मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
आप को ग्वालियर में सभा की नहीं मिली अनुमति
16 Jun, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रदेश उपाध्यक्ष बोलीं- भाजपा के दबाव में प्रशासन
भोपाल । ग्वालियर में 25 जून को आम आदमी पार्टी की केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ बड़ी सभा मेला ग्रांउड में प्रस्तावित थी। इस सभा में पार्टी के संयोजक व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आने वाले थे। लेकिन प्रशासन ने परमिशन देने से इंकार कर दिया है। साथ ही आप पार्टी से कहा है कि वह 25 जून के अलावा कोई और तरीख तय करे। उसके बाद परमिशन पर विचार किया जाएगा। इससे आप पार्टी आग बबूला है और बीजेपी सरकार पर जमकर बरस रही है।
दरअसल, राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर चुकी आम आदमी पार्टी की नजर मध्य प्रदेश पर है। मिशन-2023 के लिए आम आदमी पार्टी ने महारैली और रोड शो का प्लान ग्वालियर से किया था। लेकिन उनके प्लान पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। प्रशासन ने उन्हें 25 जून को कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं दी है। प्रशासन ने ष्टरू के 24 जून को मेला ग्राउंड में सभा कार्यक्रम के चलते परमिशन निरस्त की है।
सरकार पर हमलावर हुई आप
परमिशन न दिए जाने पर आप सरकार पर हमलावर है। आप की प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर रुचि गुप्ता कहा कि बीजेपी जान बूझकर उनकी सभा में रोढ़ा आटका रही है। प्रशासन भाजपा के दबाव में काम कर रहा है। प्रशासन भले ही अनुमति ना दे, फिर भी वो कार्यक्रम को करके रहेंगे।
बीजेपी ने किया पलटवार
आम आदमी पार्टी के आरोप पर प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने पलटवार करते हुए कहा कि सीएम शिवराज के कार्यक्रम का मेला ग्राउंड में होना पहले से ही निश्चित था। ऐसे में यदि परमिशन देकर आम आदमी पार्टी के कार्यक्रम को अचानक निरस्त किया जाता तो वह उस वक्त भी आरोप लगाने से नहीं चूकते। उन्हें कार्यक्रम करने से किसी ने नहीं रोका है। वह विधिवत प्रशासन से परमिशन ले और कार्यक्रम करें। ऊर्जा मंत्री ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी का मध्य प्रदेश में कोई जनाधार नहीं है। अभी उन्हें बहुत मेहनत और काम करने की जरूरत है, आपÓ भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हुई है। पहले वह अपने प्रदेश की हालत को देखे। सीएम केजरीवाल का एमपी में कोई जादू नहीं चलने वाला है। 2023 में भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार बनेगी। बता दें कि ग्वालियर-चंबल वो इलाका है जिसे बीजेपी और कांग्रेस के गण के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है, जो इस इलाके से ज्यादा सीटें हासिल कर लेता है, सत्ता उसी की होती है। ऐसे में आपÓ का प्लान ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों को जीतने का है। जहां अभी कांग्रेस और बीजेपी 50-50 की पोजीशन यानी कि 17- 17 सीट पर काबिज है।
पूरी तैयारी में आप
आम आदमी पार्टी इस बार के विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ मैदान में इसलिए उतर गई है क्योंकि बीते नगरीय निकाय चुनाव के दौरान उसकी ताकत में काफी इजाफा हुआ है, मप्र में जहां सिंगरौली में रानी अग्रवाल को महापौर पद पर जीत मिली है तो वहीं ग्वालियर चंबल अंचल में भी अपनी ताकत को आम आदमी पार्टी ने दिखाया है। ग्वालियर जिले के नगर पालिका और नगर परिषद में आप के 6 पार्षद जीते हैं। भिंड जिले के गोहद और आलमपुर में 1-1 पार्षद है। इसी तरह मुरैना नगर निगम में 01 और 01 पोरसा परिषद में पार्षद है। शिवपुरी और श्योपुर जिले में भी 01 पार्षद है। ग्वालियर निकाय चुनाव के दौरान आप महापौर उम्मीदवार को 46500 वोट मिले थे। ग्वालियर चम्बल अंचल में आधा दर्जन से ज्यादा पार्षद उम्मीदवारों ने दूसरा स्थान हासिल किया था।
एक लाख लोगों की भीड़ जुटाने का था लक्ष्य
केजरीवाल की सभा बीते एक महीने से प्रस्तावित थी। आप का लक्ष्य एक लाख लोगों की भीड़ जुटाना और एक बड़ा रोड़ शो करने का प्लान था, जो एयरपोर्ट से सभा स्थल तक आता। इसके लिए पार्टी के लोग चंबल अंचल में लोगों को बुलावा देने के लिए घर-घर जा रहे थे। साथ ही छोटी-छोटी नुकड़ मीटिंग भी कर ली थी। लेकिन उसी मैदान पर 24 जून का सीएम का कार्यक्रम है, जिसको लेकर आप पार्टी को परमिशन नहीं दी गई है। जिस पर बवाल मचा हुआ है।
दिग्विजय ने कमलनाथ को सौंपी रिपोर्ट, एक महीने के अंदर हो सकता है प्रत्याशियों का ऐलान
