व्यापार
जीवन प्रमाण पत्र सबमिट करने का तरीका हुआ सरल, एक ऐप से कुछ मिनटों में हो जाएगा काम
11 Nov, 2024 01:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा मिलने वाले पेंशन का लाभ पाने वाले लाभार्थी के लिए नवंबर का महीना काफी अहम रहने वाला है। दरअसल, हर साल नवंबर के महीने सभी पेंशनर्स को लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना होता है। पेंशनर्स को यह सर्टिफिकेट 1 नवंबर से 30 नवंबर के बीच सबमिट करना होता है। जिन सीनियर सिटिजन की उम्र 80 साल से ज्यादा होती है वह 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।
अगर पेंशनर्स समयसीमा के भीतर लाइफ सर्टिफिकेट जमा नहीं करते हैं तो पेंशन रुक सकती है। लाइफ सर्टिफिकेट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से जमा किया जा सकता है। ऑफलाइन सबमिट करने के लिए आपको पेंशन दफ्तर या फिर बैंक ब्रांच जाना होगा। वहीं, पेंशनर्स जीवन प्रमाण पोर्टल पर जाकर आप यह सर्टिफिकेट ऑनलाइन सबमिट कर सकते हैं। हम आपको नीचे बताएंगे कि आप ऑनलाइन कैसे लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं।
कैसे सबमिट करें लाइफ सर्टिफिकेट
पेंशनर को सबसे पहले पेंशनर्स जीवन प्रमाण पोर्टल पर जाकर जीवन प्रमाण ऐप को डाउनलोड करना होगा। इसके बाद नीचे दिए गए स्टेप को फॉलो करके वह आसानी से जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।
स्टेप 1: ऐप को ओपन करने के बाद आधार नंबर, पीपीओ नंबर , बैंक खाता, बैंक का नाम. मोबाइल नंबर में से कोई एक डिटेल्स दें। इसके बाद गेट ओटीपी पर क्लिक करें।
स्टेप 2: अब ओटीपी दर्ज करें। इसके बाद नाम और ईमेल आईडी भरें। फिर 'स्कैन फिंगर' पर क्लिक करके फिंगर-प्रिंट स्कैन करें। आप फिंगर-प्रिंट स्कैन की जगह पर आईरिस स्कैनर पर आईरिस स्कैन भी कर सकते हैं।
स्टेप 3: अब स्मार्टफोन में 'Device Registration' मैसेज शो होगा। इस के नीचे लिखे ओके पर क्लिक करें।
स्टेप 4: अब ऑथेंटिकेशन और सर्टिफिकेट जनरेट हो जाएगा। इसके बाद दोबारा अपना आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें।
स्टेप 5: अब मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को दर्ज करें और ओके को सेलेक्ट करें।
स्टेप 6: इसके बाद स्क्रीन पर शो हो रहे सभी जानकारी (जैसे-नाम, पीपीओ नंबर, पेंशन का प्रकार, सैंक्शनिंग अथॉरिटी का नाम, डिसवर्सिंग एजेंसी, ईमेल और बैंक अकाउंट नंबर आदि) भरें। अब Remarried options, Re-Employed Options में से कोई एक ऑप्शन सेलेक्ट करें।
स्टेप 7: अब 'स्कैन फिंगर' के ऑप्शन को क्लिक करके फिंगर स्कैन करें। फिंगरप्रिंट स्कैन होने के बाद लाइफ सर्टिफिकेट जमा हो जाएगा।
लाइफ सर्टिफिकेट सबमिट होने के बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर acknowledgement का मैसेज आएगा। इस मैसेज में जीवन प्रमाण प्रमाणपत्र आईडी डिटेल्स होगी। इस डिटेल्स को संभाल कर रखें ताकि आप आसानी से लाइफ सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं।
लाइफ सर्टिफिकेट डाउनलोड करने के लिए आपको जीवन प्रमाण वेबसाइट (https://jeevanpramaan.gov.in) पर जाकर जीवन प्रमाण आईडी या आधार नंबर देना होगा। इसके बाद आप आसानी से लाइफ सर्टिफिकेट की पीडीएफ कॉपी डाउनलोड कर सकते हैं।
गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार; सेंसेक्स 400 अंक नीचे खुला, निफ्टी 24050 के नीचे
11 Nov, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर बाजार में बीते कुछ समय से जारी गिरावट का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 484.98 अंक गिरकर 79,001.34 पर पहुंच गया। निफ्टी 143.6 अंक फिसलकर 24,004.60 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।
विदेशी फंडों की निरंतर निकासी, निराशाजनक तिमाही आय और एशियाई बाजारों के कमजोर रुख से निवेशकों की धारणा प्रभावित होने से सोमवार को शुरुआती कारोबार में बेंचमार्क संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि इक्विटी बाजार में अस्थिरता जारी रहने की आशंका है। इससे निकट अवधि में गिरावट का माहौल बना रहा सकता है।
शुरुआती कारोबार में बीएसई का सेंसेक्स 484.98 अंक गिरकर 79,001.34 अंक पर आ गया। वहीं एनएसई का निफ्टी 143.6 अंक गिरकर 24,004.60 अंक पर आ गया। सेंसेक्स की 30 शेयरों वाली कंपनी एशियन पेंट्स में 8 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। कंपनी ने शनिवार को बताया कि सितंबर तिमाही में उसका समेकित शुद्ध लाभ 43.71 प्रतिशत घटकर 693.66 करोड़ रुपये रह गया। कमजोर मांग, सामग्री मूल्य मुद्रास्फीति और घरेलू बाजार में सजावटी तथा कोटिंग कारोबार में गिरावट के कारण यह गिरावट आई।
एक्सिस बैंक, अदाणी पोर्ट्स, नेस्ले, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील और इंडसइंड बैंक भी पिछड़ने वाले शेयरों में शामिल रहे। हालांकि, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, मारुति और एचसीएल टेक्नोलॉजीज लाभ में रहीं।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 3,404.04 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा कि भारतीय बाजार दबाव में हैं, जिसका मुख्य कारण विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली है।
एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग में गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुआ। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, "अमेरिकी बाजारों में निरंतर तेजी, जिसने डॉव और एसएंडपी 500 को क्रमशः 40,000 और 6,000 से ऊपर पहुंचा दिया है, अब भारतीय बाजारों के लिए अनुकूल नहीं रह गई है। इसके विपरीत, भारत में वित्त वर्ष 2025 के लिए उम्मीद से भी खराब आय में गिरावट से शेयर कीमतों पर दबाव पड़ रहा है, जिससे निकट भविष्य में मंदड़ियों को फायदा हो रहा है।"
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.42 प्रतिशत गिरकर 73.56 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शुक्रवार को बीएसई का सेंसेक्स 55.47 अंक या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,486.32 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 51.15 अंक या 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,148.20 अंक पर बंद हुआ था।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
11 Nov, 2024 12:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) रोजाना सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल के दाम अपडेट करती हैं। उन्हें यह जिम्मेदारी साल 2017 से मिली है। सरकारी तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के रेट को क्रूड ऑयल की कीमत के हिसाब से तय करती हैं। आइए जानते हैं कि आज यानी सोमवार (11 नवंबर, 2024) को पेट्रोल और डीजल का क्या रेट है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल का रेट
आज इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की प्राइस में मामूली गिरावट आई है। बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.23 फीसदी की गिरावट के साथ 73.70 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। पिछले एक महीने की बात करें, तो ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 7.18 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, वैश्विक अस्थिरता के चलते सरकारी कंपनियों ने तेल की कीमतों में कोई कमी नहीं की है।
सोमवार (11 नवंबर) को देश के सभी शहरों में फ्यूल प्राइस लगभग जस के तस बने हुए हैं। हालांकि, पेट्रोल और डीजल अभी जीएसटी के दायरे से बाहर हैं और इन पर राज्य सरकारें वैट लगाती हैं। इसलिए अलग-अलग शहरों के हिसाब से इनकी कीमतों में भी अंतर होता है। ऐसे में आपको गाड़ी की टंकी फुल कराने से पहले रेट चेक कर लेना चाहिए। मिसाल के लिए, अगर आप काम के सिलसिले
में नोएडा से दिल्ली जाते हैं, तो आपको फ्यूल दिल्ली में भराना चाहिए, क्योंकि वहां दाम कम होता है।
मेट्रो सिटी में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.76 रुपये और डीजल की कीमत 87.66 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.95 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.93 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.75 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.73 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.32 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.92 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.38 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.63 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.34 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.03 रुपये प्रति लीटर
कहां और कैसे चेक करें लेटेस्ट फ्यूल रेट
सरकारी तेल कंपनियों ने फ्यूल प्राइस को चेक करने के लिए मोबाइल मैसेज की सुविधा भी दी है। साथ ही, आप कंपनियों के वेबसाइट से भी लेटेस्ट रेट चेक कर सकते हैं। यहां तक कि कंपनियों के ऑफिशियल ऐप्स के जरिये भी लेटेस्ट रेट चेक किया जा सकता है।
भारत में ओबेन रार ईझेड इलेक्ट्रिक बाइक उपलब्ध
10 Nov, 2024 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय बाजार में अब ओबेन रार ईझेड इलेक्ट्रिक बाइक उपलब्ध है। बाइक की शुरुआती कीमत 89,999 रुपए एक्स-शोरूम है। यह कीमत एक इंट्रोडक्ट्री ऑफर के तहत सीमित समय के लिए लागू है। इस बाइक की बुकिंग भी कंपनी ने शुरू कर दी है।
ग्राहक केवल 2,999 रुपए का टोकन अमाउंट देकर इसे बुक कर सकते हैं। ओबेन रार ईझेड को तीन बैटरी वेरिएंट्स में पेश किया गया है: 2.6केडब्ल्यूएच, 3.4केडब्ल्यूएच, और 4.4केडब्ल्यूएच। 2.6केडब्ल्यूएच बैटरी वेरिएंट को फुल चार्ज करने पर यह 110 किलोमीटर तक रेंज देता है, और इसे चार्ज करने में 45 मिनट का समय लगता है। 3.4केडब्ल्यूएच वेरिएंट 140 किलोमीटर की रेंज देता है, और इसे फुल चार्ज करने में 1.5 घंटे का वक्त लगता है। सबसे बड़ा 4.4केडब्ल्यूएच बैटरी वेरिएंट 175 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है, जिसे चार्ज होने में 2 घंटे का समय लगता है।
इस बाइक की टॉप स्पीड 95 किलोमीटर प्रति घंटा है और यह केवल 3.3 सेकंड में 0 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पकड़ सकती है। इसके अलावा, बाइक में आईपी67 प्रमाणित बैटरी पैक, 52 एनएम का पीक टॉर्क, राउंड एलईडी हेडलाइट, और डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर जैसी सुविधाएं भी दी गई हैं। इसके अलावा, इसे ओबेन के सिग्नेचर नियो-क्लासिक डिज़ाइन में डिजाइन किया गया है और इसमें तीन ड्राइव मोड इको, सिटी, और हैवॉक भी दिए गए हैं।
भारत में एसयूवी स्कोडा क्यालॉक लॉन्च
10 Nov, 2024 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय बाजार में स्कोडा इंडिया ने अपनी नई बहुप्रतीक्षित कॉम्पैक्ट एसयूवी स्कोडा क्यालॉक को लॉन्च कर दिया है। यह कार स्कोडा की ओर से भारतीय बाजार में पहली बार पेश की गई एक सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी है, और इसकी शुरुआती कीमत रुपए 7.89 लाख (एक्स-शोरूम) रखी गई है।
ग्राहकों के बीच इस एसयूवी को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है, और कंपनी ने इसे इस सेगमेंट में एक नई शुरुआत बताया है। स्कोडा क्यालॉक के नाम के बारे में एक दिलचस्प कहानी है। कंपनी ने एक कंपीटिशन आयोजित किया था, जिसमें दो लाख से अधिक लोग अपने नाम के सुझाव भेज चुके थे। इसके बाद, सबसे ज्यादा वोट क्यालॉक नाम को मिले, जो माउंट कैलाश और क्रिस्टल से प्रेरित है, और इस एसयूवी को शक्तिशाली व स्थिर प्रतीक प्रदान करता है। स्कोडा क्यालॉक का डिजाइन बेहद आकर्षक और आधुनिक है। यह कार एमक्यूबी एओ-इन प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जो स्कोडा और फॉक्सवैगन द्वारा विकसित किया गया है। कार का फ्रंट लुक दमदार और बोल्ड है, जिसमें स्प्लिट हेडलाइट्स, स्क्वॉयर्ड-ऑफ टेल-लाइट्स, और बटरफ्लाई ग्रिल जैसी डिजाइन एलिमेंट्स हैं। कार की लंबाई 3995 मिमी है, और व्हीलबेस 2566 मिमी, जो इस सेगमेंट की अन्य एसयूवी के मुकाबले लंबा है, जिससे यह अधिक स्पेस और आराम प्रदान करता है। स्कोडा क्यालॉक में 1.0 लीटर टीएसआई टर्बो-पेट्रोल इंजन है, जो 115 पीएस की पावर और 178 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। यह इंजन 6-स्पीड मैन्युअल और टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन विकल्पों के साथ आता है। यह एसयूवी महज 10.5 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है, जो इसे इस सेगमेंट की सबसे तेज़ एसयूवी बनाती है।
सुरक्षा के मामले में भी स्कोडा क्यालॉक बेहद मजबूत है। इसमें 6 एयरबैग, एबीएस के साथ ईबीडी, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, इलेक्ट्रॉनिक डिफरेंशियल लॉक, और इसोफिक्स चाइल्ड सीट माउंट जैसी सुविधाएं दी गई हैं। इस कार को एमक्यूबी एमक्यूबी एओ-इन प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है, जो पहले से ही सुरक्षा के मामले में स्कोडा और वोक्सवैगन की अन्य कारों के लिए जाना जाता है। इसमें 10 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, सिंगल-पैन सनरूफ, कीलेस एंट्री, वायरलेस फोन चार्जिंग, और वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एप्पल कारप्ले जैसी सुविधाएं दी गई हैं। इसके अलावा, इसमें फ्रंट सीट वेंटिलेशन, लेदर अपहोल्स्ट्री, और पावर्ड सीट एडजस्टमेंट जैसी प्रीमियम सुविधाएँ भी हैं।
पावर फाइनेंस ने शापूरजह ग्रुप को कर्ज देने से किया इनकार
10 Nov, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश की सरकारी कंपनी पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएफसी) ने शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप को कर्ज देने से मना कर दिया है, जिससे इस बड़ी कंपनी की कर्ज पुनर्वित्त योजना पर संकट गहरा गया है। पीएफसी की एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक विश्लेषक कॉल में बताया कि बोर्ड ने इस लोन को मंजूरी न देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पीएफसी ने इस मामले की गहन जांच-पड़ताल की और पाया कि यह कंपनी के लिए नया सेक्टर है, जिसमें फंडिंग करना सरल नहीं होगा। बोर्ड ने करीब 20,000 करोड़ रुपये (2.4 अरब डॉलर) के लोन को अस्वीकार करने का अंतिम फैसला लिया। शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप, जो भारतीय अरबपति शापूर मिस्त्री के नियंत्रण में है, ने पुराने कर्ज को रिफाइनेंस करने के लिए पीएफसी से यह लोन मांगा था। पीएफसी से कर्ज न मिलने पर अब इस समूह को अपनी फंडिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए कोई नया विकल्प तलाशने होगा। इस बीच शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप की इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन शाखा, अफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने हाल ही में शेयरों की बिक्री के माध्यम से पूंजी जुटाई है। इस शेयर बिक्री के दौरान संस्थापक गोस्वामी इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड ने 41.8 अरब रुपये के शेयर बेचे, जिससे कंपनी की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायता मिली है। शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि पीएफसी से कर्ज मिलने पर इसे अपने मौजूदा वित्तीय दायित्वों को पुनर्वित्त करने में मदद मिल सकती थी। अब कंपनी को कर्ज जुटाने के लिए अन्य स्रोतों की तलाश करनी पड़ेगी।
एयरलाइन के पास वित्त वर्ष 25 के अंत तक होंगे 110 विमान!
10 Nov, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । एयर इंडिया (एआई) एक्सप्रेस ने अपनी नई रूट प्लान जारी किया है, जिसके तहत वे छोटे शहरों और कस्बों को महानगरों से जोड़ने के साथ ही नए विदेशी गंतव्यों के लिए भी एक्सप्रेस उड़ानें भरेंगे।एयरलाइन के पास लगभग 90 विमानों का बेड़ा है और चालू वित्त वर्ष के अंत तक यह संख्या 110 को पार कर सकती है। कंपनी का लक्ष्य मार्च, 2025 के अंत तक कुल 55 गंतव्यों के लिए उड़ानें भरना है। एयर इंडिया एक्सप्रेस के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी (सीसीओ) ने इस बारे में एक बयान जारी किया, कहते हैं, टियर-2 और टियर-3 शहरों और कस्बों पर जो सेवाएं शुरू होंगी, उनमें बाजार का सबसे बड़ा हिस्सा फालोवा में गैर-मेट्रो शहरों को शामिल किया गया है।एयर इंडिया एक्सप्रेस की यह नई योजना उड़ानें बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो छोटे शहरों को विभिन्न गंतव्यों तक जोड़ने में मदद करेगा। इससे यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे और नए गंतव्यों का विकास होगा।यह योजना टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन थाईलैंड के बैंकॉक और फुकेट जैसे और विदेशी गंतव्यों के लिए भी सेवाएं शुरू करने की योजना बनाता है।आगे की योजनाओं में मलेशिया, हांगकांग और अन्य सीआईएस देशों के लिए भी उड़ानें जोड़ने की संभावनाएं शामिल हैं। इससे एयर इंडिया एक्सप्रेस अगले कुछ सालों में विस्तारित होकर एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन सकती है।
Vegetable Price Hike: प्याज के बाद लहसुन की कीमतों में भी उछाल, रसोई का बजट हुआ बिगड़ा
9 Nov, 2024 04:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महंगाई की मार का असर फेस्टिव सीजन के बाद भी चालू है। जहां लोगों को उम्मीद थी कि फेस्टिव सीजन के खत्म होने के बाद उन्हें महंगाई से राहत मिलेगी पर हुआ इसका उलटा। बाजार में हरी सब्जियों, टमाटर के दाम में भले ही हल्की नरमी आई है पर अभी भी इनके दाम उच्चतम स्तर पर बने हुए हैं। वहीं, प्याज की कीमतों में फिर से तेजी आई। इसके अलावा अब लहसुन के दाम में शानदार तेजी देखने को मिल रही है।
हाल में क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने अक्टूबर में सब्जियों के दाम में हुई बढ़ोतरी के कारण वेज थाली और नॉन-वेज थाली दोनों महंगी रही। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक वेज थाली एक साल की समान अवधि से 20 फीसदी बढ़कर 33.3 रुपये प्रति प्लेट हो गई है। नॉन-वेज थाली भी 5.11 फीसदी महंगी होकर 61.6 रुपये प्रति प्लेट हो गई।
ऐसे में 12 नवंबर और 14 नवंबर को आने वाले महंगाई के आंकड़े से पहले लोगों ने अनुमान लगाया है कि अक्टूबर में महंगाई ने पक्का कोई रिकॉर्ड तोड़ा होगा।
अब लहसुन हुआ महंगा
अब देश के कई बाजारों में लहसुन 500 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है। जहां कुछ महीने पहले यह 100 से 150 रुपए किलो बिक रहा था। माना जा रहा है कि लहसुन की कीमतों (Garlic Price Hike) में और इजाफा हो सकता है। इस वजह से कई लोग लहसुन खरीदने से कतरा रहे हैं और यही कारण है कि अनाज मंडियों में इसकी बिक्री काफी कम हो रही है।
राजस्थान के निम्बाहेड़ा कृषि उपज मंडी में लहसुन की सीधी खरीद पर 91 हजार 101 रुपए प्रति क्विंटल की बोली लगी थी। यह अभी तक की सबसे महंगी बोली थी। ऐसे में किसानों ने आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में लहसुन के दाम और बढ़ सकते हैं।
क्यों महंगा हो रहा है लहसुन
हर साल सर्दियों में लहसुन की मांग बढ़ जाती है। इसके अलावा लहसुन की बुआई हो जाने के बाद बाजार में पुराने लहसुन की सप्लाई कम हो जाती है। जब भी किसी चीज की डिमांड ज्यादा होती है और सप्लाई कम होता है तो उसके दाम में इजाफा होता है। ऐसे में माना जा रहा है कि जब तक बाजार में नए लहसुन नहीं आएंगे तब तक लहसुन की कीमतों में गिरावट नहीं होगी।
प्याज भी हुआ महंगा
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार प्याज की कीमतों में अभी भी गिरावट नहीं आई है। देश के कई थोक बाजार में प्याज 70 से 8- रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है। राजधानी दिल्ली में 8 नवंबर 2024 को प्याज की कीमत करीब 80 रुपये प्रति किलो थी।
एफआईआई ने पांच सत्र में निकाले 20,000 करोड़ रुपये, शेयर बाजार में भारी बिकवाली
9 Nov, 2024 02:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भारतीय शेयर बाजार से लगातार बिकवाली कर रहे हैं। उन्होंने इस महीने पांच कारोबारी सत्रों में 19,994 करोड़ की निकासी की है। अक्तूबर में इन निवेशकों ने रिकॉर्ड 94,017 करोड़ के शेयर बेचे थे।
आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने कैलेंडर वर्ष 2024 में जनवरी से लेकर अब तक शुद्ध रूप से 13,401 करोड़ के शेयर बेचे हैं। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अब तक 24,295 करोड़ की शुद्ध बिकवाली की है। इसका सीधा असर यह हुआ कि अक्तूबर में निफ्टी छह फीसदी से ज्यादा टूट गया। यह पिछले साढ़े चार साल में किसी एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट थी। बिकवाली के कारण इस महीने के पांच सत्रों में सेंसेक्स 238 अंक टूट गया। कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में भी 3.75 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई।
बैंकिंग शेयरों से सर्वाधिक 26,139 करोड़ की निकासी
विदेशी निवेशकों ने अक्तूबर में सबसे ज्यादा 26,139 करोड़ रुपये के बैंकिंग कपनियों के शेयर बेचे हैं। इसके बाद तेल, गैस, एफएमसीजी और ऑटो क्षेत्र के शेयरों की बिकवाली रही। तेल और गैस क्षेत्र से 21,444 करोड़ रुपये की निकासी हुई है। एफएमसीजी से 11,582 करोड़ रुपये और ऑटो सेक्टर से 10,440 करोड़ रुपये निकाले गए हैं।
आईटी समेत इन क्षेत्रों में भी घटाई हिस्सेदारी
एफआईआई ने उपभोक्ता सेवाओं, आईटी, बिजली, रियल्टी और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में भी अपनी हिस्सेदारी घटा दी। विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और भारतीय कॉरपोरेट की कमाई घटने का यह असर है। साथ ही, चीन के प्रोत्साहन का भी असर है। हालांकि, घरेलू निवेशक वित्तीय शेयरों में लगातार खरीदी कर रहे हैं।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सितंबर में घरेलू बाजार में शुद्ध रूप से 57,723 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
पीयूष गोयल बोले- भारत की अर्थव्यवस्था अगले 25 साल में 35 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचेगी
9 Nov, 2024 01:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत की विकास गाथा देश की मौजूदा 3.5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था को अगले 25 साल में 35 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचा देगी। 10 गुना की यह तेज बढ़ोतरी भारत की मजबूत आर्थिक बुनियाद के दम पर है।
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को अमेजिंग गोवा ग्लोबल बिजनेस समिट-2024 के उद्घाटन सत्र में कहा, 21वीं सदी भारत की है और यह तीन साल में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी जीडीपी बनने की राह पर है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही कहा है कि 21वीं सदी भारत की सदी है। आज हम जो कर रहे हैं, वह सबसे बेहतर व सबसे व्यापक है। मंत्री ने कहा, हम 2047 तक भारत को विकसित और समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए केंद्रित दृष्टिकोण के साथ काम कर रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सबसे कम जोखिम वाले देशों में से एक है।
पिछले 10 साल में दोगुना प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया
गोयल ने कहा, हम सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं। कम महंगाई, मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार और निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल की वजह से देश में पिछले 10 साल में उससे पिछले दशक की तुलना में दोगुना प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आया है। इस तीन दिवसीय समिट में तटीय राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए विभिन्न सत्र, बिजनेस-टु-बिजनेस बैठकें और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
Virtual Credit Card से पेमेंट करना होगा आसान, जानें क्या हैं इसके फायदे और नुकसान
9 Nov, 2024 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज के समय में हम कोशिश करते हैं कि हम ज्यादा से ज्यादा अपना समय कैसे बचाएं। समय की बचत करने में तकनीक ने काफी मदद किया है। जी हां, टेक्नोलॉजी ने जहां एक तरफ हमें स्मार्ट बनाया है तो वहीं दूसरी तरफ इसने किसी भी काम को स्मार्ट तरीके से करना भी सिखाया है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण आज के समय में हो रहे लेन-देन की प्रक्रिया है। पिछले 15 साल पहले लेनदेन के लिए हमें बैंक जाना पड़ता था पर अब हम चंद सेकेंड्स में आसानी से ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं।
जहां एक तरफ ऑनलाइन पेमेंट ने ट्रांजैक्शन को आसान बनाया है तो दूसरी तरफ इससे ऑनलाइन धोखाधड़ी में भी वृद्धि देखने को मिली है। क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड के डिटेल्स और डेटा चोरी होने का खतरा बना रहता है। हम भले ही कोशिश करते हैं कि हम सिक्योर तरीके से पेमेंट करें पर इसके बावजूद यह खतरा बना रहता है। ऐसे में अब इस खतरे को कम करने के लिए हमारे पास वर्चुअल क्रेडिट कार्ड का ऑप्शन भी रहता है। हम आपको नीचे इस कार्ड के बारे में विस्तार से बताएंगे।
क्या होता है वर्चुअल क्रेडिट कार्ड?
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड फिजिकल क्रेडिट कार्ड की तरह ही होता है। इस कार्ड को मुख्य तौर पर ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह कार्ड बैंक द्वारा जारी किया जाता है। बता दें कि यह कार्ड आपके फिजिकल क्रेडिट कार्ड अकाउंट से लिंक होता है। इस कार्ड में अस्थायी नंबर होता है। इस नंबर के जरिये ही आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शॉपिंग आदि कर सकते हैं। यह कार्ड आपकी शॉपिंग और कार्ड डिटेल्स को एक लेयर पर सिक्योरिटी देता है।
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए यूजर के पास बैंक अकाउंट होना अनिवार्य है। यह कार्ड बैंक जारी करता है, ऐसे में हर बैंक में इनके फीचर और सर्विस भी अलग होती है। अगर आप वर्चुअल क्रेडिट कार्ड पाना चाहते हैं तो आसानी से बैंक के पोर्टल या औप पर जाकर जनरेट कर सकते हैं।
कैसे काम करता है वर्चुअल क्रेडिट कार्ड
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड एडवांस सिक्योरिटी फीचर्स के साथ आते हैं। आप जैसे ही इस कार्ड को जनरेट करेंगे आपको फिजिकल क्रेडिट कार्ड की तरह यूनिक कार्ड नंबर, सीवीवी (CVV) और एक्सपायरी डेट जैसी डिटेल्स मिलेगी। इस कार्ड का नंबर अस्थायी होता है। आमतौर पर यह नंबर सिंग्ल पेमेंट या फिर 24 से 48 घंटे तक वैलिड रहता है।
ऑनलाइन शॉपिंग या पेमेंट करते समय आपको इस कार्ड की डिटेल्स देनी होगी। जिसके बाद पेमेंट अमाउंट आपके फिजिकल कार्ड या बैंक अकाउंट से डिडक्ट हो जाएगी।
वर्चुअल कार्ड के फायदे
- इस कार्ड की एडवांस सिक्योरिटी फीचर होने के कारण इसमें धोखाधड़ी का रिस्क काफी कम रहता है।
- अगर आप ऑनलाइन पेमेंट को निर्धारित करना चाहते हैं तो यह कार्ड काफी मददगार साबित होगा। इससे आप खर्चों को एकहद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
- इस कार्ड में ऑनलाइन शॉपिंग करते समय आप कार्ड डिटेल्स को तुरंत जनरेट करके आसानी से पेमेंट कर सकते हैं।
वर्चुअल कार्ड के नुकसान
- इस कार्ड के जरिये आप कुछ ही सर्विस का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह कार्ड ऑनलाइन शॉपिंग करते सम पेमेंट के लिए बना है। इस कार्ड के माध्यम से आप इन-स्टोर खरीदारी या बाकी सर्विस का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
- इसकी वैलिडिटी काफी कम रहती है। ऐसे में आपको बार-बार कार्ड डिटेल्स जनरेट करने की जरूरत पड़ सकती है।
- इस कार्ड का नुकसान एक यह भी है कि यह सभी ऑनलाइन मर्चेंट्स इस कार्ड की पेमेंट के एक्सेप्ट नहीं करते हैं। ऐसे में ऑनलाइन पेमेंट करते समय आपको दिक्कत हो सकती है।
अंततः यह कार्ड उन यूजर के लिए काफी फायदेमंद है जो ऑनलाइन शॉपिंग के शौकीन है। जी हां, इन कार्ड में एडवांस सिक्योरिटी फीचर धोखाधड़ी के रिस्क को कम करता है। वहीं जो यूजर ज्यादा ऑनलाइन शॉपिंग नहीं करते हैं उनके लिए यह कार्ड उतना उपयोगी नहीं होगा। इस कार्ड का एक लिमिट भर इस्तेमाल करना उन्हें भारी पड़ सकता है।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
9 Nov, 2024 01:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश की मुख्य ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) प्रति दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की दाम अपडेट करती हैं। वर्ष 2017 से रोजाना तेल के दाम अपडेट होते हैं। आज यानी 9 नवंबर 2024 (शनिवार) के लिए भी पेट्रोल-डीजल की कीमत अपेडट हो गए हैं। अगर आप गाड़ी की टंकी फुल करवाने के जाने वाले हैं तो आपको लेटेस्ट रेट चेक कर लेना चाहिए।
देश के अधिकतम शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम अलग होते हैं। यही कारण है कि गाड़ीचालक को सलाह दी जाती है कि वह टंकी फुल कराने से पहले लेटेस्ट रेट जरूर चेक करें। हालांकि, नए अपडेट के अनुसार आज भी तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस साल मार्च में तेल की कीमतों 2-2 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई थी। इसके बाद से लगभग सभी शहरों में इनके दाम स्थिर बने हुए हैं।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
क्रूड ऑयल प्राइस
हाल ही में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप बहुमत के साथ जीते। इस जीत के बाद वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव आया है। अगर क्रूड ऑयल के लेटेस्ट रेट की बात करें तो ब्रेंट क्रूड 75 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास है। तेल कंपनियां कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर ही पेट्रोल-डीजल के दाम तय करती है।
लाल निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 55 अंक फिसला, निफ्टी 24150 के नीचे
8 Nov, 2024 05:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक शुक्रवार को पिछले सत्र के अपने नुकसान को बढ़ाते हुए गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 55.47 अंक या 0.07 फीसदी की गिरावट के साथ 79,486.32 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 51.15 अंक या 0.21 फीसदी की गिरावट के साथ 24,148.20 अंक पर बंद हुआ।
एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, सेक्टोरल इंडेक्स में पीएसयू बैंक, मीडिया, रियल्टी और ऑयल एंड गैस सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में रहे। बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की ओर से लगातार बिकवाली चिंता का विषय बनी हुई है। अक्तूबर में, एफपीआई ने 94,017 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा और वे चार महीने तक लगातार खरीदार रहने के बाद भारत में शुद्ध विक्रेता बन गए।
एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, एसबीआई और रिलायंस के शेयरों में गिरावट
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक और इंडसइंड बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट रही। लाभ पाने वालों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, नेस्ले और हिंदुस्तान यूनिलीवर का नाम शामिल रहा। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 4,888.77 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची।
एशियाई बाजारों में सियोल, शंघाई और हांगकांग में गिरावट दर्ज की गई जबकि टोक्यो में सकारात्मक रुख रहा। यूरोपीय बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। वॉल स्ट्रीट गुरुवार को ज्यादातर बढ़त के साथ बंद हुआ। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.28 प्रतिशत घटकर 74.66 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। गुरुवार को बीएसई का सेंसेक्स 836.34 अंक या 1.04 प्रतिशत गिरकर 79,541.79 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 284.70 अंक या 1.16 प्रतिशत गिरकर 24,199.35 अंक पर बंद हुआ।
बाजार की चाल पर क्या है जानकारों की राय?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "निराशाजनक आय और एफपीआई की निरंतर निकासी के कारण निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं, इस कारण बाजार में सुस्ती जारी रही। यूएस फेड ने अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए अपने दर-कटौती चक्र को जारी रखा है और ब्याज दरों में 25 बीपीएस की कटौती की है। मुद्रास्फीति में नरमी के बीच दिसंबर की आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक में भी इसी तरह की कटौती की उम्मीद है।"
नायर ने कहा, "हालांकि, भारत में अक्तूबर में मुद्रास्फीति बढ़ने की उम्मीद है, और मजबूत अमेरिकी डॉलर के कारण आरबीआई निकट अवधि में दरों को बनाए रखने पर भी विचार कर सकता है।"
रुपया पांच पैसे गिरकर 84.37 के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर
लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे टूटकर 84.37 (अनंतिम) के नए सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर आ गया। विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी और घरेलू शेयर बाजारों में नरम रुख के कारण यह गिरावट आई।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती का हालिया निर्णय वैश्विक वित्तीय परिदृश्य में बदलाव का संकेत देता है। इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रम्प की कर और व्यापार नीतियों के वैश्विक बाजारों को प्रभावित करने के साथ, रुपये के प्रक्षेपवक्र में फिर से अस्थिरता आ सकती है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.32 पर खुला। कारोबार के दौरान स्थानीय मुद्रा ने 84.31 का उच्चतम और 84.38 का न्यूनतम स्तर छुआ। अंत में यह पिछले बंद भाव के मुकाबले 5 पैसे की गिरावट के साथ 84.37 (अनंतिम) पर बंद हुआ।
गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 1 पैसे गिरकर 84.32 के नए सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर बंद हुआ। पिछले तीन सत्रों में स्थानीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 28 पैसे कमजोर हुई है।
होम लोन डिफॉल्ट: क्या प्रॉपर्टी बेचना है सही विकल्प?
8 Nov, 2024 05:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। इस सपने को पूरा करने के लिए कई लोग होम लोन लेने का विकल्प भी आजमाते हैं। लेकिन, कभी-कभी हालात ऐसे बन जाते हैं कि होम लोन पर डिफॉल्ट करना पड़ जाता है। यह जाहिर तौर पर किसी के भी लिए काफी मुश्किल अनुभव हो सकता है। लेकिन, आप कुछ कदम उठाकर चीजों को काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं।
लोन की शर्तों पर गौर करें
सबसे पहले आपको लोन एग्रीमेंट पर गौर करना चाहिए। इससे डिफॉल्ट होने की स्थिति से जुड़ी शर्तों को बेहतर से समझ पाएंगे। अगर शर्तों को समझने के लिए बैंक या किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट की मदद भी ले सकते हैं। इससे आपको अगला कदम उठाने में मदद मिलेगी।
अपने बैंक से बात करें
अगर आप होम लोन पर डिफॉल्ट कर रहे हैं, तो उसके बारे में अपने बैंक को बताएं। उस परेशानी के बारे में बताएं, जिसके चलते आप किस्त नहीं जमा कर पा रहे हैं। बैंक आपकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने से बचना चाहते हैं, क्योंकि यह जटिल और खर्चीली प्रक्रिया है। वे लोन रीस्ट्रक्चरिंग या रीपेमेंट प्लान जैसी राहत दे सकते हैं।
क्या होती है लोन रीस्ट्रक्चरिंग
लोन रीस्ट्रक्चरिंग के तहत कर्ज देने की शर्तें बदली जा सकती हैं। इसका मकसद रीपेमेंट को ज्यादा आसान बनाना होता है। इसमें लोन की अवधि को बढ़ाना, मंथली पेमेंट्स को कम करना या फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर स्विच करने जैसे ऑप्शन होते हैं। इस तरह के बदलाव से आपको तात्कालिक राहत मिल सकती है।
लोन की रीफाइनेसिंग का ऑप्शन
अगर मौजूदा बैंक बेहतर रीस्ट्रक्चरिंग प्लान नहीं दे रहा, तो आप किसी अन्य वित्तीय संस्थान के साथ अपने होम लोन की रीफाइनेसिंग पर विचार कर सकते हैं। इसमें मौजूदा लोन के भुगतान के लिए नया लोन लिया जाता है। यह अमूमन कम ब्याज दर पर या फिर लंबी अवधि के लिए होता है। हालांकि, इसके लिए अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है और नई शर्तें जोड़ी जा सकती हैं।
प्रॉपर्टी बेचना आखिरी विकल्प
अगर आपकी आर्थिक स्थिति ज्यादा खराब है और उसके जल्दी ठीक होने की संभावना नहीं है, तो आप कर्ज चुकाने और अन्य मुश्किलों से बचने के लिए प्रॉपर्टी बेचने के विकल्प पर भी विचार कर सकते हैं। ऐसे में आपको अपनी प्रॉपर्टी की मौजूदा मार्केट वैल्यू के बारे में पता करना चाहिए। साथ ही, लोन चुकाने के बाद बचे हुए फंड का आकलन करना चाहिए। हो सकता है कि इस फंड से आपको नई शुरुआत करने का मौका मिल जाए।
मल्टीबैगर रेलवे कंपनी का मुनाफा घटा, निवेशकों को लगा झटका
8 Nov, 2024 04:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने पिछले एक साल के दौरान निवेशकों को जोरदार रिटर्न दिया है। इसने बीते 9 महीने में निवेशकों का पैसा चार गुना कर दिया। लेकिन, आज RVNL के शेयर 7 फीसदी तक गिर गए। इसकी वजह रेलवे कंपनी का कमजोर तिमाही नतीजा है। इसका मुनाफे में भारी भारी कमी आई है। RVNL के शेयर दोपहर 12.30 बजे तक 5.43 फीसदी की गिरावट के साथ 451.90 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
27 फीसदी गिरा RVNL का मुनाफा
RVNL का सितंबर तिमाही में शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 27 फीसदी गिरकर 287 करोड़ रुपये पर आ गया। रेवेन्यू में भी मामूली गिरावट आई है और यह 4,855 करोड़ रुपये रहा। ऑपरेशनल लेवल का कंपनी का EBITDA 9 फीसदी गिरकर 271.5 करोड़ रुपये पर आ गया। वहीं, EBITDA मार्जिन भी 0.40 फीसदी घटकर 5.6 फीसदी रहा।
कमजोर नतीजों का था अनुमान
एनालिस्ट ने पहले अनुमान जताया था कि RVNL के तिमाही नतीजे कमजोर रहेंगे। दरअसल, RVNL के पास ऑर्डर की भरमार है। उसने पिछले कुछ दिनों में भी कई बड़े ऑर्डर जीते हैं। लेकिन, उसके प्रोजेक्ट पूरा करने की रफ्तार काफी सुस्त है। इसका नकारात्मक असर उसके वित्तीय प्रदर्शन पर पड़ रहा है।
क्या करती है RVNL
RVNL एक नवरत्न कंपनी है। नवरत्न कंपनियों को सरकार से अनुमति लिए बगैर 1 हजार करोड़ रुपये तक निवेश करने आजादी होती है। RVNL रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करती है। इसके ग्राहकों की बात करें, तो इस लिस्ट में रेलवे के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकारों के कई अन्य मंत्रालय, विभाग और सरकारी कंपनियां शामिल हैं।
RVNL के शेयरों का हाल?
RVNL के शेयरों ने निवेशकों को शानदार मुनाफा दिया है। पिछले साल 10 नवंबर 2023 को RVNL के शेयर 155.45 रुपये पर थे। यह इसका एक साल का निचला स्तर है। यहां से 9 महीने में यह 316 फीसदी उछलकर 15 जुलाई 2024 को 647.00 रुपये के भाव पर पहुंच गया था, जो इसका रिकॉर्ड हाई है।
हालांकि, RVNL के शेयरों में तेजी का सिलसिला यहीं थम गया। 647 का हाई बनाने के बाद RVNL के शेयर करीब 30 फीसदी तक गिर गए हैं। पिछले एक महीने के दौरान इसमें 7 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। वहीं 6 महीनों के दौरान इसमें करीब 70 फीसदी का उछाल दिखा है।