व्यापार
सेविंग अकाउंट मिलने वाले ब्याज पर बढ़ेगी टैक्स छूट की सीमा?
6 Jul, 2024 06:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई के तीसरे हफ्ते में केंद्रीय बजट 2024 (Budget 2024) पेश करने वाली हैं। इससे हर वर्ग की काफी उम्मीदें जुड़ी हैं। बैंकिंग सेक्टर भी आस लगाए बैठा है कि सरकार आम जनता को कुछ ऐसी राहत दे, जिससे लोग बैंक में पैसे जमा करने के लिए प्रोत्साहित हों।
दरअसल, पिछले कुछ साल बैंकों को डिपॉजिट-लोन ग्रोथ का आंकड़ा गड़बड़ा रहा है। इसका मतलब कि जनता ने बैंकों से कर्ज लेना तो ज्यादा किया है, लेकिन वह अपने पैसे बैंक में जमा करना कम कर रही है। इससे बैंकों की मुसीबत बढ़ रही है, क्योंकि अगर बैंक में पैसे जमा ही नहीं होंगे, तो वे लोन देने वाली रकम कहां से लाएंगे।
बजट 2024 से क्या चाहते हैं बैंक
बैंक चाहते हैं कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2024 में बजत खातों से मिलने वाले ब्याज पर टैक्स कटौती की लिमिट को बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दें। इससे लोग सेविंग अकाउंट में पैसे जमा करना बढ़ा सकते हैं। अभी यह आयकर अधिनियम की धारा 80TTA के तहत बचत खाते से सालाना 10 हजार रुपये की ब्याज आय टैक्स फ्री है। सीनियर सिटिजन यानी 60 साल या इससे अधिक आयु के लोगों के यह सीमा 50,000 रुपये है और इसमें धारा 80 टीटीबी के तहत सावधि जमा से ब्याज आय शामिल है।
हालांकि, न्यू टैक्स रिजीम में ये सारे फायदे नहीं मिलते, जिसे 2020 के बजट में पेश किया गया था। बैंक चाहते हैं कि सरकार न्यू टैक्स रिजीम में इनकम टैक्स के सेक्शन 10(15)(i) के तहत ब्याज से होने वाली कमाई पर टैक्स छूट दे। इस सेक्शन में डिपॉजिट, बॉन्ड और अन्य सिक्योरिटीज से होने वाली ब्याज कमाई और कैपिटल गेन पर कुछ हद तक टैक्स छूट मिलती है।
बैंकों में क्यों घट रही डिपॉजिट ग्रोथ
इसकी कुछ अहम वजहें हैं। एक तो अब बैंक डिपॉजिट के कई सारे विकल्प आसानी से उपलब्ध हैं, जिनमें अच्छा खासा रिटर्न मिलता है। जैसे कि शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड। पहले इनमें निवेश की प्रक्रिया जटिल थी। लेकिन, अब ऑनलाइन ब्रोकिंग ऐप और यूपीआई जैसे माध्यमों ने शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में निवेश काफी आसान कर दिया है। साथ ही, सरकारी नीतियों और दमदार मार्केटिंग से लोगों का इन पर भरोसा भी बढ़ा है।
शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड को छोड़ भी दें, तो सुकन्या समृद्धि जैसी कई छोटी बचत योजनाओं में भी सेविंग अकाउंट के मुकाबले अच्छा ब्याज मिलता है। सेविंग अकाउंट पर अभी कोई ऐसा खास फायदा भी नहीं है, जिससे लोग बैंक में पैसा करने के लिए प्रोत्साहित हों।
बैंकों की चिंता बढ़ा रही RBI की रिपोर्ट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी हालिया वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में पाया कि अब लोग अपनी वित्तीय बचत में बदलाव ला रहे हैं। वे नॉन-बैंकिंग और कैपिटल मार्केट जैसी जगहों पर अधिक निवेश कर रहे हैं। इससे बैंकों में डिपॉजिट रेट लगातार घट रहा है। देश में प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े लेंडर- HDFC बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान अपने चालू खाता-बचत खाता (सीएएसए) जमा में 5 फीसदी की क्रमिक गिरावट दर्ज की है। यह कुल तकरीबन 8.63 लाख करोड़ रुपये है। इसी आंकड़े के चलते शुक्रवार को HDFC बैंक के शेयरों ने 4 फीसदी से अधिक का गोता लगाया था।
अमेरिका की प्रतिष्ठित रेटिंग एजेंसी S&P Global Ratings ने भी अपनी एक रिपोर्ट में चिंता जताई थी कि बैकों को मजबूरन अपनी लोन ग्रोथ कम करनी पड़ सकती है, क्योंकि बैंक डिपॉजिट उस रफ्तार से नहीं बढ़ रहा। यही वजह है कि बैंक बचत खातों से मिलने वाले ब्याज पर टैक्स छूट की लिमिट बढ़वाना चाहते हैं, ताकि उनकी डिपॉजिट ग्रोथ में इजाफा हो सके।
