मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
उद्यमिता में मेहनत से महिलाओं का आत्म-विश्वास बढ़ा -राज्यपाल पटेल
2 Jun, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि महिलाओं ने उद्यमिता के क्षेत्र में जो मेहनत की है, उससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। संकल्प और शक्ति हमारी मातृ शक्ति की पहचान है। मातृ शक्ति लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश, महिलाओं के विकास के विजन को लेकर आगे बढ़ रहा है। इस बार का केंद्रीय बजट भी इसी बात को रेखांकित करता है। महिलाओं को जी-20 से वैश्विक मंच मिल रहा है। आज विकास के मामले में 5 उद्यमियों में से एक उद्यमी महिला उभर कर सामने आ रही है। महिलाओं के आर्थिक विकास के मामले में स्व-सहायता समूह ने उल्लेखनीय कार्य किया है। कई वंचित वर्ग की महिलाओं ने अपने आप को साबित करते हुए न केवल परिवार बल्कि देश की अर्थ-व्यवस्था में योगदान दिया है। स्व-सहायता समूह में जो बेटियाँ और बहनें आगे बढ़ रही हैं वे पारिवारिक जिम्मेदारी का निर्वहन भी कर रही है। केंद्र शासन द्वारा मुद्रा एवं स्टार्टअप योजनाओं से महिलाओं के विकास के नए आयाम खोल दिए हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमिता के लिए यह जागरूकता कार्यक्रम सीखने की प्रक्रिया को और तेज करेगा।
इसके पहले राज्यपाल मंगुभाई पटेल और अतिथियों ने दीप जला कर विक्रम कीर्ति मन्दिर उज्जैन में भारतीय उद्यमिता संस्थान एवं राष्ट्रीय महिला आयोग के एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर की शुरूआत की।
केंद्रीय बाल महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री मुंजपरा महेंद्रभाई ने कहा कि केंद्र सरकार महिलाओं के विकास का एजेंडा लेकर चल रही है। उनके सशक्तिकरण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। आज आवश्यकता है ऐसा इकोसिस्टम विकसित करने की जिससे महिला उद्यमियों की केपेसिटी बिल्डिंग की जा सके। केंद्र सरकार की मुद्रा योजना, स्टार्टअप योजना और प्रधानमंत्री जन-धन खातों ने महिलाओं को सशक्त करने में उल्लेखनीय कार्य किया है।
अध्यक्ष राष्ट्रीय महिला आयोग रेखा शर्मा ने कहा कि देश की आधी आबादी महिलाओं की है, यदि इन्हें हम पीछे छोड़ देंगे तो आर्थिक प्रगति बाधित होगी। आज भारत में स्टार्टअप में महिलाएँ सबसे आगे हैं। यही नहीं 60 प्रतिशत महिलाएँ ऋण लेकर उद्यम चला चला रही हैं। केन्द्र सरकार ने भी महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएँ संचालित कर रखी हैं। आवश्यकता है तो महिलाओं के लिए नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म की, जहाँ वे अपनी बात रख सकें। साथ ही उनकी मेंटरशिप की भी अत्यधिक आवश्यकता है।
संचालक भारतीय उद्यमिता संस्थान सुनील शुक्ला ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में जिस तरह से भारत का विकास हो रहा है, उसमें महिलाओं की भागीदारी स्पष्ट रूप से दिख रही है। उद्यमिता संस्थान 40 वर्षों से लगातार देश में कार्य कर रहा है। महिलाओं में चेतना आई है। इससे वे उद्यमिता में आगे आ रही हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमी पैदा नहीं होते बनाये जाते हैं। इसी उद्देश्य को लेकर उनका संस्थान कार्य कर रहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य सचिव मीनाक्षी नेगी ने स्वागत भाषण दिया। अमित द्विवेदी ने आभार माना।
एआईसीसी ने मध्य प्रदेश में टिकट दावेदारों से मिलने ओब्जरबर भेजे
2 Jun, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने मध्य प्रदेश चुनाव के लिए आबजर्बर भेजे हैं। जो टिकट के दावेदारों और कार्यकर्ताओं से मिलकर अपनी रिपोर्ट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को देंगे।
भोपाल संभाग के लिए सुभाष चोपड़ा को आबजर्बर नियुक्त किया गया है। चोपड़ा दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और चार बार के विधायक हैं। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इन्हें मध्यप्रदेश विधानसभा की 66 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। शुक्रवार को इन्होंने बैरसिया मैं मंडलम सेक्टर और ब्लॉक की बैठक ली है।
