मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
भोपाल से हज की पहली फ्लाइट 7 जून को सुबह 7 बजे भरेगी उड़ान
23 May, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। स्टेट हज कमेटी की और से इस साल हज पर जाने वाले हज यात्रियों का फ्लाइट शेडयूल हज कमेटी आफ कमेटी ने जारी कर दिया है। जानकारी के अनुसार भोपाल से 7 जून से 21 जून तक टेकऑफ कर फ्लाइट्स हाजियों को लेकर सऊदी अरब के जद्दा शहर जाएंगी। भोपाल, सीहोर और रायसेन के हज यात्री इन फ्लाइट्स के जरिए जद्दा रवाना होंगे। फ्लाइट शेडयूल के मुताबिक हज यात्रियों की पहली उड़ान राजा भोज एयरपोर्ट से 7 जून को सुबह 7 बजे उड़ान भरेगी। इसी तरह आठ जून से लेकर 21 जून तक रोज सुबह 7 बजे जद्दा के लिए स्पाइसजेट की उड़ान टेकऑफ होंगी। वहीं इंदौर के देवी अहिल्यादेवी एयरपोर्ट से 4 जून को हाजियो का पहला ग्रुप रवाना होगा। गौरतलब है कि इस साल 5 हजार से ज्यादा हज यात्री सूबे से हज यात्रा के लिए जा रहे हैं। हज यात्रियों की वापसी सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीना से होगी ।
मध्य प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में जांच की व्यवस्था निजी हाथों में
23 May, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश के सभी 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में मरीजों की जांच व्यवस्था निजी हाथों मे सौंपी जा रही है। मरीजों के लिए यह जांच पुरानी व्यवस्था के अनुसार निशुल्क होगी।
राजधानी स्थित गांधी मेडिकल कॉलेज और निजी कंपनी हिंदुस्तान अरनील क्लिनिकल लैब्स के बीच में अनुबंध हो चुका है। 2019 में यह प्रस्ताव सरकार ने तैयार किया था। इसके अनुसार समस्त दस्तावेज तैयार करके, अब इस योजना को मध्य प्रदेश के सभी 13 मेडिकल कॉलेजों में लागू किया जा रहा है। 1 जून से मेडिकल कॉलेज भोपाल हमीदिया अस्पताल में निजी एजेंसी द्वारा जांच की जाएगी।
मरीजों को सहूलियत मिलेगी
मध्यप्रदेश सरकार का दावा है कि, इस नई व्यवस्था से मरीजों को सहूलियत मिलेगी। सरकारी अस्पतालों में पैथोलॉजी लैब की जांच में बार-बार केमिकल नहीं होने, मशीन खराब होने के कारण समय पर जांच नहीं हो पाती थी। अब जो नई व्यवस्था शुरू होगी। उसमें निजी क्लीनिक जांच करेंगे। तुरंत ऑन लाइन रिपोर्ट देंगे। जांच की हार्ड कॉपी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। उसके पैसे लगेंगे या नहीं, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है।
10 साल की बिना बिकी संपत्तियों को 50 फीसदी पर बेचने की तैयारी
23 May, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकार ने हाउसिंग बोर्ड और विकास प्राधिकरण से मांगे सुझाव
भोपाल । मध्य प्रदेश में हाउसिंग बोर्ड एवं नगरीय निकायों के पास अरबों रुपए की ऐसी संपत्ति है। जिसे 10 साल से बेचने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक वह संपत्तियां बिकी नहीं है। सरकार के पास जो जानकारी है। उसके अनुसार हाउसिंग बोर्ड और प्राधिकरण में लगभग 15 हजार करोड रुपए की संपत्ति बिना बिके जर्जर हो रही है। उस पर अवैध कब्जे भी हो रहे हैं।
नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने नीति निर्धारण के लिए मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड और विभिन्न विकास प्राधिकरण से जानकारी और सुझाव मांगे हैं। 10 साल से अधिक ऐसे प्रोजेक्ट जो बिना बिके हुए पड़े हैं। उन्हें वर्तमान कीमत की तुलना में 50 फ़ीसदी की रियायत देकर संपत्ति को बेचने के लिए सुझाव आमंत्रित किए हैं। जो संपत्तियां पिछले 10 सालों से नहीं बिकी हैं। वह जर्जर हो चुकी हैं। ऐसी स्थिति में सरकार का मानना है कि उसकी कीमत कम करके संपत्तियों को बेचा जाए।
नई नीति का प्रस्ताव
नगरीय आवास और विकास विभाग द्वारा जो प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। उसमें निर्माण के समय गाइड लाइन के अनुसार जमीन की कीमत,निर्माण के समय की एसओआर लागत, निर्माण लागत के अनुसार वास्तविक कीमत का पता लगाया जाएगा। संपत्ति के रखरखाव और देखरेख में कितनी राशि खर्च की गई है। वर्तमान कलेक्टर गाइडलाइन के हिसाब से जमीन की कीमत को आधार बनाकर, 50 फ़ीसदी रियायती दामों पर सेल लगाने की तैयारी सरकार कर रही है। हाउसिंग बोर्ड और प्राधिकरण की जो संपत्तियां पिछले 10 साल से नहीं बिक रही हैं। सेल लगाकर उन्हें बेचा जाएगा।
एमपी ट्रांसको का नवाचार