16 Jun, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। इसे लेकर कांग्रेस की तैयारियां जोरों पर है। प्रदेश में कांग्रेस हारी हुई सीटों पर सबसे पहले प्रत्याशी घोषित करेगी। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस की कमजोर और हारी हुई 66 सीटों की रिपोर्ट पीसीसी चीफ कमलनाथ को सौंप दी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने 66 सीटों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। दिग्गी ने कार्यकर्ताओं और लोगों से बात कर यह रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में विस्तृत जानकारी है कि कौन सीट के लिए सबसे प्रमुख दावेदार है। इस रिपोर्ट का एक हफ्ते में एनालिसिस होगा। दावेदारों के नामों पर भी एक सप्ताह में मुहर लगना शुरू हो जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का सर्वे टिकट में सबसे बड़ा आधार होगा। हारी हुई सीटों पर दावेदारों का एक महीने के अंदर ऐलान हो सकता है। अब हर दस दिन में समन्वय समिति की बैठक होगी। चुनावी तैयारी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हर 10 दिन में क्षेत्रों का दौरा कर कमलनाथ को रिपोर्ट सौंपेंगे।
सिंधिया का साथ छोड़ रहे साथ आए कट्ठर समर्थक
16 Jun, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवपुरी, गुना, ग्वालियर में मची होड़
भोपाल । कांग्रेस छोड़कर हजारों समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा में कुनबा छोड़ा होता जा रहा है। उनके समर्थकों के बीच पार्टी छोडऩे की होड़ मच गई है। दो दिन पहले शिवपुरी के बैजनाथ सिंह यादव ने फिर से कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया है। जबकि शिवपुरी में ही सिंधिया कर्तव्यनिष्ट नेता कांगे्रस में आने के लिए लॉबिंग में जुटे हैं। इधर भाजपा में ही समर्थकों के जरिए सिंधिया पर हमले श्ुारू हो गए हैं।
दरअसल, एक महीने पहले गुना संासद केपी सिंह यादव का एक बयान सामने आया था। जिसमें वे सिंधिया का नाम लिए बगैर मूर्खÓ बता रहे थे। केपी यादव के बयान के बाद सिंधिया गुट आग-बबूला हो गया। पलटवार करते हुए सिंधिया की कट्ठर समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कहा कि केपी यादव अगला चुनाव गुना से नहीं लड़ेंगे, बल्कि महाराजÓ ही लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। हालांकि इस बीच मप्र भाजपा संगठन ने केपी यादव को बुलाकर सिंधिया के खिलाफ बयानवाजी नहीं करने की सख्त हिदायत दे डाली। इसके बाद से केपी यादव शांत है, लेकिन गुना-शिवपुरी में सिंधिया समर्थकों का भाजपा से मोहभंग हो रहा है। यही वजह है कि बैजनाथ सिंह यादव ने कांगे्रस में वापसी कर ली है। शिवपुरी में महलÓ के कट्ठर समर्थक माने जाने वाले सेठ सांवलदास परिवार के सदस्य राकेश गुप्ता भी कांग्रेस में वापसी का जतन कर रहे हैं। वहीं भाजपा खेमे के पूर्व विधायक देवेन्द्र जैन के छोटे भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू भी कोलारस या शिवपुरी विधानसभा सीट से टिकट की शर्त के साथ कांग्रेस में वापसी के लिए गोटियां फिट करने में लगे हैं। मामला टिकट की शर्त पर अटका हुआ है।
अन्य नेता भी कांगे्रस में वापसी तैयारी में
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और ग्वालियर में उनके समर्थक भाजपा के अन्य नेता भी कांगे्रस में आने की तैयारी में है, लेकिन सिंधिया के कट्ठर समर्थक होने की वजह से फिलहाल कांगे्रस ने उनके लिए दरबाजे नहीं खोले हैं। लेकिन इतना तय है कि बड़ी संख्या में कांग्रेस में वापसी होगी। वहीं इधर सिंधिया के भाजपा में आने की वजह से राजनीतिक हासिए पर जा रहे भाजपा नेता भी कांग्रेस के संपर्क में है। इनमें निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी हैं।
वीरेन्द्र रघुवंशी ने खोला मोर्चा
संासद केपी यादव के बाद कोलारस से भाजपा विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने भी सिंधिया गुट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश नेतृत्व के सामने सिंधिया समर्थक मंत्री पर आरोप लगाए कि वे भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज करवा रहे हैं। रघुवंशी पहले कांगे्रस में थे और ज्योतिरादित्य सिंधिया से अनबन होने पर भाजपा में शामिल हुए थे। अब वे भाजपा में फिर खतरे में दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले अशोकनगर में कट्ठर भाजपा नेता स्व. राव देशराज सिंह के बेटे यादवेन्द्र सिंह यादव कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।
बिपरजॉय को लेकर मप्र में यलो अलर्ट जारी
16 Jun, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
18-19 जून को राजस्थान से सटे ग्वालियर-चंबल में तेज बारिश
50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
भोपाल । गुजरात समेत देश के कई हिस्सों में खतरनाक हो चुका तूफान बिपरजॉय मध्यप्रदेश में भी असर दिखा सकता है। 18-19 जून को राजस्थान से सटे ग्वालियर-चंबल में तेज बारिश हो सकती है। हवा की रफ्तार 50 किमी प्रतिघंटा या इससे ज्यादा रह सकती है। मौसम विभाग ने तूफान को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे पहले भी प्रदेश में प्री-मानसून की गतिविधियां जारी रहेगी। कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन बड़े हिस्से में दिन-रात में तेज गर्मी का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग की सीनियर मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया कि 19 जून या इससे पहले तूफान से संबंधित लो प्रेशर एरिया का सेंटर नॉर्थ ईस्ट राजस्थान के आसपास रहेगा। इसके चलते पश्चिमी मध्यप्रदेश के इलाके खासकर ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं-कहीं बारिश होगी। ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां में तेज बारिश हो सकती है। इसके बाद असर कम हो जाएगा। गुरुवार को भोपाल शहर में 3.3 मिमी बारिश हुई। गुना में भी पानी गिरा।
