व्यापार
RBI ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र पर लगाया 1.27 करोड़ रुपये का जुर्माना, हिंदुजा लीलैंड फाइनेंस पर भी सख्ती
17 Aug, 2024 12:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा कि उसने अपने निर्देशों का उल्लंघन करने पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM) पर 1.27 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है, जिसमें अपने KYC भी शामिल है। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 8 अगस्त, 2024 के एक आदेश द्वारा बैंक ऑफ महाराष्ट्र पर 'बैंक ऋण वितरण के लिए ऋण प्रणाली', 'बैंकों में साइबर सुरक्षा ढांचा' और 'नो योर कस्टमर' पर आरबीआई द्वारा जारी कुछ निर्देशों का पालन न करने पर 1.27 करोड़ रुपये का मौद्रिक जुर्माना लगाया है।
नोटिस पर बैंक के जवाब, व्यक्तिगत सुनवाई के दौरान किए गए मौखिक प्रस्तुतीकरण और उसके द्वारा किए गए अतिरिक्त प्रस्तुतीकरण की जांच पर विचार करने के बाद, आरबीआई ने पाया कि बैंक के खिलाफ आरोप सही थे, जिससे मौद्रिक जुर्माना लगाना उचित था।
इन पर भी लगा जुर्माना
इसके अलावा, RBI ने हिंदुजा लीलैंड फाइनेंस लिमिटेड पर नो योर कस्टमर (KYC) निर्देश, 2016 के कुछ प्रावधानों का पालन न करने के लिए 4.90 लाख रुपये का मौद्रिक जुर्माना लगाया है।
RBI ने यह भी कहा कि यह कार्रवाई विनियामक अनुपालन में कमी पर आधारित है और इसका उद्देश्य कंपनी द्वारा अपने कस्टमर्स के साथ किए गए किसी भी लेनदेन या समझौते की वैधता पर निर्णय लेना नहीं है।
केंद्रीय बैंक ने पूनावाला फिनकॉर्प लिमिटेड पर 'गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी - प्रणालीगत रूप से जरूरी गैर-जमा लेने वाली कंपनी और जमा लेने वाली कंपनी (रिजर्व बैंक) निर्देश, 2016' के कुछ प्रावधानों का पालन न करने के लिए 10 लाख रुपये का मौद्रिक जुर्माना भी लगाया है।
सही है सारे आरोप
नोटिस पर कंपनी के जवाब, व्यक्तिगत सुनवाई के दौरान किए गए मौखिक प्रस्तुतियों और इसके द्वारा किए गए अतिरिक्त प्रस्तुतियों की जांच पर विचार करने के बाद, RBI ने पाया कि कंपनी के खिलाफ निम्नलिखित आरोप कायम थे, जिसके लिए मौद्रिक जुर्माना लगाना उचित था, RBI ने एक बयान में कहा।
कंपनी ने इन ऋणों के वितरण से पहले की तारीखों से ऋणों पर ब्याज लगाया, जो ग्राहकों को बताए गए ऋण की शर्तों के विपरीत था।
1 अक्टूबर से शेयर बायबैक के नियमों में बदलाव: निवेशकों को कैसे प्रभावित करेगा?
17 Aug, 2024 12:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बजट 2024 के भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि शेयर बॉयबैक पर नया टैक्स सिस्टम लागू होने वाला है। नए नियम 1 अक्टूबर 2024 से लागू होंगे। नए नियम के तहत अगर कोई निवेशक को शेयर बॉयबैक से फायदा मिलता है तो उसे डिविडेंड माना जाएगा।
अब डिविडेंड के आधार पर टैक्स लगाया जाएगा। शेयर बायबैक में जितनी राशि शेयरधारक को मिलेगी उसी हिसाब से पूंजीगत लाभ या हानि की गणना की जाएगी।
बजट में हुए था नए नियमों का एलान
इस साल जुलाई में पेश हुए यूनियन बजट में वित्त मंत्री ने शेयरों की बॉयबैक से हुई इनकम पर टैक्स लगाने का प्रस्ताव पेश किया था। इसके तहत शेयर की पुनर्खरीद से होने वाली आय को लाभांश के रूप में माना जाएगा। इस नए टैक्स सिस्टम के तहत शेयर बायबैक को कंपनी का अतिरिक्त आमदनी आ जाएगा और उस पर टैक्स लगाया जाएगा।
इन नए नियमों को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि इससे निवेशकों का बोझ बढ़ सकता है और शेयर बायबैक में भी कमी आ सकती है।
निवेशकों को होगा फायदा या नुकसान
शेयर बायबैक के नए नियम निवेशकों के लिए फायदे और नुकसान दोनों ला सकते हैं। विभावंगल अनुकूलकारा प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर एंड मैनेजिंग डायरेक्टर सिद्धार्थ मौर्य ने कहा कि नए नियमों के तहत कंपनियों को बायबैक की प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता और नियमों का पालन करना होगा। इससे निवेशकों को फायदा होगा क्योंकि उन्हें अधिक स्पष्टता मिलेगी कि कंपनियां किस तरह से बायबैक कर रही हैं और इसका उनके निवेश पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
सिद्धार्थ मौर्य ने यह भी बताया कि इन नियमों के कारण कंपनियों को बायबैक की प्रक्रिया में अधिक समय लग सकता है। इससे शेयर की कीमतों पर त्वरित लाभ की संभावना कम हो सकती है, जो उन निवेशकों के लिए नुकसानदेह हो सकता है जो जल्दी मुनाफा कमाना चाहते हैं। इसके अलावा, कंपनियों पर अनुपालन की अतिरिक्त लागत भी आ सकती है, जो उनके मुनाफे को प्रभावित कर सकती है।