22 May, 2023 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : एमपी ट्रांसको (मध्य प्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी) ने नवाचार करते हुए मध्यप्रदेश में पहली बार 220 के.व्ही. वोल्टेज स्तर पर 160 एम.व्ही.ए. क्षमता का पॉवर ट्रांसफॉर्मर स्काडा नियंत्रण कक्ष जबलपुर से एच.एम.आई. (ह्यूमन मशीन इंटरफेस) तकनीक के सहारे रिमोट से ऊर्जीकृत करने में सफलता प्राप्त की है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पॉवर सेक्टर की इस एडवांस्ड टेक्नोलोजी का एमपी ट्रांसको के अति-संवेदनशील 220 के.व्ही. सिस्टम में सफलतापूर्वक इस्तेमाल करने पर बधाई दी है।
एमपी ट्रांसको में इस एडवांस्ड टेक्नोलोजी का उपयोग अभी तक नये 132 के.व्ही. वोल्टेज स्तर के सब स्टेशनों और 132 के.व्ही. की लाइनों में सफलतापूर्वक किया जा चुका है, जो रिमोट से ऊर्जीकृत किये गए हैं। जबलपुर नयागाँव स्थित 220 के.व्ही. सब स्टेशन में लगभग 6 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से स्थापित नए 160 एम.व्ही.ए. क्षमता के पॉवर ट्रांसफार्मर को इस टेक्नोलोजी का इस्तेमाल कर ऊर्जीकृत किया गया है।
महाकौशल क्षेत्र के नरसिंहपुर, दमोह, सिवनी, मंडला, डिंडौरी और कटनी जिलों को अब आवश्यकता पड़ने पर जबलपुर से तकरीबन 50 मेगावाट की अतिरिक्त विद्युत उपलब्ध होगी। उल्लेखनीय है कि जबलपुर के इस सब स्टेशन में अमरकंटक, बिरसिंहपुर, बरगी विद्युत उत्पादन केंद्रों के अलावा पॉवर ग्रिड से विद्युत का पारेषण होता है।
पहले भी किए है एमपी ट्रांसको ने अनेक नवाचार
ऊर्जा मंत्री तोमर ने बताया कि एमपी ट्रांसको ने पूर्व में भी अपने सिस्टम में अनेक नवाचार किए हैं। इसमें देश में सर्वप्रथम स्टेट लोड डिस्पेच सिस्टम में साइबर सिक्यूरिटी सिस्टम लागू करना, स्काडा प्रणाली लागू करना, ट्रांसमिशन लाइनों की ड्रोन से पेट्रोलिंग, 400 के.व्ही. के सब स्टेशनों को रिमोट से संचालित करने की योजना जैसे नवाचार शामिल हैं।
क्या है ह्यूमन मशीन इंटरफ़ेस तकनीक
ह्यूमन मशीन इंटरफ़ेस तकनीक में मानव और कंप्यूटर मशीनों का उपयोग कर रिमोट से उपकरणों को नियंत्रित किया जाता है। एमपी ट्रांसको के प्रदेश में क्रियाशील 3 स्काडा कंट्रोल सेंटर में एडीएमएस के सहारे इस तकनीक का उपयोग किया जाता है। एमपी ट्रांसको के सिस्टम में इसके पूर्व 132 के.व्ही. वोल्टेज लेवल पर इस तकनीक का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा चुका है। यह पहली बार है जब 220 के.व्ही. वोल्टेज स्तर पर इस तकनीक का उपयोग कर 160 एम.व्ही.ए. जैसा अति-संवेदनशील उपकरण रिमोट से ऊर्जीकृत किया गया है।
महाकौशल क्षेत्र की पारेषण क्षमता में हुई बढ़ोतरी
मुख्य अभियंता एमपी ट्रांसको अतुल जोशी ने बताया कि इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से महाकौशल क्षेत्र की पारेषण क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। महाकौशल क्षेत्र के 8 जिलों में मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी अपने 58 सब स्टेशनों से विद्युत पारेषण करती है, जिसमें 400 के.व्ही. के दो सब स्टेशन 220 के.व्ही. के 9 सब स्टेशन तथा 132 के.व्ही. के 47 सब स्टेशन शामिल हैं। इनमें 400 के.व्ही. साइड 830 एम.व्ही.ए., 220 के.व्ही. साइड 3660 एम.व्ही.ए. तथा 132 के.व्ही. साइड 4607 एम.व्ही.ए. इस प्रकार कुल 9097 एम.व्ही.ए. की ट्रांसफारमेशन कैपेसिटी विद्यमान है।
आधुनिक काल के श्रवण कुमार हैं मुख्यमंत्री शिवराज
22 May, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : देश में पहली बार विमान से तीर्थ यात्रा करने वाले मध्य प्रदेश के बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों ने तीर्थराज प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) की यात्रा से लौटने के बाद अपने दिल की बात साझा की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम गरीब बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीरथ करा कर बता दिया है कि वे "आधुनिक काल के श्रवण कुमार" है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा सभी के लिए अद्वितीय, अविस्मरणीय और आनंदमयी रही है। बुजुर्गों ने मुख्यमंत्री चौहान को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वह जुग-जुग जिए पर हमेशा गादीपति (मुख्यमंत्री) रहे। प्रयागराज में पवित्र गंगा, यमुना एवं सरस्वती के संगम में पवित्र स्नान और देव दर्शन कर राजा भोज विमानतल भोपाल लौटे सभी 32 तीर्थ-यात्रियों के ललाट की आभा उनके आत्मिक संतोष को दिखा रही थी। तीर्थ-यात्रियों के परिजन भी प्रसन्न नजर आए।
