मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
सिंधिया पर दिग्गी के बयान से बिफरे शिवराज, बोले- वो गद्दार नहीं, खुद्दार हैं
22 Apr, 2023 03:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । चुनावी साल में प्रदेश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग लगातार तीक्ष्ण होती जा रहा है। हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पूर्ववर्ती कमल नाथ सरकार के गिरने की वजह विधायकों की खरीदफरोख्त बताते हुए उज्जैन में यह बयान दिया था कि 'हे प्रभु, हे महाकाल, कांग्रेस में दूसरा कोई ज्योतिरादित्य सिंधिया पैदा न हो।' उनके इस बयान पर शनिवार को सीएम शिवराज सिंह ने पलटवार किया। सीएम शिवराज ने कहा कि दिग्विजय सिंह ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत जो कांग्रेस छोड़कर साथी भाजपा में आए हैं , उन्हें गद्दार बता रहे है लेकिन वह याद रखें कि वह गद्दार नहीं ,खुद्दार हैं। शिवराज ने सवालिया अंदाज में कहा कि आखिर वो कांग्रेस में कितना अपमान सहते। (कांग्रेस ने) चुनाव लड़ा सिंधिया के नाम पर और मुख्यमंत्री बना दिया बुजुर्ग कमल नाथ को! और सरकार भी कमल नाथ नहीं पीछे से दिग्विजय सिंह चला रहे थे। कमल नाथ तो नाममात्र के चेहरे थे। उस दौरान बार-बार सिंधिया जी और उनके साथी जनसमस्याओं की तरफ ध्यान दिला रहे थे। लेकिन कमल नाथ जी का अहंकार इतना बड़ा था कि जब सिंधिया जी ने कहा कि हम सड़कों पर उतरेंगे तो कहा उतर जाओ। घमंड इतना कि कहते हैं कि मैं गाड़ी में बैठाकर दूसरी पार्टी में छोड़ आऊंगा। कोई भी खुद्दार यह कैसे बर्दाश्त करता। (विधायक) मिलने जाएं तो कहते थे चलो-चलो…आखिर कितने अपमानित होते!
शिवराज ने आगे कहा कि अगर वे गलत लोग होते तो जनता उनको हजारों वोटों से कैसे जिताती? जो कांग्रेस में रहकर हज़ार-दो हज़ार वोटों से जीते थे, वह भाजपा में आकर 50-60 हजार वोटों से चुनाव जीते। उन्होंने इस्तीफा दिया, चुनाव लड़ा और शान से जीतकर आए। लेकिन कांग्रेस में तो छोटेपन और ओछेपन की होड़ लगी हुई है। हर नेता दूसरे नेता को छोटा करने के लिए बड़ा बयान देना चाहता है। कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह जी भी इस होड़ में शामिल है। सूत ना कपास , ना जुलाहों में लठ्ठम लट्ठा। कांग्रेस का क्या होगा भगवान मालिक है…।
हटा व पथरिया में करोड़ों का फर्जी भुगतान करने वाले बीआरसी पर गाज
22 Apr, 2023 01:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दमोह । जनपद शिक्षा केंद्र के माध्यम से करोड़ों रुपये के फर्जी नियम विरुद्ध किए गए भुगतान के मामले में तत्कालीन कलेक्टर द्वारा बनाई गई जांच समिति की रिपोर्ट लगातार ही प्राप्त होती जा रही है। जिस मामले में कलेक्टर मयंक अग्रवाल द्वारा तत्परता से कार्यवाई करते हुए जहां 1 दिन पूर्व दो बीआरसी और चार जन शिक्षको को निलंबित किया गया था। वहीं शुक्रवार को इसी मामले में दो अन्य बीआरसी हटा टीआर कारपेंटर एवं पथरिया धर्मेंद्र चौबे को निलंबित कर दिया है। जांच समिति द्वारा विकासखंड हटा एवं पथरिया के भी प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर तत्कालीन बीआरसी ने अपने अधीनस्थों के माध्यम से शिक्षण सत्र 2021-22 के लिए स्कूल स्तर पर किए गए व्यय के भुगतान के संबंध में निर्धारित रीति नीति एवं नियमों तथा प्रक्रिया का पालन नहीं किए जाने के आरोप में कलेक्टर सहित जिला मिशन संचालक मयंक अग्रवाल ने 2 बीआरसी जिसमें पथरिया धर्मेंद्र चौबे एवं हटा टीआर कारपेंटर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।आदेश में कहा गया है कि जांच में यह भी पाया गया कि 1 से अधिक स्थानों पर संबंधित विकासखंड के बीआरसी द्वारा स्वयं सामग्री क्रय कर के देयक तैयार कराए गए और शाला स्तर पर प्रेषित किए गए। संबंधित शाला प्रमुखों पर दबाव बनाकर उनसे अभिलेख हस्तांतरित कराए गए और रिकॉर्ड संधारण के लिए कहा गया।
यह भी पाया गया कि भंडार क्रय एवं वित्तीय मैनुअल का पालन नहीं किया गया। अभिलेखीकरण में शाला स्तर से शाला प्रमुखों द्वारा लापरवाही की गई। समग्र शिक्षा योजना अंतर्गत राशि जारी करने की प्रक्रिया में राज्य शिक्षा केंद्र से परिवर्तन किया गया। व्यवस्था के अनुसार शासकीय शालाओं के बैंक खातों में शेष राशि को राज्य शिक्षा केंद्र के अकाउंट में विभिन्न एजेंसियों के जीरो बैलेंस के खाते खोले जाने तथा एजेंसियों के समस्त प्रकार के बैंक खातों को पोर्टल पर दर्ज करते हुए पोर्टल के माध्यम से किए जाने के निर्देश प्रसारित किए गए थे। इस हेतु शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला बीआरसी कार्यालय के कार्यालयीन व्यय हेतु जनपद शिक्षा केंद्रों में कार्यरत बीआरसी की सीमा दो करोड़ रुपये निर्धारित की गई थी । इन्हीं सब गड़बड़ियों के चलते कलेक्टर मयंक अग्रवाल के प्रतिवेदन पर सागर संभागीय कमिश्नर द्वारा पथरिया के तत्कालीन बीआरसी धर्मेंद्र चौबे एवं हटा के तत्कालीन बीआरसी टीआर कारपेंटर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
