छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में बदला मौसम का मिजाज, ठंडी हवाओं से बढ़ी सर्दी
14 Feb, 2025 12:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ में मौसम का रुख बदल गया है। हवाओं के दिशा बदलने से प्रदेश में ठंडी वापस आ गई है। न्यूनतम तापमान में गिरावट होने से रात में ठंड बढ़ गई है। दिन का पारा में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन रात का पारा लुढ़कने से ठंड लगने लगी है। आगामी कुछ दिनों तक मौसम ऐसे ही बने रहने की संभावना है। इसके बाद मौसम में बदलाव की संभावना है। आज शुक्रवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा। वहीं गुरुवार को सबसे प्रदेश में सबसे गर्म बीजापुर रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में मध्य छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। शेष भागों में एक डिग्री की गिरावट आई। प्रदेश में अधिकतम तापमान में कोई विशष परिवर्तन नहीं हुआ, लेकिन तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
मौसम एक्सपर्ट ने बताया कि प्रदेश में अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री की गिरावट होने की संभावना है। इसके बाद न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री तक की क्रमिक वृद्धि होने की संभावना है। वहीं अगले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। इसके बाद एक से तीन डिग्री बढ़ने की संभावना है।
प्रदेश में मौसम का रुख बदल चुका है। आगामी दिनों तक मौसम ऐसे ही बने रहने की संभावना है। इस बीच न्यूनतम तापमान लगातार लुढ़कने वाला है। इसके बाद अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होगी। राजधानी रायपुर में शुक्रवार को मौसम साफ रहेगा। वहीं बीते दिनों गुरुवार को प्रदेश में सबसे गर्म बीजापुर रहा है। यहां सर्वाधिक अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री दर्ज किया गया है। सब्सेकम न्यूनतम तापमान 10.9 डिग्री बलरामपुर रहा है।
27 महीने से अधर में लटका स्कूल निर्माण, छात्रावास बना अस्थायी क्लासरूम
14 Feb, 2025 12:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जशपुरनगर। छत्तीसगढ़ में जशपुरनगर के नजदीक ग्राम डोड़काचौरा में संचालित जवाहर लाल नेहरू आदर्श विद्यालय का भवन बीते 27 महीनों से चुनावी चक्कर में फंसा हुआ है। भवन के अभाव में छात्रावास में स्कूल का संचालन किया जा रहा है। अधिग्रहण अक्टूबर 2023 में विधानसभा चुनाव के लिए किया गया था।
परिणाम घोषित होने के बाद पत्थलगांव से कांग्रेस के प्रत्याशी रामपुकार सिंह ने परिणाम को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इस कारण चुनाव में इस्तेमाल की गई ईवीएम को यहां बनाए गए स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया है।
दो साल से छात्रों को नहीं मिल पा रही छात्रों को लैब
इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद भी ऐसी ही स्थिति पैदा हुई थी। चुनाव के दो साल बाद स्कूल प्रबंधन को भवन वापस मिला था। इस वजह से दो साल से विज्ञान संकाय के छात्रों को लैब की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
पुस्तकालय भी बंद है। लैब के कीमती सामान और पुस्तकों को नुकसान होने की भी आशंका है। 15 फरवरी से सीबीएसई की वार्षिक परीक्षा शुरू हो रही हैं। संस्था के 200 छात्रों को सौ बिस्तर वाले एक ही छात्रावास में रखा गया है।
शैक्षणिक भवनों का अधिग्रहण किए जाने से अध्ययन प्रभावित होता है। विद्यालय क स्थिति उचित नहीं है। मतगणना और ईवीएम स्ट्रांग रूम के लिए अलग व्यवस्था करनी चाहिए। निर्वाचन आयोग को पहल करनी चाहिए।
राज्यपाल डेका ने महाकुंभ के अवसर पर त्रिवेणी संगम में किया स्नान
13 Feb, 2025 11:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : श्रद्धा और आस्था के प्रतीक ‘महाकुंभ‘ के अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका ने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में स्नान कर प्रदेश एवं समस्त देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की।
राज्यपाल ने कहा कि सनातन के इस महापर्व के अवसर पर डुबकी लगाना परम सौभाग्य की बात है। ऐसे पुण्य क्षणों का लाभ लेना अत्यंत सुखद एवं मन को शांति प्रदान करने वाला होता है। इस अवसर पर राज्यपाल के परिजन भी उपस्थित थे।