आरबीआई ने पांच बैंकों पर की कार्रवाई
6 Jul, 2024 06:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जुलाई के पहले सप्ताह में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और चार अन्य बैंकों पर आरबीआई के विभिन्न निर्देशों का पालन न करने के लिए जुर्माना लगाया। पीएनबी पर 1.31 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावे गुजरात राज्य कर्मचारी सहकारी बैंक, गुजरात; रोहिका सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, मधुबनी, बिहार; राष्ट्रीय सहकारी बैंक, मुंबई, महाराष्ट्र; और बैंक कर्मचारी सहकारी बैंक, पश्चिम बंगाल चार अन्य बैंक हैं जिन पर आरबीआई ने जुर्माना लगाया था।
तेल कंपनियो ने जारी किये पेट्रोल डीजल के दाम
6 Jul, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शनिवार के लिए ऑयल कंपनियों ने फ्यूल की कीमतों को जारी कर दिया है। फिलहाल, फ्यूल की कीमतें स्थिर है, लेकिन क्योंकि सरकार इस पर टैक्स लगाती है। इसके चलते हर शहर में फ्यूल की कीमतें अलग-अलग होती है। तेल कंपनियां रोज सुबह 6 बजे फ्यूल की कीमतों को अपडेट करती हैं।
बता दें कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर सीधा प्रभाव क्रूड ऑयल की वैश्विक कीमतों का पड़ता है। इसके साथ ही राज्य सरकार अपने-अपने राज्यों में फ्यूल की कीमतों पर वैट (VAT) लगाती है। ऐसे में फ्यूल भराने से पहले शहर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को जांच लें।
मेट्रो सिटी में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.76 रुपये और डीजल की कीमत 87.66 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.95 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.93 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.75 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.73 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.32 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.81 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.94 रुपये प्रति लीटर है।
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.17 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर है।
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.92 रुपये प्रति लीटर है।
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर है।
हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.63 रुपये प्रति लीटर है।
जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.33 रुपये प्रति लीटर है।
पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.03 रुपये प्रति लीटर है।
लखनऊ: पेट्रोल 94.63 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.74 रुपये प्रति लीटर है।
गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर बाजार, निफ्टी में हरे निशान पर क्लोजिंग
5 Jul, 2024 04:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
घरेलू शेयर बाजार में हफ्ते के आखिरी करोबारी दिन सपाट क्लोजिंग हुई। हालांकि शुरुआती कारोबार में 500 अंकों की कमजोरी के बाद आखिरी सत्र में बाजार में खरीदारी लौटी। आखिरकार सेंसेक्स 53.07 (-0.06%) अंकों की गिरावट के साथ 79,996.60 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी 21.70 (0.09%) अंकों की बढ़त के साथ 24,323.85 के स्तर पर हरे निशान पर बंद होने में सफल रहा।इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 3% तक का उछाल दिखा। स्टेक बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में भी मजबूती दिखी। इससे भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स दिन के निचले स्तरों से रिकवर होकर सपाट बंद होने में सफल रहे। हालांकि एचडीएफसी बैंक के शेयरों में कमजोरी ने बाजार की चाल को सुस्त किया। कमजोर कारोबार के बावजूद बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार को बढ़कर 450 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया।