कुलदीप राठौर को ग्वालियर चंबल संभाग के सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। गुजरात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे अर्जुन मोढवाडिया को मालवा और निर्माण क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह भी उज्जैन पहुंच गए हैं। उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष रहे वरिष्ठ नेता प्रदीप टम्टा को विंध्य प्रदेश ओर महाकौशल क्षेत्र की सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। यह अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और दावेदारों से मिलेंगे। उसके बाद अपनी रिपोर्ट केंद्रीय हाईकमान को सौंपेंगे। इस बार कांग्रेस की टिकट मांगने वालों की संख्या ज्यादा है। इस बार सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के पक्ष में बेहतर माहौल बताया जा रहा है।
विस चुनाव से पहले घर-घर पहुंचेंगे कांग्रेस कार्यकर्ता
2 Jun, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस और सत्तारुढ दल भाजपा दोनों ही पीछे नहीं है। दोनों ही दल आदिवासियों को रिझाने की रुपरेखा तैयार कर रहे हैं। कांग्रेस ने पार्टी ने आदिवासी विकास परिषद के बैनर तले आदिवासियों को एकजुट करने की रूपरेखा तैयार की है। इसमें विचार सम्मेलन कर आदिवासियों को वोट की ताकत का अहसास कराया ही जाएगा। सामाजिक एकता, आरक्षण, रोजगार की गारंटी, जल, जंगल और जमीन के अधिकार पर भी चर्चा होगी। इसके साथ ही कार्यकर्ता घर-घर जाकर आदिवासियों को भाजपा सरकार द्वारा किए गए अन्याय के बारे में बताएंगे प्रदेश में यूं तो 47 विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति और 35 अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं पर इन वर्गों का प्रभाव अनारक्षित सीटों पर भी कम नहीं है। कांग्रेस के नेताओं का दावा है कि 122 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां आदिवासी निर्णायक भूमिका में हैं। कमोबेश यही स्थिति अनुसूचित जाति के मतदाताओं को लेकर भी है। यही कारण है कि भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों इन वर्गों को साधने में जुटे हैं।प्रदेश कांग्रेस ने अपनी आदिवासी इकाई को सक्रिय करने के साथ आदिवासी विकास परिषद के बैनर तले सक्रियता बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसका बड़ा कारण यह भी है कि जय युवा आदिवासी शक्ति संगठन (जयस) जैसे कई संगठन आदिवासी क्षेत्रों में सक्रिय हो गए हैं, जो कांग्रेस पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। पिछले चुनाव यानी 2018 में जयस ने कांग्रेस को समर्थन दिया था और मालवा-निमाड़ क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी बड़ी संख्या में जीते थे। यही कारण है कि भाजपा भी सतर्क है और सरकार ने आदिवासियों के हित में कई कदम भी उठाए हैं।आदिवासी परिषद की युवा इकाई के प्रांताध्यक्ष नरेंद्र सिंह सैयाम का कहना है कि स्थानीय स्तर पर आदिवासियों के लिए काम करने वाले कई संगठन चुनाव की दृष्टि से काम कर रहे हैं। आदिवासी वोट का बिखराव हमें नुकसान पहुंचाता है और इसका लाभ भाजपा उठाती है। पार्टी यही काम अभी भी कर रही है।इसे समझाने और वोट की ताकत का अहसास दिलाने के लिए सभी सामाजिक संगठनों को एक मंच पर लाकर उनसे चर्चा करके एक राय बनाने का प्रयास होगा। नौ जून से विचार सम्मेलन की शुरुआत होगी और एक दिन में दो-दो विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम किए जाएंगे। मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन को भी इससे जोड़ा जाएगा। युवा कांग्रेस के प्रांताध्यक्ष डा.विक्रांत भूरिया का कहना है कि हम घर-घर जाकर आदिवासियों के साथ भाजपा सरकार द्वारा किए गए अन्याय और कांग्रेस द्वारा उनके हित में उठाए गए कदमों के बारे में बताएंगे। मालूम हो कि विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस अनुसूचित जाति-जनजाति के मतदाताओं को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। दोनों ही दल जानते हैं कि सत्ता की चाबी इन्हीं वर्गों के हाथ में है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पेसा का नियम लागू करके लंबे समय से चली आ रही आदिवासियों को अधिकार संपन्न बनाने की मांग को पूरा किया और इसका व्यापक प्रचार भी किया।
महाकाल लोक की मूर्ति निर्माण को लेकर अब कांग्रेस कटघरे में
