उत्तर प्रदेश
इन्वेस्ट यूपी के सीईओ की मुश्किलें बढ़ीं, सीएम योगी ने सस्पेंड कर एफआईआर दर्ज करवाई
20 Mar, 2025 06:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ. यूपी के सीनियर IAS अभिषेक प्रकाश को सीएम योगी ने सस्पेंड कर दिया. डिफेंस कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण में गड़बड़ी के आरोपों के बाद यह फैसला लिया गया. औद्योगिक विकास विभाग के सचिव और इन्वेस्ट यूपी के CEO अभिषेक प्रकाश 2006 बैच के आईएएस अफसर हैं. लखनऊ डिफेंस एक्सपो जमीन घोटाले में भ्रष्टाचार और फर्जी दस्तावेजों के आरोप सामने आए हैं. यह मामला भटगांव में डिफेंस कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण से जुड़ा है. मुआवजे के नाम पर अनियमितताओं के चलते तत्कालीन DM लखनऊ, IAS अभिषेक प्रकाश को निलंबित किया गया. जांच जारी है. उद्यमी की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
अभिषेक प्रकाश लखीमपुर खीरी, बरेली, हमीरपुर और लखनऊ के डीएम रह चुके हैं. स्पेशल सेक्रेटरी होम डिपार्टमेंट, मेरठ में एमडी वेस्टर्न इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट, डायरेक्टर नेडा, स्पेशल सेक्रेटरी यूपी मेडिकल, हेल्थ एंड फैमली वेलफेयर डिपार्टमेंट रह चुके हैं.
निकांत जैन एक बिचौलियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोप है की सोलर इंडस्ट्री लगाने के लिए उद्यमी ने किया था. इन्वेस्ट यूपी में आवेदन काम कराने के लिए वसूलीबाज आरोपी जैन ने कमीशन मांगा था.
इलाहाबाद हाई कोर्ट का विवादास्पद आदेश: छाती पर हाथ रखना और नाड़ा खोलना रेप की श्रेणी में नहीं
20 Mar, 2025 06:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत के लोगों का कोर्ट में काफी विश्वास है. अगर किसी के साथ कुछ गलत हुआ है तो वो न्याय के लिए इसी कोर्ट पर आश्रित हो जाता है. कोर्ट में जज भी मामले के हर पहलु को देखते हुए ही किसी केस पर सुनवाई करते हैं. लेकिन कई बार कुछ मामलों में ऐसे फैसले लिए जाते हैं, जिसके बाद बवाल मच जाता है. इन दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक ऐसे ही फैसले ने बवाल मचाया हुआ है.
इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक नाबालिग के साथ कथित बलात्कार के केस पर जज ने ऐसा बयान दिया, जिसके बाद बहस छिड़ गई. दो लड़कों ने एक नाबालिग लड़की के साथ छेड़खानी की थी. पवन और आकाश नाम के इन आरोपितों ने नाबालिग के निजी अंग छुए थे. इसके बाद पायजामा खोल दिया था. गनीमत थी कि आसपास के लोगों ने बच्ची की चीख सुन ली और उसे बचा लिया. इसके बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था, जिसमें भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 और पॉक्सो अधिनियम की धारा 18 के तहत मुकदमे दर्ज किए गए थे. लेकिन आरोपियों ने अपने ऊपर लगी धाराओं के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील की थी.
क्या कहा कोर्ट ने?
आरोपियों द्वारा दायर की गई याचिका पर कोर्ट के जज ने टिप्पणी करते हुए कहा कि दोनों के खिलाफ रेप के केस नहीं दर्ज किये जा सकते. उन्होंने सिर्फ नाबालिग की छाती को छुआ था और उसके पायजामे की डोर खोली थी. जब राहगीरों ने उन्हें पकड़ा तो उन्होंने नाबालिग को छोड़ दिया. ऐसे में बलात्कार हुआ ही नहीं. इस स्थिति में रेप का केस बनता ही नहीं है.
मच गया बवाल
हाई कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद बवाल मच गया है. कई सामाजिक संगठन इस टिप्पणी के खिलाफ उतर आए हैं. सबका यही कहना है कि क्या नाबालिग की छाती को छूना और नाड़ा खोलना इस बात का प्रमाण नहीं है कि अपराधियों की क्या थी. वो लड़की की किस्मत थी कि लोगों ने उसे बचा लिया वरना उसके साथ दुष्कर्म होना तय था. ऐसे में आरोपियों को यूं ही रेप के इल्जाम से मुक्त करना समाज में एक बहुत गलत संदेश देगा.
ऑटो में बैठी बहन की लाइव लोकेशन पर भाई की नजर, पुलिस के पहुंचते ही हुआ हड़कंप
20 Mar, 2025 06:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ. राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद इलाके में आम के बाग में एक महिला का शव एक बड़े बैग में मिला. जानकारी के मुताबिक 32 साल की आशा प्रजापति की हत्या एक ऑटो चालक ने की. आरोप है कि लूट के बाद महिला की हत्या कर शव को बैग में भर दिया। इतना ही नहीं परिजनों ने रेप की आशंका भी व्यक्त की है.
अयोध्या के रौनाही क्षेत्र की रहने वाली आशा इंटरव्यू देकर वाराणसी से मंगलवार देर रात लखनऊ के आलमबाग बस अड्डे पहुंची थी. वहां से ऑटो लेकर चिनहट निवासी अपने भाई के घर के लिए निकली थी. रास्ते में मोबाइल पर भाई और भाभी से बात भी करती रही और लाइव लोकेशन भी शेयर किया. लेकिन ऑटो चालक उसे मलिहाबाद इलाके में ले गया. मोबाइल पर गलत रास्ता देखकर भाई ने भाई ने यूपी 112 पर पुलिस को दी सूचना. पुलिस की टीम महिला की तलाश में जुटी और कुछ घंटे बाद मलिहाबाद में एक बैग में आशा का शव मिला. शव से जेवर और बैग से पैसे गायब मिले. भाई ने रेप के बाद लूटपाट और फिर हत्या की बात कही है. भाई की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी ऑटो चालक की तलाश शुरू कर दी है. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई गई हैं.