राजिम कुंभ कल्प छत्तीसगढ़ की धार्मिक आस्था और परंपरा का सशक्त प्रतीक: राज्यपाल डेका
13 Feb, 2025 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ के पवित्र त्रिवेणी संगम, राजिम के तट पर आयोजित राजिम कुंभ कल्प का गत दिवस भव्य शुभारंभ हुआ। राजिम में आयोजित इस 15 दिवसीय आयोजन के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका मुख्य अतिथि थे। मेले के शुभारंभ पर राज्यपाल सहित साधु-संतों और अतिथियों ने भगवान राजीव लोचन की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि महानदी, पैरी और सोंढूर के संगम पर स्थित यह पावन भूमि सदीयों से संतों और भक्तों का केंद्र रही है। राजिम कुंभ कल्प हमारी समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा का जीवंत प्रतीक है, जो न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि समाज में एकता, समरसता और परंपराओं के संरक्षण का संदेश भी देता है।
राजिम का ऐतिहासिक महत्व बताते हुए राज्यपाल डेका ने कहा कि यह क्षेत्र भगवान राजीव लोचन मंदिर, कुलेश्वर महादेव, रामचंद्र पंचेश्वर महादेव, भूतेश्वर महादेव और सोमेश्वर महादेव जैसे प्राचीन मंदिरों का धाम है। पंचकोशी यात्रा में पटेश्वर, चंपेश्वर, ब्रह्मनेश्वर, फणीश्वर और कोपेश्वर महादेव शामिल हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का राजिम कुंभ कल्प इसलिए भी विशेष है क्योंकि यह उसी समय आयोजित हो रहा है जब प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन हो रहा है। प्रयागराज में जहां गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है, वहीं राजिम में महानदी, पैरी और सोंढूर का संगम होता है। इसीलिए इसे छत्तीसगढ़ का प्रयागराज कहा जाता है।
डेका ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भूमि सदियों से धार्मिक पर्यटन और मेलों की समृद्ध परंपरा को संजोए हुए है। महामाया मंदिर, बम्लेश्वरी माता, दंतेश्वरी माई और मदकू द्वीप जैसे तीर्थस्थल प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के अभिन्न अंग हैं। उन्होंने कहा कि मेले केवल धार्मिक आयोजन नहीं होते, बल्कि समाज और समुदाय को जोड़ने का माध्यम भी होते हैं। ये परंपराओं को जीवंत बनाए रखते हैं और नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ते हैं।
राज्यपाल डेका ने साधु-संतों को नमन करते हुए कहा कि जहां संतों के चरण पड़ते हैं, वह भूमि स्वयं पवित्र हो जाती है। संतों का जीवन परोपकार और मानवता की सेवा के लिए समर्पित होता है। इतिहास में कई ऐसे उदाहरण हैं जहां संतों की कृपा से जीवन का परिवर्तन संभव हुआ है।
उन्होंने कहा कि राजिम कुंभ कल्प न केवल अध्यात्म का केंद्र है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता को भी गति प्रदान करता है। लाखों श्रद्धालु और पर्यटक यहां आकर न केवल आध्यात्मिक शांति का अनुभव करते हैं, बल्कि इस आयोजन के माध्यम से समाज में भाईचारे और एकता का संदेश भी प्रसारित होता है।
राज्यपाल ने कहा कि यह मेला प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने श्रद्धालुओं और आयोजन से जुड़े सभी लोगों से आग्रह किया कि हम अपनी संस्कृति और परंपराओं को सहेजें और आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाएं, क्योंकि हमारी सांस्कृतिक विरासत ही हमारी असली पहचान है।
इस अवसर पर दंडी स्वामी डॉ. इंदुभवानंद जी महाराज, महंत साध्वी प्रज्ञा भारती जी महाराज, बालयोगेश्वर बालयोगी रामबालक दास जी महाराज, धर्मस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, रायपुर आयुक्त महादेव कावरे, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के एमडी विवेक आचार्य, गरियाबंद कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल, साधु-संत, गणमान्य अतिथि एवं नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रायपुर एयरपोर्ट से प्रयागराज के लिए रवाना
13 Feb, 2025 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय रायपुर एयरपोर्ट से प्रयागराज के लिए रवाना
राज्यपाल रमेन डेका और विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह भी हैं साथ
मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायक गण और उनके परिवार जन भी हैं उपस्थित
महाकुंभ 2025 के अवसर पर संगम में लगाएंगे आस्था की डुबकी