जो सोचा न था वह संभव कर दिया मुख्यमंत्री चौहान ने
तीर्थ यात्रा से लौटे जाट खेड़ी के प्रेम नारायण पटेल ने भावुक होकर कहा कि सब कुछ कल्पना से परे रहा। हवाई जहाज को आसमान में उड़ते हुए देखा करते थे। कभी सोचा नहीं था कि उसमें बैठने को मिलेगा, लेकिन मुख्यमंत्री चौहान ने इसे हमारे लिए संभव कर दिखाया। हमें सबसे बड़े तीरथ प्रयागराज की यात्रा हवाई जहाज से करवा दी। मैंने 75 साल की उम्र में पहला ऐसा मुख्यमंत्री देखा, जिसने गरीबों की ऐसी सेवा की। हमारा आशीर्वाद है कि वह आजन्म मुख्यमंत्री बने रहे।
खूब आशीर्वाद मुख्यमंत्री को
कैलाश नगर की सिया कुमारी शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री को खूब-खूब आशीर्वाद। उनके कारण त्रिवेणी संगम में स्नान का सपना पूरा हो सका। हमने जीवन में पहली बार हवाई जहाज की यात्रा की। होटल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिला। कम समय में बगैर कष्ट के इतनी बढ़िया तीर्थ- यात्रा कराने के लिए मुख्यमंत्री चौहान का आभार।
तीर्थ-यात्रा के पल, अनमोल
जीवन के यह पल बहुत ही अनमोल हैं। हमारी स्मृतियों में यह चिर-स्थाई हो गए हैं। फंदा के मिट्ठू लाल मेवाड़ा ने कहा कि हमने तो कभी सोचा भी नहीं था कि हमारे भाग्य में तीर्थ-यात्रा का सौभाग्य भी है। मुख्यमंत्री चौहान को बहुत-बहुत धन्यवाद।
बुजुर्गों के मददगार, रहें हमेशा गादीपति
तीर्थ-यात्रा कर आनंदित और आत्म-विभोर दिखाई दे रही गोंदरमऊ की राजल बाई ने मुख्यमंत्री चौहान को बुजुर्गों का मददगार बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद के साथ आभार व्यक्त करते हुए हमेशा गादीपति (मुख्यमंत्री) बने रहने का आशीर्वाद भी दिया।
प्रयागराज में एक डुबकी प्रदेश की समृद्धि के लिये भी
जहांगीराबाद के बुजुर्ग तीर्थ-यात्री संतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान का हवाई यात्रा से तीर्थ-दर्शन कराने का कार्य बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने जमीन के लोगों को हवाई सैर करवा कर दर्शन कराये हैं। मुख्यमंत्री के इस प्रयास की सराहना प्रयागराज में भी लोगों ने करते हुए कहा कि "आपके मामा (मुख्यमंत्री) बहुत ही अच्छे" हैं। गुप्ता ने बताया कि उन्होंने प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना के साथ संगम-स्थल पर मुख्यमंत्री और उनके परिवार के लिए भी शुभकामनाओं की एक-एक डुबकी लगाई।
यशस्वी बनें और राज करें शिवराज
बरखेड़ा पठानी की शकुंतला बाई ने प्रसन्नता से कहा कि शिवराज जुग-जुग जिए, यशस्वी बनें और हमेशा राज करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की खूब सेवा की है। सबका ध्यान रख कर जीवन को आसान बनाने के लिए योजनाएँ बनाई हैं।
यात्रा हमेशा चालू रहे
चांदबढ़ के राम प्रसाद चांदौरिया ने बताया कि किसी भी सरकार ने ऐसी यात्रा नहीं कराई। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन यात्रा हमेशा ऐसी ही चालू रहे। हमारे जो बंधु-बांधव और धार्मिक लोग है वह भी अपने धर्म के अनुसार यात्रा कर सकें।
त्रिवेणी संगम के साथ हनुमानगढ़ी के हुए दर्शन
रोंझिया के टीकाराम सेन ने आज के श्रवण कुमार और मुख्यमंत्री चौहान का आभार माना कि हमे त्रिवेणी संगम में स्नान के साथ ही हनुमानगढ़ी में दर्शन का भी सौभाग्य मिला। भोपाल से प्रयागराज तक यात्रा की व्यवस्थाएँ बहुत ही अच्छी रही, ठीक वैसे ही जैसे कोई बेटा अपने बुजुर्ग के लिए करता है।
गरीबों के मसीहा हैं शिवराज
पंजाबी बाग निवासी कृष्णा चौबे बताती है कि यात्रा में रत्ती भर भी तकलीफ नहीं हुई। सभी तीर्थ यात्रियों का बहुत अच्छे से परिवार की तरह ख्याल रखा। हनुमान मंदिर में दर्शन किये। गंगा आरती में शामिल होने का सौभाग्य मिला। त्रिवेणी संगम पर स्नान का सपना साकार हुआ। मुख्यमंत्री चौहान को बारम्बार बधाई। गरीबों के मसीहा है शिवराज भैया, हर आदमी के दुख दर्द में काम आते हैं।
युवाओं के लिए प्रेरणादायी होगी महारानी पद्मावती की प्रतिमा : मुख्यमंत्री चौहान
