व्यापार
आईओसी 2047 तक 1,000 अरब डॉलर की कंपनी बनेगी: चेयरमैन
22 Jul, 2024 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश की प्रमुख पेट्रोलियम कंपनियों में से एक इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) 2047 तक राजस्व के लिहाज से 1,000 अरब अमेरिकी डॉलर की कंपनी बनने का लक्ष्य लेकर चल रही है। आईओसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि कंपनी अपने तेल रिफाइनिंग और ईंधन विपणन कारोबार के साथ स्वच्छ ऊर्जा जैसे हरित हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग के जरिये यह लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। बीते वित्त वर्ष 2023-24 में आईओसी ने 8.66 लाख करोड़ रुपये (104.6 अरब डॉलर) के राजस्व पर 39,619 करोड़ रुपये (4.7 अरब अमेरिकी डॉलर) का रिकॉर्ड मुनाफा कमाया है। अधिकारी ने कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि कंपनी एक संतुलित पोर्टफोलियो के लिए जीवाश्म ईंधन और नवीन ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश करना जारी रखेगी। कंपनी का इरादा 2046 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करने का है। कंपनी अपनी तेल शोधन क्षमता का विस्तार करेगी और पेट्रोरसायन इकाइयों में निवेश करेगी जो कच्चे तेल को सीधे मूल्यवर्धित रसायनों में बदलने का काम करेंगी। इसके अलावा कंपनी गैस, जैव ईंधन और स्वच्छ परिवहन पर भी विशेष ध्यान देगी। अधिकारी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के आगे बढ़ने के साथ ऊर्जा जरूरतें भी बढ़ रही हैं। भारत की ऊर्जा के रूप में हम गति बढ़ा रहे हैं और अपनी क्षमता का विस्तार कर रहे हैं। हम देश की प्रमुख ऊर्जा कंपनी बनना चाहते हैं और हमारा लक्ष्य 2050 तक भारत की कुल ऊर्जा जरूरत का 12.5 प्रतिशत को पूरा करने का है। उन्होंने कहा कि आईओसी 2047 तक एक हजार अरब डॉलर की कंपनी बनने की महत्वाकांक्षी यात्रा पर है। उन्होंने कहा कि 1,000 अरब डॉलर की कंपनी बनने का लक्ष्य भारत के 2047 तक 30,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण के अनुरूप है। अधिकारी ने कहा कि निर्बाध ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आईओसी पुरानी परियोजनाओं के विस्तार और नई परियोजनाओं में उल्लेखनीय निवेश करेगी। उन्होंने कहा कि पेट्रोरसायन एकीकरण भी एक प्रमुख क्षेत्र है जो हमारी मूल्य श्रृंखला को काफी समृद्ध करेगा। कंपनी का हरियाणा के पानीपत और ओडिशा के पारादीप में पेट्रोरसायन विस्तार का पहला चरण पूरा हो गया है। इसके अलावा गुजरात रिफाइनरी में भी विस्तार चल रहा है जो 2024-25 में शुरू हो जाएगा। कंपनी बरौनी रिफाइनरी में एक पॉलिप्रोपीलीन इकाई भी लगा रही है।
बारिश से आपूर्ति प्रभावित होने से दिल्ली में टमाटर 100 रुपए किलो बिका
22 Jul, 2024 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश में बारिश की वजह से खाद्य पदार्थों की आपूर्ति प्रभावित होने से शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर का भाव 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक गया। दिल्ली में मदर डेयरी के खुदरा बिक्री केंद्र सफल पर टमाटर 100 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर उपलब्ध हैं। उपभोक्ता मामलों के विभाग के आंकड़ों के अनुसार शनिवार को दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमत 93 रुपये प्रति किलोग्राम थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 20 जुलाई को टमाटर का अखिल भारतीय औसत मूल्य 73.76 रुपये प्रति किलोग्राम था। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अत्यधिक गर्मी और उसके बाद अत्यधिक बारिश से आपूर्ति में व्यवधान के चलते पिछले सप्ताह कीमतों में तेज वृद्धि हुई। अधिकारी ने बताया कि दिल्ली और कुछ अन्य शहरों में टमाटर, आलू और प्याज की कीमतें बहुत ज़्यादा हैं। अत्यधिक गर्मी और उसके बाद अत्यधिक बारिश के कारण आपूर्ति बाधित हुई, जिससे खुदरा कीमतों में उछाल आया। पश्चिमी दिल्ली में मदर डेयरी स्टोर पर शनिवार को प्याज 46.90 रुपये प्रति किलोग्राम और आलू 41.90 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बेचा जा रहा था। सरकारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में प्याज 50 रुपये प्रति किलोग्राम और आलू 40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिल रहा है। प्याज का अखिल भारतीय औसत मूल्य 44.16 रुपये प्रति किलोग्राम और आलू का औसत मूल्य 37.22 रुपये प्रति किलोग्राम है। हरी सब्जियों के दाम भी बढ़े हुए हैं। मदर डेयरी में शनिवार को तोरी 59 रुपये प्रति किलो, करेला 49 रुपये प्रति किलो, फ्रेंच बीन्स 89 रुपये प्रति किलो, भिंडी 49 रुपये प्रति किलो, टिंडा 119 रुपये प्रति किलो, हरी शिमला मिर्च 119 रुपये प्रति किलो, बैंगन (छोटा) 49 रुपये प्रति किलो, बैंगन (बड़ा) 59 रुपये प्रति किलो, परवल 49 रुपये प्रति किलो, लौकी 39 रुपये प्रति किलो और अरवी 69 रुपये प्रति किलो की दर से मिल रही थी।
ऊर्जा दक्ष उत्पाद वितरित करने खुदरा दुकानें खोलेगी ईईएसएल
22 Jul, 2024 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र की एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ऊर्जा दक्ष दुकान नाम से खुदरा फ्रेंचाइजी दुकानें शुरू करने की तैयारी कर रही है। इन दुकानों पर उपभोक्ताओं को एलईडी लाइट, एयर कंडीशनर और पंखे जैसे किफायती ऊर्जा-दक्ष उत्पाद मिलेंगे। फिलहाल ईईएसएल उपभोक्ताओं को बिजली वितरण कंपनियों के साथ खुदरा गठजोड़ के जरिये उत्पादों का वितरण करती है। इसके अलावा खरीदार इसके वेब पोर्टल से ऑनलाइन उत्पाद खरीद सकते हैं। अधिकारी ने बताया कि ये फ्रेंचाइजी दुकानें सबसे पहले झारखंड, महाराष्ट्र और तेलंगाना में खोली जाएंगी। ईईएसएल की वेबसाइट पर अखिल भारतीय स्तर पर फ्रेंचाइजी निमंत्रण अगस्त से उपलब्ध होगा। अधिकारी ने बताया कि ईईएसएल की विशेष खुदरा दुकानों में अखिल भारतीय स्तर में फ्रेंचाइजी मॉडल के माध्यम से बड़े पैमाने पर ऊर्जा दक्ष उत्पादों की श्रृंखला रखी जाएगी। ये खुदरा दुकानें ऊर्जा-दक्ष उत्पाद श्रृंखला को लक्षित उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का काम करेंगी। ईईएसएल खुदरा दुकान फ्रेंचाइजी मॉडल का लक्ष्य पूरे भारत में विशेष खुदरा दुकानों का व्यापक नेटवर्क बनाना है। फ्रेंचाइजी दुकान किसी भी व्यक्ति या इकाई द्वारा खोली जा सकती है। चाहे वह स्वामित्व में हो या भागीदारी फर्म/प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, लिमिटेड कंपनी, एनजीओ, स्वयं सहायता समूह और कोई अन्य वैध इकाई हो। स्थानीय फ्रेंचाइजी नेटवर्क का लाभ उठाकर ईईएसएल अपने उत्पादों की व्यापक पहुंच और दृश्यता सुनिश्चित करेगी। इससे ऊर्जा खपत और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाने में मदद मिलेगी।
माइक्रोसॉफ्ट ने तैनात किए हजारों इंजीनियर और विशेषज्ञ
22 Jul, 2024 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सॉफ्टवेयर क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने साइबर सुरक्षा भागीदार क्राउडस्ट्राइक की वजह से गड़बड़ी पैदा होने के बाद अपनी सेवाओं को बहाल करने के लिए सैकड़ों इंजीनियरों और विशेषज्ञ तैनात किए है। कंपनी ने एक ब्लॉग में यह जानकारी दी। माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार 18 जुलाई को क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण पैदा हुई दिक्कतों से दुनियाभर में 85 लाख उपकरण प्रभावित हुए थे। माइक्रोसॉफ्ट ने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि सेवाओं को बहाल करने के लिए ग्राहकों के साथ सीधे काम करने के लिए सैकड़ों माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियरों और विशेषज्ञों को तैनात किया जा रहा है। वैश्विक स्तर पर पैदा हुई इस गड़बड़ी से कई बिक्री केंद्र प्रभावित हुए और यहां तक कि भारत में कई एयरलाइन कंपनियों की उड़ानें बंद हो गईं। इस रुकावट ने दुनियाभर में कंपनियों और प्रणालियों के परिचालन को पूरी तरह रोक दिया था। इसकी वजह से हवाई अड्डे और एयरलाइन परिचालन में व्यवधान आया। एयरलाइन कंपनियों को अपने यात्रियों के लिए परामर्श जारी करना पड़ा। इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा के नेटवर्क पर ऑनलाइन चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं में व्यवधान आया, जिससे उन्हें मैनुअल तरीके से चेक-इन का काम करना पड़ा। कई उपयोगकर्ताओं ने गड़बड़ी पर नजर रखने वाली वेबसाइट डाउनडिटेक्टर पर व्यवधान की सूचना दी और कई ने एक्स पर संदेश जारी कर अपनी निराशा जताई। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह गूगल क्लाउड मंच (जीसीपी) और अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) सहित अन्य क्लाउड प्रदाताओं और हितधारकों के साथ सहयोग कर रही है, ताकि उद्योग जगत को बताया जा सके कि इसका प्रभाव क्या रहा। साथ ही क्राउडस्ट्राइक और ग्राहकों के साथ बातचीत को भी साझा किया जा सके। ब्लॉग में कहा गया है कि हम इस समस्या के कारण कारोबार क्षेत्र और कई व्यक्तियों की दैनिक दिनचर्या में आए व्यवधान की पहचान कर रहे हैं। हमारा ध्यान बाधित प्रणाली को सुरक्षित रूप से ऑनलाइन वापस लाने के लिए ग्राहकों को तकनीकी मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने पर है।
सरकार का अनाज, तिलहन में नमी मापने मीटर शामिल करेगी
21 Jul, 2024 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सरकार ने अनाज और तिलहन में नमी के स्तर को मापने के लिए कानूनी माप विज्ञान नियमों में नमी मीटर शामिल करने का प्रस्ताव रखा है। कृषि व्यापार गतिविधियों में पारदर्शिता लाने के प्रयासों के तहत यह प्रस्ताव किया गया है। एक सरकारी बयान में कहा गया है कि उपभोक्ता मामलों के विभाग ने अनाज और तिलहन में नमी के स्तर को मापने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले नमी मीटर के लिए मसौदा नियमों पर चर्चा करने को लेकर सभी संबंधित पक्षों के साथ एक बैठक बुलाई थी। उपभोक्ता मामलों के विभाग ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में विभिन्न विनिर्माताओं, उपयोगकर्ताओं, वैज्ञानिक संस्थानों, प्रयोगशालाओं, राज्य सरकार के कानूनी माप विज्ञान विभागों और स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठनों ने भाग लिया।
इंडियन होटल्स का मुनाफा बढ़कर 260 करोड़ पर
21 Jul, 2024 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड का मुनाफा जून 2024 को समाप्त तिमाही में 10.25 प्रतिशत बढ़कर 260.19 करोड़ रुपये रहा। मुख्य रूप से परिचालन आय बढ़ने के कारण कंपनी का लाभ बढ़ा। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि देश की सबसे बड़ी होटल कंपनी को एक साल पहले इसी तिमाही में 236.01 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इंडियन होटल्स के पास लक्जरी होटल ताज ब्रांड का स्वामित्व है। समीक्षाधीन अप्रैल-जून तिमाही के दौरान कंपनी की आय बढ़कर 1,596.27 करोड़ रुपये रही। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 1,515.70 करोड़ रुपये थी। कंपनी का कुल खर्च भी बढ़कर 1,267.78 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले जून तिमाही में यह 1,221.76 करोड़ रुपये था।
जियो फिर डाटा खपत में बना दुनिया का नंबर वन नेटवर्क