प्याज और टमाटर ने फिर दिया महंगाई का झटका
5 Jul, 2024 04:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कई लोगों ने लाल-लाल टमाटर खरीदना बंद कर दिया है।पिछले एक महीने में टमाटर के दामों में जबरदस्त उछाल (Tomato Price Hike) आया है। कई शहरों में तो एक किलो टमाटर के दाम 100 रुपये के पार पहुंच गया है। ऐसे में कई आम जनता ने कहा कि उन्होंने टमाटर खाना बंद कर दिया है।टमाटर के दाम बढ़ने से पहले प्याज-आलू की कीमतों में तेजी (Vegetable Price Hike) आई थी। इनकी कीमतों में अभी भी तेजी जारी है। लेकिन, इनकी तुलना में टमाटर के दामों में सबसे ज्यादा उछाल आया है।
कितना है टमाटर के दाम
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कोलकाता में टमाटर की खुदरा कीमत 152 रुपये प्रति किलो से ज्यादा है। वहीं राजधानी दिल्ली में इसकी कीमत 120 रुपये में मिल रहा है। आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में टमाटर के दाम 108 रुपये प्रति किलो है।4 जुलाई 2024 को खुदरा टमाटर की अखिल भारतीय औसत कीमत 95.58 रुपये प्रति किलो थी। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में टमाटर सबसे महंगा बिक रहा है।
क्यों महंगा हो रहा है टमाटर
अप्रैल-मई के महीने में देश के कई राज्यों में हीटवेव चल रही थी। ऐसे में तपती गर्मी की वजह से टमाटर का प्रोडक्शन काफी कम हुआ। इस वजह से इसकी कीमतों में तेजी आई। वर्तमान में बारिश और बाढ़ की वजह से टमाटर का प्रोडक्शन कम हो गया और सप्लाई में भी सही से नहीं हो रहा है।अगर आगे भी ऐसी परेशानी जारी रही तो एक बार फिर से टमाटर 200 रुपये प्रति किलो के भाव पर पहुंच सकता है।आमतौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर के दौरान टमाटर का उत्पादन कम हो जाता है। टमाटर के पैदावार में कमी आने की वजह से यह मांग और आपूर्ति को पूरा नहीं कर पाती है। कई राज्यों में भारी बारिश की वजह से भी टमाटर की फसलें खराब हो जाती है।इसके अलावा पड़ोसी राज्यों से पर्याप्त मात्रा में टमाटर की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इन सभी वजह से टमाटर के दाम में तेजी आ रही है।
आसान हो जाएगा पेट्रोल पंप का लाइसेंस लेना : केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
5 Jul, 2024 04:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अगर आप भी बिजनेस करने का प्लान कर रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने महिला उद्यमियों के लिए लाइसेंस फीस में 80 प्रतिशत और एमएसएमई के लिए शुल्क में 50 प्रतिशत की कटौती का ऐलान किया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि भविष्य में आम आदमी के लिए पेट्रोल पंप का लाइसेंस हासिल करना आसान हो जाएगा. केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोल पंप से जुड़े नियमों में बदलाव करने जा रही है. इसके बाद पेट्रोल पंप को आबादी वाले इलाकों में 30-50 मीटर के दायरे में भी चलाने की मंजूरी मिल सकेगी.
कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने आबादी वाले इलाकों के 30-50 मीटर के दायरे में पेट्रोल पंप के संचालन को मंजूरी देने के लिए पीईएसओ को सुरक्षा उपायों का खाका तैयार करने का निर्देश दिया है. पीईएसओ सरकार के उद्योग संवर्द्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) के तहत काम करने वाला एक ऑफिस है. यह विस्फोटक अधिनियम, 1884 और पेट्रोलियम अधिनियम, 1934 के तहत स्थापित नियामकीय ढांचे के क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभाता है.
कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर ने पीईएसओ की तरफ से दिये जाने वाले लाइसेंस के शुल्क में महिला उद्यमियों को 80 प्रतिशत और एमएसएमई को 50 प्रतिशत रियायत देने का भी ऐलान किया. गोयल ने पीईएसओ के कामकाज के में दक्षता बढ़ाने के लिए पेट्रोलियम, विस्फोटक, आतिशबाजी और अन्य संबंधित उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने ये घोषणाएं कीं. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की तरफ से एक बयान में कहा गया कि ‘गोयल ने पीईएसओ को सुरक्षा उपायों का खाका तैयार करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करने के लिए कहा है. इससे पेट्रोल पंप को आबादी वाले इलकों में कम दूरी पर भी चलाने की मंजूरी मिल सकेगी.’
आज से बनारस मर्केंटाइल सहकारी बैंक मे पैसा जमा करना और निकालना बंद
5 Jul, 2024 04:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
RBI रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने एक और बैंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. इस बार आरबीआई (RBI) ने बनारस मर्केंटाइल सहकारी बैंक, वाराणसी (Banaras Mercantile Co-operative Bank) पर ताला लगा दिया है. केंद्रीय बैंक की तरफ से को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस बिगड़ती वित्तीय स्थिति के मद्देनजर रद्द किया गया है. आरबीआई (RBI) ने लाइसेंस रद्द करते हुए साफ किया कि इस प्रक्रिया के बाद बैंक 4 जुलाई, 2024 को बिजनेस टाइम के बाद बैंकिंग कारोबार करना बंद कर देगा.'
5 जुलाई से पैसा जमा करना और निकालना बंद
आरबीआई (RBI) की कार्रवाई के बाद बनारस मर्केंटाइल बैंक में 5 जुलाई से कोई भी पैसा जमा और निकाल नहीं सकेगा. उत्तर प्रदेश के सहकारिता आयुक्त और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार से भी बैंक को बंद करने और एक लिक्वेडेटर अपाइंट करने का आदेश जारी करने की अपील की गई है. आरबीआई (RBI) ने कहा कि बैंक की तरफ से दिए गए आंकड़ों के अनुसार, 99.98 प्रतिशत जमाकर्ता जमा बीमा और लोन गारंटी निगम (DICGC) से बैंक में जमा अपना पूरा पैसा वापस पाने के हकदार हैं.
बैंक के पास पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावनाएं नहीं
लिक्विडेशन पर हर जमाकर्ता डीआईसीजीसी (DICGC) से अपनी जमाराशि पर 5 लाख रुपये तक की जमा बीमा दावा राशि प्राप्त करने का हकदार होगा. आरबीआई (RBI) ने कहा कि सहकारी बैंक के पास पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावनाएं नहीं हैं, अब इसका जारी रहना जमाकर्ताओं के हित में नहीं है. रिजर्व बैंक ने कहा, 'अपनी मौजूदा वित्तीय स्थिति के कारण बैंक अपने जमाकर्ताओं को पूरा भुगतान नहीं कर पाएगा.'
4.25 करोड़ रुपये का भुगतान पहले ही किया
डीआईसीजीसी (DICGC) की तरफ से 30 अप्रैल तक बैंक के संबंधित जमाकर्ताओं से उनकी इच्छा के आधार पर डीआईसीजीसी अधिनियम के प्रावधान के तहत तहत कुल बीमित जमाराशियों में से 4.25 करोड़ रुपये का भुगतान पहले ही कर दिया है. इससे पहले आरबीआई (RBI) ने दिसंबर में बैंकिंग विनियमन अधिनियम 1949 के सेक्शन 35 ए (35 A) के तहत बनारस मर्केंटाइल बैंक पर प्रतिबंध लगाए थे. इसके तहत बैंक को आदेश दिया गया था कि आरबीआई की लिखित पूर्वानुमति के बिना किसी भी लोन और एडवांस नहीं देगा.