शिवराज बोले- न्यायपालिका का अपमान कर रहे कांग्रेस नेता
22 Apr, 2023 01:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । सूरत कोर्ट द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने से इनकार के बाद कांग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही टिप्पणियों पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है। भोपाल के प्रशासन अकादमी में सिविल सर्विस डे पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद सीएम ने कहा-पता नहीं, कांग्रेस के मित्रों को क्या हो गया है! बड़ा आसान था, राहुल जी ओबीसी से माफी मांग लेते लेकिन, कोर्ट के फैसले पर टिप्पणियां की जा रही हैं। सवाल उठाए जा रहे हैं, उंगलियां उठाई जा रही हैं। यहां तक कि न्यायाधीश के बारे में भी उल्टा - सीधा बोला जा रहा है।
सीएम ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा- एक तरफ आप कोर्ट में जाते हो, दूसरी तरफ कोर्ट के बारे में भी उटपटांग बोलते हो। आखिर क्या हो गया है ? क्या आप जो कहते हो वही सच है? राहुल जी को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए। ओबीसी से माफी मांगनी चाहिए और कम से कम यह लोकतंत्र है। कांग्रेस के नेताओं को न्यायपालिका का अपमान नहीं करना चाहिए। पूरे देश का विश्वास और भरोसा न्यायपालिका पर है।
कमलनाथ के बीना में अफसरों को लेकर दिए गए बयान पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा - मुझे यह समझ में नहीं आता कि वे भावी मुख्यमंत्री, अवश्यंभावी मुख्यमंत्री, सब हो गए। लेकिन, वे ही कहते हैं कि संगठन कमजोर है। एक कहता है कि बूथ मजबूत है। अब कौन सही बोल रहा है कमलनाथ जी सही बोल रहे हैं या दिग्विजय सिंह सही बोल रहे हैं?
सूडान में फंसे भोपाल के व्यापारी को लेकर सीएम ने कहा- हमारे एक साथी सूडान में फंसे हैं उनके लिए हम चिंतित हैं। भारत सरकार के भी संपर्क में हैं। हमारे जो अधिकारी जो दिल्ली में हमारा काम देखते हैं उनसे कहा है वे निरंतर संपर्क में रहें। मैं भी संपर्क में हूं। हम उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल कर लाएंगे।
रवींद्र भवन में सजी पीएम मोदी के जीवन पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी, राज्यपाल ने किया शुभारंभ
22 Apr, 2023 12:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । नोटबंदी का निर्णय हो या कश्मीर में अमन की पहल, हर गरीब को घर और विदेश में भारत की बढ़ती धाक। ये कुछ उपलब्धियां हैं जो बीते सालों में भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जुटाई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता और कार्यशैली को आज देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी सम्मान प्राप्त है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीते 20 सालों की उपलब्धियों और उनके व्यक्तित्व के साथ ही उनके कृतित्व को काफी बारीकी से देश के उत्कृष्ट चित्रकारों ने कैनवास पर उकेरा है। इन्हीं कलाकारों के चित्रों पर आधारित मोदी @ 20 के नाम से राष्ट्रीय प्रदर्शनी का आयोजन राजधानी के रवीन्द्र भवन के गौरांजलि सभागार में किया जा रहा है। प्रदर्शनी 21से 23 अप्रैल तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी। इस अनूठी प्रदर्शनी का शुभारंभ राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने किया। अतिथि के तौर पर सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, भोपाल की महापौर मालती राय भी मौजूद रहीं।
कार्यक्रम के शुभारंभ पर आयोजन समिति के अध्यक्ष और डा एलएन मालवीय, सुवद्रा आर्ट गैलरी के चेयरमैन डा. सूर्यरथ ने प्रदर्शनी के उद्देश्यों को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ गुजरात में बिताए समय और कभी ना भूलने वाले संस्मरणों से अवगत कराया। इस प्रदर्शनी का समापन 23 अप्रैल को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया जाएगा, जिसमें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहेंगे।
भोपाल में छाया ईद का उल्लास, ईदगाह समेत अन्य मस्जिदों में हुई विशेष नमाज
22 Apr, 2023 12:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । ईद-उल-फितर पर्व आज पूरे उल्लास और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। राजधानी भोपाल में शनिवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच ईदगाह मस्जिद में ईद के मौके पर विशेष नमाज अता की गई। शहर काजी सैय्यद मुश्ताक अली नदवी ने शुक्रवार शाम को चांद दिखने के बाद अगले दिन यानी आज ईद मनाने का ऐलान किया था। शनिवार सुबह सात बजे ईदगाह पर ईद की विशेष नमाज अदा की गई। यहां पर बड़ी संख्या में सुबह से मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे और नमाज अता करने के साथ एक-दूसरे को गले लगाकर ईद पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दीं। जामा मस्जिद में सुबह 7.15 बजे, ताजुल मसाजिद में सुबह 7.30 बजे और मोती मस्जिद में सुबह 7.45 बजे ईद की नमाज अता की गई। इसके बाद शहर की अन्य मस्जिदों में नमाज अदा करने का सिलसिला चलता रहा। नमाज अता करने के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की बधाइयां दे रहे हैं। घरों पर आने वाले मेहमानों को मुस्लिम समाज के लोग सिवइयों से मुंह मीठा करा रहे है। घर आए मेहमानों को और बच्चों को ईदी बांटी जा रही है।