याचिकाकर्ता से वसूली और रोके गए सेवानिवृत्ति देयकों का तत्काल भुगतान करने के निर्देश; छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट
13 Feb, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर: निरीक्षक ने रिटायरमेंट से पहले जारी वसूली आदेश से क्षुब्ध होकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। अधिवक्ता के तर्क सुनने के बाद हाईकोर्ट ने रायपुर पुलिस अधीक्षक को याचिकाकर्ता से वसूली गई राशि के साथ रोके गए समस्त सेवानिवृत्ति देयकों का तत्काल भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार निरीक्षक (एम) के पद पर पदस्थ रायपुर निवासी एसके क्षत्रिय की सेवानिवृत्ति से डेढ़ माह पहले रायपुर पुलिस अधीक्षक ने वसूली आदेश जारी कर कटौती के लिए उनकी सहमति मांगी थी। वसूली आदेश से क्षुब्ध निरीक्षक क्षत्रिय ने अधिवक्ता अभिषेक पांडेय व पीएस निकिता के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर कर वसूली आदेश को चुनौती दी थी।
अधिवक्ता अभिषेक पांडेय ने हाईकोर्ट के समक्ष यह तर्क प्रस्तुत करते हुए सुप्रीम कोर्ट के साथ छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी शासकीय अधिकारी/कर्मचारी से उसकी सेवानिवृत्ति के एक वर्ष पूर्व अथवा सेवानिवृत्ति के पश्चात किसी भी प्रकार का अधिक भुगतान वसूल नहीं किया जा सकता है। उच्च न्यायालय ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित निर्णयों के आधार पर याचिका को स्वीकार करते हुए याचिकाकर्ता निरीक्षक क्षत्रिय के विरुद्ध जारी वसूली आदेश को निरस्त कर दिया तथा रायपुर एसपी को याचिकाकर्ता से वसूली गई राशि के साथ रोके गए सभी सेवानिवृत्ति देयकों का तत्काल भुगतान करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, राज्यपाल एवं विधानसभा अध्यक्ष समेत सभी मेहमान अरेल घाट पहुंचे
13 Feb, 2025 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, राज्यपाल एवं विधानसभा अध्यक्ष समेत सभी मेहमान अरेल घाट पहुंचे
घाट से मोटर बोट के जरिए पहुंचे त्रिवेणी संगम के लिए
महाकुंभ 2025 के अवसर पर त्रिवेणी संगम में सभी ने लगाई आस्था की डुबकी
प्रयागराज महाकुंभ 2025 : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने त्रिवेणी संगम में किया पुण्य स्नान, प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की
13 Feb, 2025 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज तीर्थराज प्रयाग के त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की मंगलकामना की। उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायकगण एवं उनके परिवारजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महाकुंभ को सनातन धर्म की दिव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा का महापर्व बताते हुए कहा कि यह भारतीय संस्कृति की अनंत शक्ति और सनातन परंपराओं की जीवंतता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि 144 वर्षों बाद आयोजित यह विराट महाकुंभ केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भारत की सनातन लोकतांत्रिक परंपराओं को जानने, समझने और आत्मसात करने का अनुपम अवसर भी है।
मुख्यमंत्री साय रायपुर से प्रयागराज के लिए रवाना हुए, जहां पहुंचने के बाद प्रयागराज एयरपोर्ट से मंत्रिमंडल के सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ 5 इलेक्ट्रिक बसों के माध्यम से संगम तट के लिए प्रस्थान किया। अरेल घाट पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री साय एवं अन्य गणमान्यजन मोटर बोट से त्रिवेणी संगम पहुंचे और धार्मिक विधि-विधान के अनुसार माँ गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाई और प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति की गौरवशाली विरासत का प्रतीक है, और इसी परंपरा के अनुरूप छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को भी यहां स्थापित करने का संकल्प लिया गया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारतीय आस्था, परंपरा और लोकतांत्रिक मूल्यों का जीवंत उदाहरण है।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि गंगा, यमुना और सरस्वती का यह त्रिवेणी संगम केवल जल का मिलन नहीं, बल्कि अध्यात्म, परंपरा और संस्कृति का महासंगम है। प्रयागराज महाकुंभ न केवल भारत के लिए, बल्कि समूची मानवता के लिए आध्यात्मिक चेतना का केंद्र है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन हमारी आध्यात्मिक जड़ों को सुदृढ़ करने और सनातन संस्कृति के दिव्य स्वरूप को विश्वभर में प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री साय ने उत्तर प्रदेश सरकार एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की व्यवस्थाओं के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से आए श्रद्धालुओं ने भी इस दिव्य आयोजन और उसकी व्यवस्थाओं की मुक्त कंठ से सराहना की है।