इसका मतलब है कि नए नियम निवेशकों के लिए दीर्घकालिक सुरक्षा और पारदर्शिता लाएंगे, लेकिन अल्पकालिक निवेश के दृष्टिकोण से कुछ चुनौतियां भी खड़ी कर सकते हैं। दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह नियम सकारात्मक साबित हो सकते हैं, जबकि तुरंत लाभ की उम्मीद रखने वाले निवेशकों को थोड़ी परेशानी हो सकती है।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम
17 Aug, 2024 12:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रोजाना ऑयल मार्केटिंग कंपनियां सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी कर देती है। ऑयल कंपनियों ने 17 अगस्त के लिए भी फ्यूल की कीमतें अपडेट कर दी हैं। बता दें कि देश की मुख्य तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) द्वारा फ्यूल की कीमत अपडेट की जाती है।
काफी लंबे शहर से तेल की कीमतों में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला है। तेल की कीमतों पर सीधा असर ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतों के कारण पड़ता है। इसके अलावा तेल राज्य सरकार फ्यूल की कीमतों पर VAT लगाती है, जिस कारण भी हर शहर में कीमतें अलग-अलग होती है। आइये जानते हैं कि आपके शहर मे फ्यूल की कीमत क्या है।
महानगरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार महानगरों और शहरों में पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमत क्या है
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
बढ़त के साथ बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 1330 अंक चढ़ा, निफ्टी 24500 पार
16 Aug, 2024 03:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बैंकिंग और आईटी शेयरों में मजबूती के कारण घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को अच्छी बढ़त के साथ बंद हुए। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 30 शेयरों का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स 1,330.96 (1.68%) अंकों की बढ़त के साथ 80,436.84 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 397.41 (1.65%) अंक उछलकर 24,541.15 के स्तर पर बंद हुआ।
भारतीय शेयर बाजार का प्रमुख बेंचमार्क सेंसेक्स हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन दो सप्ताह से अधिक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। आईटी शेयरों और रिलायंस इंडस्ट्रीज में खरीदारी और वैश्विक शेयरों में तेज के बाद बाजार में मजबूती आई। सेंसेक्स दिन के कारोबार के दौरान 1,412.33 अंक या 1.78 प्रतिशत बढ़कर 80,518.21 के स्तर पर पहुंचा। शुक्रवार के कारोबारी सत्र के दौरान बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7.17 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 451.46 लाख करोड़ रुपये हो गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में से टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा स्टील सबसे ज्यादा लाभ में रहीं। एकमात्र सन फार्मा के शेयर लाल निशान पर बंद हुए। सभी क्षेत्रीय सूचकांक हरे निशान में बंद हुए।
बीएसई मिडकैप में 1.8 फीसदी की तेजी आई, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.7 फीसदी की तेजी आई। एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग में काफी तेजी रही। यूरोपीय बाजार ज्यादातर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। इससे पहले गुरुवार को अमेरिकी बाजार तेज बढ़त के साथ बंद हुए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "जेपीवाई की स्थिरता वैश्विक बाजार में सुधार लाने में सहायक रही है। इसके अलावा, मजबूत अमेरिकी खुदरा बिक्री और साप्ताहिक बेरोजगारी दावों में गिरावट ने अमेरिकी मंदी की आशंकाओं को कम करने में मदद की है। इसके अलावा, अमेरिकी सीपीआई मुद्रास्फीति में कमी के कारण बाजार की धारणा में सुधार हुआ है। इसी पृष्ठभूमि में, भारतीय आईटी कंपनियों के शेयरों में खरीदारी दिखी।"
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने इससे पहले बुधवार को 2,595.27 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,236.21 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.22 प्रतिशत गिरकर 80.05 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार बंद रहे। बुधवार को बीएसई बेंचमार्क 149.85 अंक या 0.19 प्रतिशत चढ़कर 79,105.88 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 4.75 अंक या 0.02 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 24,143.75 पर बंद हुआ था।