ईद पर खूब हुई खरीदारी
इससे पहले शहर के बाजार शुक्रवार की रात खरीदारों की भीड़ से गुलजार रहे। लोगों जरूरत का सामान खरीदकर ईद की तैयारियों में दिखे। शहर के चौक बाजार, इब्राहिमपुरा, नदीम रोड, लखेरापुरा, इतवारा, बुधवारा के अलावा जहांगीराबाद और काजी कैंप आदि में ईद का ऐलान होते ही भीड बढ़ गई। लोग ईद की बाकी रह गई तैयारियों को पूरा करने के लिए बाजारों की तरफ दौड़ लगाते दिखाई दिए। शहर में कई स्थानों पर बन गए अस्थायी ईद बाजारों में भी खासी भीड़ दिखाई दी। हमीदिया रोड और टीला जमालपुरा क बाजारों में भी खरीदारों की भीड़ रही।
शुक्रवार को दाऊदी बोहरा समाज ने मनाई ईद
इधर, शुक्रवार को दाऊदी बोहरा समाज ने ईद मनाई। अलीगंज सहित आधा दर्जन मस्जिदों में नमाज अता की गई। लोगों ने गले-मिलकर एक-दूसरे को ईद की बधाई दी। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। रमजान के 30 रोजे पूरे करने के बाद बोहरा समाज ने अलीगंज, मालीपुरा, हाउसिंग बोर्ड, सैफिया रोड, कोहेफिजा आदि मस्जिदों में ईद की नमाज अता की।
वीआइपी रोड पर पलटी कार, सीएम शिवराज ने काफिला रोककर घायलों को पहुंचाया अस्पताल
22 Apr, 2023 12:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । शहर में वीआइपी रोड पर शनिवार सुबह एक हादसा हो गया। एक तेज रफ्तार कार अचानक बेकाबू होकर डिवाइडर से टकराते हुए पलट गई। संयोग से उसी वक्त वहां से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का काफिला भी वहां से गुजर रहा था। उन्हें जैसे ही वाहन दुर्घटना की जानकारी मिली, वह तुरंत पायलट वाहन से घटना स्थल पहुंचे और दुर्घटना में घायल युवकों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के व उपचार के निर्देश दिए। सीएम शिवराज लालघाटी स्थित गुफा मंदिर में भगवान परशुराम जयंती के मौके पर होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए जा रहे थे। घायलों को अस्पताल भिजवाने के बाद सीएम शिवराज गुफा मंदिर के लिए रवाना हो गए।
सट्टे की पिच पर जमकर लग रहे चौके-छक्के
22 Apr, 2023 12:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । आईपीएल सीजन-16 में शहर के सट्टेबाज सट्टे की पिच पर जमकर चौके-छक्के लगा रहे हैं। पुलिस की सख्ती और कार्रवाई के बाद भी रोजाना करोड़ों रूपए दांव पर लग रहे हैं। जानकारों का कहना है कि पुलिस केवल छोटे सटोरियों पर कार्रवाई कर रही है, जबकि बड़े सटोरियों के ऊंचे रसूख के चलते पुलिस कार्रवाई में क्लीन बोल्ड हो रही है। यही वजह है-आईपीएल शुरू होने के 20 दिन बीत गए, पुलिस ने सट्टेबाजों पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कुछ कार्रवाई की हैं।
पुलिस के ही अंदर से खबर है कि शहर में हर रोज करोड़ों का दांव लग रहा है, लेकिन सट्टेबाजों के रसूख के आगे इन पर पुलिस हाथ डालने से बच रही है। कई तरह की चर्चा इसे लेकर महकमे में है। पिछले साल जिस अंदाज में क्राइम ब्रांच ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर आनलाइन सट्टे की कमर तोड़ी थी, उसकी तुलना में इस साल कार्रवाई ठंडी पड़ गई है। पुलिस से जुड़े सूत्र कहते हैं कि इसके पीछे राजनीतिक रसूखदारों का संरक्षण भी बड़ा कारण है। यह हाल तब है, जब आनलाइन गेंबलिंग को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सख्त हो गए हैं और इसके खिलाफ कानून लाने की बात कही है।
आईपीएल में हार-जीत का ऑनलाइन दांव लगा रहे नौ सटोरियों को भोपाल क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी आईडी खरीदकर सट्टा लगा रहे थे। आरोपियों के पास से 20 हजार रुपये और तीन मोबाइल जब्त किए गए हैं। इस मामले में अभी दो आरोपी फरार हैं। क्राइम ब्रांच की टीम ने कोलार और लालघाटी में अलग-अलग कार्रवाई की है। दोनों मामलों में कुल ग्यारह आरोपी बनाए गए हैं। एडीसीपी क्राइम ब्रांच शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि ललिता नगर के सिद्धार्थ टॉवर, कोलार की पार्किंग में आईपीएल का सट्टा बुक किए जाने सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की तो वहां खुलेआम हार-जीत का दांव ऑनलाइन लगाया जा रहा था। पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों की शिनाख्त शाहनवाज खान, सलमान खान, हरिओम गुप्ता, नरेश गोस्वामी, छोटू खान और अमन बेग के रूप में हुई, जबकि दो आरोपी फरार हैं। इसी तरह क्राइम ब्रांच की दूसरी टीम ने लालघाटी के पास दबिश देकर तीन सटोरियों को पकड़ा है। आरोपियों की शिनाख्त भोपाल निवासी आदित्य, लतीश कुचलानी और नवीन फूलचंदानी के रूप में हुई है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 20 हजार 500 नगदी, तीन मोबाइल फोन और मोबाइल से ऑनलाइन सट्टा बुक करने का लाखों का हिसाब जब्त किया है।