आधे घंटे में घर पहुंचने की कही थी बात
भाई ने बताया कि ऑटो पर बैठने के बाद बहन ने आधे घंटे में घर पहुंचने की बात कही थी. आधा घंटा गुजरने के बाद भाई ने कॉल किया तो आशा ने ड्राइवर से बात करवाई. जिस पर ड्राइवर ने कहा कि रास्ता ख़राब है इसलिए दूसरे रास्ते से आ रहा है. जिसके बाद आशा ने अपने भाई को लोकेशन भेज दी. भाई ने जब लोकेशन चेक की तो वो मलिहाबाद का था. जब भाई ने दुबारा कॉल किया तो मोबाइल ऑफ मिला. जिसके बाद भाई ने 112 डायल कर पुलिस को फ़ोन किया. पुलिस ने जब लोकेशन चेक की तो मलिहाबाद के वाजिदनगर का था. तलाशने के बाद आम के बाग़ में एक बैग मिला जिसमें आशा का शव था.
सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान: विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन देशद्रोह,नया भारत नहीं करेगा स्वीकार
20 Mar, 2025 05:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बहराइच. उत्तर प्रदेश के बहराइच पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरंगजेब और सैयद साला मसूद गाजी विवाद पर तीखा हमला किया. बहराइच के मिहीपुरवा तहसील भवन का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आक्रांताओं का महिमा मंडान करने वाले देशद्रोही हैं. आज का नया भारत महापुरुषों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहराइच में भेड़ियों ने आतंक मचाया था, वे पकड़े गए. जानवरों के हमला में इंसानों की मौत से दुख होता है, लेकिन हमारी सरकार ने मृतकों के परिवार को तुरंत मुआवजा दिया. उन्होंने कहा कि भारत में कुछ लोग आक्रांताओं का महिमामंडन कर रहे हैं. देश यह बर्दाश्त नहीं करेगा. आक्रांताओं का महिमा मंडान करने वाले देशद्रोही हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही बहराइच में महाराजा सुहेलदेव स्मारक का उद्घाटन भी किया जाएगा. साथ ही उन्हेंने जिले में नए बइपास रोड का भी ऐलान किया और कहा कि इससे जिले में पर्यटन बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर सृजन होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 2017 में उनकी सरकार बानी तो बहराइच जिले की जीडीपी 6 हजार करोड़ रुपए से कुछ अधिक थी. लेकिन आज 2023-24 में जिले की जीडीपी कई गुना बढ़कर 25 हजार करोड़ रुपए की हो गई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया और कहा कि जिले में एक लाख 10 हाजर गरीब परिवारों को पक्का मकान मिल चुका है. लोगों को टॉयलेट की सुविधा भी मिली है. वृद्ध, विधवा और विकलांगों को पेंशन मिल रहा है. गरीब परिवारों की बेटियों के लिए सर्कार 51 हजार रुपए दे रही है. 1 अप्रैल से यह राशि एक लाख रुपए हो जाएगी.
दारोगा की दबंगई: लड़की के घर में घुसकर शादी का दबाव, थानेदारी गई
20 Mar, 2025 02:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड में धनबाद पुलिस के एक दरोगा को इश्कबाजी महंगी पड़ गई है. यह दरोगा एक लड़की को पसंद करते थे और उससे शादी करना चाहते थे. जबकि लड़की और उसके घर वाले इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे. बावजूद इसके दरोगा दल बल के साथ लड़की के घर में घुस गए और परिवार सहित थाने में लाकर बैठा दिया था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद धनबाद के एसएसपी ने कड़ा एक्शन लिया है. मामला धनबाद के घनुडीह ओपी क्षेत्र का है.
जानकारी के मुताबिक घनुडीह ओपी प्रभारी सोनू कुमार दो दिन पहले धनबाद थाना क्षेत्र में बिनोद नगर निवासी में रहने वाली महिला के घर में आधी रात को घुस गए थे. उस समय उन्होंने महिला और उसके परिवार के लोगों को हड़काते हुए उनकी बेटी का हाथ मांगा. जब लड़की के घर वालों ने उन्हें मना कर दिया तो ओपी प्रभारी सोनू कुमार ने पूरे परिवार को उठाकर थाने में बंद कर दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हुआ है.
एसएसपी ने छीनी थानेदारी
इसी वीडियो पर संज्ञान लेते हुए धनबाद के एसएसपी हृदीप पी जनार्दन ने सोनू कुमार से थानेदारी छीन ली है. उन्हें घनुडीह ओपी से हटा कर ना केवल हरिहरपुर थाना भेज दिया है, बल्कि उन्हें चार्ज देने के बजाय जेएसआई बना दिया है. वहीं उनके स्थान पर पुलिस लाइन से सब-इंस्पेक्टर पंकज कुमार को भेजा है. पंकज कुमार इससे पहले कुमार धुबी ओपी के प्रभारी रह चुके हैं. दरोगा सोनू कुमार का जो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, उसमें वह एक घर में घुसकर महिला को हड़का रहे हैं.
दरोगा के खिलाफ होगी विभागीय जांच
पीड़ित महिला का आरोप है कि सोनू कुमार उनकी बेटी से जबरन शादी करना चाहते हैं. जबकि उन्होंने अपनी बेटी की शादी कहीं और तय कर रखी है. जब सोनू कुमार को रिश्ता करने से मना किया गया तो उन्होंने वर्दी का रौब झाड़ते हुए पूरे परिवार को ले जाकर थाने में बंद कर दिया था. यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद एसएसपी ने सब इंस्पेक्टर सोनू कुमार के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.