मुख्यमंत्री साय ने सनातन संस्कृति के संवर्धन में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ सनातन परंपरा की अमूल्य धरोहर है, जिसे हमें भावी पीढ़ियों तक संरक्षित रखना है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़वासियों और समस्त देशवासियों को महाकुंभ की शुभकामनाएँ देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य, समृद्धि और आरोग्य की कामना की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारतीय सभ्यता के मूल सिद्धांत—धर्म, करुणा, और आध्यात्मिकता—का उत्सव है, जो समाज को नई दिशा देता है और आध्यात्मिक चेतना को जाग्रत करता है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुंचे महाकुंभ: त्रिवेणी संगम में किया पवित्र स्नान, प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की प्रार्थना
13 Feb, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर: महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज तीर्थराज प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस खास अवसर पर उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायकगण एवं उनके परिजन मौजूद थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर महाकुंभ को सनातन धर्म की दिव्यता एवं आध्यात्मिक ऊर्जा का महापर्व बताया और कहा कि यह भारतीय संस्कृति की असीम शक्ति एवं सनातन परंपराओं की जीवंतता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि 144 वर्षों के बाद आयोजित यह विराट महाकुंभ न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि भारत की सनातन लोकतांत्रिक परंपराओं को जानने, समझने और आत्मसात करने का अनूठा अवसर भी है।
बता दें कि मुख्यमंत्री साय रायपुर से प्रयागराज के लिए रवाना हुए, जहां प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचकर मंत्रिमंडल के सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ 5 इलेक्ट्रिक बसों के माध्यम से संगम घाट के लिए रवाना हुए। एरियल घाट पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री साय और अन्य गणमान्य लोग मोटर बोट से त्रिवेणी संगम पहुंचे और धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में डुबकी लगाई और प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की।
महाकुंभ भारतीय आस्था, परंपरा और लोकतांत्रिक मूल्यों का जीवंत उदाहरण- सीएम साय
इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति की गौरवशाली विरासत का प्रतीक है और इसी परंपरा के अनुरूप यहां छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान स्थापित करने का संकल्प लिया गया। महाकुंभ महज एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय आस्था, परंपरा और लोकतांत्रिक मूल्यों का जीवंत उदाहरण है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गंगा, यमुना और सरस्वती का यह त्रिवेणी संगम महज जल का मिलन नहीं, बल्कि आध्यात्म, परंपरा और संस्कृति का महासंगम है। प्रयागराज महाकुंभ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए आध्यात्मिक चेतना का केंद्र है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन हमारी आध्यात्मिक जड़ों को मजबूत करने और सनातन संस्कृति के दिव्य स्वरूप को पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है। मुख्यमंत्री साय ने व्यवस्थाओं के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से आए श्रद्धालुओं ने भी इस दिव्य आयोजन और इसकी व्यवस्थाओं की खुले दिल से प्रशंसा की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने सनातन संस्कृति के संवर्धन में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ सनातन परंपरा की अमूल्य धरोहर है, जिसे हमें भावी पीढ़ी के लिए सहेज कर रखना है।
सीएम साय ने सभी देशवासियों को महाकुंभ की शुभकामनाएं दीं
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़वासियों और सभी देशवासियों को महाकुंभ की शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारतीय सभ्यता के मूल सिद्धांतों धर्म, करुणा और आध्यात्म का उत्सव है, जो समाज को नई दिशा देता है और आध्यात्मिक चेतना को जागृत करता है।
बेबीलान टॉवर से कूदकर युवक की मौत, आसपास के लोग हैरान
13 Feb, 2025 01:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। बुधवार को रायपुर के बेबीलान टॉवर की सातवीं मंजिल से कूदकर विजय बसोने ने आत्महत्या कर ली। मामले की वजह साफ नहीं हो पाई है। घटना तेलीबांधा थाना क्षेत्र की है। विजय मध्य प्रदेश के बालाघाट का रहने वाला था। वह लोधीपारा में किराये का मकान लेकर रह रहा था।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, विजय बसोने पहले बेबीलान टॉवर में ही अकाउंटेंट का काम करता था। मगर, किसी वजह से उसकी नौकरी छूट गई थी। इसके बाद वह दूसरे होटल में काम करने लगा था। इसके बाद अचानक वह इस होटल में पहुंचा और आत्महत्या कर ली।
किडनी से जुड़ी बीमारी थी
पुलिस ने युवक के घरवालों से संपर्क कर घटना की जानकारी दे दी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, विजय को किडनी से जुड़ी बीमारी थी, जिसका इलाज चल रहा था। इस इलाज में बहुत पैसे खर्च हो रहे थे। वह कचना के एक होटल में अकाउंटेंट की नौकरी करता था। वहां सैलरी कम होने की वजह से दिक्कते हों रही थी, जिसके बाद वह दूसरी नौकरी की तलाश कर रहा था, जिससे कि उसका खर्चा चल सके। कई जगह पता करने के बावजूद उसे नौकरी नहीं मिल पाई थी। संभव है कि इसी वजह से वह तनाव में रह रहा हो और यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
पत्नी का आया था फोन
विजय लोधीपारा में जहां रहता है वहां, उसके साथ पिता, पत्नी और डेढ़ वर्ष की बच्ची भी साथ रहती थी। जबकि मां मध्य प्रदेश के बालाघाट में ही रहती हैं। बुधवार की सुबह घर से निकलने से पहले भी तबीयत खराब होने का कारण बताते हुए नाश्ता भी नहीं किया था। और अस्पताल की फाइल लेकर निकला था।
कूदने से पहले इधर-उधर घूमता रहा
बेबीलान टॉवर में मौजूद कर्मचारियों ने नाम नहीं छापने के अनुरोध पर बताया कि युवक कूदने से पहले काफी देर तक इधर-उधर घूमता रहा। इस दौरान उसने टॉवर स्थित कुछ आफिस में भी नौकरी के लिए संपर्क किया था, लेकिन बात नहीं बन पाई।इसके बाद वह सातवीं मंजिल की रेलिंग के पास पहुंच गया। कूदने से पहले कुछ सेकंड वहां पर रुक रहा। इस दौरान उसने दो बार पीछे पलट कर भी देखा। फिर अचानक रेलिंग को फांदकर नीचे कूद गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
वन विभाग में फर्जी भुगतान का खुलासा
13 Feb, 2025 12:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डोंगरगढ़। वन विभाग ने भ्रष्टाचार की एक नई इबारत लिखी है! करोड़ों की शासकीय राशि के गबन का ऐसा तरीका अपनाया गया कि सुनकर दिमाग चकरा जाए. ग्रामीणों के बैंक खातों में मजदूरी के पैसे डाले गए और फिर लालच देकर उनसे वापस भी ले लिए गए. मजेदार बात यह है कि जिन लोगों के नाम पर भुगतान हुआ, उनमें एक गर्भवती महिला और एक नाबालिक स्कूली छात्र भी शामिल है!|पूरा मामला वर्ष 2021 का है, जब डोंगरगढ़ वन परिक्षेत्र के बोरतलाव और खैरागढ़ जिले के कटेमा गांव में बांस-भिर्रा कटाई, मिट्टी चढ़ाई और फेंसिंग जैसे कार्यों के लिए शासन ने करोड़ों रुपए की राशि स्वीकृत की थी. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है|शिकायतकर्ता विलास जांभुलकर के अनुसार, इन कार्यों के नाम पर ग्रामीणों के खातों में करोड़ों रुपए जमा किए गए, लेकिन असल में कोई काम हुआ ही नहीं. फिर क्या? वन विभाग के कर्मचारियों ने ग्रामीणों को झांसा देकर बैंक से पैसे निकलवाए और वापस ले लिए. बदले में उन्हें महज 1000 रुपये का झुनझुना थमा दिया गया!
गर्भवती महिला के नाम पर फर्जी भुगतान
भ्रष्टाचार की हद तो तब पार हो गई जब इस खेल में गर्भवती महिला और स्कूली छात्र तक को घसीट लिया गया. बछेराभाठा की एक महिला, जो उस वक्त गर्भवती थी, के नाम पर मजदूरी का भुगतान दिखाया गया. अब सवाल यह उठता है कि जो महिला उस समय गर्भवती थी, वह भला मजदूरी कैसे कर सकती थी?
स्कूली छात्र को कागज में बना दिया मजदूर
पीड़िता ने बताया कि उसने कभी वन विभाग में काम नहीं किया, फिर भी उसके खाते में पैसे डाले गए और बाद में उससे वापस ले लिए गए. इसी तरह, ग्राम भंडारपुर के एक स्कूली छात्र हेमंत कुमार के नाम पर भी फर्जी भुगतान हुआ. स्कूल के प्रिंसिपल ने पुष्टि की कि वह छात्र रोजाना कक्षा में उपस्थित रहता था, लेकिन सरकारी कागजों में वह ‘वन विभाग में मजदूरी’ कर रहा था!
कार्रवाई के लिए सालों से खा रहे ठोकर
शिकायतकर्ता इस घोटाले के कागजों को लेकर पिछले तीन साल से दर-दर भटक रहे हैं. वन विभाग के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज कराई गईं, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात! प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायत पहुंची, वहां से दस्तावेज भी मिले, मगर जांच फिर उन्हीं अफसरों को सौंप दी गई जो खुद इस भ्रष्टाचार के गुनहगार हैं. ऐसे में कार्रवाई की उम्मीद कैसे की जाए? मामला जितना बड़ा, उतनी ही गहरी इसकी जड़ें!
बड़ी मछलियों के शामिल होने की आशंका
करोड़ों के इस घोटाले में सिर्फ निचले स्तर के कर्मचारी ही नहीं, बल्कि बड़े अधिकारियों और नेताओं के शामिल होने की भी आशंका जताई जा रही है. यही वजह है कि भ्रष्टाचार साबित होने के बावजूद किसी पर कार्रवाई नहीं हो रही. डोंगरगढ़ वन विभाग का यह घोटाला भ्रष्टाचार का जीता-जागता उदाहरण बन चुका है. सवाल यह है कि आखिर कब तक ऐसे घोटाले होते रहेंगे और कब तक शासन-प्रशासन आंखें मूंदे रहेगा?
जांच के नाम पर अधिकारी ने साधी चुप्पी
बहरहाल, जिम्मेदारों ने इस घोटाले की जांच करने फिर से एक तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है, जिसमें डोंगरगढ़ तहसीलदार उप वनमंडलाधिकारी पूर्णिमा राजपूत और मनरेगा अधिकारी को शामिल किया गया है लेकिन इस जांच कमेटी को बने भी अब तीन माह बीत चुके हैं अधिकारी अभी भी जांच का हवाला देकर चुप्पी साधे बैठे हैं.
स्वास्थ्य कर्मियों की जिम्मेदारी और लापरवाही
13 Feb, 2025 11:56 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अस्पताल: नर्स की लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। मामले की खबर हमने प्रमुखता से प्रकाशित की थी जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश मे जांच हुई और जांच के बाद कार्रवाई करते हुए एएनएम ष्पाजलि राठौर को स्वास्थ्य विभाग ने सस्पेंड कर दिया है।
पूरा मामला जिले के आदिवासी बाहुल्य मरवाही के निमधा गांव स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र का है। जहां पर खुरपा गांव की रहने वाली प्रसूता बुधवारिया बाई भैना को बेहतर व सुरक्षित प्रसव करवाने के लिए उसके परिजन निमधा गांव स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र 10 फरवरी को सुबह 10 बजे लेकर पहुचे थे। अस्पताल में पदस्थ नर्स पुष्पाजलि राठौर और स्टॉप के द्वारा प्रसूता को 19 घंटे तक अस्पताल में रखने के दौरान जब अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा, तो कुछ घंटे रक्तस्राव रोकने के लिए इंजेक्शन-दवाइयां दी गई। लेकिन पर्याप्त स्वास्थ्य व्यवस्था न होने के बावजूद उसे समय रहते जिला अस्पताल रेफर नहीं किया, जिसकी वजह से उप स्वास्थ्य केंद्र में नियुक्त स्वास्थ्य कर्मी पुष्पाजलि राठौर ना तो बच्चे की जान बचा पाई ना ही प्रसूता बुधवारिया बाई का रक्तस्राव रोक पाई।
लगातार बढ़ते रक्तस्राव के बाद जब स्वास्थ्यकर्मी को यह एहसास हुआ कि प्रसूता की जान जा सकती है। तब उसने आनन-फानन में 19 घंटे बाद जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी पर रात को 3 बजे कोई सरकारी वाहन उपलब्ध नहीं कराया। इसके बाद पीड़ित परिवार ने खुद निजी वाहन की व्यवस्था की और जिला अस्पताल पहुंचे जहां लगभग 4:45 में जिला अस्पताल पहुंचने के बाद 5:15 पर प्रसूता की मौत हो गई। जिला अस्पताल में चिकित्सा प्रसूता की मौत के पीछे अत्यधिक रक्तस्राव को वजह बता रहे हैं उन्होंने बताया कि शरीर से अत्यधिक रक्तस्राव होने की वजह से उसकी मौत हुई है। जब जिला अस्पताल लाया गया तब उसे सभी जरूरी उपचार उपलब्ध कराया गया पर उसकी जान नहीं बच पाई। जच्चा-बच्चा की मौत से दो परिवार पूरी तरह उजड़ गए है। पूरे मामले की खबर को हमने बड़ी ही प्रमुखता से 11 फरवरी को चलाया था। जिसके बाद पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने जांच कराई और जांच के बाद उप स्वास्थ्य केंद्र निमधा में पदस्थ नर्स पुष्पाजलि राठौर को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दोषी पाए जाने पर सस्पेंड कर दिया है।
मुख्यमंत्री साय और राज्यपाल का प्रयागराज दौरा
13 Feb, 2025 11:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़| के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपनी पत्नी कौशल्या साय के साथ प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट माना रायपुर से रवाना हुए। इस दौरान सीएम साय के साथ प्रदेश के राज्यपाल रमेन डेका, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह और उनकी पत्नी भी प्रयागराज के लिए रवाना हुईं।वहीं इस फ्लाइट से मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायक और उनके परिवारजन भी प्रयागराज के लिए गए हैं। सभी नेता नगरीय निकाय चुनाव बीत जाने के बाद प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए कूच किए हैं।
कांग्रेस और भाजपा के बीच शब्दों की जंग
13 Feb, 2025 11:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर| सीएम, मंत्री, सांसद और विधायकों के महाकुंभ दौरे को लेकर अब जुबानी जंग शुरू हो गई है. महाकुंभ नहीं जाने को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा, मेरे जीवन की पहली यात्रा ही प्रयागराज रही. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के तकदीर वाले बयान पर बघेल ने तंज कसा है. उन्होंने कहा, ओपी चौधरी, विजय शर्मा, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत भी प्रयागराज नहीं जा रहे हैं, इनकी तकदीर का क्या ? किस्मत ऊपर वाले के हाथ में है. किसको बुलाते हैं, किसको नहीं, उनके ऊपर है.|
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मेरी आस्था पूरी है. मेरे जीवन की पहली यात्रा ही प्रयागराज रही. संगम में बीच में जाकर नाव से कूदा था तब मैं 5 साल का था. मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायकों के प्रयागराज दौरे को लेकर उन्होंने कहा, ऐसे पर्व में जब बहुत ज्यादा भीड़ रहे तो वीआईपी लोगों को अवॉइड करना चाहिए. वीआईपी मूवमेंट से काफी ज्यादा अव्यवस्था होती है.भूपेश बघेल ने कहा, जनता के आशीर्वाद से हमें सुविधा मिली है, हम कभी भी जा सकते हैं. जब गंगा मइया बुलाएंगे तब हम पहुंच जाएंगे. गंगा नहाने गए और मन का मेल नहीं धुला तो क्या फायदा. अपने दिल्ली दौरे को लेकर भूपेश बघेल ने कहा, सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने जा रहे हैं.