Aurobindo Pharma स्टॉक्स में 6% की गिरावट, जानें इसके पीछे का कारण
16 Aug, 2024 03:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फार्मास्युटिकल कंपनी Aurobindo Pharma का शेयर शुक्रवार यानी 16 अगस्त को 6.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,422 रुपये प्रति शेयर के निचले स्तर पर पहुंच गया।
हालांकि, सुबह 10:47 बजे अरबिंदो फार्मा के शेयर दिन के निचले स्तर पर थे लेकिन बाद में 2.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,479.45 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार करते रहे। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.52 फीसदी बढ़कर 79,518.81 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
शेयर की कीमत में गिरावट कंपनी की उस घोषणा के बाद आई है जिसमें उसने बताया है कि उसकी एक शाखा यूजिया फार्मा स्पेशलिटीज यूनिट-III को USFDA से एक चेतावनी का पत्र मिला है।
Pharma ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘OAI के बाद इकाई को एक चेतावनी पत्र मिला है।’’ कंपनी ने इस चेतावनी को लेकर विस्तृत जानकारी साझा नहीं की और हालांकि कहा, ‘‘अमेरिकी बाजारों में मौजूदा आपूर्ति पर इससे कोई असर नहीं होगा।’’
Aurobindo Pharma ने कहा कि वह यूएसएफडीए के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और निरंतर आधार पर अपने अनुपालन को बढ़ा रही है।
गौरतलब है कि यूएसएफडीए के अधिकारियों ने 22 जनवरी से दो फरवरी 2024 तक तेलंगाना में यूजिया फार्मा स्पेशलिटीज लिमिटेड की विनिर्माण सुविधा यूनिट-III का निरीक्षण किया था। इसके बाद, FDA ने इस सुविधा की निरीक्षण वर्गीकरण स्थिति को आधिकारिक कार्रवाई संकेतित OAI निर्धारित किया था।
Ola Electric की नई E-Bike एंट्री के बाद शेयरों में आया 20% का उछाल
16 Aug, 2024 03:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पिछले सप्ताह दलाल स्ट्रीट पर डेब्यू करने के बाद से देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयर रॉकेट की तेजी से उड़ान भर रहे है। कंपनी के शेयरों में शुक्रवार को 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह अपर सर्किट लिमिट को छू गया। यह उछाल ओला ग्रुप द्वारा इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल सेगमेंट में प्रवेश करने और तीन मॉडल लॉन्च करने की घोषणा के बाद आया, जिसमें दो और मॉडल पाइपलाइन में हैं।
Ola Electric के शेयर बने रॉकेट, MCap 58,558.18 करोड़ रुपये
30 शेयरों वाले बेंचमार्क इंडेक्स BSE सेंसेक्स पर, ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 19.99 प्रतिशत बढ़कर 132.76 रुपये तक पहुंच गए। यह इस शेयर की उच्चतम ट्रेडिंग सीमा थी। NSE पर, कंपनी के शेयर 20 प्रतिशत उछलकर 133.08 रुपये तक पहुंच गए, जो कि उसका अपर सर्किट लिमिट था। शेयरों में तेजी से कंपनी का बाजार पूंजीकरण (MCap) 58,558.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
एक सप्ताह में 75 प्रतिशत बढ़ा
भाविश अग्रवाल की अगुआई वाली इस इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी के शेयरों ने 9 अगस्त को बाजार में अपनी शुरुआत की थी। सुस्त लिस्टिंग के बाद ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों ने रफ्तार पकड़ी। 9 और 12 अगस्त को कंपनी के शेयरों पर 20 प्रतिशत का अपर सर्किट लगा था। 13 अगस्त को कंपनी के शेयर इंट्रा डे ट्रेड के दौरान 129.40 रुपये प्रति शेयर के भाव के साथ उस दिन ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए थे। इसके बाद, शेयरों में थोड़ी गिरावट देखी गई। आज फिर से कंपनी के शेयरों में 20 प्रतिशत का अपर सर्किट लगा है। इस तरह, इश्यू प्राइस 76 रुपये से, शेयर अब तक लगभग 75 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ट्रेड कर रहा है।
Ola Electric के लिए मोटरसाइकिल सेगमेंट में प्रवेश करना अनिवार्य था
गुरुवार को ओला के वार्षिक लॉन्च इवेंट “संकल्प 2024” में बोलते हुए, ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में भारत के दो-पहिया वाहन बाजार का दो-तिहाई हिस्सा मोटरसाइकिलों का है, और इस सेगमेंट में प्रवेश करना कंपनी के लिए अनिवार्य था।
सोने के आयात में गिरावट, रत्न-आभूषणों के निर्यात में भी कमी