पटना में अपराधियों का तांडव, बाइक सवारों ने बालू कारोबारी को गोलियों से भूना
20 Mar, 2025 02:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार की राजधानी पटना से बड़ी खबर है. राजधानी में अपराधियों ने पुलिस प्रशासन के चुस्त दुरुस्त दावे को ठेंगा दिखाते हुए फिर अपराधी घटना को अंजाम दिया है. अपराधियों ने एक बालू कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी है. बताया जा रहा है कि बालू कारोबारी को तब गोली मारी गई, जब वह बगीचे में बैठे हुए थे. ऐसे में अब पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
मिली खबर के अनुसार राजधानी के नौबतपुर थाना क्षेत्र के नवही गांव में अपराधियों ने मनीष उर्फ मोनू नाम के बालू कारोबारी को एक के बाद एक तीन गोलियां मारी. घटना बुधवार देर रात की बताई जा रही है. मिली खबर के अनुसार मोनू को उसके लिए एक दोस्त ने फोन करके घर से बाहर बुलाया था. मोनू जैसे ही घर से बाहर निकला, पहले से ही घात लगाए अपराधियों ने उसके ऊपर हमला कर दिया और गोलियां दाग दी.
मोनू कुमार (29) बालू का कारोबार करता था। उसके खिलाफ बिहटा और नौबतपुर थानों में रंगदारी के मामले दर्ज थे।
पुलिस ने शुरू कर दी है जांच
फुलवारी शरीफ डीएसपी दीपक कुमार ने बताया कि हत्या के पीछे आपसी वर्चस्व का विवाद हो सकता है। मनिक गैंग की संलिप्तता की जांच की जा रही है, और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस ने बताया कि गोलियां मोनू के सीने, पीठ और कमर में लगी. वारदात के बाद अपराधी वहां से फरार हो गए.गोली लगने के बाद मोनू को तुरंत रेफरल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि मोनू नवही गांव के ही निवासी भगवान सिंह का पुत्र था और दो भाइयों में छोटा था. मोनू की हत्या के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और अपनी जांच को शुरू कर दिए.
इलाके में बना हुआ है तनाव
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर के उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है. बताया जा रहा है कि मोनू के ऊपर भी रंगदारी समेत कई मामले दर्ज है. फिलहाल इसकी पड़ताल की जा रही है. पुलिस का कहना है कि घटना के वास्तविक कारणों का पता आरोपियों को पकड़ने के बाद ही सामने आएगा. फिलहाल इलाके में तनाव बना हुआ है.
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय के परिवार में tragedy: गोलीबारी में भांजे की हत्या, बहन घायल
20 Mar, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के भागलपुर से गोलीकांड की बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां आपसी विवाद में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के भांजे की मौत हो गई है. जबकि, दूसरा भांजा और बहन गोलीकांड में बुरी तरह घायल हुए हैं. मामला नवगछिया के जगतपुर इलाके का है. मृतक की पहचान विश्वजीत के रूप में हुई है. वहीं घायलों में जयजीत और उसकी मां मीना शामिल हैं.
मृतक केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय का भांजा था. मीना, नित्यानंद की चचेरी बहन हैं. घायलों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है. उधर, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
भाई-भाई में फायरिंग
जानकारी के मुताबिक, भाई-भाई के बीच फायरिंग हुई है, जिसमें एक भाई की मौत हुई है. जबकि, दूसरा घायल हुआ है. वहीं, मृतक विश्वजीत की मां को भी हाथ में गोली लगी है. बताया जा रहा है कि नल के पानी को लेकर दोनों में विवाद हुआ जिसके बाद दोनों में मारपीट हो गई. फिर जयजीत ने फायरिंग कर दी, जिसके बाद विश्विजित को अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गई. वहीं जयजीत बुरी तरह से जख्मी है.
हाईप्रोफाइल मामला
भाजपा एमएलसी डॉक्टर एनके यादव के अस्पताल में ईलाज किया जा रहा है. वहीं, विश्वजीत के शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है. घटनास्थल पर नवगछिया एसपी मामले की जांच कर रही है. हाईप्रोफाइल मामला के कारण परिजन मीडियाकर्मियों को घर में नहीं आने दे रहे. साथ ही कुछ भी बोलने से भी परहेज कर रहे हैं.
क्या बोली पुलिस?
मामले को लेकर नवगछिया एसपी प्रेरणा कुमार ने बताया- हमें सुबह सूचना प्राप्त हुई की प्रवक्ता के जगतपुर गांव में दो भाइयों ने आपस में गोली चलाई है. मौके पर परबत्ता SHO पहुंचे. दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. सूचना पर एसडीपीओ भी अस्पताल पहुंचे. अस्पताल से सूचना मिली कि एक की मौत हो गई है और दूसरे का इलाज जारी है. विवाद के बीच उनकी मां के भी हाथ में गोली लगने की सूचना है.
एसपी प्रेरणा कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया नल को लेकर विवाद की बात सामने आई है. हम फिलहाल बयान दर्ज कर रहे हैं. जिस तरह का बयान है उस हिसाब से आगे कार्रवाई करेंगे. घटनास्थल से एक खोखा और एक गोली बरामद हुई है. एफएसएल की टीम जांच कर रही है पूरी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
आसमान से गिरते कौवे: भोजपुर में बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क
20 Mar, 2025 12:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के भोजपुर जिले के कोईलवर प्रखण्ड के हरहंगी टोला गांव के लोग दहशत के साये में है. उनके घरों, खेत-खलिहान में आसमान से मरे हुए कौवे गिर रहे है. वहीं एक साथ लगभग दो दर्जन कौवों के मरने से गांव में हड़कंप मच गया है. ग्रामीण ने बताया कि आसमान में एक साथ कौवों का झुंड उड़ता हुआ नजर आता है और जोर जोर से आवाज करता है. फिर अचानक आसमान से जमीन पर गिरकर तड़प तड़प कर मर जाते हैं.
कौवों के लगतार मरने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना पशुपालन विभाग को दी है. जिसके बाद पशु चिकित्सक की 3 सदस्यीय टीम हरहंगी टोला पहुंच कर मामलें की जांच की. स्थानीय हरेराम राय ने बताया कि पिछले दो दिनों से सागवान के बगीचे में एक-एक कर 15 से 20 कौवों की आसमान से गिरकर मौत हो गई. जिसे लेकर गांव के लोग किसी महामारी को लेकर भयभीत है.