21 Jul, 2024 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । चीनी कंपनियों को पछाड़ कर रिलायंस जियो दुनिया भर में डाटा खपत के मामले में नंबर वन कंपनी बन गई है। कंपनी के जून तिमाही के नतीजों में इस बात का खुलासा हुआ कि जियो नेटवर्क पर डाटा खपत तिमाही में 44 एक्साबाइट (4400 करोड़ जीबी) से आगे निकल गई है। यह पिछले साल के मुकाबले करीब 33 फीसदी का उछाल है। देश में पहली बार किसी टेलीकॉम नेटवर्क पर ग्राहक औसतन प्रति दिन 1 जीबी से कुछ अधिक का इस्तेमाल कर रहे हैं। जियो 5जी नेटवर्क से जुड़े करीब 13 करोड़ ग्राहक बड़ी संख्या में डाटा का उपयोग करते हैं। अभी जियो के 5जी नेटवर्क पर बिना शुल्क अनलिमिटेड डाटा उपल्ब्ध है। 5जी ग्राहकों की यह संख्या कितनी बड़ी है, इसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि अगर चीन को छोड़ दें तो यह नंबर दुनिया में सबसे बड़ा है। बताया जा रहा है कि जियो के करीब 49 करोड़ ग्राहक हैं, जिनमें से 4 करोड़ के आसपास पिछले साल भर में जियो नेटवर्क से जुड़े हैं। तिमाही नतीजों पर रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश एम अंबानी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण उच्च कवरेज़ वाला, किफायती इंटरनेट डिजिटल इंडिया की रीढ़ है और जियो को इसमें योगदान देने पर गर्व है। हमारे नए प्रीपेड प्लान्स, 5जी और एआई के क्षेत्र में इनोवेशन और सतत विकास को को बढ़ावा देंगे।
माइक्रोसॉफ्ट संकट से बचे रहे दुनियाभर के शेयर बाजार
21 Jul, 2024 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दुनिया की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की प्रणाली में आए वैश्विक व्यवधान से सभी शेयर बाजार और निपटान निगम बचे रहे। शेयर बाजारों ने संयुक्त बयान में यह बात कही। दुनिया भर में शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट की प्रणाली में व्यवधान के चलते संकट खड़ा हो गया। इस तकनीकी गड़बड़ी ने वैश्विक स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में व्यवधान पैदा किया है।
शेयर बाजारों ने कहा, भारत में, सभी एक्सचेंज और निपटान निगम बिना किसी बाधा के काम करते रहे। 1,400 से अधिक कारोबारी सदस्यों में से 11 ने अपने संचालन में व्यवधान की सूचना दी। बयान में कहा गया कि कुल मिलाकर, एक्सचेंजों और निपटान निगमों ने भारतीय प्रतिभूति बाजार में कारोबार और निपटान गतिविधियों पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं देखा।
बजट 2024: आयुष्मान भारत में बुजुर्गों के इलाज का खर्च बढ़ाने की तैयारी
20 Jul, 2024 04:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने अक्टूबर 2021 एक रिपोर्ट जारी की थी, 'भारत के लापता मध्य के लिए स्वास्थ्य बीमा'। इसमें दावा किया गया था कि देश की तकरीबन 30 प्रतिशत या 42 करोड़ आबादी के पास कोई स्वास्थ्य बीमा नहीं है। इसका मतलब कि अगर इन लोगों को कोई बीमारी होती है, तो उनके कमाई का बड़ा हिस्सा इलाज में खर्च हो जाता है।
सरकार भी बखूबी जानती है कि देश में हर साल लाखों परिवार इलाज में बेहिसाब खर्च के चलते गरीब हो जाते हैं। यही वजह है कि वह आयुष्मान भारत योजना पर फोकस बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अंतरिम बजट में आयुष्मान भारत के लिए आवंटन बढ़ाया था।
वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 27 जून को संसद की संयुक्त बैठक में अपने अभिभाषण में कहा था कि अब 70 साल से अधिक उम्र वाले सभी बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया जाएगा और उन्हें भी मुफ्त इलाज का लाभ मिलेगा। हालांकि, अभी भी आयुष्मान भारत को बेहतर करने की काफी गुंजाइश है और वित्त मंत्री निर्मला बजट में इसका एलान भी कर सकती हैं।
कैसे बेहतर होगा 'आयुष्मान भारत'?