राजस्थान में कमजोर होकर पहुंचेगा तूफान
सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि बिपरजॉय तूफान 16 जून तक राजस्थान पहुंच जाएगा, लेकिन यह कमजोर होकर पहुंचेगा या फिर दबाव कम रहेगा। राजस्थान में तूफान और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से 16 और 17 जून को बारिश होगी, लेकिन 18 और 19 जून को तेज बारिश होने का अनुमान है, इसलिए मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल में भी 18-19 जून को बारिश हो सकती है। तूफान की वजह से तेज हवा भी चल सकती है।
अभी प्री-मानूसन की एक्टिविटी
मौसम वैज्ञानिक यादव ने बताया कि प्रदेश में अभी प्री-मानसून की एक्टिविटी जारी रहेगी। कुछ ही इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन ज्यादातर हिस्सों में दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। टीकमगढ़, छिंदवाड़ा, उमरिया में रातें गर्म रहेंगी। वहीं, ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री या इससे ज्यादा ही रहेगा। अगले दो दिन यानी 16 और 17 जून को ऐसा ही मौसम रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो तूफान बिपरजॉय ने प्रदेश से सारी नमी खींच ली है। जहां बारिश हो रही है, वहां लोकल सिस्टम बन रहा है। राजस्थान में गर्म हवा चलने की वजह से भी गर्मी का असर रहा है। इस कारण मध्यप्रदेश में भी गर्म हवाएं आई हैं। राजस्थान में तूफान पहुंचेगा तो वहां बारिश होगी। इसका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा।
विज्ञान का लक्ष्य समाज के साथ मिलकर अधिक संवहनीय समावेशी एवं न्यायसंगत भविष्य का निर्माण करना- प्रो. आशुतोष शर्मा
16 Jun, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : G-20 अंतर्गत साइंस-20 के 2 दिवसीय सम्मेलन के प्रथम दिवस उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (INSA) के अध्यक्ष प्रो. आशुतोष शर्मा ने कहा कि विज्ञान का लक्ष्य समाज के साथ मिलकर अधिक संवहनीय, समावेशी एवं न्यायसंगत भविष्य का निर्माण करना है। प्रो. शर्मा ने कहा विज्ञान एवं संस्कृति परस्पर जुड़े हुए हैं। संस्कृति, वैज्ञानिक शोध की दिशा एवं सीमाओं का निर्धारण करती है। वैज्ञानिक अनुसंधानों को महत्व प्रदान करने का कार्य समाज द्वारा किया जाता है। वर्तमान वैश्विक परिवेश में विचारों का आदान-प्रदान, आपसी समझ एवं सामाजिक हितों के प्रति सतर्कता, भविष्य में सहयोगात्मक एवं साझे विकास के लिए अहम है। भोपाल के ताज होटल में "कनेक्टिंग साइंस टू सोसायटी एंड कल्चर" थीम पर आयोजित सम्मेलन में G-20 देशों, आमंत्रित राज्यों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के वैज्ञानिक समुदाय के प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन के शुभारंभ में मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव श्री निकुंज श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
प्रो. शर्मा ने भविष्य की चुनौतियों, पर्यावरण बदलाव, डाटा इनक्लूज़न, थिंकिंग मशीनों का प्रादुर्भाव आदि का उल्लेख किया। इन चुनौतियों का सामना वैश्विक सहयोग एवं समाज की सक्रियता से किया जा सकता है। उन्होंने वैश्विक संस्कृतियों के परंपरागत ज्ञान के संरक्षण एवं विकास मॉडल में उनके उपयोग पर बल दिया। इंफोर्मेड डिसिज़न मेकिंग के लिये वैज्ञानिक सोच का विकास एवं सर्वव्यापीकरण आवश्यक है। वैश्विक स्तर पर सरकारों को वैज्ञानिक साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए समेकित प्रयास करने चाहिए। शोध क्षेत्र में कैरियर का चयन करने के लिए आगामी पीढ़ी को प्रेरित करना एवं अवसर उपलब्ध कराने के प्रयासों को बढ़ावा देना होगा।
समाज के सभी घटकों को वैज्ञानिक विकास में शामिल करें- प्रो. अहमद नजीब बुरहानी
इंडोनेशिया के प्रो. अहमद नजीब बुरहानी ने समावेशी वैज्ञानिक विकास के लिए समाज के सभी अंगों विशेषकर महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने के लिए वैश्विक समुदाय को प्रयास करने की बात कही। प्रो. बुरहानी ने कहा कि संवहनीय विकास के लिए परंपरागत आजीविका व्यवहारों की पहचान एवं विकास मॉडल में उनका यथोचित उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने इंडोनेशिया के मेडिसिनल प्लांट, परंपरागत कृषि पद्धति तथा समुद्री इकोसिस्टम को संरक्षित कर मत्स्यपालन के परंपरागत “सासी पद्धति” का उल्लेख किया। इस दौरान उन्होंने महात्मा गाँधी के विचार "मानवता के बिना विज्ञान महत्वहीन है" का उल्लेख भी किया। प्रो. बुरहानी ने भारत एवं इंडोनेशिया के ऐतिहासिक संबंधों और एकरूपता को रेखांकित किया।