2 Jun, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश की शिवराज सरकार पर श्री महाकाल महालोक के निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली कांग्रेस अब कटघरे में खडी हो गई है। लोकायुक्त संगठन ने इस मामले में संज्ञान लिया है जिसमें जांच तत्कालीन कमल नाथ सरकार के समय योजना मंजूर होने और कार्यादेश जारी होने से शुरू की जाएगी। अब लोकायुक्त संगठन ने नई शिकायत दर्ज की है।लोकायुक्त की तीन सदस्यीय तकनीकी टीम तीन जून को जांच के लिए उज्जैन जाएगी। यह बात दीगर है कि कांग्रेस विधायक ने जब लोकायुक्त से भ्रष्टाचार की शिकायत की थी तब कुछ अधिकारियों को नोटिस थमाया गया था। बाद में यह मामला दब गया था। तत्कालीन कमल नाथ सरकार के समय योजना की मंजूरी और बजट आवंटन संबंधी पत्रावलियों का अवलोकन करेगी।लोकायुक्त की टीम यहां पर निर्माण कार्यों से जुड़े दस्तावेज भी लेगी। इसमें तकनीकी निविदा और वित्तीय निविदा से जुड़े कागजात भी लिए जाएंगे। बता दें कि मूर्तियां गिरने के बाद इस मामले में राजनीति तेज हो गई है।कांग्रेस की पांच सदस्यीय टीम ने बुधवार को यहां का दौरा किया था। इस टीम ने निर्माण कार्यों में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। गौरतलब है कि महाकाल लोक के निर्माण के लिए तत्कालीन कमल नाथ सरकार ने 300 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे और कार्यादेश सात मार्च 2019 को जारी किया था। भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस जबरिया राजनीति कर महाकाल लोक के मामले में प्रदेश को बदनाम कर रही है। लोकायुक्त को तत्कालीन नगरीय विकास मंत्री के कार्यादेश की गहराई से छानबीन करनी चाहिए। जिन बिंदुओं पर जांच होना है उनमें महाकाल लोक में मूर्तियां एफआरपी (फाइबर रीइन्फोर्स प्लास्टिक) की लगेंगी, यह निर्णय किस स्तर पर लिया गया था? क्या संबंधित सप्लायर ने मूर्तियां प्रस्तावित मानक के अनुसार ही बनाई ? जहां पर मूर्तियां स्थापित की गई थीं, क्या वहां का आधार कमजोर था ? मूर्तियों की स्थापना में किसी तरह का भ्रष्टाचार तो नहीं हुआ है? आदि बिंदू शामिल है।
भाजपा ने आदिवासी बहुल सीटों के लिए तैयार की रणनीति
2 Jun, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश भाजपा द्वारा चलाए जा रहे महासंपर्क अभियान के तहत पार्टी ने आदिवासी बहुल सीटों के लिए अलग से रणनीति तैयार की है। मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने पर चलाए जा रहे महासंपर्क अभियान में बूथ प्रभारी, पन्ना प्रभारी, अर्द्धपन्ना प्रभारी सहित अन्य कार्यकर्ता घर-घर संपर्क कर प्रत्येक मतदाता तक पहुंचेंगे और डबल इंजन की सरकार (मोदी और शिवराज सरकार) की उपलब्धियां गिनाएंगे।भाजपा अपनी पूरी शक्ति इसी में लगाएगी। प्रदेश स्तर से कार्यकर्ताओं को उनके क्षेत्र के मतदाताओं की जिम्मेदारी सौंप दी गई है, उनसे कहा गया है कि वे मतदाताओं के सतत संपर्क में रहें और उन्हें सरकार द्वारा उनके लिए किए गए काम याद दिलाते रहें। साथ ही समझाएंगे कि आजादी के बाद से 70 साल तक कांग्रेस का शासन रहा, पर आपके जीवन में बदलाव लाने वाली भाजपा ही है। प्रधानमंत्री आवास सहित केंद्र और राज्य की अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को यह अहसास भी कराया जाएगा कि उनके हित में भाजपा ने ही काम किया है। पेसा नियम लागू करने, मुख्यमंत्री अन्नदूत योजना या अन्य माध्यम से आदिवासियों के जीवन स्तर में सुधार के प्रयास किए गए हैं। मध्य प्रदेश में छह माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रदेश का ट्रेंड रहा है कि यहां जिसने आदिवासी वोट बैंक को साध लिया, उसकी सरकार बनती है। इसलिए 2020 में सरकार बनने के बाद से ही भाजपा आदिवासी वोट बैंक को साधने के प्रयास कर रही है। सरकार ने जनजातीय गौरव दिवस मनाया। भोपाल में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल हुए थे, उन्होंने भोपाल की हबीबगंज स्टेशन का नामकरण गौंड रानी कमलापति के नाम पर किया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में जबलपुर में गौंड राजा रघुनाथ शाह-शंकर शाह का जन्म दिवस और सतना जिले में कोल महाकुंभ का आयोजन किया गया। इस समाज को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया गया, अब इस वर्ग को मतदान केंद्र तक लेकर जाना है।
बस ने बाइक और स्कूटी सवारों को रौंदा, एक ही परिवार के सात लोग घायल
2 Jun, 2023 04:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छतरपुर में नौगांव नेशनल हाईवे 75 पर बुधवार देर शाम एक बस ने मोटर साइकिल और स्कूटी सवारों को टक्कर मार दी। इस घटना में एक ही परिवार के सात लोग घायल हो गए। चार की हालत गंभीर है। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद ग्वालियर रैफर कर दिया गया है।शादी से गांव नौगांव के लिए मोटर साइकिल और स्कूटी पर सवार होकर सात लोग नौगांव की ओर आ रहे थे तभी छतरपुर की ओर से आ रही यात्री बस टीकमगढ़ से नौगांव होते हुए छतरपुर जा रही थी।
तभी नयागांव तिगेला के समीप सामने से दोनों वाहनों स्कूटी और मोटर साइकिल को टक्कर मार दी।हादसे में सात लोग घायल हो गए। हादसे की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एम्बुलेंस से तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। पुलिस ने न केवल घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाया बल्कि स्वयं घायलों को उपचार के लिये हाथों से ले जाते हुए दिखे। हादसे के बाद बस चालक, परिचालक बस छोड़कर मौके से भाग गए।
हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के मामले में स्कूल प्रबंधन ने जताया खेद
2 Jun, 2023 03:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दमोह | दमोह के गंगा जमना स्कूल में हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के मामले में स्कूल प्रबंधन डैमेज कंट्रोल मोड में है। उसने स्कार्फ को यूनीफॉर्म से हटा दिया है। साथ ही लब पे दुआ बनकर गीत का गायन भी बंद कर दिया है। अब सिर्फ जन गण मन ही गाया जाएगा। स्कूल प्रबंधन ने इस मसले पर खेद जताया है। हिजाब मामला सुर्खियों में आने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर से मामले की जांच कराने के निर्देश दिए थे। साथ ही सख्त कार्रवाई करने को कहा था।गंगा जमना स्कूल के प्रबंधक मोहम्मद इदरीस ने पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि संस्था के बच्चों का हाईस्कूल का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रहा है। बच्चों को बधाई देने के लिए एक फ्लेक्स लगाया गया था। इस पर कुछ संगठनों ने आपत्ति दर्ज की है। स्कूल यूनीफार्म से यदि किसी भावनाएं आहत हुई है तो इसका उन्हें खेद है। अब स्कूल में जन गण मन ही गाया जाएगा।
यह है मामला
गंगा जमना स्कूल ने हाईस्कूल परीक्षा परिणाम को लेकर फ्लेक्स लगाया था। इसमें सफल छात्र-छात्राओं की तस्वीरें थी। छात्राओं ने स्कार्फ लगाया था, लेकिन क्लोजअप में वह हिजाब जैसा लग रहा है। इस पर कुछ परिजनों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। हिंदू संगठन भी सक्रिय हुए और आरोप लगाया कि हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाया गया। प्रदर्शन कर कलेक्टर को कार्रवाई के लिए ज्ञापन भी सौंपा था। इससे पहले कलेक्टर ने जांच कराई तो पता चला कि वह स्कार्फ है, जिसे पहनना छात्राओं के लिए स्वैच्छिक है। स्कूल प्रबंधन का भी कहना है कि उसने कभी भी स्कार्फ को अनिवार्य नहीं किया है। यह मामला बढ़ा तो गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने दोबारा जांच कर कार्रवाई करने को कहा है।
अपने गांव वापस आ रहे पिता पुत्र की सड़क हादसे में मौत
2 Jun, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुरैना । जाैरा राेड पर बांसी के पुलिया के से होकर अपने घर डोम पुरा जा रहे पिता पुत्र की सड़क हादसे में मौत हो गई। दोनों ही बाइक से कैलारस से अपने घर वापस जा रहे थे। इसी बीच तेज रफ्तार आटो ने बाइक को टक्कर मारी। जिसमें 12 साल के बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 40 वर्षीय पिता ने अस्पताल पहुंचने पर इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पिता काे ग्वालियर भी रेफर किया गया। लेकिन अस्पताल पहुंच पाता उससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक डोमपुरा निवासी राकेश जाटव उम्र 40 साल अपने बेटे प्रशांत उम्र 12 साल के साथ बाइक से कैलारस गया था। शुक्रवार की दोपहर को दोनों पिता पुत्र बाइक से अपने घर वापस आ रहे थे। जब दोनों बागचीनी थाना क्षेत्र के बांसी की पुलिया के पास से होकर गुजर रहे थे। उसी समय तेज रफ्तार में आए एक आटो ने बाइक को टक्कर मार दी। टककर इतनी जबरदस्त थी कि प्रशांत की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा होते ही यहां भीड़ जमा हो गई। जिस पर दोनों पिता पुत्र को अस्पताल लाया गया। जहां प्रशांत को तो डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। लेकिन राकेश की हालत नाजुक थी। जिस पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे तत्काल ग्वालियर अस्पताल के लिए रेफर किया गया। लेकिन राकेश ने भी ग्वालियर पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। अब बागचीनी थाना पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है।
भोपाल में 4 जून को ब्राह्मण महाकुंभ
2 Jun, 2023 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ब्राह्मण समाज 4 जून को भोपाल में बड़ा आंदोलन करने जा रहा है। जंबूरी मैदान में होने वाले ब्राह्मण महाकुंभ में प्रदेशभर से 5 लाख समाजजनों के जुटने का दावा है। ब्राह्मण आयोग के गठन की प्रमुख मांग हैं। महाकुंभ को लेकर गुरुवार को समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने अपनी रूपरेखा बताई। हालांकि, समाज ने इस महाकुंभ को गैर राजनीतिक बताया है।
ब्राह्मण समाज मध्यप्रदेश के संरक्षक डॉ. जयप्रकाश पालीवाल, अशोक भारद्वाज और उमेश तिवारी ने बताया कि पिछले एक महीने से महाकुंभ की तैयारी की जा रही है, जो अब अंतिम चरण में है। जंबूरी मैदान में सुबह 10 बजे से महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी। द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य श्री स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज के मुख्य आतिथ्य में यह महाकुंभ होगा।
ब्राह्मण समाज मप्र के अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा (काका) एवं मुख्य प्रवक्ता चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि प्रदेश के सभी ब्राह्मण समाज संगठन मिलकर महाकुंभ (हुंकार) का आयोजन करने जा रहे हैं। जिसमें सभी राजनीतिक दलों के ब्राह्मण प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी गुरुवार को निमंत्रण दिया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, मंत्री गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा आदि को भी आमंत्रित किया है। यह आयोजन न तो बीजेपी के विरोध में है और न ही कांग्रेस के समर्थन में। यह गैर राजनीतिक कार्यक्रम है, जो समाज की एकता का परिचय देगा।
समाजजनों को पीले चावल देकर आमंत्रित किया
समाज के लोगों को पीले चावल देकर आमंत्रित किया गया है। 11 सूत्रीय में से सबसे बड़ी मांग ब्राह्मण आयोग के गठन की है। एट्रोसिटी एक्ट, पुजारियों के मानदेय, जमीन का आवंटन आदि मांगें भी शामिल हैं। डॉ. उमेश तिवारी ने बताया कि पुजारियों को लेकर प्रदेशभर में सर्वे हो। प्रमुख समेत कॉलोनियों में बने मंदिरों के पुजारियों को भी मानदेय दिया जाना चाहिए।
इन मांगों को लेकर महाकुंभ
प्रदेश में ब्राह्मण आयोग का संवैधानिक गठन हो। यह घोषणा तक ही सीमित न रहे। तुरंत गठन किया जाए। इसमें किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को अध्यक्ष न बनाए जाए। सामाजिक काम करने वालों को ही अध्यक्ष बनाया जाए। एट्रोसिटी एक्ट के तहत बिना जांच के प्रथम सूचना रिपोर्ट नहीं लिखी जाए और न ही गिरफ्तारी की जाए। कोर्ट में जमानत के समय फरियादी की उपस्थिति की अनिवार्यता की जाए। इस एक्ट को समाप्त किया जाए। ब्राह्मण वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए जिला और तहसील स्तर पर छात्रावास की व्यवस्था हो। इस भवन का नाम परशुराम भगवान के नाम पर रखा जाए। ओबीसी की तरह 8 लाख रुपए से कम आय वाले निर्धन ब्राह्मणों को आयुष्मान योजना का लाभ मिले। ब्राह्मण वर्ग के 8 लाख रुपए से कम आय वाले परिवार के युवाओं को नि:शुल्क सरकारी आवेदन किए जाने की पात्रता हो। भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर ऐच्छिक अवकाश की जगह शासकीय अवकाश घोषित किया जाए। वर्ष 1980 से आज तक मंदिरों का सर्वे नहीं हुआ है। तुरंत सर्वे कराकर सभी सार्वजनिक मंदिरों के पुजारियों को मानदेय दिया जाए। देश के सभी मंदिरों के जीर्णोंद्धार, गुरुकुल और गोशाला संचालन के लिए शासकीय अनुदान प्रदान किया जाए। सनातन धर्म के कथावाचक, साधु-संतों एवं ब्राह्मण समाज के किसी भी व्यक्ति पर सोशल मीडिया में अशब्द बोलने एवं अपमानिक किए जाने की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई हो। क्रांतिकारी पं. चंद्रशेखर आजाद, मंगल पांडे आदि के परिजनों को सम्मान दिया जाए एवं आर्थिक मदद भी की जाए। ब्राह्मण समाज के लिए 5 एकड़ भूमि आवंटित की जाए।
भोपाल गौरव दिवस पर मेलोडी क्वीन श्रेया के सुरीले गीतों पर झूमा भोपाल
2 Jun, 2023 01:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । श्रेया घोषाल एक ऐसी मीठी आवाज है, जिसने अपनी आवाज के चलते कम उम्र में ही बहुत कुछ हासिल कर लिया। आज बालीवुड में श्रेया सुरों की रानी है। यही रानी की मधुर आवाज को सुनने का मौका गुरुवार को शहरवासियों को मिला। जिनका लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। गुलाबी गाउन के साथ मंच पर आकर जब श्रेया घोषाल ने अपनी मधुर आवाज में नजर जो तेरी लागी मैं दीवानी हो गई... गीत सुनाया, श्रोताओं की तालियों और सीटियों की आवाज से मोती लाल नेहरू स्टेडियम मैदान गूंज उठा। भोपाल गौरव दिवस के मौके पर आयोजित इस सांस्कृतिक संध्या में इस मीठी, पतली आवाज ने एक से बढ़कर बालीवुड के चचिर्त गीत सुनाए। इस बंगाली बाला श्रेया को सुनने के लिए हजारों की संख्या में रात 12 बजे तक श्रोताओं की भीड़ लगी रही।
उन्होंने लोगों की फरमाइश पर दिल खो गया हो गया किसी का... सुनाया। इसी क्रम में बहारा बहारा हुआ है आज पहली बार... जब आया मेरा सजना मेरे देश... गाने को पेश किया। इसके बाद तेरा साजन आया तेरे देश..., रसिया जो तेरा तुझको सौंप दिया है....,तेरी ओर तेरी ओर हाय रब्बा...,धीरे धीरे नैनो को धीरे धीरे... गीत पेश किए। इससे पहले श्रेया के गीतों को सुनने के लिए शहरवासियों को 20 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। क्योंक श्रेया की टीम का म्यूजिक चेक नहीं हो पा रहा था।
मनोज मुंतशिर ने सुनाया भोपालीनामा, भोपाल का नाम भोजपाल करने की उठाई मांग समारोह के दौरान गीतकार मनोज मुंतशिर ने भोपालीनामा पेश किया। इस दौरान उन्होंने भोपाल के गौरव राजाभोज, रानी कमलापति से जुड़े कई अहम किस्सों को सुनाया। मनोज ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भोपाल का नाम भोजपाल करने का आह्वान किया। उन्होंने जनता की सहमति लेते हुए कहा कि भोजपाल राजाभोज की नगरी है, दोस्त मो. खान और हमीदुल्ला जैसे लुटेरों ने इसका नाम भोपाल कर दिया था, लेकिन हम चाहते है कि इसका वैभव फिर से लौटाते हुए नाम भोजपाल किया जाए।
भोपाल के बारे में उन्होंने पढ़ा और कहा कि मैं उस धरा पर खड़ा हूं जो नौ नदियों, 99 जलाशयों से भरा हुआ है। इस दौरान उन्होंने नये संसद भवन के लोकार्पण से जुड़ी जानकारी लोगों से साझा की। लोगों के बीच चर्चा को जारी रखते हुए मनोज ने कहा कि आजादी के बाद हमीदउल्ला बिल्कुल नहीं चाहते थे कि भोपाल का विलय भारत में हो। वे भोपाल को अपने अंगूठे के नीचे दबाये रखना चाहते थे। लेकिन हमारे पूर्वजों ने संघर्ष करते हुए इसे स्वतंत्र कराया। इस दौरान पहली बार लेजर शो के माध्यम से भोपाल के मनोरम दृश्यों एवं विलीनीकरण से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेजों का प्रदर्शन किया गया।
आज मनाया जाएगा छतरपुर का गौरव दिवस
2 Jun, 2023 12:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छतरपुर | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज 2 जून को छतरपुर के गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे। महाराजा छत्रसाल की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम को मुख्यालय पर बाबूराम चतुर्वेदी स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है, जहां प्रशासन ने सारी तैयारियां कर ली हैं।मुख्यमंत्री द्वारा गौरव दिवस पर जिले को विकास की सौगात देते हुए 661 करोड़ रुपये की लागत के 66 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर बुंदेलखंड केसरी महाराजा छत्रसाल के योगदान पर केंद्रित प्रदर्शनी लगेगी, जिसमें वीर छत्रसाल द्वारा शासित क्षेत्र को नक्शों द्वारा दर्शाया जाएगा और उनके साहसिक कार्यों का उल्लेख भी किया जाएगा। गौरव दिवस के साथ लाड़ली बहना सम्मेलन भी होगा।
नहीं तपेगा जून, गर्मी बढ़ते ही आ जाएगा मानसून
2 Jun, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । पिछले 23 सालों में इस बार नौतपा काफी कम तप रहा है। जून के शुरुआत में भी बारिश की संभावना है। इसलिए जून में भी कम तपिश रहेगी। सात-आठ जून के बाद देश में मानसून सक्रिय हो जाएगा। इस तरह भीषण गर्मी से निजात मिलने की संभावना है।
राजधानी में लगातार बादल, बारिश, बौछारों के कारण पिछले छह दिनों से शहर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे है। पिछले 23 सालों में यह पहला मौका है, जब नौतपा के शुरुआती छह दिन लगातार बारिश के चलते तापमान 40 डिग्री से नीचे रहा है, इसके पहले 2006 में ऐसी स्थिति थी, लेकिन तब शुरुआत के पांच दिन ही तापमान 40 डिग्री से कम था। इसी प्रकार 2001 में नौतपा के दो दिन बाद और 2002 में तीन दिन बाद तापमान कम बने थे।
राजधानी में हल्की धूप, उमस के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 39.1 और न्यूनतम 24 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि सोमवार को अधिकतम तापमान 36.7 और न्यूनतम 20 डिग्री दर्ज किया गया था।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि सोमवार को हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, इसके बाद दो दिन तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी। 1 जून से एक और पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। इसके कारण फिर 2 अथवा 3 जून से बादल आ सकते हैं, साथ ही बारिश की स्थिति बन सकती है। फिलहाल, मौसम इसी तरह रहने की संभावना है।