कौवौं की अचानक हो रही मौत
हरहंगी टोला पहुंचे पशु चिकित्सक डा. विशाल शर्मा ने बताया कि मृत कौवों की जांच में बर्ड फ्लू जैसे कोई लक्षण नहीं मिले हैं. वहीं राहत वाली बात ये है कि गांव के पांच किलोमीटर के परिधि में कोई पोल्ट्री फार्म भी नहीं है, जिससे मृत कौवों में बर्ड फ्लू जैसे लक्षण हो. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टयता किसी अज्ञात बीमारी, हीटिंग या डायरिया भी हो सकता है. हालांकि इसकी और गहनता से जांच की जा रही. सतर्कता को लेकर सभी मृत कौवों को दफनाने के लिए गड्ढे खोद, चुना डाल डिस्पोस्ड कर दिया गया है.
लोगों में दहशत
आशंका जताई जा रही है कि अभी किसान अपने फसलों में कीटनाशक का उपयोग कर रहे हैं, हो सकता है कि कीटनाशक के उपयोग से कौवों की मौत हो रही हो. मगर क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अगर ऐसा होता तो अन्य पक्षियों की भी मौत होती. मगर सिर्फ कौवे की ही मौत हो रही हैं. कौवा आसमान से सर के बल तेजी से धरती पर गिरते हैं, और नीचे गिरते ही मर जाते हैं. एतिहात के तौर पर उन्हें जमीन में दफनाया जा रहा हैं. स्वास्थ्य विभाग ने मृत कौवों का सेंपल लेकर जांच हेतु कोलकाता भेज दिया है.
पुलिस विभाग की गोपनीयता भंग: सिपाही और दलाल की मिलीभगत से चोरी के मोबाइलों का कारोबार
20 Mar, 2025 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार पुलिस में चोरी या खोए हुए मोबाइलों को ढूंढकर ऑपरेशन मुस्कान के तहत लोगों को उनके मोबाइल लौटा रही हैं. इसको लेकर बिहार पुलिस ने हर जिले में टेक्निकल टीम का गठन किया हैं, जहां 24 घंटे पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती हैं. पुलिस के जवान उच्च अधिकारियों को जांच की सारी सूचना उपलब्ध करवाते हैं. मगर यहीं पुलिसकर्मी चंद पैसे की लालच में पुलिस विभाग की सारी सूचना बाहर के लोगों को मुहैया करा रहा है.
पूर्णिया जिला पुलिस बल के डी.आई.यू शाखा में कार्यरत एक सिपाही के द्वारा कटिहार के एक दलाल के माध्यम से पुलिस विभाग का एसडीआर, सीडीआर और मोबाइल का लाइव लोकेशन कई वर्षों से बेचा जा रहा था. इसके लिए वो लोगों से मोटी रकम भी लेता था. इस मामले में पुलिस ने डीआईयू शाखा पूर्णिया में कार्यरत सिपाही के सहयोगी को चोरी के 7 मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है. वहीं जेल भेजे जाने से पहले पुलिस के सहयोगी ने जो राज खोले हैं, वह हैरान कर देने वाले है.
दलालों को देता जानकारी
कटिहार के मुफस्सिल थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कुछ लोग चोरी के मोबाइलों की खरीद-बिक्री का धंधा करते है. जिसके बाद पुलिस ने टीम का गठन कर कटिहार चंद्रमा चौक पर एक घर में छापेमारी की. जिसमें सुशील कुमार मंडल के पुत्र राजा कुमार उर्फ राजेश कुमार को गिरफ्तार किया. राजेश को देखते ही पुलिस चौक गई. क्योंकि राजेश पुलिस के लिए जाना पहचाना चेहरा था. पुलिस ने राजेश के घर से 7 चोरी किए गए मोबाइल बरामद किए हैं.
डिटेल मिलने पर होती थी खोजबीन
राजेश कुमार कटिहार में पूर्व में पदस्थापित सौरभ कुमार के लिए काम करता था. चोरी या खोए मोबाइल लोगों का आवेदन थाना के पास राजेश लिखने में सहयोग करने के बहाने ले लेता था. इसके अलावा कटिहार के विभिन्न थाने से भी खोए हुए मोबाइल की दर्ज रिपोर्ट के डेटा को इकट्ठा कर सिपाही सौरभ कुमार को दे देता था. वहीं टेक्निकल टीम में पदस्थापित सिपाही सौरभ मोबाइलों की खोजबीन शुरू करता था. वहीं चोरी के मोबाइल का पता लगते ही सिपाही सौरभ पूरा डेटा जो अपने विभाग को देना होता था, उसे अपने सहयोगी राजेश को उपलब्ध करा देता था.
लोगों से ऐंठते थे हजारों रुपए
राजेश मुफस्सिल थाना का पुलिस बनकर मोबाइल चोर या उसके सहयोगी को फोन कर डराता था और चोरी के इल्जाम में जेल की चक्की पिसवाने की धमकी देता था. फोन कर मोबाइल मिल जाने की तरकीब बताया करता था. जिस ब्यक्ति का मोबाइल चोरी होता था, उसे बुलाकर यह कहा जाता था कि पुलिस सिर्फ संनहा दर्ज कर अपना कर्तव्य पूरा करती है, आपका मोबाइल कभी नहीं मिलेगा. अगर मोबाइल चाहिए तो उनकी कुछ चोरों से जान पहचान हैं, उसे कहकर मोबाइल ढूंढ़वाकर आपको दिलवा देंगे. वहीं लोग अपने 50-60 हजार के मोबाइल के बदले 5-10 हजार तक देने को राजी हो जाते थे. आरोपी के सिपाही के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए.
पति की बात बनी जानलेवा, नई नवेली दुल्हन ने उठाया खौफनाक कदम
20 Mar, 2025 12:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के जमुई से रोंगटे खड़े कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां 20 साल की नई नवेली दुल्हन का शव कमरे के अंदर फंदे से लटका मिला. लाश देख पति की चीख निकल गई. रोते-रोते वो बस एक ही बात कहने लगा- काश मैंने उसे मायके भेज दिया होता.