सोने-चांदी के भाव में आई तेजी, जानें कीमत
5 Jul, 2024 04:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश भर में एक बार फिर सोना-चांदी महंगा हो गया है. आज यानी 5 जुलाई को सोने के भाव (Gold Rate Today) में 700 रुपये तक का तेज उछाल आया है. जिसकी वजह से ज्यादातर शहरों में सोने का भाव 73,000 रुपये के पार चला गया है. वहीं, चांदी की कीमत (Silver Rate Today) में भी 2,000 रुपये की जबरदस्त बढ़त देखने को मिली है. जिसके बाद चांदी की कीमत 93,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है.मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (Multi Commodity Exchange) पर आज सोने के भाव (Today Gold Rate) में तेजी देखने को मिल रही है. 5 अगस्त 2024 की डिलीवरी वाला सोना दोपहर 02:17 बजे के करीब 211 रुपये यानी 0.29% चढ़कर 72,578 पर आ गया.इसके अलावा, आज MCX पर चांदी की कीमत (Today Silver Rate) में तेज उछाल देखी जा रही है. 5 सितंबर 2024 को डिलीवरी वाली चांदी बजे के करीब 509 रुपये (0.55% ) की बढ़त के साथ 91961 पर ट्रेड कर रही है.
गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 500 अंक टूटा, निफ्टी 24200 से फिसला
5 Jul, 2024 11:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
घरेलू शेयर बाजार में गुरुवार को हुई रिकॉर्ड क्लोजिंग के बाद हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन कमजोरी दिखी। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 500 अंकों तक फिसलकर 80,000 के स्तर से फिसल गया। दूसरी ओर, निफ्टी भी कमजोर होकर 24200 के नीचे आ गया। सुबह 9 बजकर 43 मिनट पर सेंसेक्स में 417.00 (0.52%) अंकों की नरमी के साथ 79,674.73 के स्तर पर कारोबार होता दिखा। दूसरी ओर, निफ्टी 92.21 (0.38%) अंक नीचे गिरकर 24,217.85 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।
सेंसेक्स के शेयरों में इंफोसिस, जेएसडब्ल्यू स्टील और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 0.5% तक उछले वहीं एचडीएफसी बैँक, एमएंडएम और टाटा स्टील के शेयर गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे। निफ्टी बैंक, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज, प्राइवेट बैंक्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के शेयरों में 0.85% तक की नरमी दिखी। एकल शेयरों में एचडीएफसी बैंक के शेयर कंपनी की ओर से वित्तीय वर्ष 2025 के अपडेट्स जारी करने के बाद 3% तक टूट गए। एशियाई बाजार शुक्रवार को नए हाई पर कारोबार करते दिखे। अमेरिकी बाजार गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बंद रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने गुरुवार को 2,576 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वहीं घरेलू निवेशकों ने 2375 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। ब्रेंट क्रूड 2 सेंट की गिरावट के साथ 87.41 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर कारोबार करता दिखा।
क्रेडिट कार्ड स्कैम से बचने के लिए जरूरी है ये सावधानी
4 Jul, 2024 04:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
साइबर सिक्योरिटी हमारे भारत के साथ-साथ अन्य देशों के लिए भी एक अहम मुद्दा है। क्रेडिट कार्ड फ्रॉड भी इसका एक हिस्सा है। क्रेडिट कार्ड स्कैम एक गंभीर खतरा है, जिसमें साइबर अपराधी अनधिकृत खरीदारी करने के लिए आपके संवेदनशील जानकारी जैसे कार्ड नंबर, पिन, CVV को टारगेट करते हैं।ऐसे में आपको इस बात का खास ध्यान रखना होगा कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय आपको थोड़ा ज्यादा सावधान रहे। यहां हम आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं, जो आपके काम आ सकती है।
क्रेडिट कार्ड पर रखें नजर
