छत्तीसगढ़ (ऑर्काइव)
बाड़ी में लगाया था गांजा का पौधा....
10 Jun, 2023 11:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अंबिकापुर। सरगुजा जिले में नशे के विरुद्ध नवा बिहान अभियान चलाया जा रहा है। जन सहभागिता से मादक पदार्थों की अवैध बिक्री पर रोक लगाने प्रयास जारी है इसी कड़ी में धौरपुर पुलिस ने एक व्यक्ति की बाड़ी से गांजा का पौधा जब्त किया है। पौधा लगभग 10 किलो वजनी है।कुछ दिनों में गांजा तैयार किया जा सकता था। गांजे के पौधे का वजन लगभग छह किलोग्राम है। धौरपुर व शंकरगढ के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वयं के उपयोग और बिक्री के लिए कुछ लोगों द्वारा बाड़ी में गांजा का पौधा लगाए जाने की जानकारी पर सूचना तंत्र को मजबूत किया गया था। थाना प्रभारी धौरपुर निरीक्षक कैलाश मिर्रे को सूचना मिली थी कि हरी यादव निवासी डुमकी खुटिपारा धौरपुर अपने घर के बाड़ी मे गांजा का पौधा लगाया हैं। उसे बिक्री करने हेतु ग्राहक की तलाश कर रहा हैं।तत्काल पुलिस टीम द्वारा उसके घर में दबिश दी गई। पहले तो आरोपित ने गांजा होने से इंकार किया। पुलिस टीम ने उसकी बाड़ी की छानबीन की तो दूसरे पौधों के साथ गांजा का भी पौधा बरामद हुआ। आरोपित हरी यादव को धारा 20 (ए)एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध पंजीकृत कर हिरासत में लिया गया है। कार्रवाई में थाना प्रभारी धौरपुर निरीक्षक कैलाश मिर्रे, सहायक उप निरीक्षक देवनारायण यादव,आरक्षक अरविन्द पैकरा शामिल रहे।
दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में पहले भी हो चुकी कार्रवाई
सरगुजा जिले के धौरपुर और बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ विकासखंड के कई गांव जंगल पहाड़ पर स्थित है। इन दोनों ब्लॉक की सीमा से जशपुर जिले की सीमा लगी हुई है। पहाड़ी व दुर्गम क्षेत्र में पूर्व के वर्षों में भी कुछ लोगों द्वारा गांजा लगाए जाने की शिकायत पर पुलिस की ओर से कार्रवाई की जाती रही है। स्वयं के उपयोग के अलावा व्यवसायिक उपयोग के लिए भी लोग अवैध रूप से गांजा लगाते रहे हैं।
वनाश्रितों के आय में लगातार हो रही वृद्धि
9 Jun, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : वनोपज से वन आश्रितों के जीवन में बेहतर बदलाव आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने आदिवासियों के हित में काम करते हुए कई यहां कार्य किए हैं। लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य में खरीदी, दाम में बढ़ोत्तरी, कृषि और लघु वनोपजों का संग्रहण, वैल्यू एडिशन जैसे कार्यों से न केवल वनांचल क्षेत्रों में लोगों को रोजगार मिला है बल्कि उनके जीवन में बदलाव भी आ रहे हैं। आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, पेयजल, सड़क, सामुदायिक भवनों जैसी सुविधाओं का विस्तार हुआ है। वनाश्रितों के अधिकारों में भी वृद्धि हुई है।
तेंदूपत्ता संग्राहकों के हित में छत्तीसगढ़ सरकार ने कई कदम बढ़ाए हैं, यही कारण है कि तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के जीवन में खुशहाली की बयार है। तेंदूपत्ता पहले जहां 2500 रुपए प्रति मानक बोरा खरीदा जाता था आज उसे बढ़ाकर 4000 रुपए प्रति मानक बोरे में खरीदा जा रहा है, प्रति मानक बोरा में कल 1500 रुपए की वृद्धि की गई। प्रदेश में अब तक संग्राहकों से तीन चौथाई तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है।
तेंदूपत्ता संग्रहण के दाम बढ़ने से ख़ुश हैं संग्राहक
राज्य में अब तक संग्रहित मात्रा में से वनमण्डल बीजापुर में 81 हजार मानक बोरा तथा सुकमा में एक लाख 22 हजार 310 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण शामिल है। इनमें वनमंडल सुकमा में लक्ष्य एक लाख 8 हजार मानक बोरा के विरूद्ध एक लाख 22 हजार 310 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। इसी तरह वनमण्डल दंतेवाड़ा में 15 हजार 630 मानक बोरा, जगदलपुर में 20 हजार 971 मानक बोरा, दक्षिण कोण्डागांव में 18 हजार 608 मानक बोरा तथा केशकाल में 24 हजार 963 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है। वनमण्डल नारायणपुर में 18 हजार 610 मानक बोरा, पूर्व भानुप्रतापपुर में 90 हजार 649 मानक बोरा, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 34 हजार 884 मानक बोरा, तथा कांकेर में 33 हजार 342 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।
इसी तरह वनमण्डल राजनांदगांव में 60 हजार 588 मानक बोरा, खैरागढ़ में 24 हजार 516 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हुआ है। बालोद में 19 हजार 17 मानक बोरा, कवर्धा में 32 हजार 346 मानक बोरा, वनमण्डल धमतरी में 20 हजार 584 मानक बोरा, गरियाबंद में 77 हजार 574 मानक बोरा, महासमुंद 70 हजार 720 मानक बोरा तथा बलौदाबाजार 16 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया है। वनमण्डल बिलासपुर में 25 हजार 548 मानक बोरा, मरवाही 10 हजार 866 मानक बोरा, जांजगीर-चांपा में 6 हजार 883 मानक बोरा, रायगढ़ में 49 हजार 184 मानक बोरा, धरमजयगढ़ में 70 हजार 945 मानक बोरा, कोरबा में 43 हजार 822 मानक बोरा तथा कटघोरा में 58 हजार 806 मानक बोरा का संग्रहण हुआ है। इसी तरह वनमण्डल जशपुर में 27 हजार 688 मानक बोरा, मनेन्द्रगढ़ 28 हजार 756 मानक बोरा, कोरिया में 20 हजार 958 और सरगुजा में 22 हजार 229 मानक बोरा, बलरामपुर में 86 हजार 561 मानक बोरा, सूरजपुर में 53 हजार 552 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।
हरा सोना है तेंदूपत्ता - औद्योगिक जिले के वनांचल में रहने वाले ग्रामीण तेंदूपत्ता को हरा सोना मानते हैं। गर्मी के दिनों में जब उनके पास न तो खेतों में काम होता है और न ही घर में कुछ काम, तब इसी तेंदूपत्ता यानी हरा सोना का संग्रहण उन्हें मेहनत एवं संग्रहण के आधार पर पारिश्रमिक देता है। वनांचल में रहने वाले ग्रामीणों के लिये तेंदूपत्ता के प्रति मानक बोरा की दर में हुई वृद्धि ने खुशियां जगा दी है। वे बहुत ही उत्साह के साथ तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य कर रही हैं।
दाम बढ़ने से खुश हैं संग्राहक - कोरबा विकासखंड के ग्राम कोरकोमा की सुखमिन बाई और कला कुंवर, वृंदा बाई तेंदूपत्ता संग्रहण कर उसे समिति में बेचने का कार्य वर्षों से कर रही है। एक सीजन में तीन से पांच हजार रूपए तक कमाई करने वाली इन संग्राहिकाओं का कहना है कि वे सुबह से शाम तक पत्ते तोड़कर उसे बण्डल बनाती हैं, फिर फड़ में ले जाकर बेच आती हैं। उनका अधिकांश समय वन में ही गुजरता है। मुख्यमंत्री द्वारा 2500 रूपये प्रति बोरा राशि की दर को 4000 रूपए किए जाने पर खुशी जताते हुए सुखमिन बाई ने इससे उनके जैसे संग्राहकों को लाभ पहुंचने की बात कही।
एक-एक पत्ता तोड़कर बनाते हैं बंडल - ग्राम कोरकोमा की रहने वाली बिसाहीन बाई, गीता बाई, सुखो बाई, ननकी बाई का कहना है कि वह कई साल से तेंदूपत्ता तोड़ने का कार्य कर रही है। संग्राहकों के हित में 2500 की राशि 4000 रूपए प्रति बोरा होने पर गरीब संग्राहकों को इससे फायदा होने की बात कही। कुदमुरा के राजकुमार ने बताया कि वह मजदूरी के साथ-साथ तेंदूपत्ता संग्रहण का काम कई वर्षों से करता आ रहा है। गांव में तेंदूपत्ता संग्रहण से गर्मी के दिनों में कुछ कमाई हो जाती है। एक-एक पत्तों को तोड़कर बण्डल बनाने में मेहनत लगता है। शासन ने संग्राहकों के परिश्रम का महत्व को समझते हुए राशि बढ़ाई है जो सराहनीय है।
परंपरागत व्यवसाय करने वाले व्यापारियों को मिला पक्का चबूतरा और सहारा
9 Jun, 2023 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज परंपरागत व्यवसाय करने वाले व्यापारियों को कवर्धा शहर के अंबेडकर चौक के पास 53 लाख 76 हजार रूपए की लागत से नव निर्मित 02 पौनी पसारी परिसर का लोकार्पण कर बड़ी सौगात दी। पौनी पसारी परिसर के लोकार्पण से परंपरागत व्यवसाय करने वाले व्यापारियों को पक्का चबूतरा और सहारा मिल गया है। उन्होंने पौनी पसारी परिसर में ही मिलेट्स कैफे का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर सहित कन्हैया अग्रवाल, नीलकंठ चंद्रवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा कलेक्टर जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री बघेल ने परिसर का लोकार्पण करते हुए कहा कि पौनी पसारी योजना के जरिए पुराने प्रचलित पारंपरिक व्यवसायों के लिए पक्का शेड, चबूतरा आदि का निर्माण कराया गया है, ताकि पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े लोगों को सुविधा हो सके और वे अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सके। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में पौनी पसारी की परंपरा पुरातन काल से चली आ रही है, जिसे सहेजने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने इस योजना की शुरूआत की है। इस परिसर में बने शेड को पात्र लोगों को अस्थायी रूप से किराए पर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि पौनी पसारी योजना छत्तीसगढ़ की प्राचीन परंपरा के व्यवसायों को नवजीवन प्रदान कराने में सहायक है। इसके तहत स्थानीय परंपरागत व्यवसायों जैसे लोहे से संबधित कार्याे, मिट्टी के बर्तन, कपडे़ धुलाई, जूते चप्पल तैयार करना, लकड़ी से संबंधित कार्य, पशुओं के लिए चारा, सब्जी-भाजी उत्पादन, कपड़ों की बुनाई-सिलाई, कंबल, मूर्तियां बनाना, फूलों का व्यवसाय, पूजन सामग्री, बांस का टोकना, सूपा, केशकर्तन, दोना-पत्तल, चटाई तैयार करना तथा आभूषण एवं सौंदर्य सामग्री इत्यादि का व्यवसाय पौनी-पसारी व्यवसाय के रूप में रोजगार उपलब्ध कराया जाता है।
मिलेट कैफे का शुभारंभ
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कवर्धा के पौनी-पसारी परिसर में मिलेट कैफे का शुभारंभ किया। उन्होंने मिलेट कैफे में बैठकर व्यंजनों का स्वाद चखा और कैफे का संचालन करने वाले महिला समूह की सराहना की।
मुख्यमंत्री बघेल ने कवर्धा कलेक्टर कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का किया अनावरण
9 Jun, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कवर्धा के कलेक्टर कार्यालय परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया और पुष्पार्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री बघेल ने प्रतिमा अनावरण के उपरांत कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी, छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाई जा रही है ताकि लोगों में अपनी संस्कृति को लेकर चेतना जागृत की जा सके। अपने तीज-त्यौहार, लोक परम्पराओं को जानने-समझने का भावी पीढ़ी को पर्याप्त अवसर मिले, यही हमारा प्रयास है।
मुख्यमंत्री बघेल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ के परंपरागत तिहारों का आयोजन किया जा रहा है। तीजा-पोरा, अक्ती, हरेली, छेरछेरा जैसे लोक जीवन के तिहारों को व्यापक स्तर पर मनाने की सार्थक पहल हुई है। बोरे-बासी को आज पूरा देश जानने लगा है। आदिवासी नृत्य महोत्सव, देवगुड़ी का कायाकल्प, आदिवासी परब सम्मान निधि जैसी पहल के माध्यम से जनजातीय संस्कृति को सम्मान दिलाने का काम किया गया है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, वन मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर सहित कन्हैया अग्रवाल, नीलकंठ चंद्रवंशी, नगर पालिका कवर्धा अध्यक्ष ऋषि शर्मा, कलेक्टर जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
मानसिक रुप से बीमार पत्नी ने की पति की हत्या
9 Jun, 2023 11:54 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सात व आठ जून की दरमियानी रात बजरंग चौक सुपेला में एक दर्दनाक घटना घटी। एक पत्नी ने दुपट्टे से गला दबाकर अपने ही पति की हत्या कर दी। आरोपित पत्नी को सुपेला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। परिजनों व पड़ोसियों का कहना था कि आरोपित महिला पर लंबे समय से भूत-प्रेत का साया था। घटना के बाद उसे काबू में करने में काफी समय लगा। यह बात भी सामने आई कि पति-पत्नी में आए दिन विवाद होता था।
पुलिस के मुताबिक आरोपित महिला का नाम संगीत (40) तथा मृतक का नाम दिलीप सोनी (45) है। दोनों पति-पत्नी है। इनके दो बच्चे है। घटना सात व आठ जून की दरमियानी रात की है। परिजनों के हवाले से पुलिस ने बताया कि बजरंग चौक न्यू कृष्णा नगर सुपेला का रहने वाला दिलीप रोजी मजदूरी का काम करता था। उसकी पत्नी संगीता घर पर ही रहती थी। वह अक्सर चीखने चिल्लाने लगती थी। लिहाजा लोगों ने भूत-प्रेत का साया मानकर उसका लगातार झाड़-फूंक करा रहे थे।
बताया जा रहा है कि बीती रात परिवार वाले खाना खाकर सो गया। रात तकरीबन तीन से चार बजे संगीता अपने बिस्तर से उठी और गहरी नींद में सो रहे दिलीप के गले को अपने दुपट्टे से कस दिया। दिलीप झटपटाने लगा तब बच्चे जाग गए। पिता को झटपटाता देख बच्चे रोने चिल्लाने लगे। बच्चों की चीख पुकार सुनकर पड़ोस में रहने वाला दिलीप का भाई दौड़कर आया, तथा दिलीप को उसने फौरन अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर घटना को अंजाम देने के बाद संगीत बदहवाश हो गई। वह आस-पड़ोस के लोगों के काबू में नहीं आ रही थी। लिहाजा फौरन पुलिस को सूचना दी गई। सुपेला पुलिस मौके पर पहुंची और पड़ोसियों की मदद से संगीता पर काबू किया गया।
सुपेला थाना प्रभारी ने बताया कि अलसुबह सूचना मिली। फौरन मौके पर टीम भेजी गई। जांच में पता चला कि आरोपिता संगीता सोनी ने अपने पति दिलीप सोनी की गला दबाकर हत्या कर दी है। महिला के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम के बाद दिलीप का शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
सीएम भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार के बांए पैर की हड्डी में हुआ फ्रैक्चर.....
9 Jun, 2023 11:53 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नन्दकुमार बघेल की तबियत अचानक खराब होने के कारण उन्हें श्री बालाजी सुपर स्पेशिलिटी हास्पिटल में भर्ती किया गया। अस्पताल के अधीक्षक डाक्टर दीपक जायसवाल ने बताया कि उनके बांए पैर की हड्डी (नेक आफ फीमर बोन) फ्रैक्चर हो गई। उन्हें सुबह सात बजे हास्पिटल में भर्ती किया गया। जहां वरिष्ट डाक्टरों ने सर्जरी करने की सलाह दी। श्री बालाजी हास्पिटल में उनका बाइपोलर माड्यूलर हेमीआर्थोप्लास्टी आपरेशन किया गया। तकरीबन तीन घंटे तक यह आपरेशन चला। नंदकुमार बघेल की हालत अभी स्थिर है, वरिष्ट चिकित्सकों की निगरानी में उन्हें अभी आइसीयू में रखा गया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल घर पर टहलते वक्त अचानक गिर गए, जिससे उनके बांए पैर की हड्डी फ्रैक्चर हो गई है। जिसके बाद उन्हें रायपुर के बालाजी हास्पिटल ले जाया गया, यहां उनकी सर्जरी के बाद उन्हें डॉक्टर्स के ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। वहीं गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हास्पिटल पहुंचकर पिता का हालचाल जाना। वे करीब दो घंटे तक अस्पताल में रहे और उन्होंने डाक्टरों की टीम से भी पिता के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली। हास्पिटल के चेयरमैन देवेन्द्र नायक ने बताया कि सीएम के पिता नंदकुमार बघेल की उम्र और उनकी बीमारी को देखते हुए उनका आपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण रहा, जिसमें टीम को सफलता मिली है और उनके हालत में अभी काफी सुधार है।
धान की एमएसपी बढ़ने के बाद तेज हुई श्रेय लेने की राजनीति.....
9 Jun, 2023 11:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। केंद्र सरकार ने धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 143 रुपये की बढ़ोतरी की है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ में सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच श्रेय लेने की राजनीति छिड़ गई है। भाजपा कह रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में धान के एमएसपी में सर्वाधिक वृद्धि हुई है। जबकि कांग्रेस यह कहकर श्रेय ले रही है कि वर्ष 2023 में अब तक सबसे अधिक 107 लाख टन धान की खरीदी कांग्रेस सरकार में हुई है। राज्य के गठन के बाद पहली बार इतनी खरीदी हुई है।
गौरतलब है कि वर्ष 2014-15 में धान का समर्थन मूल्य 1360 रुपये था जो बढ़कर सत्र 2023-24 में 2183 रुपये हो गया। इसके साथ ही उड़द दाल की एमएसपी 350 रुपये प्रति क्विंटल बढ़कर 6,950 रुपये, मक्के की एमएसपी 128 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग की एमएसपी 8,558 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
धान से बनती और बिगड़ती रही हैं सरकारें
छत्तसीगढ़ की राजनीति के लिए भी धान-किसान काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि धान के मुद्दे को लेकर प्रदेश में सरकार बनती और बिगड़ती भी है। वर्ष 2013 के चुनाव में भाजपा ने 300 रुपये बोनस की घोषणा की थी, भाजपा की सरकार बनी मगर किसानों को यह राशि नहीं मिली। 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 2500 रुपये बोनस देने की घोषणा की थी और भाजपा को किसानों के आक्रोश के कारण नुकसान उठाना पड़ा और वह 15 सीटों पर सिमट गई थी। जबकि कांग्रेस 68 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई।
झूठा श्रेय ले रही कांग्रेस सरकार: भाजपा
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि विधानसभा में प्रश्नों के उत्तर में राज्य सरकार स्वीकार चुकी है कि धान खरीदी में 89 प्रतिशत राशि केंद्र और 11 प्रतिशत राज्य सरकार देती है। कांग्रेस के खाते में कोई उपलब्धि नहीं है। दो वर्ष का बोनस अब तक नहीं दिया, बिजली और सिंचाई का रकबा घट गया, किसानों को पंप कनेक्शन नहीं मिल रहा, 53 हजार किसान कनेक्शन लेने के लिए कतार पर हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने 150 करोड़ रुपये इसके लिए बजट दिया गया है। किसानों को जबरदस्ती खाद पकड़ाया जा रहा है। गोठान के नाम से सरकारी धन की खुली लूट हो रही है। अभियांत्रिकीकरण की छूट की योजनाएं सरकार ने समाप्त कर दी। केवल झूठ श्रेय लेना चाहते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा अब छत्तीसगढ़ के किसानों को प्रतिवर्ष केंद्र से 23 हजार करोड़ का समर्थन मूल्य (107 लाख मीट्रिक टन के हिसाब से) प्राप्त होगा और राज्य सरकार से किसानों को केवल 3300 करोड़ मिलेगा।
अब 2800 रुपये में खरीदेंगे धान: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि केंद्र ने धान की एमएसपी में मामूली वृद्धि की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों से जो वादा किया उसे अक्षरशः पूरा किया है। 2018 में चुनाव में कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफी, सिंचाई कर माफ और धान की कीमत 2500 रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा किया था जिसे पूरा किया है। अब सरकार किसानों से प्रति क्विंटल 20 एकड़ धान खरीदी और 2800 रुपये कीमत पर खरीदी करेगी।
जगदलपुर में 21 तो रायपुर में 24 जून तक हो सकता है मानसून
9 Jun, 2023 11:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केरल में मानसून के प्रवेश होते अब मानसूनी हलचल बढ़ सकती है। मौसम विभाग के अनुसार केरल में भी मानसून अपने निर्धारित समय से आठ दिन देरी से आया है, इसे देखते हुए जगदलपुर में 21 जून और रायपुर में 24 जून को मानसून का प्रवेश संभावित है। हालांकि अगर इस दौरान मानसूनी सक्रियता तेजी के साथ बढ़ी तो मानसून निर्धारित तिथि से पहले भी आ सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार को भी छत्तीसगढ़ में आंशिक रूप से बादल छाने के साथ ही हल्की वर्षा के आसार है, साथ ही अधिकतम व न्यूनतम तापमान में बदलाव नहीं होगा।
गुरुवार को भी रायपुर में सुबह से ही सूरज के तेवर तीखे रहे। तापमान में हुई बढ़ोतरी के चलते इन दिनों उमस भी बढ़ गई है। रायपुर का अधिकतम तापमान इस सीजन में पहली बार गुरुवार को 43.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। प्रदेश भर में सक्ती सर्वाधिक गर्म रहा, एआरजी सक्ती का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 10 जून के बाद से प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा के आसार बने हुए है, साथ ही तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि इस वर्ष केरल में ही आठ दिन विलंब से मानसून आया है, इसके चलते प्रदेश में भी आठ दिन विलंब होना संभावित है।
इस वर्ष बीते 30 वर्षों में पहली बार देखने को मिला है कि छत्तीसगढ़ में लू नहीं चली है। इसके साथ ही इस बार भले ही तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन उमस व गर्मी ने लोगों को हलाकान कर दिया है। मार्च और अप्रैल का महीना तो नहीं तपाया,लेकिन मई के दूसरा पखवाड़ा तपाने वाला रहा। अब जून में भी तपिश और ज्यादा बढ़ गई है।
मोतीबाग चौक के पंजाब नेशनल बैंक एटीएम में लगी भीषण आग.....
9 Jun, 2023 11:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार सुबह आगजनी होने की खबर सामने आई है। राजधानी के गोल बाजार स्थित लालगंगा सिटी मार्ट के पीएनबी बैंक में भीषण आग लग गई है। बैंक के दस्तावेज जलकर खाक हो गए है। वहीं मौके पर दो फायर ब्रिगेड की गाडियां पहुंचकर आग बुझाने का काम कर रही है। आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है।
जानकारी के मुताबिक आग की शुरूआत एटीएम से हुई। 6 से 7 दुकानें इस आग की चपेट में आ गई है। वहीं बाहर रखी गाड़ियां भी जलकर खाक हो गई। वहीं घटना की सूचना के बाद स्थानीय विधायक कुलदीप जुनेजा मौके पर पहुंचे और बैंक में सफाई का काम करने वाले लोगों से बातचीत की।
पीएनबी का एटीएम और बैंक पूरी तरह जल गया। बता दें एटीएम के सामने ई-विकल का शो रूम है तो कांपलेक्स में ऊपर फाइनेंस कंपनी हैं।
ये पूरा मामला गोल बाजार थाना क्षेत्र के बंजारी बाबा चौक और मोती बाग चौक के बीच की घटना है। वहीं आग लगने की वजह का अब तक पता नहीं चल सका है।
गोल बाजार थाना प्रभारी योगेश कश्यप ने बताया कि आगजनी की घटना लगभग 9.15 मिनट की है। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड व पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। आगे बुझाने का काम जारी रहा। किसी तरह की जनहानी नहीं हुई है। आग के कारणों का पता नहीं चल सका है। पीएनबी एटीएम की चार मशीनें जल गई है। वहीं बगल में ईवीकल शोरूम है, जिसके अंदर रखी कुछ गाड़ियां भी जल गई है। नुकसान का अंदाजा अभी नहीं लगाया जा सका है।
अंबिकापुर में कांग्रेस का परंपरागत वोट.....
9 Jun, 2023 11:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। स्वच्छता के मामले में राष्ट्रीय ख्याति अर्जित करने वाले अंबिकापुर शहर के साथ अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र भी राजनीतिक गलियारों में हमेशा चर्चा का केंद्र रहा है। यहां के कद्दावर कांग्रेस नेता व छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव विधायक हैं। उनके कद का कोई दूसरा नेता संभाग में नहीं है, इसका फायदा भी उन्हें हमेशा से मिलता रहा है। भाजपा भी कमजोर हुई तो इसका प्रमुख कारण इनका बड़ा राजनीतिक कद ही है। टीएस सिंहदेव सरगुजा राजपरिवार के मुखिया है। इन्हें हर आम व खास लोग "टीएस बाबा" ही कहते हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 2003 के चुनाव में अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित था। उस समय भाजपा को कांग्रेस विरोधी जोगी विरोधी लहर का फायदा मिला था। तब 37 हजार 222 मतों से कमलभान सिंह ने 27 साल लगातार विधायक रहे मदन गोपाल सिंह को पराजित किया। रमन सरकार के दौरान विधायक बने कमलभान ने पांच वर्ष अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र में विकास काम भी कराया पर परिसीमन के बाद जब यह सीट सामान्य हुई तो टीएस सिंहदेव को कांग्रेस ने मैदान में उतारा। 2008 का यह चुनाव काफी चर्चित रहा। भाजपा ने युवा नेता अनुराग सिंहदेव ने कद्दावर नेता टीएस सिंहदेव को मुश्किलों में डाल दिया था।
टीएस सिंहदेव का जो लोग विरोध करते थे, सारे लोगों एक मंच पर आ गए और सबने मिलकर ऐसा अभियान चलाया कि भाजपा से कड़ी टक्कर मिली और बमुश्किल 980 मतों से उन्हें जीत हासिल हुई। लेकिन यह कम अंतर की जीत ने टीएस सिंहदेव की आंखें खोल दी। उन्होंने विधायक बनने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और अंबिकापुर शहर सहित विधानसभा क्षेत्र के लखनपुर, उदयपुर क्षेत्र में छोटी-छोटी चौपाल लगाकर लोगों के सुख-दुख में शामिल होकर सबको अपना बना लिया। ग्रामीण क्षेत्र में भाजपा की कमजोरी का फायदा कांग्रेस ने हमेशा उठाया। विधानसभा ही नहीं जिला पंचायत, जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत, नगरीय निकाय, नगर निगम अंबिकापुर सभी चुनाव में कांग्रेस के समर्थित प्रत्याशी बड़े अंतर से जीतने लगे। अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र जहां गोंड़, कंवर, उरांव जनजाति के लोग बहुतायत हैं, उनका झुकाव शुरू से कांग्रेस की ओर रहा है।
जनघोषणा पत्र समिति की कमान संभालने के बाद प्रदेश में बनी पहचान
2018 में जब भाजपा सरकार के खिलाफ वातावरण बनने लगा तो जन घोषणा पत्र के मुखिया बनाए गए तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव की प्रदेश स्तर पर स्वीकार्यता बढ़ी। सरगुजा जिला ही नहीं पूरे संभाग के लोगों ने टीएस सिंहदेव को भावी मुख्यमंत्री मान लिया था। इस कारण खुलकर उनके और कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया। संभाग की 14 में से 14 सीट पर कांग्रेस को जीत मिली।
उम्मीद के अनुरूप विकास के कार्य नहीं, फिर भी सिंहदेव मजबूत
कांग्रेस सरकार बनने के बाद अंबिकापुर के लोगों को बड़े बदलाव की उम्मीद थी। स्थानीय लोगों की मानें तो उम्मीद के अनुरूप विकास कार्य नहीं हुआ हैं। इसके बावजूद टीएस सिंहदेव मजबूत हैं। अंबिकापुर में मेडिकल कालेज की नींव भाजपा ने रखी थी और इसे अंजाम तक स्वास्थ्य मंत्री रहते टीएस सिंहदेव ने पूरा किया है। इसका लोकार्पण भी होने वाला है, जो सरगुजा ही नहीं पूरे संभाग के लिए एक बड़ी सौगात है। ग्रामीण क्षेत्र में भी छोटे-छोटे अस्पतालों को बेहतर बनाने और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के कारण टीएस सिंहदेव चर्चा में हैं।
भाजपा में लीडरशिप की कमी
वर्ष 2008 से यहां लगातार कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव जीतते आ रहा है। इसके पीछे कारण यही है कि भाजपा में स्थानीय नेतृत्व की कमी है। भाजपा ने 15 साल की सत्ता में काफी विकास कार्य कराया पर उसे भुना नहीं पाई। भाजपा के कार्यकर्ताओं का यह भी मानना है कि अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र में लगातार तीन बार अनुराग सिंहदेव को महत्व देना भी भाजपा के लिए महंगा पड़ा। गुटबाजी इतनी बढ़ी कि भाजपा के कार्यकर्ता तो टूटे ही, नेताओं में भी आपस में दूरी बढ़ गई है।
राजनीतिक लड़ाई में आई है काम में थोड़ी बाधा
अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र के निवासी संदीप कुमार सिन्हा, अवधेश केशरी, रामू सोनी का कहना है कि प्रदेश में जिस धमाकेदार तरीके से कांग्रेस सत्ता में आई थी, उससे लग रहा था कि सरगुजा का खूब विकास होगा। खासकर अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र में काफी उम्मीदें थीं, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की राजनीतिक लड़ाई का नुकसान यहां के नागरिकों को उठाना पड़ रहा है। सड़कें बनीं हैं, पुल पुलिया बना है। रोजगार मूलक कोई बड़े संस्थान विकसित नहीं हो पाए, इसका दुख है।
15 साल से हैं विधायक, उपलब्धि कुछ नहीं-अनुराग सिंहदेव
अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार भाजपा प्रत्याशी रहे अनुराग सिंहदेव ने कहा कि 15 साल से टीएस सिंहदेव विधायक हैं पर उनकी कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री व पंचायत मंत्री का दायित्व इन्हें मिला पर दोनों विभाग में विकास कार्य नहीं करा सके। स्वास्थ्य मंत्री बने तो यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम का अध्ययन करने थाईलैंड गए और अब तक उसे लागू नहीं करा सके। मेडिकल कालेज भी भाजपा सरकार की देन है। जन घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष थे। जो घोषणाएं हुईं थी, पूरी नहीं हुई। पंचायत सचिव नियमित नहीं हुए। कई विभागों के अनियमित कर्मचारी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। अनुराग सिंहदेव ने स्वीकार किया कि मतदाताओं का कांग्रेस के प्रति झुकाव ही यहां भाजपा की लगातार हार का कारण है। भाजपा के भीतर जो एकजुटता होनी थी, उसका भी अभाव रहा है। संसाधनों में भी हम कमजोर रहे।
मुझे काम गिनाने की आदत नहीं: टीएस सिंहदेव
अंबिकापुर विधायक व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मुझे काम गिनाने की आदत नहीं है। विपक्ष को यदि काम गिनने की आदत है तो विपक्ष काम गिन ले। मेरे काम का आकलन मेरे क्षेत्र की जनता करती है। मैं जब पहली बार विधायक बना तो जिस दूरस्थ बकोई गांव में गया था, वहां जाने के लिए कोई सड़क नहीं थी। आजादी के बाद कोई जनप्रतिनिधि उस गांव में नहीं गया था। आज वहां पक्की सड़क बन चुकी है। कई गांव में प्राथमिक और मिडिल स्कूल नहीं थे। कहने को तो यह एक छोटी बात है, पर उस गांव की इस बड़ी मांग को पूरी करने का जो सुकून मुझे मिला वह कभी बड़े काम से नहीं मिलेगा। पीएमजीएसवाइ की सड़कें, लखनपुर में कालेज, आइटीआइ, सड़क, पुल,पुलिया, सिंचाई परियोजनाओं का काम, अंबिकापुर में कचरा प्रबंधन माडल जिसका काम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय है। वन अधिकार पत्र जो सिर्फ अनुसूचित जनजाति वर्ग को मिलता था, मेरी पहल पर ओबीसी व सामान्य वर्ग को मिलना शुरू हुआ। सामुदायिक वन अधिकार की पहल मैंने की।
कालेज की स्थापना के साथ डॉक्टरों की नियुक्ति ग्रामीण क्षेत्रों में हुई। अस्पतालों के सुदृढ़ीकरण से इलाज की बेहतर सुविधा मिल रही है। मेडिकल कालेज में केंद्रीयकृत लैब की स्थापना से जांच की बड़ी सुविधा मिलने लगी। संभागीय जीएसटी भवन अंबिकापुर में स्थापित हुआ। मेरे विधानसभा क्षेत्र में बिजली के कई सब स्टेशन स्थापित हुए। ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत का विस्तार हुआ। 702 नई पंचायत प्रदेश में बनी। ग्रामीणों की मांग पर पंचायत भवन का निर्माण हुआ। विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी घुनघुट्टा परियोजना के अंतिम छोर तक पानी लाने करोड़ों रुपये के निर्माण का काम हुआ। अंतिम छोर तक किसानों के लिए पानी पहुंचा। नल जल योजना का काम तेजी से चल रहा है। पहली बार ग्रामीण क्षेत्रों में हाई मास्ट लाइट लगाया गया जिससे गांव में एक नया काम दिखा। अंबिकापुर गांधी स्टेडियम का उन्नयन हो रहा है। इंडोर स्टेडियम का निर्माण हो गया है। किसी भी जनप्रतिनिधि का काम ईमानदारी से लोगों की सेवा करने का है न कि काम गिनाने का।
अब छत्तीसगढ़ में होगी भाषा वाली पढ़ाई.....
9 Jun, 2023 11:31 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप प्रदेश के बच्चों को 16 बोली-भाषा में अध्ययन-अध्यापन कार्य करा रही है। इसके लिए अधिक से अधिक शिक्षण सामग्री का निर्माण भी किया जा रहा है। अभी जिन बोली-भाषा में पढ़ाई हो रही है उनमें इनमें छत्तीसगढ़ी (रायपुर, दुर्ग, बस्तर, बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग), दोरली, हल्बी, भतरी, धुरवी, गोंडी (कांकेर क्षेत्र ), गोंडी (दंतेवाड़ा क्षेत्र), गोंडी (बस्तर क्षेत्र), सादरी, कमारी, कुडुख, बघेली, सरगुजिहा, बैगानी और माडिया शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ की ओर से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से 17 से 22 जून तक सावित्रबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी, पुणे में आयोजित बैठक में स्थानीय बोली-भाषा में हो रही पढ़ाई को ही छत्तीसगढ़ की ओर से प्रस्तुत किया जाएगा। प्रदेश से स्कूल शिक्षा सचिव डा. एस. भारतीदासन इसमें शामिल हो सकते हैं। बैठक में देशभर के स्कूल शिक्षा सचिवों, केंद्रीय विद्यालयों, सीबीएसई स्कूलों, जवाहर नवोदय विद्यालयों के प्राचार्यों को आमंत्रित किया गया है।
छत्तीसगढ़ पहुंचा मध्यप्रदेश का शिक्षा दल
जी-20 बैठक से पहले मूलभूत साक्षरता के अंतर्गत किए गए कार्यों के अध्ययन के लिए छत्तीसगढ़ का एक दल मध्यप्रदेश गया है और मध्यप्रदेश से एक दल छत्तीसगढ़ के भ्रमण पर है। इस शैक्षिक भ्रमण के दौरान छत्तीसगढ़ के दल ने रूम टू रीड की ओर से विकसित 50 कहानियों के कार्ड को बच्चों द्वारा फर्राटेदार तरीके से पढ़ते देखकर इसी प्रकार के कार्ड छत्तीसगढ़ के स्थानीय भाषाओं में अनुवाद कर उपलब्ध करवाने की मांग की। प्रदेश में स्थानीय सामग्री बनाए जाने के क्रम में राज्य में एक ऐसा दल तैयार किया जा रहा है जो बच्चों के लिए कहानी लिखने में दक्ष हो सकेगा। ऐसे लगभग 20 शिक्षकों की पहचान कर उन्हें बच्चों के लिए कहानी लिखने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
तेंदूपत्ता संग्रहण 500 करोड़ रूपए से पार : संग्राहकों में बिखरी खुशियां अपार
8 Jun, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ में चालू वर्ष 2023 के दौरान अब तक 12 लाख 88 हजार 241 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है, जो लक्ष्य 16 लाख 72 हजार मानक बोरा का 77 प्रतिशत से अधिक है। इनमें तेन्दूपत्ता संग्राहकों को कुल भुगतान योग्य राशि 515 करोड़ रूपए से अधिक हैं। इसका संग्रहण लगभग 11 लाख तेन्दूपत्ता संग्राहकों द्वारा किया गया है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य में तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य सुचारू रूप से जारी है।
चालू वर्ष में लगभग 13 लाख परिवारों को मिलेगा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लाभ
राज्य लघु वनोपज संघ से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जगदलपुर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल बीजापुर में 49 हजार 825 संग्राहकों द्वारा 32 करोड़ रूपए के 81 हजार मानक बोरा, सुकमा में 58 हजार संग्राहकों द्वारा 49 करोड़ रूपए के एक लाख 22 हजार 310 मानक बोरा, दंतेवाड़ा में 14 हजार संग्राहकों द्वारा 6 करोड़ रूपए के 15 हजार 630 मानक बोरा तथा जगदलपुर में 39 हजार संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ 38 लाख रूपए के 20 हजार 970 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।
इसी तरह कांकेर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल दक्षिण कोण्डागांव में 29 हजार 713 संग्राहकों द्वारा 7 करोड़ 44 लाख रूपए के 18 हजार 608 मानक बोरा, केशकाल में 33 हजार 620 संग्राहकों द्वारा 10 करोड़ रूपए के 24 हजार 963 मानक बोरा, नारायणपुर में 15 हजार 978 संग्राहकों द्वारा 7.50 करोड़ रूपए के 18 हजार 610 मानक बोरा, पूर्व भानुप्रतापपुर में 30 हजार 426 संग्राहकों द्वारा 36 करोड़ रूपए के 90 हजार 649 मानक बोरा, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 15 हजार 295 संग्राहकों द्वारा 14 करोड़ रूपए के 34 हजार 884 मानक बोरा तथा कांकेर में 31 हजार 999 संग्राकों द्वारा 13 करोड़ रूपए के 33 हजार 342 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
चालू वर्ष में लगभग 13 लाख परिवारों को मिलेगा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लाभ
दुर्ग वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल राजनांदगांव में 44 हजार 951 संग्राहकों द्वारा 24 करोड़ रूपए के 60 हजार 588 मानक बोरा, खैरागढ़ में 22 हजार 508 संग्राहकों द्वारा 10 करोड़ रूपए के 24 हजार 516 मानक बोरा, बालोद में 20 हजार 132 संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ रूपए के 19 हजार मानक बोरा तथा कवर्धा में 26 हजार 422 संग्राहकों द्वारा 13 करोड़ रूपए के 32 हजार 346 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। रायपुर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल धमतरी में 25 हजार 64 संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ रूपए के 20 हजार 584 मानक बोरा, गरियाबंद में 61 हजार 200 संग्राहकों द्वारा 31 करोड़ रूपए के 77 हजार 574 मानक बोरा, महासमुंद में 60 हजार 612 संग्राहकों द्वारा 28 करोड़ रूपए के 70 हजार 720 मानक बोरा तथा बलौदाबाजार में 18 हजार 668 संग्राहकों द्वारा 6 करोड़ रूपए के 16 हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
बिलासपुर वनवृत्त के अंतर्गत अब तक वनमंडल बिलासपुर में 23 हजार 442 संग्राहकों द्वारा 10 करोड़ रूपए के 25 हजार 548 मानक बोरा, मरवाही में 18 हजार 78 संग्राहकों द्वारा 4 करोड़ रूपए के 10 हजार 866 मानक बोरा, जांजगीर-चांपा में 9 हजार 256 संग्राहकों द्वारा 3 करोड़ रूपए के 6 हजार 883 मानक बोरा, रायगढ़ में 43 हजार 623 संग्राहकों द्वारा 20 करोड़ रूपए के 49 हजार 184 मानक बोरा, धरमजयगढ़ में 45 हजार 204 संग्राहकों द्वारा 28 करोड़ रूपए के 70 हजार 945 मानक बोरा, कोरबा में 35 हजार 455 संग्राहकों द्वारा 18 करोड़ रूपए के 43 हजार 822 मानक बोरा तथा कटघोरा में 57 हजार 868 संग्राहकों द्वारा 24 करोड़ रूपए के 58 हजार 806 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।
इसी तरह सरगुजा वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल जशपुर में 34 हजार 262 संग्राहकों द्वारा 11 करोड़ रूपए के 27 हजार 688 मानक बोरा, मनेन्द्रगढ़ में 27 हजार 590 संग्राहकों द्वारा 12 करोड़ रूपए के 28 हजार 756 मानक बोरा, कोरिया में 28 हजार 47 संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ रूपए के 20 हजार 958 मानक बोरा, सरगुजा में 21 हजार 983 संग्राहकों द्वारा 9 करोड़ रूपए के 22 हजार 229 मानक बोरा, बलरामपुर में 73 हजार 136 संग्राहकों द्वारा 35 करोड़ रूपए के 86 हजार 561 तथा सूरजपुर में 44 हजार 892 संग्राहकों द्वारा 21 करोड़ रूपए के 53 हजार 552 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
घर में 14 साल की नाबालिग ने लगाई फांसी, पास में सो रहा था छोटा भाई....