16 Aug, 2024 03:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोल्ड इंपोर्ट सालभर पहले के मुकाबले 9 प्रतिशत घट गया, वहीं जेम्स एंड जूलरी एक्सपोर्ट में भी करीब साढ़े 7 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। इंटरनैशनल मार्केट में गोल्ड के ऊंचे दाम और विदेशी खरीदारों के बीच जूलरी की कमजोर डिमांड का असर सोने के आयात और जेम्स एंड जूलरी एक्सपोर्ट पर पड़ रहा है। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के मुताबिक, मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक सोने का आयात सालभर पहले के 1 लाख 8 हजार 45 करोड़ रुपये से 2.8% घटकर 1 लाख 5 हजार 519 करोड़ रुपये पर रहा।
GJEPC के चेयरमैन विपुल शाह ने कहा, ‘जियोपॉलिटिकल टेंशन के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने का भाव ज्यादा है। दूसरी ओर, पश्चिमी देशों में जूलरी की डिमांड कमजोर बनी हुई है। इन दोनों वजहों का असर गोल्ड इंपोर्ट और जेम्स एंड जूलरी एक्सपोर्ट पर दिख रहा है।’ हालांकि उन्होंने कहा कि बजट में गोल्ड इंपोर्ट पर ड्यूटी घटाकर 6% किए जाने और आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए सोने की डिमांड बढ़ सकती है।
भारत दुनिया में चीन के बाद सोने की सबसे अधिक खपत वाला देश है। WGC के मुताबिक, साल 2023 में भारत में करीब 761 टन गोल्ड डिमांड रही और 2024 में यह 750 टन से कुछ अधिक रह सकती है। साल 2023 में सोने का भाव 65000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार गया था। अभी 2024 में भाव 73000 रुपये के आसपास बना हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड 2512 डॉलर प्रति औंस के करीब है। अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने सितंबर में इंटरेस्ट रेट में कमी की, तो गोल्ड का भाव और चढ़ सकता है।
नया 'टाटानगर' 2000 किमी दूर: स्थानीय लोगों ने मनाया खुशी का महापर्व
16 Aug, 2024 03:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड में स्थित जमशेदपुर देश में सुनियोजित ढंग से बसा पहला औद्योगिक शहर था। इसे टाटानगर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसे टाटा ग्रुप ने ही बसाया था। अब जमशेदपुर से 2,000 किमी दूर एक नया टाटानगर बसाने की तैयारी की जा रही है। यह जगह तमिलनाडु की औद्योगिक नगरी होसुर है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने होसुर के करीब Thimjepalli गांव में साल 2020 में यहां अपना प्लांट लगाया था। यह आईफोन के एनक्लोजर एसेंबल करने वाला देश का एकमात्र प्लांट है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह होसुर में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला प्लांट होगा। होसुर को जमशेदपुर प्लस माना जा रहा है क्योंकि दोनों शहरों में कई समानताएं हैं लेकिन जमशेदपुर में जहां केवल स्टील पर फोकस है, वहीं होसुर में मामला किसी एक सेक्टर तक ही सीमित नहीं है।
तमिलनाडु के इंडस्ट्रीज मिनिस्टर टीआरबी राजा ने कहा कि जमशेदपुर का समृद्ध इतिहास रहा है लेकिन मुझे लगता है कि होसुर उससे भी एक कदम आगे जा सकता है। टाटा के प्लांट के करीब इन्फ्रास्ट्रक्चर के इतने काम चल रहे हैं कि जमशेदपुर के साथ उसकी तुलना स्वाभाविक है। लेकिन हमारा जोर स्टील जैसे किसी एक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर नहीं है बल्कि हमारा फोकस मल्टीपल सेक्टर्स पर है। राज्य सरकार इसे एक आईटी हब के रूप में भी विकसित करना चाहती है क्योंकि यह बेंगलुरु से केवल 40 किमी दूर है। जब इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार हो जाएगा और कंपनियां यहां आएंगी, तब कंपनियों को इसकी अहमियत का पता चलेगा।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स तेजी से होसुर फैसिलिटी का विस्तार कर रही है। दो नई यूनिट लगाई जा रही हैं और साथ ही कर्मचारियों के लिए मकान भी बनाए जा रहे हैं। आईफोन बनाने वाली कंपनी ऐपल चीन पर अपनी निर्भरता कम कर रही है। वह भारत में फॉक्सकॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ पार्टनरशिप करके उत्पादन बढ़ा रही है। टाटा ने कर्नाटक में विस्ट्रॉन की फैसलिटी भी खरीद ली है। राजा ने कहा कि होसुर में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सबसे बड़े एम्प्लॉयर्स में से एक होगी। यहां बड़ी-बड़ी सैलरी पर लोग काम करेंगे। वे जमकर खर्च करेंगे जिससे लोकल इकॉनमी में भी बूस्ट आएगा।
