणनीतिक कदम है। दूसरी ओर भारत भी चीन के विस्तारवादी रवैये के चलते फिलीपींस के साथ रक्षा संबंधों को बढ़ावा दे रहा है। ऐसे में चीन की घबराहट बढ़ती नजर आ रही है।
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन हमेशा मानता है कि दो देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग से किसी तीसरे देश के हितों को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए साथ ही क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को खतरा नहीं पहुंचना चाहिए। चीनी प्रवक्ता ने दक्षिण चीन सागर विवाद में चीन और फिलीपींस की बढ़ती दुश्मनी के पिछले दिनों फिलीपींस में जरिए दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें तैनात करने के लिए अमेरिका की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि एशिया-प्रशांत में अमेरिका की ओर से बैलिस्टिक मिसाइलों की तैनाती का हम विरोध करते हैं। अमेरिका का यह कदम क्षेत्रीय देशों की सुरक्षा को गंभीर खतरे में डालते हुए क्षेत्रीय शांति को भंग करना चाहता है।
चीन ने मालदीव के समुद्री क्षेत्र में फिर उतारा अपना जासूसी जहाज
27 Apr, 2024 10:37 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
माले। मालदीव में चीन समर्थक मुइज्जू की पार्टी की जीत के बाद फिर से बीजिंग और माले के बीच नजदीकियां बढ़ती दिख रही हैं। चीन ने दो महीने बाद 4,500 टन वजनी और उच्च तकनीक से लेस रिसर्च जहाज को मालदीव के समुद्री क्षेत्र में उतारा है। अब तक मुइज्जू सरकार द्वारा इस बारे में खुलासा नहीं किया गया है कि इस जहाज के वापस लौटने का कारण क्या है। लेकिन, इस बात की पुष्टि की है कि यात्रा से पहले जहाज को माले में खड़ा करने की अनुमति दी गई थी।
चीन द्वारा यह जहाज ऐसे समय में मालदीव के समुद्री क्षेत्र में उतारा गया है, जब राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली पीपुल्स नेशनल कांग्रेस ने आम चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की। बता दें कि मुइज्जू द्वारा बार बार चीन का समर्थन किया जाता है। चीन का जासूसी जहाज जियांग यांग होंग 03 विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) को पार कर वापस लौट आया है और अब मालदीव क्षेत्र के अंदर या उसके पास सक्रिय है। मालदीव की विशेष आर्थिक सीमा के पास एक महीना बिताने के बाद यह जहाज पहली बार 22 फरवरी को पहुंचा था। यहां लगभग छह दिन बिताने के बाद जहाज ईईजेड के पार चला गया था। उस दौरान भारत और अमेरिका ने इस पर आपत्ति भी जताई थी।
फरवरी में ही मालदीव के विदेश मंत्री ने कहा था कि चीन के जहाज द्वारा अपने केबिन क्रू के रोटेशन के लिए मालदीव का दौरा किया गया था। यह भी दावा किया गया था कि इस दौरान जहाज द्वारा किसी भी तरह की रिसर्च नहीं की गई। मालदीव की भारत की दूरी बमुश्किल 70 समुद्री मील है। हिंद महासागर क्षेत्र में वाणिज्यिक समुद्री मार्गों का केंद्र होने की वजह से इस जगह का अपना अलग ही सामरिक महत्व है।
अपने पांचवें कार्यकाल में चीन की पहली विदेश यात्रा पर जाएंगें पुतिन
27 Apr, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मास्को । रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा कर बताया कि मई में चीन की यात्रा करने की योजना बनाई है। पुतिन की यात्रा 7 मई को अपना अगला कार्यकाल शुरू करने के बाद राष्ट्रपति के रूप में किसी विदेशी देश की उनकी पहली यात्रा होगी। 71 वर्षीय रूसी नेता ने अपने 24 साल के शासन को बढ़ाते हुए बिना किसी वास्तविक विरोध के एक वोट में अपना पांचवां कार्यकाल हासिल किया। रूसी सांसदों ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि पुतिन का उद्घाटन 7 मई को निर्धारित है। यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के कारण रूस के बढ़ते आर्थिक और कूटनीतिक अलगाव ने रुस को चीन पर निर्भर बना दिया है, जो शीत युद्ध के दौरान कम्युनिस्ट गुट के नेतृत्व के लिए उसका पूर्व प्रतिद्वंद्वी था।