ब्राज़ील के प्रतिनिधि प्रो. रुबेन ओलिवन ने कहा कि सामाजिक समस्याओं को आधार मानकर विकास की नीतियों का निर्माण किया जाना चाहिये। परंपरागत ज्ञान को मान्यता प्रदान किया जाना महत्वपूर्ण है। प्रो. ओलिवन ने ब्राज़ील में इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया।
एकजुट होकर कार्य करना मानवता की सबसे बड़ी शक्ति - डॉ. राजगोपाल चिदंबरम
पद्मविभूषण से सम्मानित डॉ. राजगोपाल चिदंबरम ने कान्फ्रेंस की थीम की ओपनिंग टॉक में कहा कि वैज्ञानिक समुदाय का दायित्व है कि वह सामाजिक समस्याओं के उन्मूलन के लिए प्रयास करें। वैज्ञानिक समुदाय को समस्या निवारण शोध के लिये प्रयासरत रहना चाहिए। सफल परिणामों की सुनिश्चितता के इंतज़ार में न रहकर प्रयास करते रहना चाहिए। आपने कहा मानवता की सबसे बड़ी ताक़त एकजुट होकर कार्य करना है। वैश्विक समुदाय आपसी सहयोग से ही सामुदायिक समस्याओं से निजात पा सकता हैं। प्रो. चिदंबरम ने दिव्यांगों के सहयोग हेतु आईआईटी दिल्ली और चेन्नई में बाढ़ पूर्वानुमान एवं प्रबंधन के लिए आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से तैयार C-Flows तकनीकी का उल्लेख किया।
सम्मेलन के प्रथम दिवस में दो थीम सत्र रखे गये है । ये शिक्षा और कौशल, कानून और शासन, विरासत और संस्कृति के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित है। फ्रंटियर टेक्नोलॉजीज, भविष्य के समाज एवं समाज और संस्कृति के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा प्रमुख रूप से केंद्रित होगी। इन सत्रों में अलग-अलग विषयों पर विषय विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे। उल्लेखनीय हैं कि साइंस-20, G-20 का एक साइंस एंगेजमेंट वर्टिकल है, जिसे वर्ष 2017 में जर्मनी की अध्यक्षता के दौरान स्थापित किया गया था। इसमें सभी G-20 देशों की वैज्ञानिक अकादमियाँ शामिल हैं। भारत की अध्यक्षता में हो रहे G-20 में इंडोनेशिया और ब्राजील, भारत के साथ ट्रोइका सदस्य हैं। साइंस-20 इंगेजमेंट ग्रुप का मुख्य उद्देश्य नीति निर्माताओं को आम सहमति पर आधारित विज्ञान-संचालित अनुशंसा करना है।
मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश के संयुक्त क्राफ्ट बाजार का शुभारंभ
16 Jun, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग मध्यप्रदेश शासन और वस्त्र मंत्रालय आंध्रप्रदेश द्वारा भोपाल में गोहर महल में "क्राफ्ट बाजार" का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार 16 से 25 जून तक चलने वाले "क्राफ्ट बाजार" का शुभारंभ कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मनु श्रीवास्तव और आंध्र प्रदेश की प्रमुख सचिव श्रीमती के. सुनीता ने किया।
आयुक्त सह प्रबंध संचालक संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम श्रीमती सूफीया वली फारूकी ने बताया कि 25 जून तक हो रहे "क्राफ्ट बाजार" में मध्यप्रदेश तथा आंध्रप्रदेश के शिल्पियों द्वारा उत्पादित सामग्री विक्रय के लिये उपलब्ध है।
अब मृगनयनी एम्पोरियम में उपलब्ध रहेंगे
आयुक्त्हस्तशिल्प श्रीमती फारूकी ने बताया मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश के बीच सहमति के आधार पर प्रदेशवासियों को आन्ध्र प्रदेश का शिल्प उपलब्ध्कराने के लिये आन्ध्र प्रदेश के लेपाक्षी एम्पोरियम की वस्तुओं को मृगनयनी शो-रूम में प्रदर्शित किया जाएगा। यह विक्रय के लिए भी उपलब्ध रहेगा।
शक्ति भवन जबलपुर में माउस क्लिक करते ही 350 किलोमीटर दूर विंध्य क्षेत्र में पावर ट्रांसफार्मर हुआ ऊर्जीकृत
16 Jun, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : एमपी ट्रांसको ( मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) ने प्रदेश के अपने ट्रांसमिशन नेटवर्क में एडवांस टेक्नोलॉजी के उपयोग को आगे बढ़ाते हुए एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने सिंगरौली जिले के 132 केवी सब स्टेशन देवसर में 50 एम व्ही ए क्षमता का पावर ट्रांसफार्मर स्थापित किया है। इसमें विशेष बात यह है कि इसे बिजली कंपनी के मुख्यालय शक्ति भवन जबलपुर से पावर सेक्टर की एडवांस टेक्नोलॉजी के माध्यम से 350 किलोमीटर दूर स्थापित इस ट्रांसफार्मर को ऊर्जीकृत करने में सफलता हासिल हुई है।
सिंगरौली जिले को अब लगभग 45 मेगावाट की अतिरिक्त विद्युत उपलब्ध होने के साथ ही विद्युत उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली उचित वोल्टेज पर उपलब्ध होगी। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की प्रदेश के ट्रांसमिशन नेटवर्क में अत्याधुनिक तकनीक के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की मंशा के अनुसार एमपी ट्रांसको ने यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने इस सफलता के लिए एमपी ट्रांसको के कार्मिकों को बधाई देते हुए कहा है कि इसी तरह ट्रांसमिशन कंपनी एडवांस तकनीक का उपयोग कर उपभोक्ताओं को सतत् और गुणवत्तापूर्ण विद्युत पारेषण उपलब्ध कराती रहेगी।
विंध्य क्षेत्र में पहली बार हुआ रिमोट से ट्रांसफार्मर ऊर्जीकृत
एमपी ट्रांसको ने इस माह सेवानिवृत्त हो रहे मुख्य अभियंता श्री दीपक जोशी को सम्मान दिया जिन्होंने बिजली कंपनियों के मुख्यालय शक्ति भवन से एच एम आई ( ह्यूमन मशीन इंटरफ़ेस) तकनीक का उपयोग करते हुए कंप्यूटर का माउस क्लिक कर 352 किलोमीटर दूर देवसर सिंगरौली में ट्रांसफॉर्मर को ऊर्जीकृत किया। विंध्य क्षेत्र में इस तकनीक का उपयोग पहली बार हुआ है। एम पी ट्रांसको के अधीक्षण अभियंता सतना श्री सुनील वझे ने बताया कि इस तकनीक में मानव और कंप्यूटर मशीनों के तालमेल से उपकरणों को नियंत्रित और संचालित किया जाता है।
सिंगरौली जिले की ट्रांसफॉरमेशन कैपेसिटी में बढ़ोतरी
इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से 132 कें व्ही सबस्टेशन देवसर को एक अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर का विकल्प मिल गया है। इससे सब स्टेशन की क्षमता बढ़कर 90 एम व्ही ए की हो गई है साथ ही सिंगरौली जिले को विद्युत आपूर्ति करने के लिए एक और फ्लैक्सिबल विकल्प प्राप्त हुआ है। सिंगरौली जिले की ट्रांसफॉरमेशन क्षमता भी बढ़कर अब 243 एम व्हीए की हो गई है। एमपी ट्रांसको जिले में देवसर के अलावा डोंगरीताल ,मोरवा, राजमिलान एवं बैढन 132 केवी सब स्टेशनों के माध्यम से विद्युत पारेषण करती है।
मुख्यमंत्री चौहान ने नगरीय निकायों में विकास कार्यों के लिए विशेष निधि से स्वीकृत किये 431 करोड़ रूपये
16 Jun, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 356 नगरीय निकायों में अधोसंरचना से जुड़े विविध विकास कार्यों के लिए विशेष निधि मद से 431 करोड़ 6 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की है। इस राशि से निकायों की मूलभूत सुविधाओं जिनमें सीमेंट कांक्रीट सड़क, डामरीकृत सड़क डिवाइडर निर्माण, पार्कों का निर्माण, मंगल भवन, सामुदायिक भवन, शमशान घाट निर्माण जैसे विकास कार्य किये जायेंगे।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि इसमें खास बात यह है कि इस राशि से स्मारकों के निर्माण के साथ शहीदों और महापुरूषों की प्रतिमाऐं भी स्थापित की जायेंगी। इससे भोपाल में टंट्या मामा, शहीद चन्द्रशेखर आजाद, शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू, अमर बलिदानी हेमू कलाणी, स्व. श्री कैलाश सारंग, पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री कैलाश जोशी की प्रतिमा स्थापित होंगी। साथ ही भारत माता मंदिर स्मारक भी बनाया जायेगा। सागर में अमर बलिदानी महाराणा प्रताप और नगर पालिका सौंसर में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति स्थापित की जायेगी। नगर परिषद माखन नगर में राष्ट्रकवि माखनलाल चतुर्वेदी की मूर्ति स्थापित होगी। समस्त निकायों को निर्देश दिये गए हैं कि स्वीकृत कार्यों के प्राक्कलन तैयार कर सक्षम तकनीकी स्वीकृति के पश्चात निविदा आमंत्रित करने की कार्यवाही जल्द करें।
ओंकारेश्वर में नर्मदा पर हरियाणा की कंपनी बनाएगी पुल
16 Jun, 2023 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आदिशंकराचार्य के प्रतिमा स्थल तक पहुंच मार्ग की राह जल्द होगी आसान
भोपाल । ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थल तक राह जल्द आसान होगी। नर्मदा नदी पर एक साल से बंद पुल के निर्माण का टेंडर दोबारा फाइनल हो गया। हरियाणा की कंस्ट्रक्शन कंपनी पुल का निर्माण करेंगी। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने ही पीडब्ल्यूडी सेतु निर्माण शाखा ने एलओसी लेटर ऑफ सर्टिफिकेट जारी कर दिया है। एग्रीमेंट के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। आदि शंकराचार्य के प्रतिमा स्थल तक पहुंचने के लिए नर्मदा नदी पर पुल निर्माणाधीन है। एक साल पहले से पुल का निर्माण कंस्ट्रक्शन कंपनी ने जीएसटी नहीं मिलने से निर्माण से हाथ खड़े कर लिए। एक साल से अधूरे पुल के निर्माण के लिए टेंडर काल किया। अब हरियाण की कंपनी निर्माण के लिए आगे आए। प्रक्रिया पूरी होने के बाद टेंडर जारी कर दिया गया है।
ओंकारेश्वर में पुल निर्माण को पूर्ण करने विभाग ने 29.69 करोड़ का टेंडर काल किया। कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने निर्धारित लागत पर टेंडर नहीं डाला। दूसरी बार टेंडर काल पर शर्मा कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 20 प्रतिशत अधिक लागत पर टेंडर डाला। विभाग ने दूसरी बार भी टेंडर निरस्त कर दिया। तीसरी बार हरियाणा की विद्या कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 1.99 प्रतिशत अधिक पर टेंडर डाला। विभाग ने टेंडर फाइनल कर दिया। निर्धारित लागत से 59 लाख रुपए अधिक पर टेंडर हुआ है।
11 स्लैब, 7 पिलर का होगा निर्माण
नर्मदा नदी पर 400 मीटर लंबा और 8.40 मीटर चौड़ा यानी 27.50 फीट निर्माण होना है। 15 पिलर पर पुल नदी के बीच खड़ा होना है। इसकी लागत 46.34 करोड़ रुपए है। पांच साल पहले पीडब्ल्यूडी ने ठेका शर्मा कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया।
बेसिक निर्माण पूर्ण, पेडस्टल का कार्य शुरू
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा की समीक्षा के दौरान निर्माण एजेंसी के इंजीनियर ने जानकारी दी है कि ओंकार पर्वत पर प्रतिमा स्थल पर बेसिक कार्य पूर्ण हो गया है। संभागायुक्त ने नए बस स्टैंड से नए घाट तक एप्रोच रोड कार्य, रपटा से मूर्ति स्थल तक पौधरोपण का भी निर्देश दिए हैं।
भाजपा कराएगी हर बूथ पर 100 मिस्ड कॉल
16 Jun, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के नौ साल पूरे होने पर अभियान चला रही है। 20 जून से विशेष जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा जिसमें घर घर दस्तक दी जाएगी। लोगों को पत्रक देते हुए सेल्फी भी ली जाएगी तो मिस्ड कॉल भी कराया जाएगा। एक बूथ पर सौ-सौ लोगों का लक्ष्य रखा गया है।
विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने का प्रयास कर रही है। बहाना है मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने का जिसके अंतर्गत हितग्राही और मोर्चा प्रकोष्ठों के विधानसभावार सम्मेलन चल रहे हैं। दोनों ही आयोजनों में अच्छी भीड़ जुट रही है। लाड़ली बहना योजना के जबर्दस्त हिट होने के बाद कार्यकर्ताओं में अलग ही उत्साह भी नजर आ रहा है। महिलाओं में अच्छा खासा माहौल बना हुआ है। पार्टी इसका पूरा फायदा उठाना चाहती है। इसके चलते पार्टी ने अभी से विशेष जनसंपर्क अभियान पर फोकस करना शुरू कर दिया है जिसमें कार्यकर्ताओं की टोली घर-घर दस्तक देने जा रही है। 20 जून से ये अभियान शुरू होने जा रहा है। सारा फोकस अभियान पर किया जा रहा है। सभी जवाबदारों को निर्देश दिए गए हैं कि बूथ इकाई को एक बार फिर सक्रिय किया जाए। उनके साथ टोली बनाकर घर-घर संपर्क किया जाए। पत्रक देने के साथ सेल्फी ली जाए। ये भी स्पष्ट कहा गया कि बूथ पर कम से कम 100 लोगों से पार्टी के दिए गए नंबर पर मिस्ड कॉल कराए जाए। 100 घर जाना अनिवार्य है। ये अभियान 30 जून तक चलेगा।
सेक्स रैकिट में लिप्त दो युवतियां और छह पुरुषों को किया गिरफ्तार
16 Jun, 2023 12:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छतरपुर । गठेवरा वाय-पास फोर लाइन के पास बने एक घर मे बाहर से लड़कियां बुलवाकर देह व्यापार का अड्डा चलाया जा रहा था। जब सूचना पर पुलिस की टीम पहुंची तो युवक युवतियां आपत्तिजनक हालत में पाए गए। जहां से दो युवतियों और छह युवकों को गिरफ्तार किया गया है। सूचना पर एसपी अमित सांघी के निर्देशन में टीम द्वारा गठेवरा वाय-पास फोर लाईन के पास बने एक घर में पहुंचकर दबिश दी, जहां दो युवतियों को पुरुषों के साथ आपत्तिजनक हालात पाया गया । सेक्स रैकेट संचालक मुकेश सेन निवासी बगौता छतरपुर , हाल निवास गठेवरा बाइपास के पास किराए का मकान एवं 5 अन्य पुरुष तथा दो युवतियों को गिरफ्तार किया गया।
रैकिट से जुड़े लोगों को तलाश रही है पुलिस
सेक्स रैकिट को लेकर पुलिस जांच कर रही है और पता लगाने का प्रयास कर रही है कि पूरे गैंग का सरगना कौन है और किसके संरक्षण में चल रहा है। पुलिस पकड़े गए लोगों से पूछताछ करने में लगी है। जिससे इससे जुड़े अन्य लोगों को गिरफ्त में लिया जा सके। हालांकि पुलिस के हाथ अभी कुछ हाथ नहीं लगा है।
21 हवाई पट्टियों को करेंगे विकसित, अभी 8 पर ही उतर सकते हैं प्लेन
16 Jun, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एमपीआरडीसी को सौंपा फिजिबिलिटी सर्वे कराने का जिम्मा, उज्जैन, उमरिया, पचमढ़ी को प्राथमिकता, दतिया पट्टी भी एयरपोर्ट के रूप में होगी तब्दील
भोपाल । प्रदेश के अधिकांश प्रमुख जिलों में हवाई सुविधाओं को बढ़ाने के प्रयास लगातार शासन स्तर पर चल रहे हैं। पिछले दिनों कैबिनेट ने मौजूदा हवाई पट्टियों को विकसित करने का निर्णय भी लिया, ताकि बड़े विमान भी उतर सकें। शासन की उड्डयन नीति के तहत अभी मध्यप्रदेश रोड डवलपमेंट कार्पोरेशन प्रा.लि. यानी एमपीआरडीसी को 21 हवाई पट्टियों को विकसित करवाने के लिए फिजिबिलिटी सर्वे रिपोर्ट तैयार करने और इसके लिए उपयुक्त कंसल्टेंसी चयन का जिम्मा सौंपा गया है। अभी आठ हवाई पट्टियों पर ही प्लेन उतर सकते हैं। हालांकि मप्र सहित मध्यप्रदेश में फिलहाल 5 ही हवाई अड्डे हैं, जबकि केन्द्र सरकार चाहती है कि हवाई अड्डों की संख्या के साथ-साथ हवाई पट्टियों के निर्माण भी पूरे हों। उज्जैन, उमरिया, पचमढ़ी जैसे शहरों को प्राथमिकता दी जा रही है, जहां पर धार्मिक, पर्यटन की दृष्टि से बड़ी संख्या में बाहर से लोग आते हैं, दूसरी तरफ दतिया की हवाई पट्टी को भी एयरपोर्ट में तब्दील करने की प्रक्रिया शुरू की है।