8 Jun, 2023 01:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सुपेला थाना क्षेत्र में एक 14 साल की नाबालिग लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कारण अज्ञात बताया जा रहा है। पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पंचनामा कार्रवाई कर पीएम के लिए भेज दिया है। मामले की विवेचना जारी है। सुपेला थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने बताया कि सुपेला नेहरू भवन के पास रहने वाली संतोषी निर्मलकर 8वीं की छात्रा थी। जो बुधवार दोपहर अपने छोटे भाई बिट्टू के साथ सोई हुई थी। मृतिका के माता पिता काम पर बाहर गए हुए थे।
छोटे भाई के साथ सो रही थी मृतका
शाम को जब छोटे भाई की नींद खुली तो उसने देखा कि उसी बहन संतोषी फंदे पर झूल रही है। वो काफी घबरा गया और शोर मचाते हुए अपनी मां के पास पहुंचा। उसने मां को घटना के बारे में जानकरी दी। परिजन घर पहुंचे तो मृतिका फांसी के फंदे से झूल रही थी। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को उतारकर पंचनामा किया और फिर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतका मानसिक रूप से थी बीमार
पुलिस के प्रारंभिक पूछताछ में परिजनों ने बताया कि मृतिका अकेली रहती थी और मानसिक रूप से बीमार थी। जिसका इलाज चल रहा था। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। लेकिन अभी तक सुसाइड की वजह का पता नहीं चला है।
शादीशुदा महिला से किया सामूहिक दुष्कर्म,महिला की मौत....
8 Jun, 2023 01:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दंतेवाड़ा| दंतेवाड़ा जिले की गीदम पुलिस ने एक शादीशुदा महिला की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। कुंए पर नहाने गई महिला से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 28 मई 2023 को पीड़िता के पति ने थाना गीदम में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट में बताया था कि उसकी पत्नी दिनांक 28 मई 2023 को शाम 6 बजे नहाने गई थी। जो एक घंटे बाद भी घर नहीं पहुंची। गांव वालों के साथ मिलकर आसपास ढूंढ़ा लेकिन पत्नी नहीं मिली। कुएं से कुछ दूर कुसुम झाड़ के नीचे बाल्टी और कपडे पड़े थे। रिंग कुआं के बाएं तरफ महुंआ झाड़ के नीचे पीड़िता अर्धनग्न अवस्था में पड़ी थी। जिसे तत्काल गीदम सरकारी अस्पताल में भर्ती किया। जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़िता/मृतिका के साथ दुष्कर्म करने के पश्चात गला घोंटकर हत्या करने की पुष्टि हुई। जिस पर थाना गीदम में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 376 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक गौरव राय के दिशा-निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन के मार्गदर्शन और सुश्री आशारानी एसडीओपी के पर्यवेक्षण में प्रकरण की समुचित विवेचना कार्रवाई सहित अज्ञात आरोपियों की तत्काल पतासाजी कर गिरफ्तार किये जाने के लिए विशेष जांच दल गठित किया गया है।
जांच हेतू गठित विशेष जांच दल द्वारा अज्ञात आरोपियों की लगातार पजासाजी की जाती रही। टेक्नीकल टीम द्वारा भी लगातार कार्य किया गया। विवेचना के दौरान, मुखबीर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि घटनास्थल के आसपास घटना समय पर गांव के दो व्यक्तियों को वहां देखा गया था। मुखबीर की सूचना के आधार पर विस्तृत पूछताछ में जानकारी प्राप्त हुई कि दशाराम भास्कर और मुन्नाराम भास्कर साप्ताहिक बाजार गीदम आये थे। जो शाम लगभग 7 बजे गांव वापस लौट रहे थे।
दोनों व्यक्तियों की पृथक-पृथक पूछताछ करने पर आरोपी दशाराम भास्कर स्व. सुक्को भास्कर उम्र 25 वर्ष जाति-मुरिया, साकिन-हाउरनार, कानूपारा एवं मुन्नाराम भास्कर पिता स्व. चैतूराम भास्कर उम्र 19 वर्ष जाति-मुरिया, साकिन-हाउरनार, कानूपारा थाना- गीदम जिला- दन्तेवाड़ा द्वारा गीदम बाजार से वापसी के दौरान पीड़िता को खेत में स्थित कुएं में नहाकर वापस आते समय अकेले देखकर दोनों की नियत खराब होने पर दोनों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
कार सवार तीन युवकों ने ट्रक को मारी जोरदार टक्कर....
8 Jun, 2023 01:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांकेर में सड़क दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बीती रात एक कार ट्रक के पीछे जाकर भीड़ गई। कार की गति इतनी तेज थी कि कार के पर खच्चे उड़ गए। कार में 3 युवक सवार थे। मौके पर एक युवक की मौत हो गई। वहीं 2 युवक गंभीर रूप से घयाल हो गए।
लापरवाही से हुआ कार हादसा
यातायात प्रभारी गोविन्द वर्मा ने बताया कि कार सवार सभी कोंडागांव के रहने वाले हैं। चारामा में शादी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। वापस लौटते वक्त लखनपुरी पेट्रोल टंकी के पास कार को तेज और लापरवाही पूर्वक चलाने से एक ट्रक को पीछे से टक्कर मार दी। तेज गति होने की वजह से कार के परखच्चे उड़ गए। मौके में राहुल यादव की मौत हो गई। वहीं तरुण यादव और हरीश यादव निवासी कोंडागांव गंभीर रूप से घयाल है।
पुलिस चला रही जागरूकता अभियान
यातायात प्रभारी गोविंद वर्मा ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए यातायात विभाग लगातार जनजागरूकता अभियान चला रही है। स्कूल-कालेजों में सड़क सेफ्टी और यातायात नियमों का पालन करने जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है। लापरवाही के गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ चालान काटे जा रहे हैं।