चीन ने बार-बार कहा है कि वह रूस को हथियार या सैन्य सहायता नहीं दे रहा है, हालांकि मॉस्को के साथ मजबूत आर्थिक संबंध बनाए रखे हैं। बीजिंग ने रूस के लिए प्रत्यक्ष घातक सैन्य सहायता प्रदान नहीं की है और खुद को यूक्रेन संघर्ष में तटस्थ के रूप में पेश करने की कोशिश की है, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध की निंदा करने से भी इंकार किया है, जो अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुका है।
चीन ने एक शांति योजना का भी प्रस्ताव रखा है जिसे यूक्रेन के सहयोगियों ने काफी हद तक खारिज कर दिया है, जिन्होंने जोर देकर कहा था कि शांति की शर्त के रूप में मास्को को पड़ोसी देश से अपनी सेना वापस बुलानी होगी। चीनी सरकार ने भी मास्को के खिलाफ पश्चिमी प्रतिबंधों की निंदा की है और नाटो और संयुक्त राज्य अमेरिका पर पुतिन के आक्रमण को उकसाने का आरोप लगाया है।
अमेरिका में पुलिस ने की भारतीय युवक की हत्या
27 Apr, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टेक्सास । अमेरिका के सैन एंटोनियो में पुलिस ने एक भारतीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना 21 अप्रैल की है, जिसकी जानकारी अब सामने आई है। मृतक का नाम सचिन साहू बताया गया है, जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। सैन एंटोनियो पुलिस के मुताबिक, सचिन ने एक 51 साल की अपनी रूममेट को गाड़ी से टक्कर मार दी थी। टक्कर मारने के बाद वो वहां से भाग गया था। पीडि़ता की हालात गंभीर है। इस मामले में पुलिस साहू के खिलाफ जांच कर रही थी।
पुलिस ने साहू के खिलाफ जांच शुरू कर दी और गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। 21 अप्रैल को शाम 6:30 बजे पुलिस उसके घर सैन एंटोनियो के चेविओट हाइट्स पहुंची तो साहू वहां से भाग गया। कुछ ही घंटों के बाद साहू के पड़ोसियों ने उसके घर पर मौजूद होने की जानकारी पुलिस को दी। जब पुलिस उसको पकडऩे के लिए पहुंची तो साहू ने भागने की कोशिश की और अपनी गाड़ी से दो पुलिस अधिकारियों को टक्कर मार दी। उसी समय वहां मौजूद पुलिस अधिकारी टायलर टर्नर ने साहू पर गोली चला दी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान एक पुलिसकर्मी को गंभीर चोट आई, जिसे अस्पताल ले जाया गया और दूसरे अधिकारी का इलाज घटनास्थल पर ही किया गया।
दोस्त ने खा लिया गर्लफ्रेंड का आधा बर्गर तो गोलियों से भूना
26 Apr, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
करांची। पाकिस्तान के कराची में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के बेटे ने गर्लफ्रेंड के लिए बर्गर ऑर्डर किया था जब बर्गर आया तो उसका दोस्त आधा बर्गर खा गया जिससे नाराज पुलिस अधिकार के बेटे ने उसकी गोली मार कर हत्या कर दी। जिस लड़के की हत्या हुई वह सेशन जज का बेटा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधिकारी का बेटा दानियाल ने गर्लफ्रेंड और खुद के लिए दो जिंजर बर्गर ऑर्डर किए थे लेकिन उसका दोस्त अली जो सेशन जज का बेटा था आधा बर्गर खा गया। इससे नाराज दानियाल ने अपने सिक्योरिटी गार्ड की असॉल्ट राइफल ली और अपने दोस्त अली पर गोलियां दाग दीं। घायल अली को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