क्राइम ब्रांच के अनुसार कोलार में पकड़े गए सभी आरोपी मूलत: ग्वालियर के रहने वाले हैं। वे ग्वालियर से सट्टा बुक करने ही भोपाल आए थे। दोनों फरार आरोपी भी ग्वालियर के रहने वाले हैं। क्राइम ब्रांच पता करने में जुटी है कि किस बड़े सटोरिए के जरिए ये भोपाल में आकर सट्टा बुक कर रहे थे।
नगरीय निकायों में लागू होगी बिजली बचत की टेक्नोलॉजी
22 Apr, 2023 11:03 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश के नगरीय निकायों में अब बिजली की बचत के लिए अमेरिका की इलेक्ट्रिक डिपर टेक्नोलॉजी को अपनाया जाएगा। नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने निकायों पर लगातार बढ़ते बिजली बिल के बोझ को लेकर इस तकनीक को अपनाने का निर्णय लिया है। इस तकनीक का उपयोग स्ट्रीट लाइट मैनेजमेंट के लिए किया जाता है। अफसरों ने बताया कि जल्द ही इस तकनीक को अपनाने नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों को गाइडलाइन जारी की जाएगी। टेक्नोलॉजी से सालाना करीब 800 करोड़ रुपये की बजट होगी।
दरअसल, महंगी बिजली की मार से सिर्फ आम आदमी ही नहीं त्रस्त नहीं बल्कि सरकारी विभाग भी प्रभावित हो रहे हैं। इसमें शहरों की देखरेख करने वाले नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद का मुख्यालय नगरीय विकास एवं आवास विभाग भी शामिल है। यदि सिर्फ प्रदेश के 16 नगर निगमों की बात की जाए तो औसतन 430 करोड़ रुपये सालाना बिजली बिल का भुगतान किया जाता है। अधिकारियों का दावा है कि इस तकनीक के अपनाने के बाद निकायों पर बिजली बिल का भार कम से कम 40 प्रतिशत तक काम होगा। बता दें कि बिजली बिल नहीं चुकाने के कारण कई बार निकायों के दफ्तरों की बिजली काटने के मामले भी सामने आ चुके हैं।
अमेरिका समेत कई देशों में सार्वजनिक स्थानों पर बिजली बचत के लिए अपनाई जा रही यह तकनीक सेंसर बेस्ड है। साथ ही स्ट्रीट लाइट प्रबंधन के लिए विकसित की गई है। दरअसल, स्ट्रीट लाइट जैसे ही ऑन होती हैं वैसे ही सेंसर भी एक्टिव हो जाते हैं। सेंसर भी वाहन या व्यक्ति के 50 मीटर दायरे में आते ही ऑपरेशन मोड पर आ जाता है। जैसे-जैसे वाहन या व्यक्ति स्ट्रीट लाइट पोल के नजदीक आता-जाता है। वैसे-वैसे रोशनी घटती-बढ़ती जाती है। सोर्स जैसे ही दूर जाता है रोशनी भी कम हो जाती है। इसका मतलब यह है कि स्ट्रीट लाइट ऑटो ऑफ मोड पर चली जाती है। इस तकनीक से डिम लाइट हो जाती है। लिहाजा बिजली की खपत भी कम होती है।
सार्वजनिक स्थानों पर लगी स्ट्रीट लाइट एक वोल्टेज में जब तक बंद न किया जाए जलती रहती हैं। लिहाजा सारी रात बिना आवश्यकता के भी स्ट्रीट लाइट पर बिजली खर्च होती है। इस तकनीक से स्ट्रीट का इतना प्रकाश होता है कि स्ट्रीट लाइट बंद न किए जाने तक विजिबिलिटी बनी रहती है। कम प्रकाश के कारण पूरी तरह से अंधेरा भी होता। बिजली की खपत भी कम होती है। नगरीय प्रशासन ने तकनीक को लेकर अध्ययन भी कराया है। साथ ही तकनीक के जानकारों से भी चर्चा की गई है। अनुमान है कि 50 हजार स्ट्रीट लाइट के लिए इस तकनीक पर करीब 7 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
नगरीय प्रशासन के आंकड़े बताते हैं कि भोपाल नगर निगम पर करीब 30 करोड़ रुपये बिजली बिल का भार होता है। इसमें 25 करोड़ रुपये सिर्फ स्ट्रीट लाइट बिजली बिल पर खर्च होते हैं। दो करोड़ यूनिट बिजली प्रतिमाह खर्च होती है। यदि सभी निगमों, नगर पालिकाओं और नगर परिषदों का हिसाब जोड़ा जाए तो यह राशि दो हजार करोड़ के पार होती है। इस तकनीक के उपयोग से 40 फीसदी बजट भी हुई तो 800 करोड़ रुपये की बचत होगी। बचत की इस बड़ी राशि का उपयोग विकास कार्यों में किया जाएगा। बता दें कि कई बार नगर निगम मुख्यालय की बिजली भी भारी बिल नहीं चुकाने के कारण काटी जा चुकी है।
ट्रक और कार की टक्कर में हुआ भीषण सड़क हादसा, तीन की मौत, दो घायल
22 Apr, 2023 10:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजगढ़ । मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पचोर में भीषण सड़क हादसा हुआ है। बीती रात एक कार और ट्रक की भिड़ंत हुई है। दोनों वाहनों की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इसमें तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस हादसे की जांच कर रही है।पुलिस ने बताया कि पचोर के पास कार और ट्रक की सीधी टक्कर हुई है। कार ब्यावरा की ओर से उज्जैन जा रही थी, जबकि ट्रक सामने से आ रहा था। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और वाहनों से शवों को बाहर निकाला।
पुलिस ने बताया कि हादसे में कार चालक सुनील यादव, अमित शर्मा व दीपक शर्मा की मौत हो गई है। तीनों लोग श्योपुर के रहने वाले थे। हादसे में राम मिलन व राजपाल गुर्जर घायल हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।पुलिस के मुताबिक, कार सवार सभी लोग अपने रिश्तेदार की अस्थियां विसर्जन करने के लिए उज्जैन जा रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि हादसे के बाद चीख पुकार मच गई थी। स्थानीय नागरिकों व पुलिस ने शवों व घायलों को गाड़ी से बाहर निकाला।