मृतका का नाम मंजरी कुमारी था. उसकी शादी अभी कुछ महीने पहले ही हुई थी. शुरुआत में तो सब कुछ सही चलता रहा. लेकिन बाद में उसे मायके की याद सताने लगी. वो बार-बार पति से कहती थी कि मुझे मायके भेज दो. मम्मी-पापा की याद आ रही है, लेकिन पति सोनू उसे किसी न किसी बहाने से रोक लेता था.
मंगलवार को मंजरी ने दोबारा सोनू से कहा कि मैं मायके जाना चाहती हूं. सोनू ने कहा- मैं धान बेचकर आता हूं, फिर तुम्हें मायके छोड़ आऊंगा. लेकिन ये बात मंजरी को रास न आई. वो कमरे में गई. साड़ी उठाई. उससे फांसी का फंदा बनाया. फिर उस फांसी के फंदे से झूल गई. सोनू जब घर लौटा तो यह नजारा देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. बीवी की लाश को देख वो चीखने-चिल्लाने लगा.
मायके न भेजे जाने से थी नाराज
सोनू की चीख सुनकर पड़ोस के लोग भी वहां आ पहुंचे. तुरंत पुलिस को सूचना दे दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. सोनू से जब पुलिस ने पूछा कि मंजरी ने ऐसा कदम क्यों उठाया तो जवाब मिला-साहब मैं उसे मायके भेज देता तो ये सब न होता. वो रोज मायके जाने की जिद करती थी. लेकिन मैं उसे टाल देता था. आज मैंने सोचा था कि पत्नी को मायके छोड़ आऊंगा. लेकिन उससे पहले ही मंजरी ने आत्महत्या कर ली.
क्या बोले मृतका के पिता?
उधर, मृतका के पिता, गिरानी पासवान, ने थाने में आवेदन देकर स्पष्ट किया कि उनकी बेटी मंजरी ने आत्महत्या की है और इसमें ससुराल पक्ष की कोई गलती नहीं है. इस संबंध में थानाध्यक्ष कुमार संजीव ने बताया कि मामले की गहन जांच जारी है. परिजनों के बयान के आधार पर फिलहाल किसी के खिलाफ कोई आरोप निर्धारित नहीं किया गया है.
मथुरा में युवक ने पेट दर्द से परेशान होकर खुद किया ऑपरेशन, हालत हुई गंभीर
20 Mar, 2025 10:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मथुरा में पेट दर्द से परेशान युवक ने खुद ही अपना ऑपरेशन करना शुरू कर दिया. उसने इंटरनेट पर ऑपरेशन करने का तरीका देखा. मेडिकल स्टोर से सुन्न करने वाला इंजेक्शन (एनेस्थीसिया) खरीदा. कमरे में आकर पहले खुद को इंजेक्शन लगाया. फिर पेट की आंत में चीरा मारा. उसके बाद टांके लगाने लगा. जैसे की उसने 12 टांके लगाए, उसकी हालत बिगड़ने लगी.
आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. डॉक्टरों ने उसे आगरा रेफर कर दिया है. फिलहाल युवक की हालत गंभीर बनी हुई है. मामला गांव सुनरख का है. यहां रहने वाला 32 वर्षीय राजाबाबू पुत्र कन्हैया पेट दर्द से परेशान था. पेट दर्द से निजात पाने के लिये बुधवार की दोपहर घर के एक कमरे में बंद होकर राजाबाबू ने खुद ही ऑपरेशन का प्रयास किया.
पेट को सुन्न करने का इंजेक्शन लगाया और पेट के निचले हिस्से में सीधे हाथ की साइड में उसने सात इंच लंबा चीरा मार लिया. इस दौरान सर्जिकल ब्लेड पेट के अंदर ज्यादा गहराई में चले जाने से परेशानी बढ़ गई और दर्द बढ़ गया औप खून रिसने लगा तो उसने खुद ही टांके लगा लिए, इसके बाद भी जब पेट में दर्द की समस्या कम न हुई और खून निकलना भी बंद नहीं हुआ तो वह दूसरे कमरे में मौजूद परिजनों के पास पहुंचा.
इंटरनेट से जुटाई थी जानकारी
उसकी हालत देख परिजन घबरा गए और तत्काल उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. वहां, डॉक्टरों ने जब उसका हाल देखा और पूरी घटना सुनी तो उनके भी होश फाख्ता हो गए. डॉक्टरों ने फिर प्राथमिक उपचार के बाद उसे आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. बताया जा रहा है कि पेट में दर्द से परेशान होकर खुद ही अपना ऑपरेशन करने वाले राजाबाबू ने ऑपरेशन और उसमें प्रयोग होने वाले सामान आदि की जानकारी इंटरनेट मीडिया से जुटाई थी. सर्जिकल ब्लेड, स्टिचिंग का सामान, सुन्न करने वाला इंजेक्शन आदि सामान मथुरा के बाजार से वह खरीदकर ले गया था और अपने आप ऑपरेशन की कोशिश की.
पहले हुआ था अपेन्डिस का ऑपरेशन
राजाबाबू के भतीजे राहुल ने बताया कि कई साल पहले राजा बाबू का अपेन्डिस का ऑपरेशन हुआ था. उसके बाद भी वह पेट में दर्द की शिकायत बताते रहते. अल्ट्रासाउंड कराया था तो वह सामान्य आया था. इसके बाद दर्द से परेशान राजा बाबू ने खुद ही ऑपरेशन कर निदान पाने की कोशिश की. जब दिक्कत बढ़ी तो परिजनों को बताया और परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे. वृंदावन संयुक्त जिला चिकित्सालय प्रभारी आपातकालीन विभाग डॉ. शशिरंजन ने बताया, राजाबाबू नाम के युवक को अस्पताल लाया गया था. युवक ने पेट के राइट साइड में सात बाई एक सेंटीमीटर का चीरा लगा लिया था. उसने 10-12 गलत टांके लगा लिये थे. उसे टांके लगाकर आगरा के लिये रेफर कर दिया है.