हमेशा अपने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट और लेन-देन इतिहास की नियमित निगरानी करें। किसी भी अपरिचित शुल्क या संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखें।
अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता से लेन-देन अलर्ट के लिए साइन अप करें। किसी भी कार्ड एक्टिविटी के बारे में तुरंत सूचित हो जाएं, जिससे आप तुरंत प्रतिक्रिया कर सकें।
पासवर्ड का रखें ध्यान
अपने ऑनलाइन बैंकिंग और शॉपिंग खातों को मजबूत, यूनिक पासवर्ड के साथ सुरक्षित रखें। इसमें आपको अक्षरों, संख्याओं और सिंबल के कॉम्बिनेशन का उपयोग करें।
इसके साथ ही जन्मदिन या नाम जैसी आसानी से अनुमान लगाने वाले पासवर्ड का इस्तेमाल न करें।
आप दो फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को सक्षम करें। यह आपके पासवर्ड के अलावा आपको बेहतर सुरक्षा देते हैं।
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हुए आपको फिशिंग स्कैम से सावधान रहना होगा। ऐसे लिंक पर क्लिक न करें या संदिग्ध ईमेल, संदेश या वेबसाइट से अटैचमेंट डाउनलोड न करें जो आपकी क्रेडिट कार्ड जानकारी मांगते हैं।
ध्यान से करें इस्तेमाल
आप केवल सुरक्षित वेबसाइट पर ही खरीदारी करें। सुरक्षित ब्राउज़िग एक्सपीरियंस सुनिश्चित करने के लिए एड्रेस बार में 'HTTPS' और पैडलॉक सिंबल देखें।
आप ऑनलाइन लेनदेन के लिए वर्चुअल क्रेडिट कार्ड नंबर का उपयोग करने पर विचार करें। बता दें कि कुछ बैंकों द्वारा दिए जाने वाले ये टेम्परेरी नंबर आपके रियल अकाउंट से लिंक नहीं किए जा सकते, जिससे जोखिम कम से कम हो जाता है।
इसके अलावा एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें और अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप्स को अपडेट रखें और ऑनलाइन लेनदेन के लिए असुरक्षित सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करने से बचें।
क्रेडिट कार्ड की जानकारी को रखें सुरक्षित
क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट या रसीद जैसी संवेदनशील जानकारी वाले किसी भी दस्तावेज को फेंकने से पहले उसे नष्ट कर दें।
अगर आपका कार्ड खो जाता है या चोरी हो जाता है, तो अनधिकृत उपयोग को रोकने के लिए तुरंत अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता से संपर्क करें।
इन सुझावों का पालन करके और सतर्क रहकर, आप क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के अपने जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं और अपनी वित्तीय भलाई की रक्षा कर सकते हैं।
यहां फ्री में करे ITR फाइलिंग, नही लगेगा चार्ज
4 Jul, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जुलाई का महीना शुरू हो गया है. धीरे-धीरे आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक आ रही है. वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख हर बार की तरह 31 जुलाई है. अभी तक कितने लोगों ने आईटीआर दाखिल किया है, इसका आंकड़ा सीबीडीटी (CBDT) की तरफ से जारी नहीं किया गया है. 31 जुलाई तक ऐसे लोग आईटीआर फाइल कर सकते हैं जिनकी आमदनी का ऑडिट नहीं होता. आयकर रिटर्न दाखिल (ITR Filing) फाइल करने के एक नहीं कई तरीके हैं. अलग-अलग तरीके से आईटीआर फाइल करने का नियम और इसका खर्च भी अलग है.
सीए के जरिये आईटीआर फाइलिंग
आमतौर पर अधिकतर टैक्सपेयर इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की मदद लेते हैं. इसके लिए सीए अपना चार्ज लेता है. सीए आपके फॉर्म-16 (Form-16) और फॉर्म 26AS (Form 26AS) जैसे डॉक्यूमेंट के बेस पर आईटीआर का प्रोसेस पूरा करते हैं. इसमें रिटर्न तैयार करना और उसे जमा करना दोनों ही शामिल होता है. ऐसी सर्विस के लिए सीए आमतौर पर 1500 से 2000 रुपये का चार्ज लेते हैं. आईटीआर फाइल करने का चार्ज इससे ज्यादा भी हो सकता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका रिटर्न कितना जटिल है.