स्कूल वाहनों ने बढ़ाया किराया, 30 से 40 प्रतिशत महंगा हुआ परिवहन
22 Apr, 2023 09:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी के निजी स्कूल खुल चुके हैं ।अभिभावक बस और वैन से बच्चों को स्कूल भेजने लगे हैं।राजधानी के ऐसे निजी स्कूल जिनकी अपनी बसें हैं।उनका समान दूरी के लिए अलग-अलग फीस निर्धारित की है। वहीं इस साल 30 से 40 प्रतिशत तक की बस किराया में वृद्धि की है।।अभिभावकों को बढ़ा हुआ बस किराया का रसीद भी दिया जाने लगा है।राजधानी का महर्षि विद्या मंदिर, सेंट जोसेफ को-एड, सागर पब्लिक स्कूल सहित अन्य स्कूलों ने बस का किराया बढ़ा दिया है।हालांकि स्कूल बसों का किराया तय हुए साढ़े तीन साल हो गए, लेकिन जिला प्रशासन अब तक लागू नहीं करा सका है।इस कारण वैन व बस संचालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं।बता दें, कि फीस नियामक कानून 2020 में लागू होने के बाद स्कूल प्रशासन अपने मन से बस किराया में बढ़ोत्तरी नहीं कर सकते हैं, बल्कि बस किराया का निर्धारण स्कूल शिक्षा विभाग और परिवहन विभाग मिलकर करेंगे।
पालक महासंघ के महासचिव प्रबोध पंड्या ने सोमवार को कलेक्टर को पत्र लिखकर सभी निजी स्कूलों की बस फीस को एक समान तय करने की मांग की है।पत्र में लिखा है कि मप्र में फीस नियामक अधिनियम की धारा-6 के अनुसार स्कूलों की बस फीस का निर्धारण स्कूल शिक्षा और परिवहन विभाग के निर्देश से किया जाएगा, लेकिन विभाग द्वारा अब तक फीस निर्धारण नहीं किया गया।जिसके कारण निजी स्कूलों द्वारा बस किराया शुल्क में मनमानी कर रहे हैं।स्कूलों ने बस का किराया 30 से 40 प्रतिशत बढ़ा दिया है।
प्लास्टिक मुक्त हुआ राजा भोज एयरपोर्ट
22 Apr, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजा भोज एयरपोर्ट अब सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त एयरपोर्ट बन गया है। यहां पर पालीथिन एवं डिस्पोजल के उपयोग पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। फूड जोन एवं स्नैक्स बार काउंटर पर भी इसके उपयोग की अनुमति नहीं रहेगी। पर्यावरण सुधार की दृष्टि से एयरपोर्ट अथारिटी ने काफी समय पहले ही एयरपोर्ट को प्लास्टिक मुक्त करने का निर्णय ले लिया था। अब इसे सख्ती से लागू किया गया है। अब टर्मिनल पूर्ण रूप से सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त हो चुका है।
एयरपोर्ट परिसर में हाल ही में अराइवल एवं सिक्युरिटी होल्ड एरिया में प्लास्टिक बोतल क्रशिंग मशीनें भी लगा दी गई है। यात्री पानी, जूस एवं कोल्ड ड्रिंक की बोतल खाली होते ही उसे मशीन में डालकर नष्ट कर सकते हैं। इससे पर्यावरण सुधार का संकल्प पूरा हो रहा है। अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली में सुधार करते हुए कचरे के डिब्बे में बायो डिग्रेडेबल कचरा बैग का उपयोग किया जा रहा है।
एयरपोर्ट अथारिटी यहां जल्द ही सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट स्थापित करने पर विचार कर रही है। एयरपोर्ट डायरेक्टर रामजी अवस्थी कहते हैं कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट से बाहर जाने के बाद भी पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा मिलती है। फूड जोन एवं स्नैक्स बार काउंटर की भी निरंतर निगरानी की जाती है ताकि कोई भी सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं कर सकते। लाउंज में इसके उपयोग पर प्रतिबंध का संदेश देते बोर्ड भी लगाए गए हैं।
वोल्टास लिमिटेड देगा आईटीआई के युवाओं को प्रशिक्षण
21 Apr, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : केन्द्र सरकार की ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग (DST) में शासकीय संभागीय आईटीआई ग्वालियर, इंदौर और भोपाल के साथ वोल्टास लिमिटेड ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए है। एमओयू के अनुसार प्रशिक्षणार्थी मैकेनिक, रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग ट्रेड का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेण्ड भी प्राप्त होगा।
शासकीय आईटीआई ग्वालियर, इंदौर एवं भोपाल के प्रशिक्षणार्थी संस्थान में सैद्धांतिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वोल्टास लिमिटेड की विनिर्माण, इंजीनियरिंग समाधान, रख-रखाव सेवाओं एवं मरम्मत सुविधा में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रशिक्षणार्थियों को कार्य के वास्तविक दुनिया के माहौल में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना तथा रेफ्रिजरेशन एण्ड एयर कंडीशनिंग मैकेनिक के क्षेत्र में कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करना है। प्रशिक्षण से रोजगार के साथ स्व-रोजगार के भी अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही उद्योग की आवश्यकताओं और कार्यबल के कौशल के बीच की खाई को पाटने में मददगार साबित होगा। प्रशिक्षणार्थी शासकीय आईटीआई में शैक्षणिक-सत्र 2023-24 से प्रवेश ले सकेंगे।