मेरठ: सौरभ राजपूत हत्याकांड में तंत्र-मंत्र का नया खुलासा, पुलिस हैरान
20 Mar, 2025 10:39 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड में एक के बाद एक नया पन्ना खुलता जा रहा है. अब इस केस में तंत्र-मंत्र का एंगल सामने आया है. साथ ही पति की कातिल मुस्कान के प्रेमी साहिल के घर से जो कुछ भी मिला उसे देख पुलिस भी सन्न रह गई. पुलिस की मानें तो मुस्कान जानती थी कि साहिल अंधविश्वासी है, इसी बात का फायदा उसने उठाया. फिर पति की हत्या की साजिश रच उसे मार डाला.
साहिल के साथ मिलकर मुस्कान ने सौरभ की धारधार हथियार से सीना घोंपकर हत्या कर डाली. फिर शव के 15 टुकड़े कर ड्रम में डाल उस पर सीमेंट का घोल मिला दिया. दोनों आरोपी फिलहाल जेल में हैं. इस हत्याकांड से पूरा मेरठ दहल उठा है. जब दोनों को कोर्ट ले जाया गया, तब सुनवाई के बाद बाहर वकीलों ने उनकी पिटाई तक कर डाली.
पुलिस को वारदात में मुस्कान का साथ देने वाले उसके प्रेमी साहिल के घर से कई अजीबो गरीब चीजें मिली हैं. उसका घर अपने अंदर अभी भी कई राज छिपाए हैं. साहिल, सौरभ की हत्या करने के बाद उसका सिर और दोनों हाथ बैग में रखकर अपने घर लाया था. पुलिस ने जब साहिल के घर की तलाशी ली तो एक अलग ही मंजर दिखा. यहां की दीवारें अपने आप में बहुत कुछ बयां कर रहीं थीं.
साहिल ने घर की दीवारों पर भगवान भोले शंकर की तस्वीर बनाई हुई थी. इसके अलावा तंत्र क्रिया से जुड़ी बहुत बड़ी फोटो भी एक जगह दिखाई दी. स्केच पैन की मदद से उसने यह सभी तस्वीरें बनाई थीं. कमरे में एक बिल्ली भी मिली जिसे साहिल की पालतू बिल्ली बताया जा रहा है. अंग्रेजी के कुछ वाक्य भी हत्यारोपी साहिल की मानसिक स्थिति बयां कर रहे थे. देर रात पुलिस ने उसका मकान सील कर दिया.
एसपी सिटी ने पुलिस लाइन में सौरभ हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा किया. बताया कि मुस्कान का पति सौरभ से विवाद था. दूसरी ओर, मुस्कान का साल 2019 से साहिल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इसी के चलते मुस्कान ने अपने पति सौरभ की हत्या की प्लानिंग की. साहिल दैवीय शक्ति में विश्वास करता था, इसलिए मुस्कान ने इस बात का फायदा उठाया. मुस्कान लगातार साहिल को बताती थी कि उसे दिव्य और पारलौकिक शक्तियों का आभास होता है.
साहिल को शिव कहती थी मुस्कान
उन्होंने बताया- मुस्कान, साहिल को भगवान शिव की तरह और अपने आप को पार्वती बताती थी. मुस्कान ने ही साहिल को कहा कि देवी मां ने सौरभ का वध करने के लिए कहा है. 3 मार्च को देर रात सौरभ को खाने में मुस्कान ने बेहोशी की दवा दी. देर रात करीब एक बजे साहिल को घर बुलाया. बेहोश सौरभ के सीने में मुस्कान और साहिल दोनों ने एक साथ मिलकर चाकू घोंप दिया. इसके बाद सिर और दोनों हाथ काटकर बैग में बंद किए. लाश को पॉलीथिन में लपेट बेड में बंद की. चार मार्च को सीमेंट व ड्रम खरीदकर लाए. फिर उसमें शव के 15 टुकड़े कर डाल दिए. ऊपर से सीमेंट का घोल मिला दिया.
पासपोर्ट रिन्यू कराने आया था सौरभ
एसपी सिटी ने बताया कि सौरभ का पासपोर्ट एक्सपायर होने वाला था. पासपोर्ट रिन्यू कराने सौरभ मेरठ आया था. नया पासपोर्ट जारी कराने के बाद अप्रैल में उसे वापस ब्रिटेन लौटना था. इसी दौरान मुस्कान ने हत्या कर डाली. 25 फरवरी की रात को भी मुस्कान ने सौरभ की हत्या का प्रयास किया था. इस दौरान शराब में बेहोशी की दवा मिलाकर दी थी. हालांकि तबीयत खराब होने की बात कहकर सौरभ ने शराब नहीं पी और वह बच गया था.
तीन स्नैपचैट आईडी से चैटिंग कर रही थी
मुस्कान अपने प्रेमी साहिल को हमेशा काबू में रखना चाहती थी. मुस्कान ने अपने भाई और मां के नाम से दो अन्य स्नैपचैट आईडी भी बनाई थी और इनसे अपने ही अकाउंट पर मैसेज भेजती थी. कभी-कभी ये दिखाने का प्रयास करती कि साहिल की दिवंगत मां की आत्मा मुस्कान के भाई के शरीर में आकर बातचीत करती है. बाद में इन मैसेज को साहिल को पढ़ाती थी. दोनों आईडी से मुस्कान अपने स्नैपचैट पर मैसेज करती, जिनमें साहिल की तारीफ लिखी होती थी. इन मैसेज को साहिल को दिखाकर मुस्कान ये भी दिखाने का प्रयास करती थी कि परिजनों को मेलजोल से आपत्ति नहीं है.