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये आईटीआर
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी आईटीआर फाइल करने की सुविधा मिलती है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की मदद के लिए आप ClearTax, Tax2Win, TaxBuddy, Quicko जैसी वेबसाइट या उनके ऐप को यूज कर सकते हैं. इन वेबसाइट या उनके ऐप के माध्यम से आप आसानी से इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर सकते हैं. इन्हें यूज करना भी आसान होता है और इनका चार्ज आमतौर पर किसी सीए या टैक्स एक्सपर्ट के मुकाबले कम होता है. यहां पर एक बार आईटीआर फाइल करने का चार्ज 500 से 1,000 रुपये के बीच देना होता है. हो सकता है आपको किसी तरह की खास सर्विस के लिए अतिरिक्त शुल्क देना पड़े.
आयकर विभाग के पोर्टल से
आयकर रिटर्न दाखिल करने का सबसे किफायती तरीका आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट से आईटीआर फाइल करने का होता है. यहां से आईटीआर फाइल करना बिल्कुल फ्री होता है, इसमें पहले से बने टेम्पलेट के जरिये आईटीआर फाइल करने का प्रोसेस होता है. आप पैन कार्ड (PAN Card) का नंबर दर्ज करके लॉगइन कर सकते हैं. इसके बाद आयकर विभाग के सॉफ्टवेयर का यूज करके आप आईटीआर फाइल कर सकते हैं. आयकर रिटर्न फाइल किये जाने के बाद आप इसे XML फाइल के रूप में ऑनलाइन जमा कर सकते हैं. आप इसे अपने पैन, आधार कार्ड, डिजिटल साइन या ऑनलाइन बैंकिंग का यूज करके वेरिफाई कर सकते हैं.
मजबूती के साथ बंद हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स 80 हजार पर बंद हुआ, निफ्टी 24300 पार
4 Jul, 2024 03:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर बाजार में लगातार चौथे कारोबारी दिन हरे निशान पर क्लोजिंग हुई। वीकली एक्सपायरी के दिन पहली बार सेंसेक्स 80 हजार के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर बंद होने में सफल रहा। वहीं, निफ्टी भी पहली बार 24300 के पार पहुंचकर बंद हुआ। गुरुवार के कारोबारी सत्र के दौरान जहां सेंसेक्स 80,392 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा वहीं निफ्टी भी पहली बार 24,401 पर पहुंच गया। निफ्टी बैंक भी पहली बार 53,357 के स्तर पर पहुंचा।आखिरकार सेंसेक्स 62.87 (0.07%) अंक मजबूत होकर 80,049.67 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 15.66 (0.06%) अंक उछलकर 24,302.15 के स्तर पर बंद हुआ। गुरुवार को रुपया 4 पैसे मजबूत होकर 83.49 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार में रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद मुनाफावसूली दिखे और बेंचमार्क इंडेक्स दिन के ऊपरी स्तरों से फिसल कर बंद हुए।
कहीं इस वजह से तो कम नहीं हो रहा क्रेडिट स्कोर
4 Jul, 2024 01:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
क्रेडिट स्कोर को मेंटेन करना बहुत जरूरी है। अगर क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है तो भविष्य में इससे परेशानी होती है। ऐसे में क्रेडिट स्कोर को मेंटेन करने के लिए यूजर्स समय पर अपने लोन (Loan) की ईएमआई (EMI) भी देते हैं। अगर लगातार 2 महीने भी ईएमआई के भुगतान में देरी हो जाती है तो क्रेडिट स्कोर लाल निशान पर पहुंच जाता है।हाल ही में कई यूजर्स ने बताया कि वह अपने लोन की ईएमआई का भुगतान समय पर करते हैं पर फिर भी उनका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है। आइए, आज हम आपको इसके पीछे की वजह के बारे में बताते हैं।
क्यों कम हुआ क्रेडिट स्कोर