जांचकर्ता अधिकारी का कहना है कि रिटायर्ड पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नजीर अहमद मीर बहार के बेटे दानियाल मीर बहार ने कराची डिस्ट्रिक्ट साउथ सेशंस जज जावेद केरियो के बेटे को अपने घर बुलाया था। अली ने दानियाल की गर्लफ्रेंड का आधा बर्गर बिना पूछे खा लिया जिससे दानियाल का अली से विवाद हो गया था। गुस्साए दानियाल ने अली को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। ये घटना आठ फरवरी को कराची के डिफेंस हाऊसिंग अथॉरिटी इलाके में हुई थी।
हरियाणा जजपा के नए अध्यक्ष बने बृज शर्मा
26 Apr, 2024 01:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंडीगढ़। जननायक जनता पार्टी ने बृज शर्मा को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। इस बाबत जजपा की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। बृज शर्मा जेजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं। साल 2019 में उन्होंने करनाल जिले के असंध से विधानसभा चुनाव लड़ा था। असंध हरियाणा की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट मानी जाती है।
नोटिफिकेशन के अनुसार लिखा गया कि जननायक जनता पार्टी द्वारा बृज शर्मा पुत्र त्रिलोक चंद शर्मा निवासी मकान नंबर 641 सेक्टर 8, करनाल को जेजेपी का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया जाता है। बृज शर्मा की यह नियुक्ति तत्ककाल प्रभाव से लागू भी हो गई है।
हैप्पीएस्ट माइंड्स 779 करोड़ में प्योरसॉफ्टवेयर का करेगी अधिग्रहण
26 Apr, 2024 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। आईटी कंपनी हैप्पीएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड 779 करोड़ रुपये में प्योरसॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज का अधिग्रहण करने पर विचार कर रही है। कंपनी ने एक बयान में बताया कि हैप्पीएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज ने 779 करोड़ रुपये की कुल खरीद पर प्योरसॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड की 100 प्रतिशत शेयर पूंजी हासिल करने के लिए निश्चित समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। हैप्पीएस्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हैप्पीएस्ट माइंड्स परिवार में प्योरसॉफ्टवेयर दल का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है कि इस अधिग्रहण के जरिए हैप्पीएस्ट का लक्ष्य बीएफएसआई और स्वास्थ्य सेवा व जीवन विज्ञान क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं को मजबूत करना है। प्योरसॉफ्टवेयर का नोएडा में मुख्यालय है और इसकी वैश्विक स्तर पर उपस्थिति है। यह केंद्रित क्षेत्रों में वैश्विक उद्यमों के साथ साझेदारी करता है जिसमें बैंकिंग तथा वित्तीय सेवाएं व बीमा (बीएफएसआई), स्वास्थ्य सेवा और जीवन विज्ञान, खुदरा तथा रसद के साथ ही गेमिंग और मनोरंजन शामिल हैं।
बांग्लादेश में इंडिया आउट कैंपेन फेल
26 Apr, 2024 11:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ढाका । बांग्लादेश में मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने आम चुनावों का बहिष्कार किया था। इसके बाद बीएनपी ने नए मुद्दे को हवा देने की कोशिश करते हुए भारत के खिलाफ इंडिया आऊट कैंपेन शुरू किया था। जनवरी के बाद बीएनपी के बड़े नेताओं ने बांग्लादेश में विपक्ष की नाकामी के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया। बीएनपी के महासचिव राहुल कबीर रिजवी ने अपनी भारतीय शॉल को जमीन पर फेंक दिया और आग लगा दी, सीधे तौर पर इंडिया आउट आंदोलन के साथ एकजुटता व्यक्त की। इसके बाद बीएनपी और उसकी समान विचारधारा वाली पार्टियों ने इस आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर बहुत प्रचार किया, लेकिन विरोध जमीन पर उतर नहीं पाया।