कानपुर में बुजुर्ग महिला की मौत के बाद कुत्ते को वापस मांगा, नगर निगम से संपर्क किया
20 Mar, 2025 10:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पालतू जर्मन शेफर्ड डॉग के हमले से बुजुर्ग महिला की मौत मामले में परिजनों ने कुत्ते की गलती नहीं मानी है. उन्होंने नगर निगम से कुत्ते को वापस मांगा है. इसके लिए परिजनों ने कानपुर नगर निगम से संपर्क किया है. मृतक बुजुर्ग महिला के पोते का कहना है कि उनकी दादी की मौत कुत्ते के काटने से नहीं, बल्कि सदमे से हुई है. हालांकि, कुत्ते के हमले में बुजुर्ग महिला गंभीर रूप से घायल हुई थीं. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. इस मामले में परिजनों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई थी.
परिजनों ने नगर निगम में संपर्क करके अपना कुत्ता वापस मांगा है. परिवार में सदस्य धीर त्रिवेदी का कहना है कि उनकी दादी ने छड़ी से कुत्ते के सिर पर मारा, इस वजह से कुत्ते ने दादी पर हमला कर दिया. उनका कहना है कि दादी की मौत कुत्ते के काटने से नहीं बल्कि सदमे की वजह से हुई है. कुत्ता अभी भी नगर निगम के कब्जे में है. जानकारी के अनुसार, कुत्ता उसके मालिक को वापस कर दिया जाएगा. कुत्ते ने किसी बाहर वाले को नहीं काटा है, उसका पंजीकरण भी है और कोई शिकायत भी नहीं है.
होली वाले दिन हुई घटना
कानपुर के विकास नगर में होली वाले दिन एक दर्दनाक घटना हुई थी, जहां एक पालतू जर्मन शेफर्ड ने अपनी 90 वर्षीय मालकिन पर हमला कर उनकी जान ले ली. होली वाले दिन मोहनी देवी घर के आंगन में थीं. उनके यहां जर्मन शेफर्ड ब्रीड का कुत्ता रॉबर्ट पला हुआ था. किसी बात पर उन्होंने अपने कुत्ते को सिर पर छड़ी से मार दिया, जिसके बाद कुत्ते ने उनके ऊपर हमला कर दिया. कुत्ते ने बेदर्दी से बुजुर्ग महिला को इतना काटा कि उनकी मौत हो गई. घटना के समय महिला की बहू और पोता धीर त्रिवेदी घर पर थे. दोनों के पैर में फ्रैक्चर की वजह से प्लास्टर बंधा था, इसलिए वो उठकर उन्हें बचा नहीं पाए.
वापस मांगा डॉग
घटना की जानकारी होने पर नगर निगम की टीम कुत्ते को अपने साथ ले गई थी. अब धीर त्रिवेदी ने नगर निगम के अधिकारियों को हलफनामा देकर अपना कुत्ता वापस मांगा है. उन्होंने कहा है कि रॉबर्ट तो जानवर है, उनकी दादी ने उसके सिर पर छड़ी से मार दिया था. इस वजह से उसने दादी पर हमला कर दिया. नगर निगम से कुत्ता वापस मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. निगम ने जांच में पाया है कि कुत्ते ने किसी बाहरी व्यक्ति पर कभी हमला नहीं किया और उसका रजिस्ट्रेशन भी निगम में हो रखा है.
कैसे हुई दादी की मौत?
धीर के अनुसार, कुत्ते के हमले की वजह से उनकी दादी की मौत नहीं हुई है, बल्कि उनकी दादी को हाई बीपी और दिल की बीमारी पहले से थी. जब कुत्ते ने उनके ऊपर अचानक हमला करके काट लिया तो सदमे से दादी की मौत हो गई. इधर, इस मामले में कोई तहरीर या शिकायत नहीं मिलने की वजह से पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की है. इसी वजह से मृतका का पोस्टमार्टम भी नहीं हुआ था.
गाजीपुर का माउंटेन मैन, रिटायरमेंट के पैसे से बना रहे पुल, 15 गांव वालों ने भी दी मदद
19 Mar, 2025 09:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दशरथ मांझी को कौन नहीं जानता, जिन्होंने एक हथौड़ी और छेनी से पहाड़ को काटकर सड़क बना दी थी. लोग उन्हें माउंटेन मैन के रूप में भी जानते हैं. ऐसा ही कुछ गाजीपुर में एक आर्मी के जवान ने भी किया. उन्होंने अपने गांव के साथ आसपास के 15 गांव के बीच बहने वाली मगई नदी पर बगैर किसी सरकारी बजट के पुल बनाने की ठानी है. उस पुल के पिलर का निर्माण भी पूरा हो चुका है.
अब उसकी स्लैब की ढलाई का काम कराया जा रहा है, जिसके लिए आर्मी मैन ने खुद के रिटायरमेंट के 10 लाख रुपए दिए और आसपास के गांव के लोगों से करीब 60 से 70 लाख रुपए चंदा लेकर पुल का निर्माण कराया जा रहा है, जो लोग चंदा नहीं दे पा रहे हैं. वह खुद पुल के निर्माण में मजदूरी कर रहे हैं. गाजीपुर के नोनहरा थाना क्षेत्र के पयामपुर छावनी गांव समेत करीब 14-15 गांव के लोगों को जाने के लिए मगई नदी पार करनी पड़ती है.
नाव के सहारे नदी पार करते हैं लोग
यहां के लोगों के लिए सिर्फ एक साधन नदी को पार करना ही होता है, जिसके लिए आजादी के बाद से लेकर अब तक वहां के लोग शासन प्रशासन जनप्रतिनिधि से गुहार लगाते रहे, लेकिन सब चुनावी बिगुल की तरह आते हैं. वादा भी करते हैं, लेकिन चुनाव बीत जाने के बाद उनका वादा वादा ही रह जाता है. इसलिए इस गांव के लोग नदी पर लकड़ी का पुल बनाकर आने-जाने का काम करते हैं, तो वहीं बाढ़ के दिनों में एक छोटी नाव के सहारे लोगों का आवागमन होता है.