अगर आप समय से ईएमआई का भुगतान करते हैं और क्रेडिट कार्ड के बिल में केवल मिनिमम ड्यू का भी पेमेंट करते हैं तो इसका असर भी क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। ऐसे में क्रेडिट स्कोर को सही करने के लिए यूजर्स को कुछ महीने तक फुल पेमेंट करनी होगी। फुल पेमेंट के कुछ महीने के बाद ही क्रेडिट स्कोर सही हो जाएगा।
इस वजह से भी कम हो सकता है क्रेडिट स्कोर
अगर आपने कोई एक लोन की ईएमआई भर रहे हैं और उसी के साथ आपने दूसरा कोई लोन ले लिया है तब भी आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है। ऐसे में इस परेशानी को जड़ से खत्म करने के लिए आपको किसी एक लोन की वन-टाइम-पेमेंट करनी होगी। ऐसा करते ही आपका क्रेडिट स्कोर ठीक हो जाएगा।
क्रेडिट स्कोर कैसै चेक करें
आप सबसे पहले यहां https://www.cibil.com/ जाएं।
अब आपको 'Get your CIBIL Score' पर क्लिक करना है।
इसके बाद अपना नाम, ई-मेल आईडी और पासवर्ड भरें और आईडी प्रूफ सबमिट करें।
इसके बाद पिन कोड, जन्म तिथि और फोन नंबर दर्ज करके 'accept and continue' को सेलेक्ट करें।
अब मोबाइल फोन पर आए ओटीपी को दर्ज करें और 'Continue' पर क्लिक करें।
इसके बाद go to dashboard पर जाकर आपको क्रेडिट स्कोर शो हो जाएगा।
मजबूती के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 221 अंक उछला; निफ्टी 24300 के पार
4 Jul, 2024 01:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक गुरुवार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा। 30 शेयरों का सेंसेक्स लगभग 314 अंकों की उछाल के साथ पहली बार 80,300 से ऊपर खुला। दूसरी ओर, निफ्टी50 इंडेक्स 0.35% बढ़कर 24,369 पर पहुंच गया। बीएसई पर आईसीआईसीआई बैंक 100 अंकों से अधिक चढ़ा। सेंसेक्स में आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक और एमएंडएम 1.5% मजबूत होकर खुले। वहीं, एचडीएफसी बैंक, एचयूएल और इंडसइंड बैंक 1.3% तक कमजोर हुए। निफ्टी आईटी में 1% की बढ़त दर्ज की गई। कोफोर्ज और पर्सिस्टेंट सिस्टम ने 2% से अधिक की बढ़त हासिल की।
निफ्टी ऑटो, मेटल और रियल्टी सेक्टर के शेयर 0.5% तक मजबूत हुए। एकल शेयरों में काया के शेयर 10% तक उछले। कंपनी ने अपने पर्सनल केयर उत्पादों की सेल्स और मार्केटिंग के लिए मारिको के साथ सहयोग करने का एलान किया है। प्रमोटर स्टेक सेल की खबरों के बाद आईटीडी सीमेंटेशन के शेयरों में 6.7% की गिरावट आई। गुरुवार को एशियाई बाजारो ंके शेयर 27 महीनों के हाई पर पहुंच गए क्योंकि अमेरिकी रोजगार के नरम आंकड़ों ने सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना को कम किया है। जापान के निक्केई में 0.4% की बढ़त दिखी।
तेल कंपनियो ने जारी किये पेट्रोल डीजल के दाम
4 Jul, 2024 12:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मानसून के मौसम ने भारत में दस्तक दे दी है। ऐसे में अक्सर हम छोटे या बड़े आउटिंग का प्लान करते हैं। अगर आप भी किसी ऐसी ड्राइव पर जाने की तैयारी कर रहे हैं तो पहले अपने शहर में पेट्रोल-डीजल क नई कीमतों के बारे में जरूर जान लें। पेट्रोल की कीमतों में उतार-चढ़ाव होना आम बात है। फिलहाल जुलाई महीने के चौथे दिन तेल की कीमतों में थोड़ा उतार चढ़ाव नहीं दिखाई दिया है।बता दें कि तेल कंपनियां रोज सुबह 6 बजे फ्यूल की कीमतों को अपडेट करते हैं। बता दें कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर सीधा प्रभाव क्रूड ऑयल की वैश्विक कीमतों का पड़ता है। इसके साथ ही राज्य सरकार अपने-अपने राज्यों में फ्यूल की कीमतों पर वैट(VAT) लगाती है। इससे हर शहर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अलग-अलग होती है।