होसुर में टीवीएस, टाइटन, अशोक लीलेंड्स, एथर और ओला समेत कई कंपनियों की यूनिट्स हैं। यहां एयरपोर्ट बनाने की भी घोषणा हुई है। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अरूप के चटर्जी कहते हैं कि होसुर और जमशेदपुर में कई समानताएं हैं। लेकिन जमशेदपुर स्टील सिटी है जिसका अपना अलग मिजाज होता है। इसकी पुनरावृत्ति होसुर में नहीं हो सकती है। जमशेदपुर में पानी और बिजली की कोई कमी नहीं थी लेकिन होसुर के मामले में ऐसा नहीं है। लेकिन आधुनिक सुविधाओं के मामले में होसुर कहीं आगे जा सकता है। टाटा के प्लांट के आसपास कई गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं। इस प्लांट में अभी 20,000 लोग काम करते हैं। टाटा ग्रुप तमिलनाडु सरकार के सहयोग से वर्कर्स के लिए मकान बना रहा है। 508 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में 14 ब्लॉक बनाए जाएंगे जिनमें कुल 3,000 फ्लैट होंगे।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम
16 Aug, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों ने 16 अगस्त 2024 (शुक्रवार) के लिए फ्यूल प्राइस अपडेट कर दिया है। देश की मुख्य तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) द्वारा फ्यूल की कीमत अपडेट की जाती है।
आज भी सभी शहरों में इनके दाम स्थिर हैं। इसका मतलब है कि आप पुरानी कीमतों पर पेट्रोल-डीजल खरीद सकते हैं।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार महानगरों और शहरों में पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमत क्या है-
महानगरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
फ्यूल पर लगता है GST
पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में नहीं आता है। इस पर राज्य सरकार द्वारा वैट लगाया जाता है, जिसकी दरें अलग होती हैं। यही कारण है कि हर शहर में फ्यूल प्राइस अलग हैं। फ्यूल प्राइस में रिटेल सेलिंग प्राइस एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमिशन, वैट जोड़ा जाता है।
आप अपने फोन से लेटेस्ट रेट चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको फोन से RSP स्पेस और फिर पेट्रोल पंप का डीलर कोड टाइप करके 92249 92249 पर मैसेज भेजना होगा। तेल कंपनियों के वेबसाइट और ऐप के जरिये भी लेटेस्ट रेट चेक किया जा सकता है।
UPI की वैश्विक सफलता: भारत में डिजिटल पेमेंट का नया युग शुरू हुआ
15 Aug, 2024 12:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज के समय में घर से निकलते वक्त पर्स घर पर रह जाए, तब भी हमें कोई फिक्र नहीं होती, क्योंकि हम जानते हैं कि स्मार्टफोन ही अब हमारा पर्स बन गया है। मौजूदा समय में पेमेंट के लिए कैश के साथ यूपीआई भी काफी अच्छा ऑप्शन हो गया है। आप 5 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये प्रतिदिन तक की पेमेंट यूपीआई की मदद से कर सकते हैं। और सबसे अच्छी बात है कि इसके लिए आपको कोई चार्ज भी नहीं देना होता। जहां वर्ष 2016 से पहले छुट्टे पैसों के लिए टेंशन रहती थी, अब ऐसा नहीं है। 1 रुपये तक के भुगतान के लिए यूपीआई मौजूद है।
ऑनलाइन पेमेंट की जब भी बात आती है तो यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का जिक्र होता ही है। 2016 से पहले तक यूपीआई एक अनजान शब्द था। आज दुनिया के कई देशों में इसका डंका बज रहा है। अब कई देशों में बिना कैश एक्सचेंज करवाए हम आसानी से यूपीआई के जरिये लेन-देन कर सकते हैं। वैश्विक स्तर पर यूपीआई भारत की पहचान बन चुका है। इसने फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन को पूरी तरह से बदल दिया है और डिजिटल पेमेंट में एक नए युग को शुरू किया है।
पहले जहां एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने में काफी समय लगता था। वहीं, अब कुछ मिनटों में आसानी से पेमेंट हो जाती है। यूपीआई ने काफी हद तक लेन-देन को आसान और सुरक्षित बना दिया है।
एक निवेशक के रूप में, यूपीआई का महत्व और भी बढ़ जाता है। यूपीआई ने भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया है, जिससे बैंकिंग सेवाओं का उपयोग ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में भी संभव हुआ है। इससे व्यापार और अर्थव्यवस्था में तेजी आई है और छोटे-मोटे कारोबारियों को भी इससे काफी फायदा मिला है। यूपीआई ने काले धन और नकदी के उपयोग को भी कम किया है, जिससे पारदर्शिता और आर्थिक स्थिरता में सुधार हुआ है।
सिद्धार्थ मौर्य, फाउंडर एंड मैनेजिंग डायरेक्टर, विभावंगल अनुकूलकारा प्राइवेट लिमिटेड
