मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
कोल राजाओं के शान की प्रतीक कोलगढ़ी का 324 लाख रुपए से होगा जीर्णोद्धार : मुख्यमंत्री चौहान
9 Jun, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आज मेरा मन आनंद और प्रसन्नता से भरा है। भगवान बिरसामुण्डा के बलिदान दिवस पर कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार का संकल्प और सपना पूरा हो रहा है। कोल समाज के गौरव और सम्मान के प्रतीक कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार से इसका गौरव पुन: स्थापित होगा। साथ ही त्योंथर का गौरव भी पुन: लौटेगा। उन्होंने कहा कि गत दिनों सतना के कार्यक्रम में कोल समाज के लोगों ने कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के लिए यह बात ध्यान में लाई गई। तभी इसके जीर्णोद्धार एवं संरक्षण की घोषणा की गई थी। आज यह सपना पूरा होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के साथ इसके किनारे बहने वाली टमस नदी पर घाट एवं लॉन का निर्माण भी कराया जाएगा। कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के साथ यहाँ कोल समाज के इतिहास और गौरव को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने वैदिक रीति और विधि-विधान के साथ पूजन-अर्चन कर त्योंथर में कोलगढ़ी के संरक्षण एवं जीर्णोद्धार कार्य का भूमि-पूजन किया। जनजातीय कोल राजाओं द्वारा निर्मित प्राचीनतम कोल राजाओं के शान की प्रतीक कोलगढ़ी का 324 लाख 70 हजार रूपए से राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा जीर्णोद्धार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने त्योंथर सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान कोलगढ़ी पहुँचने पर कोल समाज ने परंपरागत नृत्य कोलदहका के साथ गुदुम की धुन पर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुण्डा एवं माता शबरी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और कोलगढ़ी परिसर का अवलोकन भी किया।
सांसद जनार्दन मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, विधायक त्योंथर श्यामलाल द्विवेदी, विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल सहित जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में कोल समाज के लोग उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य सेवाओं में हुई अभूतपूर्व प्रगति : राज्यपाल पटेल
9 Jun, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में देश ने अभूतपूर्व प्रगति की है। आज 10 से 20 वर्ष तक के निःसंतान दम्पत्तियों को भी संतान का सुख मिल रहा है। उन्होंने मातृ एवं बाल स्वास्थ्य के लिए सर्व सुविधा संपन्न चिकित्सालय बनाने के लिए प्रदेश सरकार की सराहना की। राज्यपाल पटेल ने यह बात डॉ. कैलाश नाथ काटजू शासकीय चिकित्सालय भोपाल में कही।
राज्यपाल पटेल प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के हितग्राहियों के साथ चिकित्सालय में चर्चा कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने चिकित्सालय में स्थापित तीसरी अल्ट्रासाउंड मशीन और सर्वाइकल कैंसर की जाँच करने वाली VIA मशीन का लोकार्पण किया। चिकित्सालय के कैंटीन, पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सकों, रोगियों के साथ चर्चा भी की।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी जैसा संवेदनशील प्रधानमंत्री मिलना अभूतपूर्व है, जिन्होंने समाज की अंतिम कड़ी के वंचित व्यक्ति के कल्याण के कार्य किए हैं। उनके लिए योजनाएं बनाई हैं। उन्होंने देश में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी बढ़ाओ अभियान के द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वावलंबन के कार्यों का नया इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान ने बड़ी संख्या में माता-शिशु के जीवन रक्षा का कार्य किया है। अभियान के तहत उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं के लिए आधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई है। उन्होंने कहा कि ऐसी मान्यता है कि प्रसव के बाद स्त्री का पुनर्जन्म होता है। उन्होंने चिकित्सालय के समस्त चिकित्सकों, कर्मचारियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि वह उनके हाथों और वाणी में यश दे कि जो भी अस्पताल में आए, हँसते हुए जाए। उन्होंने गुजरात की लोक मान्यता का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रसव काल में महिला का ध्यान रखने वाले के लिए महिला की दुआ उसका जीवन निखार देती है।