वहीं इस गांव की सड़क से गाजीपुर की दूरी 18 किलोमीटर है. अगर उस सड़क से यह लोग गाजीपुर आते हैं तो उसकी दूरी 42 किलोमीटर हो जाती है, जबकि थाना बगल में ही करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर है और सड़क से आने पर 30 किलोमीटर की यात्रा करने के बाद थाने पर पहुंचा जाता है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां के लोगों को पुल की कितनी जरूरत होगी.
रिटायरमेंट के पैसे देने की घोषणा
पिछले दिनों गांव के ही रहने वाले रविंद्र यादव, जो सेना के इंजीनियरिंग कोर में 55 इंजीनियर रेजीमेंट से रिटायर होने के बाद जब गांव पहुंचे और वहां की समस्याओं को देखा. तब उन्होंने पुल बनाने की ठानी. उन्होंने अपने रिटायरमेंट के 10 लाख रुपए पुल बनाने के लिए पहले डोनेट करने की घोषणा की. इसके बाद पिछले साल 25 फरवरी 2024 को इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने उस पुल का भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम किया. ऐसे में लोगों से चंदे और पुल के निर्माण वाली सामग्री देने का सिलसिला बढ़ता चला गया. मौजूदा समय में नदी के अंदर दो पिलर गांव वालों की मदद से पड़ चुके हैं और नदी के दोनों सिरे पर अप्रोच मार्ग का निर्माण भी हो चुका है. वहीं मौजूदा समय में अब पुल के स्लैब की ढलाई का काम लोगों के चंदे से किया जा रहा है.
सेना के जवान रविंद्र यादव ने बताया कि उनका गांव गाजीपुर में है, लेकिन लोकसभा बलिया और विधानसभा मोहम्मदाबाद में पड़ती है. इतना ही नहीं उनके गांव के बगल में ही जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का भी गांव पड़ता है, जो गाजीपुर के सांसद और रेल राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. इस पुल के लिए गांव के लोगों ने पिछले कई सालों से संघर्ष कर कोई भी ऐसा जनप्रतिनिधि नहीं रहा, जिसके दरवाजे पर जाकर पुल निर्माण करने की मांग ना रखी हो, लेकिन सभी चुनाव की तरह आश्वासन तो देते हैं, लेकिन आज तक पुल निर्माण के लिए किसी ने एक पत्र नहीं लिखा.
सिविल जेई डिप्लोमा होल्डर हैं रविंद्र यादव
उन्होंने बताया कि वह खुद सेना के इंजीनियरिंग कोर में रह चुके हैं और सिविल जेई डिप्लोमा होल्डर हैं. इसके अलावा वह एक अन्य आर्किटेक्ट की देखरेख में इस पुल की डिजाइनिंग और उसके निर्माण कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस पुल की लंबाई 105 फीट है, जबकि नदी में दो पिलर और फिर अप्रोच के लिए रास्ते का भी काम लोगों के चंदे से किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जब इस मगई नदी में बाढ़ आ जाती है. तब इन लोगों ने जो लकड़ी का पुल बनाया है. वह भी टूट जाता है और फिर एक नाव के सहारे ही करीब 14 से 15 गांव के आने-जाने का एकमात्र विकल्प रहता है, जिसके लिए लोगों को घंटा घंटा भर इंतजार करना पड़ता है.
गाजियाबाद: पिता ने बेटी के साथ रेप कर हत्या की, पड़ोसी को फंसाने की कोशिश
19 Mar, 2025 08:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक व्यक्ति ने अपनी ही बेटी के साथ घिनौनी हरकत करने के बाद उसकी हत्या कर दी. इस जघन्य अपराध को लेकर आस-पास के लोगों में गुस्से का माहौल है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है.
पुलिस के अनुसार आरोपी ज्ञान सिंह गाजियाबाद जिले के लोनी इलाके का रहने वाला है. आरोपी ज्ञान सिंह अपनी सात वर्षीय बेटी के साथ बलात्कार करने के बाद उसका गला घोंटकर हत्या कर दी. आरोपी अपराध को छुपाने के लिए पड़ोस में रहने वाली महिला शांति देवी पर झूठा आरोप लगाया कि उसकी बेटी की मौत जहरीला खाना खाने से हुई है.
आरोपी ज्ञान सिंह ने पुलिस को बताया था कि 12 मार्च को शांति देवी द्वारा दी गई कढ़ी खाने के बाद उसकी बेटी की तबीयत बिगड़ गई, जिससे उसकी मृत्यु हो गई. इसके अलावा उसकी पत्नी और अन्य पांच बच्चे भी बीमार पड़ गए. पुलिस का दावा है कि आरोपी ने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए पड़ोस की एक महिला पर जहर देने का आरोप लगाते हुए झूठी कहानी गढ़ी.
पोस्टमार्टम में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस अधिकारी अजय कुमार सिंह के अनुसार, आरोपी की शिकायत पर पहले शांति देवी को गिरफ्तार किया गया था. पीड़ित बच्ची को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पीड़ित बच्ची के परिजन ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया और शव को घर ले आए. हालांकि, पुलिस को मामला संदिग्ध लगा और उन्होंने बच्ची का पोस्टमार्टम कराया. रिपोर्ट में सामने आया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया था और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या की गई. इस खुलासे के बाद पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया.
आरोपी ने कबूला अपना गुनाह
सहायक पुलिस आयुक्त अजय कुमार सिंह के मुताबिक आरोपी ज्ञान सिंह को 17 मार्च को सेवा धाम में जीडीए पार्क के पास से गिरफ्तार किया. इस दौरान पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि 12 मार्च की रात उसने अपनी बेटी के साथ अनाचार किया और फिर उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी. पुलिस का कहना है कि जल्द से जल्द आरोपी को सजा दिलाने के लिए कानूनी कार्रवाई की जा रही है. आरोपी ने अपने अपराध को छुपाने के लिए पड़ोसन शांति देवी पर झूठा आरोप लगाया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. हालांकि, पुलिस जांच में सच सामने आने के बाद अब शांति देवी को निर्दोष मानते हुए सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया है