व्यापार
शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी, सेंसेक्स 75 अंक टूटा, निफ्टी 24950 से नीचे
5 Nov, 2024 01:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बाजार में लगातार दूसरे दिन भी गिरावट दिखी। सुबह 9 बजकर 58 मिनट पर सेंसेक्स 18.91 (0.02%) अंक गिरकर 78,782.12 पर कारोबार करता दिखा। दूसरी ओर, निफ्टी 13.25 अंक फिसलकर 24,008.60 पर पहुंच गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर के फैसले से पहले विदेशी फंडों की निरंतर निकासी और निवेशकों की सतर्क धारणा के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार में शेयर बाजारों में गिरावट आई।
शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 326.58 अंक गिरकर 78,455.66 पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी 86.7 अंक गिरकर 23,908.65 पर आ गया। रुपया दो पैसे की गिरावट के साथ अपने अब तक के सबसे निचले स्तर 84.13 रुपये पर पहुंच गया।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से अदाणी पोर्ट्स, आईटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड और हिंदुस्तान यूनिलीवर में सबसे ज्यादा गिरावट रही। जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, मारुति और सन फार्मा लाभ में रहे।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 4,329.79 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। एशियाई बाजारों में, टोकियो, शंघाई और हांगकांग में सकारात्मक रुख रहा, जबकि सियोल में गिरावट रही। सोमवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा होने के कारण वैश्विक स्तर पर निवेशक बाजार में अस्थिरता बढ़ने की आशंका जता रहे हैं..." वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत बढ़कर 75.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख विकास जैन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और इस सप्ताह के अंत में होने वाले अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर निर्णय से पहले निवेशक सतर्क बने हुए हैं।
सोमवार को बीएसई का बेंचमार्क सूचकांक 941.88 अंक या 1.18 प्रतिशत गिरकर 78,782.24 पर बंद हुआ, जो 6 अगस्त के बाद का सबसे निचला स्तर है। निफ्टी 309 अंक या 1.27 प्रतिशत गिरकर 23,995.35 पर बंद हुआ।
RBI का बड़ा अपडेट: 2000 ₹ के नोट बंद होने के बाद भी दबाकर बैठे हैं लोग
5 Nov, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रिजर्व बैंक (RBI) ने करीब डेढ़ साल पहले 2000 रुपये के नोटों (2000 Rupee Note) को चलन से बाहर किया था। केंद्रीय बैंक ने लोगों को बाकायदा मोहलत भी दी कि वे इन नोटों को वापस बैंक को लौटा सकें। अब तक 2000 के करीब 98 फीसदी नोट आरबीआई के पास आ भी चुके हैं। लेकिन, अभी भी हजारों करोड़ के गुलाबी नोटों को लोग दबाए बैठे हैं।
लोगों के पास 6,970 करोड़ रुपये मूल्य के नोट
आरबीआई ने 2000 के नोट पर बड़ा अपडेट दिया है। उसका कहना है कि सर्कुलेशन से बाहर होने के बाद से ज्यादातर 2000 के नोट वापस आ गए हैं। लेकिन, अभी भी लोगों के पास 6,970 करोड़ रुपये मूल्य के नोट मौजूद हैं। यह आंकड़ा 31 अक्टूबर 2024 तक का है। आरबीआई का लेटेस्ट अपडेट बताता है कि 98.04 फीसदी 2000 रुपये के नोटों की वापसी हो चुकी है।
हालांकि, अब समस्या यह है कि केंद्रीय बैंक के पास नोट वापस आने की रफ्तार काफी सुस्त हो गई है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि जिनके पास ये नोट हैं, वे इसे लौटाना नहीं चाहते। पिछले एक महीने में महज 147 करोड़ रुपये मूल्य के गुलाबी नोट ही वापस आ सके हैं।
सुस्त पड़ रही नोट वापसी की रफ्तार
आरबीआई ने 1 जुलाई 2024 को जो डेटा शेयर किया था, उसके मुताबिक 7581 करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट बाजार में बचे हुए थे। 1 अक्टूबर को ये 7,117 करोड़ रुपये और अब 31 अक्टूबर को 6,970 करोड़ रुपये है। इसका मतलब कि जुलाई से अब तक महज 611 करोड़ रुपये मूल्य के नोटों की वापसी हो सकी है।
पिछले साल मई 2023 में 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर किया गया था। उस वक्त बाजार में 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के करेंसी नोट मौजूद थे। 29 दिसंबर 2023 तक ये आंकड़ा घटकर 9,330 करोड़ रुपये रह गया, क्योंकि लोगों ने युद्ध स्तर पर 2000 के नोट जमा कराए। लेकिन, उसके बाद वापसी की रफ्तार लगातार धीमी होती गई।
2000 के नोट को चलन से बाहर क्यों किया गया था?
RBI ने क्लीन नोट पॉलिसी (Clean Note Policy) के तहत 19 मई 2023 को 2000 रुपये के नोट को वापस लेने की घोषणा की थी। केंद्रीय बैंक ने 2000 के नोट को बदलवाने के लिए
पहले 30 सितंबर 2023 तक की मोहलत दी थी। हालांकि, इसे समय-समय पर बढ़ाया भी गया। 2000 के नोट नवंबर 2016 में पेश किए गए थे। उस वक्त सरकार ने चलन में मौजूद 500 और 1000 रुपये के नोटों बंद कर दिया था।
आरबीआई ने कहा कि 2018-19 में 2000 रुपये के बैंक नोटों की छपाई बंद करने का एलान किया। उसका कहना था कि अन्य मूल्य के नोटों की पर्याप्त उपलब्धता होने के बाद अब 2000 के नोटों की जरूरत नहीं रह गई।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
5 Nov, 2024 12:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां रोजाना सुबह 6 पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट करती हैं। उन्हें यह जिम्मेदारी साल 2017 से ही मिली हुई है। आज यानी मंगलवार (5 नवंबर 2024) को भी सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट को अपडेट कर दिया है। आज भी इन दोनों फ्यूल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट करने का जिम्मा देश की मुख्य ऑयल मार्केटिंग कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) पर है।
क्रूड ऑयल का रेट
वैश्विक अस्थिरता के चलते क्रूड ऑयल की कीमतों में भी भारी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। ओपेक प्लस देशों ने फिलहाल कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी का फैसला टाल दिया है। इससे कच्चे तेल के दाम में मजबूती देखी जा रही है। आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 75.21 डॉलर प्रति बैरल है।
पेट्रोल-डीजल पर वैट
फ्यूल प्राइस पर अभी जीएसटी (GST) नहीं लगता है। राज्य सरकारें पेट्रोल और डीजल पर वैट (Value Added Tax) लगाती हैं। इसके चलते सभी शहरों में इनके दाम अलग होते हैं। ऐसे में अगर आप किसी अन्य शहर में जा रहे हैं, तो टंकी फुल कराने से पहले चेक कर लें कि किस शहर में पेट्रोल सस्ता मिलेगा। इससे आप पैसे बचा पाएंगे।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.85 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.44 रुपये प्रति लीटर है।
बाकी शहरों में पेट्रोल-डीजल के रेट
नोएडा: पेट्रोल 94.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 94.99 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.85रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.37 रुपये प्रति लीटर
अपने शहर की फ्यूल प्राइस कैसे चेक करें?
आप अपने शहर में पेट्रोल-डीजल की लेटेस्ट प्राइस एसएमएस से भी पता कर सकते हैं। इसके लिए फोन से RSP स्पेस पेट्रोल पंप का डीलर कोड टाइप कर 92249 92249 पर भेजें। उदाहरण के लिए, नई दिल्ली के लिए “RSP 102072” टाइप कर मैसेज भेजें। डीलर कोड आप इंडियन ऑयल की वेबसाइट से भी देख सकते हैं। इससे आप आसानी से चेक कर सकेंगे कि आपके शहर में फ्यूल किस रेट पर बिक रहा है।
गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 942 अंक फिसला, निफ्टी 24000 से नीचे
4 Nov, 2024 04:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 941.88 अंक या 1.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 78,782.24 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 309.00 अंक या 1.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,995.35 अंक पर बंद हुआ। सोमवार के दिन सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट आई और निफ्टी रियल्टी 2.93 प्रतिशत के साथ इनमें शीर्ष पर रहा। सत्र के दौरान एक समय, सेंसेक्स लगभग 1,500 अंक तक गिर गया लेकिन बाद में यह अपने कुछ नुकसान को कम करने में सफल रहा।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग से पहले बाजार में दिखा बिकवाली का रुझान
विश्लेषकों ने कहा कि 5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले अनिश्चितता और चीन द्वारा विकास को बढ़ावा देने के लिए नए प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीदों ने भारतीय शेयरों में बिकवाली को बढ़ावा दिया। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने भी इक्विटी बाजार में धारणा को कमजोर किया।
सेंसेक्स के 30 शेयरों वाले शेयरों में अडानी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक और टाइटन प्रमुख रूप से पिछड़ गए। महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंफोसिस और इंडसइंड बैंक के शेयरों में लाभ रहा।एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 211.93 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
विदेशी निवेशकों ने अक्तूबर में 94,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये (लगभग 11.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) निकाले, जिससे यह निकासी के मामले में अब तक का सबसे खराब महीना बन गया। घरेलू इक्विटी के ऊंचे मूल्यांकन और चीनी शेयरों के आकर्षक मूल्यांकन के कारण यह निकासी हुई।
चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की एक समिति की इस सप्ताह बैठक होने जा रही है, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बड़े व्यय संबंधी पहलों को मंजूरी दे सकती है। एशियाई बाजारों में सियोल, शंघाई और हांगकांग में तेजी रही। यूरोपीय बाजारों में ज्यादातर तेजी रही। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.57 प्रतिशत बढ़कर 74.98 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान बाजार में दिखी थी बढ़त
इससे पहले प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई ने 1 नवंबर को दिवाली के अवसर पर एक घंटे का विशेष 'मुहूर्त ट्रेडिंग' सत्र आयोजित किया था, जो नए संवत 2081 की शुरुआत का प्रतीक है।
शुक्रवार को विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स 335.06 अंक या 0.42 फीसदी चढ़कर 79,724.12 पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 99 अंक या 0.41 फीसदी बढ़कर 24,304.35 पर बंद हुआ था।
इंडिगो की बिजनेस क्लास में एंट्री, स्ट्रेच के साथ मिलेगी नई सुविधाएं
4 Nov, 2024 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत की किफायती विमानन कंपनी- इंडिगो एयरलाइंस भी अब बिजनेस-क्लास सर्विस देने वाली है। इसने अपने नए बिजनेस क्लास विमान के अंदरूनी हिस्से की झलक दिखाई है, जिसे इंडिगो स्ट्रेच नाम दिया गया है। इंडिगो ने इस नए प्रोडक्ट का एलान अगस्त में किया था, अपनी 18वीं वर्षगांठ के जश्न के तौर पर।
अब इंडिगो से सफर करने वाले यात्री बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद जैसे प्रमुख मेट्रो शहरों को जोड़ने वाली फ्लाइट के लिए बिजनेस क्लास की सीटें बुक कर सकेंगे। इससे इंडिगो अब टाटा समूह के मालिकाना हक वाली एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और विस्तारा की कतार में आ गई है, जो फिलहाल में देश में बिजनेस-क्लास सेवाएं प्रदान करने वाली बड़ी एयरलाइन हैं।
हालांकि, इंडिगो का कहना है कि उसका अफोर्डेबल सेगमेंट पर फोकस बरकरार रहेगा। बिजनेस क्लास पेश करने का मकसद सिर्फ यात्रियों को ज्यादा विकल्प देना है। एयरलाइन ने दिल्ली-मुंबई मार्ग के लिए 18,018 रुपये के शुरुआती किराए पर अपनी बिजनेस क्लास सेवा शुरू की। इसके लिए बुकिंग अगस्त में ही शुरू हो गई थी। इंडिगो स्ट्रेच अगले साल के अंत तक सभी 12 रूट को कवर करना चाहती है।
इंडिगो स्ट्रेच में क्या खास है?