एमओयू जी.एन. अग्रवाल अतिरिक्त संचालक कौशल विकास संचालनालय मध्यप्रदेश के मार्गदर्शन में निष्पादित किया गया। शासकीय आईटीआई इंदौर के प्राचार्य जी.एस. साजापुरकर एवं टी.पी.ओ विपिन पुरोहित, शासकीय आईटीआई भोपाल के प्राचार्य गोलाईत एवं टी.पी.ओ विलास नागदावने एवं वोल्टास लिमिटेड के रवि शर्मा की उपस्थिति में एमओयू का आदान-प्रदान हुआ।
मुख्यमंत्री चौहान ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ पौध-रोपण किया
21 Apr, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट उद्यान में नीम, करंज और चंपा के पौधे लगाए। सामाजिक कार्यकर्ता सर्व संदेश राजपूत, विवेक भास्कर, शिवेंद्र राजपूत, रतन सिंह, राज सिंह, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा की भगवती शुक्ला, प्रशांत तिवारी, संदीप शर्मा, भूपेन्द्र वालोटिया, आकाश शर्मा, सत्येन्द्र शर्मा, रविरूद्र शर्मा, गोपाल कृष्ण पाठक और हरीश शर्मा भी पौध-रोपण में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री चौहान के साथ पीआर एसआई संस्था के विजय बोंद्रिया, अविनाश वाजपेयी, मनोज द्विवेदी, प्रकाश साकल्ले, दिनेश शुक्ला, के.के. शुक्ला, पंकज मिश्रा, महावीर उपाध्याय और बबीता ने भी पौधे लगाए।
सामाजिक कार्यकर्ता माया पटेल, प्रेम नारायण पटेल, हिमांशी, शिवांशी, पार्थ पटेल, योगेश पटेल, प्रकाश मालवीय और विवेक साहू ने भी पौध-रोपण किया।
सिविल सेवकों का जीवन सिर्फ अपने लिए नहीं, अपनों के लिए होता है : मुख्यमंत्री चौहान
21 Apr, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिविल सेवकों से कहा कि आपका जीवन सिर्फ अपने लिए नहीं अपनों के लिए होता है। जन-कल्याण सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। आम जनता से जुड़े छोटे-छोटे कार्य, वास्तव में बड़े-बड़े कार्य होते हैं। सिविल सेवक इन कार्यों को समय पर पूरा करवा लें, यही सुशासन है। मुख्यमंत्री चौहान आज आर.सी.वी.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी, भोपाल के सभा कक्ष में सिविल सर्विस-डे के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारा मूल काम समाज सेवा है। हम जो भी कार्य करते हैं, आम नागरिकों के लिए ही होता है। मुख्यमंत्री चौहान ने टीम मध्यप्रदेश को सिविल सेवा दिवस की बधाई और शुभकामनाएँ दी। सिविल सेवा दिवस पर हुए इस विशेष कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षाविद, लेखक इन्फोसिस के पूर्व सदस्य और वर्तमान में मणिपाल ग्लोबल एजुकेशनल के अध्यक्ष मोहनदास पाई थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सिविल सर्विस-डे का अर्थ यही है कि हम लोक सेवक हैं और देश की सेवा हमारा मुख्य उद्देश्य है। लोकतंत्र में जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा शासन होता है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सिविल सेवा दिवस 2023 की थीम "विकसित भारत, नागरिकों को सशक्त करना और अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना है।" उन्होंने टीम मध्यप्रदेश को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि सबने मिल कर मध्यप्रदेश को समृद्ध और विकसित बनाने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। टीम मध्यप्रदेश ने जुट कर कार्य किया है। मध्यप्रदेश में तेजी से सकारात्मक परिवर्तन आया है। सिंचाई की क्षमता को हमने आश्चर्यजनक रूप से साढ़े 7 लाख हेक्टयर से बढ़ा कर 45 लाख हेक्टेयर तक पहुँचा दिया है। इसे क्रास कर अब 65 लाख हेक्टेयर पर काम करेंगे। आज 4 लाख किलोमीटर सड़कें प्रदेश में बन चुकी हैं। किसी समय यह सिर्फ 71 हजार किलोमीटर हुआ करती थी और टूटी-फूटी हालत में होती थी। अब प्रदेश में शानदार सड़कें हैं। प्रदेश में ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों में अद्भुत कार्य हुआ है। प्रदेश में अच्छे संसाधन हैं, इसलिए हम कार्य कर पा रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में निर्माण विभाग भी सक्रिय रहे। मध्यप्रदेश की गिनती आज विकसित प्रांतों में है, मध्यप्रदेश बीमारू नहीं है। इसका श्रेय टीम मध्यप्रदेश के असाधारण परिश्रम को है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आम जन के बिना हमारा कार्य नहीं होता, हम हितग्राही तक पहुँच जाते हैं। प्रदेश में विकास यात्राएँ जन- कल्याण यात्राएँ बन गई।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अधो-संरचना की बात करें तो यह देखने को मिलता है कि काफी सकारात्मक परिवर्तन आया है। कृषि उत्पादन में कई गुना वृद्धि हुई है। अनाज के भंडार भरे हैं। प्रति व्यक्ति आय बड़ी है। देश की जीएसडीपी में मध्यप्रदेश का योगदान बढ़ा है। वर्ष 2005-06 में प्रदेश में का बजट आकार 25 हजार करोड़ होता था, वो बढ़ कर वर्ष 2012-13 में एक लाख करोड़, वर्ष 2020-21 में दो लाख करोड़ और इस बार 3 लाख करोड़ को पार कर गया है, यह आसान बात नहीं है। असाधारण उपलब्धि है। मध्यप्रदेश ने तुलनात्मक रूप से लम्बी छलांग लगाई है, जिसका श्रेय टीम मध्यप्रदेश को जाता है।
सुशासन से जनता और प्रशासन की दूरी हुई है समाप्त
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जनता और प्रशासन के बीच की दूरी समाप्त की गई है, जो सुशासन के प्रयासों से संभव हुआ है। मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान से केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं से 83 लाख से अधिक हितग्राहियों को जोड़ने में सफलता मिली। हमारे कार्यक्रम जनता के कार्यक्रम बन गए। जनता की निर्णयों में भी भागीदारी हो गई है। आगामी 10 से 25 मई तक समस्याओं के निराकरण के लिए पुन: अभियान संचालित किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सिविल सेवकों को यह चुनौती स्वीकार करना है कि नागरिकों को अपने कामों के लिए भटकना न पड़े। गाँव और शहरों के वार्डों में शिविरों के माध्यम से समस्याएँ हल की जाएँ। सीएम हेल्प लाइन सहित सुशासन की दिशा में अनेक उपायों को लागू किया गया। जन सुनवाई, वन-डे गर्वेनेंस और समाधान ऑनलाइन ऐसे ही उपाय हैं। इनको तकनीकी से जोड़ कर कार्यों के निपटारे के साथ सामने आने वाली विसंगतियों को भी दूर करने पर ध्यान देना है। मुख्यमंत्री चौहान ने गीता के श्लोकों के माध्यम से सिविल सेवक की भूमिका कैसी हो, इसका विस्तारपूर्वक उल्लेख भी किया।
मध्यप्रदेश में सुशासन और अधिकारियों की श्रेष्ठ भूमिका
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में सुशासन के क्षेत्र में निरंतर कार्य हुआ है। बुरहानपुर में हर घर जल पहुँचाने और गति शक्ति प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के कार्य हुए हैं। प्रदेश में अनेक नवाचार भी प्रशासनिक स्तर पर हुए हैं। अधिकांश सिविल सेवक श्रेष्ठ भूमिका का निर्वहन करते हुए सरकार की जन-कल्याणकारी नीतियों को जमीन पर उतारने का कार्य कुशलता से कर रहे हैं। प्रदेश के सिविल सेवक तेजी से क्रियान्वयन का गुण भी रखते हैं, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनने के बाद दो माह में आवश्यक वातावरण निर्माण और एक करोड़ से अधिक पंजीयन इसका उदाहरण है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सिविल सेवक एक लीडर भी हैं और उनका दायित्व सभी को सम दृष्टि से देख कर सबका उत्साह भी बढ़ाना है। व्यक्ति में अहंकार न हो। उत्साह में कमी न हो। धैर्य के साथ समस्याओं के समाधान का रास्ता निकाला जाए। मनोवृत्ति यह होना चाहिए कि किसी निराशा से घिरे व्यक्ति को भी उत्साहित कर दें। व्यक्ति जैसा सोचता है वैसा बन भी जाता है। सिविल सेवक सिर्फ अपने लिए कार्य नहीं करता बल्कि उसके कार्य से जनता और पूरा देश प्रभावित होता है। अप्रासंगिक कार्य को भी प्रासंगिक बनाने की कला होना चाहिए। एक व्यक्ति चाहे तो देश के प्रति विश्व की धारणा बदल सकता है। यह बात समस्त देशवासियों ने अनुभव की है। इसी तरह एक सिविल सेवक सही दिशा में कार्य कर विभाग को बदल सकता है। सिविल सेवक अधिकतम योगदान देने का प्रयास करें। इसलिए सिविल सेवाएँ सिर्फ व्यक्ति के लिए न होकर, राष्ट्र के लिए उपयोगी मानी गई हैं।
आनंद और प्रसन्नता के साथ करें कार्य
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने मनुष्य को अनंत शक्तियों का भंडार बताया है। किसी कार्य में पूरी तरह प्रयत्न करना आवश्यक है। यदि एक बार सफल नहीं हुए तो पुन: प्रयास करना ही चाहिए। समय का भी सद्पयोग करना चाहिए। एक-एक क्षण कीमती है। जब तक व्यक्ति का जीवन है, दूसरों की जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए हर पल का उपयोग किया जाए। प्राय: धन-दौलत से सुख प्राप्त नहीं होता। ईमानदारी पूर्वक कार्य करने से अच्छे परिणाम निकलते हैं। कोरोना काल में अधिकारियों ने जिस जज्बे से कार्य किया वो गर्व करने लायक है। मुख्यमंत्री चौहान ने सिविल सेवकों से आहवान किया कि आनंद और प्रसन्नता से कार्य करें। परिवार में सभी सदस्यों का ध्यान रखते हुए मनोयोग पूर्वक अपने शासकीय दायित्वों को निभाना आसान होता है। ऐसा ही जीवन प्रासंगिक होता है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्य के लिए हम तेजी से कार्य करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। इस कार्य को पूरी निष्ठा से पूर्ण करना है।
योजनाएँ जनता के सुझावों पर बनी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता भी विकास कार्यों में भागीदारी कर रही है। मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद हो या अन्य संगठन, सभी मिल कर योजनाओं के क्रियान्वयन में भागीदार हैं। मध्यप्रदेश में अनेक योजनाएँ आम जनता के सुझावों पर बनी हैं। प्रदेश में एक आदर्श कार्य-संस्कृति निर्मित हुई है। जिलों में जनता और कलेक्टर के बीच की दूरी खत्म हुई है।
अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं सिविल सेवक
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि सिविल सर्विसेज की लंबी परंपरा देश में रही है। विशेष परिस्थितियों और चुनौतीपूर्ण स्थितियों का हमारी प्रशासनिक व्यवस्था डट कर मुकाबला करती है। बैंस ने कहा कि अपने लंबे कार्यकाल में उन्हें ऐसा अवसर याद नहीं आता जब हमें कोई विशेष दायित्व दिया गया हो और अपेक्षा पर खरे नहीं उतरे हों। मुख्य सचिव ने कहा कि ऐसी दक्ष टीम के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है, इस बात का संतोष है और गर्व भी है। उन्होंने कहा कि चाहे कोरोना काल की बात हो या सिंहस्थ के आयोजन की बात हो या फिर माफिया के खिलाफ कार्रवाई का समय हो, अधो-संरचना का विकास हो या जनता की समस्याओं के निराकरण की व्यवस्था हो, मध्यप्रदेश में सभी प्रशासनिक आयामों पर अनेक उपलब्धियों का इतिहास रचा गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि हम जो भी कार्य करते हैं उसका विश्लेषण भी किया जाता है। अनेक कमियाँ भी सामने आती हैं और बहुत सा अच्छा कार्य कमियों के आगे दब जाता है। अपने श्रेष्ठ कार्यों को प्रचारित करने और उनकी व्याख्या करने के प्रति भी हमें सजग रहना चाहिए।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री चौहान और अतिथियों ने दीप जला कर सिविल सर्विस-डे का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान का अनिरुद्ध मुखर्जी ने स्वागत किया। मुख्य सचिव और अन्य अतिथियों का भी स्वागत पुष्प-गुच्छ से किया गया। पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार सहित बड़ी संख्या में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, भारतीय पुलिस सेवा और वन सेवा के अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर्स, कमिश्नर्स और मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी वर्चुअली जुड़े।
जल जीवन मिशन में देश का माडल जिला बना बुरहानपुर
21 Apr, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले को जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में देश में सर्वोत्तम प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार मिलने की सबसे ज्यादा खुशी बुरहानपुर की महिलाओं को हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली में सिविल सेवा दिवस पर गरिमापूर्ण समारोह में बुरहानपुर कलेक्टर भाव्या मित्तल को प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया। यह सरकार और नागरिकों के परस्पर सहयोग और समन्वय का परिणाम है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास कार्यक्रमों और प्रक्रियाओं में नवाचार को निरंतर प्रोत्साहित किया है।
प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार बुरहानपुर की महिलाओं के लिये अनूठे उपहार से कम नहीं है। जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर बहादरपुर गाँव की रेखा सुरेश सोनी अपने कठिन समय को याद करते हुए बताती हैं कि वे वर्ष 2000 में इस गाँव में बहू बन कर आई थी। पानी की परेशानी के कारण इस गाँव में कोई रिश्ता करने को तैयार नहीं होता था। बहुत दूर से पानी लाना पड़ता था। अभी शिवराज जी और मोदी जी के प्रयासों से हमारे गाँव में भरपूर पानी आने लगा है। पूरा गाँव भी हरा-भरा हो गया है। सबको साफ पानी मिल रहा है। स्वास्थ्य की समस्याएँ भी कम हो रही हैं। पहले पानी लाने में जो समय जाता था अब हम अपने दूसरे कामों में लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमारे लिये बहुत अच्छा काम किया है।
इसी गाँव की दीपिका श्याम सोनी बताती हैं कि गाँव में पानी से संबंधित बहुत सारी परेशानियाँ थी। नई बहुओं को भी दूर कुओं से पानी लाना पड़ता था। अब पानी मिलने से हमारी बडी समस्या खत्म हो गई है।
जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर बम्भाड़ा ग्राम पंचायत की सरपंच सविता प्रमोद सागर ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि हमारे यहाँ पानी की बहुत समस्या थी। अब हमें भरपूर पानी मिल रहा है। हर घर में पानी पहुँच गया है। सरकार ने पानी की बहुत अच्छी व्यवस्था हमारे गाँव में की है। हम सब गाँव वालों और ग्राम पंचायत के तरफ से मुख्यमंत्री जी और प्रधानमंत्री जी का बहुत आभार मानते हैं। इसी गाँव की प्रियंका खड़से बताती हैं कि रोज चिंता रहती थी कि सुबह पानी भरने जाना है। कई कामकाजी महिलाएँ पानी भरने के कारण काम पर जाने में लेट हो जाती थी। अब कई काम आसान हो गये हैं।
बुरहानपुर जिले ने जल जीवन मिशन से हर घर में नल से शुद्ध पेयजल पहुँचाने की अभूतपूर्व और गौरवपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। बुरहानपुर को देश में पहला हर घर जल सर्टिफाइड जिला बनने का गौरव प्राप्त हुआ है।
हर गाँव में पानी पहुँचा कर बुरहानपुर ने देश को एक नई दिशा दिखाई है। जल जीवन मिशन में अब तक प्रदेश के 51 लाख 15 हजार से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल से जल उपलब्ध कराया गया है। सभी 254 गाँव में “हर घर जल” योजना से पानी पहुँचाया जा रहा है। ये गाँव “हर घर जल” प्रमाणित हुए हैं।