यूपीआई के बारे में
वैसे तो यूपीआई की शुरुआत 2016 में हुई थी, लेकिन इसे पहचान कोरोना महामारी के बाद मिली है। बाजार में यूपीआई की हिस्सेदारी 2021 में बढ़ी है। अधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2016-2017 में जहां यूपीआई के जरिये 36 फीसदी पेमेंट होती थी। वहीं, 2021 तक यूपीआई भुगतान दर 63 फीसदी पहुंच गई। इससे साफ पता चलता है कि 5 साल में लोगों के बीच यूपीआई ने अपनी पहचान बना ली।
यूपीआई की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह किसी भी बैंक अकाउंट को एक ही प्लेटफॉर्म पर जोड़कर काम करता है। इसके माध्यम से आप एक मोबाइल नंबर या वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) का इस्तेमाल करके तुरंत पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं या फिर पा सकते हैं। आज छोटे दुकानदार से लेकर बड़े बिजनेसमैन भी यूपीआई के जरिये लेन-देन करना पसंद करते हैं। यूपीआई से डिजिटल लेन-देन को नया आयाम मिला है।
डिजिटल अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में यूपीआई की भूमिका
यूपीआई ने भारत को एक डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर किया है। आज करोड़ों लोग यूपीआई का इस्तेमाल करके बिना किसी बैंक ब्रांच में गए, अपने स्मार्टफोन से ही पेमेंट कर रहे हैं। यूपीआई ने डिजिटल पेमेंट को इतना सरल और सुलभ बना दिया है कि इसे न केवल शहरों में, बल्कि गांवों में भी बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है।
यहां तक यूपीआई ने भारत को वैश्विक स्तर पर भी नई पहचान दी है। दुनिया भर के देश अब यूपीआई मॉडल को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक और एनपीसीआई (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) की इस पहल ने भारत को डिजिटल लेन-देन में एक अग्रणी देश के रूप में स्थापित कर दिया है।
आज के समय में यूपीआई न केवल भारत की आर्थिक प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह देश की प्रगति और विकास का प्रतीक भी बन चुका है। यूपीआई का विकास भारत के वित्तीय और डिजिटल भविष्य में एक बड़ा योगदान देने वाला है। यह न केवल एक वित्तीय उपकरण है, बल्कि भारत की नयी पहचान का प्रतीक भी है, जो देश को डिजिटल युग में एक नई दिशा में ले जा रहा है।
आज देश के सभी बैंक रहेंगे बंद, फिर भी मिलेंगी कुछ बैंकिंग सेवाएं
15 Aug, 2024 12:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज देश में 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के सभी बैंक बंद रहेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा बैंक हॉलिडे तय किया जाता है। आप जब भी बैंक जाएं तो पहले बैंक हॉलिडे लिस्ट (Bank Holiday List) जरूर चेक करें।
अगर आपको लग रहा है कि इस बार लॉन्ग वीकेंड रहेगा तो ऐसा नहीं है। 16 अगस्त और 17 अगस्त को बैंक खुले रहेंगे। दरअसल, आरबीआई के नियमों के अनुसार महीने के हर दूसरे-चौथे शनिवार को बैंक बंद रहते हैं। इसके अलावा रविवार को भी बैंक बंद रहते हैं। आइए, जानते हैं कि 15 अगस्त के अलावा किस-किस दिन बैंक बंद रहने वाले हैं।
अगस्त में कब-कब बंद रहेगा बैंक
18 अगस्त को रविवार होने की वजह से सभी बैंकों में छुट्टी रहेगी।
19 अगस्त को रक्षाबंधन के मौके पर अगरतला, अहमदाबाद, भुवनेश्वर, देहरादून,ईटानगर, कानपुर, लखनऊ,शिमला के बैंक बंद रहेंगे।
20 अगस्त को श्री नारायण गुरु जयंती है। इस मौके पर कोची और तिरुवनंतपुरम के बैंक बंद रहेंगे।
25 अगस्त को रविवार है। इस दिन सभी बैंकों की साप्ताहिक छुट्टी होती है।
26 अगस्त को जन्माष्टमी के मौके पर अहमदाबाद, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गंगटोक,हैदराबाद,जयपुर, जम्मू,देहरादून,ईटानगर, कानपुर, लखनऊ,शिमला,पटना,रायपुर, रांची,शिलांग, श्रीनगर,कोलकता के बैंक बंद रहेंगे।
31 अगस्त को चौथे शनिवार होने की वजह से सभी बैंक में छुट्टी रहेगी।
चालू रहेगी बैंकिंग सर्विस
बैंक बंद होने के बावजूद ग्राहकों को कई बैंकिंग सर्विस मिलती है। इन बैंकिंग सर्विस में से एक एटीएम सर्विस भी है। कस्टमर आसानी से एटीएम का इस्तेमाल करके कैश विड्रॉ, मिनी स्टेटमेंट और पिन जनरेशन आदि काम कर सकते हैं। इसके अलावा नेट बैंकिंग और ऑनलाइन बैंकिंग का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यूपीआई की सर्विस पर कोई रोक नहीं होती है। ग्राहक किसी भी समय यूपीआई के जरिये पेमेंट कर सकते हैं।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम
15 Aug, 2024 12:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
15 अगस्त 2024 (गुरुवार) को पूरा देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर तेल कंपनियों ने सुबह 6 बजे फ्यूल प्राइस अपडेट कर दिया है। आज भी इनकी कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि भारत की मुख्य ऑयल मार्केटिंग कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) रोजाना सुबह फ्यूल प्राइस अपडेट करती है।
फ्यूल प्राइस पर जीएसटी (GST) नहीं लगता है। इस पर राज्य सरकार द्वारा वैट लगाया जाता है। इस वजह से सभी शहरों में इनके दाम अलग होते हैं। ऐसे में गाड़ीचालक को सलाह दी जाती है कि वह लेटेस्ट रेट चेक करने के बाद ही टंकी फुल करें।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार महानगरों और शहरों में पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमत क्या है-
महानगरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.76 रुपये और डीजल की कीमत 87.66 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.95 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.93 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.75 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.73 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.32 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.81 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.94 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.03 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.92 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.38 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.63 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.34 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.03 रुपये प्रति लीटर
लखनऊ: पेट्रोल 94.63 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.74 रुपये प्रति लीटर
हरे निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 150 अंक चढ़ा, निफ्टी 24150 के पास
14 Aug, 2024 05:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका में महंगाई के आंकड़े जारी होने से पहले घरेलू शेयर बाजार में बढ़त दिखी। हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी दो दिनों की गिरावट के बाद हरे निशान पर बंद हुए।
30 शेयरों का घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स149.85 (0.18%) अंकों या 0.19% की बढ़त के साथ 79,105.88 के स्तर पर बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी 4.75 (0.02%) अंक मजबूत होकर 24,143.75 पर पहुंच गया।
बुधवार के कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 272.91 अंक या 0.34 प्रतिशत बढ़कर 79,228.94 के उच्च स्तर तक पहुंचा। सेंसेक्स की फर्मों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स सबसे ज्यादा चढ़ने वाले शेयर रहे।
अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, अदाणी पोर्ट्स, पावर ग्रिड और बजाज फिनसर्व के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। सर्वोच्च न्यायालय की ओर से 25 जुलाई के अपने फैसले में राज्यों को खनिजयुक्त भूमि पर कर वसूलने का छूट देने के खिलाफ केंद्र की याचिका को खारिज करने के बाद खनन शेयरों में गिरावट आई।
सुप्रीम कोर्ट ने 25 जुलाई को खनिज अधिकारों और खनिज युक्त भूमि पर कर लगाने की राज्यों की शक्ति को बरकरार रखा था, और उन्हें 1 अप्रैल, 2005 से रॉयल्टी की मांग करने की अनुमति दी गई थी।
बुधवार को एशियाई बाजारों में, सियोल और टोक्यो में तेजी रही, जबकि शंघाई और हांगकांग में गिरावट रही। यूरोपीय बाजार सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार करते दिखे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार काफी तेजी के साथ बंद हुए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, "अमेरिका में पीपीआई (उत्पादक मूल्य मुद्रास्फीति) के आंकड़े मुद्रास्फीति में नरमी का संकेत दे रहे हैं, आज आने वाले खुदरा महंगाई के आंकड़ों से इस गिरावट की पुष्टि होने की संभावना है। ऐसे में सितंबर में फेड की ओर से दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ी है। इस कारण सकारात्मक माहौल बना है।"