आनंद नगर में स्कूल का रास्ता रोक फुटपाथ पर लग रहा बाजार
2 Jun, 2023 12:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी के आनंद नगर इलाके में रायसेन रोड के दोनों तरफ फुटपाथ पर अवैध कब्जे से राहगीरों को सड़क पर चलना पड़ रहा है। यहां फुटपाथ पर लग रही दुकानों से शासकीय स्कूल आनंद नगर का रास्ता भी बंद हो गया है। ऐसे में बच्चे फुटपाथ छोड़ सड़क पर चलने को मजबूर हैं । इसी सड़क पर बीस मीटर आगे पुलिस चौकी की लाइन में पांच साल पहले बनाए गए फुटपाथ को अतिक्रमणकारियों ने खत्म ही कर दिया है। शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा ने बताया कि फल-सब्जी व हाकर्स कार्नर के साथ मटका बेचने वालों का फुटपाथ पर कब्जा है। इससे स्कूली बच्चों के साथ राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसकी नगर निगम में कई बार शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। स्कूल के आसपास हाथ ठेले व पान की गुमठियों से असमाजिक तत्वों का दिनभर जमावड़ा लगा रहता है। आए दिन यहां आपराधिक घटनाएं हो रही हैं।
पिपलानी से आनंद नगर तक फुटपाथ पर एक हजार से ज्यादा अतिक्रमण
भेल क्षेत्र में स्थित पिपलानी से आनंद नगर तक रायसेन रोड के किनारे दोनों ओर तीन किलोमीटर के फुटपाथ पर एक हजार से अधिक दुकानें लग रही हैं। पिपलानी पेट्रोल पंप चौराहे से आनंद नगर, कमला नगर और जेकेरोड की ओर जाने वाले तीन मार्गों में ही फुटपाथ पर चार सौ दुकानें लग रही हैं। वहीं रत्नागिरी तिराहे के पास अयोध्या नगर व आनंद नगर जाने वाले रायसेन रोड के किनारे तीन सौ से अधिक दुकानें लग रही हैं। सबसे अधिक अतिक्रमण रत्नागिरी से आनंद नगर तक के फुटपाथ पर है। यहां सड़क के दोनों ओर पांच सौ से अधिक दुकानें लग रही हैं।
फुटपाथ खत्म कर बना दीं पक्की दुकानें
आनंद नगर से पिपलानी जाने वाली सड़क पर चौकी के पहले पांच साल पहले चार लाख रुपये खर्च कर पचास मीटर का फुटपाथ बनाया गया था लेकिन अब यहां बीस से अधिक पक्की दुकानें बन गई हैं। इनमें चाय-नाश्ता, फूल और पूजन सामग्री के साथ मांस-मछली व अन्य खाने पीने की दुकानें लगाई जा रही हैं।
शाम होते ही सड़क पर लग जाता है जाम
रायसेन रोड के दोनों ओर दुकानें लग जाती है। इससे खरीददार सड़क पर खड़े होकर खरीददारी करते हैं। सड़क में भी वाहनों के चलने के लिए जगह कम बचती है। इस कारण शाम पांच बजे के बाद रायसेन रोड पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ जाता है। जिससे आए दिन यहां सड़क दुर्घटनाएं होना आम हो गया है।
इन्होने कहा
आनंद पुलिस चौकी से लेकर डीएसपी ट्रैफिक तक स्कूल के सामने फुटपाथ पर अतिक्रमण की शिकायत कर चुके हैं लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। जबकि रोजाना एक हजार से अधिक स्कूली बच्चे इस समस्या का सामना करते हैं।
- मनीष यादव, पूर्व पार्षद वार्ड क्रमांक- 62
शाम पांच बजे के बाद इस सड़क पर ट्रैफिक बढ़ जाता है। इसके बाद यहां से राहगीरों का निकलना मुश्किल हो जाता है। रोजाना इस सड़क से लाखों वाहन निकलते हैं। लेकिन नगर निगम का अतिक्रमण अमला कार्रवाई नहीं करता।
- केतन प्रजापति, राहगीर
सड़कों के किनारे और फुटपाथ पर संचालित हो रहे ठेले और गुमठियों को हटाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जल्द ही फुटपाथ से कब्जे हटेंगे।
- राजेश चौकसे, अध्यक्ष जोन क्रमांक - 15
भेल क्षेत्र में फुटपाथ से जल्द अतिक्रमण हटाएंगे। स्कूल, कालेज और अस्पताल समेत अन्य संस्थानों के आसपास से सभी ठेले-गुमठियों को हटाया जाएगा।
- नासिर खान, अतिक्रमण प्रभारी गोविंदपुरा विधानसभा
केंद्र व प्रदेश के सत्ता व विपक्ष के नेताओं का 6 जून को नगर में जमावड़ा रहेगा
2 Jun, 2023 12:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । वर्ष के अंत में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। और अगले वर्ष लोकसभा चुनाव होेने हैं। इस चुनावी बेला में राजनीतिक शादियों को महत्व बढ़ गया है। छह जून को नगर में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की इकलौती बेटी की शादी है। नरेंद्र सिंह की गिनती भाजपा थिंक टैंकों में होती है और पक्ष-विपक्ष के नेताओं से उनके संबंध में मधुर हैं। इसलिए नगर में आयोजित शादी समारोह में बड़ा राजनीतिक जमावड़ा छह जून को रहेगा। कुछ नेताओं को पांच जून को आने की संभावना है। नरेंद्र सिंह तोमर के परिवार में यह दूसरी शादी है। बड़े बेटे देवेंद्र तोमर की शादी संक्रमण काल में हुई थी। इसलिए कोई बड़ा आयोजन नहीं हुआ था।
यह लोग शादी समारोह में भाग लेंगे
बेटी की शादी के माध्यम से पहली बार केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर राजनीतिक ताकत का एहसास कराएंगे। शादी समारोह में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर सहित अाधा दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्रियों के आने की संभावना है। इसके साथ ही देश के पचास से अधिक सांसद शादी में मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित समूची सरकार व अाला अधिकारी शादी में मौजूद रहने की संभावना है। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ व दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के शादी समारोह में आने की संभावना है। इसके अलावा अन्य राज्यों के दो से तीन मुख्यमंत्री भी शादी समारोह में आना तय माना जा रहा है। नरेंद्र सिंह तोमर प्रदेश अध्यक्ष सहित संगठन में प्रमुख दायित्व संभाल चुके हैं। इसलिए शादी समारोह केंद्रीय संगठन के अलावा प्रदेशस्तर के बड़े नेता भी शादी समारोह में शामिल होंगे।
शादी की तैयारियां शुरू
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटी की शादी 6 जून को है। कार्यक्रम स्थल मेला ग्राउंड तय हुआ है। इसके साथ ही शादी की सभी रस्में रेसक्रोर्स रोड स्थित सरकारी निवास से होंगी। नरेंद्र सिंह का मुरार में पुश्तैनी मकान भी है। मेला ग्राउंड में सात दिन पहले से शादी की तैयारियां शुरु हो गईं हैं। मंत्रियों के ठहरने की व्यवस्था उनके विभागों द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही नगर के विभागों के गेस्ट हाउस व मेला ग्राउंड के आसपास के होटलों को भी बुक किया गया है। नरेंद्र सिंह तोमर भी अतिविष्ठ लोगों को व्यक्तिगत चर्चा कर शादी में आने का व्यक्तिगत न्यौता दे रहे हैं।
एक पखवाड़े में दूसरी राजनीतिक शादी
एक पखबाड़े दूसरी बड़ी राजनीतिक शादी है। इससे पहले पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के भतीजी की शादी हुई थी। पवैया के यहां आयोजित विवाह समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित भोपाल में बैठक समाप्त होने के बाद आधी रात को विमान से पहुंचे थे।
भोपाल में अगले साल से 1 जून को सरकारी छुट्टी
2 Jun, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । अगले साल से भोपाल में 1 जून को भोपाल विलीनीकरण और भोपाल गौरव दिवस के अवसर पर शासकीय अवकाश रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार सुबह 8.15 बजे यह घोषणा की। उन्होंने एक शोध संस्थान बनाने की बात भी कही। ताकि, राजा भोज और रानी कमलापति आदि का इतिहास युवा पीढ़ी को बताया जा सके।
सीएम चौहान ने भोपाल गेट पर विलीनीकरण (भोपाल स्वतंत्रता दिवस) दिवस पर झंडावंदन भी किया। वहीं, मशाल प्रज्जवलित कर शहीदों को पुष्पांजलि अर्जित की। साथ में भोपाल गेट पर ही स्वच्छता सैनिकों का सम्मान भी किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को देश स्वतंत्र हुआ था, लेकिन भोपाल स्वतंत्र नहीं हुआ था। यहां के नवाब ने भोपाल रियासत को भारत में विलीन करने से इनकार कर दिया था। तब विलीनीकरण आंदोलन चला था। लगातार पौने दो साल भोपाल रियासत में रहने वाले लोगों ने भोपाल को भारत में विलीन कराने के लिए आंदोलन किया। बोरास में हमारे लोग शहीद हुए। भोपाल भारत का हिस्सा बने, इसलिए खून की अंतिम बूंद तक दे दी। पं. उद्धवदास मेहता, मास्टर लाल सिंह, बालकृष्ण गुप्ता, डॉ. शंकरदयाल शर्मा समेत कई महापुरुषों ने भोपाल विलीनीकरण की लड़ाई लड़ी। लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने जब नवाब को आंखें दिखाई तो 1 जून 1949 को भोपाल भारत का अंग बना। इसलिए भोपाल ने तय किया कि भोपाल की आजादी का दिन ही गौरव दिवस होगा।
मैं प्रणाम करता हूं...
सीएम ने कहा कि मैं विलीनीकरण आंदोलन के शहीदों को प्रणाम करता हूं, नमन करता हूं। भोपाल का इतिहास सबको पता रहना चाहिए। इसलिए एक शोध संस्थान बनाएंगे। इसमें राजा भोज से लेकर रानी कमलापति आदि का पूरा इतिहास आएगा। अगले वर्ष 1 जून को भोपाल में शासकीय अवकाश रहेगा। ताकि, सबको पता रहे कि 1 जून को भोपाल आजाद हुआ था। अवकाश की मांग पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने की थी। कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।