12 दिनों के भीतर, आबकारी विभाग ने 34,000 लीटर अवैध शराब जब्त की, जिसका मूल्य सवा दो करोड़ रुपये से अधिक है।
13 Feb, 2025 11:34 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। नगरीय निकाय के साथ-साथ पंचायत चुनाव में शराब के इस्तेमाल को ध्यान में रखते हुए आबकारी विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है.आंकड़े बताते हैं कि बीते 12 दिनों में सवा दो करोड़ रुपए (2, 23,56,430) मूल्य की 33874 लीटर अवैध शराब जब्त कर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है.सचिव सह आबकारी आयुक्त आईएएस के शराब के अवैध संग्रहण, बिक्री, परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने के लिहाज से समस्त जिलों एवं संभाग के प्रभारी अधिकारियों को सतत् गश्त व निरीक्षण कर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश का असर नजर आ रहा है. कबीरधाम जिला में आबकारी दल ने 12 फरवरी को बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए आबकारी जांच चौकी चिल्फी के समीप आरोपी मध्यप्रदेश के शिवपुरी निवासी राजवीर सिंह के ट्रक से लगभग 25 लाख 5 हजार रुपए मूल्य का 4770 लीटर अवैध शराब बरामद किया गया|
जिला राजनांदगांव के आबकारी दल द्वारा दिनांक 11.02.2025 को अवैध मदिरा के विरूद्ध कार्यवाही करते हुये आबकारी वृत्त चिचोला के अन्तर्गत आठरा से भकुर्रा मार्ग पर आरोपी देशी मदिरा संत्री (कीमती 11520 रुपये) एवं 01 दो पहिया वाहन HF Delux Hero क्रमांक CG08AE1354 (कीमती 11 लाख 55 हजार रुपये) एवं नॉन ड्यूटी पेड 200 पेटी गोवा स्पेशल व्हिस्की (कीमती 41520 रुपये) बरामद कर आरोपी के विरूद्ध आबकारी अधिनियम की धारा 34 ( 2 ) के तहत प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया है|
बिलासपुर के आबकारी दल ने 10 फरवरी को ग्राम छतौना,थाना चकरभाटा में कार्रवाई करते हुए अवैध मदिरा परिवहन की सूचना पर आबकारी अधिनियम की धारा 34 (2), 59 (क) के तहत् आरोपी ग्रेटर नोएडा,उप्र निवासी रवि शर्मा और ड्राइवर शिव कुमार सैना कंटेनर से कुल 1000 पेटी विदेशी मदिरा के साथ कंटेनर और क्रेटा कार कुल कीमत 1,65,00,000 जब्त कर प्रकरण दर्ज किया गया. इसी तरह दुर्ग में आबकारी दल ने 10 फरवरी को कार्रवाई करते हुए ग्राम नगपुरा के एक फार्म हाउस से 1,68,750 रुपए मूल्य की 25 पेटी विदेशी मदिरा गोवा बरामद कर सिरसाकला, भिलाई-03 निवासी आरोपी पिता को गिरफ्तार कर प्रकरण किया गया.बेमेतरा जिला के आबकारी दल ने 7 फरवरी को बड़ी कार्यवाही करते हुए एक चार पहिया कंटेनर से 780 पेटी विदेशी मदिरा गोवा स्पेशल व्हिस्की मध्यप्रदेश निर्मित नॉन ड्यूटी पेड मदिरा बाजार मूल्य 50,70,000/- जब्त कर इंदौर, मप्र निवासी आरोपी शाह को गिरफ्तार कर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण कायम किया गया.
इसी तरह आबकारी विभाग की संयुक्त टीम,राज्यस्तरीय उड़नदस्ता, संभागीय उड़नदस्ता रायपुर संभाग, जिला बलौदाबाजार एवं कबीरधाम के आबकारी दल ने 7 फरवरी को बड़ी कार्रवाई करते हुए सिमगा के ताज ढाबा के पास एक ट्रक से 776 पेटी मध्यप्रदेश विक्रय के लिए 50 लाख रुपए कीमत की विदेशी मदिरा गोवा बरामद कर आरोपी के विरूद्ध कार्रवाई की गई.कबीरधाम जिला आबकारी दल ने 4 फरवरी को बड़ी कार्यवाही करते हुए आबकारी जांच चौकी चिल्फी के समीप इंदौर निवासी राजेश जामरे के ट्रक से लगभग 20 लाख 50 हजार 500 रुपए कीमत का कुल 4437 बल्क लीटर शराब बरामद कर आरोपी के विरूद्ध प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया है. वहीं रायपुर जिला आबकारी दल ने 1 फरवरी को बड़ी कार्यवाही करते हुए आरोपी थाना क्षेत्र निवासी के पास से 8,45,000 मूल्य का 1170 लीटर मदिरा जप्त कर प्रकरण कायम किया गया. कर विवेचना में लिया गया है |