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,107.17 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 1,239.96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.59 प्रतिशत बढ़कर 81.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
रिटेल और थोक महंगाई में कमी, जुलाई में इन्फलेशन रेट 2.04 फीसदी
14 Aug, 2024 05:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
खाद्य वस्तुओं खासकर सब्जियों और मैन्यूफैक्चरिंग उत्पादों के दाम में नरमी आने से थोक महंगाई दर भी घटा है। जुलाई में डब्ल्यूपीआई 2.07 फीसदी रहा है। यह जून में 3.36 प्रतिशत पर पहुंच गया था जो कि 16 महीने का उच्चतम स्तर था।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) ने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि WPI पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर जुलाई 2024 में 2.04 फीसदी थी, जबकि जून 2024 में यह 3.36 फीसदी थी।
प्राथमिक वस्तुओं का महंगाई दर जुलाई 2024 में 3.08 फीसदी रही।
ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति दर जुलाई 2024 में बढ़कर 1.72 प्रतिशत हो गई।
मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट ग्रुप की महंगाई दर जुलाई में बढ़कर 1.58 फीसदी हो गई।
रिटेल महंगाई में भी गिरावट
इस सप्ताह की शुरुआत में जारी आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई में रिटेल मंहगाई दर 3.54 प्रतिशत रही। यह 5 साल के निचले स्तर पर है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) मौद्रिक नीति तैयार करते समय खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखा था। अगस्त में हुए एमपीसी बैठक में मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर को लगातार नौवीं बार 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा।
किसानों को 18वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार, लिस्ट में नाम चेक कर जानें लाभ मिलेगा या नहीं
14 Aug, 2024 10:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत सरकार ने किसानों को आर्थिक लाभ देने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी। इस योजना में किसानों के अकाउंट में सालाना 6,000 रुपये की राशि आती है। यह राशि किसानों के अकाउंट में किस्तों के तौर पर जमा की जाती है। हर किस्त में किसानों को 2,000 रुपये का लाभ मिलता है।
जून में सरकार ने किसानों के अकाउंट में 17वीं किस्त जमा की थी। अधिकारिक डेटा के अनुसार पीएम किसान योजना की 17वीं किस्त का लाभ 11 करोड़ से ज्यादा किसानों को मिला है। अब किसान 18वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं।
कब आएगी 18वीं किस्त
पीएम किसान योजना में हर 4 महीने के बाद किसानों के अकाउंट में राशि आती है। 17वीं किस्त की राशि जून 2024 में आई थी। ऐसे में उम्मीद है कि पीएम किसान की 18वीं किस्त अक्टूबर से नवंबर के बीच आएगी।
अगर आपने भी योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन किया है तो आपको एक बार अपना नाम लाभार्थी लिस्ट में चेक कर लेना चाहिए। दरअसल, योजना का लाभ केवल उन किसानों को मिलता है जिनका नाम लाभार्थी लिस्ट में होता है।
लाभार्थी लिस्ट में कैसे चेक करें नाम
पीएम किसान योजना की ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
अब 'Know Your Status'के ऑप्शन को सेलेक्ट करें।
इसके बाद अपना रजिस्ट्रेशन नंबर भरें।
अब स्क्रीन पर शो हो रहे कैप्चा कोड को दर्ज करें और 'गेट डिटेल' पर क्लिक करें।
इसके बाद स्क्रीन पर आपको स्टेटस शो हो जाएगा।
कैसे करें आवेदन
अगर आपने अभी तक योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन नहीं किया है तो आप आसानी से पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया इस तरह है-
pmkisan.gov.in पर जाकर फारमर्स कॉर्नर के ऑप्शन को सेलेक्ट करें।
अब न्यू फार्मर रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें
इसके बाद रूरल फार्मर रजिस्ट्रेशन या अर्बन फार्मर रजिस्ट्रेशन में से कोई एक ऑप्शन सेलेक्ट करें।
अब आपको आधार, मोबाइल नंबर आदि जानकारी देकर गेट ओटीपी पर क्लिक करना होगा।
इसके बाद फोन में आए ओटीपी को दर्ज करें और प्रोसीड फॉर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर जाएं।
अब आपको जिला, बैंक और आधार कार्ड आदि जानकारी देनी होगी।
इन जानकारी देने के बाद आपको डॉक्यूमेंट भी अपलोड करने होंगे।
दस्तावेज अपलोड करने के बाद आपको सेव बटन पर क्लिक करना है।
सेव बटन क्लिक करने के बाद आपको स्क्रीन पर एप्लीकेशन कंफर्मेशन का मैसेज शो होगा।