इलाज का खर्च दिन-ब-दिन महंगा होता जा रहा है। ऐसे में आयुष्मान भारत के तहत मिलने वाली 5 लाख रुपये का सालाना बीमा कवरेज काफी कम लगता है। अगर इसमें इजाफा किया जाता है, तो योजना को लाभार्थियों को काफी राहत मिल सकती है। सरकार ने अतीत में संकेत भी दिया है कि वह आयुष्मान भारत के तहत बीमा कवरेज को बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। ऐसे में हो सकता है कि बजट में इसका एलान हो जाए।
बीमा कवरेज बढ़ाने के फायदे
सरकार आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PJAY) के तहत लाभार्थियों की संख्या दोगुना करना चाहती है। अगर बीमा राशि दोगुनी होती है, तो सरकार को अपना लक्ष्य हासिल करने में
काफी आसानी होगी। इससे सरकारी खजाने से प्रति वर्ष 12,076 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च होगा। जानकारों का मानना है कि आयुष्मान योजना का दायरा बढ़ने से लाखों परिवारों को कर्ज के दलदल में फंसने से बचाया जा सकेगा।
बुजुर्गों के लिए क्या होगा खास?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद की संयुक्त बैठक के दौरान अपने अभिभाषण में जो कहा था, उसके बाद यह तो तय है कि सरकार 70 साल से अधिक उम्र वाले सभी बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर करेगी। इससे लाभार्थियों की संख्या तकरीबन चार से पांच करोड़ तक बढ़ सकती है। देश के लगभग सभी परिवारों में बुजुर्गों का अक्सर इलाज ही चलता रहता है। ऐसे में उन्हें बीमा कवरेज देने से लाखों परिवारों को राहत मिलेगी।
क्या बुजुर्गों को मिलेगी रियायत?
सरकार बेशक आयुष्मान भारत के तहत बीमा कवरेज बढ़ाने पर विचार कर रही है। लेकिन, अभी भी अंग प्रत्यारोपण और कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज में काफी पैसे लगते हैं। साथ ही, ज्यादातर बुजुर्ग गंभीर बीमारियों के शिकार रहते हैं, जिनके लिए 10 लाख का भी कवरेज कम पड़ सकता है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट में बुजुर्गों के लिए अलग से बीमा कवरेज का एलान कर सकती हैं।
सरकारी कंपनी ने किया कर्ज पर डिफॉल्ट, फिर भी स्टॉक ने बनाया नया रिकॉर्ड
20 Jul, 2024 04:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकार के मालिकाना हक वाली महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) ने पंजाब एंड सिंध बैंक का 37.5 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज नहीं चुका पाई। यह सरकारी दूरसंचार कंपनी भारी वित्तीय संकट से जूझ रही है।
MTNL ने शुक्रवार को स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि वह कर्ज की मूल रकम की 10 जुलाई को निकलने वाली किस्त नहीं चुका पाई। कंपनी पर 5,480.2 करोड़ रुपये की मूल रकम बकाया हैं। MTNL पर कुल 31,851.2 करोड़ रुपये कर्ज है।
सरकार की है बारीक नजर
MTNL ने एक हफ्ते में दूसरी बार डिफॉल्ट किया है। वह बुधवार को अपने बॉन्डधारकों को गारंटीशुदा छमाही ब्याज नहीं दे पाई थी। इसे चुकाने के लिए सरकार को दखल देना पड़ा था। इसके बाद दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि उनके विभाग की MTNL पर बारीक नजर है।
पिछले साल जुलाई में MTNL ने 7.59 प्रतिशत की छमाही कूपन दर के साथ 10 साल के सरकारी गारंटी वाले बॉन्ड से 2,480 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसका ब्याज कंपनी को 20 जुलाई को चुकाना था, लेकिन एक्सचेंजों को बताया कि पैसों की कमी के कारण वह ब्याज नहीं दे पाएगी।
सरकार ने कैसे चुकाया ब्याज?