राज्यपाल पटेल को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की हितग्राहियों रूचि चतुर्वेदी, लीला रावत, पूजा राठौर, शाजिया, अंगूरी रामकुंज, पिंकी चिंगाटिया, शकुन बाई ने अपने उच्च जोखिम गर्भावस्था के कारणों की जानकारी दी। बताया कि अभियान के तहत मिली निःशुल्क चिकित्सा सुविधा के कारण वह और उनकी संतान दोनों स्वस्थ हैं। सभी ने चिकित्सकों, आशा कार्यकर्ताओं के प्रति आभार ज्ञापित किया।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रति राज्यपाल का स्नेह, विभागीय गतिविधियों का बड़ा संबल है। उन्होंने बताया कि काटजू चिकित्सालय पहले 30 बिस्तर का अस्पताल होता था, जिसे शासन द्वारा 300 बिस्तर का सर्वसुविधायुक्त मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य चिकित्सा केंद्र के रूप में विकसित किया है। संचालन व्यवस्थाओं को प्रभावी बनाने के लिए भूतपूर्व सैनिक को प्रशासक नियुक्त किया है। आभार प्रदर्शन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्रबंध संचालक प्रियंका दास ने किया।
गंगा जमुना स्कूल संचालक की दाल मिल पर जीएसटी टीम का छापा
9 Jun, 2023 08:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दमोह । गंगा जमुना स्कूल संचालक की दाल मिल पर शुक्रवार की दोपहर कृषि मंडी, वन विभाग और जीएसटी की टीम ने छापा मार कार्रवाई शुरू की। जिसमें टैक्स और सेल से संबंधित दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इस टीम में जीएसटी के अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी शामिल हैं। बतादें कि हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के मामले से चर्चाओं में आए गंगा जमुना स्कूल में मतांतरण और बच्चों को जबरदस्ती नमाज पढ़ाए जाने जैसे खुलासे भी हुए हैं। फर्म से जुड़े करोड़ों रुपये के कारोबार की जांच अब मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजीपी और मुख्य सचिव को भी करनी है।
मिल में बड़ी मात्रा में कट्टों में भरी दालें मिलीं
शुक्रवार दोपहर टीम फुटेरा मोहल्ला स्थित गंगा जमुना स्कूल के संचालक इदरीश खान की दाल मिल पर पहुंची संचालक का निवास भी इसी परिसर में है। टीम ने यहां सेल परचेस डिपार्टमेंट में दस्तावेजों की जांच शुरू की कृषि और वन विभाग की टीमें भी अपने-अपने स्तर पर दस्तावेज खंगाल रही है। टीम के अधिकारी ने बताया कि रात तक जांच पूरी हो पाएगी उसके बाद ही कुछ कह पाएंगे। असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी उपेंद्र त्रिपाठी के नेतृत्व में सागर से एक टीम गंगा जमुना पल्स में दबिश देने पहुंची। जांच दल की टीम में 24 से ज्यादा अधिकारी,कर्मचारी शामिल हैं। इन्हें मिल में बड़ी मात्रा में दालें कट्टों में भरी मिली हैं।
अधिकारी बोले-रिकार्ड देखने के बाद ही कुछ कह पाएंगे
असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी उपेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि हमारी टीम सागर से आई है। हमने गंगा जमुना पल्स में सेल परचेस डिमार्टमेंट में जांच करने आए हैं। दस्तोवज देखकर पता लगा रहे हैं कि इन्होंने टैक्स जमा किया है या नहीं। टर्नओवर दिखा रहे हैं कि नहीं। मंडी में जो जानकारी दी जा रही है वह हमारे विभाग को भी दी जा रही है की नहीं। रिकार्ड देखने के बाद ही कुछ कह पाएंगे। टीम में दमोह एसडीएम गगन बिसेन, एसडीएम हटा अभिषेक सिंह, वन विभाग से रेंजर विक्रम चौधरी सहित आरआई, पटवारी और अन्य कर्मचारी मौजूद हैं।
चुनाव से पहले भाजपा में मची कलह
9 Jun, 2023 08:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में एक बार फिर से कलह खुलकर सामने आ गई है। बीजेपी से तीन बार विधायक और मंत्री रहे नारायण सिंह कुशवाह ने 2018 में उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव लडऩे वाली बीजेपी नेत्री समीक्षा गुप्ता के खिलाफ इस बार बदला लेने के तेवर दिखाते हुए मोर्चा खोल दिया है।
पूर्व मंत्री नारायण सिंह ने कहा कि ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से पार्टी ने पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता को अगर टिकट दिया तो वे चुनाव से किनारा कर लेंगे और समीक्षा गुप्ता का प्रचार नहीं करेंगे। पार्टी भले ही किसी और को उतार दे। वो उसका पूरा साथ देंगे, लेकिन समीक्षा गुप्ता का प्रचार नहीं करेंगे। दरअसल, नारायण सिंह कुशवाह ने कार्यकर्ताओं के साथ आज भव्य रूप में अपना जन्मदिन मनाया और उसी दौरान उन्होंने यह ऐलान किया।
समीक्षा गुप्ता ने नारायण के खिलाफ लड़ा था चुनाव
आपको बता दें कि 2018 विधानसभा चुनाव में नारायण सिंह कुशवाह ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े थे। लेकिन बीजेपी नेता और पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता ने नारायण के खिलाफ निर्दलीय ताल ठोकी थी। इस कारण वोट कट गए और नारायण चुनाव हार गए। अब नारायण सिंह कुशवाह के तेवर बदला लेने के दिखाई दे रहे हैं। वर्तमान में नारायण सिंह कुशवाहा बीजेपी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
मप्र में आधा दर्जन नए दल चुनावी दम दिखाने को तैयार
9 Jun, 2023 07:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । विधानसभा चुनाव में अब महज पांच माह का समय बचा है, ऐसे में अब भाजपा व कांग्रेस के सामने नई-नई चुनौतियां खड़ी हो रही हैं। इनमें सबसे बड़ी चुनौती वे क्षेत्रीय दल बन रहे हैं, जिनका अब तक प्रदेश में कोई वजूद ही नहीं था। इनमें आप, बीआरएस और एआईएमआईएम जैसे राजनैतिक दल शामिल है। इसके अलावा इस बार बसपा और सपा की नजर भी मप्र पर लगी हुई है। इसकी वजह है यह दोनों दल उप्र में सत्ता से दूर हैं। इन सभी दलों द्वारा अपने संगठनात्मक ढंाचे को खड़ा करने पर इन दिनों जोर दिया जा रहा है। इन दलों के चुनावी मैदान में उतरने से जहां दोनों प्रमुख दल भाजपा व कांग्रेस को नुकसान होगा , लेकिन इसमें सर्वाधिक नुकसान कांग्रेस को होना तय है। इसकी वजह है अब तक कांग्रेस को मिलने वाला एक मुश्त मुस्लिम समाज के मतों में विभाजन होना। फिलहाल अब तक आम आदमी पार्टी (आप), ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) द्वारा मप्र में चुनाव लडऩे का एलान किया जा चुका है, जबकि बसपा व सपा तो पहले से ही चुनावी तैयारियों में लगी हुई हैं। यह दोनों दल तो कई चुनाव से प्रदेश में अपनी किस्मत आजमाते आ रहे हैं। इसके बाद भी वे अपनी नीतियों व पार्टी की रीति की वजह से प्रदेश में तीसरी ताकत कभी नहीं बन सके हैं। इसी खाली जगह पर अब अन्य क्षेत्रीय दलों की नजर है। इसमें आप और एआईएमआईएम से भाजपा व कांग्रेस को अधिक खतरा है। इसकी वजह है इन दोनों को दलों द्वारा पहली बार में ही नगरीय निकाय चुनाव में अच्छी सफलता मिलना। आप का तो सिंगरौली में अपना महापौर तक जनता चुन चुकी और कई निकायों में उसके पार्षद भी निर्वाचित हो चुके हैं। सिंगरौली महापौर पद पर अपना कब्जा जमाने के साथ आम आदमी पार्टी द्वारा प्रदेश के 17 पार्षद पदों पर भी जीत हासिल की जा चुकी है। इसमें पांच प्रत्याशी सिंगरौली नगर निगम से चुनाव जीते है। वहीं, एआईएमआईएम ने भी अपनी जोरदार दस्तक देते हुए जबलपुर, खंडवा और बुरहानपुर में 4 पार्षद पदों पर जीत दर्ज की जा चुकी है। इसके अलावा खंडवा और बुरहानपुर में एआईएमआईएम के महापौर उम्मीदवारों को दस हजार से अधिक वोट मिलना भी अलग सियासी संकेत देता है। यह बात अलग है कि जो नए दल प्रदेश में चुनावी समर में उतरने की तैयारी कर रहे हैं, वे अल्पसंख्यकों के नाम पर राजनीति करते हैं, जिसकी वजह से राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा पर कम ही असर पड़ेगा। कांग्रेस के चुनावी समीकरण जरूर बिगड़ सकते हैं। मप्र की राजनीति में अभी तक दो प्रमुख दल कांग्रेस एवं भाजपा ही हैं। दोनों दलों के बीच ही सीधा मुकाबला होगा, लेकिन जिस तरह से नए दल मप्र में राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं, उस पर भरोसा कर लिया जाए तो करीब आधा दर्जन राजनीतिक दल पहली बार चुनाव में उतरेंगे। हालांकि आम आदमी पार्टी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन तब कोई सफलता नहीं मिली थी। अगर प्रदेश में मुस्लिम आबादी की बात की जाए तो 2011 की जनगणना के अनुसार , मप्र में मुसलमानों की आबादी 6.6 प्रतिशत है।
यह हैं आंकड़े
भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे बड़े शहरों से लेकर राऊ - महू जैसे कस्बाई नगर की कतिपय सीटों पर अल्पसंख्यकों की संख्या निर्णायक हो गई है। करीब दो दर्जन सीटें ऐसी हैं जहां 30 से 40 हजार वोटर्स हैं। भोपाल मध्य पर 1.11 लाख, बुरहानपुर में 96 हजार, जबलपुर पूर्व 77 हजार, भोपाल उत्तर 87 हजार, नरेला 68 हजार, इंदौर-5 में 69 हजार और रतलाम में 51 हजार मुस्लिम वोटर्स हैं।
सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी आप
विस चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रदेश में आप द्वारा हर माह संगठनात्मक बैठकें की जा रही हैं। इसके लिए लगातार दिल्ली से नेता भी प्रदेश के प्रवास पर आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल छह महीने पहले ही मप्र की सभी 230 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर चुके हैं। हालांकि आप की प्रदेश इकाई का कहना है कि पार्टी फिलहाल शहरी क्षेत्र की सभी सीटों पर संगठन का ढांचा तैयार कर रही है। साथ ही शहरी क्षेत्र में ही प्रत्याशी खड़ा करने पर जोर है। इसकी वजह है प्रदेश में एक महापौर की सीट पर चुनाव जीतना।
कांग्रेस को नुकसान ज्यादा
खास बात यह है कि जितने नए दल चुनाव में उतरेंगे ,उतना ही नुकसान कांग्रेस को होना तय माना जा रहा है। भाजपा को नुकसान कम होने की संभावना की बड़ी वजह है, प्रदेश में उसका वोट बैंक स्थाई होना। मप्र में 2003 में सत्ता में आयी भाजपा ने लगातार अपना वोट बैंक मजबूत किया है। 2018 के विधानसभा चुनाव में भले ही भाजपा सरकार नहीं बना पायी थी, लेकिन तब भी भाजपा को मिले मत कांग्रेस से अधिक थे। इससे यह साफ है कि नए दलों के आने से कांग्रेस को ही नुकसान होने की संभावना है। आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम सीधे तौर पर कांग्रेस के वोट बैंक में ही सेंध लगाएगी। यह भी संभावना है कि भाजपा से असंतुष्ट वोट कांग्रेस को न जाकर इन दलों को चला जाए। इसका फायदा भी भाजपा को ही मिले।
बीआरएस की भी नजर
भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी हिंदी भाषी राज्य मप्र की राजनीति में आने की तैयारी शुरु कर दी है। इसके तहत ही उनके द्वारा मध्य प्रदेश के कई नेता एक साथ बीआरएस में शामिल किए गए हैं। प्रदेश के जो नेता पार्टी में शामिल किए गए हैं, उनमें रीवा के पूर्व सांसद बुद्धसेन पटेल (भाजपा), पूर्व विधायक डॉ. नरेश सिंह गुर्जर (बसपा), सतना (सपा) के धीरेंद्र सिंह, सतना जिला पंचायत के सदस्य विमला बारी और अन्य शामिल हैं।
एआईएमआईएम का भी खुल चुका है खाता
एआईएमआईएम ने बीते साल ही निकाय चुनाव में पहली बार मप्र की राजनीति में प्रवेश किया था , जिसमें उसे कुछ पार्षद की सीटों पर जीत भी मिली थी , जिसके बाद से ही एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अब मप्र की चुनिंदा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए उनके द्वारा पूरा फोकस मुस्लिम बाहुल सीटों पर किया जा रहा है। इससे उन इलाकों में बड़े दलों के चुनावी समीकरण बिगड़ सकते हैं।
भोपाल से शुरू शोभायात्रा, पं. प्रदीप मिश्रा चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी शोभायात्रा में शामिल
9 Jun, 2023 07:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भोपाल के करोंद में कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले शनिवार से शिव महापुराण कथा करेंगे। कथा से पहले शुक्रवार शाम को शोभायात्रा निकाली जा रही है। जिसमें पं. मिश्रा भी शामिल हैं। अपने गुरु को सामने देख श्रद्धालु फूल बरसाकर उनका स्वागत कर रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय भी शोभायात्रा में शामिल हैं। मंत्री सारंग ढोल-नगाड़ों पर जमकर झूमे। शोभायात्रा शाम 6.30 बजे बौद्ध विहार से प्रारंभ हुई, जो अन्नानगर चौराहा, सुभाष मार्केट, विकास नगर शिव मंदिर, कैलाश नगर, जनता क्वार्टर, सुभाष खेल मैदान, पंजाबी बाग, परिहार चौराहा, अशोका गार्डन, पुष्पा नगर चौराहा, महामाई पुलिया, स्टेशन रोड, चांदबड़, विजय नगर, सौभाग्य नगर, सुभाष कॉलोनी मेन रोड, सम्राट कॉलोनी, 80 फीट रोड होती हुई विवेकानंद पार्क नेहरू चौराहे पर पहुंचेंगी। जहां शोभायात्रा का समापन होगा।
रास्ते में फूल बरसाकर स्वागत
शोभायात्रा और पं. मिश्रा का रास्ते में कई जगहों पर स्वागत किया जा रहा है। 200 से ज्यादा सामाजिक संगठन पं. मिश्रा का फूल बरसाकर स्वागत कर रहे हैं।
बाड़ों में रखे गए छह और चीतों को जंगल में छोड़ने की तैयारी, चार दल करेंगे
9 Jun, 2023 06:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कूनो नेशनल पार्क में पिछले चार माह से बाड़ों में रखे गए छह और चीतों को जून अंत तक खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा। वन्यप्राणी मुख्यालय ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इसके साथ ही कालर आइडी के माध्यम से चीतों की ट्रैकिंग कर रहे दलों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। अब 24 घंटे में तीन की जगह चार दल चीतों की निगरानी करेंगे। इसके लिए पार्क में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। चीता परियोजना संचालन समिति की पिछले दिनों हुई बैठक में इस पर चर्चा हुई है। समिति ने माना है कि चीतों को और कुछ समय बाड़ों में रखना उनके लिए नुकसानदेह हो सकता है इसलिए उन्हें जंगल में खुला छोड़ना ही उचित रहेगा। बता दें, वर्तमान में नौ चीते खुले जंगल में हैं। इन्हें संभालना चुनौती बना हुआ है। दरअसल विशेषज्ञों का कहना है कि सितंबर, 2022 से बाड़ों में बंद (पहले दक्षिण अफ्रीका और 18 फरवरी से कूनो) इन चीतों को जल्दी खुले जंगल में छोड़ना पड़ेगा, ऐसा नहीं हुआ तो अनहोनी हो सकती है। पहले ही तीन चीते और तीन शावकों की मृत्यु हो चुकी है। इसी आशंका के चलते पांच अप्रैल को प्रदेश के मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक जेएस चौहान ने भी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) और वन विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा था।
अभी दो चीते बाड़े में ही रहेंगे। इनमें एक नर चीता पवन है, जो बहुत चंचल है और बार-बार कूनों की सीमा से बाहर निकल रहा है। उसे पिछले माह ट्रैंक्युलाइज कर वापस लाया गया और बड़े बाड़े में छोड़ा गया। दूसरी मादा चीता ज्वाला है, जिसने मार्च में चार शावकों को जन्म दिया था। उसके एकमात्र जीवित शावक को पार्क में ही स्थित अस्पताल में रखा गया है।मानसून आने के बाद इसे वापस बाड़े में मां के साथ छोड़ने के प्रयास किए जाएंगे। कर्मचारियों की संख्या और संसाधन बढ़ेंगे वर्तमान में पार्क में स्वीकृत संख्या से 50 कर्मचारी कम हैं। इनकी संख्या बढ़ाने की मांग की जा रही है। भोपाल में हुई एनटीसीए की बैठक में केंद्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पार्क में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने को कहा था। इसके बाद इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है।
वर्जन
अभी जो चीते बाड़ों में हैं, उनमें से छह को मानसून से पहले खुले जंगल में छोड़ देंगे। ट्रैकिंग दल भी बढ़ाए जा रहे हैं।
- जेएस चौहान, मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक, मध्य प्रदेश
ग्रीष्मकालीन मूंग फसल के उत्पादन में मप्र ने बाजी मारी
9 Jun, 2023 06:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश के 31 जिलों में इस वर्ष ग्रीष्मकालीन मूंग की बंपर पैदावार हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार किसानों की पंजीयन संख्या भी बढ़ी है, तो दूसरी ओर मूंग बोने का हेक्टेयर रकवा भी बढ़ा है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि 31 जिलों के अंदर इस वर्ष लगभग 2 लाख 75 हजार 664 किसानों ने 7 लाख 58 हजार 605 हेक्टेयर में मूंग की फसल का पंजीयन कराया है। पिछले वर्ष की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक रकवे में मूंग की फसल किसानों ने बोई है। उन्होंने बताया कि किसान 1 हेक्टेयर में एक लाख की फसल ले रहा है। जिससे किसानों की आय कई गुना बढ़ी है, किसान संपन्न हो रहा है।
कृषि मंत्री ने बताया कि पूरे देश में जितना मूंग पैदा होता है। उसमें से 40 प्रतिशत मूंग की पैदावार मध्यप्रदेश में हो रही है। पिछले वर्ष मूंग फसल का समर्थन मूल्य खरीदी का रेट 7275 क्विंटल था, जबकि मंडी और बाजार में 5 से 6000 क्विंटल के दर से किसान से खरीदी की जा रही थी। मंडी और बाजार में किसान ने समर्थन मूल्य पर अपनी फसल को न बेचते हुए सरकार को अपनी फसल बेची थी, तब भी किसान को उसकी फसल का वाजिब दाम मिला था।
मंत्री पटेल ने कहा कि इस बार सरकार ने मूंग फसल की खरीदी को लेकर घोषणा की है कि जून माह से किसानों से समर्थन मूल्य पर सरकार खरीदी करेगी। जिससे परिणाम हुआ कि इस बार मंडी और बाजार में किसान को उसकी फसल का प्रति क्विंटल रेट ?8000 तक मिलने लगा। इस बार सरकार 12 जून से मूंग की फसल का समर्थन मूल्य पर खरीदी करने जा रही हैं। मध्यप्रदेश में किसानों की आय दोगुनी होने पर मैं किसानों की और उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का हृदय से धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त करता हूं।
उपचार के बाद किसान की मौत, कर्ज से परेशान होकर दो दिन पहले खाई थी सल्फास
9 Jun, 2023 05:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरदा । कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले में सल्फास खाने से एक किसान की मौत हो गई। किसान पर साहूकारों का कर्ज चढ़ गया था, जिसे किसान चुका नहीं पा रहा था। कर्ज चुकाने के लिए किसान ने करीब दस एकड़ जमीन भी बेची, लेकिन फिर भी वह कर्ज के दलदल से बाहर नहीं आ सका। इसके बाद किसान ने जहर खाने जैसा घातक कदम उठा लिया। मामला डगावांशंकर गांव का है, जहां किसान राजेश करोड़े (44) ने साहूकारों के तकादे से परेशान होकर 7 जून को सल्फास खा लिया था। शुक्रवार को किसान की उपचार के दौरान मौत हो गई। स्वजन का रो रोकर बुरा हाल है वहीं रिश्तेदार और समाज के लोग भी इस घटना से काफी आहत हैं। 7 जून को सल्फास खाने के बाद स्वजन उन्हें जिला अस्पताल में ले गए, जहां उनका उपचार चल रहा था। इसके बाद उन्हें एक नर्सिंग होम में भी रखा गया था, लेकिन शुक्रवार को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर दोबारा जिला अस्पताल लाया गया। जिला अस्पताल में शुक्रवार दोपहर करीब सवा बारह बजे किसान की सांसें थम गईं।
तबीयत में नहीं हुआ सुधार
सिराली थाना क्षेत्र के डगावाशंकर का का यह मामला है। किसान के बेटे ने बताया कि पिता पर करीब 40 लाख रुपये का कर्ज था। इस कर्ज के कारण 10 एकड़ जमीन भी बिक गई। मृतक के बेटे वीरेंद्र का कहना है कि उसके पिता ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की है। वीरेंद्र ने बताया कि उनके पिता पर 40 लाख का कर्ज था। हमारे पास 10 एकड़ जमीन थी वो भी कर्ज के कारण बेच दी।
साहूकारों के कर्ज से परेशान होकर पिता ने 7 जून को खेत में सल्फास खाई थी, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल लाए थे। उनकी आज सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। इस संबंध में अस्पताल चौकी प्रभारी संदीप कुशवाहा ने बताया कि यह मामला हरदा जिले के डगावाशंकर गांव का है। किसान राजेश पिता लक्ष्मीनारायण करोड़े ने सल्फास खा लिया था। उनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा था, जहां शुक्रवार सुबह उनकी मौत हो गई। कुशवाह ने बताया कि किसान पर कितना कर्ज है इस बात की पुष्टि जांच के बाद ही हो पाएगी। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद मर्ग कायम कर जांच में लिया है।
चोरी में नकाम होने पर पीठ व कान पर मारा चाकू, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
9 Jun, 2023 04:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । तलैया इलाके में देर रात ड्यूटी पर तैनात गार्ड पर एक युवक ने छुरी से हमला कर दिया। गार्ड निर्माणधीन बिल्डिंग की रखवाली करता है। गुरुवार को ड्यूटी के दौरान उसकी आंख लग गई। तभी आरोपी बिल्डिंग में घुस गया और जेब में रखे पैसे निकालने लगा। इस दौरान गार्ड की आंख खुल गई। उसने आरोपी का विरोध किया तो चाकू से हमला कर दिया। हमले में गार्ड को गंभीर चोटें आई हैं। जिसका इलाज हमीदिया अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर घटना में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया है।
एसआई रमन सिंह ने बताया कि भोपाल का रहने वाला किरथ सिंह (40) पुत्र किशोर सिंह ठाकुर इकबाल मैदान के पास, आमिर भाई के मकान की चौकीदारी करता है। गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात करीब 1:30 बजे ड्यूटी के दौरान उसकी आंख लग गई। तभी बिल्डिंग में ऐशबाग का रहने वाला अमन (19) पुत्र आशिफ बिल्डिंग में घुसा और गार्ड की जेब में रखे दो सौ रूपए निकालने की कोशिश करने लगा। इस दौरान गार्ड की आंख खुल गई। उसने विरोध किया तो अमन ने जान लेने की नीयत से अपने पास रखे चाकू से हमला कर दिया। गार्ड की पीठ व कान के पास गंभीर चोटें आई। शोर शराबा सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए। इस दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार किया।रहवासियों की मदद से गार्ड को गंभीर हालत में हमीदिया अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने आरोपी अमन को हिरासत में ले लिया है। आरोपी के पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।
युवती को कार में जबरन बिठाने की कोशिश, साजिश में शामिल दो पुलिसकर्मियों पर भी FIR
9 Jun, 2023 02:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी के गोविंदपुरा इलाके में एक युवती को कार में जबरन बिठाने की कोशिश का मामला सामने आया है। युवती ने थाने में दर्ज कराई अपनी शिकायत अपने एक पुराने परिचित और उसकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों पर छेड़खानी, मारपीट और मोबाइल तोड़ने के आरोप लगाए हैं। इस पर गोविंदपुरा पुलिस ने तीन लोगों पर छेड़खानी, मारपीट और धमकाने की धाराओं में एफआइआर दर्ज की है। आरोपित अपने आप को स्वतंत्र पत्रकार बताता है। गोविंदपुरा थाना पुलिस के मुताबिक शक्ति नगर में रहने वाली 27 वर्षीय युवती निजी काम करती है। उसने अपनी शिकायत में बताया है कि अनम इब्राहिम नाम के एक व्यक्ति को करीब पांच साल से जानती है। अनम अपने आप को स्वतंत्र पत्रकार बताता है। उसे शासन की ओर से दो पुलिस के सुरक्षाकर्मी मिले हुए हैं, जिनके नाम अभिनय प्रजापति और महेंद्र कुमार शाक्य हैं। आरोपित अनम पर युवती की दादी ने 2019 में घर में घुसने की एफआइआर दर्ज कराई थी। इस केस के सिलसिले में 14 जून को युवती की कोर्ट में पेशी है। इसको लेकर अनम उसे परेशान कर रहा है।
सात जून को आरोपित अनम अपने दोनों सुरक्षाकर्मियों के साथ 'युवती के घर के आसपास घूम रहा था। फरियादी युवती उस समय सुबह टहलने निकली थी। उसका आरोप है कि तभी रास्ते में आरोपित ने अपने दोनों सुरक्षाकर्मियों की मदद से उसे जबरन कार में बिठाने की कोशिश की। युवती किसी तरह उसके चंगुल से छूटकर भागी। इस चक्कर में उसे चोट भी लग गई। युवती का यह भी आरोप है कि इस घटना के बाद अनम के सुरक्षाकर्मियों ने उसके घर पर पहुंचकर हंगामा किया और उसके दरवाजे तोड़कर घर में घुसने की कोशिश की। उसकी मां का भी पीछा किया और धमकाया। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
फील्ड में कमजोर कांग्रेस विधायकों के टिकट खतरे में
9 Jun, 2023 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कांग्रेस इस बार फिर जीत सकने वाले मौजूदा विधायकों के टिकट काटने की तैयारी में है। हर सीट पर सर्वे के आधार पर हर विधायक का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है। सर्वे में जिस विधायक के खिलाफ लगातार रिपोर्ट आएगी उनका टिकट खतरे में आना तय है। कर्नाटक विधानसभा चुनावों में हुई जीत के बाद कांग्रेस मप्र में भी उसी फॉर्मूले पर चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही है।
जानकारी के अनुसार हर सीट पर कई राउंड सर्वे करवाकर फीडबैक लिया जा रहा है। सभी 230 सीटों पर शुरुआती सर्वे करवा लिए गए हैं। आगे भी कई दौर के सर्वे होंगे। जिन विधायकों की जनता के बीच छवि खराब है और जीतने की हालत नहीं हैं, उनके टिकट काटे जाने की तैयारी है।
मप्र चुनावों के लिए प्रोफेशनल एजेंसी से सर्वे करवाया जा रहा है। सर्वे के आधार पर जिताऊ उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार की जा चुकी है। जिन नेताओं के टिकट काटे जाने हैं उसकी एक शुरुआती लिस्ट तैयार कर ली गई है। हारने वाले उम्मीदवारों को सचेत भी कर दिया है और उन्हें फील्ड में मेहनत करने को कहा है। जानकारों का कहना है कि कांग्रेस ने मप्र में टिकट बांटने का कर्नाटक वाला फॉर्मूला अपनाने की तैयारी कर ली है। इस फॉर्मूले के अनुसार हर सीट पर पहले कई राउंड सर्वे करवाए जा रहे हैं। मौजूदा विधायक अगर हार रहा है तो उनके टिकट काटे जाएंगे। हारने वाले विधायकों को पहले से सचेत कर दिया गया है। सर्वे में हार रहे विधायकों से कहा गया है कि वे फील्ड में जनता के बीच अपना पर्सेप्शन सुधारें। आगे के सर्वे तक के लिए इन विधायकों के पास मौका है, अगर सुधार हो जाता है और आगे सर्वे में उनके पख में राय आ जाती है तारे टिकट नहीं कटेंगे। कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि अभी सर्वे हो रहा है, उसमें किसी की ग्राउंड से रिपोर्ट खराब आती है तो उस पर संज्ञान लिया जाएगा। लोग कांग्रेस को वोट करना चाहते हैं। कुछ चुनिंदा लोग ऐसे हैं जिनकी सर्वे में रिपोर्ट ठीक नहीं है तो उनके बार में क्या कदम उठाया जा इस पर विचार किया जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि टिकट वितरण के प्रोसेस का लेयर में है। इसमें प्रभारी, सहप्रभारियों का फीडबैक होगा। लोगों का फीडबैक होगा। स्क्रीनिंग कमेटी का फीडबैक होगा। सर्वे होंगे, सर्वे के आधार पर ही हम कर्नाटक बेहतर तरीके से जीतकर आए हैं। हर सीट पर स्टडी की जा रही है। इस बार चुनाव बहुत माइक्रो मैनेजमेंट से लड़ा जा रहा है। कांग्रेस हर चुनावों में टिकट को लेकर मापदंड बनाती है, लेकिन बाद में उनमें छूट भी दी जाती रही है। पिछली बार दो बार से ज्यादा हारने वालों को टिकट नहीं देने का मापदंड बनाया था लेकिन कई नेताओं को इससे छूट दी गई थी। हर बार यह कहा जाता है कि पैराशूटी नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा, लेकिन इसकी कभी पालना नहीं होती। टिकट वितरण के मापदंड बनते और बदलते रहते हैं।
धार के कुक्षी से स्टेच्यू आफ यूनिटी तक चलेगा क्रूज, तीन रात चार दिन की होगी यात्रा
9 Jun, 2023 12:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए रिवर क्रूज टूरिज्म का भी उपयोग किया जाएगा। इससे पर्यटक नर्मदा नदी के आस-पास उपलब्ध प्राकृतिक सौंदर्य और जैव-विविधता से रूबरू हो सकेंगे। नर्मदा नदी में धार के कुक्षी से गुजरात स्थित स्टेच्यू आफ यूनिटी तक क्रूज़ का संचालन आरंभ किया जाएगा। यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में उनके आवास में हुई बैठक में दी गई।
बरगी से मंडला तक भी क्रूज चलेगा
क्रूज़ 120 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बरगी से मंडला तक भी क्रूज का संचालन आरंभ होगा। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, प्रदेश के आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर नानो कांवरे, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिव शेखर शुक्ला आदि उपस्थित थे।
स्टेच्यू आफ वननेस से स्टेच्यू आफ यूनिटी चलेगा क्रूज
ओंकारेश्वर में आचार्य शंकर की एकात्मता की प्रतिमा (स्टेच्यू आफ वननेस) से क्रूज स्टेच्यू आफ यूनिटी से कनेक्ट किया जाएगा। स्टेच्यू आफ वननेस से धार के कुक्षी तक पर्यटकों को सड़क मार्ग से लाया जाएगा। इस दौरान सड़क मार्ग से ओंकारेश्वर, महेश्वर, मांडू आदि घुमाते हुए क्रूज तक पहुंचाया जाएगा। यहां से क्रूज में सवार होकर पर्यटक सरदार सरोवर बांध जाएंगे और फिर स्टच्यू आफ यूनिटी पहुंचेंगे। इस तरह 190 किलोमीटर सड़क मार्ग और 120 किलीमीटर जल मार्ग की यात्रा होगी। यह पूरी यात्रा तीन रात चार दिन की होगी।
मध्य प्रदेश में आयुष्मान में अनुबंधित 120 अस्पतालों की संबद्धता खत्म
9 Jun, 2023 12:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में आयुष्मान योजना का संचालन करने वाले राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण (एसएचए) ने 120 निजी अस्पतालों की संबद्धता खत्म कर दी है। रोगियों के उपचार में लापरवाही और ज्यादा पैसे लेने, योजना के अंतर्गत निर्धारित मापदंड पूरा न करने आदि मामलों को लेकर अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।
अस्पताल में उपचार नहीं किया
केंद्र ने प्रदेश के 28 ऐसे अस्पतालों की सूची एसएचए को दी थी जिन्होंने बीते छह माह में पांच से कम रोगियों का उपचार योजना के अंतर्गत किया था। इनकी संबद्धता समाप्त कर दी गई है। योजना में अुनबंधित होने के कारण रोगी भी इन अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंचते थे, पर उन्होंने उपचार नहीं किया।
अस्पताल निर्धारित मापदंड का पालन नहीं कर रहे
इसका एक कारण यह भी है कि उपचार के कई पैकेज में अस्पतालों को अपेक्षाकृत कम लाभ है। इस कारण वह आयुष्मान के रोगियों को भर्ती ही नहीं करते। दूसरे वह अस्पताल हैं जो निर्धारित मापदंड का पालन नहीं कर रहे हैं। दरअसल नए नियम में मेडिसिन से जुड़ी बीमारियों का उपचार वही अस्पताल कर सकते हैं जिनके पास कम से कम 50 बिस्तर हों। इससे कम बिस्तर वाले अस्पतालों की संबद्धता खत्म की गई है।
मरीजों से पैसा लेने की शिकायत मिली
तीसरी श्रेणी में गड़बड़ी करने वाले अस्पताल हैं। इनकी संख्या 25 से अधिक है। स्टेट हेल्थ एजेंसी की जांच में इन अस्पतालों में बिना आवश्यकता रोगियों को भर्ती करने, बिना जरूरत ज्यादा अवधि तक भर्ती रखने, मरीजों को आइसीयू में रखने, पैकेज के अलावा रोगियों से भी राशि लेने की शिकायतें मिली थीं। ये कार्रवाई पिछले माह की गई है। जिसे अब सार्वजनिक किया गया है।
दिग्विजय सिंह के गढ़ में राजनाथ सिंह भरेंगे हुंकार
9 Jun, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। राजनीतिक पार्टियों के बड़े नेता लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। इसी कड़ी में 13 जून को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी एमपी आ रहे हैं, वो कांग्रेस के सीनियर नेता व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के गढ़ राजगढ़ में सभा करेंगे।
दरअसल, सरकार ने 13 जून को राजगढ़ में किसान कल्याण महाकुंभ बुलाया है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहेंगे। जो किसानों को कई सौगात देंगे। कार्यक्रम के दौरान डिफाल्टर किसानों का ब्याज के पैसे इसी दिन भरे जाएंगे, किसानों के खातों में फसल बीमा की राशि डाली जाएगी। साथ ही किसान सम्मान निधि के 2000 भी डाले जाएंगे। रक्षा मंत्री के दौरे और किसान कल्याण महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। वहीं सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम किए जाएंगे।
किसान कल्याण महाकुंभ में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों के खातों में छह हजार 500 करोड़ रुपये अंतरित किए जाएंगे। 44 लाख 49 हजार 649 किसानों को दो हजार 933 करोड़ रुपये का फसल बीमा दिलाया जाएगा तो 11 लाख 20 हजार किसानों को दो हजार 200 करोड़ रुपये की ब्याज माफी मिलेगी। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के एक हजार 400 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक के माध्यम से खातों में जमा होंगे। कृषि और सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2021 में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित खरीफ और रबी फसलों का बीमा एक साथ किसानों को दिया जाएगा। बीमा कंपनियों ने 44 लाख 49 हजार 649 किसानों के दो हजार 933 करोड़ रुपये के दावे मंजूर किए हैं। यह राशि किसानों के खातों में 13 जून को अंतरित की जाएगी। इसके साथ ही प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के 11 लाख 20 हजार अपात्र किसानों को दो हजार 200 करोड़ रुपये की ब्याज माफी देकर पात्र बनाया जाएगा। इसके बाद उन्हें समितियों से खाद-बीज मिलना प्रारंभ हो जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना अंतर्गत एक हजार 400 करोड़ रुपये किसानों के खातों में जमा कराए जाएंगे। शिवराज सरकार ने प्रतिवर्ष दो किस्त में किसान को चार हजार रुपये देने की योजना प्रारंभ की थी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में पात्र किसानों को छह हजार रुपये तीन किस्तों में दिए जा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि जल जीवन मिशन की गोरखपुरा परियोजना के 156 ग्रामों में जल-प्रदाय योजना का शुभारंभ, जिले के 40 करोड़ रूपए लागत के कार्यों का ई-लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के लाभार्थियों को अधिकार-पत्र का वितरण होगा। इसमें राजगढ़ सहित गुना, भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, उज्जैन, देवास, शाजापुर और आगर-मालवा के किसान शामिल होंगे। इसके अलावा अन्य जिलों के किसान वर्चुअली महाकुंभ से जुड़ेंगे।
सहकारिता विभाग ने सभी जिला सहकारी केंद्रीय बैंकों को निर्देश दिए हैं कि किसान कल्याण महाकुंभ में किसानों को लाने की व्यवस्था वे और सहकारी समितियां स्वयं के व्यय पर करेंगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थियों के लिए व्यवस्था कृषि विभाग करेगा। जिस वाहन से उन्हें लाया जाएगा, उस पर योजना का बैनर लगाया जाएगा।प्रतिभागियों के आवागमन, भोजन और सुरक्षा से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं के लिए नोडल अधिकारी नियुक्यू किए जाएंगे।
महाकुंभ में मोहनपुरा-कुंडालिया प्रेशराइड पाइप सिंचाई प्रणाली का लोकार्पण भी किया जाएगा। बांध से एक लाख 50 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। खुली नहर की तुलना में भूमिगत पाइप लाइन के माध्यम से राजगढ़ और आगर जिले में अधिक क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांध का लोकार्पण और भूमिगत नहर कार्यों का भूमिपूजन किया था।