इंडिगो स्ट्रेच यात्रियों को बेहतरीन ट्रैवल एक्सपीरियंस देने का वादा करती है। इसमें 2 सीटों वाली विशाल संरचना में व्यवस्थित कूप-शैली की सीटिंग है। प्रत्येक सीट में 38 इंच की पिच और 21.3 इंच की चौड़ाई है, जिससे यात्रियों को आराम के लिए पर्याप्त जगह मिलती है।
- इंडिगो स्ट्रेच सीट के हेडसेट को छह-तरफ एडजस्ट किया जा सकता है।
- इसमें अधिक आराम के लिए 5 इंच तक झुकने वाली कुर्सी भी है।
- थ्री-पिन यूनिवर्सल पावर आउटलेट और 60-वाट यूएसबी टाइप-सी पावर सप्लाई भी है।
लजीज खाने का भी मिलेगा अनुभव
इंडिगो ने अपने यात्रियों को लजीज खाने का अनुभव देने के लिए ओबेरॉय कैटरिंग सर्विसेज के साथ साझेदारी की है। यह बिजनेस क्लास यात्रियों के लिए विशेष रूप से तैयार स्वस्थ भोजन के विकल्प उपलब्ध कराएगा। यात्रियों को मुफ्त शाकाहारी फूड बॉक्स और अलग-अलग पेय पदार्थ चुनने का विकल्प भी मिलेगा।
इंडिगो स्ट्रेच यात्रियों को कई कॉम्प्लिमेंट्री सर्विसेज भी मिलेंगी। जैसे कि उन्हें कोई सुविधा शुल्क नहीं देना होगा। वे बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के एडवांस सीट सेलेक्शन कर सकते हैं। उन्हें चेक-इन प्रायोरिटी और बोर्डिंग प्रीविलेज भी मिलेगा।
इंडिगो स्ट्रेच के लिए विशेष केबिन डिजाइन
इंडिगो स्ट्रेच केबिन में 12 सीटें होंगी, जो आरामदायक 2-2 लेआउट में व्यवस्थित होंगी। वहीं, मानक 6E केबिन में 208 सीटों की व्यवस्था बनी रहेगी, जिसमें विमान के मध्य भाग में XL सीटिंग विकल्प भी शामिल है।
इंडिगो 2027 तक एयरबस A350-900 विमानों का संचालन शुरू कर सकती है। इसका मकसद घरेलू मार्गों पर अधिक आराम चाहने वाले यात्रियों को लुभाना है। फिलहाल 34 इंटरनेशनल डेस्टिनेशन सहित 400 से अधिक मार्गों पर सेवा प्रदान करने वाली इंडिगो अपनी वैश्विक उपस्थिति का और विस्तार करने के लिए तैयार है।
एनटीपीसी ग्रीन का आईपीओ; कब खुलेगा और क्या होगा प्राइस बैंड?
4 Nov, 2024 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
NTPC लिमिटेड की सहायक कंपनी- NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का 10 हजार करोड़ का आईपीओ जल्द ही प्राइमरी मार्केट में दस्तक दे सकता है। इसके लिए कंपनी को मार्केट रेगुलेटर सेबी से जरूरी मंजूरी मिल गई है।
इस आईपीओ में कोई ऑफर फॉर सेल नहीं होगा। इसका मतलब कि कंपनी आईपीओ में फ्रेश इक्विटी शेयरों का इश्यू लेकर आएगी और आईपीओ का पूरा पैसा कंपनी को आगे बढ़ाने में खर्च होगा।
शेयरहोल्डर्स कोटा भी रहेगा
NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने 18 सितंबर, 2024 को सेबी के पास अपने आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए थे। उसके आईपीओ में पात्र कर्मचारियों के लिए कोटा भी है। उन्हें शेयर डिस्काउंट पर भी मिलेंगे।
इस आईपीओ में शेयरहोल्डर्स कोटा भी होगा। इसका मतलब कि जिन लोगों के पास RHP की तारीख तक पैरेंट कंपनी एनटीपीसी के शेयर होंगे, वे आईपीओ में शेयरहोल्डर्स कोटा के जरिए अप्लाई कर सकेंगे। आप एनटीपीसी का एक शेयर खरीदकर भी शेयरहोल्डर्स कोटा के जरिए अप्लाई कर सकते हैं। इससे आईपीओ अलॉट होने का चांस बढ़ सकता है।
कब खुलेगा आईपीओ
अभी तक NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के आईपीओ के लिए किसी आधिकारिक तारीख का एलान नहीं किया गया है। लेकिन, इस बहुप्रतीक्षित आईपीओ के इसी महीने लॉन्च होने की पूरी उम्मीद है।
NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने अभी आईपीओ के लिए प्राइस बैंड की जानकारी नहीं दी है। आईपीओ सब्सक्रिप्शन की तारीख के साथ या उसके कुछ समय बाद प्राइस बैंड की जानकारी दी जानकारी दी जा सकती है।
क्या है एक्सपर्ट की राय
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी आईपीओ को मार्केट एनालिस्ट काफी बुलिश हैं। ICICI सिक्योरिटीज ने एनटीपीसी के शेयरों को 'खरीदें' रेटिंग दी है। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनजीईएल) के बारे में ICICI सिक्योरिटीज का कहना है कि इसमें ग्रोथ की काफी संभावनाएं रहेंगी। उसने एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के वैल्यूएशन मीट्रिक को भी अच्छा बताया है। वहीं, एनटीपीसी पर उसका टारगेट प्राइस 495 रुपये का है।
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी स्ट्रैटजी की डायरेक्टर क्रान्ति बाथिनी ने कहा, "आईपीओ ऐसे समय में आ रहा है, जब थर्मल पावर सेक्टर की दिग्गज कंपनी एनटीपीसी अपने कारोबार में विविधता लाने और राजस्व बढ़ाने के लिए अन्य ऊर्जा स्रोतों की तलाश कर रही है। निकट भविष्य में ग्रीन एनर्जी पर अधिक फोकस रहेगा, ऐसे में निवेशक इसमें जाहिर तौर पर पैसे लगाना चाहेंगे।'
आईपीओ के पैसों का इस्तेमाल
आईपीओ से मिले 7,500 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (एनआरईएल) में निवेश के लिए किया जाएगा। इसकी उधारी को कम किया जाएगा और सामान्य कॉर्पोरेट कामकाज के लिए भी पैसे खर्च किए जाएंगे।
30 जून, 2024 तक, एनटीपीसी ग्रीन के "पोर्टफोलियो" में 14,696 मेगावाट शामिल थे। इसमें 2,925 मेगावाट की परिचालन परियोजनाएं और 11,771 मेगावाट की अनुबंधित और पुरस्कृत परियोजनाएं शामिल थीं। इसके अतिरिक्त, इसके पास 10,975 मेगावाट की "पाइपलाइन के तहत क्षमता" है, जो इसके पोर्टफोलियो के साथ मिलकर 25,671 मेगावाट है।
आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं और केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड इस ऑफर का रजिस्ट्रार है।
बाजार में गिरावट की वजह से सेसेंक्स 1400 अंक गिरा, निवेशकों का बड़ा नुकसान
4 Nov, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार बिकवाली के बीच सोमवार को शेयर बाजार में फिर बड़ी गिरावट दर्ज की गई। पहले दो घंटों के कारोबार में सेंसेक्स 1400 अंकों तक फिसल गया। इस दौरान निफ्टी 23900 से नीचे चला गया। इस दौरान निवेशकों को करीब आठ लाख करोड़ रुपये के नुकसान उठाना पड़ा। बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप 8.44 लाख करोड़ रुपये घटकर 439.66 लाख करोड़ रुपये हो गया।
मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन बढ़त के बाद भारतीय बाजारों में बिकवाली का दबाव फिर से लौट आया और सोमवार को दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी फिसलते नजर आए। सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर सेंसेक्स 1,014 अंकों या 1.27% की गिरावट के साथ 78,710.36 के स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 308 अंक या 1.27% टूटकर 23,997 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। इस दौरान निवेशकों को करीब 6.8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 6.8 लाख करोड़ रुपये गिरकर 441.3 लाख करोड़ रुपये हो गया।
इससे पहले, बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स 10 अंक या 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,713 अंक पर खुला, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 11 अंक या 0.05 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 24,315.75 अंक ओपन हुआ। शुरुआती कारोबार में दोनों सूचकांकों में और गिरावट आई।
सन फार्मा, बजाज ऑटो और इंफोसिस के शेयरों में गिरावट
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सेक्टोरल इंडेक्स में, निफ्टी आईटी इंडेक्स में 0.57 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि अन्य इंडेक्स शुरुआती सत्र के दौरान बढ़े। निफ्टी 50 स्टॉक लिस्ट में सिर्फ 9 शेयर बढ़त के साथ खुले, जबकि अन्य 41 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। महिंद्रा एंड महिंद्रा 3 प्रतिशत की बढ़त के साथ दिन का शीर्ष लाभार्थी बनकर उभरा। उसके बाद सिप्ला, टेक महिंद्रा और एचसीएल टेक का स्थान रहा। गिरावट वाले शीर्ष शेयरों में सन फार्मा, बजाज ऑटो, इंफोसिस और अदाणी पोर्ट्स के शेयर शामिल रहे।
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्प, आईआरसीटीसी, एक्साइड इंडस्ट्रीज, रेमंड, सुंदरम फाइनेंस और एबीबी इंडिया आज वित्त वर्ष 2025 के लिए अपनी दूसरी तिमाही के परिणामों की घोषणा करेंगे। अन्य एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक 1.49 प्रतिशत की बढ़त के साथ बढ़त में रहा। जापान का निक्केई सोमवार को सांस्कृतिक अवकाश के कारण बंद था, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग 0.16 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। ताइवान के ताइवान वेटेड में भी 0.23 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से बाजार की धारणा हुई प्रभावित
रिलायंस इंडस्ट्रीज और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव व फेडरल रिजर्व की ब्याज दर के फैसले से पहले निवेशक सतर्कता बरतते दिखे। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से भी शेयर बाजार की धारणा प्रभावित हुई। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 211.93 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची।
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये (लगभग 11.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) निकाले, जिससे यह निकासी के मामले में अब तक का सबसे खराब महीना बन गया। घरेलू इक्विटी के ऊंचे मूल्यांकन और चीनी शेयरों के आकर्षक मूल्यांकन के कारण यह निकासी हुई।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.49 प्रतिशत बढ़कर 74.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई ने 1 नवंबर को दिवाली के अवसर पर एक घंटे का विशेष 'मुहूर्त ट्रेडिंग' सत्र आयोजित किया, जो नए संवत 2081 की शुरुआत का प्रतीक है। शुक्रवार को विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स 335.06 अंक या 0.42 फीसदी चढ़कर 79,724.12 पर बंद हुआ। निफ्टी 99 अंक या 0.41 फीसदी बढ़कर 24,304.35 पर बंद हुआ।
Petrol Diesel Price Today: तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
4 Nov, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश की तीन बड़ी सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां- इंडियन ऑयल (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL), और भारत पेट्रोलियम (BPCL) हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल की कीमतों को अपडेट करती हैं। यह सिलसिला साल 2017 से जारी है। उससे पहले फ्यूल प्राइस में बदलाव का जिम्मा केंद्र सरकार का था।
हालांकि, सरकारी तेल कंपनियां अभी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं कर रही हैं। आखिरी बार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मार्च में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2-2 रुपये प्रति लीटर की बड़ी कटौती देखी गई थी। सरकारी तेल कंपनियों ने 4 नवंबर 2024 (सोमवार) को भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है। आज भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। इसका मतलब कि उपभोक्ता पुरानी दरों पर ही फ्यूल भरवा सकेंगे।
पेट्रोल-डीजल पर नहीं लगता जीएसटी
पेट्रोल-डीजल अभी जीएसटी के दायरे से बाहर हैं। इस पर वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) लगता है, जो राज्यों के हिसाब से अलग-अलग होता है। यही वजह है कि आपको अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अंतर भी दिखेगा। पेट्रोल की रिटेल कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और वैट जैसी चीजें जुड़ने के बाद उसकी अंतिम कीमत तय होती है।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.81 रुपये और डीजल की कीमत 87.71 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.95 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.93 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.75 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.79 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.38 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.87 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.00 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.09 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.98 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.28 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.44 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.45 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.69 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.71 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.21 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.09 रुपये प्रति लीटर
अपने शहर की फ्यूल प्राइस का कैसे पता लगाएं?
आप अपने शहर में पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमतें एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं। इसके लिए अपने फोन से RSP स्पेस पेट्रोल पंप का डीलर कोड टाइप कर 92249 92249 पर भेजें। मिसाल के लिए, नई दिल्ली के लिए “RSP 102072” टाइप कर मैसेज भेजें। डीलर कोड आप इंडियन ऑयल की वेबसाइट से भी देख सकते हैं। इससे आपको पता चल जाएगा कि आपके शहर में फ्यूल किस रेट पर बिक रहा है।
त्योहारी सीजन में वाहनों की खुदरा बिक्री 26 प्रतिशत बढ़ी
3 Nov, 2024 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अक्टूबर में कार बिक्री में जोरदार बढ़ोतरी रही। इस महीने खुदरा बिक्री में 26 फीसदी इजाफा हुआ है। यह बिक्री नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस और दीवाली जैसे त्योहारों के चलते बढ़ी है। अक्टूबर में कुल खुदरा बिक्री का अनुमान 4.8 लाख से 4.9 लाख यूनिट्स के बीच है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 3.9 लाख यूनिट्स था। प्रमुख कंपनियों जैसे मारुति, हुंडई, टाटा मोटर्स, एमजी और महिंद्रा ने मजबूत उपभोक्ता खरीदारी की रिपोर्ट की है और कई ऑटों कंपनियों ने अक्टूबर के सर्वाधिक आंकड़े पेश किए हैं। अप्रैल से अक्टूबर की अवधि में वृद्धि का अनुमान केवल 5 फीसदी है, जो धीमी खुदरा बिक्री के चलते हुआ। इस स्थिति के चलते कंपनियों ने थोक बिक्री में कटौती की है। विशेष रूप से मारुति ने अपने डीलर डिस्पैच को रीकैलिब्रेट किया है, ताकि इन्वेंटरी स्तर को कम किया जा सके। मारुति की अक्टूबर में खुदरा बिक्री 2 लाख यूनिट्स को पार कर गई है, जो पिछले वर्ष की 1.6 लाख यूनिट्स की तुलना में 25 फीसदी अधिक है। पार्थो बनर्जी, बिक्री और मार्केटिंग के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने कहा, सामान्य भावना सकारात्मक थी और ग्रामीण बाजार ने मांग उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टाटा मोटर्स ने अक्टूबर में उच्च त्योहार मांग के चलते 30 फीसदी अधिक गाड़ियां बेची हैं। शैलेश चंद्र, एमडी ने कहा, टाटा मोटर्स का अक्टूबर में कुल पंजीकरण सबसे उच्चतम रहने की उम्मीद है। इस तरह, त्योहारों का सीधा असर कार बिक्री पर पड़ रहा है, और उपभोक्ता बाजार में तेजी का संकेत मिल रहा है। हुंडई के डीलरशिप को थोक डिस्पैच पिछले वर्ष की तुलना में स्थिर रहे। कंपनी ने अक्टूबर में 55,568 यूनिट्स बेचीं, जो पिछले वर्ष की 55,128 यूनिट्स के करीब है। कंपनी के सीओओ तरुण गर्ग ने बताया कि मांग का नेतृत्व एसयूवी ने किया, जो उनकी कुल बिक्री का 68 फीसदी हिस्सा है। महिंद्रा के लिए अक्टूबर एक मजबूत महीना रहा, जिसमें डीलर डिस्पैच 54,504 यूनिट्स हुई, जो पिछले वर्ष की 43,708 यूनिट्स की तुलना में 25 फीसदी अधिक है।
होम लोन की तरह कार लोन पर भी टैक्स छूट का ले सकते हैं फायदा
3 Nov, 2024 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । होम लोन पर सरकार की ओर से इस पर 3.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिल जाती है। इसमें 80सी के तहत ब्याज पर 1.5 लाख रुपये की टैक्स छूट मिलती है, जबकि 24बी के तहत मूलधन पर सालाधाना 2 लाख रुपये तक टैक्स छूट दिया जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि होम लोन की तरह कार लोन पर भी टैक्स छूट का फायदा उठा सकते हैं। आखिर कैसे आप इन दोनों लोन पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं, इसकी पूरी जानकारी यहां दी जा रही है। दरअसल, कार एक लग्जरी उत्पाद मानी जाती है इसलिए सामान्य तौर पर इसके लोन पर टैक्स छूट का लाभ नहीं मिलता है लेकिन अगर आप पेशेवर हैं यानी डॉक्टर, इंजीनियर या वकील हैं अथवा अपनी कार का इस्तेमाल कारोबार के लिए करते हैं तो आयकर अधिनियम के तहत रिटर्न में दावा कर सकते हैं। नौकरीपेशा व्यक्ति को कार लोन पर टैक्स में रियायत का लाभ नहीं मिलेगा। अगर आप कार लोन पर टैक्स छूट का दावा करना चाहता हैं, तो यह जरूरी है कि इसका इस्तेमाल कारोबारी काम में ही किया जाए। जैसे आप इसे किराये पर चलाते हैं, ट्रेवल एजेंसी में उपयोग करते हैं या कारोबार के काम से खुद चलाते हैं। अगर पेशेवर हैं तो भी आप कार लोन पर सालाना दिए जाने वाले ब्याज के बराबर टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं। इसके लिए दिए गए ब्याज की रकम को रिटर्न भरते समय कारोबार की लागत के तौर पर दिखाना होगा। कार लोन के ब्याज पर ही नहीं, बल्कि सालाना इस्तेमाल किए गए ईंधन और कार के रखरखाव पर हुए खर्च को भी आयकर छूट में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा कार के खरीद मूल्य में सालाना आने वाली कमी यानी डेप्रिसिएशन कॉस्ट पर भी रियायत ले सकते हैं। हालांकि, ईंधन पर हुए खर्च की निश्चित रकम पर ही टैक्स छूट मिलती है और डेप्रिसिएशन कॉस्ट भी कार के मूल्य का 15-20 फीसदी सालाना होता है। इस तरह, अगर आपकी सालाना आय 10 लाख रुपये है और 70 हजार रुपये कार लोन का ब्याज देते हैं, तो आयकर की गणना 9.30 लाख रुपये पर की जाएगी। इसमें ईंधन और डेप्रिसिएशन कॉस्ट शामिल नहीं है।
अडानी पावर ने बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति रोकने की चेतावनी दी
3 Nov, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । बकाया राशि के भुगतान में देरी के कारण अडानी पावर ने बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति रोकने की चेतावनी दी है। कंपनी ने बांग्लादेश को 7 नवंबर की समय सीमा दी है, जिसके बाद अगर बकाया राशि के निपटान पर कोई स्पष्टता नहीं होती है तो बिजली की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी। अडानी पावर के मुताबिक बांग्लादेश पर 850 मिलियन (लगभग 7,200 करोड़ रुपये) की बकाया राशि है। बकाये का भुगतान नहीं होने पर पिछले गुरुवार से ही अडानी पावर ने बांग्लादेश को दी जाने वाली बिजली सप्लाई में 50 फीसदी की कटौती कर दी है। बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) को पहले 31 अक्टूबर तक बकाया राशि चुकाने और 170 मिलियन (लगभग 1,500 करोड़ रुपये) का लेटर ऑफ क्रेडिट (एलसी) जारी करने के लिए कहा गया था। बीपीडीबी ने कृषि बैंक के माध्यम से लेटर ऑफ क्रेडिट जारी करने का प्रयास किया, लेकिन यह बिजली खरीद समझौते की शर्तों के अनुरूप नहीं था। सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेश में डॉलर की कमी को इस समस्या का मुख्य कारण बताया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अडानी पावर झारखंड ने 31 अक्टूबर से बिजली आपूर्ति में कटौती कर दी, जिससे पहले से ही संकट का सामना कर रहे बांग्लादेश में बिजली की स्थिति और खराब हो गई है। पावर ग्रिड बांग्लादेश की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा रिपोर्ट के अनुसार अडानी का गोड्डा स्थित प्लांट 1,496 मेगावाट की स्थापित क्षमता के मुकाबले केवल 724 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर रहा है। अडानी पावर झारखंड बांग्लादेश को सबसे अधिक बिजली की आपूर्ति करता है। इसके बाद पायरा, रामपाल और एसएस पावर प्लांट्स से बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति की जाती है। एनटीपीसी की संयुक्त उद्यम कंपनी बांग्लादेश इंडिया फ्रेंडशिप पावर कंपनी का रामपाल प्लांट और SS पावर कोयले की कमी के कारण पहले से ही आधी क्षमता पर काम कर रहे हैं। उद्योग सूत्रों का कहना है कि बांग्लादेश में आर्थिक संकट के चलते बिजली संयंत्रों ने ईंधन की खरीद कम कर दी है। अडानी पावर को अक्टूबर में 90 मिलियन का भुगतान किया गया, जबकि पहले के महीनों में 90-100 मिलियन के मासिक बिलों के मुकाबले 20-50 मिलियन का भुगतान किया गया था। झारखंड स्थित गोड्डा प्लांट बांग्लादेशी टका 10-12 प्रति यूनिट (7-8.50 रुपये) की दर से बिजली आपूर्ति करता है, जिसकी लागत इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया से कोयले की कीमतों पर निर्भर करती है। अडानी पावर ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही समाधान निकल सकता है।
अक्टूबर में 7 बैंकों ने एफडी ब्याज दरों में संशोधन किया
3 Nov, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अक्टूबर 2024 में शिवॉलिक स्मॉल फाइनेंस बैंक, इंडसइंड बैंक, फेडरल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक सहित 7 बैंकों ने अपनी एफडी ब्याज दरों में संशोधन किया है। शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 24 अक्टूबर को बैंक ने ब्याज दरों में बदलाव किया था। बैंक की तरफ से एफडी पर ग्राहकों को 3.5 फीसदी से 8.3 फीसदी तक का ब्याज जबकि वरिष्ठ नागरिकों को बैंक की तरफ से 4 फीसदी से लेकर 8.8 फीसदी तक का ब्याज दिया जा रहा है। सबसे ज्यादा ब्याज 18 महीने से 24 महीने की अवधि की एफडी पर दिया जा रहा है, जो आम ग्राहकों के लिए 8.30 फीसदी और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 8.80 फीसदी है। इंडसइंड बैंक ने 7 अक्टूबर को बैंक ने ब्याज दरों में बदलाव किया था। बैंक की तरफ से आम ग्राहकों को एफडी पर 3.5 फीसदी से लेकर 7.75 फीसदी जबकि वरिष्ठ नागरिकों 4 फीसदी से लेकर 8.25 फीसदी तक तक का ब्याज दिया जा रहा है। सबसे ज्यादा ब्याज 1 साल से 2 साल तक की टैन्योर वाली एफडी कराने पर दिया जा रहा है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की नई दरें 16 अक्टूबर से लागू हैं। बैंक की तरफ से ग्राहकों को 3 फीसदी से लेकर 7.75 फीसदी तक का ब्याज ऑफर किया जा रहा है। बैंक की तरफ से सबसे ज्यादा ब्याज 7.75 फीसदी 400 से 500 दिन की अवधि की फिक्स्ड डिपॉजिट पर दिया जा रहा है। फेडरल बैंक की नई एफडी दरें 16 अक्टूबर से लागू हैं। बैंक की तरफ से ग्राहकों को 3 फीसदी से लेकर 7.4 फीसदी तक का ब्याज दिया जा रहा है। सबसे ज्यादा ब्याज 777 दिन की अवधि की एफडी पर 7.40 फीसदी ऑफर किया जा रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा की नई एफडी दरें 14 अक्टूबर से प्रभावी हैं। बैंक की ओर से ग्राहकों को 4.25 फीसदी से लेकर 7.30 फीसदी तक का ब्याज दिया जा रहा है। एफडी पर वरिष्ठ नागरिकों को 0.50 फीसदी का अतिरिक्त ब्याज दिया जा रहा है। पंजाब नेशनल बैंक आम ग्राहकों के लिए 7 दिनों से 10 सालों की अवधि के लिए 3.50 से 7.25 फीसदी तक की एफडी दरें दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैंक 4 फीसदी से 7.75 फीसदी तक की ब्याज दरें और सुपर वरिष्ठ नागरिकों के लिए 4.30 फीसदी से 8.05 फीसदी तक की ब्याज दरें प्रदान करता है। ये दरें 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी हैं। पंजाब एंड सिंध बैंक सामान्य नागरिकों के लिए 7 दिनों से 10 सालों की अवधि के लिए कॉलेबल डिपॉजिट पर 4 फीसदी से 7.45 फीसदी तक की एफडी दरें ऑफर कर रहा है। बैंक 555 दिनों की अवधि के नॉन-कॉलेबल डिपॉजिट पर 7.50 फीसदी की सबसे ज्यादा ब्याज दर दे रहा है।
अमिताभ बच्चन से लेकर राहुल द्रविड़ तक, कई बड़े दिग्गजों ने किया है Swiggy में निवेश
2 Nov, 2024 07:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Swiggy IPO: फूड डिलीवरी ऐप Swiggy का IPO अगले हफ्ते सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहा है। Swiggy का IPO बुधवार, 6 नवंबर को खुलेगा और शुक्रवार, 8 नवंबर को बंद होगा। Swiggy इस IPO के जरिए कुल 11,327.43 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। आपको बता दें कि इस कंपनी में कई बड़ी हस्तियों ने निवेश किया है। यहां हम जिन सेलिब्रिटी निवेशकों की बात करने जा रहे हैं, उन्होंने शुरुआती दौर में कंपनी में पैसा लगाया था।
राहुल द्रविड़ ने Swiggy में किया है निवेश
Swiggy में निवेश करने वाली हस्तियों में फिल्म इंडस्ट्री से लेकर खेल जगत के दिग्गज शामिल हैं। आपको बता दें कि IPO से पहले Swiggy के शेयर अनलिस्टेड मार्केट में सक्रिय रूप से कारोबार कर रहे थे। जहां टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कोच राहुल द्रविड़, जहीर खान, टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना, करण जौहर और आशीष चौधरी ने कंपनी में हिस्सेदारी खरीदी थी। इसके अलावा अमिताभ बच्चन और माधुरी दीक्षित जैसे बॉलीवुड सितारों ने भी सेकेंडरी मार्केट के जरिए प्री-आईपीओ राउंड में स्विगी के शेयर खरीदे हैं।
अरबपति रामदेव अग्रवाल ने भी कंपनी में निवेश किया है
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन और सह-संस्थापक रामदेव अग्रवाल ने भी स्विगी में हिस्सेदारी खरीदी है। स्विगी को अपनी 600 मिलियन डॉलर की एंकर बुक के लिए संस्थागत निवेशकों से भी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। स्विगी के आईपीओ में हिस्सा लेने वाले प्रमुख निवेशकों में वैश्विक निवेश फर्म फिडेलिटी, कैपिटल ग्रुप और नॉर्जेस बैंक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट भी शामिल हैं।
कंपनी ने 371 रुपये से 390 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है
आपको बता दें कि ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी ने अपने आईपीओ के तहत प्रत्येक शेयर के लिए 371 रुपये से 390 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। आईपीओ के लिए आवेदन करने वाले कंपनी के कर्मचारियों को प्रत्येक शेयर पर 25 रुपये की छूट दी जाएगी। इस आईपीओ के तहत 4499.00 करोड़ रुपये के 11,53,58,974 नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही कंपनी के प्रमोटर ओएफएस के जरिए 6828.43 करोड़ रुपये के 17,50,87,863 शेयर जारी करेंगे।
एल्सिड: एशियन पेंट्स से जुड़ी एक कंपनी का रिकॉर्ड, 10 हजार का निवेश एक ही दिन में ₹67 करोड़ में बदल गया
2 Nov, 2024 05:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कुछ दिन पहले, शेयर बाजार में एक अनोखी घटना घटी। BSE पर सूचीबद्ध NBFC (गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी) एल्सिड इन्वेस्टमेंट के शेयरों की कीमत में लगभग 67,00,000% की अभूतपूर्व वृद्धि हुई, जिससे तीन रुपये 53 पैसे का यह शेयर देश के सबसे महंगे शेयर एमआरएफ को पीछे छोड़ते हुए 2,36,250 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि इतनी कम कीमत वाले पेनी स्टॉक की कीमत में इतनी बड़ी वृद्धि कैसे हुई। यह कोई चमत्कार नहीं था, बल्कि यह बाजार नियामक सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा लागू की गई नई "विशेष कॉल नीलामी" प्रणाली का परिणाम था। यदि आप अभी भी इस प्रक्रिया को नहीं समझते हैं, तो आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
कुछ महीने पहले, सेबी ने देखा कि कई निवेश कंपनियां (IC) और निवेश होल्डिंग कंपनियां (IHC) अपनी वास्तविक मूल्य के अनुसार कारोबार नहीं कर रही थीं। निवेश कंपनियां मुख्य रूप से स्टॉक, म्यूचुअल फंड और डिबेंचर में निवेश करती हैं, और इस स्थिति ने सेबी को इस नई प्रणाली को लागू करने के लिए प्रेरित किया।
क्या सभी कंपनियों को यह अवसर प्राप्त होता है?
नहीं, सभी IC और IHC स्टॉक इस नीलामी में भाग लेने के लिए योग्य नहीं होते। इस प्रक्रिया में शामिल होने के लिए कुछ विशेष शर्तें निर्धारित की गई हैं। कंपनी को कम से कम एक वर्ष के लिए एक्सचेंज पर सूचीबद्ध रहना आवश्यक है और इस अवधि में उसे ट्रेडिंग से निलंबित नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्हें अपनी कुल परिसंपत्तियों का कम से कम 50% अन्य सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में निवेश करना होता है। इसके साथ ही, स्टॉक का वॉल्यूम वेटेड एवरेज प्राइस (VWAP) जो कि एक स्टॉक का औसत मूल्य दर्शाता है, उसे छह महीने की अवधि में प्रति शेयर उसकी बुक वैल्यू के 50% से कम होना चाहिए।
एल्सिड इन्वेस्टमेंट ने इन सभी मानदंडों को पूरा किया है। यह एक आईसी है जिसने 93% संपत्तियों को अन्य सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में निवेश किया है। इसके अलावा, शेयर की कीमत प्रति शेयर अपनी बुक वैल्यू के अनुरूप है, जो इसे इस नीलामी में भाग लेने के लिए योग्य बनाता है।
इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि सभी कंपनियों को इस नीलामी में भाग लेने का अवसर नहीं मिलता है, बल्कि केवल वे कंपनियाँ जो निर्धारित मानदंडों को पूरा करती हैं, ही इस प्रक्रिया में शामिल हो सकती हैं। एल्सिड इन्वेस्टमेंट का उदाहरण इस बात का प्रमाण है कि कैसे एक कंपनी इन शर्तों को पूरा करके इस विशेष अवसर का लाभ उठा सकती है।
त्योहारी सीजन में वाहनों की बिक्री में भारी उछाल, मारुति ने रिकॉर्ड 2.06 लाख वाहन बेचे
2 Nov, 2024 04:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नवरात्र से पहले बिक्री में चुनौतियों का सामना कर रहे वाहन उद्योग के लिए त्योहारी सीजन ने सकारात्मक परिणाम दिए हैं। नवरात्र के बाद धनतेरस और दिवाली जैसे प्रमुख त्योहारों के दौरान गाड़ियों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे वाहन कंपनियों की इन्वेंट्री में कमी आई है। मारुति सुजुकी इंडिया ने अक्तूबर में 2,06,434 इकाइयों की बिक्री की, जो कि चार प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है और यह कंपनी की अब तक की सबसे अधिक मासिक बिक्री है। कंपनी के वरिष्ठ कार्यपालक अधिकारी पार्थो बनर्जी ने बताया कि इस बिक्री के चलते वाहनों की इन्वेंट्री 40,000 इकाइयों तक घट गई है।
एसयूवी की मजबूत मांग
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी इस त्योहारी सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया है, जहां उनकी कुल वाहन बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 96,648 इकाइयों तक पहुंच गई। विशेष रूप से एसयूवी सेगमेंट में 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो इस क्षेत्र की मजबूती को दर्शाता है। इस प्रकार, त्योहारी सीजन ने न केवल बिक्री में वृद्धि की है, बल्कि उद्योग के विकास की संभावनाओं को भी उजागर किया है।
दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी उछाल
इसके अलावा, दोपहिया वाहन क्षेत्र में भी सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है। रॉयल एनफील्ड जैसे ब्रांडों ने इस दौरान अपनी बिक्री में वृद्धि दर्ज की है, जो दर्शाता है कि उपभोक्ता मांग में सुधार हो रहा है। इस प्रकार, त्योहारी सीजन ने वाहन उद्योग के विभिन्न सेगमेंट में मजबूती लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।