22 May, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल की मनुआभान टेकरी पर महारानी पद्मावती की प्रतिमा का अनावरण किया। केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ साथ थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारतीय शौर्य एवं पराक्रम की प्रतीक महारानी पद्मावती की प्रतिमा स्थापना से एक संकल्प पूरा हुआ है। महारानी पद्मावती ने अपने स्वाभिमान और देश के गौरव की रक्षा के लिए स्वयं को अग्नि में समर्पित कर दिया। उनकी मूर्ति स्थापित करने के साथ ही इस स्थल को विकसित किया जा रहा है, जिससे युवा पीढ़ी महारानी के संघर्ष से प्रेरणा ले सकें और अपनी धर्म, संस्कृति और जीवन मूल्यों को न भूलें। महारानी पद्मावती की मूर्ति का प्रारूप एल.एन. भावसार द्वारा तैयार किया गया और मूर्तिकार प्रभात राय हैं।
सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, भोपाल महापौर मालती राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, पूर्व महापौर आलोक शर्मा सहित जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।
भोपाल में स्थापित होगा महाराणा प्रताप लोक : मुख्यमंत्री चौहान
22 May, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महाराणा प्रताप देश के शौर्य के प्रतीक हैं। भोपाल में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप लोक का निर्माण किया जाएगा। यह उनके त्याग, तपस्या, संघर्ष और बलिदान को श्रद्धांजलि होगी। स्मारक में महाराणा प्रताप के जीवन और कार्यों को चित्रित किया जाएगा। साथ ही उनके सात सहयोगियों भामाशाह, पुंजाभील, चेतक और अन्य के योगदान को भी चित्रित कर दर्शाया जाएगा। महाराणा प्रताप द्वारा अपनी संस्कृति और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए संघर्ष तथा जीवन मूल्यों पर अडिग रहने की उनकी क्षमता से आने वाली पीढ़ी अवगत हो सके और तदनुसार संस्कार ग्रहण कर सकें, इस उद्देश्य से महाराणा प्रताप लोक का निर्माण सार्थक होगा। प्रदेश में शालेय पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप के शौर्य और वीरता की कहानियाँ पढ़ाई जाएंगी। साथ ही महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड का गठन भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान लाल परेड मैदान में महाराणा प्रताप जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने महाराणा प्रताप के वंशज डॉ. मेवाड़ का रामदरबार भेंट कर किया स्वागत
मुख्यमंत्री चौहान ने महाराणा प्रताप, महाराज छत्रसाल और महारानी पद्मावती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप जला कर जयंती समारोह का शुभारंभ किया। केंद्रीय कृषि और किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़, प्रदेश के मंत्रीगण, जन-प्रतिनिधि, समाज के वरिष्ठजन और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का तलवार तथा रामदरबार भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री चौहान को डॉ. मेवाड़ ने हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट कर अभिवादन किया। समाज के वरिष्ठ जन और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों का साफा बांध कर सम्मान किया गया तथा समारोह के प्रतीक-चिन्ह के रूप में तलवार भेंट की गई।
महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व सभी के लिए प्रेरणादायी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व और कृतित्व हम सभी को प्रेरणा देता है। ईमानदारी और सच्चाई से समाज के सभी वर्गों की सेवा करना, प्रगति और विकास के रास्ते पर प्रदेश को अग्रसर करने की प्रेरणा भी हमें महाराणा प्रताप से मिलती है। महाराणा प्रताप शौर्य, स्वाभिमान और स्वतंत्रता के साथ वैभवशाली, गौरवशाली राष्ट्र के निर्माण के प्रतीक भी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। विश्व के समृद्ध और शक्तिशाली देशों में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है।
वीर पुरूषों के जन्म-दिवस पर अवकाश देना, उनका ऋण उतारने का एक प्रयास मात्र
मुख्यमंत्री चौहान ने महाराज छत्रसाल बुंदेला को प्रणाम करते हुए कहा कि उनके संबंध में मान्यता थी कि "छत्ता तोरे राज में, धक-धक धरती होय- जित-जित घोड़ा मुख करे, तित-तित फतेह होए"। यह शूरवीरों की धरती है। ऐसे वीर पुरूषों के जन्म-दिवस पर अवकाश देना, उनका ऋण उतारने का एक प्रयास मात्र है। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप की प्रतिबद्धता का स्मरण करते हुए कहा कि यह मेरा प्रण है कि जो भी लोग हमारे देश और प्रदेश के हितों से खिलवाड़ करेंगे वह छोड़े नहीं जाएंगे। आतंकवादियों को समाप्त करना हमारा धर्म है।
हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट में मिलने से अभिभूत हुए मुख्यमंत्री
महाराणा प्रताप के वंशज लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ द्वारा हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट करने से अभिभूत मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह मेरे जीवन की अमूल्य निधि है। हल्दी घाटी की मिट्टी से पवित्र कुछ भी नहीं है, यह भारत के शौर्य और वीरता की प्रतीक है। इस माटी का मान-सम्मान और शान कभी जाने नहीं दूँगा। यह माटी सदैव महाराणा प्रताप के शौर्य की याद दिलाएगी और सही दिशा में कार्य के लिए निरंतर प्रेरित करती रहेगी।
केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने महाराणा प्रताप की जयंती पर अवकाश और भोपाल में महारानी पद्मावती की मूर्ति स्थापित कर ऐतिहासिक कार्य किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने अपनी अधिकांश घोषणाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया है, जो उनकी बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री चौहान कर रहे हैं भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित
डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहे हैं। वे महाराणा प्रताप जी के आदर्शों पर चलकर प्रदेश का विकास कर रहे हैं। उन्होंने महाराणा प्रताप जी की जयंती पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर यह संदेश दिया है कि हम सब उन्हें याद करें और उनके शौर्य, बलिदान, देश प्रेम और जीवन मूल्यों से प्रेरणा प्राप्त कर अपने जीवन को धन्य करें।
महाराणा प्रताप और महाराजा छत्रसाल की शौर्य गाथा की संगीतमय प्रस्तुति
कार्यक्रम में महाराणा प्रताप और महाराज छत्रसाल की शौर्यगाथा की संगीतमय प्रस्तुति दी गई, जिसे उपस्थित जन-समुदाय द्वारा सराहा गया। पूरा वातावरण वीर रस से ओत-प्रोत हो गया। महाराणा प्रताप की जय, महाराज छत्रसाल की जय के नारों से पांडाल गूंज उठा।
कार्यक्रम में मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया, कमल पटेल, विश्वास सारंग, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, डॉ. प्रभुराम चौधरी, उषा सिंह ठाकुर, भोपाल महापौर मालती राय, भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
महाराणा प्रताप (9 मई 1540–19 जनवरी 1597)
महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया रविवार विक्रम संवत 1597 तदनुसार 9 मई 1540 राजस्थान के कुम्भलगढ़ में महाराणा उदयसिंह एवं माता रानी जयवन्ताबाई के घर हुआ। वे महावीर राणा सांगा के पौत्र थे। वे इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ़ प्रण के लिये अमर हैं। उन्होंने मुगल बादशाह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया, अंततः अकबर महाराणा प्रताप को अधीन करने में असफल रहा। महाराणा प्रताप की नीतियां शिवाजी महाराज से लेकर स्वतंत्रता सेनानियों तक के लिए प्रेरणा-स्त्रोत बनीं। महाराणा जिस घोड़े पर बैठते थे वह घोड़ा चेतक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ घोड़ों में से एक था। महाराणा 72 किलो का कवच पहनकर 81 किलो का भाला अपने हाथ में रखते थे। भाला और कवच सहित ढाल-तलवार का वजन मिलाकर कुल 208 किलो का वजन उठाकर वे युद्ध लड़ते थे।
30 मई. 1576, बुधवार को हल्दी घाटी के मैदान में विशाल मुगलिया सेना और रणबाँकुरी मेवाड़ी सेना के मध्य भयंकर युद्ध छिड़ गया। युद्ध में महाराणा ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए, परन्तु अकबर की विशाल सेना के आगे राजपूती सेना नहीं टिक पाई और राणा प्रताप को जंगल में शरण लेनी पड़ी, पर उन्होंने अकबर की दासता स्वीकार नहीं की। चित्तौड़ को छोड़ कर महाराणा ने अपने समस्त दुर्गों को शत्रु से पुन: छीन लिया। महाराणा ने चित्तौड़गढ़ व मांडलगढ़ के अलावा संपूर्ण मेवाड़ पर अपना राज्य पुनः स्थापित कर लिया। उदयपुर को उन्होंने अपनी राजधानी बनाया। इसके बाद मुगलों ने कई बार महाराणा को चुनौती दी लेकिन मुगलों को मुँह की खानी पड़ी। आखिरकार, युद्ध और शिकार के दौरान लगी चोटों की वजह से महाराणा प्रताप की मृत्यु 29 जनवरी 1597 को चांवड में हुई।
महाराजा छत्रसाल
मध्यकालीन राजपूत योद्धा महाराजा छत्रसाल बुन्देला (4 मई 1649-20 दिसम्बर 1731) भारत के मध्ययुग के एक महान प्रतापी योद्धा थे। उन्होंने मुगल शासक औरंगज़ेब को युद्ध में पराजित करके बुन्देलखण्ड में अपना स्वतंत्र हिंदू राज्य स्थापित किया और 'महाराजा' की पदवी प्राप्त की। महाराजा छत्रसाल का जन्म राजपूत परिवार में हुआ था और वे ओरछा के रुद्र प्रताप सिंह के वंशज थे। वे अपने समय के महान वीर, संगठक, कुशल और प्रतापी राजा थे। उनका जीवन मुगलों की सत्ता के खिलाफ संघर्ष और बुन्देलखण्ड की स्वतन्त्रता स्थापित करने के लिए जूझते हुए निकला। वे जीवन के अन्तिम समय तक अपनी मातृभूमि के लिए संघर्ष करते रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने नरेंद्र भानु खंडेलवाल अभिनंदन ग्रंथ का विमोचन किया
22 May, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निवास कार्यालय में नरेंद्र भानु खंडेलवाल के 75वें जन्म-दिवस पर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाशित अभिनंदन ग्रंथ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने फूल माला तथा शॉल भेंट कर खंडेलवाल का सम्मान किया। खंडेलवाल विशेष रूप से जरूरतमंद परिवार के बच्चों को स्कूल शिक्षा से जोड़ने, युवाओं के लिए रोजगार युक्त शिक्षा की व्यवस्था और भारतीय संस्कृति के उत्थान से संबंधित गतिविधियों में सक्रिय हैं। धर्म संस्कृति समिति के सतीश विश्वकर्मा, वैद्य गोपालदास मेहता, विष्णु राठौर, वैद्य दीपक रघुवंशी, निवेदिता चतुर्वेदी तथा मयंक चतुर्वेदी उपस्थित थे।
वैध हुई कालोनियों के मकानों के नक्शे करेंगे वितरित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
22 May, 2023 09:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में नगरीय क्षेत्र की अवैध कालोनियों में विकास कार्यों एवं भवन अनुज्ञा देने का शुभारंभ करेंगे। साथ ही भोपाल की वैध घोषित कालोनियों के रहवासियों को मकानों के नक्शे वितरित किए जाएंगे। यह कार्यक्रम उन नगरीय निकायों में भी होगा, जहां पर अवैध कालोनियां वैध घोषित की गई हैं। इन कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधि और वैध कालोनियों के रहवासी उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने 31 दिसंबर 2016 तक निर्मित अवैध कालोनियों को चिह्नित कर उन्हें वैध करने की घोषणा की थी। नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा मध्य प्रदेश नगरपालिक नियम-2021 में संशोधन कर दिया है।
इसके अंतर्गत छह हजार से अधिक अवैध कालोनियों को वैध करने की प्रक्रिया की गई है। इन कालोनियों के वैध होने से यहां के रहवासियों को बैंक से ऋण, मकान बनाने की अनुमति, मकान का नक्शा एवं अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। नगरपालिक निगमों में दो हजार 282 कालोनियों का प्रारंभिक प्रकाशन एवं एक हजार 32 अभिन्यास को अंतिम रूप देकर 929 कालोनियों में भवन निर्माण अनुज्ञा देना प्रारंभ कर दी गई है। इसी तरह नगर पालिका परिषद एवं नगर परिषदों में तीन हजार 792 कालोनियों का प्रारंभिक प्रकाशन एवं 299 कालोनियों के अभिन्यास प्रकाशित कर दिए गए हैं। नियमानुसार समस्त कार्रवाई जून 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
नव-विवाहिता के लिए खुलेगा लाड़ली बहना योजना का पोर्टल : मुख्यमंत्री चौहान
22 May, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नव-विवाहिताओं के लिए लाड़ली बहना योजना का पोर्टल ओपन कर पात्र बहनों का पंजीयन कराया जाएगा। बहन, बेटियों का जीवन आसान बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। इस उद्देश्य से ही लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्या विवाह और लाड़ली बहना योजना क्रियान्वित की गई। मुख्यमंत्री चौहान, सागर के केसली जनपद में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन में निवास कार्यालय से वर्चुअली शामिल हुए और वर-वधु को आशीर्वाद दिया। सम्मेलन में 240 जोड़े परिणय-सूत्र में बँधे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विवाह एक संस्कार है, यह आत्माओं का बंधन और जन्म-जन्म का साथ है। उन्होंने कामना की कि नव-विवाहित दंपति प्रेम से रहें, दोनों परिवारों का मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ाएँ, सातों वचन निभाएँ और समाज के कल्याण के लिए भी योगदान दें। मुख्यमंत्री चौहान ने कलेक्टर सागर को निर्देश दिए कि विवाह-सूत्र में बँध रहे वर-वधु जिस शासकीय योजना और कार्यक्रमों के लिए पात्र हैं उन्हें उन योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। सम्मेलन में जनपद अध्यक्ष देवी बाई लोधी, उपाध्यक्ष रेखा रानी, जन-प्रतिनिधि सहित वर-वधु के परिजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान और केंद्रीय मंत्री तोमर ने किया पौध-रोपण
22 May, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पीपल, नीम और करंज के पौधे रोपे। मुख्यमंत्री चौहान के साथ पूर्व सैनिक बी.एल. खाकरे और उनकी पत्नी कल्पना खाकरे ने अपनी वैवाहिक वर्ष-गाँठ पर और सलमान (हंसमुख) ने अपने जन्म-दिवस पर पौध-रोपण किया। बालाघाट के चरण सिंह सोढ़ी ने विदेश यात्रा पर जाने से पहले मुख्यमंत्री के साथ पौधे रोपे। दूरदर्शन भोपाल की प्रोड्यूसर अनीता गौतम ने अपनी माता जी की पुण्य-तिथि पर पौध-रोपण किया। हर्ष गौतम, मनीष कुमार सिंह और गौतम बोडेले भी शामिल हुए।
नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह ने निर्वाचन आयोग से की मुख्य सचिव बैंस की सेवावृद्धि निरस्त करने की मांग
22 May, 2023 08:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह ने निर्वाचन आयोग से मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को दूसरी बार 30 नवंबर 2023 तक छह माह की सेवावृद्धि देने के निर्णय को निरस्त करने की मांग की है। उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे पत्र में इस सेवावृद्धि को सरकार का चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास बताया। डा. सिंह ने बताया है कि बैंस नवंबर 2022 में सेवानिवृत्त हो रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छह माह की सेवावृद्धि दिला दी। जबकि, प्रदेश में इस पद के लिए कई योग्य अधिकारी हैं। ऐसी कोई विशेष परिस्थिति भी नहीं थी कि यह सेवावृद्धि अनिवार्य थी। 31 मई 2023 को यह अवधि समाप्त हो रही थी, लेकिन मुख्यमंत्री के अनुरोध पर 30 नवंबर 2023 तक उन्हें सेवावृद्धि दी गई है।
इसके पीछे मंशा नवंबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने की नजर आती है। कलेक्टर, जो कि जिला निर्वाचन अधिकारी होते है, की गोपनीय चरित्रावली लिखने का अधिकार मुख्य सचिव के पास रहता है। निर्वाचन आयोग के स्थायी निर्देश हैं कि चुनाव प्रक्रिया से जुड़ा कोई भी अधिकारी तीन वर्ष से अधिक अवधि के लिए एक स्थान पर पदस्थ नहीं हो सकता। मुख्य सचिव को तीन वर्ष से अधिक हो चुके हैं और वे प्रशासनिक मुखिया होने के नाते निर्वाचन कार्य से संबद्ध रहते हैं। उनकी सेवावृद्धि की अवधि विधानसभा चुनाव की मुख्य अवधि होगी, इसलिए आदेश को निरस्त कर अन्य अधिकारी को नियुक्त किया जाए ताकि चुनाव निष्पक्ष एवं स्वतंत्र हो सकें। उधर, सामान्य प्रशासन विभाग के पूर्व प्रमुख सचिव एमके वार्ष्णेय का कहना है कि अभी चुनाव आयोग इस मामले में कुछ नहीं कर सकता है। यह विषय शासन के अधिकार क्षेत्र में आता है।
आ रहा है नया मजूबत पश्चिमी विक्षोभ
22 May, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। पूरे मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है। राजस्थान से आ रही गर्म हवा की वजह से गर्मी का सामना करना पड़ा। इस तरह की गर्मी अभी दो दिन और रहेगी।
23 मई को नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसका असर 26 मई तक रहने वाला है। फिर 26 मई को जो पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, वह काफी मजूबत है। अरब सागर से पर्याप्त मात्रा में नमी आएगी। 26 से 31 मई के बीच शहर में झमाझम बारिश हो सकती है। ओलावृष्टि की भी संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि 26 मई को नया पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। यह काफी मजबूत है और अरब सागर में अधिक हलचल रहेगी। इस कारण 25 से 31 मई के बीच नौ तपा नहीं तपेंगे। शहर अंचल में आंधी, बारिश, ओलावृष्टि का दौर चलेगा और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने की संभावना है।
प्रदेश में राजस्थान की गर्म हवा चल रही है, जिसकी वजह से सुबह से गर्मी ने रफ्तार पकड़ ली। डॉ. वेदप्रकाश सिंह, रडार प्रभारी मौसम केंद्र का कहना है कि इस बार नौ तपा नहीं तपेंगे। 25 से 31 मई के बीच आंधी, बारिश व ओलावृष्टि का दौर जारी रहेगा। इससे तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के नीचे दर्ज होगा। 21 से 22 मई के बीच तापमान 43 से 44 डिसे के बीच रहेगा।
कांग्रेस का आरोप-महिला स्व-सहायता समूहों का राजनीतिकरण कर रही सरकार, अधिकारी ने दिया ये जवाब
22 May, 2023 08:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित महिला स्व-सहायता समूहों का सरकार राजनीतिकरण कर रही है। समूहों की सदस्यों पर दबाव डालकर भाजपा के कार्यक्रमों में भेजा जाता है। विद्यार्थियों को गणवेश समूहों के ठेकेदार दे रहे हैं। गोशाला के संचालन का काम ठप हो गया है। समूहों से 12 के स्थान पर 24 प्रतिशत की दर से ब्याज लिया जा रहा है । नियुक्तियों में भी गड़बड़ियां हुई हैं। यह आरोप पूर्व पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने लगाए। वहीं, आजीविका मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एमएल बेलवाल ने आरोपों को निराधार बताया। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई पत्रकारवार्ता में पूर्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने जब आजीविका मिशन की शुरुआत की थी तो यह निर्देश थे कि 12 प्रतिशत से अधिक ब्याज समूह सदस्य से नहीं लिया जाएगा। भाजपा सरकार और अधिकारियों ने 24 प्रतिशत ब्याज वसूला। पोषण आहार संयंत्र करोड़ों रुपये के घाटे में चल रहे हैं।
कांग्रेस के अनुसार विद्यार्थियों को गणवेश तक नहीं मिल रहे हैं। समूहों के नाम पर ठेकेदार काम कर रहे हैं। विदिशा में आजीविका मिशन में अधिकारी दोषी भी पाए गए पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। आजीविका मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एमएल बेलवाल को लेकर कई शिकायतें हैं पर उन्हें अब तक नहीं हटाया गया है। वे 12 वर्ष से मिशन में जमे हुए हैं। भर्तियों में गड़बड़ियों की बात भी सामने आई पर सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने महिला स्व-सहायता समूहों के नाम पर हुई गड़बड़ियों की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। वहीं, मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एमएल बेलवाल का कहना है कि सभी आरोप निराधार हैं। ब्याज की दर 24 प्रतिशत कहीं नहीं वसूली गई। हम किसी को भी राजनीतिक कार्यक्रमों में नहीं भेजते हैं। समूह स्वतंत्र हैं और वे आजीविका से संबंधित कार्यों से जुड़े हैं।
लाड़ली बहनाओं ने बैंकों से नहीं कराई डीबीटी, नहीं मिलेंगे 1 हजार रुपए
22 May, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
योजना का लाभ लेने के लिए बंैकों से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर ऑप्शन को सक्रिय करवाना था, कई बैंकों ने आवेदन लेकर ही रख लिए
भोपाल। अगले महीने से लाड़ली बहना योजना के तहत बहनाओं को 1 हजार रुपए की राशि उनके बैंक खाते में मिलने लगेगी, लेकिन भोपाल में ही हजारों महिलाएं इससे वंचित रह जाएंगी। कारण इन महिलाओं द्वारा बैंकों से कराई जो वाली डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) का ऑप्शन बैंकों द्वारा चालू नहीं करना है। ऐसे कई आवेदन वापस लौटा दिए गए हैं और आवेदन करने वाली महिलाओं को फिर से डीबीटी कराकर आवेदन करने के लिए कहा गया है। इसमें पार्षद भी आवेदनकर्ता महिलाओं को बुलाकर फार्म वापस दे रहे हैं।
लाड़ली बहना योजना के ओवेदन करने की अंतिम तारीख 30 अप्रैल थी और उसके बाद मई माह में इन आवेदन पत्रों की जांच होना है, साथ ही अगर किसी को आपत्ति है तो वह आपत्ति ले सकता है। आवेदन करने वाली महिलाओं को अपना आधार कार्ड अपडेट करने के साथ-साथ उसको समग्र आईडी से जोडऩा था और जिस बैंक में उसका खाता है, वहां जाकर डीबीटी ऑप्शन को एनाबल करवाना था। इस दौरान बैंंकों में लंबी-लंबी कतारें देखी गईं, लेकिन जब फार्म की जांच हुई तो मालूम पड़ा कि अधिकांश महिलाओं के आवेदन में डीबीटी ऑप्शन ही एनाबल नहीं हो पाया। ऐसे में 1 हजार रुपए उनके खाते में कैसे ट्रांसफर होंगे, इसमें संशय की स्थिति बन गई है। एक वार्ड में करीब एक हजार ऐसे आवेदन पत्र वापस आए हैं, जिसमें डीबीटी के कॉलम के आगे नील यानि नहीं लिखा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार ऐसे आवेदन पत्रों की संख्या 10 प्रतिशत के करीब हैं और जिला प्रशासन के पास इस योजना के तहत करीब सवा तीन लाख आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। यानि करीब 35 हजार आवेदन पत्रों में डीबीटी ऑप्शन नहीं पाया गया। ऐसे आवेदन पत्र अब झोनल कार्यालयों को वापस किए जा रहे हैं और महिला आवेदकों से कहा जा रहा है कि वे जल्द ही डीबीटी करवाकर फार्म फिर से जमा करें, ताकि उन्हें योजना का लाभ मिल सके। पार्षदों के माध्यम से जो आवेदन पत्र दिए गए थे वे भी उन्हें लौटा दिए गए हैं। हालांकि अभी आवेदन जमा करने के लिए महिलाओं के पास 1 महीने का और समय है।