दतिया में उनाव रोड खेरी मंदिर के पास की पट्टी को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एयरपोर्ट में बदलने का काम शुरू करवाया है, ताकि 19 सीटर एयरक्राफ्ट उतर सके। इससे दतिया का जुड़ाव बड़े शहरों से हो सकेगा। 21 करोड़ रुपए से अधिक के टेंडर भी पिछले दिनों जारी किए गए और इंदौर के प्रभारी तथा प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इसकी आधारशिला कई साल पहले रखी थी। अब उसे विकसित किया जाएगा। अगर समय पर काम पूरा हो गया तो अगले साल के अंत तक दतिया को नई सौगात इस एयरपोर्ट के रूप में मिल सकती है, क्योंकि यहां स्थित श्री पिताम्बरा पीठ में दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग आते हैं। मगर सीधी एयर कनेक्टीविटी ना होने के कारण परेशानी उठाना पड़ती है। मध्यप्रदेश में 33 हवाई पट्टियां हैं और 5 हवाई अड्डे इनमें शाामिल है। मगर इनमें से 21 हवाई पट्टियां ऐसी है, जिन्हें विकसित किया जा सकता है ताकि घरेलू उड़ानें भविष्य में शुरू की जा सके। अभी महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन में भी बड़ी संख्या में धर्मालू आते हैं, जिन्हें इंदौर होकर जाना पड़ता है। यही कारण है कि उज्जैन हवाई पट्टी को भी विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है, तो इसी तरह मध्यप्रदेश का हिल स्टेशन पचमढ़ी, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक जाते हैं, वहां की हवाई पट्टी को भी घरेलू उड़ान के मुताबिक तैयार किया जाएगा। दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं कि देश के बड़े शहरों में तो हवाई कनेक्टीविटी है, मगर छोटे शहरों को भी इससे जोड़ा जाए। खासकर वे शहर, जो धार्मिक, पर्यटन, व्यवसायिक या अन्य दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। कोरोना के बाद देशभर में हवाई यात्रियों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है और भोपाल एयरपोर्ट पर ही लगातार यात्री बढ़ रहे हैं और उड़ानों की संख्या में भी इजाफा किया जा रहा है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने विमानन अधिकारियों के साथ हुई बैठक में प्रदेश की मौजूदा हवाई पट्टियों को विकसित करने के निर्देश दिए थे। जबकि वर्तमान में आठ हवाई पट्टियां ही ऐसी है जहां जेट प्लेन उतर सकते हैं।
अभी प्रदेश में मात्र 5 हवाई अड्डे ही
इंदौर का देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाई अड्डा ही प्रदेश का सबसे बड़ा और प्रमुख एयरपोर्ट है, उसके बाद भोपाल का राजाभोज एयरपोर्ट है और इंदौर-भोपाल एयरपोर्ट ही दोनों अंतर्राष्ट्रीय स्तर के हैं। यानी यहां से सीधी विदेशी उड़ान भी संचालित होती है, जबकि जबलपुर में रानी दुर्गावति, ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया के अलावा खजुराहो में महाराजा छत्रसाल एयरपोर्ट है। प्रदेश में जहां 5 एयरपोर्ट हैं, तो दूसरी तरफ इंदौर-भोपाल के बीच चापड़ा में विशाल अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की योजना बनाई गई, जिसके लिए 5 हजार से अधिक जमीन अधिग्रहण की जरूरत भी सामने आई, जिसके चलते धड़ाधड़ इंदौर के ही कई रसूखदारों ने जमीनें खरीद ली और भाव आसमान पर पहुंच गए। मगर फिलहाल चापड़ा का यह प्रस्तावित एयरपोर्ट फाइलों में ही दफन हो गया। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का ही विमान पांच हवाई अड्डों और कुछ चुनिंदा पट्टियों पर ही उतर पाता है, जिसके चलते अन्य जिलों या क्षेत्रों में जाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करना पड़ता है। मध्यप्रदेश में तीन निजी हवाई पट्टियां भी हैं जो कि दमोह स्थित डायमंड सीमेंट फैक्ट्री, शहडोल स्थित ओरियंट पेपर मिल और उज्जैन-नागदा में ग्रेसिंग इंडस्ट्रीज की ये हवाई पट्टी है।
दुष्कृत्य कर की थी 8 वर्षीय मासूम की हत्या, तालाब किनारे मिला कंकाल
16 Jun, 2023 11:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । बिजौली के पारसेन गांव में रहने वाले 8 वर्षीय मासूम की हत्या का राज खुल गया है। आरोपित ने दुष्कृत्य करने की बात कुबूल की है। आरोपित को लेकर पुलिस शुक्रवार सुबह वहां पहुंची, जहां उसने लाश को गड्ढे में फेंका था। यहां तालाब किनारे मिट्टी के अंदर से कंकाल मिल गया है। बताया जा रहा है, बालक के शव का कुछ हिस्सा जानवर नोंचकर खा गए। लोअर से उसकी पहचान हुई है। पुलिस ने कंकाल बरामद कर लिया है। अब पुलिस डीएनए टेस्ट कराएगी। कंकाल पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया गया है। इस घटना के बाद से गांव में तनाव फैला हुआ है। पुलिस आरोपित से अभी और पूछताछ में लगी है।
बिजौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत पारसेन गांव में रहने वाला 8 वर्षीय बालक ध्रुव माहौर पुत्र किशोर माहौर 31 मई को दोपहर 3 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। पुलिस उसे तलाश रही थी, लेकिन उसकी हत्या की जा चुकी थी। हत्या करने वाला उसका रिश्तेदार जितेंद्र माहौर परिवार के साथ ही घूम रहा था। पुलिस ने उसे संदेह के आधार पर हिरासत में लिया तो उसने हत्या का राज खोल डाला। उसने कहा कि वह बालक को अपने साथ ले गया था। उसने बालक के साथ दुष्कृत्य किया। इसके बाद उसे तालाब में डुबोकर मार डाला। उसकी लाश भी तालाब किनारे गड्ढे में फेंक दी। यहां निर्माण कार्य कर रहा था। मिट्टी हाथ से डाली, जिससे शव पूरी तरह अंदर नहीं छिपा था। जैसे ही बारिश हुई तो शव बाहर निकल आया। इसके बाद जानवर मांस खा गए। पुलिस जब शुक्रवार को सुबह जब घटना आरोरी गांव में पहुंचे तो यहां कंकाल मिल गया। लोअर से स्वजनों ने पहचान की। इसके बाद पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया गया। पुलिस शाम 4 बजे इसका खुलासा करेगी।