MTNL, टेलिकॉम डिपार्टमेंट और डिबेंचर ट्रस्टी बीकन ट्रस्टीशिप लिमिटेड के बीच एक समझौता हुआ था। इसके मुताबिक, ब्याज चुकाने वाली तारीख से दस दिन पहले MTNL एस्क्रो खाते में पर्याप्त रकम डाल देगी।
लेकिन, सरकारी दूरसंचार कंपनी ने तय तारीख से पहले ही हाथ खड़े कर दिए कि उसके पास ब्याज चुकाने के पैसे ही नहीं हैं। ऐसे में सरकार को मजबूरन दखल देना पड़ा और उसने तीन दिन पहले यानी 17 जुलाई को जरूरी रकम खाते में डाल दी।
रिकॉर्ड ऊंचाई पर MTNL के शेयर
MTNL भारी वित्तीय मुश्किलों से घिरी हुई है। वह कर्ज पर डिफाल्ट कर रही है। फिर भी हैरानी की बात है कि उसके शेयर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। उसने बुधवार को ब्याज चुकाने में असमर्थता जताई और अगले ही दिन उसके शेयरों में जबरदस्त उछाल दिखा।
यह सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा, जब चौतरफा बिकवाली से शेयर मार्केट लहूलुहान था। आखिरी कारोबारी दिन 10 फीसदी तेजी के साथ MTNL का स्टॉक 70.48 रुपये तक पहुंच गया। यह इसका अब तक सबसे उच्च स्तर है।
MTNL का शेयर निवेशकों को लगातार मालामाल कर रहा है। इसने पिछले पांच दिनों में करीब 64 फीसदी का बंपर रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले 6 महीने की बात करें, तो MTNL से इन्वेस्टर्स को 102 फीसदी और एक साल में 261 फीसदी का लाभ हुआ है।
UPI ट्रांजेक्शन अमाउंट 20.1 ट्रिलियन रुपये तक पहुंचा, उपयोगकर्ताओं में भारी बढ़ोतरी
20 Jul, 2024 04:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डिजिटल भुगतान में वृद्धि जारी है और यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) अब हर महीने 60 लाख नए यूजर्स जोड़ रहा है। UPI लेनदेन में जबरदस्त बढ़ोतरी UPI पर RuPay क्रेडिट कार्ड और विदेशों में सेवा की शुरुआत से हुई है।
NPCI का लगातार बढ़ रहा दायरा
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, जून में UPI प्लेटफॉर्म पर लेनदेन की संख्या साल-दर-साल 49 प्रतिशत बढ़कर 13.9 बिलियन हो गई और लेनदेन का मूल्य 36 प्रतिशत बढ़कर 20.1 ट्रिलियन रुपये हो गया।
साथ ही, औसत दैनिक लेनदेन की संख्या 463 मिलियन और औसत दैनिक राशि 66,903 करोड़ थी। NPCI की मुख्य परिचालन अधिकारी प्रवीण राय के अनुसार, RuPay क्रेडिट कार्ड की बाजार हिस्सेदारी तीन साल पहले के सिर्फ 1 प्रतिशत से बढ़कर 10 प्रतिशत हो गई है भारत में सफलता से कई देशों में वैश्विक सहयोग हुआ है।
UAE में भी शुरू हुआ UPI ट्रांजेक्शन
यूएई स्थित अल माया सुपरमार्केट ने देश में अपने सभी आउटलेट्स में यूपीआई आधारित भुगतान स्वीकार करने की घोषणा की है। एनपीसीआई के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष और स्वतंत्र निदेशक अजय कुमार चौधरी के अनुसार, यूपीआई वैश्विक हो गया है और इंडिया स्टैक की प्रमुख पेशकश अब पेरिस के एफिल टॉवर, पेरिस ओलंपिक से पहले हॉसमैन में गैलरीज लाफायेट के प्रमुख स्टोर और मध्य पूर्व के कुछ देशों में उपलब्ध है।
चौधरी ने इस सप्ताह आईएएनएस को बताया कि एनपीसीआई ने आने वाले वर्षों में प्रति दिन 1 बिलियन यूपीआई लेनदेन हासिल करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य भी रखा है। डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर सरकार का जोर, युवा और तकनीक-प्रेमी आबादी के साथ मिलकर फिनटेक क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की संभावना है।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम
20 Jul, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शनिवार के लिए पेट्रोल डीजल के नए दाम जारी कर दिए गए हैं। ऑयल कपंनियां रोज सुबह 6 बजे इन कीमतों को अपडेट कर देती हैं। फिलहाल फ्यूल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वैसे तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में उतार-चढ़ाव बहुत आम बात है, लेकिन इन कीमतों में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है।
बता दें कि राज्य सरकार द्वारा फ्यूल की कीमतों में VAT लगाती है, जिस कारण हर शहर में फ्यूल की कीमतें अलग-अलग होती है। ऐसे में अगर आप कहीं जानें की तैयारी कर रहे हैं तो गाड़ी की टंकी फुल कराने से पहले अपने शहर में पेट्रोल डीजल की कीमतों को जांच लें।
मेट्रो सिटी में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर है।
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर है।
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर है।
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर है।
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर है।
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर है।
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर है।
लखनऊ: पेट्रोल 94.65 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर है।
आखिर लाल रंग का ही क्यों होता है बजट से जुड़ा बैग, यहाँ जानें कारण
19 Jul, 2024 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
23 जुलाई, 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में अपना सातवां बजट पेश करेंगी। बजट के दिन हर वित्त मंत्री परंपरागत रूप से लाल रंग का ब्रीफकेस या बैग लेकर जाता है। 2019 में परंपरा से हटकर सीतारमण ने ब्रीफकेस से हट कर लाल कपड़े से बंधी बहीखाता का विकल्प चुना। 2021 में उन्होंने लाल कपड़े से ढँकी एक टैबलेट का इस्तेमाल किया। क्या आपने कभी सोचा है कि बैग हमेशा लाल क्यों होता है या इसे लाल कपड़े से क्यों ढँका जाता है? यह अन्य रंगों में क्यों नहीं होता और यह परंपरा कैसे शुरू हुई? आज हम बजट से जुड़े कुछ दिलचस्प पहलुओं के बारे में जानेंगे।
बजट ब्रीफकेस या बैग के लाल रंग को लेकर अंग्रेजों से जुड़ाव महत्वपूर्ण है। इतिहासकारों के अनुसार, 1860 में ब्रिटिश चांसलर ग्लैडस्टोन ने पहली बार रानी के मोनोग्राम वाला लाल चमड़े का ब्रीफकेस पेश किया था। इसे ग्लैडस्टोन बॉक्स के नाम से जाना गया। लाल रंग के चयन के दो मुख्य कारण हैं: पहला, सैक्स-कोबर्ग-गोथा रेजिमेंट में इसका काफी महत्व था, जिसने लाल बजट ब्रीफकेस की शुरुआत को प्रभावित किया। दूसरी बात, 16वीं शताब्दी के अंत में, महारानी एलिजाबेथ के एक प्रतिनिधि ने स्पेन के राजदूत को ब्लैक पुडिंग से भरा लाल ब्रीफ़केस भेंट किया, जिससे ऐसी घोषणाओं के लिए लाल रंग का उपयोग करने की परंपरा की शुरुआत हुई।
बजट दिवस के दौरान लाल रंग व्यावहारिक कारणों से भी महत्वपूर्ण होता है, जो विशेष होता है और इसमें महत्वपूर्ण घोषणाएँ शामिल होती हैं। इसलिए, संबंधित दस्तावेज़ों वाले बैग को आकर्षक रंग में चुना जाता है। लाल रंग ध्यान आकर्षित करता है और इसलिए महत्वपूर्ण घोषणाओं के लिए इसे बेहतर विकल्प माना जाता है। इसके अतिरिक्त, लाल रंग को भारतीय परंपरा के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है। परंपरागत रूप से, धार्मिक ग्रंथों को ढंकने के लिए लाल कपड़े का उपयोग किया जाता है, जो बजट घोषणाओं में लाल रंग के विशेष महत्व पर और ज़ोर देता है।
अगस्त में कुल इतने दिन बैंक रहेंगे बंद, देखें पूरी लिस्ट
19 Jul, 2024 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जुलाई के आगे बढ़ने के साथ ही 21, 27 और 28 जुलाई को बैंक बंद रहेंगे। अगस्त में कई महत्वपूर्ण त्यौहारों के कारण सामान्य सप्ताहांत की छुट्टियों के अलावा और भी बैंक अवकाश होंगे।
सभी को सूचित रखने के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वर्ष की शुरुआत में ही 2024 के लिए बैंक अवकाशों की सूची जारी कर दी थी। वे प्रत्येक महीने की शुरुआत में सूची को अपडेट भी करते हैं। अगस्त 2024 में बैंक कब बंद रहेंगे, इन छुट्टियों के कारणों सहित, यहाँ देखें।
अगस्त बैंक अवकाश सूची 2024
अगस्त में, बैंक स्वतंत्रता दिवस, रक्षा बंधन, जन्माष्टमी और अन्य दिनों के लिए बंद रहेंगे। यदि आपको अगस्त में कोई बैंकिंग कार्य पूरा करना है, तो तदनुसार योजना बनाने के लिए बैंक अवकाशों की पूरी सूची देखें।
अगस्त के दूसरे सप्ताह में लगातार बैंक बंद
4 अगस्त को बैंक बंद रहेंगे, जो रविवार है। इसके बाद, लगातार दो दिन बैंक अवकाश रहेंगे। 10 अगस्त को, जो महीने का दूसरा शनिवार है, देश भर के सभी बैंक बंद रहेंगे। अगले दिन, 11 अगस्त को रविवार है, इसलिए साप्ताहिक अवकाश के कारण बैंक बंद रहेंगे।
स्वतंत्रता दिवस
15 अगस्त को, गुरुवार को, स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए सभी बैंक बंद रहेंगे। यदि आपको कोई बैंकिंग कार्य निपटाना है, तो इस तिथि से पहले इसे पूरा कर लें, या आप 16 या 17 अगस्त को बैंक जा सकते हैं।
लगातार दो बैंक अवकाश
15 अगस्त के बाद, 18 और 19 अगस्त को बैंक फिर से बंद रहेंगे। 18 अगस्त को रविवार है, जिसके परिणामस्वरूप साप्ताहिक बंद रहेगा, और 19 अगस्त को, सोमवार है, बैंक रक्षा बंधन के लिए बंद रहेंगे।
अगस्त के अंत में तीन दिवसीय बैंक बंद
महीने के अंत में, तीन दिन की अवधि होगी जब बैंक बंद रहेंगे: 24, 25 और 26 अगस्त। 24 अगस्त को चौथा शनिवार है, जिसके कारण बैंक अवकाश रहेगा। अगले दिन 25 अगस्त को रविवार है, जिसके कारण साप्ताहिक बंदी रहेगी। 26 अगस्त 2024 को जन्माष्टमी के अवसर पर देशभर में बैंक बंद रहेंगे।
इस तरह बिना इंटरनेट के भी आप आसानी से कर सकते हैं UPI पेमेंट
19 Jul, 2024 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कभी-कभी खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी या इंटरनेट सेवा न होने के कारण आप UPI भुगतान करने में असमर्थ हो सकते हैं। लेकिन अब आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है! आप इंटरनेट के बिना भी UPI भुगतान कर सकते हैं।
ऑफ़लाइन भुगतान करने के लिए यहाँ एक सरल प्रक्रिया बताई गई है:
सबसे पहले, अपने फ़ोन के डायलर पर *99# डायल करें। यह USSD कोड आपको ऑफ़लाइन UPI सेवाओं तक पहुँचने की अनुमति देगा।
अपनी पसंदीदा भाषा चुनें।
अपने बैंक का नाम या IFSC कोड डालें।
वह बैंक खाता चुनें जिससे आप पैसे भेजना चाहते हैं।
अपने डेबिट कार्ड के अंतिम 6 अंक और उसकी समाप्ति तिथि दर्ज करें।
अपने UPI भुगतान के लिए एक मज़बूत UPI पिन सेट करें।
जिस व्यक्ति को आप पैसे भेजना चाहते हैं उसका UPI ID या मोबाइल नंबर डालें।
वह राशि डालें जो आप भेजना चाहते हैं।
भुगतान की पुष्टि करें और अपना UPI पिन डालें।
आपका पेमेंट सफलतापूर्वक हो जाएगा।
इस प्रक्रिया को पूरा करके, आप इंटरनेट कनेक्शन के बिना UPI भुगतान कर सकते हैं। ध्यान दें कि ऑफ़लाइन UPI भुगतान के लिए आपका बैंक खाता डेबिट कार्ड से जुड़ा होना चाहिए।
यह सेवा खास तौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो अक्सर खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में रहते हैं या जो बहुत यात्रा करते हैं।
ऑफ़लाइन UPI भुगतान: कोई दूसरा तरीका आज़माएँ
अगर आप ऊपर दिए गए चरणों का पालन नहीं करना चाहते हैं, तो आप IVR नंबर के ज़रिए भी UPI भुगतान कर सकते हैं।
बस इस नंबर पर कॉल करें: 6366 200 200.
पे टू मर्चेंट ” विकल्प चुनें।
अपने मोबाइल फ़ोन पर मर्चेंट डिवाइस (POD) पर क्लिक करें।
जब फ़ोन बजे, तो # बटन दबाएँ, फिर राशि और अपना UPI पिन डालें।
आप इस भुगतान को IVR कॉल के ज़रिए भी सत्यापित कर सकते हैं।