प्रदेश के 54 हजार गांवों में गठित होगी लाड़ली बहना सेना
16 Jun, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
21 जून को हर गांव में होगा आयोजना
भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा अनुसार महिला कल्याण के लिए संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए लाड़ली बहना सेना का गठन किया जाना है। आयुक्त, महिला बाल विकास डॉ. राम राव भोंसले ने सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी और परियोजना अधिकारियों को प्रत्येक ग्राम में लाड़ली बहना सेना का गठन 21 जून तक अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को इस संबंध में ऑनलाइन राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी और परियोजना अधिकारियों को लाड़ली बहना सेना के उद्देश्य, स्वरूप, संचालन तथा दायित्व और कत्र्तव्यों की जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन तथा परिवार के निर्णयों में उनकी भूमिका सुदृढ़ करने के लिये मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना प्रारंभ कर 10 जून को बहनों के खाते में 1209 करोड़ 64 लाख रूपये अंतरित किए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने शासन द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और कार्य पर निगरानी रखने के लिए लाड़ली बहना योजना की लाभान्वित महिलाओं को शामिल कर लाड़ली बहना सेना के गठन की घोषणा भी की थी।
लाड़ली बहना सेना का स्वरूप और गठन
प्रदेश के प्रत्येक ग्राम, जिसकी आबादी 1500 से कम है, में 11 सदस्य एवं ऐसे ग्राम जिनकी आबादी 1500 से अधिक है, में 21 सदस्य की लाड़ली बहना सेना का गठन होगा। ग्राम/वार्ड स्तर पर एक लाड़ली बहना सेना होगी, जिसमें ग्राम की इच्छुक 23 से 60 आयु वर्ग की महिलाएँ सदस्य होंगी। इसमें कुल संख्या में कम से कम 50 प्रतिशत सदस्य मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से लाभान्वित सदस्य होंगी। लाड़ली बहना सेना में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को अनिवार्यता शामिल किया जाएगा।
लाड़ली बहना सेना का संचालन
लाड़ली बहना सेना द्वारा माह के द्वितीय सप्ताह में कम से कम एक बार एवं आवश्यतानुसार बैठकें की जाएगी। बैठक का संचालन लाड़ली बहना सेना प्रभारी द्वारा किया जाएगा। बैठकों में परियोजना अधिकारी, सेक्टर पर्यवेक्षक, एएनएम समय-समय पर मार्गदर्शन देंगे।
स्नातक-व्यवसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेशित 1477 लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं को एक करोड़ 85 लाख रूपये प्रोत्साहन राशि वितरित
15 Jun, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना में स्नातक/व्यवसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेशित एक हजार 477 बालिकाओं को एक करोड़ 85 लाख रूपये की स्कालरशिप का वितरण किया गया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा एक अप्रैल 2007 में शुरू की गई। इस अभिनव योजना का उद्देश्य बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकरात्मक सोच बनाना, बाल विवाह में कमी एवं लिंग अनुपात मे सुधार लाना, बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य-पोषण स्तर में सुधार एवं शत-प्रतिशत शाला प्रवेश और ड्रापआउट में कमी लाना, अब इस योजना के दायरे को बढ़ाते हुए बालिकाओं की उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी भी राज्य शासन ने ले ली है। बेटियों को उच्च शिक्षा के लिये 2 किश्त में 25 हजार रूपये दिये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना में अब तक 44 लाख 82 बालिकाएँ पंजीकृत हो चुकी हैं। लगभग 13 लाख 30 हजार बालिकाओं को छात्रवृत्ति के रूप में 366 करोड़ 21 लाख रूपये वितरित किए गए हैं।
लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली ग्राम पंचायत
मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना में अब ग्राम पंचायतों को लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली घोषित कर एक नया आयाम जोड़ा गया है। लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली ग्राम पंचायत के लिये कई मानक तय किए गए हैं, जिसमें वर्ष में एक भी बाल विवाह नहीं होना पाया गया हो, लाड़ली बालिकाओं का शाला में शत-प्रतिशत प्रवेश हो, उनका पूर्ण टीकाकरण हुआ हो, कोई भी लाड़ली कुपोषित न हो, ग्राम पंचायत क्षेत्र में अपराध घटित न होना, शामिल है। यही नहीं इस योजना ने जिन लाड़ली लक्ष्मियों की जिंदगी बदली है अब वह समाज में बड़े बदलाव की अगुआ बनेंगी। इसके लिये लाड़ली लक्ष्मी क्लब की संकल्पना को आकार दिया गया है। इन क्लबों मे शामिल बालिकाएँ अब बाल विवाह, हिंसा जैसे दुर्व्यवहारों के खिलाफ आवाज उठाएंगी।